व्यापार (ऑर्काइव)
कंपनी वनक्लिक की धमाकेदार एंट्री, कुछ देर बाद शेयर में लगा लोअर सर्किट
12 Oct, 2023 02:45 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
मुंबई । लॉजिस्टिक्स सर्विसेज देने वाली कंपनी वनक्लिक लॉजिस्टिक्स के शेयरों की बुधवार की 41 फीसदी प्रीमियम पर प्रवेश किया। हालांकि ये धमाकेदार एंट्री ज्यादा देर टिकी नहीं और लिस्टिंग के बाद ही शेयर पिसलकर लोअर सर्किट पर आ गए। खुदरा निवेशकों ने आईपीओ में खास रुचि दिखाई थी। इसकारण ये आईपीओ ओवरऑल 185 गुना से अधिक भरा था। बुधवार इसके शेयर 99 रुपये के भाव पर शेयर जारी हुए हैं। 140 रुपये के भाव पर एंट्री हुई है यानी कि आईपीओ निवेशकों को 41.41 फीसदी का लिस्टिंग गेन मिला।
हालांकि तेजी ज्यादा देर नहीं चली और लिस्टिंग के बाद ही शेयर टूटकर 133 रुपये के लोअर सर्किट पर आ गया यानी कि अब आईपीओ निवेशक 34.34 फीसदी मुनाफे में हैं। कंपनी का 9.91 करोड़ रुपये का आईपीओ सब्सक्रिप्शन के लिए 27 सितंबर-3 अक्टूबर के बीच खुला था। खुदरा निवेशकों के दम पर इस आईपीओ को तगड़ा रिस्पांस मिला था और ओवरऑल 185.21 गुना सब्सक्राइब हुआ था। खुदरा निवेशकों का हिस्सा 224.19 गुना भरा था। इस आईपीओ के तहत 10 रुपये की फेस वैल्यू वाले 10,00,800 नए शेयर जारी हुए हैं। वनक्लिक लॉजिस्टिक्स 2017 में बनी कंपनी है जो कि इंटीग्रेटेड लॉजिस्टिक्स सर्विसेज और सॉल्यूशन्स मुहैया कराती है। यह नॉन-वेसल ऑपरेटिंग कॉमन कैरियर, समुद्र और हवाई रास्ते से फ्रेट फारवर्डिंग, बल्क कार्गो हैंडलिंग, कस्टम क्लियरेंस और अलाइड लॉजिस्टिक्स एंड ट्रांसपोर्टेशन सर्विसेज मुहैया कराती है।
कोई नंबर नहीं, न एक्सपायरी डेट का क्रेडिट कार्ड जल्द होगा आपके हाथ में
12 Oct, 2023 01:45 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
मुंबई । आने वाले दिनों में आप ऐसा क्रेडिट कार्ड पा सकते हैं, जिसपर कोई नंबर ही नहीं लिखा होगा। जी हां, आप सही सुन रहे हैं, ऐसा भारत में भी होने जा रहा है। फाइब नाम की एक फनटेक फर्म इस पहले अर्लीसैलरी के नाम से जाना जाता था, एक्सिस बैंक के साथ मिलकर एक ऐसा क्रेडिट कार्ड लांच करने जा रही है जिसमें न कोई नंबर होगा, न एक्सपायरी डेट और न ही कोई सीवीवी नंबर होगा। लेकिन, बिलकुल साफ इस क्रेडिट कार्ड में कई लेवल की सिक्योरिटी जोड़ी गई है, जिससे आपका क्रेडिट कार्ड एकदम सुरक्षित रहेगा। इससे पूरी सिक्योरिटी मिलती ही है साथ ही, गोपनीयता यानी प्राइवेसी सुनिश्चित करते हुए पहचान की चोरी या ग्राहक के कार्ड डिटेल तक बिना किसी अधिकार के किसी के पहुंचने का रिस्क भी कम हो जाता है।
एक्सिस के अध्यक्ष और हेड (कार्ड एंड पेमेंट्स) संजीव मोघे ने कहा, यह नंबरलेस एक्सिस बैंक कार्ड एक मजबूत वित्तीय समाधान पेश करते हुए हमारे ग्राहकों की सुरक्षा को प्राथमिकता देगा जो हमारे देश के स्मार्ट और महत्वाकांक्षी युवाओं को सशक्त बनाता है।’ कार्ड रुपे द्वारा संचालित है, और आप इस क्रेडिट कार्ड को यूपीआई से लिंक भी कर सकते हैं। यह कार्ड सभी डिजिटल प्लेटफॉर्म के अलावा सभी ऑफलाइन स्टोर्स पर भी स्वीकार किया जाता है। इस कार्ड से अतिरिक्त सुविधा भी मिलती है क्योंकि इसमें टैप-एंड-पे फीचर भी है। यानी स्वाइप मशीन के पास जैसे ही टैप करते हैं, पेमेंट हो जाएगी। इसमें लाइफटाइम के लिए जीरो ज्वाइनिंग फी (शुल्क) और जीरो सालाना फी है।
इस कार्ड की कुछ अन्य कुछ विशेष सुविधाएं शामिल हैं। जैसे हर तिमाही में आपको चार घरेलू हवाई अड्डे के लाउंज बुक करने का मौका मिलेगा। साथ ही, 400 रुपये से 5,000 रुपये के बीच फ्यूल खर्च के लिए फ्यूल सरचार्ज छूट भी मिलेगी। अतिरिक्त लाभ में उनके सभी कार्डों पर उपलब्ध एक्सिस डाइनिंग डिलाइट्स , वेडनसडे डिलाइट्स, एंड ऑफ सीजन सेल्स और रुपे पोर्टफोलियो ऑफरिंग शामिल हैं। को-ब्रांडेड क्रेडिट कार्ड सभी रेस्तरां एग्रीगेटर्स पर ऑनलाइन फूड डिलीवरी, लीडिंग राइड-हेलिंग ऐप्स पर लोकल आवागमन और ऑनलाइन टिकटिंग प्लेटफॉर्म पर एंटरटेनमेंट पर फ्लैट 3 प्रतिशत का कैशबैक प्रदान करता है। इसके अलावा, ग्राहकों को सभी ऑनलाइन और ऑफलाइन ट्रॉन्जैक्शन पर 1 प्रतिशत कैशबैक भी मिलता है।
फाइब के को-फाउंडर और सीईओ अक्षय मेहरोत्रा ने कहा, ‘यह असाधारण कार्ड भारत के महत्वाकांक्षी युवाओं को सुरक्षित और समावेशी वित्तीय समाधान प्रदान करने की हमारी प्रतिबद्धता में एक महत्वपूर्ण प्रगति का प्रतिनिधित्व करता है। हमारा लक्ष्य अपने यूजर्स को यूपीआई भुगतान की सुविधा के साथ एक सेफ और सिक्योर पेमेंट इकोसिस्टम के साथ सशक्त बनाना है, जिससे क्रेडिट कार्ड इंडस्ट्री में एक नया बेंचमार्क स्थापित किया जा सके।’ उन्होंने कहा, फाइब ने 2022 में अपनी सीरीज डी फंडिंग में 110 मिलियन डॉलर जुटाए और अब देश के कई इलाकों में अपनी पहुंच का विस्तार कर रहा है और अपनी ऑफरिंग में विविधता ला रहा है। फिनटेक कंपनी एक उपभोक्ता लोन एप है, जो नकद लोन, लॉन्ग टर्म पर्सनल लोन और बॉय नाउ पे लेटर जैसी प्लान्स प्रदान करती है। यह कार्ड फाइब के मौजूदा 21 लाख से ज्यादा ग्राहकों के लिए उपलब्ध होगा। वैश्विक स्तर पर, नंबरलेस कार्ड पहली बार 2020 में इंगलैंड की एक पेमेंट कंपनी कर्व द्वारा यूरोप में पेश किए गए थे, लेकिन एप्पल का नंबरलेस क्रेडिट कार्ड बाजार में पहला मेनस्ट्रीम प्रोडक्ट था यानी इसे ज्यादा तवज्जो मिली जब मार्च 2019 में अमेरिका में लांच किया गया था।
कच्चा नमक बनाने वाली कंपनी ने शेयर बाजार में मचाई धमक
12 Oct, 2023 08:45 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
मुंबई । कच्चा नमक बनाने और रिफाइन करने वाली कंपनी गोयल साल्ट के शेयरों की बुधवार को एनएसई के एसएमई प्लेटफॉर्म पर धमाकेदार एंट्री हुई। हालांकि 200 फीसदी से ज्यादा का लिस्टिंग गेन देने के बाद भी इसके शेयरों में तेजी टिकी नहीं और ये लिस्टिंग के बाद ही शेयर धड़ाम से नीचे आ गए। आईपीओ के तहत 38 रुपये के भाव पर शेयर जारी हुए हैं। बुधवार को एनएसई एसएमई पर इसकी 130 रुपये के भाव पर एंट्री हुई है यानी कि आईपीओ निवेशकों को 242 फीसदी का लिस्टिंग गेन मिला। लिस्टिंग के बाद शेयर लुढ़ककर 124 रुपये पर आ गए है यानी कि आईपीओ निवेशक 226 फीसदी मुनाफे में हैं। इस आईपीओ के तहत 10 रुपये की फेस वैल्यू वाले 49.02 लाख नए शेयर जारी हुए हैं।
गोयल साल्ट का 18.63 करोड़ रुपये का आईपीओ सब्सक्रिप्शन के लिए 26 सितंबर-3 अक्टूबर के बीच खुला था। इस आईपीओ को निवेशकों का अच्छा रिस्पांस मिला था और ओवरऑल 294.61 गुना सब्सक्राइब हुआ था। इसमें क्वालिफाईड इंस्टीट्यूशनल बायर्स का हिस्सा 67.20 गुना, नॉन-इंस्टीट्यूशनल इनवेस्टर्स (NII) का हिस्सा 382.45 गुना और खुदरा निवेशकों का हिस्सा 377.97 गुना भरा था। कंपनी साल 2010 में बनी थी। कंपनी खाने वाले नमक के साथ-साथ इंडस्ट्रियल इस्तेमाल वाला नमक भी बनाती है। यह साबुन, डिटर्जेंट, केमिकल, कपड़ा और रंगाई, कांच, प्लास्टिक, रबर, पॉलिएस्टर और चमड़ा बनाने वाले इंडस्ट्रीज को नमक सप्लाई करती है।
इजरायल-फिलिस्तीन युद्ध से कच्चे तेल के दाम बढ़ने के आसार
11 Oct, 2023 07:45 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
नई दिल्ली । इजरायल-फिलिस्तीन युद्ध से उत्पन्न वैश्विक राजनैतिक संकट के साथ ही क्रूड ऑयल की कीमतों में भारी बढ़ोतरी की आशंका है। क्रूड ऑयल फ्यूचर्स के भाव बढ़त के साथ ट्रेड कर रहे हैं। नोमुरा रिसर्च इंस्टीट्यूट के अनुसार मिडिल ईस्ट में छिडे़ इस युद्ध से तेल की कीमतों के ऊपर जाने की संभावनाएं हैं। बुधवार सुबह क्रूड ऑयल डबल्यूटीआई 0.22 फीसदी या 0.19 डॉलर की बढ़त के साथ 86.16 डॉलर प्रति बैरल पर ट्रेड करता दिखा। वहीं, ब्रेंट क्रूड फ्यूचर्स 0.31 फीसदी या 0.27 डॉलर की बढ़त के साथ 87.90 डॉलर प्रति बैरल पर ट्रेड करता दिखा।
पिछले महीने के आखिर में क्रूड ऑयल के भाव 90 डॉलर प्रति बैरल तक पहुंच गए थे। इसके बाद पिछले हफ्ते कीमतों में करीब 9 फीसदी की गिरावट आई थी। 5 अक्टूबर को ओपेक की बैठक में उत्पादन में कटौती को बरकरार रखने के फैसले के बाद कीमतों में यह गिरावट आई थी। अब विश्लेषकों को डर है कि यह नया भू-राजनैतिक संकट क्रूड की कीमतों को बढ़ा सकता है। तेल की कीमतें कुछ समय के लिए उच्च रह सकती हैं। हालांकि, तेल की कीमतों के 100 डॉलर प्रति बैरल के पार जाने की उम्मीद कम है।
भारत में पेट्रोल-डीजल की कीमतों की बात करें, तो ऑयल मार्केटिंग कंपनियों ने आज भी दाम में कोई बदलाव नहीं किया है। दिल्ली में पेट्रोल 96.72 रुपये प्रति लीटर पर और डीजल 89.62 रुपये प्रति लीटर पर मिल रहा है। बेंगलुरु में पेट्रोल 101.94 रुपये लीटर और डीजल 87.89 रुपये प्रति लीटर पर बिक रहा है। लखनऊ में पेट्रोल 96.57 रुपये प्रति लीटर पर और डीजल 89.76 रुपये प्रति लीटर पर मिल रहा है। नोएडा की बात करें, तो यहां पेट्रोल 96.79 रुपये प्रति लीटर पर और डीजल 89.96 रुपये प्रति लीटर पर मिल रहा है। गुरुग्राम में पेट्रोल का भाव 97.18 रुपये प्रति लीटर है। वहीं, यहां डीजल 90.05 रुपये प्रति लीटर पर मिल रहा है। चंडीगढ़ की बात करें, तो यहां पेट्रोल 96.20 रुपये और डीजल 84.26 रुपये प्रति लीटर पर मिल रहा है। इसके अलावा बिहार की राजधानी पटना में पेट्रोल 107.24 रुपये प्रति लीटर पर और डीजल 94.04 रुपये प्रति लीटर पर मिल रहा है।
चाय कंपनी गुडरिक को मुनाफे में लौटने की उम्मीद
11 Oct, 2023 06:45 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
मुंबई । चाय कंपनी गुडरिक ग्रुप लिमिटेड को वित्तीय वर्ष में मुनाफे में लौटने की उम्मीद हैं। दार्जिलिंग में कंपनी के प्रबंध निदेशक एवं मुख्य कार्यपालक अधिकारी (सीईओ) अतुल अस्थाना ने कहा कि कंपनी को इस साल चाय उत्पादन में करीब 3.2 करोड़ किलोग्राम की वृद्धि की उम्मीद है, जिसमें उसकी तीन अनुषंगी कंपनियों का उत्पादन भी शामिल है। हालांकि चालू वित्त वर्ष में ‘‘चाय की कम कीमतों के कारण राजस्व में गिरावट की आशंका चिंता का विषय बना हुआ है। अस्थाना ने कहा, गुडरिक और उसकी अनुषंगी कंपनियां मिलकर सालाना करीब तीन करोड़ किलोग्राम का उत्पादन करती हैं।
इस वर्ष स्थिर वृद्धि होगी क्योंकि उत्पादन 3.2 करोड़ किलोग्राम होने की उम्मीद है। पूरे समूह का राजस्व पिछले साल करीब 1,200 करोड़ रुपये था, लेकिन चालू वित्त वर्ष में कीमतों में कम होने के कारण कारोबार में गिरावट देखी जा सकती है। उन्होंने कहा, पिछले साल की तुलना में इस साल औसत सीटीसी कीमत करीब 25 रुपये प्रति किलोग्राम कम हुई है और पारंपरिक कीमतें 100 रुपये प्रति किलोग्राम कम हो गई हैं। कंपनी की नई वार्षिक रिपोर्ट के अनुसार, गुडरिक ग्रुप ने 2022-23 में 1.891 मिलियन करोड़ किलोग्राम की कुल फसल का उत्पादन किया, जबकि उससे पिछले वित्त वर्ष में 1.855 करोड़ किलोग्राम का उत्पादन किया था।
गुडरिक ग्रुप लिमिटेड ने वित्त वर्ष 2022-23 में अपने घाटे को पिछले वर्ष के 5.2 करोड़ के घाटे से कम करके 32 लाख रुपये कर दिया था, इस वर्ष उसे मुनाफे में लौटने की उम्मीद है। अस्थाना ने कहा, हम उम्मीद कर रहे हैं कि कंपनी इस वित्त वर्ष में मुनाफे में लौटेगी। निर्यात पर उन्होंने कहा कि गुडरिक का विदेशी निर्यात लगभग 50 से 60 लाख किलोग्राम है, जो इस साल भी उतना ही रहेगा क्योंकि दुनिया भर में तेल की कीमतों में अस्थिरता और भू-राजनीतिक तनाव के कारण वैश्विक बाजार में मंदी है।
आईडीएफसी फर्स्ट बैंक ने एनएसडीएल के साथ किया समझौता
11 Oct, 2023 03:45 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
मुंबई। आईडीएफसी फर्स्ट बैंक ने 9 अक्टूबर को स्टॉक एक्सचेंजों को जानकारी दी है कि बैंक ने मुंबई में अपने एक परिसर को 198 करोड़ रुपये में बेचने के लिए नेशनल सिक्योरिटीज डिपॉजिटरी लिमिटेड (एनएसडीएल) के साथ समझौता किया है। समझौते के तहत बैंक मुंबई के बांद्रा-कुर्ला कॉम्प्लेक्स (बीकेसी) में नमन चैंबर्स में स्थित अपने ऑफिस की बिक्री करेगा। कर्जदाता यानी बैंके ने एक्सचेंजों को दी गई जानकारी में बताया कि यह फैसला आईडीएफसी फर्स्ट बैंक टॉवर (द स्क्वायर), सी-61, जी ब्लॉक,बीकेसी, मुंबई में अपने कॉरपोरेट ऑफिस के पास बैंक के ऑपरेशन के एकीकरण का हिस्सा है।
बैंक ने रेगुलेटरी फाइलिंग में कहा कि इस कार्यालय परिसर को वह एनएसडीएल को 198 करोड़ रुपये में बेच रहा है। बैंक ने बताया कि ऑफिस परिसर का नाम यानी टाइटल और इसकी ऑनरशिप को आईडीएफसी फर्स्ट बैंक से एनएसडीएल को ट्रांसफर किया जाएगा और इसके लिए दोनों पक्षों के बीच आपसी सहमति से ऑफिस परिसर पर एनएसडीएल का स्वामित्व होगा। बैंक ने स्पष्ट किया कि एनएसडीएल के पास ‘आईडीएफसी फर्स्ट बैंक में कोई शेयर नहीं है, और डिपॉजिटरी के साथ बिक्री सौदा संबंधित पार्टी लेनदेन के अंतर्गत नहीं आता है। इसका मतलब यह है कि इस बिक्री के तहत ऐसा कुछ नहीं होगा जिससे किसी भी तरह से बैंक के किसी प्रमोटर/प्रमोटर ग्रुप/ग्रुप कंपनी के ट्रॉजैक्शन पर कोई असर पड़े। यह घटनाक्रम उन रिपोर्टों के छह दिन बाद आया है जिसमें कहा गया था कि आईडीएफसी फर्स्ट बैंक एक योग्य संस्थागत प्लेसमेंट (क्यूआईपी) के माध्यम से 3,000 करोड़ जुटाने की योजना बना रहा है।
गौरतलब है कि पिछले छह माह में स्टॉक ने अच्छा परफॉर्मेंस किया है और लगभग 67 प्रतिशत की बढ़त हासिल की है। गौरतलब है कि बैंक की तरफ से परिसर का यह फैसला उस समय आया है जब कुछ दिनों पहले ही यह खबर आई थी कि बैंक योग्य संस्थागत प्लेसमेंट के जरिये 3,000 करोड़ रुपये जुटाने का प्लान बना रहा है।
संकट में घिरी वोडाफोन-आईडिया राहत के लिए पहुंची सुप्रीम कोर्ट
11 Oct, 2023 02:45 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
नई दिल्ली । संकट में घिरी वोडाफोन-आईडिया ने राहत ने लिए सुप्रीम कोर्ट पहुंच गई है। कंपनी ने एडजस्टेड ग्रॉस रेवेन्यू (एजीआर) मामले में सुप्रीम कोर्ट में एक क्यूरेटिव पिटिशन फाइल की है। इस याचिका में कंपनी ने कहा है कि सुप्रीम कोर्ट ने साल 2019 के अपने फैसले में जो कंपनी पर जो पेनाल्टी लगाई थी, वहां और उसके ब्याज का अमाउंट इतना ज्यादा है कि कंपनी अगर उसे चुकाने का प्रयास करती है, तब कंपनी के वजूद के लिए ही खतरा हो सकता है।
इस याचिका में कोर्ट से गुहार लगाते हुए कंपनी ने कहा गया है कि पहले से आर्थिक मुश्किल में गुजर रही कंपनी के लिए इतना बड़ा अमाउंड देना मुमकिन नहीं है। साथ ही कंपनी ने ये भी दलील दी कि मौजूदा आर्थिक संकट के चलते कंपनी को खुद को बचाना ही मुश्किल हो रहा है। कंपनी ने कहा कि जो अमाउंट उसे देना है, वे दो कंपोनेंट प्रिंसिपल अमाउंट के मुकाबले काफी ज्यादा हैं। कंपनी ने गुहार लगाते हुए कोर्ट से ये भी कहा कि वे लाइसेंस फीस लगाए जाने को चुनौती नहीं कर रही है। वीआई ने यह याचिका इसलिए दायर की है, क्योंकि फैसले में गंभीर न्यायिक गलतियां हैं। याचिका में कंपनी ने कोर्ट से दो आधारों पर फैसले पर दोबारा विचार करने की मांग की है।
कंपनी ने जिस आधार पर कोर्ट से पुनर्विचार की अपील है उसमें ये फैक्ट्स शामिल हैं, कोर्ट के फैसले के अनुसार, डिपार्टमेंट ऑफ टेलीकम्युनिकेशन (डॉट) की तरफ से भेजी गई डिमांड फाइनल होगी, भले ही उसमें बकाया अमाउंट के कैलकुलेशन में किसी तरह की क्लेरिकल या अर्थमेटिकल एरर हो। इसका मतलब है कि डिमांड अमाउंट में किसी तरह का बदलाव नहीं किया जा सकता है। यानी कि इसका मतलब यह भी है कि इस तरह की गलतियां होने के बावजूद कंपनी अमाउंट चुकाने को बाध्य होगी।
गौतम अडानी को पीछे छोड़ भारत के सबसे अमीर व्यक्ति बने मुकेश अंबानी
11 Oct, 2023 01:45 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
मुंबई । रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड (आरआईएल) के चेयरमैन मुकेश अंबानी 8.08 लाख करोड़ रुपये की कुल संपत्ति के साथ भारत के सबसे अमीर व्यक्ति बने हैं। रिलायंस इंडस्ट्रीज के चेयरमैन और प्रबंध निदेशक ने अदाणी ग्रुप के फाउंडर और चेयरमैन गौतम अडानी को पीछे छोड़ दिया है, जिन्होंने पिछले साल यह उपाधि हासिल की थी। साल भर के दौरान अंबानी की संपत्ति में 2 फीसदी का इजाफा हुआ है। 360 वन वेल्थ हुरुन इंडिया रिच लिस्ट 2023 के अनुसार, पिछली सूची जारी होने बाद से ग्रुप की कंपनी अदाणी फॉर्च्यून की संपत्ति 57 प्रतिशत गिरकर 4.74 लाख करोड़ रुपये हो गई है।
अदाणी की संपत्ति में गिरावट का मुख्य कारण इस साल जनवरी में आई हिंडनबर्ग की रिपोर्ट है। इस रिपोर्ट के आने के बाद से अदाणी ग्रुप की कंपनियों का बाजार पूंजीकरण घटा है। अदाणी साल 2022 में 3 लाख करोड़ रुपये की संपत्ति के अंतर से मुकेश अंबानी से आगे थे। इस साल अंबानी उनसे 3.3 लाख करोड़ रुपये के अंतर से आगे हैं। अदाणी की संपत्ति में गिरावट को लेकर रिपोर्ट में कहा गया, यह हुरुन इंडिया रिच लिस्ट की शुरुआत के बाद से किसी भी व्यक्ति की संपत्ति में दर्ज की गई सबसे बड़ी वार्षिक गिरावट है।
हालांकि, 2023 में अपनी संपत्ति में भारी गिरावट के बावजूद गौतम अदाणी पिछले पांच वर्षों से सबसे अमीर भारतीयों की सूची में शीर्ष पर बने हुए हैं। रिपोर्ट के मुताबिक, 2019 में उनकी संपत्ति 94,500 करोड़ रुपये से तीन गुना ज्यादा हो गई है। दिलचस्प बात यह है कि सूची में शीर्ष 10 सबसे अमीर अरबपतियों में से आठ ने 2023 में अपनी संपत्ति में वृद्धि देखी। गिरावट देखने वाले केवल दो अडानी और राधाकिशन दमानी थे, जिनकी संपत्ति 18 प्रतिशत कम होकर 1.43 लाख करोड़ रुपये रुपये हो गई।
अंबानी और अदाणी के बाद सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया के प्रबंध निदेशक साइरस पूनावाला ने 2.78 लाख करोड़ रुपये की कुल संपत्ति के तीसरे सबसे धनी भारतीय है। उनकी संपति में 2023 के दौरान 36 प्रतिशत यानी 73,100 करोड़ रुपये का इजाफा हुआ है। इसके अलावा एचसीएल टेक्नोलॉजीज के फाउंडर और मानद चेयरमैन शिव नादर 2.28 लाख करोड़ रुपये की संपत्ति के साथ चौथे सबसे अमीर भारतीय है। हिंदुजा ग्रुप के गोपीचंद हिंदुजा 1.76 लाख करोड़ रुपये की संपत्ति के साथ पांचवें स्थान पर हैं। 2023 में नादर और हिंदुजा दोनों की कुल संपत्ति में क्रमशः 23 प्रतिशत और 7 प्रतिशत की वृद्धि हुई।
चीन को पछाड़ने के लिए भारत को करना होगा ये काम
11 Oct, 2023 12:45 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
मुंबई । भारतीय अर्थव्यवस्था को चीन से आगे निकलने के लिए प्रति वर्ष 8 प्रतिशत बढ़ोतरी की जरूरत है। रिपोर्ट के मुताबिक, बार्कलेज पीएलसी ने कहा कि चीन दुनिया की अर्थव्यवस्था में सबसे अहम योगदान देता है, इसके बाद चीन को पछाड़ने के लिए भारत को काफी ज्यादा निवेश की जरूरत है। विशेष रूप से परंपरागत क्षेत्र में निवेश की। बार्कलेज का यह बयान उस समय आया है जब 10 अक्टूबर को आईएमएफ ने अप्रैल-जून के दौरान उम्मीद से अधिक मजबूत खपत का हवाला देकर भारत के लिए अपने वित्त वर्ष 2024 के ग्रोथ अनुमान को 20 आधार अंक बढ़ाकर 6.3 प्रतिशत कर दिया है।
बार्कलेज के वरिष्ठ अर्थशास्त्री राहुल बाजोरिया ने बताया कि साउथ एशियाई देशों को माइनिंग, ट्रांसपोर्ट, यूटिलिटीज और स्टोरेज जैसे क्षेत्रों में निवेश बढ़ाने के लिए फोकस करना चाहिए। ये सेक्टर्स हैं जिनसे व्यापक अर्थव्यवस्था पर ज्यादा मजबूत असर होगा। वरिष्ठ अर्थशास्त्री बाजोरिया ने कहा कि हाल के साल में टेलीकम्युनिकेशन और डिजिटल सेक्टर जैसे नए उद्योगों पर ज्यादा तवज्जो दी जा रही है और इसकारण परंपरागत क्षेत्रों में निवेश कम हो गया है। उन्होंने कहा, पारंपरिक क्षेत्रों में क्षमता की कमी का मतलब है कि अब उन क्षेत्रों में ज्यादा निवेश की जरूरत है, खासकर केंद्र सरकार की ओर से।
बाजोरिया ने कहा कि विशेष रूप से पारंपरिक क्षेत्रों में ज्यादा निवेश का रोजगार और घरेलू आय पर भी सकारात्मक प्रभाव पड़ना चाहिए, और इससे पॉलिसी मेकर्स को इकॉनमिक ग्रोथ के लिए बेहतर पॉलिसी बनाने में मदद मिल सकती है। 2005-2010 में भारत की अर्थव्यवस्था औसतन लगभग 8 प्रतिशत बढ़ी और अगर नई सरकार व्यापक आर्थिक स्थिरता बनाए रखते हुए ऐसा करने का लक्ष्य रखती है, तो अगले साल के आम चुनावों के बाद यह उस रफ्तार पर लौट सकती है, जैसा कि बार्कलेज ने पिछले महीने एक अलग रिपोर्ट में अनुमान लगाया था। इसका मतलब यह होगा कि भारत ग्लोबल ग्रोथ में सबसे बड़ा योगदानकर्ता बनने और चीन के साथ अपने अंतर को कम करने की स्थिति में होगा। भारत सरकार ने पिछले कुछ वर्षों में इन्फ्रास्ट्रक्चर पर खर्च बढ़ाया है और चालू वित्त वर्ष में मार्च 2024 तक रिकॉर्ड 10 ट्रिलियन यानी 10 लाख करोड़ रुपये का आवंटन किया है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 2024-25 तक भारत की अर्थव्यवस्था को 3.7 ट्रिलियन डॉलर से बढ़ाकर 5 ट्रिलियन डॉलर करने की कोशिश कर रहे हैं।
बैंक ऑफ बड़ौदा ने एफडी को लेकर किया ये बदलाव
10 Oct, 2023 02:00 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
बैंक ऑफ बड़ौदा में खाता रखने वालों के लिए अच्छी खबर है. अगर आपने भी बैंक में फिक्सड डिपॉजिट करा रखा है या फिर आपका कराने का प्लान है तो अब आपको ज्यादा ब्याज का फायदा मिलेगा. बैंक ने फिक्सड डिपॉजिट की ब्याज दरों में इजाफा कर दिया है. बैंक ने एफडी की दरों में 50 बेसिस प्वाइंट का इजाफा किया है. इसका 2 करोड़ रुपये से कम की एफडी कराने वाले ग्राहकों को मिलेगा.
9 अक्टूबर से मिल रहा ज्यादा ब्याज
बैंक की ओर से मिली जानकारी के मुताबिक, बैंक एफडी की नई दरें 9 अक्टूबर यानी कल से लागू हो गई हैं. अब अगर आज कोई भी ग्राहक बैंक एफडी कराता है तो उसको ज्यादा ब्याज का फायदा मिलेगा.
कंपनी के चीफ जनरल मैनेजर ने दी जानकारी
चीफ जनरल मैनेजर ने कहा है कि हम ग्राहकों को आकर्षक ब्याज की दरें पेश कर रहे हैं, जिससे उन्हें ज्यादा रिटर्न का फायदा मिल सके. 2 से 3 साल तक के निवेश पर सामान्य ग्राहकों और सीनियर सिटीजन्स को ज्यादा ब्याज का फायदा मिलेगा. सीनियर सिटीजन्स को 7.75 फीसदी तक ब्याज का फायदा मिलेगा.
तिरंगा प्लस जमा योजना भी बदली ब्याज की दरें
इसके अलावा बैंक की तरफ से 399 दिनों के लिए अपनी तिरंगा प्लस जमा योजना पर ब्याज दरों में भी बदलाव किया है. वरिष्ठ नागरिकों को सालाना 7.65 फीसदी और सामान्य नागरिकों को 7.15 फीसदी ब्याज मिलेगा.
हरे निशान पर खुला शेयर बाजार, सेंसेक्स 300 अंक मजबूत हुआ, निफ्टी 19600 के पार
10 Oct, 2023 01:57 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
हफ्ते के दूसरे कारोबारी दिन घरेलू शेयर बाजार में मजबूत शुरुआत हुई। ग्लोबल मार्केट में बढ़िया मूड के बाद घरेलू शेयर बाजार मंगलवार को हरे निशान पर खुले। शुरुआती कारोबार में सेंसेक्स में 300 अंकों तक की बढ़त दिखी वहीं दूसरी ओर निफ्टी भी मजबूती के साथ 19600 के आसपास कारोबार करता दिखा। सुबह नौ बजकर 44 मिनट पर सेंसेक्स 297.31 (0.45%) अंकों की बढ़त के साथ 65,809.70 और निफ्टी 83.11 (0.43%) अंक मजबूत होकर 19,595.45 अंकों के लेवल पर कारोबार करता दिखा। शुरुआती कारोबार में बाजार में रिलायंस, एचडीएफसी और आईसीआईसीआई बैंक के शेयरों से मजबूती आई।
डॉलर के मुकाबले रुपया तेजी के साथ खुला
10 Oct, 2023 01:55 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
डॉलर के मुकाबले रुपये में मंगलवार के कारोबारी सत्र में तेजी देखी जा रही है। इसके कारण रुपया 4 पैसे की तेजी के साथ 83.24 पर कारोबार कर रहा है। बाजार में मध्य पूर्व में हमास और इजराइज के बीच चल रहे युद्ध के कारण सतर्कता बनी हुई है।
इंटरबैंक फॉरेन एक्सचेंज के मुताबिक रुपया 83.23 पर खुला और यह 83.23 से लेकर 83.25 के बीच कारोबार कर रहा है। इसके बाद डॉलर के मुकाबले रुपया 83.24 पर पहुंच गया है। इस तरह डॉलर के रुपये में आज 4 पैसे की बढ़त हुई।
डॉलर इंडेक्स में हुई बढ़त
दुनिया की छह मुद्राओं के खिलाफ डॉलर के मजबूती दर्शाने वाला डॉलर इंडेक्स हल्की गिरावट के साथ कारोबार कर रहा है। डॉलर इंडेक्स 0.02 प्रतिशत की गिरावट के साथ 106.07 अंक पर था।
मोतीलाल ओसवाल फाइनेंशियल सर्विसेज के विदेशी मुद्रा और बुलियन विश्लेषक गौरांग सोमैया ने कहा कि हम उम्मीद करते हैं कि USD-INR (स्पॉट) एक सीमित दायरे में रहेगा। ये रेंज 83.05 और 83.40 में रहेगा।
भारतीय बाजारों में कारोबार
खबर लिखे जाने तक 30 शेयरों वाला बीएसई सेंसेक्स 309.97 अंक या 0.47 प्रतिशत बढ़कर 65,822.36 अंक पर और एनएसई निफ्टी 94 अंक या 0.48 प्रतिशत बढ़कर 19,606.35 अंक पर पहुंच गया। वहीं, वैश्विक बजारों में भी तेजी का ट्रेंड देखा जा रहा है। जापान का स्टॉक मार्केट करीब 2.25 प्रतिशत बढ़कर कारोबार कर रहा है।
बेंचमार्क ब्रेंट क्रूड 0.35 प्रतिशत गिरकर 87.84 डॉलर प्रति बैरल पर है। विदेशी संस्थागत निवेशक (एफआईआई) सोमवार को शेयर बाजार में शुद्ध विक्रेता थे। उनकी ओर से 997.76 करोड़ रुपये के शेयर बेचे गए।
तेल कंपनियों ने जारी किये पेट्रोल-डीजल के दाम....
10 Oct, 2023 01:53 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
तेल कंपनियों की ओर से वाहन चालकों के लिए राहत बनी हुई हैं। पेट्रोल-डीजल की कीमत में मंगलवार को भी कोई बदलाव नहीं किया गया है। दिल्ली, कोलकाता, मुंबई और चेन्नई में पेट्रोल-डीजल के दाम समान बने हुए हैं।
कच्चे तेल की कीमत
कल के सत्र के तेजी के बाद आज कच्चे तेल में गिरावट देखी जा रही है। ब्रेंट क्रूड का रेट 0.33 डॉलर प्रति बैरल या 0.37 प्रतिशत गिरकर 87.82 डॉलर प्रति बैरल और डब्लूटीआई क्रूड का भाव 0.35 डॉलर प्रति बैरल या 0.41 प्रतिशत गिरकर 86.03 डॉलर प्रति बैरल है।
प्रति दिन जारी होते हैं दाम
तेल कंपनियों की ओर से पेट्रोल-डीजल के दाम प्रति दिन सुबह 6 बजे जारी किए जाते हैं। इसमें पेट्रोल-डीजल की कीमत के अलावा केंद्र और राज्य सरकारों की ओर से लगाया जाने टैक्स, ढुलाई की लागत और डीलर कमीशन को जोड़ा जाता है।
तिमाही नतीजों पर ब्रोकरेज फर्मों का अनुमान, मुनाफे में आ सकती है नरमी
9 Oct, 2023 11:30 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
नई दिल्ली । ब्रोकरेज फर्मों का अनुमान है कि चालू वित्त वर्ष की दूसरी तिमाही जुलाई-सितंबर में कंपनियों की आय और मुनाफा वृद्धि में नरमी आ सकती है। पहली तिमाही में देश की प्रमुख सूचीबद्ध कंपनियों का मुनाफा अनुमान से ज्यादा रहा था। ब्रोकरेज के अनुमान के अनुसार निफ्टी 50 कंपनियों का कुल मुनाफा वित्त वर्ष 2024 की दूसरी तिमाही में सालाना आधार पर 19.6 फीसदी बढ़कर 1.75 लाख करोड़ रुपये रह सकता है, जो पहली तिमाही की 37.6 फीसदी वृद्धि से काफी कम है। सितंबर तिमाही में जून तिमाही के मुकाबले कंपनियों का समेकित मुनाफा 8.8 फीसदी घट सकता है और यह पिछली तीन तिमाही में सबसे कम रह सकता है। चालू वित्त वर्ष की दूसरी तिमाही में कंपनी की आय वृद्धि में भी गिरावट आ सकती है। अनुमान के मुताबिक निफ्टी 50 कंपनियों की कुल शुद्ध बिक्री वित्त वर्ष 2024 की दूसरी तिमाही में सालाना आधार पर 5.2 फीसदी बढ़ सकती है जबकि पहली तिमाही में इसमें 7.8 फीसदी का इजाफा हुआ था। अगर अनुमान के मुताबिक आय रही तो यह 11 तिमाही में सबसे कम आय वृद्धि होगी। बाजार विश्लेषकों ने कहा कि हमारा अनुमान है कि निफ्टी कंपनियों का मुनाफा वित्त वर्ष 2024 की दूसरी तिमाही में सालाना आधार पर 21 फीसदी बढ़ सकता है। तेल मार्केटिंग कंपनियों को छोड़ दें तो निफ्टी कंपनियों का मुनाफा 15 फीसदी बढ़ सकता है। कंपनियों के मुनाफे में वृद्धि मुख्य रूप से बैंक एवं वित्तीय कंपनियों, वाहन तथा तेल एवं गैस कंपनियों की बदौलत आएगी। चालू वित्त वर्ष की दूसरी तिमाही में रिलायंस इंडस्ट्रीज के शुद्ध मुनाफे में सालाना आधार पर 33.1 फीसदी बढ़ोतरी होने का अनुमान है और कंपनियों की कुल आय वृद्धि में यह 15.8 फीसदी का योगदान देगी। दूसरी ओर ओएनजीसी, कोल इंडिया, टाटा स्टील आदि के शुद्ध मुनाफे में गिरावट आने का अनुमान है। आय के हिसाब से देखें तो टाटा मोटर्स, मारुति सुजूकी और महिंद्रा ऐंड महिंद्रा की शुद्ध बिक्री सालाना आधार पर दो अंकों में बढ़ने का अनुमान है। इसके उलट हिंडाल्को और ओएनजीसी जैसी कंपनियों की आय में सबसे ज्यादा कमी आने का अनुमान है।
शक्ति पम्पस् को मिला पीएम कुसुम स्कीम कम्पोनेन्ट-सी का पहला 149.7 करोड़ रुपये का कमर्शियल ऑर्डर -
9 Oct, 2023 11:15 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
पीथमपुर/इन्दौर। रिन्युएबल एनर्जी क्षेत्र में प्रमुख कंपनी शक्ति पंप्स को अजमेर विद्युत वितरण निगम के द्वारा पीएम कुसुम स्कीम कम्पोनेन्ट-सी के तहत अपना पहला 149.7 करोड़ रुपये का कमर्शियल ऑर्डर प्राप्त हुआ। यह महत्वपूर्ण उपलब्धि सौलर एनर्जी के उपयोग के लिए भारत की प्रतिबद्धता को दर्शाती है जो ऊर्जा और कृषि पद्धतियों को आत्मनिर्भर भारत बनाने की दिशा में कार्य करती है। इस परियोजना में अकुशल विद्युत पंपों को बीएलडीसी सोलर पंपसेटों से बदला जाएगा जहां पंपसेट सौलर एनर्जी के माध्यम से उत्पन्न बिजली पर चलेंगे और शेष बिजली को ग्रिड में भेजा जा सकेगा, शेष बची हुई बिजली को डिस्कॉम को बिक्री करने से किसानों को कमाई का अवसर भी प्राप्त होगा।
शक्ति पंप्स के चेयरमेन दिनेश पाटीदार ने सरकार की पहल की सराहना करते हुए कहा, ‘‘यह परिवर्तनकारी प्रयास ‘अन्नदाता’ को ‘ऊर्जा दाता’ में बदल देगा। पम्पसेट की कास्ट 10 लाख रुपये है और प्रतिवर्ष 2 लाख रुपये की बिजली बचाकर डिस्कॉम अपने पंपसेट की कास्ट को 5 साल में रिकवर कर पाएगा और साथ ही यह किसानों को कई तरह से सहायता प्रदान करेगा जैसे- 2 लाख तक की सालाना बिजली बिल की बचत और डिस्कॉम को शेष बिजली बेचकर 50 हजार रुपये प्रतिवर्ष और पांच वर्षों में 2.5 लाख रुपये तक कमाने का अवसर प्राप्त होगा। यह स्कीम किसानों की सिंचाई क्षमताओं को बढ़ाता है और पारंपरिक ऊर्जा स्रोतों पर निर्भरता कम करता है, जिससे पूरे देश में किसानों को ऊर्जा सुरक्षा प्राप्त होगी।‘‘ (यह सेविंग कैल्कुलेशन कंपनी के इंटर्नल डिपार्टमेन्ट ने 10 एचपी के पम्पसेट पर की गई है)
इस योजना से डिस्कॉम को किसानों से 3 रुपये प्रति यूनिट पर बिजली खरीदने और इसे 6 रुपये प्रति यूनिट पर बेचने का अवसर प्राप्त होगा। जिससे डिस्कॉम पर टैरिफ सब्सिडी का बोझ कम होगा। यह सिस्टम स्थानीय रूप से इंस्टॉल किया जाएगा और डिस्कॉम के वितरण नेटवर्क से जुड़ा होगा। जिसके कारण ग्रिड के संचालन में आसानी होगी एवं टी एंड डी लॉस में कमी आएगी। ऊर्जा दक्षता और राष्ट्रीय ऊर्जा सुरक्षा को बढ़ावा देने मे और डिस्कॉम को अपने आरपीओ दायित्व को पूरा करने और सोलर को जोड़कर कार्बन फुटप्रिंट को कम करने में मदद मिलेगी। यह स्कीम 2030 तक नॉन-फॉसिल फ्यूल (Non-Fossil Fuel)के सोर्सों से 40% तक की इंस्टॉल कैपेसिटी को पूर्ण करने में भारत की मदद करेगी।
सौलर पंपिंग सिस्टम से जुड़ा ग्रिड एक साथ ऑपरेट करने में सक्षम होगा यानी एक ही समय में पंप का संचालन और ग्रिड को ऊर्जा एक्सपोर्ट करने में आसानी होगी, इससे ग्रिड में अधिक ऊर्जा भेजी जा सकेगी जिससे किसानों को अधिक आय प्राप्त होगी साथ ही पर्यावरण प्रदूषण कम होगा और कृषि क्षेत्र का आधुनिकीकरण होगा। यह माइक्रो एरिगेशन, (Per drop more crop),के माध्यम से किसानों और पूरे देश की प्रगति में एक महत्वपूर्ण रोल निभाएगा, जिससे अधिक फसल, अच्छी उपज, गुणवत्ता और कृषि उपज की अच्छी कीमत प्राप्त होगी।