देश (ऑर्काइव)
देश के 22 राज्यों में 3 दिन तक भारी बारिश का अलर्ट जारी
26 Jul, 2023 02:01 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
मौसम विभाग ने अगले तीन दिन देश के 22 से ज्यादा राज्यों में भारी बारिश की संभावना जताई है। इनमें हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड समेत पूरे उत्तर पश्चिम भारत से लेकर पूर्वोत्तर और दक्षिण भारत के राज्य शामिल हैं। इस दौरान बुधवार को मध्य महाराष्ट्र, पूर्वी गुजरात, कोंकण, गोवा, तेलंगाना, रॉयलसीमा और आंध्र प्रदेश के तटवर्ती इलाकों में भारी बारिश और आंधी-तूफान को लेकर रेड अलर्ट जारी किया गया है। कुल्लू में बादल फटने से संपत्ति का भारी नुकसान हुआ है। गंगा, यमुना, घग्गर, हिंडन समेत सभी प्रमुख नदियां खतरे के निशान के ऊपर बह रही हैं और कई इलाके बाढ़ के पानी में डूबे हुए हैं। उत्तराखंड, हिमाचल प्रदेश, पश्चिमी उत्तर प्रदेश, पंजाब, हरियाणा, दिल्ली और चंडीगढ़ में अलग-अलग स्थानों पर भारी से बहुत भारी बारिश होने की संभावना है।
उत्तराखंड में मौसम लगभग साफ रहा, लेकिन नंदप्रयाग में मलबा गिरने से बदरीनाथ मार्ग पर यातायात बाधित हुआ। भूस्खलन के चलते यमुनोत्री मार्ग मंगलवार को भी बंद रहा। हालांकि, केदारनाथ यात्रा जारी है। राज्य में अभी 50 सड़कें बंद हैं, करीब 40 गांवों को बिजली आपूर्ति बाधित है। 400 छोटी-बड़ी नहरें बह गई हैं। हरिद्वार में गंगा अभी भी खतरे के निशाना (293 मीटर) से कुछ ऊपर 293.45 मीटर पर बह रही है।
हिमाचल के कुल्लू की गड़सा घाटी में मंगलवार तड़के चार बजे बादल फटने से पंचानाला और हुरला नाले में भयंकर बाढ़ आ गई। इसमें पांच मकान बह गए और 15 को नुकसान पहुंचा। छोटे-बड़े चार पुल भी बह गए और कुछ मवेशी लापता हैं। भुंतर-गड़सा मनियार रोड को नुकसान पहुंचा है। 500 से अधिक सड़कें बंद हैं।
2075 तक दूनिया की दूसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था होगी भारत की
26 Jul, 2023 01:00 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
नई दिल्ली । अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (आईएमएफ) जैसी दुनिया की सबसे प्रतिष्ठित संस्था ने भी माना है कि आने वाला समय एशियाई देशों का होगा। जीडीपी के लिहाज से दुनिया के 2 सबसे बड़े देश एशिया से ही रहने वाले हैं। आईएमएफ ने अनुमान जताया है कि साल 2075 तक चीन दुनिया की सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था वाला देश होगा, जबकि भारत दूसरे पायदान पर पहुंच जाएगा।
आईएमएफ की ओर से जारी आंकड़ों के अनुसार, साल 2023 में भारत की जीडीपी 3.737 लाख करोड़ डॉलर की है, जो साल 2028 तक बढ़कर 5.5 लाख करोड़ डॉलर पहुंचेगी। इतना ही नहीं अगले 4 दशक में यानी साल 2075 तक भारतीय अर्थव्यवस्था का आकार बढ़कर 52.5 लाख करोड़ डॉलर पहुंच सकता है। चीन मामले में भारत से बस थोड़ा आगे रहेगा। आईएमएफ के अनुसार, अभी चीन की जीडीपी 19.374 लाख करोड़ डॉलर है, जो 2028 तक 27.4 लाख करोड़ डॉलर और 2075 तक 57 लाख करोड़ डॉलर पहुंच सकती है।
आईएफएम ने कहा है कि अमेरिका की अर्थव्यवस्था इस दौरान सुस्त पड़ जाएगी और अभी पहले स्थान पर होने के बावजूद वहां तीसरे पायदान पर पहुंच जाएगी। 2023 में अमेरिकी जीडीपी 26.855 लाख करोड़ डॉलर की है, जबकि 2028 तक यह 32.3 लाख करोड़ डॉलर और 2075 तक 51.5 लाख करोड़ डॉलर तक पहुंच सकती है।
आईएमएफ ने चौंकाने वाली बात कही हैं कि अभी तीसरे, चौथे, छठें और सातवें पायदान पर काबिज देश जीडीपी के मामले में पीछे छूट जाएगें। चौथे पायदान पर इंडोनेशिया पहुंच जाएगा। 2023 में इंडोनेशिया की जीडीपी 2 लाख करोड़ डॉलर की रहेगी, जो 2028 तक भी 2 लाख करोड़ तक ही सिमटी रहेगी, लेकिन 2075 तक यह 13.7 लाख करोड़ डॉलर पहुंच जाएगी। इसी तरह, नाइजीरिया की जीडीपी जो 2023 में महज 0.5 लाख करोड़ डॉलर की है और अभी काफी पीछे चल रही है, 2028 में 0.9 लाख करोड़ और 2075 तक 13.1 लाख करोड़ डॉलर के साथ 5वें पायदान पर पहुंच जाएगी।
ब्राजील जीडीपी के मामले में साल 2075 तक 8.7 लाख करोड़ डॉलर के साथ 6वें पायदान पर पहुंच जाएगा। 2028 में यह 2.7 लाख करोड़ डॉलर तक पहुंच सकती हैं, जो अभी 2.08 लाख करोड़ डॉलर है। जर्मनी की जीडीपी भी 2023 के 4.309 लाख करोड़ डॉलर से बढ़कर 2027 तक 8.1 लाख करोड़ डॉलर हो जाएगी और यह 7वें पायदान पर होगा। 2075 तक ब्रिटेन 8वीं बड़ी अर्थव्यवस्था रहेगा। 2023 में उसकी जीडीपी 3.159 लाख करोड़ डॉलर है, जो 2028 तक 4.2 लाख करोड़ और 2075 तक 7.6 लाख करोड़ डॉलर पहुंच जाएगी। वहीं जापान की अर्थव्यवस्था 9वें पायदान पर रहेगी। 10वें पायदान पर रूस और 11वें पर फ्रांस की जीडीपी होगी। रूस 2075 तक 6.9 लाख करोड़ डॉलर और फ्रांस 6.5 लाख करोड़ डॉलर की अर्थव्यवस्था वाला देश होगा।
मणिपुर में भीड़ ने सुरक्षा बलों की दो बसों में लगाई आग, कोई हताहत नहीं
26 Jul, 2023 12:30 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
मणिपुर में हिंसा थमने का नाम नहीं ले रही है। जैसे ही सरकार और आम लोगों को लगता है कि तनाव शांत हो गया है। वैसे ही फिर एक और घटना सामने आ जाती है। अब मणिपुर के कांगपोकपी जिले में भीड़ ने सुरक्षा बलों द्वारा इस्तेमाल की जाने वाली दो बसों में आग लगा दी। इस दौरान किसी के हताहत होने की सूचना नहीं मिली है।
अधिकारियों ने बुधवार को बताया कि घटना उस समय की है, जब बसें मंगलवार शाम दीमापुर से आ रही थीं। कुकी और मैतेई समुदाय के बीच लगातार हिंसा बढ़ रही है। हिंसा कर रहे लोगों के एक समूह ने मणिपुर की बसों को सपोरमीना में रोक दिया और बस चालक से कहा कि वह देखना चाहते हैं कि दूसरे समुदाय का कोई सदस्य तो नहीं बैठा है। उन्होंने आगे बताया कि तभी भीड़ में से कुछ लोगों ने बसों में आग लगा दी। हालांकि, इस दौरान जनहानि की कोई खबर सामने नहीं आई।
मणिपुर में अनुसूचित जनजाति (एसटी) का दर्जा देने की मेइती समुदाय की मांग के विरोध में तीन मई को पर्वतीय जिलों में ‘आदिवासी एकजुटता मार्च’ के आयोजन के बाद झड़पें शुरू हुई थीं। राज्य में तब से अब तक कम से कम 160 से अधिक लोगों की जान जा चुकी है।
तनाव की शुरुआत चुराचंदपुर जिले से हुई। ये राजधानी इम्फाल के दक्षिण में करीब 63 किलोमीटर की दूरी पर है। इस जिले में कुकी आदिवासी ज्यादा हैं। गवर्नमेंट लैंड सर्वे के विरोध में 28 अप्रैल को द इंडिजेनस ट्राइबल लीडर्स फोरम ने चुराचंदपुर में आठ घंटे बंद का ऐलान किया था। देखते ही देखते इस बंद ने हिंसक रूप ले लिया। उसी रात तुइबोंग एरिया में उपद्रवियों ने वन विभाग के ऑफिस को आग के हवाले कर दिया। 27-28 अप्रैल की हिंसा में मुख्य तौर पर पुलिस और कुकी आदिवासी आमने-सामने थे।
देश के सबसे बड़े कन्वेंशन सेंटर का उद्घाटन करने पहुंचे PM नरेंद्र मोदी
26 Jul, 2023 12:01 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
देश के सबसे बड़े कन्वेंशन सेंटर का उद्घाटन करने पहुंचे PM नरेंद्र मोदीप्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज 26 जुलाई को दिल्ली के प्रगति मैदान में अंतरराष्ट्रीय प्रदर्शनी-सह-सम्मेलन केंद्र (आईईसीसी) परिसर राष्ट्र को समर्पित करेंगे। पीएम मोदी उद्घाटन के लिए आईटीपीओ कॉम्प्लेक्स पहुंच गए। यहां उन्होंने कॉम्प्लेक्स में हवन और पूजा-पाठ में हिस्सा लिया।
प्रधानमंत्री कार्यालय (पीएमओ) का दावा है कि यह दुनिया के अग्रणी प्रदर्शनी और सम्मेलन परिसरों में से एक होगा। इस परिसर में सितंबर में जी-20 नेताओं की बैठक प्रस्तावित है।
पीएमओ की ओर से जारी बयान में बताया गया है कि इस परियोजना को लगभग 2,700 करोड़ रुपये की लागत से एक राष्ट्रीय परियोजना के रूप में विकसित किया गया था। लगभग 123 एकड़ के परिसर क्षेत्र के साथ, आईईसीसी परिसर को भारत के सबसे बड़े एमआईसीई (बैठकें, प्रोत्साहन, सम्मेलन और प्रदर्शनी) गंतव्य के रूप में विकसित किया गया है। सरकार ने जनवरी, 2017 में प्रगति मैदान के पुनर्विकास के लिए भारत व्यापार संवर्धन संगठन (आईटीपीओ) के प्रस्ताव को मंजूरी देते हुए राष्ट्रीय राजधानी में विश्वस्तरीय आईईसीसी स्थापित करने पर सहमति जताई थी। पीएमओ ने कहा कि देश में बैठकों, सम्मेलनों और प्रदर्शनियों की मेजबानी के लिए एक विश्व स्तरीय बुनियादी ढांचा तैयार करने संबंधी प्रधानमंत्री के दृष्टिकोण ने प्रगति मैदान में आईईसीसी की अवधारणा को मूर्तरूप दिया है।
कन्वेंशन सेंटर भवन का वास्तुशिल्प डिजाइन भारतीय परंपराओं से प्रेरित है। इमारत का आकार शंख के जैसा है। 'जीरो टू इसरो ' यह अंतरिक्ष में भारत की उपलब्धि को दर्शाता है। वहीं, पंचमहाभूत आकाश, वायु, अग्नि, जल व पृथ्वी तत्व के सार्वभौमिक आधार को भी रेखांकित किया गया है। बहुउद्देश्यीय हॉल और प्लेनरी हॉल में 7,000 लोगों की संयुक्त क्षमता है, एम्फीथिएटर 3,000 लोग बैठ सकेंगे। वहीं, ऑस्ट्रेलिया के प्रसिद्ध सिडनी ओपेरा हाउस की बैठक क्षमता 55,00 है।
गणेशोत्सव के दौरान मध्य रेलवे 9 स्पेशल ट्रेनें चलाएगी
26 Jul, 2023 12:00 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
मुंबई। इस साल मध्य रेलवे द्वारा गणेशोत्सव के दौरान कोंकण जाने वाले यात्रियों की सुविधा के लिए 9 स्पेशल ट्रेनें चलाई जाएंगी. दरअसल गणपति के दौरान कोंकण जाने वाली ट्रेनों में काफी भीड़ होती है. इसी के मद्देनजर अब मध्य रेलवे ने यह अहम फैसला लिया है. तदनुसार अब मध्य रेलवे ने 18 और (9 डाउन तथा 9 अप) अनारक्षित ट्रेनों को चलाने की घोषणा की है। डाउन रूट पर 9 और अप रूट पर 9 राउंड होंगे। इसमें 01185/86 एलटीटी-कुडाल स्पेशल ट्रेन 13 सितंबर से 2 अक्टूबर तक मुंबई के लोकमान्य तिलक टर्मिनस से चलेगी. यह स्पेशल ट्रेन सोमवार, बुधवार और शनिवार तीन दिन चलेगी. इस ट्रेन में कुल 24 कोच होंगे. मध्य रेलवे की इन विशेष ट्रेनों से गणपति के दर्शन और पूजा के लिए कोंकण जाने वाले भक्तों को राहत मिलेगी. इससे पहले मध्य रेलवे ने 208 ट्रेनों की घोषणा की थी, जबकि पश्चिम रेलवे ने गणपति के दौरान 40 ट्रेनों की घोषणा की थी। इससे गणपति के दौरान कोंकण जाने वालों की यात्रा आसान हो जाएगी।
पश्चिम रेलवे ने गणपति के दौरान कोंकण रूट पर 40 स्पेशल ट्रेनें चलाने का फैसला किया है. इसके मुताबिक, मुंबई सेंट्रल से सावंतवाड़ी, मडगांव से उधना, वसई-पनवेल-रोहा और विश्वामित्री-कुडाल तक विशेष ट्रेनें चलेंगी। मुंबई सेंट्रल से सावंतवाड़ी स्पेशल एक्सप्रेस के 30 फेरे चलेंगे. 14 से 18 और 20 से 30 सितंबर के बीच यह ट्रेन हर सोमवार, बुधवार, गुरुवार, शुक्रवार, शनिवार और रविवार को मुंबई सेंट्रल से रात 12 बजे रवाना होगी और सुबह 3 बजे सावंतवाड़ी पहुंचेगी. वापसी यात्रा के लिए 15 सितंबर से 19 सितंबर और 21 सितंबर से 1 अक्टूबर तक प्रत्येक मंगलवार, गुरुवार, शुक्रवार, शनिवार, रविवार और सोमवार को ट्रेन सुबह 5 बजे प्रस्थान करेगी और उसी दिन रात 8.10 बजे मुंबई सेंट्रल पहुंचेगी। उधना से मडगांव (छह फेरे) और विश्वामित्री से कुडाल (चार फेरे) तक ट्रेनों का संचालन किया जाएगा। पश्चिम रेलवे द्वारा 40 ट्रेनों की संख्या बढ़ाने से अब गणेशोत्सव के दौरान चलने वाली विशेष ट्रेनों की कुल संख्या 248 तक पहुंच गई। साथ ही अब 18 और ट्रेनें जुड़ने से विशेष ट्रेनों की संख्या बढ़कर 266 हो गई है.
01185 स्पेशल 13.09.2023 से 02.10.2023 तक सोमवार, बुधवार और शनिवार को 00.45 बजे लोकमान्य तिलक टर्मिनस से रवाना होगी और उसी दिन 11.30 बजे कुडाल पहुंचेगी।
01186 स्पेशल 13.09.2023 से 02.10.2023 तक मंगलवार, गुरुवार और रविवार को 12.10 बजे कुदालहूं से रवाना होगी और अगले दिन 00.35 बजे लोकमान्य तिलक टर्मिनस पहुंचेगी।
स्टॉप: ठाणे, पनवेल, रोहा, मंगोवन, खेड़, चिपलुन, संगमेश्वर रोड, रत्नागिरी, आडवली, विलावेडे, राजपुर रोड, वैभववाड़ी रोड, कंकावली और सिंधुदुर्ग। संरचना: 2 सामान सह गार्ड के ब्रेक वैन के साथ 24 सामान्य द्वितीय श्रेणी। इन विशेष ट्रेनों के रुकने के विस्तृत समय के लिए कृपया डब्ल्यूडब्ल्यूडब्यू.इन्क्वारी.इंडियनरेल.जीवोवी.इन पर जाएँ या एनटीईएस ऐप डाउनलोड करें।
पीएम मोदी 27 और 28 जुलाई को राजस्थान और गुजरात का करेंगे दौरा
26 Jul, 2023 11:00 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
नई दिल्ली । प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी 27 और 28 जुलाई 2023 को राजस्थान और गुजरात का दौरा करेंगे। पीएम मोदी 27 जुलाई को सुबह करीब 11:15 बजे राजस्थान के सीकर में एक सार्वजनिक कार्यक्रम में विभिन्न विकास परियोजनाओं का शिलान्यास और लोकार्पण करेंगे। इसके बाद वे गुजरात के राजकोट पहुंचेंगे, जहां दोपहर करीब 3:15 बजे प्रधानमंत्री राजकोट अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे का निरीक्षण करेंगे। इसके बाद, करीब 4:15 बजे प्रधानमंत्री राजकोट के रेसकोर्स ग्राउंड में विभिन्न विकास परियोजनाओं का उद्घाटन करेंगे। प्रधानमंत्री 28 जुलाई को सुबह करीब 10:30 बजे गांधीनगर के महात्मा मंदिर में सेमीकॉनइंडिया 2023 का उद्घाटन करेंगे।
अगर हिंन्दू पक्ष के मुताबिक सर्वे हो गया तो मस्जिद की पूरी ईमारत ही खत्म हो जाएगी: मुस्लिम पक्ष
26 Jul, 2023 10:00 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
नई दिल्ली । ज्ञानवापी में साइंटिफिक सर्वे के मामले में इलाहाबाद हाईकोर्ट की चीफ जस्टिस की बेंच में सुनवाई के दौरान मुस्लिम पक्ष ने कहा कि अगर हिंन्दू पक्ष के मुताबिक सर्वे हो गया तो मस्जिद की पूरी ईमारत ही खत्म हो जाएगी। इसके जवाब में हिंन्दू पक्ष कि तरफ से कहा गया कि एएसआई से निर्देश लेने के बाद एसजी तुषार मेहता सुप्रीम कोर्ट में पहले ही।साफ कर चुके है कि मस्जिद की इमारत को कोई नुकसान नहीं होगा। जिला जज ने भी अपने आदेश मे मस्जिद की इमारत को नुकसान पहुचाए बगैर सर्वे को अंजाम देने के लिए कहा था।
चीफ जस्टिस ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट ने अपने आदेश मे भी एएसआई के इस बयान को रिकॉर्ड पर लिया है कि एएसआई फिलहाल खुदाई जैसी कोई काम नहीं करेगा। मुस्लिम पक्ष ने कहा कि एएसआई सिर्फ एक हफ्ते के लिए खुदाई ना करने की बात कह रही है। इसके बाद वो ऐसी कार्रवाई करने के लिए स्वतंत्र है। कोर्ट ने हिन्दू पक्ष से पूछा कि क्या आपने जिला अदालत मे कोई दस्तावेज जमा कराए है ? जिनमे सर्वे के पूरे कवायद के प्लान का जिक्र हो। हिन्दू पक्ष ने कहा कि हां सर्वे का पूरा प्लान कोर्ट मे दिया गया था कि ए एस आई कैसे प्लान को अंजाम देगा।
कोर्ट ने पूछा कि क्या देश के किसी दूसरे हिस्से मे भी कभी इस तरह का सर्वे हुआ है। हिन्दू पक्ष ने कहा कि राम जन्मभूमि केस मे भी ऐसा ही हुआ था। मुस्लिम पक्ष ने हिन्दू पक्ष की ओर से निचली अदालत मे रखी मांगों का हवाला देते हुए कहा कि उनकी मांग मे खुद खुदाई के जरिए सर्वे कराने की बात कही गई थी। हिन्दू पक्ष ने कहा कि चुकि मुस्लिम पक्ष ने कोर्ट में ये दावा किया था कि औरंगजेब ने ये मस्जिद बनाई है ऐसे में वाकई ये औरंगजेब की बनाई मस्जिद थी या कोई हिन्दू मंदिर था। इस सच का पता करने के लिए हमने सर्वे की मांग जिला अदालत से की थी। पूरे मामले पर मुस्लिम पक्ष ने कहा कि ये याचिका प्री मेच्योर है। इलाहाबाद के मुख्य न्यायाधीश की कोर्ट में कल इस मामले आगे सुनवाई बुधवार से फिर शुरू होगी।
युद्ध की स्थिति बनती है तो भारत बेहतर तरीके से है तैयार
26 Jul, 2023 09:00 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
लद्दाख । थल सेना के पूर्व अध्यक्ष जनरल (सेवानिवृत्त) वेद प्रकाश मलिक ने विश्वास जताया कि अगर आज युद्ध की स्थिति बनती है तो भारत करगिल के दौरान की तुलना में बेहतर तरीके से तैयार है। उन्होंने कहा कि करगिल युद्ध से उनकी सबसे बड़ी सीख यह है कि दोस्ती का राजनीतिक दिखावा करने के बावजूद दुश्मन पर भरोसा नहीं किया जा सकता।
जनरल मलिक के अनुसार यह ‘दूध का जला छाछ भी फूंक फूंक कर पीता है वाली स्थिति है। उन्होंने ‘लाहौर घोषणा पत्र को याद किया जिस पर फरवरी 1999 में भारत और पाकिस्तान ने हस्ताक्षर किए थे और दोनों देशों की संसद ने इसकी पुष्टि की थी। इसके तहत दोनों देशों की जिम्मेदारी थी कि वे परमाणु हथियारों की दौड़ और गैर-परंपरागत एवं परंपरागत संघर्षों से बचेंगे।
उन्होंने कहा, “कुछ महीनों के अंदर, उन्होंने मुजाहिदीन या जिहादियों के साथ नहीं, बल्कि पाकिस्तानी सेना के साथ हमारे क्षेत्र में घुसपैठ की।” मलिक ने कहा, बलों को चौकन्ना रहना चाहिए - चाहे वह चीन हो या पाकिस्तान और अगर कोई देश राजनीतिक रूप से मित्रता प्रदर्शित कर रहा है तो भी आत्मसंतुष्टि के लिए कोई जगह नहीं है। पूर्व सेना प्रमुख ने कहा, “ संघर्षविराम हो या न हो, मैंने कई बार संघर्षविराम टूटते देखा है। इसलिए, इससे कोई फर्क नहीं पड़ता, हमें एलएसी (वास्तविक नियंत्रण रेखा) या एलओसी (नियंत्रण रेखा) पर सतर्क रहना होगा।
उन्होंने कहा कि करगिल युद्ध इस बात का सबूत है कि भारतीय सेना के पास दुश्मन को खदेड़ने की क्षमता है, भले ही उनका हमला अचानक हुआ हो। जनरल मलिक ने कहा, “ अगर आज युद्ध की स्थिति उत्पन्न होती है, तो हम लड़ने के लिए तैयार हैं। हम कहीं अधिक सुसज्जित हैं और बेहतर तरीके से तैयार हैं। मानव संसाधन आज भी उतने ही अच्छे हैं जितने 24 साल पहले थे, लेकिन आज की तुलना में क्षमताओं में काफी सुधार हुआ है।”
उन्होंने कहा, “ सशस्त्र बल बदल गए हैं। हमारे पास बेहतर उपकरण, निगरानी तंत्र है। हम कोई भी चुनौती का सामना करने के लिए तैयार हैं।” मलिक ने पाकिस्तान के साथ 1999 के करगिल युद्ध के दौरान की स्थिति को याद करते हुए कहा कि चुनौतियां सिर्फ इलाके और मौसम तक सीमित नहीं थीं, बल्कि उपकरण को लेकर भी थी। उन्होंने कहा, “ लेकिन आज हम बहुत बेहतर हैं।” मलिक ने कहा, “ करगिल के दौरान यह अलग था, शुरू में हमारे कर्मी काफी हताहत हुए , क्योंकि हमारे पास पर्याप्त जानकारी नहीं थी और एक बार जब हमें अधिक विवरण पता चला, तो हम हमलावरों के भेष में आई पाकिस्तानी नियमित सेना को करगिल की पहाड़ियों से खदेड़ पाए।”
जनरल मलिक यहां द्रास में एक कार्यक्रम में आए थे, जहां युद्ध नायकों और शहीद सैनिकों के परिवारों ने शहीदों को याद किया। मलिक की बात से कई पूर्व सैनिकों ने भी सहमति प्रकट करते हुए कहा कि संघर्ष विराम होना अच्छी बात है, लेकिन उसका उल्लंघन करना पाकिस्तान की आदत है। 18 ग्रेनेडियर्स के कमांडिग अधिकारी रहे ब्रिगेडियर (सेवानिवृत्त) कुशल ठाकुर ने कहा, “ संघर्षविराम और यह कितने वक्त रहेगा, दोनों पक्षों पर निर्भर करता है। मगर पाकिस्तान ने हमेशा विश्वासघात किया है। भारतीय सेना सक्षम है।”
ब्रिटेन के सांसद ने भारत को लेकर की भविष्यवाणी....
25 Jul, 2023 08:00 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
हैदराबाद। ब्रिटिश सांसद लॉर्ड करण बिलिमोरिया ने भविष्यवाणी की है कि भारत 2060 तक दुनिया की सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन जाएगा। बिलिमोरिया अल्मा मेटर हैदराबाद पब्लिक स्कूल (एचपीएस), बेगमपेट के अलंकरण समारोह में पहुंचे हैं, जिसमें उन्होंने दावा किया।
बिलिमोरिया ने हाल ही में अपने अल्मा मेटर हैदराबाद पब्लिक स्कूल (एचपीएस), बेगमपेट के अलंकरण समारोह के मौके पर कहा कि भारत ने यूनाइटेड किंगडम को पीछे छोड़ दिया है और अब यह दुनिया की पांचवीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था है।
2060 तक सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था
ब्रिटेन के हाउस ऑफ लॉर्ड्स के सदस्य बिलिमोरिया ने कहा, "पूरी दुनिया भारत की ओर देख रही है। इसमें कोई संदेह नहीं है कि भारत अब जल्द ही दुनिया की तीन महाशक्तियों में से एक बनने जा रहा है। 25 सालों के अंदर ही मेरी भविष्यवाणी है कि भारत की जीडीपी 32 ट्रिलियन डॉलर होगी और यह दुनिया की दूसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था होगी। मैं एक कदम आगे बढ़ता हूं, मेरा मानना है कि 2060 तक भारत दुनिया की सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था होगी।"
जल्द होगा भारत-ब्रिटेन मुक्त व्यापार समझौते
बिलिमोरिया ने उम्मीद जताई कि जिस भारत-ब्रिटेन मुक्त व्यापार समझौते पर चर्चा हो रही है, वह करीब है। ब्रिटेन के सांसद ने कहा कि दोनों देशों के बीच व्यापार बहुत तेजी से बढ़ रहा है और अब यह सालाना 30 अरब पाउंड से अधिक है। उन्होंने कहा, "लेकिन मुझे अभी भी लगता है कि यह अभी बहुत कम है, हम इसे कई गुना कर सकते हैं।"
बड़े प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व करें ब्रिटेन के पीएम ऋषि सुनक
इस साल अप्रैल में उनके नेतृत्व में ब्रिटेन के संसदीय प्रतिनिधिमंडल की सफल भारत यात्रा को याद करते हुए उन्होंने कहा कि बड़े प्रतिनिधिमंडलों के दौरे की सिफारिश की जानी चाहिए, जिसमें व्यापारिक नेता, प्रेस के सदस्य, कैबिनेट मंत्री और विश्वविद्यालय के नेता शामिल हैं। उन्होंने आगे कहा कि ब्रिटेन के प्रधानमंत्री ऋषि सुनक को भारत दौरे पर एक बड़े प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व करना चाहिए।
ब्रिटेन में भारतीय मूल के कई सफल नेता
ब्रिटेन के सांसद ने कहा कि ब्रिटेन में रहने वाले उनके जैसे भारतीय मूल के 17 लाख लोग भारत के साथ जुड़ाव का एक जरिया हैं और यह ब्रिटेन में सबसे सफल अल्पसंख्यक समुदाय है। इसमें भारतीय मूल के प्रधानमंत्री के साथ-साथ व्यवसाय और जीवन के अन्य क्षेत्रों में कई सफल नेता भी शामिल हैं।
कोबरा बीयर के संस्थापक लॉर्ड बिलिमोरिया ने भी कहा कि वह भारत में जल्द से जल्द अवसर मिलते ही उत्पाद को फिर से शुरू करना पसंद करेंगे।
मस्कट जाने वाली ओमान एयर फ्लाइट में आई तकनीकी खराबी....
25 Jul, 2023 07:00 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
नई दिल्ली। मस्कट जाने वाली ओमान एयर फ्लाइट में उड़ान के कुछ देर बाद ही तकनीकी खराबी आ गई, जिसके कारण वह वापस कोझिकोड एयरपोर्ट लौट गई। इस बात की जानकारी कोझिकोड कालीकट अंतर्राष्ट्रीय एयरपोर्ट के अधिकारी द्वारा दी गई है। फिलहाल, सभी यात्री सुरक्षित बताए जा रहे हैं।
सुरक्षित उतारे गए सभी यात्री
कालीकट एयरपोर्ट के एक अधिकारी ने बताया कि 169 लोगों के साथ उड़ान संख्या डब्ल्यूवाई 298 सुबह 9.15 बजे कारीपुर हवाईअड्डे से उड़ान भरी थी और तकनीकी खराबी के कारण अपनी यात्रा के कुछ मिनट बाद ही वापस आ गई और सुरक्षित रूप से उतर गई।
पायलट की सूझबूझ से हुई सामान्य लैंडिग
एयपोर्ट के अधिकारी ने बताया, "यह एक सामान्य लैंडिंग थी, विमान सुरक्षित रूप से उतर गया।" उन्होंने कहा, "विमान ने उतरने से पहले ईंधन जलाने और हल्का होने के लिए दो घंटे से अधिक समय तक हवाईअड्डे का चक्कर लगाया।"
कर्नाटक में गिर जाएगी कांग्रेस की सरकार....
25 Jul, 2023 06:00 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
बेंगलुरु। कर्नाटक के उपमुख्यमंत्री डीके शिवकुमार ने भाजपा और जेडीएस पर सरकार गिराने की कोशिश करने का आरोप लगाया है। डीके शिवकुमार ने कहा कि भाजपा और जेडीएस नेता एक समझौता करने की कोशिश कर रहे हैं।
शिवकुमार ने सिंगापुर से जोड़ा कनेक्शन
डिप्टी सीएम डीके शिवकुमार ने कहा कि भाजपा और जेडीएस नेताओं की बेंगलुरु या नई दिल्ली में बैठक नहीं हो सकी और अब उन्होंने सिंगापुर के लिए टिकट बुक कर लिया है। उन्होंने कहा कि हमारे दुश्मन, अब दोस्त बन गये हैं।
डीके शिवकुमार ने कहा
मेरे पास ऐसे लोगों के बारे में जानकारी है, जो कर्नाटक में कांग्रेस सरकार को अस्थिर करने की योजना बनाने के लिए सिंगापुर गए हैं।
जेडीएस ने दावे को किया खारिज
वहीं, इस दावे पर जेडीएस के प्रदेश अध्यक्ष सीएम इब्राहिम का बयान सामने आया है। उन्होंने डीके शिवकुमार के दावे को खारिज किया है। उन्होंने कहा कि अगर वे दोनों हाथ मिलाते हैं, तो भी वे केवल 85 सीटें ही बना पाएंगे, उन्हें फिर भी 50 सीटें और चाहिए।
जेडीएस प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि आपको इसकी परवाह क्यों है? पहले, आप अपने वादे पूरे करें। हमारी ऐसी कोई योजना नहीं है। उन्होंने कहा, अगर शिवकुमार को कुछ संदेह है, तो वह सीधे आकर मुझसे बात कर सकते हैं।
बैकलॉग से परेशान होकर आईआईटी छात्र ने की आत्महत्या...
25 Jul, 2023 05:00 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
हैदराबाद। आईआईटी-हैदराबाद के 20 वर्षीय एक छात्र ने कथित तौर पर यहां समुद्र में कूदकर अपनी जान दे दी। छात्र अपने बैकलॉग से परेशान था। पुलिस ने मंगलवार को यह जानकारी दी।
पुलिस ने कहा कि धनवथ कार्तिक 19 जुलाई के आसपास समुद्र में डूब गया होगा और मछुआरों की मदद से 20 जुलाई को उसका शव बरामद किया गया। विशाखापत्तनम के पुलिस आयुक्त सी. एम. त्रिविक्रम वर्मा ने कहा, "वह पढ़ाई पर ध्यान केंद्रित नहीं कर सका जिसकी वजह से उसके बैकलॅाग आए।"
जांच के दौरान, यह पाया गया कि पीड़ित का सेल फोन आखिरी बार 19 जुलाई को विशाखापत्तनम के रामकृष्ण बीच (आरके बीच) पर था और सीसीटीवी फुटेज के अनुसार उसे समुद्र तट के खतरे वाले क्षेत्र में चलते देखा गया था।
परीक्षाओं में बैकलॉग क्लियर न कर पाने से था परेशान
पुलिस के अनुसार, कार्तिक ने 17 जुलाई को हैदराबाद छोड़ दिया था क्योंकि वह परीक्षाओं में बैकलॉग क्लियर न कर पाने से परेशान था।
कार्तिक को पहली बार 17 जुलाई को अपने छात्रावास के कमरे से लापता पाया गया था, जिसके बाद आईआईटी-हैदराबाद के अधिकारियों ने 19 जुलाई को गुमशुदगी का मामला दर्ज किया था। प्रारंभिक जांच के आधार पर, यह भी पाया गया कि छात्र के पास दो बैकलॉग (दो विषयों में) थे। आदिवासी छात्र तेलंगाना के नलगोंडा जिले का रहने वाला था।
SIMI पर बैन के खिलाफ याचिका पर SC....
25 Jul, 2023 04:00 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
नई दिल्ली। सुप्रीम कोर्ट ने मंगलवार को स्टूडेंट्स इस्लामिक मूवमेंट ऑफ इंडिया (SIMI) पर लगाए गए प्रतिबंध के खिलाफ याचिकाओं पर तत्काल सुनवाई से इनकार कर दिया है।
न्यायमूर्ति एस के कौल और न्यायमूर्ति सुधांशु धूलिया की पीठ संविधान के अनुच्छेद 370 के मुद्दे पर सुनवाई पूरी होने के बाद इस मुद्दे को देखेगी। बता दें, सिमी मामले को सूचीबद्ध करने की मांग करने वाले वकील ने पीठ को बताया कि मामला 18 जनवरी को सुनवाई के लिए आया था और तब से सूचीबद्ध नहीं किया गया है।
'अनुच्छेद 370 मुद्दे पर सुनवाई पूरी होने के बाद आए'
इसी पर पीठ ने कहा, 'अगले हफ्ते संविधान पीठ में (अनुच्छेद 370 पर) सुनवाई शुरू हो रही है। इसके खत्म होने के बाद इस मुद्दे का जिक्र कोर्ट में आकर करें।' केंद्र ने पहले शीर्ष अदालत को बताया था कि भारत में इस्लामी शासन स्थापित करने के सिमी के उद्देश्य को पूरा नहीं होने दिया जा सकता है। प्रतिबंधित संगठन के कार्यकर्ता अभी भी विघटनकारी गतिविधियों में लिप्त हैं जो देश की संप्रभुता और क्षेत्रीय अखंडता को खतरे में डाल सकते हैं।
शांति और सांप्रदायिक सद्भाव को बाधित कर सकते हैं
सिमी पर लगाए गए प्रतिबंध पर कई याचिकाओं पर सुनवाई कर रही शीर्ष अदालत में दायर एक जवाबी हलफनामे में, केंद्र ने कहा था कि संगठन के कार्यकर्ता अन्य देशों में स्थित अपने सहयोगियों के साथ 'नियमित संपर्क' में हैं और उनके कार्य भारत में शांति और सांप्रदायिक सद्भाव को बाधित कर सकते हैं। इसमें यह भी कहा गया था कि सिमी का उद्देश्य छात्रों और युवाओं को इस्लाम के प्रचार-प्रसार और जिहाद (धार्मिक युद्ध) के लिए समर्थन प्राप्त करना है।
सिमी कार्यकर्ता एकजुट हो रहे हैं- केंद्र
हलफनामे में कहा गया है कि रिकॉर्ड में लाए गए सबूत स्पष्ट रूप से स्थापित करते हैं कि 27 सितंबर, 2001 से प्रतिबंधित होने के बावजूद, सिमी कार्यकर्ता एकजुट हो रहे हैं, बैठक कर रहे हैं, साजिश रच रहे हैं, हथियार और गोला-बारूद हासिल कर रहे हैं और गतिविधियों में शामिल हैं।
सिमी के अपने सदस्यों के माध्यम से पाकिस्तान, अफगानिस्तान, सऊदी अरब, बांग्लादेश और नेपाल में संपर्क हैं और छात्रों और युवाओं का संगठन होने के नाते, यह जम्मू-कश्मीर से संचालित होने वाले विभिन्न कट्टरपंथी इस्लामी आतंकवादी संगठनों से प्रभावित और उपयोग किया जाता है।
कब अस्तित्व में आया SIMI संगठन
सिमी 25 अप्रैल, 1977 को उत्तर प्रदेश के अलीगढ़ में जमात-ए-इस्लामी-हिंद (जेईआईएच) में विश्वास रखने वाले युवाओं और छात्रों के एक संगठन के रूप में अस्तित्व में आया और 1993 में इसने खुद को स्वतंत्र घोषित कर दिया। गृह मंत्रालय (एमएचए) ने 31 जनवरी, 2019 की एक अधिसूचना में संगठन पर लगाए गए प्रतिबंध को पांच साल के लिए बढ़ा दिया था। सिमी पर पहली बार 2001 में प्रतिबंध लगाया गया था। तब से, प्रतिबंध को नियमित रूप से बढ़ाया जाता रहा है। यह आठवीं बार था जब प्रतिबंध बढ़ाया गया था।
मणिपुर हिंसा को लेकर मिजोरम में प्रदर्शन...
25 Jul, 2023 03:25 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
आईजोल। जातीय संघर्षग्रस्त मणिपुर में 'जो' लोगों के साथ एकजुटता व्यक्त करने के लिए नागरिक समाज संगठनों ने मंगलवार को पूरे मिजोरम में प्रदर्शन किया। मिजोरम के मिजो लोग का मणिपुर के कुकी, बांग्लादेश के चटगांव पहाड़ी इलाकों के कुकी-चिन और म्यांमार के चिन के साथ जातीय संबंध है। इन्हें सामूहिक रूप से 'जो' के रूप में पहचाना जाता है।
राज्य भर में निकाली गई रैलियां
एनजीओ समन्वय समिति, सेंट्रल यंग मिजोजो एसोसिएशन (सीवाईएमए) और मिजो जिरलाई पावल (एमजेडपी) सहित पांच प्रमुख नागरिक समाज संगठनों के एक समूह ने राज्य की राजधानी आइजोल सहित मिजोरम के विभिन्न हिस्सों में रैलियों का आयोजन किया।
सत्तारूढ़ पार्टी समेत कई राजनीतिक दलों ने किया प्रदर्शन का समर्थन
पड़ोसी राज्य में हिंसा की निंदा करते हुए हजारों लोगों ने बैनर और पोस्टर लेकर रैलियों में भाग लिया। इस विरोध प्रदर्शन का समर्थन करने के लिए सत्तारूढ़ एमएनएफ के कार्यालय बंद कर दिए गए। रैलियों में एमएनएफ कार्यकर्ता भी शामिल हुए। एमएनएफ के अलावा, विपक्षी भाजपा, कांग्रेस और जोरम पीपुल्स मूवमेंट (जेडपीएम) ने भी एकजुटता रैलियों के समर्थन में अपने कार्यालय बंद रखे।
राज्य में सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम
हालांकि, प्रदर्शन को देखते हुए पूरे राज्य में सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए हैं। अधिकारियों ने बताया कि किसी भी अप्रिय घटना को रोकने के लिए सभी जिलों में, खासकर संवेदनशील इलाकों में पुलिस की भारी तैनाती, गश्त और कड़ी निगरानी सुनिश्चित की गई।
अब क 160 लोगों की मौत
गौरतलब है कि 3 मई को राज्य में जातीय हिंसा भड़कने के बाद से अब तक 160 से अधिक लोगों की जान चली गई है और कई घायल हुए हैं। दरअसल, जब मैतेई समुदाय की अनुसूचित जनजाति (एसटी) की स्थिति की मांग के विरोध में पहाड़ी जिलों में 'आदिवासी एकजुटता मार्च' आयोजित किया गया था। धीरे-धीरे यह प्रदर्शन, हिंसा में बदल गई, जिसकी आग में आज भी राज्य सुलग रहा है।
मणिपुर की आबादी में मैतेई लोगों की संख्या लगभग 53 प्रतिशत है और वे ज्यादातर इम्फाल घाटी में रहते हैं, जबकि आदिवासी, जिनमें नागा और कुकी शामिल हैं, 40 प्रतिशत हैं और ज्यादातर पहाड़ी जिलों में रहते हैं।
सिंगापुर के सात उपग्रहों के साथ उड़ान भरेगा भारतीय रॉकेट पीएसएलवी
25 Jul, 2023 01:49 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
चेन्नई । भारतीय रॉकेट पीएसएलवी की लांचिंग आगामी 30 जुलाई को होने जा रही हे, इसके लिए देखने वालों के पंजीयन शुरु होंगे। मिली जानकारी के अनुसार भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) 30 जुलाई को अपने ध्रुवीय उपग्रह प्रक्षेपण यान (पीएसएलवी) का उपयोग करके सिंगापुर के सात उपग्रहों को लॉन्च करेगा। इसरो सोमवार शाम से प्रक्षेपण देखने के इच्छुक लोगों का पंजीकरण शुरू कर रहा है। अंतरिक्ष एजेंसी के अनुसार, पीएएसएलवी-सी56 कोड वाला पीएसएलवी रॉकेट मुख्य रूप से लगभग 360 किलोग्राम वजनी सिंगापुर के डीएस-एसएआर उपग्रह को ले जाएगा। अन्य छह छोटे उपग्रह वीईएलओएक्स-एएम, एआरसीएडीई, एससीओओबी-दो, नानयांग टेक्नोलॉजिकल यूनिवर्सिटी, सिंगापुर से हैं; जबकि एनयूएलआईओएन, एनयू स्पेश पीटीई लिमिटेड, सिंगापुर से संबंधित है, गैलासिया-2, नेशनल यूनिवर्सिटी ऑफ़ सिंगापुर से और ओरआरबी-12 एसटीआरआईडीईआर एलिना पीटीई, लिमिटेड, सिंगापुर है।
इस संबंध में इसरो ने कहा कि पीएसएलवी-सी56 रॉकेट को प्रारंभिक उड़ान चरण के दौरान अतिरिक्त जोर देने के लिए अतिरिक्त स्ट्रैप-ऑन मोटर्स के बिना इसके कोर-अलोन मोड में कॉन्फ़िगर किया गया है। यह डीएस-एसएआर उपग्रह को 5 डिग्री झुकाव और 535 किमी की ऊंचाई पर निकट-भूमध्यरेखीय कक्षा (एनईओ) में लॉन्च करेगा। डीएस-एसएआर उपग्रह डीएसटीए (सिंगापुर सरकार का प्रतिनिधित्व) और एसटी इंजीनियरिंग के बीच साझेदारी के तहत विकसित किया गया है। एक बार तैनात और चालू होने के बाद, इसका उपयोग सिंगापुर सरकार के भीतर विभिन्न एजेंसियों की उपग्रह इमेजरी आवश्यकताओं का सहयोग करने के लिए किया जाएगा। एसटी इंजीनियरिंग अपने वाणिज्यिक ग्राहकों के लिए मल्टी-मॉडल और उच्च प्रतिक्रियाशीलता इमेजरी और भू-स्थानिक सेवाओं के लिए इसका उपयोग करेगी।
भारतीय अंतरिक्ष एजेंसी ने कहा कि पीएसएलवी-सी56 रॉकेट आंध्र प्रदेश के श्रीहरिकोटा स्पेसपोर्ट में पहले लॉन्च पैड से लॉन्च होगा। प्रस्तावित रॉकेट मिशन लगभग दो सप्ताह की अवधि में इसरो के लिए दूसरा रॉकेट मिशन है। 14 जुलाई को इसरो रॉकेट एलवीएम ने चंद्रयान-3 अंतरिक्ष यान को कक्षा में स्थापित किया। अंतरिक्ष विभाग की वाणिज्यिक शाखा न्यूस्पेस इंडिया लिमिटेड (एनएसआईएल) ने सिंगापुर के उपग्रहों को लॉन्च करने के लिए पीएसएलवी-सी 56 रॉकेट को लिया है।