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पुणे में होगी जी20 की पहली इन्फ्रास्ट्रक्चर वर्किंग ग्रुप की बैठक
16 Jan, 2023 10:15 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
नई दिल्ली । भारतीय जी20 प्रेसीडेंसी के तहत 2023 इंफ्रास्ट्रक्चर एजेंडा पर चर्चा के लिए जी20 इंडिया प्रेसीडेंसी के तहत पहली जी20 इंफ्रास्ट्रक्चर वर्किंग ग्रुप (आईडब्ल्यूजी) की बैठक 16-17 जनवरी के दौरान पुणे में होगी। फोरम भारतीय जी20 प्रेसीडेंसी के तहत 2023 इंफ्रास्ट्रक्चर एजेंडा पर चर्चा करने के लिए भारत द्वारा आमंत्रित आईडब्ल्यूजी सदस्य देशों अतिथि देशों और अंतर्राष्ट्रीय संगठनों को एक साथ लाएगा। बैठक की मेजबानी आर्थिक मामलों के विभाग वित्त मंत्रालय द्वारा सह-अध्यक्षों के रूप में ऑस्ट्रेलिया और ब्राजील के साथ की जाएगी।
जी20 इंफ्रास्ट्रक्चर वर्किंग ग्रुप इंफ्रास्ट्रक्चर निवेश के विभिन्न पहलुओं पर विचार-विमर्श करता है जिसमें इंफ्रास्ट्रक्चर को एक एसेट क्लास के रूप में विकसित करना गुणवत्तापूर्ण अवसंरचना निवेश को बढ़ावा देना और बुनियादी ढांचे में निवेश के लिए वित्तीय संसाधनों को जुटाने के लिए अभिनव उपकरणों की पहचान करना है।
इंफ्रास्ट्रक्चर वर्किंग ग्रुप के नतीजे जी20 फाइनेंस ट्रैक प्राथमिकताओं में फीड होते हैं और इंफ्रास्ट्रक्चर डेवलपमेंट को बढ़ावा देते हैं। भारतीय जी20 प्रेसीडेंसी की थीम वन अर्थ वन फैमिली वन फ्यूचर 2023 भारतीय जी-20 प्रेसीडेंसी के तहत 2023 इंफ्रास्ट्रक्चर एजेंडा के लिए टोन सेट करती है। यह विषय समान विकास के संदेश को रेखांकित करता है और चर्चाओं के केंद्रीय एजेंडे के साथ उपयुक्त रूप से जुड़ा हुआ है जो समावेशी और टिकाऊ शहरी बुनियादी ढांचे का निर्माण कर रहा है।
अधिकारियों ने कहा कि पुणे की बैठक में भारतीय प्रेसीडेंसी पद के तहत इंफ्रास्ट्रक्चर वर्किंग ग्रुप के एजेंडे पर चर्चा होगी। इस बैठक में चर्चा की जाने वाली प्रमुख प्राथमिकता कल के शहरों का वित्तपोषण : समावेशी लचीला और सतत है। थीम शहरों को विकास का आर्थिक केंद्र बनाने शहरी बुनियादी ढांचे के वित्तपोषण भविष्य के लिए तैयार शहरी बुनियादी ढांचे के निर्माण ऊर्जा-कुशल और पर्यावरण की दृष्टि से स्थाई बुनियादी ढांचे के लिए निजी वित्तपोषण को अनलॉक करने और सामाजिक असंतुलन को कम करने के लिए वित्तीय निवेश को निर्देशित करने के विभिन्न पहलुओं पर ध्यान केंद्रित करेगी।
कार्यशाला में भविष्य के शहरों के निर्माण के लिए तकनीकी और प्रबंधकीय क्षमता से संबंधित प्रासंगिक विषयों बढ़ते निजी वित्तपोषण में निवेशकों के विचार और कल के शहरों की वित्तीय क्षमता की जरूरतों पर चर्चा होगी। भारत की जी-20 अध्यक्षता के दौरान जी-20 इन्फ्रास्ट्रक्चर वर्किंग ग्रुप का उपयोग एक मंच के रूप में उन चुनौतियों पर चर्चा करने के लिए किया जाएगा जो शहरों का सामना करती हैं और अवसर जो शहर निकट भविष्य में लाएंगे और शहरों को रहने योग्य बनाने के लिए खाका तैयार करेंगे। अधिकारियों ने कहा कि वित्त मंत्रालय जी20 इंफ्रास्ट्रक्चर एजेंडे को आगे बढ़ाएगा ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि जी-20 नए विचारों की कल्पना करने और सामूहिक कार्रवाई में तेजी लाने के लिए वैश्विक प्रमुख प्रेरक के रूप में कार्य करे।
शराबी पति ने 8 माह की गर्भवती पत्नी को बाइक से बांधकर दूर तक घसीटा हालत गंभीर
16 Jan, 2023 09:15 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
पीलीभीत । यूपी के पीलीभीत में एक शराबी पति ने अपनी 8 माह की गर्भवती पत्नी को बाइक से बांधकर गली-गली घसीटा जिसकी वजह से महिला गंभीर रूप से घायल हो गई। घायल महिला को सीएचसी में एडमिट कराया गया है जहां उसका इलाज किया जा रहा है। फिलहाल पुलिस ने आरोपी पति को गिरफ्तार कर लिया है।
यह मामला घुंघचाई थाना क्षेत्र का है जहां एक शराबी पति अपनी गर्भवती पत्नी को बाइक से बांध कर घसीट कर ले गया जिससे महिला गम्भीर रूप से घायल हो गई। पुलिस का कहना है कि आरोपी पति को हिरासत में ले लिया गया है। गांव घुंघचाई के रहने बाले वेशपाल ने थाने में शिकायत करते हुए बताया कि उसकी बहन सुमन अपने पति रामगोपाल के साथ इसी गांव में कुछ दूरी पर रहती है। शनिवार को दोनों के बीच किसी बात पर विवाद हो गया। जिससे नाराज रामगोपाल ने सुमन को मारा पीटा और जान से मारने की नीयत से मोटरसाइकिल से बांध कर घसीटा।
भाई की शिकायत पर पुलिस ने फौरन कार्रवाई करते हुए आरोपी पति राम गोपाल को हिरासत में ले लिया। थाना प्रभारी राजेंद्र सिंह सिरोही ने बताया कि मामला संज्ञान में आया है। आरोपी को गिरफ्तार कर लिया गया है। पति के खिलाफ 307 का मुकदमा दर्ज कर कार्रवाई शुरू कर दी गई है।
अस्पताल में एडमिट सुमन ने बताया कि पति ने हंसी-हंसी में हाथ बाइक से बांध दिए और गली-गली घसीटा। मैंने समझा मेरे साथ मजाक कर रहे हैं लेकिन एकदम से उन्होंने मोटरसाइकिल चला दी और मैं गाड़ी के पीछे बंधी घिसटती गई। इससे मुझे बहुत चोट आई है और दर्द हो रहा है।
वंदे भारत के कोच और एंजिन निर्यात करेगा भारत
16 Jan, 2023 08:30 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
नई दिल्ली । प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सिकंदराबाद विशाखापट्टनम के बीच चलने वाली आठवीं बंदे भारत एक्सप्रेस को हरी झंडी दिखाई है। मेक इन इंडिया के तहत स्वदेशी तकनीक से बन रही 475 वंदे मातरम ट्रेन को भारत में चलाया जाना है। इसके बाद सरकार अंतरराष्ट्रीय मानक पर बनाई गई इस ट्रेन के कोच और इंजन को विदेश में निर्यात करने की संभावना पर गंभीरता से विचार कर रही है।
बांग्लादेश श्रीलंकानेपाल और दक्षिण एशिया के कई देशों ने वंदे मातरम ट्रेन के लिए भारत से संपर्क बनाया है।
भारत मैं चेन्नई की इंट्रीगल कोच फैक्ट्री में हर महीने 10 वंदे मातरम ट्रेन का निर्माण किया जा रहा है। प्राप्त जानकारी के अनुसार जल्द ही कपूरथला और रायबरेली में भी वंदे मातरम ट्रेन के निर्माण का कार्य शुरू हो जाएगा। इसका उत्पादन और डिजाइन 100 फ़ीसदी स्वदेशी है। अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी वंदे मातरम ट्रेन की प्रशंसा हो रही है। रेल मंत्रालय के सूत्रों के अनुसार बांग्लादेश श्रीलंका और नेपाल तथा दक्षिण एशिया के कुछ देशों को एक-एक रैक भेजने की तैयारी पर विचार किया जा रहा है।
शताब्दी एक्सप्रेस का विकल्प होंगी वंदे मातरम ट्रेन
भारत में शताब्दी एक्सप्रेस के विकल्प के रूप में वंदे मातरम ट्रेन चलाई जाने का निर्णय रेल मंत्रालय द्वारा लिया गया है। एक राज्य से दूसरे राज्य और महानगरों को जोड़ने के लिए तेज गति की 253 ट्रेन चलाए जाने का प्रस्ताव तैयार किया गया है। इससे भारत के अंदर सभी राज्यों के बीच कम समय पर ज्यादा यात्रियों को यहां से वहां परिवहन करने की सुविधा प्राप्त होगी। भारत में जब यह ट्रेन पर्याप्त संख्या में चलने लगेगी। उसके बाद भारत से निर्यात की जाएंगी।
अंतरराष्ट्रीय स्तर पर जो तकनीकी वर्तमान में है। जो कंप्यूटर और सॉफ्टवेयर इत्यादि का उपयोग हो रहा है। उसका अध्ययन भी रेल मंत्रालय द्वारा शुरू कर दिया गया है। ताकि वंदे मातरम ट्रेन के लिए अंतरराष्ट्रीय स्तर पर प्रतिस्पर्धा के साथ निर्यात का नया मुकाम हासिल किया जा सके।
जम्मू-कश्मीर की अंजी नदी पर बनेगा देश का पहला केबल रेल पुल
15 Jan, 2023 08:25 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
नई दिल्ली । जम्मू-कश्मीर की अंजी नदी पर देश का पहला केबल रेल पुल बनेगा। इसका निर्माण जम्मू-कश्मीर की अंजी नदी पर हो रहा है। रेलवे के अनुसार इस साल के अंत तक अंजी खड्ड पुल का निर्माण हो जाएगा। यह पुल इंजीनियरिंग का अद्भुत नमूना है जिसे बनाने का काम अपने अंतिम चरण में है। ये पुल कटरा को रियासी से जोड़ने का काम करेगा। अंजी नदी के ऊपर रियासी जिले में स्थित पुल चुनौतीपूर्ण उधमपुर-श्रीनगर-बारामूला रेल लिंक का एक हिस्सा है जहां रेल अधिक ऊंचाई पर हिमालय से होकर गुजरती है। रेल मंत्रालय ने शनिवार को ट्वीट कर कहा कि अंजी खड्ड पुल नए भारत की नई ऊंचाइयों तक पहुंचने की लगातार खोज का एक प्रतिबिंब है। रेलवे के अनुसार इस पुल की लंबाई 473.25 मीटर है जो नदी तल से करीब 331 मीटर की ऊंचाई पर बना है। पुल को बनाते वक्त इस बात का ध्यान में रखा गया है कि यह भारी तूफानों से निपट सके। इसे 96 केबलों का सपोर्ट दिया गया है। इसे बनाने में बेहद एडवांस तकनीक का इस्तेमाल किया जा रहा है।
पुल का निर्माण कर रहा कोंकण रेलवे कार्पोरेशन
इस ब्रिज को बनाने की जिम्मेदारी कोंकण रेलवे कार्पोरेशन को सौंपी गई है। उधमपुर-श्रीनगर-बारामूला रेल लिंक परियोजना को कोंकण रेलवे कार्पोरेशन लिमिटेड विकसित कर रहा है। जिस जगह पर ये पुल बनाया गया है उस स्थान का भू-विज्ञान काफी जटिल है। ऐसे में अत्यधिक टूटी हुई और संयुक्त चट्टानों के बीच इसका निर्माण किया गया है। जानकारी के अनुसार इसे बनाने में लगभग 28000 करोड़ रुपए की लागत आई है। ये ऐसा जटिल क्षेत्र है जहां चिनाब नदी के पार बनाए जा रहे पुल के समान एक आर्च ब्रिज का निर्माण करना लगभग असंभव सा है। अंजी खड्ड पुल ढलान को ध्यान में रखते हुए बनाया गया है। एडवांस तकनीक और उपकरणों की मदद से बनाए जा रहे इस पुल में पंप कंक्रीटिंग सिस्टम का इस्तेमाल शामिल है।
पहाड़ों पर बर्फबारी मैदानी इलाके कांपे
15 Jan, 2023 06:56 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
दिल्ली/जम्मू । जम्मू-कश्मीर हिमाचल और उत्तराखंड के पहाड़ों पर दो दिन से बर्फबारी का दौर जारी है जिससे मैदानी इलाकों में ठंड बढ़ गई है। जम्मू-कश्मीर के 12 जिलों में बर्फीले तूफान की चेतावनी जारी की गई है। उत्तराखंड के चमोली जोशीमठ और बद्रीनाथ में भी बर्फ पड़ी। हिमपात से हिमाचल प्रदेश में चार हाइवे समेत 276 सड़कें बंद हैं। उत्तर भारत के मैदानी इलाके भी शीतलहर की चपेट में हैं।
दिल्ली पंजाब हरियाणा मप्र छग और उत्तर प्रदेश के कई इलाके शीतलहर की चपेट में हैं। राजस्थान के माउंट आबू में पारा -4 डिग्री रहा जबकि फतेहपुर में पारा -3.5 डिग्री दर्ज किया गया। घने कोहरे के कारण फ्लाइट्स लेट हो रही हैं ट्रेन रद्द हो रही हैं। इससे लोगों को काफी परेशानी हो रही है। मौसम विभाग के अनुसार अगले 5 दिन तक दिल्ली पंजाब हरियाणा समेत उत्तर भारत के कई इलाकों में कड़ाके की ठंड और घना कहोरा छाए रहने की संभावना है।
हिमाचल में 276 सड़कें बंद
हिमाचल के ऊंचे इलाकों में बर्फबारी जारी है। इस कारण एनएच समेत 276 सड़कें बंद हैं। राज्य के केलांग में न्यूनतम तापमान माइनस 6.2 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। नारकंडा में -4.8 कुकुमसरी में -4.2 और कुफरी में -1.2 न्यूनतम तापमान दर्ज किया गया है। मौसम विभाग ने मैदानी इलाकों में घना कोहरा छाने व शीतलहर चलने का येलो अलर्ट जारी किया है। मौसम विभाग के मुताबिक 18 और 19 को फिर बारिश-बर्फबारी होने की संभावनाएं बन रही हैं। बेशक कम बारिश-बर्फबारी हुई हो मगर प्रदेश की खेतीबाड़ी बागवानी और पर्यटन उद्योग के लिए यह टॉनिक का काम करेगी। इसके बाद आज वीकेंड पर सैलानियों के भी काफी संख्या में शिमला व आसपास के क्षेत्रों में पहुंचने की उम्मीद है।
जम्मू-कश्मीर के12 जिलों में बर्फीले तूफान की चेतावनी
जम्मू-कश्मीर के बर्फबारी का दौर जारी है। बीते दिन गांदरबल के सरबल इलाके में एवलांच हुआ और बांदीपोरा जिले के गुरेज में बर्फीला तूफान आया। जिला प्रशासन ने बताया कि इससे कोई नुकसान नहीं हुआ है। पिछले कुछ दिनों से घाटी में बर्फीला तूफान आ रहे हैं। दो दिन पहले सोनमर्ग में भी एवलांच हुआ था इसमें दो लोगों की मौत हो गई थी। श्रीनगर में आज पारा -1 डिग्री दर्ज किया गया। वहीं जम्मू में 5 डिग्री दर्ज किया गया। मौसम विभाग ने 12 जिलों में बर्फीले तूफान की चेतावनी जारी की गई है और लोगों से सतर्क रहने के लिए कहा है।
सुरंग निर्माण से रुद्रप्रयाग में भू-धंसाव, 45 परिवारों ने छोड़े घर..
15 Jan, 2023 03:14 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
ऋषिकेश-कर्णप्रयाग रेल लाइन को पहाड़ के विकास के लिए मील का पत्थर कहा जा रहा है लेकिन यह रेल लाइन अगस्त्यमुनि ब्लॉक के रानीगढ़ पट्टी का मरोड़ा गांव के लिए अभिशाप साबित हो रही है। गांव के नीचे रेल लाइन के लिए सुरंग का निर्माण होना है जिसका कार्य जोरों पर चल रहा है। लेकिन इससे पहले ही गांव भू-धंसाव की चपेट में आ गया है।
यहां सभी आवासीय भवन, रास्ते, खेत दरारों से पट चुके हैं। भारी दरारों से तीन आवासीय घर और प्राथमिक विद्यालय का एक भवन टूट चुका है। गांव के 45 परिवार अपना पुश्तैनी घर छोड़कर अन्यत्र शरण ले चुके हैं। जिला मुख्यालय से करीब 17 किमी की दूरी पर ऋषिकेश-बदरीनाथ हाईवे से लगा मरोड़ा गांव रेल लाइन परियोजना से सबसे ज्यादा प्रभावित हो गया है।
ग्रामीणों के खून-पसीने की मेहनत से बने आशियाने कभी भी धंस सकते हैं। गांव में शुरू से आखिर तक ऐसा एक भी मकान नहीं है जिसमें दरारें न हों। भू-धंसाव के कारण गांव रहने लायक नहीं है। प्रभावित विनोद नेगी, सतेश्वरी देवी, वचन सिंह लक्ष्मण सिंह, जितेंद्र सिंह, देवी प्रसाद थपलियाल का कहना है कि रेल परियोजना के तहत गांव के नीचे सुरंग व पुल निर्माण होना है लेकिन उससे पहले ही गांव की जमीन धंस गई है। जितेंद्र सिंह बताते हैं कि उनका नौ सदस्यों का परिवार एक ही कमरे में निवास कर रहा है।
वहीं, पशुपालन विभाग के भवन पर शरण लेने वाली सुमन देवी ने बताया कि ससुर ने एक वर्ष पूर्व दो मंजिला मकान बनाया था लेकिन भूमि धंसने से मकान दरारों से जगह-जगह क्षतिग्रस्त हो गया है। आरवीएनएल ने मरोड़ा गांव में प्रभावित नौ परिवारों के पुनर्वास के लिए टिन शेड बनाए हैं लेकिन इन टिन शेड तक पहुंचने के लिए न तो रास्ता बनाया गया है और न यहां बिजली, पानी, शौचालय की कोई व्यवस्था है।
ऋषिकेश-कर्णप्रयाग रेल लाइन परियोजना से प्रभावित मरोड़ा गांव के प्रभावित ग्रामीणों को आरवीएनएल द्वारा मुआवजा दिया जाना है जिसके तहत धनराशि प्राप्त हो चुकी है। जल्द ही मुआवजा भुगतान की कार्रवाई अमल में लाई जाएगी। प्रभावितों के लिए बनाए गए टिन शेड की गुणवत्ता घटिया होने की शिकायत मिली है उसकी जांच कराई जाएगी
जोशीमठ धंसने की याचिका पर सोमवार को सुनवाई करेगा सुप्रीम कोर्ट..
15 Jan, 2023 02:03 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
नई दिल्ली । सुप्रीम कोर्ट उत्तराखंड के जोशीमठ में संकट को राष्ट्रीय आपदा घोषित करने की मांग वाली याचिका पर सोमवार को सुनवाई करेगा। बता दें कि बद्रीनाथ और हेमकुंड साहिब जैसे प्रसिद्ध तीर्थ स्थलों का प्रवेश द्वार जोशीमठ इन दिनों जमीन धंसाव के कारण एक बड़ी चुनौती का सामना कर रहा है। स्थानीय लोगों का कहना है कि पूरा शहर धीरे-धीरे नीचे जा रहा है। घरों, सड़कों और खेतों में बड़ी-बड़ी दरारें पड़ रही हैं। यहां तक कि कई घर नीचे धंस गए हैं।
शीर्ष अदालत की वेबसाइट पर अपलोड 16 जनवरी की बाद सूची के अनुसार, मुख्य न्यायाधीश डी वाई चंद्रचूड़ और न्यायमूर्ति पीएस नरसिम्हा और न्यायमूर्ति जे बी पर्दीवाला की पीठ स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद सरस्वती द्वारा दायर याचिका पर सुनवाई करेगी।इससे पहले, शीर्ष अदालत ने 10 जनवरी को यह कहते हुए याचिका पर तत्काल सुनवाई से इंकार कर दिया था कि स्थिति से निपटने के लिए लोकतांत्रिक रूप से निर्वाचित संस्थान हैं और सभी महत्वपूर्ण मामले इसमें नहीं आने चाहिए। कोर्ट ने सरस्वती की याचिका को 16 जनवरी को सुनवाई के लिए सूचीबद्ध किया था।
याचिकाकर्ता की ओर से पेश वकील ने शीर्ष अदालत से तत्काल सुनवाई की मांग की थी। याचिकाकर्ता ने तर्क दिया है कि यह घटना बड़े पैमाने पर औद्योगीकरण के कारण हुई है और उत्तराखंड के लोगों को तत्काल वित्तीय सहायता और मुआवजे की मांग की है। इसके साथ ही याचिका में इस चुनौतीपूर्ण समय में जोशीमठ के निवासियों को सक्रिय रूप से समर्थन देने के लिए राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण को निर्देश देने की भी मांग की गई है।संत की याचिका में यह भी कहा गया है कि मानव जीवन व उनके पारिस्थितिकी तंत्र की कीमत पर किसी भी विकास की आवश्यकता नहीं है, यदि ऐसा कुछ होता भी है तो राज्य व केंद्र सरकार का कर्तव्य है कि इसे तुरंत रोका जाए।
केदारनाथ धाम में जमी ढाई फीट बर्फ, माइनस 15 डिग्री पहुंचा तापमान पुनर्निर्माण कार्य ठप श्रमिक लौटे
15 Jan, 2023 01:00 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
रुद्रप्रयाग । केदारनाथ धाम में बीते तीन दिन से लगातार बर्फबारी के चलते ढाई फीट तक बर्फ जम गई है। धाम में रात को तापमान माइनस 15 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच रहा जा है। यही नहीं दोपहर का तापमान भी माइनस पांच डिग्री सेल्सियस तक बना हुआ है। परिस्थितियां अनुकूल न होने के कारण वहां पुनर्निर्माण कार्यों में जुटे जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकरण की लोनिवि शाखा के 250 और वुड स्टोन कंस्ट्रक्शन कपंनी के 50 श्रमिक गौरीकुंड वापस लौट आए हैं। अब वुड स्टोन कंस्ट्रक्शन कपंनी के सिर्फ 39 श्रमिक ही धाम में रह गए हैं। वहीं वायु सेना के मालवाहक हेलीकाप्टर चिनूक भी बीते मंगलवार को अपनी सेवाएं बंद चुका है। यह हेलीकाप्टर गौचर से भारी निर्माण सामग्री केदारनाथ पहुंचा रहा था।
इस बार जनवरी के दूसरे सप्ताह की शुरुआत तक बर्फबारी न होने के कारण धाम में पुनर्निर्माण कार्य जारी थे। हालांकि कड़ाके की ठंड और पाला जमने के कारण सिर्फ लकड़ी व वेल्डिंग का कार्य ही हो पा रहा था। लेकिन बीते तीन से वहां लगातार बर्फ पड़ रही है जिसके चलते वहां काम कर रहे 300 श्रमिकों का वापस लौटना पड़ा है। यदि मौसम का मिजाज ऐसा ही बना रहा तो धाम में रह रहे शेष श्रमिक भी वापस लौट आएंगे। केदारनाथ धाम में निर्माण कार्य कर रही वुड स्टोन कंस्ट्रक्शन कपंनी के प्रभारी अतुल कोठियाल ने बताया कि वायु सेना का मालवाहक हेलीकाप्टर चिनूक भी लौट गया है। यह हेलीकाप्टर अब तक लगभग 600 टन भारी निर्माण सामग्री केदारनाथ धाम पहुंचा चुका है। इसमें लोहे के गार्डर स्टील डंफर जेसीबी पोकलेन मशीन आदि शामिल हैं। मौसम साफ हुआ तो दोबारा निर्माण कार्य शुरू किए जाएंगे लेकिन फिलहाल ऐसी संभावना कम ही है।
उत्तराखंड के मंत्री के आग्रह पर इसरो ने भू-धंसाव की सेटेलाइट तस्वीरें हटा दी
15 Jan, 2023 12:00 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
देहरादून । उत्तराखंड के मंत्री डॉ. धन सिंह रावत के आग्रह पर भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संस्थान (इसरो) ने जोशीमठ भू-धंसाव की सेटेलाइट तस्वीरें हटा दी हैं। मंत्री डॉ. रावत ने इसकी जानकारी दी। बताया कि उनके द्वारा इसरो के निदेशक से इस मामले को लेकर आग्रह किया गया था।
मंत्री के द्वारा कहा गया था कि तस्वीरों से राज्य में भय का माहौल पैदा हो रहा है। उन्होंने कहा कि इस लेकर अधिकृत बयान जारी करो या फिर केंद्र या राज्य सरकार को बताइए। जिसके बाद इसरो द्वारा उक्त तस्वीरें वेबसाइट से हटवा दी गई। बता दें कि स्वास्थ्य मंत्री डॉ. रावत चमौली जिले के प्रभारी मंत्री भी हैं और वर्तमान में आपदा की स्थिति में वह जोशीमठ में ही कैंप कर रहे हैं।
जोशीमठ में भूधंसाव को लेकर निरंतर चौंकाने वाली जानकारी सामने आ रही है। कुछ दिन पहले वाडिया हिमालय भूविज्ञान संस्थान ने सेटेलाइट अध्ययन में बताया था कि यहां जमीन खिसकने/धंसने की सालाना दर करीब 85 मिलीमीटर है। इसके बाद इसरो के देहरादून स्थित भारतीय सुदूर संवेदन संस्थान (आइआइआरएस) ने भूधंसाव की सालाना दर 65 से 87 मिलीमीटर बताई थी। अब इसरो के नेशनल रिमोट सेंसिंग सेंटर (एनआरएससी) ने सेटेलाइट चित्र जारी कर जोशीमठ क्षेत्र में 12 दिन में ही 5.4 सेंटीमीटर (54 मिलीमीटर) के धंसाव की चौकाने वाली जानकारी दी है। यह जानकारी इसरो के हवाले से जारी की गई है।
इसरो के नेशनल रिमोट सेंसिंग सेंटर ने दो अंतराल के सेटेलाइट चित्र जारी किए हैं। इनमें अप्रैल से नवंबर 2022 के मध्य किए गए सेटेलाइट अध्ययन में कहा गया है कि सात माह में जोशीमठ की जमीन में 8.9 सेंटीमीटर (89 मिलीमीटर) का धंसाव पाया गया। इसके बाद 27 दिसंबर 2022 से आठ जनवरी 2023 के बीच 12 दिन के सेटेलाइट चित्र जारी किए गए हैं। इस अंतराल में भूधंसाव कई दर पहले से कहीं अधिक 5.4 सेंटीमीटर (54 मिलीमीटर) पाई गई है। हालांकि यह धंसाव जोशीमठ शहर के मध्य क्षेत्र तक सीमित पाया गया।
इसके साथ ही धंसाव का ऊपरी क्षेत्र जोशीमठ-औली रोड पर 2180 मीटर की ऊंचाई पर दर्शाया गया है। भूधंसाव के सेटेलाइट चित्रों में आर्मी हैलीपैड और नरसिंह मंदिर के भूक्षेत्रों को प्रमुखता से दर्शाया गया है। यह भूभाग जोशीमठ शहर के मध्य क्षेत्र में ही स्थित हैं।
यदि जोशीमठ में भूधंसाव की दर 12 दिन के अंतराल में 54 मिलीमीटर ही रही तो आने वाले 20 साल में क्षेत्र का नक्शा ही बदल सकता है। क्योंकि यदि इसी दर को आधार मानें तो माहभर में ही 135 मिलीमीटर का धंसाव होगा। सालभर में यह आंकड़ा 1620 मिलीमीटर होगा और 20 साल में 32 हजार 400 मिलीमीटर यानी 3240 सेंटीमीटर होगा। मीटर में यह आंकड़ा 32.4 मीटर पहुंच जाएगा।
फिरौती के लिए लैब के दो कर्मचारियों ने की कार्तिक की हत्या
15 Jan, 2023 11:00 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
हरिद्वार। अनिका पैथोलोजी लैब स्वामी कार्तिक कुमार की हत्या पैसों के लिए लैब में कार्यरत दो कर्मियों ने की थी। जिन्होंने पैथोलोजी स्वामी की मां से उसके ही मोबाइल से 70 लाख की फिरौती की डिमांड की थी। बहादराबाद और सीआईयू की सयुंक्त टीम ने हत्या का खुलासा करते हुए दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया। हत्यारोपियों ने पूछताछ के दौरान हत्या की वारदात को पैसों के लिए करना स्वीकार किया है। पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ सम्बंधित धाराओं में मुकदमा दर्ज करते हुए मेडिकल के बाद न्यायालय पेश कर जेल भेजा जा रहा है। हत्या का खुलासा एसएसपी अजय सिंह ने शनिवार को सीसीआर ट्रावर हरिद्वार में पत्रकार वार्ता के दौरान किया। उन्होंने बताया कि शिवमंदिर चैक बहादराबाद निवासी प्रेमचन्द पुत्र कुलचन्द द्वारा थाना बहादराबाद में तहरीर दी थी। जिसमें कहा गया था कि उनका बेटा कार्तिक कुमार 12 जनवरी की सुबह रोजना की तरह रामधाम कालोनी रानीपुर स्थित अपनी अनिका पैथोलोजी लैब गया था लेकिन 24 घंटे से ज्यादा होने पर भी वापस नहीं लौटा। पुलिस ने तहरीर के आधार पर कार्तिक की गुमशुदगी दर्ज करते हुए तलाश शुरू कर दी। इसी दौरान कार्तिक के मोबाइल से कार्तिक की मां अंगूरी देवी को एक काल आयी। जिसमें अज्ञात कॉलर द्वारा कार्तिक की जान सलामती के लिए 70 लाख फिरोती देने तथा पुलिस को न बताने की धमकी दी। उन्होंने बताया कि कार्तिक की माता की जानकारी पुलिस को दी गयी पुलिस ने गुमशुदगी को फिरौती के लिए अपहरण में तरमीम करते हुए पुलिस आलाधिकारियों को मामले से अवगत कराया गया। इस जानकारी पर उनके द्वारा तत्काल एसपी क्राइम रेखा यादव एसपी सिटी स्वतन्त्र कुमार व सीओ ज्वालापुर निहारिका सेमवाल के साथ बहादराबाद पुलिस व सीआईयू की टीम गठित करते जल्द मामले के खुलासे के निर्देश दिये गये। पुलिस टीम द्वारा जांच के दौरान पाया कि कार्तिक कुमार के मोबाइल के जरिये तीन ट्रांजेक्शन किये गये। ट्रांजेक्शन शराब के ठेके मुरादाबादी बिरयानी सेन्टर व कृष्णा ट्रेडर्स से होने पायी गयी। पुलिस टीम ने सीसीटीवी कैमरों को खंगाला गया तो कैमरे में एक लाल जैकेट पहना हुआ स्कूटी सवार लड़का मोबाइल बारकोड से पैसे ट्रांसफर करते हुये देखा गया जिसकी पहचान पैथोलोजी लैब मे सैम्पल लेने का काम करने वाले निपेन्द्र कुमार पुत्र राकेश कुमार निवासी मुस्तफाबाद गदनपुरा थाना हीमपुर दीपा जिला बिजनौर हाल निवासी सलेमपुर रानीपुर हरिद्वार के रूप में हुई। एसएसपी ने बताया कि पुलिस टीम ने निपेन्द्र कुमार को हिरासत में लेकर सख्ती से पूछताछ की गयी। पूछताछ के दौरान निपेन्द्र ने लैब मे कार्यरत शहादत अली पुत्र छोटेखान निवासी कस्बा सहसपुर थाना स्योहारा जिला बिजनौर हाल निवासी सलेमपुर रानीपुर के साथ मिलकर हत्या को अंजाम देना स्वीकार किया। पुलिस ने शहादत अली को भी दबोच लिया। पूछताछ के दौरान दोनों हत्यारोपियों की निशानदेही से कार्तिक का शव शहादत अली के दादुपुर स्थित किराये के कमरे के बाथरूम में रखे कट्टे से बरामद किया। आरोपियों ने खुलासा किया कि माता-पिता का इकलौता बेटा होने तथा 70 से 80 लाख रुपये का मकान होने की जानकारी होने पर पैसों को लेकर पूरे घटना का तानाबाना बुना। उनकी योजना चुपके से फिरौती की रकम लेकर शव को नाले में बहाने की थी। लेकिन अपनी योजना में सफल हो पाते पुलिस ने उनको गिरफ्तार कर लिया। हत्या का खुलासा करने वाली पुलिस टीम को उनकी ओर से दस हजार का इनाम देने की घोषणा की गयी है। पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज करते हुए मेडिकल के बाद न्यायालय में पेश कर जेल भेज दिया। प्रेसवार्ता के दौरान एसपी क्राइम रेखा यादव एसपी सिटी स्वतंत्र कुमार सीओ ज्वालापुर निहारिका सेमवाल कोतवाली रानीपुर प्रभारी निरीक्षक नरेन्द्र सिंह बिष्ट बहादराबाद एसओ नितेश शर्मा आदि टीम के सदस्य मौजूद रहे।
हिमाचल की कई इमारतों पर भूंकप का खतरा, पर्यटकों पर पड़ सकता हैं इसका सीधा असर
15 Jan, 2023 10:00 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
शिमला । हिमाचल प्रदेश के कई इमारतों पर खतरा मंडरा रहा है। वह भूकंप झेलने की स्थिति में नहीं है। विशेषज्ञों ने चेतावनी दी है कि शिमला और अन्य पर्यटक स्थल जैसे मैक्लॉडगंज कसौली मनाली पालमपुर मंडी सोलन कहीं भी रिसॉर्ट उच्च तीव्रता वाले भूकंप का सामना नहीं कर सकते हैं और ताश के पत्तों की तरह ढह सकते हैं। वहीं हाल के वर्षों में हिमाचल में बादल फटना और आकस्मिक बाढ़ आम हो गया है। इस तरह की आपदाओं के कारण होने वाली भारी जनहानि के लिए मुख्य रूप से बढ़ती मानवीय गतिविधियों को जिम्मेदार ठहराया जा सकता है।
इसके बावजूद हिमालयी राज्य के अधिकांश पिकनिक स्थल उच्च भूकंपीय क्षेत्र 4-5 में आते हैं स्थानीय अधिकारी अभी तक अपनी नींद से नहीं जागी हैं। नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल और राज्य उच्च न्यायालय ने पूरे हिमाचल में बढ़ते अनधिकृत निर्माणों की प्रतिक्रिया में कमी के लिए राज्य के अधिकारियों को बार-बार फटकार लगा दी है। राज्य में बुजुर्ग लोग इस दशा के लिए बीजेपी और कांग्रेस सरकार को जिम्मेदार ठहरा रहे हैं। हिमाचल के रहने वाले अस्सी साल के बुजुर्ग शख्स का कहना है कि शिमला में इमारतें भले ही सुरक्षित हों या न हों लेकिन बेतरतीब ढंग से एक के बाद एक बढ़ रही हैं।
अधिकारियों ने माना कि शिमला में 14 प्रमुख इलाके 70-80 डिग्री के औसत ढाल पर हैं जहां अधिकांश इमारतें उपनियमों और भवन निर्माण मानदंडों का सीधा उल्लंघन करती हैं। यहां तक कि उन्होंने भूकंपीय मानदंडों का भी पालन नहीं किया है। टाउन एंड कंट्री प्लानिंग विभाग के अधिकारी ने बताया कि शिमला में अधिकांश इमारतें खड़ी ढलानों पर अनिश्चित रूप से लटकी हैं और एक-दूसरे से चिपकी हुई हैं। मध्यम या उच्च तीव्रता का भूकंप ऐसी कुछ बस्तियों के लिए विनाशकारी होगा है जहां से निकलने का कोई रास्ता नहीं है।
अधिकतम 16000 की आबादी के लिए नियोजित शिमला में अब 250000 से अधिक लोगों का घर है। शिमला के पूर्व उप महापौर टिकेंद्र पंवार ने माना कि नगरपालिका सीमा के भीतर अस्पतालों सरकारी स्कूलों और कॉलेजों सहित 200 से अधिक सार्वजनिक उपयोगिता भवनों को भूकंपीय मजबूती की आवश्यकता है। विशेषज्ञों का अनुमान है कि अगर कोई बड़ा भूकंप आता है तब शिमला में 98 प्रतिशत से अधिक इमारतों के ढहने का अत्यधिक खतरा है। धर्मशाला के उपनगरों में स्थित मैक्लॉडगंज में तेजी से बढ़ते अवैध निर्माण से तिब्बती आध्यात्मिक नेता दलाई लामा के आवास पर खतरा मंडरा रहा है। विशेषज्ञों को डर है कि एक उच्च तीव्रता वाला भूकंप मैक्लोडगंज को मलबे के मकबरे में बदल सकता है। कांगड़ा जिले के मैक्लॉडगंज में लगभग 16 हजार निर्वासित तिब्बती रहते हैं और इतनी ही संख्या भारतीयों की भी है।
अमीराती व्यवसायी Dr. Bu Abdullah भारत दौरे पर,भारत में निवेश को लेकर कई गणमान्य लोगो से की मुलाकात..
15 Jan, 2023 09:44 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
अमीराती व्यवसायी Dr. Bu Abdullah अपने भारत के दौरे पर है। इस दौरान वह देश के कई जानी मानी हस्तियों से भी मिले। Dr. Bu Abdullah भारत में कई सेक्टरों में निवेश कर सकते है। इसी के तहत डॉ बू अब्दुल्ला ने उत्तरप्रदेश की राजयपाल आनंदी बेन पटेल से मुलकात की। उनसे Dr. Bu Abdullah की काफी विषयो पर चर्चा हुई साथ ही उत्तरप्रदेश में निवेश को लेकर भी बातचीत हुई। Dr. Bu Abdullah ने मोहन पाटिल,अनिल सूर्यवंशी विक्रम पाटिल और हिंदी अभियान के राष्ट्रीय अध्यक्ष ललिकान्त पांडेय से भी मुलाकात की।
Dr. Bu Abdullah ने अपने भारत दौरे के दौरान कई नामचीन हस्तियों से मुलाकात की जिसमे कई राजनेता व्यापारी फिल्म जगत से जुडी हस्तिया शामिल रही।आपको बता दे Dr. Bu Abdullah एक उत्कृष्ट अमीराती व्यवसायी हैं, कानून और व्यवसाय में उनकी विशेषज्ञता है, वर्तमान में वे मध्य पूर्व, एशिया और दुनिया के अन्य हिस्सों में अपनी कंपनी बू अब्दुल्ला ग्रुप ऑफ कंपनीज के साथ 270 से अधिक कंपनियों के मालिक हैं, जिसमें रियल एस्टेट , लीगल फर्म और बिजनेस कंसल्टेंसी शामिल हैं।
उन्होंने एक लंबा सफर तय किया है, एक सैन्य स्कूल के रूप में प्रशिक्षित होने से लेकर, उन्होंने एक सक्षम पेशेवर और अब एक सफल व्यवसायी बनने के लिए सॉफ्ट कौशल और अन्य नेतृत्व कौशल भी विकसित किए हैं। सैन्य स्कूल में अपनी शिक्षा पूरी करने के बाद, वह अजमान नगर पालिका और योजना में शामिल हो गए और वहाँ आठ वर्षों तक काम किया। डॉ. बू अब्दुल्ला यंग इमरती एंटरप्रेन्योर 2019 गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड होल्डर भी है।
चाइनीज मंजे से कटा 4 साल के मासूम बच्चे का चेहरा, डॉक्टरों ने 120 से ज्यादा टांके लगाए
15 Jan, 2023 09:00 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
लुधियाना । लोहड़ी के पावन दिन पर 4 साल का मासूम बच्चा चाइनीज मंजे की चपेट में आ गया। दरअसल लोहड़ी पर्व के कारण वह माता-पिता के साथ गुरुद्वारा श्री कटाना साहिब में माथा टेककर समराला अपने घर लौट रहा था। अचानक ही चलती कार से आकाश में उड़ती पतंग को देखने के लिए खिड़की खोली तब हवा में लहरा रही चाइना डोर ने उसके चेहरे को काट दिया। घटना में बच्चा गंभीर रूप से घायल हो गया और बच्चे को तुरंत अस्पताल ले जाया गया।
बच्चे के पिता विक्रमजीत सिंह ने कहा कि उनके मासूम बेटे का चेहरा इतनी बुरी तरह से कट गया था कि डॉक्टरों ने पहले उनके बच्चे के चेहरे पर 120 से ज्यादा टांके लगाए। लेकिन बच्चे की हालत को देखते हुए डॉक्टरों को रात में ही बच्चे का ऑपरेशन करना पड़ा। इस घटना पर पुलिस ने चाइना डोर की बिक्री को रोकने के लिए कड़े कदम उठाए। लेकिन अब सवाल उठता है कि पुलिस की सख्ती के बाद भी इस खूनी चाइना डोर की बिक्री नहीं रुकी और 4 साल के मासूम बच्चे की जान फिर खतरे में आ गई जो आज भी अस्पताल में असहनीय दर्द से कराह रहा है।
जम्मू-कश्मीर के सोनमर्ग में एक बार फिर हिमस्खलन हुआ
15 Jan, 2023 08:00 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
नई दिल्ली । जम्मू-कश्मीर के सोनमर्ग में एक बार फिर हिमस्खलन की घटना हुई है। बीते दो दिनों में इस तरह की यह दूसरी घटना है। इससे पहले गांदेरबल जिले के सोनमर्ग में बीते गुरुवार को हिमस्खलन की चपेट में आने से दो मजदूरों की मौत हो गई थी। जिला प्रशासन के अधिकारियों ने उस दौरान कहा था कि हिमस्खलन की वजह से नीलग्रथ के निकट स्थित सरबल क्षेत्र प्रभावित हुआ जहां हैदराबाद की ‘मेघा इंजीनियरिंग एंड इंफ्रास्ट्रक्चर लिमिटेड (एमईआईएल) कंपनी जोजिला सुरंग पर काम कर रही है। अधिकारियों ने बताया था कि मृतकों की पहचान संदीप सिंह और बाल कृष्ण के रूप में हुई है जो किश्तवाड़ के निवासी थे।
बीते कुछ दिनों में जम्मू-कश्मीर में हुई भारी बर्फबारी की वजह से प्रशासन ने बांदीपोरा समेत 12 जिलों के लिए हिमस्खलन की चेतावनी जारी की है।
अधिकारियों ने बताया कि गुरेज के जुर्नियाल गांव में आज अपराह्न हिमस्खलन हुआ लेकिन इसके कारण कोई नुकसान नहीं हुआ है। राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (एसडीएमए) ने शनिवार को उत्तरी कश्मीर के कुपवाड़ा जिले के लिए ‘‘उच्च खतरे वाले हिमस्खलन की चेतावनी जारी की थी जबकि बांदीपोरा बारामुला डोडा गांदेरबल किश्तवाड़ पुंछ रामबन और रियासी जिलों के लिए ‘‘मध्यम खतरे के हिमस्खलन की चेतावनी जारी की गई थी।
अभी सर्दी से राहत मिलने की उम्मीद नहीं
14 Jan, 2023 12:45 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
नई दिल्ली । भारत मौसम विज्ञान विभाग ने बृहस्पतिवार को उत्तर भारत में अगले हफ्ते से शीतलहर के एक नए दौर के शुरू होने और इससे तापमान में तीन से पांच डिग्री सेल्सियस की कमी आने का पूर्वानुमान व्यक्त किया। वहीं कई राज्यों में सर्दी की स्थिति में कमी आने से लोगों को राहत मिली है। मौसम विभाग के अनुसार पश्चिमी विक्षोभ और इसके परिणामस्वरूप तेज सतही हवाओं के कारण पंजाब हरियाणा दिल्ली राजस्थान और पश्चिमी उत्तर प्रदेश में कोहरे की स्थिति में काफी सुधार आया। हालांकि पूर्वी उत्तर प्रदेश और बिहार में घना कोहरा छाया हुआ है। दिल्ली में बृहस्पतिवार को हल्की बारिश हुई और न्यूनतम तापमान सामान्य से दो डिग्री अधिक 9.3 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। मौसम विभाग ने अगले सप्ताह शहर में शीतलहर की वापसी की भविष्यवाणी की है। आईएमडी के आंकड़ों के मुताबिक राष्ट्रीय राजधानी में पांच जनवरी से नौ जनवरी तक शीतलहर का दौर रहा जो एक दशक में महीने में सबसे लंबा है। राजस्थान में सीकर के फतेहपुर और चुरू में पांच जनवरी को न्यूनतम तापमान शून्य से 1.8 डिग्री सेल्सियस और शून्य से 1.5 डिग्री सेल्सियस नीचे दर्ज किया गया। कई दिनों की ठंड और कोहरे के मौसम के बाद चंडीगढ़ में तेज धूप निकली। शहर का न्यूनतम तापमान 9.2 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया।
देशभर के इन शहरों में मौसम का ये रहा हाल
हरियाणा में अंबाला में आठ डिग्री सेल्सियस हिसार में 8.5 डिग्री सेल्सियस करनाल में 8.7 डिग्री सेल्सियस नारनौल में नौ डिग्री सेल्सियस रोहतक में 9.2 डिग्री सेल्सियस और सिरसा में 9.2 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। पंजाब में अमृतसर में न्यूनतम तापमान 10 डिग्री सेल्सियस पटियाला में 8.4 डिग्री सेल्सियस पठानकोट में 8.5 डिग्री सेल्सियस फरीदकोट में नौ डिग्री सेल्सियस और मुक्तसर में 9.6 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। मोहाली में न्यूनतम तापमान 9.1 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।
सोनमर्ग गुलमर्ग पहलगाम व कश्मीर के अन्य क्षेत्रों में हिमपात
अधिकारियों ने बृहस्पतिवार को कहा कि कश्मीर के ऊंचाई वाले इलाकों में लगातार दूसरे दिन हिमपात जारी रहा और पूरी घाटी में रात का तापमान जमाव बिंदु से नीचे चला गया है। उन्होंने कहा कि सोनमर्ग गुलमर्ग पहलगाम और कश्मीर के अन्य ऊंचाई वाले इलाकों में पिछले 24 घंटे के दौरान हिमपात जारी रहा। कश्मीर के मैदानी क्षेत्र के कई इलाकों में रुक-रुक कर हल्की बारिश हुई। उन्होंने कहा कि श्रीनगर-जम्मू राष्ट्रीय राजमार्ग पर वाहनों की आवाजाही जारी है जबकि घाटी को जम्मू क्षेत्र से जोड़ने वाली वैकल्पिक सड़क मुगल रोड और श्रीनगर-लेह राजमार्ग को यातायात के लिए बंद कर दिया गया है। अधिकारियों ने कहा कि कम दृश्यता के कारण यहां श्रीनगर हवाई अड्डे पर उड़ान संचालन में कुछ देरी हुई। हालांकि दृश्यता में सुधार के बाद दोपहर में उड़ानों का संचालन बहाल हुआ। मौसम विज्ञान कार्यालय ने एक बयान में कहा कि उत्तर पश्चिम भारत के कई हिस्सों में 14 जनवरी से न्यूनतम तापमान में तीन से पांच डिग्री की कमी की संभावना है। बयान में कहा गया है कि 15 16 और 17 जनवरी को उत्तर राजस्थान के कुछ हिस्सों में भीषण शीतलहर की स्थिति और हिमाचल प्रदेश उत्तराखंड पंजाब हरियाणा के अलग-अलग इलाकों में शीतलहर की स्थिति रहने की संभावना है।