व्यापार
बिटकॉइन ने बनाया नया रिकॉर्ड, 94 हजार डॉलर के पार पहुंची कीमत
21 Nov, 2024 03:10 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
वाशिंगटन । आधुनिक वित्तीय दुनिया में क्रिप्टोकरेंसी के क्षेत्र में बिटकॉइन ने एक बार फिर से अपनी ताकत दिखाते हुए नई ऊंचाई को छू लिया है। बिटकॉइन की कीमत 94,000 डॉलर के पार पहुंच गई है, जो एक रिकॉर्ड है। इस बड़ी बढ़त के पीछे बितकॉइन के प्रमुख समर्थक पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और टेस्ला के मालिक एलन मस्क का समर्थन माना जा रहा है। कंपनी क्वाइन डेस्क के आंकड़ों के मुताबिक बिटकॉइन की कीमत ने 94,038.97 डॉलर के स्तर तक पहुंच कर रिकॉर्ड बनाया। पिछले हफ्ते में बिटकॉइन में 2 फीसदी की वृद्धि देखने को मिली, जबकि पिछले महीने में इसने 33 फीसदी से अधिक का रिटर्न दिया। वर्तमान में बिटकॉइन का बाजार मूल्य 1.82 ट्रिलियन डॉलर पर पहुंच गया है। इसके साथ ही एलन मस्क की पसंदीदा क्रिप्टोकरेंसी डॉगकॉइन की भी कीमत में बढ़ोतरी देखने को मिली है। वर्तमान में डॉगकॉइन की कीमत 0.38 डॉलर हो गई है, जो पिछले हफ्ते में 1.30 फीसदी तक बढ़ गई है। ट्रंप की जीत के बाद डॉगेकॉइन ने निवेशकों को 175 फीसदी का रिटर्न दिया है, जबकि पिछले एक साल में इसने 400 फीसदी से ज्यादा की कमाई दी है। ग्लोबल क्रिप्टोकरेंसी मार्केट ने भी नई ऊंचाई छू ली है और अब यह 3 ट्रिलियन डॉलर से ऊपर पहुंच चुका है। हालांकि पिछले 24 घंटे में गिरावट आई है, लेकिन कुल मार्केट कैप में 5 नवंबर के बाद से 800 बिलियन डॉलर से ज्यादा का इजाफा हुआ है।
सोने की कीमतों में तेजी का रुझान: रिपोर्ट
21 Nov, 2024 02:09 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
नई दिल्ली भारत में शादी का सीजन चल रहा है, और सोने-चांदी के बाजार में रौनक देखी जा रही है। 18 और 19 नवंबर को सुनहरे वस्त्रों के बीच सोने की कीमतों में गिरावट देखी गई थी, लेकिन अब एक रिपोर्ट ने लोगों के ध्यान को आकर्षित किया है। एक रिपोर्ट में कहा गया है कि सोने की कीमतों में बड़ी तेजी आने की संभावना है। इसके अनुसार केंद्रीय बैंकों की सोने में बढ़ी हुई खरीदारी और अमेरिकी ब्याज दरों में कटौती के कारण सोने की कीमतें रिकॉर्ड स्तर तक पहुंच सकती हैं। इस रिपोर्ट के मुताबिक दिसंबर 2025 तक एक औंस सोने की कीमत 3,000 डॉलर तक पहुंच सकती है। रिपोर्ट के मुताबिक ट्रम्प प्रशासन और बढ़ती व्यापारिक टेंशन के कारण भी सोने की कीमतों में इजाफा हो सकता है। अमेरिकी वित्तीय स्थिति को लेकर बढ़ती चिंताएं भी सोने की कीमतों को समर्थन दे सकती हैं। भारत में भी सोने की कीमतों में बदलाव देखा गया है। नोएडा में 19 नवंबर को 22 कैरेट सोने की कीमत 7,095 रुपए प्रति ग्राम थी, जो 20 नवंबर को बढ़कर 7,165 रुपए हो गई है। 24 कैरेट सोने की कीमत भी 7,450 रुपए से बढ़कर 7,523 रुपए प्रति ग्राम हो गई है। इस रिपोर्ट ने सोने खरीदने वालों को सोचने पर मजबूर कर दिया है, जिसके चलते उलझन और चिंताएं उभर रही हैं।
टाटा मोटर्स ने सऊदी अरब में लॉन्च किया पहला ऑटोमेटेड मैनुअल ट्रांसमिशन
21 Nov, 2024 01:06 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
दम्माम। टाटा मोटर्स ने सऊदी अरब में अपना पहला ऑटोमेटेड मैनुअल ट्रांसमिशन (एएमटी) ट्रक, टाटा प्राइमा 4440.एस एएमटी लॉन्च करने का ऐलान किया है। टाटा मोटर्स ने दम्माम में हैवी इक्विपमेंट एंड ट्रक्स (एचईएटी) शो में अपने पांच हाई-परफॉरमेंस प्रोडक्ट प्रदर्शित किए जिन्हें देश की जरूरत के अनुरूप डिजाइन किया गया है और जो अलग-अलग तरह के एप्लीकेशन को पूरा करते हैं।टाटा मोटर्स के एचईएटी शो पवेलियन के दौरान टाटा मोटर्स कमर्शियल व्हीकल्स के हेड ने कहा कि सऊदी अरब टाटा मोटर्स के लिए एक खास और अहम क्षेत्र है। सऊदी अरब तेजी से बदलाव के दौर में है, इसलिए हम अपने एडवांस सॉल्यूशन के साथ इसकी उभरती गतिशीलता जरुरतों को सपोर्ट करने के लिए प्रतिबद्ध हैं। उन्होंने कहा कि लेटेस्ट टेक्नोलॉजी, विश्वसनीयता और ग्राहक लाभप्रदता पर मजबूत फोकस के साथ, हमें सऊदी अरब में अपना पहला ऑटोमेटेड मैनुअल ट्रांसमिशन ट्रक लॉन्च करने पर गर्व है।
इसमें यूरो-वी कम्प्लाइंट 8.9-लीटर कमिंस इंजन है
टाटा मोटर्स के ट्रकों की रेंज व्यापक सेवाओं से पूरी की जाती है, जो इसके ऑफिशियल डिस्ट्रीब्यूटर मोहम्मद यूसुफ नागी मोटर्स कंपनी के साथ साझेदारी में प्रदान की जाती है। प्राइमा 4440.एस एएमटी कैरियर, हेवी इक्विप्मेंट ट्रांसपोर्टेशन के लिए उपयुक्त है। कंपनी के मुताबिक फ्यूल सेविंग और ड्यूरेबल ऑटोमेटेड ट्रांसमिशन के साथ यह ट्रक बहुत से स्मार्ट फीचर्स जैसे लोड-बेस्ड स्पीड कंट्रोल सिस्टम, सिस्टम डाउन प्रोटेक्शन सिस्टम और बेहतर फ्यूल एफिशिएंसी के लिए ऑटो स्टार्ट-स्टॉप सिस्टम से लैस है। इसमें यूरो-वी कम्प्लाइंट 8.9-लीटर कमिंस इंजन है जो 400 बीएचपी और 1,700 एनएम का टॉर्क पैदा करता है ताकि यह तय हो सके कि सबसे भारी लोड, सबसे कठिन इलाकों और सबसे खड़ी ढलानों को संभालने के लिए पर्याप्त हो।बयान में कहा गया कि न्यूमेटिकली सस्पेंडेड सीट और टिल्ट-एंड-टेलीस्कोपिक स्टीयरिंग व्हील वाला आधुनिक केबिन, ड्राइवर के आराम और सुविधा को बढ़ाता है, जिससे उत्पादकता में बढ़ोतरी होती है। टाटा मोटर्स 40 से ज्यादा देशों में एक वाइड कमर्शियल व्हीकल पोर्टफोलियो प्रदान करता है, जिसमें 1 टन से लेकर 60 टन तक के कार्गो वाहन और 9-सीटर से लेकर 71-सीटर मास मोबिलिटी सॉल्यूशन शामिल हैं। टाटा मोटर्स की एडवांस आरएंडडी क्षमताओं द्वारा समर्थित, इन वाहनों को स्थानीय बाजार की जरुरतों के अनुरूप मजबूती से इसका निर्माण किया गया है।
अब केवाईसी न होने पर अकाउंट नहीं होगा फ्रीज, आरबीआई ने लगाई फटकार
21 Nov, 2024 12:00 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
नई दिल्ली। रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (आरबीआई) ने उन बैंकों को फटकार लगाई है जो केवाईसी न होने पर अकाउंट फ्रीज कर रहे हैं जिनके खाते में सरकार से डायरेक्ट बेनिफिट ट्रांसफर (डीबीटी) फंड मिलता है। इसमें सब्सिडी, पेंशन, किसी खास योजना का पैसा आदि शामिल हैं। इसके अलावा आरबीआई ने इन बैंकों को केवाईसी अपडेट में देरी करने के लिए भी दोषी पाया है। इस कारण काफी लोगों के अकाउंट फ्रीज हो गए हैं।मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक निजी क्षेत्र के बैंकों के निदेशकों को संबोधित करते हुए आरबीआई के डिप्टी गवर्नर स्वामीनाथन जे ने कहा कि बैंकों को तय करना चाहिए कि केवाईसी दिशा-निर्देशों का पालन सटीकता और सहानुभूति दोनों के साथ किया जाए। उन्होंने कहा कि आरबीआई ने पहले भी बैंकों को निर्देश दिए थे। इनमें कहा गया था कि बैंक केवाईसी के अभाव में उन अकाउंट को फ्रीज नहीं करें जिनमें सरकारी योजनाओं का पैसा ट्रांसफर होता है।
ग्राहकों को उनका पैसा नहीं मिल पा रहा
उन्होंने कहा कि रिजर्व बैंक को ग्राहकों से संबंधित कई समस्याओं के बारे में पता चला है। इनमें ग्राहकों की केवाईसी को समय-समय पर अपडेट करने में बैंक के स्तर पर ज्यादा देरी होना। ग्राहकों की सहायता करने और जरूरी डॉक्यूमेंट्स प्राप्त करने में सक्रिय दृष्टिकोण की कमी होना। कई जरूरी कार्यों को पूरा करने के लिए स्टाफ का पूरा न होना। इस कारण किसी काम के लिए ग्राहक को मना करना। हर काम के लिए ग्राहक को होम ब्रांच भेजना। ग्राहकों की ओर से सभी जरूरी डॉक्यूमेंट देने के बाद भी सिस्टम में जानकारी अपडेट करने में देरी करना शामिल है।स्वामीनाथन ने कहा कि जिस तरह से दिशा-निर्देशों को लागू किया जा रहा है, उसके कारण कई अकाउंट फ्रीज हो रहे हैं। इससे ग्राहकों को उनका पैसा नहीं मिल पा रहा है। उन्होंने कहा कि बोर्डों को यह तय करना चाहिए कि बैंकों की सर्विस में किसी भी प्रकार की कमी न रहे। खासकर सीनियर सिटिजंस आदि के लिए।
"Rule No. 72: म्यूचुअल फंड्स में निवेश को डबल होने में कितना समय लगेगा?"
20 Nov, 2024 04:48 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
Finance Ke Funde सीरीज के पिछले एपिसोड में हमने जाना कि अगर आप बाजार को लगातार ट्रैक नहीं कर सकते हैं तो म्यूचुअल फंड आपके लिए एक बेहतरीन विकल्प है। क्योंकि आपके निवेश को एक फंड मैनेजर, मैनेज करता है। हालांकि कई निवेशकों के मन में ये सवाल आता है कि म्यूचुअल फंड में निवेश की शुरुआत कैसे करें, उनके लिए कौन-सा प्लेटफॉर्म सही है, किस म्यूचुअल फंड में निवेश करना चाहिए? इस सीरीज के दूसरे एपिसोड में हमने इन्हीं सवालों के जवाब जानने कि कोशिश की। इन सभी मुद्दों पर हमसे बातचीत की Avdhesh Garg, Founder & CEO, Confidence Investment ने
Mutual Fund कितने प्रकार के होते हैं?
इस सवाल के जवाब में Avdhesh Garg ने बताया कि म्यूचुअल फंड मुख्य रुप से दो तरीके के होते हैं। एक Equity Mutual Fund और दूसरा Debt Mutual Fund । इन दोनों में अलग-अलग तरह के जोखिम जुड़े होते हैं। और दोनों अलग-अलग तरह से काम करते हैं। अगर आप इसके बारे में पूरी जानकारी लेना चाहते हैं तो इस वीडियो को यहां पूरा देख सकते हैं।
Equity Mutual Fund में आपके सारे पैसे शेयर बाजार में लगाए जाते हैं। जिसमें बाजार के उतार-चढ़ाव का रिस्क होता है। जबकि Debt Mutual Fund में आपके पैसे उधार में लगाए जाते हैं जिसमें Interest Rate का रिस्क होता है। Debt Mutual Fund में ब्याज दरें बढ़ने से आपका रिटर्न कम होने का खतरा होता है जबकि ब्याज दरें कम होने से रिटर्न बढ़ने की उम्मीद होती है।
क्या होता है Rule No 72?
इस रुल के जरिए आप ये जान सकते हैं कि आपके पैसे कितने सालों में दोगुने होंगे। इसके लिए आपको जितना भी रिटर्न मिल रहा है उसे 72 से भाग कर दें। गर्ग ने एक उदाहरण के जरिए बताया कि "जैसे मान लीजिए आपको एक साल में 12% का रिटर्न मिल रहा है तो आप 12/72 करेंगे यानी कि 6 सालों में पैसे डबल। इसके साथ ही ध्यान रखें कि जितना ज्यादा Compound Annual Growth Rate यानी CAGR होगा उतनी जल्दी आपका पैसा डबल होगा।"
अगर आप भी Mutual Fund में निवेश करना चाहते हैं तो आप इस सीरीज से जुड़कर Mutual Fund के बारे में सारी जानकारी प्राप्त कर सकते हैं। “Finance के फंडे” सीरीज के सभी एपिसोड देखने के लिए क्लिक करें-
"एक से अधिक क्रेडिट कार्ड के साथ सिबिल स्कोर बढ़ाने के 7 स्मार्ट टिप्स"
20 Nov, 2024 04:43 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
क्रेडिट कार्ड यानी प्लास्टिक मनी का इस्तेमाल काफी बढ़ गया है। इससे शॉपिंग और बिल पेमेंट जैसे काम काफी आसानी से हो जाते हैं। साथ ही, कैश बैक और रिवॉर्ड प्वाइंट्स भी मिलते हैं। इसलिए बहुत से लोग एक से अधिक क्रेडिट कार्ड भी रखते हैं। लेकिन, एक से ज्यादा क्रेडिट कार्ड रखने पर कुछ बातों का ध्यान रखना जरूरी है, तभी आप उसका अच्छे से फायदा उठा पाएंगे।
कार्ड लिमिट का रखें ख्याल
आपको अपने सभी क्रेडिट कार्ड की लिमिट की जानकारी होनी चाहिए। एक्सपर्ट के मुताबिक, आपको क्रेडिट कार्ड लिमिट का अधिकतम 30 फीसदी ही खर्च करना चाहिए। इससे अधिक खर्च करने पर बैंक को लगता है कि आपकी कर्ज पर निर्भरता काफी अधिक है। इससे आपका क्रेडिट स्कोर भी प्रभावित हो सकता है।
ड्यू डेट को कभी मिस न करें
एक से ज्यादा क्रेडिट कार्ड होने पर ड्यू डेट का ध्यान रखना सबसे जरूरी है। इसलिए जरूरी है कि आप सभी कार्ड के ड्यू डेट का रिमाइंडर सेट करके रखें। अगर आप ड्यू डेट चूकते हैं, तो आपका भारी-भरकम ब्याज तो देना ही होगा। साथ ही, आपके क्रेडिट स्कोर पर भी काफी बुरा असर पड़ेगा। इससे बचने के लिए ऑटो पे भी इनेबल कर सकते हैं।
मिनिमम ड्यू से परहेज करें
कई लोग क्रेडिट कार्ड का पूरा बिल भरने के बजाय सिर्फ मिनिमम ड्यू चुका देते हैं। अगर आप किसी आर्थिक तंगी में हैं, तो कभी-कभार ऐसा कर सकते हैं। लेकिन, इसकी आदत न डालें। अगर आप हमेशा मिनिमम ड्यू ही चुकाएंगे, तो आप पर कर्ज का बोझ बढ़ता जाएगा और आप कर्ज के कभी न निकलने वाले जाल में भी फंस सकते हैं।
कैशबैक-रिवॉर्ड का लाभ उठाएं
क्रेडिट कार्ड से ट्रांजैक्शन पर आपको कैशबैक और रिवॉर्ड प्वाइंट मिलता है। इनका जितना हो सके, आप बेहतर तरीके से इस्तेमाल करें। इससे आप शॉपिंग के दौरान काफी पैसे बचा सकते हैं। हालांकि, ज्यादा कैशबैक और रिवॉर्ड प्वाइंट के चक्कर में फिजूलखर्ची से बचना चाहिए।
कम से कम कार्ड का इस्तेमाल
अगर आपका काम एक ही क्रेडिट कार्ड से चल जा रहा है, तो दिखावे के चक्कर में ज्यादा कार्ड रखने का झंझट न पालें। इसमें कोई समझदारी नहीं है। क्रेडिट कार्ड जितने कम रहेंगे, मैनेज करना उतना ही आसान होगा। साथ ही, कई कार्ड के लिए अप्लाई करने से आपका क्रेडिट स्कोर भी खराब हो सकता है।
Today Gold Price: सोना-चांदी की कीमत ने छू लिया आसमान! देखिए आपके प्रदेश में क्या है हाल
20 Nov, 2024 04:41 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
सोने और चांदी की कीमतों ने फिर तेजी का रुख पकड़ लिया है। अखिल भारतीय सर्राफा संघ के अनुसार, मंगलवार को राष्ट्रीय राजधानी में सोने की कीमत 600 रुपये उछलकर 78,050 रुपये प्रति 10 ग्राम हो गई। इसकी बड़ी वजह मजबूत वैश्विक रुख रहा। सोमवार को 99.9 प्रतिशत शुद्धता वाली कीमती धातु 77,450 रुपये प्रति 10 ग्राम पर बंद हुई थी।
व्यापारियों का कहना है कि शादी समारोह के लिए स्थानीय जौहरियों और खुदरा विक्रेताओं की बढ़ती खरीदारी के कारण भी सोने की कीमतों में तेजी आई। सोमवार को चांदी 1,500 रुपये उछलकर 93,500 रुपये प्रति किलोग्राम हो गई, जबकि पिछले बंद भाव 92,000 रुपये प्रति किलोग्राम था। 99.5 प्रतिशत शुद्धता वाले सोने की कीमत 600 रुपये बढ़कर 77,650 रुपये प्रति 10 ग्राम हो गई। पिछले सत्र में यह 77,050 रुपये प्रति 10 ग्राम पर बंद हुआ था।
एक्सिस सिक्योरिटीज के वरिष्ठ शोध विश्लेषक देवेया गगलानी ने कहा, "पिछले सत्र में कई दिनों के कमजोर प्रदर्शन के बाद एमसीएक्स सोने की कीमतों में उछाल आया, जिसका मुख्य कारण डॉलर इंडेक्स में गिरावट थी।" अंतरराष्ट्रीय बाजारों में कॉमेक्स सोना वायदा 19.50 डॉलर प्रति औंस या 0.75 प्रतिशत बढ़कर 2,634.10 डॉलर प्रति औंस पर पहुंच गया।
एलकेपी सिक्योरिटीज के वाइस प्रेसिडेंट रिसर्च एनालिस्ट - कमोडिटी और करेंसी, जतीन त्रिवेदी ने कहा, "भू-राजनीतिक तनाव बढ़ने के कारण सोने की कीमतों में तेजी आई है, साथ ही रूस-यूक्रेन संघर्ष में परमाणु जोखिमों को लेकर नए सिरे से आशंकाएं पैदा हुई हैं। इससे सुरक्षित निवेश की मांग में तेजी आई है, जिससे सोने की मांग बढ़ी है।"
एचडीएफसी सिक्योरिटीज के वरिष्ठ विश्लेषक - कमोडिटीज, सौमिल गांधी के अनुसार, मंगलवार को सोना एक सप्ताह के उच्चतम स्तर पर पहुंच गया और 2,615 डॉलर प्रति औंस से ऊपर चढ़ गया, जो अमेरिकी ट्रेजरी यील्ड, डॉलर और सुरक्षित निवेश की मांग में गिरावट के कारण हुआ। एशियाई कारोबारी घंटों में कॉमेक्स सिल्वर वायदा 0.79 प्रतिशत बढ़कर 31.47 डॉलर प्रति औंस पर पहुंच गया।
पुणित गोयनका ने ज़ी-एंटरटेनमेंट के एमडी पद से दिया इस्तीफा, कंपनी ने बनाया सीईओ
19 Nov, 2024 04:44 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
नई दिल्ली,। पुणित गोयनका ने ज़ी-एंटरटेनमेंट के एमडी पद से इस्तीफा दे दिया है। कंपनी ने उन्हें मुख्य कार्यकारी अधिकारी (सीईओ) बनाया है। कंपनी ने 18 नवंबर को कारोबार की समाप्ति पर उनके इस्तीफे को मंजूर की लिया और उसी दिन सीईओ के तौर पर उनकी नियुक्ति भी कर दी। ज़ी-एंटरटेनमेंट ने जानकारी दी कि कंपनी के मुख्य वित्तीय अधिकारी (सीएफओ) मुकुंद गलगली को डिप्टी सीईओ बनाया है। यह बदलाव कंपनी के भविष्य को ध्यान में रखते हुए किया है। पुणित गोयनका की नई भूमिका उनकी मौजूदा फुल-टाइम नौकरी जैसी ही होगी। हालांकि, उनके वेतन का 40 फीसदी वेरिएबल हिस्सा उन्हें केवल कुछ विशेष लक्ष्यों को पूरा करने पर ही दिया जाएगा। इस वेतन की अधिकतम सीमा बोर्ड द्वारा तय की गई है। ज़ी-एंटरटेनमेंट के मुताबिक इस कदम के जरिए गोयनका कंपनी के प्रदर्शन और मुनाफे को बेहतर करने पर पूरी तरह ध्यान देंगे। यह फैसला बोर्ड और नामांकन व वेतन समिति की 15 नवंबर 2024 की बैठक में लिया गया।
पुणित गोयनका कंपनी को नई ऊंचाइयों पर ले जाने में सक्षम
बोर्ड ने कहा कि पुणित गोयनका कंपनी को नई ऊंचाइयों पर ले जाने में सक्षम हैं। ज़ी-एंटरटेनमेंट ने कहा कि कंपनी मजबूत स्थिति में है और अपने भविष्य के लिए ठोस नींव तैयार करने के लिए सभी जरूरी कदम उठा रही है। यह तय करने के लिए कि हमारे लक्ष्य पूरे हों, संचालन स्तर पर ज्यादा समय और ऊर्जा की जरुरत है। पुनीत गोयनका, जो मीडिया दिग्गज सुभाष चंद्रा के बेटे हैं, उन्होंने कंपनी के संचालन पर ध्यान केंद्रित करने के लिए सीईओ के रूप में फिर से नियुक्ति की मांग की है। ज़ी-एंटरटेनमेंट एंटरप्राइजेज लिमिटेड बोर्ड ने 18 अक्टूबर को गोयनका को 5 साल के लिए फिर से सीईओ बनाने के प्रस्ताव को मंजूरी दी। यह कार्यकाल 1 जनवरी 2025 से 31 दिसंबर 2029 तक रहेगा। हालांकि, यह नियुक्ति कंपनी के शेयरहोल्डर्स की 28 नवंबर को होने वाली एनुअल जनरल बैठक में मंजूरी के लिए रखा जाएगा।पिछले हफ्ते बोर्ड ने पुनीत गोयनका के प्रदर्शन के लिए नए और ऊंचे लक्ष्यों को तय किया। विगत दिवस बैठक में बोर्ड ने अगले चार तिमाहियों के लिए समेकित राजस्व और कमाई का लक्ष्य तय किए। साथ ही कंपनी के समेकित शुद्ध लाभ का 25 फीसदी डिविडेंड के रूप में शेयरहोल्डर्स को देने का लक्ष्य तय किया गया है।
सीसीआई ने मेटा पर लगाया 213.14 करोड़ रुपए का जुर्माना
19 Nov, 2024 03:53 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
नई दिल्ली। भारतीय प्रतिस्पर्धा आयोग (सीसीआई) ने मेटा प्लेटफार्म पर 213.14 करोड़ रुपए का जुर्माना ठोका है। यह जुर्माना वॉट्स्एप की 2021 की प्राइवेसी पॉलिसी के जरिए मेटा द्वारा अपने प्रभावशाली बाजार स्थिति का दुरुपयोग करने के कारण लगाया गया है। यह फैसला पॉलिसी को कैसे लागू किया गया और यूजर्स का डेटा कैसे इकट्ठा और मेटा कंपनियों के साथ साझा किया गया। इसके अलावा सीसीआई ने मेटा और वॉट्सएप को सख्त निर्देश जारी करते हुए कहा है कि वे एक तय समयसीमा के अंदर अपनी कार्यप्रणाली में सुधार करें।सीसीआई ने आदेश दिया है कि वॉट्सएप अगले पांच साल तक मेटा कंपनियों के साथ विज्ञापन के लिए यूजर्स का डेटा साझा नहीं कर सकता है। इस अवधि के बाद यूजर्स को यह विकल्प दिया जाना चाहिए कि वे गैर-सेवा संबंधी डेटा शेयरिंग से बाहर हो सकें।इसके साथ ही वॉट्सएप को यह साफ तौर पर बताना होगा कि मेटा कंपनियों के साथ कौन-सा डेटा साझा किया है, उसका इस्तेमाल कैसे किया जाता है और उसका उद्देश्य क्या है। यह फैसला वॉट्सएप के लिए एक बड़ा झटका है, क्योंकि भारत में इसके 500 मिलियन से ज्यादा यूजर्स हैं।
प्राइवेसी पॉलिसी को लेकर यह फैसला सुनाया
सीसीआई ने वॉट्सएप की 2021 की सेवा शर्तों और प्राइवेसी पॉलिसी को लेकर यह फैसला सुनाया है। इस पॉलिसी में यूजर्स को मेटा कंपनियों के साथ डेटा शेयरिंग की नई शर्तें स्वीकार करना जरुरी किया था अन्यथा वे ऐप का इस्तेमाल नहीं कर सकते थे। उस समय ने ऐप के भीतर नोटिफिकेशन भेजकर यूजर्स को 8 फरवरी, 2021 तक इन शर्तों को मानने को कहा था। यह पॉलिसी 25 अगस्त, 2021 की पुरानी पॉलिसी से अलग थी, जिसमें यूजर्स को फेसबुक के साथ डेटा शेयरिंग से ऑप्ट आउट करने की सुविधा दी गई थी। सीसीआई ने कहा कि वॉट्सएप की 2021 की पॉलिसी “ले लो या छोड़ दो” की तरह थी, जो उपयोगकर्ताओं को मेटा ग्रुप के साथ डेटा शेयरिंग की शर्तें जरुरी रूप से स्वीकार करने पर मजबूर करती थी। इसे आयोग ने अनुचित शर्त माना है। पिछले साल सीसीआई ने गूगल के एंड्रॉइड मामले में 1338 करोड़ रुपए का जुर्माना लगाया था और कंपनी से बिजनेस मॉडल में बदलाव करने को कहा था।
एनटीपीसी ग्रीन एनर्जी का सब्सक्रिप्शन के लिए आईपीओ खुला
19 Nov, 2024 02:56 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
नई दिल्ली। एनटीपीसी ग्रीन एनर्जी का 10 हजार करोड़ रुपए का आईपीओ मंगलवार को सब्सक्रिप्शन के लिए खुल गया है। यह एक बुक-बिल्ट इश्यू है। इसमें 92,59,25,926 नए शेयर जारी होंगे। आईपीओ का मूल्य दायरा 102-108 रुपए प्रति शेयर है। इसमें लॉट साइज 138 शेयरों का है। खुदरा निवेशकों को 138 शेयरों के एक लॉट के लिए बोली लगाने के लिए न्यूनतम 14,904 रुपए की जरूरत होगी। बाजार विश्लेषक सार्वजनिक पेशकश में आवेदन की सलाह दे रहे हैं क्योंकि लंबी अवधि में इसमें काफी संभावनाएं हैं। एंकर निवेशकों के लिए बोली आज तय की गई है। आईपीओ के लिए बोली मंगलवार को खुलेगी और शुक्रवार 22 नवंबर को बंद होगी। 25 नवंबर को आवंटन को अंतिम रूप दिया जाएगा और शेयर 26 नवंबर मंगलवार को डीमैट खातों में क्रेडिट किए जाएंगे। एनटीपीसी ग्रीन एनर्जी का शेयर बुधवार 27 नवंबर को एनएसई और बीएसई पर सूचीबद्ध होने की संभावना है।
ब्रोकरेज फर्में कंपनी की संभावना को लेकर सकारात्मक
विवरणिका के मसौदे यानी रेड हेरिंग प्रॉस्पेक्टस के मुताबिक एनटीपीसी ग्रीन एनर्जी आईपीओ से प्राप्त रकम का इस्तेमाल अपनी पूर्ण स्वामित्व वाली सहायक कंपनी एनटीपीसी रिन्यूएबल एनर्जी (एनआरईएल) में निवेश करने कुछ उधारी चुकाने या समय से पहले भुगतान करने और कंपनी के सामान्य कामकाज करने की योजना बना रही है। एनटीपीसी ग्रीन एनर्जी का प्रीमियम ग्रे मार्केट में सोमवार को गिर गया। ये शेयर आईपीओ मूल्य के ऊपरी स्तर से एक रुपए के प्रीमियम पर मिल रहे हैं, जो 0.93 फीसदी का जीएमपी बताता है। सूत्रों के मुताबिक 14 नवंबर, 2024 को जीएमपी 3 रुपए था। ज्यादातर ब्रोकरेज फर्में कंपनी की संभावना को लेकर सकारात्मक हैं और आवेदन की सलाह दे रही हैं।रिलायंस सिक्योरिटीज ने इसमें दीर्घकालिक संभावनाओं को देखते हुए आवेदन की सलाह दी है। विश्लेषकों ने एनटीपीसी ग्रीन एनर्जी की वित्तीय ताकत, मजबूत क्रेडिट रेटिंग और बड़े पैमाने की परियोजनाओं पर अमल करने की विशेषज्ञता पर प्रकाश डाला। हरित हाइड्रोजन और भंडारण जैसे नए ऊर्जा समाधानों पर कंपनी का ध्यान है जिससे कंपनी भारत के नेट-जीरो लक्ष्यों में योगदान के लिए अहम स्थिति में हो जाती है। रिलायंस सिक्योरिटीज का मानना है कि विवेकपूर्ण बिजनेस मॉडल, मजबूत आय वृद्धि और बेहतर वित्तीय स्थिति के कारण लंबी अवधि के लिहाज से इसमें आवेदन करना तर्कसंगत है।
एसबीआई सिक्योरिटीज ने भी लंबी अवधि के लिए आईपीओ में आवेदन की सलाह दी है। 108 रुपए के ऊपरी कीमत स्तर पर एनटीपीसी ग्रीन एनर्जी का मूल्यांकन वित्त वर्ष 2024 के उद्यम मूल्य-परिचालन लाभ के 53.4 गुने पर किया गया है। ब्रोकरेज का अनुमान है कि एनटीपीसी ग्रीन एनर्जी की परिचालन क्षमता सितंबर 2024 में 3.3 गीगावॉट से बढ़कर वित्त वर्ष 2025 वित्त वर्ष 2026 वित्त वर्ष 2027 तक 6/11/19 गीगावॉट हो जाएगी। वित्त वर्ष 2024-2027 के दौरान राजस्व, परिचालन लाभ और शुद्ध लाभ क्रमशः 79 फीसदी, 117.2 फीसदी और 123.8 फीसदी सालाना की दर से बढ़ने की संभावना है। एसबीआई सिक्योरिटीज ने कहा कि कीमत दायरे के ऊपरी स्तर पर इश्यू की कीमत आकर्षक है और हम निवेशकों को लंबी अवधि के लिए इसमें आवेदन करने की सलाह देते हैं।
वोडाफोन आइडिया की बढ़ रही चुनौती, शेयरों में 62 फीसदी की गिरावट
19 Nov, 2024 01:43 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
नई दिल्ली । दूरसंचार कंपनी वोडाफोन आइडिया की मुश्किलें कम होने का नाम नहीं ले रही हैं। एजीआर बकाये के भुगतान के साथ-साथ ग्राहकों की संख्या में गिरावट कंपनी के लिए बड़ी चुनौती है। इसका असर वोडाफोन आइडिया के शेयरों पर पड़ रहा है। वोडाफोन आइडिया का शेयर अपने 52 हफ्ते के हाई से करीब 62 फीसदी गिरावट पर कारोबार कर रहा है। कंपनी के दूसरी तिमाही के नतीजे मोटे तौर पर उम्मीद के मुताबिक रहे हैं। दूसरी तिमाही परफॉर्मेंस के बाद ब्रोकरेज हाउस आईसीआईसीआई सिक्युरिटीज और नुवामा ने इन्वेस्टमेंट स्ट्रैटजी जारी की है। सोमवार को शेयर में हल्की तेजी रही। हालांकि, बिकवाली के दबाव में शेयर 1.5 फीसदी से ज्यादा गिरकर 52 हफ्ते के नए रिकॉर्ड लो पर आ गया। ब्रोकरेज हाउस आईसीआईसीआई सिक्युरिटीज ने वोडाफोन आइडिया पर होल्ड की रेटिंग बरकरार रखी है। टारगेट प्राइस 11 रुपये से घटाकर 7 रुपये प्रति शेयर किया है। यह टेलीकॉम स्टॉक अपने 52 हफ्ते 19.15 रुपये के हाई से करीब 62 फीसदी टूट चुका है। ब्रोकरेज का कहना है कि दूसरी तिमाही में वोडाफोन आइडिया का कस्टमर एआरपीयू (एवरेज रेवेन्यू पर यूजर) 7.8 फीसदी, भारती एयरटेल- 10.6 फीसदी, रिलायंस जियो- 7.4 फीसदी बढ़ा है। यह अनुमान के मुताबिक रहा। हालांकि, वोडाफोन आइडिया के सब्सक्राइबर्स की संख्या में तेज गिरावट आई है। खासकर, सबसे बड़े 4जी नेटवर्क एक्सपेंशन के बावजूद डाटा सब्सक्राइबर्स की संख्या 20 लाख घटी है। वीआईएल को उम्मीद है कि वित्त वर्ष 2025 के अंत से कस्टमर बेस बढ़ाकर इस ट्रेंट को उलट देगा। कंपनी बैंक गारंटी पर छूट और एजीआर मामले में हस्तक्षेप के लिए सरकार के साथ बातचीत कर रही है। वोडाफोन डेट फंडिंग के लिए भी तैयार है। उसे उम्मीद है कि सरकारी बकाये को इक्विटी में बदला जागा।
नुवामा ने वोडाफोन आइडिया पर होल्ड की सलाह दी
ब्रोकरेज फर्म नुवामा ने वोडाफोन आइडिया पर होल्ड की सलाह दी है। टारगेट 11.3 रुपये से घटाकर 7 रुपये प्रति शेयर किया है। ब्रोकरेज का कहना है कि कंपनी की दूसरी तिमाही नरम रही। हालांकि, यह अनुमान के मुताबिक रही। टैरिफ बढ़ने से रेवैन्यू में 4 फीसदी का इजाफा हुआ है। एआरपीयू 6.8 फीसदी बढ़ा है। ब्रोकरेज का कहना है कि, कैपिटल इन्फ्यूजर और टैरिफ हाइक ने वोडाफोन आइडिया के रिवाइवल की उम्मीदें जगाई हैं, लेकिन एजीआर बकाया पर क्यूरेटिव याचिका को सुप्रीम कोर्ट द्वारा खारिज किए जाने से वीआईएल को बड़ा झटका लगा है।
अनिल अंबानी के रिलायंस समूह ने किया कॉरपोरेट हब का गठन
19 Nov, 2024 12:39 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
नई दिल्ली । विजन 2030 की रणनीति के तहत अनिल अंबानी के रिलायंस ग्रुप ने रविवार को रिलायंस ग्रुप कॉरपोरेट सेंटर का गठन किया है। समूह ने कहा कि विस्तार और नवाचार के लिए किसी मूल केंद्र के रूप में स्थापित रिलायंस ग्रुप कॉरपोरेट सेंटर का उद्देश्य समूह के विविधता के प्रयासों की योजना तैयार करना और अनुभवी विशेषज्ञता के साथ उभरती प्रतिभाओं को मिलाकर अगली पीढ़ी के नेतृत्व को बढ़ाना है। रिलायंस ने कहा कि रिलायंस ग्रुप कॉरपोरेट सेंटर की मुख्य टीम में उद्योग के अग्रणी सतीश सेठ, पुनीत गर्ग और के राजा गोपाल शामिल होंगे। सेठ और गर्ग दोनों के ही पास नेतृत्व की विभिन्न भूमिकाओं में 20 से अधिक वर्षों का अनुभव है। बिजली क्षेत्र के विशेषज्ञ गोपाल नए अवसरों और तकनीकी प्रगति के जरिये समूह का संचालन करते हुए नेतृत्व के अगले दौर का मार्गदर्शन करेंगे। रिलायंस समूह के प्रवक्ता ने कहा, इस कदम का उद्देश्य इन नेतृत्वकर्ताओं के विशाल अनुभव का इस्तेमाल करते हुए समूह के भविष्य की वृद्धि को आगे बढ़ाना है। इससे उद्योग की चुनौतियों से निपटने और नए अवसरों का लाभ उठाने, नवाचार को बढ़ावा देने तथा अपने ग्राहकों और हितधारकों को असाधारण मूल्य प्रदान करने में मदद मिलेगी। समूह की प्रमुख कंपनी रिलायंस इन्फ्रास्ट्रक्चर और रिलायंस पावर पहले ही ऐलान कर चुकी हैं कि वे अब ऋण मुक्त हो चुकी हैं और आगे विस्तार के लिए नए क्षेत्रों की परियोजनाओं पर सक्रियता से काम कर रही हैं।
22 नवंबर से खुलेगा एनवायरो इंफ्रा इंजीनियर्स का आईपीओ, प्राइस बैंड 140 से 148 रुपए प्रति शेयर
18 Nov, 2024 08:34 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
नई दिल्ली। जल उपचार संयंत्रों, सीवेज उपचार संयंत्रों और सामान्य प्रदूषित जल उपचार संयंत्रों का निर्माण करने वाली कंपनी एनवायरो इंफ्रा इंजीनियर्स लिमिटेड का आईपीओ इस सप्ताह 22 नवंबर को खुलेगा। निवेशक इस आईपीओ में 26 नवंबर तक बोली लगा सकेंगे।
इसका प्राइस बैंड 140 से 148 रुपए प्रति शेयर और इश्यू का आकार 3.87 लाख इक्विटी शेयरों का फ्रेश इश्यू और 52.68 लाख शेयरों का ऑफर फोर सेल) होगा। इस आईपीओ की कुल वैल्यू 650.43 करोड़ रुपए है। एंकर इनवेस्टर्स 21 नवंबर को बोली लगाएंगे। पब्लिक इश्यू 22 से 26 नवंबर तक है। रिटेल निवेशक कम से कम 101 शेयरों के लिए बोली लगा सकते हैं, और इसके बाद 101 के गुणकों में बोली लगानी होगी।
50 फीसदी योग्य संस्थागत खरीदारों (क्यूआईबी) के लिए 15 फीसदी गैर-संस्थागत निवेशकों (एनआइआइ) के लिए और 35 फीसदी रिटेल निवेशकों के लिए आरक्षित होगा। कंपनी इस निर्गम से प्राप्त राशि का उपयोग कार्यशील पूंजी की जरूरतों को पूरा करने, मथुरा सीवरेज योजना के तहत 60 एमएलडी एसटीपी के निर्माण और कुछ ऋण चुकाने के लिए करेगी।
इस आईपीओ का ग्रे मार्केट में कोई प्रीमियम कोट नहीं है, यानी यह बिना किसी प्रीमियम पर कारोबार कर रहा है। यह आईपीओ पानी और जल पुनर्चक्रण क्षेत्र में काम करने वाली कंपनी के लिए एक अच्छी पहल है और निवेशकों के लिए एक अवसर हो सकता है, विशेष रूप से जल आपूर्ति और उपचार से संबंधित परियोजनाओं में बढ़ते निवेश के दृष्टिकोण से।
असम में लगेगा 27 हजार करोड़ का प्लांट, 48 मिलियन सेमीकंडक्टर चिप्स का होगा उत्पादन
18 Nov, 2024 07:31 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
नई दिल्ली। असम के मोरीगांव में टाटा सेमीकंडक्टर असेंबली एंड टेस्ट प्राइवेट लिमिटेड (टीएसएटी) द्वारा स्थापित होने जा रहे 27 हजार करोड़ रुपए के सेमीकंडक्टर प्लांट का विकास 2025 के मध्य तक पूरा हो जाएगा। यह परियोजना भारत के सेमीकंडक्टर इकोसिस्टम में एक बड़ा बदलाव ला सकती है, खासकर जब इसे भारत की आत्मनिर्भर सेमीकंडक्टर उत्पादन क्षमता को बढ़ाने की दिशा में अहम कदम के रूप में देखा जाए।
मोरीगांव प्लांट में रोजाना 48 मिलियन सेमीकंडक्टर चिप्स का उत्पादन होगा। इसमें एडवांस पैकेजिंग तकनीक जैसे फ्लिप चिप और इंटीग्रेटेड सिस्टम इन पैकेज (आईएसआईपी) का इस्तेमाल किया जाएगा। इस परियोजना से 15 हजार प्रत्यक्ष और 11 हजार से 13 हजार अप्रत्यक्ष नौकरियां उत्पन्न होंगी, जिससे असम और आसपास के क्षेत्रों में आर्थिक विकास को बढ़ावा मिलेगा। यह परियोजना भारत को वैश्विक सेमीकंडक्टर सप्लाई चेन में प्रतिस्पर्धी बनाने की दिशा में अहम कदम साबित होगी। इसके जरिए से भारत घरेलू और अंतरराष्ट्रीय दोनों बाजारों के लिए सेमीकंडक्टर चिप्स का उत्पादन करेगा।
भारत सरकार ने सेमीकॉन इंडिया कार्यक्रम के तहत घरेलू सेमीकंडक्टर उद्योग को बढ़ावा देने के लिए कई पहलों को लागू किया है। इस कार्यक्रम के तहत, 2021 में 76 हजार करोड़ रुपए के वित्तीय परिव्यय के साथ सेमीकंडक्टर और डिस्प्ले इकोसिस्टम के निर्माण की दिशा में काम किया जा रहा है। इसमें सेमीकंडक्टर फैब्स, डिस्प्ले फैब्स, सेंसर फैब्स, और डिजाइन लिंक्ड इंसेंटिव जैसी योजनाओं का भी समर्थन किया जा रहा है। भारत में बढ़ती सेमीकंडक्टर उत्पादन क्षमता, चिप डिजाइन, टेस्टिंग, और असेंबली के लिए अनुकूल वातावरण तैयार कर रही है, जो न केवल तकनीकी क्षेत्र को बढ़ावा मिलेग बल्कि रोजगार के अवसर भी पैदा होंगे। सरकार का उद्देश्य भारत को डिजिटल अर्थव्यवस्था में एक प्रमुख खिलाड़ी के रूप में स्थापित करना है।
दिसंबर महीने में 17 दिन बंद रहेंगें बैंक
18 Nov, 2024 03:51 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
नई दिल्ली । दिसंबर महीने के आगामी त्योहारों और दिनों के कारण देश भर में बैंकों में आगामी छुट्टियों की तैयारी शुरू हो रही है। इस माह में कई महत्वपूर्ण दिन हैं जब बैंक बंद रहेंगे, जैसे कि 1 दिसंबर, जो विश्व एड्स दिवस है। इस दिन सभी बैंक बंद रहेंगे। दिसंबर में अन्य त्योहारों जैसे कि मानव अधिकार दिवस, यूनिसेफ का जन्मदिन, गुरु तेग बहादुर शहीदी दिवस, और क्रिसमस ईव भी मनाए जाएंगे। इन त्योहारों और दिनों के मद्देनजर बैंकों में छुट्टियां होंगी, जिससे लोगों को वित्तीय कार्यों की व्यवस्था में कुछ विलंब हो सकता है। इसलिए सभी नागरिकों से अनुरोध है कि वे इन छुट्टियों के दौरान अपनी वित्तीय योजनाओं को संयंत्रित ढंग से संचालन करें और नियमित बैंक कार्यक्रम की जांच करें।
दिसंबर में बैंकों की छुट्टियां इस प्रकार हैं-
- 1 दिसंबर 2024: विश्व एड्स दिवस – सभी बैंक बंद रहेंगे।
- 3 दिसंबर 2024: सेंट फ्रांसिस जेवियर का पर्व – गोवा में बैंक बंद रहेंगे।
- 8 दिसंबर 2024: रविवार – सभी बैंकों की साप्ताहिक छुट्टी।
- 10 दिसंबर 2024: मानव अधिकार दिवस – सभी बैंक बंद रहेंगे।
- 11 दिसंबर 2024: यूनिसेफ का जन्मदिन – सभी बैंकों की छुट्टी।
- 14 दिसंबर 2024: दूसरा शनिवार – सभी बैंक बंद रहेंगे।
- 15 दिसंबर 2024: रविवार – सभी बैंकों की साप्ताहिक छुट्टी।
- 18 दिसंबर 2024: गुरु घासीदास जयंती – चंडीगढ़ में बैंक बंद रहेंगे।
- 19 दिसंबर 2024: गोवा मुक्ति दिवस – गोवा में बैंक बंद रहेंगे।
- 22 दिसंबर 2024: रविवार – सभी बैंकों की साप्ताहिक छुट्टी।
- 24 दिसंबर 2024: गुरु तेग बहादुर शहीदी दिवस और क्रिसमस ईव – मिजोरम, मेघालय, पंजाब, और चंडीगढ़ में बैंक बंद रहेंगे।
- 25 दिसंबर 2024: क्रिसमस – सभी बैंकों की छुट्टी।
- 26 दिसंबर 2024: बॉक्सिंग डे और क्वंजा – सभी बैंकों की छुट्टी।
- 28 दिसंबर 2024: चौथा शनिवार – सभी बैंक बंद रहेंगे।
- 29 दिसंबर 2024: रविवार – सभी बैंकों की साप्ताहिक छुट्टी।
- 30 दिसंबर 2024: तमु लोसर – सिक्किम में बैंक बंद रहेंगे।
- 31 दिसंबर 2024: न्यू ईयर ईव – मिजोरम में बैंक बंद रहेंगे।