देश
कौन हैं ईडी के एडिशनल डायरेक्टर कपिल राज?
22 Mar, 2024 05:00 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
नई दिल्ली । दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की गिरफ्तारी इस वक्त देश में चर्चा का विषय बन गई है। कथित शराब घोटाला मामले से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग केस में केजरीवाल को देर रात उनके आवास से गिरफ्तार किया गया है। केजरीवाल के घर पर एडिशनल डायरेक्टर कपिल राज के नेतृत्व में ईडी की टीम पहुंची थी। आपको बता दें कि झारखंड के तत्कालीन सीएम हेमंत सोरेन की गिरफ्तारी करने के लिए पहुंची टीम में भी कपिल राज का नाम सामने आया था। बता दें कि कपिल राज वर्तमान में प्रवर्तन निदेशालय के रांची जोन के प्रमुख हैं। वह 2009 बैच के आईआरएस अधिकारी हैं। कपिल राज साल 2023 के सितंबर महीने में ईडी के एडिशनल डायरेक्टर बने थे। जानकारी के मुतबिक झारखंड में उनका कार्यकाल दिसंबर 2024 तक है। वह इससे पहले पश्चिम बंगाल में भी पदस्थापित रहे हैं। कपिल राज कई हाई प्रोफाइल मामलों की जांच कर रहे हैं। उनकी निगरानी में ही झारखंड में अवैध खनन घोटाला, जमीन घोटाला और विधायक नकद घोटाला सहित कई हाई-प्रोफाइल मामलों की जांच हो रही है। हाल ही में कपिल राज को मिनिस्ट्री ऑफ फाइनेंस डिपार्टमेंट ऑफ रेवेन्यू ईडी सेक्शन द्वारा 1 साल का डेप्युटेशन दिया गया था।
कर्नाटक में पुष्पक का सफल परीक्षण
22 Mar, 2024 04:00 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
बेंगलुरू । इसरो ने शुक्रवार को एक बड़ी सफलता हासिल की है। री-यूजेबल लॉन्च व्हीकल (आरएलवी)के क्षेत्र में इसरो ने एक बड़ी कामयाबी हासिल की है। कर्नाटक के चित्रदुर्ग में स्थित एयरोनॉटिकल टेस्ट रेंज में शुक्रवार 22 मार्च 2024 को 7 बजकर 10 मिनट पर रीयूजेबल लॉन्च व्हीकल पुष्पक का परीक्षण कराया गया है। इस परीक्षण के दौरान पुष्पक ऑटोमैटिक तरीके से रनवे पर लैंड हुआ। इसके इसरो के लिए एक बड़ी कामयाबी माना जा रहा है। इस परीक्षण के जरिए इसरो ने री-यूजेबल लॉन्च व्हीकल की ऑटोनोमस लैंडिक की क्षमता का प्रदर्शन किया। पंखों वाले इस व्हीकल को अधिक कठिन युद्धाभ्यास करने, क्रॉस रें और डाउनरेंज दोनों को सही करने और पूरी तरह से ऑटोनोमस मोड में रनवे पर उतरने के लिए तैयार किया गया है। इसरो ने अपने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर बताया कि पिछले साल आरएलवी-एलईएक्स 01 का मिशन पूरा किया गया था। इसके बाद अब आरएलवी-एलईएक्स 02 का टेस्ट हुआ। इसने हेलीकॉप्टर से निकलने के बाद प्रारंभिक स्थितियों में ही आरएलवी की स्वायत्त लैंडिग की क्षमता का प्रदर्शन किया। पुष्पक नाम पंखों वाले वाहन को भारतीय वायु सेना के चिनूक हेलीकॉप्टर द्वारा उठाया गया और 4.5 किलो मीटर की ऊंचाई से छोड़ा गया। रनवे से 4 किमी की दूररी पर रिलीज होने के बाद पुष्पक स्वायत्त रूप से क्रॉस रेंजे सुधारों के साथ रनवे पर उतरा। पुष्पक रनवे पर अच्छे से उतरा। बता दें कि पुष्पक एक री-यूजेबल लॉन्चिंग विमान है। यह विमान उन हवाई जहाजों जैसा दिखता है जिनके पंख होते हैं। इसका वजन करीब 1.75 टन है। यह विमान अंतरिक्ष तक पहुंच को किफायती बनाने में कारगर हो सकता है। पुष्पक अधिक जटिल परिस्थितियों में रोबोटिक लैंडिंग में मदद कर सकता है।
ईडी ने केजरीवाल को कोर्ट में किया पेश, ईडी 10 दिन की रिमांड मांग सकती है
22 Mar, 2024 02:30 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
नई दिल्ली । ईडी ने शराब नीति केस में दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को 21 मार्च को सी.एम. हाउस से गिरफ्तार कर लिया।ईडी की टीम उन्हें 10वां समन देने आई थी। गिरफ्तारी के बाद केजरीवाल को ईडी अपने दफ्तर ले गई। RML अस्पताल से पहुंची डॉक्टरों की टीम ने उनका मेडिकल किया केजरीवाल की रात ईडी की लॉकअप में कटी। केजरीवाल को आज दोपहर दो बजे PMLA कोर्ट लाया गया। ईडी कोर्ट से केजरीवाल का 10 दिन की रिमांड मांग सकती है। दिल्ली की मंत्री आतिशी ने कहा कि केजरीवाल दिल्ली के सी.एम.बने रहेंगे। जेल से सरकार चलाएंगे। इससे पहले केजरीवाल अपनी गिरफ्तारी के खिलाफ सुबह सुप्रीम कोर्ट पहुंचे। जस्टिस संजीव खन्ना, जस्टिस बेला एम त्रिवेदी और जस्टिस एमएम सुंदरेश की बेंच के सामने कुछ ही देर बाद केजरीवाल ने सुप्रीम कोर्ट से अर्जी वापस लेने की गुजारिश की।
केजरीवाल के वकील अभिषेक मनु सिंघवी ने कोर्ट से कहा- ट्रायल कोर्ट में रिमांड की कार्यवाही सुप्रीम कोर्ट की सुनवाई के साथ टकरा रही है इसलिए उन्हें याचिका वापस लेने की अनुमति दी जाए। ट्रायल कोर्ट में हम पहले रिमांड प्रोसीडिंग पर लड़ेंगे और फिर एक और याचिका के साथ सुप्रीम कोर्ट आएंगे।केजरीवाल की गिरफ्तारी के विरोध में आप कार्यकर्ताओं ने दिल्ली के ITO में प्रदर्शन किया। दिल्ली सरकार के दो मंत्रियों आतिशी और सौरभ भारद्वाज को पुलिस ने हिरासत में ले लिया है। पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान केजरीवाल के परिवार से मिलने उनके घर पहुंचे हैं। बताया जा रहा है कि राहुल गांधी सी.एम. केजरीवाल के घर उनके परिवार से मिलने जा सकते हैं।
विज्ञापन केस में पतंजलि ने सुप्रीम कोर्ट से माफी मांगी
22 Mar, 2024 11:11 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
कहा- ऐसे ऐड नहीं दिखाएंगे; कोर्ट ने रामदेव-बालकृष्ण को 2 अप्रैल को तलब किया है
नई दिल्ली । सुप्रीम कोर्ट ने चल रहे पतंजलि आयुर्वेद के गुमराह करने वाले दवा विज्ञापन मामले में अब कंपनी ने कोर्ट से अपनी गलती की माफी मांगी है। पतंजलि आयुर्वेद और उसके रूष्ठ आचार्य बालकृष्ण ने गुमराह करने वाले भ्रामक दवा विज्ञापन देने के लिए सुप्रीम कोर्ट से बिना शर्त माफी मांगी है। इस माफीनामे में विज्ञापन को फिर से प्रसारित न करने का भी वादा किया गया है। आचार्य बालकृष्ण का कहना है कि कंपनी के मीडिया विभाग को सुप्रीम कोर्ट के आदेश की जानकारी नहीं थी। उनका कहना है कि इसका उद्देश्य नागरिकों को पतंजलि के प्रोडक्ट का उपभोग करके स्वस्थ जीवन जीने के लिए प्रोत्साहित करना था।
कोर्ट ने 2 अप्रैल को पतंजलि आयुर्वेद के गुमराह करने वाले दवा विज्ञापन मामले में स्वामी रामदेव (पतंजलि के को-फाउंडर) और पतंजलि के रूष्ठ आचार्य बालकृष्ण को कोर्ट में पेश होने को कहा है। कंपनी और आचार्य बालकृष्ण ने नोटिस का जवाब दाखिल नहीं किया, जिसकी वजह से यह आदेश जारी किया गया था। अब उन्हें अगली तारीख पर कोर्ट में पेश होना पड़ सकता है। कोर्ट ने 19 मार्च को हुई सुनवाई में नोटिस जारी कर ये भी पूछा था कि उनके खिलाफ क्यों न अवमानना की कार्यवाही शुरू की जाए। जस्टिस हिमा कोहली और अहसानुद्दीन अमानुल्लाह की बेंच ने इस मामले की सुनवाई कर रहे हैं। इससे पहले 27 फरवरी को इस मामले की सुनवाई हुई थी। 27 फरवरी की सुनवाई में कोर्ट ने पतंजलि आयुर्वेद के गुमराह करने वाले दवा विज्ञापनों पर रोक लगाई थी। इसके अलावा अवमानना कार्यवाही में कारण बताओ नोटिस जारी किया था। दरअसल, कोर्ट ने पिछले साल भ्रामक विज्ञापन जारी नहीं करने का निर्देश दिया था, लेकिन कंपनी ने इसे नजरअंदाज किया।
चीनी दावे पर अमेरिका बोला-अरुणाचल भारत का हिस्सा
22 Mar, 2024 10:11 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
नई दिल्ली। अमेरिका ने अरुणाचल प्रदेश पर चीनी बयानों के खिलाफ भारत का समर्थन किया है। अमेरिकी विदेश विभाग के डिप्टी स्पोक्सपर्सन ने कहा कि अरुणाचल भारत का हिस्सा है और वो वास्तविक नियंत्रण रेखा के पार चीन के किसी भी इलाके पर दावे का विरोध करते हैं।
अमेरिका ने यह बात चीन के अरुणाचल पर दावे वाले बयान के बाद कही है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 9-10 मार्च को अरुणाचल का दौरा किया था। उन्होंने यहां 13 हजार फीट की ऊंचाई पर बनी सेला टनल का इनॉगरेशन किया था। चीन ने 11 मार्च को इसका विरोध करते हुए अरुणाचल को अपना हिस्सा बताया था।
अमेरिका ने कहा- सैन्य घुसपैठ गलत
अमेरिकी विदेश मंत्रालय के डिप्टी स्पोक्सपर्सन वेदांत पटेल ने प्रेस ब्रीफिंग के दौरान कहा- अमेरिका अरुणाचल प्रदेश को भारतीय क्षेत्र के रूप में मान्यता देता है। यहां किसी भी तरह की घुसपैठ गलत है और हम वास्तविक नियंत्रण रेखा के पार सैन्य, नागरिक घुसपैठ या अतिक्रमण से किसी भी क्षेत्र पर होने वाले दावों के एकतरफा प्रयास का विरोध करते हैं।
चीन ने अरुणाचल को नया नाम दिया
चीन अरुणाचल प्रदेश को साउथ तिब्बत कहता है और इसका नाम जांगनान बताता है। 11 मार्च को चीन के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता वांग वेनबिन ने अरुणाचल प्रदेश का नाम जांगनान बताया और कहा- यह चीनी क्षेत्र है। हमारी सरकार ने कभी भी गैर-कानूनी तरीके से बसाए गए अरुणाचल प्रदेश को मान्यता नहीं दी। हम आज भी इसका विरोध करते हैं। यह चीन का हिस्सा है और भारत मनमाने ढंग से यहां कुछ भी नहीं कर सकता है।
सुप्रीम कोर्ट का चुनाव आयुक्तों की नियुक्ति पर रोक से इनकार
22 Mar, 2024 09:11 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
नई दिल्ली । सुप्रीम कोर्ट ने 2 नए चुनाव आयुक्तों की नियुक्ति पर रोक लगाने वाली याचिकाएं खारिज कर दीं। कोर्ट ने कहा कि कारण बाद में बताए जाएंगे। बेंच ने यह भी कहा कि 2023 का फैसला नहीं कहता कि चुनाव आयुक्तों की नियुक्ति के लिए सिलेक्शन पैनल में ज्यूडीशियरी मेंबर होना चाहिए।
कोर्ट ने कहा कि वह चुनाव आयुक्तों की नियुक्ति अधिनियम 2023 पर फिलहाल रोक नहीं लगा सकता, क्योंकि इससे अव्यवस्था फैल जाएगी। नए चुनाव आयुक्तों के खिलाफ भी कोई आरोप नहीं हैं। हालांकि कोर्ट ने कानून को चुनौती देने वाली मुख्य याचिकाओं की जांच करने का आश्वासन दिया है। मामले की सुनवाई जस्टिस संजीव खन्ना और जस्टिस दीपांकर दत्ता ने की। उन्होंने केंद्र से पूछा कि चयन समिति को उम्मीदवारों के नाम पर विचार करने वक्त क्यों नहीं दिया।
कोर्ट ने 2023 अधिनियम की संवैधानिक वैधता को चुनौती देने वाली याचिकाओं पर सरकार से 6 हफ्ते में जवाब मांगा है। मामले की अगली सुनवाई 5 अगस्त को होगी। इससे पहले केंद्र सरकार ने बुधवार 20 मार्च को हलफनामा दायर किया था। सरकार ने कहा था कि ये दलील गलत है कि किसी संवैधानिक संस्था की स्वतंत्रता तभी होगी, जब सिलेक्शन पैनल में कोई ज्यूडिशियल मेंबर जुड़े। इलेक्शन कमीशन एक स्वतंत्र संस्था है। याचिका कांग्रेस कार्यकर्ता जया ठाकुर और एनजीओ एशियन डेमोक्रेटिक रिफॉम्र्स ने दाखिल की थी। सुप्रीम कोर्ट ने 12 जनवरी को सुनवाई करते हुए केंद्र सरकार को नोटिस जारी कर जवाब मांगा था।
2023 का फैसला कानून बनने तक ही लागू था- सुप्रीम कोर्ट
सुनवाई के दौरान कोर्ट ने कहा कि कॉन्स्टिट्यूशनल बेंच के 2023 के फैसले में यह कहीं नहीं कहा गया था कि नए कानून में चुनाव आयुक्तों की नियुक्ति के लिए चयन पैनल में ज्यूडीशियरी से एक सदस्य होना जरूरी है। फैसले में एक चयन पैनल बनाने का प्रस्ताव था, जिसमें प्रधानमंत्री, विपक्ष के नेता और सीजेआई शामिल किया जाए। बेंच ने यह भी कहा कि यह प्रस्ताव केवल संसद के कानून बनाए जाने तक था। फैसले का मकसद संसद को कानून बनाने के लिए प्रेरित करना था क्योंकि वहां खालीपन था। हालांकि इसमें यह नहीं बताया गया था कि किस तरह का कानून बनाया जाना चाहिए।
स्मार्ट सिटी बनने की राह पर श्रीनगर
22 Mar, 2024 08:11 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
श्रीनगर । श्रीनगर को एक स्मार्ट सिटी बनाने के लिए स्मार्ट सिटी परियोजना चल रही है। जिसके तहत अलग-अलग क्षेत्र में विकास कार्य हो रहे हैं। इसी कड़ी में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट के तहत शोर निगरानी प्रणाली स्थापित की गई है। यह ध्वनि प्रदूषण और भीड़भाड़ वाले क्षेत्र में इसके हानिकारक प्रभावों को कम करने के लिए एक महत्वपूर्ण कदम है। यह प्रणाली शहर के विभिन्न स्थानों पर शोर के स्तर की लगातार निगरानी और रिकॉर्ड करने के लिए सुसज्जित रणनीतिक रूप से तैनात सेंसरों की एक श्रृंखला के माध्यम से संचालित होती है। इस वास्तविक समय डेटा कैप्चर करने के लिए डिजाइन किया गया है, जो ध्वनि प्रदूषण के पैटर्न और स्रोतों में अमूल्य अंतर्दृष्टि प्रदान करता है। एकत्रित डेटा शहर के योजनाकारों और नीति निर्माताओं के लिए ध्वनि प्रदूषण को रोकने और कई अन्य परियोजनाओं के लिए सूचित निर्णय लेने के लिए एक मौलिक संसाधन के रूप में कार्य करता है। यह शहरी वातावरण में अत्यधिक ध्वनि प्रदूषण के प्रतिकूल प्रभावों को संबोधित करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।
ईडी ने सीएम केजरीवाल को किया गिरफ्तार, आप नेताओं का विरोध प्रदर्शन
21 Mar, 2024 09:27 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
नई दिल्ली । दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को दो घंटे की पूछताछ के बाद उनके आवास से गिरफ्तार कर लिया गया है।
दिल्ली विधानसभा अध्यक्ष बोले- जेल से चलेगी सरकार
दिल्ली विधानसभा अध्यक्ष रामनिवास गोयल ने कहा कि अगर सीएम केजरीवाल की गिरफ्तारी होती है तो जेल से सरकार चलाई जाएगी। सीएम अपना इस्तीफा नहीं देंगे। सीएम आवास के बाहर आप के कई समर्थक प्रदर्शन करते हुए
सीएम केजरीवाल के घर के आसपास धारा 144 लागू और फोन जब्त
ईडी की जांच के दौरान मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के घर के बाहर नेता, मंत्री और कार्यकर्ता भारी संख्या में पहुंच रहे हैं। जिसके बाद पुलिस ने सीएम केजरीवाल के घर के बाहर धारा 144 लागू कर दी है। वहीं सीएम केजरीवाल का फोन भी जब्त कर लिया है।
दिल्ली मेयर शैली ओबेरॉय ने कहा कि ये कार्रवाई निंदनीय है
दिल्ली की मेयर शैली ओबेरॉय भी सीएम आवास के बाहर पहुंची हैं। जहां पहले से भारी संख्या में आप कार्यकर्ता मौजूद हैं। मेयर शैली ने कहा कि मामला कोर्ट में चल रहा है, अगली तारीख 22 अप्रैल तय की गई है। छापेमारी करने, गिरफ्तार करने, तलाशी लेने की इतनी जल्दी क्या थी। जिस तरह से यहां पुलिस तैनात की गई है। यह निंदनीय है।हमारा अरविंद केजरीवाल से कोई संपर्क नहीं है। आगे के इरादे जल्द ही स्पष्ट हो जाएंगे।
दिल्ली विधानसभा अध्यक्ष का दावा, गिरफ्तार हो सकते हैं केजरीवाल
दिल्ली विधानसभा अध्यक्ष रामनिवास गोयल भी सीएम आवास पर पहुंचे हैं। जहां उन्होंने कहा कि सभी जानते हैं कि मनीष सिसौदिया को गिरफ्तार किया गया था, लेकिन कुछ पता नहीं चला। अब तक 600 से अधिक लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है। वे चुनाव से पहले अरविंद केजरीवाल की आवाज को दबाना चाहते हैं। इसलिए वे उन्हें गिरफ्तार करना चाहते हैं।
आप नेता आतिशी बोली- पूरी दिल्ली से उनके समर्थक यहां आएंगे
दिल्ली की मंत्री और आप नेता आतिशी ने कहा कि अरविंद केजरीवाल एक व्यक्ति नहीं, एक विचार हैं। हम अंदर नहीं जा सकते क्योंकि भारी सुरक्षा तैनात है। हम यहीं इंतजार करेंगे। अगर एक लोकप्रिय सीएम को इस तरह से गिरफ्तार किया जाता है, तो उनके समर्थक पूरी दिल्ली से यहां आएगी।
हाईकोर्ट ने आज ईडी को नोटिस जारी कर पूछा कि समन रद्द क्यों नहीं किए जा रहे हैं और अरविंद केजरीवाल को अंतरिम राहत क्यों नहीं दी जाएगी। कोर्ट के फैसले का इंतजार किए बिना ईडी अरविंद केजरीवाल को गिरफ्तार करने पहुंचे हैं। अगर यह एक तलाशी अभियान है, तो वे पुलिस कर्मियों से भरी चार बसें क्यों लाए हैं? आरएएफ कर्मियों से भरी दो बसें लाने की क्या जरूरत थी? पूरे इलाके की बैरिकेडिंग करने की क्या जरूरत थी? यह अरविंद केजरीवाल को गिरफ्तार करने की साजिश है।
आप का विरोध प्रदर्शन
आम आदमी पार्टी के कार्यकर्ताओं ने दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के आवास के बाहर विरोध प्रदर्शन किया। प्रवर्तन निदेशालय की टीम पूछताछ के लिए अरविंद केजरीवाल के आवास पर मौजूद है।
गिरफ्तार होंगे केजरीवाल?: CM के घर ईडी की टीम, AAP मंत्री सौरव भारद्वाज के बयान दे रहे ये संकेत
21 Mar, 2024 09:00 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
नई दिल्ली । दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के घर गुरुवार देर शाम प्रवर्तन निदेशालय की टीम कथित शराब घोटाले के मामले में 10वां समन देने पहुंची। इसके बाद खबर आई कि उनसे पूछताछ हो सकती है फिर पता चला की सीएम के घर की तलाशी ली जा रही है। इन सबके बीच आम आदमी पार्टी की लीगल टीम सुप्रीम कोर्ट पहुंची और तत्काल सुनवाई की मांग की। इधर दूसरी तरफ आप के मंत्री सौरव भारद्वाज केजरीवाल से मिलने पहुंचे तो सुरक्षा टीम ने उन्हें अंदर नहीं जाने दिया। उन्होंने मीडिया से बातचीत करते हुए बताया कि मुझे अंदर नहीं जाने दिया गया। केजरीवाल जी का फोन नहीं लग रहा है। मुझे लगता है उनका फोन ले लिया गया है। उनसे संपर्क नहीं हो पा रहा है। ईडी की टीम झूठ बोलकर आई कि उन्हें समन देना है लेकिन अब ऐसा नहीं हो रहा है। साथ ही उन्होंने कहा कि ये केजरीवाल को गिरफ्तार करने की तैयारी है।ये भारतीय जनता पार्टी का अत्याचार है। केंद्र सरकार हमारी छोटी सी पार्टी को खत्म करने देना चाहती है।
दिन में हाईकोर्ट से मिला था केजरीवाल को झटका
उच्च न्यायालय ने गुरुवार को कथित शराब नीति मामले से संबंधित मनी लॉन्ड्रिंग मामले में मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को झटका देते हुए इस चरण में दंडात्मक कार्रवाई से अंतरिम सुरक्षा देने का आदेश पारित करने से इनकार कर दिया।
न्यायमूर्ति सुरेश कुमार कैत और न्यायमूर्ति मनोज जैन की खंडपीठ ने कहा हमने दोनों पक्षों को सुना है हालांकि इस स्तर पर हम किसी भी आदेश को पारित करने के लिए इच्छुक नहीं हैं। हालांकि पीठ ने प्रवर्तन निदेशालय को अंतरिम राहत की मांग करने वाले केजरीवाल के आवेदन पर जवाब दाखिल करने की स्वतंत्रता दी जो मनी लॉन्ड्रिंग मामले में केंद्रीय जांच एजेंसी द्वारा उन्हें जारी किए गए समन को चुनौती देने वाली उनकी याचिका का हिस्सा है। अदालत ने कल समन को चुनौती देने वाली केजरीवाल की याचिका की विचारणीयता पर ईडी से जवाब मांगा था और मामले को 22 अप्रैल को सुनवाई के लिए सूचीबद्ध किया था। केजरीवाल की ओर से पेश वरिष्ठ वकील अभिषेक मनु सिंघवी ने आज सुनवाई के दौरान दलील दी कि चुनाव नजदीक होने के कारण ईडी इस चरण में गैर-स्तरीय खेल का प्रयास कर रहा है और समन में यह नहीं बताया गया है कि केजरीवाल को किस क्षमता से शारीरिक रूप से उपस्थित होने के लिए बुलाया गया है। एकमात्र वस्तु है मेरे पार्लर में आओ, कॉफी मत लो मैं तुम्हें गिरफ्तार कर लूंगा। सिंघवी ने आगे कहा कि ईडी को गिरफ्तारी की आवश्यकता को प्रदर्शित करना चाहिए क्योंकि यह कहना कोई शर्त नहीं है कि केवल इसलिए कि जांच एजेंसी के पास शक्ति है, वह कभी भी इसका इस्तेमाल कर सकती है। उन्होंने कहा कि ईडी की कार्रवाई चुनाव के कारण है और इसे अस्पष्ट, तुच्छ और प्रेरित बताया। दूसरी ओर ईडी की और से पेश एएसजी एसवी राजू ने अंतरिम राहत देने का विरोध किया और तर्क दिया कि केजरीवाल कानून से परे नहीं जा सकते। उन्होंने कहा कि कानून हर व्यक्ति के लिए समान होना चाहिए, चाहे वह मुख्यमंत्री हो या आम आदमी। अदालत के सवाल पर राजू ने जवाब दिया कि केजरीवाल को मुख्यमंत्री या आम आदमी पार्टी प्रमुख के तौर पर नहीं, बल्कि निजी हैसियत से पेश होने के लिए कहा गया है। उन्होंने आगे कहा कि यह दिखाने के लिए सामग्री थी कि पूछताछ के लिए उन्हें बुलाने की आवश्यकता है। एएसजी एसवी राजू ने कहा कि केजरीवाल के आवेदन पर सुनवाई नहीं की जा सकती क्योंकि उनकी मुख्य याचिका की विचारणीयता ही सवालों के घेरे में है। उन्होंने कहा कि आवेदन शरारतपूर्ण तरीके से पेश किया गया है। राजू ने आगे कहा कि आवेदन पर निर्णय करना मुख्य याचिका में सुनवाई की तारीख को आगे बढ़ाने के समान होगा, खासकर जहां स्थिरता का मुद्दा है। हमने कब कहा कि हम गिरफ़्तारी का आह्वान कर रहे हैं? हम पूछताछ के लिए बुला रहे हैं, हम गिरफ्तार कर सकते हैं हम गिरफ्तार नहीं भी कर सकते। उन्होंने कहा कि यह केजरीवाल की कल्पना की उपज है कि आम आदमी पार्टी को मामले में आरोपी बनाया जा रहा है। “न तो आम आदमी पार्टी और न ही केजरीवाल को आरोपी के रूप में नामित किया गया है। यदि उन्हें आरोपी के रूप में नामित नहीं किया गया है, तो कथित एफआईआर या मामले को रद्द करने का कोई सवाल ही नहीं है।
सीरियल नंबर के साथ चुनावी बॉन्ड की सभी जानकारियां चुनाव आयोग को सौंपी, एसबीआई का हलफनामा
21 Mar, 2024 05:22 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
नई दिल्ली । चुनावी बॉन्ड से जुड़ी सभी जानकारी भारतीय स्टेट बैंक ने चुनाव आयोग को सौंप दी है। गौरतलब है कि सुप्रीम कोर्ट ने एसबीआई को फटकार लगाते हुए जानकारी देने को कहा था। जिसके बाद एसबीआई ने सीरियल नंबर के साथ चुनावी बॉन्ड के सभी विवरण को चुनाव आयोग को सौंपा है, जो दानकर्ताओं और बॉन्ड को भुनाने वाली पार्टियां के साथ मिलान करने में मदद करेगा। उम्मीद है कि जल्द चुनाव आयोग अपनी आधिकारिक वेबसाइट पर इसकी जानकारी सार्वजनिक करेगा। भारतीय स्टेट बैंक ने सुप्रीम कोर्ट में एक हलफनामा भी दाखिल किया है। अदालत में दिए गए हलफनामे में बताया कि उसने चुनावी बॉन्ड के मूल्य और विशिष्ट संख्या दर्शाने वाली जानकारी का खुलासा किया है। हालांकि सुरक्षा कारणों के चलते दानकर्ताओं के केवाईसी विवरण को सार्वजनिक नहीं किया गया है। साथ ही, कहा कि संपूर्ण बैंक एसी नंबर, राजनीतिक पार्टियों के केवाईसी विवरण साइबर सुरक्षा कारणों से सार्वजनिक नहीं किए गए है।
सुप्रीम कोर्ट ने सुनवाई के दौरान क्या कहा था
सुप्रीम कोर्ट ने भारतीय स्टेट बैंक (एसबीआई) को फटकार लगाते हुए कहा था कि वह चुनावी बॉन्ड के चुनिंदा आंकड़ों के बदले सारा डाटा 21 मार्च तक चुनाव आयोग को सौंपे। कोर्ट ने कहा, 15 फरवरी के आदेश के तहत चुनावी बॉन्ड जारीकर्ता बैंक को अल्फा न्यूमेरिक नंबरों सहित पूरे विवरण का खुलासा करना होगा। आदेश में बॉन्ड से जुड़ा सारा डाटा सार्वजनिक करने के निर्देश थे। बैंक को इस बारे में और आदेश का इंतजार नहीं करना चाहिए।
सुप्रीम कोर्ट ने दिए थे निर्देश
दरअसल, भारतीय स्टेट बैंक ने 2018 में योजना की शुरुआत के बाद से 30 किस्तों में 16,518 करोड़ रुपये के चुनावी बॉन्ड जारी किए हैं। इससे पहले सुप्रीम कोर्ट ने एसबीआई को 12 अप्रैल 2019 से खरीदे गए चुनावी बॉन्ड की जानकारी निर्वाचन आयोग को सौंपने का निर्देश दिया था। एसबीआई चुनावी बॉन्ड जारी करने के लिए अधिकृत वित्तीय संस्थान है।
दिल्ली एनसीआर में बढ़ेगी गर्मी का कहर, बीते रोज रहा सबसे गर्म दिन
21 Mar, 2024 05:00 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
नई दिल्ली। मार्च के शुरुआत में भले ही ठंडक रही हो, लेकिन अंतिम बचे दिनों में धीरे-धीरे गर्मी बढ़ेगी। इस दौरान कभी आंशिक तौर पर बादल देखने को मिलेंगे तो कभी चमकदार धूप खिलेगी। अगले चार से पांच दिनों में न्यूनतम तापमान 16 डिग्री और अधिकतम तापमान 35 डिग्री तक रह सकता है। बुधवार को इस सीजन का सबसे गर्म दिन रहा। राजधानी का अधिकतम तापमान बढ़कर 33.6 डिग्री हो गया। यह सामान्य से दो डिग्री अधिक रहा। वहीं न्यूनतम तापमान 13.7 डिग्री रहा। यह सामान्य से तीन डिग्री कम है। पीतमपुरा सबसे अधिक गर्म रहा। यहां का अधिकतम तापमान 34.6 डिग्री रहा। हवा में नमी का स्तर 26 से 89 प्रतिशत तक रहा। पूर्वानुमान के अनुसार गुरुवार को आंशिक तौर पर बादल छाए रहेंगे। इसकी वजह से अधिकतम तापमान में एक से डेढ़ डिग्री की कमी आ सकती है। यह कम होकर 32 डिग्री पर सिमट जाएगा। वहीं न्यूनतम तापमान बढ़कर 15 डिग्री तक पहुंच सकता है। 22 मार्च को आसमान साफ रहेगा। अधिकतम तापमान 34 और न्यूनतम तापमान 15 डिग्री तक रहेगा। 23 और 24 मार्च को आंशिक तौर पर बादल छाए रहेंगे। अधिकतम तापमान 34 से 35 डिग्री और न्यूनतम तापमान 15 डिग्री तक रह सकता है। वहीं 25 को एक बार फिर आसमान साफ रहेगा। अधिकतम तापमान 34 और न्यूनतम तापमान 16 डिग्री तक रह सकता है। 26 मार्च को आंशिक तौर पर बादल छा सकते हैं। अधिकतम तापमान 34 और न्यूनतम तापमान 16 डिग्री तक रह सकता है।
पीएम मोदी ने अलग अंदाज में दिया आलोचनाओं का जबाव
21 Mar, 2024 04:15 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के लिए पूरी दुनिया दीवानी है। इसकी कुछ तो वजह होगी। भले ही सटीक वजह पता न चले,लेकिन इतना तो तय है कि उनका अंदाज निराला है और वे एक अलग अंदाज में आलोचनाओं का भी जबाव देते हैं। हाल ही में पीएम नरेंद्र मोदी विपक्षी नेताओं के इन आलोचनाओं और टिप्पणियों का जवाब हमेशा कुछ अलग तरीके से ही देते हैं। बुधवार को पीएम मोदी ने एक इंटरव्यू में विपक्षी को आड़े हाथों लिया।
पीएम मोदी ने कहा, आज विपक्ष ने मोदी को 104वां गाली दी। मुझे औरंगजेब से नवाजा। बता दें कि शिवसेना (यूबीटी) नेता और राज्यसभा सांसद संजय राउत ने कहा था कि औरंगजेब का जन्म पीएम मोदी के गांव के पास हुआ है। इसलिए दोनों की सोच एक जैसी है। संजय राउत के इस बयान पर बीजेपी नेताओं ने कड़ी आपत्ति जताई है। पीएम मोदी ने कार्यक्रम में कहा, चुनाव का मौसम है। सरगर्मियां हैं। डिबेट का माहौल बना हुआ है। सब पॉजिटिव नेगेटिव बातों के बीच दुनिया का सबसे बड़ा इलेक्शन जारी है।प्रधानमंत्री ने आगे कहा कि सरकार अपने दस साल के कामकाज का रिपोर्ट कार्ड रख रही है। हम अगले 25 साल का रोडमैप बना रहे हैं और अपने तीसरे टर्म के पहले 100 दिन का प्लान भी बना रहे हैं। वहीं, दूसरी तरफ हमारे जो विरोधी हैं। वो भी नएक कीर्तिमान बना रहे हैं। आज ही उन्होंने मोदी को 10वीं गाली दी है। औरंगजेब कहकर नवाजा है। संजय राउत के इस बयान की आलोचना करते हुए भाजपा नेता सुधांशु त्रिवेदी ने कहा कि उद्धव की शिवसेना उन लोगों के साथ खड़ी हो गयी जिन्होंने औरंगजेब का यशोगान किया है।
महाराष्ट्र में भूकंप के जोरदार झटके, सहमे लोग
21 Mar, 2024 04:00 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
डॉ.गायत्री ✍🏻.....
मुंबई। गुरुवार सुबह-सुबह महाराष्ट्र में भूकंप जोरदार झटके महसूस किए गए। ये झटके करीब 10 सेकंड तक रहे। लोग डर के मारे सहम गए। वहीं इससे पहले अरुणाचल प्रदेश में गुरुवार तड़के एक के बाद एक भूकंप के झटके महसूस किए गए। फिलहाल अभी दोनों ही जगहों से किसी भी जान माल के नुकसान की खबर नहीं है।महाराष्ट्र के नांदेड़ इलाके में गुरुवार सुबह करीब 6 बजकर 8 मिनट पर करीब 10 सेकेंड तक धरती डोलती रही। घरों में पंखे और सामान गिरता देख लोग सहम गए। नेशनल सेंटर फॉर सिस्मोलॉजी के अनुसार इस भूकंप की तीव्रता रिक्टर स्केल पैमाने पर 4.2 मापी गई। भूकंप का केंद्र बिंदु अखाड़ा बालापुर का इलाका था। नांदेड़ के अलावा परभणी और हिंगौली में भी भूकंप के झटके महसूस किए गए। फिलहाल अभी किसी भी जान माल का नुकसान होने की कोई खबर नहीं है।
वहीं नेशनल सेंटर फॉर सिस्मोलॉजी ने बताया कि महाराष्ट्र से पहले अरुणाचल प्रदेश में भी गुरुवार को रुक-रुक कर भूकंप के झटके लगे। पहला झटका सुबह तड़के 1 बजकर 49 मिनट महसूस किया गया, जिसकी तीव्रता 3.7 थी। इसका केंद्र कामेंग था, जिसकी गहराई करीब 10 किलोमीटर थी। वहीं, दूसरा झटका 3 बजकर 40 मिनट पर आया जिसका केंद्र अरुणाचल प्रदेश का पूर्व कमेंग था और इसकी तीव्रता 3.4 मापी गई। इस भूकंप की गहराई धरती के अंदर 5 किलोमीटर बताई जा रही है। भूकंप की जानकारी नेशनल सेंटर फॉर सिस्मोलॉजी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर दी। खबर लिखे जाने तक दोनों भूकंप में अभी तक किसी तरह के जानमाल के नुकसान की कोई खबर नहीं है।
'व्हाट्सएप पर ‘विकसित भारत’ संदेश को साझा करना तुरंत बंद करें', निर्वाचन आयोग का सरकार को निर्देश
21 Mar, 2024 02:43 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
नई दिल्ली । निर्वाचन आयोग ने गुरुवार को केंद्र सरकार को निर्देश दिया कि वह 'विकसित भारत संपर्क' के तहत व्हाट्सएप संदेश भेजना तुरंत बंद करे। दरअसल, बीते दिन बड़ी संख्या में लोगों को 'विकसित भारत संपर्क' के तहत व्हाट्सएप संदेश भेजे गए थे। इसका मकसद सरकार की योजनाओं की जानकारी लोगों तक पहुंचाना है। मामले की शिकायत मिलने के बाद चुनाव आयोग ने इलेक्ट्रॉनिक्स एवं सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय को इस संबंध में निर्देश जारी किए।
इसलिए लिया फैसला
चुनाव आयोग ने कहा कि यह कदम चुनाव में समान अवसर सुनिश्चित करने के लिए उठाया गया है। यह आयोग की ओर से उठाए जा रहे जरूरी कदमों का हिस्सा है। आयोग ने मंत्रालय से इस मामले पर अनुपालन रिपोर्ट भी मांगी है।
मंत्रालय ने दिया था यह जवाब
इससे पहले मंत्रालय ने आयोग को सूचित किया था कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के पत्र के साथ जारी संदेश 16 मार्च को आदर्श आचार संहिता लागू होने से पहले भेजे गए थे। कुछ संदेश शायद नेटवर्क संबंधी कारणों की वजह से कुछ लोगों तक देरी से पहुंचे।
क्या है मामला?
बता दें कि आयोग को कई शिकायतें मिली थीं कि आम चुनाव 2024 की घोषणा और आचार संहिता लागू होने के बावजूद सरकार की योजनाओं को बताने वाले संदेश अभी भी आम जनता के फोन पर भेजे जा रहे हैं। कांग्रेस और तृणमूल कांग्रेस ने इस संदेश पर आपत्ति जताई थी। दोनों ने आयोग से कार्रवाई करने की मांग की थी।
पेड़ पर चढ़कर चिल्लाने लगा शख्स.....मेरी बीवी और बच्चे को बुलाओ
21 Mar, 2024 11:00 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
नई दिल्ली । पेड़ पर चढ़कर अचानक जोर-जोर से चिल्लाने लगा। मेरी बीवी और बच्चे को बुलाओ.. मेरी बीवी और बच्चे को बुलाओ। उन्हें दिल्ली लेकर आओ तभी मैं नीचे उतरूंगा। शख्स को चिल्लाते देख पेड़ के नीचे भीड़ लग गई। मामला पुरानी दिल्ली के रेलवे स्टेशन का है। यहां के कंपाउड में एक पीपल का विशाल पेड़ है। शख्स उसी पर चढ़कर शोर मचा रहा था। मौके पर पहुंची पुलिस शख्स को पेड़ से उतारने की कोशिश करती रही। करीब 11 घंटे बाद शख्स को पुलिस ने उतारने में कामयाबी हासिल की।
पुलिस ने शख्स को उतारने की पूरी कोशिश की, लेकिन जब शख्स नहीं उतारा तब दमकलकर्मियों को भी बुलाया गया। लगभग 4 घंटे तक मशक्कत के बाद भी जब वह नीचे नहीं उतरा तब फायर ब्रिगेड की ब्रांटो स्काय लिफ्ट वाली डेढ़ करोड़ महंगी गाड़ी मंगाई गई। जिसमें कई मीटर तक सीढ़ी लगी होती है, जिससे हाई राइज बिल्डिंग में लगी आग को बुझाने के दौरान इस्तेमाल किया जाता है।
मौके पर एसओ सुशील, एसटीओ प्रेमलाल और एडीओ सुमित तहलान की टीम करीब डेढ़ घंटे मशक्कत के बाद उस शख्स को उतारने में किसी तरह कामयाब रही। वह शख्स अपनी डिमांड पूरी किए बिना नीचे उतरने को तैयार नहीं था। वह बार-बार एक ही रट लगा रहा था, उसकी पत्नी बच्चे बिहार में है, उन्हें दिल्ली बुलाओ।