व्यापार
वोडा-आइडिया को सुप्रीम कोर्ट से 1,600 करोड़ की राहत, आयकर विभाग की अपील खारिज
22 Jan, 2025 09:20 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
नई दिल्ली,। करेंसी और बकाया से जूझ रही टेलीकॉम कंपनी वोडा-आइडिया को सुप्रीम कोर्ट में बड़ी जीत हासिल हुई है। वीआई कंपनी के खिलाफ आयकर विभाग ने सुप्रीम कोर्ट में अपील की थी। अपने फैसले में शीर्ष अदालत ने बॉम्बे हाई कोर्ट के नवंबर 2023 के फैसले को कायम रखा है, इसमें कंपनी को 1,600 करोड़ का टैक्स रिफंड देने का आदेश दिया गया था। हालांकि टैक्स विभाग ने पहले ही वोडाफोन आइडिया को यह रिफंड जारी कर दिया है, लेकिन विभाग ने कंपनी के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट में बॉम्बे हाईकोर्ट के फैसले को चुनौती दी थी।
सुप्रीम कोर्ट ने टैक्स विभाग की अपील को खारिज कर दिया, क्योंकि हाई कोर्ट के राहत आदेश को चुनौती देने में 295 दिनों की अनावश्यक देरी हुई थी। अदालत ने टैक्स अधिकारियों की आलोचना कर इस देरी को गंभीर और अनुचित बताया।
नवंबर 2023 में बॉम्बे हाईकोर्ट ने वोडाफोन आइडिया के पक्ष में फैसला सुनाया था, जिसमें टैक्स विभाग को निर्देश दिया गया कि वे टेलीकॉम ऑपरेटर द्वारा 2016-2017 के आकलन वर्ष के लिए चुकाई गई टैक्स की राशि वापस करे। कोर्ट ने कहा कि अगस्त 2023 में विभाग द्वारा पारित आकलन आदेश समय सीमा से बाहर था और इसलिए इस बरकरार नहीं रखा जा सकता। न्यायमूर्ति के आर श्रीराम और नीला गोकले की डिवीजन बेंच ने आकलन अधिकारी के खिलाफ भी कड़ा रुख अपनाया, जिन्होंने निर्धारित 30 दिनों की समय सीमा के भीतर अंतिम आदेश पारित नहीं किया और इस प्रकार सरकारी खजाने और जनता को भारी नुकसान पहुंचाया।
सेबी की निवेशकों के हित में योजना, शेयरों की लिस्टिंग से पहले ही उन्हें खरीदा या बेचा जा सके
22 Jan, 2025 08:14 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
मुंबई। भारतीय पूंजी बाजार के नियामक सेबी (सेबी) एक ऐसी नई व्यवस्था तैयार कर रहा है, जिससे शेयरों की लिस्टिंग से पहले ही उन्हें खरीदा या बेचा जा सके। सेबी का यह कदम निवेशकों को एक सुरक्षित और विनियमित प्लेटफॉर्म पर शेयर ट्रेडिंग की सुविधा देने के मकसद से किया जा रहा है। सेबी की चेयरपर्सन माधबी पुरी बुच ने 21 जनवरी को इसकी जानकारी दी।
रिपोर्ट्स के मुताबिक माधबी ने कहा कि जब शेयर निवेशकों को अलॉट होते हैं, लेकिन वे अभी स्टॉक एक्सचेंज पर सूचीबद्ध नहीं हुए होते, तब अक्सर ग्रे मार्केट में उनका व्यापार होता है। उन्होंने कहा, “अगर निवेशकों को ऐसी ट्रेडिंग में रुचि है, तब इस पूरी प्रक्रिया को अनौपचारिक रूप से करने के बजाय एक नियामित प्लेटफॉर्म पर करने का मौका दिया जाना चाहिए। सेबी प्रमुख माधुरी बुच ने कहा कि प्रणाली के तहत, जब आईपीओ के शेयर निवेशकों के डीमैट अकाउंट में ट्रांसफर हो जाएंगे, तब से लेकर स्टॉक एक्सचेंज पर उनकी आधिकारिक लिस्टिंग तक ट्रेडिंग की अनुमति होगी। मौजूदा समय में, शेयर लिस्टिंग से पहले फ्रीज रहते हैं, ताकि अनियमित और असुरक्षित ट्रेडिंग को रोक सके।
सेबी का यह कदम ग्रे मार्केट में हो रही अनियमित ट्रेडिंग पर लगाम लगाने की दिशा में उठाया गया है। ग्रे मार्केट प्रीमियम (जीएमपी) अक्सर निवेशकों के लिए संभावित लिस्टिंग गेन का संकेत माना जाता है, लेकिन यह एक असुरक्षित बाजार है जहां निवेशकों को नुकसान का खतरा रहता है।
यह योजना तब लाई जा रही है जब आईपीओ बाजार में जबरदस्त उछाल देखने को मिल रहा है। 2024 में नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) ने एशिया में सबसे ज्यादा आईपीओ लांच करने का रिकॉर्ड बनाया है और प्राइमरी मार्केट से बड़ी पूंजी जुटाई है। 2025 में भी आईपीओ बाजार के और तेजी से बढ़ने की उम्मीद है।
विनफास्ट तुतुकुडी में लगाएगा नया कारखाना, इलेक्ट्रिक वाहनों का करेगी निर्यात
21 Jan, 2025 02:45 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
नई दिल्ली। वियतनाम की प्रमुख कंपनी विनफास्ट भारत को अपने उत्पादन का केंद्र बनाने को तैयार है। कंपनी ने तमिलनाडु के तुतुकुडी में नया कारखाना लगाने की योजना तैयार की है, जिससे वह पश्चिम एशिया और अफ्रीका के बाजारों में अपने इलेक्ट्रिक वाहनों (ईवी) का निर्यात करेगी। कंपनी के वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि इस कारखाने में करीब 200 करोड़ डॉलर का निवेश किया जाएगा और इसका पहला चरण 2025 के मध्य तक चालू होने की उम्मीद है। विनफास्ट भारत में इलेक्ट्रिक वाहनों के लिए पूरा तंत्र लगाने की सोच रही है। इसके तहत कंपनी अपनी बैटरी निर्माण और चार्जिंग स्टेशन नेटवर्क के लिए भी निवेश करेगी। विनफास्ट वी-ग्रीन परियोजना के तहत बैटरी निर्माण करेगी और भारत में चार्जिंग ढांचे को विकसित करने निवेशकों को आकर्षित करेगी। यह कंपनी विनफास्ट से अलग है।
भारत मोबिलिटी ग्लोबल एक्सपो 2025 में विनफास्ट ने भारतीय बाजार के लिए अपनी पहली इलेक्ट्रिक एसयूवी वीएफ 7 और वीएफ 6 का प्रदर्शन किया। कंपनी ने इन दोनों गाड़ियों को इस साल के आखिर तक लॉन्च करने की योजना बनाई है और अगले कुछ सालों में सात इलेक्ट्रिक वाहनों को बाजार में उतारने का लक्ष्य है। विनफास्ट के एशिया के प्रमुख कार्यकारी अधिकारी ने बताया कि तुतुकुडी को चुनने की वजह है कि यह स्थान बंदरगाह और हवाई अड्डे के पास है, जिससे निर्यात में आसानी होगी।
भारत में अपने उत्पादन के लिए कंपनी ने शुरुआत में 50 करोड़ डॉलर के निवेश की योजना बनाई है। विनफास्ट के अधिकारी ने कहा कि वे भारत में बैटरी निर्माण पर भी विचार कर रहे हैं, ताकि वाहनों में स्थानीयकरण किया जा सके। विनफास्ट ने बताया कि प्रारंभिक चरण में देश के सभी प्रमुख महानगरों और बड़े शहरों में उनके डीलर पार्टनर होंगे। कंपनी का उद्देश्य भारत में लंबे समय तक व्यापार करना है और इसके तुतुकुडी कारखाने में अगले कुछ महीनों में 3,000 से 3,500 लोगों के लिए रोजगार के अवसर मिलने की उम्मीद है।
हल्दीराम, बीकाजी से डरी अमेरिकी कंपनी पेप्सिको, टाटा से मिलाया हाथ
21 Jan, 2025 02:30 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
नई दिल्ली। भारत के पैकेज्ड स्नैक्स मार्केट में दिग्गज कंपनियों को घरेलू कंपनियों से कड़ी प्रतिस्पर्धा का सामना करना पड़ रहा है। इस बीच अमेरिका की दिग्गज कंपनी पेप्सिको और टाटा कंज्यूमर प्रोडक्ट्स ने पैकेज्ड स्नैक्स विकसित करने और बेचने के लिए हाथ मिलाया है। इससे पहले दोनों कंपनियों ने बेवरेज मार्केट में एक जॉइंट वेंचर नौरिसको बनाया था, लेकिन इस चार साल पहले खत्म कर दिया था।
नई डील के मुताबिक पेप्सिको के कुरकुरे स्नैक ब्रांड को टाटा कंज्यूमर के चिंग्स सीक्रेट के साथ जोड़ा जाएगा। टाटा ग्रुप ने कुछ साल पहले चिंग्स सीक्रेट का अधिग्रहण किया था। नौयरिशको बेवरागेज्स एक जॉइंट वेंचर था लेकिन स्नैक्स मार्केट में दोनों की पार्टनरशिप एक कोलाबोरेशन है। पेप्सिको और टाटा कंज्यूमर ने साल 2010 में नौयरिशको बेवरागेज्स नाम से एक 50:50 जॉइंट वेंचर बनाया था, लेकिन एक दशक बाद टाटा कंज्यूमर ने इसमें पेप्सिको की हिस्सेदारी खरीद ली थी। पेप्सिको इंडिया की कुरकुरे और डोरिटोस की मार्केटिंग डायरेक्टर आस्था भसीन ने टाटा के साथ पार्टनरशिप को माइलस्टोन कोलाबोरेशन बताया और कहा कि भारत में फ्यूजन फ्लेवर तेजी से लोकप्रिय हो रहे हैं।
एक सूत्र ने बताया कि कंज्यूमर रिस्पॉन्स के आधार पर कंपनियों के पोर्टफोलियो के भीतर अन्य उत्पादों के लिए साझेदारी को बढ़ाया जा सकता है। पेप्सिको का कुरकुरे का बाजार एक हजार करोड़ का है। कंपनी के स्नैक्स पोर्टफोलियो में लेज चिप्स और डोरिटोस नाचोस शामिल हैं। साल्ट-टू-स्टेपल कंपनी टाटा कंज्यूमर प्रोडक्ट्स ने पिछले साल जनवरी में 5,100 करोड़ रुपए में चिंग्स सीक्रेट और स्मिथ एंड जोन्स नूडल्स और मसालों के निर्माता कैपिटल फूड्स का अधिग्रहण किया था।
पेप्सिको और टाटा ऐसे समय एक साथ आए हैं जब एथनिक पैकेज्ड स्नैक्स मार्केट में घरेलू और डी2सी कंपनियों की भरमार है। भारत का स्नैक्स मार्केट 42,695 करोड़ रुपए का है और सालाना 20 फीसदी की रफ्तार से बढ़ रहा है। पैकेज्ड स्नैक्स के मार्केट में पेप्सिको के अलावा आईटीसी, पारले प्रोडक्ट्स, कॉर्निटोस, क्रैक्स बनाने वाली डीएफएम फूड्स, हल्दीराम, बीकानेरवाला, बालाजी स्नैक्स, बीकाजी फूड्स और प्रताप स्नैक्स जैसी बड़ी कंपनियां शामिल हैं।
इस कैटगरी में कई रीजनल और डी2सी कंपनियां भी शामिल हैं। रीजनल ब्रांड्स की कीमत कम है और वे हाई रिटेल मार्जिन पर सीधे डिस्ट्रिब्यूट करते हैं। एक रिपोर्ट के मुताबिक भारतीय स्नैक्स बाजार की बिक्री साल 2032 तक 95,521.8 करोड़ रुपए तक पहुंच सकती ऐसा अनुमान लगाया जा रहा है, जो 2023 से दोगुना होगी। यही वजह है कि पेप्सिको भारत के बाजार में बड़ा दांव खेलना चाहती है। उसने देश की सबसे बड़ी एथनिक स्नैक्स कंपनी हल्दीराम स्नैक्स फूड में माइनोरिटी स्टेक खरीदने के लिए बातचीत शुरू कर दी है।
गूगल के सर्च इंजन की बाजार हिस्सेदारी में आई गिरावट
21 Jan, 2025 02:15 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
नई दिल्ली । साल 2024 की आखिरी तिमाही में गूगल की सर्च इंजन बाजार हिस्सेदारी 90 प्रतिशत से नीचे गिरकर 89.74 प्रतिशत पर पहुंच गई। सर्च इंजन बाजार में वर्षों से बादशाहत कायम रखने वाले गूगल को अब कड़ी चुनौतियों का सामना करना पड़ रहा है।
ताजा रिपोर्ट के अनुसार, यह गिरावट गूगल के लिए बड़ी चिंता का विषय है, क्योंकि इससे पहले 2015 में गूगल की हिस्सेदारी इतनी कम दर्ज की गई थी। गूगल की घटती हिस्सेदारी का सबसे बड़ा फायदा माइक्रोसाफट बिंग को हो रहा है। 2024 के दौरान बिंग ने अपनी बाजार हिस्सेदारी 4प्रतिशततक बढ़ा ली, जो पिछले वर्षों की तुलना में एक बड़ी उपलब्धि है। बिंग की इस सफलता का मुख्य कारण उसकी उन्नत एआई तकनीक और चैटजीपीटी जैसे स्मार्ट टूल्स हैं, जो उपयोगकर्ताओं को अधिक व्यक्तिगत और सटीक परिणाम प्रदान कर रहे हैं। गूगल की पारंपरिक सर्च प्रणाली के मुकाबले, बिंग और अन्य एआई आधारित सर्च इंजन तेजी से लोकप्रिय हो रहे हैं। एआई तकनीक पर आधारित सर्च इंजन, जैसे चैटजीपीटी और परप्लेसिटी, भी गूगल के लिए चुनौती बनते जा रहे हैं। ये सर्च इंजन आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस का उपयोग करके उपयोगकर्ताओं को तेज और सटीक उत्तर देने में सक्षम हैं। हालांकि, एक रिपोर्ट में इन एआई सर्च इंजनों की हिस्सेदारी का विश्लेषण नहीं किया गया, लेकिन यह साफ है कि एआई की बढ़ती स्वीकार्यता गूगल के लिए खतरा है। गूगल को केवल प्रतिस्पर्धा से ही नहीं, बल्कि कानूनी विवादों का भी सामना करना पड़ रहा है।
गूगल की बाजार हिस्सेदारी में गिरावट सर्च इंजन बाजार में बदलाव का संकेत है। जहां बिंग जैसे प्रतियोगी धीरे-धीरे अपनी पकड़ मजबूत कर रहे हैं, वहीं एआई आधारित सर्च इंजन लोगों का ध्यान आकर्षित कर रहे हैं। गूगल के लिए यह समय है कि वह अपनी रणनीतियों पर पुनर्विचार करे, अन्यथा आने वाले समय में उसे और बड़ी चुनौतियों का सामना करना पड़ सकता है। कई देशों में गूगल पर अवैध तरीके से बाजार में एकाधिकार स्थापित करने के आरोप लगे हैं, जिसके चलते कंपनी पर जांच चल रही है। इन विवादों ने गूगल की छवि को नुकसान पहुंचाया है और उपयोगकर्ताओं के बीच नए विकल्पों के प्रति रुझान बढ़ा है।
दो नई इलेक्ट्रिक एसयूवी वीएफ 6 और वीएफ 7 पेश
21 Jan, 2025 01:45 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
नई दिल्ली । भारतीय बाजार में इलेक्ट्रिक वाहन निर्माता विनफास्ट ने ऑटो एक्सपो 2025 में अपनी दो नई इलेक्ट्रिक एसयूवी वीएफ 6 और वीएफ 7 को पेश किया। यह कंपनी के भारत में विस्तार की शुरुआत है और इन दोनों एसयूवी में अत्याधुनिक फीचर्स और शानदार रेंज दी गई है।
विनफास्ट ने वीएफ 6 को पांच सीटों वाली एक कॉम्पैक्ट इलेक्ट्रिक एसयूवी के तौर पर पेश किया है। इसमें पैनोरमिक सनरूफ, 12.9-इंच इंफोटेनमेंट स्क्रीन, हेड-अप डिस्प्ले, और लेवल-2 अडास जैसे कई आकर्षक फीचर्स हैं। इसके अलावा, इसमें 59.6 केडब्ल्यूएच बैटरी दी गई है, जो इसे सिंगल चार्ज में 381 किलोमीटर तक चलने की क्षमता देती है। वहीं, वीएफ 7 को एक प्रीमियम इलेक्ट्रिक एसयूवी के तौर पर प्रस्तुत किया गया है। इसमें 75.3 केडब्ल्यूएच बैटरी है, जो 431 किलोमीटर की रेंज देती है, और इसमें 348 हॉर्स पावर की मोटर लगी है। विनफास्ट की इन नई कारों के लॉन्च से भारतीय इलेक्ट्रिक वाहन बाजार में और प्रतिस्पर्धा बढ़ेगी।
हालांकि, अभी ये दोनों एसयूवी भारत में लॉन्च होने की तैयारी में हैं, और जल्द ही इनकी लॉन्च डेट का खुलासा किया जाएगा। इसके अलावा, विनफास्ट ने अपने अन्य इलेक्ट्रिक वाहनों जैसे वीएफ 3, वीएफ 9, वीएफ 8, और वीएफ ई34 को भी ऑटो एक्सपो में शोकेस किया। कंपनी ने इस अवसर पर वीएफ ड्रागोनफलाय नामक इलेक्ट्रिक टू-व्हीलर को भी प्रदर्शित किया।
हयूदै क्रेटा इलेक्ट्रिक ऑटो एक्सपो 2025 में लॉन्च
21 Jan, 2025 12:45 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
नई दिल्ली । हयूदै कंपनी ने बहुप्रतीक्षित इलेक्ट्रिक एसयूवी हयूदै क्रेटा इलेक्ट्रिक को ऑटो एक्सपो 2025 में लॉन्च कर दिया है। क्रेटा इलेक्ट्रिक दो बैटरी विकल्पों में आती है - 51.4केडब्ल्यूएच और 42केडब्ल्यूएच ।
कंपनी का दावा है कि 51.4केडब्ल्यूएच बैटरी पैक फुल चार्ज पर 472 किलोमीटर की रेंज देता है, जबकि 42केडब्ल्यूएच बैटरी 390 किलोमीटर तक चल सकती है। यह एसयूवी 0-100 किमी/घंटा की रफ्तार महज 7.9 सेकंड में पकड़ लेती है। फास्ट चार्जिंग को सपोर्ट करने वाली यह गाड़ी डीसी चार्जर से 58 मिनट में 10-80 प्रतिशत चार्ज हो जाती है, जबकि 11केडब्ल्यू होम चार्जर से 4 घंटे में पूरी तरह चार्ज हो जाती है। इसमें एडवांस फीचर्स का शानदार सेटअप है, जिसमें ड्यूल 10.25-इंच स्क्रीन, 8-स्पीकर बोस साउंड सिस्टम, ड्यूल-जोन क्लाइमेट कंट्रोल, हवादार सीट्स और कूल्ड स्टोरेज बॉक्स शामिल हैं।
इसके अलावा, अडास-लिंक्ड रीजनरेटिव ब्रेकिंग सिस्टम, 6 एयरबैग, ऑल-व्हील डिस्क ब्रेक और हयूदै स्मार्टसेंस लेवल 2 अडास जैसे सुरक्षा फीचर्स इसे खास बनाते हैं। इसकी शुरुआती एक्स-शोरूम कीमत 17.99 लाख रुपए रखी गई है। यह गाड़ी 5 वेरिएंट्स - एक्सीक्यूटिव, स्मार्ट, स्मार्ट (ओ), प्रीमियम और एक्सीलेंस में उपलब्ध है। इच्छुक ग्राहक इसे 25,000 रुपए के टोकन अमाउंट के साथ हयूदै डीलरशिप या ऑनलाइन बुक कर सकते हैं।
लक्ष्मी डेंटल का शेयर 27 फीसदी तेजी के साथ सूचीबद्ध
20 Jan, 2025 06:15 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
नई दिल्ली । ऑर्बिमेड समर्थित लक्ष्मी डेंटल का शेयर अपने निर्गम मूल्य 427 रुपये से करीब 27 फीसदी की तेजी के साथ सोमवार को बाजार में सूचीबद्ध हुआ। बीएसई पर शेयर 23.36 फीसदी की तेजी के साथ 528 रुपये पर सूचीबद्ध हुआ। इसके बाद यह 36.37 प्रतिशत चढ़कर 583.70 रुपये पर पहुंच गया। एनएसई पर इसने निर्गम मूल्य से 26.63 फीसदी उछाल के साथ 542 रुपये पर शुरुआत की। कंपनी का बाजार मूल्यांकन 3,129 करोड़ रुपये रहा। लक्ष्मी डेंटल के आरंभिक सार्वजनिक निर्गम (आईपीओ) को बोली के अंतिम दिन गत बुधवार को 113.97 गुना अभिदान मिला था। आईपीओ 138 करोड़ रुपये तक के नए शेयर और प्रवर्तकों द्वारा 560 करोड़ रुपये के 1.31 करोड़ शेयर की बिक्री पेशकश (ओएफएस) का संयोजन था। इसके लिए मूल्य दायरा 407-428 रुपये प्रति शेयर तय किया गया था।
अरबपतियों की संपत्ति 2024 में 2000 अरब डॉलर तक बढ़ी: रिपोर्ट
20 Jan, 2025 06:00 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
दावोस। विश्व भर में अरबपतियों की संपत्ति पिछले साल 2024 में 2000 अमेरिकी डॉलर बढ़कर 15,000 अमेरिकी डॉलर हो गई जो 2023 की तुलना में तीन गुना अधिक है। यह जानकारी एक रिपोर्ट में दी गई। विश्व आर्थिक मंच (डब्ल्यूईएफ) की वार्षिक बैठक से पहले सोमवार को रिपोर्ट यहां जारी की गई। रिपोर्ट ने अरबपतियों की संपत्ति में भारी उछाल और गरीबों की संख्या में 1990 के बाद से कोई खास बदलाव नहीं आने की तुलना की है। रिपोर्ट में कहा गया है कि 2024 में एशिया में अरबपतियों की संपत्ति में 299 अरब अमेरिकी डॉलर की वृद्धि हुई। साथ ही उसने अनुमान लगाया कि अब से एक दशक के भीतर कम से कम पांच खरबपति होंगे। वर्ष 2024 में अरबपतियों की सूची में 204 नए लोग शामिल हुए। औसतन हर सप्ताह करीब चार नाम इसमें शामिल हुए। इस वर्ष केवल एशिया से 41 नए अरबपति सूची में शामिल हुए। रिपोर्ट में कहा गया है कि ग्लोबल नॉर्थ के सबसे अमीर एक प्रतिशत लोग 2023 में वित्तीय प्रणालियों के जरिये ‘ग्लोबल साउथ’ से प्रति घंटे तीन करोड़ अमेरिकी डॉलर हासिल करेंगे। अरबपतियों की 60 प्रतिशत संपत्ति अब विरासत, एकाधिकार शक्ति या सांठगांठ वाले संबंधों से प्राप्त होती है, जो दर्शाता है कि अरबपतियों की अत्यधिक संपत्ति काफी हद तक अनुपयुक्त है। अधिकार समूह ने दुनिया भर की सरकारों से असमानता को कम करने, अत्यधिक धन-संपदा को समाप्त करने तथा नए अभिजात्यतंत्र को समाप्त करने के लिए सबसे अमीर लोगों पर कर लगाने का आग्रह किया। इसमें पूर्व की औपनिवेशिक शक्तियों से हुई क्षतियों की भरपाई कराने की भी मांग की गई।
हेज फंड्स के साथ कथित मिलीभगत के चलते भड़क गई रिसर्च कंपनी
20 Jan, 2025 05:45 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
वाशिंगटन। कनाडा के एक पोर्टल ने दायर दस्तावेजों में दावा किया है कि हेज फंड्स के साथ कथित मिलीभगत के आरोपों के चलते नैट एंडरसन और हिंडनबर्ग रिसर्च ने कंपनी को बंद करने की घोषणा की है। हेज फंड्स जो विभिन्न प्रतिभूतियों में निवेश करते हैं, निवेशकों के बीच भरी प्रतिष्ठा रखते हैं। दायर दस्तावेजों में स्पष्ट हुआ कि नैट एंडरसन और एन्सन के बीच ईमेल के माध्यम से साझा हुआ रिसर्च, हिंडनबर्ग की नकारात्मक रिपोर्ट की तैयारी में एन्सन की अहम भूमिका थी। दायर दस्तावेजों के मुताबिक एन्सन हेज फंड के प्रमुख ने स्वीकारा कि उनकी कंपनी ने हिंडनबर्ग रिसर्च को सहायता प्रदान की थी। वहां कनाडाई पोर्टल मार्केट फ्रॉड्स द्वारा आरोप लगाया गया है कि एन्सन ने अपने फंड्स के निर्देशों का अनुसरण नहीं किया और नैट एंडरसन के साथ निकटता बनाए रही। इस घटना में एसईसी द्वारा एक अध्यादेश जारी करने की संभावना है, जिससे यह मुद्दा और भी ज्यादा उतार-छूट पा सकता है। नैट एंडरसन और उनकी कंपनी के खिलाफ के कोर्ट की निर्णय से उनकी दिन-ब-दिन बिगड़ती चारित्रिक अवस्था को ध्यान में रखते हुए, नैट एंडरसन के भविष्य की किल-किल कायम है।
डिजिटल साझेदारी से बढ़ रहा है वित्तीय सेवाओं का दायरा
20 Jan, 2025 05:15 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
नई दिल्ली । गैर-बैंकिंग वित्तीय कंपनी (एनबीएफसी) बजाज फाइनेंस और भारती एयरटेल ने वित्तीय सेवाओं के क्षेत्र में एक नया मोड़ खोलने के लिए साझेदारी की घोषणा की है। कंपनियों ने संयुक्त बयान में इस मंच की उपयोगिता और महत्त्व को बताया है। इस साझेदारी से एयरटेल के ग्राहक आधार और बजाज फाइनेंस का वितरण नेटवर्क एक साथ आएंगे। भारती एयरटेल के एक अधिकारी ने इस साझेदारी का मकसद स्पष्ट किया है। उन्होंने बयान दिया कि उनका लक्ष्य एयरटेल फाइनेंस को ग्राहकों की सभी वित्तीय जरूरतों के लिए वन-स्टॉप शॉप बनाना है। इससे ग्राहकों को विभिन्न वित्तीय सेवाओं की सुविधा मिलेगी। बजाज फाइनेंस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि भारत के वित्तीय सेवाओं का डिजिटल परिवेश तंत्र तेजी से बढ़ रहा है। इस साझेदारी से न केवल उन्हें बजाज फाइनेंस के उत्पादों की पहुंच मिलेगी, बल्कि ग्राहकों को भी नए और सुविधाजनक विकल्प मिलेंगे। इस साझेदारी के तहत बजाज फाइनेंस के दो उत्पादों को एयरटेल थैंक्स ऐप पर पेश किया जा रहा है। मार्च तक कई और उत्पाद भी इस एप्लिकेशन पर उपलब्ध किए जाएंगे। इस साझेदारी से वित्तीय सेवाओं के दायरे में नए विकल्प और सुविधाएं खुलने की उम्मीद है और देश की डिजिटल अर्थव्यवस्था को एक नया मुकाम मिल सकता है।
महिंद्रा थार रोक्स की कीमतों में 2.86 प्रतिशत तक की बढ़ोतरी
19 Jan, 2025 07:15 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
नई दिल्ली। स्वदेशी कंपनी महिंद्रा ने अपनी महिंद्रा थार रोक्स पॉपुलर एसयूवी की कीमतों में बढ़ोतरी कर दी है। थार की कीमतों में यह वृद्धि 0.48 प्रतिशत से लेकर 2.86 प्रतिशत तक की है, जो ग्राहकों के लिए एक बड़ा बदलाव है। पेट्रोल व डीजल वेरिएंट्स की कीमतों में किए गए बदलावों ने बाजार में हलचल मचा दी है।
महिंद्रा थार के पेट्रोल वर्जन में बदलाव केवल टॉप मॉडल एएक्स7 एल एटी में किया गया है। इस मॉडल की कीमत में 50,000 रुपये की बढ़ोतरी की गई है, जिसके बाद इसकी कीमत अब 20.49 लाख रुपये (एक्स-शोरूम) हो गई है। इस वृद्धि के बाद, पेट्रोल वेरिएंट्स की कीमतों में 2.50 प्रतिशत का इजाफा हुआ है। हालांकि, बाकी पेट्रोल वेरिएंट्स की कीमतें वैसी की वैसी बनी हुई हैं, और इनकी शुरुआती कीमत 12.99 लाख रुपये (एक्स-शोरूम) है। वहीं, डीजल वेरिएंट्स की कीमतों में भी बदलाव किए गए हैं। एमएक्स5 एमटी 4गुणा4 वेरिएंट की कीमत में 30,000 रुपये की बढ़ोतरी हुई है, जो अब 19.09 लाख रुपये (एक्स-शोरूम) हो गई है।
इसके अलावा, एएक्स5 एल एटी 4गुणा4 की कीमत में भी 10,000 रुपये की बढ़ोतरी हुई है, और अब इसकी कीमत 21.09 लाख रुपये (एक्स-शोरूम) हो गई है। वहीं, एमएक्स1 एमटी वेरिएंट की कीमत में कोई बदलाव नहीं हुआ है और यह 13.99 लाख रुपये (एक्स-शोरूम) पर बनी हुई है।
बीपीसीएल ने किए छह बैंकों के समूह के साथ ऋण समझौते पर हस्ताक्षर
19 Jan, 2025 06:15 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
नई दिल्ली । भारत पेट्रोलियम कॉरपोरेशन लिमिटेड (बीपीसीएल) कंपनी ने भारतीय स्टेट बैंक (एसबीआई) की अगुवाई में छह बैंकों के समूह के साथ 31,802 करोड़ रुपये के ऋण समझौते पर हस्ताक्षर किए हैं।
इस समझौते के बाद बीपीसीएल ने घोषणा की कि उसने अपनी बीना रिफाइनरी विस्तार और पेट्रोरसायन परियोजना के लिए वित्त की व्यवस्था कर ली है। इस परियोजना की कुल अनुमानित लागत 48,926 करोड़ रुपये है, जिसका उद्देश्य बीना रिफाइनरी की क्षमता को 78 लाख टन प्रति वर्ष से बढ़ाकर 1.1 करोड़ टन प्रति वर्ष करना और एक पेट्रोरसायन परिसर स्थापित करना है। इसमें 12 लाख टन प्रति वर्ष एथिलीन क्रैकर इकाई का निर्माण भी शामिल है।बीपीसीएल के चेयरमैन एवं प्रबंध निदेशक जी कृष्णकुमार ने कहा कि यह परियोजना भारत की ऊर्जा सुरक्षा को बढ़ाने में महत्वपूर्ण योगदान देगी। एसबीआई के चेयरमैन सी. श्रीनिवासुलु शेट्टी ने भी इस साझेदारी को दोनों संगठनों और राष्ट्र के लिए लाभकारी बताया। बीपीसीएल ने बताया कि इस परियोजना से लीनियर लो-डेंसिटी पॉलीइथिलीन (एलएलडीपीई), हाई-डेंसिटी पॉलीइथिलीन (एचडीपीई), और पॉलीप्रोपाइलीन जैसे उत्पादों का उत्पादन होगा, जिससे भारत की आयात पर निर्भरता कम होगी।
साथ ही, यह परियोजना मध्य और उत्तरी भारत में बढ़ती ईंधन की मांग को पूरा करने में मदद करेगी। परियोजना का निर्माण कार्य 15 सितंबर 2023 को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा शिलान्यास किए जाने के बाद शुरू हो चुका है, और इसे चार साल में पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है। इस परियोजना से 15,000 से अधिक रोजगार के अवसर उत्पन्न होने की उम्मीद है, जबकि परियोजना के चालू होने के बाद एक लाख से अधिक प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रोजगार सृजित होंगे।
टीवीएस ने पेश किया भारत का पहला सीएनजी स्कूटर
19 Jan, 2025 05:15 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
नई दिल्ली । दोपहिया निर्माता कंपनी टीवीएस ने अपनी नई टीवीएस जुपीटर सीएनजी स्कूटर को पेश किया, जो भारत का पहला सीएनजी स्कूटर है। ऑटो एक्सपो 2025 में इस स्कूटर को कंपनी के भारत मोबिलिटी 2025 प्रोजेक्ट के तहत लॉन्च किया गया है और यह पेट्रोल और सीएनजी दोनों ईंधन के विकल्प के साथ आता है।
टीवीएस जुपीटर सीएनजी में 124.8 सीसी की क्षमता वाला सिंगल सिलेंडर इंजन है, जो 5.3 किलोवाट की पावर और 9.4 न्यूटन मीटर का टॉर्क उत्पन्न करता है। इस स्कूटर की टॉप स्पीड 80.5 किलोमीटर प्रति घंटा तक पहुंच सकती है और यह एक किलोग्राम सीएनजी में 84 किलोमीटर तक यात्रा कर सकता है। इसे पेट्रोल और सीएनजी दोनों ही ईंधन के साथ चलाया जा सकता है, जिससे यह 226 किलोमीटर की दूरी तय कर सकता है। इसमें कई बेहतरीन फीचर्स शामिल हैं, जिनमें सेगमेंट की सबसे बड़ी सीट, मैक्स मेटल बॉडी, एक्सटर्नल फ्यूल लिड, फ्रंट मोबाइल चार्जर, सेमी डिजिटल स्पीडोमीटर, बॉडी बैलेंस तकनीक, इटीएफआई और इंटेलीगो तकनीक, ऑल इन वन लॉक और साइड स्टैंड इंडीकेटर के साथ इंजन इनहिबिटर शामिल हैं। हालांकि टीवीएस ने अभी तक इस स्कूटर के लॉन्च की तारीख की आधिकारिक घोषणा नहीं की है, लेकिन उम्मीद की जा रही है कि यह अगले तीन से छह महीनों में बाजार में उपलब्ध हो सकता है। अनुमान है कि लॉन्च के समय इसकी एक्स-शोरूम कीमत लगभग एक लाख रुपये के आस-पास हो सकती है। टीवीएस जुपिटर सीएनजी एक नई तकनीक के साथ पेश किया गया है, और इसका कोई सीधा प्रतिस्पर्धी नहीं है।
लगातार गिरती बिक्री का सामना कर रही ओला इलेक्ट्रिक
19 Jan, 2025 04:15 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
नई दिल्ली। भारत में ओला इलेक्ट्रिक स्कूटर अब लगातार गिरती बिक्री का सामना कर रही है। जनवरी 2025 तक के सेल्स आंकड़ों के अनुसार, ओला इलेक्ट्रिक ने 6,655 इलेक्ट्रिक स्कूटर बेचे हैं, जिससे उसकी बाजार हिस्सेदारी घटकर 18प्रतिशत रह गई है।
पिछले साल ओला की हिस्सेदारी लगभग 50-52प्रतिशत थी, और 2024 में कंपनी ने 4 लाख से ज्यादा स्कूटर बेचकर 35प्रतिशत हिस्सेदारी हासिल की थी, लेकिन अब उसकी स्थिति कमजोर हो गई है। इसी बीच, बजाज ऑटो और टीवीएस मोटर ने इलेक्ट्रिक टू-व्हीलर सेगमेंट में अपनी बढ़त बना ली है। दोनों कंपनियों ने मिलकर 48प्रतिशत बाजार हिस्सेदारी हासिल की है। टीवीएस ने जनवरी के पहले 15 दिनों में 9,800 स्कूटर बेचकर 23प्रतिशत बाजार हिस्सेदारी के साथ पहले नंबर पर जगह बनाई है। बजाज ने 8,694 इलेक्ट्रिक वाहन बेचकर 25 प्रतिशत हिस्सेदारी के साथ दूसरे पायदान पर जगह बनाई है। पिछले महीने की बिक्री की स्थिति भी ओला के लिए चुनौतीपूर्ण रही। दिसंबर 2024 में, बजाज ने 18,276 चेतक इलेक्ट्रिक स्कूटर बेचकर ईवी बाजार में चौथाई हिस्सेदारी हासिल की। टीवीएस ने 17,212 i-क्यूब स्कूटर बेचकर दूसरा स्थान पाया, जबकि ओला 13,769 स्कूटर बेचकर तीसरे नंबर पर रही। इस दौरान ओला की बाजार हिस्सेदारी में लगभग 19 प्रतिशत की गिरावट आई है। बता दें कि उत्पादों की गुणवत्ता और आफ्टर सेल सर्विस में सुधार न होने के कारण ग्राहकों ने कंपनी से दूरी बनानी शुरू कर दी है, जिसका असर उसकी बिक्री पर पड़ा है।