फतेहाबाद पुलिस को मिली बड़ी सफलता, साइबर ठगी के तीन आरोपी दबोचे
फतेहाबाद (हरियाणा)। फतेहाबाद पुलिस ने साइबर ठगी के एक बड़े मामले में सफलता हासिल करते हुए नागालैंड से अंतर्राज्यीय साइबर ठग गिरोह के तीन सदस्यों को काबू किया है। साइबर थाना की विशेष टीम ने नागालैंड की राजधानी कोहिमा में दबिश देकर गिरोह के तीन शातिर ठगों को पकड़ जांच में शामिल किया है। आरोपियों की पहचान निजामुद्दीन पुत्र मुमसर निवासी असम, मोमिन अहमद पुत्र अब्दुल सलाम निवासी नागालैंड और हसन अहमद पुत्र जमालुद्दीन निवासी कोहिमा (असम) के रूप में हुई है। पुलिस ने आरोपियों के कब्जे से एक एप्पल मोबाइल भी बरामद किया है, जिसकी फोरेंसिक जांच जारी है।
ऐसे करते थे ठगी
गिरोह के सदस्य लोगों को अज्ञात फिशिंग लिंक भेजते थे। लिंक पर क्लिक करते ही मोबाइल में एक एपीके फाइल डाउनलोड हो जाती, जिससे उनका फोन ठगों के नियंत्रण में आ जाता था। इसके बाद बैंक डिटेल्स निकालकर खातों से पैसे उड़ा लेते थे।
पुलिस के सिपाही से 75,900 की ठगी
इस कार्रवाई की शुरुआत फतेहाबाद निवासी जोगिंद्र कुमार की शिकायत पर हुई, जो वर्तमान में फरीदाबाद में हरियाणा पुलिस में सिपाही के पद पर तैनात हैं। 9 दिसंबर 2024 को उन्हें एक संदिग्ध लिंक मिला, जिस पर क्लिक करते ही मोबाइल में एपीके फाइल डाउनलोड हो गई। ठगों ने उनके एचडीएफसी बैंक के क्रेडिट कार्ड से 75,900 निकाल लिए। शिकायत को राष्ट्रीय साइबर क्राइम पोर्टल पर दर्ज किया गया और 22 अप्रैल 2025 को साइबर थाना फतेहाबाद में मामला दर्ज किया गया।
पूछताछ के बाद आरोपी छोड़े गए जमानत पर
पुलिस पूछताछ में सामने आया कि गिरोह अब तक लाखों रुपये की ठगी कर चुका है और देश के कई राज्यों में सक्रिय रहा है। मामले की जांच साइबर थाना प्रभारी निरीक्षक राहुल कुमार के नेतृत्व में जारी है। इस कार्रवाई में उपनिरीक्षक सतीश कुमार व एएसआई विनोद कुमार की भूमिका अहम रही।
पुलिस की अपील, न करें अज्ञात लिंक पर क्लिक
फतेहाबाद पुलिस ने आमजन से अपील की है कि वे किसी भी अज्ञात लिंक पर क्लिक न करें और ऐसी किसी भी संदिग्ध गतिविधि की जानकारी तुरंत साइबर हेल्पलाइन या नजदीकी पुलिस थाने में दें।