देश (ऑर्काइव)
नए रंग, रूप में पटरियों पर दौड़ेगी वंदे भारत ट्रेन, किए 10 बदलाव
9 Jul, 2023 09:00 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
नई दिल्ली । नई वंदे भारत ट्रेन नए रंग रुप तथा बदलावों के साथ अगले साल से पटरियों पर दौड़ेगी। हालांकि इसके लिए अभी ट्रायल चल रहा है, यदि रेलवे ने अनुमति दे दी तो नई वंदे भारत नारंगी व स्लेटी रंग में दिखेगी। हालांकि केंद्रीय मंत्री अश्विणी वैष्णव ने शनिवार को नई वंदे भारत की तस्वीरें शेयर कीं। इसमें वंदे भारत का रंग बदला हुआ दिख रहा है। अभी तक वंदे भारत नीले और सफेद रंग के मिश्रण के साथ आती थी लेकिन अब नई वंदे भारत को नारंगी और स्लेटी (ग्रे) रंग में बनाया जा रहा है। इस वंदे भारत का निर्माण उसकी जन्मस्थली इंटीग्रल कोच फैक्ट्री (आईसीएसफ) चेन्नई में ही हो रहा है। आईसीएसफ के वरिष्ठ पीआरओ वेंकेटेश जीवी ने इसकी पुष्टि करते हुए बताया है कि इस रंग को ट्रायल के तौर पर पेश किया गया है और एक रेल बोर्ड की अनुमति के बाद ही इसे फाइनल किया जाएगा। नई वंदे भारत अगले साल तक पटरियों पर आने की उम्मीद है। हालांकि, इसमें केवल रंग ही नहीं बदला जा रहा है। बल्कि नई वंदे भारत में कई बदलाव किये जा रहे हैं। प्राप्त जानकारी के अनुसार, नई वंदे भारत में 10 बड़े बदलाव किये जा रहे हैं। इसमें बेहतर सीट से लेकर दिव्यांगों के लिए उन्नत सुविधाएं आदि शामिल हैं।
जरुरत के हिसाब से नई वंदे भारत में सीट का डिक्लाइनिंग एंगल बढ़ा दिया गया है। यानी इसे और पीछे की ओर झुकाया जा सकेगा जिससे कि लोगों को अगर नींद आए भी तो वे चेयरकार में भी आसानी से सो सकें। सीटों को और गद्देदार बनाया गया है, ताकि लंबे सफर में ज्यादा परेशानी न हो।
मोबाइल चार्जिंग पॉइंट तक पहुंच को और आसान कर दिया गया है। एग्जीक्यूटिव चेयरकार में फुट रेस्ट एरिया को और बढ़ा दिया गया है। साफ-सफाई को ध्यान में रखते हुए वॉश बेसिन की गहराई बढ़ा दी गई है ताकि पानी के छींटे बाहर न आएं। इसके अलावा टॉयलेट्स में रोशनी बढ़ाने के लिए और बेहतर लाइट्स लगा दी गई हैं।
इन सभी बदलाव के साथ ही नई वंदे भारत में एक नई सुविधा जोड़ी गई है। दिव्यांगों की व्हीलचेयर के लिए कोच के अंदर फिक्सिंग पॉइंट्स दिए जाएंगे। वहीं रीडिंग लैंप टच को को रेजिस्टिव टच से कैपिसिटिव टच में बदल दिया गया है। ताकि इस्तेमाल करना काफी आसान होगा। खिड़कियों के पर्दों को बेहतर कर दिया गया है। एंटी क्लाइम्बिंग डिवाइस भी लगाई गई है ताकि ट्रेन को अधिक सुरक्षित बनाया जा सके। इन सारे बदलावों के साथ नई वंदे भारत ट्रेन अगले साल तक बनकर आ जाएगी।
देशभर में भारी बारिश ने मचाई उथल-पुथल, तोड़ा बीस वर्षों का रिकार्ड
9 Jul, 2023 08:00 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
नई दिल्ली। देश में इन दिनों लगातार हो रही बारिश से लोगों का जीना मुहाल हो रहा है। कईं जगह आवागमन अवरुद्ध हो गया है, तो अनेक स्थानों पर लोगों को विस्थापित कर राहत शिविरों में पहुंचाया गया है। बारिश शुरु होने से लेकर अब तक 19 लोगों की जान जा चुकी है। राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में तो बारिश ने पिछले बीस सालों का रिकार्ड तोड़ दिया है। यहां दिल्ली सहित उत्तर भारत के कई हिस्सों में भारी बारिश हुई। इसकी वजह से कई स्थानों पर सड़कों पर जल जमाव की स्थिति उत्पन्न हो गई और लोगों को ट्रैफिक जाम का सामना करना पड़ा। वहीं, दक्षिण भारत के केरल के कुछ हिस्सों में भी सुबह भारी बारिश हुई और निचले इलाकों में जल जमाव से ट्रैफिक को रेंगते हुए देखा गया। केरल में एक सप्ताह से अधिक समय से बारिश का प्रकोप है जिसके कारण 19 लोगों की जान जा चुकी है और 10,000 से अधिक लोगों को राहत शिविरों में भेजा गया है। भारत मौसम विज्ञान विभाग के अनुसार, पश्चिमी विक्षोभ और मॉनसूनी हवाओं की परस्पर संयोग से देश के उत्तर-पश्चिमी हिस्सों में बारिश हुई। दिल्ली में एक फ्लैट की छत से मलबा गिरने से 58 वर्षीय एक महिला की मौत हो गई।
इसी तरह राजस्थान में 24 घंटे के दौरान बारिश से जुड़ी घटनाओं में चार लोगों की मौत हुई है। मौसम विभाग के अनुसार बारिश ने दिल्ली में 20 वर्षों का रिकॉर्ड तोड़ दिया है। दिल्ली के प्राथमिक मौसम केंद्र सफदरजंग वेधशाला ने सुबह 8.30 बजे से शाम 5.30 बजे तक 126.1 मिलीमीटर (मिमी) बारिश दर्ज की। उन्होंने बताया कि बारिश का यह आंकड़ा 10 जुलाई 2003 के बाद सर्वाधिक है और तब 24 घंटों के दौरान 133.4 मिलीमीटर बारिश दर्ज की गई थी। सफदरजंग में दर्ज आंकड़ों को पूरे शहर के लिए मानक माना जाता है। गौरतलब है कि 21 जुलाई 1958 को शहर में 266.2 मिमी बारिश हुई थी जो अबतक 24 घंटे में रिकॉर्ड सबसे अधिक बारिश है। भारी बारिश के कारण सड़कों पर जल जमाव की स्थिति उत्पन्न हो गई और इसमें फंसे वाहनों की लंबी कतारें देखने को मिलीं।
यहां पर तेज हवाओं और बारिश के कारण कई इलाकों में बिजली और इंटरनेट संपर्क भी बाधित होने की सूचना है। पुलिस ने बताया कि करोल बाग इलाके में तिब्बिया कॉलेज सोसायटी के एक फ्लैट की छत बारिश के कारण ढह गई, जिसके मलबे में दबकर रंजीत कौर (58) की मौत हो गई। उसने बताया कि इस घटना में कौर का पति और बेटा बाल-बाल बचे। फिलहाल पश्चिमी विक्षोभ उत्तरी भारत पर हावी है, जबकि मॉनसून अपनी सामान्य स्थिति के दक्षिण की ओर बढ़ गया है, जो निचले क्षोभमंडल स्तर तक पहुंच गया है। इसके अतिरिक्त, दक्षिण पश्चिम राजस्थान पर एक चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र बना हुआ है। आईएमडी द्वारा दी गई अपडेटेड के अनुसार, पश्चिमी विक्षोभ और मॉनसूनी हवाओं के बीच यह संपर्क अगले 24-36 घंटों तक जारी रहने की उम्मीद है, जिससे उत्तर पश्चिम भारत के अधिकांश हिस्सों में मध्यम दर्जे की बारिश होगी।
पूर्वानुमान में जम्मू-कश्मीर के अलग-अलग इलाकों में सोमवार तक और पूर्वी राजस्थान, हरियाणा, चंडीगढ़, दिल्ली और पंजाब में रविवार तक भारी से बहुत भारी बारिश होने की संभावना है। मौसम कार्यालय के अनुसार, 15 मिमी से कम बारिश को हल्की, 15 मिमी और 64.5 मिमी के बीच मध्यम, 64.5 मिमी और 115.5 मिमी के बीच भारी और 115.6 मिमी और 204.4 मिमी के बीच बहुत भारी बारिश मानी जाती है। वहीं, 204.4 मिमी से अधिक बारिश को अत्यधिक भारी बारिश के रूप में श्रेणीबद्ध किया गया है। इस बीच, कश्मीर में कई स्थानों पर कुछ घंटों में ही भारी बारिश की वजह से झेलम और उसकी सहायक नदियों में जल स्तर तेजी से बढ़ गया। अधिकारियों ने नदियों के नजदीक रहने वाले लोगों को सतर्क रहने और पानी के पास जाने से बचने की सलाह दी है।
भारतीय मौसम केन्द्र ने शनिवार और रविवार के लिए हिमाचल प्रदेश के सात जिलों के लिए ‘रेड’ अलर्ट जारी किया है। पहाड़ी राज्य में भूस्खलन और बाढ़ के कारण शिमला, सिरमौर, लाहौल- स्पीति, चंबा और सोलन जिलों में कई सड़कें अवरुद्ध हो गईं। अटल सुरंग से लगभग एक किलोमीटर दूर टीलिंग नाले में बाढ़ आने के बाद मनाली-लेह राष्ट्रीय राजमार्ग अवरुद्ध हो गया। लाहौल-स्पीति जिले के उदीपुर में मदरांग नाला और काला नाला में अचानक आई बाढ़ के बाद सड़कें भी अवरुद्ध हो गईं। मौसम विभाग ने रविवार को राजसमंद, जालौर और पाली जिलों में बहुत भारी बारिश की संभावना जताई है। अजमेर, अलवर, बांसवाड़ा, भरतपुर, भीलवाड़ा, बूंदी, चित्तौड़गढ़, दौसा, धौलपुर, डूंगरपुर, जयपुर, झुंझुनू, करौली, कोटा, प्रतापगढ़, सवाई माधोपुर, सीकर, सिरोही, टोंक, उदयपुर, बाड़मेर, जोधपुर और नागौर में भी भारी बारिश का अनुमान है।
हिमाचल में बारिश से तबाही, 7 जिलों में रेड अलर्ट
9 Jul, 2023 07:00 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
शिमला । हिमाचल प्रदेश में मॉनसून बारिश ने कहर बरपाना शुरू कर दिया है। प्रदेश में मौसम विभाग के रेड अलर्ट के बाद अब तबाही की तस्वीरें भी सामने आने लगी है। 24 घंटे की बारिश में हिमाचल में 6 लोगों की मौत हुई है, जबकि 3 नेशनल हाइवे बंद हैं। साथ ही जगह-जगह लैंड स्लाइड से 250 से ज्यादा सड़कें बंद हो गई है। भारी बारिश के कारण कुल्लू-मनाली मार्ग पर कई स्थानों पर पत्थर गिरने और रामशिला के पास ब्यास नदी में जलस्तर बढ़ने से वाहनों की आवाजाही बंद हो गई है। कुल्लू और मनाली से अटल टनल और रोहतांग की ओर जा रहे वाहनों को रोक दिया गया है। हिमाचल के चम्बा जिले में भूस्खलन की चपेट में आने से एक व्यक्ति की मौत हो गई। देर रात यह हादसा हुआ है। वहीं श्रीखंड महादेव यात्रा के दौरान एक श्रद्धालु की मौत हुई है, जबकि दो अन्य लापता हैं। ये सभी ग्लेशियर से फिसल गए थे। कुल्लू के लंका बेकर में एक मकान गिरा है और महिला की मौत हो गई है।
पहाड़ों की रानी शिमला में भी बारिश का कहर देखने को मिला है। यहां पर एक घर पर लैंडस्लाइड हुआ है। कोटगढ़ में यह हादसा हुआ है। इस हादसे में 5 लोग दब गए थे, जिनमें से माता-पिता और बेटे की मौत हो गई है। हिमाचल प्रदेश में रात भर हुई भारी बारिश के कारण उफनती ब्यास नदी के किनारे बड़े पैमाने पर भूस्खलन के बाद मंडी और कुल्लू के बीच चंडीगढ़-मनाली राष्ट्रीय राजमार्ग पर यातायात अवरुद्ध हो गया है। मंडी जिले के पंडोह के पास हुए भूस्खलन से राष्ट्रीय राजमार्ग बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गया। प्रभावित क्षेत्र के दोनों ओर सैकड़ों वाहन फंसे रहे। पुलिस ने मंडी से आगे कुल्लू की ओर और कुल्लू से मंडी की ओर वाहनों की आवाजाही रोक दी है। आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि शनिवार रात को कामद के पास भारी भूस्खलन के कारण कटौला के रास्ते मंडी और कुल्लू के बीच वैकल्पिक सड़क संपर्क भी बाधित हो गया था।
सांप के डसने से युवक की मौत, परिजन झाड़ फूंक में फंसे रहे
9 Jul, 2023 06:00 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
पटना । देश में सांप के डसने की घटना होती रहती है पर आज के समय में झाडफूंक और तंत्रमंत्र के चक्कर में फंस कर मरीज की मौत का मामला कम नहीं हुआ है। ऐसा ही एक मामला हाल ही मे सामने आया हैं जहां एक व्यक्ति की सांप के डसने से मौत हो गई। इस युवक के परिजन झाड़ फूंक में फंसे रहे और तो और उन्होंने युवक के जिंदा होने की आस में उसे नदी में इस उम्मीद में प्रवाहित कर दिया कि कोई तंत्र मंत्र ज्ञाता उसे देखकर उसे फिर से जिंदा कर देगा। इसके चलते उन्होंने उसका नाम पता तक उसके शव पर लिखकर चिपका दिया। घटना पश्चिमी चंपारण के बगहा की है, जहां धनहा थाना क्षेत्र में एक युवक की मौत सांप काटने से हो गई है। उसके बाद झाड़ फूंक के टोटके कर शव को नारायणी नदी में प्रवाहित कर दिया गया। सांप के काटने के बाद उसकी झाड़-फूंक शुरू हो गई। एक दिन के बाद कुछ लोगों के राय देने पर युवक को बॉर्डर से सटे कुशीनगर के पडरौना जिला अस्पताल में दिखाया गया, जहां युवक को मृत घोषित कर दिया गया लेकिन परिजन युवक को मृत मानने के लिए तैयार नहीं थे। दिनभर युवक का झाड़ फूंक किया गया।
युवक के शरीर से जब बदबू आने लगी तो केले के धड़ पर रखकर उसे गंडक नदी में प्रवाहित कर दिया गया। परिजनों का मानना है कि इस तरह करने से नदी में शव बहते हुए जाएगा, इस दौरान कोई झाड़-फूंक करने वाला देख लेगा तो मृत युवक को जिंदा कर देगा। इतना ही नहीं जिस केले के धड़ पर युवक को रखकर पानी में बहाया गया है उस पर युवक का पता एक पेपर पर लिखकर लेमिनेशन कर लगा दिया गया है। यह इसलिए किया ताकि कोई जिंदा करें तो फिर उसे घर तक छोड़ जाए।युवक की पहचान तमकुहा गांव निवासी आयोध्या प्रजापति के पुत्र भोले प्रजापति (31) के रूप में हुई है। युवक मिट्टी के बर्तन रखने के लिए अपने ही घर में बांस का मचान बना रहा था, तभी सांप ने डस लिया। इसके बाद परिवार वाले झाड़ फूंक के चक्कर में पड़ गए। तमकुहा पंचायत के मुखिया फारुख अंसारी ने बताया कि सांप डसने से युवक की मौत हो चुकी है, फिर भी परिजन अभी झाड़ फूक के चक्कर में हैं। बताया गया कि मृत भोले प्रजापति की शादी विगत 5 वर्ष पहले चौतरवा थाना क्षेत्र के सिकटौर गढ़ैया गांव में हुई थी उसे एक 3 साल का बेटा भी है।
एक ही दिन में चली गई 16 लोगों की जान, सात जिलों में हुई हिंसा
9 Jul, 2023 05:00 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
कोलकाता । पश्चिम बंगाल में बीते दिन हुए पंचायत चुनाव में सरकार हिंसक वारदातों को नहीं रोक पाई। यहां एक ही दिन में कुल 16 लोग मारे गए। हिंसाग्रस्त ग्रामीण इलाकों में हुई यह घटनाएं सात जिलों से सामने आईं हैं। गौरतलब है कि 8 जून को पंचायत चुनाव की तारीख के लिए अधिसूचना जारी की गई थी। बीते महीने 19 मौतों के साथ वोटिंग होने तक कुल 35 लोगों को हिंसक चुनाव में जान गंवानी पड़ी। मारे जाने वाले 16 लोगों में से 13 मौतें मुर्शिदाबाद और मुर्शिदाबाद उत्तर के तीन जिलों कूचबिहार, उत्तरी दिनाजपुर और मालदा से सामने आई है। इनमें से अकेले मुर्शिदाबाद में ही पांच लोगों की जान चली गई। कूचबिहार, उत्तरी दिनाजपुर और मालदा में मारे जाने वाले लोगों की संख्या क्रमशः तीन, चार और एक थी। वहीं दक्षिण बंगाल के तीन जिलों- नादिया, पूर्वी बर्दवान और दक्षिण 24 परगना में एक-एक मौत होने की पुष्टि हुई। जानकारी के अनुसार मुर्शिदाबाद में शनिवार हुई हिंसा में कई राजनीतिक दलों के 200 लोग घायल हुए।
घायलों की देखभाल के लिए मुर्शिदाबाद मेडिकल कॉलेज और अस्पताल के कैजुअल्टी वार्ड में बिस्तर जोड़ने पड़े। यहां राज्य की सत्तारूढ़ पार्टी, तृणमूल कांग्रेस को सबसे बड़ा झटका लगा, जब शनिवार को उसके नौ कार्यकर्ताओं की मौत हो गई। कांग्रेस ने दावा किया कि मारे गए लोगों में से तीन उसके समर्थक थे। वहीं बीजेपी और सीपीएम के दो-दो कार्यकर्ताओं की जान चली गई। नदिया के हातीशाला में तृणमूल और भाजपा समर्थकों के बीच हुई झड़पों में से एक में केंद्रीय बल के जवानों को गोलियां चलानी पड़ीं, जिसमें कोई चोटिल नहीं हुआ। हिंसा के लिए जिम्मेदार कारणों में से अधिकांश बूथों पर केंद्रीय बलों की तैनाती की कमी सामने आई है। दरअसल चुनाव के लिए 822 कंपनियां मांगी गई थी, जिसमें से 144 कंपनियां शनिवार को मतदान समाप्त होने तक बंगाल नहीं पहुंची थीं।
यहां तक कि बीजेपी विधायक और विधानसभा प्रतिपक्ष नेता सुवेंदु अधिकारी ने अदालत के आदेशों का पालन करने में विफल रहने के लिए केंद्रीय बल समन्वयक को अवमानना नोटिस दिया। यहां हिंसा में 16 लोगों की जान जाने के कुछ घंटों बाद, राज्य चुनाव आयुक्त राजीव सिन्हा ने कहा कि जिलों में उग्र भीड़ को नियंत्रित करना जिला प्रशासन का काम है। उन्होंने केंद्रीय बल के वरिष्ठ अधिकारियों पर अनिवार्य कंपनियों को समय पर बंगाल लाने में विफल रहने का भी आरोप लगाया। राज्य चुनाव आयुक्त ने कहा, अभी इस पर बयान देना अनुचित होगा कि मतदान हिंसक रहा या शांतिपूर्ण रहा। वहीं विपक्ष ने राज्य चुनाव आयुक्त की आलोचना करते हुए कहा कि यह उनके काम में घोर विफलता है। राज्य चुनाव आयुक्त ने कहा, हमें बूथ स्तर पर 1,200-1,300 शिकायतें मिलीं और लगभग 600 का समाधान किया गया।
दिल्ली-एनसीआर के कई इलाके जलमग्न, तेज हवा के साथ हुई झमाझम बारिश
9 Jul, 2023 01:30 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
नई दिल्ली । दिल्ली-एनसीआर में लगातार बारिश होने से यहां के कई इलाके जलमग्न हो गए हैं। यहां पर मानसून की दस्तक के बाद से लगातार पानी गिर रहा है। जानकारी के अनुसार यहां शनिवार सुबह से शुरू हुई झमाझम बारिश से राष्ट्रीय राजधानी और आसपास के इलाके का मौसम खुशनुमा हो गया है, जिससे लोगों को गर्मी से राहत मिली है। पर झमाझम बारिश के कारण दिल्ली के कई इलाकों में पानी भर गया है, जिससे लोगों को खासी परेशानी हो रही है। मौसम विभाग ने शुक्रवार को येलो अलर्ट जारी करते हुए बताया कि शनिवार और रविवार को तेज हवा के साथ जोरदार वर्षा हो सकती है। मौसम विभाग के अनुसार, शनिवार और रविवार को तेज वर्षा का अलर्ट जारी करते हुए बताया था कि अनेक स्थानों पर भारी बारिश हो सकती है। आने वाले दो दिनों में भी यहां के कुछ इलाकों में भारी वर्षा की चेतावनी दी गई है। मौसम विभाग के अनुसार यहां पर बरसात के साथ तेज हवा चलने का भी अनुमान है, जिसकी गति 25 से 35 किलोमीटर प्रति घंटा तक रह सकती है। हालांकि रविवार को भी मध्यम स्तर की वर्षा होने की संभावना है।
मौसम विभाग ने दिल्ली व एनसीआर में दोनों ही दिनों के लिए येलो अलर्ट जारी किया है। हालांकि शनिवार एवं रविवार को दिल्ली का अधिकतम तापमान 32 डिग्री के आसपास रहने का अनुमान है। वहीं, सोमवार से इसमें कुछ बढ़ोतरी देखने को मिलेगी। एक दिन पहले की बात करें तो शुक्रवार को भी दिल्ली में बादलों की आवाजाही बनी रही। कई जगह हल्की वर्षा भी रिकॉर्ड की गई। अधिकतम तापमान सामान्य से दो डिग्री कम 35.0 डिग्री सेल्सियस और न्यूनतम तापमान सामान्य से एक डिग्री कम 26.7 डिग्री सेल्सियस दर्ज हुआ। हवा में नमी का स्तर 93 से 70 प्रतिशत रहा। हवा की गति 8 से 12 किमी के लगभग थी।
यहां पर जुलाई में औसत से ज्यादा बारिश हुई है। गौरतलब है कि मानसून की दस्तक के साथ ही दिल्ली में शुरू हुआ वर्षा का दौर लगातार जारी है। यहां हर रोज कभी तेज तो कभी हल्की बरसात हो रही है। यही वजह है कि जुलाई के पहले सप्ताह में ही राजधानी में वर्षा का आंकड़ा सामान्य से अधिक हो चुका है। अभी तक औसत वर्षा 32.4 मिमी है, जबकि सात प्रतिशत अधिक 39.6 मिमी दर्ज की गई है। इसी तरह पालम में 35 प्रतिशत अधिक वर्षा हो चुकी है। लोधी रोड, रिज और आयानगर में यह क्रमश: 14, 28 व नौ प्रतिशत कम चल रही है।
देश के 8 राज्यों में बाढ़ जैसे हालात
9 Jul, 2023 12:30 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
नई दिल्ली । देश के 8 राज्यों में तेज बारिश के चलते बाढ़ जैसे हालात बन चुके हैं। इनमें असम, हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड, केरल, तटवर्ती गोवा-कर्नाटक और नगालैंड के कई इलाके पानी में डूब गए। कर्नाटक में बारिश के चलते अब तक 4 लोगों की जान चली गई। वहीं उत्तराखंड में 154 सडक़ें बंद कर दी गईं। असम के 6 जिलों में 121 गांवों के करीब 22 हजार लोग बाढ़ से प्रभावित हैं।
मौसम विभाग के मुताबिक, अगले 5 दिनों तक उत्तर भारत में तेज बारिश होगी। जम्मू, हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड, पंजाब, हरियाणा और पश्चिम उत्तर प्रदेश में 8-9 जुलाई तक भारी बारिश की चेतावनी है। दक्षिण कश्मीर में खराब मौसम के चलते अमरनाथ यात्रा लगातार दूसरे दिन रोक दी गई है। भारी बारिश के बावजूद अब तक 84 हजार 768 तीर्थयात्री बाबा बर्फानी के दर्शन कर चुके हैं।
उधर, बद्रीनाथ नेशनल हाईवे पर छिनका के पास लैंडस्लाइड होने से रास्ता बंद हो गया था। हालांकि 5 घंटे बाद शुक्रवार शाम को इसे खोल दिया गया। केरल के मलप्पुरम, कोझिकोड, वायनाड, कन्नूर और कासरगोड जिलों में यलो अलर्ट जारी किया गया है।
भारी बारिश से बढ़ा नदियों का जलस्तर, उत्तराखंड के तीन जिले बाढ़ से घिरे
9 Jul, 2023 11:30 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
देहरादून । उत्तराखंड में तीन जिलों को बाढ़ ने घेर लिया है, यहां अतिरिक्त सावधानी बरतने के लिए शासन स्तर पर प्रयास किए जा रहे है। यहां निरंतर हो रही वर्षा के कारण नदियों के जल स्तर में वृद्धि ने सरकार की चिंता बढ़ा दी है। इस क्रम में सचिव आपदा प्रबंधन डा रंजीत कुमार सिन्हा के निर्देश पर राज्य आपातकालीन परिचालन केंद्र ने हरिद्वार, नैनीताल व पिथौरागढ़ के जिलाधिकारियों को पत्र भेजकर अपने-अपने क्षेत्रों में विशेष सावधानी बरतने के निर्देश दिए हैं। राज्य आपातकालीन परिचालन केंद्र की ओर से जारी निर्देशों में केंद्रीय जल आयोग से मिली जानकारी का हवाला देते हुए कहा गया है कि हरिद्वार में बाणगंगा (रायसी), पिथौरागढ़ में धौलीगंगा (कनज्योति) व नैनीताल में कोसी (बेतालघाट) में नदियों के जल स्तर में वृद्धि हो रही है। जिलाधिकारियों से इन क्षेत्रों में प्रत्येक स्तर पर तत्परता व सुरक्षा बनाए रखते हुए आवागमन में नियंत्रण बरतने, किसी भी आपदा या दुर्घटना की स्थिति में त्वरित स्थलीय कार्यवाही करते हुए सूचनाओं का तत्काल आदान-प्रदान करने, आइआरएस के लिए नामित अधिकारियों व विभागीय नोडल अधिकारियों को हाई अलर्ट पर रखने, सभी राजस्व उपनिरीक्षक, ग्राम विकास व ग्राम पंचायत अधिकारियों कोअपने क्षेत्रों में ही बने रहने, सभी चौकी-थानों को भी हाई अलर्ट पर रखने के निर्देश दिए गए हैं।
विभाग ने अधिकारियों को यह भी निर्देश दिए गए हैं कि वर्षाकाल में किसी भी अधिकारी व कर्मचारी के मोबाइल फोन स्विच आफ नहीं रहेंगे। इसके अलावा आपदा प्रबंधन के दृष्टिगत आवश्यक उपकरण, सामग्री व वाहनों की व्यवस्था सुनिश्चित रखने, नागरिकों के फंसे होने की स्थिति में उनके लिए खाद्य सामग्री व मेडिकल सुविधा की व्यवस्था करने, प्रतिकूल मौसम व भारी वर्षा की चेतावनी के दौरान उच्च हिमालयी क्षेत्र में पर्यटकों के आवागमन की अनुमति न देने संबंधी निर्देश भी दिए गए हैं।
जामनगर से अमृतसर को जोड़ने वाले एक्सप्रेस वे बनकर तैयार, पीएम मोदी करेंगे लोकार्पण
9 Jul, 2023 10:30 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
अहमदाबाद | गुजरात समेत चार राज्यों को जोड़ने वाला एक्सप्रेस वे बनकर तैयार हो गया है और इसका लोकार्पण प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी करेंगे| 22500 करोड़ रुपए की लागत से तैयार जामनगर-अमृतसर कोरिडोर गुजरात, राजस्थान, हरियाणा और पंजाब को जोड़ेगा| अमृतसर को जामनगर से जोड़ने वाला 917 किलोमीटर लंबा यह ग्रीनफिल्ड 6 लेन एक्सेस कंट्रोल्ड कोरिडोर उत्तर और मध्य भारत के बीच कनेक्टिविटी प्रदान करेगा| यह एक्सप्रेस वे के साथ पंजाब, हरियाणा, जम्मू-कश्मीर और हिमाचल प्रदेश जैसे राज्य जामनगर और कंडला के मुख्य बंदरगाहों से सीधे जुड़ जाएंगे| इस कोरिडोर से 7 पोर्ट, 9 बड़े एयरपोर्ट और एक मल्टी मॉडल लोजिस्टिक पार्क भी जुड़ेगा| इस एक्सप्रेस वे से अमृतसर, बिकानेर, जोधपुर, बाडमेर और कच्छ जैसे पर्यटन स्थलों को बेहतर कनेक्टिविटी मिलेगी| भटिंडा, बाडमेर और जामनगर की 3 बड़ी ऑइल रिफाइनरी को जोड़ने वाला यह भारत का पहला एक्सप्रेस वे होगा| इस कोरिडोर का करीब 45 प्रतिशत हिस्सा राजस्थान में है| 6 लेन ग्रीन फिल्ड इकोनोमिक कोरिडोर राजस्थान के श्रीगंगानगर, हनुमानगढ़, बिकानेर, जोधपुर, और बाड़मेर जिले को सीधे जोड़ेगा| राजस्थान में एक्सप्रेस वे की लंबाई 500 किलोमीटर से अधिक है| यह एक्सप्रेस वे हनुमानगढ़ जिले के जाखडावली गांव से जालोर जिले के खेतलावास के बीच चलेगा| इस एक्सप्रेस वे के उदघाटन के बाद यात्रियों का समय तो बचेगा ही, साथ ही बड़े शहरों और उद्योगों तक पहुंचना भी आसान हो जाएगा| यह कोरिडोर राजस्थान के पर्यटन क्षेत्र को बढ़ावा देगा| रु. 22500 करोड़ की लागत से बनकर तैयार एक्सप्रेस वे पर एडवान्स ट्रैफिक मैनेजमेंट होगा| एक्सप्रेस वे पर इलेक्ट्रोनिक टोल प्लाजा होंगे| जिससे आप जितनी दूरी तय करोगे उतना ही टोल कटेगा|
भारी बारिश के चलते अमरनाथ यात्रा रोकी, भूस्खलन से राजमार्ग बंद
9 Jul, 2023 09:30 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
श्रीनगर । जम्मू-कश्मीर में हुई भारी बारिश के कारण अमरनाथ यात्रा को बीच में ही रोक दिया गया है। यहां पर भूस्खलन की कई घटनाओं के बाद शनिवार को जम्मू-श्रीनगर राष्ट्रीय राजमार्ग और मुगल रोड पर वाहनों की आवाजाही अस्थायी रूप से निलंबित कर दी गई। अधिकारियों ने यह जानकारी देते हुए बताया कि बनिहाल और काजीगुंड स्टेशनों के बीच ट्रेन सेवा भी दिनभर के लिए रोक दी गई है। अधिकारियों से मिली जानकारी के मुताबिक, कश्मीर को हर मौसम में देश के बाकी हिस्सों से जोड़ने वाले एकमात्र राष्ट्रीय राजमार्ग पर स्थित मेहर, कैफेटेरिया मोड़, कीला मोड़, सीता राम पासी और रामबन के पंथियाल में भूस्खलन की कई घटनाएं हुईं। उन्होंने बताया कि पंथियाल सुरंग की ओर जाने वाली सड़क का एक हिस्सा बह गया है। यातायात विभाग के एक अधिकारी ने कहा कि लगातार बारिश के बावजूद सड़क को साफ करने और प्रभावित हिस्सों की मरम्मत का काम जारी है। उन्होंने कहा कि लोगों को सलाह दी जाती है कि जब तक रास्ता साफ करने और मरम्मत का काम पूरा नहीं हो जाता, तब तक वे राजमार्ग पर यात्रा न करें।
भारी बारिश यहां लगातार जारी है। सीमावर्ती जिलों-पुंछ और राजौरी को दक्षिण कश्मीर के शोपियां जिले से जोड़ने वाले वैकल्पिक संपर्क मार्ग मुगल रोड पर भी पुंछ जिले में राता चंभ के पास कई जगहों पर भूस्खलन हुआ। अधिकारियों के अनुसार, मार्ग साफ करने वाली एजेंसियां यातायात की शीघ्र बहाली सुनिश्चित करने के लिए लगातार काम कर रही हैं। हिलार के पास रेल पटरियों पर जलजमाव के कारण बनिहाल और काजीगुंड के बीच रेल सेवा को दिनभर के लिए निलंबित कर दिया गया है। मौसम विज्ञानियों ने रविवार तक पूरे जम्मू-कश्मीर में मानसूनी हवाओं और पश्चिमी विक्षोभ के प्रभाव से गरज के साथ मध्यम से भारी बारिश होने का अनुमान जताया है।
वहीं दूसरी और कश्मीर के कई हिस्सों में बारिश जारी रहने के कारण अमरनाथ यात्रा शनिवार को लगातार दूसरे दिन भी स्थगित कर दी गई। विभाग के अधिकारियों की मानें तो खराब मौसम के कारण दोनों ही मार्गों-पहलगाम और बालटाल पर लगातार दूसरे दिन यात्रा स्थगित रही। शनिवार सुबह किसी भी श्रद्धालु को अमरनाथ गुफा की ओर जाने की इजाजत नहीं दी गई। श्रीनगर-जम्मू राष्ट्रीय राजमार्ग के बंद रहने के कारण जम्मू से श्रद्धालुओं के किसी भी नये जत्थे को आगे बढ़ने की अनुमति नहीं प्रदान की गई। बारिश के कारण हुए भूस्खलन की वजह से यह राजमार्ग अवरुद्ध हो गया है। इससे पहले, कश्मीर में कई जगहों पर बारिश होने के कारण शुक्रवार को भी दोनों ही मार्गों पर अमरनाथ यात्रा स्थगित कर दी गई थी और श्रद्धालुओं को बालटाल एवं नूनवान आधार शिविरों में रोक दिया गया था।
स्थानीय मौसम मौसम विभाग ने रविवार तक पूरे जम्मू-कश्मीर में मानसूनी हवाओं और पश्चिमी विक्षोभ के प्रभाव से गरज चमक के साथ मध्यम से भारी बारिश होने का अनुमान जताया है। अधिकारियों के अनुसार, बाबा बर्फानी के दर्शन कर चुके तीर्थयात्रियों की संख्या 80,000 से अधिक हो गई है। यह यात्रा 31 अगस्त को समाप्त होने वाली है। दक्षिण कश्मीर हिमालय में 3,888 मीटर की ऊंचाई पर स्थित गुफा मंदिर की 62 दिवसीय वार्षिक तीर्थयात्रा अनंतनाग जिले के पहलगाम और गांदरबल जिले के बालटाल स्थित दोनों मार्गों से एक जुलाई को शुरू हुई थी।
दिल्ली-देहरादून हाईवे पर भारी वाहन बंद
9 Jul, 2023 08:30 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
मेरठ । कांवड़ियों की यात्रा को देखते हुए दिल्ली-देहरादून हाईवे भारी वाहनों के लिए बंद कर दिया है। कांवड़ियों के संख्या बढ़ने के बाद हाईवे को वन-वे किया जाएगा। हाईवे और शहर के अंदर पुलिस की ड्यूटी लगाई गई है। ताकि कांवड़ियों को किसी तरह की की परेशानी ना हो।
भारी वाहनों को गाजियाबाद और मुजफ्फरनगर में रोक दिया गया है।
एसपी यातायात जितेंद्र श्रीवास्तव ने बताया कि गाजियाबाद, मुजफ्फर नगर और हरिद्वार पुलिस से लगातार संपर्क है ।
कांवड़ियों की संख्या बढ़ने की वजह से भारी वाहनों को गाजियाबाद और मुजफ्फरनगर में रोक दिया गया है। कुछ वाहन हाईवे मे आ गए थे, उन्हें मोहिउद्दीनपुर में हाईवे से अंदर के रास्ते निकाल दिया गया है।
भारी वाहनों के लिए व्यवस्था
गाजियाबाद से हापुड़-बुलंदशहर बाइपास, हापुड़-किठौर फ्लाईओवर से किठौर, परीक्षितगढ़, मवाना, बहसूमा, मीरापुर, जानसठ, मुजफ्फरनगर मैं भारी वाहनों का प्रवेश रोका गया है।
रोडवेज बस व हल्के वाहनों के लिए
मेरठ- दिल्ली एक्सप्रेस-वे पर थाना भोजपुर गाजियाबाद कट से हापुड़ शहर होते हुए साइलो सेकेंड चौकी हापुड़ चुंगी तिराहा, मेरठ शहर तथा
मुजफ्फरनगर जाने के लिए कस्बा किठौर से परीक्षितगढ़, मवाना, बहसूमा, रामराज, मीरापुर, जानसठ से मुजफ्फरनगर जा सकेंगे।
देहरादून, हरिद्वार, सहारनपुर, मुजफ्फरनगर व बिजनौर से गढ़ मुक्तेश्वर, मुरादाबाद की ओर जाने वाले हल्के वाहन व रोडवेज की बसें
मीरापुर, मवाना, कमिश्नर आवास चौराहा, जेलचुंगी, तेजगढ़ी चौराहा, गढ़ रोड होते हुए गढ़ जा सकें।
बारिश के बाद चढ़े हरी सब्जियों के दाम....
8 Jul, 2023 05:55 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
पयागपुर| महंगी सब्जियों ने रसोई के बजट को बिगाड़ दिया है। बारिश के बाद हरी सब्जियों के भाव अचानक बढ़ गए हैं, जिससे अब आम लोगों की थाली से हरी सब्जी दूर होती जा रही है।
सब्जियों ने पार किया 50 का आंकड़ा
बाजार में आलू, प्याज, कद्दू छोड़कर सभी सब्जियां 50 रुपये प्रति किलोग्राम का भाव पार कर गई हैं। यहां प्रति किलोग्राम टमाटर की कीमत 120 रुपये है। अदरक 80 रुपये का 250 ग्राम मिल रहा है। करेला, भिंडी, कद्दू, लौकी, बंदगोभी 50 रुपये प्रति किलोग्राम से अधिक भाव में बिक रहे हैं।
सही समय पर बारिश न होने से पैदावार प्रभावित
सब्जी कारोबारी के अनुसार, सभी सब्जियां मंडी में आती हैं लेकिन पैदावार कम होने से कीमत में इजाफा हुआ है। बताया कि इस बार गर्मी में थोड़े-थोड़े अंतराल पर बारिश न होने से सब्जी की पैदावार प्रभावित हुई। ज्यादातर सब्जियां झुलस गईं। खेतों में जो सब्जी बची है अब वह बरसात से बर्बाद हो रही है। इसी के चलते सब्जियों के भाव आसमान छू रहे हैं। गांव में एक फेरी लगाकर हरी सब्जी बेचने वाले ने कहा कि सब्जी महंगी होने के कारण गांव में बिक्री में भी गिरावट आई है। लोग खाने में सब्जी का प्रयोग कम कर रहे हैं।
केरल के कई हिस्सों में बारिश की वजह से राज्य में हजारों लोग विस्थापित
8 Jul, 2023 01:15 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
तिरूवनंतपुरम । दक्षिण-पश्चिम मानसून के कारण हो रही बारिश से केरल के कई हिस्सों में सामान्य जनजीवन बाधित रहा। बारिश की वजह से राज्य में हजारों लोग विस्थापित हो गए हैं। पथनमथिट्टा, कोट्टायम, कोझिकोड, कन्नूर और कासरगोड जिलों में व्यावसायिक कॉलेजों सहित शैक्षणिक संस्थान आज बंद हैं। राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (एसडीएमए) ने बताया कि राज्य में और अधिक राहत शिविर खोले गए हैं। एसडीएमए अधिकारियों ने बताया कि कल तक राज्य भर में 112 शिविर थे जिनमें 6500 लोग रह रहे हैं और आज शिविरों की संख्या बढ़ाकर 186 कर दी गई है।
उन्होंने यह भी बताया कि नवीनतम आंकड़ों के अनुसार, राज्य भर में 41 मकान पूरी तरह से और 818 मकान आंशिक रूप से क्षतिग्रस्त हुए हैं। अलाप्पुझा जिले के तीन तालुकों - चेंगन्नूर, कार्तिकप्पल्ली और कुट्टनाड में स्कूल और कॉलेज भी बंद कर दिए गए हैं।
मुन्नार में भूस्खलन के कारण सड़क अवरुद्ध होने की सूचना मिली है। जिला अधिकारियों ने बताया कि सड़क से मलबा हटाया जा रहा है। त्रिशूर जिला प्रशासन ने बताया कि पेरिंगलकुथु बांध के दरवाजे आज खोले जाएंगे जिससे चलक्कुडी नदी का जल स्तर बढ़ सकता है इसलिए नदी के किनारे रहने वाले लोगों को सतर्क रहने की चेतावनी दी गई है। ‘रेड अलर्ट फिलहाल वापस ले लिया गया है लेकिन राज्य के पांच उत्तरी जिलों के लिए ‘येलो अलर्ट बरकरार है।
केरल में उफान पर नदियां, रिहायशी इलाकों में घुसा पानी
8 Jul, 2023 12:15 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
कन्नूर । देश के लगभग हर राज्य में मॉनसून की बारिश हो रही है। कहीं बारिश गर्मी से राहत लेकर आई है तो कहीं आफत बनकर बरस रही है। केरल में भी लगातार बारिश का दौर जारी है। भारी बारिश के चलते केरल में जगह-जगह पानी भर गया है। सड़कें दरिया बन गई हैं। वहीं सड़कों पर पानी भर जाने से ट्रैफिक की रफ्तार भी धीमी हो गई है। कन्नूर में भारी बारिश के कारण कक्कड़ नदी उफान पर है। वहीं मौसम विभाग की मानें तो कन्नूर में अभी बारिश का सिलसिला जारी रहने वाला है। कक्कड़ नदी के उफान पर होने से रिहायशी इलाकों में बारिश का पानी घुस गया। आम लोगों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए अधिकारियों ने जमजमाव वाले मार्ग पर अस्थायी बैरिकेड्स लगा दिए हैं, ताकि लोगों को उन स्थानों पर जाने से रोका जा सके। केरल के कन्नूर जिले में कॉलेज और स्कूल बंद हैं। छुट्टी के संबंध में आधिकारिक आदेश सभी उच्च शिक्षा संस्थानों, मदरसों, आंगनबाड़ियों, केंद्रीय विद्यालयों के साथ-साथ राज्य, सीबीएसई और आईसीएसई स्कूलों पर भी लागू है। कन्नूर के अलावा, अलाप्पुझा, कोझिकोड, कोट्टायम, कासरगोड, पलक्कड़, इडुक्की, त्रिशूर, एर्नाकुलम, पथानामथिट्टा और कोल्लम में सभी शैक्षणिक संस्थान आज बंद हैं।
बंगाल की खाड़ी के ऊपर चक्रवाती परिसंचरण के कारण केरल में लगातार तीसरे दिन से भारी बारिश हो रही है। बारिश के कारण राज्य के कई हिस्सों में जलभराव, तटीय कटाव की स्थिति पैदा हो गई है। इसी के साथ कई नदियां उफान पर हैं। वहीं आईएमडी ने कन्नूर, कोझिकोड, इडुक्की, मलप्पुरम, वायनाड और कासरगोड में ऑरेंज अलर्ट जारी किया है। मौसम विभाग की मानें तो इन जिलों में 115.6 मिमी से 204.4 मिमी तक बहुत भारी बारिश होने की संभावना है। बता दें, बारिश की गंभीरता को देखते हुए जिला-स्तरीय और तालुक-स्तरीय आपातकालीन परिचालन केंद्रों को 24 घंटे काम करने का निर्देश दिया गया है। वहीं, राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल की सात टीमों को आपातकालीन स्थिति के लिए इडुक्की, पथानामथिट्टा, मलप्पुरम, वायनाड, कोझीकोड, अलाप्पुझा और त्रिशूर जिलों में तैनात किया गया है।
धीरेंद्र शास्त्री का ग्रेटर नोएडा के जैतपुर के पास सज रहा है दरबार
8 Jul, 2023 11:15 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
नई दिल्ली । बागेश्वर धाम के पंडित धीरेंद्र शास्त्री का ग्रेटर नोएडा के जैतपुर के पास दरबार सज रहा है। 0 जुलाई से 16 जुलाई तक पंडित धीरेंद्र शास्त्री श्रीमद् भागवत कथा का पाठ करेंगे और जनता दरबार लगाएंगे। आयोजकों के द्वारा पंडाल को पूरा करने में अंतिम रूप दिया जा रहा है। पंडाल का कार्य लगभग पूरा हो चुका है। 8 जुलाई को आयोजकों के द्वारा पूरा कार्य समाप्त कर लिया जाएगा। पंडित शास्त्री के कार्यक्रम को लेकर मुख्य आयोजक शैलेंद्र शर्मा ने बताया करीब 4 लाख स्क्वायर फीट भव्य पंडाल बनाया जा रहा है। जिसमें लगभग सवा लाख महिलाओं के भाग लेने की उम्मीद है. रोजाना दो से 3 लाख लोग यहां पर पहुंचेंगे। आयोजकों का दावा है कि कार्यक्रम में देशभर से लाखों की संख्या में श्रद्धालु आएंगे। मुख्य आयोजक शैलेंद्र शर्मा का कहना है कि यह अब तक का सबसे बड़ा वाटर प्रूफ जर्मन पंडाल लगाया गया है ताकि बारिश के दौरान श्रद्धालुओं को किसी भी तरह की परेशानी ना हो सके यह पंडाल करीब 400 मीटर लंबा और 120 मीटर चौड़ा बनाया गया है। पूरा पंडाल में एसी, कूलर, पंखे, लाइट का प्रबंध किया जा रहा है।
मुख्य आयोजक शैलेंद्र शर्मा के मुताबिक 9 जुलाई को कलश यात्रा का आयोजन किया जाएगा, जिसमें लगभग सवा लाख महिलाओं के भाग लेने की उम्मीद है। 10 जुलाई से 16 जुलाई तक कथा का प्रवचन होगा। इस दौरान 12 जुलाई और 14 जुलाई को दिव्य दरबार को सनातन धर्म सभा का आयोजन किया जाएगा। बाबा बागेश्वर धाम के बाबा पंडित सुरेंद्र शास्त्री के कार्यक्रम के लिए खास इंतजाम किए जा रहे हैं। मुख्य आयोजक शैलेंद्र शर्मा ने बताया उत्तर प्रदेश के सहारनपुर जिले में भव्य सिंहासन पंडित धीरेंद्र शास्त्री के लिए बन रहा है। वहीं जम्मू से कालीन मंगाया जा रहा है। बाबा के मंच को सजाने के लिए फूल वृंदावन से आ रहे हैं। आयोजन में शामिल होने के लिए देश के सभी प्रमुख धर्माआचार्य और संतों को निमंत्रण भेजा गया है।