देश (ऑर्काइव)
सेना कमांडरों का सम्मेलन 16 अक्टूबर से
15 Oct, 2023 09:15 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
नई दिल्ली । सेना कमांडरों के सम्मेलन का आयोजन 16 से 20 अक्टूबर 2023 तक नई दिल्ली में निर्धारित है। यह शीर्ष-स्तरीय द्विवार्षिक कार्यक्रम वैचारिक आधार पर विचार-विमर्श के लिए भारतीय सेना को महत्वपूर्ण नीतिगत निर्णयों की सुविधा प्रदान करने का एक संस्थागत मंच है। इस वर्ष लाए गए नए प्रारूप को जारी रखते हुए, आगामी निर्धारित, सेना कमांडरों का सम्मेलन भी हाइब्रिड प्रारूप में आयोजित किया है, जिसमें प्रथम दिवस सेना कमांडर और अन्य वरिष्ठ पदाधिकारी वर्चुअल रूप से मिलेंगे, तत्पश्चात शेष विचार-विमर्श कार्य भौतिक प्रारूप में आयोजित किए जाएंगे।
रक्षामंत्री राजनाथ सिंह 18 अक्टूबर 2023 को आयोजित किए जाने वाले सम्मेलन में भाग लेंगे। इस अवसर पर रक्षा सेना प्रमुख जनरल अनिल चौहान, सेना प्रमुख जनरल मनोज पांडे और वायुसेना प्रमुख एयर चीफ मार्शल वी.आर. चौधरी आयोजित सभा को संबोधित करेंगे। इस अवसर पर भारत सरकार के प्रधान वैज्ञानिक सलाहकार डॉ. अजय कुमार सूद भी राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए प्रौद्योगिकी का लाभ उठाने पर एक संभाषण देंगे।
कांग्रेस शीर्ष नेतृत्व में गुटबाजी को लेकर दिल्ली में बवाल ।
15 Oct, 2023 08:45 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
मध्य प्रदेश में विधानसभा चुनाव के पहले ही कांग्रेस पार्टी के वरिष्ठ नेता, जिसमें पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह शामिल है , एवं नेता प्रतिपक्ष डॉक्टर गोविंद सिंह सहित कई वरिष्ठ नेता आज शनिवार को दिल्ली में हुई चुनाव से संबंधित बैठक को बीच में ही छोड़कर वापस मध्य प्रदेश आ गए। सूत्र बताते हैं कि भारतीय जनता पार्टी की 4 लिस्ट जब जारी हो चुकी है तो इसके विरुद्ध कांग्रेस पार्टी के द्वारा मध्य प्रदेश में एक भी लिस्ट जारी न होने की रणनीति में विफल होने के बाद वरिष्ठ नेताओं मैं आपस में मनमुटाव एवं पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ द्वारा कराए सर्वे के मामले को लेकर दिल्ली में हुई बैठक में विवाद इतना बढ़ गया कि मध्य प्रदेश के वरिष्ठ नेता इस बैठक को छोड़कर आ गए। कुल मिलाकर कांग्रेस पार्टी की कल जारी होने वाली सूची अब अधर में लटकी हुई दिखाई देती है ।
भारतीय जनता पार्टी के प्रवक्ता सलूजा का ट्वीट
इस पूरे मामले में भारतीय जनता पार्टी ने कांग्रेस पार्टी का मजाक उड़ाते हुए कहा कि जो पार्टी पिछले डेढ़ महीने के अंतराल में एक भी उम्मीदवार की सूची जारी नहीं कर सकी , उस कांग्रेस पार्टी का आंतरिक लोकतंत्र क्या है, सर्वे भी खुद करा रहे हैं, प्रियजनों की जीत दिखाकर टिकट भी दिला रहे हैं।
ये है नरेंद्र सलुजा का ट्वीट -
खबर अंदर खाने से -
बड़ी खबर...
कांग्रेस में टिकटो को लेकर दिल्ली में मचा घमासान , जमकर गदर....
बैठक छोड़ राजा साहब वापस भोपाल लौटे , नेता प्रतिपक्ष भी वापस क्षेत्र में लौटे...
सारा झगड़ा कमलनाथ जी द्वारा कराए सर्वे को लेकर....
कांग्रेस नेताओं का आरोप - नाथ जी ने सर्वे अपने हिसाब से कराया। अपने चहेते नेता, जिनको टिकट देना है, उनके नाम लिखकर सर्वे एजेंसी को दिए और सर्वे में भी वही नाम सामने आए और अब टिकट भी उनको ही....
सर्वे के नाम पर किया खेल..
बाकी नेताओं के समर्थको को निपटाया...
इस बवाल के बाद कांग्रेस की पहली सूची पर संकट के बादल छा गये हैं और समन्वय के सारे प्रयास विफल नजर आ रहे हैं।
रविवार को पहली सूची, सोमवार को वचन पत्र ।
कांग्रेस पार्टी के सूत्रों से प्राप्त जानकारी के अनुसार मध्य प्रदेश में भारतीय जनता पार्टी की उम्मीदवार सूची जारी होने के लगभग डेढ़ महीने के पश्चात कांग्रेस पार्टी की पहली सूची रविवार को आना लगभग तय मानी जा रही थी। वहीं दूसरी ओर सोमवार को कांग्रेस पार्टी की ओर से वचन पत्र जारी होना था। जानकारी के अनुसार तीन दिवस के अंतराल में कांग्रेस पार्टी की लगभग सभी लिस्ट आना लगभग तय हो चुका था। परंतु कांग्रेस मुख्यालय में राष्ट्रीय नेतृत्व की हुई बैठक में जिस तरह से शनिवार को आरोप प्रत्यारोप का दौर खड़ा हुआ, उसके चलते संभावित सूची अब जारी न होने की स्थितियों में कांग्रेस पार्टी के समक्ष मध्य प्रदेश में अजीब सा संकट खड़ा हो गया है । कुल मिलाकर कांग्रेस पार्टी में वरिष्ठ नेताओं के बीच अब आपसी मनमुठाव सड़कों पर आता हुआ दिखाई दे रहा है।
15 अक्टूबर को पहली लिस्ट में 60 से 130 नामों की घोषणा किए जाने की संभावना है। पार्टी सूत्र बताते हैं कि दिल्ली बैठक में कांग्रेस ने करीब-करीब सभी सीटों पर उम्मीदवारों के नाम तय कर लिए हैं, लेकिन ऐसी स्थिति में तो इस सूची का जारी होना फिर से अधर में लटका दिखाई दे रहा है।
पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ द्वारा कराए गए सर्वे को लेकर उठे सवाल , मचा बवाल ।
आज शनिवार को कांग्रेस पार्टी के वरिष्ठ नेताओं की बैठक में कल जारी होने वाली सूची के विषय में फाइनल फैसला होना था। जिसमें कांग्रेस पार्टी के वरिष्ठ नेता एवं पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह सहित कमलनाथ एवं नेता प्रतिपक्ष डॉ गोविंद सिंह एवं अन्य राष्ट्रीय पदाधिकारी शामिल थे। जानकारी के अनुसार पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ के द्वारा संभावित उम्मीदवारों का सर्वे पिछले 2 महीने के अंतराल में लगातार तीन क्रम में कराया गया था। उपरोक्त सर्वे की रिपोर्ट के आधार पर उम्मीदवारों के नाम तय होने थे । इस सर्वे की रिपोर्ट के आधार पर जब आखिरी वक्त में सूची को फाइनल करने का समय आया तो सर्वे के मापदंड पर पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह एवं नेता प्रतिपक्ष डॉ गोविंद सिंह ने सवाल उठाए एवं जीतने वाले प्रत्याशी के विषय पर चर्चा करनी चाहिए तो इस पर वरिष्ठ नेताओं एवं पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने चुप कर दिया। मामले में विवाद इतना अधिक बढ़ गया कि सूत्र बताते हैं कि इस राष्ट्रीय स्तर की बैठक में से बहिष्कार करते हुए पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह एवं नेता प्रतिपक्ष गोविंद सिंह बैठक छोड़कर वापस मध्य प्रदेश आ गए। जानकारी के अनुसार पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ के द्वारा कराया गया सर्वे उनकी पसंद के लोगों के विषय में पूरी तरह उचित परंतु वास्तविक रूप से धरातल पर प्रत्याशी के जीत पर सवाल उठा रहा था। जिसको लेकर विरोध प्रारंभ हुआ। सूत्रों के मुताबिक इस सर्वे के बाद से कार्यकर्ताओं का पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ पर विश्वास नहीं है।
खुद से ही बंदूक की गोली से चोट लगने के कारण अग्निवीर की मृत्यु
15 Oct, 2023 08:17 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
नई दिल्ली । अग्निवीर अमृतपाल सिंह की राजौरी सेक्टर में संतरी ड्यूटी के दौरान खुद से ही बंदूक की गोली से मृत्यु हो गई. सेना के अधिकारियों ने मौत के कारणों के अधिक विवरण पता लगाने के लिए कोर्ट ऑफ इंक्वायरी हो रही है. मृतक के पार्थिव शरीर, एक जूनियर कमीशंड अधिकारी और चार अन्य रैंक के लोगों के साथ, अग्निवीर की यूनिट द्वारा किराए पर ली गई एक सिविल एम्बुलेंस में ले जाए गए. अंतिम संस्कार में उनके साथ सेना के जवान भी शामिल हुए.
सेना के अनुसार, मृत्यु का कारण खुद को पहुंचाई गई चोट है, इसीलिए मौजूदा नीति के अनुसार कोई गार्ड ऑफ ऑनर या सैन्य अंतिम संस्कार प्रदान नहीं किया गया था. नियमों और पूर्व उदाहरणों के अनुरूप मृतक को पूरा सम्मान दिया गया है.
आदिवासी जननायकों को कांग्रेस ने नहीं दिया सम्मान - सीएम
15 Oct, 2023 07:13 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह का कांग्रेस पर पलटवार जारी है। शिवराज सिंह शनिवार को आयोजित चुनावी रैली में कहा कि कांग्रेस ने आदिवासियों के हक को मारा है, प्रदेश में कांग्रेस के कमलनाथ की सरकार के कार्यकाल में आदिवासी बहनों को हर महीने मिलने वाली एक हजार रुपए की आर्थिक सहायता को बंद कर दिया गया। जहां भी कांग्रेस की सरकार रही है वहां उन्होंने सिर्फ एक खानदान विशेष के ही स्मारक बनाएं, जबकि भाजपा ने आदिवासी जननायकों को पूरा सम्मान और हक दिया। सीएम ने कहा कि जबलपुर में रानी दुर्गावती का भव्य स्मारक बनाया जा रहा है। एक और आदिवासी जननायक टंट्या का स्मारक बनकर तैयार है।
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि कांग्रेस को झूठ की राजनीति करना बंद कर देना चाहिए। सीएम ने कांग्रेस को चेतावनी के लहजे में कहा कि सुन लो प्रियंका! हम आदिवासियों को सम्मान भी देंगे और सामान भी। आदिवासी जननायकों के गौरव को वापस लौटाने का काम भाजपा सरकार ने किया है। कांग्रेस के कार्यकाल में राज्य में आदिवासी बहनों को दी जाने वाली एक हजार रुपए की आर्थिक सहायता को बंद कर दिया गया। बहनों का संबल बनने की जगह कांग्रेस ने उनका सहारा ही छीन लिया। इसी तरह तंदुपत्ता तोड़ने वाले आदिवासियों के साथ भी अन्याय किया गया।
कमलनाथ के कार्यकाल में बंद हुईं कई योजनाएं :
सीएम शिवराज ने कहा कि हमारी सरकार में गरीब आदिवासी बहनों को हर महीने एक हजार रुपये दिये जाते थे। राज्य में संचालित संबल योजना से गरीबों को बल मिला था। आदिवासियों को जूते-चप्पल दिए जाते थे, लेकिन कांग्रेस की सरकार बनते ही यह सब बंद हो गया था। कांग्रेस ने सरकार में आते ही मुख्यमंत्री कमल नाथ ने बैगा, सहरिया और भारिया बहनों को पैसे देना बंद कर दिया था। मुख्यमंत्री ने कहा कि भाजपा के कार्यकाल में बहनों को एक हजार रुपये आहार अनुदान दिया जाता था। जिसे भी कमलनाथ के शासन में बंद कर दिया गया। ने बंद करने का महापाप किया था। कमल नाथ ने गरीबों की संबल योजना बंद कर दी थी। आदिवासियों को जूते चप्पल देना बंद कर दिया था। जूते,चप्पल, पानी की कुप्पी, साड़ी देना बंद करी थी। अब हम आदिवासियों के पांव में जूते चप्पल पहना रहे हैं।
ट्रेन दुर्घटनाओं से जागा रेलवे बोर्ड, ‘रनिंग स्टाफ के ड्यूटी के संबंध में दिशानिर्देश जारी
14 Oct, 2023 06:15 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
नई दिल्ली । भारतीय रेलवे बोर्ड ने चालकों और गार्ड सहित ‘रनिंग स्टाफ के ड्यूटी के घंटे के संबंध में सभी जोन को दिशानिर्देश जारी कर कहा कि ट्रेन चालकों के लिए अधिकतम कार्य अवधि 12 घंटे से अधिक नहीं होनी चाहिए और यह गंभीर परिचालन जरूरतों पर निर्भर करेगा।
‘रनिंग स्टाफ में सवारी गाड़ियों और माल गाड़ियों के चालक व ‘गुड्स गार्ड आदि कर्मचारी आते हैं। नए निर्देश बोर्ड के विभिन्न पूर्ववर्ती दिशानिर्देशों का एक संकलन है। इसका उद्देश्य जोन को परिचालन सुरक्षा बढ़ाने के लिए ‘रनिंग स्टाफ के कामकाजी और शेष घंटे का ध्यान रखने की याद दिलाना है। हालांकि, चालकों के संघ (एसोसिएशन) इंडियन लोको रनिंगमेन आर्गेनाइजेशन (आईआरएलआरओ) ने आरोप लगाया कि इन निर्देशों में शर्तें जुड़ी हुई हैं, जो समुचित आराम करने के उनके अधिकार को छीनता है और काम के दौरान भोजनावकाश का भी प्रावधान नहीं है।
एसोसिएशन ने कहा कि रेलवे बोर्ड के एक निर्देश में कहा गया है कि एक यात्रा के दौरान किसी चालक का अधिकतम कार्य घंटा 12 घंटे से अधिक नहीं होना चाहिए। बोर्ड के निर्देश के अनुसार, “एक बार में रनिंग ड्यूटी सामान्यतः नौ घंटे से अधिक नहीं होनी चाहिए। ऐसी ड्यूटी आगे भी बढ़ सकती है, बशर्ते रेलवे प्रशासन नौ घंटे की समाप्ति से पहले चालक दल को कम से कम दो घंटे का नोटिस दे...। इसमें कहा गया है, “यदि ट्रेन अपने गंतव्य तक नहीं पहुंचती है, तब चालक बदलने का सामान्य स्थान या वह स्थान जहां उसके ड्यूटी समाप्त करने की व्यवस्था की गई है, जो 11 घंटे की कुल सीमा के भीतर है, और ऐसा स्थान लगभग एक घंटे की दूरी पर है, तब रनिंग स्टाफ को उस स्थान तक ड्यूटी करने की आवश्यकता होगी, बशर्ते कि उस यात्रा में 12 घंटे से अधिक की अवधि पार न हो।
बोर्ड ने कहा कि भूकंप, दुर्घटनाएं, बाढ़, आंदोलन और उपकरण विफलता आदि जैसी परिचालन संबंधी आपात स्थितियों में, नियंत्रक को कर्मचारियों को उचित सलाह देनी चाहिए कि उन्हें काम के घंटे की निर्धारित सीमा से आगे ड्यूटी करने की आवश्यकता पड़ सकती है। आईआरएलआरओ के कार्यकारी अध्यक्ष संजय पांधी ने कहा कि कामकाजी घंटों के दिशानिर्देशों में आवश्यकता शब्द का उपयोग रेलवे के पक्ष में जाता है क्योंकि यात्रियों को एक स्टेशन से दूसरे स्टेशन तक ले जाना अपने आप में एक आवश्यकता है।
लश्कर-ए-तैयबा के दो आतंकी गिरफ्तार
14 Oct, 2023 05:15 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
चंडीगढ़ । पंजाब पुलिस ने शनिवार को जम्मू-कश्मीर के दो निवासियों को गिरफ्तार कर लश्कर-ए-तैयबा (एलईटी) के आतंकी मॉड्यूल का भंडाफोड़ का दावा किया।
पुलिस ने बताया कि गिरफ्तार संदिग्धों के पास से दो आईईडी (इंप्रोवाइज्ड एक्सप्लोसिव डिवाइस), दो हथगोले, एक पिस्तौल, दो मैगजीन, 24 कारतूस, एक टाइमर स्विच, आठ डेटोनेटर और चार बैटरियां बरामद की गई हैं। पुलिस महानिदेशक गौरव यादव ने कहा कि अमृतसर पुलिस के राज्य विशेष अभियान प्रकोष्ठ ने एक केंद्रीय एजेंसी के साथ मिलकर यह अभियान चलाया।
उन्होंने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर कहा, ‘‘राज्य विशेष अभियान प्रकोष्ठ-अमृतसर ने एक बड़ी सफलता दर्ज करते हुए एक केंद्रीय एजेंसी के साथ संयुक्त अभियान चलाकर लश्कर-ए-तैयबा के आतंकी मॉड्यूल का भंडाफोड़ कर दो लोगों को गिरफ्तार किया, जो जम्मू-कश्मीर के निवासी हैं।’’ यादव ने बताया कि आतंकी मॉड्यूल का संचालन लश्कर-ए-तैयबा का सक्रिय सदस्य फिरदौस अहमद भट संभाल रहा था। उन्होंने दोनों संदिग्धों की गिरफ्तारी को ‘‘पंजाब में शांति भंग करने की कोशिश कर रहे आतंकी मॉड्यूल के लिए एक बड़ा झटका’’ करार दिया।
ड्रग्स तस्करी के आरोप में रूसी नागरिक गिरफ्तार, तीन साल से गैरकानूनी रूप से भारत में रह रहा था
14 Oct, 2023 11:00 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
अहमदाबाद | साइबर क्राइम ने ड्रग्स तस्करी के मामले में एक रूसी नागरिक को गिरफ्तार कर लिया है, जो तीन साल से भारत में गैरकानूनी रूप से रह रहा था और नशे का कारोबार कर रहा था| मनाली से गिरफ्तार किए गए कोल्स निकोव नामक रूसी नागरिक ने नशे के कारोबार के लिए खास तौर पर हिन्दी भाषा सीखी थी| कोल्स निकोव का वर्ष 2020 में ही विजा खत्म हो गया था, बावजूद इसके वह भारत में ना सिर्फ रह था बल्कि ड्रग्स का कारोबार भी कर रहा था| आरोपी फोरेन पोस्ट ऑफीस में ड्रग्स मंगवाता था और गोवा भेज देता था| इसके लिए आरोपी को प्रति पार्सल 100 डॉलर मिलते थे| जांच में खुलासा हुआ है कि आरोपी का एक गिरोह है जो गोवा में नशे का कारोबार करता है और इस गिरोह में विदेशी नागरिक भी शामिल हैं| आरोपी विदेश से भारत के अहमदाबाद, जयपुर, मुंबई, कोलकाता, दिल्ली और हिमाचल प्रदेश इत्यादि के एयरपोर्ट ड्रग्स मंगवाकर उसे भारतीय पोस्ट के जरिए गोवा भेजता था| जिस शहर में ड्रग्स आनेवाला होता था आरोपी वहां पहले ही पहुंच जाता और पार्सल ले लेता था| आरोपी कोल्स निकोव के पास से 6 नकली विजा लेटर, 2 पासपोर्ट, नकली आधार कार्ड समेत अन्य कई वस्तुएं पुलिस ने बरामद की हैं| आरोपी का पासपोर्ट असली है या नकली इसकी जांच की जा रही है|
मुस्लिम मतदाता भाजपा के साथ, सर्वे में अनुमान
14 Oct, 2023 10:32 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
मध्यप्रदेश के मुस्लिम बहुल इलाकों में क्या इस बार भाजपा का परचम लहराएगा? राजधानी भोपाल का उत्तर विधानसभा क्षेत्र मुस्लिम बहुल मतदाताओं का है और इस क्षेत्र से लगातार छह बार कांग्रेस के वरिष्ठ नेता आरिफ अकील जीतते आए हैं, लेकिन इस बार यहां मतदाताओं का रुझान भाजपा की तरफ है। भाजपा के शासनकाल में शुरू की गई कल्याणकारी योजनाओं ने मुस्लिम बहनों को खासा प्रभावित किया है। यह बात एक सर्वे में सामने आई है। प्रदेश की मुस्लिम बाहुल्य सीटों पर किए गए मुस्लिम राष्ट्रीय मंच के सर्वे में यह अनुमान लगाया गया कि प्रदेश के 65 से 70 प्रतिशत मुस्लिम मतदाता भाजपा के साथ हैं।
भोपाल की उत्तर विधानसभा में चुनाव प्रचार करने पहुंचे मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान का यहां भारी जनसैलाब ने स्वागत किया जनता का समर्थन और प्यार देखकर कांग्रेस को इस क्षेत्र से अपनी सीट छिनने की आशंका हो रही है। उत्तर विधानसभा क्षेत्र को कांग्रेस का अभेद किला कहा जाए तो गलत नहीं होगा। लेकिन इस सीट पर मतदाताओं का रुझान पता लगाने के लिए मुस्लिम राष्ट्रीय मंच द्वारा एक सर्वे किया गया, जिसमें राज्य के 65 से 70 प्रतिशत मुस्लिम मतदाताओं द्वारा भाजपा को समर्थन देने का अनुमान लगाया गया है। सर्वे के अनुसार कांग्रेस सहित दूसरे दलों को 30 से 35 प्रतिशत मुस्लिम वोट मिल सकते हैं। मालूम हो कि 230 विधानसभा सीट वाले मध्यप्रदेश राज्य की सत्ता में अल्पसंख्यकों का खासा योगदान होता है। इस मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के कार्यकाल में शुरू की गईं लाड़ली लक्ष्मी और लाड़ली बहना योजना का लाभ हर वर्ग को मिला है, इस नजरिए से भी कोई आश्यर्च नहीं यदि कांग्रेस के मुस्लिम गढ़ में यदि भाजपा सेंधमारी करती है तो यह पार्टी की जबरदस्त सफलता होगी। हालांकि सही स्थिति का पता चुनाव परिणाम आने के बाद ही चलेगा।
हमने सभी वर्गो के लिए काम किया- शिवराज चौहान
उत्तर विधानसभा में चुनाव प्रचार रैली को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि अपने कार्यकाल में सरकार ने सभी वर्गो के लिए योजनाओं का संचालन किया। पार्टी किसी से भेदभाव नहीं करती न ही धर्म के आधार पर और न ही समुदाय के आधार पर। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में सबका साथ सबका विकास को आत्मसात करते हुए योजनाएं तैयार की जाती हैं, जिसका लाभ सभी वर्गो तक पहुंचता है।
कल्याणकारी योजनाएं बन सकती है समर्थन का आधार
दरअसल प्रदेश में सीएम शिवराज की लाड़ली बहना योजना हो या फिर मुख्यमंत्री लाड़ली लक्ष्मी योजना, इनका फायदा मुस्लिम महिलाओं को भी मिल रहा है। मुस्लिम राष्ट्रीय मंच के सर्वे की यदि मानें तो मामा के रुप में चर्चित मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने बहनों का दिल जीत लिया है। कल्याणकारी योजनाएं बहनों की मुश्किलों को कम कर रही हैं। जिसका असर मतदान पर भी पड़ेगा। राष्ट्रीय मुस्लिम मंच के अनुसार शिवराज के शासनकाल में मुस्लिम मतदाता मुख्यधारा और विकास से जुड़ा है।
प्रदेश में कहां कितने मुस्लिम मतदाता
230 सीटों में से 15 से 20 प्रतिशत सीटों पर मुस्लिम मतदाताओं का प्रभाव
भोपाल, इंदौर, खंडवा और बुरहानपुर में मुसलमानों की बड़ी आबादी रहती है, लेकिन राजनीतिक विश्लेषकों का कहना है कि 230 विधानसभा की सीटों में से 15 से 20 प्रतिशत ऐसी सीटें हैं जिन पर मुस्लिम मतदाताओं का प्रभाव है। भोपाल जिले में भोपाल उत्तर, भोपाल मध्य, नरेला विधानसभा की सीट के अलावा देवास की सीट, शाजापुर, ग्वालियर (दक्षिण), उज्जैन (उत्तर) रतलाम (सिटी), जबलपुर (पूर्व), साग़र, रीवा, सतना, मंदसौर, देपालपुर, खरगोन और खंडवा की विधानसभा की सीटों पर मुसलमान वोटरों का ख़ासा प्रभाव है।
17 नवंबर को डाले जाएंगे वोट
मध्य प्रदेश में विधानसभा चुनाव की तारीखों के ऐलान के बाद आदर्श आचार संहिता लागू कर दी गई है। प्रदेश में 21 अक्टूबर को नोटिफिकेशन जारी होगा। 30 अक्टूबर तक नामांकन हो सकेंगे। नामांकन की जांच 31 अक्टूबर तक की जाएगी। 2 नवंबर नाम वापसी की आखिरी तारीख है। वहीं मतदान 17 नवंबर को किया जाएगा। जबकि तीन दिसंबर को चुनाव के परिणाम आएंगे।
सौराष्ट्र में बदला मौसम का मिजाज, भारत-पाकिस्तान मैच में कहीं रुकावट ना बन जाए बारिश
14 Oct, 2023 10:00 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
अहमदाबाद | अहमदाबाद के नरेन्द्र मोदी स्टेडियम में भारत और पाकिस्तान के बीच मुकाबला होना है और उससे पहले सौराष्ट्र में मौसम का मिजाज बदल गया है| कई जगह बारिश होने की खबर है| मौसम विभाग की मानें तो 14 अक्टूबर को वेस्टर्न डिस्टर्बन्स के कारण मौसम बदल सकता है और 14 से 16 अक्टूबर के दौरान राज्य में कई बारिश हो सकती है| नवरात्रि महौत्सव में बारिश बाधा डाल सकती है| आज अमरेली और जूनागढ़ में बारिश होने की खबर है| दोपहर के बाद अचानक बदले मौसम के बीच जूनागढ़ शहर के आजाद चौक, वणजारी चौक, तालाब दरवाजा, दिवान चौक और कालवा चौक में झमाझम बारिश हुई| जूनागढ़ शहर के अलावा ग्रामीण इलाकों में भी बारिश हो रही है| जिसमें वंथली, शापर, मोटा कजलियाडा इत्यादि गांव शामिल है| अमरेली जिले के दामनगर, मोटा आंकडिया, नाना आंकडिया, मोटा माचियाला, नाना माचियाला और चीतल समेत ग्रामीण इलाकों में बारिश हुई है| दूसरी ओर मौसम के जानकार अंबालाल पटेल ने अहमदाबाद में भारत-पाकिस्तान के बीच होनेवाले मैच के दौरान बारिश की आशंका व्यक्ति की है| अंबालाल के मुताबिक मैच के दौरान बारिश रुकावट बन सकती है| मैच ही नहीं नवरात्रि के दौरान भी गुजरात के अनेक स्थलों पर बारिश होने की संभावना है| अंबालाल के मुताबिक 14 अक्टूबर को अहमदाबाद में आसमान में बादल छाए रहेंगे और छुटपुट बारिश हो सकती है| 16 अक्टूबर से गुजरात के कई हिस्सों में बरसाती माहौल रहेगा| 16 अक्टूबर को अरब सागर में हलचल शुरू होगी और 17, 18 व 19 अक्टूबर को समुद्र में लो प्रेशर बनेगा| 20 अक्टूबर से 24 अक्टूबर के दौरान अरब सागर में चक्रवात सक्रिय होने की संभावना है| चक्रवात के कारण गुजरात के तटीय इलाकों में बारिश हो सकती है|
जम्मू-कश्मीर में फिलिस्तीन के समर्थन में प्रदर्शन
14 Oct, 2023 09:00 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
नई दिल्ली । इजराइल और फिलिस्तीन के बीच जारी जंग के बीच 13 अक्टूबर को जम्मू-कश्मीर में फिलिस्तीन के समर्थन में प्रदर्शन हुआ। जुमे की नमाज के बाद बडग़ाम में लोगों ने प्रदर्शन किया। इस दौरान अमेरिका और इजराइल के विरोध में नारेबाजी भी हुई। इससे जुड़ा एक वीडियो भी सामने आया है, जिसमें प्रदर्शनकारियों को इजराइल मुर्दाबाद, नारा-ए-तकबीर... अल्लाह हू अकबर और एक से बढक़र जलील... अमेरिका-इजराइल जैसे नारे लगाते सुना जा सकता है। प्रदर्शनकारी अपने हाथों में पोस्टर लिए हैं, जिसमें फिलिस्तीन के समर्थन और इजराइल, अमेरिका के विरोध में स्लोगन लिखे हैं। एक पोस्टर में लिखा है- फिलिस्तीन और गाजा में हमारे बहन और भाइयों की रक्षा करें।
इससे पहले 9 अक्टूबर को अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी के छात्रों ने फिलिस्तीन के समर्थन में रैली निकाली थी। कैंपस में निकाली गई इस रैली में करीब 400 स्टूडेंट शामिल हुए थे। इसमें फ्री फिलिस्तीन, नारा-ए-तकबीर...अल्लाह हू अकबर। ला इलाह इल अल्लाह जैसे नारे लगाए। पुलिस ने इस मामले में 4 लोगों को नामजद करते हुए एफआईआर दर्ज की।
मणिपुर में फिर हिंसा, हमलावरों की गोलीबारी में तीन घायल
14 Oct, 2023 08:00 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
इंफाल। मणिपुर में हमलावरों की फायरिंग में तीन लोग गंभीर रूप से घायल हो गए। घटना पूर्वी इंफाल में कांगपोकपी जिले के सबुंगखोक खुनोउ की है। यहां हथियार से लैस उपद्रवियों ने ग्रामीणों पर हमला कर दिया। अधिकारियों ने बताया कि घटना सुबह करीब 3 बजे की है। हमलावरों ने मैदान में रखे ईंटों के पीछे छिपकर ताबड़तोड़ गोलियां चलाईं। घायलों को इंफाल के राज मेडिसिटी और लिटिल क्लिनिक ले जाया गया, जहां उनका इलाज चल रहा है।
इस घटना के बाद हमलावरों ने गांव के सुरक्षा वालंटियर्स पर फायरिंग की। सुरक्षाबलों ने उपद्रवियों का पीछा किया। वे गांव की ओर बढ़ रहे थे। इसी दौरान दोपहर में हमलावरों ने सुरक्षाबलों पर भी गोलियां चलाईं। हालांकि, इसमें कोई हताहत नहीं हुआ। जवाबी कार्रवाई में सुरक्षाबलों ने भी फायरिंग की, लेकिन हमलावर अपनी गाड़ी छोडक़र फरार हो गए। पुलिस ने गाड़ी से हथियार और गोला-बारूद बरामद किए हैं।
मणिपुर में 3 मई से मैतेई और कुकी लोगों के बीच जारी हिंसा में अब तक 180 लोगों की जान गई है, जबकि 50 हजार से ज्यादा लोग अपना घर छोडक़र रिलीफ कैंपों में रह रहे हैं। इंफाल वैली में मैतेई बहुल है, ऐसे में यहां रहने वाले कुकी लोग आसपास के पहाड़ी इलाकों में बने कैंप में रह रहे हैं, जहां उनके समुदाय के लोग बहुसंख्यक हैं। जबकि, पहाड़ी इलाकों के मैतेई लोग अपना घर छोडक़र इंफाल वैली में बनाए गए कैंपों में रह रहे हैं।
कांग्रेस की तुष्टिकरण की नीति...
13 Oct, 2023 09:20 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
मध्य प्रदेश में विधानसभा चुनाव की घोषणा के बाद एक तरफ जहां भारतीय जनता पार्टी और कांग्रेस के बीच लगातार आरोप प्रत्यारोप का दौर चुनावी सभाओं के दौरान दिखाई दे रहा है वहीं दूसरी और एक बार फिर से प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री एवं कांग्रेस पार्टी के वरिष्ठ नेता दिग्विजय सिंह उज्जैन में हुए एक धार्मिक कार्यक्रम के दौरान आतंकवादी गतिविधियों में संलग्न संगठन के समर्थन में बयानों के कारण सुर्खियों में आ गए। उन्होंने हिंदुस्तान के प्रतिबंधित आतंकी गतिविधियों में संलग्न संगठन पीएफआई का समर्थन करते हुए 97% मामले झूठे बता दिए। लगभग चार दिवस पूर्व कांग्रेस पार्टी की वर्किंग कमेटी के द्वारा फिलिस्तीनी समर्थन को लेकर जारी किए गए प्रस्ताव मामले की आग समाप्त ही नहीं हुई थी कि दिग्विजय सिंह ने एक नए मामले को हवा दे दी है।
एनआईए ने गलत कार्रवाई की, 97% मामले झूठ : दिग्विजय सिंह
मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस के राज्यसभा सांसद दिग्विजय सिंह अपने हालिया दावे को लेकर सुर्खियों में हैं कि 97 फीसदी मामले प्रतिबंधित संगठन पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया (पीएफआई) के खिलाफ झूठे थे। सिंह ने यह टिप्पणी बुधवार को मध्य प्रदेश के उज्जैन जिले में पत्रकारों से बात करते हुए की। राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) द्वारा मध्य प्रदेश समेत कई राज्यों में पीएफआई के ठिकानों पर की जा रही कार्रवाई पर प्रतिक्रिया देते हुए पूर्व सीएम ने कहा, 'पीएफआई पर 97 फीसदी मामले झूठे पाए गए हैं।
इस दौरान इजराइल-फिलिस्तीन संघर्ष पर बात करते हुए सिंह ने कहा कि कांग्रेस हमेशा आतंकवाद के खिलाफ खड़ी रही है, वे कभी भी हमास का समर्थन नहीं करेंगे। लेकिन इजरायल और फिलिस्तीन के बीच संघर्ष चल रहा है। उन्हें एक साथ बैठकर इसे हल करने की जरूरत है। शांति होनी चाहिए।" इससे पहले रविवार को कांग्रेस कार्यसमिति के बैठक में एक प्रस्ताव में इजरायल पर हमले का जिक्र किए बिना कथित तौर पर हमास और फलस्तीन मुद्दे का समर्थन करने के लिए कांग्रेस निशाने पर आ गई थी।
कांग्रेस का आतंकवादियों को समर्थन नई बात नहीं - भारतीय जनता पार्टी
इस संपूर्ण मामले में एक तरफ जहां भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश मीडिया प्रभारी द्वारा विज्ञप्ति जारी करते हुए इस मामले की कठोर निंदा की गई, वहीं दूसरी और इस मामले में भारतीय जनता पार्टी के पूर्व कार्यालय मंत्री सत्येंद्र भूषण सिंह ने कहा कि आज प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने उज्जैन में जो बात कही है उसमें कोई नई बात नहीं है। कांग्रेस पार्टी हमेशा से आतंकवादियों का समर्थन करती आई है और करती भी रहेगी। इस मामले में मीडिया प्रभारी भारतीय जनता पार्टी का कहना है कि दिग्विजय सिंह के चरित्र में एवं खून में देश विरोध बसा और रचा हुआ है।
बीजेपी प्रवक्ता हितेश वाजपेयी ने कहा कि दिग्विजय सिंह तो PFI के सबसे बड़े समर्थक हैं। इस तरह के बयान देकर वो एक वर्ग को खुश करना चाहते हैं। इस तरह से वो चुनाव में इसका फायदा भी लेना चाहते हैं, मगर दिग्विजय सिंह अब एक्सपोज़ हो चुके हैं। देश के मुसलमान भी अब उन्हें अच्छे से समझ चुके हैं।
छोटे कपड़ों में नाचना और इशारे करना नहीं है अश्लीलता
13 Oct, 2023 08:30 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
मुंबई । महिलाएं छोटे कपड़े पहनकर नाचती गातीं है या इशारे करतीं है तो इसे अश्लीलता नहीं माना जा सकता है। ये टिप्पणी बॉम्बे हाई कोर्ट की है।कोर्ट का कहना है कि इसे अनैतिक कृत्य नहीं माना जा सकता है, जिससे कोई परेशान हो। सुनवाई के दौरान अदालत ने पांच लोगों के खिलाफ आईपीसी की धारा 294 (अश्लीलता) के तहत दर्ज एफआईआर को रद्द कर दी।
जस्टिस विनय जोशी, और जस्टिस वाल्मीकि मेनेजेस की डिवीजन बेंच ने मामले की सुनवाई करते हुए कहा, हमारा मानना है कि आरोपी क्रमांक 13 से लेकर 18 तक (महिला डांसर) के छोटे स्कर्ट्स पहनना, उत्तेजक डांस करना या इशारे करने के कृत्य को, जिन्हें पुलिस अधिकारियों ने अश्लील माना, उन्हें अश्लील नहीं कहा जा सकता है।बेंच ने कहा कि वे भारतीय समाज के मौजूदा मानदंडों के बारे में जानते हैं, लेकिन आज के समय में महिलाओं का ऐसे कपड़े पहनना सामान्य है और स्वीकार्य भी है। कोर्ट ने कहा, हम कई बार फिल्मों में कपड़े पहनने के तरीकों को देखते हैं, जिन्हें सेंसरशिप में पास कर दिया गया है या सौंदर्य प्रतियोगिताओं में ऐसा देखते हैं, जिससे किसी को परेशानी नहीं हो रही। इस मामले में धारा 294 लागू नहीं होती है।कोर्ट का कहना है कि अगर कृत्य सार्वजनिक जगह पर किया गया है, अशलील हो या उससे किसी को परेशानी हो रही हो तो धारा 294 लगाई जा सकती है। हालांकि, ये मामला सार्वजनिक जगह पर ही था, लेकिन कोर्ट ने माना कि न तो वह अश्लील था और न ही उससे किसी को परेशानी हो रही थी।
बता दें कि पुलिस ने रिजॉर्ट और वॉटर पार्क के बैंक्वेट हॉल पर छापा मारा था, जहां 6 महिलाएं कथित तौर पर छोटी स्कर्ट्स में नाच रही थीं और लोग उन पर नोट उड़ा रहे थे। पुलिस ने महिलाओं और पुरुषों, दोनों के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया था। सुनवाई के बाद कोर्ट ने 5 पुरुषों के खिलाफ दर्ज प्रकरण रद्द कर दिया।
बेंगलुरु में आईटी का छापा-गत्तों के अलग अलग बॉक्स में मिलें करोड़ो
13 Oct, 2023 07:30 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
बेंगलुरु। आयकर विभाग ने अलग अलग स्थानों पर छापे मारकर करोड़ों की बेशुमार संपत्ति बरामद की है। यहां ठेकेदार और कांग्रेस के पूर्व पार्षद सहित उसके रिश्तेदारों के यहां हुई छापामारी कार्रवाई में आयकर टीएम उस वक्त दंग रह गई जब गत्तों से बने अलग अलग बॉक्सेस में करोड़ों रुपए नगर भरे हुए मिले।
आयकर विभाग ने पूर्व कांग्रेस पार्षद के आवास और उनके रिश्तेदारों के फ्लैट पर छापा मारा जहां कार्टन बक्सों में कैश बरामद हुए। आयकर विभाग के अधिकारियों द्वारा यह छापेमारी आरटी नगर में दो जगहों पर की गई। पूर्व पार्षद अश्वत्थम्मा के एक रिश्तेदार के फ्लैट से इन पैसों की बरामदगी हुई है। आरटी नगर के आत्मानंद कॉलोनी में गत्ते के बक्सों में पैक मिले करोड़ों रुपये अब आयकर विभाग के अधिकारियों ने जब्त कर लिए है।
इससे पहले आयकर विभाग के अधिकारियों ने मल्लेश्वरम, सदाशिव नगर, डॉलर्स कॉलोनी, मथिकेरे और सरजापुरा रोड सहित शहर के 10 से अधिक हिस्सों में ज्वैलर्स के घरों और कार्यालयों का दौरा किया और ज्वैलर्स के रिकॉर्ड की जांच की। विभाग के अधिकारियों ने पिछले सप्ताह सोने के आभूषण विक्रेताओं पर इसी तरह की आईटी छापेमारी की थी।
राख के ढेर से निकलकर भी करूंगा जनता की सेवा : सीएम शिवराज
13 Oct, 2023 01:34 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
कांग्रेस के कार्यकाल में मध्यप्रदेश घोटालों का राज्य बनकर रह गया था। कांग्रेस के शासनकाल में देश में घोटालों की नई नई गाथाएं लिखी गईं। घोटाला प्रेमी आज हमसे आंख मिलाकर बात कर रहे हैं, जिन्होंने देश के खजाने को जमकर लूटा। कोयला घोटाला, 3जी घोटाला, 4जी घोटाला सब कांग्रेस के कार्यकाल में ही हुए। मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान उत्तर विधानसभा सीट से भाजपा के प्रत्याशी आलोक शर्मा के समर्थन में आयोजित रैली को संबोधित कर रहे थे। सभा से पहले मुख्यमंत्री ने एक रोड शो भी किया।
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि कांग्रेस भाजपा के प्रभाव से डरी हुई है, इसलिए कुछ कांग्रेसियों ने मेरा श्राद्ध भी करवा दिया है। कांग्रेस आला कमान भी मामा से डरे हुए हैं। शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि मैं जनता का सेवक हूं अगर मर भी जाऊं तो राख के ढेर से फिनिक्स पक्षी की तरह बाहर निकल कर फिर से जनता की सेवा में लग जाऊंगा। उन्होंने कांग्रेसियों को कहा कि कांग्रेसी भी भाजपा के कार्यकाल में ही सुखी रह पाएंगे। कांग्रेस पर पलटवार करते हुए सीएम ने कहा कि कांग्रेस झूठ की दुकान चला रही है, कमलनाथ जब प्रदेश के मुख्यमंत्री थे उन्होंने बच्चों को लैपटॉप योजना बंद कर दी, जबकि उन्होंने बच्चों से वादा किया था कि हर बच्चे को चार हजार बेरोजगारी भत्ता दिया जाएगा। समूह का कर्ज माफ करने की बात के अलावा कमलनाथ ने दूध पर बोनस और सस्ती गैस देने का वादा किया था, लेकिन ऐसा कुछ भी नहीं किया गया। जबकि भाजपा ने मध्यप्रदेश में बहनों को 450 रुपए का सस्ता रसोई गैस देकर अपना वादा पूरा किया। सीएम ने कहा कि कांग्रेस ने कई जनकल्याण योजनाएं भी बंद करवा दी, कांग्रेस जवाब दे कि संबल योजना को क्यों बंद कर दिया गया? इसका कोई जवाब कांग्रेस के पास नहीं है।
मंच पर चिट्ठी लेकर पहुंचा मासूम मिस्बाह, सीएम ने किया मदद का वादा
जनसभा के दौरान मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान का एक बार फिर संवेदनशील रूप सामने आया। दरअसल मुख्यमंत्री से मिलने एक बच्चा मंच पर आ गया, उसने सीएम को एक चिट्ठी दी। मिस्बाह नाम के इस बच्चे ने चिट्ठी में लिखा था कि शिवराज मामा...निवेदन है कि, मेरे अब्बा 4 महीने से बीमार हैं वो चल नहीं पा रहे हैं, उनके पांव काम नहीं कर रहे हैं। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने मंच से ही ऐलान किया कि मैं अभी तुम्हारे अब्बा से मिलूंगा और जो तुमने कहा है कि मामा उनके इलाज में मदद करो, तो बेटा पूरा इलाज होगा चिंता मत करना। मुख्यमंत्री ने कहा कि मिस्बाह जैसे भांजों को ये मामा कभी निराश नहीं करेगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि वह कुछ दिन पहले ही उत्तराखंड में मां गंगा जी पूरा करके आए हैं। सीएम उत्तराखंड से मध्य प्रदेश की धरती पर भाजपा की भारी बहुमत से जीत और सरकार बनाने का संकल्प लेकर आए हैं।