धर्म एवं ज्योतिष (ऑर्काइव)
घर बैठे पाना चाहते हैं नीम करोली बाबा की कृपा तो करें ये छोटा सा काम, हर इच्छा होगी पूरी
11 Jun, 2023 06:45 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
आध्यात्मिक गुरु के रूप में पूजे जाने वाले बाबा नीम करोली भगवान हनुमान के बहुत बड़े भक्त थे। उत्तराखंड के कैंची धाम में बाबा नीम करोली का आश्रम है, जहां सिर्फ देश ही नहीं बल्कि विदेश से भी लोग पहुंचते हैं।
उनके भक्तों में फेसबुक के फाउंडर मार्क जुकरबर्ग से लेकर एप्पल के को-फाउंडर स्टीव जॉब्स का भी नाम शामिल है। प्रतिदिन बड़ी तादाद में नीम करोली बाबा के भक्त उनका आशीर्वाद पाने के लिए कैंची धाम पहुंचते हैं। मान्यता है कि यहां आने वाले कभी भी निराश नहीं होते हैं। नीम करोली बाबा को हनुमान जी का अवतार माना जाता है। मान्यता है कि जिसे नीम करोली बाबा का आशीर्वाद मिल जाए उसकी सभी मनोकामनाएं शीघ्र पूरी होती हैं। ऐसे में यदि आप भी बाबा नीम करोली को प्रसन्न करना चाहते हैं तो उनके इस खास मंत्र का जाप करें। इससे आपके सारे दुख दूर होंगे और मनोकामनाएं भी पूरी होंगी...
नीम करोली बाबा इच्छापूर्ति मंत्र
मैं हूं बुद्धि मलीन अति श्रद्धा भक्ति विहीन।
करू विनय कछु आपकी, होउ सब ही विधि दिन।
कृपा सिंधु गुरूदेव प्रभु। करि लीजे स्वीकार।
मैं हूँ बुद्धि मलीन अति, श्रद्धा भक्ति विहीन ।
करू विनय कछु आपकी, होउ सब ही विधि दीन।।
चौपाई
जय जय नीम करोली बाबा , कृपा करहु आवे सदभावा।।
कैसे मैं तव स्तुति बखानू ।नाम ग्राम कछु मैं नही जानू।।
जापे कृपा दृष्टि तुम करहु। रोग शोक दुख दारिद हरहु।।
बाबा नीम करौरी विनय चालीसा
तुम्हरे रुप लोग नही जाने। जापे कृपा करहु सोई भाने।।
करि दे अरपन सब तन मन धन | पावे सुख आलौकिक सोई जन।।
दरस परस प्रभु जो तव करई। सुख संपत्ति तिनके घर भरई।।
जै जै संत भक्त सुखदायक। रिद्धि सिद्धि सब संपत्ति दायक।।
तुम ही विष्णु राम श्रीकृष्ण। विचरत पूर्ण कारन हित तृष्णा।।
जै जै जै जै श्री भगवंता। तुम हो साक्षात भगवंता।।
कही विभीषण ने जो वानी। परम सत्य करि अब मैं मानी।।
बिनु हरि कृपा मिलहिं नही संता। सो करि कृपा करहिं दुःख अंता।।
सोई भरोस मेरे उर आयो । जा दिन प्रभु दर्शन मैं पायो।।
जो सुमिरै तुमको उर माही । ताकी विपत्ति नष्ट ह्वे जाई।।
जय जय जय गुरुदेव हमारे। सबहि भाँति हम भये तिहारे।।
हम पर कृपा शीघ्र अब करहु। परम शांति दे दुख सब हरहु।।
रोक शोक दुःख सब मिट जावे। जपे राम रामहि को ध्यावे।।
जा विधि होइ परम कल्याना । सोई विधि आपु देहु वारदाना।।
सबहि भाँति हरि ही को पूजे। राग द्वेष द्वन्दन सो जूझे।।
करें सदा संतन कि सेवा। तुम सब विधी सब लायक देवा।।
सब कुछ दे हमको निस्तारो । भवसागर से पार उतारो।।
मैं प्रभु शरण तिहारी आयो। सब पुण्यन को फल है पायो।।
जय जय जय गुरु देव तुम्हारी। बार बार जाऊ बलिहारी।।
सर्वत्र सदा घर घर की जानो । रखो सुखों ही नित खानों।।
भेष वस्त्र हैं, सदा ऐसे। जाने नहीं कोई साधु जैसे।।
ऐसी है प्रभु रहनी तुम्हारी । वाणी कहो रहस्यमय भारी।।
नास्तिक हूँ आस्तिक ह्वे जाए। जब स्वामी चेटक दिखलावे।।
सब ही धरमन के अनुनायी। तुम्हे मनावे शीश झुकाई ।।
नही कोउ स्वारथ नही कोई इच्छा। वितरण कर देउ भक्तन भिक्षा।।
केही विधि प्रभु मैं तुम्हे मनाऊ। जासो कृपा प्रसाद तव पाऊं।।
साधु सुजन के तुम रखवारे। भक्तन के हो सदा सहारे।।
दुष्टऊ शरण आनी जब परई । पूरण इच्छा उनकी करई।।
यह संतन करि सहज सुभाउ। सुनि आश्चर्य करई जनि काउ।।
ऐसी करहु आप दया।निर्मल हो जाए मन और काया।।
धर्म कर्म में रुचि हो जावे। जो जन नित तव स्तुति गावे।।
आवे सदगुन तापे भारी। सुख संपत्ति सोई पावे सारी।।
होइ तासु सब पूरण कामा। अंत समय पावे विश्रामा।।
चारी पदारथ है, जग माही। तव कृपा प्रसाद कछु दुर्लभ नाही।।
त्राहि त्राहि मैं शरण तिहारी । हरहु सकल मम विपदा भारी।।
धन्य धन्य बढ़ भाग्य हमारो। पावे दरस परस तव न्यारो।।
कर्महीन अरु बुद्धि विहीना। तव प्रसाद कछु वर्णन कीन्हा।।
दोहा-
श्रद्धा के यह पुष्प कछु। चरणन धरि सम्हार।।
कृपासिंधु गुरुदेव प्रभु। करि लीजे स्वीकार।
इस साल 19 साल बाद बन रहा है दुर्लभ संयोग, 59 दिनों का रहेगा सावन
11 Jun, 2023 06:30 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
हिंदू पंचाग के अनुसार, सावन का महीना देवों के देव महादेव को समर्पित है. 19 वर्षों के बाद साल 2023 में सावन पर बेहद दुर्लभ संयोग बन रहा है. इस महीने को काफी पवित्र माना भी जाता है.
इस बार का सावन का महीना कुछ खास रहने वाला है, क्योंकि यह करीब 2 महीनों का रहेगा. ऐसे में लाजिमी है कि लोगों को भगवान की भक्ति के लिए एक महीने का समय अतिरिक्त मिलेगा.
इस बार सावन का महीना 04 जुलाई से शुरू हो रहा है जिसका समापन 31 अगस्त को पूर्णिमा के दिन होगा. यानी कुल 59 दिन तक सावन चलेगा. आपको बता दें कि इस बार सावन के महीने में 19 साल बाद मलमास भी पड़ रहा है.
ज्योतिषियों के अनुसार, हिंदू पंचांग की गणना सौर और चंद्रमा की चाल से होता है. बता दें कि सौरमास 365 दिन और चंद्रमास 354 दिन का होता है. 11 वर्ष का अंतर हर 3 वर्ष में तैंतीस दिन का होता है, जिसे अधिकमास कहा जाता है. जिस कारण इस साल (2023) में पड़ रहा है.
रात में शिवलिंग की पूजा करते समय अपना मुंह उत्तर दिशा की तरफ रखें. वहीं, शिवजी के मंत्रों का जाप करते समय मुख पूर्व या उत्तर दिशा की ओर रखें.शिवलिंग का अभिषेष दूध के साथ करें और उनको बेलपत्र, धतुरा, भांग जरूर चढ़ाएं. शिवलिंग को हमेशा खुले और रोशनी वाली जगह पर ही रखें. पूजा करते समय उत्तर दिशा में नहीं बैठें. पूजा में तिल के तेल का प्रयोग करें. मंत्रोच्चार करते समय सुपारी, पंच अमृत, नारियल और बेल की पत्तियां चढ़ाएं. व्रत कर रहे हैं तो सावन व्रत कथा का पाठ करें और महामृत्युंजय मंत्र का भी जाप करें. संध्याकाल में पूजा खत्म होने के बाद पारण करें और सामान्य भोजन करें.
इस बार हाथी पर सवार होकर आगमन और प्रस्थान करेंगी मां दुर्गा, जानें क्या होगा इसका प्रभाव
11 Jun, 2023 06:15 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
इस साल आषाढ़ गुप्त नवरात्रि की शुरुआत 19 जून 2023 से हो रही है। वहीं इसका समापन 28 जून को होगा। गुप्त नवरात्रि में दस महाविद्याओं की पूजा-अर्चना की जाती है। तंत्र-मंत्र सीखने वाले साधकों के लिए गुप्त नवरात्रि बेहद खास होती है। ऐसी मान्यता है कि गुप्त नवरात्रि में गुप्त पूजा रूप से मां आदिशक्ति दुर्गा की पूजा की जाती है। इस समय की गई पूजा अर्चना से भक्तों की सभी मनोकामनाएं पूर्ण होती हैं। यह समय कार्य सिद्धि और मां दुर्गा की कृपा पाने के लिए अति उत्तम माना जाता है। इस बार की आषाढ़ गुप्त नवरात्रि को बेहद खास माना जा रहा है, क्योंकि इस बार माता रानी हाथी पर सवार होकर आ रही हैं। ऐसे में चलिए जानते हैं हाथी की सवारी का क्या मतलब होता है...
आषाढ़ गुप्त नवरात्रि में माता के आगमन की सवारी
माता की सवारी नवरात्रि के प्रारंभ और समापन के दिन के अनुसार तय होती है। इस बार गुप्त नवरात्रि की शुरुआत सोमवार से हो रही है। जब नवरात्रि की शुरुआत सोमवार के होती है तो माता का वाहन हाथी होता है।
नवरात्रि में माता के प्रस्थान की सवारी
इस बार 28 जून, बुधवार को गुप्त नवरात्रि समाप्त हो रही है। जब नवरात्रि बुधवार या शुक्रवार के दिन समाप्त होती है, तो माता की सवारी हाथी होती है। ऐसे में इस साल 2023 में गुप्त नवरात्रि पर माता का आगमन और प्रस्थान हाथी पर होगा।
हाथी की सवारी से क्या होगा प्रभाव
मां दुर्गा का हाथी पर सवार होकर आना या प्रस्थान करना शुभ माना जाता है। हाथी की सवारी ज्यादा वर्षा होने, अच्छी पैदावार होने और सुख-समृद्धि की ओर संकेत देता है।
मां दुर्गा के कौन-कौन से वाहन हैं?
वैसे तो माता रानी सिंह की सवारी करती हैं, लेकिन नवरात्रि में धरती पर आती हैं तो उनकी सवारी बदल जाती है। अलग-अलग वार के अनुसार नवरात्रि में मां जगदंबे के वाहन डोली, नाव, घोड़ा, भैंसा, मनुष्य व हाथी होते हैं।
रुद्राक्ष धारण करने से आपको भी हो सकते है यह लाभ
11 Jun, 2023 06:00 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
रुद्राक्ष एक बहुत ही खास मनका है जिसे सदियों से महत्व दिया जाता रहा है क्योंकि यह लोगों को ठीक करने में मदद कर सकता है। भगवान शिव की कृपा पाने वाले भाग्यशाली लोग ही इसे धारण कर सकते हैं।
रुद्राक्ष शब्द का अर्थ है "शिव की आंखें" और "उनके आंसू"। यह मनका कैसे बना, इसके बारे में एक कहानी है, यही वजह है कि लोग इसे इतना खास और शिव का आशीर्वाद मानते हैं। रुद्राक्ष का पेड़ एक प्राकृतिक रूप से सूखे मेवे का उत्पादन करता है, जिसका उपयोग आमतौर पर 108 मनकों वाली रुद्र माला के रूप में प्रार्थना और ध्यान के लिए किया जाता है। ये मनके अलग-अलग रूपों में आते हैं, एक से लेकर 27 मुखी तक। ऐसा माना जाता है कि इन मोतियों को धारण करने से ब्रह्मा, विष्णु और महेश तीनों देवताओं की कृपा प्राप्त होती है।
यदि आप अपने जीवन को खुशहाल व शुद्ध बनाना चाहते है तो रुद्राक्ष सहायक साबित होता है। गौरी शंकर एक खास किस्म का रुद्राक्ष होता है जिसकी सहायता से इंसान के जीवन में सम्पन्नता आती है। हलाकि की आम तौर पर लोगो का मानना होता है की इसको धारण करने से आपके जीवन में धन का आगमन होगा। सम्पन्नता का मतलब केवल धन से नहीं होता बल्कि संतुलन व शालीनता के साथ जीवन व्यापन करना भी सम्पन्न जीवन कहलाता है। संतुलित इंसान जीवन का हर कार्य शालीनता और समझदारी के साथ निभाते है।
यदि आप ज्यादा घुमान पसंद करते है और बाहर अधिक खाते है, तो रुद्राक्ष एक बहुत अच्छा सहायक होता है क्योंकि यह अपनी शक्ति से एक सुरक्षा कवचा बना देता है। आपने कभी विचार किया होगा की आप एक नई जगह पर जाते हैं, आपको आसानी से नींद आ जाती है, जबकि किसी दूसरे स्थान पर आपको नींद नहीं आती आप काफी समय से सोए न हो तो भी। ऐसा इसलिए होता है क्योंकि आपके अंदर की ऊर्जा के लिए विपरीत होती है यह आपको स्थिर नहीं होने देती। साधुओं और संन्यासियों के लिए चूंकि वे लगातार घूमते रहते थे, तो जगह और स्थितियां उन्हें परेशान कर सकती थीं। उनके लिए एक नियम था कि कभी अपने सिर को उसी जगह पर दोबारा नीचे न रखें। आज एक बार फिर लोगों ने अपने व्यापार या पेशे के कारण, विभिन्न जगहों पर खाना और सोना शुरू कर दिया है। तो यहां रुद्राक्ष सहायक हो सकता है।
राशिफल: कैसा रहेगा आपका आज का दिन (11 जून 2023)
11 Jun, 2023 12:00 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
मेष राशि :- तनाव, उदर विकार, मित्र लाभ, राज भय, पारिवारिक समस्या उभरेगी।
वृष राशि :- अनुभव सुख, मंगल कार्य, विरोध, मामले मुकदमे में जीत की संभावना है।
मिथुन राशि :- कुसंगत से हानि, विरोध, भय, यात्रा, सामाजिक कार्यों में सावधानी रखें।
कर्क राशि :- भूमि लाभ, स्त्री सुख, हर्ष, प्रगति, स्थिति में सुधार, लाभ की गति बढ़ेगी।
सिंह राशि :- तनाव, प्रवास से बचें, विरोध की चिन्ता, राज कार्यों में प्रतिष्ठा बढ़ेगी।
कन्या राशि :- भूमि लाभ, स्त्री सुख, हर्ष, प्रगति की स्थिति में सुधार, लाभ होगा।
तुला राशि :- प्रगति, वाहन का भय, भूमि लाभ, कलह, कुछ अच्छे कार्य भी होंगे।
वृश्चिक राशि :- कार्य सिद्धी, विरोध, लाभ, कष्ट, हर्ष, व्यय होगा, व्यापार में सुधार होगा।
धनु राशि :- यात्रा में हानि, मातृ-पितृ कष्ट, व्यय की कमी किन्तु कुछ व्यवसाय भी होगा।
मकर राशि :- शुभ कार्य, वाहन आदि रोग, धार्मिक-कर्म, कुछ अच्छे कार्य हो सकते हैं।
कुंभ राशि :- अभीष्ट सिद्धी, राज भय, कार्य में बाधा, राजकार्य में रुकावट होगी।
मीन राशि :- अल्प हानि, रोग भय, सम्पर्क लाभ, राज कार्यों में विलम्ब तथा परेशानी होगी।
शुभ भी होता है बिल्ली का रास्ता काटना ? ये बातें आपको कर सकती है हैरान
10 Jun, 2023 06:45 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
भारत में शगुन अपशगुन को लेकर कई मान्यताएं है जैसे कि कही पर कांच का टूटना शुभ है कही पर इसे एक अशुभ घटना माना जाता है. इसी प्रकार बिल्ली का रास्ता काटना एक अपशगुन माना जाता है.
कहा की बिल्ली अगर अचानक रास्ता काट दे तो ये शुभ या अशुभ दिशा के अनुसार मान सकते हैं. अगर ऐसा कुछ होता है तो ये दुर्घटना के संकेत हैं, हालांकि इन टोटके और इन मंत्रों का उच्चारण कर आसानी से निजात मिलेगा.
सफेद और काली बिल्ली में होताहैं ये फर्क
बिल्ली काली हो या सफेद ये उनके नसल अनुवंशिक् गुण हैं, जो अलग अलग रंगों में होतीहै.लेकिन अगर रास्ता चलते अचानक काली बिल्ली रास्ता काट दे तो लोग चिंतित रहते हैं. ये सच हैं काली बिल्ली का रास्ता काटना वो भी उल्टीदिशा में ये अपशगुन माना जाता हैं. क्योकि काली बिल्ली राहु की सवारी हैं, लेकिन घबराये नहीं तुरंत ये टोटका करें काम आसान होगा.
दिशा का है सारा खेल
धर्म शास्त्र कहता हैकी अगर बिल्ली दाई तरफ से बाई तरफ जाती तो, ये बेहद ही शुभ माना जाता हैं. किन अगर बिल्ली बाई तरफ से दाई तरफ जाती हैं, तो ये अशुभ माना जाता हैं.
बिल्ली रास्ता काट जाए तो क्या करें
अब सवाल यह उठता है कि यदि बिल्ली रास्ता काट जाए तो क्या करें? और यह सवाल उठना लाज़मी भी है क्योंकि कोई भी अपने कार्य की असफलता या अपने साथ किसी प्रकार की अनहोनी और दुर्घटना नही चाहता है. तो यदि बिल्ली आपका रास्ता काट जाए तो सबसे प्रचलित उपाय अपनायें और अपने से पहले किसी और के निकलने का इन्तेजार करें. अब आप कहेंगे कि यदि हम ऐसे रास्ते पर है जहाँ से लोगों का आवागमन कम है तो ऐसे में आप पहले सड़क किनारे थूक कर निकल सकते है.
अगर आप अकेले या गाड़ी से जा रहे और काली या सफेद बिल्ली रास्ता काट दे तो आप दो मिनट अवश्य ही रुकें.तब तक रुके जब तक कोई उस रास्ते से ना गुजरे. जिसनें उस बिल्ली को नहीं देखा हो,लेकिन कभी ऐसा भी होता हैं की उस रास्ते से अगर कोई राही ना गुजरे, तो आप दुर्गा सप्तशी में दिये सर्वाबाधा प्रशमनं त्रैलोक्यस्याखिलेश्वरि एवमेव त्वया कार्यमस्मद्दैरिविनाशनम्मंत्रका नौ बार स्मरण करके आगे बढ़ें.इन मंत्र केस्मरण करने से यात्रा सफल होगी.
डिसक्लेमर: इस लेख में निहित किसी भी जानकारी/सामग्री/गणना की सटीकता या विश्वसनीयता की गारंटी नहीं है. विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/मान्यताओं/धर्मग्रंथों से संग्रहित कर ये जानकारियां आप तक पहुंचाई गई हैं. हमारा उद्देश्य महज सूचना पहुंचाना है, इसके उपयोगकर्ता इसे महज सूचना समझकर ही लें. इसके अतिरिक्त, इसके किसी भी उपयोग की जिम्मेदारी स्वयं उपयोगकर्ता की ही रहेगी..
आपकी हर समस्या का निपटारा करेगा एक चुटकी नमक
10 Jun, 2023 06:30 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
हर घर की रसोई में नमक का इस्तेमाल भोजन के स्वाद को बढ़ने और सेहत के लिहाज से किया जाता हैं। नमक सेहत के लिए जितना जरूरी हैं उतना ही महत्वपूर्ण इसे ज्योतिष में भी माना गया हैं ज्योतिष और वास्तुशास्त्र में नमक के कई असरदार टोटके और उपाय बताए गए हैं जिसे करने से बुरी नजर और आर्थिक तंगी से बचा जा सकता हैं।
तो आज हम आपको अपने इस लेख द्वारा नमक के कई ऐसे टोटके बता रहे हैं जिसे करने से आपकी हर समस्या का निपटारा हो जाएगा। तो आइए जानते हैं नमक के आसान उपाय।
नमक के आसान उपाय-
अगर आप गृहक्लेश से मुक्ति पाना चाहते हैं तो ऐसे में आप नमक का उपाय कर सकते हैं इसके लिए नमक को कांच की बोतल में रखें और उसमें चार पांच लौंग डाल दें। ऐसा करने से घर की नकारात्मकता दूर हो जाती हैं और सुख शांति का वास रहता हैं।
अगर आपका धन लंबे वक्त से फंसा पड़ा है या फिर धन लाभ नहीं हो रहा हैं तो ऐसे में आप एक कांच के गिलास में नमक और पानी मिलाएं फिर इस ग्लास को नार्थ ईस्ट दिशा में रख दें और यहां रेड बल्ब जलाएं। पानी सूख जाने के बाद इसमें दोबारा पानी भर दें। पूरे एक माहीने तक रोजाना इस उपाय को करने से अटका पड़ा धन आपको मिल जाएगा।
अगर आपके पास धन अधिक समय तक टिकता नहीं हैं या फिर आर्थिक परेशानी का आपको सामना करना पड़ रहा हैं तो ऐसे में आप शनिवार और मंगलवार के दिन नमक के पानी का पोंछा पूरे घर में लगाएं। ऐसा करने से माता लक्ष्मी का घर में प्रवेश होगा। जिससे आर्थिक परेशानियां दूर हो जाएगी साथ ही नकारात्मकता भी दूर हो जाएगी।
कब रखा जाएगा मासिक शिवरात्रि व्रत, जानिए तारीख और मुहूर्त
10 Jun, 2023 06:15 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
सनातन धर्म में हर दिन कोई न कोई व्रत त्योहार पड़ता रहता है और सभी का अपना महत्व भी होता हैं लेकिन शिव पूजा को समर्पित मासिक शिवरात्रि इन सभी में खास मानी जाती हैं जो कि भगवान भोलेनाथ की आराधना के लिए सबसे उत्तम दिन माना जाता हैं इस दिन भक्त भगवान भोलेनाथ को प्रसन्न करने के लिए उनकी विधिवत पूजा करते हैं और व्रत आदि करते हैं।
मान्यता है कि ऐसा करने से साधक के सभी मनोरथ सिद्ध हो जाते हैं अभी आषाढ़ का महीना चल रहा हैं और इस माह पड़ने वाली मासिक शिवरात्रि को आषाढ़ मासिक शिवरात्रि के नाम से भी जाना जा रहा है। पंचांग के अनुसार हर माह के कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी तिथि पर मासिक शिवरात्रि का व्रत किया जाता हैं। आपको बता दें कि मासिक शिवरात्रि के दिन रात्रि प्रहर में शिव आराधना का खास महत्व होता हैं। तो आज हम आपको अपने इस लेख द्वारा मासिक शिवरात्रि व्रत की तारीख और मुहूर्त बता रहे हैं तो आइए जानते हैं।
मासिक शिवरात्रि की तिथि-
धार्मिक पंचांग के अनुसार आषाढ़ माह के कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी तिथि का आरंभ 16 जून दिन शुक्रवार को सुबह 8 बजकर 39 मिनट पर हो रहा है और समापन अगले दिन यानी 17 जून दिन शनिवार की सुबह 9 बजकर 11 मिनट पर होगा। मासिक शिवरात्रि के लिए निशिता पूजा का मुहूर्त खास माना जाता हैं। ऐसे में मासिक शिवरात्रि का व्रत 16 जून को करना उत्तम रहेगा।
शुभ मुहूर्त-
आषाढ़ मासिक शिवरात्रि की पूजन का शुभ मुहूर्त सुबह 5 बजकर 23 मिनट से सुबह 10 बजकर 37 मिनट तक हैं फिर इसके बाद दोपहर में उत्तम मुहूर्त 12 बजकर 22 मिनट से 2 बजकर 7 मिनट तक हैं। इसके अलावा रात्रि में लाभ उन्नति मुहूर्त 9 बजकर 51 मिनट से रात 11 बजकर 7 मिनट तक हैं।
रात को सोने से पहले जरूर करें ये काम, किस्मत का मिलेगा साथ
10 Jun, 2023 06:00 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
हर कोई अपने जीवन में सुख समृद्धि और सफलता चाहता है इसके लिए लोग प्रयास भी खूब करते हैं लेकिन फिर भी कई बार इसका अच्छा परिणाम देखने को नहीं मिलता हैं इसके कई सारे कारण हो जाते हैं जिसमें एक कारण भाग्य का साथ ना होना भी शामिल हैं कहते हैं कि अगर भाग्य का साथ मिल जाए तो हर काम आसान हो जाता हैं और सफलता पीछे पीछे चलती हैं।
लेकिन अगर किस्मत साथ ना दें तो हर कार्य में कठिनाईयों का सामना करना पड़ सकता हैं। वास्तु और ज्योतिष में कुछ ऐसे कार्य बताए गए हैं जिन्हें रोजाना रात को सोने से पहले अगर किया जाए तो किस्मत हीरे की तरह चमक जाती हैं और भाग्य का पूरा साथ भी मिलता हैं, तो आइए जानते हैं वो कौन से कार्य हैं।
रोजाना रात को करें ये काम-
वास्तु अनुसार कभी भी गंदे बिस्तर पर नहीं सोना चाहिए सोने से पहले हमेशा ही बिस्तर को अच्छी तरह से साफ करना चाहिए साथ ही आप जिस बेड का इस्तेमाल कर रहे हैं वह टूटा या फिर चटका नहीं होना चाहिए। कहते हैं कि साफ और मजबूत बिस्तर का प्रयोग करने से शुभता सदा साथ रहती हैं।
इसके अलावा साने से पहले कमरे में कपूर जरूर जलाना चाहिए जिससे वहां का वातावरण सकारात्मकत बना रहें। कहा जाता है कि ऐसे कमरों में सोने से आपकी किस्मत चमक सकती हैं साथ ही आपको लाभ मिलना भी शुरू हो जाएगा। वास्तु और ज्योतिष की मानें तो रात्रि में सोने से पहले रसोई की सफाई जरूर करें और जूठे बर्तनों को भी साफ करके ही सोएं ऐसा करने से लक्ष्मी का प्रवेश घर में होता हैं जिससे आर्थिक तौर पर मजबूती देखने को मिलती हैं।
राशिफल: कैसा रहेगा आपका आज का दिन (10 जून 2023)
10 Jun, 2023 12:00 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
मेष राशि :- आशानुकूल सफलता से संतोष तथा कुछ सफलता के साधन बनेंगे।
वृष राशि :- समय आराम से बीते, व्यवसायिक क्षमता का ध्यान अवश्य ही रख सकेंगे।
मिथुन राशि :- अधिकारियों का समर्थन फलप्रद होगा किन्तु इष्ट मित्रों से परेशानी होगी।
कर्क राशि :- इष्ट मित्र सुखवर्धक हों, कुटुम्ब की समस्याएं सुलझेंगी, धैर्य से कार्य करेंगे।
सिंह राशि :- प्रतिष्ठा वृद्धि एवं बड़े लोगों से मेल-मिलाप होगा, स्थिति हर्षप्रद बनी रहेगी।
कन्या राशि :- संघर्ष में सफलता से संतोष, व्यवसायिक क्षमता में अनुकूलता बनी रहेगी।
तुला राशि :- मान-प्रतिष्ठा, प्रभुत्व वृद्धि, कार्यक्षमता बढ़े, समाज में प्रतिष्ठा के योग बनेंगे।
वृश्चिक राशि :- सामाजिक कार्यों में सुधार, कार्यगति में अनुकूलता, इष्ट मित्र सुखवर्धक हों।
धनु राशि :- अचानक कोई शुभ समाचार प्राप्त हो, कार्यगति में सुधार होगा, समय का ध्यान रखें।
मकर राशि :- स्थिति यथावत रखें, समय पर सोचे कार्य पूर्ण होंगे, कार्य में सुधार हो।
कुंभ राशि :- इष्ट मित्र सुखवर्धक होंगे, शरीर कष्ट, चिन्ता असमंजस की स्थिति बने।
मीन राशि :- इष्ट मित्र सहायक रहेंगे, दैनिक कार्यगति अनुकूल बनी ही रहेगी।
बेडरूम में कभी ना रखें ये चीजें, रिश्तों में बढ़ता है तनाव
9 Jun, 2023 06:45 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
हर कोई अपने दांपत्य जीवन को खुशहाल बनाना चाहता है इसके लिए लोग कई प्रयास भी करते हैं लेकिन फिर भी अगर वैवाहिक जीवन में तनाव बना रहता हैं या फिर पति पत्नी के बीच आए दिन झगड़े होते हैं तो ऐसे में आप फेंगशुई के कुछ उपायों को अपना सकते हैं।
मान्यता है कि फेंगशुई के इन उपायों को करने से रिश्तों में सुधार होने लगता हैं और पति पत्नी के बीच प्रेम बढ़ता है तो आज हम आपको फेंगशुई के कुछ नियम व उपायों के बारे में बता रहे हैं तो आइए जानते हैं।
फेंगशुई से जुड़े उपाय-
फेंगशुई की मानें तो भूलकर भी बेडरूम में कोई सभी इलेक्ट्रॉनिक का आइटम नहीं करना चाहिए। ऐसा ना करने से रिश्तों में तनाव पैदा हो सकता हैं इसके अलावा बेडरूम में कभी बीम नहीं होना चाहिए क्योंकि बीम कमरे को दो भागों में बांट देता हैं जो रिश्तों में दूरिया बढ़ा सकता हैं। अगर आप शादीशुदा है तो भूलकर भी बेड पर दो गद्दे न लगाएं। बल्कि सिंगल गद्दा डालें। ऐसा करने से प्रेम संबंधों में मिठास बनी रहती हैं।
फेंगशुई की मानें तो बेडरूम में कभी भी नदी, तालाब, झरना और संग्रह की तस्वीर नहीं लगानी चाहिए इसे शुभ नहीं माना जाता हैं मान्यता है कि ये चीजें जीवन में नकारात्मकता पैदा करने का काम करती हैं ऐसे में इनसे बचना बेहतर होता हैं इसके अलावा अगर आपके बेडरूम में शीशा लगा है तो उसमें आपका अक्स नहीं दिखना चाहिए क्योंकि ये रिश्तों में दरार पैदा करते हैं ऐसे में आप दर्पण को किसी मोटे वस्त्र से ढक दे।
धार्मिक यात्रा पर जाने से पहले, जान लीजिए ये 5 खास बातें
9 Jun, 2023 06:30 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
शास्त्रों के अनुसार धार्मिक और आध्यात्मिक महत्व वाले स्थानों को तीर्थ कहते हैं। इन्ही स्थानों की यात्रा करने को धार्मिक यात्रा या तीर्थयात्रा (teerth yatra, pilgrimage) कहते हैं। तीर्थ यात्रा का मुख्य उद्देश्य होता है पुण्य फल कमाना। लेकिन कुछ पौराणिक तथ्य बताते हैं कि तीर्थ यात्रा का फल किसे मिलता है और किसे नहीं...
यहां जानिए तीर्थ यात्रा के बारे में कुछ महत्वपूर्ण बातें :
1. जो व्यक्ति दूसरों के धन से तीर्थ यात्रा करता है। उसे पुण्य का 16वां भाग प्राप्त होता है और जो दूसरे कार्य के प्रसंग से तीर्थ में जाता है उसे उसका 1/2 फल प्राप्त होता है।
2. अन्यत्र हिकृतं पापं तीर्थ मासाद्य नश्यति। तीर्थेषु यत्कृतं पापं वज्रलेपो भविष्यति। -अर्थात् अन्य जगह किया हुआ पाप तीर्थ में जाने से नष्ट हो जाता है, पर तीर्थ में किया हुआ पाप वज्रलेप हो जाता है।
3. जब कोई अपने माता-पिता, भाई, परिजन अथवा गुरु को फल मिलने के उद्देश्य से तीर्थ में स्नान करता है, तब उसे स्नान के फल का 12वां भाग प्राप्त हो जाता है।
4. तीर्थ क्षेत्र में जाने पर मनुष्य को स्नान, दान, जप आदि करना चाहिए, अन्यथा वह रोग एवं दोष का भागी होता है।
5. तीर्थ यात्रा का पूर्ण फल तभी मिलता है जब आपने किसी भी आत्मा को जाने-अनजाने में कष्ट ना पहुंचाया हो। आपका आचार, विचार, आहार, व्यवहार और संस्कार शुद्ध और पवित्र हो। अत: हर मनुष्य को सभी जीवों का ध्यान रखते हूए ही जीवन के हर क्षेत्र में कार्य करना चाहिए। हमेशा अपने कर्मों पर ध्यान देना चाहिए।
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नंदी के कान में ॐ के उच्चारण के बाद बोले अपनी मनोकामना, भगवान शिव होंगे प्रसन्न
9 Jun, 2023 06:15 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
भगवान शिव का वाहन नंदी को कहा जाता है और इसका प्रमाण पुराणों में भी मिलता है। शिव भगवान को नंदी अति प्रिय है। भगवान शिव ने स्वयं ही नंदी को आशीर्वाद दिया था की वे जहा भी जाएगे नंदी उनके साथ रहेगा।
इसलिए जहा भी शिव भगवान विराजमान होते है उनके साथ नंदी भी होते है। मान्यता है की नंदी के कान में जो कोई भी अपनी मनोकामना बोलता है वह पूरी हो जाती है।
कथा के अनुसार नंदी शिव भगवान के परम भक्त माने जाते है। नंदी जी को भगवान शिव की असीम कृपा और शक्ति भी प्राप्त है। इसलिए भगवान शिव के आशीर्वाद के लिए नंदी जी को खुश करना जरुरी होता है। समुद्र मंथन के समय भगवान शिव ने संसार की रक्षा के लिए हलाहल विष को पिया था। विष की एक बून्द धरती पर गिर गई थी। उस समय सृष्टि की रक्षा के लिए विष की बूंद को नंदी ने अपनी जीभ से हटाया था। इस घटना के बाद से ही नंदी जी भगवान शिव के अति प्रिय बन गए थे।
भगवान शिव हमेशा तपस्या में लीन रहते है और नंदी जी भगवान के सामने बैठे हुए रहते है ताकि उनकी तपस्या में कोई भी बाधा न डाले, एक पौराणिक कथा के अनुसार यह भी माना जाता है भगवान शिव ने ही कहा था की कोई भी नंदी के कान में अपनी मनोकामना कहेगा तो वह पूर्ण होगी। कथाओ में भी कहा जाता है की व्यक्ति को अपनी मनोकामना नंदी के बाएं कान में कहनी चाहिए। बाए कान में मनोकामना बोलने का महत्व विशेष माना जाता है। हालांकि आप दूसरे कान में भी अपनी मनोकामना कह सकते हैं। पुराणिक शास्त्रों में 'ॐ' शब्द को पूरे ब्रह्माण्ड का प्रतीक कहा गया है। इसलिए नंदी के कान में अपनी मनोकामना बोलने से पहले 'ॐ' शब्द का स्मरण करना चाहिए। इससे आपकी मनोकामना भगवान शिव तक जल्दी पहुंचती है।
छिपकली खोल सकती है आपकी किस्मत,करने होंगे ये उपाय
9 Jun, 2023 06:00 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
घर में हमारे अलावा और जीव भी निवास् करते है जिनके साथ प्रत्यक्ष रूप से हमारा आमना सामना नहीं होता वह हमारे घर में निवास जरूर करते है पर हम उनसे कई बार दुरी बना लेते है।
इन मे से है एक जिव छिपकली भी है ये जिव हमारे घर में रहता है हम मे से बहुत से लोग छिपकली से डरते है और कुछ इससे घृणा भी करते है।कभी न कभी छिपकली आपके उपर भी गिरी होगी कभी आपके हाथ पर भी गिरी होगी और आप इससे डर गए होंगे। ज्योतिष शास्त्र में छिपकली को लेके कुछ तथ्य भी शामिल है आइए जानते है छिपकली का आपके उपर गिरना शुभ होता है या अशुभ
ज्योतिष शास्त्र की माने तो छिपकली यदि दिवाली की रात घर में दिखाई दे तो इसे लक्ष्मी का आगमन माना जाता है। शास्त्रों का ऐसा कहना है कि छिपकली दिखना बहुत सालो तक आपके घर को धन और खुसियो से भर देती है। लेकिन आप छिपकली से अनेको लाभ प्राप्त कर सकते है, यदि आपको छिपकली दिखाई देती है तो कुछ ऐसे टोटके है जिसके माध्यम से बहुत से काम बन सकते है। घर में दीवार पर छिपकली दिखे तो तुरंत मंदिर में या भगवान की मूर्ति के पास रखा कंकू-चावल ले आएं और छिपकली पर दूर खड़े हो कर डाल दे, और मन में ही मनोकामना का स्मरण करते रहे ऐसा करने से आपकी मन की कामना पूर्ण हो सकती है। ऐसा माना जाता है कि छिपकली एक पूजनीय जीव है और छिपकली की पूजा करने से धन का जीवन में आगमन होता है।
यदि आपके घर में तुलसी का पौधा है और उसमे आपको छिपकली दिखाई देती है तो यहाँ भी बहुत ही शुभ संकेत माना जाता है। यहाँ संकेत आपको धन प्राप्ति का होता है। यदि आपको छिपकली दीवार पर ऊपर की तरफ जाती हुए दिखाई दे यह संकेत आपकी प्रगति का होता है। यदी आपको पूजा घर में छिपकली दिखाई देती है,इसका मतलब है कि आपके घर में धन की वर्षा होने वाली है। छिपकली का सीधा नाता धन की देवी माता लक्ष्मी से है और मंदिर में छिपकली का दिखना मां लक्ष्मी का आप पर प्रसन्ना होना होता है। घर में यदि एक साथ 3 छिपकली नज़र आती हैं तो इसका अर्थ है कि आपके परिवार में सुख समृद्धि आने वाली है।
राशिफल: कैसा रहेगा आपका आज का दिन (09 जून 2023)
9 Jun, 2023 12:00 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
मेष राशि :- भाग्योदय का अच्छा समय है, संतान से सुखयोग, बाधा दूर होगी।
वृष राशि :- यात्रा में धन व्यय होगा, शरीर कष्ट प्राप्त होगा, मनोवृत्ति ठीक हो।
मिथुन राशि :- व्यवसाय में लाभ अच्छा मिले, किसी मांगलिक उत्सव में समलित हेंगे।
कर्क राशि :- सोचे हुए कार्यों में विघ्न उत्पन्न होगा तथा मन में अशांति पैदा होगी।
सिंह राशि :- धन का लाभ होगा, आनंद प्राप्त होगा, सुसमाचार, प्रयासों में सफलता मिले।
कन्या राशि :- धन लाभ तथा स्वास्थ्य में सुधार होगा, आगे बढ़ेंगे, ध्यान अवश्य ही रखें।
तुला राशि :- अधिक परिश्रम से लाभ मिलेगा, शत्रुदल कष्ट कारक होंगे, ध्यान दें।
वृश्चिक राशि :- दामपत्य जीवन के मधुर संबंध का आनंद मिलेगा तथा संतान सुख होगा।
धनु राशि :- विरोधियों से आप सतर्क रहें, मानसिक तनाव बन सकता है, समय का ध्यान रखें।
मकर राशि :- यात्रा तथा संतान की ओर से विपरीत ब्योहार मिलेगा, समय का ध्यान रखें।
कुंभ राशि :- मांगलिक उत्सव में उपस्थित होंगे, बुधवार-शुक्रवार को लाभ होगा।
मीन राशि :- स्थिति में कुछ सुधार होगा, सप्ताह में स्वास्थ्य कुछ ठीक हो तो कुछ खराबी होगी।