उत्तर प्रदेश (ऑर्काइव)
बिहार : घर के दरवाजे पर आटो में सो रहे चालक की हत्या....
5 Mar, 2023 12:46 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
समस्तीपुर के विभूतिपुर में शनिवार की रात बेखौफ बदमाशों ने एक दिव्यांग युवक की गोली मारकर हत्या कर दी। घटना विभूतिपुर थाना क्षेत्र के भरपुरा पंचायत के पटपारा उत्तर गांव के वार्ड 03 की है। मृतक की पहचान रामाकांत शर्मा के 24 वर्षीय पुत्र आटो चालक मनीष कुमार शर्मा के रुप में हुई है।घटना के वक्त युवक अपने घर के दरवाजे पर आटो में ही सो रहा था, जब अपराधियों ने उसकी कनपटी में गोली मार दी। घटनास्थल पर ही दिव्यांग युवक की मौत हो गई।
घटना को लेकर घरवालों ने बताया कि शनिवार आधी रात में बदमाशों ने दरवाजे पर चढ़कर सोए अवस्था में मनीष की गोली मारकर हत्या कर दी। फायरिंग की आवाज सुनकर जब तक आसपास के लोग घरों से बाहर निकले, इससे पूर्व बदमाश घटनास्थल से भाग निकले। ग्रामीणों की सूचना पर पहुंची स्थानीय पुलिस ने घटनास्थल का निरीक्षण किया। पुलिस टीम मृतक के शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए सदर अस्पताल पहुंची।
हत्या के बाद बाइक पर चढ़ भाग गया अपराधी
बताया जा रहा है कि पटपारा उत्तर गांव में वार्ड 03 निवासी 24 वर्षीय मनीष कुमार शर्मा किराए पर आटो लेकर चालक का काम करता था। वह दाएं पैर से दिव्यांग था। मृतक के छोटे भाई सोनु कुमार ने बताया कि शनिवार रात करीब दो बजे अचानक दरवाजे पर फायरिंग की आवाज हुई। सोनू ने बताया कि फायरिंग की आवाज सुनकर नींद खुली तो देखा की एक व्यक्ति बाइक से भाग रहा है।
शराब धंधेबाजों पर आटो चालक की हत्या का शक
वहीं, आटो में सो रहे मनीष के कनपटी में गोली लगी थी। घटनास्थल पर ही उसकी मौत हो गई थी। तब तक आसपास के लोग भी एकत्रित हो गए। स्थानीय पुलिस को घटना की सूचना दी गई। घटना के पीछे शराब धंधेबाजों का हाथ बताया जा रहा है। थानाध्यक्ष संदीप पाल ने बताया कि पुलिस मामले की छानबीन में जुटी है।
यूपी का नंबर वन थाना: बरेली कोतवाली के नाम पर दर्ज हुई उपलब्धि, केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने जारी की सूची...
5 Mar, 2023 12:30 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
देश भर के श्रेष्ठ थानों में बरेली कोतवाली शुमार हुई है। उत्तर प्रदेश में इकलौते थाने के रूप में यह अव्वल है। अंग्रेजी हुकूमत में बनी कोतवाली को प्रदेश में प्रथम स्थान मिलने पर स्टाफ से लेकर अधिकारी तक गदगद हैं।
देश भर के डीजीपी के साथ हाल ही में आयोजित सम्मेलन में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने थानों की रैंकिग की घोषणा की। कुल 165 मानकों पर वर्ष 2022 के लिए देश के दस श्रेष्ठ थानों की सूची जारी की गई है। इसमें झारखंड के थाने को देश में पहला और बरेली कोतवाली को यूपी में पहला स्थान मिला है।
इसकी सूचना गृह विभाग से एडीजी, आईजी व एसएसपी को भेजी गई है। डीजीपी के स्टाफ ऑफिसर एडीजी एन रविंद्र ने इन अधिकारियों से अपेक्षा की है कि स्थानीय स्तर पर समारोह कर संबंधित टीम को प्रमाणपत्र दिया जाए। केंद्रीय गृह मंत्री और गृह सचिव के हस्ताक्षर से यह प्रमाणपत्र भेजा जा रहा है।
बीस फीसदी अंक जनता के फीडबैक से
जनसुविधाओं से जुड़े करीब 165 मानकों पर गृह मंत्रालय हर साल एक एजेंसी से थानों की गोपनीय सर्वे कराता है। इसमें पासपोर्ट सत्यापन, लाइसेंस, चरित्र प्रमाण पत्र सत्यापन का निस्तारण, जनता के मध्य पुलिस की छवि, अपराधियों के विरुद्ध की गई कार्रवाई जैसे बिंदु शामिल होते हैं। इसमें बीस फीसदी अंक जनता के फीडबैक से मिलते हैं।
अंग्रेजी शासन में बनी थी कोतवाली
अंग्रेजी शासनकाल में वर्ष 1927 में बरेली कोतवाली की स्थापना हुई थी, इसका भवन लाल पत्थर से किले की तरह बना हुआ है। इसमें गेट के ऊपर ही एक आवास बना है जिसमें पहले कोतवाल रहते थे। स्थापना से पहले कोतवाली कुतुबखाना पर उस जगह थी जहां इस वक्त एसबीआई की शाखा है। हालांकि कोतवाली का भवन बरसों पुराना है पर स्थापत्य कला और मजबूती का बेजोड़ नमूना है।
टॉप 74 थानों में बिथरी भी था
चार महीने पहले 16671 थानों का सर्वे पूरा किया गया था। तब कोतवाली के साथ बिथरी चैनपुर थाने ने भी इनमें स्थान बनाया था। बिथरी के इंस्पेक्टर रहे शितांशु शर्मा ने वहां कई निर्माण कार्य और साफ सफाई कराई थी। अधिकारी उम्मीद में थे कि दोनों थानों को टॉप टेन में चुन लिया जाएगा। हालांकि बिथरी इस सूची से बाहर हो गया।
इंस्पेक्टर हिमांशु निगम
कोतवाली थाने के इंस्पेक्टर हिमांशु निगम ने बताया कि कर्मचारियों की मेहनत और लगन की वजह से कोतवाली को प्रदेश भर में प्रथम स्थान मिला है। यह संयुक्त रूप से किए गए काम और अच्छे व्यवहार का नतीजा है। मुझे खुशी है कि मैं इस टीम का नेतृत्व कर रहा हूं। हम जनता के प्रति और जवाबदेह बनने का प्रयास करेंगे।
नजीर, नसीहत और नजरिये के लिए यादगार बना विधानमंडल का बजट सत्र, बड़ी भागीदारी से कायम हुआ इतिहास...
5 Mar, 2023 11:22 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
सत्र | सत्र की 11 दिन चली कार्यवाही में मात्र 36 मिनट के स्थगन ने इस सत्र को संसदीय इतिहास में एक महत्वपूर्ण पृष्ठ के रूप में न सिर्फ जोड़ा, बल्कि बजट और राज्यपाल के अभिभाषण पर सदन के करीब 250 सदस्यों की भागीदारी ने भी इसे ऐतिहासिक बना दिया।
विधानमंडल का बजट सत्र नजीर बनाने, नसीहत देने, राजनीतिक दलों तथा उनके नेताओं का नजरिया जनता को समझाने वाला रहा। सत्र की 11 दिन चली कार्यवाही में मात्र 36 मिनट के स्थगन ने इस सत्र को संसदीय इतिहास में एक महत्वपूर्ण पृष्ठ के रूप में न सिर्फ जोड़ा, बल्कि बजट और राज्यपाल के अभिभाषण पर सदन के करीब 250 सदस्यों की भागीदारी ने भी इसे ऐतिहासिक बना दिया।
साल 2004 में भाजपा के तत्कालीन विधायक सलिल विश्नोई के साथ मारपीट के आरोप में कानपुर के तत्कालीन छह पुलिस कर्मियों को विधानसभा से एक दिन के कारावास की मिली सजा ने भी इस सत्र की उल्लेखनीय घटना रही। जो कार्यपालिका के लिए नजीर भी है। हालांकि विपक्ष एक बार फिर छाप छोड़ने या सरकार को घेरने में असफल रहा। सत्र के दौरान मुख्यमंत्री के बढ़ते आत्मविश्वास और अपने ही बुने जाल में घिरते दिखे विपक्ष ने प्रदेश की भावी बिसात की चालें भी काफी हद तक समझा दीं।
दशकों बाद सबसे कम स्थगन, अधिकारियों-कर्मचारियों को सजा और ज्यादा से ज्यादा विधायकों को बोलने का मौका देने के लिए सदन को देर रात तक चलाकर विधानसभा अध्यक्ष सतीश महाना ने इस सत्र को ऐतिहासिक ही नहीं बनाया, बल्कि उनके नए प्रयोगों की शुरुआत ने भी इसे यादगार बना दिया। सदन के साथ आमलोगों को जोड़ने, छात्रों को संसदीय परंपराओं से रूबरू कराने के लिए ज्यादा से ज्यादा बुलाने, आम लोगों को विधान मंडल के इतिहास की जानकारी देने के लिए तैयार डिजिटल वीथिका जैसे प्रयोग भी इस सत्र को यादगार बनाने वाले रहे।
नई परंपराओं के साथ नसीहतें भी
पुराने लोग बताते हैं कि आमतौर पर विधायकों के साथ सामूहिक फोटो विधानसभा का कार्यकाल खत्म होने के अंतिम दिन होता है। पर, इस बार यह परंपरा तोड़ते हुए बजट सत्र के बाद ही ग्रुप फोटोग्राफी कराकर नई परंपरा शुरू की गई। सत्र से सियासी दलों को यह नसीहत भी मिली कि अतीत की गलतियां भविष्य में उत्तराधिकारियों को ही राजनीतिक तेवर बनाने तथा जनता के बीच भरोसा कायम करने में मुश्किलें डालती हैं। इसका उदाहरण प्रयागराज का उमेश पाल हत्याकांड रहा। इस मुद्दे पर सरकार को घेरने की कोशिश में मुख्य विपक्षी दल सपा खुद ही घिर गई। पार्टी मुखिया अखिलेश यादव यह तर्क देते रहे कि उन्होंने अतीक को कोई संरक्षण नहीं दिया। पर, वे मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के इस तीखे सवाल का जवाब नहीं दे पाए कि अतीक को पहली बार विधायक व सांसद क्या सपा ने नहीं बनाया था?
दमदार प्रदर्शन करने में चूकी सपा
कानून-व्यवस्था पर अतीक के संरक्षण के पलटवार ने सपा के हमले की धार भोथरी कर दी, तो भ्रष्टाचार पर सीएम योगी के बिना नाम लिए ऑस्ट्रेलिया में टापू और लंदन में होटल खरीदने के आरोप सपा के हमलों की धार और कुंद करते दिखे। बची कसर बजट पर मुख्यमंत्री के भाषण के दौरान नेता प्रतिपक्ष अखिलेश की सदन से गैरहाजिरी ने पूरी कर दी। इस स्थिति ने भी सत्तापक्ष को विपक्ष पर बढ़त बनाने का मौका दिया। हालांकि प्रयागराज की घटना पर पक्ष-विपक्ष दोनों तरफ से भाषाई संयम व मर्यादा टूटती दिखी, लेकिन विधानसभा अध्यक्ष ने लंच डिप्लोमेसी से इसे मुद्दा नहीं बनने दिया। उमेश पाल हत्याकांड के अलावा विधायक के पिटाई प्रकरण में विशेषाधिकार हनन के दोषी अधिकारियों को सजा की घोषणा के दौरान दूसरे मुद्दे पर बहिगर्मन तथा अखिलेश के इसे परंपरा के विपरीत बताने वाले बयान ने भी भाजपा को ही उस पर हमले का मौका दिया। इस प्रकरण ने तत्कालीन सपा सरकार की भूमिका पर लोगों को अंगुली उठाने का अवसर भी दिया।
विभाजित विपक्ष ने आसान की सत्तापक्ष की राह
विपक्ष पूरे सत्र में सत्तापक्ष को घेरने में नाकाम रहा। वरिष्ठ पत्रकार वीरेंद्र भट्ट कहते हैं कि महंगाई, कानून-व्यवस्था तथा भ्रष्टाचार को लेकर सपा सरकार के खिलाफ खूब बयान देती है। लेकिन वह इन्हें सदन में मुद्दा नहीं बना पाई। बिजली दरें बढ़ाने का प्रस्ताव बड़ा मुद्दा था। लेकिन इस पर भी वह तैयारी के साथ सदन में नहीं दिखी। विपक्षी दूसरे दल भी उसके साथ नहीं दिखे। भट्ट की बात सही भी है, क्योंकि मुख्य विपक्षी दल की भूमिका अन्य दलों को साथ लेकर सत्तापक्ष को जवाबदेह बनाने की होती है। रणनीतिक तौर पर सपा को उन मुद्दों को नहीं उठाना चाहिए था, जिन पर दूसरों से उसे समर्थन मिलने की उम्मीद नहीं थी। पर, पार्टी के अपने कुछ सदस्यों की इस मुद्दे पर सार्वजनिक असहमति के बावजूद सदन में भी स्वामी प्रसाद मौर्य की रामचरित मानस की कुछ चौपाइयों पर विवादित टिप्पणियों के साथ खड़ी दिखी। इससे भी मुख्यमंत्री को उन पर हमलावर होने का मौका मिल गया। जातीय जनगणना के मुद्दे पर भी ओमप्रकाश राजभर जैसे विपक्ष के ही कुछ सदस्यों ने निशाना बनाकर चेता दिया कि यूपी की सियासी बिसात पर भाजपा को घेरने के लिए सपा को अभी काफी कुछ करने की जरूरत है।
अब्बास अंसारी मामला: आंख मूंदकर दिल्ली एयरपोर्ट से घातक असलहों को दी जा रही थी कस्टम क्लीयरेंस, सनसनीखेज खुलासा...
5 Mar, 2023 11:08 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
दिल्ली | दिल्ली एयरपोर्ट से आंख मूंदकर घातक असलहों को कस्टम क्लीयरेंस दी जा रही थी। अब्बास अंसारी केस में इंदिरा गांधी एयरपोर्ट के तत्कालीन असिस्टेंट कमिश्नर कस्टम ने पूछताछ में चौंकाने वाला खुलासा किया है।
नई दिल्ली के इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर कस्टम के अधिकारी आंख मूंदकर घातक असलहों को क्लीयरेंस दे रहे थे। इसका खुलासा शुक्रवार को एयरपोर्ट के तत्कालीन असिस्टेंट कमिश्नर कस्टम विद्याधर बी. पचौरे से पूछताछ में हुआ है।
माफिया मुख्तार अंसारी के विधायक पुत्र अब्बास अंसारी के असलहों को क्लीयरेंस देने वाले असिस्टेंट कमिश्नर ने एसटीएफ की पूछताछ में इस चूक को स्वीकारा है। हालांकि उन्होंने इसका ठीकरा मातहतों पर फोड़ने का प्रयास किया।
अब्बास अंसारी अगस्त, 2016 में स्लोवानिया से प्रतिबंधित बोर की ब्लॉजर रायफल लेकर आया था। कस्टम क्लीयरेंस के दौरान उसने बताया कि बैगेज में रायफल नहीं, केवल उसके बैरल हैं।
कस्टम के अधिकारियों ने इसकी रसीद तक देखने की जहमत नहीं की और उसे जाने दिया। जब एसटीएफ ने अब्बास के शस्त्र लाइसेंस पर सात असलहे खरीदने की जांच शुरू की तो पता चला कि स्लोवानिया से वापस आने पर अब्बास ने दिल्ली पुलिस के लाइसेंसिंग अधिकारी के पास जाकर अपने लाइसेंस पर ब्लॉजर रायफल दर्ज करायी थी।
इससे पहले वह ग्लॉक पिस्टल समेत कुछ अन्य असलहे भी ला चुका है। इसके बाद एसटीएफ ने एयरपोर्ट के कस्टम अधिकारियों और अब्बास के लाइसेंस पर शस्त्रों का ब्योरा दर्ज करने वाले दिल्ली पुलिस के अफसरों को तलब करना शुरू कर दिया। एसटीएफ ने तत्कालीन कस्टम सुप्रीटेंडेंट कुलदीप से गत 23 फरवरी को पूछताछ की थी।
मातहतों को ठहराया जिम्मेदार
एयरपोर्ट के तत्कालीन असिस्टेंट कमिश्नर कस्टम विद्याधर बी. पचौरे ने एसटीएफ के अधिकारियों से कहा कि अब्बास अंसारी के असलहे की क्लीयरेंस की फाइल सुप्रीटेंडेंट कुलदीप ने उनको दी थी। उन्होंने कुलदीप पर भरोसा कर फाइल पर दस्तखत कर दिया था। उन्होंने माना कि इस तरह असलहों की क्लीयरेंस देने में बड़ी चूक हुई है।
उमेश पाल की मां बोलीं : घर ढहाने से नहीं, अतीक के मारे जाने पर मिलेगी कलेजे को ठंडक, शीघ्र मिलूंगी योगी से...
5 Mar, 2023 10:59 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
उमेश पाल | उमेश पाल हत्याकांड के नौ दिन बीतने के बाद भी सभी शूटरों की गिरफ्तारी न होने पर उनकी मां शांति देवी ने नाराजगी जताई है। हालांकि उन्होंने पुलिस की अब तक की कार्रवाई पर भरोसा जताया, लेकिन कहा कि जब तक अतीक अहमद नहीं मारा जाएगा।
उमेश पाल हत्याकांड के नौ दिन बीतने के बाद भी सभी शूटरों की गिरफ्तारी न होने पर उनकी मां शांति देवी ने नाराजगी जताई है। हालांकि उन्होंने पुलिस की अब तक की कार्रवाई पर भरोसा जताया, लेकिन कहा कि जब तक अतीक अहमद नहीं मारा जाएगा, तब तक उनके कलेजे को ठंडक नहीं मिलेगी। उन्होंने कहा कि अभी तक सिर्फ एक बदमाश को ही मुठभेड़ में मारे जाने का संदेश मिला है, बाकी हत्यारे घूम रहे हैं, यह असहनीय है। हत्यारों का जल्द फैसला होना चाहिए। इसके लिए वह सीएम योगी से मिलकर गुहार लगाना चाहती हैं।
शांति ने शनिवार को एक मुलाकात में कहा कि अभी तक जो कुछ हुआ वह तो ठीक है, लेकिन जब तक अतीक और उसके पूरे कुनबे का एनकाउंटर नहीं हो जाता, तब तक उनकी आत्मा को शांति नहीं मिलेगी। हत्यारों ने न तो खाकी वर्दी को बख्शा और न ही काले कोट का लिहाज किया। जैसे बदमाशों ने दिनदहाड़े उनके बेटे को घर के सामने मारकर कानून व्यवस्था को चुनौती दी, ठीक उसी प्रकार सीसीटीवी फुटेज में पहचाने गए सभी आरोपियों को जल्द मौत की सजा मिलनी चाहिए।
उन्होंने कहा कि अभी तक मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से न तो बात हो पाई है और न ही मुलाकात हो पा रही है। अगर सीएम से मुलाकात हो जाए तो उनसे घटना को लेकर विस्तृत चर्चा होगी। तेरहवीं कार्यक्रम के बाद वह स्वयं परिवार सहित सीएम योगी आदित्यनाथ से मिलने लखनऊ जाएंगी और उन्हीं से न्याय की गुहार लगाएंगी कि जल्द से जल्द अतीक और उसके गुंडों का सफाया किया जा
Election : लोकसभा चुनाव की तैयारियों में जुटा संघ परिवार, 2024 में 80 के लक्ष्य पर बनेगी रणनीति...
5 Mar, 2023 10:38 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
इससे संबंधित तैयारियों पर काम शुरू करते हुए संघ जमीनी स्तर से फीडबैक लेकर रणनीति तैयार करेगा। इस संबंध में शनिवार को मुख्यमंत्री आवास पर उच्चस्तरीय समन्वय समिति की बैठक हुई।
प्रदेश की 80 लोकसभा सीटों पर चुनाव जीतने का लक्ष्य हासिल करने के लिए राष्ट्रीय स्वयं संघ ने कमान संभाल ली है। इससे संबंधित तैयारियों पर काम शुरू करते हुए संघ जमीनी स्तर से फीडबैक लेकर रणनीति तैयार करेगा। इस संबंध में शनिवार को मुख्यमंत्री आवास पर उच्चस्तरीय समन्वय समिति की बैठक हुई। इसमें लोकसभा चुनाव के साथ ही नगर निकाय और सहकारिता के चुनाव की तैयारियों पर भी चर्चा हुई।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यानाथ और संघ के सरकार्यवाह दत्रात्रेय होसबाले की मौजूदगी में हुई बैठक हुई। इसमें तय किया गया है कि जिस प्रकार से 2019 के लोकसभा चुनाव में भाजपा ने प्रदेश की सर्वाधिक सीटों पर विजय प्राप्त किया था, उसी तरह 2024 में होने वाले चुनाव में भी 80 सीटों को जीतने का लक्ष्य लेकर तैयारी करना चाहिए। बैठक में संघ परिवार के विश्व हिन्दू परिषद, बजरंग दल, दुर्गा वाहिनी, अधिवक्ता परिषद, सहकार भारती, शैक्षिक महासंघ जैसे सभी अनुषांगिक संगठनों से जमीनी फीडबैक जुटाया जाएगा। साथ ही उनसे संघ और भाजपा संगठन के लोगों को बेहतर समन्वय बनाकर काम करना होगा।
बैठक में संघ की ओर सरकार से यह भी अपेक्षा की गई है कि विचार परिवार के सभी संगठनों से मिले फीडबैक के आधार पर कीलकांटे दुरुस्त करने के लिए तत्काल कदम उठाए जाने चाहिए। बैठक में यह भी तय किया गया है कि भाजपा और संघ के पदाधिकारियों के अलावा अनुषांगिक संगठनों में काम करने वाले लोगों को भी मैदान में उतारकर फीडबैक जुटाने का काम अभी से शुरू किया जाना चाहिए, ताकि उसके मुताबिक ही रणनीति तैयार की जा सके। बैठक में विचार परिवार के सगंठनों की भूमिका तय करने को लेकर भी चर्चा हुई।
बैठक में क्षेत्रीय प्रचारक पूर्वी व पश्चिमी क्रमश: अनिल और महेश के अलावा दोनों उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य व बृजेश पाठक, भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष भूपेन्द्र चौधरी और प्रदेश महामंत्री संगठन धर्मपाल मौजूद रहे।
स्कूल ने परीक्षा देने से रोका तो छात्रा ने की आत्महत्या, पिता नहीं जमा कर पाए थे फीस...
4 Mar, 2023 04:04 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
किराये पर रहने वाले ऑटो ड्राइवर की 14 वर्षीय बेटी ने शुक्रवार की सुबह आत्महत्या कर ली थी। वह कक्षा नौ की छात्रा थी। पिता का आरोप है कि फीस जमा न कर पाने पर स्कूल प्रबंधन ने उसे परीक्षा में नहीं बैठने दिया था।
बालिका शिक्षा और मुफ्त व अनिवार्य शिक्षा के स्लोगन पर बरेली के ऑटो ड्राइवर अशोक की बेटी साक्षी गंगवाल के साथ हुई घटना बड़ा सवाल खड़ा रही है। गरीब परिवार की बेटी को फीस न देने की खातिर दो बार स्कूल से निकाल दिया गया। पिता के मुताबिक बेटी परीक्षा में न बैठ पाने की वजह से मन ही मन घुट रही थी, इसी घुटन में उसने जान दे दी।
बारादरी थाना क्षेत्र के दुर्गा नगर में किराये पर रहने वाले ऑटो ड्राइवर अशोक कुमार की 14 वर्षीय बेटी साक्षी गंगवार ने शुक्रवार सुबह आत्महत्या कर ली थी। घटना के दौरान पिता बाहर थे, जबकि मां कमलेश घर की सफाई में व्यस्त थीं। इसी दौरान साक्षी ने खुद को एक कमरे में बंद कर लिया। बेटी को फंदा लगाता देख मां कमलेश ने आवाज भी लगाई, लेकिन उसने एक न सुनी।
किराये के मकान में रहता है परिवार
अशोक कुमार गंगवार ने बताया कि वह मूलरूप से नवाबगंज थाना क्षेत्र के गांव अभय राजपुर के निवासी हैं। गांव में परिवार को पालना मुश्किल हो रहा था। वह चाहते थे कि दोनों बच्चों को सही से पढ़ाकर किसी लायक बना सकें। इसलिए शहर में बसने का फैसला लिया। दुर्गानगर में किराये पर दो कमरे लेकर परिवार रहता है।
वह ऑटो चलाकर परिवार को पालने और बच्चों को पढ़ाने में जुट गए। बेटी घर के पास ही स्थित सूरजमुखी सरस्वती विद्या मंदिर की छात्रा थी। अशोक के मुताबिक कोरोना काल से ही उनका काम सही नहीं चल रहा था, जिसकी वजह से वह लंबे समय से साक्षी के स्कूल की फीस जमा नहीं कर सके थे।
इसके चलते फीस के 25 हजार रुपये बकाया थे।
आरोप है कि स्कूल प्रबंधन ने साक्षी को परीक्षा में नहीं बैठने दिया। स्कूल से उसे ताना देकर घर भेज दिया जाता था। इस तरह उसकी दो परीक्षा छूट गई थीं, जिसकी वजह से साक्षी मानसिक रूप से परेशान थी। उन्हें लगता है कि बेटी ने इसी उलझन में जान दी है। हालांकि उन्हें बेटी के इस कदम का आभास होता तो वह किसी भी तरीके से उसकी फीस जरूर जमा कर देते।
तंगी से जूझ रहा परिवार
अशोक कुमार के मुताबिक उनके पास नाममात्र जमीन है। परिवार में पत्नी कमलेश, 17 साल का बेटा शिवम और 14 साल की बेटी साक्षी थे। जमीन की आय से गुजारा नहीं हो पा रहा था तो शहर आकर बसे। पहले राशनकार्ड था, अब वह भी निरस्त हो चुका है।
'आत्महत्या के पीछे अन्य कोई वजह'
सूरजमुखी सरस्वती विद्या मंदिर के प्रबंधक मंगला प्रसाद अवस्थी ने बताया कि छात्रा के आत्महत्या करने के पीछे कोई अन्य वजह है, जिसकी जांच होनी चाहिए। वह 2019 से विद्यालय में पढ़ रही थी। आज तक विद्यालय को उसकी फीस नहीं मिली। इस साल छात्रा नौवीं और उसका भाई हाईस्कूल की परीक्षा दे रहा था।
दोनों भाई बहनों की फीस इस बार भी नहीं आई थी। इसके बाद भी स्कूल ने दोनों को परीक्षा देने से नहीं रोका। छात्रा आखिरी बार 23 फरवरी को पहला पेपर देने आई थी उसके बाद से स्कूल नहीं आई है। आत्महत्या के पीछे की किसी अन्य वजह को स्कूल पर मढ़ा जा रहा है।
गोरखपुर शहर का शोर, सुनने की क्षमता को कर रहा कमजोर:
4 Mar, 2023 03:45 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
गोरखपुर | गोरखपुर शहर के 24 स्थानों पर ध्वनि प्रदूषण यानी शोर अधिक है। मंदिर और अस्पताल वाले स्थानों पर भी ध्वनि प्रदूषण की स्थिति खराब है। इसका असर लोगों की सेहत पर पड़ने लगा है। फिर भी लोग इसे नजरअंदाज कर रहे हैं।
वाहनों आदि की वजह से गोरखपुर शहर में इतना शोर है कि लोगों की सुनने की क्षमता प्रभावित हो रही है। आमतौर पर लोगों की सुनने की क्षमता 25 से 30 डेसीबल होती है, लेकिन बढ़ते ध्वनि प्रदूषण की वजह से लोग तेज सुनने लगे हैं। कई लोगों को 60 से 70 डेसीबल पर सुनाई देने लगा है। यही वजह है कि कम सुनने की शिकायत लेकर 10 से 15 फीसदी मरीज हर दिन नाक, कान, गला रोग विशेषज्ञ के पास पहुंच रहे हैं।
विशेषज्ञों का कहना है कि शहर में बढ़ते शोर की वजह से लोगों की सुनने की क्षमता कम होती जा रही है। शहर के 24 स्थानों पर ध्वनि प्रदूषण यानी शोर अधिक है। मंदिर और अस्पताल वाले स्थानों पर भी ध्वनि प्रदूषण की स्थिति खराब है। इसका असर लोगों की सेहत पर पड़ने लगा है। फिर भी लोग इसे नजरअंदाज कर रहे हैं। यही कारण है कि लोग इतना शोर सुनने के बाद भी ईयरफोन का इस्तेमाल कर रहे हैं।
बीआरडी मेडिकल कॉलेज के नाक, कान, गला रोग विशेषज्ञ डॉ. आदित्य पाठक बताते हैं कि लोगों की सुनने की क्षमता कम होती जा रही है, जो चिंता का विषय है। ओपीडी में ऐसे मरीजों की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है। पहले कम सुनने की क्षमता वाले मरीजों की उम्र 55 के पार होती थी। अब 15 से 40 वर्ष तक के लोग इसकी चपेट में आ गए हैं।
डॉ. पाठक बताते हैं कि शुरुआती जांच में जानकारी मिली है कि लोग ईयरफोन का अधिक इस्तेमाल कर रहे हैं। लोग ईयरफोन में 110 से 150 डेसीबल पर गाना सुन रहे हैं। इस कारण धीरे-धीरे कान की कोलिस्टियोटोमा (कान की हड्डी) गल जाती है, जिससे धीरे-धीरे सुनने की क्षमता कम होती जाती है। कई लोगों को हाई साउंड (श, ष, क्ष) भी ठीक से सुनाई नहीं दे रहा है। सभी केस में ईयरफोन का इस्तेमाल प्रमुख वजह रही है। ऐसे लोगों के ईयरफोन की ध्वनि की फ्रीक्वेंसी नापी गई तो 90 से 100 डेसीबल मिली।
शहर में ध्वनि प्रदूषण की स्थिति
मदनमोहन मालवीय तकनीकी विश्वविद्यालय के सिविल विभागाध्यक्ष व परिवहन एक्सपर्ट प्रो एके मिश्रा ने बताया कि शहर में ध्वनि प्रदूषण की स्थिति बेहद खराब है। केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के मानकों पर शहर के 24 स्थान खरे नहीं उतर रहे हैं। आईआईटी बीएचयू की टीम ने मेरे निर्देशन में एक सर्वे किया है। इस सर्वे में जो प्रारंभिक जानकारी मिली हैं वह बेहद खतरनाक हैं। शहर के 24 प्रमुख स्थानों और चौराहों पर ध्वनि प्रदूषण की जांच एसएलएम (साउंड लेवल मीटर) और कंपन्न प्रदूषण की जांच एक्सएलओ (गाड़ी और सड़क के बीच के कंपन्न) मशीन से की गई। इन स्थानों पर 30 से 35 डेसीबल ध्वनि अधिक मिली है। कंपन्न की स्थिति भी बेहद खराब है। इस वजह से भविष्य में इन इलाकों में बनीं इमारतें कमजोर हो जाएंगी। भूकंप के हल्के झटके आने पर ऐसी इमारतों के गिरने का खतरा रहता है।
मंदिर और अस्पताल वाले इलाके आते हैं साइलेंट जोन में
प्रो एके मिश्र ने बताया कि मंदिर और अस्पतालों वाले स्थानों पर ध्वनि प्रदूषण की स्थिति बहुत खराब है, जबकि यह स्थान साइलेंट जोन में आते हैं। ऐसे स्थानों पर ध्वनि 50 डेसीबल होनी चाहिए, जबकि बीआरडी मेडिकल कॉलेज, एम्स, बेतियाहाता और आरोग्य मंदिर के आसपास के इलाकों में 80 से 85 डेसीबल ध्वनि है, जोकि प्रदूषण की श्रेणी में आती है।
विभिन्न इलाकों में ध्वनि के मानक
क्षेत्र दिन में मानक रात में मानक
औद्योगिक 75 डेसीबल 70 डेसीबल
कॉमर्शिय 65 डेसीबल 55 डेसीबल
रिहाइशी 55 डेसीबल 45 डेसीबल
साइलेंट जोन 50 डेसीबल 40 डेसीबल
ध्वनि प्रदूषण की वजह से होती हैं ये बीमारियां
नाक, कान, गला रोग विशेषज्ञ डॉ. आदित्य पाठक बताते हैं कि लोग ध्वनि प्रदूषण के मामले को नजरअंदाज कर देते हैं। जबकि ध्वनि प्रदूषण से न केवल आवाज जा सकती है, बल्कि याददाश्त एवं एकाग्रता में कमी आ जाती है। यही नहीं, चिड़चिड़ापन, अवसाद, नपुंसकता और कैंसर जैसी बीमारियां भी हो सकती हैं। कई बार रात को सोते समय कान में सीटी बजने की आवाज और एकांत में बैठने पर कानों में सनसनाहट की आवाज सुनाई देने की वजह भी ध्वनि प्रदूषण ही है।
शहर के प्रमुख स्थानों पर ध्वनि प्रदूषण की स्थिति
गीडा औद्योगिक क्षेत्र 82.3 डेसीबल
गोलघर 82.5 डेसीबल
बेतियाहाता 83.6 डेसीबल
गणेश चौक 85.2 डेसीबल
गोरखनाथ मंदिर 85.1 डेसीबल
एम्स 84.5 डेसीबल
मेडिकल कॉलेज 78.9 डेसीबल
मोहद्दीपुर 82.6 डेसीबल
असुरन 86.1 डेसीबल
आरोग्य मंदिर 80.2 डेसीबल
यह करने से बचें
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पीड़िता की जुबानी: मुफ्ती ने दी धमकी- जब पूरा देश मेरा विरोध कर रहा था, तब नहीं दबा, तुम जैसी लड़की मेरा...
4 Mar, 2023 02:02 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
पीड़िता एलएलबी की छात्रा ने कहा कि 2020 में कोविड काल के दौरान मुफ्ती ने भड़काऊ भाषण दिया था। तब यह काफी चर्चा में रहा था। उसने धमकी दी है कि जब पूरा देश मेरा विरोध कर रहा था, तब नहीं दबा। तुम जैसी लड़की मेरा क्या बिगाड़ लेगी। छात्रा ने बताया कि मुफ्ती शादीशुदा है। उसके चार बच्चे भी हैं।
बरेली के बिथरी चैनपुर इलाके की रहने वाली कानून की छात्रा ने रामपुर के चर्चित मुफ्ती और उनके साथी के खिलाफ सामूहिक दुष्कर्म का आरोप लगाया है। छात्रा ने एसएसपी से शिकायत की है, जिसके बाद जांच सीओ तृतीय को सौंपी गई है।
छात्रा के मुताबिक रामपुर निवासी मुफ्ती और उसके हाफिज साथी से उसकी मुलाकात पीलीभीत के एक कार्यक्रम में हुई थी। दोनों लोगों ने पीलीभीत में रह रहीं छात्रा की मां को भरोसा दिलाया था कि वह बरेली में छात्रा की पढ़ाई में आर्थिक सहायता करेंगे।
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आरोप है कि इसके बाद दोनों लोग छात्रा और उसकी मां से मोबाइल पर संपर्क में रहते थे। एक दिन दोनों आरोपी छात्रा को फुसलाकर कार में ले गए और नशे की गोली देकर उसके साथ सामूहिक दुष्कर्म किया। छात्रा ने जब दुष्कर्म की शिकायत करने की चेतावनी दी तो मुफ्ती छात्रा को डेलापीर ले गया।
फर्जी निकाहनामा पर छात्रा से हस्ताक्षर करा लिए।
छात्रा ने जब जानकारी की तो पता चला कि निकाहनामा पर जिस मदरसे का नाम लिखा है वह डेलापीर पर है ही नहीं। जब छात्रा और उसकी मां ने मुफ्ती की शिकायत करने की बात कही तो उसने धमकी देते हुए कहा कि मेरा बहुत रसूख है।
मुफ्ती ने खुद को यूपी सूबे सदर बताते हुए छात्रा और उसकी मां की हत्या कराने की धमकी दी। छात्रा ने एसएसपी अखिलेश चौरसिया को बताया कि आरोपी लगातार धमकी दे रहे हैं। एसएसपी ने मामले को गंभीरता से लेते हुए सीओ थर्ड को जांच सौंपी है। जांच के बाद कार्रवाई की जाएगी
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'तुम जैसी लड़की मेरा क्या बिगाड़ लेगी'
छात्रा ने कहा कि 2020 में कोविड काल के दौरान मुफ्ती ने भड़काऊ भाषण दिया था। तब यह काफी चर्चा में रहा था। उसने धमकी दी है कि जब पूरा देश मेरा विरोध कर रहा था, तब नहीं दबा। तुम जैसी लड़की मेरा क्या बिगाड़ लेगी। छात्रा ने बताया कि मुफ्ती शादीशुदा है। उसके चार बच्चे भी हैं। कई लड़कियों से उसके संबंध है। छात्रा ने पुलिस से गुहार लगाई कि ऐसा गुनहगार आजाद न रहे।
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काफी चर्चित है मुफ्ती, सोशल मीडिया पर हजारों वीडियो
छात्रा ने जिस मुफ्ती पर दुष्कर्म का आरोप लगाया है वह काफी लोकप्रिय हैं। उसकी तकरीरों के वीडियो अक्सर वायरल होते हैं। सोशल मीडिया पर भी हजारों वीडियो हैं जिसमें वह धर्म से जुडे़ इल्म की बातें करते हैं।
एसपी सिटी बरेली राहुल भाटी ने कहा कि छात्रा की ओर से शिकायत के बाद जांच सीओ तृतीय को सौंपी गई है। आरोपों में दम हुआ तो रिपोर्ट दर्ज कर कार्रवाई की जाएगी।
Raju Pal Murder: विधायक पूजा का सनसनीखेज खुलासा, पति राजू ने हत्या से पहले बताई थी अतीक और अशरफ की यह सच्चाई...
4 Mar, 2023 01:56 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
राजू पाल की पत्नी एवं सपा विधायक पूजा पाल का कहना है कि उनके पति को अपनी हत्या का अंदेशा पहले ही हो गया था। पूजा ने कहा कि वह मुझसे कहते थे कि सोनी (पूजा पाल) जब से मैंने चुनाव जीता है तब से अतीक अहमद, अशरफ, आबिद आदि मेरी हत्या करना चाहते हैं।
साल 2005 में बसपा के तत्कालीन विधायक राजू पाल की गोली मारकर हुई हत्या के 18 वर्ष बीतने के बाद इस हत्याकांड की सुनवाई सीबीआई कोर्ट में चल रही है। राजू पाल की पत्नी एवं सपा विधायक पूजा पाल का कहना है कि उनके पति को अपनी हत्या का अंदेशा पहले ही हो गया था।
पूजा ने कहा कि वह मुझसे कहते थे कि सोनी (पूजा पाल) जब से मैंने चुनाव जीता है तब से अतीक अहमद, अशरफ, आबिद आदि मेरी हत्या करना चाहते हैं। पूजा ने यह बात शुक्रवार को मीडिया के समक्ष साझा की।
विधायक पूजा ने कहा कि उनके पति ने जो बातें उनसे 18 वर्ष पहले की थीं, वह सभी बातें कोर्ट को भी बताई हैं। कहा कि वह 18 वर्ष से पूरी ईमानदारी से स्व. राजू पाल का मुकदमा लड़ रही हैं। अब यह केस अंतिम पड़ाव पर है। उमेश पाल हत्याकांड को लेकर योगी सरकार द्वारा की जा रही कार्रवाई को लेकर जब उनसे सवाल पूछा गया तो पूजा ने कहा कि वह योगी सरकार की कार्रवाई से संतुष्ट हैं।
हालांकि उन्होंने अपनी सुरक्षा बढ़ाने की मांग जरूर की। कहा कि मैंने अपने लिए वाई श्रेणी की सुरक्षा सरकार से मांगी है। अन्य गवाहों की सुरक्षा के लिए भी सरकार से मांग की है। पूजा के अनुसार सरकार ने आश्वासन दिया है कि उनकी सुरक्षा बढ़ाई जाएगी।
मेरे और अखिलेश के विचार एक
पूजा ने कहा कि उनके और सपा प्रमुख अखिलेश यादव के विचार एक जैसे ही हैं। अखिलेश यादव माफिया को पसंद नहीं करते हैं। इसी वजह से वर्ष 2017 में उन्होंने अतीक अहमद को टिकट नहीं दिया। अखिलेश महिलाओं का दुख समझते हैं, इसी वजह से मैंने सपा ज्वाइन की।
पूजा ने कहा कि वर्ष 2017 में हुए विधानसभा चुनाव के दौरान उन्हें भाजपा में शामिल होने का ऑफर मिला था। तब स्वामी प्रसाद मौर्य ने मुझसे संपर्क कर भाजपा ज्वाइन करने की बात कही थी। लेकिन मैंने भाजपा में जाना उचित न समझा। पूजा ने कहा कि उमेश पाल भी समाजवादी थे। उनकी फाफामऊ से चुनाव लड़ने की इच्छा थी, लेकिन जब उन्हें टिकट नहीं मिला तो उन्होंने भाजपा ज्वाइन कर ली।
राजूपाल हत्याकांड पर मेरी हो चुकी है गवाही
पूजा पाल ने शहर पश्चिमी विधायक सिद्धार्थ नाथ सिंह पर भी निशाना साधा। पूजा ने कहा कि उनपर आरोप लगाए जा रहे हैं कि उन्होंने राजू पाल हत्याकांड पर गवाही नहीं दी है। इसके लिए मैंने दो दिन पूर्व ही सीएम योगी और सिद्धार्थनाथ को ट्वीट कर कहा है कि स्व. राजू पाल के केस में माफिया अतीक के खिलाफ मेरी गवाही सीबीआई कोर्ट नंबर एक पर हो गई है। लोग मेरे ऊपर झूठा आरोप लगा रहे हैं कि मैंने गवाही नहीं दी है।
मैं खरा सोना, मुझे पहचान नहीं सकीं मायावती
मायावती के ट्वीट कि पूजा ने बसपा छोड़ सपा ज्वाइन की, पर पूछे गए सवाल पर विधायक पूजा पालने कहा कि मैं उन्हें याद दिलाना चाहती हैं कि मैने बसपा छोड़ी नहीं, बल्कि मुझे वहां से निकाला गया। मैं खरा सोना थी, मुझे मायावती पहचान नहीं सकीं। जब उन्होंने मुझे निष्कासित किया था तब भी मैंने एक शब्द नहीं बोला।
मैंने उन्हें हमेशा मां का दर्जा दिया। डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य से हुई एक मुलाकात के बाद यहां बसपा कोआर्डिनेटर अशोक गौतम को लगा कि मैं भाजपा ज्वाइन करने जा रही हूं, जबकि मैं डिप्टी सीएम के पास राजू पाल केस के सिलसिले में मिलने गई थी।
UP News: यूपी ओलंपिक एसोसिएशन के चेयरमैन होंगे ब्रजेश पाठक, निर्विरोध चुने जाएंगे सभी पदाधिकारी
4 Mar, 2023 01:46 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
यूपी ओलंपिक एसोसिएशन के लिए पांच मार्च को होने वाले चुनाव में सभी पदाधिकारियों का निर्विरोध चुना जाना लगभग तय है। शुक्रवार को नामांकन की अंतिम तिथि थी।
उप मुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक का यूपी ओलंपिक एसोसिएशन में चेयरमैन बनना तय है। 19 साल बाद यह पहला मौका होगा जब एसोसिएशन में चेयरमैन पद पर कोई नियुक्त होगा। इससे पहले वर्ष 2004 में कलराज मिश्र इस पद पर चयनित हुए थे।
शुक्रवार को नामांकन की आखिरी तिथि खत्म होते ही यह तय हो गया है कि पांच मार्च को यूपी बैडमिंटन अकादमी में होने वाले चुनाव में एसोसिएशन की कार्यकारिणी में सभी पदाधिकारी निर्विरोध चुने जाएंगे। गौरतलब है कि वर्ष 2007 के बाद से यूपी ओलंपिक एसोसिएशन का चुनाव निर्विरोध होता रहा है।
उत्तरप्रदेश: नातिन की शादी के लिए बैंक से निकाला कैश, 500-500 की गड्डी में निकले चूरन वाले नोट...
4 Mar, 2023 01:39 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
आवास विकास परिषद के रिटायर्ड कर्मचारी ने इंडियन बैंक की आवास विकास कॉलोनी शाखा से डेढ़ लाख रुपये निकाले थे। घर आकर जब नोटों को गिना तो एक गड्डी में छह चूरन वाले नोट मिले।
उत्तर प्रदेश के आगरा जिले में इंडियन बैंक से निकाले गए कैश में आवास विकास परिषद के रिटायर्ड कर्मचारी को नोट की गड्डी के बीच में बच्चों के खेलने वाले नोट मिले। पांच-पांच सौ के छह नोट मिलने से उनके पसीने छूट गए। उन्होंने तत्काल ही बैंक प्रबंधक से शिकायत की। बैंक प्रबंधक ने कहा कि वे बैंक के कैश से मिलान करने के बाद कुछ स्पष्ट बता सकेंगे।
आवास विकास परिषद के रिटायर्ड कर्मचारी हाकिम सिंह ने नातिन की शादी के लिए बैंक से डेढ़ लाख रुपए निकाले, जिनमें 50 हजार रूपये की गड्डी में 500-500 रुपये के छह नकली नोट निकले। इसकी शिकायत बैंक प्रबंधक से करने पर उन्होंने गिन कर नोट देने की बात कहकर पीड़ित को लौटा दिया।
धारदार हथियार से गला रेतकर महिला की हत्या
3 Mar, 2023 03:00 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
प्रतापगढ़ । दुकान से घर जाने के लिए निकली एक महिला की धारदार हथियार से हत्या कर दी गई। कुछ देर बाद उसका पति खोजते हुए वहां पहुंचा तो पत्नी का रक्तरंजित शव देखकर शोर मचाया। जिसके बाद आसपास के लोग मौके पर दौड़े। उन्होंने तत्काल पुलिस को सूचना दी। सूचना पर पहुंची पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। मृतक महिला के पति ने एक व्यक्ति पर हत्या की आशंका जताते हुए तहरीर दिया पुलिस ने प्राथमिकी दर्ज कर मामले की जांच में जुटी हुई है।
जानकारी के मुताबिक पट्टी तहसील क्षेत्र के आसपुर देवसरा थाना अंतर्गत भाटपट्टी गांव का रहने वाला महेंद्र वर्मा पुत्र रामराज वर्मा घर से लगभग 500 मीटर दूर स्थित जनरल स्टोर की दुकान खोल रखा है। दुकान पर हाथ बंटाने के लिए उसकी पत्नी जानकी देवी (40) भी सुबह शाम आ जाती थी। बुधवार की शाम लगभग सात बजे दुकान से सब्जी लेकर जानकी घर चली गई। रात में लगभग 8ः30 बजे उसका पति महेंद्र दुकान बंद करके घर पहुंचा तो जानकी घर पर नहीं मिली वह परेशान हो गया, और टॉर्च लेकर उसे ढूढ़ने लगा। घर से 100 मीटर दूर जाहिद खान पुत्र लाल मोहम्मद के घर के पीछे पहुंचने पर उसने देखा कि उसकी पत्नी जानकी का शव रक्तरंजित दशा में पड़ा हुआ था। हत्या की सूचना पर जहां क्षेत्र में सनसनी फैल गई और आसपास के लोग वहां पहुंचे वही सूचना मिलने पर पुलिस अधिकारी दलबल के साथ मौके पर पहुंचे। मृतक जानकी देवी के पति महेंद्र ने आसपुर देवसरा पुलिस को तहरीर देते हुए अवनीश उर्फ पप्पू मौर्य पुत्र शीतला प्रसाद मौर्य निवासी ग्राम गौसपुर थाना आसपुर देवसरा के विरुद्ध हत्या की आशंका जताते हुए उसके विरुद्ध तहरीर दिया पुलिस ने आरोपी के विरुद्ध मामला दर्ज करके जांच शुरू कर दी है। पति महेंद्र ने आरोप लगाया है कि कुछ दिन पहले आरोपी युवक ने धमकी देते हुए कहा था कि वह उसकी दुकान नहीं चलने देगा।
पूर्व मंत्री याकूब की सील फैक्टरी पर बैंक ने दिया नौ करोड़ का लोन, हर कोई हैरान, जानें पूरा मामला...
3 Mar, 2023 01:57 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
मेरठ में पूर्व मंत्री याकूब कुरैशी पर गैंगस्टर 14 (ए) के तहत करोड़ों रुपये की संपत्ति को जब्त करने की कार्रवाई अटक गई है। एसएसपी रोहित सिंह सजवाण का कहना है कि अलफहीम मीटेक्स कंपनी में याकूब सहित उनके कई रिश्तेदार साझेदार हैं, जो गैंगस्टर के मुकदमे में नामजद नहीं हैं। इसलिए संपत्ति के हिस्सों के बारे में पता किया जा रहा है।
पुलिस की जांच में सामने आया कि याकूब की सील पड़ी फैक्टरी को बैंक ने बिना जांच के ही नौ करोड़ रुपये का ऋण दिया है। बैंक अधिकारियों से भी पुलिस ने जवाब मांगा है।
एसपी सिटी पीयूष सिंह के मुताबिक, 2019 में याकूब कुरैशी की फैक्टरी पर मेरठ विकास प्राधिकरण ने सील लगा दी थी। इसके बावजूद बैंक ने 2021-22 में याकूब कुरैशी की अलफहीम मीटेक्स कंपनी को 20 करोड़ रुपये का ऋण पास कर दिया था। इसमें नौ करोड़ रुपये बैंक से लिए जा चुके हैं। इसकी जानकारी पर पुलिस ने जांच की। इसमें बैंक की भूमिका पर सवाल उठे।
बृहस्पतिवार को एसपी सिटी ने अपने कार्यालय में बैंक के अधिकारियों को बुलाकर इस बारे में जानकारी मांगी। पूछा गया कि सील पड़ी फैक्टरी पर कैसे ऋण पास हो गया। बैंक के अधिकारियों ने तीन दिन में जवाब देने समय मांगा है। वहीं, कोर्ट के आदेश से याकूब की फैक्टरी में रखा 58 फीसदी मीट रिलीज किया गया है, जबकि 42 फीसदी मीट को नष्ट करने के आदेश दिए गए हैं। बताया गया कि याकूब और उसके दोनों बेटे अभी जेल में बंद हैं।
साझेदारी में फंसी कार्रवाई
31 मार्च 2022 को याकूब की फैक्टरी में अवैध तरीके से मीट पैकिंग का भंडाफोड़ करके पुलिस ने याकूब, उनकी पत्नी संजीदा बेगम व दोनों बेटे इमरान, फिरोज सहित 17 लोग नामजद हुए थे। इसके बाद गैंगस्टर में याकूब परिवार नामजद हुआ। पुलिस ने याकूब की करोड़ों की संपत्ति जब्त करने के लिए चिह्नित की। स्कूल, हॉस्पिटल, 33 गाड़ी, दो मकान, देहात में भूमि और कई प्लाट की जानकारी पुलिस ने प्राधिकरण, जिला पंचायत, नगर निगम सहित अन्य विभागों से जुटा ली थी।
वहीं गैंगस्टर के तहत जब्तीकरण की कार्रवाई से पहले विधिक राय ली गई। इसमें पता चला कि याकूब की फैक्टरी और भूमि पर कई साझेदार हैं। इसके चलते कार्रवाई अटक गई है। अब पुलिस याकूब की संपत्ति का हिस्सा अलग से निकालने में जुटी है।
बिहार : सारण में अपराधी को पकड़ने गई एसआइटी टीम पर बदमाश ने की फायरिंग....
3 Mar, 2023 01:30 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
सारण के गड़खा थाना क्षेत्र के मैंकी गांव में अपराधियों को पकड़ने गई एसआइटी टीम पर बदमाशों ने फायरिंग कर दी। फायरिंग में एसआइटी के एक सिपाही को सीने में गोली लगी है। जिसे जख्मी हालत में पीएमसीएच में भर्ती कराया गया है।
जानकारी के अनुसार एसआइटी की टीम गुरुवार की रात गड़खा थाना क्षेत्र के उधियांन टोला मैकी गांव के रहने वाले शातिर बदमाश राजेश महतो को गिरफ्तार करने गई थी। पुलिस को सूचना मिली थी कि राजेश महतो अपने घर पर मौजूद है। पुलिस ने बदमाश राजेश के घर छापामारी की तो वह घर से भागने लगा।
बदमाश ने भागते समय अचानक एसआइटी पर गोली चला दी। वह गोली एसआइटी के जवान विकास कुमार के सीने में लग गई।गोली लगने से एसआइटी का जवान जख्मी हो गया। उसे प्राथमिक उपचार के बाद पीएमसीएच रेफर कर दिया गया है। वहां पर जख्मी जवान का इलाज चल रहा है।
गोली चलाने के बाद बदमाश वहां से पुलिस को चकमा देकर फरार हो गया। पुलिस सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार राजेश महतो मुजफ्फरपुर में दर्ज एक मामले में भी फरार है। उसे वहां की भी एसआइटी की टीम भी खोज रही है।