देश (ऑर्काइव)
दिल्ली में बारिश का अलर्ट, हिमाचल-उत्तराखंड में उफान पर नदियां....
11 Jul, 2023 11:12 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
नई दिल्ली। उत्तर भारत में अभी बारिश से राहत मिलने की उम्मीद नहीं है। उत्तर भारतीय राज्यों में पिछले कई दिनों से भारी वर्षा हो रही है। इसी बीच, भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने पश्चिमी हिमालय क्षेत्र, पंजाब, हरियाणा, दिल्ली, राजस्थान और उत्तर प्रदेश में भारी वर्षा की चेतावनी जारी की है।
दिल्ली में अभी बारिश से राहत नहीं
मौसम विभाग ने बताया कि राजधानी दिल्ली में अगले एक सप्ताह तक बारिश से राहत नहीं मिलेगी। आईएमडी ने बताया कि दिल्ली में 16 जुलाई तक बारिश होने की संभावना है। बता दें कि दिल्ली में बीते तीन-चार दिनों से लगातार बारिश हो रही है। बारिश की वजह से यमुना नदी के जलस्तर में वृद्धि हुई है।
एमपी में बारिश की चेतावनी जारी
वहीं, आईएमडी ने बताया कि पश्चिमी मध्य प्रदेश में भी भारी वर्षा के आसार है, जिसका असर कई राज्यों में दिखने लगा है। लगातार हो रही बारिश से सप्ताहांत में उत्तर भारत को घुटनों पर ला दिया है और कई नदियां उफान पर है।
पहाड़ी राज्यों में रेड अलर्ट जारी
बता दें कि भारत के उत्तरी राज्यों के पहाड़ों में भूस्खलन जैसी घटना हो रही है, जिसमें कई लोग घायल भी हुए हैं। साथ ही मैदानी क्षेत्रों में जलभराव हुआ है, जिसके चलते कई लोगों की मौत हो गई। जानकारी के अनुसार, रविवार को भारी बारिश के बीच उत्तराखंड में लगभग छह लोगों की मौत हो गई।
नदियों के जलस्तर में वृद्धि
मौसम विभाग की चेतावनी के बाद पहाड़ी राज्य में अधिकारियों ने रेड अलर्ट जारी कर दिया है। वहीं, 13 जुलाई तक सभी जिलों में चेतावनी जारी की गई है, क्योंकि राज्य में भूस्खलन की घटनाएं बढ़ रही हैं। भारी बारिश के चलते राज्यों की सड़क अवरुद्ध होने की कई घटनाएं देखी गई हैं। आने वाले दिनों में और भारी बारिश के कारण गंगा नदी सहित सभी प्रमुख नदियों में जल स्तर भी बढ़ने आशंका जताई जा रही है।
वहीं, हिमाचल प्रदेश में बारिश का कहर है कि मंडी में पंचवक्त्र पुल ढह गया और विभिन्न क्षेत्रों में भूस्खलन और अचानक बाढ़ आ गई है। इधर मध्य प्रदेश के जबलपुर के गोपालपुर गांव के पास चार लोग नर्मदा नदी में फंस गए। जिला प्रशासन ने कहा है कि बचाव अभियान अभी चल रहा है।
अमरनाथ यात्रा निलंबित
इधर, जम्मू-श्रीनगर राजमार्ग के एक हिस्से के क्षतिग्रस्त होने के कारण सोमवार को लगातार तीसरे दिन जम्मू से अमरनाथ यात्रा निलंबित रही। इससे पहले व्यापक बारिश और भूस्खलन के बाद शुक्रवार को यात्रा स्थगित कर दी गई थी।
नहर में जा गिरी बारातियों से भरी बेकाबू बस, सात लोगों की मौत....
11 Jul, 2023 10:43 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
अमरावती। आंध्र प्रदेश के प्रकाशम जिले में मंगलवार सुबह भीषण सड़क हादसा हुआ है। बारातियों से भरी एक बस नगर में जा गिरी है। हादसे में सात लोगों की मौत हो गई, जबकि कई घायल हो गए। हादसे की वजह का पता नहीं चल सका है। पुलिस फिलहाल मामले की जांच कर रही है। अधिकारियों ने हादसे की जानकारी दी है।
सात लोगों की मौत, एक दर्जन घायल
पुलिस अधिकारियों ने बताया कि प्रकाशम जिले में मंगलवार तड़के बारातियों से भरी एक बस नहर में गिर गई। हादसे में सात लोगों की मौत हो गई, मृतकों में एक बच्चा भी शामिल है। इसके अलावा हादसे में एक दर्जन लोग घायल भी हुए हैं।
बस में सवार थे 40 लोग
जानकारी के मुताबिक, ये हादसा मंगलवार तड़के दर्शी इलाके के पास हुआ है। बस पोडिली से काकीनाडा जा रही थी। तभी बस बेकाबू होकर सागर नहर में गिर गई। बताया जा रहा है कि बस में करीब 40 लोग सवार थे। हादसे की जानकारी फौरन पुलिस को दी गई। मौके पर पहुंची पुलिस ने बचाव अभियान शुरू किया।
चालक को झपकी आने की वजह से हुआ हादसा
हादसे की वजह की जांच की जा रही है। पुलिस ने बस चालक को झपकी आने की आशंका जताई है। पुलिस के अनुसार, आंध्र प्रदेश राज्य सड़क परिवहन निगम (एपीएसआरटीसी) की बस किराए पर ली गई थी।
मृतकों की पहचान अब्दुल अजीज (65), अब्दुल हानी (60), शेख रमीज (48), मुल्ला नूरजहां (58), मुल्ला जानी बेगम (65), शेख शबीना (35) और शेख हिना (6) के रूप में हुई है।
7 विवाह किए,कोई पत्नी नहीं टिकी
10 Jul, 2023 09:00 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
राजकोट । गुजरात के सौराष्ट्र में एक व्यक्ति ने 7 विवाह किए। 6 पत्नियां छोड़ कर चली गई। जो 7वीं आदमी पत्नी आई है। उसने भी पति के ऊपर उत्पीड़न का आरोप लगाया है।सातवीं पत्नी ने कुछ दिन पहले ही एक बच्चे को जन्म दिया है। बच्चे के जन्म के बाद से ही पति द्वारा उसे प्रताड़ित किया जा रहा है। पति पत्नी के बीच झगड़ा होने पर पड़ोसियों द्वारा पुलिस को सूचना दी गई।अब इस मामले को पुलिस सुलझाने का प्रयास कर रही है। आरोपी गैस रिपेयरिंग का काम करता है।
वैवाहिक जीवन में 6 पत्नियां आई, और पति को छोड़कर चली गई। इसके बाद भी पति ने पत्नी की कदर नहीं जानी।सातवीं पत्नी का उत्पीड़न कर परेशान कर रहा है। जिस तरीके के हालात हैं,उससे सातवीं पत्नी भी उत्पीड़न के कारण पति को छोड़ सकती है।
भारी बारिश ने दिल्ली सरकार की बढ़ाई मुश्किलें, यमुना के बढ़ते स्तर पर रेड अलर्ट जारी
10 Jul, 2023 08:00 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
नई दिल्ली । भारी बारिश के कारण देश की राजधानी दिल्ली में जनजीवन अस्तव्यस्त हो गया है। इस बीच दिल्ली सरकार ने रविवार को राजधानी में पहला बाढ़ अलर्ट भी जारी किया। हालांकि यह चेतावनी सिंचाई एवं बाढ़ नियंत्रण विभाग के केंद्रीय बाढ़ नियंत्रण कक्ष द्वारा जारी की गई है। अलर्ट के अनुसार पहली चेतावनी इसलिए जारी की जा रही है, क्योंकि 9 जुलाई को हथनी कुंड बैराज से यमुना नदी में 105,453 क्यूसेक पानी छोड़ा गया है, जो 1 लाख क्यूसेक से अधिक है। 9 जुलाई को ओआरबी (पुराना रेलवे पुल) पर जल स्तर 203.45 मीटर है। चेतावनी स्तर 204.50 मीटर है, खतरे का स्तर 205.33 मीटर है, और 6 नवंबर 1978 को देखा गया उच्चतम बाढ़ स्तर 207.49 मीटर था। सरकार द्वारा दी गई चेतावनी में कहा कि सभी सेक्टर अधिकारियों को सलाह दी जाती है कि वे अपने-अपने क्षेत्रों में निगरानी रखें और नदी के तटबंधों के भीतर रहने वाले लोगों को चेतावनी देने के लिए मुनादी, जागरूकता गतिविधियों के लिए क्षेत्र में अपेक्षित संख्या में क्यूआरटी टीमों को तैनात करने जैसे संवेदनशील बिंदुओं पर आवश्यक कार्रवाई करें।
हालांकि इससे पहले दिन में ही दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने सोमवार को राष्ट्रीय राजधानी के सभी स्कूलों में एक दिन की छुट्टी की घोषणा की। बता दें कि भारी बारिश के कारण दिल्ली में जगह-जगह जलभराव हो गया, जिससे आम लोगों और यात्रियों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ा। आनेवाले दिनों में भी यही स्थिति रही तो और भी मुश्किलों का सामना करना पड़ सकता है।
वैष्णो देवी की यात्रा के दौरान कैमरा, लैपटॉप और टैब रहेंगे बैन
10 Jul, 2023 07:00 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
श्रीनगर । वैष्णो माता की यात्रा के दौरान कैमरा, लैपटॉप और टैब ले जाने पर पूरी तरह से बैन लगा दिया गया है। अब यदि कोई ले जाता है तो उसे इन सभी चीजों को कटड़ा में ही जमा करवाना होगा। इसको लेकर श्राइन बोर्ड प्रशासन ने एसओपी जारी कर दिया है। हालांकि मोबाइल फोन ले जाने पर किसी तरह का कोई प्रतिबंध नहीं लगाया गया है। मिली जानकारी के अनुसार श्राइन बोर्ड प्रशासन का कहना है कि मोबाइल फोन से श्रद्धालु अपने स्वजन से संपर्क में रहते हैं। इस संबंध में माता का दर्शन करने आ रहे श्रद्धालुओं को जागरूक करने के लिए कटड़ा में स्थापित सूचना केंद्र से अनाउंसमेंट भी की जा रही है और जगह-जगह साइन बोर्ड भी लगाए गए हैं। हालांकि सुरक्षा कारणों के चलते प्रशासन द्वारा यह फैसला लिया गया है। क्योंकि वैष्णो देवी भवन और यात्रा राष्ट्र विरोधी तत्वों के निशाने पर है।
गौरतलब है कि देशभर से आने वाले श्रद्धालुओं को अपना वीडियो कैमरा, डिजिटल कैमरा, लैपटॉप, टैब आदि जैसे उपकरण कटड़ा में ही पर्यटन विभाग या श्राइन बोर्ड के क्लाक रूम में जमा करवाना होगा। इसके अलावा जिस होटल व गेस्ट हाउस या धर्मशाला में श्रद्धालु ठहरेंगे, वहां भी जमा करवा सकते हैं। अगर ऐसे उपकरणों को श्रद्धालु भवन की तरफ ले जाना चाहते हैं तो पहले श्राइन बोर्ड और पुलिस विभाग से अनुमति लेनी पड़ेगी। हालांकि कई वर्षों से भवन मार्ग पर वीडियो कैमरा या डिजिटल कैमरा आदि ले जाने की पहले से ही मनाही है। लेकिन हाल ही में श्राइन बोर्ड द्वारा एसओपी जारी कर लैपटॉप व टैब को भी भवन मार्ग पर ले जाने पर प्रतिबंध लगा दिया है।
रुद्रपुर से 150 शिव भक्तों का जत्था रवाना
10 Jul, 2023 06:00 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
नई दिल्ली । हर साल की भांति इस वर्ष भी देवभूमि उत्तराखंड रुद्रपुर से 150 शिव भक्तों का जत्था श्री अमरनाथ जी यात्रा पर जा रहा है। इसका पहला पड़ाव नई दिल्ली में श्री सनातन धर्म मंदिर कर्बला लोधी कॉलोनी पर शिव चौकी एवं भजन का कार्यक्रम हुआ। इस मौके पर अजय भट्ट जी (रक्षा राज्य मंत्री भारत सरकार), श्याम जाजू जी (पूर्व राष्ट्रीय उपाध्यक्ष एवं प्रभारी उत्तराखंड व दिल्ली), साध्वी स्वामी आराध्या सरस्वती (जम्मू), डॉ. राकेश मिश्र, प्रसिद्ध संगीतकार व गायक विजय बाफना की उपस्थिति में जीतेन्द्र कुमार जीतू ने सभी का अंगवस्त्र पहनाकर स्वागत किया। यात्रा संयोजक श्री चड्डा ने स्वागत कर यात्रा की जानकारियों से अवगत कराया। सभी ने प्रसाद ग्रहण कर यात्रा प्रारंभ की। पंकज जैन वरिष्ठ कार्यकर्ता ने संचालन किया। आभार जितेन्द्र कुमार जीतू ने आभार व्यक्त किया।
उत्तराखंड के चमौली में आ सकता हैं भयावक भूकंप
10 Jul, 2023 05:00 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
देहरादून । चमौली जिला जोशीमठ में भूधंसाव की घटना के बाद से देशभर में चिंता और चिंतन के केंद्र में है। अब चमौली जिला भूकंप की संवेदनशीलता के लिहाज से चर्चा में आ गया है। यूं तब पूरा उत्तराखंड ही भूकंप के लिहाज से संवेदनशील है, लेकिन चमौली जिला अधिक चिंता बढ़ता दिख रहा है। वाडिया हिमालय भूविज्ञान संस्थान का ताजा शोध बताता है कि उत्तराखंड के बाकी क्षेत्रों से इतर चमौली जिले की जमीन 10 गुना भूकंपीय ऊर्जा बाहर निकाल रही है।
ताजा शोधपत्र में निदेशक कालाचाँद साईं सहित वरिष्ठ विज्ञानी डॉ. अनिल तिवारी आदि के मुताबिक चमौली क्षेत्र की भूमि की संवेदनशीलता की स्थिति के आकलन के लिए उत्तराखंड क्षेत्र में 5500 भूकंपों का अध्ययन किया गया। वर्ष 1999 से 2020 के बीच के इन भूकंपों में 511 में सिर्फ भूकंपीय ऊर्जा का आकलन किया गया। अध्ययन में शामिल किए गए भूकंपों की तीव्रता दो से लेकर 5.7 मैग्नीट्यूट थी।
अध्ययन में पता चला कि राज्य के अन्य क्षेत्रों में भूकंप से 10 से 12 बार (दाब मापने की इकाई) की ऊर्जा बाहर निकली, जबकि चमौली क्षेत्र में यह ऊर्जा 90 से 100 बार तक भी रही। वरिष्ठ विज्ञानी डॉ.तिवारी के मुताबिक यह स्थिति बताती है कि चमौली के भूगर्भ में न सिर्फ अधिक ऊर्जा संचित हो रही है, बल्कि वह उसी अनुपात में बाहर भी निकल रही है। वाडिया संस्थान के वरिष्ठ विज्ञानी डॉ.तिवारी के मुताबिक चमौली में सतह से 12 से 14 किलोमीटर की गहराई में ठोस चट्टानें और गर्म तरल भूकंपीय ऊर्जा को बढ़ाने का काम कर रहे हैं। इस तरह यहां की भौगोलिक व भूगर्भीय संरचना अन्य क्षेत्रों के मुकाबले भिन्न है। वरिष्ठ विज्ञानी के मुताबिक चमौली जिले में जो भी भूकंप का रहे हैं, उनका स्रोत एक ही फाल्ट है। सभी भूकंप जोशीमठ के पास हेलंग से गुजर रही ऐतिहासिक फाल्टलाइन एमसीटी (मेन सेंट्रल ट्रस्ट) के दक्षिण में आ रहे हैं। बड़े भूकंप की आशंका तब बलवती हो जाती है, जब भूकंप का श्रोत एक ही फाल्टलाइन हो। प्रदेश के अन्य क्षेत्रों में आ रहे भूकंपों में ऐसी स्थिति नहीं है। वरिष्ठ विज्ञानी डा तिवारी के मुताबिक भूकंप के दौरान बाहर निकलने वाली ऊर्जा का मापन ब्राडबैंड सिस्मोमीटर के माध्यम से किया जाता है। सिस्मोमीटर भूकंपीय तरंगों को रिकार्ड करता है, साथ ही इनकी प्रकृति व भूगर्भ में हुए रप्चर (टूटन) के आधार पर बाहर निकल रही ऊर्जा की क्षमता का आकलन किया जाता है।
एक दिन में बना सर्वाधिक कीर्तिमान, दिल्ली में 153 मिमी हुई बारिश
10 Jul, 2023 01:00 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
नई दिल्ली । देश की राजधानी दिल्ली में एक दिन में सर्वाधिक बारिश होने का कीर्तिमान बन गया है। यहां रविवार सुबह साढ़े आठ बजे समाप्त हुई 24 घंटे की अवधि में 153 मिलीमीटर बारिश दर्ज की गई। बताया जा रहा है कि यहां 1982 के बाद से जुलाई में एक दिन में हुई सर्वाधिक बारिशका आंकड़ा है। भारत मौसम विज्ञान विभाग ने यह जानकारी देते हुए बताया कि पश्चिमी विक्षोभ और मानसूनी हवाओं के कारण उत्तर-पश्चिम भारत में भीषण बारिश हुई और दिल्ली में मौसम की पहली ‘बहुत भीषण बारिश’ दर्ज की गई। सफदरजंग वेधशाला में रविवार सुबह साढ़े आठ बजे तक पिछले 24 घंटे में 153 मिलीमीटर बारिश दर्ज की गई, जो 25 जुलाई 1982 को एक दिन में दर्ज की गई 169.9 मिलीमीटर बारिश के बाद से सर्वाधिक है। आईएमडी के अधिकारी के मुताबिक, शहर में 10 जुलाई 2003 को 133.4 मिलीमीटर बारिश दर्ज की गई थी और 21 जुलाई 1958 को यहां अब तक की सर्वाधिक 266.2 मिलीमीटर बारिश हुई थी। मौसम विभाग ने दिल्ली में मध्यम बारिश का पूर्वानुमान लगाते हुए ‘येलो अलर्ट’ जारी किया है। रिज, लोधी रोड और दिल्ली विश्वविद्यालय के मौसम केंद्रों पर क्रमशः 134.5 मिलीमीटर, 123.4 मिलीमीटर और 118 मिलीमीटर बारिश दर्ज की गई। मौसम कार्यालय के अनुसार, 15 मिलीमीटर से कम बारिश ‘हल्की’, 15 मिलीमीटर से 64.5 मिलीमीटर ‘मध्यम’, 64.5 मिलीमीटर से 115.5 मिलीमीटर ‘भारी’ और 115.6 मिलीमीटर से 204.4 मिलीमीटर ‘बेहद भारी’ बारिश की श्रेणी में आती है।
आईएमडी के मुताबिक 204.4 मिलीमीटर से अधिक बारिश दर्ज होने पर इसे ‘बेहद भीषण’ बारिश की श्रेणी में रखा जाता है। भारी बारिश के कारण शहर के कई मैदानों, अंडरपास, बाजार और यहां तक कि अस्पताल परिसर में जलभराव हो गया और सड़कों पर भारी जाम लग गया। तेज हवाओं और बारिश के कारण कई इलाकों में बिजली और इंटरनेट सेवाएं भी प्रभावित हुईं। सोशल मीडिया में सड़कों पर घुटनों तक भरे पानी के बीच से गुजरते लोगों की तस्वीरें और वीडियो वायरल हो गए, जिसने शहर के जल निकासी बुनियादी ढांचे को लेकर कई सवाल खड़े कर दिए हैं।
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह तीन दिवसीय यात्रा पर मलयेशिया पहुंचे
10 Jul, 2023 12:26 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने मलयेशिया की अपनी तीन दिवसीय आधिकारिक यात्रा शुरू कर दी है। वह रविवार को कुआलालंपुर पहुंचे। उनका वहां मौजूद भारतीय प्रवासियों ने स्वागत किया। इस दौरान 'भारत माता की जय' और 'वंदे मातरम्' के नारे लगाए गए। बताया जा रहा है कि यहां वह रक्षा संबंधों को और मजबूत करेंगे साथ ही रणनीतिक साझेदारी को बढ़ाएंगे। राजनाथ सिंह इस यात्रा के दौरान मलयेशिया के प्रधानमंत्री वाई बी दातो सेरी अनवर बिन इब्राहिम से भी मुलाकात करेंगे।
रक्षा मंत्रालय के कार्यालय ने ट्विटर पर लिखा कि रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह मलयेशिया की तीन दिवसीय आधिकारिक यात्रा पर कुआलालंपुर पहुंचे। राजनाथ सिंह दोनों देशों के बीच रक्षा सहयोग को गहरा करने के लिए मलयेशिया की आधिकारिक यात्रा पर हैं।विदेश मंत्रालय ने कहा कि भारत और मलयेशिया के बीच गहरे और मधुर संबंध हैं। हाल ही में अप्रैल में, भारत और मलयेशिया भारतीय रुपये में व्यापार करने पर सहमत हुए। इससे पहले, इस जून में, विदेश राज्य मंत्री (एमओएस) वी मुरलीधरन ने मलयेशिया के मानव संसाधन मंत्री वी शिवकुमार से मुलाकात की और वे मलयेशिया में भारतीय श्रमिकों के लिए सभी क्षेत्रों को खोलने पर एक समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर करने पर सहमत हुए।
हिमाचल, दिल्ली, जम्मू, कश्मीर, उत्तराखंड, पंजाब, हरियाणा से बारिश से भारी तबाही, जगह-जगह लैंडस्लाइड; कई शहर जलमग्न, गाडिय़ां डूबी, नेशनल हाईवे बंद, बर्फबारी भी हुई
10 Jul, 2023 12:00 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
नदियों में उफान, सडक़ों पर सैलाब
मंडी में बह गया 40 साल पुराना पुल, पंजाब में बिल्डिंग ढही, दिल्ली में बारिश ने 41 साल का रिकॉर्ड तोड़ा, चंडीगढ़ की सोसाइटी में पानी भरा, नाव से लोगों को निकाला गया
नई दिल्ली । देश में मानसून आफत बनकर बरस रहा है। दिल्ली, हिमाचल, पंजाब सहित देश के उत्तरी राज्यों में भारी बारिश हो रही है। उधर, दिल्ली में 41 साल का रिकॉर्ड टूटा। 1982 के बाद से जुलाई में एक दिन में सबसे ज्यादा 153 मिमी बारिश हुई। इससे पहले 25 जुलाई 1982 में 169.9 मिमी बारिश रिकॉर्ड की गई थी। 2003 में 24 घंटे में 133.4 मिमी बारिश हुई थी। वहीं 2013 में दिल्ली में 123.4 मिमी बारिश हुई थी।
मौसम विभाग के पूर्वानूमान के मुताबिक जम्मू-कश्मीर, हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड में अभी दो दिन और जमकर बारिश होगी। ये राज्य पहले से ही बारिश के चलते मुसीबत झेल रहे हैं। कुल्लू में व्यास नदी में उफान के चलते चंडीगढ़-मनाली राष्ट्रीय राजमार्ग 3 का एक हिस्सा बह गया। जम्मू-कश्मीर और उत्तराखंड में भी बारिश के भूस्खलन की तस्वीरें सामने आई हैं। ऐसे में मौसम विभाग का ये पूर्वानूमान पहाड़ी राज्यों की मुश्किलें और बढ़ा सकती है। फिलहाल तीनों ही राज्यों में प्रशासन हाई अलर्ट पर है।
सेना के दो जवान बहे
बारिश के चलते जम्मू-कश्मीर के पुंछ में सेना के दो जवान पोशाना नदी पार करते हुए डूब गए। वहीं हिमाचल में 5, जम्मू में 2 और यूपी में 4 लोगों की मौत हो गई। हिमाचल में ब्यास नदी ने काफी नुकसान पहुंचाया। एक पुल नदी में बह गया। वहीं कुछ दुकानें भी बाढ़ के पानी में समा गईं। नदी में फंसे पांच लोगों को एनडीआरएफ की टीम ने रेस्क्यू किया। मोहाली के डेराबस्सी में घग्गर नदी का पानी सोसाइटी में घुस गया। जिसके बाद लोगों को नाव के जरिए बाहर निकाला गया। उधर चंबा पठानकोट नेशनल हाईवे बनीखेत के पास धंस गया।
हिमाचल में भारी तबाही
भारी बारिश के चलते मनाली और कुल्लू के बीच कई स्थानों पर भूस्खलन के मामले भी सामने आए हैं। इसके चलते कुल्लू-मनाली और मनाली से अटल टनल और रोहतांग के बीच का रास्ता बंद कर दिया गया है। भारी बारिश के चलते पूरा कुल्लू और मनाली पानी में डूबा नजर आ रहा है। यहां की नदियां और नाले उफान पर हैं। सरकार ने राज्य के सभी स्कूल और शिक्षण संस्थान आगामी 10 और 11 जुलाई को बंद रखने के निर्देश दिए हैं। राज्य में पिछले 24 घंटे के बारिश के चलते 5 व्यक्तियों की मौत की भी खबर है।
कश्मीर और उत्तराखंड में भी बारिश का कहर
साथ ही खराब मौसम के चलते कश्मीर में अमरनाथ यात्रा को लगातार तीसरे दिन रोक दिया गया है। इसके चलते 6 हजार अमरनाथ यात्री रामबन में फंस गए हैं। जम्मू पुंछ में सेना के दो जवान पोशाना नदी में बह गए हैं। फिलहाल उनके लिए रेस्कयू ऑपरेशन चलया जा रहा है। वहीं, तावी नदी में जलस्तर बढ़ गया है। नेशनल हाईवे 44 फिलहाल बंद है। वहीं उत्तराखंड के छिनका के पास भूस्खलन के कारण बद्रीनाथ राष्ट्रीय राजमार्ग बंद हो गया और कुमाऊं मंडल में चंपावत में एनएच-9 बंद हो गया है।
दिल्ली के लिए येलो अलर्ट
पहाड़ी राज्यों के अलावा पंजाब, हरियाणा, यूपी और पूर्वी राजस्थान में अगले दो दिनों में भारी बारिश होने की संभावना है। मौसम विभाग ने ऑरेंज अलर्ट जारी किया है। वहीं दिल्ली के लिए येलो अलर्ट जारी किया गया है। देश की राजधानी दिल्ली में भारी बारिश ने 41 साल का रिकॉर्ड तोड़ दिया है। मौसम विभाग के आंकड़ों के मुताबिक, 1982 के बाद से जुलाई में एक दिन में सबसे ज्यादा 153 मिमी बारिश हुई है। इससे पहले 25 जुलाई 1982 को 169.9 मिमी बारिश रिकॉर्ड की गई थी। साल 2003 में 24 घंटे में 133.4 मिमी बारिश हुई थी। वहीं, 2013 में दिल्ली में 123.4 मिमी बारिश हुई थी। वहीं, बारिश का सिलसिला अभी थमा नहीं है।
पंजाब के एक कॉलोनी में चलानी पड़ी नाव
पंजाब में बारिश ने काफी कहर मचाया है। यहां के कई प्रमुख शहरों की सडक़ें बारिश के पानी से लबालब हैं। चंडीगढ़ के डेरा बस्सी में लगातार बारिश के बाद स्थित एक निजी हाउसिंग कॉलोनी में बाढ़ जैसी स्थिति हो गई है। यहां गाडिय़ां पानी में डूबी नजर आ रही है। हालात ऐसे हो गए हैं कि सोसायटी में नाव चलवानी पड़ी। वहीं, मोहाली के खरड़ इलाके में एक घर बारिश के चलते ढह गया।
खरगोन में वेदा नदी उफनी, 8 गांवों का संपर्क टूटा
मध्यप्रदेश में बारिश का दौर जारी है। बालाघाट, दमोह समेत कई जिलों में पानी गिरा। छतरपुर में भी तेज बारिश के कारण जटाशंकर धाम का झरना तेजी से बहने लगा। खरगोन में वेदा नदी उफनाने से 8 गांव का संपर्क टूट गया है। यहांमोगावां और टिगरियाव पहुंच मार्ग के बीच रपटे पर वेदा नदी का पानी बह रहा है। ऊपरी हिस्से में हो रही बारिश से तीन दिन से यह हालात बने हैं। जिन जिलों में हैवी रेन का अलर्ट है, उनमें भोपाल, विदिशा, रायसेन, राजगढ़, अलीराजपुर, झाबुआ, धार, मंदसौर, नीमच, गुना, अशोकनगर, शिवपुरी, अनूपपुर, शहडोल, उमरिया, डिंडोरी, कटनी, जबलपुर, छिंदवाड़ा, सिवनी, मंडला, पन्ना, दमोह, सागर, छतरपुर, टीकमगढ़, निवाड़ी जिले शामिल हैं। बाकी जगह हल्की बारिश हो सकती है।
वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन अब केसरिया रंग की होगी
10 Jul, 2023 11:00 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
चेन्नई । रेलवे ने वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन का रंग बदल दिया है। ब्लू की जगह अब से केसरिया रंग होगा। रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने कहा है कि नया रंग तिरंगे से प्रेरित है। इसके अलावा वंदे भारत ट्रेन में सुविधा के हिसाब से 25 छोटे-छोटे बदलाव भी किए गए हैं। यात्रियों और एक्सपट्र्स ने इसके लिए सुझाव दिए थे।
देशभर में अभी 25 वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेनें चल रही हैं। 2 ट्रेनों को रिजर्व में रखा गया है। 28वीं ट्रेन को ट्रायल बेसिस पर केसरिया रंग दिया गया है। यह ट्रेन अभी चेन्नई के इंटीग्रल कोच फैक्ट्री में रखी हुई है। इसी फैक्ट्री में सभी वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेनों को बनाया जाता है।
रेल मंत्री ने कहा कि ये मेक इन इंडिया का कॉन्सेप्ट है। यह हमारे देश के इंजीनियर और टेक्नीशियन्स द्वारा डिजाइन की गई है। हमने वंदे भारत ट्रेनों में फील्ड यूनिट्स से मिल रहे फीडबैक के हिसाब से बदलाव किए हैं। अश्विनी वैष्णव ने एक नए सेफ्टी फीचर ‘एंटी क्लांइबिंग डिवाइस’ का भी इंस्पेक्शन किया। इस फीचर के होने से एक्सीडेंट होने की स्थिति में ट्रेन एक-दूसरे के ऊपर नहीं चढ़ेंगी। उन्होंने बताया कि सभी वंदे भारत और दूसरी ट्रेनों में भी ये स्टैंडर्ड फीचर रहेंगे।
भारी बारिश से बंद हुए स्कूल, कॉलेज
10 Jul, 2023 10:00 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
नोएडा, उत्तर प्रदेश में कई जिलों में बारिश को लेकर मौसम विभाग ने यलो अलर्ट जारी किया है। नोएडा, गाजियाबाद में कई दिनों से लगातार बारिश हो रही है। सोमवार को भी प्रदेश में भारी बारिश के आसार हैं। इसे लेकर गाजियाबाद में स्कूल बंद करने का आदेश जिलाधिकारी ने जारी किये है। इसके बाद नोएडा में भी भारी बारिश को देखते हुए 10 जुलाई से 12 जुलाई तक जिले के सभी स्कूलों में छुट्टी घोषित की गई है। जिलाधिकारी मनीष कुमार वर्मा ने उक्त आशय के निर्देश जारी किए हैं। गौतमबुद्ध नगर जिले में 10 जुलाई से 12 जुलाई तक सभी स्कूल कालेज भारी बारिश के कारण बंद रहेंगे।
उत्तर रेलवे ने भारी बारिश के चलते करीब 17 ट्रेन रद्द की
10 Jul, 2023 09:00 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
नई दिल्ली । उत्तर रेलवे ने विभिन्न हिस्सों में भारी बारिश के चलते करीब 17 ट्रेन रद्द कर दी और अन्य 12 के मार्ग परिवर्तित किये। उत्तर रेलवे के प्रवक्ता ने एक बयान में कहा कि जलभराव के कारण चार स्थानों पर यातायात स्थगित किया गया है। इनमें नोगांवां(अंबाला)-न्यू मोरिंडा; नांगल डैम-आनंदपुर साहिब और कीरतपुर साहिब-भरतगढ़ रेलमार्ग शामिल हैं।
उत्तर रेलवे के मुख्य जन संपर्क अधिकारी (सीपीआरओ) दीपक कुमार ने कहा, ‘‘लगातार हो रही बारिश के चलते, दिल्ली क्षेत्र से परिचालित की जाने वाली ट्रेन पर कड़ी नजर रखी जा रही है। दिल्ली-सब्जी मंडी इलाके और रेल पटरियों पर से पानी निकालने के लिए आठ पंप लगाए गए हैं। दिल्ली क्षेत्र में परिचालित होने वाली ट्रेन सेवाएं सामान्य हैं।
रद्द की गई ट्रेन में फिरोजपुर कैन्ट एक्सप्रेस, अमृतसर सुपरफास्ट एक्सप्रेस, चंडीगढ़ इंटरसिटी एक्सप्रेस और चंडीगढ़ से अमृतसर जंक्शन एक्सप्रेस शामिल हैं। मार्ग परिवर्तित की गई ट्रेन में मुंबई सेंट्रल से अमृतसर एक्सप्रेस, अमृतसर एक्सप्रेस, दौलतपुर चौक एक्सप्रेस शामिल हैं। भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) के अनुसार, दिल्ली में रविवार सुबह साढ़े आठ बजे तक बीते चौबीस घंटों में 153 मिलीमीटर बारिश हुई, जो वर्ष 1982 के बाद से जुलाई के एक दिन में हुई सर्वाधिक बारिश है।
हिमाचल में भारी बारिश के कारण हुए भूस्खलन और अचानक आई बाढ़ में पांच लोगों की मौत
10 Jul, 2023 08:00 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
शिमला। हिमाचल प्रदेश में भारी बारिश के कारण हुए भूस्खलन और अचानक आई बाढ़ में पांच लोगों की मौत हो गई, कई मकान क्षतिग्रस्त हो गए और जनजीवन अस्तव्यस्त हो गया। इस बीच, प्रशासन ने दो दिनों लिए विद्यालयों और कॉलेजों को बंद करने का आदेश दिया है। मनाली में भारी बारिश से दुकानों के बहने और कुल्लू, किन्नौर तथा चंबा में अचानक नाले में आई बाढ़ में वाहनों के बह जाने और कृषि भूमि को काफी नुकसान हुआ है। वहीं मशहूर पर्यटक स्थल कसोल का एक वीडियो सामने आया है, जहां पर अचानक से जलस्तर बढ़ने से कई कारें बह गई।
अधिकारियों ने बताया कि सभी प्रमुख नदियां उफान पर हैं और स्थानीय मौसम विभाग कार्यालय ने नौ जुलाई को किन्नौर और लाहौल एवं स्पीति के आदिवासी जिलों को छोड़कर, 12 जिलों में से 10 जिलों में अत्यधिक भारी बारिश के लिए नौ जुलाई को रेड अलर्ट (204 मिलीमीटर से अधिक वर्षा) जारी किया है।
राज्य आपदा अभियान केंद्र के अनुसार, राज्य में बीते 36 घंटों में भूस्खलन की 14 बड़ी घटनाएं और अचानक बाढ़ आने की 13 घटनाएं हुईं। इस दौरान 700 से अधिक सड़कें बंद कर दी गईं।
अधिकारियों ने बताया कि शिमला जिले के कोठगढ़ इलाके में भूस्खलन से एक घर ढह गया, जिसमें एक परिवार के तीन सदस्यों की मौत हो गई।
कुल्लु शहर में भी भूस्खलन से एक कच्चा मकान क्षतिग्रस्त हो गया जिसमें एक महिला की मौत हो गई।
चंबा तहसील के कातियान में शनिवार रात भूस्खलन के मलबे में एक व्यक्ति दफन हो गया।
मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने शोक व्यक्त किया और कहा कि जिला प्रशासन को प्रभावित परिवारों को तत्काल राहत प्रदान करने का निर्देश दिया गया है।
हिमाचल प्रदेश सरकार ने राज्य से संबद्ध सभी सरकारी एवं निजी विद्यालयों और कॉलेजों को दो दिनों के लिए, 10 और 11 जुलाई को बंद कर दिया है।
यहां जारी एक आदेश में उच्च शिक्षा विभाग के निदेशक अमरजीत शर्मा ने कहा कि आईसीएसई, सीबीएसई और अन्य बोर्ड से संबद्ध स्कूल अपने स्तर पर स्कूल बंद करने के संबंध में निर्णय ले सकते हैं।
राज्य में रविवार सुबह तक 736 सड़कें बंद रहीं, जबकि 1,743 ट्रांसफॉर्मर और 138 जलापूर्ति योजनाएं प्रभावित रहीं।
यातायात के लिए बंद किए गए राष्ट्रीय राजमार्गों में एनएच-21 (मंडी से कुल्लू), एनएच-505 (ग्राम्फू से लोकार), एनएच-03 (कुल्लू से मनाली), एनएच-305 (औट से जलोरी) और एनएच-707 (रोहड़ू से सिरमौर जिले के शिलाई के पास पोंटा साहिब तक) शामिल हैं।
राष्ट्रीय राजमार्ग 21 राज्य के ‘6 माइल स्थान पर बाधित रहा। यह वही स्थान है जहां पर यात्री भूस्खलन के कारण 27 जून को 24 घंटे तक फंसे रहे थे। कमांड से होकर गुजरने वाली मंडी-कुल्लू सड़क गोडा फार्म के पास अवरूद्ध रही। मनाली-चंडीगढ़ मार्ग भी मनाली के पास धंस गया।
राज्य में रावी, ब्यास, सतलुज, चिनाब सहित सभी प्रमुख नदियां उफान पर हैं। पर्यटकों और यात्रियों को भारी बारिश के दौरान यात्रा करने से बचने और नदी के पास नहीं जाने का परामर्श जारी किया गया है।
शिमला और कालका के बीच यूनेस्को धरोहर रेल मार्ग सभी ट्रेंनें रद्द कर दी गई हैं क्योंकि कई स्थानों पर भूस्खलन होने और पेड़ों के गिरने से यह मार्ग अवरुद्ध हो गया है।
चंडीगढ़-मनाली राजमार्ग पर चार पर्यटक शनिवार रात उस वक्त बाल-बाल बच गए जब चंडोल के निकट एक चट्टान उनकी गाड़ी पर गिर गई। हादसे के दौरान पर्यटक मनाली जा रहे थे और स्थानीय लोगों ने उन्हें बचाया।
बेलगाम हुई बारिश, अब तक तीन की मौत रैस्क्यू कर 30 छत्रों को निकाला
9 Jul, 2023 10:00 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
शिमला । हिमाचल प्रदेश में पिछले चौबीस घंटों की बारिश ने जनजीवन बुरी तरह से अस्तव्यसत कर दिया है। बारिश के कारण यहां पर तीन लोग अपनी जान गंवा चुके हैं, जबकि भूस्खलन में फंसे हुए तीस कॉलेज छात्रों को रातभर चले रैस्क्यू में बाहर निकला गया। प्रदेश में मौसम विभाग के रेड अलर्ट के बाद अब नुकसान की खबरें देखने को मिल रही है। मिली जानकारी के अनुसार पंडोह में ब्यास नदी का पानी घर और बाजार में घुस गया है। चंडीगड़ मनाली हाईवे मंडी से लेकर मनाली तक जगह जगह लैंड स्लाइड के चलते बंद हो गया है। वहीं, सोलन में कालका-शिमला ट्रेक पर ट्रेनों की आवाजाही थम गई है। हिमाचल में पिछले 24 घंटे की बारिश में 3 लोगों की मौत हुई है, जबकि 3 नेशनल हाईवे बंद हैं। इसके साथ जगह-जगह लैंड स्लाइड से 250 से ज्यादा सड़कें बंद हो गई है। लाहौल-स्पीति के समदो काजा ग्रांफू मार्ग पर फ्लैश फ्लड के बाद ग्रांफू और छोटा दर्रा के बीच दो ट्रेवलर में कालेज के 30 बच्चे फंस गए, इन्हें रातभर चले रेस्क्यू ऑपरेशन के बाद सुरक्षित निकाला गया।
इधर मंडी-पंडोह एनएच पर छह मील के पास लैंड स्लाइड से सड़क बंद हो गई। कुल्लू के अखाड़ा बाजार में ब्यास नदी का वाटर लेवल रिकॉर्ड स्तर पर पहुंच गया है। कुल्लू और मंडी शहर में भी ब्यास खतरे के निशान से ऊपर बह रही है। प्रदेश का औद्योगिक क्षेत्र बद्दी भी जलमग्न हो गया है, इससे मशीनों को भारी नुकसान बताया जा रहा है। कई जगह रात से ही बिजली गुल है और सड़कें बंद पड़ी है। इधर जहां मैदानी क्षेत्र जलमन्न हो गए है, वहीं पहाड़ों पर लैंड स्लाइड से स्थिति अत्यधिक चिंताजनक बनी हुई है। लाहौल के जुंडा नाला और तेलिंग नाला में बाढ़ के बाद मनाली-लेह सड़क बंद हो गई है। कुल्लू के राहनीनाला में लैंड स्लाइड के बाद रोहतांग सड़क भी बंद है। हैरिटेज रेलवे ट्रेक पर शिमला से कालका जा रही मोटर रेल कार कोटी के समीप डिरेल हो गई। गनीमत यह रही कि इससे किसी को चोट नहीं आई।
जानकारी के अनुसार आज भी कालका शिमला रेल लाइन पर ट्रनों की आवाजाही बंद है। ऊना रेलवे स्टेशन से कुछ दूरी पर रेलवे ट्रेक की विद्युत लाइन पर पेड़ गिरा और आग लग गई। जबकि शिमला के ढिंगू मंदिर को जोड़ने वाली सड़क पर भारी लैंड स्लाइड हुआ है। चम्बा के सरोथा नाला में भूस्खलन की चपेट में आने से एक व्यक्ति की मौत हो गई। प्रशासन द्वारा मृतक के परिजनों को 10 हजार की फौरी राहत दी गई है। देर रात यह हादसा हुआ है। श्रीखंड महादेव यात्रा के दौरान एक श्रद्धालु की मौत हुई है, जबकि दो अन्य लापता हैं। ये सभी ग्लेशियर से फिसल गए थे। इसी तरह कुल्लू के लंका बेकर में एक मकान गिरा है और महिला की मौत हो गई है। इस तरह से हिमाचन में बारिश से सब कुछ तहसनहस हो गया है। मंडी जिला में पिछले कल से जारी बारिश का दौर अब कहर बनकर टूट रहा है।