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रामबन में बादल फटा, तबाही का मंजर – कई घर बहे, हाईवे बंद
21 Apr, 2025 10:37 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
जम्मू कश्मीर के रामबन जिले में बादल फटने के बाद तबाही भरा देखने को मिला. लोगों के घर बह गए. राम बन इलाके में बाढ़ जैसी स्थिति बनी हुई है. ऐसे में भारतीय सेना ने राष्ट्रीय राजमार्ग 44 पर संपर्क बहाल करने के लिए अभियान शुरू किया है. सड़क साफ करने और उस पर आवाजाही शुरू करने में 48 घंटे तक का समय लग सकता है.
फंसे हुए यात्रियों को राहत पहुंचाने के लिए बनिहाल, कराचियाल, डिगदौल, मैत्रा और चंदरकोट से तुरंत प्रतिक्रिया दल (क्यूआरटी) को तैनात किया गया. मौके पर आगे की सहायता के लिए आठ सेना की टुकड़ियां फिलहाल प्रमुख स्थानों पर स्टैंडबाय पर हैं. इस बीच, केआरसीएल, सीपीपीएल और डीएमआर सहित नागरिक निर्माण फर्मों के जेसीबी और भी कई उपकरणों की मदद से बंद हुए राजमार्ग पर सफाई अभियान शुरू कर दिया है.
मौके पर पहुंचकर भारतीय सेना की टीम ने स्थिति का जायजा लिया, फिर सेना ने जिला आयुक्त, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक और यातायात अधीक्षक सहित नागरिक प्रशासन के अधिकारियों के साथ मिलकर तुरंत कार्रवाई शुरू की. हालांकि, कोई आपातकालीन सहायता का अनुरोध नहीं किया गया है.
लोगों ने सेना पर दिखाया भरोसा
चुनौतियों के बावजूद मौके पर मौजूद लोगों ने भारतीय सेना पर भरोसा जताया है. एक फंसे हुए शख्स से जब स्थिति के बारे में पूछा गया तो उसने आत्मविश्वास से जवाब दिया. शख्स ने बताया कि कोई दिक्कत नहीं है. सेना है न, सब कुछ ठीक हो जाएगा. भारतीय सेना संकट के समय में जम्मू और कश्मीर के नागरिकों के साथ खड़ी रहने, सुरक्षा, समर्थन और समय पर सहायता सुनिश्चित करने पूरी तरह से जुटी हुई है.
3 लोगों की मौत
जम्मू-कश्मीर में कई जगहों पर भूस्खलन की खबरें सामने आई हैं. रामबन जिले में भारी बारिश के बाद बादल फट गया, जिसके बाद इलाके में अचानक से बाढ़ आ गई. इस प्राकृतिक आपदा में तीन लोगों की मौत हो गई और 100 से ज्यादा लोगों को राहत एवं बचाव कार्य में बचा लिया गया. है. वहीं बाढ़ के कारण 100 से ज्यादा घर इस आपदा की चपेट में आ गए. रामबन जिले में भारी बारिश की वजह से धर्म कुंड गांव प्रभावित हुआ. हालात को देखते हुए जिले के सभी स्कूल-कॉलेजों को 21 अप्रैल को बंद रखने का आदेश दिया गया है.
भीषण गर्मी के बीच राहत की बूंदें: कई राज्यों में बारिश और ओले गिरने की संभावना
21 Apr, 2025 09:30 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
देश का आधाा हिस्सा भीषण गर्मी और हीटवेव की चपेट में है। आधा हिस्से में भारी बारिश, तूफानी हवाओं और बर्फबारी का दौर जारी है। जैसे जम्मू कश्मीर और लद्दाख में मौसम इतना खराब है कि भारी तबाही मची और सड़कें-हाईवे-स्कूल तक बंद करने पड़ गए। रामबन इलाके में भारी बारिश से बादल फटे और चिनाब नदी में बाढ़ आ गई। भूस्खलन होने से भारी नुकसान लोगों को उठाना पड़ा। लद्दाख में भारी बर्फबारी हो रही है। वहीं उत्तर, पूर्वी और मध्य भारत भीषण गर्मी की चपेट में है। 20 अप्रैल दिन रविवार को महाराष्ट्र का चंद्रपुर जिला 44.6 डिग्री के साथ देश में सबसे गर्म रहा।
इन राज्यों में बारिश होने के आसार
भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (IMD) के अनुसार, आज जम्मू-कश्मीर और लद्दाख में 60 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से हवाएं चल सकती हैं। छत्तीसगढ़, ओडिशा, पश्चिम बंगाल समेत देशभर के 23 राज्यों में आंधी-तूफान आने और बारिश होने की आशंका है। 21-22-23 अप्रैल तारीख के दौरान विदर्भ में गर्म हवाएं चलने की संभावना है। 22-24 अप्रैल के बीच दक्षिण उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश; 23 और 24 अप्रैल को राजस्थान, दक्षिण हरियाणा में बारिश होने की संभावना है। 22 अप्रैल से पूर्वोत्तर भारत में भारी बारिश होने का नया दौर आने की संभावना है। आज 21 अप्रैल से भारत के पूर्वी भागों में गर्मी पड़ने लगेगी।
इन राज्यों में बरसेंगे बादल और चलेगी लू
IMD के अनुसार, हिमाचल प्रदेश, जम्मू कश्मीर, लद्दाख, उत्तराखंड, छत्तीसगढ़, ओडिशा, पश्चिम बंगाल, अरुणाचल प्रदेश, असम, मेघायल, मणिपुर, मिजोरम, त्रिपुरा, नागालैंड, सिक्किम, महाराष्ट्र, गोवा, केरल, कर्नाटक, आंध्र प्रदेश, तमिलनाडु, तेलंगाना और पुडुचेरी में 25 अप्रैल तक बारिश का दौरान देखने को मिल सकता है।
आज 21 और कल 22 अप्रैल को तमिलनाडु, पुडुचेरी और कराईकल में गर्म हवाएं चल सकती हैं। 22 से 24 अप्रैल के दौरान गुजरात राज्य में भी गर्म और आर्द्र मौसम रहने की संभावना है। अगले 5 दिनों के दौरान पूर्वोत्तर भारत में गरज, बिजली और तेज हवाओं (30-40 किमी प्रति घंटे से 50 किमी प्रति घंटे की गति तक) के साथ बारिश होने की संभावना है।
अगले 3 दिनों के दौरान पूर्वी भारत में और 24 अप्रैल तक छत्तीसगढ़ में गरज, बिजली और तेज़ हवाओं (30-40 किमी प्रति घंटे से 50 किमी प्रति घंटे की गति तक) के साथ बारिश होने की संभावना है। 22-24 अप्रैल के बीच अरुणाचल प्रदेश में भारी बारिश होने की संभावना है।
अगले 5 दिन कर्नाटक, तटीय आंध्र प्रदेश, यनम, रायलसीमा, केरल और माहे, तेलंगाना में गरज, बिजली और तेज हवाओं (30-40 किमी प्रति घंटे से 50 किमी प्रति घंटे की गति) के साथ बारिश होने की संभावना है। अगले 5 दिन के दौरान तमिलनाडु, पुडुचेरी और कराईकल, तेलंगाना, तटीय कर्नाटक में बिजली गिरने की संभावना है।
कब आएगा मानसून?
IMD सूत्रों के हवाले से जानकारी सामने आई है कि प्री-मानसून चल रहा है और इस बार दक्षिण पश्चिम मानसून 15 मई के बाद दस्तक दे देगा। फिर जून, जुलाई, अगस्त, सितंबर के 4 महीने जमकर बरसेगा। इस बार मानसून सीजन में 103 से 105 प्रतिशत बारिश होने का अनुमान है। इस बार मानसून में अच्छी बारिश हो सकती है, जो किसानों के लिए खुशखबरी है।
विकसित भारत 2047 पर बोलेंगी सीतारमण, स्टैनफोर्ड में होगा खास संबोधन
21 Apr, 2025 09:00 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण रविवार (स्थानीय समयानुसार) को अपने पांच दिवसीय अमेरिका दौरे के लिए सैन फ्रांसिस्को इंटरनेशनल एयरपोर्ट पहुंचीं। यह दौरा 20 अप्रैल से 25 अप्रैल तक निर्धारित है। एयरपोर्ट पर उनका स्वागत भारत के अमेरिका में राजदूत विनय मोहन क्वात्रा और सैन फ्रांसिस्को में भारत के कॉन्सल जनरल श्रीकर रेड्डी कोप्पुला ने किया।
स्टैनफोर्ड यूनिवर्सिटी में देंगी भाषण, सीईओज़ से होगी मुलाकात
वित्त मंत्रालय ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘एक्स’ पर जानकारी देते हुए लिखा, “संयुक्त राज्य अमेरिका की आधिकारिक यात्रा पर पहुंचने पर केंद्रीय वित्त एवं कॉरपोरेट मामलों की मंत्री निर्मला सीतारमण का स्वागत अमेरिका में भारत के राजदूत विनय मोहन क्वात्रा, सैन फ्रांसिस्को में भारत के कॉन्सल जनरल डॉ. श्रीकर रेड्डी कोप्पुला और वित्त सचिव अजय सेठ ने सैन फ्रांसिस्को इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर किया।”
20 अप्रैल से शुरू हो रही दो दिवसीय सैन फ्रांसिस्को यात्रा के दौरान निर्मला सीतारमण स्टैनफोर्ड यूनिवर्सिटी के हूवर इंस्टीट्यूशन में ‘विकसित भारत 2047 की बुनियाद’ विषय पर मुख्य भाषण देंगी, इसके बाद एक फ़ायरसाइड चैट सेशन होगा।
उद्योगपतियों और प्रवासी भारतीयों से भी होंगी मुलाक़ातें
इसके अलावा वह शीर्ष फंड मैनेजमेंट कंपनियों के सीईओज़ के साथ राउंडटेबल मीटिंग में शिरकत करेंगी और सैन फ्रांसिस्को की नामचीन आईटी कंपनियों के प्रमुखों से भी द्विपक्षीय मुलाक़ात करेंगी। वित्त मंत्री वहां बसे भारतीय प्रवासी समुदाय के एक कार्यक्रम में भी हिस्सा लेंगी।
वॉशिंगटन डीसी में अंतरराष्ट्रीय बैठकों में लेंगी हिस्सा
22 अप्रैल से 25 अप्रैल के बीच वॉशिंगटन डीसी में सीतारमण आईएमएफ और वर्ल्ड बैंक की स्प्रिंग मीटिंग्स में भाग लेंगी। इसके तहत वह दूसरी G20 वित्त मंत्रियों और सेंट्रल बैंक गवर्नर्स (FMCBG) की बैठक, डेवलपमेंट कमिटी प्लेनरी, आईएमएफसी प्लेनरी और ग्लोबल सॉवरेन डेट राउंडटेबल (GSDR) मीटिंग में भी शरीक होंगी।
कई देशों के वित्त मंत्रियों से होंगी मुलाकातें
इन बैठकों के इतर सीतारमण अर्जेंटीना, बहरीन, जर्मनी, फ्रांस, लक्ज़मबर्ग, सऊदी अरब, ब्रिटेन और अमेरिका समेत कई देशों के अपने समकक्षों के साथ द्विपक्षीय बैठकें करेंगी। इसके साथ ही वह यूरोपीय संघ के वित्तीय सेवा आयुक्त, एशियन डेवलपमेंट बैंक (ADB) के अध्यक्ष, एशियन इंफ्रास्ट्रक्चर इन्वेस्टमेंट बैंक (AIIB) के प्रमुख, संयुक्त राष्ट्र महासचिव के वित्तीय स्वास्थ्य के लिए विशेष प्रतिनिधि (UNSGSA), और आईएमएफ के पहले डिप्टी मैनेजिंग डायरेक्टर से भी मुलाकात करेंगी। अमेरिका दौरे के बाद वित्त मंत्री सीतारमण 26 अप्रैल से 30 अप्रैल तक अपनी पहली पेरू यात्रा पर रवाना होंगी।
विज्ञान भवन में होगा भव्य आयोजन, मोदी करेंगे ई-पुस्तकों का विमोचन
21 Apr, 2025 08:45 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी 17वें लोक सेवा दिवस के अवसर पर सोमवार को सुबह 11 बजे विज्ञान भवन, नई दिल्ली में लोकसेवकों को संबोधित करेंगे। इस मौके पर वह लोक प्रशासन उत्कृष्टता के लिए प्रधानमंत्री पुरस्कार भी प्रदान करेंगे। प्रधानमंत्री ने सदैव देश भर के लोक सेवकों को नागरिकों के हित में समर्पित होने, जन सेवा के लिए प्रतिबद्ध होने और अपने काम में उत्कृष्टता प्राप्त करने के लिए प्रोत्साहित किया है।
पुरस्कार देंगे पीएम मोदी
इस वर्ष प्रधानमंत्री लोक सेवकों को जिलों के समग्र विकास, आकांक्षी ब्लाक कार्यक्रम और नवाचार की श्रेणियों में 16 पुरस्कार प्रदान करेंगे। उनको इसके माध्यम से आम नागरिकों के कल्याण के लिए किए गए कार्यों के लिए सम्मानित किया जाएगा। जीएम मोदी समग्र विकास और नवाचारों पर ई-पुस्तकें जारी करेंगे, जिनमें चिन्हित प्राथमिकता वाले कार्यक्रमों और नवाचारों के कार्यान्वयन की सफलता की कहानियां शामिल होंगी।
पुरस्कार वितरण से पहले पुरस्कार विजेता पहलों पर एक फिल्म भी दिखाई जाएगी। सिविल सेवा दिवस देशभर के सिविल सेवकों के लिए नागरिकों के हित के लिए खुद को फिर से समर्पित करने और अपने काम में सार्वजनिक सेवा और उत्कृष्टता के प्रति अपनी प्रतिबद्धता को दोहराने का अवसर है।
14 राज्यों में आंधी-तूफान का अलर्ट
20 Apr, 2025 09:15 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
नई दिल्ली। देश के अलग-अलग क्षेत्रों में मौसम के कई रूप देखने को मिले। लखनऊ में शनिवार सुबह 3 बजे तूफान आया। इससे सैकड़ों पेड़ और बिजली के पोल गिर गए। इसके चलते रास्ते बंद हो गए। मौसम विभाग ने रविवार को राजस्थान-मध्य प्रदेश में तेज लू (हीटवेव) की आशंका जताई है। महाराष्ट्र में भी तेज गर्मी रहेगी। इसके अलावा बिहार, ओडिशा, पश्चिम बंगाल, झारखंड, नॉर्थ ईस्ट समेत 14 राज्यों में आंधी-तूफान की चेतावनी है। बारिश के साथ यहां तेज आंधी और बिजली का भी अलर्ट है। राजस्थान और गुजरात से आई गर्म हवाओं के असर से पूरा मध्य प्रदेश तप रहा है।
अमित शाह नहीं लेते कोई दवा या इंसुलिन! क्या है उनकी फिटनेस का राज...?
20 Apr, 2025 08:15 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
नई दिल्ली: हर साल 19 अप्रैल को लिवर डे मनाया जाता है. इस दिन को मनाने की शुरुआत 1996 में यूरोपियन एसोसिएशन फॉर द स्टडी ऑफ द लिवर ने की. लिवर अगर एक बार खराब हो जाए तो उसका इलाज मुश्किल और महंगा हो सकता है. विश्व लिवर दिवस से जागरूकता फैलायी जाती है कि जीवन शैली में एक छोटा सा बदलाव करके स्वस्थ रह सकते हैं. केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह, दिल्ली के उपराज्यपाल विनय सक्सेना और मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता शनिवार को विश्व लिवर दिवस के अवसर पर आईएलबीएस (लिवर और पित्त विज्ञान संस्थान) कार्यक्रम में शामिल हुए.
अमित शाह ने स्वस्थ जीवनशैली अपनाने के अपने व्यक्तिगत अनुभव को साझा करते हुए अपने बेहतर स्वास्थ्य का श्रेय नियमित व्यायाम, उचित नींद और आहार को दिया. युवाओं से बेहतर भविष्य के लिए शारीरिक गतिविधि और आराम को प्राथमिकता देने का आग्रह किया. उन्होंने कहा कि मई 2020 से लेकर आज तक अपने जीवन में बहुत बड़ा बदलाव किया. आवश्यक मात्रा में नींद, पानी, आहार और नियमित व्यायाम ने उनको बहुत कुछ दिया है. अमित शाह ने कहा कि आज भी वो किसी भी तरह की दवा और इंसुलिन नहीं लेते हैं.
दिल्ली की मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने कहा, "आज लिवर दिवस के अवसर पर हमें यह संकल्प लेना चाहिए कि हमारा पूरा देश स्वास्थ्य सेवाएं देने के लिए तैयार रहे और किसी को भी स्वास्थ्य सुविधाएं पाने के लिए संघर्ष न करना पड़े... यह सुनिश्चित करना हमारी जिम्मेदारी है कि भारत में, विशेष रूप से दिल्ली में, उचित स्वास्थ्य बुनियादी ढांचा उपलब्ध हो." गुप्ता ने कहा, "हमारी राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली सिर्फ दिल्ली के लोगों के इलाज के लिए नहीं है. पूरे देश और दुनिया से लोग यहां आते हैं."
दिल्ली के उपराज्यपाल वी.के. सक्सेना ने स्वास्थ्य सेवा पर नई दिल्ली सरकार के फोकस पर प्रकाश डाला. साथ ही स्वास्थ्य सेवा वितरण में दिल्ली के पिछड़ने के लिए पिछली नीतियों की आलोचना की.
सक्सेना ने कहा, "आईएलबीएस एकमात्र ऐसा संस्थान है जिसने देश और विदेश में अपनी पहचान बनाई है. आईएलबीएस को एक दशक से अधिक समय से विश्व स्वास्थ्य संगठन द्वारा लिवर रोगों के लिए सहयोगात्मक केंद्र के रूप में मान्यता दी गई है. फैटी लिवर रोग अब न केवल दिल्ली जैसे महानगर में बल्कि भारत के अन्य शहरों में भी एक मूक महामारी के रूप में बढ़ रहा है."
11 साल में तीसरी बार सऊदी अरब जाएंगे पीएम मोदी, बढ़ेगी भारत की रणनीतिक पकड़
19 Apr, 2025 05:17 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अगले हफ्ते सऊदी अरब की यात्रा पर जाने वाले हैं. पीएम मोदी का ये दौरा 2 दिन का रहने वाला है. पीएम का यह दौरा सऊदी अरब किंगडम के पीएम एवं क्राउन प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान के इनवाइट के बाद तय हुआ है. पीएम मोदी का 11 साल के कार्यकाल में ये तीसरा सऊदी दौरा है. इससे पहले वे साल 2016 और 2019 में सऊदी अरब के दौरे पर गए थे. साऊदी दौरे से पहले पीएम मोदी श्रीलंका दौरे पर गए थे.
पीएम मोदी की इस यात्रा के दौरान द्विपक्षीय मुद्दे पर चर्चा होगी. इसमें India-Middle East-Europe Economic Corridor (IMEEC), व्यापार और निवेश बढ़ाने के अवसर, रक्षा-सुरक्षा सहयोग और इनोवेशन-स्टार्टअप जैसे मुद्दे शामिल हो सकते हैं
भारत सऊदी अरब का दूसरा सबसे बड़ा व्यापार भागीदार
सऊदी क्राउन प्रिंस भारत सऊदी अरब का दूसरा सबसे बड़ा व्यापार भागीदार है, जबकि खाड़ी देश भारती का पांचवां सबसे बड़ा व्यापारिक भागीदार है. 2023-24 में द्विपक्षीय व्यापार 42.98 बिलियन अमरीकी डॉलर रहा, जिसमें भारतीय निर्यात 11.56 बिलियन अमरीकी डॉलर और आयात 31.42 बिलियन अमरीकी डॉलर रहा. हाल के सालों में सऊदी अरब में भारतीय निवेश में भी बढ़ोतरी हुई है, जो अगस्त 2023 में लगभग 3 बिलियन अमरीकी डॉलर के आंकड़े तक पहुंच गया.
भारत और सऊदी अरब ने 1947 में राजनयिक संबंध स्थापित हुए थे. 2010 में द्विपक्षीय संबंधों को रणनीतिक साझेदारी में बदल दिया गया.
इन मुद्दों पर हो सकती हैं दोनों देशों में बातचीत
पिछले 10 सालों में सऊदी अरब के साथ भारत के संबंध मजबूत और स्थायी साझेदारी में बदल गए हैं. पीएम मोदी की इस यात्रा पर सबकी निगाहें रहने वाली हैं. इस यात्रा में व्यापार समझौतों और स्मार्ट सिटी, बुनियादी ढांचे, कृषि और स्वास्थ्य सेवा जैसे क्षेत्रों में सहयोग बढ़ाने पर चर्चा होने की उम्मीद है. पीएम मोदी की ये यात्रा अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की यात्रा से पहले हो रही है. अगले महीने ट्रंप भी सऊदी दौरे पर रहने वाले हैं.
केदारनाथ में मंदिर समिति ने संभाला मोर्चा, 2 मई से भक्त कर सकेंगे दर्शन
19 Apr, 2025 02:00 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
बद्रीनाथ-केदारनाथ मंदिर समिति की अग्रिम टीम श्री केदारनाथ धाम पहुंच गई है। श्री बद्रीनाथ- केदारनाथ मंदिर समिति (बीकेटीसी) के प्रवक्ता ने शुक्रवार को कहा कि श्री केदारनाथ धाम के कपाट आधिकारिक तौर पर 2 मई को फिर से खुलेंगे। एक आधिकारिक विज्ञप्ति के अनुसार, श्री बद्रीनाथ धाम के कपाट 4 मई को खुलेंगे। इस बीच, श्री मद्महेश्वर मंदिर (द्वितीय केदार) के कपाट 21 मई को खुलेंगे, और तीसरे केदार, श्री तुंगनाथ मंदिर भी 2 मई को फिर से खुलेंगे।
इससे पहले, बीकेटीसी के मुख्य कार्यकारी अधिकारी विजय प्रसाद थपलियाल ने सोमवार को श्री ओंकारेश्वर मंदिर, उखीमठ में श्री मद्महेश्वर मंदिर के कपाट खोलने की तिथि को अंतिम रूप देने के लिए एक बैठक में भाग लिया। मंगलवार को बीकेटीसीसी के मुख्य कार्यकारी अधिकारी विजय प्रसाद थपलियाल ने मंदिर समिति के मां बाराही मंदिर, संसारी, मस्त नारायण कोटि, श्री त्रियुगीनारायण मंदिर, गौरीमाता मंदिर, गौरीकुंड, सोन प्रयाग में मंदिर समिति विश्राम गृह और शोणितपुर (गुप्तकाशी) में संस्कृत महाविद्यालय का स्थल निरीक्षण किया।
यमुनोत्री से शुरू होती है चार धाम यात्रा
चार धाम यात्रा सबसे महत्वपूर्ण हिंदू तीर्थों में से एक है। इसमें चार पवित्र हिमालयी मंदिरों की यात्रा शामिल है। यमुनोत्री, गंगोत्री, केदारनाथ और बद्रीनाथ। हिंदी में 'चार' का अर्थ चार और 'धाम' धार्मिक स्थलों को दर्शाता है। ऐसा माना जाता है कि व्यक्ति को चार धाम यात्रा दक्षिणावर्त दिशा में पूरी करनी चाहिए। इसलिए, तीर्थयात्रा यमुनोत्री से शुरू होती है, गंगोत्री, फिर केदारनाथ और अंत में बद्रीनाथ में समाप्त होती है।
सीएम धामी बोले- तीर्थयात्रियों की सुरक्षा सुनिश्चित करेंगे
10 अप्रैल को उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि राज्य सरकार चार धाम यात्रा के तीर्थयात्रियों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए प्रतिबद्ध है, क्योंकि यह तीर्थयात्रा राज्य की अर्थव्यवस्था के लिए महत्वपूर्ण है। सीएम धामी ने कहा "चार धाम यात्रा की तैयारियां चल रही हैं। मैंने यात्रा की तैयारियों की समीक्षा के लिए एक बैठक की अध्यक्षता भी की। हम अपने तीर्थयात्रियों की सुरक्षा और भलाई सुनिश्चित करने के लिए प्रतिबद्ध हैं। चार धाम यात्रा हमारे राज्य की अर्थव्यवस्था के लिए जीवन रेखा है।
अफगानिस्तान में भूकंप, भारत में भी असर—कश्मीर और असम में महसूस हुए झटके
19 Apr, 2025 01:45 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
जोरदार भूकंप से आज 2 बार भारत की धरती दहल गई। सुबह असम में भूकंप के झटके लगे थे और दोपहर में करीब 12:20 बजे पुंछ इलाके में जोरदार भूकंप आया। कश्मीर घाटी में आज बारिश और बर्फबारी का दौर जारी है। इस बीच आए भूकंप ने लोगों में दहशत फैला दी है। कश्मीर घाटी में आए जोरदार भूकंप की तीव्रता रिक्टर स्केल पर 5.9 मापी गई है। भूकंप का केंद्र अफगानिस्तान-ताजिकिस्तान बॉर्डर पर धरती के नीचे 86KM की गहराई में मिला।
कश्मीर घाटी में आए भूकंप के झटके दिल्ली-NCR तक महसूस किए गए। भारत के साथ-साथ पड़ोसी देश पाकिस्तान और उसके पड़ोसी देश अफगानिस्तान की धरती भी भूकंप से दहली है। हालांकि तीनों देशों में भूकंप से किसी तरह के जान माल के नुकसान की खबर नहीं है, लेकिन कश्मीर घाटी में खराब मौसम के बीच भूकंप से लोग सहमे हुए हैं। अफगानिस्तान में आए भूकंप का केंद्र धरती के नीचे 130 किलोमीटर की गहराई में मिला है।
असम में भी आया था भूकंप
बता दें कि आज सुबह करीब 7 बजकर 38 मिनट पर असम के नागांव (Nagaon) में भूकंप के झटके लगे थे। इस भूकंप की तीव्रता रिक्टर स्केल पर 2.9 मापी गई। भूकंप के झटके नागांव समेत कई गांवों में महसूस किए गए। तीव्रता कम होने से किसी तरह का जान माल का नुकसान नहीं हुआ, लेकिन भूकंप के झटके लगते ही लोग अपने घरों से बाहर निकल आए थे। बता दें कि असम और पूर्वोत्तर भारत Seismic Zone में आता है, इसलिए यहां अकसर भूकंप के झटके लगते रहते हैं।
म्यांमार में रोज आ रहा भूकंप
28-29 मार्च को म्यांमार में 7 से ज्यादा की तीव्रता का भयानक भूकंप आया था। भूकंप ने देश में भीषण तबाही मचाई थी। करीब 4000 लोगों की जान ले ली थी। उसके बाद से अब तक हर रोज म्यांमार में भूकंप आ रहा है। शुक्रवार (18 अप्रैल) की रात भी म्यांमार में भूकंप आया। म्यांमार में शुक्रवार रात 11 बजकर 4 मिनट पर 3.6 की तीव्रता वाला भूकंप आया। 11 बजकर 31 मिनट पर 3.7 की तीव्रता पर भूकंप आया था। भूकंप के झटके सहते हुए लोग दहशत के साये में जिंदगी बिता रहे हैं।
कर्नाटक में धार्मिक प्रतीकों को लेकर परीक्षा केंद्रों पर सख्ती, जांच के आदेश
19 Apr, 2025 01:00 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
शिवमोगा: कर्नाटक के शिवमोगा जिले में CET परीक्षा के दौरान छात्रों से जनेऊ और रक्षा सूत्र (कलावा) उतरवाने के मामले में बड़ा एक्शन लेते हुए एग्जाम अधिकारियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई गई है। शिवमोगा जिले के शरावतिनगर में आदिचुंचनगिरी स्कूल में सीईटी परीक्षा के दौरान यह घटना सामने आई थी। कर्नाटक कॉमन एंट्रेंस टेस्ट (सीईटी) में शामिल होने वाले छात्रों से कथित तौर पर उनके जनेऊ और रक्षा सूत्र (कलावा) उतारने के लिए कहा गया था।
बीएनएस की धाराओं में मुकदमा दर्ज
पुलिस के मुताबिक नटराज भगवत नामक व्यक्ति द्वारा दर्ज कराई गई शिकायत के आधार पर बीएनएस, 2023 की धारा 115(2), 299, 351(1) और 352 के साथ धारा 3(5) के तहत एफआईआर दर्ज की गई है। पुलिस ने इस मामले की जांच शुरू कर दी है, ताकि यह पता लगाया जा सके कि किन परिस्थितियों में छात्रों को कथित तौर पर धार्मिक प्रतीकों को उतारने के निर्देश दिए गए थे।
वहीं इस घटना पर कर्नाटक के उच्च शिक्षा मंत्री डॉ. एमसी सुधाकर का रिएक्शन भी सामने आया है। उन्होंने इसे "बहुत दुर्भाग्यपूर्ण" बताया और पुष्टि की कि बीदर के एक परीक्षा केंद्र से भी ऐसी शिकायतें मिली हैं। हालांकि, उन्होंने स्पष्ट किया कि राज्य भर के अधिकांश अन्य केंद्रों पर परीक्षा प्रक्रिया सुचारू रूप से चली।
बीदर में भी हुई ऐसी घटना
उन्होंने कहा, "यह घटना बहुत दुर्भाग्यपूर्ण है। यह केवल शिवमोग्गा में ही नहीं बल्कि बीदर में भी हुआ। दो केंद्रों को छोड़कर बाकी सभी जगहों पर प्रक्रिया सुचारू रूप से चली। किसी भी गैजेट की जांच या तलाशी के लिए जिम्मेदार लोगों या यहां तक कि जो भी प्रोटोकॉल का पालन किया गया था, उन्हें कभी भी ऐसी वस्तुओं की जांच या हटाने का निर्देश नहीं दिया गया था।"
उन्होंने कहा, "परीक्षा के दौरान इन चीजों को हटाने का उल्लेख नहीं किया गया था। हम सभी धर्मों, उनकी आस्था और उनके कार्यों का सम्मान करते हैं। हम इसे स्वीकार नहीं कर सकते और हम कार्रवाई करने जा रहे हैं।
दरअसल, CET की परीक्षा देने पहुंचे तीन छात्रों को इसीलिए रोक लिया गया क्योंकि उन्होंने जनेऊ और हाथों में रक्षा सूत्र (कलावा) पहना हुआ था। गेट पर मौजूद गार्ड ने 2 लड़कों ने जनेऊ और रक्षा सूत्र (कलावा) खुलवा दिया, जबकि एक छात्र जनेऊ न खोलने पर अड़ गया। जिसके चलते उस 15 मिनट तक गेट पर ही रोक लिया गया। इसके बाद उसके हाथों में बंधे रक्षा सूत्र को उतरवा लिया गया, लेकिन जनेऊ के साथ उसे परीक्षा देने को दी गई।
15 मिनट तक गेट के बाहर बैठाया गया
पीड़ित छात्र अभिज्ञान के मामा ने कहा, 'मेरा भांजा CET के लिए आदि चुनचुनगिरी पीयू कॉलेज गया था। वहां गार्ड ने टी शर्ट के अंदर पहने जनेऊ और हाथों में पहने कलावा को उतारने को कहा। भांजे ने ऐसा करने से साफ मना कर दिया। भांजे ने कहा कि वो भले ही परीक्षा न दे लेकिन जनेऊ नहीं उतारेगा। इसके बाद 15 मिनट तक उसे बाहर बैठाया गया।' पीड़ित छात्र के मामा ने बताया कि बाद में उसे जनेऊ के साथ परीक्षा देने की अनुमति दी गई लेकिन उसके हाथों से कलावा निकालकर उसे डस्टबिन में डाल दिया गया।
इस घटना की जानकारी मिलने के बाद लोगों में आक्रोश फैल गया। संस्थान के गेट पर ब्राह्मण संगठन के लोग पहुंच गए और गार्ड से सवाल जवाब करने लगे। सूचना मिलते ही पुलिस भी वहां पहुंच गई और विरोध प्रदर्शन कर रहे लोगों को किसी तरह समझा बुझाकर वहां से भेज दिया गया।
बस स्टॉप पर छात्रा को सीने में मारी गोली, कनाडा में दिल दहला देने वाली वारदात
19 Apr, 2025 12:29 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
कनाडा में एक भारतीय छात्रा की गोली मारकर हत्या कर दी गई। छात्रा की उम्र 21 साल थी। वो घर से निकली और बस स्टॉप पर बस का इंतजार कर रही थी। इसी दौरान छात्रा के सामने से एक कार गुजरी, जिसमें बैठे शख्स ने उस पर गोली चला दी। मृतक छात्रा का नाम हरसिमरत रंधावा है, जो कनाडा के ओंटारियों में स्थित मेहॉक कॉलेज में पढ़ाई कर रही थीं। हैमिल्टन पुलिस इस हत्या की जांच कर रही है।
क्या है हत्या की वजह?
हरसिमरत रंधावा की हत्या की जानकारी साझा करते हुए टोरंटो स्थित भारतीय महावाणिज्य दूतावास ने बताया कि हैमिल्टन के ओंटारियो में भारतीय छात्रा हरसिमरत रंधावा की मौत से हमें काफी दुख हुआ है। स्थानीय पुलिस का कहना है कि हरसिमरत निर्दोष थीं, वो एक गैंगवॉर का शिकार हो गईं।
ऐसे लगी गोली
स्थानीय पुलिस के अनुसार हरसिमरत जिस बस स्टेशन पर खड़ी बस का इंतराजर कर रही थीं, वहां अचानक दो गुटों में गोलीबारी शुरू हो गई। दो गाड़ियां एक-दूसरे पर गोली चलाने की कोशिश कर रही थीं और गलती से यह गोली हरसिमरत को जा लगी।
भारतीय दूतावास ने दी जानकारी
हरसिमरत रंधावा अंजाने में इस घटना का शिकार हुईं और उनकी मौत हो गई। मामले की जांच जारी है। टोरंटो स्थित भारतीय दूतावास ने सोशल मीडिया पर पोस्ट करते हुए कहा कि हरसिमरत के परिवार के साथ संपर्क में बना हुआ है। उनकी सभी जरूरतों का ध्यान रखा जा रहा है। इस मुश्किल समय में हम उनके परिवार के साथ हैं।
कब हुई वारदात?
हैमिल्टन पुलिस ने घटना की जानकारी देते हुए कहा कि शाम को तकरीबन 7:30 बजे हमें इस हत्याकांड की सूचना मिली। पुलिस मौके पर पहुंची तो देखा हरसिमरत रंधावा बेसुध हालत में थीं और गोली उनके सीने में लगी थी। उन्हें फौरन अस्पताल ले जाया गया, जहां उन्होंने दम तोड़ दिया।
जांच कर रही पुलिस
पुलिस ने आसपास के सीसीटीवी फुटेज चेक की, जिसमें पता चला कि काली कार में बैठे किसी शख्स ने हरसमिरत पर गोली चलाई और मौके से फरार हो गया। इस घटना में किसी और के हताहत होने की खबर नहीं है। पुलिस मामले की जांच कर रही है।
जनरल पांडे का आत्मनिर्भरता पर ज़ोर, बोले– रक्षा क्षेत्र को चाहिए तेज़ रफ्तार
19 Apr, 2025 12:18 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
पूर्व सेना प्रमुख जनरल मनोज पांडे ने कहा है कि आधुनिकीकरण के लिए तेज गति से काम करने की जरूरत होती है, जबकि स्वदेशीकरण में समय लगेगा। अत: इस विरोधाभास के बीच संतुलन बैठाना अहम है। जनरल पांडे ने इस बात पर भी जोर दिया कि रक्षा के क्षेत्र में आत्मनिर्भरता के लक्ष्य को हासिल करने के लिए अब धीरे-धीरे कदम उठाने के बजाय छलांग लगाने का समय आ गया है।
अग्निपथ योजना के रूप में एक महत्वपूर्ण सुधार
मानेकशॉ सेंटर में आयोजित ''द वीक डिफेंस कान्क्लेव'' में अपने विशेष संबोधन में उन्होंने यह भी कहा कि सेनाओं में अग्निपथ योजना के रूप में एक महत्वपूर्ण सुधार लागू किया गया है। इसे बनाने, नियोजन और क्रियान्वयन में व्यापक अंतर-मंत्रालयी और अंतर-विभागीय परामर्श तथा अत्यंत जटिल प्रकृति के समन्वय की आवश्यकता थी।
आगे बोले कि मेरा मानना है कि इस योजना को और अधिक सुदृढ़ और परिष्कृत बनाने के लिए यह प्रक्रिया जारी रहनी चाहिए। उन्होंने इस क्षेत्र में किए जा रहे सुधारों और परिवर्तन के बीच मुख्य अंतर को भी स्पष्ट किया। मौजूदा और भविष्य के सुधारों को गति देने के लिए सरकार ने 2025 को रक्षा मंत्रालय में 'सुधारों का वर्ष' घोषित किया है। इसका उद्देश्य सशस्त्र बलों को एकीकृत संचालन में सक्षम तकनीकी रूप से उन्नत सेना में बदलना है।
जनरल पांडे ने आधुनिकीकरण को लेकर कही ये बात
अपने संबोधन में जनरल पांडे ने आधुनिकीकरण की दिशा में काम करते हुए रक्षा क्षेत्र में आत्मनिर्भरता हासिल करने के पहलू पर भी प्रकाश डाला।
जनरल पांडे ने 29वें सेना प्रमुख के रूप में सेवाएं दी हैं
उन्होंने कहा कि आधुनिकीकरण के लिए गति की आवश्यकता होती है और यह समय की मांग है, लेकिन स्वदेशीकरण में समय लगेगा। मेरी राय में इस विरोधाभास में संतुलन बैठाना महत्वपूर्ण है। जनरल पांडे ने 29वें सेना प्रमुख के रूप में सेवाएं दी हैं। वह जून 2024 में सेवानिवृत्त हुए थे।
मुंबई हमले पर तहव्वुर राणा का दावा – 'मैं नहीं, हेडली है मास्टरमाइंड'
19 Apr, 2025 11:14 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
मुंबई हमले के मास्टरमाइंड तहव्वुर राणा ने एनआईए की कस्टडी में बड़ा खुलासा किया है. सूत्रों का कहना है कि तहव्वुर राणा 26/11 के हमले में खुद की भूमिका से इनकार कर रहा है. उसने हेडली को हमले का मास्टरमाइंड बताया है. उसने जांच एजेंसी से कहा है कि हमले में उसकी कोई भूमिका नहीं है. हेडली जिम्मेदार है.
सूत्रों ने ये भी बताया कि तहव्वुर राणा को अपने परिवार की चिंता सता रही है. वो परिवार से बातचीत करना चाहता है. उसनेभाई से बात करने के बारे में जांच एजेंसी से प्रक्रिया पूछ रहा है.NIA की हिरासत में राणा पूछताछ में सहयोग नहीं कर रहा है. वो नॉनवेज खाना चाहता है लेकिन उसे नियमों के आधार पर ही खाना दिया जा रहा है.
26/11 हमले के सबूत दिखाकर राणा से हो रही पूछताछ
तहव्वुर राणा का स्वास्थ्य फिलहाल ठीक है. उसका समय पर मेडिकल हो रहा है. जांच एजेंसी तहव्वुर राणा को 26/11 हमले में मिले सबूतों को दिखाकर पूछताछ रही है. सूत्रों का ये भी कहना है कि तहव्वुर राणा, जिसे सेंट्रलाइज्ड एसी बिल्डिंग में रखा गया है, वो दिल्ली की गर्मी से परेशान है.
अपने भाई से बात करना चाहता है राणा
राणा का कहना है कि यहां बहुत ज्यादा गर्मी है. वो कनाडा में रहने वाले अपने छोटे भाई से बात करना चाहता है. राणा पूछताछ के दौरान अधिकारियों से भारत की न्यायिक प्रक्रिया के बारे में जानकारी जुटाने की कोशिशें कर रहा है. वो अपने खिलाफ लगे सेक्शन में कानून की धाराओं के बारे में जानकारी इकट्ठा कर रहा है.
विदेश मंत्रालय की ओर से गुरुवार को मुंबई हमले में तहव्वुर राणा और पाकिस्तान के कनेक्शन पर बड़ा बयान आया था. मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने कहा था, पाकिस्तान लाख कोशिशें कर ले लेकिन वैश्विक आतंकवाद के केंद्र के रूप में उसकी पहचान बनी ही रहेगी. तहव्वुर राणा का प्रत्यर्पण पाकिस्तान के लिए एक चेतावनी है कि उसे मुंबई हमलों के अन्य अपराधियों को कटघरे में लाना होगा.
'हॉक' फाइटर जेट्स की गड़गड़ाहट से गूंजेगी राजधानी, सूर्यकिरण टीम तैयार
19 Apr, 2025 11:02 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
झारखंड की राजधानी रांची में 19 और 20 अप्रैल को भारतीय वायु सेना का दो-दिवसीय वर्ल्ड क्लास एयर शो आयोजित किया जा रहा है. भारतीय वायु सेना की सूर्यकिरण एयरोबेटिक टीम की तरफ से पहली बार ये एयर शो होने जा रही है. इस इवेंट को देखते हुए नामकुम में 200 मीटर का नो-फ्लाइंग जोन घोषित किया गया है और कड़ी सुरक्षा के इंतजाम किए गए हैं.
इस शो में एक साथ रांची के आसमान में इंडियन एयर फोर्स के सूर्य किरण टीम के 9 “हॉक” फाइटर विमान हैरतअंगेज कर्तव्य दिखाएंगे और भारतीय वायु सेना के अदम्य साहस से परिचय राजधानी रांची समेत पूरे झारखंड के लोगों को कराएंगे.
कैसी रहने वाली है इस शो की टाइमिंग?
इस शो को लेकर लोगों में गजब का एक्साइटमेंट है, ऐसा इसलिए क्योंकि रांची में ये पहली बार होने जा रहा है. झारखंड की राजधानी रांची में होने वाला दो दिवसीय एयर शो की टाइमिंग सुबह 9:30 से 10:30 रहेगी. अगर आप भी इस शो में शामिल होने जा रहे हैं तो समय से पहले पहुंच जाइयेगा, क्योंकि यहां आपको 9 बजे तक ही अंदर जाने दिया जाएगा. अगर आप लेट होते हैं तो आपको बाहर से शो को देखना पड़ेगा.
नो फ्लाइंग जोन घोषित
वायु सेवा के होने वाले दो दिवसीय एयर शो को लेकर खास तैयारी की गई हैं. रांची जिला प्रशासन ने एहतियातन नामकुम खोजा टोली आर्मी ग्राउंड के 200 मीटर के क्षेत्र को नो फ्लाइंग जोन घोषित कर दिया है, 17.4.2025 (17 अप्रैल) की सुबह 6:00 से 20 4.25 (20 अप्रैल) की रात 11:00 तक के लिए ये क्षेत्र नो फ्लाइंग जोन घोषित किया है. इस दौरान संबंधित क्षेत्र में ड्रोन, पैराग्लाइडिंग ,हॉट एयर बैलून सहित अन्य गतिविधियों पर पूरी तरीके से रोक रहेगी. कार्यक्रम स्थल पर तीन लेयर की सुरक्षा व्यवस्था रहेगी.
ट्रैफिक का हाल भी जान लीजिए
शो को लेकर ट्रैफिक में भी बड़ा बदलाव किया गया है, कार्यक्रम स्थल जाने वाले मार्ग पर बड़े वाहन और बिना पास धारी वाहनों के प्रवेश पर प्रतिबंध रहेगा. इसके साथ ही प्रशासन के द्वारा कार्यक्रम स्थल पर किसी भी प्रकार के खाद्य पदार्थ लेकर जाने की मनाही है, ऐसा इसलिए क्योंकि खाद्य पदार्थ से पक्षी आकर्षित होते हैं जो एयर शो में खलल डाल सकते हैं. यही कारण है कि खाने पीने के सामान पर रोक लगाई गई है. इस कार्यक्रम का मकसद युवाओं को सेना के शौर्य और पराक्रम से रूबरू कराना है.
भारत ने पाक को दिखाया आईना, कहा – 'कश्मीर तुम्हारी नस नहीं, हमारी धड़कन है'
19 Apr, 2025 10:15 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
पाकिस्तान अपनी हरकतों से बाज नहीं आता है, वो समय-समय पर भारत और कश्मीर को लेकर बयानबाजी करता रहता है. बीते दिनों पाकिस्तान के सेना प्रमुख जनरल असीम मुनीर ने एक बार फिर कश्मीर को लेकर एक बयान दिया और एक बार फिर अपनी बेइज्जती करा ली. मुनीर ने कश्मीर को अपने गले की नस था और रहेगा. इस पर भारत की तरफ से भी पलटवार किया गया है. भारत ने सीधे जवाब में कहा, “कोई भी विदेशी चीज कैसे जुगुलर वेन यानी गले की नश हो सकती है?
जनरल मुनीर के बयान के बाद भारत ने भी पलटवार किया और पाकिस्तान को अपनी हद में रहने की बात कही है. विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने कहा कि कोई विदेशी चीज गले की नस में कैसे फंस सकती है? यह भारत का एक केंद्र शासित प्रदेश है. इसका पाकिस्तान के साथ एकमात्र संबंध उस देश की तरफ अवैध रूप से कब्जाए गए क्षेत्रों को खाली करना है. जायसवाल के बयान से साफ है कि भारत PoK को लेकर किसी भी हालत में छोड़ने वाला नहीं
भारत ने मुनीर के बयान पर पलटवार में साफ कर दिया कि PoK भारत का हिस्सा है और जिस हिस्से पर पाकिस्तान कब्जा किए हुए है, उसे खाली करना पड़ेगा. यही अच्छा रहेगा.
क्या बोले थे जनरल असीम मुनीर?
इस्लामाबाद में ओवरसीज पाकिस्तानी कन्वेंशन को संबोधित करते हुए जनरल मुनीर ने कहा था कि हमारा रुख बिल्कुल स्पष्ट है, यह हमारी गले की नस थी, यह हमारी गले की नस रहेगी, हम इसे नहीं भूलेंगे. हम अपने कश्मीरी भाइयों को उनके वीरतापूर्ण संघर्ष में नहीं छोड़ेंगे. उन्होंने कहा कि देश में जो भी थोड़ा-बहुत आतंकवाद हो रहा है और जो लोग प्रोपेगैंडा फैला रहे हैं कि इससे पाकिस्तान में कोई निवेश नहीं आएगा.
पाक सेना प्रमुख जनरल मुनीर ने कार्यक्रम में कहा कि पाकिस्तान और भारत दो अलग-अलग देश हैं. यह अंतर न केवल धर्म बल्कि रीति-रिवाज, संस्कृति बल्कि सोच और महत्वाकांक्षाओं में झलकता भी है. मुनीर ने 1947 के विभाजन के पीछे दो-राष्ट्र सिद्धांत का समर्थन किया. उन्होंने कहा कि पाकिस्तान का निर्माण दो-राष्ट्र के सिद्धांत पर आधारित था और यही विचार आगे भी कायम रहेगा.