देश (ऑर्काइव)
कांग्रेस की जाति वाली पॉलिटिक्स, देश को बांटने की कोशिश!
12 Oct, 2023 07:52 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
कांग्रेस देश को जाति के आधार पर बांटने की राजनीति कर रही है, सत्ता में रहते हुए कांग्रेस सरकार ने वर्ष 1980 में मंडल आयोग की सिफारिशों को लागू नहीं किया, सरकारी नौकरी में ओबीसी युवाओं को आरक्षण देने पर भी कांग्रेस ने कभी विचार नहीं किया, अब सत्ता में आने के लिए कांग्रेस जातिगत जनगणना की पैरवी कर रही है, जो सीधे तौर पर कांग्रेस के दोहरे चरित्र का प्रमाण है। केंद्रीय मंत्री और मध्यप्रदेश के चुनाव प्रभारी भूपेंद्र यादव मीडिया से चर्चा के दौरान कांग्रेस पर जमकर बरसे।
भूपेन्द्र यादव ने कहा कि पूरा देश इस बात को जानता है कि जनगणना कराने का काम केंद्र सरकार का है, जनगणना से राज्यों का कोई लेना देना नहीं होता है। लेकिन देश को जाति के आधार पर बांटने के लिए कांग्रेस जातिगत जनगणना की सिफारिश कर रही है। वायदे करने के संदर्भ में कांग्रेस का शुरू से ही रिकार्ड खराब रहा है। जनता कांग्रेस के मंसूबों को अच्छी तरह समझ चुकी है। भूपेंद्र यादव ने कहा कि वर्ष 1980 के दशक में जब संसद में मंडल आयोग की सिफारिशों को लागू करने की बात आई थी तो राजीव गांधी ने उसका विरोध किया था। इससे पहले 50 के दशक में काका कालेलकर कमीशन की भी रिपार्ट आई लेकिन कांग्रेस की सरकार ने दोनों ही रिपार्ट को दबा दिया और लागू नहीं होने दिया। भूपेंद्र यादव ने कहा कि कांग्रेस के शासन काल में मनमोहन सिंह के प्रधानमंत्री रहते हुए ओबीसी समाज द्वारा संवैधानिक आयोग बनाने की मांग की गई थी, उस समय राहुल गांधी कांग्रेस के अध्यक्ष थे, लेकिन कांग्रेस ने ओबीसी समाज की मांग पर कभी भी ध्यान नहीं दिया। यदि कांग्रेस को ओबीसी समाज से इतना ही प्रेम होता तो वर्ष 1950 से लेकर 1993 तक इस देश के ओबीसी नौजवानों को नौकरियों में आरक्षण मिल चुका होता। भूपेंद्र यादव ने कहा कि किसी समय में राहुल गांधी खुद ओबीसी नेताओं के लिए अभद्र भाषा का प्रयोग करते आए हैं। पार्टी का रिकार्ड है कि वह कभी भी ओबीसी समुदाय की हित चिंतक नहीं रही है, जबकि भाजपा शुरू से ही ओबीसी वर्ग के साथ खड़ी है।
मोदी स्टेडियम पर हमले की धमकी देने वाला व्यक्ति गिरफ्तार
11 Oct, 2023 07:15 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
अहमदाबाद । अहमदाबाद अपराध शाखा ने नरेन्द्र मोदी स्टेडियम पर हमले की धमकी देने वाला ईमेल भेजने के आरोप में एक व्यक्ति को गिरफ्तार किया है। पुलिस अधिकारियों ने बताया कि आरोपी को गुजरात के राजकोट से गिरफ्तार किया गया है। उसकी कोई आपराधिक पृष्ठभूमि नहीं है। नरेन्द्र मोदी स्टेडियम में 14 अक्टूबर को क्रिकेट के विश्व कप का एक मैच भारत और पाकिस्तान के बीच खेला जाएगा।
पुलिस अधिकारी ने बताया कि आरोपी ने कथित तौर पर एक ईमेल भेजकर दावा किया था कि स्टेडियम में विस्फोट होगा। हालांकि, उन्होंने इस विस्तारपूर्वक नहीं बताया। पुलिस अधिकारी ने बताया कि आरोपी मूल रूप से मध्य प्रदेश का रहने वाला है और फिलहाल राजकोट के बाहरी इलाके में रहता है। अधिकारी ने कहा, कथित आरोपी ने अपने फोन से एक संक्षिप्त मेल भेजा था और उसमें उसका नाम भी था। उसकी कोई आपराधिक पृष्टभूमि नहीं है।
भारत-पाक मैच के मद्देनजर स्टेडियम में भारी भीड़ जुटने की उम्मीद है। वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि गुजरात पुलिस, एनएसजी, आरएएफ और होम गार्ड सहित विभिन्न एजेंसियों के 11,000 से अधिक कर्मियों को 14 अक्टूबर को भारत-पाकिस्तान क्रिकेट मैच के दौरान अहमदाबाद में और नरेन्द्र मोदी स्टेडियम में तैनात किया जाएगा।
पुरी श्रीमंदिर ड्रेस कोड को लेकर असमंजस की स्थिति
11 Oct, 2023 06:15 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
पुरी । श्रीजगन्नाथ मंदिर प्रशासन (एसजेटीए) ने हाल ही में श्रीमंदिर में ड्रेस कोड लागू करने की बात कही। भक्तों से अशालिन एवं अत्याधुनिक कपड़े पहन कर श्रीमंदिर में प्रवेश नहीं करने का आदेश आने के बाद असमंजस की स्थिति बन गई है। जहां अनेक भक्त इसके समर्थन में दिखे तो वहीं अनेक लोग इसके विरोध में मुखर होते नजर आए हैं।
प्रदेशवासियों समेत बाहर से आने वाले सभी भक्त अब इस बात को लेकर असमंजस में हैं कि पुरुष, महिला और बाल भक्तों को किस प्रकार के कपड़े पहनना होगा जिसे शालीन और सभ्य कहा जा सके। बताया जा रहा है कि मंदिर प्रशासन ने फिलहाल पुरुष, महिला और बच्चों के लिए विशिष्ट ड्रेस कोड को स्पष्ट नहीं किया है। दैतापति निजोग के सचिव रामकृष्ण दास महापात्र के हवाले से ड्रेस कोड की बात सामने आयी है।
मंदिर में ड्रेस कोड का स्वागत करते हुए अनेक महिला भक्तों ने कहा कि मंदिर प्रशासन का यह एक अच्छा निर्णय है। इससे भारतीय संस्कति अनुसार एक अच्छी परंपरा स्थापित होगी। वहीं पुरुष भक्त ने फैसले के स्वागत यह कहते हुए कहा कि मंदिर में अशालीन कपड़े पहन कर जाने से आध्यात्मिकता पर प्रभाव पड़ता है। इसलिए इसका स्वागत होना ही चाहिए।
ड्रेस कोड का विरोध कर रहे कुछ बुद्धिजीवियों ने मामले को अदालत तक ले जाने की बात कह दी है। विरोध करने वालों का कहना है कि भक्तिभाव और ड्रेस कोड का कोई सामंजस्य नहीं है। आखिर पश्चिमी कपड़े पहनने से मंदिर का आध्यात्मिक माहौल कैसे खराब हो सकता है। एक आरटीआई कार्यकर्ता ने मंदिर प्रशासन के फैसले को अदालत में चुनौती देने की बात भी कही है, लेकिन अधिकांश भक्त फैसले से खुश हैं।
काबिल उम्मीदवारों पर भाजपा को भरोसा
11 Oct, 2023 06:09 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
वसुधैव कुटुम्बकम् की महिमा को जी20 के शिखर सम्मेलन में पूरी दुनिया ने देखा और समझा है। भारतीय जनता पार्टी इसी सोच के तहत काम करती है। अंत्योदय को आत्मसात करते हुए उस नेता को जनता के बीच जिम्मेदारी देती है, जिनका परिवार खास न हो, लेकिन समाज के प्रति वो काम अच्छी तरह से करते हैं। मध्य प्रदेश में विधानसभा चुनाव के लिए अब तक 137 उम्मीदवारों की सूची जारी की गई है। इसमें उन्हीं नेताओं के नाम हैं, जिन्होंने जनता के बीच बेहतर काम किया है। चाहे वो मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान हो, गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा हों, केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर हों, केंद्रीय मंत्री फग्गन सिंह कुलस्ते व प्रह्लाद पटेल हों। एक भी नेता परिवारवाद का उदाहरण बनकर लोगों के सामने नहीं आया है। जिसने जनता के लिए काम किया है, उसे ही भाजपा ने जनता के बीच फिर से जाने का मौका दिया है।
कांग्रेस से आगे है भाजपा
चुनाव आयोग की ओर से की गई चुनाव की तारीखों के ऐलान के साथ विधानसभा चुनाव का बिगुल फूंक गया। मध्य प्रदेश में 17 नवंबर को मतदान और तीन दिसंबर को नतीजों की घोषणा होगी। अगर आरंभ के मौके पर दोनों प्रमुख प्रतिद्वंदी राजनीतिक दलों की दशा, दिशा और हालत की बात करें तो सत्तारूढ़ भाजपा विपक्षी कांग्रेस पार्टी से मीलों आगे नजर आ रही हुआ। कांग्रेस के लिए जहां किसी भी सीट पर अब तक पर ठोस उम्मीदवार की तलाश संभव नहीं हो पा रही, वहीं भाजपा की केंद्रीय समिति ने उम्मीदवारों की चौथी सूची पर अंतिम मुहर लगा दी है। भाजपा की ओर से अब तक 137 सीटों से चुनावी मैदान में उतरने वाले मजबूत प्रत्याशियों के नाम की घोषणा कर दी है।
जिन उम्मीदवारों का नाम तय कर दिया गया है, उनमें मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान और नरोत्तम मिश्रा जैसे दिग्गज नेता शामिल हैं। मुख्यमंत्री अपनी पारंपरिक सीट बुधनी से एक बार फिर भाजपा के उम्मीद्वार हैं, तो केंद्रीय नेता कैलाश विजयवर्गीय को इंदौर से उतारकर बता दिया गया है कि इसबार भारतीय जनता पार्टी 2019 की तरह कोई मरव्वत बरतने में मूड में नहीं है। इसी प्रकार कई सांसदों और केंद्रीय मंत्रियों को जनता के बीच भेजा गया है।
कांग्रेस के बड़े नेताओं को जनता के बीच जाना नहीं चाहते हैं
पार्टी विद डिफरेंस का नारा देने वाली भाजपा ने एक बार फिर इस बात को सच कर दिया है कि उसके नेता चाहे केंद्रीय मंत्री की कुर्सी पर ही क्यों न हो, पार्टी के आदेश की अवहेलना भाजपा की परंपरा नहीं। जैसे ही पार्टी के शीर्ष नेतृत्व ने केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर, फग्गन सिंह कुलस्ते, प्रहलाद पटेल सहित सांसद राकेश सिंह, पार्टी महासचिव कैलाश विजयवर्गीय को विधानसभा चुनाव में जाने का आदेश दिया, तो तुरंत ही ये नेता अपने विधानसभा क्षेत्र में जनता के बीच नजर आए। दूसरी ओर, कांग्रेस की बात करें, तो मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने पहले ही चुनाव लड़ने से मना कर दिया। उसके बाद राज्यसभा सांसद विवेक तन्खा ने भी पार्टी की इच्छा का सम्मान नहीं किया। इसी राह पर चलते हुए प्रदेश कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष अरुण यादव ने भी विधानसभा चुनाव का प्रत्याशी बनने से सरेआम इंकार कर दिया।
असमंजस में है कांग्रेस
भाजपा की ओर से जोशपूर्ण तैयारी के प्रदर्शन के बीच प्रतिद्वंदी कांग्रेस के लिए चुनाव की तारीख के ऐलान के दिन तक एक भी सीट पर तय उम्मीदवार के नाम की घोषणा संभव नहीं हो पाई है। भाजपा के लिए उम्मीदवारों के ऐलान में भारी बढ़त लेने के बाद जनता के बीच चर्चा हो रही है कि गुटबाजी की वजह से ही कांग्रेस अभी तक अपने उम्मीदवारों के नाम तय नहीं कर पाई है। कई मौके पर पूर्व मुख्यमंत्री व प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ से भी उम्मीदवार सूची पर बात की गई, तो हर बार वो चार-पांच दिन कहकर बात टाल जाते हैं।
केवल काम का लेखा-जोखा करती है भाजपा
आम मतदाता से लेकर मध्य प्रदेश के राजनीतिक-सामाजिक विश्लेषकों से बात होने पर यह पता चलता है कि जिस प्रकार से भाजपा में कई दौर का मंथन होता है। विधायक से लेकर संभावित प्रत्याशी और राज्य के मंत्रियों से उनका रिपोर्ट कार्ड मांगा जाता है, उस पर कई कमेटियों में विचार-विमर्श होता है। विमर्श के दौरान केवल उम्मीदवारों के कार्यों और सामाजिक सरोकारों को वरीयता दी जाती है। यह नहीं देखा जाता है कि कौन किस परिवार से आता है। भाजपा नेता यही कहते हैं कि पूरा प्रदेश और समाज ही हमारा परिवार है।
आतंकवादी प्रवृत्तियों का साथ...
11 Oct, 2023 02:54 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
राष्ट्रीय स्तर पर कांग्रेस के विगत 40 वर्षों की बात करें तो कांग्रेस पार्टी की अंतर्राष्ट्रीय कूटनीति एवं रणनीति के इतिहास में कई इस तरह की नीतियां सामने आती है, जिसने हमेशा अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर भारत को कमजोर करने की राजनीति की है। यही वजह है कि 50 वर्षों तक अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर भारत की पहचान एक कमजोर और पिछड़े हुए देश के रूप में दिखाई दी। वहीं दूसरी और अगर पिछले 9 वर्षों का इतिहास देखें तो भारत एक अंतर्राष्ट्रीय एवं आर्थिक शक्ति बनकर उभरा है। भारत ने अपनी राष्ट्रीय रणनीति एवं कूटनीति के साथ-साथ विदेश नीति में बड़ा परिवर्तन किया है ।
कांग्रेस पार्टी सत्ता में नहीं होने के बाद भी आज भी इसी रणनीति एवं राजनीति से कम कर रही है जिस मानसिकता के साथ वह पिछले 50 सालों से काम कर रही थी। इसका जीवंत उदाहरण पिछले चार दिवस के अंतराल में इजराइल एवं हमास आतंकवादियों द्वारा फिलिस्तीन के संबंध में हुए आतंकवादी हमले को लेकर कांग्रेस पार्टी की वर्किंग कमेटी की बैठक में जारी हुए स्टेटमेंट के अंतर्गत सामने आ गया है ।
यह कांग्रेस की मजबूरी हो या मनोवृत्ति, लेकिन इतना तो स्पष्ट है कि कांग्रेस पार्टी का रुख हमेशा आतंकवादी प्रवृत्तियों के साथ समर्पण का रहा है।
हजारों इजरायलियों की मौतों के लिए जिम्मेदार हमास पर चुप्पी
दरअसल सोमवार को कांग्रेस आतंकवादियों के सियासी चेहरे के रूप में नजर आई। जैसे ही इजरायल ने हमास के खिलाफ जवाबी कार्रवाई शुरू की और फिलिस्तीन में जान-माल का नुकसान होने लगा, कांग्रेस भी परेशान हो उठी। कांग्रेस फिलिस्तीन के मुस्लिम कट्टरपंथियों के आतंकवादी संगठन हमास के बचाव में उतर आई। कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे की अध्यक्षता में हुई कांग्रेस कार्यसमिति की बैठक में एक प्रस्ताव पास किया गया, जिसमें फिलिस्तीन पर इजरायल के हमलों का जिक्र था। लेकिन इजरायल में एक हजार से अधिक लोगों के मौत के लिए जिम्मेदार आतंकी संगठन हमास का जिक्र नहीं था। यहां तक कि इजरायल पर हमास के हमले का मौन समर्थन किया गया। फिलिस्तीनी लोगों की जमीन, स्वशासन और आत्मसम्मान एवं गरिमा के साथ जीवन के अधिकारों के लिए दीर्घकालिक समर्थन की बात कही गई। इजरायल के प्रकोप से हमास और फिलिस्तीन को बचाने के लिए कांग्रेस कार्यसमिति तुरंत युद्धविराम और वर्तमान संघर्ष को जन्म देने वाले अपरिहार्य मुद्दों सहित सभी लंबित मुद्दों पर बातचीत का राग अलापने लगी।
आतंकियों के प्रति हमदर्दी कांग्रेस की पुरानी आदत - बीडी शर्मा ।
इस मामले में भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष वी डी शर्मा ने कल प्रेस कॉन्फ्रेंस कर कांग्रेस पार्टी को आतंकवादियों का समर्थक एवं राष्ट्र विरोधी करार देते केवल राजनीति के कारण देश के विरुद्ध रूख अपनाने का आरोप लगाया ।
इजराइल पर आतंकियों के बर्बर हमले से देश की जनता स्तब्ध है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने इस हमले पर दुख व्यक्त किया है और इस संकट की घड़ी में इजराइल के साथ एकजुटता प्रदर्शित की है लेकिन ये दुर्भाग्यपूर्ण है कि सिर्फ तुष्टीकरण की राजनीति के चलते कांग्रेस इस मामले में देश के अधिकृत पक्ष से अलग जा रही है। कांग्रेस वर्किंग कमेटी ने आतंकियों के समर्थन में एक प्रस्ताव पारित किया है। कांग्रेस का यह रवैया नया नहीं है, बल्कि कांग्रेस का हाथ हमेशा से आतंकवादियों और नक्सलवादियों के साथ रहा है।
प्रदेश अध्यक्ष शर्मा ने कहा कि देश विरोधियों, आतंकवादियों के प्रति हमदर्दी कांग्रेस की पुरानी आदत है। जो देश के लिए खतरनाक हैं, देश पर हमला करते हैं, कांग्रेस उनके लिए प्रेम दिखाती रही है। शर्मा ने कहा कि भारतमाता के टुकड़े करने के नारे लगाने वाले टुकड़े-टुकड़े गैंग के सदस्यों को राहुल गांधी गले लगाते हैं और उन्हें कांग्रेस में पद दिए जाते हैं। मिस्टर बंटाधार देश को हिंदू आतंकवाद से खतरा बताते हैं और जाकिर नाइक को शांतिदूत कहते हैं। हिंदुओं का विरोध, हिंदू संस्कृति के मानबिंदुओं का विरोध कांग्रेस की आदत रही है।
श्रद्धालुओं के लिए पुरी के जगन्नाथ मंदिर में लागू होगा ड्रेस कोड
11 Oct, 2023 11:15 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
भुवनेश्वर । ओडिशा के जगन्नाथ मंदिर में ड्रेस कोड लागू करने की तैयारी हो गई है। इसके लिए मंगलवार से श्रद्धालुओं को जागरुक करना भी शुरु कर दिया है। मिली जानकारी के अनुसार पुरी में स्थित 12वीं सदी के जगन्नाथ मंदिर में श्रद्धालुओं के लिए एक जनवरी से ड्रेस कोड लागू हो जाएगा। अधिकारियों ने यह जानकारी देते हुए बताया कि मंदिर में कुछ लोगों को अशोभनीय पोशाक में देखे जाने के बाद नीति उप-समिति की बैठक में श्रद्धालुओं के लिए ‘ड्रेस कोड’ लागू करने का निर्णय लिया गया। श्री जगन्नाथ मंदिर प्रशासन के प्रमुख रंजन कुमार दास ने कहा, मंदिर की गरिमा और पवित्रता बनाए रखना हमारी जिम्मेदारी है। दुर्भाग्यवश, कुछ लोग दूसरे लोगों की धार्मिक भावनाओं की परवाह किए बिना मंदिर में आ जाते हैं। उन्होंने कहा कि कुछ लोगों को मंदिर में फटी जीन्स, बिना आस्तीन वाले वस्त्र और हाफ पैंट पहने देखा गया मानो ये लोग समुद्री तट या पार्क में घूम रहे हों। मंदिर में भगवान रहते हैं, मंदिर मनोरंजन का कोई स्थान नहीं है।
नीति उप-समिति के अनुसार मंदिर में आने के लिए जल्द ही स्वीकृत पोशाकों पर निर्णय लिया जाएगा। दास ने कहा कि मंदिर में एक जनवरी, 2024 से ड्रेस कोड लागू किया जाएगा। इसके लिए मंदिर के सिंह द्वार पर तैनात सुरक्षा कर्मियों और मंदिर के अंदर प्रतिहारी सेवकों को ड्रेस कोड लागू करने की जिम्मेदारी सौंपी गई है। मंदिर प्रशासन मंगलवार से श्रद्धालुओं को ड्रेस कोड के लिए जागरूक कर रहा है। दास ने कहा कि हाफ-पैंट, शॉर्ट्स, फटी जीन्स, स्कर्ट और बिना आस्तीन वाले कपड़े पहने लोगों को मंदिर में प्रवेश की अनुमति नहीं दी जाएगी।
गर्भवतियों को ठगने वाले फर्जी कॉल सेंटर का हुआ भंडाफोड़
11 Oct, 2023 10:15 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
गिरिडीह । झारखंड के गिरिडीह जिले में एक फर्जी कॉल सेंटर का भंडाफोड़ हुआ है। पुलिस ने सोमवार को गर्भवती महिलाओं को ठगने में शामिल एक फर्जी कॉल सेंटर संचालित करने वाले नौ लोगों को गिरफ्तार किया गया है। पुलिस ने यह जानकारी देते हुए बताया कि कॉल सेंटर पंचंबा थाना क्षेत्र के बोडो में नवनिर्मित एक घर से संचालित किया जा रहा था। पुलिस अधीक्षक दीपक कुमार शर्मा ने बताया कि आरोपी सरकार की कल्याणकारी योजनाओं का लाभ दिलाने के नाम पर गर्भवती महिलाओं को निशाना बनाते थे और उनके बैंक खातों से पैसे उड़ा लेते थे। उन्होंने कहा कि ठग बिजली उपभोक्ताओं को भी निशाना बनाते थे और उनके बिलों का भुगतान कराने की आड़ में उन्हें मूर्ख बनाते थे। शर्मा ने कहा कि डीएसपी (साइबर) संदीप सुमन के नेतृत्व में एक टीम ने एक घर पर छापा मारा और वहां से सात लोगों को गिरफ्तार किया। उन्होंने कहा कि गिरफ्तार लोगों से पूछताछ के दौरान मिली जानकारी के आधार पर दो और लोगों को गिरफ्तार किया गया। छापेमारी के दौरान जब्त किए गए सामान में 16 मोबाइल फोन, 25 सिम कार्ड, चार एटीएम कार्ड, छह पासबुक, दो चेकबुक, तीन क्यूआर कोड और दो मोटरसाइकिल शामिल हैं। पुलिस इस गिरोह से अन्य लोगों के ठगने की जानकारी भी ले रही है।
एक चिंगारी ने ले ली पटाखा यूनिट में काम करने वाले 11 लोगों की जान
11 Oct, 2023 09:15 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
चेन्नई । तमिलनाडु की अरियालुर पटाखा यूनिट में विस्फोट में अब तक 11 लोगों की जान चली गई है। आज फिर विस्फोट में झुलसे एक और पीड़ित की मौत हो गई। इस तरह से मंगलवार को मरने वालों की संख्या बढ़कर 11 हो गई। मृतकों में तीन महिलाएं भी शामिल हैं। प्राप्त जानकारी के अनुसार मंगलवार सुबह 80 फीसदी जली हालत में तंजावुर के सरकारी मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराए गए 21 वर्षीय मुरुगानंदम की मौत हो गई। पुलिस के मुताबिक, मृतकों की पहचान पी. सीनू (24), डी. पन्नीरसेल्वम (55), एस.रवि (45), आर. शिवकामी (45), के. रासथी (43) और एस. वेन्निला (38), के. अराविलगन (57), यू. शिवकुमार (50) और वी. आनंदराज (54) के रूप में हुई है। एक पुरुष के शव की पहचान अभी तक नहीं हो पाई है। जिस फैक्ट्री और गोदाम में सोमवार को यह घटना घटी वह वेत्रियुर मदुरा विरागुलर गांव में स्थित है। फैक्ट्री के मालिक राजेंद्र (65) और उनके दामाद अरुण कुमार (39) को गिरफ्तार कर लिया गया है।
इस मामले में पुलिस अधिकारियों ने बताया कि दीपावली के मद्देनजर, राजेंद्रन ने 30 और श्रमिकों को नियुक्त किया था जो पटाखों की मांग को पूरा करने के लिए ओवरटाइम काम कर रहे थे, जब यह घटना हुई। विस्फोटक घटकों में एक चिंगारी के कारण बड़ी तबाही हुई और आग ने पटाखा यूनिट और गोदाम परिसर को अपनी चपेट में ले लिया। जबकि अन्य लोग सुरक्षा के लिए भागे, उनमें से ग्यारह की मौत हो गई और 20 से अधिक घायल हो गए। तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन ने मृतकों के परिजनों को 3 लाख रुपये और विभिन्न अस्पतालों में इलाज करा रहे लोगों को 1 लाख रुपये का मुआवजा देने की घोषणा की है।
सुप्रीम कोर्ट ने पलटा अपना ही फैसला, 26 हफ्ते के अनचाहे भ्रूण का गर्भपात नहीं होगा
11 Oct, 2023 08:15 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
नई दिल्ली । सुप्रीम कोर्ट ने एक दिन पहले 26 हफ्ते के अनचाहे भ्रूण का गर्भपात करने की इजाजत दी थी। लेकिन मंगलवार को एम्स के डॉक्टरों की दुविधा का पता चलने के बाद सीजेआई डी वाई चंद्रचूड़ ने मामले की गंभीरता को समझा। सीजेआई चंद्रचूड़ की बेंच ने कहा है कि फिलहाल एम्स गर्भपात ना करे।सीजेआई ने कहा कि केंद्र ये आदेश वापस लेने के लिए औपचारिक आवेदन दाखिल करे।
दरअसल एम्स के विशेषज्ञों की मेडिकल रिपोर्ट के आधार पर एएसजी ऐश्वर्या भाटी ने कोर्ट उठने से पहले डीवाई चंद्रचूड़ की पीठ के समक्ष मामला मेंशन किया। भाटी ने पीठ से कहा कि सुप्रीम कोर्ट के आदेश की वजह से एम्स के विशेषज्ञ पसोपेश में हैं। एम्स ने सुप्रीम कोर्ट से अपना आदेश वापस लेने का आग्रह किया क्योंकि महिला के पेट में पल रहा भ्रूण जीवित है और उसके जन्म लेने की अनुकूल संभावना है। एम्स के डॉक्टरों का कहना है कि इस अवस्था में ये गर्भपात नहीं बल्कि एक तरह से हत्या ही होगी। सीजेआई चंद्रचूड़ ने इस मामले की गंभीरता को समझा और कहा कि वो इस मामले में बुधवार को बेंच का गठन कर सुनवाई करेंगे।
दरअसल एम्स ने ऐश्वर्य भाटी को सूचित किया है कि चूंकि भ्रूण में जीवन के अंश दिखाई दिए हैं इसलिए उसके दिल की धड़कन रोके बिना गर्भपात नहीं हो सकता। ऐसे में ये गंभीर दुविधा की स्थिति है। सुप्रीम कोर्ट में ये साफ हो जाना चाहिए कि क्या माता पिता बच्चे को जन्म दे सकते हैं। या उसे बाद मे गोद देने की प्रक्रिया की जा सकती है।
ज्ञात रहे कि सुप्रीम कोर्ट ने एक विवाहिता को अपने 26 हफ्ते के अनचाहे गर्भ को गिराने की इजाजत दे दी थी। जस्टिस हिमा कोहली और जस्टिस बी वी नागरत्ना की पीठ ने कहा कि याचिकाकर्ता ने कहा है कि वो पहले ही दो बच्चे की मां है और प्रसव बाद के अवसाद सहित स्वास्थ्य संबंधित कई तरह की दिक्कतों से जूझ रही है। वो आर्थिक, मानसिक और सामाजिक तौर पर भी इस तीसरे बच्चे को पालने में अक्षम है।
अदालत भी मानती है कि जब मां ही नहीं चाहती तो यह अदालत याचिकाकर्ता के निर्णय का सम्मान करती है।याचिकाकर्ता ने अदालत को बताया कि वो अपने दूसरे बच्चे को स्तनपान करा रही थी। मेडिकल रिपोर्ट के मुताबिक भी लेक्टरल अमेनोरिया की इस स्थिति के दौरान गर्भ नहीं ठहरता है। लेकिन उसे पता ही नहीं चला कि वो कब फिर से गर्भवती हो गई।जब तक पता चला तब तक काफी देर हो चुकी थी।कोर्ट ने एम्स के विशेषज्ञों को मेडिकल जांच कर रिपोर्ट देने को कहा था और अदालत ने निर्देश दिया कि मेडिकल सलाह पर ऊष्मायन की प्रक्रिया से भी गर्भपात कराया जा सकता है।
शर्मसार कांग्रेस.... रणनीति में कांग्रेस फेल, खेले झूठे प्रोपेगेंडा का खेल
10 Oct, 2023 10:30 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
मध्य प्रदेश में अब विधानसभा चुनाव की घोषणा हो चुकी है । भारतीय जनता पार्टी एवं कांग्रेस दोनों आमने-सामने है लेकिन रणनीति से लेकर दावों-प्रतिदावों तक दोनों में जमीन आसमान का फर्क दिखाई दे रहा है। भारतीय जनता पार्टी अपनी चौथी लिस्ट 24 घंटे पूर्व जारी कर चुकी है, लेकिन कांग्रेस पार्टी की ओर से एक भी लिस्ट अभी तक जारी नहीं की गई है और इस स्थिति में रणनीति की दृष्टि से कांग्रेस पार्टी पूरी तरह कार्यकर्ताओं से लेकर संभावित प्रत्याशियों के विषय पर खामोश नजर आ रही है । मध्य प्रदेश में विधानसभा चुनाव के 2 महीने पहले से लेकर पिछले 7 दिनों पूर्व तक जिस तरह कांग्रेस पार्टी द्वारा झूठ का प्रोपेगेंडा फैलाया जा रहा है उसकी भी परत दर परत खुलासा होने के बाद भारी शर्मिंदगी का सामना मध्य प्रदेश के नेताओं से लेकर राष्ट्रीय स्तर के कांग्रेस पार्टी के नेताओं को उठाना पड़ रहा है । वहीं दूसरी ओर झूठे प्रोपेगेंडा को लेकर कांग्रेस पर मुकदमों का दौर जारी है।
दिग्विजय सिंह का सर्वे वाला झूठ भी बेनकाब
मध्य प्रदेश में पिछले 2 महीने के अंतराल में लगातार कांग्रेस पार्टी द्वारा झूठ का प्रोपेगेंडा फैलाया जा रहा है। मध्यप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह द्वारा पिछले दिनों नेशनल न्यूज़ चैनल एबीपी न्यूज़ द्वारा एक सर्वे की पोस्ट सोशल मीडिया से वायरल करने का मामला सामने आया था। इस मामले में संबंधित न्यूज़ चैनल के मध्य प्रदेश के प्रतिनिधि से लेकर राष्ट्रीय स्तर तक इस मामले को पूरी तरह झूठा एवं फर्जी करार दिया गया था । इस मामले में भारतीय जनता पार्टी द्वारा कानूनी कार्रवाई की जा चुकी है वहीं दूसरी ओर नेशनल न्यूज़ चैनल द्वारा भी एक शिकायत स्थानीय नोएडा दफ्तर के माध्यम से पुलिस प्रशासन को की गई । कांग्रेस पार्टी के वरिष्ठ नेता एवं पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह की इस पोस्ट को लेकर एक तरफ जहां सोशल मीडिया में जमकर बेज्जती हुई, वहीं दूसरी ओर मुकदमे का दौर भी प्रारंभ हो गया। परंतु फिर भी कांग्रेस पार्टी ने इस मामले से सबक नहीं लिया और यह दौर लगातार जारी है ।
50% कमीशन का मामला भी पूरी तरह झूठा
पिछले 2 महीने के अंतराल में कांग्रेस पार्टी द्वारा जिस तरह झूठ का प्रोपेगेंडा भारतीय जनता पार्टी के विरुद्ध फैलाया गया, इसकी शुरूआत लगभग 2 महीने पहले कांग्रेस पार्टी की वरिष्ठ नेता प्रियंका गांधी की ग्वालियर में एक चुनावी सभा में हुई थी। कार्यक्रम के अंतर्गत एक पत्र उनके ट्विटर अकाउंट के साथ-साथ भाषण के दौरान दिखाया गया, जिसमें 50% कमिशन मध्य प्रदेश सरकार द्वारा एक ठेकेदार के माध्यम से आरोपित किया गया था । बाद में जब इस मामले की जानकारी भारतीय जनता पार्टी के द्वारा इंटेलिजेंस के माध्यम से सरकार के प्रयास से प्रारंभ हुई तो यह पूरा का पूरा पत्र एवं संबंधित व्यक्ति झूठा एवं भ्रामक निकला । इस मामले में प्रदेश के मुख्यमंत्री का कहना है कि उपरोक्त चिट्ठी भेजने वाला व्यक्ति ही अस्तित्व में नहीं है और 2 महीने पहले राष्ट्रीय स्तर के नेताओं से लेकर प्रदेश के कांग्रेस पार्टी के वरिष्ठ नेताओं द्वारा फैलाया गया यह 50% कमीशन का मामला पूरी तरह झूठा निकला ।
कौन बनेगा करोड़पति से संबंधित प्रोपेगेंडा भी झूठा साबित
कांग्रेस पार्टी द्वारा जिस तरह मध्य प्रदेश में विधानसभा चुनाव को लेकर झूठ के साथ-साथ प्रोपेगेंडा की राजनीति की जा रही है, वह थमने का नाम नहीं ले रही है । विगत दिवस के अंतराल में कांग्रेस पार्टी द्वारा एक और मामला राष्ट्रीय चैनल के संबंध में सामने आया, जिसमें कौन बनेगा करोड़पति कार्यक्रम के अंतर्गत एक वीडियो क्लिप कांग्रेस पार्टी द्वारा सोशल मीडिया पर फैलाई गई । उपरोक्त क्लिप में कौन बनेगा करोड़पति के कार्यक्रम से जुड़े राष्ट्रीय अभिनेता अमिताभ बच्चन पार्टिसिपेंट से चर्चा करते हुए जो सवाल पूछ रहे थे, उसे अलग आवाज में रिकॉर्ड करने के साथ कूट रचना के साथ वायरल किया गया । जब इस मामले की जांच संबंधित चैनल एवं न्यूज़ चैनलों ने की तो स्पष्ट हुआ कि संबंधित क्लिप पूरी तरह से फैब्रिकेटेड एवं बनाई हुई है । इस मामले में सोनी चैनल द्वारा भी स्पष्ट कर दिया गया है कि इस तरह की कोई भी सवाल अथवा जवाब ना तो पूछा गया और ना ही इस मामले में कोई हकीकत है । कुल मिलाकर कांग्रेस पार्टी द्वारा लगातार एवं अनवरत अपमानित होने के पश्चात भी लगातार झूठ परोसा जा रहा है । मध्य प्रदेश में एक तरफ जहां कांग्रेस पार्टी भारतीय जनता पार्टी से रणनीति के मामले में हताश दिखाई देती है तो दूसरी और प्रोपेगेंडा का झूठ फार्मूला लगातार एवं अनवरत सामने दिखाई दे रहा है ।।
KBC के फर्जी वीडियो पर सोनी टीवी ने साइबर सेल में की शिकायत, लोगों को किया आगाह
10 Oct, 2023 10:09 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
सोनी टीवी ने अपने लोकप्रिय क्विज शो ‘कौन बनेगा करोड़पति’ का एक मनगढ़ंत वीडियो ऑनलाइन वायरल होने के बाद एक बयान जारी किया है। सोशल मीडिया साइट ‘x’ पर चैनल ने कहा है कि उन्होंने इस मुद्दे पर साइबर क्राइम सेल में शिकायत की है। साथ ही इस फेक वीडियो को साझा करने से भी लोगों को आगाह किया है। दरअसल वीडियो में अमिताभ बच्चन की नकली वॉयस ओवर में मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान पर अपमानजनक सवाल पूछा गया था। जिसे कांग्रेस नेता वायरल कर रहे थे।
सोनी टीवी ने सोशल मीडिया साइट ‘x’ पर लिखा
‘’हमें हमारे शो 'कौन बनेगा करोड़पति' के एक अनाधिकृत वीडियो के प्रसार के बारे में सतर्क किया गया है। यह वीडियो भ्रामक रूप से हमारे होस्ट की मनगढ़ंत वॉयस-ओवर को ओवर लेप करता है और विकृत सामग्री प्रस्तुत करता है। हमारे लिए शो की ईमानदारी और हमारे दर्शकों के भरोसे को कायम रखना सर्वोपरि है, और हम साइबर क्राइम सेल के साथ इस मामले को सक्रिय रूप से संबोधित कर रहे हैं। हम ऐसी गलत सूचनाओं की कड़ी निंदा करते हैं, अपने दर्शकों से सतर्क रहने और असत्यापित सामग्री साझा करने से बचने का आग्रह करते हैं।‘’
KBC के फेक वीडियो में क्या है?
सोनी टीवी ने जिस वीडियो का हवाला दिया है कांग्रेस सदस्य रितु चौधरी ने साझा किया था। यह कौन बनेगा करोड़ पति की नियमित प्रोग्रामिंग की एक क्लिप जैसा लग रहा था. हालांकि, एक बार जब अमिताभ बच्चन ने सवाल पूछा, तो आवाज़ थोड़ी बदल गई और यह उनके लिप-सिंक के साथ मेल नहीं खा रही थी, जैसा कि वीडियो में देखा जा सकता है। पहली नजर में ही ये वीडियो फर्जी समझ आ रहा है, इसके बावजूद कांग्रेस नेताओं ने इस वीडियो को साझा कर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की छवि धूमिल करने की कोशिश की।
ओरिजनल वीडियो में क्या था?
जनसंपर्क विभाग ने इसका खंडन करते हुए बताया कि- KBC के आधिकारिक यूट्यूब चैनल पर 20 जनवरी 2023 को पोस्ट किए गए वीडियो में छेड़छाड़ कर वायरल किया जा रहा था। अमिताभ बच्चन ने ओरिजिनल वीडियो में कंटेस्टेंट से सवाल पूछा था- इनमें से कौनसी फिल्म खिलाडी की नहीं है। विकल्प दिए 1. साइना, 2. पीकू, 3. भाग मिल्खा भाग, 4. शाबाश मिठू।
प्रतिभागी ने खुद सामने आकर किया था खंडन
वीड़ियो में दिख रहे मध्यप्रदेश के प्रतिभागी भूपेंद्र चौधरी ने फेक वीडियो वायरल होने के बाद खुद सामने आकर लोगों के सामने सच बताया। उन्होंने बताया कि वीडियो पूरी तरह से फर्जी है और मुख्यमंत्री की छवि खराब करने की नियत से बनाया गया था।
कांग्रेस मीडिया प्रभारी केके मिश्रा पर FIR
भारतीय जनता पार्टी के लीगल सेल ने एक्शन लेते हुए सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे केबीसी के फर्जी वीडियो पर रविवार को शिकायत दर्ज करवाई थी। जिसके बाद कांग्रेस के मीडिया प्रभारी केके मिश्रा एफआईआर दर्ज की गई थी। केके मिश्रा ने KBC के फर्जी वीडियो को सोशल नेटवर्किंग साइट एक्स पर साझा किया था।
सड़क हदसा : तीन वाहनों के बीच जोरदार भिड़ंत, सात लोगों की हुई मौत
10 Oct, 2023 05:00 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
कर्नाटक के विजयनगर जिले में सोमवार को एक ट्रक और एक यात्री वाहन की टक्कर में कम से कम सात लोगों की मौत हो गई और तीन गंभीर रूप से घायल हो गए।
यह जानकारी पुलिस ने दी। यह घटना होसपेट शहर के बाहरी इलाके में मरियम्मनहल्ली पुलिस स्टेशन की सीमा में हुई। पुलिस के मुताबिक, लॉरी का एक्सल टूटने से यह हादसा हुआ।
मृतक होसपेट के रहने वाले हैं और वे हरपनहल्ली शहर के पास कूलाहल्ली में गोनी बसवेश्वर मंदिर में दर्शन करने गए थे। उनकी पहचान अभी तक नहीं हो पाई है। घायलों को होसपेट के सरकारी अस्पताल में भर्ती कराया गया है।सूत्रों ने बताया कि मरने वालों की संख्या बढ़ने की आशंका है।
इन लोगों की हुई मौत
विजयनगर के एसपी श्रीहरि बाबू के मुताबिक, मृतकों की पहचान होसपेट सिटी निवासी उमा, केंचव्वा, भाग्य, अनिला, गोनी बसप्पा, भीमलिंगप्पा और बालाका युवराज के रूप में हुई है।
पुलिस ने कहा, "क्रूजर में 13 लोग सवार थे और घायलों की हालत गंभीर है। घायलों को सरकारी अस्पताल में भर्ती कराया गया है।"
हिमाचल प्रदेश में करवट लेगा मौसम, बढ़ सकती है ठंड
10 Oct, 2023 03:30 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) के मुताबिक, देश के कई राज्यों में मंगलवार (10 अक्टूबर) को हल्की बारिश हो सकती है। इसके साथ ही विभाग ने हिमाचल प्रदेश में भी बारिश का येलो अलर्ट जारी किया है।
IMD के अनुसार, देश की राजधानी दिल्ली में मंगलवार को हल्की बारिश हो सकती है, जिससे ठंड बढ़ने की संभावना है। हालांकि, दिल्ली-एनसीआर में दिन का तापमान तेज धूप के साथ में गर्मी बढ़ा रहा है। मौसम विभाग ने मंगलवार को बताया कि जहां दिन का तापमान 34 डिग्री सेल्सियस और रात का तापमान 27 डिग्री रहने का अनुमान है।
हिमाचल प्रदेश में करवट लेगा मौसम
मौसम विभाग ने बताया कि हिमाचल प्रदेश में मौसम के करवट लेने से बारिश हो सकती है। विभाग ने राज्य के कई जिलों में बारिश की संभावना जताई है। इसको देखते हुए IMD ने हिमाचल प्रदेश में येलो अलर्ट जारी किया है। वहीं, विभाग ने अनुमान जताया कि आज तमिलनाडु में कुछ जगहों पर गरज-बिजली के साथ हल्की से भारी बारिश हो सकती है।
दक्षिणी राज्यों में भारी बारिश होने की संभावना
इसके अलावा मौसम विभाग ने बताया कि दक्षिणी राज्य कर्नाटक और केरल में भारी बारिश होने की संभावना है। वैसे देश के ज्यादातर हिस्सों से मानसून की विदाई ह चुकी है, लेकिन छिटपुट बारिश के साथ अगले दो से तीन दिनों में उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, बिहार, झारखंड, महाराष्ट्र, ओडिशा से साउथ वेस्ट मानसून की पूरी तरह से विदाई हो जाएगी।
उत्तराखंड में हो सकती है बारिश
IMD के मुताबिक, आज हिमाचल प्रदेश के अलावा उत्तराखंड में भी हल्की बारिश हो सकती है। देहरादून और आसपास के इलाकों में अगले दो दिनों तक हल्के बादल छाए रहने सी संभावना है। वहीं, देश के बाकी हिस्सों में मौसम में कोई बदलाव नहीं होगा।
टोल प्लाजा पर टकराव की घटनाएं रोकने के लिए जारी की एसओपी
10 Oct, 2023 11:24 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
राष्ट्रीय राजमार्गों पर टोल प्लाजा में होने वाले विवादों पर अंकुश लगाने तथा इन स्थानों पर सुरक्षा व्यवस्था को मजबूत करने के लिए एनएचएआइ ने एक एसओपी जारी की है, जिसका उद्देश्य आम लोगों के साथ ही टोल आपरेटरों के हितों की रक्षा करना है। एसओपी में एनएचएआइ के फील्ड अफसरों के लिए विस्तृत दिशा-निर्देश हैं।
एनएचएआइ ने अफसरों से इनके सख्त अनुपालन के लिए कहा है। एनएचएआइ ने इसके साथ ही टोल पर काम नाम से एक विशेष अभियान भी शुरू किया है। इसके तहत एनएचएआइ पेशेवर मनोविज्ञानियों के साथ मिलकर टोलकर्मियों को गुस्से पर नियंत्रण तथा ग्राहकों की सुविधा का ध्यान रखने के लिए ट्रेनिंग करा रहा है। इस कड़ी के तहत पहली ट्रेनिंग मुरथल टोल प्लाजा (हरियाणा) में दी गई है। पूरे देश के दूसरे टोल प्लाजा में भी इसी तरह की ट्रेनिंग दी जाएगी।
एसओपी के अनुसार, एनएचएआइ के फील्ड अफसर यह सुनिश्चित करेंगे कि टोल संग्रह करने वाली एजेंसी दिशा-निर्देशों के तहत अपनी ड्यूटी करें। टोलकर्मी तय यूनिफार्म तथा नाम वाला बैज पहनेंगे। अगर टोल पर विवाद की नौबत आती है तो टोल प्लाजा मैनेजर अथवा लेन सुपरवाइजर उसे हल करने की कोशिश करेंगे। लेन सुपरवाइजर बाडी कैमरा पहनेंगे, जिससे हिंसा की पूरी घटना रिकार्ड हो सके।
अगर कोई वाहन सवार मनमाना व्यवहार करता है तो लेन सुपरवाइजर विवाद हल करेंगे। किसी भी हालत में टोल प्लाजा का स्टाफ उकसावे वाली भाषा या हिंसा का सहारा नहीं ले सकता। टोल प्लाजा के कर्मचारी पुलिस से मदद ले सकते हैं और अगर मामला शांत नहीं होता है तो वे एफआइआर करा सकते हैं। अगर वाहन सवार मारपीट करता है या फिर टोल की संपत्ति को नुकसान पहुंचाता है तो टोलकर्मी तुरंत स्थानीय पुलिस को इसकी सूचना देंगे।
यह एनएचएआइ के फील्ड अफसरों की जिम्मेदारी होगी कि वे टोल के सभी कर्मियों को पुलिस वेरीफिकेशन कराएं। इसके साथ ही टोल संग्रह करने वाली एजेंसी से यह भी कहा गया है कि वे हर महीने विवाद, टकराव, मारपीय या हिंसा के किसी भी मामले की रिपोर्ट एनएचएआइ के परियोजना क्रियान्वनय इकाई को सौंपेगी।
एयरलाइनों ने इजरायल के लिए उड़ानें हुई रद
10 Oct, 2023 11:17 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
इजरायल और हमास के बीच चल रही लड़ाई के चलते प्रमुख एयरलाइनों ने इजरायल के लिए उड़ानें रद कर दी हैं। अमेरिकन एयरलाइंस, यूनाइटेड एयरलाइंस और डेल्टा एयरलाइंस ने सेवा निलंबित कर दी क्योंकि अमेरिकी विदेश विभाग ने आतंकवाद और अशांति की संभावना का हवाला देते हुए इस क्षेत्र के लिए यात्रा सलाह जारी की है।
अमेरिकी एयरलाइनों ने शुक्रवार तक तेल अवीव के लिए सेवा निलंबित कर दी। एयरलाइन ने कहा कि उसने उन ग्राहकों के लिए एक यात्रा अलर्ट जारी किया है, जिनकी यात्रा प्रभावित हुई है। अमेरिकन एयरलाइंस ने कहा कि हम सुरक्षा को सर्वोपरि रखते हुए स्थिति की निगरानी जारी रखेंगे और आवश्यकतानुसार अपने ऑपरेशन को समायोजित करेंगे।
यूनाइटेड एयरलाइंस ने कहा कि उसने शनिवार देर रात और रविवार तड़के तेल अवीव से दो निर्धारित उड़ानों की अनुमति दी और हवाईअड्डे पर मौजूद अपने ग्राहकों, चालक दल और कर्मचारी यात्रियों को समायोजित किया। एयरलाइन ने कहा कि हालात में सुधार होने तक उसकी तेल अवीव उड़ानें निलंबित रहेंगी।
डेल्टा एयरलांस ने कहा कि उसकी तेल अवीव उड़ानें इस सप्ताह रद कर दी गई हैं। एयरलाइन ने कहा कि वह स्थिति की निगरानी कर रहे है।
नार्वेजियन एयर भी इस सप्ताह कोपेनहेगन और स्टाकहोम से तेल अवीव तक अपनी उड़ानें और वापसी उड़ानें रद कर दी है। वहीं, मैक्सिकन सेना फिलिस्तीनी इस्लामी समूह हमास द्वारा देश पर हमले के बीच इजरायल से नागरिकों को घर लाने के उद्देश्य से उड़ानें चला रही है।
विदेश मंत्री एलिसिया बार्सेना ने रविवार को कहा कि माना जाता है कि हमास समूह द्वारा पकड़े गए लोगों में दो मैक्सिकन भी शामिल हैं। स्विटजरलैंड के विदेश मंत्रालय ने सोमवार को कहा कि स्विस नागरिकों को स्विस एयरलाइन द्वारा संचालित उड़ान से इजरायल से वापस लाया जाएगा।
थाईलैंड ने सोमवार को कहा कि वह इजरायल पर हमास के हमले के दौरान बंधक बनाए गए अपने नागरिकों की रिहाई सुनिश्चित करने के लिए जार्डन, मिस्त्र और मलेशिया के साथ काम कर रहा है। संघर्ष में फंसे 1,000 से अधिक थाई प्रवासी कामगार घर लौटने की उम्मीद कर रहे हैं।