मध्य प्रदेश (ऑर्काइव)
भगोरिया को राजकीय पर्व एवं सांस्कृतिक धरोहर के रूप में स्थापित किया जाएगा : मुख्यमंत्री चौहान
6 Mar, 2023 10:00 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
भोपाल : मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान आज अलीराजपुर में जनजातीय वर्ग के भगोरिया उत्सव में शामिल हुए। मुख्यमंत्री ने पारंपरिक जनजातीय वेशभूषा के साथ भगोरिया नृत्य भी किया। मुख्यमंत्री की धर्म पत्नी साधना सिंह भी मौजूद थी। मुख्यमंत्री चौहान ने एक खुली जीप में नगर भ्रमण कर नागरिकों का अभिवादन स्वीकार किया। इस दौरान बड़ी संख्या में ग्रामीणजन ढोल-मांदल की थाप पर पारंपरिक वेषभूषा पहन कर भगोरिया नृत्य करते हुए वाहन के आगे-आगे चल रहे थे।
मुख्यमंत्री चौहान ने भगोरिया उत्सव के दौरान स्थानीय बस स्टेंड पर सभा को संबोधित भी किया। मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि हमारे त्यौहार, जीवन-मूल्य एवं उत्सव के पल आनंदित करते हैं। आज भगोरिया उत्सव है, मैं सभी भाई-बहनों को भगोरिया की बधाई और शुभकामनाएँ देता हूँ। मुख्यमंत्री ने कहा कि भगोरिया उत्सव जनजातीय परंपरा का अभिन्न अंग और लोक उत्सव है। मुख्यमंत्री चौहान ने घोषणा की कि भगोरिया को राजकीय पर्व के रूप में मनाया जाएगा और इसे सांस्कृतिक धरोहर के रूप में स्थान दिया जाएगा।
मुख्यमंत्री चौहान ने ग्राम सोरवा में बाबा छीतू किराड़ के किले का जीर्णोद्धार, उनका भव्य स्मारक बनाने और अलीराजपुर में अमर शहीद चंद्रशेखर आजाद की प्रतिमा स्थापित करने की घोषणा भी की। मुख्यमंत्री ने कहा कि सोंडवा स्थित रानी काजल माता मंदिर से धनबायडी तक 3 किलोमीटर लम्बाई की सड़क का निर्माण भी किया जाएगा।
मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि नर्मदा उद्वहन सिंचाई योजना से अलीराजपुर जिले के बड़े क्षेत्र में नर्मदा जल पहुँचाने का कार्य किया जा रहा है। सिंचाई योजना से जिले के खेत लहलहा उठेंगे, जिससे क्षेत्र का विकास होगा। उन्होंने कहा कि सोंडवा विकासखंड के 106 ग्रामों में नर्मदा जल पहुँचाने के लिए शीघ्र सर्वे कराया जाएगा। हमारे जनजातीय भाई-बहनों के खेतों में, जहाँ नहरों से पानी नहीं आ पा रहा है, वहाँ पाइप लाइन डाल कर खेतों तक पानी पहुँचाया जायेगा।
प्रारंभ में मुख्यमंत्री चौहान और साधना सिंह ने कन्या-पूजन किया। मुख्यमंत्री चौहान का जनजातीय समाज ने स्वागत कर प्रतीक-चिन्ह भेंट किया। जिले के प्रभारी और औद्योगिक नीति एवं निवेश प्रोत्साहन मंत्री राजवर्धन सिंह दत्तीगांव, म.प्र. वन विकास निगम के अध्यक्ष माधोसिंह डावर, सांसद गुमान सिंह डामोर सहित जन-प्रतिनिधि, अधिकारी एवं बड़ी संख्या में ग्रामीणजन उपस्थित थे।
समूह उत्पादों की प्रदर्शनी का अवलोकन
मुख्यमंत्री चौहान ने भगोरिया उत्सव में म.प्र. ग्रामीण आजीविका मिशन के समूह सदस्यों के विभिन्न उत्पादों एवं जिले के युवा ग्रामीण हस्तशिल्प कलाकारों के स्थानीय उत्पादों की प्रदर्शनी का अवलोकन किया। मुख्यमंत्री ने समूह की महिलाओं एवं कलाकारों के उत्पादों को देखा और उनकी सराहना कर प्रोत्साहित किया।
पोर्टल में डाटा संग्रहण से विश्वविद्यालयों को होगी आसानी - उच्च शिक्षा मंत्री डॉ. यादव
6 Mar, 2023 09:30 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
भोपाल : उच्च शिक्षा मंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा है कि विश्वविद्यालय उच्च स्तरीय शिक्षा की ताकत है, इसमें निजी और शासकीय कुछ नहीं होता। सभी में उच्च कोटि स्तर की शिक्षा प्रदान की जाती है। डॉ. यादव सोमवार को म.प्र. निजी विश्वविद्यालय विनियामक आयोग में निजी विश्वविद्यालयों के डाटा संग्रहण के लिए निर्मित पोर्टल का लोकार्पण कर रहे थे।
मंत्री डॉ. यादव ने कहा कि नवीन शिक्षा नीति से अब शिक्षा कर्मकांड नहीं बल्कि सच्चे अर्थों में युवाओं के जीवन को सार्थक बनाने में सहायक होगी। उन्होंने कहा कि आज भारत डिजिटल इंडिया की ओर अग्रसर है। निजी विश्वविद्यालयों के डाटा संग्रहण के लिए निर्मित पोर्टल से विश्वविद्यालयों की परेशानियों का निराकरण आसानी से किया जा सकेगा। मंत्री डॉ. यादव ने कहा कि विश्वविद्यालय शिक्षा के यश, सम्मान और विश्वसनीयता को बनाए रखने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते है। वर्तमान में विश्वविद्यालयों में ऐसे कोर्स डिजाइन करने की आवश्यकता है जहाँ उद्योगों के साथ मिल कर विद्यार्थियों को नई दिशा दे सकें। प्रदेश की साख बढ़ाने में निजी विश्वविद्यालय महत्वपूर्ण सहयोग कर सकते हैं।
अध्यक्ष म.प्र. निजी विश्वविद्यालय विनियामक आयोग प्रो. भरत श्रण सिंह ने कहा कि यह हमारे लिए खुशी की बात है कि मध्यप्रदेश की जीईआर जहाँ 24 प्रतिशत थी, अब यह राष्ट्रीय पेरामीटर के बराबर 27.12 प्रतिशत हो गयी है। उन्होंने कहा कि पोर्टल की शुरूआत न सिर्फ विश्वविद्यालय बल्कि आयोग के लिए भी सहायक सिद्ध होगी। एम.पी. ऑनलाइन बिजनेस हेड अभय कुमार करन, विभिन्न निजी विश्वविद्यालयों के कुलपति और सचिव मौजूद रहे।
मुख्यमंत्री चौहान ने नीम, सप्तपर्णी और पीपल के पौधे रोपे
6 Mar, 2023 09:15 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
भोपाल : मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने आज श्यामला हिल्स स्थित उद्यान में नीम, सप्तपर्णी और पीपल के पौधे लगाए। मुख्यमंत्री चौहान के साथ सामाजिक कार्यकर्ता प्रीतम लोधी, भोपाल के गोविन्दपुरा इंडस्ट्रियल एसोसिएशन के प्रतिनिधियों तथा खेलो इंडिया के आयोजन का शुभंकर मोगली बने 9 वर्षीय बाल कलाकार प्रांजल शर्मा ने पौध-रोपण किया। एसोसिएशन के अमरजीत सिंह, मदनलाल गुर्जर, विजय गौर, नीरज शर्मा, अशोक पटेल और नंदलाल गुप्ता ने पौधे लगाए। बाल कलाकार प्रांजल शर्मा के माता-पिता देवेन्द्र शर्मा तथा जयंती शर्मा ने भी पौध-रोपण किया। कमलेश राजपाल भी पौध-रोपण में शामिल हुए।
पुलिस सेवा आम नागरिकों के विश्वास की कसौटी : राज्यपाल पटेल
6 Mar, 2023 09:00 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
भोपाल : राज्यपाल मंगुभाई पटेल ने प्रशिक्षु आई.पी.एस. अधिकारियों से कहा है कि अपनी मेधा और ज्ञान के द्वारा ऐसे माहौल का निर्माण करें जिसमें नागरिक कानून लागू करने वालों से डरने के बजाय कानून से डरें और इसका सम्मान करें। किसी भी बेगुनाह को सजा नहीं मिले। उन्होंने कहा कि पुलिस बल की संवेदनशील एवं व्यावसायिक पहचान बनाने में आई.पी.एस. अधिकारियों की भूमिका महत्वपूर्ण है।
राज्यपाल मंगुभाई पटेल आज भारतीय पुलिस सेवा के 74वें बैच के मध्यप्रदेश कैडर के प्रशिक्षु अधिकारियों को राजभवन में संबोधित कर रहे थे। राज्यपाल पटेल ने कहा कि आई.पी.एस. अधिकारियों की ज़िम्मेदारी केवल कानून के शासन और हमारी लोकतांत्रिक राज-व्यवस्था की सामान्य अवधारणा को बनाए रखने के लिए कानून-व्यवस्था और ईमानदार आचरण तक सीमित नहीं है, बल्कि आम नागरिकों के विश्वास की कसौटी भी है। आमजन, आई.पी.एस. अधिकारियों को कानून-व्यवस्था के रखवाले और न्याय दिलाने में मदद करने वाले अधिकारी के रूप में देखते हैं।
राज्यपाल पटेल ने कहा कि आई.पी.एस. अधिकारी होने के नाते, आपके कंधों पर भारी जिम्मेदारी रहेगी। यह ऐसी सेवा है जो हमारी राष्ट्रीय प्रशासनिक प्रणाली के स्तंभों में से एक है। उन्होंने कहा कि आई.पी.एस. अधिकारी को विशेष अधिकार और शक्तियाँ प्राप्त होती हैं, जो वास्तव में लोगों की सेवा का साधन बनती हैं। आई.पी.एस. अधिकारी का प्राथमिक कर्त्तव्य आम नागरिकों की सेवा करना और यह सुनिश्चित करना है कि गरीब से गरीब, वंचित और अंतिम कड़ी के व्यक्ति को भी न्याय मिले। पटेल ने कहा कि सरकारें आती-जाती रहती हैं, अधिकारी व्यवस्था में निरंतरता और संविधान के प्रतिनिधि हैं। सभी से कानून की गरिमा की रक्षा की अपेक्षा भी है। उन्होंने कहा कि आई.पी.एस. वह दुर्लभ नौकरी है, जिसमें केवल कुछ व्यक्तियों के लिए नहीं बल्कि हजारों लोगों के जीवन में अंतर लाने का अवसर मिलता है। इसका सदुपयोग राष्ट्र और समाज निर्माण के रूप में करना चाहिए। पुलिस बलों के अधिकारी के रूप में, बिना किसी भय, पक्षपात और विलंब के कर्त्तव्य-पालन का स्वयं का उदाहरण प्रस्तुत कर, राष्ट्र-समाज के निर्माण में प्रभावी योगदान दे सकते हैं।
राज्यपाल ने प्रशिक्षु आई.पी.एस. अधिकारियों से परिचय प्राप्त किया। बताया गया कि 74वें बैच के मध्यप्रदेश कैडर के भारतीय पुलिस सेवा के 09 अधिकारियों में से 4 मध्यप्रदेश, 2 उत्तर प्रदेश और ।-। अधिकारी कर्नाटक, राजस्थान तथा दिल्ली के निवासी है। सभी अधिकारी राष्ट्रीय पुलिस अकादमी, हैदराबाद में आधारभूत प्रशिक्षण प्राप्त है। वर्तमान में ये 29 सप्ताह के लिए अपने कैडर राज्य मध्यप्रदेश में विभिन्न स्थानों और संस्थानों में व्यवहारिक प्रशिक्षण प्राप्त करेंगे। इन्हें 04 सप्ताह का प्रशिक्षण मध्यप्रदेश पुलिस अकादमी, भोपाल में दिया जायेगा। शेष प्रशिक्षण पदस्थापना जिलों में प्रदान किया जायेगा। प्रशिक्षण में से अधिकारी मध्यप्रदेश की प्रशासनिक प्रक्रियाओं, स्थानीय विधान, भौगोलिक परिदृश्य तथा संस्कृति से परिचित होंगे।
अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक प्रशिक्षण अनुराधा शंकर और राज्यपाल के उप सचिव स्वरोचिष सोमवंशी मौजूद थे। संचालन पुलिस अकादमी के उप निदेशक प्रशिक्षण मलय जैन ने किया।
पेड़ों को कटने से बचाने के लिए निर्णय, मंत्रालय के समीप फिलहाल नहीं बनेगा मुख्यमंत्री के लिए हेलीपैड
6 Mar, 2023 08:00 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
भोपाल । मध्य प्रदेश में मंत्रालय के समीप समीप मुख्यमंत्री के लिए हेलीपैड नहीं बनाया जाएगा। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने इसका प्रस्ताव लौटा दिया है। दरअसल, जेल मुख्यालय की भूमि पर मंत्रालय के समीप हेलीपैड बनना प्रस्तावित था। नगर निगम भोपाल ने इसके लिए एक हजार से अधिक पेड़ काटने शुरू कर दिए थे। इसमें डेढ़ सौ वर्ष पुराना बरगद का पेड़ भी शामिल था। इसकी सूचना मुख्यमंत्री को हुई तो उन्होंने इस प्रस्ताव पर फिलहाल रोक लगा दी है। जेल मुख्यालय की भूमि पर वर्षों पुराने पत्थर की दीवारों से बने 12 क्वार्टर हैं। हेलीपैड के लिए इन क्वार्टरों को भी तोड़ा जाना था। 12 क्वार्टर के नाम से पहचाने जाने वाले ये मकान टूटने से जेल प्रहरियों के बच्चे खासे नाराज थे। अधिकांश जेल प्रहरियों के बच्चे इन मकानों में जन्में और बड़े हुए। ऐसे में क्वार्टर और आसपास के पेड़ खासकर बरगद से इनका विशेष लगाव है। कुल 24.455 हेक्टेयर में से 3.649 हेक्टेयर में लोक निर्माण विभाग द्वारा हेलीपैड बनाया जाना था। बता दें कि एनेक्सी भवन निर्माण के दौरान हेलीपैड बनाने की बात उठी थी। 2010 में भी इसकी मांग उठी, लेकिन इस पर अमल नहीं हो पाया। पूर्व में विधानसभा और राज्य मंत्रालय भवन के बीच खाली पड़ी जमीन पर हेलीपैड प्रस्तावित किया गया था। यहां अधिक संख्या में हरे-भरे हजारों पेड़ काटने पड़ते, जिसके बाद जेल मुख्यालय की जमीन पर हेलीपैड बनाना प्रस्तावित किया गया था।
पहले मंत्रालय के रूफटाप पर बनना था हेलीपैड
वर्ष 2021 में राज्य मंत्रालय वल्लभ भवन के रूफटाप पर मुख्यमंत्री के लिए हेलीपैड बनाया जाना था। इसको लेकर विमानन और लोक निर्माण विभाग के अधिकारियों ने मंत्रालय भवन का मौका मुआयना कर तैयारी शुरु कर दी थी। मंत्रालय की छत का निरीक्षण कर, छत का आकार व बिल्डिंग की क्षमता का आकलन किया गया था। एयरपोर्ट स्थित स्टेट हैंगर से मंत्रालय की 15 किमी दूरी के बीच हैवी ट्रैफिक के चलते यह निर्णय लिया गया था। लेकिन बात नहीं बनी और हेलीपैड के लिए स्थान परिवर्तन किया गया।
एशिया का पहला हेलीकॉप्टर ट्रेनिंग सेंटर खजुराहो में
6 Mar, 2023 03:30 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
छतरपुर । मध्य प्रदेश के छतरपुर जिले के खजुराहो पर्यटन स्थल में एशिया का सबसे पहला हेलीकॉप्टर ट्रेनिंग सेंटर का जल्द शुभारंभ होगा। यहां पर हेलीकॉप्टर उड़ाने की प्रशिक्षण दिया जाएगा।
जेट सर्व फ्लाई ओला के सीएमडी एस रामओला के अनुसार यह ट्रेनिंग सेंटर एशिया का पहला ट्रेनिंग सेंटर है। जहां से मेडीकल एंबुलेंस की सेवाएं भी उपलब्ध होगी। उन्होंने कहा कि पायलट ट्रेनिंग शुरू हो चुकी है। यहां पर 10 एयरक्राफ्ट आ चुके हैं। कुछ दिन बाद 10 एयरक्राफ्ट और आ रहे हैं। उन्होंने बताया कि यहां पर 200 से 300 पायलट को प्रशिक्षण दिया जा सकेगा। इसमें स्थानीय लोगों को प्राथमिकता होगी। ट्रेनिंग की फीस 42 लाख रुपए निर्धारित की गई है। लड़कियों और महिलाओं के लिए इसमें 50 फ़ीसदी की छूट रहेगी। हर साल 100 पायलट यहां से प्रशिक्षण प्राप्त करके निकलेंगे।
ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कहा, कैलाश पर्वत हिंदू और बौद्ध दोनों धर्मों की आस्था का केंद्र
6 Mar, 2023 02:30 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
भोपाल । केंद्रीय उड्डयन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कहा है कि सनातन और बौद्ध धर्म में कई समानताएं हैं। तिब्बती बौद्ध धर्म में मंडला एवं अन्य पद्धतियां नालंदा विश्वविद्यालय में तैयार की गईं। कैलाश पर्वत हिंदू और बौद्ध दोनों धर्मों की आस्था का केंद्र है। सिंधिया भोपाल में चल रहे तीन दिवसीय अंतरराष्ट्रीय धर्म धम्म सम्मेलन के समापन सत्र में रविवार को वीडियो संदेश के माध्यम से संबोधित कर रहे थे। उन्होंने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा सांस्कृतिक चेतना की नई लहर शुरू करने का जिक्र करते हुए कहा कि उन्होंने बौद्ध पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए बौद्ध सर्किट को केंद्र में रखकर हवाई मार्ग तैयार किए हैं। शुक्रवार से शुरू हुए इस आयोजन का शुभारंभ राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु ने किया था। इसकी थीम ‘नए युग में मानववाद का सिद्धांत' थी। अंतिम दिन जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय दिल्ली के प्रोफेसर रामनाथ झा ने कहा कि प्रकृति का मूल एक है जो पुरुष और स्त्री के रूप में उद्धाटित होता है। महर्षि वेदव्यास, वाल्मीकि, जाबाली और ऐतरेय ब्राह्मण लिखने वाले महिदर ऋषि ब्राह्मण नहीं थे और वेदों में 27 ऋषिकाओं का जिक्र आता है। ऐसे में सनातन धर्म का ब्राह्मण आधारित वर्ण व्यवस्था से जोड़ना कल्पना है। कोलकाता विश्वविद्यालय के पाली के प्रोफेसर शाश्वती ने कहा कि रवींद्रनाथ टैगोर पर बौद्ध धर्म का बड़ा प्रभाव था। यहीं के दिलीप मोहंता ने कहा कि पूरा विश्व एक घोंसला है। शांति एवं संपन्नता एक-दूसरे से जुड़े हैं। हिंसा किसी भी समस्या का समाधान नहीं है।
थाईलैंड में भी सांची के समान स्तूप
समापन सत्र में थाईलैंड के सिल्पाकोरोना विश्वविद्यालय के प्रो. चिरापत प्रपद्यविद्या ने कहा कि बौद्ध एकात्म का सिद्धांत है। विद्या रूपी अनंत सत्य को जानने का सिद्धांत बुद्ध ने बताया। उन्होंने कहा कि थाईलैंड में भी सांची के समान स्तूप है, जिसका पुनुरुद्धार किया जा रहा है। नालंदा केंद्रीय विश्वविद्यालय के प्रो. गोदावरीश मिश्र ने कहा कि अंग्रेजों ने मनुस्मृति का अपनी सुविधा के अनुसार अनुवाद किया। इसका उपयोग हिंदुओं को बांटने में किया गया। उदाहरण के तौर पर आर्य और द्रविड़ का भेद नहीं है, बल्कि गौड़ा और द्रविड़ का भेद है, जो खान-पान में अंतर पर आधारित है। सांची बौद्ध भारतीय ज्ञान अध्ययन विश्वविद्यालय के कुलसचिव प्रो. अलकेश चतुर्वेदी ने बताया कि 150 शोध पत्र पढ़े गए। सभी प्रतिभागियों ने शनिवार दोपहर बाद सांची स्तूप का भ्रमण किया। सम्मेलन में 16 देशों के प्रतिभागियों ने भाग लिया। इंडोनेशिया, भूटान और श्रीलंका के मंत्री और म्यामांर और मंगोलिया के राजदूत भी शामिल हुए।
गरज के साथ बिजली गिरने की संभावना, न्यूनतम तापमान में कमी आई
6 Mar, 2023 01:41 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
भोपाल । साेमवार को भोपाल, ग्वालियर, जबलपुर सहित मध्यप्रदेश के 20 जिलों में आज भी बारिश होने की मौसम विभाग ने संभावनाएं व्यक्त की है। वहीं, गरज के साथ बिजली गिरने की संभावना भी है। मौसम वैज्ञानिकों की माने तो 9 मार्च तक मौसम ऐसा ही रहेगा। होली पर बारिश होने की संभावनाएं है। इसके बाद मौसम में बदलाव होने के आसार हैं। वहीं प्रदेश अधिकतम जिलों में न्यूनतम तापमान में कमी आई है। भोपाल में न्यूनतम तापमान 17 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया है। पिछले 24 घंटों में 3.3 डिग्री सेल्सियस की कमी आई है। इसी तरह ग्वालियर में 15.2 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया है, यहां 1 डिग्री सेल्सियस, जबलपुर में 15.5 डिग्री सेल्सियस यहां 2.2 और इंदौर में 19 डिग्री सेल्सियस रहा, यहां पर 0.5 डिग्री सेल्सियस में कमी आई है।
इधर बारिश के आसार
मौसम विभाग के अनुसार, प्रदेश के 20 जिलों में बारिश होने की संभावना है। इनमें भोपाल, रायसेन, खंडवा, खरगोन, बड़वानी, बुरहानपुर, जबलपुर, नरसिंहपुर, कटनी, नर्मदापुरम, बैतूल, हरदा, ग्वालियर, शिवपुरी, गुना, अशोकनगर दतिया, श्योपुर, मुरैना और भिंड जिले शामिल हैं। उत्तर भारत में वेस्टर्न डिस्टरबेंस सक्रिय है। साथ में दक्षिण-पश्चिम हवाएं मध्यप्रदेश में पहुंच रही हैं। इससे अरब सागर से गर्म और नम हवाएं आ रही हैं। मौसम बदलने से महाराष्ट्र थोड़ा गर्म है। वहां से गर्म और उत्तर से ठंडी हवाएं आ रही हैं। दोनों के मिलने से मध्य भारत में बादल में बन रहे हैं।
आगे भी ऐसा ही रहेगा मौसम
प्रदेश के दक्षिणी हिस्से में बारिश का दौर शुरू होगा। भोपाल, इंदौर, उज्जैन, नर्मदापुरम, सागर, रीवा, शहडोल और जबलपुर में हल्की बारिश होगी। हमारे यहां अरब सागर से होती हुई आ रही हवा नमी ला रही है। इस वजह से गरज चमक वाले बादल बने और बारिश हुई। भोपाल में 6, 7, 8 और 9 मार्च को बारिश के आसार हैं। 7 मार्च को तेज बारिश के आसार जताए हैं।
टैक्स वसूली के लिये एक्शन मोड मे आया निगम प्रशासन
6 Mar, 2023 11:25 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
भोपाल। टैक्स वसूली के लिये एक्शन मोड मे आया निगम प्रशासन अब सख्त कदम उठाने के मूड मे है। नगर निगम आयुक्त केवीएस चौधरी ने द्वारा जहॉ एक और करदाताओं को टैक्स जमा करने की समझाइश दी जा रही है। वहीं दूसरी और उन्होंने यह भी साफ कर दिया है, कि कर वसूली के लिए बकायादारों की संपत्तियां कुर्क करने व नल कनेक्शन काटने की कार्रवाई की जायेगी, इसके लिये उन्होने कर्मचारियो को निर्देश भी दे दिए हैं। इसके साथ ही निगमायुक्त ने नए कबाड़खाने की दुकानों में ताला लगाने और नवबहार सब्जी मंडी के किराया जमा न करने वाले कारोबारियों के आवंटन निरस्त करने के निर्देश भी दिए हैं। निगम आयुक्त ने करदाताओं को यह भी बताया कि अभी लगाये जा रहे शिविरो मे उन्हे स्वयं के उपयोग की संपत्तियों पर 50 प्रतिशत की छूट दी जा रही है, लेकिन 31 मार्च 2023 के बाद कर जमा करने पर यह सूविधा नहीं मिलेगी।
कांग्रेस फिर किसानों पर लगाएगी दांव उपज का मूल्य दिलाने का देगी वचन
6 Mar, 2023 10:58 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
भोपाल । मध्य प्रदेश कांग्रेस नवंबर में प्रस्तावित विधानसभा चुनाव में एक बार फिर किसानों पर दांव लगाएगी। उपज का उचित मूल्य दिलाने के उपायों को वचन पत्र में शामिल किया जाएगा। इसमें गेहूं, धान सहित अन्य उपज शामिल होंगे। पिछले चुनाव में कांग्रेस ने किसान ऋण माफी योजना का वचन दिया था। इसे समर्थन भी मिला और वर्ष 2018 में 15 साल बाद प्रदेश की सत्ता में कांग्रेस की वापसी हुई थी। किसानों को तीन हजार रुपये गेहूं का मूल्य दिलाने के लिए विधानसभा के बजट सत्र के बाद जिलों में आंदोलन की तैयारी की भी जा रही है। नवंबर में प्रस्तावित विधानसभा चुनाव में जीत सुनिश्चित करने के लिए पार्टी सभी वर्गों को साधने पर काम कर रही है। पार्टी का जो वचन पत्र तैयार हो रहा है, उसमें सभी वर्गों से जुड़ी घोषणाएं होंगी।
किसानों से जुड़ी समस्याओं की जानकारी ली
अभी तक ऋण माफी योजना का लाभ पाने से वंचित किसानों के लिए योजना को लागू करने, कर्मचारियों की पुरानी पेंशन योजना बहाल करने, महिलाओं को डेढ़ हजार रुपये प्रति माह आर्थिक सहायता देने की घोषणा की जा चुकी है। वचन पत्र में किसानों को उपज का उचित मूल्य दिलाने का भी प्रविधान रखा जाएगा। इसके लिए ऐसी योजना लागू की जाएगी, जिसमें केंद्र सरकार द्वारा प्रतिवर्ष घोषित होने वाले न्यूनतम समर्थन मूल्य से अधिक राशि प्राप्त हो। पार्टी ने हाल ही में विधानसभा में तीन हजार रुपये प्रति क्विंटल की दर से गेहूं खरीदने की मांग की। इस दौरान विभिन्न किसान संगठनों से भी किसानों से जुड़ी समस्याओं की जानकारी ली गई है ताकि उसके समाधान की कार्ययोजना वचन पत्र में प्रस्तुत की जा सके।
किसान हितैषी थे तो किसानों की ऋण माफी क्यों नहीं की
उधर, कृषि मंत्री कमल पटेल ने कांग्रेस के वचन पत्र में किसानों के लिए प्रस्तावित किए जा रहे प्रविधानों पर कहा कि प्रदेश की जनता अब गुमराह होने वाली नहीं है। कांग्रेस यदि किसानों की इतनी ही हितैषी थी तो सभी किसानों की ऋण माफी क्यों नहीं की। सिंचित क्षेत्र क्यों नहीं बढ़ाया और खाद-बीज की आपूर्ति की पुख्ता व्यवस्था क्यों नहीं बनाई। समर्थन मूल्य पर खरीदी आधी क्यों कर दी और फसल बीमा का प्रीमियम जमा क्यों नहीं किया था। कांग्रेस सरकार के धोखे के कारण जो सहकारी समितियों से सुविधाएं प्राप्त करने के लिए अपात्र हो गए थे, उनका ब्याज माफ करके उन्हें मुख्यधारा में लाया जाएगा।
कोर्ट से भागे दुष्कर्म के आरोपितों के मकान पर चला बुलडोजर
6 Mar, 2023 10:45 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
ग्वालियर । घर में चोरी के इरादे से घुसकर मकान मालिक की बेटी के साथ सामूहिक दुष्कर्म करने वाले दो आरोपितों के महलगांव स्थित मकान जिला प्रशासन ने जमींदोज कर दिए। आरोपित कुछ दिन पहले ही कोर्ट में 25-25 साल की सजा सुनाई जाने के बाद भाग गए थे और बाद में दवाब बढ़ा तो सरेंडर कर दिया। इसके अलावा जिला प्रशासन ने पुलिस व निगम अमले के साथ 24 हजार वर्गफीट सरकारी जमीन को भी मुक्त कराया और पूरी बाउंड्रीवाल को तोड़ दिया। यह पूरा कब्जा किसका था यह प्रशासन को पता नहीं चल सका। अनुविभागीय अधिकारी राजस्व सीबी प्रसाद ने बताया कि एंटी माफिया अभियान के तहत जिला प्रशासन द्वारा ग्राम महलगांव के सर्वे क्रमांक 971 की शासकीय भूमि में निर्मित दो मकानों को तोड़ा गया। इसके अतिरिक्त महलगांव के सर्वे क्रमांक 971 की 400 वर्गफुट व सर्वे क्रमांक 970 की 20 हजार वर्गफुट भूमि कुल 24 हजार वर्गफुट भूमि को भी मुक्त कराया गया। पूरी जमीन पर बाउंड्रीवाल बनाकर गेट लगा लिया गया था और प्लाट काटने की तैयारी चल रही थी। अपर सत्र न्यायालय में गुरुवार को लूट-डकैती व सामूहिक दुष्कर्म के दोषी मुकेश उर्फ मुक्की, गोलू उर्फ भगवान परिहार ने सरेंडर कर दिया था। न्यायालय ने दोनों दोषियों को 28 फरवरी को 25-25 साल की सजा सुनाई थी। सजा सुनते ही दोनों कटघरे से भाग गए थे। आरोपितों ने 20 अगस्त 2017 को सिंधिया नगर के पास वाली पहाड़ी पर सामूहिक दुष्कर्म व लूट व डकैती की घटना को अंजाम दिया था।
- 2017 में जिस घर में चोरी करने गए वहीं किया था दुष्कर्म
- कुछ दिन पहले सजा सुनते ही कोर्ट से भाग गए थे, जो बाद में हाजिर हुए
सामूहिक दुष्कर्म के दो आरोपितों के मकान रविवार को तोड़ दिए गए, यह सरकारी जमीन पर बने थे। इसके अलावा सात करोड़ मूल्य की बेशकीमती सरकारी जमीन को मुक्त कराया गया है। कब्जेधारक का पता किया जा रहा है।
सीबी प्रसाद, एसडीएम झांसी रोड सब डिवीजन
बहनों का सम्मान बढ़ाने का महायज्ञ है, लाड़ली बहना योजना : मुख्यमंत्री चौहान
5 Mar, 2023 10:01 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
भोपाल : मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि लाड़ली बहना योजना मेरे दिल से निकली योजना है। बहने सशक्त होंगी तो परिवार, समाज, प्रदेश और देश सशक्त होगा। बहनों के जीवन को सरल, सुखद बनाना ही मेरे जीवन का ध्येय है। बहने अपनी छोटी-मोटी जरूरतों और पैसों की आवश्यकता के लिए परेशान न हो, इसलिए हर महीने बहनों को एक-एक हजार रूपए उपलब्ध कराने की व्यवस्था योजना में की गई है। जिन परिवारों की वार्षिक आय ढाई लाख रूपए से कम है, जिनके पास 5 एकड़ से कम भूमि है और जिन परिवारों में कोई आयकर दाता नहीं हो, ऐसे परिवारों की 23 से 60 आयु वर्ग की बहनें योजना के लिए पात्र हैं। योजना में परिवार का अर्थ है, पति, पत्नी और बच्चे। बहनों को यह राशि उपलब्ध कराने से बहनों के साथ पूरे परिवार का भी कल्याण होगा। योजना के लिए 25 मार्च से 30 अप्रैल तक आवेदन भरे जाएंगे। मई माह में आवेदनों की जाँच होगी और 10 जून को पहली किस्त बहनों के बैंक खातों में जमा कर दी जाएगी। जिन बहनों के बैंक खाते नहीं हैं, उनके खाते खुलवाने में भी मदद की जाएगी। मुख्यमंत्री चौहान भोपाल के जम्बूरी मैदान में विशाल सम्मेलन में योजना का शुभारंभ कर रहे थे। कार्यक्रम से प्रदेश के सभी गाँव तथा वार्ड वर्चुअली जुड़े।
हमारे देश में माँ, बहन, बेटी का हमेशा सम्मान रहा
मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि योजना के क्रियान्वयन में महिलाओं को कोई दिक्कत न आए, इसके लिए राज्य शासन द्वारा विशेष व्यवस्था की गई है। हमारे देश में माँ बहन, बेटी का हमेशा सम्मान रहा है। बेटियों और बहनों को हमारे यहाँ दुर्गा, लक्ष्मी और सरस्वती माना जाता है। देवता और भगवान के नाम लेने में भी, पहले लक्ष्मी जी और सीता जी का नाम लिया जाता है अर्थात महिला सर्वप्रथम है। कालांतर में परिस्थतियाँ बदली और महिलाएँ भेदभाव का शिकार हो गई।
बहन-बेटियों के लिए योजनाओं के सफल क्रियान्वयन से मेरा मुख्यमंत्री बनना हुआ सार्थक
मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि बहन-बेटियों के साथ भेदभाव को देखकर मुझे बचपन से ही वेदना होती थी। सार्वजनिक जीवन में सक्रियता के साथ ही मेरा यह प्रयास रहा कि बेटी को बोझ नहीं वरदान समझा जाए। परिणामस्वरूप विधायक बनते ही साथियों के सहयोग से बेटियों का विवाह कराना शुरू किया और मुख्यमंत्री बनते ही सबसे पहले कन्या विवाह योजना बना कर उसका क्रियान्वयन सुनिश्चित किया। मेरा प्रण था कि मध्यप्रदेश की धरती पर जो बेटी पैदा हो वह लखपति हो। इस प्रण से लाड़ली लक्ष्मी योजना ने मूर्त रूप लिया। इसके बाद बेटियों को पढ़ाई में मदद के लिए किताबें, यूनिफार्म, साइकिल आदि की व्यवस्था की गई। मजदूर बहन, बेटा- बेटी के जन्म के बाद आराम कर सके, इसके लिए संबल योजना में जन्म से पहले 4 हजार और जन्म के बाद 12 हजार रुपए देने की व्यवस्था की गई। बहनों के लिए गाँव की बेटी, प्रतिभा किरण और प्रसूति सहायता योजना बनाई गई। बहन-बेटियों को प्रगति के समान अवसर उपलब्ध कराना मेरा सपना था। इन योजनाओं के सफल क्रियान्वय से मेरा मुख्यमंत्री बनना सार्थक हुआ।
मुख्यमंत्री ने बहनों का सम्मान कर किया कार्यक्रम का शुभारंभ
मुख्यमंत्री चौहान ने योजना के शुभारंभ कार्यक्रम में शामिल होने आई बहनों का पुष्प-वर्षा कर स्वागत किया। मुख्यमंत्री चौहान ने कन्या-पूजन और बहनों का सम्मान करते हुए दीप जला कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया। मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि प्रदेश में सभी कार्यक्रमों का शुभारंभ कन्या-पूजन के साथ किया जाता है। मैं अपनी बहनों में देवी दुर्गा, सरस्वती और लक्ष्मी का रूप देखता हूँ। आज के कार्यक्रम का शुभारंभ बहनों के सम्मान से किया जा रहा है। मुख्यमंत्री चौहान ने शाल तथा पोषण दलिया भेंट कर महिलाओं का सम्मान किया। मुख्यमंत्री चौहान का बहनों ने तिलक, श्रीफल, शाल, आरती, मिठाई और पुष्प-गुच्छ भेंट कर अभिनंदन किया। मुख्यमंत्री के सम्मान में अभिनंदन-पत्र का वाचन भी किया गया।
मुख्यमंत्री चौहान ने भरवाया योजना का आवेदन और दी पावती
मुख्यमंत्री चौहान ने रिमोट का बटन दबा कर योजना के लोगो, थीम साँग और ब्रोशर का विमोचन किया। उन्होंने योजना की आवेदन प्रक्रिया पर निर्मित लघु फिल्म भी लाँच की। मुख्यमंत्री चौहान ने बहनों को योजना में आवेदन की प्रक्रिया की जानकारी देने के उद्देश्य से बहन कविता का आवेदन स्वयं भरवाया और उन्हें पावती भी दी। इस प्रक्रिया में मुख्यमंत्री चौहान ने बताया कि आवेदन के लिए समग्र आईडी नम्बर और आधार नम्बर आवश्यक है। मूल निवासी और आय प्रमाण-पत्र आदि की आवश्यकता नहीं है। मनीषा रैकवार ने लाड़ली बहना योजना के संबंध में अपने विचार रखे। योजना पर नृत्य नाटिका भी प्रस्तुत की गई।
आवेदन के लिए हर गाँव और वार्ड में लगेंगे शिविर
मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि लाड़ली बहना योजना, बहनों का सम्मान बढ़ाने का महायज्ञ है। बहनों को योजना में आवेदन करने के लिए कहीं जाने की जरूरत नहीं है। हर गाँव और हर वार्ड में शिविर लगाए जाएंगे और आवेदन भरने में मदद करने के लिए कर्मचारियों को जिम्मेदारी दी जाएगी। ग्रामीण और शहरी क्षेत्र के वार्डों में शिविरों की जानकारी पहले से दी जाएगी। बहनें योजना का लाभ लेने के लिए किसी भी बिचौलिए और दलाल के झाँसे में न आएँ। कोई भी कठिनाई होने पर फोन नम्बर 181 पर सूचना दी जाए।
बहनों की सुरक्षा के लिए बनाई जाएगी "लाड़ली बहना सेना"
मुख्यमत्री चौहान ने कहा कि राज्य सरकार बहन-बेटियों की सुरक्षा, मान-सम्मान और उन्हें प्रगति के सभी अवसर उपलब्ध कराने दृढ़ प्रतिज्ञ है। बहन-बेटियों को पेरशान करने वालों पर कठोर कार्यवाही की जा रही है। इसी क्रम में शराब की दुकान के पास के अहाते बंद किए गए हैं। महिला सशक्तिकरण की ओर अगला कदम बढ़ाते हुए बहन-बेटियों की सुरक्षा के लिए "लाड़ली बहना सेना" भी बनाई जाएगी। बारहवीं कक्षा में शासकीय शाला में प्रथम आने वाली बेटी को ई-स्कूटी उपलब्ध कराई जाएगी। मुख्यमंत्री चौहान ने सभी बहन-बेटियों को प्रगति और विकास की प्रक्रिया में सक्रियता से सहभागी होने का संकल्प दिलाया।
जल संसाधन मंत्री तुलसीराम सिलावट, वन मंत्री डॉ. कुंवर विजय शाह, वित्त, मंत्री जगदीश देवड़ा, खेल एवं युवा कल्याण, तकनीकी शिक्षा एवं कौशल विकास मंत्री यशोधरा राजे सिंधिया, नगरीय विकास एवं आवास मंत्री भूपेन्द्र सिंह, जनजातीय कार्य और अनुसूचित जाति कल्याण मंत्री मीना सिंह, किसान-कल्याण एवं कृषि विकास मंत्री कमल पटेल, राजस्व एवं परिवहन मंत्री गोविन्द सिंह राजपूत, चिकित्सा शिक्षा मंत्री विश्वास सारंग, लोक स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री डॉ. प्रभुराम चौधरी, पंचायत एवं ग्रामीण विकास मंत्री महेन्द्र सिंह सिसोदिया, ऊर्जा मंत्री प्रद्युम्न सिंह तोमर, सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यम मंत्री ओमप्रकाश सकलेचा, पर्यटन, संस्कृति एवं अध्यात्म मंत्री ऊषा ठाकुर, सहकारिता मंत्री डॉ. अरविंद भदौरिया और उच्च शिक्षा मंत्री डॉ. मोहन यादव, भोपाल सांसद प्रज्ञा ठाकुर, खजुराहो सांसद वी.डी. शर्मा, महापौर मालती राय, विधायकगण और जन-प्रतिनिधि सहित बड़ी संख्या में महिलाएँ उपस्थित थे।
"जीवन में आपके जितने दिन-हम रोपेंगे उतने पौधे गिन" की थीम पर रोपे 23 हजार 360 पौधे
5 Mar, 2023 09:00 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
भोपाल : मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि मेरे जन्म-दिवस पर प्रदेश के सभी 413 नगरों में 23 हजार 360 पौधे लगाने का संकल्प लेना मेरे लिए सुखद आश्चर्य है। मैंने अपने जन्म-दिवस पर प्रदेशवासियों से पौधे लगाने और जरूरतमंद लोगों की मदद करने की अपील की थी। इस अपील को पौध-रोपण के प्रदेश व्यापी अभियान का स्वरूप देना सराहनीय एवं अनुकरणीय है। मुख्यमंत्री चौहान उनके 64 वें जन्म-दिवस पर "जीवन में आपके जितने दिन- हम रोपेंगे उतने पौधे गिन" की थीम पर अयोध्या नगर स्थित शिव वाटिका में पौध-रोपण कार्यक्रम में शामिल हुए। मुख्यमंत्री ने बरगद का पौधा रोपा।
मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि अब तक के मेरे जीवन के कुल दिनों की संख्या में प्रदेश में पौधे लगाना पौध-रोपण का अद्भुत नवाचार है। मैंने 19 फरवरी 2021 से प्रतिदिन पौध-रोपण का संकल्प लेकर पौधा रोपना आरंभ किया। आज लगाए गए पौधों से, 19 फरवरी 2021 से पहले के जीवन में प्रतिदिन पौधे लगाने की कमी पूरी हो गई। पर्यावरण-संरक्षण के लिए प्रदेशवासियों की ऐसी पहल से हमें प्रदेश को हरा-भरा बनाने और आगामी पीढ़ी को विरासत के रूप में बेहतर धरती सौंपने में मदद मिलेगी।
नगरीय विकास एवं आवास मंत्री भूपेंद्र सिंह ने कहा कि मुख्यमंत्री चौहान की अपील पर हुआ पौध-रोपण, किसी जन्म-दिवस पर इतने अधिक पौधे लगाने का संभवत: एक कीर्तिमान होगा। प्रदेश के नगरीय निकायों में विकसित शिव वाटिका की देखभाल और रख-रखाव की जिम्मेदारी नगरीय निकायों को दी जाएगी। यह पहल मुख्यमंत्री चौहान के पर्यावरण-संरक्षण के संदेश को धरातल पर उतारने का सफल प्रयास सिद्ध हुई है।
कार्यक्रम का शुभारंभ स्वस्ति-वाचन के बीच कन्या-पूजन और दीप प्रज्ज्वलन के साथ हुआ। महापौर मालती राय, विधायक कृष्णा गौर तथा जन-प्रतिनिधि उपस्थित थे।
मिलावटखोरी रोकने खाद्य सुरक्षा विभाग लेगा मुखबिरों की मदद
5 Mar, 2023 08:45 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
भोपाल । त्यौहारों के मौसम में शहर में मिलावटखोरी रोकने खाद्य सुरक्षा प्रशासन मुखबिरों की मदद लेगा। विभाग इस कार्य के लिए मुखबिर तंत्र विकसित किया गया है, जो मिलावट करने वालों की सूचना देंगे। मुखबिरों से प्राप्त सूचना के आधार पर खाद्य निरीक्षक संबंधितों के खिलाफ छापामार कार्रवाई करेंगे। अधिकारियों का मानना है कि मुखबिर तंत्र की सहायता से उन मिलावटखोरों तक आसानी से पहुंच सकेंगे, जिनकी सूचना देरी से मिलने के कारण कार्रवाई नहीं हो पाती थी। खाद्य सुरक्षा अधिकारियों ने जिन लोगों को मुखबिर बनाया है, वे सभी शहर के अलग-अलग स्थानों में सामाजिक दायित्व के तहत विभाग को मदद करेंगे। अधिकारियों का मानना है कि इनके सक्रिय होने से कार्रवाई की संख्या बढ़ सकेगी। वहीं बाहर से आने वाले दूध-मावा और उनसे बनी सामग्री पर भी विशेष नजर रखी जा सकेगी। बता दें कि राजधानी में खुले और पैकेट वाले दूध की प्रतिदिन करीब 10 लाख लीटर खपत होती है। यही खपत त्योहारी सीजन में बढ़कर 11 लाख लीटर तक पहुंच जाती है। खाद्य एवं औषधि प्रशासन ने बीते 10 दिन में 62 खाद्य सामग्री के सैंपल लिए हैं। इसमें से दूध के 10 और दूध से बनी सामग्री के 14 शामिल हैं। इसके अतिरिक्त सभी सैंपल किराना व नमकीन के हैं। अभी खाद्य सुरक्षा अधिकारी सिर्फ त्योहारी सीजन में मिठाई और दूध के सैंपल लेने की कार्रवाई कर रहा है। इस बारे में जिला खाद्य निरीक्षक, भोपाल देवेंद्र दुबे का कहना है कि त्योहार को देखते हुए दूध की खपत अचानक बढ़ गई है। ऐसे में मिलावटी दूध के बाजार में बिकने की आशंका बढ़ जाती है इसलिए जांच जरूरी है। हमने मुखबिर भी तैयार किए हैं, जो नकली दूध-मावा और मिलावट करने वालों की सूचना विभाग को देंगे।
सीजीएसटी ने फर्जीवाड़े में शामिल 60 फर्मों को पकड़ा
5 Mar, 2023 08:00 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
दूसरे के आधार कार्ड और दस्तावेजों से हासिल किया रजिस्ट्रेशन
भोपाल । केंद्रीय जीएसटी (सीजीएसटी) इंदौर ने 60 फर्मों को पकड़ा है। मौके पर ये कंपनियां और फर्में हैं ही नहीं। दूसरे के आधार कार्ड और दस्तावेजों का उपयोग कर जीएसटी रजिस्ट्रेशन हासिल किया गया था। सेंट्रल जीएसटी की प्रिवेंटिव विंग ने बीते 15 दिनों में मुहिम चलाकर इन फर्मों को पकड़ा। सेंट्रल जीएसटी के अनुसार, विशेष आपरेशन चलाकर कुल 62 फर्मों की जांच व सत्यापन किया गया। इनकी जांच की गई तो 60 फर्में मौके पर नहीं मिलीं। यानी ये बोगस फर्में टैक्स घोटाले को अंजाम देने के लिए बनाई गईं थीं। इन 60 फर्मों में से 27 ने तो 59.6 करोड़ रुपये का इनपुट टैक्स क्रेडिट (आइटीसी) हासिल भी कर लिया था। साथ ही 60.2 करोड़ रुपये का आइटीसी आगे पास भी कर दिया था। जीएसटी प्रिंसिपल कमिश्नर के आदेश के बाद इन फर्मों का जीएसटी रजिस्ट्रेशन रद करने के साथ विभाग ने आइटीसी ब्लाक कर दिया है। फर्जीवाड़े में शामिल लोगों तक पहुंचने के लिए विभाग ने आगे की जांच शुरू कर दी है। इस वित्त वर्ष में इंदौर सीजीएसटी 75 ऐसे केस पकड़ चुका है। इसमें कुल 134.67 करोड़ का टैक्स घोटाला सामने आया है। इंदौर सीजीएसटी के सूत्रों के अनुसार, इसके बाद कंप्यूटर में भाई के नाम के साथ जीएसटी रजिस्ट्रेशन सर्च किए गए। 62 नए रजिस्ट्रेशनों पर शंका हुई। जांच आगे बढ़ाई और सत्यापन के आदेश हुए। फर्मों के पते पर अधिकारी पहुंचे तो वहां कुछ नहीं मिला। पता चला है कि ये फर्में अंतरराज्यीय फर्जी इनपुट टैक्स क्रेडिट हासिल कर रहीं थीं। बिना कारोबार फर्जी रसीदों से ऐसा किया जा रहा था।सीजीएसटी विभाग के सूत्रों के अनुसार, अधिकारियों को बीते कुछ महीनों में जीएसटी रजिस्ट्रेशन लेकर टैक्स क्रेडिट लेने और जारी करने वाली फर्मों के नाम पर संदेह हुआ। इन नए रजिस्ट्रेशन हासिल करने वाली फर्मों के संचालकों में नाम के साथ भाई जुड़ा था। दरअसल, गुजरात में नाम के बीच भाई जोड़ने का प्रचलन है। बीते दिनों ही गुजरात में बोगस फर्मों के जरिए 43 हजार करोड़ से ज्यादा का जीएसटी फर्जीवाड़ा पकड़ा था।