छत्तीसगढ़ (ऑर्काइव)
रोका छेका अभियान के तहत घुमंतु पशुओं को लगया जा रहा रेडियम बेल्ट एवं टैंग
5 Aug, 2023 10:30 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
कोरिया : कलेक्टर विनय कुमार लंगेह के निर्देशानुसार जिले में खुले में विचरण करने वाले घुमंतु पशुओं से सड़क हादसों से होने वाले पशु हानि एवं जनहानि से बचाव हेतु राष्ट्रीय राजमार्ग 43 एवं अन्य मार्गाे के आस-पास घुमंतु पशुओ में रेडियम बेल्ट लगाने एवं टैग लगाने का अभियान चलाया जा रहा है।
पशु चिकित्सा सेवायें कोरिया के उप संचालक ने बताया कि इस अभियान के क्रियान्वयन हेतु विभागीय अधिकारियों एवं कर्मचारियोें के 06 दल गठित किये है। जिसमें पशु चिकित्सकों के साथ-साथ सहायक पशु चिकित्सा क्षेत्र अधिकारी, पीएआईडब्लू एवं पशुधन मित्रों को दायित्व सौपा गया है। अभियान दल के द्वारा नगर पालिका के कर्मचारियों के सहयोग से नगर के मुख्य मार्ग एवं चौक-चौराहों में घुमने वाले घुमंतु पशुओं के गले में रेडियम बेल्ट एवं कानो में टैग लगाया जा रहा है। साथ ही पशुओं को घरों में बांधकर रखने की सलाह देकर लोगो को जागरूक भी किया जा रहा है। वर्तमान में जिले में कुल 501 घुमंतु पशुओं का रेडियम बेल्ट एवं 109 पशुओं के कानों में टैग लगाया जा चुका है तथा जिस पशु के मालिक के पहचान नही हो रही उसे गौठान में भेजा जा रहा है।
उन्होनें बताया कि रेडियम बेल्ट लगाने से रात्रि में वाहनों की हेड लाईट की रौशनी से पशुओ को बांधे जाने वाले बेल्ट चमकते है एवं वाहन चालक सतर्क हो जाते है जिससे आमजनों के साथ-साथ पशु भी घायल होने से बचेगें। इस सार्थक प्रयास से रात्रि में होने वाली सड़क दुर्घटनाओं को कम किया जा सकता है।
पशु विकास विभाग के उप संचालक ने की अपील -
उन्होनें पशुपालकों से आग्रह एंव अपील कि है कि अपने-अपने पशुओं को खुले मे न छोड़े एवं टैगिगं-रेडियम बेल्ट लगाने में पशुधन विभाग के अधिकारी-कर्मचारियों के दल को सहयोग कर जनहानि एवं पशुहानि से होने वाले दुर्घटना से बचें।
रीपा से जुड़कर ऐश कुमारी और ममता पाव के जीवन में आया बदलाव
5 Aug, 2023 10:15 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
रायपुर : राज्य शासन द्वारा ग्रामीण उद्यमिता को बढ़ावा देने एवं रोजगार सृजित करने के उद्देश्य से रीपा योजना प्रारंभ किया गया है। जिसके तहत राज्य के विभिन्न ब्लॉकों में व्यवसाय एवं लघु उद्योगों को प्राथमिकता के साथ बढ़ावा दिया जा रहा है।
रीपा योजना किस तरह से रोजगार मूलक कार्यों के माध्यम से लोगों के जीवन में बदलाव ला रही है, इसकी एक बानगी रायगढ़ जिले के बैहामुड़ा में स्थित रीपा में देखने को मिली। रीपा रोजगार मूलक कार्यों के साथ उद्यमी सृजित करने का कार्य यहां किया जा रहा है। यहां की निवासी ऐश कुमारी राठिया, जिन्होंने स्नातक और डीसीए की शिक्षा प्राप्त की है। उसके पश्चात उन्होंने रीपा में स्वयं का सीएससी सेंटर प्रारंभ किया है। जहां ऑनलाइन फार्म, आधार से पैसा निकासी, फोटो कापी, टाइपिंग, पासपोर्ट साइज फोटोग्राफी जैसे कार्य कर रही है। वर्तमान में अपने काम को विस्तार देते हुए कियोस्क शाखा प्रारंभ करने की ओर कार्य कर रही है। जिससे ग्रामीणों को गांव में ही बैंक की सुविधा मिल सके एवं खाता खुलवाने, फसल बीमा, केवाईसी की सुविधा उपलब्ध हो सकें। ऐश कुमारी गांव के बुजुर्गों को पैसे निकासी हेतु घर पहुंच सेवा भी प्रदान करती हैं। उन्होंने बताया कि यह सब रीपा के कारण संभव हो पाया हैं, जहां उन्हें वर्किंग शेड, जरूरी तकनीकी उपकरण के साथ हर कार्य में सहयोग मिल रहा हैं। जिससे वह हर माह 12 से 15 हजार रुपये तक की आय अर्जित कर पा रही हैं।
इसी तरह रायगढ़ के ही विकासखंड पुसौर के ग्राम तरड़ा निवासी ममता पाव ने रीपा तरडा में सीएससी सेंटर संचालित कर रही है। उनके द्वारा आधार कार्ड, पेन कार्ड, श्रमिक कार्ड बनाने के साथ ही पेंशन के ऑनलाईन फार्म भरने जैसे सभी कार्य किए जा रहे है। रीपा में भी सीएससी सेंटर चलाने हेतु 01 लाख का वर्किंग केपिटल दिया गया। साथ ही वर्किंग शेड भी प्रदान किया गया। जहां से ममता पाव अपना कार्य संचालित करती है। उनके द्वारा रकम निकासी की सुविधा भी प्रदान की जा रही है। इसके साथ ही कालेज के ऑनलाईन फार्म भरे गये। जिससे उन्हें लगभग 20 हजार रुपये तक की आय प्राप्त हो रही है। सीएससी सेंटर प्रारंभ होने से गांव में ही ग्रामीणों को काफी सहायता मिल रही है।
मुख्यमंत्री ने गोधन न्याय योजना के हितग्राहियों को जारी की 15.29 करोड़ रूपए की राशि
5 Aug, 2023 10:00 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
रायपुर : मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने आज यहां अपने निवास कार्यालय में गोधन न्याय योजना के हितग्राहियों को 73वीं किश्त के रूप में 15 करोड़ 29 लाख रूपए की राशि सीधे उनके बैंक खातों में अंतरित की। मुख्यमंत्री ने इस मौके पर 14-31 जुलाई 2023 तक गौठानों में गोबर विक्रय करने वाले ग्रामीण पशुपालक किसानों को 5 करोड़ 60 लाख रूपए तथा गौठान समितियों एवं महिला स्व-सहायता समूहों को 9 करोड़ 69 लाख रूपए की राशि जारी की। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने कहा कि विगत तीन वर्षों में गोधन न्याय योजना ने अद्व्तिीय सफलताएं हासिल की है। इस योजना को न केवल छत्तीसगढ़ बल्कि देश भर में सराहा गया है। देश के अनेक राज्यों ने हमारा अनुशरण करके इस तरह की योजना लागू की हैं। इस योजना के माध्यम से स्व-सहायता समूह की बहनें आर्थिक रूप से स्वावलंबी बनी है। गोबर विक्रेताओं और गौठान समितियों ने अच्छी आय अर्जित की है। किसान भाईयों में पशुपालन को लेकर रूचि बढ़ी है।
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा कि बीते कई महीनों से देखा जा रहा है कि गोबर खरीदी में भुगतान की जाने वाली राशि में से 60 से 70 प्रतिशत राशि गौठान समितियों द्वारा स्वयं की जमा पूंजी से की जा रही है। यह गौठान समितियों की सक्रियता और उनकी मेहनत का फल है। गौठानों में अभी भी 4.83 लाख क्विंटल वर्मी कम्पोस्ट उपलब्ध है। मैं सभी किसान भाईयों से अपील करता हूं कि वे खेतों में ज्यादा से ज्यादा जैविक खाद का इस्तेमाल करें।
कार्यक्रम में कृषि मंत्री ताम्रध्वज साहू ने कहा कि करीब 38 लाख हेक्टेयर में बोनी का कार्य हो गया है। खेतों में बियासी और रोपाई का कार्य चल रहा है। हमें पूर्ण विश्वास है कि इस बार भी किसान अच्छा उत्पादन करेंगे। छत्तीसगढ़ में किसान शासकीय योजनाओं का भरपूर लाभ ले रहे है। जिससे उनकी आर्थिक स्थिति सुुदृढ़ हो रही है।
उल्लेखनीय है कि गौठानों में गोबर खरीदी में स्वावलंबी गोठानों की भूमिका लगातार बढ़ती जा रही है। गोबर विक्रेताओं को होने वाले 5.60 करोड़ रूपए के भुगतान में से मात्र 2.29 करोड़ रूपए का भुगतान शासन की ओर से किया गया। जबकि 3.31 करोड़ रूपए का भुगतान स्वावलंबी गौठान स्वयं की राशि से किया। राज्य में 10,278 गौठान निर्मित एवं संचालित हैं, जिसमें से 5985 गौठान पूरी तरह से स्वावलंबी हो चुके हैं। स्वावलंबी गौठानों ने अब तक 70.27 करोड़ रूपए का गोबर पशुपालक किसानों से स्वयं की राशि से किया है।
गौरतलब है कि आज किसानों को राशि अंतरित करने के बाद गोधन न्याय योजना के अंतर्गत हितग्राहियों को 541.66 करोड़ रूपए का भुगतान किया जा चुका है। गोधन न्याय योजना के तहत गौठानों में अब 128.34 लाख क्विंटल गोबर की खरीदी हो चुकी है, जिसमें से 125.54 लाख क्विंटल गोबर खरीदी की एवज में गोबर विक्रेताओं को 250.08 करोड़ रूपए का भुगतान किया जा चुका है। आज 5.60 करोड़ रूपए के भुगतान के बाद गोबर खरीदी के एवज में अब तक राशि 255.68 करोड़ रूपए का भुगतान किया जा चुका है। गौठानों समितियों एवं महिला स्व-सहायता समूहों को 257.29 करोड़ रूपए के भुगतान किया जा चुका है। आज 9.69 करोड़ रूपए के भुगतान के बाद यह आंकड़ा बढ़कर 266.98 करोड़ रूपए हो गया है। कार्यक्रम में मुख्यमंत्री के सलाहकार प्रदीप शर्मा, अपर मुख्य सचिव सुब्रत साहू, कृषि उत्पादन आयुक्त डॉ. कमलप्रीत सिंह, प्रबंध संचालक गोधन न्याय मिशन डॉ. अयाज फकीर भाई तम्बोली, राज्य नोडल अधिकारी रीपा गौरव सिंह, संचालक कृषि एवं पशुधन चंदन त्रिपाठी, उप सचिव तूलिका प्रजापति, संचालक उद्यानिकी मातेश्वरन, राज्य नोडल अधिकारी एनआरएलएम पद्मिनी भोई साहू एवं अन्य अधिकारी उपस्थित रहे।
छत्तीसगढ़ परब को दिया जा रहा बढ़ावा
5 Aug, 2023 09:45 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
रायपुर : आदिवासी संस्कृति की अपनी एक विशिष्ट पहचान है। उनकी बोली भाषा, संस्कृति, परम्परा से, रीति रिवाजों से जाना जाता है। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने विश्व आदिवासी दिवस पर 9 अगस्त 2022 से शासकीय अवकाश का लाभ देकर उनकी बरसों की मांग पूरी कर दी है। ताकि अपने रीति रिवाजों और त्योहार को हर्षाेल्लास के साथ मना सकें छत्तीसगढ़ शासन उनके विकास के लिए अनेकों काम कर रही है। आदिवासी संस्कृति को बढ़ावा देने के लिए आदिवासी सांस्कृतिक का परिक्षण एवं विकास योजनान्तर्गत आदिवासी बाहुल्य क्षेत्रों में आदिवासियों के पूजा एवं श्रद्धा स्थलों पर देवगुड़ी के निर्माण मरम्मत योजना संचालित है। विगत साढ़े चार वर्षों में देवगुड़ी ठाकुरदेव एवं सांस्कृतिक केंद्र घोटुल निर्माण, मरम्मत योजना अंतर्गत प्रदाय की जाने वाली राशि में उल्लेखनीय रूप से वृद्धि की गई है। प्रति देवगुड़ी की राशि 1 लाख रूपए से बढ़ाकर 5 लाख रुपए प्रति देवगुड़ी कर दिया गया। योजना के स्वरूप राशि में 5 गुना वृद्धि हुई है। इसके साथ ही अबुझमाड़िया जनजाति समुदायों में प्रचलित घोटुल प्रथा को संरक्षित रखने के लिए विशेष प्रयास किया जा रहा है।
छत्तीसगढ़ शासन ने विगत चार वर्षों में 2763 देवगुड़ी के लिए राशि 5185.83 लाख रुपए की स्वीकृति दी गई है। साथ ही अबुझमाड़िया संस्कृति के विकास और उत्थान के लिए बस्तर संभाग के नारायणपुर जिले में 104 घोटुल निर्माण के लिए राशि 470.00 लाख रुपए की स्वीकृति दी गई है। आदिवासी के त्योहारों को बढ़ावा देने के लिए मुख्यमंत्री आदिवासी परब सम्मान निधि योजना की शुरुआत की गई है। वित्तीय वर्ष 2023-24 में मुख्यमंत्री आदिवासी परब सम्मान निधि योजना अंतर्गत आदिवासियों में तीज,सरना,देवगुड़ी,नवाखाई,छेरछेरा, अक्ती,हरेली त्यौहारों, उत्सवों मेला,मड़ई जात्रा आदि पर्व की परम्परागत संस्कृति का विकास और उनके आगामी पीढ़ी को हस्तांतरण करने के लिए योजना की शुरुआत की गई है। अनुसूचित क्षेत्र की प्रत्येक ग्राम पंचायत को राशि उपलब्ध कराई जा रही है।
मुख्यमंत्री आदिवासी परब सम्मान निधि योजना के तहत प्रत्येक ग्राम पंचायत को राशि 10 हजार रुपए दिए जाने का प्रावधान है। वित्तीय वर्ष 2023-24 में योजना के क्रियान्वयन के लिए राशि 5 लाख रुपए का प्रावधान किया गया है। वर्ष 2023-24 में वित्तीय नियमानुसार प्रथम किस्त की राशि 5 हजार के मान से 5633 ग्राम पंचायतों को डीबीटी के माध्यम से सीधे उनके खाते में राशि 281.85 लाख हस्तांतरित की गई।
आई फ्लू की चपेट में आए 20 छात्र....
5 Aug, 2023 03:22 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
गौरेला पेंड्रा मरवाही के दूरस्थ आदिवासी बाहुल्य गांव बस्तीबगरा के कोटमीखुर्द बालक आश्रम में रहकर पढ़ाई करने वाले 20 बच्चे आई फ्लू की चपेट में आ गए हैं। फिलहाल छात्रावास अधीक्षक की सूचना पर मेडिकल टीम ने छात्रावास पहुंचकर बच्चों का इलाज शुरू कर दिया है और आवश्यक दिशा निर्देश भी दिए गए हैं। पूरा मामला जिले के दूरस्थ आदिवासी बाहुल्य गांव बस्तीबगरा के कोटमीखुर्द का है। जहां पर संचालित आदिवासी बालक आश्रम में रहकर पढ़ाई करने वाले 50 बच्चो में से 20 बच्चे आई फ्लू से संक्रमित हो गए हैं। एक के बाद एक कई बच्चों ने आंखो में तकलीफ की शिकायत आश्रम के अधीक्षक प्रेम सिंह कुशराम से की। जिसके बाद आश्रम के अधीक्षक ने मामले की जानकारी आदिवासी विभाग के उच्चाधिकारियो के साथ स्वास्थ्य विभाग को दी। आश्रम अधीक्षक की सूचना पर स्वास्थ्य अमला मौके पर पहुंचकर बच्चों की जांच शुरू कर दी है। जहां पर लगभग सभी बच्चो की जांच की गई जिसमें से 20 बच्चो को आई फ्लू के लक्षण दिखाई दिए हैं। फिलहाल बच्चों को चिकित्सकीय जांच के बाद आई ड्राप के साथ दवाइयां उपलब्ध कराई गई हैं। साथ ही आश्रम अधीक्षक को भी बच्चों पर विशेष ध्यान देने को कहा गया है। साथ ही अगर बच्चों को अधिक समस्या होती है तो तत्काल डॉक्टरों से संपर्क कर मामले की जानकारी देने को कहा गया है। साथ ही पूरे मामले में संबंधित विभाग के साथ जिला प्रशासन ने भी नजर बनाकर रखे हुए हैं।
आज भी प्रदेश के कई इलाकों में होगी गरज चमक के साथ बारिश....
5 Aug, 2023 02:28 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
छत्तीसगढ़ में बीते 5 दिनों से लगातार बारिश हो रही है। आज भी राजधानी रायपुर में बादल छाए हुए हैं। राज्य के कई जिलों में गरज चमक के साथ बौछारें पड़ने की आसार हैं। कई जगहों पर हल्की मध्यम बारिश तो कई स्थानों में भारी बारिश होने की संभावना है। छत्तीसगढ़ में बीते 5 दिनों से लगातार बारिश हो रही है। प्रदेश में एक जून से लेकर तीन अगस्त तक 591.7 मिमी बारिश हुई है। 6 अगस्त को भी कई स्थानों पर बारिश की संभावना है। मौसम विभाग के अनुसार, फिलहाल प्रदेश में कम बारिश हो सकती है। वहीं अधिकतम तापमान में बढ़ोतरी शुरू होगी। बीते दिनों शुक्रवार को सुबह से ही बदल छाए हुए थे। वहीं हल्की मध्यम बारिश पूरे दिनभर होती रही। आज भी मौसम वैसा ही बना हुआ है। लगातार बारिश से तापमान में भी कमी आई है। इससे ठंडक महसूस की जा रही है। वहीं प्रदेश के नदी-नाले उफान पर हैं। शहर के हिस्सों में जलभराव है। कई जगहों की सड़कें भी डूब गई हैं।
गली-मोहल्ले में भी भरा पानी
राजधानी रायपुर समेत प्रदेश के कई निचले भागों में जलभराव ज्यादा है। ऐसे रूट में आवागमन के लिए लोगों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। नदी-नाले में जलभराव से राहगीरों को परेशान हो रही है। बीते दिनों की बारिश से शहर के मुख्यमार्गों के साथ ही गली-मुहल्लों में भी जलभराव है।
बारिश के आंकड़े सेमी में
बारिश के मुख्य आंकड़े सेंटीमीटर में घरघोड़ा में 11, पेंड्रा में 10, पेंड्रारोड में 7, जशपुरनगर, प्रेम नगर, मनेंद्रगढ़, शक्ति, में 5, मरवाही, रामानुजनगर, भानूप्रतापपुर, बैकुंठपुर, प्रतापपुर, भाटापारा, लोरमी में 4, बेरला, मस्तूरी, कोटा, दुर्ग, बलौदा, बिलासपुर, मानपुर, बेमेतरा, लैलूंगा, छुईखदान, अकलतरा, मोहल्ला, तखतपुर, राजनंदगांव, बगीचा, मुंगेली, बालोद, लखनपुर, बिलाईगढ़, कुनकुरी, कस्तूर और कोरबा में 2 सेंटीमीटर बारिश दर्ज की गई है। इसके साथ ही प्रदेश के कई स्थानों में इससे कम बारिश दर्ज की गई है।
यहां बन रहा सिस्टम
एक कम दाम का क्षेत्र उत्तर-पूर्व मध्य प्रदेश और इससे लगे दक्षिण-पूर्व उत्तर प्रदेश के ऊपर स्थित है। इसके साथ ऊपरी हवा का चक्रीय चक्रवाती परिसंचरण 7.6 किलोमीटर ऊंचाई तक फैला हुआ है। मानसून द्रोणिका का मध्य समुद्र तल पर अमृतसर, करनाल, दिल्ली, हमीरपुर निम्न दाब का केंद्र रांची दीघा और उसके बाद दक्षिण-पूर्व की ओर उत्तर-पूर्व बंगाल की खाड़ी तक स्थित है। इससे प्रदेश में मानसून का सिस्टम बना हुआ है।
बेहोश होकर गिरे तीन लोग, एक की गई जान....
5 Aug, 2023 02:18 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
छत्तीसगढ़ के कोरबा के सीतामढ़ी में निर्माणाधीन एक सेप्टिक टैंक में कुछ युवक महुआ शराब बनाने का अवैध काम कर रहे थे। निर्माणाधीन सेप्टिक टैंक को सुरक्षित मानकर उसमें शराब बनाने की प्रक्रिया चल रही थी। महुआ लहान निकालने के लिए 10 फीट गहरे टैंक में उतरा 30 वर्षीय नरेंद्र कुमार सहिस बेहोश हो गया। यह जानकारी मिलने पर मान गुड्डू और बिहारी यादव नामक दो युवक भी बारी-बारी टैंक में उतरे, लेकिन वह दोनों भी बेहोश हो गए। इस बारे में जानकारी लगते ही पूरे इलाके में हड़कंप मच गया। आनन फानन में उन्हें बाहर निकाला गया। जिसके बाद उन्हें चिकित्सक के पास ले जाया गया। जहां डॉक्टरों ने नरेंद्र सहिस को मृत घोषित कर दिया। मान गुड्डू और बिहारी यादव की हालत गंभीर है, उनका इलाज किया जा रहा है। पुलिस मौके पर पहुंच गई है और मामले की छानबीन कर रही है।
विशेष समुदाय के तीन लोगों ने किसान को मारा चाकू....
5 Aug, 2023 02:12 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
जगदलपुर कोड़ेनार थाना क्षेत्र के ग्राम मटकोट में शनिवार की सुबह विशेष समुदाय के तीन लोगों ने एक किसान को इसलिए चाकू मार दिया क्योंकि वह अपना धर्म परिवर्तन नहीं करना चाहता था। घटना की जानकारी लगते ही जहां पुलिस टीम को मटकोट में तैनात कर दिया गया है। वहीं घायल को बेहतर उपचार के लिए मेकाज में भर्ती किया गया है। मामले के बारे में जानकारी देते हुए घायल सीताराम मंडावी के भाई रामधर मंडावी ने बताया कि कोंडागांव में रहने वाली सुकमती ने अपने 10 से 12 एकड़ जमीन को सीताराम को देखभाल करने के लिए दिया हुआ है। उसका कहना था कि मटकोट कोटवारपारा में रहने वाला सीताराम उसके खेत की देखभाल के साथ ही हर व्यवस्था को भी देखता। वहीं गांव में विशेष समुदाय के करीब 5 से 10 परिवार वहां पर निवास भी कर रहे थे, इन समुदाय के द्वारा गांव के लोगों को अपने धर्म परिवर्तन करने को लेकर दबाव भी दे रहे थे। जिसे गांव के लोगों ने अपने धर्म को छोड़ने से मना भी कर दिया, जिसके बाद मामला बढ़ने के बाद इस मामले को लेकर गांव में कई बार बैठक भी आयोजित की गई। सीताराम शनिवार की सुबह अपने दोस्त राजेश के साथ खेत पर काम कर रहा था कि अचानक सुबह सात बजे गांव के बामन, देवा और जयराम सीताराम के पास पहुंचे और विवाद करने लगे। जिसे मना करने पर सीताराम की पीठ में आरोपियों ने चाकू मार दिया। सीताराम के साथ मौजूद राजेश ने घटना की जानकारी घायल के परिजनों को दी। जिसके बाद घायल को हॉस्पिटल लाया गया। जबकि घटना के बाद आरोपी मौके से फरार हो गए, गांव में चाकूबाजी की घटना की जानकारी लगते ही कोड़ेनार पुलिस के साथ ही जगदलपुर से पुलिस टीम को मौके पर पहुंची। जानकारी लगते ही परपा पुलिस, कोतवाली थाना प्रभारी, बोधघाट थाना प्रभारी के अलावा अन्य स्टाफ मौके पर पहुंच मामले की पूछताछ में जुट गए है, वहीं, घायल कुछ भी बोल पाने में अभी सक्षम नहीं है।
सड़क निर्माण न होने से नाराज पंच ने टावर पर चढ़कर किया हंगामा....
5 Aug, 2023 11:46 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
बिलासपुर जिले मे अजीबो-गरीब मामला सामने आया जिसमे एक व्यक्ति अपनी मांग को लेकर मोबाइल टावर पर चढ़ गया। जिसके बाद प्रशासन के आला अधिकारियों ने काफी समझाकर उसे नीचे उतारा। दरअसल तखतपुर मे सड़क की मांग पूरी नहीं होने पर एक पंचायत का पंच मोबाइल टावर पर चढ़ गया। इसकी जानकारी मिलने पर नायब तहसीलदार और थाना प्रभारी भी मौके पर पहुंच गए और आश्वासन देकर उसे टावर से नीचे उतारा। यह मामला शुक्रवार शाम का बताया जा रहा है। बता दें कि शोले फिल्म के धर्मेंद्र की तरह ग्राम पंचायत देवरी के पंच जयशंकर चौबे पंचायत क्षेत्र में सड़क नहीं बनने से परेशान हो गया। उसका कहना है कि कई बार सड़क के लिए प्रयास किया गया लेकिन काम नहीं हो पाया। जो अपनी मांग को पूरी होता न देख शुक्रवार को गांव के मोबाइल टावर पर चढ़ गया और सड़क नहीं बनने पर प्रशासन के खिलाफ नारे बाजी करता रहा। गांव के पंच के द्वारा टावर में चढ़ने की जानकारी मिलने पर थाना प्रभारी तखतपुर एस आर साहू और नायब तहसीलदार राहुल साहू पहुंचें और टावर पर चढ़े जयशंकर चौबे को समाझा बुझाकर टावर से नीचे उतारा गया। पंच को आश्वस्त किया गया कि उसकी मांग के बारे में उच्चाधिकारीयों को अवगत कराया जाएगा और जल्द पूरा कराया जाएगा।
सड़क पर दिखे मवेशी तो लगेगा भारी जुर्माना, आदेश जारी....
5 Aug, 2023 11:37 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
छत्तीसगढ़ में आईएस-आईपीएस ऑफिसर इन दिनों आवारा गाय, भैंस, बैल, सांड को पकड़वाने में जुटे हैं। कई ऑफिसर्स की इस कार्य पर ड्यूटी लगा दी गई है। मुख्य सचिव अमिताभ जैन ने प्रदेश के अधिकारियों को इस संबंध में निर्देश जारी किए हैं। इतना ही नहीं सड़क पर घूमने वाले मवेशियों को कैसे पकड़ा जाए। इसके लिए अधिकारियों को टिप्स भी दिए गए हैं। मवेशियों को पकड़ने को लेकर मंत्रालय में बकायदा बैठक ली गई थी। बंद कमरे में सीनियर ऑफिसर्स से चर्चा भी की गई कि सड़क पर घूमने वाले मवेशियों को कैसे पकड़ा जाए। इसमें कई अधिकारियों ने अपने-अपने सुझाव दिए। अब रायपुर में इस दिशा में काम भी शुरू हो चुका है। सड़कों, सार्वजनिक स्थानों, उद्यानों में मवेशियों को घूमते पाए जाने पर संबधित पशुपालक से एक हजार रुपए जुर्माना लिया जाएगा। वहीं पशुओं को कांजी हाउस भेजा जाएगा। ऐसा दोबारा होने पर पांच सौ रुपए जुर्माना लिया जाएगा। ग्रामीण क्षेत्रों में पशु पालकों पर सख्त कार्रवाई करने के निर्देश जारी किए गए हैं। इस संबंध में कलेक्टर डॉ सर्वेश्वर नरेन्द्र भुरे ने आदेश जारी किया है। ग्राम पंचायत के सचिवों को इस कार्य के लिए अधिकृत किया गया है। साथ ही पशु अतिचार अधिनियम के तहत पशुपालकों पर कार्रवाई करने के निर्देश भी दिए गए हैं।
विभिन्न हाईवे में दुर्घटना जन्य स्थान चिन्हित
कलेक्टर डॉ सर्वेश्वर नरेन्द्र भुरे ने इस संबंध में आज शुक्रवार को बैठक ली। इसमें जिला पंचायत के मुख्यकार्यपालन अधिकारी अविनाश मिश्रा, नगर निगम राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण और पुलिस विभाग के अधिकारी उपस्थित थे। डॉ भुरे ने कहा कि राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण और जिला प्रशासन द्वारा जिले के विभिन्न हाईवे में दुर्घटना जन्य स्थान चिन्हित किए गए हैं। जिसमें सेरीखेड़ी, संतोषी नगर, सिलतरा, सिंघनपुर, पारागांव-आरंग, चरौदा, उरला, फुंडहर, अभनपुर और टाटीबंध इत्यादि स्थान शामिल हैं।
पास के गौठानों में होंगे शिफ्ट
इनके सहित हाईवे में अन्य स्थानों पर घूमते पाए जाने वाले आवारा पशुओं को संयुक्त दल की ओर से हटाया जाएगा। करीब के गौठानों में शिफ्ट किया जाएगा। इस व्यवस्था में पुलिस विभाग आवश्यक सहयोग करेगी। उन्होंने कहा कि गौठान में चारा-पानी तथा अन्य व्यवस्थाओं का समुचित प्रबंध किया जाएगा। साथ ही घायल पशुओं का इलाज भी कराया जाएगा। नगरीय क्षेत्रों में विभिन्न सड़कों में विचरण करने वाले आवारा पशुओं को गौठानों में रखा जाए। उन्होंने आवारा पशुओं में निरंतर रेडियम लगाने तथा टैगिंग करने के निर्देश दिए।
रेडियम लगाने और टैगिंग करने में रायपुर का पहला स्थान
बैठक में पशुपालन विभाग के अधिकारियों ने बताया कि रेड़ियम बेल्ट और टैगिंग लगाने की कार्रवाई की जा रही है, जिसमें रायपुर जिला प्रथम स्थान पर है। जिले में अब तक 1 हजार 769 आवारा पशुओं को रेडियम बेल्ट लगाया गया है और 1 हजार 406 पशुओं में टैगिंग की गई है। साथ ही 8 हजार 687 पशुओं को गौ-शाला और गौठानों में शिफ्ट किए गए हैं।
पशुओं के विचरण रोकने बनाई मॉनिटरिंग समिति
नगर निगम रायपुर के अधिकारियों ने बताया कि आवारा पशुओं से मुक्त कराने के निरीक्षण के लिए मॉनिटरिंग समिति गठित की गई है। साथ ही सभी जोन के चिन्हित स्थान पर आवारा पशुओं के न पाए जाने की कार्रवाई सुनिश्चित की जा रही है। निगम क्षेत्र के पशु पालकों को अपने पशुओं को गौशाला में रखने की समझाइस दी जाएगी। दो पालियों में काऊ कैचर गाड़ी एवं संबंधित टीम भेजकर कार्रवाई की जाएगी पशुओं को पकड़ कर गौठान और कांजी हाउस में रखा जाएगा। पशुओं को कांजी हाउस और गौठानों में शिफ्ट किया जाएगा। पशुपालक की सहमति पत्र और अर्थदंड के साथ ही पशुओं मुक्त किया जाएगा। कांजी हाउस और गौठान में पशुओं के चारा-पानी तथा अस्वस्थ्य पशुओं के इलाज की व्यवस्था की गई है।
सीएसवीटीयू में बनाया जाएगा सेंटर आफ एक्सीलेंस, 15 करोड़ की लागत से बनने वाली यूनिट में स्टार्टअप इकाइयों के प्रमोशन की होगी सुविधा
4 Aug, 2023 10:30 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
रायपुर : स्वामी विवेकानंद टेक्निकल यूनिवर्सिटी में सेंटर ऑफ एक्सीलेंटस की स्थापना की जाएगी। 15 करोड़ रुपए की लागत से बनने वाले इस संस्थान में स्टार्टअप यूनिट्स के लिए जगह भी होगी और लैब भी होगा। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने यह घोषणा दुर्ग संभाग में युवाओं से भेंट मुलाकात के दौरान की। उन्होंने कहा कि अभी बैंगलोर जीएसटी प्राधिकरण ने छात्रावास में रहने वाले छात्रों पर 12 प्रतिशत जीएसटी लगा दिया है। इस निर्णय को वापस लेने का अनुरोध हमने भारत सरकार से किया है। यह निर्णय यदि वापस नहीं होता तो इस राशि का वहन छत्तीसगढ़ सरकार करेगी लेकिन बच्चों पर अतिरिक्त भार नहीं आने देंगे। मुख्यमंत्री ने अपने संबोधन में सभी वर्गाे के हितों से संबंधित किये गये कार्यों की विस्तार से जानकारी दी। उन्होंने बताया कि हमने पौने दो लाख करोड़ रुपए डीबीटी के माध्यम से हितग्राहियों के खाते में डाले। इससे बाजार में पैसा आया और छ्त्तीसगढ़ मंदी से दूर रहा। हमने उद्यानिकी विश्वविद्यालय आरंभ किया और मेडिकल कालेज भी खोले हैं। हमने 112 करोड़ रुपए बेरोजगारी भत्ते के रूप में दिये हैं। 300 रीपा बनवाया है। 1186 करोड़ रुपए की राशि से 36 आईटीआई का उन्नयन कर रहे हैं। इससे दस हजार पद सृजित होंगे। जहां जहां भेंट मुलाकात होती है मुझसे लोग स्वामी आत्मानंद इंग्लिश मीडियम स्कूल और सहकारी बैंक की माँग होती है। इंग्लिश मीडियम स्कूलों की जरूरत थी और कालेजों की भी। हमने दस इंग्लिश मीडियम कालेज आरंभ किये हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि अपनी परंपरा को सहेजने की दिशा में भी हमने कार्य किया है। इस मौके पर गृह मंत्री और कृषि मंत्री ताम्रध्वज साहू एवं पंचायत एवं उच्च शिक्षा मंत्री रविंद्र चौबे, महिला एवं बाल विकास मंत्री अनिला भेड़िया संसदीय सचिव कुंवर सिंह निषाद, वरिष्ठ विधायक अरूण वोरा, विधायकगण देवेन्द्र यादव, संगीता सिन्हा, छन्नि साहू, छत्तीसगढ़ विकास निगम के अध्यक्ष गिरीश देवांगन, अतिरिक्त मुख्य सचिव सुब्रत साहू, सचिव डॉ कमलप्रीत सिंह, सचिव सिद्धार्थ कोमल परदेशी सहित स्थानीय जनप्रतिनिधि सहित बड़ी संख्या में युवा छात्र छात्रायें उपस्थित थे।
इतनी वैकेंसी निकाली कि मुझे पोस्ट आने लगे कि अतेक उत्ता, धुर्रा वैकेंसी मत निकाल कका, तैयारी करे बर समय दे- मुख्यमंत्री ने कहा कि हमने 41 हजार पदों पर वैकेंसी निकाली है। रिक्त पदों पर भर्ती की प्रक्रिया तेजी से की जा रही है। यहां तक कि कोई कोई युवक मेरे पोस्ट पर कमेंट भी करते हैं कि अतेक ऊत्ता-धुर्रा वैकेंसी मत निकाल कका, अभी मोर तैयारी नइ होय हे। अंकित ने यह प्रश्न पूछा था कि कृषि विभाग में पोस्ट जल्द निकाल दें। मुख्यमंत्री ने कहा कि शीघ्र ही निकालेंगे। सुनील सिल्हारे ने कहा कि संगीत के टीचर की नियुक्ति कराएं। मुख्यमंत्री ने कहा कि पहले इंदिरा संगीत एवं कला विश्वविद्यालय में महाविद्यालय नहीं थे। अब यहां से संबद्ध 5 महाविद्यालय हो गये हैं इससे संगीत प्राध्यापकों की नियुक्ति की राह भी खुल गई है। विमल सोनी ने कहा कि कांस्टेबल की नियुक्ति भी शीघ्र कराइये। मुख्यमंत्री ने कहा कि अभी पुलिस विभाग में अन्य पदों की नियुक्ति चल रही है जैसे ही यह पूरी होती है हम कांस्टेबल में भर्ती प्रक्रिया आरंभ करा देंगे।
स्टाइपेंड बढ़ाने पर हो रहा विचार- नर्सिंग की एक छात्रा संजना ने स्टाइपेंड बढ़ोत्तरी की माँग रखी। मुख्यमंत्री ने कहा कि इस पर पहले ही विचार चल रहा है। हम इसे पक्का बढ़ा देंगे। आरती देशमुख ने कहा कि पालीटेक्निक में स्कोप तब बढ़ेगा जब यहां साफ्टवेयर कंपनियां आएंगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि इस पर काम चल रहा है। जल्द ही आपको अच्छी सूचना मिलेगी।
जैसे रायपुर में नालंदा, वैसे ही दुर्ग में तक्षशिला- एक छात्र ने मुख्यमंत्री से कहा कि रायपुर में नालंदा परिसर बहुत अच्छा है। ऐसा ही परिसर यदि दुर्ग संभाग में भी हो जाए तो बहुत अच्छा है। इस पर मुख्यमंत्री ने कहा कि नालंदा की तरह ही तक्षशिला परिसर दुर्ग में बनेगा। इसके लिए 20 करोड़ रुपए का बजट दिया गया है। कमलेश साहू ने कहा कि ग्रामीण क्षेत्रों में कोच मिलेंगे तो खेल और बढ़ेगा। आप छत्तीसगढ़िया ओलंपिक के माध्यम से बहुत अच्छा काम कर रहे हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि हमने 8 आवासीय खेल अकादमी आरंभ की। नये स्टेडियम बनवाये हैं। अभी मैं बिलासपुर गया था वहां बहतराई स्टेडियम कितना बढ़िया बना है। अबूझमाड़ के खिलाड़ी मल्लखंभ के माध्यम से पूरे देश में छत्तीसगढ़ का नाम रोशन कर रहे हैं।
आल्हा और रैप शैली के गीतों से अपनी प्रतिभा दिखा मंत्रमुग्ध किया युवकों ने- बेमेतरा जिले के मनीष वर्मा ने आल्हा गीत के माध्यम से सबका मन खुश कर दिया। लेथे सबके धान ल भैया, देथे बढ़िया दाम, कका राज म खुश हे भारी, नोनी बाबू सब सियान। प्रतीक ने रैप गाना गाकर लोगों को खुश कर दिया। सभी युवाओं ने अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन किया। मुख्यमंत्री ने कहा कि दुर्ग जिले के युवा बहुत प्रतिभाशाली हैं।
शिक्षा में रचनात्मकता को बढ़ावा दिया जाये - राज्यपाल विश्वभूषण हरिचंदन
4 Aug, 2023 10:15 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
रायपुर : रचनात्मकता शिक्षा की वास्ताविक क्षमता को उजागर करने की कुंजी है। शिक्षा में रचनात्मकता की शक्ति का उपयोग करने के लिए, हमें ऐसे वातावरण को बढ़ावा देना चाहिए जो प्रयोग और जोखिम लेने को प्रोत्साहित करे। शिक्षकों को रचनात्मक शिक्षण विधि से पढ़ाने के लिए सशक्त बनाया जाना चाहिए। राज्यपाल विश्वभूषण हरिचंदन ने भोपाल में चल रहे अंतर्राष्ट्रीय साहित्य उत्सव में आयोजित परिचर्चा में उक्त विचार व्यक्त किया।
संस्कृति मंत्रालय भारत सरकार एवं साहित्य अकादमी द्वारा रवींद्र भवन भोपाल में आयोजित अंतर्राष्ट्रीय साहित्य उत्सव ‘‘उन्मेष‘‘ के अंतर्गत आज रचनात्मकता बढ़ाने वाली शिक्षा विषय पर परिचर्चा आयोजित की गई थी। जिसमें राज्यपाल हरिचंदन बतौर मुख्य अतिथि शामिल हुये।
परिचर्चा में राज्यपाल ने हरिचंदन ने अपने विचार व्यक्त करते हुए कहा कि रचनात्मकता अकादमिक विषयों की गहरी समझ को बढ़ावा देती है। जब छात्रों को रचनात्मक रूप से सोचने के लिए प्रोत्साहित किया जाता है, तो वे रटने तक ही सीमित नहीं रहते हैं, बल्कि वे विभिन्न दृष्टिकोणों का पता लगाते हैं और विभिन्न समाधानों के साथ प्रयोग करते हैं। यह प्रक्रिया उनके महत्वपूर्ण सोच कौशल को बढ़ाती है और उन्हें जटिल अवधारणाओं को अधिक आसानी से समझने में सक्षम बनाती है। इसके अलावा, रचनात्मकता जिज्ञासा पैदा करती है। यह विद्यार्थियों को अपने आसपास की दुनिया पर सवाल उठाने और पाठ्यपुस्तकों की सीमाओं से परे उत्तर खोजने के लिए मजबूर करता है। उनकी सहज जिज्ञासा को पोषित करने से शिक्षा एक कठिन कार्य के बजाय मनोरंजक बन जाती है। जिज्ञासु दिमाग सीखने के लिए अधिक व्यस्त और प्रेरित होते हैं, जिससे शैक्षिक अनुभव अधिक सार्थक और स्थायी हो जाता है।
राज्यपाल ने आगे कहा कि जब विद्यार्थियों को लीक से हटकर सोचने के लिए प्रोत्साहित किया जाता है, तो वे असफलताओं को सफलता की सीढ़ी के रूप में स्वीकार करना सीखते हैं। वे समझते हैं कि गलतियाँ डरने की चीज नहीं हैं बल्कि मूल्यवान सबक हैं जिनका उपयोग उनके विचारों और दृष्टिकोणों को परिष्कृत करने के लिए किया जा सकता है। यह लचीलापन एक आवश्यक जीवन कौशल है जो कक्षा से परे जाकर उन्हें अपने व्यक्तिगत और व्यावसायिक जीवन में चुनौतियों का सामना करने के लिए तैयार करता है।
जब कला, लेखन या किसी अन्य रचनात्मक माध्यम के माध्यम से खुद को अभिव्यक्त करने के लिए प्रोत्साहित किया जाता है, तो उनमें अपनी भावनाओं और दूसरों की भावनाओं की गहरी समझ विकसित होती है। यह सहानुभूति एक अधिक दयालु समाज की मजबूत नींव बनाती है। हरिचंदन ने शिक्षको, माता-पिता और समाज से अपील करते हुए कहा कि शिक्षा में रचनात्मकता को बढ़ावा देने के लिए सभी साथ मिलकर काम करें और हमारे बच्चों के जीवन और उनके द्वारा आकार दी जाने वाली दुनिया पर इसके परिवर्तनकारी प्रभाव को देखें।
परिचर्चा कार्यक्रम की अध्यक्षता रमेश पोखरियाल ‘निशंक‘ ने की। अन्य वक्ताओं के रूप में चक्रधर त्रिपाठी, गिरीश्वर मिश्र, गोविंद प्रसाद शर्मा, शांतिश्री धुलिपुड़ी पंडित और वी. कामकोटि उपस्थित रहे।
बेमेतरा जिले के सैकड़ों युवा विद्यार्थी पहुँचे मुख्यमंत्री की भेंट मुलाकात कार्यक्रम में
4 Aug, 2023 10:00 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
बेमेतरा : मुख्यमंत्री भूपेश बघेल छत्तीसगढ़ की सभी 90 विधानसभा क्षेत्रों में प्रदेश व्यापी भेंट मुलाकात के बाद आज दुर्ग संभाग के युवाओं से भेंट मुलाकात की। इससे पहले एक अगस्त को मुख्यमंत्री बघेल ने बिलासपुर में बिलासपुर संभाग के युवाओं से मुलाकात की थी। आज यहां पूरे दुर्ग संभाग के जिलों राजनांदगांव, कबीरधाम (कवर्धा), बालोद, बेमेतरा, खैरागढ़, मानपुर-मोहला-अंबागढ़-चौकी और दुर्ग जिले से कॉलेज और यूनिवर्सिटी में पढ़ने वाले युवा आए। कार्यक्रम का आयोजन जयंती स्टेडियम, भिलाई में किया गया था। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने एसई युवाओं से सीधी बातचीत की।
बेमेतरा ज़िले के सैकड़ों युवा विद्यार्थी भेंट मुलाकात कार्यक्रम में पहुँचे। बेमेतरा के मनीष वर्मा ने मंच पर पहुँच कर मुख्यमंत्री से भेंट की। उन्होंने शासन की योजना का बखान छत्तीसगढ़ी भाषा में कविता के जरिए प्रस्तुत किया।
मनीष वर्मा ने बताया कि मैं मां भद्रकाली की भूमि बेमेतरा से हूँ। आज मैं अपने छत्तीसगढ़ के विकास को आल्हा छंद से सुनाता हूँ।फिर बहुत सुंदर छंद सुनाया।
लेथे सबके धान ल भैया, देथे बढ़िया दाम।
नरवा गरवा घुरूवा के भारी शोर।
मिल गे हमला भांचा राम।
कका राज म खुश हे भारी, नोनी बाबू सब सियान
उनकी शानदार कविता लोगों को मंत्रमुग्ध कर गई ।
बेमेतरा के मेढ़की गांव से आयुर्वेद चिकित्सा के छात्र हरीश साहू ने आयुर्वेद में भर्ती का अनुरोध किया। उन्होंने स्वास्थ्य केंद्र में नियुक्ति की मांग रखी। मुख्यमंत्री ने कहा कि अभी 121 पद की वैकेंसी निकली है और भी निकालेंगे। मुख्यमंत्री के आगमन के साथ ही युवाओं का जोश दोगुना हो गया है। धुमाल और बैंड परफॉर्मेंस की धुन में उत्साहित युवाओं के “कका -कका” के नारे से गूंज उठा था जयंती स्टेडियम। कार्यक्रम स्थल में छत्तीसगढ़ महतारी के छायाचित्र के समक्ष माल्यार्पण एवं दीप प्रज्वलित कर, राजगीत के साथ मुख्यमंत्री ने युवाओं से भेंट-मुलाकात कार्यक्रम की शुरुआत की।
कृषि मंत्री ताम्रध्वज साहू ने फसल बीमा जागरूकता रथों को किया रवाना
4 Aug, 2023 09:45 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
रायपुर : कृषि मंत्री ताम्रध्वज साहू ने आज दुर्ग स्थित अपने निवास कार्यालय से राज्य में प्रधानमंत्री फसल बीमा के प्रचार-प्रसार के लिए 8 जागरूकता रथों को रवाना किया। किसान राज्य में खरीफ फसलों का ज्यादा से ज्यादा बीमा कराएं, इसके लिए यह जागरूकता रथ गांव-गांव घूमकर किसानों को बीमा संबंधी जानकारी देंगे।
उल्लेखनीय है कि राज्य में प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना के तहत प्राकृतिक आपदाओं, कीट और रोगों के कारण फसल नष्ट होने की स्थिति में किसानों को बीमा कव्हरेज और इसकी सहायता प्रदान की जाती है, ताकि कृषि में होने वाले नुकसान की भरपाई हो सके। राज्य में खरीफ फसलों के अंतर्गत धान सिंचित एवं असिंचित, मक्का, सोयाबीन, अरहर, मूंग एवं उड़द अधिसूचित फसलें हैं, जिनका बीमा किसान करा सकते हैं। उक्त फसलों का बीमा कराने के लिए किसानों को प्रीमियम राशि का मात्र 2 प्रतिशत राशि देनी होती है, शेष राशि का वहन शासन द्वारा किया जाता है।
प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना के राज्य प्रभारी ने बताया कि अब तक राज्य के 10 लाख 52 हजार 308 किसान अपनी फसलों का बीमा करा चुके हैं। कृषि विभाग ने शत्-प्रतिशत किसानों से अपनी फसलों का बीमा 16 अगस्त तक कराने जाने की अपील की है, ताकि जोखिम से बचा जा सके।
स्वामी आत्मानंद उत्कृष्ट स्कूलों में लाखों बेटे-बेटियों की जिंदगी संवर रही
4 Aug, 2023 09:30 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
रायपुर : मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की परिकल्पना अब साकार हो रही है प्रदेश की स्वामी आत्मानंद उत्कृष्ट अंग्रेजी और हिंदी माध्यम स्कूल से लाखों बेटे, बेटियों की जिन्दगी संवर रही है। इसका लाभ सुदूर वनांचल हो या मैदानी जिले में आधुनिक शिक्षा की उजली तस्वीर देखने को मिल रही है। प्रदेश में वर्तमान सत्र 2023--24 में 377 अंग्रेजी माध्यम उत्कृष्ट विद्यालय तथा 349 हिंदी माध्यम विघालय कुल 726 स्कूल संचालित किए जा रहे है। स्कूल में 1 लाख 70 हजार बच्चे अंग्रेजी माध्यम और 2 लाख 20 हजार बच्चे हिन्दी माध्यम में पढ़ाई कर रहे है। राज्य सरकार की पहल से आज सुदूर अंचल के बच्चों को भी अंग्रेजी माध्यम स्कूल में खेलने के लिए बढ़िया मैदान, आधुनिक प्रयोगशाला, पुस्तकालय, जैसी सुविधाओं का लाभ मिल रहा है। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने शासकीय अंग्रेजी माध्यम स्कूल खोलकर अनेक पालकों के आर्थिक बोझ को कम कर दिया जिससे पालकों के मन की चिन्ता की लकीर दूर हो गई। आज अंग्रेजी माध्यम स्कूल में पढ़ाई करके बच्चे अपनी प्रतिभा निखार रहे हैं। मुख्यमंत्री ने आर्थिक रूप से कमजोर तबकों के बच्चों का आत्मविश्वास और स्वाभिमान बढ़ाया है।
3 लाख 90 हजार बच्चों को मिल रही है उत्कृष्ट शिक्षा
अंग्रेजी विघालयों में अध्ययनरत विद्यार्थीयों ने बोर्ड परीक्षाओं में मेरिट में अपना स्थान बनाया है। इन विघालयों में स्मार्ट क्लास, सुंदर भवन मार्डन पुस्तकालय, खेल मैदान, उत्कृष्ट प्रयोगशाला लैब आदि का बेहतर संचालन किया जा रहा है। जिससे प्रदेश में शासकीय विघालयों के प्रति बच्चों और पालकों के मन में लोकप्रियता बढ़ी है। स्वामी आत्मानंद विघालयों के संचालन से निर्धन गरीब वर्ग के बच्चों को उच्च गुणवत्ता के अंग्रेजी माध्यम की शिक्षा प्राप्त होने से पालकों में बहुत उत्साह है। जिसके कारण सभी जगह से और भी आत्मानंद स्कूल खोले जाने की मांग लगातार हो रही है। छत्तीसगढ़ सरकार ने शिक्षा के क्षेत्र में निजी और सरकारी शालाओं के बीच के अंतर को कम करने और बच्चों को बराबरी के अवसर देने के लिए यह योजना शुरू की है।