मध्य प्रदेश (ऑर्काइव)
प्रियानाथ छिंदवाड़ा से लड़ सकती हैं चुनाव
2 Oct, 2023 12:45 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
भोपाल । विधानसभा चुनाव 2023 में कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ के चुनाव लडऩे पर फिलहाल संशय बना हुआ है। ऐसे में उनके स्थान पर उनकी बहू और छिंदवाड़ा से सांसद नकुलनाथ की पत्नी प्रियानाथ छिंदवाड़ा विधानसभा सीट से चुनावी मैदान में उतर सकती हैं। दरअसल, प्रियानाथ की छिंदवाड़ा की राजनीति में यकायक बढ़ी सक्रियता को देखकर ये अनुमान लगाया जा रहा है। इसके संकेत वे एक सभा में दे भी चुकी हैं। इतना ही नहीं समय-समय पर नकुलनाथ हों या कमलनाथ इनके कार्यक्रमों में भी प्रियानाथ की भागीदारी लगातार देखने को मिल रही है। गौरतलब है कि कमलनाथ, अलकानाथ और नकुलनाथ तीन सदस्य नाथ परिवार के राजनीति में अपना भाग्य आजमा चुके हैं, अगर प्रियानाथ चुनाव लड़ती हैं तो राजनीति में कदम रखने वाली वे चौथी सदस्य होंगी।
इधर, सूबे की राजनीति में यह भी चर्चा है कि भारतीय जनता पार्टी ने छिंदवाड़ा से बंटी साहू को चुनावी मैदान में उतारा है ऐसे में कमलनाथ खुद चुनाव न लडक़र किसी ओर को यहां से सामने करना चाहते हैं। इसके लिए प्रियानाथ को सबसे उचित उम्मीदवार माना जा रहा है। प्रियानाथ को चुनावी मैदान में उतारने से महिला वोटर्स को भी लुभाने का प्रयास जा सकता है। जिसका सीधा लाभ कांग्रेस को चुनाव में मिलेगा और सीट जीतना आसान होगा।
छिंदवाड़ा के परासिया में कांग्रेस की नारी सम्मान योजना का शुभारंभ अवसर पर प्रियानाथ भी मौजूद रही थीं। उन्होंने जन सभा को संबोधित भी किया था। मंच से प्रिया ने कहा था कि नारी सम्मान के लिए मैं मैदान में आई हूं। मैं आप सबका आशीर्वाद चाहती हूं। मंच से प्रियानाथ का ये पहला भाषण था। इसके बाद से ही उनके राजनीति में आने के कयास लगाए जाने लगे थे। छिंदवाड़ा सीट कमलनाथ की पारंपरिक सीट मानी जाती है। वे लंबे समय तक यहां से लोकसभा सदस्य रहे। इसके बाद वे यहां से विधानसभा सदस्य बने।
गुजरात की तर्ज पर हर बूथ पर होगा पन्ना प्रभारी का प्रयोग, दो या उससे अधिक कार्यकर्ता होंगे तैनात
2 Oct, 2023 11:55 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
भोपाल । मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव में सत्ता में वापसी की कवायद कर रही भारतीय जनता पार्टी ने बूथ को मजबूत करने के लिए माइक्रो मैंनेजमेंट (सूक्ष्म प्रबंधन) प्लान बनाया है। आमतौर पर मतदाता सूची के एक पन्ने में 60 या उससे ज्यादा मतदाता होते हैं। गुजरात में मतदाता सूची के एक पन्ने पर दो प्रभारी नियुक्त किए गए थे, लेकिन प्रदेश में एक पन्ने पर दो या ज्यादा कार्यकर्ताओं को तैनात किया गया है। हर विधानसभा क्षेत्र में ये कार्यकर्ता अपने हिस्से के दस परिवार यानी तीस मतदाताओं से घर-घर जाकर जीवंत संपर्क बनाए हुए हैं। सभी मतदाताओं के सुख-दुख में साथ रहने से लेकर व्हाट्सएप ग्रुप बनाकर हर कार्यकर्ता उनसे संपर्क बनाए हुए है। विधायक-मंत्री से मिलकर उनकी समस्याओं का समाधान कराने का काम भी भाजपा कार्यकर्ता कर रहे हैं।
नियमित तौर पर दे रहे सूचनाएं
अब तक अलग-अलग चरणों में बूथ प्रभारियों के सम्मेलन हो चुके हैं। उससे नीचे जाकर भाजपा ने पन्ना और अर्ध पन्ना प्रभारियों का सम्मेलन आयोजित कर उन्हें प्रशिक्षण दे चुकी है। बूथ विस्तारक योजना से लेकर प्रवासी अल्पकालिक विस्तारकों ने भी बूथ की प्रक्रिया को कई बार मथ दिया है। राज्य स्तर पर सभी के मोबाइल नंबर जुटाकर पार्टी इन्हें वाट्सएप ग्रुप से सूचनाओं का आदान-प्रदान भी नियमित तौर पर किया जा रहा है।
भोपाल उत्तर से शुरू हुआ था पन्ना प्रभारी का प्रयोग
पूर्व मंत्री उमाशंकर गुप्ता बताते हैं कि भाजपा में पन्ना प्रभारी का प्रयोग सर्वप्रथम भोपाल उत्तर विधानसभा क्षेत्र में 1993 में आरंभ हुआ था, तब रमेश शर्मा गुटटू भैया ने विधानसभा चुनाव लड़ा था और मैं चुनाव प्रभारी था। इस चुनाव में हमने पन्ना प्रभारी का प्रयोग किया था तो पहली बार मुस्लिम बहुल इस सीट से कोई हिन्दू प्रत्याशी 10 हजार वोट से चुनाव जीत पाया था। इसके बाद मैंने वर्ष 2008 में अपनी दक्षिण-पश्चिम विधानसभा क्षेत्र में पन्ना प्रभारी नियुक्त किए।
इस दौरान तत्कालीन राष्ट्रीय संगठन महामंत्री राम लाल भोपाल प्रवास पर आए थे। उन्होंने हमारी विधानसभा क्षेत्र का भ्रमण किया और पन्ना प्रभारी की व्यवस्था देखी तो तो बोले, हम जिस बारे में सोच रहे हैं वो काम तो आपके यहां हो गया। इसके बाद यह व्यवस्था अन्य राज्यों में लागू की गई।
18 लाख से ज्यादा कार्यकर्ता संभालेंगे बूथ समितियां
आमतौर पर ग्रामीण इलाकों में एक बूथ पर 12 सौ और शहरी क्षेत्रों में 14 सौ मतदाता होते हैं। जिनमें एक पन्ने में 60 से लेकर नब्बे-सौ तक मतदाता आते हैं। भाजपा ने हर बूथ पर 30 से ज्यादा कार्यकर्ता तैनात किए हैं। प्रदेश में 64 हजार 5 सौ 23 बूथ हैं। इस आधार पर भाजपा 18 लाख से ज्यादा कार्यकर्ताओं की टीम बूथ स्तर पर सक्रिय हैं।
तीसरा मोर्चा बिगाड़ेगा कांग्रेस-भाजपा का गणित
2 Oct, 2023 11:45 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
भोपाल । मप्र में वैसे तो भाजपा और कांग्रेस के बीच ही चुनावी मुकाबला होता रहा है, लेकिन थर्ड फ्रंट यानी तीसरे मोर्चे के दल दोनों पार्टियों का चुनावी गणित बिगाड़ते रहते हैं। मिशन 2023 के लिए इस बार बसपा, सपा और आप बड़े-बड़े दावे का साथ चुनावी तैयारी में जुटे हुए हैं। खासकर विंध्य, बुंदेलखंड और ग्वालियर-चंबल अंचल में बसपा, सपा और आप की जोरदार धमक सुनाई और दिखाई दे रही है। जानकारों का कहना है कि इन तीनों क्षेत्र की 90 सीटों पर थर्ड फ्रंट भाजपा-कांग्रेस का गणित बिगाड़ेगा।
मप्र विधानसभा चुनाव के दिन नजदीक आते ही प्रदेश का चुनावी पारा बढ़ता जा रहा है। प्रदेश में भाजपा, कांग्रेस के चुनावी मोर्चा खोलने के साथ ही अब सपा, बसपा और आप ने भी सक्रियता बढ़ा दी है। हमेशा की तरह इस बार भी भाजपा और कांग्रेस के बीच सीधा मुकाबला होगा। लेकिन एक मजबूत क्षेत्रीय राजनीतिक संगठन के अभाव में कुछ अन्य दल अपने क्षेत्रों का विस्तार करने का प्रयास करेंगे। पिछले साल कोयला नगरी सिंगरौली में मेयर पद जीतकर शानदार एंट्री करने वाली दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की आम आदमी पार्टी इस साल पहली बार मप्र में विधानसभा चुनाव लड़ेगी। वहीं सपा और बसपा अपना अब तक का बेहतर प्रदर्शन करने की तैयारी में हैं।
वैसे तो प्रदेश में सपा और बसपा का प्रभाव विंध्य, बुंदेलखंड और ग्वालियर-चंबल अंचल की कई सीटों पर दिखता है। अब इस सूची में आप का नाम भी शामिल हो गया है। बसपा-सपा की नजर जातिगत वोट बैंक पर है तो आप को एंटी-इनकम्बेंसी और अरविंद केजरीवाल की दस गांरटी योजनाओं की घोषणाओं पर है। तीनों पार्टियों को विंध्य बुंदेलखंड और ग्वालियर-चंबल की 90 सीटों से उम्मीद है। सपा और बसपा इन तीनों इलाकों में कांग्रेस-भाजपा का चुनावी गणित बिगाड़ती रही हैं। दोनों पार्टियों के उम्मीदवार यहां जीतने के साथ ही भाजपा-कांग्रेस के चुनावी परिणाम को प्रभावित करते रहे हैं। बसपा 16 सीटों पर उम्मीदवार घोषित कर चुकी है। आप ने दस और सपा ने 7 उम्मीदवारों की सूची जारी की है। ज्यादातर उम्मीदवार इन्हीं तीन क्षेत्रों से हैं। बसपा ने 2018 में 227 सीटों पर उम्मीदवार उतारे थे 202 पर जमानत जब्त हो गई थी। सपा के 52 में से 45 की जमानत जब्त हुई थी। बसपा ने 2013 में 227 सीटों में से 4 जीतीं। 194 में जमानत जब्त हुई। 6।29 प्रतिशत वोटशेयर रहा। सपा की 164 में से 161 पर जमानत जब्त हो गई थी। चार सीटों पर दूसरे नंबर पर रही। सपा-बसपा अपना श्रेष्ठ प्रदर्शन दोहराने की कोशिश में हैं। सपा ने सबसे ज्यादा सात सीटें 2003 में जीती थीं। बसपा की झोली में 1998 में 11 सीटें गई थीं। इसके बाद दोनों की सीटें कम होती गई। पिछले चुनाव में बसपा ने 2 और सपा ने 1 सीट जीती थीं। 2013 में सपा को शून्य और बसपा को चार सीटें मिलीं। हालांकि कहीं न कहीं दोनों पार्टियों का उत्तरप्रदेश की सत्ता में होने का असर मध्यप्रदेश में असर वोट प्रतिशत बढऩे के रूप में दिखा है।
विंध्य, बुंदेलखंड और ग्वालियर-चंबल अंचल में बसपा, सपा और आप की जोरदार तैयारी इसलिए भी महत्वपूर्ण है कि यहां थर्ड फ्रंट की संभावना हमेशा बनी रहती है। वर्तमान में ग्वालियर-चंबल के 8 जिलों में 34 सीट हैं। 26 सीट कांग्रेस, भाजपा को 7 और बसपा के पास एक सीट है। विंध्य के सात जिलों की 30 सीट हैं। 2018 में 30 में से 24 सीटें भाजपा को मिली थीं। 2013 में बसपा दो सीट जीती थी। पिछले छह चुनावों में जिन 24 सीटों पर बसपा जीती है, उसमें 10 विंध्य क्षेत्र की हैं। बुंदेलखंड के सात जिलों में 26 में से 17 पर भाजपा और सात सीटों पर कांग्रेस है। सपा-बसपा के खाते में भी एक-एक सीट आई थी। सपा विधायक ने भाजपा का दामन थाम लिया था।
मिशन 2023 में भाजपा-कांग्रेस में भले ही मुकाबला होना है, लेकिन सपा, बसपा और आप भी अधिक से अधिक सीटें जीतने का दावा कर रहे हैं। बहुजन समाज पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष रमाकांत पिप्पल का कहना है कि पार्टी सामान्य सीटों पर भी फोकस कर रही है। बघेलखंड में भी हम तीन से चार सीट जीतेंगे। पार्टी जमीनी कार्यकर्ताओं को टिकट दे रही है तो जनता के वोट भी मिलेंगे। इस बार प्रदेश की 100 सीटों पर फोकस है। समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव की रीवा और छतरपुर में सभा हो चुकी हैं। प्रदेश अध्यक्ष रामायण सिंह पटेल का कहना है कि पार्टी 130 सीटों पर मजबूत स्थिति में है बुंदेलखंड, विंध्य, ग्वालियर- चंबल के साथ ही बघेलखंड की सीटों पर जीत मिलेगी। वहीं आप को ग्वालियर-चंबल, विंध्य, बुंदेलखंड के साथ ही निमाड़-मालवा में भी ज्यादा सीटें जीतने की उम्मीद है। पार्टी ने निमाड़-मालवा में तेजी से संगठन तैयार किया है। आप केजरीवाल की दस गारंटी पर चुनाव में ताल ठोक रही है। उनकी विंध्य में दो सभाएं हो चुकी हैं।
पीएम नरेन्द्र मोदी का आज ग्वालियर दौरा, दोपहर 2.55 बजे पहुंचेंगे, ढाई घंटे में एमपी को देंगे कई सौगातें
2 Oct, 2023 11:43 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
ग्वालियर । प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी आज ग्वालियर से 19 हजार करोड़ विकास कार्यों की सौगात देने आ रहे हैं। जिसमें 2.21 लाख पीएम आवासों में गृहम प्रवेशम होगा। इंदौर में मल्टी माडल लाजिस्टिक पार्क का शिलान्यास सहित प्रदेशवासियों को कई सौगातें मिलेंगी। पीएम नरेन्द्र मोदी आज करीब 2.55 पर ग्वालियर एयरपोर्ट पहुंचेंगे इसके बाद वे हेलीकाप्टर से मेला मैदान के करीब बनाए गए हेलीपेड पर पहुंचेंगे।
2.30 घंटे ग्वालियर में रहेंगे प्रधानमंत्री मोदी
- 2: 55 बजे दोपहर में एयरपोर्ट आगमन होगा पीएम का
- 3 बजे : एयरपोर्ट से हेलीकाप्टर में प्रस्थान करेंगे प्रधानमंत्री
- 3: 20 मिनट : ग्वालियर हेलीपेड
- 3: 25 मिनट : ग्वालियर हेलीपेड से प्रस्थान पीएम मोदी
- 3: 30 मिनट : मेला मैदान आगमन होगा पीएम का
- 4: 45 मिनट : मुख्य कार्यक्रम में
- 4: 50 मिनट : हेलीपेड प्रस्थान
- 4: 55 मिनट : हेलीपेड पर आगमन करेंगे प्रधानमंत्री
- 5 बजे : हेलीपेड से हेलीकाप्टर में प्रस्थान प्रधानमंत्री मोदी
- 5: 20 मिनट: ग्वालियर एयरपोर्ट पर आगमन करेंगे पीएम
- 5: 25 मिनट : विशेष विमान से दिल्ली रवानगी
ग्वालियर-सुमावली के बीच चलेंगी तीन मेमू ट्रेनें, पीएम दिखाएंगे हरी झंडी
ग्वालियर-श्योपुर ब्राडगेज परियोजना में सुमावली तक ट्रेन के संचालन की शुरुआत आज से होगी। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी आज मेला मैदान में आयोजित होने वाले कार्यक्रम के।दौरान पहले ट्रेन को हरी झंडी दिखाकर सुमावली।के लिए रवाना करेंगे। यह ट्रेन दोपहर साढ़े तीन।बजे ग्वालियर स्टेशन से रवाना होगी। ट्रेन में आठ डिब्बे होंगे और यह छह स्टेशनों को जोड़ते हुए सुमावली तक अपना सफर 1:10 घंटे में पूरा करेगी, इसके बाद तीन अक्टूबर से प्रतिदिन तीन मेमू ट्रेनों का संचालन किया जाएगा। रविवार को उत्तर मध्य रेलवे के चीफ पैसेंजर ट्रांसपोर्टेशन मैनेजर (सीपीटीएम) एसपी वर्मा ने इन ट्रेनों का अधिकृत टाइम टेबल भी जारी कर दिया है। हालांकि ये एक ही रैक के साथ संचालित की जाएंगी। रविवार को इस ट्रेन का सुमावली तक संचालन कर ट्रायल भी किया गया।
- प्रधानमंत्री आवास योजना ग्रामीण के अंतर्गत 2 लाख गृह प्रवेश एवं प्रधानमंत्री आवास योजना शहरी के अंतर्गत 1355 आवासों सहित अन्य इकाईयों का लोकार्पण।
- जल जीवन मिशन के अंतर्गत 381.70 करोड़ रूपए लागत की घाटीगांव – भितरवार समूह जल प्रदाय योजना का भूमिपूजन।
- ग्वालियर मेडिकल कॉलेज में करीब 16 करोड़ 64 लाख की लागत से बनने जा रहे 50 बिस्तरीय क्रिटिकल केयर हैल्थ ब्लॉक सहित प्रदेश के 9 शहरों में कुल 152 करोड़ रूपए की लागत से बनने वाली 9 क्रिटिकल केयर यूनिट का भूमिपूजन।
- ग्वालियर में लगभग 102 करोड़ रूपए की लागत से नवनिर्मित देश का पहला दिव्यांग खेल स्टेडियम (अटल बिहारी वाजपेयी दिव्यांग स्पोर्ट्स सेंटर) का लोकार्पण।
- घिरोंगी मालनपुर में 153 करोड़ रूपए लागत और 60 टीएमपीटीए क्षमता का एलपीजी बॉटलिंग प्लांट।
विशेष रथ पर सवार होकर पहुंचेंगे
हेलीपेड से पीएम नरेन्द्र मोदी कार्यक्रम स्थल पहुंचकर विशेष रथ पर सवार होंगे और जनता के बीच बनाए गए रूट से जनदर्शन कर मंच पर पहुंचेंगे। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान स्वागत भाषण दे सकते हैं जिसके मोदी लगभग 30 से 40 मिनट तक संबोधन देंगे।
तीन मंत्री मिनिस्टर इन वेटिंग नियुक्त
पीएम की अगवानी के लिए तीन मंत्रियों को मिनिस्टर इन वेटिंग नियुक्त किया गया है। प्रधानमंत्री की अगवानी के लिये प्रदेश के नगरीय विकास एवं आवास राज्य मंत्री ओपीएस भदौरिया को मिनिस्टर इन वेटिंग नामित किया है। इसी तरह भाऊ साहब पोतनीस मैदान पर बनाए गए हेलीपेड पर प्रधानमंत्री की अगवानी के लिये लोक निर्माण राज्य मंत्री सुरेश धाकड़ को नामित किया गया है। कार्यक्रम स्थल (मेला मैदान) में अगवानी पंचायत एवं ग्रामीण विकास मंत्री महेन्द्र सिंह सिसौदिया करेंगे।
दो बजे आएंगे मुख्यमंत्री
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान सोमवार को दोपहर 2 बजे राजकीय विमान से राजमाता विजयाराजे सिंधिया विमानतल महाराजपुरा पहुंचेंगे। दोपहर लगभग ढ़ाई बजे मेला मैदान के समीप स्थित हैलीपेड पहुंचेंगे। हेलीपेड पर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के आगमन पर मुख्यमंत्री उनका स्वागत करेंगे।
दिग्गजों के टिकट से हुआ डैमेज कंट्रोल
2 Oct, 2023 10:45 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
भोपाल । चुनावी साल में मप्र भाजपा में असंतोष, विद्रोह और बगावत को कम करने के लिए पार्टी लगातार कोशिश कर रही है। उसके बाद भी असंतोष कम नहीं हो रहा है। लेकिन ग्वालियर-चंबल अंचल से आ रही खबरों के अनुसार, केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर को टिकट मिलने के बाद से भाजपा में डैमेज कंट्रोल नजर आ रहा है। माना जा रहा है कि जिन क्षेत्रों में दिग्गज नेताओं को टिकट दिया गया है, उस क्षेत्र में कार्यकर्ताओं का असंतोष और नेताओं का विद्रोह थमता दिख रहा है। यानी भाजपा के रणनीतिकारों के फॉर्मूले का असर दिखने लगा है।
गौरतलब है कि इस बार भाजपा में असंतोष चरम पर है। इसको देखते हुए भाजपा ने कई बड़े चेहरों को मैदान में उतारा है। इस बड़े कदम के पीछे गुटबाजी को शुरुआत में ही खत्म करना एक कारण था। पार्टी ने तीन केंद्रीय मंत्रियों, चार सांसदों और एक राष्ट्रीय महासचिव को चुनावी लड़ाई के लिए मैदान में उतारा है। सांसदों व केंद्रीय मंत्रियों को टिकट देने का फौरी लाभ भाजपा को मिलता दिख रहा है। खासकर चंबल संभाग में केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर को टिकट मिलने के बाद विरोध के स्वर दबने लगे हैं।
चंबल को बागियों की धरती कहा जाता है। राजनीति में भी बगावत कम नहीं दिखती रही है। हाल के चुनावों का इतिहास रहा है कि यहां टिकट वितरण के बाद विरोध की आंच कई दिनों तक राजधानी तक महसूस की जाती रही है लेकिन इस बार तोमर के सामने आने से विरोध के स्वर दबने लगे हैं। नेता अगर मन से एकजुट नहीं भी हैं तो खुल कर नाराजगी जाहिर नहीं कर रहे हैं। इसे पार्टी की प्रारंभिक सफलता कहा जा रहा है। चंबल अंचल में बगावत की पृष्ठभूमि तलाशने पर दिलचस्प किस्से सामने आते हैं। 2020 का उप चुनाव भी एक उदाहरण है। उप चुनाव में भाजपा की अंतर्कलह खुलकर भी दिखी थी। तब भाजपा की हार के बाद प्रत्याशी रघुराज सिंह कंषाना ने कई मौकों पर अपनी ही पार्टी के पूर्व मंत्री पर भितरघात व चुनाव हरवाने के आरोप लगाए थे। तब सुमावली विधानसभा क्षेत्र में भाजपा के कई नेताओं ने कांग्रेस प्रत्याशी अजब सिंह कुशवाह के लिए काम किया था, इस बार ऐसा दुस्साहस नहीं दिखता।
सभी नेताओं को यह संदेश दिया गया है, कि पार्टी द्वारा तय किए गए किसी भी उम्मीदवार का विरोध भाजपा का नहीं, बल्कि केंद्रीय मंत्री तोमर का विरोध माना जाएगा। मुरैना व श्योपुर में जितने भी भाजपा के कद्दावर नेता हैं, वह केंद्रीय मंत्री तोमर के समर्थक माने जाते हैं। यही कारण है कि वे पूरी तरह सुन्न हालत में हैं। सबल विधानसभा क्षेत्र का यह हाल मुरैना जिले की सबलगढ़ विधानसभा क्षेत्र में सवा महीने पहले भाजपा ने सरला रावत को टिकट दिया, जिसके बाद सबलगढ़ में भाजपा दो धड़ों में बंट गई, खुलकर विरोध हो रहा था, कई नेता पार्टी छोडक़र दूसरे दलों में चले गए, लेकिन जैसे ही केंद्रीय मंत्री तोमर दिमनी से उम्मीदवार बने, सबलगढ़ में यह विरोध पूरी तरह शांत हो गया है। इससे कहीं बुरी फजीहत श्योपुर विधानसभा सीट पर होती रही है, जहां जब-जब दुर्गालाल विजय को टिकट मिला, तब-तब टिकट की दौड़ में शामिल सीनियर नेताओं तक ने पार्टी का विरोध किया। साल 2013 व 2018 में भी दुर्गालाल उम्मीदवार घोषित हुए थे तब, विरोध इतना था, कि टिकट बदलवाने के लिए श्योपुर भाजपा के बड़े-बड़े नेताओं ने भोपाल से लेकर दिल्ली तक जाकर विरोध जताया था।
भाजपा के दिग्गजों ने बढ़ाई कांग्रेस की टेंशन
2 Oct, 2023 09:45 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
भोपाल । मध्य प्रदेश भाजपा ने केंद्रीय मंत्री समेत सात सांसदों को चुनाव मैदान में उतारकर कांग्रेस की टेंशन बढ़ा दी है। इसके चलते अब कांग्रेस ने अपनी पूरी रणनीति बदल दी है। कांग्रेस की प्रत्याशियों की सूची अब चुनाव की तारीखों के एलान के बाद नवरात्रि में आने की संभावना है। भाजपा की तीन सूची में 79 नाम आने के बाद कांग्रेस भी अपने प्रत्याशियों की सूची जारी करने की तैयारी में जुट गई है। इसको लेकर तीन अक्टूबर को दिल्ली में स्क्रीनिंग कमेटी की बैठक बुलाई गई है। इसमें प्रत्याशियों का चयन कर केंद्रीय चुनाव समिति को भेजा जाएगा। भाजपा के केंद्रीय मंत्रियों समेत सात सांसदों को उतारने के बाद कांग्रेस ने अपनी रणनीति बदल दी है।
पार्टी सूत्रों के अनुसार अब भाजपा के दिग्गजों को घेरने की योजना पर काम कर रही है। इसके लिए पार्टी ने अपनी रणनीति में बदलाव करने जा रही है। यही वजह है कि अब प्रत्याशियों की पहली सूची भी पार्टी नवरात्रि में 15 अक्टूबर के बाद जारी करने पर विचार कर रही है। ऐसे में पांच अक्टूबर को जन आक्रोश यात्रा के समाप्त होने के बाद सूची जारी होने की संभावना कम हो गई है। पहली सूची में 100 से अधिक प्रत्याशियों के नाम की घोषणा हो सकती है। इसमें 50 प्रतिशत से अधिक वर्तमान विधायक शामिल हो सकते हैं। कांग्रेस के वर्तमान में 95 विधायक हैं।
विधानसभा चुनाव के लिए कांग्रेस ने भी कई सर्वे कराए हैं। केंद्रीय नेतृत्व के साथ ही पूर्व सीएम कमलनाथ ने भी अपने सर्वे कराए हैं। कमलनाथ और दिग्विजय सिंह दोनों ने हारी सीटों पर लगातार दौरे किए। उन्होंने हारी सीटों पर अपने जिताऊ उम्मीदवार को लेकर स्थानीय कार्यकर्ताओं से फीडबैक लिया। जिसके आधार पर अपनी रिपोर्ट बनाकर कमेटी के सामने रखी गई है। पार्टी का उम्मीदवार चयन का फॉर्मूला सिर्फ जिताऊ उम्मीदवार रखा गया है। इस बार मौजूदा विधायकों में 15 से 20 विधायकों के टिकट कट सकते हैं।
कांग्रेस अपनी लिस्ट में युवाओं पर फोकस कर रही है। इस बार चुनाव में कांग्रेस युवाओं को टिकट देगी। साथ ही ज्यादा से ज्यादा जिताऊ महिला उम्मीदवारों को भी मौका दिया जाएगा।
चुनाव मैदान में उतरे भाजपा के दिग्गजों को चुनौती देने के लिए कांग्रेस भी रणनीति बना रही है, लेकिन कांग्रेस की तरफ से बड़े नेता चुनाव मैदान में उतरने से कतरा रहे हैं। पीसीसी चीफ और पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ अभी तक तय नहीं कर पाए हैं कि वह छिंदवाड़ा से विधानसभा चुनाव लड़ेंगे या नहीं। हालांकि चर्चा है कि वे चुनाव नहीं लड़ रहे। पूर्व सीएम दिग्विजय सिंह भी विधानसभा चुनाव के दंगल में उतरने को तैयार नहीं है। उन्होंने 2003 के बाद से कोई विधानसभा का चुनाव नहीं लड़ा। वहीं, पूर्व केंद्रीय मंत्री कांतिलाल भूरिया भी अपने बेटे विक्रांत भूरिया को चुनाव में उतारना चाहते हैं। इसलिए वे भी चुनाव नहीं लडऩा चाहते। बता दें पूर्व केंद्रीय मंत्री कांतिलाल भूरिया ने 2019 में झाबुआ से उपचुनाव जीता था।
खराब परफॉर्मेंस वाले मंत्री और विधायक छोड़ेंगेअपनी दावेदारी
2 Oct, 2023 08:45 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
भोपाल । मप्र में भाजपा अभी तक 79 प्रत्याशियों की घोषणा कर चुकी है। आज शेष 151 नामों पर चर्चा होगी। इस बार पार्टी केवल जिताऊ प्रत्याशियों को ही टिकट देगी। ऐसे में कुछ उम्रदराज तो कुछ खराब परफॉर्मेंस वाले विधायक खुद अपनी दावेदारी छोड़ेंगे। गौरतलब है कि प्रदेश की खेल एवं युवा कल्याण मंत्री यशोधरा राजे सिंधिया ने चुनाव नहीं लडऩे की मंशा जाहिर करते हुए संगठन को पत्र लिखा है। ऐसे में संभावना जताई जा रही है कि सरकार के कुछ और मंत्री तथा विधायक इसी तरह से पत्र लिखकर संगठन में काम करने की मंशा जताएंगे। शिवपुरी से विधायक यशोधरा राजे सिंधिया ने अपने स्वास्थ्य का हवाला देते हुए अगला विधानसभा चुनाव नहीं लडऩे की बात कही है। प्रदेशाध्यक्ष विष्णुदत्त शर्मा ने भी स्वीकार किया है कि यशोधरा राजे सिंधिया अपने स्वास्थ्य कारणों की वजह से अगला चुनाव नहीं लडऩे की बात कर चुकी हैं। लेकिन राजनीति के जानकार इसे गले से नहीं उतार पा रहे हैं। उनका कहना है कि यदि स्वास्थ्य कारण होता और उन्हें चिकित्सकों ने आराम करने की सलाह दी है ( जैसा कि विष्णुदत्त शर्मा ने बताया) तो यशोधरा राजे सिंधिया मंत्री पद से पहले ही इस्तीफा देती, वे चुनाव का इंतजार नहीं करतीं।
जानकारों का कहना है कि भाजपा इस बार खराब परफॉर्मेंस वाले मंत्रियों और विधायकों को पहले ही बता चुकी है कि उनकी स्थिति ठीक नहीं है। सूत्रों का कहना है कि गुजरात पैटर्न पर मप्र में भी आने वाले कुछ दिनों में कुछ और मंत्री अलग-अलग कारणों से चुनाव नहीं लडऩे की बात कहेंगे और संगठन उन्हें दूसरी बड़ी जिम्मेदारी देकर मैदान में उतार सकता है। जानकारों की मानें तो इन मंत्रियों को पार्टी आलाकमान ने गुजरात की तरह नई जिम्मेदारी देने की बात कर उन्हें चुनावी मैदान से हटने को कहा है। बताया गया है कि इनमें कैबिनेट मंत्री बिसाहूलाल सिंह, प्रेमसिंह पटेल, ब्रजेन्द्र प्रताप सिंह, राज्यमंत्री रामखिलावन पटेल, राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) इंदर सिंह परमार के नाम चर्चा में हैं। हांलाकि इनमें से कुछ मंत्रियों के क्षेत्र भी बदले जा सकते हैं, तो कुछ को अगले वर्ष लोकसभा चुनाव के मैदान में उतारा जा सकता है। वहीं प्रदेश में ऐसे 7 विधायक है, जो 6 बार से लगातार चुनकर विधानसभा पहुंचे हैं। इनमें वित्त मंत्री जगदीश देवड़ा का नाम भी लाल घेरे में बताया जा रहा है। 6 बार से जीतने वाले पारस जैन और गोपीलाल जाटव पर भी अंतिम निर्णय नहीं हो पाया है। पांच बार के विधायकों की संख्या 7 है। इनमें मंत्री प्रेम सिंह पटेल और विधायक नागेन्द्र सिंह के भी टिकट लाल घेरे में बताए जा रहे हैं। 4 बार के भाजपा विधायकों की संख्या 14 है। इनमें अजय विश्नोई और महेन्द्र हार्डिया को लेकर पार्टी असमंजस्य में है। इनके अलावा 3 बार के 28 विधायक, 2 बार के 36 और पहली बार के 30 विधायकों में भी कईयों के टिकट काटे जा सकते हैं।
भाजपा सूत्रों का कहना है की तमाम सर्वे में कई मंत्रियों के खिलाफ एंटी इनकम्बेंसी पाई गई है। इसके मद्देनजर आलाकमान प्रदेश सरकार के करीब 10 मंत्रियों के टिकट काटने की तैयारी में है। विगत दिवस प्रदेश सरकार की मंत्री यशोधरा राजे सिंधिया ने अपने स्वास्थ का जिक्र करते हुए सोशल मीडिया पर कहा था कि वे अब चुनाव नहीं लडऩा चाहती। वहीं प्रदेश सरकार के कुछ मंत्री ऐसे हैं जिनको पार्टी चुनावीरण में उतारने के मूड में नहीं है। इसके पीछे जो कारण बताए जा रहे हैं उनमें सबसे प्रमुख इन मंत्रियों की सर्वे रिपार्ट में हालत खराब बताई गई है। वहीं कुछ का मंत्री पद पर रहते हुए परफार्मेस सही नहीं है। तो कुछ की उम्र का हवाला दिया जा रहा है। जिन मंत्रियों के टिकट कट सकते हैं उसमें करीब आधा दर्जन राज्यमंत्री हैं तो चार कैबिनेट मंत्री हैं। कैबिनेट मंत्रियों मे कुछ ऐसे हैं जो अपने परिजनों के लिए टिकट की मांग कर रहे हैं तो कुछ के प्रति जनता में नाराजगी है। जिनके टिकट कट सकते हैं उसमें छह राज्य स्तर के साथ ही चार कैबिनेट स्तर के मंत्री भी शामिल हैं। सूत्रों की मानें तो भाजपा का केन्द्रीय नेतृत्व मध्यप्रदेश में गुजरात फार्मूले के आधार पर अपने प्रत्याशियों का चयन कर रही है।
भाजपा सूत्रों का कहना है कि केंद्रीय नेतृत्व द्वारा कराए गए सर्वे में कई मंत्रियों सहित तकरीबन 60 विधायकों की स्थिति चिंताजनक है। ऐसे में भाजपा की चौथी सूची चौंकाने वाली हो सकती है। इस सूची में मंत्रियों और मौजूदा विधायकों के नामों पर फैसला होगा। भाजपा सूत्रों के अनुसार इसमें पार्टी गुजरात फार्मूले पर दर्जनभर मंत्रियों सहित 60 मौजूदा विधायकों के टिकट काट सकती है। भाजपा सूत्रों के अनुसार भाजपा हाईकमान को आधा मंत्रियों के खिलाफ भ्रष्टाचार संबंधी तमाम शिकायतें मिली हैं। जिसकी वजह से जनता के बीच पार्टी और सरकार दोनों की छवि खराब हुई है। भाजपा हाईकमान को डर है कि यदि इन मंत्रियों को विधानसभा चुनाव में उतारा गया, तो पार्टी का बड़ा नुकसान हो सकता है। इसके अलावा इन मंत्रियों की कार्यशैली को लेकर कार्यकर्ता पार्टी हाईकमान को लगातार शिकायतें पहुंचाते रहे हैं।
कुछ दिन पहले कोलारस विधायक वीरेंद्र रघुवंशी ने भाजपा का दामन छोडक़र कांग्रेस का हाथ थामा था। चर्चा यह है कि उन्हें डर था कि यशोधरा राजे सिंधिया शिवपुरी के बजाय उनकी सीट से टिकट मांग रही है। इस वजह से उन्होंने अपनी सीट बचाने के लिए पार्टी ही बदल ली। हालांकि, अब यशोधरा के चुनाव लडऩे पर संशय है। खराब स्वास्थ्य की वजह से उन्होंने चुनाव लडऩे में असमर्थता जताई है। अब केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया के भी शिवपुरी से चुनाव लडऩे की अटकलें लगाई जा रही हैं।
वन्य प्राणियों की सुरक्षा और संवर्धन के लिये युवा पीढ़ी में जागरूकता अभियान कारगर : वन मंत्री डॉ. शाह
1 Oct, 2023 11:30 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
भोपाल : राज्य स्तरीय वन्य प्राणी सप्ताह के शुभारंभ अवसर पर वन मंत्री डॉ. कुंवर विजय शाह ने कहा कि वन्य प्राणियों की सुरक्षा और संवर्धन के लिये युवा पीढ़ी में जागरूकता के लिये अभियान कारगर होगा। वन विहार राष्ट्रीय उद्यान की विहार वीथिका में राज्य स्तरीय वन्य प्राणी सप्ताह का शुभारंभ प्रतीकात्मक पेंटिंग बनाकर किया गया। वन मंत्री ने डब्ल्यू,डब्ल्यू,एफ इंडिया द्वारा विहार वीथिका में शिकारी पक्षियों पर आधारित प्रदर्शनी का शुभारंभ किया। डॉ. शाह ने "भोपाल बर्डस" हेंडबुक का विमोचन भी किया। मो. खालिक एवं डॉ. संगीता राजगीर, के द्वारा "भोपाल बर्डस" हेंडबुक तैयार की गई।
कार्यक्रम में अतिथियों द्वारा स्वच्छता की शपथ गृहण की गई। लगभग 800 प्रतिभागियों द्वारा चित्रकला प्रतियोगिता में भाग लिया गया। वन विहार में राज्य स्तरीय फोटो प्रदर्शनी भी लगाई गई।
राज्य स्तरीय वन्यप्राणी सप्ताह 2023 हेतु वन विभाग की विभिन्न शाखाओं जैसे ईको टूरिज्म बोर्ड, सामाजिक वानिकी, जैव विविधता बोर्ड, बांस मिशन के साथ-साथ अन्य संस्थाओं जैसे क्षेत्रीय प्राकृतिक विज्ञान संग्रहालय द्वारा भी प्रदर्शिनी लगाई गई है। उक्त प्रदर्शिनी के अवलोकन के लिये दिनांक 01 से 07 अक्टूबर 2023 तक विद्यालयीन छात्र/छात्राओं के निःशुल्क प्रवेश दिया जायेगा।
02 अक्टूबर 2023 के कार्यक्रम
2 अक्टूबर को प्रातः 6.00 बजे से 8.30 बजे तक पक्षी अवलोकन एवं जैव विविधता शिविर का आयोजन किया जायेगा। प्रातः 7.00 बजे से 9.00 बजे तक जन जागरूकता के लिये “रन फॉर वाईल्डलाईफ प्रोटेक्शन“ दौड़ का आयोजन किया जायेगा, जो वन विहार के प्रवेश द्वार क्र. 2 से प्रारंभ होकर भदभदा चौराहा, डिपो चौराहा, स्मार्ट सिटी तिराहा, जनजातीय संग्रहालय, मानव संग्रहालय, बोट क्लब होते हुये वन विहार के प्रवेश द्वार क्र. 1 पर समाप्त होगी। प्रातः 7.00 बजे से कक्षा 6वीं से 12वीं एवं खुले वर्ग हेतु “वन विहार थीम“ पर आधारित फोटोग्राफी प्रतियोगिता आयोजित की जायेगी। प्रातः 9.00 बजे से 11.00 बजे तक रंगोली प्रतियोगिता का आयोजन किया गया है, जिसमें कक्षा 5वीं से 8वीं तक के विद्यार्थियों को ’’वन्यप्राणीं“ विषय पर तथा खुले वर्ग हेतु ’’वन्यप्राणी एवं पारिस्थतिक तंत्र“ विषय पर विद्यार्थी भाग ले सकेंगे। वन विहार राष्ट्रीय उद्यान में रंगोली प्रतियोगिता होने के कारण दिनांक 02.10.2023 को प्रातः 6.30 बजे से दोपहर 1.30 बजे तक वन विहार में गेट क्र. 2 से स्नेक पार्क तक वाहनों का प्रवेश बंद रहेगा।
इस अवसर पर जे.एन. कांसोटिया, अपर मुख्य सचिव, वन, प्रधान मुख्य वन संरक्षक एवं वन बल प्रमुख रमेश कुमार गुप्ता, डॉ. अभय कुमार पाटिल, प्रबंध संचालक, म.प्र. राज्य वन विकास निगम, पुष्कर सिंह, प्रबंध संचालक, म.प्र.राज्य लघुवनोपज सहकारी संघ मर्यादित, असीम श्रीवास्तव, प्रधान मुख्य वन संरक्षक (वन्यप्राणी) एवं मुख्य वन्यप्राणी अभिरक्षक, डा. अतुल श्रीवास्तव, प्रधान मुख्य वन संरक्षक (कार्य आयोजना एवं वन भू अभिलेख) एवं अन्य वरिष्ठ अधिकारी तथा बड़ी संख्या में शालाओं के शिक्षक एवं विद्यार्थीगण, उनके अभिभावक एवं मीडियाकर्मी भी उपस्थित रहे।
जागेश्वरी माता मंदिर लोक विकसित किया जायेगा : मुख्यमंत्री चौहान
1 Oct, 2023 11:15 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
भोपाल : मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि चंदेरी के ऐतिहासिक जागेश्वरी माता मंदिर में जागेश्वरी माता मंदिर लोक बनाया जायेगा। मुख्यमंत्री चौहान आज अशोकनगर जिले की चंदेरी तहसील में लाड़ली बहना सम्मेलन को संबोधित कर रहे थे। अशोक नगर और चंदेरी क्षेत्र के विकास के लिये पैसे की कोई कमी नहीं रहेगी। किसानों के लिये सूखे के संकट में हर संभव मदद की जायेगी। राज्य सरकार उनके साथ कदम से कदम मिलाकर खड़ी है। उन्हें सर्वे कराकर जल्द राहत राशि वितरित की जाएगी।
इस अवसर पर केन्द्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया, सांसद के.पी. यादव सहित अन्य जन-प्रतिनिधि, लाड़ली बहनें और बड़ी संख्या में आम-जन उपस्थित थे।
मैं जनता से दूर नहीं रह सकता हूँ : मुख्यमंत्री चौहान
मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि हमने जनता के कल्याण की योजनाओं को लागू किया है। पिछली सरकार ने हमारी कई योजनाएं बंद कर दीं थी। हमारी सरकार ने कन्यादान योजना, तीर्थ दर्शन योजना जैसी जन-कल्याणकारी योजनाओं को फिर से शुरू किया है। बहनों के दुख दर्द दूर करने के लिए मुख्यमंत्री लाड़ली बहना योजना बनाई है। उन्होंने कहा कि मैं सरकार नहीं परिवार चलाता हूँ। मेरे मन में विचार आया कि बहनों को साल में एक बार पैसा देने से काम नहीं चलेगा। हर महीने एक हजार रुपए उनके बैंक खातों में डालूंगा। यह राशि एक हजार से बढ़ाकर 1250 रुपए कर दी है। धीरे-धीरे लाड़ली बहनों के खातें में यह राशि बढ़ाकर तीन हजार कर दी जाएगी। बहनों के सारे दु:ख दूर कर दिए जाएंगे।
मैंने बहनों को पैसा नहीं दिया, उनका सम्मान बढ़ाया है
मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि मुख्यमंत्री लाड़ली बहना योजना एक नई सामाजिक क्रांति है। बहनों को पैसा नहीं दिया, उनका सम्मान, इज्जत और मान बढ़ाया है। प्रधानमंत्री आवास योजना में छूटे पात्र लोगों के लिए मुख्यमंत्री लाड़ली बहना आवास योजना के अंतर्गत मकान बनाकर दिए जाएंगे। मध्यप्रदेश की धरती पर किसी भी गरीब को बिना जमीन के नहीं रहने देंगे। मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि लाड़ली बहनों और प्रधानमंत्री उज्जवला योजना की बहनों को अब रसाई गैस 450 रुपए में दी जाएगी। जिन लाड़ली बहनों के नाम रसोई गैस नहीं है, उनके पति के नाम पर दर्ज सिलेंडर बहनों के नाम ट्रांसफर किया जाएगा।
बेटा-बेटियों की पढ़ाई में कोई बाधा नहीं आने दी जाएगी
मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि गरीब और ग्रामीण बच्चों के लिए निजी स्कूलों से भी बेहतर सीएम राइज उपलब्ध कराए जा रहे हैं। पांचवी और आठवीं पास करके दूसरे गांव जाने वाले बच्चों को साइकिल, बारहवीं में 75 प्रतिशत अंक लाने वाले विद्यार्थियों को लैपटॉप और अपनी शाला में टॉप करने वाले तीन-तीन छात्र-छात्राओं को स्कूटी दी जाएगी। मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि मेडिकल, आईआईटी, इंजीनियरिंग और लॉ कॉलेज में पढ़ने वाले विद्यार्थियों की फीस राज्य सरकार भरवाएगी। मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि हर घर में परिवार के एक सदस्य को रोजगार देंगे।
चंदेरी को 50 बिस्तर के अस्पताल की सौगात
केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री सिंधिया ने कहा कि मुख्यमंत्री चौहान ने महिलाओं के हित में मुख्यमंत्री लाड़ली बहना योजना बनाकर अभूतपूर्व कार्य किया है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री चौहान ने चंदेरी में आज चंदेरी को 50 बिस्तर के अस्पताल की सौगात दी है। चंदेरी क्षेत्र का ऐतिहासिक महत्व है। यहां का किला और साड़ी विश्व में प्रसिद्ध हैं। चंदेरी में राजघाट परियोजना से पीने का पानी पहुंचाया है। मध्यप्रदेश में बेटियां बोझ नहीं वरदान हैं। मुख्यमंत्री चौहान प्रदेश में महिलाओं, बेटा-बेटियों, किसानों, युवाओं, गरीबों सहित सभी वर्गों के हित में काम कर रहे हैं। कार्यक्रम में मुख्यमंत्री भू-अधिकार आवासीय योजना के तहत दो हजार पट्टे वितरित किए गए।
अंतर्राष्ट्रीय वृद्धजन दिवस पर वृद्धजन हुए सम्मानित
1 Oct, 2023 11:00 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
भोपाल : अंतर्राष्ट्रीय वृद्धजन दिवस एक अक्टूबर को सामाजिक न्याय एवं दिव्यांग जन सशक्तिकरण विभाग द्वारा शासकीय होमियो चिकित्सालय में लगभग 400 वृद्धजनों को सम्मानित किया गया। इस अवसर पर आयोजित कार्यक्रम में वृद्ध जनों ने भी अपनी गायन प्रतिभा का प्रदर्शन किया। नुक्कड़ नाटक एवं गायन प्रतियोगिता में उपस्थित लोगों ने उत्साहपूर्वक भाग लिया।
सामाजिक न्याय एवं दिव्यांगजन सशक्तिकरण विभाग के मनोज बाथम, आयुष विभाग के उप सचिव संजय मिश्र, सीएमओ आयुष, हेल्पज इंडिया से खरे, वृद्ध नागरिक कल्याण से सक्सेना उपस्थित रहे। आयुष विभाग ने सभी वृद्धजनों को हमेशा स्फूर्तिवान रहने और जीवन भर इसी हर्षोल्लास के साथ कार्यक्रमों में भाग लेकर स्वस्थ रहने का संदेश दिया।
मध्य प्रदेश के विकास में अब परिवहन विकास का प्रारंभ ।
1 Oct, 2023 10:51 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
मध्य प्रदेश में पिछले 20 वर्षों के अंतराल में भारतीय जनता पार्टी की सरकार की कार्यकाल के अंतर्गत जिस तरह से जनहितकारी योजनाओं का विकास अनवरत रूप से दिखाई दिया है उसी क्रम में अब परिवहन क्रांति की शुरुआत मध्यप्रदेश के इंदौर महानगर से प्रारंभ हो चुकी है, और आने वाले समय में शीघ्र ही राजधानी भोपाल से भी यह परिवहन क्रांति प्रारंभ हो जाएगी । इसी क्रम में प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने इंदौर में मेट्रो ट्रायल रन के दौरान कहा कि इंदौर ने आज टेंपो से लेकर मेट्रो तक का सफर तय कर लिया है । कार्यक्रम के इस अवसर पर हजारों की संख्या में इंदौर वासियों ने मेट्रो ट्रेन को देखा और कई तरह के मनोरंजन कार्यक्रमों का आनंद लिया । निश्चित रूप से इंदौर जैसे मिनी मुंबई कहे जाने वाले शहर के लिए आने वाले चार-पांच महीने के अंतराल में शुरुआत होने जा रही मेट्रो ट्रेन किसी वरदान से कम साबित नहीं होगी ।
मध्य प्रदेश के विकास में अब परिवहन विकास का प्रारंभ ।
इंदौर महानगर में मेट्रो ट्रेन के ट्रायल रन के अवसर पर प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने जो सबसे अधिक महत्वपूर्ण और संवेदनशील चर्चा की उसके अनुसार मध्य प्रदेश में विकास अपनी ऊंचाइयां छूते हुए पिछड़े हुए प्रदेश से अब विकासशील प्रदेश की ओर बढ़ता हुआ दिखाई दे रहा है उसी क्रम में मेट्रो ट्रेन का प्रारंभ परिवहन विकास के रूप में इंदौर को एक नवीन दिशा प्रदान करेगा । प्रदेश के मुख्यमंत्री का कहना है कि आने वाले वर्ष 2028 तक अर्थात कुंभ जब तक उज्जैन में पुनः आएगा तब तक इंदौर से उज्जैन तक मेट्रो प्रारंभ हो चुकी होगी एवं इंदौर से उज्जैन महाकाल के दर्शन करने एवं कुंभ दर्शन का लाभ लेने के लिए यात्री वर्ष 2028 तक मेट्रो ट्रेन से जा सकेंगे । इंदौर शहर वासियों का मानना है कि यह परिवहन के रूप में एक बड़ी क्रांति है । इंदौर एमपी की आर्थिक राजधानी है। इसे मिनी मुंबई भी कहा जाता है। मेट्रो ट्रायल रन के दौरान सीएम शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि इंदौर ने आज टेम्पो से मेट्रो तक का सफर तय कर लिया है। शहर में मेट्रो रेल के प्रायोगिक परीक्षण की शुरुआत नई परिवहन क्रांति है। चौहान ने कहा कि शहर में मेट्रो रेल की यात्रा दो पहिया वाहन की यात्रा से भी सस्ती साबित होगी। लोक परिवहन के इस आधुनिक साधन से अमीर और गरीब लोगों के बीच की खाई मिटेगी।
मेट्रोपॉलिटन अथॉरिटी के रूप में विकसित होगा इंदौर ।
सीएम शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि शहर में अगले पांच-महीने में मेट्रो का वाणिज्यिक परिचालन शुरू कर दिया जाएगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि इंदौर से पीथमपुर औद्योगिक क्षेत्र और धार्मिक नगरी उज्जैन तक मेट्रो रेल का विस्तार किया जाएगा। चौहान ने यह घोषणा भी की कि इंदौर और इसके आस-पास के क्षेत्र को मेट्रोपॉलिटन अथॉरिटी घोषित किया जाएगा। ताकि इस इलाके का तेज गति से विकास हो सके।
वहीं, अधिकारियों ने बताया कि शहर के गांधी नगर स्टेशन से सुपर कॉरिडोर के स्टेशन क्रमांक-तीन के बीच 5.9 किलोमीटर के सर्वोच्च प्राथमिकता वाले गलियारे पर तीन डिब्बों वाली मेट्रो रेल का प्रायोगिक परीक्षण किया गया। इस दौरान मुख्यमंत्री ने मेट्रो रेल की सवारी भी की। अधिकारियों ने बताया कि शहर में 7,500.80 करोड़ रुपए की कुल लागत वाली मेट्रो रेल परियोजना के पहले चरण की नींव 14 सितंबर 2019 को रखी गई थी। इसके तहत शहर में करीब 31.50 किलोमीटर लम्बा मेट्रो रेल गलियारा बनाया जाना है।
जहाँ स्वच्छता वहीं ईश्वर - मुख्यमंत्री चौहान
1 Oct, 2023 10:45 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
भोपाल : मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने भोपाल हाट बाजार में स्वच्छता ही सेवा अभियान में 'एक तारीख-एक घंटा-एक साथ' कार्यक्रम में शामिल होकर श्रमदान किया। उन्होंने झाड़ू लेकर परिसर में सफाई की। मुख्यमंत्री चौहान ने स्वच्छता ही सेवा अभियान की वॉल पर "जहाँ स्वच्छता वहीं ईश्वर" लिखकर प्रदेशवासियों को स्वच्छता संदेश दिया।
मुख्यमंत्री चौहान ने स्वच्छता के महत्व को रेखांकित करते हुए कहा कि जहाँ स्वच्छता है, वहाँ सुंदरता है, जहाँ अच्छा स्वास्थ्य है, प्रसन्नता है और ईश्वर भी है। राष्ट्रपिता महात्मा गांधी ने सदैव स्वच्छता पर जोर दिया। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी 2014 में प्रधानमंत्री बनने के साथ ही स्वच्छ भारत अभियान चलाया। प्रधानमंत्री मोदी के आह्वान पर पूरे प्रदेश में स्वच्छता के लिए श्रमदान किया। मध्यप्रदेश देश का स्वच्छतम राज्य है। भोपाल देश की स्वच्छतम राजधानी है। शहरी क्षेत्र में प्रदेश स्वच्छता में नंबर एक पर है। ग्रामीण क्षेत्रों में भी जन भागीदारी के साथ स्वच्छता के लिए बेहतर प्रयास किए है। स्वच्छता अभियान से हर नागरिक को जोड़ने की हमारी कोशिश रही है। जनता, जनप्रतिनिधि, समाजसेवी और समाज के हर वर्ग को जोड़ते हुए प्रधानमंत्री के स्वच्छ भारत आंदोलन के उत्कृष्ट क्रियान्वयन को प्रयासरत है। मुख्यमंत्री चौहान ने सभी प्रदेशवासियों से अपील की है कि सभी अपने घर, आसपास, कार्यालय में स्वच्छता का सदैव ध्यान रखे। स्वच्छता को सिर्फ कार्यक्रम न बनाते हुए स्वयं स्वच्छाग्रही बनें। प्रधानमंत्री मोदी के आह्वान पर मध्यप्रदेश को स्वच्छता के मॉडल राज्य के रूप में स्थापित करें।
उल्लेखनीय है कि गांधी जयन्ती के अवसर पर प्रधानमंत्री मोदी के आह्वान पर 15 सितम्बर से 2 अक्टूबर 2023 तक पूरे देश में "स्वच्छता ही सेवा अभियान" चलाया जा रहा है। स्वच्छता ही सेवा अभियान में स्वच्छता पखवाड़ा मनाया जा रहा है, जिसकी थीम 'कचरा-मुक्त भारत' है। मन की बात के 105वें एपिसोड में प्रधानमंत्री मोदी ने 1 अक्टूबर को 'एक तारीख एक घंटा एक साथ' अभियान में स्वच्छता के लिए एक घंटे का श्रमदान करने की अपील करते हुए कहा था कि बापू की जयंती की पूर्व दिवस पर सभी जन सफाई करके उन्हें 'स्वच्छांजलि' दी जाएगी।
पंचायत एवं ग्रामीण विकास मंत्री महेंद्र सिंह सिसोदिया, महापौर मालती राय सहित जन-प्रतिनिधि, विभागीय अधिकारी, सफाई मित्र और बड़ी संख्या में आमजन साथ उपस्थित रहे।
मुख्यमंत्री चौहान ने बेलपत्र, पीपल और गुलमोहर के पौधे रोपे
1 Oct, 2023 10:30 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
भोपाल : मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने आज स्मार्ट सिटी उद्यान में बेलपत्र, पीपल और गुलमोहर के पौधे रोपे। मुख्यमंत्री चौहान ने जन सेवा मित्रों, पत्रकारों और नागरिकों के साथ पौध-रोपण किया। अपने पुनर्जन्म दिवस अवसर पर हिमांशु चौहान ने मुख्यमंत्री चौहान के साथ पौध-रोपण किया।
हिमांशु के पिता और वरिष्ठ पत्रकार चरण सिंह चौहान ने बताया कि ईश्वर की कृपा और शासन द्वारा स्वीकृत राशि से पुत्र का सफल लिवर ट्रांसप्लांट कराया गया। ट्रांसप्लाट के बाद उसे अस्पताल से एक अक्टूबर को डिस्चार्ज किया गया, इसलिए एक अक्टूबर के दिन को हिमांशु का पुनर्जन्म दिवस मनाते है। उन्होंने मुख्यमंत्री चौहान का सहायता के लिए आभार माना। उनके साथ पत्नी इंगेश चौहान, पत्रकार सिकंदर अहमद, सर्जन डॉ. सुबोध वार्ष्णेय और रोहित चौहान ने भी पौध-रोपण किया।
मुख्यमंत्री चौहान के साथ स्वामी विवेकानंद विश्वविद्यालय सागर के संस्थापक कुलपति डॉ. अनिल तिवारी ने सपरिवार पौध-रोपण किया। सोम्या तिवारी, डॉ. प्रतिभा तिवारी, स्वस्ति तिवारी, बृजेश चौहान और राम धाकड़ ने भी पौधे रोपे। इस अवसर पर निकेत शर्मा, धनश्याम, आदर्श, महक, अंकित चौबे, आयुषी साहू आदि जनसेवा मित्रो ने भी पौध-रोपण किया।
मुख्यमंत्री चौहान ने किया लाड़कुई में 154 करोड़ से अधिक के विकास कार्यों का भूमिपूजन और लोकार्पण
1 Oct, 2023 10:15 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
भोपाल : मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने सीहोर जिले के लाड़कुई में 154.47 करोड़ रूपये से अधिक के विकास कार्यों का भूमिपूजन तथा लोकार्पण किया। मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश में सामाजिक क्रांति का अभियान चल रहा है।
मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि आम नागरिकों का जीवन बदलने का मिशन चल रहा है। विकास कार्यों में कोई कमी नहीं छोड़ी जाएगी। गांवों में शानदार सड़कों का जाल बिछा दिया गया है। मेडिकल, इंजीनियरिंग कॉलेज, सीएम राइज स्कूल, अस्पताल बन रहे हैं। विकास कार्यों के लिए बजट की कोई कमी नहीं है। जनता की जिंदगी को बेहतर बनाने में कोई कमी नहीं रहने दी जाएगी। परिवार में एक व्यक्ति को रोजगार देंगे।
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश में मुख्यमंत्री चरण पादुका योजना में तेंदूपत्ता तोड़ने वाले भाई-बहनों को जूते- चप्पल, पानी की कुप्पी, साड़ी आदि सामग्री दी जा रही है। जनता की सेवा ही पूजा है। मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि विद्यार्थियों की सुविधा के लिए अब लाड़कुई के शासकीय महाविद्यालय में एम.ए. की कक्षाएं प्रारंभ करेंगे। उन्होने कहा कि उन्होने यह महाविद्यालय शुरू करवाया था।
चौहान ने कहा कि बहनों ने कभी सोचा नहीं होगा कि ऐसा भी एक दिन आएगा कि भैया उनके खाते में सीधे पैसा डालेगा। मुख्यमंत्री ने तेंदुपत्ता संग्राहकों को हितलाभ प्रदान किया।
वन मंत्री कुंवर विजय शाह और सांसद रमाकांत भार्गव तथा जन-प्रतिनिधि उपस्थित थे।
मुख्यमंत्री चौहान ने 96 करोड़ 93 लाख रूपए की राशि से 51 किलोमीटर के सीहोर-इछावर-कोसमी मार्ग का लोकार्पण किया। उन्होने 20 करोड़ 30 लाख की लागत से मांगरोल से टीकामोड-बाबडीखेडा-रतनपुर से लाचौर मार्ग, 03 करोड़ 91 लाख की लागत से मोंगराखेडा से भूराखेडा सड़क, 31 करोड़ की राशि से निर्मित होने वाले जनजातीय कन्या शिक्षा परिसर लाड़कुई झाली, 71 लाख रूपए की लागत से उप स्वास्थ्य केंद भादाकुई के भवन निर्माण, 71 लाख की लागत से उप स्वास्थ्य केन्द्र बसंतपुर का भवन निर्माण कार्य, 26 लाख की लागत से वनपरिक्षेत्र कार्यालय वीरपुर का निर्माण कार्य, 13 लाख की लागत से वनपरिक्षेत्र कार्यालय लाड़कुई का निर्माण कार्य, 13 लाख की लागत से वनरक्षक नाका सेवनिया परिहार का निर्माण कार्य, 26 लाख की लागत से वनरक्षक नाका मगरपाट का निर्माण कार्य एवं 13 लाख की लागत से वनरक्षक नाका सिराड़ी का निर्माण कार्य का भूमिपूजन किया।
परिवार की भांति चल रही सरकार
मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि लाड़ली बहनों के खातों हर महीने धनराशि डाली जा रही है। अक्टूबर से हर माह 1250 रुपए कर दिए हैं। धीरे-धीरे यह राशि 3 हजार रुपए तक कर दी जाएगी। मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि प्रधानमंत्री आवास योजना में छूटे भाई-बहनों के लिए मुख्यमंत्री लाड़ली बहना योजना के तहत सर्वे कर मकान बनाकर दिए जाएंगे। मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि पांचवीं और आठवीं पास कर दूसरे गांव पढ़ने जाने वाले विद्यार्थियों को साइकिल 12वीं कक्षा में 75 प्रतिशत अंक लाने वाले छात्र-छात्राओं को लैपटॉप और अपनी शाला में टॉप करने वाले 3-3 छात्र-छात्राओं को स्कूटी दी जाएगी।
मुख्यमंत्री चरण पादुका योजना में हितलाभ वितरण
इस वर्ष मुख्यमंत्री चरण पादुका योजना में सीहोर जिले के 20,956 संग्राहक परिवारों में प्रत्येक परिवार के मुखिया सदस्य को 19,602 जूते, 17,856 महिलाओं को चप्प्ल 20,956 परिवारों को पानी की बोतल तथा परिवार की प्रत्येक महिला सदस्या को 38,016 साड़ियों का वितरण किया जा रहा है।
इस योजना में लगभग 2 करोड़ 98 लाख रूपये खर्च किये गये हैं। वर्ष 2023 में तेन्दूपत्ता संग्रहण सीजन में 19055.035 मानक बोरा तेंदूपत्ता संग्रहण कराया गया, जिसमें कार्डधारी 17, 399 संग्राहक परिवारों को 61, 784 तेन्दूपत्ता संग्राहकों को तेंदूपत्ता संग्रहण पारिश्रमिक की राशि लगभग 5 करोड़ 71 लाख का भुगतान किया गया है। वर्ष 2023 में संग्रहण वर्ष 2021 तेंदूपत्ता संग्रहण प्रोत्साहन पारिश्रमिक (बोनस) राशि लगभग 3 करोड़ 07 लाख का भुगतान किया गया है और संग्रहण वर्ष 2022 तेन्दूपत्ता संग्रहण प्रोत्साहन पारिश्रमिक (बोनस) राशि लगभग 5 करोड़ 58 लाख का भुगतान किया जा रहा है।
मुख्यमंत्री चौहान ने आजीविका मार्ट और सरस मेले का किया शुभारंभ
1 Oct, 2023 10:00 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
भोपाल : मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने भोपाल हाट में राज्य स्तरीय आजीविका मार्ट और सरस मेला-2023 का फीता काटकर शुभारंभ किया। मुख्यमंत्री चौहान ने अवलोकन कर उत्पादों की जानकारी और स्व-सहायता समूह की महिलाओं का उत्साहवर्धन भी किया। इस अवसर पर पंचायत एवं ग्रामीण विकास मंत्री महेंद्र सिंह सिसोदिया और महापौर मालती राय, अपर मुख्य सचिव मलय श्रीवास्तव और मुख्य कार्यपालन अधिकारी, ग्रामीण आजीविका मिशन एम.एल. बेलवाल सहित विभागीय अधिकारी, स्व-सहायता समूह के सदस्य और आमजन उपस्थित रहे।
आजीविका मार्ट से स्व-सहायता समूह की सीधे शहरी उपभोक्ताओं तक होगी पहुँच
आजीविका मार्ट भोपाल हाट परिसर मे 49 लाख 34 हजार रुपए की लागत से निर्मित किया गया है। सभी 53 जिलों के स्व-सहायता समूह द्वारा निर्मित उत्पादों का विक्रय किया जायेगा। बिचौलियों के बिना स्व-सहायता समूह की सीधे शहरी उपभोक्ताओं तक पहुँच बनेगी। विभिन्न जिलों के उत्पादों के वितरण के लिए प्रदेश में 43 रूरल मार्ट संचालित हैं। आजीविका मार्ट इन सभी रूरल मार्ट का समन्वयन केंद्र बन कर उभरेगा। पतंजली आयुर्वेद तकनीकी सहायता प्रदान करेगा। इससे आजीविका ब्रांड के उत्पादों के मानकीकरण और मार्केटिंग में सहायता मिलेगी।