छत्तीसगढ़ (ऑर्काइव)
छत्तीसगढ़ में 24 घंटे में मिले 369 कोरोना मरीज , तीन लोगों ने तोड़ा दम
29 Apr, 2023 11:22 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
रायपुर | छत्तीसगढ़ में एक फिर कोरोना पैर पसारता नजर आ रहा है। लगातार कोरोना में बढ़ोतरी देखी जा रही है। पिछले 24 घंटे में प्रदेश में 369 कोरोना मरीज मिले हैं। वहीं 4,967 लोगों की सैंपल जांच हुई है। कोरोना से तीन लोगों ने दम तोड दिया है।आज सबसे ज्यादा धमतरी में 35 मरीज मिले हैं। इसके अलावा रायपुर में 34, दुर्ग में 29, राजनांदगांव में 25, बालोद में 16, बेमेतरा में 13, बलौदाबाजार में 17, महासमुंद में 10, बिलासपुर में 25, जीपीएम में 30, रायगढ में 24, सरगुजा में 21, कांकेर में 24 संक्रमित मिले हैं।
महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने राज्य सरकार ने वित्तीय वर्ष 2022-23 में दिए 10 करोड़ रूपए से अधिक के ऋण
28 Apr, 2023 11:00 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
रायपुर : राज्य सरकार महिलाओं को सशक्त और आत्मनिर्भर बनाने के लिए महिला एवं बाल विकास विभाग के अंतर्गत छत्तीसगढ़ महिला कोष का संचालन कर रही है। महिला कोष के माध्यम से महिलाओं के कौशल उन्नयन के साथ उन्हें व्यवसाय प्रारंभ करने के लिए कम ब्याज दर में ऋण उपलब्ध कराकर सहयोग किया जा रहा है। वित्तीय वर्ष 2022-23 में महिला कोष ने 10 हजार 500 से अधिक महिलाओं को 10 करोड़ 70 लाख रुपए से अधिक ऋण राशि स्वीकृत की है, जो विगत 5 वर्षों में सर्वाधिक है।
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के द्वारा ऋण योजना के अंतर्गत महिला स्व-सहायता समूह को दी जाने वाली ऋण राशि को दो लाख से बढ़ाकर चार लाख करने की घोषणा की गई थी। उनकी घोषणा के पालन में गत वित्तीय वर्ष में बड़ी संख्या में महिला समूह को 4 लाख रूपए का एकमुश्त ऋण स्वीकृत किया गया है।
विभागीय मंत्री अनिला भेंड़िया के अनुरोध पर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने महिलाओं को सशक्त बनाने के लिए महिला कोष के बजट में ऐतिहासिक वृद्धि की है। पहले महिला कोष को एक या दो करोड़ रूपए का वार्षिक आबंटन उपलब्ध होता था, मगर वर्ष 2023-24 में 25 करोड़ रूपए का वार्षिक बजट उपलब्ध कराया गया है।
महिला कोष द्वारा संचालित सक्षम योजना में दो करोड़ 63 लाख का ऋण स्वीकृत किया गया है, जो योजना शुरू होने के बाद किसी भी वित्तीय वर्ष में स्वीकृत किए गए ऋणों में सर्वाधिक है। ऋण योजना अंतर्गत 8 करोड़ 8 लाख का ऋण महिला स्व-सहायता समूहों को दिया गया है, जो कि पिछले वित्तीय वर्ष की तुलना में 50 प्रतिशत अधिक है। इसी प्रकार सक्षम योजना में भी वित्तीय वर्ष 2022-23 में स्वीकृत राशि पिछले वित्तीय वर्ष की तुलना में दोगुनी है। दोनों योजनाओं के तहत रायपुर जिले में प्रदेश में सर्वाधिक 1 करोड़ 60 लाख रुपए तथा उसके बाद दुर्ग जिले में 1 करोड़ 30 लाख रुपए का ऋण स्वीकृत किया गया है।
गौरतलब है कि छत्तीसगढ़ की महिलाएं हाट बाजार और छोटे कार्यों के लिए ऋण लेने हेतु बैंक जाने में संकोच करती थीं। इसे देखते हुए मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने छत्तीसगढ़ की महिलाओं के लिए वित्तीय वर्ष 2023-24 के बजट में नवीन कौशल्या समृद्धि योजना के लिए 25 करोड़ रूपए का बजट अतिरिक्त रूप से स्वीकृत किया है। इस योजना के शुरू होने से महिलाओं को महिला कोष से बड़ी राशि प्राप्त हो सकेेगी।
मुख्यमंत्री की घोषणा अनुसार महिला स्व-सहायता समूह का 11 करोड़ से अधिक के कालातीत ऋण राज्य सरकार के द्वारा माफ किया गया है। इसके बाद समूहों द्वारा ऋण की किश्त पटाने में नियमित उत्साह देखा गया है। गत वित्तीय वर्ष में कुल 4 करोड़ रुपए से अधिक ऋण की वापसी महिला स्व-सहायता समूह के द्वारा की गई है।
महिला एवं बाल विकास विभाग की संचालक दिव्या मिश्रा ने बताया है कि छत्तीसगढ़ महिला कोष की स्थापना वर्ष 2003 में की गई थी तब से लेकर अभी तक ऋण योजना अंतर्गत 38000 स्व-सहायता समूहों को 97 करोड़ का ऋण वितरण किया गया है तथा 4500 से अधिक महिलाओं को सक्षम योजना अंतर्गत 22 करोड़ रूपए का ऋण वितरण किया गया है। इस प्रकार महिला कोष के गठन पश्चात 120 करोड़ से अधिक का ऋण वितरण किया गया है।
सुरक्षित गर्भपात सेवाओं में नवाचार के लिए छत्तीसगढ़ को प्रथम पुरस्कार
28 Apr, 2023 10:45 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
रायपुर : सुरक्षित गर्भपात सेवाओं में नवाचार के लिए छत्तीसगढ़ को प्रथम पुरस्कार मिला है। केन्द्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय द्वारा नई दिल्ली में आयोजित गर्भपात देखभाल पर राष्ट्रीय परामर्श कार्यक्रम (National Consultation on Comprehensive Abortion Care) में राज्य को यह पुरस्कार प्रदान किया गया। प्रदेश के निजी चिकित्सालयों में सुरक्षित गर्भपात सेवाओं की उपलब्धता तथा एमटीपी अधिनियम (Medical Termination of Pregnancy Act) के पालन की निगरानी के लिए ई-कल्याणी एप (e-Kalyani Application) तैयार किया गया है। सुरक्षित गर्भपात सेवाओं में इस नवाचार के लिए छत्तीसगढ़ को प्रथम पुरस्कार प्राप्त हुआ है। मातृत्व स्वास्थ्य के राज्य नोडल अधिकारी डॉ. शैलेन्द्र अग्रवाल और राज्य सलाहकार अभिलाषा शर्मा रात्रे ने छत्तीसगढ़ की ओर से यह पुरस्कार ग्रहण किया।
सुरक्षित गर्भपात सेवाओं में नवाचार के लिए छत्तीसगढ़ को प्रथम पुरस्कार
देश में सुरक्षित गर्भपात सेवाओं की निगरानी के लिए एमटीपी एक्ट लागू किया गया है। मेडिकल टर्मिनेशन आफ प्रेग्नेंसी (संशोधन) एक्ट, 2021 के अनुसार गर्भवती महिला 24 हफ्ते तक गर्भपात करा सकती है। यौन उत्पीड़न, दुष्कर्म, नाबालिग या गर्भावस्था के दौरान वैवाहिक स्थिति में बदलाव (विधवा और तलाक), शारीरिक रूप से अक्षम और मानसिक रूप से बीमार महिलाओं को गर्भपात की अनुमति है। साथ ही वे महिलाएं भी गर्भपात करा सकती हैं जिनके गर्भ में पल रहे भ्रूण में विकृति हो। प्रदेश में निजी चिकित्सालयों में सुरक्षित गर्भपात सेवाओं की उपलब्धता एवं एमटीपी एक्ट के पालन की निगरानी के लिए ई-कल्याणी एप तैयार किया गया है। इस एप के माध्यम से निजी चिकित्सालय अधिनियम के अंतर्गत सेवाएं प्रदान करने के लिए आवेदन कर सकती हैं जिसकी जिला स्तरीय समिति द्वारा समीक्षा कर अनुमति प्रदान की जाती है।
छत्तीसगढ़ में अभी ई-कल्याणी एप में 136 निजी चिकित्सालय पंजीकृत हैं जहां एमटीपी एक्ट के तहत सुरक्षित गर्भपात सेवाएं प्रदान की जा रही हैं। इनके साथ ही 193 शासकीय चिकित्सालयों में भी सुरक्षित गर्भपात संबंधी सेवाएं उपलब्ध हैं। राज्य में सुरक्षित गर्भपात सेवाओं के संचालन में आईपास डेवलपमेन्ट फाउंडेशन (Ipas Development Foundation) द्वारा सहयोग प्रदान किया जा रहा है।
विशेष पिछड़ी जनजाति पहाड़ी कोरवा 697 किसानों को अपने काबिज भूमि का पट्टा मिला
28 Apr, 2023 10:30 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
जशपुरनगर : जिला प्रशासन द्वारा जशपुर जिले के विशेष पिछड़ी जनजाति पहाड़ी कोरवा 697 किसानों को 535.708 हेक्टेयर भूमि का वन अधिकार पट्टा दिया है। आज किसान अपने खेत में उड़द, मंूगफली, अरहर, धान, साग-सब्जी की भी अच्छी फसल ले रहे है। और अपने परिवार के साथ खुशहाल जीवन व्यतीत कर रहे है। अपने बच्चों को अच्छी शिक्षा देने के लिए आगे आ रहे है। जिसके परिणामस्वरूप विशेष पिछड़ी जनजाति पहाड़ी कोरवा युवाओं को सरकारी नौकरी का लाभ मिल रहा है। जिले के बगीचा विकासखंड के ग्राम कुटमा निवासी विशेष पिछड़ी जनजाति पहाड़ी कोरवा जयकिसुन राम को जिला प्रशासन द्वारा वनअधिकार का पट्टा दिया गया है। किसान जयकिसुन को काबिज वन भूमि 0.112 हेक्टेयर का पट्टा मिला है।
किसान जयकिसुन ने मुख्यमंत्री भूपेश बघेल को धन्यवाद देते हुए कहा कि अपने काबिज वन भूमि पर मंूगफली और अरहर साग-सब्जी की फसल लगाते हैं और उन्हें अच्छा आमदनी हो रहा है। उन्होंने बताया कि खेती करने से उनके आर्थिक स्थिति में सुधार आई है छत्तीसगढ़ शासन द्वारा वन अधिकार पट्टा देने के बाद अपनी भूमि पर काबिज अधिकार मिल गया। धान की खेती के साथ अन्य उत्पादन करके अतिरिक्त आमदनी अर्जित कर रहे है।
राष्ट्रीय उद्यान से लगे गांवों तक अब राजकीय पक्षी की गूंज रही मीठी बोली
28 Apr, 2023 10:15 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
रायपुर : कांगेर घाटी राष्ट्रीय उद्यान के मैना मित्र तथा वन विभाग के फ्रंट लाइन स्टाफ के निरंतर प्रयास से अब बस्तर पहाड़ी मैना की संख्या में वृद्धि होने से आस-पास के ग्रामों में भी उनकी मीठी बोली गूंजने लगी है। ज्ञात हो कि छत्तीसगढ़ के राजकीय पक्षी पहाड़ी मैना का प्राकृतिक रहवास कांगेर घाटी राष्ट्रीय उद्यान ही है। यहां लगभग एक साल से स्थानीय समुदाय के युवाओं को प्रशिक्षण देकर मैना मित्र बनाया गया है। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की मंशा के अनुरूप तथा वन मंत्री मोहम्मद अकबर के कुशल मार्गदर्शन में वन विभाग की पहल पर मैना मित्र पहाड़ी मैना के संरक्षण एवं संवर्धन के लिए लगातार प्रयासरत है और अब उनकी मेहनत रंग ला रही है।
इस संबंध में निदेशक, कांगेर घाटी राष्ट्रीय उद्यान धम्मशील गणवीर ने बताया कि कैम्पा योजना अंतर्गत संचालित मैना सरंक्षण एवं संवर्धन प्रोजेक्ट बस्तर पहाड़ी मैना के सरंक्षण के लिए कारगर साबित हुआ है। प्रोजेक्ट अंतर्गत मैना मित्रों द्वारा कांगेर घाटी राष्ट्रीय उद्यान से लगे 30 स्कूलों में जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया है। प्रत्येक शनिवार और रविवार स्कूली बच्चों को पक्षी दर्शन के लिए ले जाया जा रहा है, जिससे उनके व्यवहार में बदलाव भी देखा जा रहा है। एक समय में जिन बच्चों के हाथ में गुलेल थे अब उनके हाथ में दूरबीन देखा जा रहा है।
उल्लेखनीय है की मैना का रहवास साल के सूखे पेड़ो में होता है, जहां कटफोड़वे घोंसले बनाते है। इसी कड़ी में बस्तर वन मंडल द्वारा साल के सूखे पेड़ों को काटने पर प्रतिबंध लगाया गया है, जिससे मैना का रहवास कांगेर घाटी राष्ट्रीय उद्यान के बाहर भी सुरक्षित हो सके। साथ ही कांगेर घाटी से लगे ग्राम जैसे मांझीपाल, धूडमारास के होमस्टे पर्यटन में पहाड़ी मैना को जोड़ा गया है, जहां पर्यटक पक्षी दर्शन अंतर्गत राजकीय पक्षी को भी देख सकते है। धूड़मरास से धुरवा डेरा के संचालक मानसिंह बघेल कहते है कि मुझे बहुत अच्छा लग रहा है कि पहाड़ी मैना हमारे घर के पास देखने को मिल रही है और उन्हें हम होम स्टे पर्यटन के साथ जोड़कर उसका संरक्षण भी कर रहे हैं।
अभी नेस्टिंग सीजन में पहाड़ी मैना के कई नए घोंसले देखने को मिले, जिसमें अभी पहाड़ी मैना अपने बच्चों को फल और कीड़े खिलाते हुए देखे जा रहे हैं, जिनकी निगरानी मैना मित्रों और फील्ड स्टाफ द्वारा की जा रही है। पहले जहां पहाड़ी मैना की संख्या कम थी, अब वह कई झुंड में नजर आ रही है। स्थानीय समुदायों के योगदान एवं पार्क प्रबंधन के सतत् प्रयास से ही यह मुमकिन हो पाया है।
प्रदेश के सभी नगर निगमों में भवन निर्माण का नक्शा पास कराने की प्रक्रिया हुई ऑनलाईन
28 Apr, 2023 10:00 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
रायपुर : छत्तीसगढ़ सरकार ने आज तीन नगर निगमों भिलाई चरौदा, धमतरी और बिरगांव में ऑनलाइन भवन अनुज्ञा सिस्टम शुरू किया है। इन नगर निगमों में इस सुविधा का शुभारंभ नगरीय प्रशासन एवं विकास विभाग के मंत्री डॉ. शिव कुमार डहरिया द्वारा अपने निवास कार्यालय से किया गया। इन तीन नगर निगमों में यह सुविधा शुरू होने के साथ ही प्रदेश के सभी नगर निगमों में भवन निर्माण का नक्शा पास करने की प्रक्रिया ऑनलाईन हो गई है। प्रदेश की 11 नगर निगमों में ऑनलाईन भवन अनुज्ञा परियोजना पहले ही प्रारंभ हो चुकी है।
गौरतलब है कि मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के निर्देशों के अनुसार राज्य के सभी शहरों में चरणबद्ध तरीके से ऑनलाइन भवन अनुज्ञा सिस्टम प्रारम्भ किया जा रहा है। यह परियोजना राज्य के तीन शहरों को आधुनिक बनाने की कड़ी में एक बड़ा कदम है। इस सेवा के माध्यम से, शहरों में भवन अनुज्ञा प्रक्रिया को सरल और सुविधाजनक बनाया गया है।
इस सॉफ्टवेयर की विशेषताएं बहुत उत्कृष्ट हैं। इसमें सभी फिजिकल टच प्वाइंट को हटाया गया है, जिससे नागरिकों को भवन अनुज्ञा से संबंधित कार्य हेतु कार्यालय जाने की आवश्यकता नहीं है, दस्तावेजों का परीक्षण भी ऑनलाइन होगा एवं ऑनलाइन भुगतान की सुविधा भी उपलब्ध है। नागरिकों को अब इस सुविधा का घर पर ही लाभ मिलेगा और कार्य के लिए खिड़की में कतार लगाने या निकाय कार्यालय आने की ज़रूरत नहीं है। अधिकारियों के लिए भी इस सॉफ्टवेयर में समय-सीमा तय की गई है, जिससे यह सुविधा नागरिकों को समय-सीमा में दी जा सके।
इस सॉफ्टवेयर के माध्यम से, छत्तीसगढ़ मॉडल के डायरेक्ट भवन अनुज्ञा प्रोजेक्ट को भी इन शहरों में प्रारंभ किया गया है, अर्थात इन शहरों के नागरिकों को अब केवल एक क्लिक और एक रुपए में 5000 वर्ग फुट तक के घर बनाने की अनुमति मिलेगी। मुख्यमंत्री स्वयं डायरेक्ट भवन अनुज्ञा प्रोजेक्ट की समीक्षा नियमित रूप से करते हैं।
इस प्रक्रिया के माध्यम से, शहरों को भवन अनुज्ञा प्रक्रिया को एक सरल, त्वरित और आसान सिस्टम में बदलने का प्रयास किया जा रहा है। छत्तीसगढ़ मॉडल पर आधारित इस सॉफ्टवेयर का विकास नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ अर्बन अफेयर्स द्वारा नेशनल अर्बन डिजिटल मिशन के तहत किया गया है।
इस शुभारंभ समारोह के अवसर पर आयोजित कार्यक्रम में विभाग के सचिव डॉ. अय्याज तंबोली, सूडा के सीईओ सौमिल रंजन चौबे, तीनों शहरों के महापौर एवं आयुक्त के साथ अन्य जनप्रतिनिधि उपस्थित हुए।
छत्तीसगढ़ में बोरे-बासी खाओ अभियान : मजदूर दिवस पर श्रमिकों के सम्मान के लिए अनूठी पहल
28 Apr, 2023 09:45 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
रायपुर : छत्तीसगढ़ के तीज-त्योहार सरकारी तौर पर मनाने की शुरुआत करने के बाद राज्य सरकार ने आहार को भी छत्तीसगढ़िया गौरव से जोड़ दिया है। शुरुआत किसानों-मजदूरों का आहार कहे जाने वाले बोरे-बासी से हो रही है। मजदूर दिवस यानी एक मई को श्रम को सम्मान देने के लिए सभी से बोरे बासी खाने की अपील की है।
हर छत्तीसगढ़िया के आहार में बोरे बासी का कितना महत्व है। हमारे श्रमिक भाइयों, किसान भाइयों और हर काम में कंधे से कंधा मिलाकर चलने वाली हमारी बहनों के पसीने की हर बूंद में बासी की महक है। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा, जब हम कहते हैं कि ‘बटकी में बासी अउ चुटकी में नून’ तो यह सिंगार हमें हमारी संस्कृति से जोड़ता है।
डॉ. खूबचंद बघेल ने भी खूब कहा है, ‘गजब विटामिन भरे हुए हे छत्तीसगढ़ के बासी मा’ मुख्यमंत्री ने कहा, युवा पीढ़ी को हमारे आहार और संस्कृति के गौरव का एहसास कराना बहुत जरूरी है। एक मई को हम सब बोरे बासी के साथ आमा के अथान और गोंदली के साथ हर घर में बोरे बासी खाएं और अपनी संस्कृति और विरासत पर गर्व महसूस करें।
क्या है यह बोरे बासी
बोरे बासी छतीसगढ़ का प्रमुख और प्रचलित व्यंजन है। बोरे बासी का मतलब होता है रात के पके चावल को रात को भिगो कर या सुबह भिगो कर खाना या सुबह के पके चावल को दोपहर में खाना। इसमें स्वादानुसार नमक मिलाया जाता है। फिर सब्जी, प्याज, आचार, पापड़, बिजौरी इत्यादि के साथ खाया जाता है। कई बार लोग केवल नमक और प्याज से बासी खाते हैं। बोरे का अर्थ है सुबह के चावल को पानी में भिगोए रखना और बासी का मतलब है रात के बचे चावल को पानी में भिगोकर रात भर रखना उसे कहते हैं बासी इसका अर्थ हो जाता है बोरे बासी। गर्मी के दिनों में बोरे बासी शरीर को ठंडा रखता है। पाचन शक्ति बढ़ाता है। त्वचा की कोमलता और वजन संतुलित करने में भी यह रामबाण है। बोरे बासी में सारे पोषक तत्व मौजूद होते हैं।
बोरे बासी यानी बासी चावल जिसका स्वाद चावल से कई गुना बदल जाता है एवं स्वादिष्ट लगने लगता है बोरे बासी को तैयार करने के लिए सबसे पहले चावल पकाकर उसे रात को पानी में डालकर एवं छोड़ दिया जाता है तब उसे सुबह वह चावल बासी के रूप में प्राप्त होता है । और बासी एक छत्तीसगढ़ की प्रमुख व्यंजन है जिसे गर्मी के समय में पेट पूजा के लिए एवं भोजन का मुख्य व्यंजन है, बोरे -बासी त्वचा को स्वस्थ एवं शरीर में किसी भी बीमारी को दूर करने में सहायक प्रदान करता है एवं विटामिंस सी विटामिन की मात्रा सबसे ज्यादा होती है ,और इसमें बोरे बासी हमारे ही राज्य में नहीं अन्य राज्यों में एवं अमेरिका जैसे देशों में रहने वाले भारतीयों द्वारा भी खाया जाता है।
बोरे-बासी में विटामिन भरपूर
विटामिन बी-12 की प्रचूर मात्रा के साथ-साथ बोरे बासी में आयरन, पोटेशियम, कैल्शियम की मात्रा भरपूर होती है। इसे खाने से पाचन क्रिया सही रहती है और शरीर में ठंडक रहती है। ब्लड और हाइपरटेंशन को नियंत्रित करने का भी काम करती है। गर्मी के दिनों में बोरे-बासी शरीर को ठंडा रखती है। पाचन शक्ति बढ़ाती है। त्वचा की कोमलता और वजन संतुलित करने में भी यह रामबाण है। बोरे-बासी में सारे पोषक तत्व मौजूद होते हैं।
बासी खाने से लाभ
बासी खाने से होंठ नहीं फटते, पाचन तंत्र को सुधारता है। इसमें पानी भरपूर होता है, जिससे गर्मी के मौसम में ठंडक मिलती लू से बचाता है। पानी मूत्र विसर्जन क्रिया को बढ़ाता है जिससे ब्लड प्रेशर नियंत्रित रहता है। पथरी और मूत्र संस्थान की दूसरी बीमारियों से बचाता है। चेहरे के साथ पूरी त्वचा में चमक पैदा करता है। पानी और मांड के कारण ऐसा होता है। कब्ज, गैस और बवासीर से दूर रखता है। मोटापे से बचाता है। मांसपेशियों को ताकत देता है।
बोरे-बासी से जुड़ी रोचक बातें-
स्कूल में बच्चे गुरुजी से छुट्टी मांगने के लिए कहते हैं- बासी खाए बर जाहूं गुरुजी। छत्तीसगढ़ी कहावत है- बासी के नून नई हटे। यानी गई हुई इज्जत वापस नहीं आती।बासी का चावल अंगाकर, पान रोटी या फरा बनाने के भी काम आता है। बची हुई बासी खड़ा नमक मिलाकर पशुओं को दे दी जाती है।
बोरे बासी गीत
आ गे आ गे आ गे बोरे बासी तिहार,
मानत ये ला छत्तीसगढ़ सरकार ।
बोरे बासी म हय अबड़ गुन,
चटनी संग खाले डार के थोकीन नून।
खावत हे बोरे बासी मजदूर किसान संत्री मंत्री सरकार,
बोरे बासी के गुन ला बगरा दिस देश विदेश मे अपार।
छत्तीसगढ़ के बोरे बासी सबके मन ला भा गे,
सब बोरे बासी खाके मनाथन ये तिहार ।
छत्तीसगढ़ महतारी के महिमा दाऊ जी हा जगात हे,
छत्तीसगढ़ के गुन ला सब जगह गात हे,
छत्तीसगढ़ आदर मान ला बढ़हावत हे भूपेश सरकार।।
विधायक दल के साथ पूर्व मुख्यमंत्री डा. रमन सिंह पहुंचे बिरनपुर, भुनेश्वर को दी श्रद्धांजलि
28 Apr, 2023 09:21 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
रायपुर । पूर्व मुख्यमंत्री व भाजपा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष डॉ. रमन सिंह आज विधायक दल की टीम के साथ बेमेतरा पहुंचे वहां उन्होंने पिछले दिनों हुई बिरनपुर हिंसा के पीडितों से मुलाकात की और उन्हें आश्वस्त किया कि हिंसा के अपराधियों को कड़ी सजा दिलाकर उन्हें न्याय दिलाने के लिए पूरी भारतीय जनता पार्टी उनके साथ खड़ी है। साथ ही पत्रकारों से बात करते हुए उन्होंने कहा कि बिरनपुर को छावनी बनाया गया और आतंकित किया जा रहा है। गांव के लोगों की बातें सुनकर आंख से आंसू आ जाते हैं आज ऐसी परिस्थिति यहां भूपेश बघेल की सरकार ने निर्मित कर दी है, ऐसी ओछी राजनीति पूरे देश में नहीं देखी गई। साथ ही उन्होंने इस मामले की जांच करते अधिकारियों को कहा कि पीड़ित परिवार की एक ही मांग है कि दोषियों को सजा मिले इसके लिए वे कब से प्रयास कर रहे हैं, अपराधियों को जल्द से जल्द सजा मिलनी चाहिए और बिरनपुर में शांति स्थापित होनी चाहिए।
उल्लेखनीय है कि बेमेतरा जिले के साजा विधानसभा क्षेत्र के बिरनपुर गांव में बीते दिनों दो स्कूली बच्चों के विवाद में हिंसा भड़क गई थी। मामूली झगड़े में हिंदू और मुस्लिम समुदाय आमने-सामने आ गए थे। दोनों पक्षों में खूनी संघर्ष हुआ था। इस दौरान एक हिंदू युवक की हत्या कर दी गई थी। घटना में एक दर्जन लोग घायल हुए थे।
नई कार की पूजा कराकर लौटते समय हुआ भीषण सड़क हादसा, तीन की हुई मौत
28 Apr, 2023 04:38 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
बालोद जिले में मंदिर में नई कार की पूजा कराकर लौटते समय भीषण सड़क हादसे में एक ही परिवार के तीन लोगो की मौत हो गई। वहीं, तीन लोग गंभीर रूप से घायल हैं। डोंडी लोहारा थाना क्षेत्र की यह घटना बताई जा रही है। मृतकों में दो महिला और एक पुरुष है।पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार, यह हादसा डोंडीलोहारा दल्लीराजहरा मुख्य मार्ग में ग्राम सहगांव के पास हुआ है। बीती रात को तेज आंधी तूफान भी आया था। इस बीच गलत दिशा से आ रहे ट्रक से गाड़ी जा टकराई।बता दें कि सभी लोग कार में सवार थे सभी गिधाली गांव के निवासी रहने वाले हैं और एक ही परिवार के हैं। ग्गिधाली निवासी चंपा साहू एक दिन पहले नई कार खरीदकर लाया था। दूसरे दिन अपने परिवार को लेकर डोंगरगढ़ गया था। उसी कार का पूजन करवाकर सभी मंदिर से लौट रहे थे, तभी रास्ते में ये हादसा हो गया।
नहीं थम रहा कोरोना, 24 घंटे में मिले 397 मरीज
28 Apr, 2023 04:12 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
रायपुर | छत्तीसगढ़ में कोरोना की रफ्तार थमने का नाम नहीं ले रहा है। प्रदेश में लगातार कोरोना बढ़ रहा है। बीते 24 घंटे में 397 कोरोना मरीज मिले हैं। कल 5296 सैम्पलों की जांच हुई, जिसमें 397 लोगों की रिपोर्ट पॉजिटिव आई है। वहीं बालोद जिले में दो और कोंडागांव में एक मरीज की मौत हुई है। आज 584 लोग ठीक हुए हैं।सबसे ज्यादा बलौदाबाजार में 66 मरीज मिले हैं। इसके अलावा रायपुर में 37, दुर्ग में 21, राजनांदगांव में 23, बालोद में 15, बेमेतरा में 15, कबीरधाम में 5, धमतरी में 20, 36, महासमुंद में 8, बिलासपुर में 33, सरगुजा में 29, कांकेर में 21, बीजापुर में 8 संक्रमित मिले हैं।
स्कूटी पर ही उमड़ा प्यार, प्रेमी जोड़े ने शर्म की साडी हदें की पार
28 Apr, 2023 01:41 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
बिलासपुर | आजकल लड़के-लड़कियों पर इश्क का खुमार ऐसा चढ़ा हुआ है कि वे सारी हदें पार कर दे रहे हैं। प्रेमी जोड़ों को चलती कार या बाइक में रोमांस करने में बड़ा मजा आ रहा है। इस दौरान न तो इन्हें शर्म आती है और न ही इन्हें कानून का डर रहता हैं।पिछले कुछ दिनों में कई राज्यों से ऐसे वीडियो सामने आए हैं, जिनमें ये लोग शर्म हया को छोड़कर खुल्लम खुल्ला प्यार फरमाने में लगे हैं। ताजा वीडियो छत्तीसगढ़ के बिलासपुर से सामने आया है। जिसमें प्रेमी जोड़ा स्कूटी पर रोमांस करते दिखा है। यह वीडियो काफी तेजी से वायरल हो रहा है।
दरअसल, यहां बीती रात तकरीबन दो बजे युवक एक लड़की को स्कूटी पर गोद में बैठाए सड़क पर घूमता दिखा। यह कपल स्कूटी पर रोमांस करता दिख रहा है। वायरल वीडियो में एक लड़के की गोद में लड़की बैठी हुई दिख रही है और लड़का स्कूटी चला रहा है। इस बीच वहां से गुजर रहे किसी शख्स ने उनका वीडियो बना लिया। यह वीडियो सोशल मीडिया जमकर वायरल हो रहा है।इस संबंध में यातायात के डीएसपी संजय साहू ने संज्ञान में लेते हुए सोशल मीडिया से प्राप्त वीडियो पर तत्काल गाड़ी नंबर से मोबाइल नंबर निकलवा कर गाड़ी मालिक से संपर्क किया।
गाड़ी मालिक को 30 मिनट के भीतर थाना लाकर 8,800 का चालान काटा गया।इस संबंध में ट्रैफिक डीएसपी ने बताया कि बीती रात युवक द्वारा जो स्कूटी में यातायात नियम का उल्लंघन करते वायरल वीडियो प्राप्त होने पर तत्काल कार्रवाई के लिए थाना तलब कर मोटर व्हीकल एक्ट के अंतर्गत चालान काटा और युवक से माफी मंगवाई गई। यातायात पुलिस ने कहा कि पुलिस इस प्रकार से यातायात के नियम उल्लंघन करने वालों पर सदैव कठोर कार्यवाई करती रहेगी।
कार और ट्रक की टक्कर में एक ही परिवार के तीन सदस्यों की मौत, तीन घायल
28 Apr, 2023 01:15 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
बालोद । छत्तीसगढ़ के बालोद जिले में कार और ट्रक के बीच टक्कर होने से एक किशोरी समेत एक परिवार के तीन लोगों की मौत हो गई। साथ ही, इस घटना में कई लोग घायल हो गए हैं। इस बात की जानकारी पुलिस द्वारा दी गई है।एक अधिकारी ने बताया कि घटना डौंडीलोहारा थाना क्षेत्र के सहगांव गांव के पास गुरुवार की रात को हुई। दरअसल, पीड़ित परिवार पड़ोस के राजनांदगांव जिले के डोंगरगढ़ का दौरा करके घर लौट रहे थे। पुलिस ने बताया कि मृतकों की पहचान डौंडीलोहारा क्षेत्र के गिधली गांव निवासी चंपा साहू (42), उसकी मां अहिल्या और बेटी खुशी (16) के रूप में हुई है।
शुरुआती जानकारी के मुताबिक, चंपा ने बुधवार को एक नई कार खरीदी थी और अगले दिन वह अपने परिवार के सदस्यों को तीर्थ स्थल डोंगरगढ़ घुमाने ले गया था। जब वे अपने घर लौट रहे थे, तभी उनकी कार विपरीत दिशा से आ रहे एक ट्रक से टकराने से पहले एक भैंस से टकरा गई।इससे छह लोगों में से तीन लोगों की मौके पर ही मौत हो गई और चंपा के पिता, उनकी पत्नी और उनके एक अन्य बच्चे को गंभीर चोटें आई हैं। फिलहाल, इन तीनों को इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
भुवनेश्वर साहू हत्या मामले में एक और गिरफ्तारी
28 Apr, 2023 11:38 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
बेमेतरा जिले के गांव बिरनपुर में आठ अप्रैल को भुवनेश्वर साहू की हत्या हुई थी। इस मामले में अब तक 11 आरोपी की गिरफ्तारी हो चुकी है, जिन्हे जेल भेजा गया है। वर्तमान में विवेचना का क्रम जारी है।इसी कड़ी में गुरुवार को पुलिस ने मामले में एक और आरोपी रसीद मोहम्मद उर्फ कल्लू खान पिता जमाल खान उम्र 51 को गिरफ्तार किया है। पुलिस ने बताया कि प्रकरण के अन्य आरोपियों की तलाश सीसीटीवी, मोबाइल सीडीआर तकनीकी विश्लेषण के माध्यम से की जा रही है। अब तक इस मामले में कुल 12 आरोपी की गिरफ्तारी हो चुकी है। इन आरोपियों के खिलाफ साजा थाना में आईपीसी की धारा 147, 148, 149, 336,307,302,120-बी के तहत मामला दर्ज किया गया है। दूसरी ओर आज शुक्रवार को भारतीय जनता पार्टी के विधायकगण पूर्व मुख्यमंत्री डॉ.रमन सिंह व नेता प्रतिपक्ष नारायण चंदेल के नेतृत्व में दोपहर तीन बजे बिरनपुर (बेमेतरा) जाकर भुनेश्वर साहू के परिजनों से मुलाकात करेंगे।
नक्सली हमले को अंजाम देने के लिए नक्सलियों ने सड़क खोद कर लगाया था 50 किलो का IED
28 Apr, 2023 11:31 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
छत्तीसगढ़ के दंतेवाड़ा में 26 अप्रैल को खतरनाक हमले को अंजाम देने के लिए नक्सलियों ने विशेष प्लानिंग कर रखी थी। इस खतरनाक वारदात को अंजाम देने के लिए नक्सलियों ने सड़क के नीचे सुरंग खोदी थी, जिसमें 50 किलो का आइइडी यानि इम्प्रोवाइज्ड एक्सप्लोसिव डिवाइस लगाया गया था। मालूम हो कि दंतेवाड़ा के अरनपुर में नक्सलियों ने सुरक्षाबलों के निजी वाहन पिकअप को निशाना बनाकर आइइडी धमाका किया था, जिसमें 11 जवानों का बलिदान हो गया।
बस्तर रेंज के आइजी पी सुंदरराज ने कहा कि ऐसा लगता है कि नक्सलियों ने विस्फोटक लगाने के लिए सड़क पर सुरंग का निर्माण कर दिया था। इसका सुरक्षाबल पता नहीं लगा सके। वहीं, सूत्रों के मुताबिक, नक्सली ऐसे हमलों को अंजाम देने के लिए आइइडी लगाकर मौके की तलाश करते रहते हैं। बुधवार को नक्सलियों ने डीआरजी जवानों को अपना निशाना बनाया।पुलिस सूत्रों के मुताबिक, अगर जवानों के काफिले के गुजरने से पहले सड़क पर सुरक्षा जांच की जाती तो विस्फोटक का पता लगाया जा सकता था। पता चला है कि इलाके की स्थितियों में उपयोग किए जाने वाले अधिकांश मेटल डिटेक्टर करीब 20 इंच की गहराई तक दबी हुई सुरंग का पता लगाने में सक्षम हैं।
मालूम हो कि खतरनाक वारदात को अंजाम देने वाले इलाके में सुरक्षाबलों ने अपनी खासी मौजूदगी बना रखी है।अरनपुर से जगरगुंडा और बासागुड़ा इलाके में सुरक्षा बलों की मौजूदगी रहती है। ऐसे में अब यह पता लगाया जा रहा है कि नक्सलियों ने यहां विस्फोटक लगाकर इतनी बड़ी वारदात को कैसे अंजाम दे दिया। यह भी पता चला है कि इस हमले को अंजाम देने में नक्सलियों ने जिस विस्फोटक का उपयोग किया वह आमतौर पर खनन और चट्टानों को विस्फोट कर तोड़ने में उपयोग किया जाता है।पुलिस के अनुसार इस घटना के बाद पूरे बस्तर संभाग में अलर्ट जारी कर दिया गया है।
नक्सल विस्फोट में मारे गए 10 में से पांच पुलिसकर्मी पहले थे नक्सली
28 Apr, 2023 11:14 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
रायपुर । छत्तीसगढ़ के दंतेवाड़ा जिले में बुधवार को बारूदी सुरंग विस्फोट में शहीद 10 पुलिसकर्मियों में से पांच नक्सलवाद छोड़ने के बाद पुलिस बल में शामिल हुए थे। एक वरिष्ठ अधिकारी ने गुरुवार को यह जानकारी दी।बस्तर क्षेत्र के पुलिस महानिरीक्षक सुंदरराज पी. ने बताया कि प्रधान आरक्षक जोगा सोढ़ी (35), मुन्ना कड़ती (40), आरक्षक हरिराम मंडावी (36) जोगा कवासी (22) और गोपनीय सैनिक राजूराम करटम (25) पहले नक्सली के रूप में सक्रिय थे, आत्मसमर्पण करने के बाद वह पुलिस में शामिल हो गए थे।
सुंदरराज ने बताया कि पड़ोसी सुकमा जिले के अरलमपल्ली गांव के निवासी सोढ़ी और दंतेवाड़ा के मुड़ेर गांव के निवासी कड़ती 2017 में पुलिस में शामिल हुए थे।इसी तरह दंतेवाड़ा जिले के निवासी मंडावी और करटम को 2020 और 2022 में पुलिस में शामिल किया गया था। उन्होंने बताया कि दंतेवाड़ा जिले के बड़ेगादम गांव का रहने वाला एक अन्य जवान जोगा कवासी पिछले महीने पुलिस में शामिल हुआ था।
बता दें कि छत्तीसगढ़ के नक्सल प्रभावित दंतेवाड़ा जिले के अरनपुर थाना क्षेत्र में नक्सलियों ने बुधवार को सुरक्षाकर्मियों के काफिले में शामिल एक वाहन को विस्फोट से उड़ा दिया था। इस घटना में जिला रिजर्व गार्ड (डीआरजी) के 10 जवान और एक वाहन चालक की मौत हो गई।