छत्तीसगढ़ (ऑर्काइव)
छत्तीसगढ़ की मुख्यमंत्री मितान योजना को डिजिटल नवाचार के लिए उत्कृष्ट परियोजना हेतु उत्तर प्रदेश सरकार ने किया पुरस्कृत
24 Aug, 2023 06:46 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
रायपुर : छत्तीसगढ़ की मुख्यमंत्री मितान योजना अपने डिजिटल नवाचार के लिए उत्तरप्रदेश में सराही गई है। उत्तर प्रदेश सरकार ने डिजिटल नवाचार में उत्कृष्ट परियोजना श्रेणी में मुख्यमंत्री मितान योजना को पुरस्कृत किया है। यह पुरस्कार लखनऊ में हुए सम्मान समारोह में दिया गया। यह पुरस्कार उत्तर प्रदेश योजना एवं निवेश कान्क्लेव में दिया गया। इस कान्क्लेव का आयोजन उत्तरप्रदेश सरकार तथा इलेट्स ने किया था। मुख्यमंत्री मितान योजना के लिए छत्तीसगढ़ को यह सम्मान डिजिटल माध्यम का उपयोग करते हुए नगरीय सेवाओं को आसानी से आम जनता को उपलब्ध कराने दिया गया।
कान्क्लेव में कहा गया कि डिजिटल माध्यम से लोगों को सुविधाओं तक पहुंच आसान होती है। साथ ही इसमें पारदर्शिता भी बढ़ती है। नगरीय निकायों में दी जाने वाली सुविधाओं के लिए डिजिटल माध्यम के उपयोग से नागरिकों को काफी राहत मिलती है। ऐसे में छत्तीसगढ़ में मुख्यमंत्री मितान योजना का नवाचार लाखों नगरवासियों के लिए काफी राहत भरी योजना है। इससे भागदौड़ भरी जिंदगी में रह रही बड़ी नागरिक आबादी को निगम की सुविधाएं आसानी से उपलब्ध हो जाती हैं।
उल्लेखनीय है कि मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के नेतृत्व में नागरिक सेवाओं की गुणवत्तापूर्ण और समय पर डिलीवरी के लिए यह योजना तैयार की गई है। मितान योजना के माध्यम से अब तक एक लाख बीस हजार सर्टिफिकेट दिये जा चुके हैं। मितान योजना के माध्यम से नगरीय क्षेत्रों में 25 तरह की सुविधाओं का लाभ लिया जा सकता है। इसमें टोल फ्री नंबर 14545 में काल करना होता है। इसके बाद मितान आपसे संपर्क करते हैं। निर्धारित दिन शेड्यूल कर दिया जाता है। सारे जरूरी प्रमाणपत्र मितान स्कैन कर लेते हैं और निगम कार्यालय जाए बगैर नागरिक का काम आसानी से हो जाता है। पहले प्रदेश के 14 नगरीय निकायों में यह व्यवस्था लागू थी अब सभी नगरपालिकाओं में भी यह व्यवस्था लागू हो गई है।
मुख्यमंत्री मितान योजना के लागू हो जाने के बाद आय प्रमाण पत्र, जन्म एवं मृत्यु प्रमाण पत्र, मूल निवासी प्रमाणपत्र, भूमि के रिकार्ड की नकल, भूमि सूचना, दुकान और स्थापना पंजीकरण संबंधी दस्तावेज जैसी बुनियादी सुविधाएं बहुत आसानी से मितान के माध्यम से लोगों को प्राप्त हो रही हैं।
फूड टेक्नोलॉजी के क्षेत्र में है रोजगार की बेहतर संभावनाएं
24 Aug, 2023 06:46 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
रायपुर : भारत के शिक्षा परिदृश्य में पिछले कुछ वर्षों में काफी बदलाव आया है। युवा विद्यार्थी आज ज्ञानोन्मुखी शैक्षणिक पाठ्यक्रमों के स्थान पर रोजगारोन्मुखी पाठ्यक्रमों को प्राथमिकता देने लेगे हैं। देश में रोजगारोन्मुखी पाठ्यक्रमों का महत्व दिनों-दिन बढ़ता जा रहा है। खाद्य प्रसंस्करण प्रौद्योगिकी भी एक ऐसा पाठ्यक्रम है जिसमें रोजगार-व्यवसाय की बेहतर संभावनाएं हैं। विगत कुछ वर्षो में खाद्य प्रसंस्करण प्रौद्योगिकी से संबंधित उपक्रम एक बडे एवं विस्तृत रूप में सामने आये हैं। सर्वेक्षण के द्वारा यह मालूम किया गया है कि प्रति व्यक्ति आय में वृद्धि होने से एवं बदलते समय के अनुसार व्यस्त जिन्दगी में शहरी लोगो की जीवन शैली में प्रसंस्कृत खाद्य उत्पादों की मांग में लगातार बढोतरी हो रही है। इस प्रकार की स्थिति से हमारा प्रदेश भी अछूता नहीं है।
छत्तीसगढ प्रदेश में विभिन्न फसलों, सब्जियों, फलों एवं लघु अनाज एवं वनोपज की प्रचुरता को देखते हुए इस प्रदेश में भी खाद्य प्रौद्योगिकी से संबंधित प्रसंस्करण की तकनीकों का उपयोग करते हुए अनेक प्रकार के डब्बा बंद, प्रसंस्कृत उत्पाद, इंस्टैन्ट/रेडी टू इट प्रकार के खाद्य व्यंजनों का निर्माण आसानी से किया जा सकता हैं। समय की कमी से लोग आज कल डब्बा बंद, प्रसंस्कृत उत्पाद, इंस्टैन्ट/रेडी टू इट प्रकार के खाद्य व्यंजनों को वरीयता दे रहें हैं। फसल और फल सब्जियों का उत्पादन लगातार बढता जा रहा हैं एवं उनकी खपत उस मौसम में न होने के कारण अधिकांश समय कृषकों को हानि की संभावना होती हैं। ऐसी स्थिति से बचने के लिये इन फसलों, फल, सब्जियों में खाद्य प्रौद्योगिकी एवं खाद्य प्रसंस्करण की तकनीकों का उपयोग करके इनसे मूल्यवर्धित उत्पादों का निर्माण किया जा सकता है जिसे कि गैरमौसमी समयकाल में आसानी से उपयोग किया जा सकता है एवं ऐसा करने से कृषक समुदाय को आर्थिक लाभ आवश्यक रूप से प्राप्त होगा। इन फसलों से मूल्यवर्धित पदार्थ बनाने से प्रदेश के किसानो, युवाओं, महिला स्व सहायता समूहों को रोजगार प्राप्त करने में भी आसानी होगी। आशय यह है कि खाद्य प्रौद्योगिकी आधारित प्रसंस्करण के कार्य भविष्य के लिये अत्यंत उपयोगी हैं एवं इस क्षेत्र के बहुमुखी विकास हेतु मानव संसाधन का विकास करना अति आवश्यक है। भारत में कई राज्यों ने इस विषय की उपयोगिता को ध्यान में रखते हुए अपने-अपने प्रदेशों जैसे महाराष्ट्र, मध्यप्रदेश, कर्नाटक, तमिलनाडु, राजस्थान, हरियाणा, पंजाब, उत्तरप्रदेश आदि प्रदेशों में या तो अनुसंधान केन्द्र प्रारंभ किये गये या बी. टेक. (खाद्य प्रौद्योगिकी) के शैक्षणिक संस्थान प्रारंभ किये गये।
छत्तीसगढ राज्य में भी खाद्य प्रौद्योगिकी के महत्व को देखते हुए छत्तीसगढ़ शासन ने इंदिरा गांधी कृषि विश्वविद्यालय के अंतर्गत खाद्य प्रौद्योगिकी महाविद्यालय, रायपुर में वर्ष 2020 से प्रारंभ किया है। इस 4 वर्षीय पाठयक्रम के पश्चात बी.टेक. (फूड टेक्नालाजी) की उपाधि प्रदान की जाती है। इस पाठ्यक्रम की प्रति सेमेस्टर फीस लगभग 15 हजार गैर छात्रावास विद्यार्थी हेतु निर्धारित है। फीस इसका सिलेबस भारतीय भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद (आई.सी.ए.आर.) नई दिल्ली द्वारा अनुमोदित हैं। इस बी.टेक. (फूड टेक्नालाजी) कोर्स की 36 सीटों में प्रवेश हेतु विद्यार्थी को गणित, भौतिक, रसायन विषय के साथ 12 वीं की परीक्षा उत्तीर्ण करना अनिवार्य हैं तथा व्यापम छत्तीसगढ द्वारा आयोजित पी.ई.टी. की परीक्षा में प्रावीणता के आधार पर प्रवेश दिया जाता है। वर्ष 2023-24 में इस पाठयक्रम में प्रवेश हेतु ऑनईन काऊंसलिंग प्रक्रिया प्रारंभ हो गई है। इच्छुक अभ्यर्थी अधिक जानकारी हेतु ूूूण्पहाअण्ंबण्पद का भ्रमण कर सकते हैं। प्रवेश संबंधी जानकारी हेतु 9425525249 पर व्हाट्सएप कर सकते हैं। इस 4 वर्षीय पाठयक्रम के दौरान विद्यार्थियों को खाद्य अभियांत्रिकी, खाद्य प्रौद्योगिकी, खाद्य रसायन, खाद्य माइक्रोबायोलाजी, खाद्य व्यापार प्रबंधन, खाद्य पदार्थो की गुणवत्ता जॉच से संबंधित विषयों को महत्व के अनुसार शिक्षण एवं प्रायोगिक कार्य हेतु अलग-अलग घण्टे निर्धारित किये गये हैं। अंतिम वर्ष के विद्यार्थीयों को खाद्य प्रौद्योगिकी से संबंधित संस्थानों/केन्द्रों/इंडस्टीज जैसे बेकरी उद्योग, रेडी-टू- ईट फूड, विभिन्न प्रकार के बेवरेजेज, खाद्यान्नों की पिसाई यूनिट, खाद्य तेल से संबंधित उद्योग, फल और सब्जी के विभिन्न मुल्यवर्धित पदार्थ तथा इनकी पैकेजिंग, दुग्ध एवं दुग्ध-निर्मित उत्पाद, अनाज प्रसंस्करण, कन्फेक्शनरी, चॉकलेट, सोया-निर्मित उत्पाद, नमकीन, स्नैक्स, चिप्स, बिस्कुट, तरह तरह के मसाला उद्योग में प्रशिक्षण हेतु अनुलग्न किया जावेगा एवं संतोषजनक प्रशिक्षण के पश्चात विद्यार्थी उपाधि हेतु योग्य होगा। बी.टेक (फूड टेक्नालाजी) स्नातक खाद्य प्रसंस्करण/खाद्य प्रौद्योगिकी संबंधित क्षेत्र के शासकीय/निजी संस्थान/उपक्रम में रोजगार प्राप्त कर सकते हैं तथा देश/विदेश के अनेक विश्वविद्यालयों/संस्थानों में उच्च अध्ययन हेतु प्रवेश ले सकते हैं।
ट्रेन का सफर अब आरामदायक, जनशताब्दी एक्सप्रेस का बदला लुक
24 Aug, 2023 05:05 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
रेल प्रशासन ने दिया एलएचबी कोच का तोहफा फोटो जोन की महत्वपूर्ण ट्रेनों में एक रायगढ़-गोंदिया जनशताब्दी एक्सप्रेस का लुक बदल गया है। लुक के बदलने के साथ इस ट्रेन का सफर अब आरामदायक व सुरक्षित हो गया है। रेलवे इस ट्रेन की पुरानी रैक हटाकर, उसके स्थान पर एलएचबी कोच की रैक से परिचालन की शुरुआत की है।
पहले ही दिन यात्रियों को इस ट्रेन सफर के दौरान एक अलग सुकून महसूस हुआ। रेलवे प्रशासन अपने यात्रियों को आरामदायक व सुरक्षित यात्रा सुविधा उपलब्ध कराने की दिशा में लगातार बेहतर प्रयास कर रहा है। इन्हीं में एक एलएचबी कोच है। आधुनिक सुविधाओं से लैस इस कोच की एक बड़ी खासियत यही है कि इसका सफर आरामदायक होता है।
यही वजह है कि रेलवे धीरे-धीरे पुराने कोच हटाकर उसकी जगह पर सभी ट्रेनों एलएचबी कोच वाली रैक की व्यवस्था कर रही है। भगत की कोठी, हमसफर एक्सप्रेस, जम्मूतवी एक्सप्रेस, छत्तीसगढ़ एक्सप्रेस समेत कई ऐसी ट्रेनें है, जो अब एलएचबी कोच के साथ चल रही है। जनशताब्दी एक्सप्रेस को एलएचबी कोच की रैक से चलाने के लिए कई महीनों से रेलवे का संबंधित विभाग जद्दोजहद कर रहा था।
अब जाकर उन्हें सफलता मिली है। एलएचबी कोच यात्रियों के लिए काफी आरामदायक, सुविधायुक्त होते हैं। रेल परिचालन की दृष्टि से एलएचबी कोच काफी सुरक्षित है। दुर्घटना के दौरान यह कोच कभी भी अलग-थलग नहीं होते। इसलिए जनहानि की आशंका बेहद कम होती है। एलएचबी कोच में हाइड्रोलिक सस्पेंशन का प्रयोग किया जाता है। वही दांये-बांये मूवमेंट के लिए भी सस्पेंशन का प्रयोग किया गया है, जिससे सफर आरामदायक हो जाता है।
जब पूरी तैयारियां हो गईं, उसके बाद रेलवे ने बुधवार को पहली बार 12070 गोंदिया–रायगढ़ जनशताब्दी एक्सप्रेस को नए एलएचबी कोच के साथ चलाया गया। 24 अगस्त से 12069 रायगढ़–गोंदिया जनशताब्दी एक्सप्रेस भी एलएचबी कोच के साथ चलेगी।बाक्स- डिजाइन 160 किमी से अधिक गति कीवर्तमान समय की मांग पर अगर स्पीड की बात की जाए तो ये कोच सामान्य कोच की अधिकतम गति 110-130 किमी की तुलना में 160 किमी से भी अधिक की गति के लिए डिजाइन की गई है।
इन कोचों में सामान्य कोचों की तुलना में ज्यादा जगह होती है। पुराने आइसीएफ़ कोच की तुलना में एलएचबी कोच में बर्थ की संख्या भी अधिक होती है। इससे रेल यात्रियों को अधिक से अधिक बर्थ की सुविधा प्रदान करने में भी सहायता मिल रही है। एक कोच में आठ अतिरिक्त बर्थ की सुविधा भी उपलब्ध मिलेगी। बाक्स- वर्ष 1999 में रेलवे में शामिल एलएचबी कोच इंडियन रेलवे में पहली बार साल 1999 में शामिल किए गए।
इसका निर्माण कपूरथला रेल कोच फैक्ट्री में किया जाता है। ये कोच यात्रियों के लिए काफी आरामदायक होता है। दुर्घटना की स्थिति में यह कोच कम क्षतिग्रस्त होते हैं और यात्रियों के सुरक्षित रहने की संभावना बढ़ जाती है। वहीं पुराने आइसीएफ कोच (इंटीग्रल कोच फैक्ट्री) सामान्य होता है। इसमें सफर करने के दौरान कोच में कंपन ज्यादा होती है। साथ ही ट्रेन की गति बढ़ने के साथ शोर भी काफी अधिक होता है।
छत्तीसगढ़ में बदला मौसम, छाए रहेंगे बादल
24 Aug, 2023 04:58 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
आने वाले दिनों में अलनीनो के और प्रबल होने की संभावना बनी हुई है, इसके चलते अच्छी बारिश के आसार फिलहाल नहीं है। मौसम विभाग का कहना है कि हालांकि मानसूनी तंत्र के प्रभाव से गुरुवार को प्रदेश के विभिन्न क्षेत्रों में आंशिक रूप से बादल छाए रहेंगे। साथ ही हल्की से मध्यम बारिश होगी और तापमान में विशेष बदलाव नहीं होगा।
प्रदेश में एक जून से लेकर 23 अगस्त तक 710.5 मिमी बारिश हुई है, जबकि अब तक सामान्य रूप से 857.1 मिमी बारिश हो जानी चाहिए थी। इस प्रकार प्रदेश में अब तक सामान्य से 17 फीसद बारिश कम हुई है। मौसम विज्ञानियों का कहना है कि आने वाले दिनों में भी मौसम के मिजाज में विशेष बदलाव के आसार नहीं है और हल्की बारिश होगी।
प्रदेश में अब बीजापुर जिले में सामान्य से 26 फीसद बारिश ज्यादा हुई है। 11 जिले ऐसे है,जहां सामान्य से काफी कम बारिश हुई है।बुधवार को रायपुर का अधिकतम तापमान 32.4 डिग्री सेल्सियस और न्यूनतम तापमान 26.3 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। दोनों ही सामान्य से दो डिग्री सेल्सियस ज्यादा है।
यह बन रहा सिस्टम
मौसम विज्ञानी ने बताया कि मानसून द्रोणिका मध्य समुद्र तल पर फिरोजपुर, अंबाला और पूर्व दक्षिण पूर्व की ओर मिजोरम तक विस्तारित है। साथ ही उत्तर दक्षिण द्रोणिका दक्षिण छत्तीसगढ़ से कोमोरिन क्षेत्र तक तेलंगाना, रायलसीमा और तमिलनाडु होते हुए 0.9 किमी ऊंचाई तक विस्तारित है। इसके प्रभाव से प्रदेश के कुछ क्षेत्रों में हल्की से मध्यम बारिश के साथ ही बिजली भी गिर सकती है।
छत्तीसगढ़ वन रक्षक PET के प्रवेश पत्र हुए जारी....
24 Aug, 2023 12:33 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
छत्तीसगढ़ वन रक्षक भर्ती के लिए आवेदन किए उम्मीदवारों के लिए महत्वपूर्ण अपडेट। छत्तीसगढ़ वन विभाग के अंतर्गत वन रक्षक के पदों पर भर्ती के लिए निर्धारित चयन प्रक्रिया के अंतर्गत आयोजित की जाने वाली शारीरिक दक्षता परीक्षा (पीईटी) के लिए एडमिट कार्ड जारी कर दिए हैं। विभाग द्वारा आधिकारिक वेबसाइट, forest.cg.gov.in पर जारी अपडेट के अनुसार जिन वन मण्डलों के लिए प्रवेश पत्र जारी किए गए हैं, उनमें राजनांदगांव, खैरगढ़, कवर्धा, महासमुंद, धमतरी, उदंती सीतानदी टाइगर रिज़र्व, गरियाबंद, मुंगेली, अचानकमार टाइगर रिज़र्व, रायगढ़, धरमजयगढ़, एवं जांजगीर-चांपा शामिल हैं। अन्य वन मण्डल के लिए प्रवेश पत्र जल्द जारी किए जाएंगे।
छत्तीसगढ़ वन रक्षक PET एडमिट कार्ड डाउनलोड लिंक
उम्मीदवारों को अपना प्रवेश पत्र डाउनलोड करने के लिए आधिकारिक वेबसाइट, forest.cg.gov.in विजिट करना होगा और फिर होम पेज पर दिए गए फॉरेस्ट गार्ड रिक्रूटमेंट 2023 के लिंक पर क्लिक करना होगा। इसके बाद नये पेज पर उम्मीदवारों को लॉग-इन के लिंक पर क्लिक करना होगा और फिर अपने रजिस्टर्ड मोबाइल नंबर और पासवर्ड के माध्यम से लॉग-इन करना होगा। लॉग-इन के बाद उम्मीदवार अपना प्रवेश पत्र डाउनलोड कर सकेंगे, जिसका प्रिंट लेने के बाद इसकी सॉफ्ट कॉपी भी उम्मीदवारों को सेव कर लेनी चाहिए।
छत्तीसगढ़ वन रक्षक भर्ती 2023 PET एडमिट कार्ड डाउनलोड लिंक
छत्तीसगढ़ वन रक्षक भर्ती 2023 PET एग्जाम स्कीम डाउनलोड लिंक
छत्तीसगढ़ वन रक्षक भर्ती 2023 अन्य अपडेट के लिए लिंक
उम्मीदवारों को छत्तीसगढ़ फॉरेस्ट गार्ड एडमिट कार्ड 2023 डाउनलोड करने के बाद इस पर दिए गए व्यक्तिगत विवरणों (नाम, पिता का नाम, जन्म-तिथि, आदि) की जांच कर लेनी चाहिए। यदि इनमें कोई त्रुटि है तो इसके लिए उम्मीदवारों को विभाग से जल्द से जल्द संपर्क करना चाहिए। साथ ही, उम्मीदवारों को परीक्षा में सम्मिलित होने के लिए अपने साथ अपनी वैलिड फोटो आइडी प्रूफ को सीजी फॉरेस्ट गार्ड एडमिट कार्ड 2023 के साथ ले जानी होगी।
Chandrayaan-3 की सफल लैंडिग पर CM बघेल ने दी बधाई....
24 Aug, 2023 11:21 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने चंद्रयान-3 की चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव पर सफलतापूर्वक सॉफ्ट लैंडिंग पर भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) के वैज्ञानिकों और देशवासियों को बधाई दी है। उन्होंने कहा है कि हमारे वैज्ञानिकों ने अपनी प्रतिभा से इस कठिन मिशन को पूरा कर इतिहास रच दिया है। भारत चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव पर लैंडिंग करने वाला दुनिया का पहला देश और चंद्रमा पर पहुंचने वाला दुनिया का चौथा देश बन गया है। देश के लोगों को इस उपलब्धि पर गर्व है। मुख्यमंत्री ने छत्तीसगढ़ के तीन करोड़ नागरिकों की ओर से इस मिशन से जुड़े सभी लोगों को बधाई दी है।
चांद के दक्षिणी ध्रुव पर पहुंचने वाला पहला देश बना भारत
भारत ने आज चंद्रयान की सफल लैंडिंग के साथ इतिहास रच दिया। हर कोई उन रोमांचकारी पलों का गवाह बना जब चंद्रयान तीन चंद्रमा की सतह पर उतरा। चंद्रयान 3 की लैंडिंग का समय शाम 6.04 बजे निर्धारित किया गया था, पूरा देश इस मौके को टकटकी लगाए निहार रहा था। लैंडिंग के सफल होते ही हर देशवासी के मुख से भारत माता की जय के जयकारे लगे। इस मिशन की सफलता के साथ ही भारत पृथ्वी के एकमात्र प्राकृतिक उपग्रह के अज्ञात दक्षिणी ध्रुव पर पहुंचने वाला पहला देश बन गया।
उच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश रमेश सिन्हा ने रायगढ़ और सक्ती न्यायालय का किया निरीक्षण
23 Aug, 2023 10:30 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
रायपुर : छत्तीसगढ़ उच्च न्यायालय, बिलासपुर के मुख्य न्यायाधीश रमेश सिन्हा हाईकोर्ट के मामलों की सुनवाई पश्चात् 22 अगस्त 2023 को औचक निरीक्षण हेतु रायगढ़ पहुंचे। रायगढ़ जाते समय उनके द्वारा सक्ती न्यायालय का भी निरीक्षण किया गया।
उल्लेखनीय है कि सक्ती में अतिरिक्त जिला एवं सत्र न्यायाधीश व व्यवहार न्यायाधीशों के न्यायालय हैं। निरीक्षण के समय न्यायालयों में प्रकरणों की सुनवाई चल रही थी तथा कर्मचारी कार्य कर रहे थे। सक्ती न्यायालय में पार्किंग व्यवस्था अत्यन्त खराब पायी गयी। अधिवक्ताओं के बैठने हेतु कोई उचित व्यवस्था नहीं थी। न्यायालय के बरामदे में फर्नीचर जीर्ण-शीर्ण हालत में व अस्त-व्यस्त रखे हुये थे। बरामदे में बिजली के तार भी खुली हालत मंे अव्यवस्थित तरीके से दिखाई दे रहे थे। न्यायालय मंे साफ-सफाई भी नही थी। बरामदे में रखी कियोस्क मशीन बंद थी तथा उसमें धूल लगी हुयी थी। न्यायालय की अधोसंरचना न्यायालय की गरिमा के अनुरूप नहीं थी। उक्त अव्यवस्था को देखकर मुख्य न्यायाधीश ने नाराजगी जाहिर की तथा सुधार हेतु आवश्यक दिशा-निर्देश दिये। मुख्य न्यायाधीश ने अधिवक्ताओं से भी मुलाकात की तथा उनसे उनकी समस्याएं जानी।
इसके उपरांत मुख्य न्यायाधीश द्वारा जिला न्यायालय रायगढ़ का निरीक्षण किया गया। निरीक्षण के समय न्यायिक अधिकारी न्यायालयों में पीठासीन थे तथा प्रकरणों की सुनवाई चल रही थी। उन्होंने जिला न्यायालय के लगभग समस्त कक्षों का निरीक्षण किया। रिकार्ड रूम में प्रकरणों को उचित व्यवस्थित रूप से रखने हेतु जिला एवं सत्र न्यायाधीश, रायगढ़ को निर्देशित किया गया। वाटर फिल्टर व उसके आस-पास सफाई हेतु भी निर्देशित किया गया। इसके उपरांत वह अधिवक्ताओं से मिले। अधिवक्ताओं ने फूल-माला से उनका सम्मान किया। अधिवक्ताओं ने मुख्य न्यायाधीश से उद्बोधन हेतु आग्रह किया जिस पर उन्होंने उपस्थित अधिवक्ताओं के समक्ष उद्बोधन दिया। तदुपरांत उन्होंने न्यायिक अधिकारियों के साथ बैठक भी ली तथा आवश्यक निर्देश दिये।
रायगढ़ से वापसी के समय बाराद्वार रेस्ट हाउस में सक्ती की कलेक्टर नुपूर राशि पन्ना तथा एसपी एम.आर. अहिरे ने मुख्य न्यायाधीश से मुलाकात की। मुख्य न्यायाधीश द्वारा उन्हें सक्ती न्यायालय की अधोसरंचना को न्यायालय की गरिमा के अनुरूप बनाये जाने हेतु निर्देशित किया गया। औचक निरीक्षण में मुख्य न्यायाधीश के साथ रजिस्ट्रार जनरल अरविन्द कुमार वर्मा तथा एडिशनल रजिस्ट्रार कम पीपीएस एम.वी.एल.एन सुब्रहमन्यम भी उपस्थित रहे।
पशुओं को सड़कों पर आने से रोकने 28 अगस्त से 3 सितम्बर तक चलेगा विशेष अभियान
23 Aug, 2023 10:15 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
रायपुर : मुख्य सचिव अमिताभ जैन ने राज्य के सभी जिलों के कलेक्टरों को निर्देश दिए हैं कि सड़कों पर मवेशियों से होने वाली दुर्घटनाओं को रोकने के लिए 28 अगस्त से 3 सितम्बर तक विशेष अभियान चलाकर जरूरी कार्यवाही करें। उन्होंने कलेक्टरों से कहा है कि वे सड़कों पर पहुंचकर आकस्मिक निरीक्षण करें। मुख्य सचिव ने कलेक्टरों से कहा है कि सड़कों पर पशु होने की शिकायत करने एवं निराकरण के लिए हर जिले में आम जनता, यात्रियों एवं मीडिया के लिए एक टोल फ्री नम्बर अनिवार्य रूप से स्थापित करें और इसकी जानकारी लोगों को होर्डिंग्स, साइन बोर्ड और अन्य संसाधनों के माध्यम से दी जाए।
मुख्य सचिव ने आज यहां मंत्रालय महानदी भवन से माननीय उच्च न्यायालय के आदेश के परिपालन में सड़कों पर पशुओं के कारण हो रही दुर्घटनाओं को रोकने के संबंध में आवश्यक कार्यवाही सुनिश्चित करने निर्देश दिए। सरगुजा एवं बिलासपुर संभागायुक्त और गौरेला-पेण्ड्रा-मरवाही, कोरबा, मुंगेली, जांजगीर-चांपा, सक्ती, रायगढ़, सारंगढ़-बिलाईगढ़, सरगुजा, जशपुर, कोरिया, मनेन्द्रगढ़-चिरमिरी-भरतपुर, बलरामपुर, बिलासपुर और सूरजपुर के कलेक्टरों से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए सड़कों से पशुओं को हटाएं जाने की व्यवस्था की समीक्षा की। उल्लेखनीय है कि मुख्य सचिव ने कल रायपुर, बस्तर और दुर्ग के संभागायुक्तों एवं इन संभागों के कलेक्टरों से पशुओं के सड़कों पर आने से रोकने के लिए की गई तमाम व्यवस्थाओं की समीक्षा की थी।
बैठक में पशुओं के कारण दुर्घटना जन्य सड़कों का चिन्हांकन और इन सड़कों से पशुओं को हटाएं जाने की व्यवस्था के संबंध में जिलेवार विस्तार से समीक्षा की। मुख्य सचिव ने जिला अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि पशुओं को सड़कों पर आने से रोकने के लिए चिन्हांकित ग्रामों और नगरीय क्षेत्रों में पशु पालकों के व्यवहार में परिवर्तन लाने का प्रयास करें एवं इसके लिए विस्तृत कार्ययोजना बनायें। बैठक में मुख्य सचिव ने चिन्हांकित सड़कों पर पशुओं के आने से संबंधित शिकायतें प्राप्त करने एवं उनके निराकरण की व्यवस्था के संबंध में अधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिए।
बैठक में कलेक्टरों ने बताया कि पशुओं के कारण दुर्घटना जन्य सड़कों का चिन्हांकन कर लिया गया है। सभी ग्राम पंचायत और नगरीय निकायों में सड़कों पर आने वाले पालतू और आवारा पशुओं पर लगातार निगरानी रखी जा रही है। पशुओं को टैगिंग और रेडियम बेल्ट लगाएं जा रहे हैं। पशुओं को सड़कों से हटाकर गौशालाओं, गौठानों और कांजीहाउस में ले जाकर सुरक्षित रखा जा रहा है। पशुओं का टीकाकरण भी किया जा रहा है। ऐसे पशु जिनके कोई मालिक उन्हें लेने नही आ रहे हैं उनकी नीलामी भी की जा रही है। पशु पालकों को समझाइस दी जा रही है कि वे अपने पशुओं को सड़़कों पर नहीं छोड़े। पशुओं के सड़कों पर आने से दुर्घटनाएं हो जाती है, जिससे जन धन का नुकसान होता है। पशु पालकों को यह भी बताया जा रहा है कि यदि उनके पशु सड़कों पर पाएं जाते है उन पर जुर्माना वसूली की जाएगी। जिला अधिकारियों ने बताया कि जिला सड़क सुरक्षा समिति के माध्यम से त्रैमास में हुई पशु जन्य सड़क दुर्घटनाओं का विश्लेषण किया जाकर इसके लिए उत्तरदायित्व निर्धारण कर आवश्यक कार्यवाही की जा रही है। अधिकारियों ने बताया कि सड़कों पर पशुओं को रोकने के लिए की जा रही कार्यवाही से अच्छे परिणाम मिलने लगे हैं। बैठक में कलेक्टरों ने अपने जिले के गौठानों, गौशालाओं और कांजीहाउस की स्थिति की विस्तार से जानकारी दी। कलेक्टरों ने पशुओं को सड़क से हटाने की व्यवस्था के लिए तैनात अधिकारी-कर्मचारियों और काउ-केचर वाहन के संबंध में भी जानकारी दी।
बैठक में पशुओं को रखने हेतु गौशालाओं, गौठानों और कांजीहाउस की मैपिंग के संबंध में विस्तार से जानकारी दी गई। कलेक्टरों ने बताया कि वे पशुओं को सड़कों पर आने से रोकने के लिए जनसहभागिता सुनिश्चित करने के लिए पशु पालकों, जनप्रतिनिधियों, और स्वयं सेवी संस्थाओं और समाज सेवकों का सहयोग लेने के लिए सभी जरूरी कार्यवाही की जा रही है। वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए आयोजित इस बैठक में कृषि एवं पशुधन विकास विभाग के सचिव डॉ. कमलप्रीत सिंह, नगरीय प्रशासन विभाग के विशेष सचिव डॉ. अयाज भाई तम्बोली, संचालक पशु चिकित्सा सेवाएं चंदन त्रिपाठी, संभागायुक्त बिलासपुर और सरगुजा सहित गौरेला-पेण्ड्रा-मरवाही, कोरबा, मुंगेली, जांजगीर-चांपा, सक्ती, रायगढ़, सारंगढ़-बिलाईगढ़, सरगुजा, जशपुर, कोरिया, मनेन्द्रगढ़-चिरमिरी-भरतपुर, बलरामपुर, सुरजपुर, बिलासपुर और सरगुजा जिले के कलेक्टर शामिल हुए।
छत्तीसगढ़ में एक और बॉलीवुड फिल्म की शूटिंग
23 Aug, 2023 10:15 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
रायपुर : छत्तीसगढ़ की नई फिल्म नीति लागू होने के बाद यहां बॉलीवुड फिल्मों की शूटिंग का सिलसिला लगातार जारी है। नवा रायपुर में आज से एक और बॉलीवुड फिल्म की शूटिंग शुरू हुई। हिन्दी फिल्म 'शादी में ज़रूर आना' फेम निर्माता-निर्देशक रत्ना सिन्हा की नई हिन्दी फ़िल्म का आज मुहुर्त शॉट सम्पन्न हुआ।
रायपुर और नवा रायपुर में अगले 20 दिनों तक इसकी शूटिंग चलेगी। फ़िल्म में अक्षय ओबेरॉय, अशनूर कौर और आदिल मुख्य भूमिका निभा रहे हैं। आज नवा रायपुर में फिल्म के मुहूर्त शॉट के मौक़े पर छत्तीसगढ़ सरकार के सलाहकार गौरव द्विवेदी भी मौजूद थे।
प्रशिक्षण कार्यशाला के दूसरे दिन रसायन विज्ञान की बारीकियों को रोचक तरीके से बताया गया
23 Aug, 2023 10:00 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
रायपुर : छत्तीसगढ़ रीजनल साइंस सेंटर में आयोजित माध्यमिक एवं उच्चतर माध्यमिक विद्यालयों के शिक्षकों के प्रशिक्षण कार्यक्रम के दूसरे दिन रॉयल सोसाइटी ऑफ केमिस्ट्री की प्रतिष्ठित शिक्षक डेवलपर जया स्वामीनाथन ने एक गहन व्यावहारिक रसायन विज्ञान सत्र का नेतृत्व किया। उन्होंने व्यावहारिक प्रयोगों और इंटरैक्टिव प्रदर्शनों की एक श्रृंखला के माध्यम से, इलेक्ट्रोलिसिस, एसिड-बेस रिएक्शंस, अवक्षेपण, लोहे के निष्कर्षण, क्रोमैटोग्राफी आदि के पीछे के रहस्यों को उजागर करते हुए रसायन विज्ञान को जीवंत बना दिया। प्रशिक्षण कार्यक्रम में उपस्थित शिक्षकों की सक्रिय भागीदार रही। उन्होंने रसायन विज्ञान की गहराईयों को बारीकी से समझा। प्रशिक्षण पाकर शिक्षक रोचक तरीके से छात्रों को विज्ञान का अध्ययन करा पाएंगे। इससे छात्रोें में विज्ञान के प्रति अभिरूचि बढ़ेगी।
उल्लेखनीय है कि माध्यमिक एवं उच्चतर माध्यमिक विद्यालयों के शिक्षकों के कौशल विकास और ज्ञान को बढ़ाने के साथ-साथ स्कूली विद्यार्थियों को विज्ञान विषय लेने हेतु प्रेरित करने के उद्देश्य से छत्तीसगढ़ विज्ञान प्रौद्योगिकी परिषद द्वारा रॉयल सोसाइटी ऑफ केमिस्ट्री के सहयोग से प्रशिक्षण कार्यशाला का आयोजन किया जा रहा है। 22 अगस्त से शुरू हुई यह कार्यशाला 25 अगस्त तक चलेगी। कार्यशाला में प्रस्तुतियों के साथ-साथ शिक्षकों के लिए शिक्षण संसाधनों को पाठ्यक्रम के साथ एकीकृत करने के लिए व्यावहारिक प्रशिक्षण भी शामिल किया गया है। जिसका उपयोग वे कक्षा में पारंपरिक चॉक-एंड-टॉक पद्धति के विकल्प के रूप में कर सकते हैं।
विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी मंत्री उमेश पटेल ने चंद्रयान -3 के सफल लैंडिंग के लिए दी बधाई
23 Aug, 2023 09:15 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
रायपुर : विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी मंत्री उमेश पटेल ने चंद्रयान -3 के सफल लैंडिंग के लिए देशवासियों सहित इसरो के वैज्ञानिकों को बधाई एवं शुभकामनाएं दी है। मंत्री पटेल ने कहा कि चंद्रयान-3 की सफल लैंडिंग भारत के इतिहास का अत्याधिक गौरवान्वित क्षण है। इसरो के वैज्ञानिकों की कड़ी मेहनत ने पूरे देशवासियों को गर्व करने का मौका दिया है। इससे भारत का मान पूरे विश्व में बढ़ा है।
नौकरी का झांसा देकर महिला ने पति के साथ मिलकर बहन को ठगा....
23 Aug, 2023 04:01 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
मेडिकल कालेज में नौकरी दिलाने के झांसा देकर महिला ने पति के साथ मिलकर अपनी बहन को ही ठग लिया। दो लोगों से चार लाख रुपये ठगने के मामले में डीडीनगर थाना पुलिस ने पति-पत्नी के विरुद्ध अपराध कायम कर जांच में लिया है।
पुलिस के मुताबिक, बसंतपुर निवासी ज्योति रजक और उसके भाई निलेश रजक को श्वेता जैन और उसके पति अश्वनी जैन ने मेडिकल कालेज राजनांदगांव में नौकरी दिलाने का झांसा दिया। इसके बाद दोनों से अलग-अलग दिन कुल चार लाख पांच हजार रुपये ले लिया। बाद में नौकरी नहीं लगाई। इसकी शिकायत पर पुलिस ने श्वेता और उसके पति अश्वनी के खिलाफ धोखाधड़ी का अपराध दर्ज कर लिया है। आरोपित महिला पीड़ित युवती की ही बहन है।
पीड़िता ने एमफिल की पढ़ाई की है। वर्ष 2020 में अपनी छोटी बहन श्वेता जैन एवं उसके पति अश्वनी जैन के घर आई थी। जो डीडी नगर में रहते हैं। उनसे अपनी नौकरी के संबंध में चर्चा कि तब मेरी छोटी बहन श्वेता और उसके पति दोनों ने पीड़ित और उसके भाई की नौकरी लगाने की बात कही। ऊंची पहुंच बताकर मेडिकल कालेज राजनांदगांव में नौकरी लगा देंगे का वादा किया। इसके बदले में पांच लाख रुपये भी ले लिए। इसके बाद न तो नौकरी लगी और न ही पैसे वापस किए।
रायपुर में चंद्रयान-3 की लैंडिंग दिखाई जाएगी, अलग-अलग स्थानों पर की बड़े स्क्रीन की व्यवस्था....
23 Aug, 2023 12:58 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
23 अगस्त, बुधवार को भारत के चंद्रयान-3 का लैंडर (विक्रम) चांद की सतह पर उतरेगा। इसका सीधा प्रसारण दूरदर्शन, इसरो के अधिकृत यू-टयूब चैनल पर किया जाएगा। इस ऐतिहासिक क्षण का साक्षी बनने के लिए शहर के अलग-अलग स्थानों पर बड़े स्क्रीन पर इसे दिखाया जाएगा। शैक्षणिक संस्थान पंडित रविशंकर शुक्ल विश्वविद्यालय, एनआइटी रायपुर, विज्ञान केंद्र के साथ अन्य महाविद्यालयों में भी चंद्रयान-3 की लैंडिंग दिखाई जाएगी।
बता दें कि बुधवार को शाम 5:20 बजे से चंद्रयान-3 की चंद्रमा में लैंडिंग का सीधा प्रसारण इसरो की वेबसाइट www.isro.gov.in के अधिकृत यू-ट्यूब चैनल और दूरदर्शन के राष्ट्रीय टीवी चैनल पर किया जाएगा। प्रदेश के सभी विद्यालयों में विद्यार्थियों और शिक्षकों के लिए विशेष सभा का आयोजन कर इसका प्रसारण दिखाया जाएगा।
कांग्रेस में टिकट के दावेदारों की लंबी सूची पर सीएम बघेल बोले- दावेदार भी जानते हैं कौन जीतने लायक
वहीं जिन स्कूलों में किसी कारणवश इसके प्रसारण की व्यवस्था नहीं हो पाएगी, वहां 24 अगस्त की सुबह दिखाया जाएगा। इससे पहले मंगल को सफल लैंडिंग की कामना करते हुए शहर के कई इलाकों में हवन-पूजन किया गया। बीटीआइ मैदान में हवन यज्ञ किया गया। इसमें जनप्रतिनिधियों के साथ बड़ी संख्या में लोग भी शामिल हुए।
जेआर दानी कन्या शाला में विज्ञान सभा का आयोजन किया गया, जिसमें पं. रविशंकर शुक्ल विश्वविद्यालय के पूर्व कुलपति एसके पांडेय ने छात्रों व शिक्षकों को चंद्रयान-3 को लेकर कई महत्वपूर्ण जानकारियां देते हुए इसे अंतरिक्ष विज्ञान के क्षेत्र में मील का पत्थर बताया।
भाजपा नेता अमित चिमनानी के नेतृत्व में चंद्रयान-3 की सफल लैंडिंग की कामना के साथ बीटीआइ मैदान में हवन किया गया। चिमनानी ने कहा कि चंद्रयान-3 आज के भारत का एक ऐसा प्रतीक है, जो दुनिया को भारत की तस्वीर दिखा रहा है। देशवासी चाहते हैं कि भारत एक ऐसा इतिहास लिखे जो विकसित देशों की केवल कल्पना में ही है। हमारे देश के वैज्ञानिकों की मेहनत सफल हो। हवन यज्ञ में मुरलीधर शादिजा, आसनदास पिदवानी, तनय लूनिया, दलविंदर बेदी, प्रवीण साहू आदि शामिल थे।
सड़क हादसे में एक छात्र की हुई मौत; चार घायल, परिजनों को चार-चार लाख रुपये देने की घोषणा
23 Aug, 2023 12:30 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के भेंट-मुलाकात कार्यक्रम में शामिल होने आए पांच छात्र सड़क हादसे का शिकार हो गए। मंगलवार देर शाम अंबिकापुर-सूरजपुर मुख्यमार्ग में कालीघाट के पास दो बाइकों की आमने-सामने टक्कर हो गई। हादसे में एक बाइक पर सवार तीन और दूसरे बाइक पर सवार दो छात्र गंभीर रूप से घायल हो गए थे। एक को मेडिकल कॉलेज अस्पताल पहुंचने पर चिकित्सकों ने मृत घोषित कर दिया।
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने छात्र के निधन पर शोक जताते हुए परिजनों के प्रति गहरी संवेदना व्यक्त की है। उन्होंने इस दुखद घटना में मृत छात्र एवं आईसीयू में भर्ती छात्रों के परिजनों को चार-चार लाख रुपये की सहायता राशि देने की घोषणा की है। शेष दो छात्रों के समुचित इलाज के लिए सरगुजा जिला प्रशासन को निर्देशित किया गया है। साथ ही उन्होंने एक-एक लाख रुपये सहायता राशि देने की घोषणा की है।
अंबिकापुर में आयोजित मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के भेंट-मुलाकात कार्यक्रम में शामिल होने के लिए सभागभर से छात्र-छात्राएं और युवा पहुंचे थे। बताया जा रहा है कि भेंट-मुलाकात कार्यक्रम के बाद एक बाइक पर सवार होकर तीन छात्र अंबिकापुर-सूरजपुर मार्ग पर घूमने चले गए थे। वहीं, दो छात्र कार्यक्रम के बाद अंबिकापुर में साथियों से मिलने के बाद वापस विश्रामपुर की ओर देर शाम करीब 7 बजे लौट रहे थे।
गांधीनगर थाना क्षेत्र के कालीघाट के पास दोनों बाइकों की टक्कर हो गई। पांचों छात्र सड़क पर जा गिरे और गंभीर रूप से घायल हो गए। दोनों बाइक पर छात्र ही सवार थे, जिन्होंने दो घायलों को अस्पताल पहुंचाया। तीन अन्य छात्रों को संजीवनी एक्सप्रेस एवं डायल 112 की टीम ने घायलों को मेडिकल कॉलेज अस्पताल पहुंचाया। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने अस्पताल पहुंचने पर चिकित्सकों ने जांच के बाद निखिल भगत (20) निवासी विश्रामपुर को मृत घोषित कर दिया। मृतक निखिल पीजी कॉलेज अंबिकापुर का छात्र था। उसके साथ बाइक पर बैठा पीजी कॉलेज का ही छात्र ज्ञानोदय (18) निवासी विश्रामपुर गंभीर रूप से घायल हो गया। दूसरी मोटरसाइकिल पर सवार पीजी कॉलेज अंबिकापुर में बीएससी सेकेंड इयर का छात्र अनुज एक्का (20) निवासी दलधोवा बलरामपुर, डेविड रोहित तिर्की पिता क्लेमेंट तिर्की (19) निवासी अंबिकापुर एवं सांई कॉलेज का छात्र विशाल निकुंज (18) गंभीर रूप से घायल हो गए।
घायलों में ज्ञानोदय एवं डेविड रोहित तिर्की को आईसीयू में दाखिल किया गया है। इनमें घायल ज्ञानोदय को रायपुर रिफर कर दिया गया है। प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि हादसा इतना भीषण था कि दोनों बाइकों की टक्कर के बाद वे सड़क किनारे धान के खेत में जा गिरे थे। मृतक निखिल के सिर में गंभीर चोटें आई थी। अन्य घायलों को सिर, सीने के साथ हाथ पैरों में चोटें आई हैं।
हादसे के बाद प्रशासनिक अमले से कोई सहायता नहीं मिलने पर परिजनों ने आक्रोश भी जताया है। गंभीर रूप से घायल ज्ञानोदय के चाचा ने बताया कि उनका भतीजा ज्ञानोदय मुख्यमंत्री के आगमन पर कार्यक्रम में परफार्मेंस देने आया था। कॉलेज या जिला प्रशासन की ओर से छात्रों को लाने व घर तक पहुंचाने की कोई सुविधा नहीं दी गई थी। यहां तक कि छात्र को रिफर करने के बाद भी प्रशासनिक अमले द्वारा कोई सहायता नहीं दी जा रही है।
छत्तीसगढ़ में थमेगा बारिश का दौर, तापमान में होगी बढ़ोतरी....
23 Aug, 2023 11:16 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
छत्तीसगढ़ में मौसम का मिजाज अब बदल गया है और तापमान में बढ़ोतरी होने लगी है। मौसम विभाग का कहना है कि आने वाले दो दिनों में प्रदेश का अधिकतम तापमान दो से तीन डिग्री सेल्सियस की बढ़ोतरी होगी। इसके साथ ही कुछ क्षेत्रों में हल्की वर्षा के आसार है। अभी अच्छी बारिश के आसार नहीं है। हालांकि गुरुवार 24 अगस्त को उत्तर छत्तीसगढ़ में अच्छी बारिश के आसार बने हुए है। दक्षिण छत्तीसगढ़ में हल्की बारिश के ही आसार है।
19 अगस्त तक की स्थिति में प्रदेश में बारिश की स्थिति सामान्य से 14 फीसद कम है। बीजापुर में सर्वाधिक और सरगुजा में सबसे कम बारिश हुई है। मौसम विभाग का कहना है कि आने वाले दिनों में भी मौसम का मिजाज ऐसा ही बने रहने की संभावना है और ज्यादा बारिश के आसार फिलहाल नहीं है। पिछले वर्ष से तुलना की जाए तो इस वर्ष अब तक की स्थिति में आठ फीसद बारिश कम हुई है। मौसम विभाग का भी अनुमान है कि इस वर्ष बारिश कम ही रहने की उम्मीद है।
यह बन रहा सिस्टम
मौसम विज्ञानी एचपी चंद्रा ने बताया कि एक ऊपरी हवा का चक्रीय चक्रवाती परिसंचरण मध्यप्रदेश व उसके आसपास है। यह 3.1 से 4.5 किमी ऊंचाई तक फैला हुआ है। इसके प्रभाव से बुधवार को प्रदेश के विभिन्न क्षेत्रों में हल्की बारिश के आसार है। कुछ क्षेत्रों में बिजली भी गिर सकती है।