व्यापार
विदेशों में आयातित खाद्य तेल महंगे होने से देश के तेल-तिलहन बाजार में सुधार के संकेत
9 Feb, 2025 05:30 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
नई दिल्ली । विदेशों में आयातित खाद्य तेलों के भाव में बढ़ोतरी होने तथा आने वाले त्योहारों की वजह से आवक कम होने के कारण देश के तेल-तिलहन बाजार में बीते सप्ताह अधिकांश तेल-तिलहनों के दाम सुधार के साथ बंद हुए। डॉलर के मुकाबले रुपये के कमजोर होने तथा विनिमय दर बढ़ाये जाने से भी खाद्य तेलों में सुधार को बल मिला। बाजार सूत्रों ने कहा कि इन सबके अलावा विनिमय दर बढ़ाये जाने से भी खाद्य तेल कीमतों में मजबूती रही। बीते सप्ताह सरसों दाने का थोक भाव 50 रुपये के सुधार के साथ 6,100-6,200 रुपये प्रति क्विंटल पर बंद हुआ। सरसों दादरी तेल का थोक भाव 150 रुपये के सुधार के साथ 13,200 रुपये प्रति क्विंटल पर बंद हुआ। सरसों पक्की और कच्ची घानी तेल का भाव क्रमश: 25-25 रुपये के सुधार के साथ क्रमश: 2,265-2,365 रुपये और 2,265-2,390 रुपये टिन (15 किलो) पर बंद हुआ। समीक्षाधीन सप्ताह में सोयाबीन दाने और सोयाबीन लूज का थोक भाव क्रमश: 75-75 रुपये के सुधार के साथ क्रमश: 4,300-4,350 रुपये और 4,000-4,100 रुपये प्रति क्विंटल पर बंद हुआ। इसी तरह सोयाबीन दिल्ली एवं सोयाबीन इंदौर और सोयाबीन डीगम के दाम क्रमश: 500 रुपये, 400 रुपये और 350 रुपये के सुधार के साथ क्रमश: 13,700 रुपये, 13,400 रुपये और 9,600 रुपये प्रति क्विंटल पर बंद हुए। समीक्षाधीन सप्ताह में अकेले मूंगफली तिलहन का भाव 25 रुपये की गिरावट के साथ 5,275-5,600 रुपये क्विंटल पर बंद हुआ। लेकिन इसके विपरीत, मूंगफली तेल गुजरात और मूंगफली साल्वेंट रिफाइंड तेल का भाव क्रमश: 100 रुपये और 20 रुपये के सुधार के साथ 14,050 रुपये और 2,135-2,435 रुपये प्रति टिन पर बंद हुए। कच्चे पाम तेल (सीपीओ) का दाम 650 रुपये सुधरकर 12,800 रुपये प्रति क्विंटल पर बंद हुआ। पामोलीन दिल्ली का भाव 650 रुपये मजबूत होकर 14,350 रुपये प्रति क्विंटल तथा पामोलीन एक्स कांडला तेल का भाव 650 रुपये बढ़कर 13,350 रुपये प्रति क्विंटल पर बंद हुआ।मजबूती के आम रुख के अनुरूप समीक्षाधीन सप्ताह में बिनौला तेल 400 रुपये की तेजी के साथ 12,850 रुपये प्रति क्विंटल पर बंद हुआ।
मुद्रास्फीति और अन्य वृहद आर्थिक आंकड़ों से तय होगी शेयर बाजार की दिशा: विश्लेषक
9 Feb, 2025 04:30 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
मुंबई । इस सप्ताह आने वाले मुद्रास्फीति और अन्य वृहद आर्थिक आंकड़ों से घरेलू शेयर बाजारों की दिशा तय होगी। विश्लेषकों ने कहा है कि इसके अलावा विदेशी निवेशकों की गतिविधियां भी बाजार पर असर डालेंगी। साथ ही कंपनियों के तिमाही नतीजे और रुपये-डॉलर का रुख भी बाजार के लिए महत्वपूर्ण रहेगा। बाजार के जानकारों ने कहा कि यह सप्ताह भारतीय और विदेशी बाजारों के लिए गतिविधियों वाला होगा। सप्ताह के दौरान महत्वपूर्ण वृहद आर्थिक आंकड़े और कंपनियों के तिमाही नतीजे आने हैं। मुद्रास्फीति, औद्योगिक उत्पादन के आंकड़े और प्रमुख कंपनियों के तिमाही नतीजे बाजार की दिशा को प्रभावित करेंगे। बुधवार को जनवरी के लिए अमेरिकी के मुद्रास्फीति के आंकड़ों पर सभी का ध्यान रहेगा। उन्होंने कहा कि भारत के मुद्रास्फीति और औद्योगिक उत्पादन के आंकड़े 12 फरवरी को जारी किए जाएंगे। गुरुवार को ब्रिटेन के सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) की वृद्धि के आंकड़े आएंगे। शुक्रवार को अमेरिका के जनवरी माह के खुदरा बिक्री के आंकड़े आएंगे। कंपनियों के तिमाही नतीजे भी बाजार के लिए महत्वपूर्ण रहेंगे। सप्ताह के दौरान आयशर मोटर्स, ग्रासिम इंडस्ट्रीज, वोडाफोन आइडिया, स्टील अथॉरिटी ऑफ इंडिया अपने तिमाही नतीजों की घोषणा करेंगी। एक मुख्य निवेश रणनीतिकार ने कहा कि अच्छे बजट और मौद्रिक नीति समिति (एमपीसी) द्वारा रेपो दर में कटौती से बाजार की धारणा में धीरे-धीरे सुधार हो रहा है। दिल्ली विधानसभा चुनावों में भाजपा की जीत से लघु अवधि में बाजार की धारणा पर सकारात्मक असर पड़ेगा। एक अन्य बाजार विशेषज्ञ ने कहा कि आगे चलकर निवेशकों की नजर कंपनियों के तिमाही नतीजों और आगामी वृहद आर्थिक आंकड़ों पर रहेगी। इनमें औद्योगिक उत्पादन (आईआईपी), उपभोक्ता मूल्य सूचकांक आधारित मुद्रास्फीति और थोक मूल्य सूचकांक आधारित मुद्रास्फीति के आंकड़ें शामिल हैं। इसके अलावा डॉलर के मुकाबले रुपये की चाल पर भी निवेशकों की निगाह रहेगी।
भारतीय रिजर्व बैंक पॉलिसी के असर पर वित्त मंत्री और गवर्नर करेंगे चर्चा
8 Feb, 2025 01:00 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
वित्त मंत्री: निर्मला सीतारमण की आज रिजर्व बैंक के गवर्नर के साथ बैठक चल रही है. वित्त मंत्री इस दौरान रिजर्व बैंक के सेंट्रल बोर्ड ऑफ डायरेक्टर को संबोधित भी करेंगी. वित्त मंत्री की ये मुलाकात बजट के बाद होने वाली मुलाकात है जिसमें बजट प्रस्तावों उनपर असर को लेकर चर्चा की जा रही है. इसी हफ्ते रिजर्व बैंक की पॉलिसी समीक्षा भी हुई है. बैठक में पॉलिसी को लेकर भी चर्चा की जाएगी. मीटिंग में मॉनिटरी पॉलिसी और फाइनेंशियल इंस्टीट्यूशन पर होने वाले असर पर चर्चा होगी. वित्त मंत्री इस कदमों पर बात कर सकती हैं जिससे ग्रोथ को गति दी जाए. वित्त मंत्री कर्ज बांटने की रफ्तार और लिक्विडिटी से जुड़ी चिताओं पर भी चर्चा कर सकती हैं|
इस हफ्ते अर्थव्यवस्था को गति देने और मांग को बढ़ाने के लिए 2 बड़े एलान किए गए हैं. पहली फरवरी को बजट पेश हुआ है और वहीं 7 फरवरी को रिजर्व बैंक ने पॉलिसी समीक्षा का एलान किया है. दोनों ही कदमों में आम लोगों की राहत मिली है. बजट में वित्त मंत्री ने लोगों को टैक्स में राहत दी और 12 लाख तक के टैक्स में छूट प्रदान की है. वहीं रिजर्व बैंक ने शुक्रवार से दरों में कटौती का सिलसिला शुरू कर दिया है और दरों में चौथाई फीसदी की कमी की है. संभावना है कि आज की बैठक में इन फैसलों के असर पर चर्चा हो और साथ ही अर्थव्यवस्था को गति देने के अन्य उपायों पर भी विचार किया जा सकता है|
कंपनी ने कर्मचारियों को दिए शानदार बोनस, 140 लोगों में बांटे 14 करोड़ रुपये
8 Feb, 2025 12:51 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
नई दिल्ली: तमिलनाडु के एक स्टार्टअप ने अपने कर्मचारियों को मालामाल कर दिया है। कंपनी ने अपने 140 कर्मचारियों को करोड़ों रुपये का बोनस दिया है। ऐसे में इस कंपनी के कर्मचारियों की 8 महीने पहले ही दिवाली हो गई है। कंपनी ने फाउंडर ने अपने कर्मचारियों से इस बोनस को देने का वादा किया था। अब उन्होंने अपना वादा पूरा कर कर्मचारियों की जेब भर दी है। उन्होंने कर्मचारियों को बोनस के रूप में 16.20 लाख डॉलर (करीब 14.22 करोड़ रुपये) दिए हैं।
इस कंपनी का नाम कोवई है। यह एआई स्टार्टअप है। इस कंपनी की स्थापना साल 2011 में सरवण कुमार ने की थी। वह इस कंपनी के सीईओ भी हैं। यह बोनस उन कर्मचारियों को मिलेगा है जिन्होंने 31 दिसंबर 2022 तक कंपनी में कम से कम तीन साल पूरे किए हैं। इन कर्मचारियों को सालाना सैलरी की आधी रकम बोनस के रूप में मिलेगी। पहले चरण में 80 से अधिक कर्मचारियों को उनकी जनवरी की सैलरी के साथ बोनस मिला है। बाकी कर्मचारियों को अगली सैलरी में बोनस मिल सकता है।
क्यों मिला इतना बोनस?
सरवण कुमार ने खुद बताया है कि उन्होंने बोनस के रूप में इतनी रकम क्यों दी। उन्होंने कहा कि कंपनी के प्रॉफिट में कर्मचारियों का हिस्सा होना चाहिए। उन्होंने कहा, 'मैं हमेशा से मानता रहा हूं कि कंपनी की सक्सेस और प्रॉफिट में योगदान देने वाले कर्मचारियों को पुरस्कृत किया जाना चाहिए।' उन्होंने कर्मचारियों को कैश के रूप में बोनस देने का फैसला लिया ताकि वे इसका इस्तेमाल अपनी इच्छानुसार कर सकें।
क्या करती है कंपनी?
कोवई एक आईटी कंपनी है। इसकी चेन्नई और यूके में भी ऑफिस हैं। कंपनी के कुल कर्मचारियों की संख्या 260 है। यह कंपनी बिजनेस-टू-बिजनेस (B2B) सास समाधान प्रदान करती है। कंपनी के ग्राहकों की लिस्ट में बीबीसी, बोइंग और शेल जैसी बड़ी कंपनियों का नाम शामिल है।
कोवई पूरी तरह से बूटस्ट्रैप्ड कंपनी है। कंपनी ने साल 2023 में 16 मिलियन डॉलर (करीब 140 करोड़ रुपये) का रेवेन्यू हासिल किया था। हाल ही में इसने बेंगलुरु स्थित कंपनी का अधिग्रहण किया है। सरवण कुमार की योजना साल 2030 तक कंपनी का रेवेन्यू 100 मिलियन डॉलर तक पहुंचाने की है।
आरबीआई के दर निर्धारण के बाद सेंसेक्स में भारी गिरावट
8 Feb, 2025 12:36 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
सेंसेक्स:घरेलू बाजारों में शुक्रवार सुबह उतार-चढ़ाव भरे कारोबार में सेंसेक्स और निफ्टी में गिरावट दर्ज की गई। कारोबार की शुरुआत सकारात्मक रुख के साथ करने के बाद बीएसई सेंसेक्स अपनी गति को आगे नहीं बढ़ा पाया और शुरुआती कारोबार में 87.32 अंक की गिरावट के साथ 77,970.84 पर आ गया। एनएसई निफ्टी 32.6 अंक फिसलकर 23,570.75 पर आ गया।
भारतीय रिजर्व बैंक की मौद्रिक नीति समिति के फैसले के बाद भारतीय शेयर बाजार में थोड़ी देर की बढ़त के बाद गिरावट दिखी। आरबीआई गवर्नर ने एमपीसी के फैसलों की घोषणा करते हुए रेपो रेट में 25 आधार अंकों की कटौती का एलान किया। इसके बाद प्रमुख बेंचमार्क सूचकांक शुरुआत कमजोरी के बाद हरे निशान पर लौटने में सफल तो रहे पर अपनी बढ़त को बरकरार नहीं रख पाए। दोपहर 2 बजकर 58 मिनट पर सेंसेक्स 481.96 (0.61%) गिरावट के साथ 77,576.20 के स्तर पर कारोबार करता दिखा। इससे पहले सेंसेक्स 550 अंकों तक फिसला। दूसरी ओर, निफ्टी 122.75 (-0.52%) अंक टूटकर 23,480.60 पर पहुंच गया |
इससे पहले, शुरुआती कारोबार में सेंसेक्स 87.32 अंक गिरकर 77,970.84 अंक पर पहुंच गया, जबकि निफ्टी 32.6 अंक गिरकर 23,570.75 अंक पर आ गया। इसी तरह शुरुआती कारोबार में रुपया अपने सर्वकालिक निम्नतम स्तर से 16 पैसे बढ़कर 87.43 प्रति डॉलर पर पहुंच गया। शेयर बाजार के आंकड़ों के मुताबिक विदेशी संस्थागत निवेशक (एफआईआई) बृहस्पतिवार को बिकवाल रहे और उन्होंने 3,549.95 करोड़ रुपये के शेयर बेचे।
ऐसी रही बाजार की चाल
घरेलू बाजारों में शुक्रवार सुबह उतार-चढ़ाव भरे कारोबार में सेंसेक्स और निफ्टी में गिरावट दर्ज की गई। कारोबार की शुरुआत सकारात्मक रुख के साथ करने के बाद बीएसई सेंसेक्स अपनी गति को आगे नहीं बढ़ा पाया और शुरुआती कारोबार में 87.32 अंक की गिरावट के साथ 77,970.84 पर आ गया। एनएसई निफ्टी 32.6 अंक फिसलकर 23,570.75 पर आ गया।
किसे फायदा-किसे नुकसान?
सेंसेक्स में सूचीबद्ध 30 कंपनियों में से पावरग्रिड, आईटीसी, स्टेट बैंक ऑफ इंडिया, नेस्ले, एचसीएल टेक, टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज, रिलायंस इंडस्ट्रीज और एशियन पेंट्स के शेयर सबसे अधिक गिरावट में रहे। टाटा स्टील, जोमैटो, अल्ट्राटेक सीमेंट और महिंद्रा एंड महिंद्रा अन्य के शेयर लाभ में रहे।
रुपया निचले स्तर से उबरा
भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) की मौद्रिक नीति की घोषणा से पहले रुपया शुक्रवार को शुरुआती कारोबार में अपने निचले स्तर से उबरकर 16 पैसे मजबूत होकर 87.43 प्रति डॉलर पर पहुंच गया। अंतरबैंक विदेशी मुद्रा विनिमय बाजार में रुपया डॉलर के मुकाबले 87.57 पर खुला और शुरुआती कारोबार में डॉलर के मुकाबले 87.43 पर पहुंच गया, जो पिछले बंद भाव से 16 पैसे की बढ़त दर्शाता है। रुपया गुरुवार को 16 पैसे की गिरावट के साथ अमेरिकी डॉलर के मुकाबले अपने सर्वकालिक निचले स्तर पर 87.59 पर बंद हुआ था।
रेलवे PSU ने ₹210 करोड़ की परियोजना के लिए सबसे कम बोली लगाई, 2 साल में 450% रिटर्न
8 Feb, 2025 11:50 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
रेलवे पीएसयू रेल विकास निगम लिमिटेड (आरवीएनएल) ने बड़ा अपडेट दिया है। एक्सचेंज फाइलिंग के मुताबिक, दक्षिण पूर्व रेलवे से 210 करोड़ रुपये के ऑर्डर के लिए आरवीएनएल सबसे कम बोली लगाने वाली कंपनी (एल1) बनकर उभरी है। सरकारी रेलवे कंपनी ने शुक्रवार (7 फरवरी) को बाजार बंद होने के बाद यह जानकारी दी है। शुक्रवार को शेयर (रेलवे पीएसयू स्टॉक) 1.89% की गिरावट के साथ 395.35 रुपये पर बंद हुआ।
आरवीएनएल ऑर्डर: ₹210 का ऑर्डर मिला
स्टॉक एक्सचेंज बीएसई की वेबसाइट पर उपलब्ध जानकारी के मुताबिक, कंपनी दक्षिण पूर्व रेलवे के तहत खड़गपुर-टाटानगर सेक्शन में इलेक्ट्रिक ट्रैक्शन सिस्टम को 1x25 केवी से 2x25 केवी में अपग्रेड करने के लिए सबसे कम बोली लगाने वाली कंपनी बनकर उभरी है। यह ऑर्डर 210,78,31,572.19 रुपये का है। कंपनी ने बताया कि यह कॉन्ट्रैक्ट 24 महीने में पूरा किया जाना है।
आपको बता दें कि रेलवे पीएसयू को इस सप्ताह मिला यह दूसरा बड़ा ऑर्डर है। इससे पहले 4 फरवरी को कंपनी को साउथ कोस्ट रेलवे से 404.4 करोड़ रुपये का ऑर्डर मिला था। इस परियोजना में टिकरी और भालुमास्का स्टेशनों के बीच पहुंच मार्ग का निर्माण, सुरक्षा कार्य और अन्य संबंधित कार्य शामिल हैं। आरवीएनएल ने कहा कि परियोजना के 30 महीने की समय सीमा के भीतर पूरा होने की उम्मीद है।
आरवीएनएल शेयर मूल्य
रेलवे पीएसयू के शेयर का 52-सप्ताह का उच्चतम स्तर 647 रुपये है, जो इसने 15 जुलाई 2024 को बनाया था। 52-सप्ताह का न्यूनतम स्तर 213 रुपये है। शेयर ने पिछले एक साल में 41 फीसदी, 2 साल में 450 फीसदी और 3 साल में 1034 फीसदी का शानदार रिटर्न दिया है। शेयर फिलहाल अपने रिकॉर्ड उच्च स्तर से 39 फीसदी नीचे है।
16.5 लाख तक की सैलरी पर ZERO टैक्स, आखिर क्या है इसके पीछे की कहानी, जाने पूरा कैलकुलेशन
7 Feb, 2025 05:03 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
हाल ही में बजट में वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने 12 लाख रुपये तक की आय पर टैक्स जीरो कर मध्यम वर्ग को बड़ा तोहफा दिया है। इसके तहत अगर आपकी टैक्सेबल इनकम 16.5 लाख रुपये तक है तो आपकी टैक्स देनदारी जीरो हो जाएगी। हालांकि, अगर आप हर निवेश और रीइम्बर्समेंट का अधिकतम सीमा तक इस्तेमाल करते हैं तो संभव है कि आपको 16.5 लाख रुपये तक की सैलरी पर टैक्स छूट मिल सकती है। आइए समझते हैं यह कैसे काम करता है।
साल की शुरुआत में अक्सर सैलरी स्ट्रक्चर में बदलाव का विकल्प होता है। आप खुद तय कर सकते हैं कि आपको रीइम्बर्समेंट में कितना पैसा चाहिए और टैक्सेबल सैलरी के तौर पर कितना पैसा। रीइम्बर्समेंट में कन्वेयंस, एलटीए, फूड-कूपन या एंटरटेनमेंट, इंटरनेट या फोन बिल और पेट्रोल जैसे विकल्प शामिल हैं। टैक्स बचाने में एचआरए अहम भूमिका निभाता है। आइए जानते हैं कि इन सबकी मदद से आप कैसे अपना टैक्स बचा सकते हैं।
लीव ट्रैवल अलाउंस से अपने ट्रैवल खर्च को कम करें
आप 4 साल में दो बार इसका लाभ उठा सकते हैं। इसके तहत आप कहीं घूमने जा सकते हैं और वहां जाने और वापस आने के किराए पर लीव ट्रैवल अलाउंस का लाभ उठा सकते हैं। आमतौर पर कंपनियां बेसिक सैलरी का करीब 10 फीसदी लीव ट्रैवल अलाउंस के तौर पर देती हैं। आम तौर पर कुल CTC का 50 फीसदी बेसिक सैलरी होती है। अगर आपकी कुल सैलरी 16.5 लाख रुपये है तो 8.25 लाख रुपये आपकी बेसिक सैलरी होगी और ऐसे में आपको करीब 82,500 रुपये लीव ट्रैवल अलाउंस मिलेगा।
अगर सालाना आधार पर औसत निकालें तो करीब 41,250 रुपये पर आपको टैक्स छूट मिलेगी। अगर आपकी सैलरी में लीव ट्रैवल अलाउंस शामिल नहीं है तो उसे शामिल करवा लें, ताकि आप इसका फायदा उठा सकें। ध्यान रहे, अगर आप 30 फीसदी स्लैब में आते हैं तो LTA की मदद से आप काफी पैसे बचा सकते हैं। यह कहना गलत नहीं होगा कि LTA की मदद से आपकी ट्रैवल टिकट 30 फीसदी सस्ती हो जाएंगी।
रिम्बर्समेंट जरूर लें
कई कंपनियों द्वारा कर्मचारियों को रिम्बर्समेंट के तौर पर कई चीजें दी जाती हैं। आइए एक-एक करके सभी के बारे में जानते हैं और समझते हैं कि आप कितने पैसे बचा सकते हैं।
कन्वेयंस रिम्बर्समेंट: इसके तहत आमतौर पर कंपनी से आपको 1-1.5 लाख रुपये तक का रिम्बर्समेंट मिल सकता है। मान लीजिए कि आपकी कंपनी आपको 1.5 लाख रुपये का कन्वेयंस रिम्बर्समेंट देती है, तो इतना पैसा आपके लिए नॉन-टैक्सेबल हो जाएगा।
इंटरनेट बिल: आज के समय में लगभग हर बिजनेस को इंटरनेट ब्रॉडबैंड की जरूरत होती है। आपको 700-1000 रुपये महीने में अच्छी स्पीड वाला इंटरनेट ब्रॉडबैंड मिल सकता है। ऐसे में कंपनी भी लगभग इतनी ही रकम रिम्बर्समेंट में देती है। अगर आपकी सैलरी में यह कंपोनेंट नहीं है, तो इसे सैलरी में शामिल करें और टैक्स छूट पाएं। मान लीजिए कि इसके तहत आप 1000 रुपये महीने यानी 12000 रुपये सालाना तक को नॉन-टैक्सेबल बना सकते हैं।
भोजन या मनोरंजन प्रतिपूर्ति: पहले यह प्रतिपूर्ति भोजन कूपन के रूप में दी जाती थी, जिसे अब आप अपने भोजन का बिल दिखाकर बदले में प्राप्त कर सकते हैं। इसके तहत कंपनी आमतौर पर लगभग 2000 रुपये प्रति माह यानी सालाना 24 हजार रुपये आसानी से दे देती है।
यूनिफॉर्म, ईंधन, किताबें और अन्य: अलग-अलग कंपनियां यूनिफॉर्म, ईंधन, किताबें, मैगजीन, पेपर आदि के नाम पर भी कुछ प्रतिपूर्ति देती हैं। अपनी कंपनी के एचआर से एक बार बात करें और पूछें कि क्या ये सुविधाएं वहां उपलब्ध हैं। अगर आपको ये प्रतिपूर्ति मिलती है, तो आप कुछ और पैसों पर टैक्स बचा पाएंगे। आम तौर पर इन सभी को मिलाकर आपको 3-4000 रुपये तक की प्रतिपूर्ति मिल सकती है। मान लें कि आपको 3000 रुपये प्रति माह की प्रतिपूर्ति मिलती है, तो भी आपको सालाना 36,000 रुपये पर टैक्स न देने का लाभ मिलेगा।
कटौतियों का भी लाभ उठाएं
नई कर प्रणाली में आपको आयकर अधिनियम के तहत कुछ कटौती भी मिलती है। आइए जानते हैं इनके बारे में।
1- सबसे पहले तो हर नौकरीपेशा व्यक्ति को 75,000 रुपये का स्टैंडर्ड डिडक्शन मिलता है। यानी आपकी सैलरी चाहे जितनी भी हो, बस बिना आंख बंद किए उसमें से 75,000 रुपये घटा दीजिए।
2- नियोक्ता के जरिए NPS में अंशदान लेकर आप 80CCD(2) के तहत टैक्स छूट पा सकते हैं। नई टैक्स व्यवस्था में निजी और सरकारी कंपनियों के कर्मचारी अपनी बेसिक सैलरी का 14 फीसदी तक NPS में निवेश कर सकते हैं। इस तरह अगर आपकी बेसिक सैलरी 8.25 लाख रुपये है तो आप इसके 14 फीसदी यानी 1,15,500 रुपये तक पर टैक्स छूट पा सकते हैं।
अब कैलकुलेशन समझिए
इस कैलकुलेशन के कुल 3 भाग हैं। पहला है रीइम्बर्समेंट। अगर आप ऊपर बताए गए सभी रीइम्बर्समेंट को जोड़ दें तो आपको कुल 2.22 लाख रुपये रीइम्बर्समेंट मिल सकता है। दूसरा भाग है डिडक्शन, जिसके तहत आपको कुल 1,90,500 रुपये डिडक्शन मिलेगा। इसके अलावा तीसरा हिस्सा लीव ट्रैवल अलाउंस है, जिसका लाभ आप 4 साल में सिर्फ दो बार ही उठा सकते हैं। तो अगर सालाना आधार पर औसत निकालें तो आपको करीब 41,250 रुपये पर टैक्स छूट मिलेगी। यानी आपकी सैलरी में से कुल 4,53,750 रुपये पर सीधे तौर पर टैक्स नहीं लगेगा।
आपकी सालाना सैलरी 16.5 लाख रुपये थी, जिसमें से 4,53,750 रुपये पर टैक्स नहीं लगेगा। इस तरह आपकी टैक्सेबल सैलरी में 11,96,250 रुपये की बचत हुई। नई टैक्स व्यवस्था में 12 लाख रुपये तक की टैक्सेबल इनकम पर टैक्स जीरो है
बाजार की हलचल में भी सोलर कंपनी की हुई बल्ले-बल्ले, शेयर में 5% से ज्यादा उछाल
7 Feb, 2025 04:38 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
अक्षय ऊर्जा क्षेत्र की अग्रणी कंपनी जेनसोल इंजीनियरिंग ने बड़ा अपडेट दिया है। शेयर बाजार को दी गई जानकारी में सोलर कंपनी ने बताया कि उसे गुजरात के प्रतिष्ठित खावड़ा आरई पावर पार्क में 245 मेगावाट की सोलर पीवी परियोजना के विकास के लिए एक प्रसिद्ध सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रम से अनुबंध मिला है। इस परियोजना की लागत 967.98 करोड़ रुपये है। बाजार में उतार-चढ़ाव के बीच शेयर (जेनसोल इंजीनियरिंग शेयर) 5.3 फीसदी की बढ़त के साथ 751.45 रुपये पर पहुंच गया।
इस महीने की शुरुआत में भी मिला था बड़ा ऑर्डर
एक्सचेंज फाइलिंग में सोलर कंपनी ने कहा कि यह कम समय में खावड़ा सोलर पार्क में जेनसोल की दूसरी बड़ी परियोजना जीत है, जो कंपनी की मजबूत बाजार उपस्थिति और कार्यान्वयन क्षमताओं को रेखांकित करती है। इस महीने की शुरुआत में कंपनी ने 275 मेगावाट के सोलर एनर्जी प्लांट के लिए 1062.97 करोड़ रुपये का ईपीसी अनुबंध हासिल किया था। इन दो महत्वपूर्ण परियोजनाओं के साथ, जेनसोल अब खावड़ा सोलर पार्क में 520 मेगावाट की सौर पीवी क्षमता विकसित करेगा, जो दुनिया का सबसे बड़ा हाइब्रिड अक्षय ऊर्जा पार्क बनने वाला है।
जेनसोल इंजीनियरिंग के एमडी और चेयरमैन अनमोल सिंह जग्गी ने कहा, "खावड़ा सोलर पार्क में ये लगातार ऑर्डर उच्च गुणवत्ता वाले, टिकाऊ ऊर्जा समाधान देने के लिए जेनसोल की प्रतिबद्धता का प्रमाण हैं। भारत ऊर्जा स्वतंत्रता की दिशा में एक उल्लेखनीय यात्रा पर है और अक्षय ऊर्जा इस परिवर्तन में सबसे आगे है। जेनसोल को इस राष्ट्रीय प्रयास में एक प्रमुख योगदानकर्ता होने पर गर्व है।"
जेनसोल इंजीनियरिंग
सोलर कंपनी के शेयर का 52-सप्ताह का उच्चतम स्तर 1,377.10 रुपये और न्यूनतम स्तर 634.45 रुपये रहा है। बाजार में गिरावट का असर शेयर पर देखा गया है। पिछले 3 महीनों में इसमें 11%, 6 महीनों में 21% और पिछले एक साल में 35% से अधिक की गिरावट आई है। हालाँकि, पिछले 2 वर्षों में इस शेयर ने 122% से अधिक का रिटर्न दिया है।
मार्केट क्लोजिंग अपडेट: निफ्टी 23,600 के नीचे बंद; मेटल और ऑटो शेयरों में भारी खरीदारी, RBI पॉलिसी पर बाजार में बना उतार-चढ़ाव
7 Feb, 2025 04:27 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
शेयर बाजार: केंद्रीय रिजर्व बैंक की मौद्रिक नीति के दिन शुक्रवार को घरेलू शेयर बाजारों में तेज उतार-चढ़ाव देखने को मिला। आरबीआई गवर्नर संजय मल्होत्रा ने रेपो रेट में 25 आधार अंकों की कटौती की है। इसके बाद बाजार में तेज उतार-चढ़ाव देखने को मिला। बाद में बेंचमार्क इंडेक्स निचले स्तरों से संभलता नजर आया। लेकिन क्लोजिंग गिरावट के साथ हुई। निफ्टी 43 अंक नीचे 22,559 पर बंद हुआ। सेंसेक्स 197 अंक नीचे 77,860 और निफ्टी बैंक 223 अंक नीचे 50,158 पर बंद हुआ। निफ्टी मिडकैप 100 150 अंकों की बढ़त के साथ 53,651 के स्तर पर बंद हुआ। निफ्टी स्मॉलकैप 100 44 अंकों की गिरावट के साथ 17014 के स्तर पर बंद हुआ।
निफ्टी पर ONGC -3%, ITC -2.5%, SBI -2% और ADANI PORTS -2% की गिरावट के साथ बंद हुए। निफ्टी पर टाटा स्टील +4%, भारती एयरटेल +3.5%, ट्रेंट +3% और हिंडाल्को +2% की बढ़त के साथ बंद हुए। बीएसई पर गॉडफ्रे फिलिप्स +20%, जेडएफ कमर्शियल +9%, चंबल फर्टिलाइजर्स +7% और वेलपसन कॉर्प +7% की बढ़त के साथ बंद हुए। वहीं, जुब्लैंट फार्मा -5%, लेमन ट्री -5%, बीईएमएल -4% और केपीआर मिल्स -3.5% की गिरावट के साथ बंद हुए।
सुबह सेंसेक्स 61 अंक बढ़कर 78,119 पर खुला। निफ्टी 46 अंक बढ़कर 23,649 और बैंक निफ्टी 102 अंक बढ़कर 50,484 पर खुला। सेंसेक्स कुछ देर के लिए 200 अंक ऊपर चला गया था, लेकिन फिर बाद में इसमें करीब 100 अंकों की गिरावट दर्ज की गई। करेंसी मार्केट में रुपया 11 पैसे मजबूत होकर 87.45 डॉलर पर खुला।
निफ्टी पर भारती एयरटेल, ब्रिटानिया, टाटा स्टील, अल्ट्राटेक सीमेंट, जेएसडब्ल्यू स्टील सबसे ज्यादा लाभ में रहे। पावर ग्रिड, एसबीआई, ओएनजीसी, आईटीसी, टीसीएस में गिरावट रही।
आरबीआई के नए गवर्नर संजय मल्होत्रा आज सुबह 10 बजे ब्याज दरों में कटौती का ऐलान कर सकते हैं। जी बिजनेस के पोल में 80 फीसदी एक्सपर्ट्स ने चौथाई फीसदी ब्याज दरों में कटौती की उम्मीद जताई है। कल वीकली एक्सपायरी पर एफआईआई ने कैश, इंडेक्स और स्टॉक फ्यूचर समेत 11200 करोड़ रुपये की भारी बिकवाली की, जबकि घरेलू फंड्स ने 2700 करोड़ रुपये के शेयर खरीदे।
ग्लोबल मार्केट्स से अपडेट
मजबूत शुरुआत के बाद उतार-चढ़ाव के बीच अमेरिकी बाजारों में मिलाजुला रुख रहा। डाउ 125 अंक गिरा, जबकि नैस्डैक लगातार तीसरे दिन 100 अंक चढ़कर दिन के उच्चतम स्तर पर बंद हुआ। गिफ्ट निफ्टी 23700 के नीचे सपाट बंद हुआ। जनवरी के रोजगार आंकड़ों से पहले, डाउ वायदा सुस्त था और निक्केई 100 अंकों की गिरावट के साथ बंद हुआ। जीवन के उच्चतम स्तर पर मुनाफावसूली के कारण सोना 10 डॉलर गिरकर 2880 डॉलर के करीब और चांदी 33 डॉलर के नीचे सपाट रही। घरेलू बाजार में सोना 100 रुपये गिरकर 84500 के नीचे और चांदी 400 रुपये फिसलकर 95500 पर बंद हुई। कच्चा तेल 74 डॉलर के करीब सुस्त रहा। आरबीआई के फैसले से पहले कमजोर विकास के बीच बैंक ऑफ इंग्लैंड ने ब्याज दर 25 आधार अंकों की कटौती कर साढ़े चार फीसदी कर दी है। बढ़ती महंगाई और व्यापार युद्ध के खतरों को लेकर चिंता जताई गई।
तीसरी तिमाही के नतीजे अपडेट
भारती एयरटेल, ब्रिटानिया और हीरो मोटो ने मजबूत नतीजे पेश किए जबकि आईटीसी, अपोलो टायर्स और ऑरो फार्मा का प्रदर्शन मिलाजुला रहा। बीएसई, रैमको सीमेंट्स, पीआई इंडस्ट्रीज और एनसीसी के नतीजे कमजोर रहे। आज निफ्टी में M&M के नतीजे जारी होंगे। F&O में एल्केम, LIC और ऑयल इंडिया समेत 6 नतीजों पर बाजार की नजर रहेगी।
RBI MPC Meet: इनकम टैक्स छूट के बाद महंगे लोन पर राहत मिलने की संभावना
6 Feb, 2025 01:52 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
आरबीआई : मौद्रिक नीति समिति (MPC) की बैठक बुधवार को मुंबई में शुरू हुई। इसमें लिए गए फैसलों की जानकारी शुक्रवार को मिलेगी। माना जा रहा है कि ब्याज दरों में पांच साल में पहली बार कटौती हो सकती है। आखिरी बार मई 2020 में ब्याज दरों में कमी की गई थी। तब RBI ने रेपो रेट को 4% कर दिया था। कोविड लॉकडाउन के दौरान इकॉनमी को सहारा देने के लिए यह कदम उठाया गया था। यूक्रेन युद्ध, सप्लाई चेन में रुकावट और वैश्विक कीमतों में बढ़ोतरी के कारण महंगाई बढ़ी। इसके बाद RBI ने ब्याज दरों में सात बार बढ़ोतरी की और इसे 6.5% तक पहुंचा दिया। फरवरी 2023 से ब्याज दरों में कोई बदलाव नहीं हुआ है।
अधिकांश अर्थशास्त्रियों का मानना है कि 25 बेसिस पॉइंट (bps) की कटौती हो सकती है। लेकिन कुछ इकनॉमिस्ट्स का कहना है कि अगर अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप टैरिफ को लेकर ऐसे ही धमकियां देते रहे तो रेपो रेट में कटौती जल्दबाजी होगी। इससे वित्तीय बाजार में उतार-चढ़ाव बढ़ सकता है। कम ब्याज दरों से रुपये पर भी दबाव पड़ सकता है। विदेशी निवेशकों के लिए अमेरिकी डेट ज्यादा आकर्षक हो सकता है।
क्या कहते हैं एक्सपर्ट्स
बैंक ऑफ बड़ौदा कहा कि अनिश्चितता ग्रोथ में जोखिम है। यह RBI को दरों में कटौती शुरू करने के लिए प्रेरित कर सकता है। दूसरी अर्थव्यवस्थाओं के लिए, दरों में कटौती पहले शुरू हो गई थी, जिससे उन्हें 'वेट एंड वॉच' अप्रोच के लिए समय मिल गया। उन्होंने कहा कि मैक्रो और जियो-पॉलिटिकल कारकों को संतुलित करते रेपो रेट में 25 बीपीएस की कटौती की गुंजाइश है।
इस नीतिगत बैठक में RBI के दो नए सदस्य गवर्नर संजय मल्होत्रा और डिप्टी गवर्नर एम. राजेश्वर राव शामिल हैं। मल्होत्रा ने हाल ही में 1.5 लाख करोड़ रुपये की नकदी डालने के उपायों की घोषणा की। इसे दरों में बदलाव का रास्ता साफ करने वाला कदम माना जा रहा है। दरों में कटौती के बावजूद नकदी की कमी से उधार लेने की लागत अधिक रह सकती है। सरकार ने ब्याज दरों में कटौती का समर्थन किया है। रेपो रेट वह दर होती है जिस पर RBI बैंकों को कर्ज देता है। इसमें कमी होने से बैंकों को सस्ता कर्ज मिलता है। इसका असर आम लोगों के लोन पर भी पड़ता है। लोन की EMI कम हो सकती है।
Railway PSU Stocks में गिरावट, एक्सपर्ट्स ने IRFC और IRCTC को लेकर दी राय
6 Feb, 2025 01:41 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
बजट 2025: घोषणाओं के बाद बाज़ार में निराशा रही, जिसका सबसे अधिक सामना रेलवे स्टॉक ने किया. रेलवे स्टॉक पिछले कई दिनों से स्ट्रगल फेज़ में हैं और कुछ नामी रेलवे स्टॉक तो 40% तक की गिरावट में हैं. IRFC, RVNL और IRCTC जैसे प्रमुख रेलवे स्टॉक में उल्लेखनीय गिरावट देखी गई.शेयर बाजार विशेषज्ञों का कहना है कि पिछले एक साल में उल्लेखनीय तेजी के बाद निवेशक रेलवे स्टॉक में मुनाफावसूली कर रहे हैं, जिससे शेयर की कीमतों में गिरावट आई है. मुनाफावसूली के अलावा, बढ़े हुए मूल्यांकन ने भी चिंता बढ़ा दी है| रेलवे सेक्टर में रिटेल इन्वेस्टर्स के पसंदीदा स्टॉक लेवल से क्रमशः 40 प्रतिशत और 37 प्रतिशत तक गिर चुके हैं. आईआरसीटीसी के शेयर भी हाई लेवल से 30 प्रतिशत नीचे हैं|रेलवे स्टॉक में जब रिकवरी आएगी तो कौन सा स्टॉक सबसे अधिक तेज़ी से रिकवर करेगा? इसके अलावा निवेशक यह भी सोच रहे हैं कि IRFC, RVNL और IRCTC में अगर पहले से पोज़ीशन है तो क्या करना चाहिए?
Rail Vikas Nigam Ltd
शेयरों में रुझान नकारात्मक है क्योंकि इस रेलवे स्टॉक में बजट के बाद भारी बिकवाली देखी जा रही है| बाजार विशेषज्ञ ने कहा कि क शेयरों में रुझान तभी बदलेगा जब यह 460 रुपये के स्तर को पार कर जाएगा, लेकिन यह स्तर मौजूदा कीमत से बहुत दूर है. फिलहाल यह 406 रुपए के लेवल पर ट्रेड कर रहा है.
Indian Railway Finance Corp Ltd
शेयरों में 229 रुपये के हाईएस्ट लेवल से तेज गिरावट देखी गई| बाजार विशेषज्ञ ने कहा कि IRFC के शेयर अब 130 रुपये से 140 रुपये के बीच कंसोलिडेट हो रहे हैं और इसका आधार 127 रुपये के आसपास है. IRFC के शेयर पर सलाह है कि इसे 125 रुपये के स्टॉप लॉस के साथ होल्ड करें|उन्होंने कहा कि शॉर्ट-टर्म के लिए IRFC के शेयर का टारगेट 150 रुपये है. एक बार जब IRFC के शेयर की कीमत 150 रुपये के स्तर को पार करती है तो नए खरीद की गति के साथ रैली जारी रहेगी. IRFC के शेयर के लिए अगला लक्ष्य मूल्य 165 रुपये और 170 रुपये हो सकता है.
Indian Railway Ctrng nd Trsm Corp Ltd
IRCTC के शेयरों पर बाजार IRCTC के शेयरों को तेजी जारी रखने के लिए 800 रुपये का स्तर छूना होगा. IRCTC के शेयर की कीमत 800 रुपये के स्तर को पार करते ही रेलवे के शेयरों में खरीदारी की गति वापस आ जाएगी और शेयर में बहुत तेजी आएगी.
Cognizant Q4 रिजल्ट्स: नेट इनकम में 2.1% बढ़ोतरी, भविष्य में मजबूती की उम्मीद
6 Feb, 2025 01:07 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
Cognizant Q4 Results: नैस्डेक पर लिस्टेड दिग्गज IT सर्विस प्रोवाइडर Cognizant ने साल 2024 की चौथी तिमाही के लिए अपने रेवेन्यू गाइडेंस को हासिल किया है। कंपनी ने 2025 के लिए 3.5% से 6% की रेवेन्यू ग्रोथ (कांस्टेंट करेंसी पर) का अनुमान लगाया है, जो 2024 की तुलना में मजबूत है और बेहतर बाजार स्थिति का संकेत है। कॉग्निजेंट जनवरी-दिसंबर का वित्त वर्ष फालो करता है।कंपनी की नेट इनकम 2.1 फीसदी बढ़कर 558 मिलियन डॉलर हो गई, जबकि 2023 की इसी तिमाही में यह 546 मिलियन डॉलर थी। जबकि इससे पिछली तिमाही 4.1 फीसदी कम थी।कंपनी के सीईओ रवि कुमार एस का कहना है, “मैं अपने कर्मचारियों के प्रति हमारी रणनीतिक प्राथमिकताओं और बेहतर एग्जीक्यूशन के प्रति उनकी प्रतिबद्धता के लिए बहुत आभारी हूँ, जिसने चौथी तिमाही में रेवेन्यू ग्रोथ को हमारे अपर गाइडेंस रेंज तक पहुंचाया। हमने साल को मोमेंटम के साथ समाप्त किया। साल के दौरान कंपनी ने रिकॉर्ड 29 बड़ी डील की।
चौथी तिमाही में बुकिंग्स में साल-दर-साल 11% की वृद्धि हुई। पिछले 12 महीनों के आधार पर, बुकिंग में साल-दर-साल 3% की बढ़ोतर रही और यह $27.1 बिलियन हो गई, जो लगभग 1.4 गुना का बुक-टू-बिल दर्शाता है। तिमाही के दौरान, कॉग्निजेंट ने दस बड़े सौदे किए, जिनकी कुल कॉन्ट्रैक्ट वैल्यू $100 मिलियन या उससे ज्यादा रही।कंपनी की CFO जतिन दलाल का कहना है, “हमारीप्रोग्राम के जरिए कॉस्ट स्ट्रक्चर में सुधार हुआ है, जो स्ट्रैटेजिक इन्वेस्टमेंट्स के साथ प्रॉफिटेबल ग्रोथ में मदद करेगा। 2025 के लिए हमारी शुरुआती गाइडेंस में 3.5% से 6% की रेवेन्यू ग्रोथ और 20-40 bps ऑपरेटिंग मार्जिन एक्सपेंशन शामिल है।”Q4 FY25 में कर्मचारियों की संख्या Q3 FY24 की तुलना में 3,300 घटकर 336,800 रही। Q3 में भी 6,500 की कमी दर्ज की गई थी। उनका कहना है, “हमने 2024 में AI-प्लेटफॉर्म्स और नई क्षमताओं में भारी निवेश किया, जिनमें Thirdera और Belcan का अधिग्रहण शामिल है। हमारा ध्यान ग्राहक-केंद्रितता, तेजी और इनोवेशन पर है, जिससे हम एंटरप्राइज-ग्रेड जनरेटिव एआई को अपनाने में अग्रणी हैं।”
किस रीजन में कैसी रही पर परफॉर्मेंस
उत्तर अमेरिका: 8.4% (YoY) ग्रोथ
यूरोप: 1.3% (YoY) ग्रोथ
बाकी विश्व: (YoY) ग्रोथ
अलग-अलग वर्टिकल की कैसी रही चाल
हेल्थ साइंसेज: 10.4% (YoY) ग्रोथ
फाइनेंशियल सर्विसेज: 2.8% (YoY) ग्रोथ
कम्युनिकेशन, मीडिया और टेक्नोलॉजी: 0.4% (YoY) ग्रोथ
प्रोडक्ट्स और रिसोर्सेज: 11.3% (YoY) ग्रोथ
टाटा ग्रुप के स्टॉक में निवेश का अवसर, टाइटन पर 20% का टारगेट
6 Feb, 2025 12:55 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
Tata Group Stock: टाटा ग्रुप की ‘जेम्स’ कही जाने वाली टाइटन कंपनी के स्टॉक में आगे अच्छा मूवमेंट देखने को मिल सकता है। दिसंबर तिमाही के नतीजों के बाद ज्यादातर ब्रोकरेज फर्म स्टॉक पर बुलिश हैं। उनका कहना है कि ज्वेलरी सेगमेंट से अच्छी ग्रोथ रही। हालांकि मार्जिन स्टेबल रहा है। दिसंबर तिमाही में कंपनी का नेट प्रॉफिट स्थिर रहा। जबकि, रेवेन्यू में 25.2 फीसदी की बढ़ोतरी दर्ज की गई। गुरुवार (6 फरवरी) के कारोबार में टाइटन के शेयर में शुरुआती कारोबार में 1 फीसदी से ज्यादा की गिरावट दर्ज की गई।
Titan: 20% तक अपसाइड के टारगेट
ब्रोकरेज फर्म एंटिक स्टॉक ब्रोकिंग (Antique Stock Broking) ने टाइटन पर BUY रेटिंग बरकरार रखी है। हालांकि टारगेट प्राइस 4,598 रुपये से घटाकर 4,184 रुपये कर दिया है। 5 फरवरी 2025 को शेयर 3490 पर बंद हुआ था। इस तरह मौजूदा भाव से स्टॉक आगे करीब 20 फीसदी का अपसाइड दिखा सकता है। एंटिक का कहना है कि Titan का 3QFY25 प्रदर्शन उम्मीदों के अनुरूप रहा। जिसमें ज्वेलरी रेवेन्यू में 26% (YoY) और EBIT में 15% (YoY) की बढ़ोतरी हुई। एडजस्टेड मार्जिन 11.2% रहा, जो 100 bps (YoY) नीचे था।
कस्टम ड्यूटी के चलते ज्वेलरी EBIT मार्जिन 272 bps (YoY) घटकर 9.5 फीसदी रहा। ज्वेलरी बिक्री में त्योहारी और वेडिंग सीजन में मजबूत मांग और सोने की बढ़ती कीमतों के चलते इजाफा हुआ। वेडिंग सीजन की बढ़ती डिमांड और ऊंची सोने की कीमतों से आने वाले समय में मजबूत ग्रोथ की उम्मीद है। हालांकि, बढ़ती प्रतिस्पर्धा और स्टडेड ज्वेलरी पर दबाव से मार्जिन में सुधार लिमिटेड रहा सकता है। एंटिक ने FY26-27E के लिए इनकम अनुमानों में 9%-10% की कटौती की गई है, जबकि FY25 के अनुमानों को बरकरार रखा गया है। ब्रोकरेज ने FY27 के आउटलुक पर 60x PER पर स्टॉक का वैल्यूएशन दिया है।नुवामा ने टाइटन पर खरीदारी की सलाह बनाए रखी है। हालांकि टारगेट प्राइस 4,182 रुपये से घटाकर 4,115 रुपये प्रति शेयर किया है।
ब्रोकरेज का कहना है कि Titan ने Q3FY25 में मजबूत वृद्धि दर्ज की। यह खासकर वेडिंग स्पेंडिंग और 22% सेम-स्टोर सेल्स ग्रेथ के चलते रही। EBIT मार्जिन में गिरावट रही। सोने की बढ़ती कीमतों, प्रोडक्ट मिक्स और प्रतिस्पर्धा से मार्जिन पर दबाव पड़ा। हालांकि, स्टडेड ज्वेलरी के अनुपात में कमी के बावजूद कोर-ज्वेलरी EBIT मार्जिन में मामूली गिरावट पॉजिटिव है।
नुवामा ने FY25E/26E के लिए रेवेन्यू अनुमान +0.2%/-9.1% जताया है। जबकि इसी अवधि में नेट प्रॉफिट का अनुमान -0.5%/+0.3% रखा है।मोतीलाल ओसवाल ने टाइटन पर 4,000 रुपये प्रति शेयर के टारगेट प्राइस के साथ खरीदारी की सलाह बरकरार रखी है। ब्रोकरेज का कहना है कि टाइटन की तीसरी तिमाही तिमाही की परफॉर्मेंस स्टेबल रही है।
ब्रोकरेज रिपोर्ट के मुताबिक, Titan अपने सोर्सिंग, स्टडेड ज्वेलरी रेश्यो, युवा-केंद्रित रणनीति और रीइन्वेस्टमेंट स्कीम में बेहतरीन प्रतिस्पर्धी स्थिति के चलते अन्य ब्रांडेड प्लेयर से आगे निकलता जा रहा है। ब्रांड रिकॉल और बिजनेस मॉडल दमदार है। इससे कंपनी को प्रतिस्पर्धात्मक में फायदा होता है। दिसंबर 2024 तक 3,240 स्टोर तक पहुंच गया। FY25 में लो स्टडेड ज्वेलरी मिक्स के चलते मार्जिन में कमी आई है। बढ़ती प्रतिस्पर्धा के बीच मार्जिन आउटलुक पर नजर रखना अहम होगा।ब्रोकरेज का कहना है कि हालांकि TTAN का वैल्यूएशन महंगा है, लेकिन इसका लंबी अवधि के लिए ग्रोथ ट्रैक और शानदार एक्जीक्यूशन रिकॉर्ड इसे एक आकर्षक निवेश ऑप्शन बनाता है।सेंट्रम ब्रोकिंग (Centrum Broking) ने भी टाइटन कंपनी पर 4,026 रुपये के टारगेट के साथ खरीदारी की सलाह बरकरार रखी है। ब्रोकरेज का कहना है कि टाइटन की परफॉर्मेंस अनुमान के मुताबिक रही। गोल्ड क्वाइन की बिक्री और लो स्टडेड मिक्स के चलते मार्जिन पर असर हुआ।
Titan: कैसी है शेयर की चाल
टाइटन कंपनी के शेयर में गुरुवार को हरे निशान में 3495 पर कारोबार शुरू हुआ। हालांकि, थोड़ी देर में ही शेयर में बिकवाली हुई और यह करीब 2 फीसदी तक टूट गया। टाइटन की लॉन्ग टर्म परफॉर्मेंस देखें तो बीते 5 साल का रिटर्न 170 फीसदी है। जबकि बीते 2 साल में 38 फीसदी की तेजी दिखाई है। सालभर का रिटर्न सपाट रहा है। BSE पर स्टॉक का 52 हफ्ते का हाई 3,866 और लो 3,059 है। कंपनी का मार्केट कैप 3.04 लाख करोड़ रुपये से ज्यादा है।
Titan: कैसे रहे Q3 नतीजे
सीमा शुल्क में कटौती के चलते टाइटन कंपनी का चालू वित्त वर्ष की तीसरी तिमाही के दौरान शुद्ध लाभ लगभग स्थिर रहा। इस तिमाही में इसका परिचालन राजस्व पिछले वर्ष की तुलना में 25.2 फीसदी बढ़कर 17,740 करोड़ रुपये हो गया जबकि शुद्ध लाभ 1,047 करोड़ रुपये रहा। तिमाही आधार पर इसके शुद्ध लाभ में 48.7 प्रतिशत का इजाफा हुआ जबकि राजस्व 22.1 प्रतिशत बढ़ा।
दिसंबर में समाप्त तिमाही के दौरान पिछले साल के मुकाबले 5.9 फीसदी बढ़कर 1,802 करोड़ रुपये हो गया। इस दौरान तनिष्क की मालिक की आभूषण कारोबार से आय पिछले वर्ष की इसी तिमाही की तुलना में एकल आधार पर 26 फीसदी बढ़कर 14,697 करोड़ रुपये हो गई।
अक्टूबर-दिसंबर 2024 तिमाही के दौरान कंपनी के भारतीय कारोबार में 25 फीसदी की वृद्धि हुई। घड़ियों और वियरेबल वस्तुओं के कारोबार में उसने 1,128 करोड़ रुपये की आय दर्ज की जो पिछले वर्ष की इसी तिमाही की तुलना में 15 प्रतिशत अधिक है। इस दौरान घरेलू कारोबार में 14 प्रतिशत की वृद्धि हुई।
शेयर बाजार में बढ़त, चौथे दिन सेंसेक्स 242 अंकों की बढ़त के साथ खुला
6 Feb, 2025 12:46 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
मुंबई: आज गुरुवार, 6 फरवरी को घरेलू शेयर बाजार लगातार चौथे दिन हरे निशान पर खुला है। BSE सेंसेक्स 242.08 अंक यानी 0.31% की बढ़त के साथ 78,513.36 के स्तर पर कारोबार शुरू किया। वहीं, NSE निफ्टी-50 भी 65.65 अंक यानी 0.28% की तेजी के साथ 23,761.95 के स्तर पर कारोबार शुरू किया। शेयर मार्कट में लगातार चौथी दिन जारी तेजी के पीछे एक कारण यह भी है कि इंवेस्टर्स इस समय रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया के फैसले का बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं। RBI कल यानी की शुक्रवार को अपनी मौद्रिक नीति की घोषणा करेगा। उम्मीद की जा रही है कि इस बार आरबीआई ब्याज दरों में कटौती का ऐलान कर सकता है।
वहीं, आज रुपया शुरुआती कारोबार में 12 पैसे की गिरावट के साथ अमेरिकी डॉलर के मुकाबले अपने सर्वकालिक निचले स्तर 87.55 पर पहुंच गया। बीते दिन यानी बुधवार के कारोबारी सत्र में शेयर बाजार नुकसान के साथ बंद हुआ। कारोबार के अंत में सेंसेक्स 312 अंक या 0.40 प्रतिशत गिरकर 78,271 और निफ्टी 42 अंक या 0.18 प्रतिशत गिरकर 23,696 पर बंद हुआ था।
हाइब्रिड कारों के 5 बड़े फायदे जान गए, तो पेट्रोल-डीजल लगेंगी बेकार
5 Feb, 2025 06:59 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
Hybrid cars पेट्रोल और डीजल वाहनों से बढ़ते प्रदूषण और ईंधन की बढ़ती कीमतों के बीच हाइब्रिड कारें ग्राहकों के लिए एक बेहतरीन विकल्प बन रही हैं। ये वाहन पारंपरिक ईंधन और इलेक्ट्रिक पावर दोनों का इस्तेमाल करते हैं, जिससे न केवल माइलेज बेहतर होती है बल्कि पर्यावरण को भी कम नुकसान होता है।
यहां हम आपको हाइब्रिड कारों की पांच बड़ी खूबियों के बारे में बताने जा रहे हैं, जिन्हें जानने के बाद आपका पेट्रोल और डीजल कारों से मोहभंग हो जाएगा।
ईंधन की बचत और ज्यादा माइलेज
हाइब्रिड कारों में पारंपरिक पेट्रोल-डीजल इंजन के साथ इलेक्ट्रिक मोटर का भी इस्तेमाल होता है। कम स्पीड पर हाइब्रिड कारें इलेक्ट्रिक मोटर पर चलती हैं, जिससे ईंधन की खपत कम होती है और माइलेज बढ़ता है। आमतौर पर हाइब्रिड कार पेट्रोल से चलने वाली कार से 20-30% ज्यादा माइलेज दे सकती है।
कम उत्सर्जन और पर्यावरण के अनुकूल
चूंकि हाइब्रिड वाहन इंजन के साथ इलेक्ट्रिक पावरट्रेन का इस्तेमाल करते हैं, इसलिए वे पारंपरिक कारों की तुलना में कम कार्बन उत्सर्जित करते हैं। इससे हवा की गुणवत्ता में सुधार होता है और ग्लोबल वार्मिंग जैसी वैश्विक समस्याओं से निपटने में भी मदद मिलती है।
आसान ड्राइविंग अनुभव
इलेक्ट्रिक मोटर की वजह से हाइब्रिड कारें बेहद आसान और शांत ड्राइविंग अनुभव देती हैं। इसमें इंजन का शोर कम होता है, जिससे यात्रा अधिक आरामदायक होती है।
ऑटोमैटिक रीजेनरेटिव ब्रेकिंग
हाइब्रिड कारों में रीजेनरेटिव ब्रेकिंग सिस्टम होता है, जो ब्रेक लगाने पर बैटरी को चार्ज करता है। यह तकनीक कार की ऊर्जा बचाने में मदद करती है और बैटरी की लाइफ बढ़ाती है।
कम रखरखाव और लंबी लाइफ
हाइब्रिड कारों में इंजन का कार्यभार कम होने के कारण इनका रखरखाव पारंपरिक वाहनों की तुलना में कम होता है। इससे इनके पार्ट्स की लाइफ भी बढ़ जाती है।
भारत में हाइब्रिड कारों का भविष्य क्या है?
इलेक्ट्रिक वाहनों को बढ़ावा देने के साथ ही सरकार हाइब्रिड कारों को भी एक अच्छे विकल्प के तौर पर देख रही है। हाल ही में कई ऑटोमोबाइल कंपनियों ने भारत में हाइब्रिड मॉडल लॉन्च किए हैं, जिससे ग्राहकों के लिए और भी विकल्प उपलब्ध हो गए हैं। अगर क्लीन मोबिलिटी को बढ़ावा दिया जाता है तो आने वाले सालों में हाइब्रिड कारों की मांग और बढ़ेगी।