देश (ऑर्काइव)
शराबी पिता की बेटे ने ले ली जान, रोज के झगड़े से था परेशान
30 Nov, 2023 06:00 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
कवर्धा । कबीरधाम जिले के ग्राम कड़मा में हत्या का सनसनीखेज मामला सामने आया है। जहां एक युवक ने मां के साथ मिलकर अपने पिता की हत्या कर दी, फिर गांव वालों को धोखे में रखकर अंतिम संस्कार किया। वारदात के दो दिन बाद शक होने पर पुलिस टीम श्मशान घाट पहुंची। पोस्टमार्टम कराने कब्र खुदवाकर शव निकाला गया। वहीं हत्या के आरोपी मां और बेटे को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है।
पुलिस के मुताबिक, मृतक राम प्रसाद आए दिन शराब के नशे में अपने परिवार के साथ मारपीट करता था। 26 नवंबर को वारदात वाली रात करीब 10 बजे भी कुछ वैसा ही हुआ। मृतक शराब के नशे में अपनी पत्नी को डंडे से मार रहा था, तभी उसका बेटा जागेश्वर वहां पहुंचा और आंगन में रखी लोहे की राड से पिता पर वार कर दिया, जिससे मौके पर ही उसकी मौत हो गई।
वारदात के बाद आरोपी मां बेटे ने लाश को रातभर घर में रखा। सुबह आरोपियों ने परिवार व गांव वालों को झूठ बोला कि खेत में गिरने से उनके पिता की चोट लगने से मौत हो गई। इस तरह गांव के लोगों को धोखे में रख 27 नवंबर को पिता के शव को शमशान ले गए, जहां उनका शव दफन कर दिया। अंतिम संस्कार के पूर्व शव के सिर पर चोट से खून बहते हुए कुछ लोगों ने देखा था, जिस पर उन्हें शक हुआ। साथ ही आरोपी बेटे के द्वारा पुलिस को मामले में बताने से मना करने की बात से शक हो गया। इस बीच किसी ने थाने में जाकर उक्त घटना की सूचना दी। एसडीएम नायब, तहसीलदार की मौजूदगी में पुलिस ने कब्र खुदवाकर शव बाहर निकाला और दो डॉक्टरों की टीम ने शव को पोस्टमार्टम किया। कड़ाई से पूछताछ पर आरोपी मां-बेटे ने अपना जुर्म कबूल कर लिया। फिलहाल पुलिस ने हत्या के आरोप में आरोपी पुत्र और और मां को गिरफ्तार कर लिया है।
ट्रेन की चपेट में आने से सवा सौ भेड़ें कट गई
30 Nov, 2023 05:00 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
चंदौली । अलीनगर के सिंघीताली के समीप गुरुवार सुबह ट्रेन की चपेट में आने से करीब सवा सौ भेड़ें कट गईं। वहीं कई भेड़ें घायल हो गईं। सूचना पर एसडीएम विराग पांडेय व अलीनगर थाना प्रभारी निरीक्षक शेषधर पांडेय पुलिस के साथ पहुंचे। जहां उन्होंने ग्रामीणों के सहयोग से भेड़ों को रेलवे ट्रैक से हटवाया।
बात दें कि पानापुर गांव निवासी भिरगुन पाल, रोहतास जिले के चिनारी थाना क्षेत्र के देवडिही गांव निवासी उमेश पाल व तेवंडी गांव निवासी गुरुचरण पाल भेड़ों को लेकर कहीं जा रहे थे। सिंघीताली के समीप वे सभी भेड़ों को रेलवे ट्रैक पार कराने लगे। तभी डाउन ट्रैक पर कोई ट्रेन आ गई, जिसकी चपेट में आने से भेड़ें कटने लगी। इससे गड़ेरियों में हड़कंप मच गया। वे जोर-जोर से चिल्लाने लगा।
ट्रेन गुजरने के बाद आसपास के ग्रामीण भी मौके पर जुट गए। घटना की जानकारी लोगों ने पुलिस व तहसील प्रशासन को दी।
प्रत्याशियों के भाग्य का फैसला आज करेंगे, तेलंगाना की सभी 119 सीटों पर मतदान जारी
30 Nov, 2023 11:58 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
हैदराबाद । तेलंगाना में विधानसभा चुनाव के लिए मतदान जारी है। सुबह सात बजे से मतदान शुरू होकर शाम पांच बजे तक चलेगा। नक्सल प्रभावित जिलों में शाम 4 बजे तक ही मतदान होगा। 35,655 मतदान केंद्रों पर 1.85 लाख से अधिक मतदान कर्मियों की ड्यूटी लगाई गई है और 22 हजार माइक्रो पर्यवेक्षक चुनावी प्रक्रिया की निगरानी करेंगे। कुल 3.26 करोड़ मतदाता 119 विधानसभा सीटों के लिए गुरुवार को अपने मताधिकार का प्रयोग करेंगे। इस बार 2290 उम्मीदवार राज्य के चुनावी रण में अपनी किस्मत अजमा रहे हैं।
सुरंग से निकले 41 श्रमिकों को 1-1 लाख रुपये तथा 20 दिन का अवकाश
30 Nov, 2023 11:00 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
देहरादून । उत्तरकाशी| 17 दिनो की बमशक्कत बचाव अभियान के बाद मंगलवार की रात उत्तराखंड के सिलक्यारा सुरंग से सुरक्षित निकले श्रमिकों को प्रसन्नचित्त देख देशवासियों ने राहत की सांस ली।
उत्तराखंड के सीएम पुष्कर सिंह धामी ने बताया कि सुरंग से बाहर निकाले गए सभी 41 मजदूर स्वस्थ हैं। इसके साथ ही मुख्यमंत्री ने घोषणा की कि सभी 41 मजदूरों को एक एक लाख रुपये की आर्थिक मदद दी जाएगी। इससे पहले स्ट्रेचर के बजाय रेंगकर पाइप से बाहर आए मजदूरों को एहतियात के तौर पर अस्पताल में भर्ती कराया गया है। जहां चिकित्सा जांच के बाद वे पुस्तैनी निवास जा सकेंगे। मुख्यमंत्री धामी ने कहा, मजदूर नेशनल हाईवे इंफ्रास्ट्रक्चर डेवलपमेंट कॉर्पोरेशन लिमिटेड के लिए काम रहे थे। एजेंसी ने मजदूरों को 15-20 दिनों के लिए घर जाने की अनुमति दी है।
इस दौरान ओडिशा के मयूरभंज जिले के धीरेन और बेनुधर के एक परिजन ने कहा कि यह सुरक्षा नए जीवन की तरह है। उत्तर प्रदेश के श्रावस्ती के परिवारों ने घर के चारों ओर मोमबत्तियां और दीपक जलाकर छह श्रमिकों के स्वागत में दीपावली सा उत्सव मनाया। मिर्जापुर निवासी अखिलेश की मां अंजू ने कहा, कि मेरा बेटा सुरक्षित है अब हम दिवाली मनाएंगे।
टनल में फंसे श्रमिकों को बचाकर मसीहा बने रैट माइनर्स
30 Nov, 2023 10:00 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
नई दिल्ली । उत्तरकाशी के सिल्क्यारा सुरंग से 41 मजदूरों को सुरक्षित निकालने के लिए सेना, बचाव विशेषज्ञ और मशीनें जब फेल हो गईं तो आखिरी समय पर रैट माइनर्स ने हाथों से पहाड़ खोदकर अभियान का लक्ष्य हासिल किया । मजदूरों को बाहर निकालने वाली रैट माइनर्स टीम के लीडर मुन्ना कुरैशी को आखिरी 12 मीटर का मलबा हटाने का स्पेशल टास्क मिला था।
बता दें कि उत्तरकाशी टनल में फंसे मजदूरों को बाहर निकालने के लिए सोमवार को जब अमेरिका निर्मित बरमा मशीन अचानक खराब हो गई तो सुरंग में फंसे लोगों को निकालने की उम्मीद एक बार फिर धूमिल हो गई। ऐसे में बचाव अभियान के लिए रैट माइनर्स को चुना गया। इस काम के लिए दिल्ली के मुन्ना कुरैशी और उनकी टीम को जिम्मेदारी मिली। बता दें कि रैट माइनर्स छोटे-छोटे गड्ढे खोदकर कोयला निकालने की एक विधि है लेकिन अवैज्ञानिक होने के कारण 2014 में एनजीटी ने इसे कोयला निकालने की विधि के रूप में प्रतिबंधित कर दिया था।
हालाकि इस ऑपरेशन के कई भागीदार हैं, लेकिन दिल्ली के राजीवनगर निवासी 29 वर्षीय कुरैशी कुरैशी की रैट माइनर्स कंपनी सीवर और पानी लाइनों को साफ करने का काम करती है। मुन्ना कुरेशी ने बताया कि उन्होंने मंगलवार शाम को आखिरी चट्टान हटाते ही वहां फंसे 41 श्रमिकों ने खुशी से गले लगाते हुए धन्यवाद दिया। कुरैशी के साथ टीम में मोनू कुमार, वकील खान, फ़िरोज़, परसादी लोधी और विपिन राजौत अन्य रैट माइनर्स भी शामिल थे।
दारू पीने के बाद फन के लिए फेंके थे पत्थर, ओडिशा में वंदे भारत ट्रेन पर पथराव के आरोप में पकड़े गए दोनों आरोपी बोले
30 Nov, 2023 09:00 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
नई दिल्ली । राउरकेला-पुरी वंदे भारत एक्सप्रेस पर कथित तौर पर पथराव करने के आरोप में मंगलवार को ईस्ट कोस्ट रेलवे (ईसीओआर) के अभियान में आरपीएफ ने दो लोगों को गिरफ्तार किया। ओडिशा में भुवनेश्वर-संबलपुर लाइन के ढेंकनाल-अंगुल खंड में मेरामंडली और बुधपंक स्टेशनों के बीच कथित तौर पर सेमी हाई-स्पीड ट्रेन पर आरोपियों द्वारा रविवार को पत्थर फेंकने से एक एक्जीक्यूटिव क्लास कोच की खिड़की का शीशा क्षतिग्रस्त हो गया, जिससे यात्रियों में दहशत फैल गई।
घटना पर रेलवे सुरक्षा बल (आरपीएफ) ने हमलावर की तलाशी के दौरान गिरफ्तार आरोपियों की जांच में पाया कि उन्होंने शराब पीने के बाद नशे में पत्थर फेंके थे। रेलवे ट्रैक के किनारे ऐसी सुनसान जगह पर आने के उनके उद्देश्य के बारे में पूछे जाने पर, उन्होंने स्वीकार किया कि वे उस जगह पर आए थे और शराब पीने के बाद मजाक में वंदे भारत एक्सप्रेस पर पथराव किया था। इस कबूलनामे के बाद आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया।
जगन्नाथ मंदिर के रत्न भंडार की लेजर स्कैनिंग शुरु
30 Nov, 2023 08:00 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
भुवनेश्वर ।भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (एएसआई) ने ओडिशा के जगन्नाथ पुरी स्थित मंदिर के खजाने की सरंचना की जानकारी के लिए मंदिर के रत्न भंडार की लेजर स्कैनिंग शुरू कर दी है। आवश्यक उपकरणों के साथ मंदिर परिसर में दाखिल एएसआई की 15 सदस्यीय टीम ने इस संबंध में अभियान शुरू किया । दरअसल, श्रीजगन्नाथ मंदिर प्रशासन पहले एएसआई को रत्न भंडार की बाहरी दीवार के साथ-साथ उत्तरी दीवार की लेजर स्कैनिंग करने की अनुमति मिल चुकी है। सर्वे के दौरान एएसआई टीम ने कैमरे से वहां की 3-डी तस्वीरें ली । अगर पत्थरों में कोई दरार होगी तो वह क्लिक की गई तस्वीरों से पता चल जाएगी। पुरातत्वविद् अधीक्षण दिबिशादा बी गार्नायक ने बताया कि तकनीकी टीम ने बाहरी दीवार पर 37 बिंदुओं की तस्वीरें ली हैं। भौतिक संरचना की स्थिति का मूल्यांकन के लिए दस्तावेजीकरण की प्रक्रिया में एएसआई की टीम जो भी जांच करेगी, उसकी रिपोर्ट एसजेटीए को सौंपी जाएगी। एक तकनीकी टीम इस रिपोर्ट की समीक्षा करेगी। मंदिर के मुख्य प्रशासक रंजन कुमार दास ने कहा कि मरम्मत कार्यों पर निर्णय रिपोर्ट के आधार पर ही लिया जाएगा।
गौरतलब है कि 12वीं सदी के बने मंदिर के रत्न भंडार में भगवान जगन्नाथ, बलभद्र और देवी सुभद्रा के कीमती आभूषण और खाने-पीने के बर्तन रखे हुए हैं। ये वो चीजें हैं, जो उस दौर के राजाओं और भक्तों ने मंदिर में चढ़ाए थे। इस भंडारघर के भी हिस्से हैं, एक बाहरी और एक भीतरी भंडार। रथ यात्रा के समय बाहरी हिस्से को समय-समय पर खोला जाता है। त्योहार या मौके-बेमौके भी खोलकर उससे गहने निकालकर भगवानों को सजाया जाता है। रत्न भंडार का अंदरूनी चैंबर पिछले 38 सालों से बंद पड़ा है। आखिरी बार इसे साल 1978 में खोला गया था। वहीं साल 1985 में भी इनर चैंबर को खोला गया, लेकिन इसका मकसद क्या था और भीतर क्या-क्या है, इस बारे में कहीं कुछ नहीं बताया गया। साल 2018 में विधानसभा में पूर्व कानून मंत्री प्रताप जेना ने एक सवाल के जवाब में बताया कि आखिरी बार यानी 1978 में इसे खोलने के समय रत्न भंडार में करीब साढ़े 12 हजार भरी (एक भरी बराबर11.66 ग्राम) सोने के गहने थे, जिनमें कीमती पत्थर जड़े हुए थे। साथ ही 22 हजार भरी से कुछ ज्यादा के चांदी के बर्तन सहित बहुत से गहने थे, जिनका तब वजन नहीं किया गया।
पाकिस्तान में अपने प्रेमी से शादी करने के बाद सुर्खियों में आई राजस्थान अंजू, गुरुवार को अपने वतन लौट आई
29 Nov, 2023 09:00 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
नई दिल्ली । अपने पति और दो बच्चों को छोड़कर पाकिस्तान में अपने प्रेमी से शादी करने के बाद सुर्खियों में आई राजस्थान अंजू गुरुवार को अपने वतन लौट आई। खैबर पख्तूनख्वा में अपने पति पाकिस्तानी नागरिक नसरुल्लाह के साथ रह रही 34 वर्षीय अंजू वाघा सीमा के रास्ते भारत में दाखिल हुईं। एजेंसियों द्वारा कई दौर की पूछताछ के बाद, उसे अपने गृह देश की यात्रा करने की अनुमति दी गई।
ऐसे हुई थी शुरुआत
अंजू व नसरुल्ला की दोस्ती चार वर्ष पूर्व इंटरनेट मीडिया के माध्यम से हुई थी। दोनों ने विवाह पर सहमति व्यक्त की। इसी वर्ष 21 जुलाई को अंजू घर से निकली और पाकिस्तान पहुंच गई। इधर, अंजू के भारतीय पति अरविंद ने उसके खिलाफ अलवर के थाना में एफआईआर दर्ज करवाई थी।
अंजू ने मीडिया से कहा मैं खुश हूं
उन्होंने कहा, "मैं खुश हूं।" जुलाई से अंजू उर्फ फातिमा अपने पति नसरुल्लाह के साथ पाकिस्तान में रह रही है, जिनसे उसकी मुलाकात फेसबुक के जरिए हुई थी। पाकिस्तानी मीडिया ने यह भी बताया कि 34 वर्षीय महिला ने इस्लाम भी कबूल कर लिया है। उसने अपने पति के परिवार के सदस्यों, पुलिस कर्मियों और वकीलों की उपस्थिति में पेशावर में जिला और सत्र न्यायाधीश की एक स्थानीय पाकिस्तानी अदालत में नसरुल्लाह के साथ शादी रचाई।
चल रही थी वापसी की प्रक्रिया
इससे पहले, अंजू ने खुद मीडिया से अपील की थी कि वह भारत में अपने परिवार और बच्चों को परेशान न करें, क्योंकि उनकी वापसी की प्रक्रिया चल रही है और उन्होंने अगले कुछ दिनों में वापस जाने की योजना बनाई है। उत्तर प्रदेश में जन्मी अंजू की शादी राजस्थान के भिवाड़ी में रहने वाले अरविंद से हुई। दंपति की 15 साल की बेटी और छह साल का बेटा है। अंजू के पति अरविंद ने कहा कि उसने उन्हें बताया था कि वह जयपुर जा रही है लेकिन बाद में परिवार को पता चला कि वह पाकिस्तान में है।
बारामूला, हंदवाड़ा में राज्यपाल ने किया सिनेमा हॉल का शुभारंभ
29 Nov, 2023 06:00 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
श्रीनगर । जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने उत्तरी कश्मीर के बारामूला और हंदवाड़ा में 100 सीटों वाले बहुउद्देशीय सिनेमा हॉल का उद्घाटन किया। इस दौरान एलजी मनोज सिन्हा ने कहा कि मूवी थिएटर्स जम्मू-कश्मीर की बढ़ती आकांक्षा का प्रतिबिंब हैं। सार्वजनिक-निजी भागीदारी के तहत नए बहुउद्देशीय सिनेमा हॉल का उद्देश्य लोगों को मनोरंजक सुविधाएं प्रदान करना, जीवंत सिनेमा संस्कृति को पुनर्जीवित करना, युवा पीढ़ी को फिर से जीवंत करने, चर्चा करने, सेमिनारों के माध्यम से विचार-विमर्श करने के लिए जगह प्रदान करना है। उन्होंने कहा कि दोनों जगहों पर युवाओं के लिए कैफे, वीआर, सम्मेलन और सेमिनार सुविधाएं भी होंगी। तीन दशक से अधिक समय के बाद बारामूला में सिनेमा हॉल की वापसी हुई है। गौरतलब है कि बीते साल (2022) में मनोज सिन्हा ने शोपियां और पुलवामा में सिनेमा हॉल का उद्घाटन किया था। साल 2022 में श्रीनगर में एक और निजी मल्टीप्लेक्स भी शुरू किया गया था।
धान के खेत में बिजली गिरने से दो भाइयों की मौत
29 Nov, 2023 05:00 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
शिवमोग्गा । कर्नाटक के शिवमोग्गा जिले में धान की रखवाली के दौरान बिजली गिरने से दो भाइयों की मौत हो गई। मिली जानकारी के अनुसार यह घटना भद्रावती शहर के हुनसाकट्टे जंक्शन पर हुई। मृतकों की पहचान 32 वर्षीय बीरू और 30 वर्षीय सुरेश के रूप में हुई है। दोनों अपने धान के खेत में कटाई के लिए तैयार फसल की रखवाली करने गए थे। इस दौरान बिजली गिरने से उनकी मौके पर ही मौत हो गई। पुलिस को जानकारि मिलते ही शवों को भद्रावती सरकारी अस्पताल भैज दिया गया है। भद्रावती ग्रामीण पुलिस ने इस संबंध में मामला भी दर्ज किया है।
अस्पताल पहुंचे सीएम धामी, श्रमिकों को लाया जाएगा ऋषिकेश एम्स
29 Nov, 2023 01:16 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
नई दिल्ली । उत्तरकाशी की सुरंग में फंसे 41 मजदूरों को 17 दिन बाद सुरक्षित बाहर निकाल लिया गया। लंबे चले चुनौतीपूर्ण रेस्क्यू ऑपरेशन के बाद 28 नवंबर की रात एक-एक कर सभी मजदूरों को बाहर निकाल लिया गया। जैसे ही पहले श्रमिक को बाहर निकाला गया, पूरे इलाका ‘भारत माता की जय’ और ‘जय श्रीराम’ के नारों से गूंज उठा। ये सभी मजदूर दिवाली की सुबह सुरंग ढहने से फंस गए थे। अब 17 दिन बाद इन परिवारों में दिवाली मनाई गई। देश के अलग-अलग राज्यों से ये लोग यहां काम करने आए थे। कोई यूपी से तो कोई झारखंड, तो कोई उड़ीसा, बंगाल से था। जैसे ही सभी के सुरक्षित निकाले जाने की खबर परिजन तक पहुंची, खुशी के कारण माहौल भावुक हो गया। इन घरों में अब दिवाली मनाई गई।
अस्पताल पहुंचे सीएम धामी
सभी श्रमिकों के स्वास्थ्य पर नजर रखी जा रही है। सभी की सेहत ठीक है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी एक अभिभावक की तरह श्रमिकों के कल्याण को लेकर चिंतित थे। हम भाग्यशाली हैं कि हमारे पास प्रधानमंत्री का नेतृत्व है जिसके तहत देश का प्रत्येक व्यक्ति सुरक्षित है। हमने प्रत्येक कार्यकर्ता को उनके द्वारा दिखाए गए साहस के लिए पुरस्कार के रूप में राशि दी है। डॉक्टरों की सलाह के अनुसार, सभी श्रमिकों का एम्स ऋषिकेश में स्वास्थ्य परीक्षण कराया जाएगा।
- पुष्कर सिंह धामी, मुख्यमंत्री, उत्तराखंड
मां-बेटे के बीच फोन पर हुई भावुक करने वाली बातचीत
पश्चिम बंगाल के रहने वाले सौभिक पाखिरा और उनकी मां लक्ष्मी के बीच फोन पर हुई बातचीत ने वायरल है। मां ने बंगाली में अपने बेटे से पूछा, 'क्या उन्होंने तुम्हारा स्वास्थ्य परीक्षण किया है?'
बेटे ने जवाब दिया, 'हां, उन्होंने चेकअप कर लिया है और अब वे हमें अस्पताल ले जाएंगे।' मां ने बेटे से वापस लौटने पर पूरी बात विस्तार से बताने के लिए कहा। मां ने आगे कहा, 'भगवान ने हमेशा तुम पर नजर रखी है। तुमने एक विश्व रिकॉर्ड बनाया है। मैं बहुत खुश हूं कि मैंने तुम जैसे बेटे को जन्म दिया।' कॉल के अंत में वह अपने बेटे से कहती है कि 'नहा लो और नए कपड़े पहनो, मैंने पूजा के फूल भेजे हैं। उत्तरकाशी सुरंग से बचाए गए श्रमिकों में श्रावस्ती, यूपी के संतोष कुमार भी शामिल हैं। उनके एक रिश्तेदार ने कहा, 'मैं बहुत खुश हूं... मैंने हमें उसे चिंता न करने के लिए कहा और कहा कि वह जल्द ही लौट आएंगे। श्रावस्ती से 6 लोग सुरंग के अंदर फंसे हुए थे।'
मालगाड़ी की चपेट में आने से तीन हाथियों की मौत
29 Nov, 2023 10:30 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
अलीपुरद्वार । बंगाल के अलीपुरद्वार जिले के राजाभातखावा वन क्षेत्र में पटरियों को पार करते समय एक मालगाड़ी की चपेट में आने से तीन हाथियों की मौत हुई हैं। पूर्वोत्तर सीमांत रेलवे (एनएफआर) के एक वरिष्ठ अधिकारी ने इसकी जानकारी दी।
अधिकारी ने बताया कि यह घटना राजाभातखावा-कालचीनी खंड में हुई। यह क्षेत्र ऐसी टक्करों को रोकने के लिए बने इंट्रूजन डिटेक्शन सिस्टम (आईडीएस) के दायरे में नहीं आता है। एनएफआर अधिकारी ने बताया कि घटना सुबह करीब सात बजकर 20 मिनट पर हुआ, उस वक्त खाली मालगाड़ी अलीपुरद्वार से सिलीगुड़ी जा रही थी।
घटना में हाथियों के दो बच्चों सहित कुल तीन हाथियों की मौत हो गई। राजाभातखावा क्षेत्र उत्तरी बंगाल में बक्सा बाघ अभ्यारण्य के पास स्थित है। अधिकारी ने बताया, उस समय सावधानी बरतने का कोई आदेश जारी नहीं किया गया था।
मालगाड़ी जिस रफ्तार से चल रही थी, वह शाम पांच बजे से सुबह पांच बजे तक इस क्षेत्र में लागू है। उन्होंने बताया कि रेल चालक और सहचालक की मेडिकल जांच कराई गई है।
पाठ्यक्रम तय करना सरकार का काम : सुप्रीम कोर्ट
29 Nov, 2023 09:30 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
नई दिल्ली । स्कूली में बच्चों को क्या पढ़ाना, क्या नहीं पढ़ाना यह सरकार का काम है, इस संबंध में कोर्ट कोई निर्देश नहीं दे सकती है। बता दें कि हार्ट अटैक से जान बचाने में कारगर सीपीआर तकनीक को स्कूली पाठ्यक्रम में शामिल करने की मांग को लेकर एक याचिका लगाई थी, जिसपर सुप्रीम कोर्ट ने सुनवाई से इंकार कर दिया है। सुनवाई के दौरान सीजेआई जस्टिस डीवाई चंद्रचूड़ ने कहा कि याचिका में की गई मांग सरकार के नीतिगत मसलों के तहत आती है। सरकार को तय करना है कि स्कूली बच्चों का पाठ्यक्रम क्या हो। ऐसी अनगिनत चीज़े हो सकती हैं जिनकी जानकारी बच्चों को पढ़ाई के दौरान ही होनी चाहिए पर कोर्ट अपनी ओर से उन सब को पाठ्यक्रम में शामिल करने का निर्देश नहीं दे सकता। हालांकि सुप्रीम कोर्ट ने याचिकाकर्ता से कहा कि इस बाबत आप चाहें तो सरकार को ज्ञापन दे सकते हैं। बता दें कि सीपीआर सिखाने की मांग करने वाली याचिका पर याचिकाकर्ता ने मांग की थी कि हाल के समय में हार्ट अटैक से मौत के बढ़ते मामलों को देखते हुए स्कूलों में बच्चों को हृदय रोग संबंधी शिक्षा दी जानी चाहिए।
याचिका में आपातकालीन स्थिति में सीपीआर के जरिए मरीज की सहायता कैसे की जाए, इसकी भी मांग की गई थी। लेकिन कोर्ट ने इस पर सुनवाई करने से इनकार कर दिया। सीजेआई ने कहा कि बच्चे क्या पढ़ें, यह हम तय नहीं कर सकते। बताया गया कि बीते कुछ महीनों से ऐसी कई घटनाएं सामने आ रही हैं जिसमें स्कूली बच्चे भी हार्ट अटैक के शिकार हुए हैं। इसी साल पिछले सितंबर माह में लखनऊ के सिटी मांटेसरी स्कूल में नौवीं कक्षा के एक छात्र की अचानक मौत हो गई थी। उस छात्र की मौत को भी हार्ट अटैक से मौत माना गया था। इसी तरह अक्टूबर के महीने में राजस्थान के बीकानेर में एक मासूम की देखते ही देखते तबीयत खराब हुई और उसकी मौत हो गई। इस तरह के कई और मामले देखे गए हैं।
कश्मीर में बढ़ी सर्दी, कोहरे की वजह से हो रही परेशानी
29 Nov, 2023 08:30 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
श्रीनगर । कश्मीर में पिछले दो सप्ताह से घने कोहरे और ठंड की स्थिति बनी हुई है, जिससे लोग प्रभावित हो रहा है। सुबह और शाम को घना कोहरा रहने की वजह से स्कूली छात्रों और कर्मचारियों के लिए घर से बाहर निकलना बेहद मुश्किल हो गया है। लोगों ने कहा कि ठंड के बढ़ने से घर से बाहर निकलना मुश्किल हो रहा है, लेकिन दैनिक जरूरतें पूरी करने के लिए बाहर निकलना ही पड़ता है। कुछ लोगों ने कहा कि कश्मीर में ठंड और कोहरे के बिना सर्दियां सूनी रहती हैं इसलिए मौसम का मजा भी लेना ही चाहिए।
बता दें कि घाटी में अधिकांश स्थानों पर न्यूनतम तापमान में थोड़ा सुधार हुआ है,हालांकि उत्तरी कश्मीर में गुलमर्ग के स्की रिसॉर्ट में न्यूनतम तापमान शून्य से 1.2 डिग्री सेल्सियस नीचे था। मौसम विभाग का कहना है कि दो दिनों में कुछ स्थानों पर गरज के साथ बारिश या बिजली गिरने की संभावना के साथ हल्की से मध्यम बारिश या बर्फबारी होने की संभावना है।
रेस्क्यू ऑपरेशन में बड़ी सफलता मिली,सभी 41 मजदूरों को सुरंग से बाहर निकाला
28 Nov, 2023 10:00 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
नई दिल्ली । उत्तराखंड की सिल्क्यारा-डंडालगांव टनल में फंसे 41 मजदूरों के रेस्क्यू अभियान में बड़ी सफलता मिली है। रेस्क्यू टीम ने सभी 41 मजदूरों को टनल से बाहर निकाल लिया है। सभी 41 मजदूरों को सिल्कयारा सुरंग स्थल से एम्बुलेंस में बैठाकर रवाना कर दिया गया है। मजदूरों को सुरंग से बाहर निकालने का काम जारी, परिजन को अंदर भेजा गयामजदूरों को सुरंग से बाहर निकालने का काम जारी, परिजन को अंदर भेजा गया 17 दिनों से जिंदगी की जंग लड़ रहे 41 मजदूरों के सुरंग से बाहर निकलने की खबर से स्थानीय लोगों में जबरदस्त उत्साह है। स्थानीय लोगों ने सिल्क्यारा सुरंग के बाहर मिठाइयां बांटकर खुशी जताई।
सीएम धामी ने की मजदूरों से मुलाकात
सीएम धामी ने बचाए गए मजदूरों से मुलाकात की है। उन्होंने सभी मजदूरों की पीठ थपथपाई और उनका तालियां बजाकर स्वागत किया। सभी मजदूर 17 दिनों से सुरंग में फंसे हुए थे। उनके चेहरे पर जिंदा बचने की खुशी दिखाई दे रही थी।
सही हैं सभी 41 मजदूर
बचाव कार्य में शामिल एक कर्मचारी ने कहा कि स्थिति अच्छी है और सभी लोग कुशल मंगल हैं। एनडीआरएफ के चार-पांच लोग अंदर गए हैं। मजदूरों को बचाने की प्रक्रिया शुरू हो चुकी है। हम फंसे हुए श्रमिकों को बाहर लाने के लिए स्ट्रेचर अंदर ले जा रहे हैं।
सीएम धामी ने दी अहम जानकारी
उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने सिलक्यारा टनल में चल रहे रेस्क्यू ऑपरेशन पर जानकारी दी है। उन्होंने कहा कि रेस्क्यू ऑपरेशन में बड़ी सफलता मिली है। पाइप पुशिंग का कार्य मलबे के आर-पार हो चुका है। अब श्रमिकों को सुरक्षित बाहर निकालने की तैयारी शुरू कर दी गई है।