व्यापार
भारत, अमेरिका का 500 अरब डॉलर का व्यापार लक्ष्य
14 Feb, 2025 12:17 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
वाशिंगटन । भारत और अमेरिका ने 2030 तक वार्षिक द्विपक्षीय व्यापार को 500 अरब अमेरिकी डॉलर तक पहुंचाने की घोषणा की है। इस उद्देश्य को पाने के लिए दोनों देशों ने पहले चरण के रूप में पारस्परिक रूप से लाभकारी व्यापार समझौते को पूरा करने का समझौता किया है। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने भारत पर जवाबी शुल्क लगाने के लिए चेतावनी दी है। व्हाइट हाउस में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की मेजबानी के दौरान दोनों नेताओं ने शुल्क से संबंधित मुद्दों पर चर्चा की और 21वीं सदी के लिए यूएस-इंडिया कॉम्पैक्ट शुरू करने का निर्धारित किया। इससे भारत को अमेरिका से अधिक तेल और गैस आयात करने में सुविधा होगी और द्विपक्षीय व्यापार में वृद्धि होगी। मोदी ने घोषणा की कि वे ऊर्जा सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए तेल और गैस व्यापार को मजबूत करेंगे। दोनों नेताओं ने द्विपक्षीय व्यापार बाधाओं को दूर करने के लिए आपसी प्रतिबद्धता जाहिर की और मिशन 500 को शुरू करने की घोषणा की। भारतीय और अमेरिकी कंपनियों के लिए नए निवेश के अवसरों को बढ़ाने का भी संकल्प जताया गया है। इस समझौते से दोनों देशों के बीच एक नया दौर आरंभ हुआ है जिससे दोनों की आर्थिक संबंधों में मजबूती आएगी।
अडानी ग्रुप ने श्रीलंका में 3800 करोड़ के विंड पावर प्रोजेक्ट से हाथ खींचा
14 Feb, 2025 11:18 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
मुंबई । अडानी ग्रुप ने श्रीलंका में आयोजित होने वाले 3800 करोड़ रुपए के विंड पावर प्रोजेक्ट से हाथ खींच लिया है। अडानी ग्रुप ने अपने पत्र में सरकार के साथ किसी अनबन की अदालत के आलम बताया है। पहले श्रीलंका सरकार और ग्रुप के बीच बिजली खरीद समझौते में इकरार था, लेकिन उसे रद्द कर दिया गया था। अब कंपनी ने उस प्रोजेक्ट से हटने का निर्णय लिया है। यहां यह भी उज्ज्वलता मिलती है कि अडानी ग्रुप भविष्य में भी श्रीलंका सरकार के साथ भारतीय उद्यमिता क्षेत्र में विकास के लिए काम करने को तैयार है। इस नए संबंध के साथ, ग्रुप का उद्देश्य है कि वह इस सूचना के अनुसार नराजगी को दूर करेगा और समर्थन के साथ यह फैसला लिया जाएगा। अडानी ग्रुप का ध्यान रखते हुए, यह निर्णय उच्च स्तर की व्यवस्था, स्विच मैनेजमेंट और उत्कृष्ट समर्थन के साथ लिया गया है। यह प्रोजेक्ट को छोड़ने का निर्णय ग्रुप के लिए जोरदार संकेत है कि वह उद्यमिता क्षेत्र में दृढ़ मजबूती के साथ आगे बढ़ने को देख रहा है।
मेहुल चोकसी की 13 संपत्तियां नीलाम करेगा बैंक, कोर्ट से मिली मंजूरी
14 Feb, 2025 10:19 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
मुंबई । मुंबई की स्पेशल कोर्ट ने भगोड़े हीरा व्यापारी मेहुल चोकसी की कंपनी, गीतांजलि जेम्स लिमिटेड की 13 संपत्तियों की नीलामी की अनुमति दे दी। इसमें मुंबई के खासकर्ता इलाके में उनके फ्लैट्स, कमर्शियल यूनिट्स, और दुकान भी शामिल हैं। धन शोधन निवारण अधिनियम (पीएमएलए) से संबंधित मामलों की सुनवाई कर रहे स्पेशल कोर्ट के जस्टिस ने याचिका को स्वीकार करते हुए बताया कि संपत्तियों को बिना मेनटेनेंस के खाली रखने से उनकी मूल्य कम हो सकती है। नीलामी से मिले पैसों से सभी खर्चों को घटाकर वैल्यूएशन/ऑक्शन के लिए फंड जमा किया जाएगा। ईडी के स्पेशल पब्लिक प्रॉसिक्यूटर ने शुक्रवार को कहा कि एजेंसी को नीरव मोदी और मेहुल चोकसी के द्वारा किए गए फर्जी दावों के अभियोग पर कोई आपत्ति नहीं है। यह फ्रॉड भारतीय बैंकों के विदेशी शाखाओं के पक्ष में जारी किए गए फर्जी दस्तावेजों के आधार पर हुआ था। कमेटी ऑफ क्रेडिटर्स (सीओसी) ने अप्रैल, 2019 में एक प्रस्ताव के जरिए लिक्विडेशन प्रक्रिया शुरू की थी और लिक्विडेटर के रूप में शांतनु रे को नियुक्त किया गया था। स्पेशल कोर्ट ने पिछले साल सितंबर में लिक्विडेटर को गीतांजलि जेम्स की संपत्तियों का वैल्यूएशन करने की अनुमति दी थी और अब उन्होंने असुरक्षित संपत्तियों की नीलामी के लिए कोर्ट का समर्थन प्राप्त किया है।
आईआरसीटीसी की हो रही तगड़ी कमाई, साल-दर-साल बढ़ रहा मुनाफा
13 Feb, 2025 11:00 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
नई दिल्ली। भारतीय रेलवे के लिए टिकटिंग से लेकर केटरिंग तक की सुविधा मुहैया कराने वाली कंपनी आईआरसीटीसी ने कारोबारी साल 2025 की दिसंबर तिमाही के नतीजे जारी कर दिए हैं। दिसंबर तिमाही के दौरान कंपनी की आय ग्रोथ मजबूत रही और मुनाफे में भी सुधार देखने को मिला है। नतीजों में कंपनी द्वारा दी जानकारी से पता चलता है कि आईआरसीटीसी ने तीन महीने में रेल नीर ब्रांड बेच कर करोड़ों की कमाई की है। अक्तूबर-दिसंबर तिमाही के दौरान कंपनी को रेल नीर से 96.35 करोड़ रुपये की कमाई हुई है, जबकि पिछले कारोबारी साल की समान तिमाही में यह आंकड़ा करीब 84.76 करोड़ रुपये था। कारोबारी साल 2025 में दिसंबर तक 9 महीने में कंपनी ने रेल नीर से कुल 298 करोड़ रुपये की कमाई की है। इस दिसंबर तिमाही में रेल नीर से कुल 11.86 करोड़ रुपये का मुनाफा हुआ है।
मुनाफे का रेश्यो 40:60 तय किया
दरअसल, रेलवे बोर्ड ने पब्लिक-प्राइवेट पार्टनरशिप मॉडल के तहत रेल नीर प्लांट्स के लिए मुनाफे का रेश्यो 40:60 तय किया है। वहीं, डिपार्टमेंट की ओर से चलाए जा रहे प्लांट्स के लिए यह रेश्यो 15:85 है। आईआरसीटीसी ने 2012 के बाद से रेल नीर ब्रांड से बेचे जाने वाले पानी के बोतल के दाम में कोई बदलाव नहीं किया है।
बढ़ गया मुनाफा
वहीं, 11 फरवरी को जारी दिसंबर तिमाही के नतीजे में कंपनी ने बताया है कि साल-दर-साल आधार पर कंसोलिडेटेड मुनाफा 13.7 प्रतिशत बढ़कर 341 करोड़ रुपये पर पहुंच गया है। पिछले कारोबारी साल दिसंबर तिमाही में कंपनी ने 300 करोड़ रुपए का मुनाफा दर्ज किया था। इस दौरान कंपनी की आय भी साल-दर-साल आधार पर 1,115.5 करोड़ रुपये से 10 प्रतिशत बढ़कर 1,224.7 करोड़ रुपये पर पहुंच गया है।
Vespa का नया 125cc स्कूटर, स्टाइल और प्रदर्शन में दमदार
13 Feb, 2025 01:45 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
वेस्पा| भारत में अपनी 2025 स्कूटर रेंज लॉन्च कर दी है, जिसकी कीमत 1.32 लाख रुपए से शुरू होती है. फिलहाल, ब्रांड ने केवल अपने 125cc मॉडल के लिए कीमतें अनाउंस की हैं, जो चार वेरिएंट में अवेलेबल हैं.इसके बेस वेरिएंट की कीमत 1.32 लाख रुपए है, जबकि टॉप-एंड 'S Tech' वेरिएंट की कीमत 1.96 लाख रुपए है. यानी बेस और टॉप वेरिएंट के बीच 64,000 रुपए का अंतर है.|
वेरिएंट्स और फीचर्स
वेस्पा ने अपने आइकोनिक स्कूटर लाइन-अप के इंजन और फीचर्स को अपडेट किया है. ओवरऑल डिजाइन में भी थोड़े बदलाव किए गए हैं और अब वेरिएंट के आधार पर कस्टमर्स को कई नए कलर का ऑप्शन दिया गया हैं.
वेस्पा 125 का बेस मॉडल 7 कलर में अवेलेबल है, जिसमें वर्डे अमाबिले, रोसो रेड, पर्ल व्हाइट, नीरो ब्लैक एजुरो प्रोवेन्जा, ब्लू और पर्ल व्हाइट, और ऑरेंज और पर्ल व्हाइट शामिल हैं.
Rail Neer की बिक्री से IRCTC ने कमा डाले करोड़ों रुपये, 12 साल से दाम नहीं बढ़े
13 Feb, 2025 01:38 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
भारतीय रेल| टिकटिंग से लेकर केटरिंग तक की सुविधा मुहैया कराने वाली कंपनी IRCTC ने कारोबारी साल 2025 की दिसंबर तिमाही के नतीजे जारी कर दिए हैं. दिसंबर तिमाही के दौरान कंपनी की आय ग्रोथ मजबूत रही और मुनाफे में भी सुधार देखने को मिला है. नतीजों को लेकर कंपनी की ओर से दी गई जानकारी से पता चलता है कि IRCTC ने तीन महीने में Rail Neer ब्रांड के तहत केवल पानी की बोतल से कितनी कमाई की है. 11 फरवरी को जारी दिसंबर तिमाही के नतीजे में कंपनी ने बताया है कि साल-दर-साल आधार पर कंसोलिडेटेड मुनाफा 13.7% बढ़कर 341 करोड़ रुपये पर पहुंच गया है|
पिछले कारोबारी साल दिसंबर तिमाही में कंपनी ने 300 करोड़ रुपये का मुनाफा दर्ज किया था. इस दौरान कंपनी की आय भी साल-दर-साल आधार पर 1,115.5 करोड़ रुपये से 10% बढ़कर 1,224.7 करोड़ रुपये पर पहुंच गया है|
नतीजे के बाद कैसा रहा शेयर?
नतीजे जारी होने के अगले दिन यानी IRCTC शेयर करीब 0.8% की बढ़त के साथ 757.40 रुपये प्रति शेयर के भाव पर बंद होने में कामयाब रहा. इस दिन इंट्राडे में इस स्टॉक ने 722.05 रुपये प्रति शेयर का निचला स्तर बनाया. लेकिन, बाजार में निचले स्तरों से रिकवरी के साथ यह भी 765.70 रुपये प्रति शेयर के स्तर तक पहुंचने में कामयाब रहा. IRCTC का 52-हफ्तों का ऊपरी स्तर 1,138.90 रुपये और 52-हफ्तों का निचला स्तर 722.05 रुपये प्रति शेयर पर है|
Rail Neer से IRCTC की कितनी कमाई?
अक्टूबर - दिसंबर तिमाही के दौरान कंपनी को रेल नीर से 96.35 करोड़ रुपये की कमाई हुई है. इसके पिछले कारोबारी साल कि समान तिमाही में यह आंकड़ा करीब 84.76 करोड़ रुपये था. कारोबारी साल 2025 में दिसंबर तक 9 महीने में कंपनी ने रेल नीर से कुल 298 करोड़ रुपये की कमाई की है. IRCTC ने बताया कि इस दिसंबर तिमाही में रेल नीर से कुल 11.86 करोड़ रुपये का मुनाफा हुआ है|
शेयरहोल्डर्स को डिविडेंड भी देगी कंपनी
तीसरी तिमाही के नतीजों के साथ कंपनी ने शेयरहोल्डर्स के लिए दूसरे अंतरिम डिविडेंड का भी एलान किया है. IRCTC ने बोर्ड से 3 रुपये प्रति शेयर के भाव पर अंतरिम डिविडेंड के प्रस्ताव को मंजूरी दी है. ये अंतरिम डिविडेंड 2 रुपये प्रति शेयर के फेस वैल्यू पर 150% है. इसके लिए 20 फरवरी 2025 को रिकॉर्ड डेट भी तय किया गया है|
सूर्य घर मुफ्त बिजली योजना का एक साल पूरा, 8.46 लाख घरों को मिला फायदा
13 Feb, 2025 01:28 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
सूर्य| घर मुफ्त बिजली योजना को आज एक साल पूरा हो गया है। आज से ठीक 1 साल पहले 13 फरवरी 2024 को इस योजना की शुरुआत हुई थी। इसके तहत 1 करोड़ घरों को 300-300 यूनिट मुफ्त बिजली मिलती है।इस योजना के तहत रूफ टॉप सोलर पैनल लगाने वाले एक करोड़ परिवारों को 15 हजार रुपए की सालाना आमदनी भी होती है। सरकार के अनुसार 27 जनवरी 2025 तक 8.46 लाख घरों को इस योजना का फायदा मिल चुका है।
सोलर प्लांट लगाने में कितना खर्च आएगा? इस योजना में हर परिवार के लिए 2 KW तक के सोलर प्लांट की कॉस्ट का 60% पैसा सब्सिडी के रूप में अकाउंट में आएगा। वहीं अगर कोई 3 KW का प्लांट लगाना चाहता है तो अतिरिक्त एक 1 KW के प्लांट पर 40% सब्सिडी मिलेगी। 3 KW का प्लांट लगाने में करीब 1.45 लाख रुपए की लागत आएगी। उसमें से 78 हजार रुपए की सब्सिडी सरकार देगी। बचे हुए 67,000 रुपए के लिए सस्ते बैंक लोन की व्यवस्था सरकार ने की है। बैंक रेपो रेट से केवल 0.5% ज्यादा ही ब्याज वसूल सकेंगे।
सोलर प्लांट लगाने के लिए क्या करना होगा? योजना के लिए सरकार ने लॉन्च किया है। इसे लगवाने के लिए कंज्यूमर पोर्टल पर जाकर आवेदन कर सकते हैं। यहां आपको अपना कंज्यूमर नंबर, नाम, पता और कितनी कैपेसिटी का प्लांट लगाना है जैसी जानकारियां भरनी होंगी। डिस्कॉम कंपनियां इन डिटेल्स को वेरिफाई करेंगी और प्रोसेस आगे बढ़ाएंगी। पोर्टल पर कई सारे वेंडर पहले से रजिस्टर्ड हैं जो सोलर पैनल लगाते हैं। आप अपने हिसाब से कोई भी वेंडर चुन सकते हैं। पैनल लगने के बाद डिस्कॉम नेट मीटरिंग इंस्टॉल करेगी।
योजना के लिए जरूरी दस्तावेज
आधार कार्ड
निवास प्रमाणपत्र
बिजली का बिल
आय प्रमाण पत्र
मोबाइल नंबर
बैंक पासबुक
पासपोर्ट साइज फोटो
राशन कार्ड
सोलर प्लांट लगने के बाद सब्सिडी कैसे मिलेगी? जब सोलर प्लांट लग जाएगा और डिस्कॉम नेट मीटरिंग इंस्टॉल कर देगी तो इसका प्रमाण और सर्टिफिकेट पोर्टल पर अपलोड किया जाएगा। इसके बाद सरकार कंज्यूमर के अकाउंट में DBT के तहत सब्सिडी की पूरी राशि ट्रांसफर कर देगी।
क्या इस योजना में 300 यूनिट बिजली फ्री मिलेगी? 1 KW का सोलर प्लांट रोजाना करीब 4-5 यूनिट बिजली बनाता है। ऐसे में अगर आप 3 KW का प्लांट लगाते हैं तो रोजाना करीब 15 यूनिट बिजली बनेगी। यानी महीने में 450 यूनिट। आप इस बिजली का इस्तेमाल कर सकते हैं। बची हुई बिजली नेट मीटरिंग के जरिए वापस चली जाएगी और आपको इस बिजली का पैसा भी मिलेगा। सरकार का कहना है कि साल में करीब 15,000 रुपए आप इस बिजली से कमा सकते हैं।
Share Market Turmoil: छह दिनों की गिरावट से मार्केट में भूचाल, निवेशकों के 18 लाख करोड़ रुपये स्वाहा
13 Feb, 2025 01:13 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
Share Market Crash: पिछले छह कारोबारी सत्रों में भारतीय शेयर मार्केट में भारी गिरावट देखने को मिली है, जिससे निवेशकों के करीब 18 लाख करोड़ रुपये डूब चुके हैं. वैश्विक अनिश्चितताओं, विदेशी निवेशकों की बिकवाली और आर्थिक चिंताओं के चलते मार्केट में भारी उतार-चढ़ाव जारी है. इस गिरावट के कारण बीएसई सेंसेक्स 3.07% कमजोर हो चुका है|
सेंसेक्स 76,000 के करीब, आखिरी घंटे में दिखी रिकवरी
बुधवार को सेंसेक्स कारोबार के दौरान 905 अंक तक टूट गया, लेकिन आखिरी घंटे में बैंकिंग शेयरों में सुधार से कुछ रिकवरी देखने को मिली. इसके बावजूद, इंडेक्स 122.52 अंक यानी 0.16% गिरकर 76,171.08 पर बंद हुआ|
छह दिनों में सेंसेक्स में 2,400 अंकों की गिरावट
अगर पिछले छह दिनों के आंकड़ों पर नजर डालें तो सेंसेक्स 2,412.73 अंक टूट चुका है, जो निवेशकों के लिए चिंता का विषय है. इस गिरावट का सीधा असर मिडकैप और स्मॉलकैप शेयरों पर भी पड़ा है, जिससे मार्केट में दहशत का माहौल बना हुआ है|
आगे क्या? निवेशकों को क्या करना चाहिए?
विशेषज्ञों का मानना है कि यह गिरावट निवेशकों के लिए एक मौका भी हो सकता है. लॉन्ग टर्म इन्वेस्टर्स को घबराने के बजाय मजबूत फंडामेंटल वाले स्टॉक्स में खरीदारी करनी चाहिए. हालांकि, मार्केट में और गिरावट की संभावना से इनकार नहीं किया जा सकता है, इसलिए सतर्क रहना जरूरी है,गौरतलब है कि भारतीय शेयर मार्केट में जारी गिरावट ने निवेशकों को बड़ा झटका दिया है. हालांकि, मार्केट में उतार-चढ़ाव एक सामान्य प्रक्रिया है, और लंबी अवधि में मजबूत आर्थिक संकेतकों के चलते रिकवरी की उम्मीद की जा सकती है|
फार्मा स्टॉक तिमाही नतीजों के बाद हुआ बुरी तरह लुढ़का
13 Feb, 2025 12:41 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
फार्मा| सेक्टर की कंपनी नाटको फार्मा के शेयर गुरुवार को इंट्राडे ट्रेड में 19% तक लुढ़क गए। कंपनी के शेयरों में यह गिरावट दिसंबर तिमाही के कमजोर नतीजों के चलते आई है।नाटको फार्मा ने बुधवार को अपने दिसंबर तिमाही के नतीजों का ऐलान किया। कंपनी ने बताया कि वित्त वर्ष 2024-25 की तीसरी तिमाही में उसका मुनाफा सालाना आधार पर 37.75% घटकर 132.4 करोड़ रुपये रह गया। एक साल पहले की इसी तिमाही में यह 212.7 करोड़ रुपये था।नाटको फार्मा का ऑपरेशंस से कंसॉलिडेटिड रेवेन्यू दिसंबर तिमाही में 37.4% की गिरावट के साथ 474.8 करोड़ रुपये पर आ गया। एक साल पहले की इसी तिमाही में यह 758.6 करोड़ रुपये था।
नाटको फार्मा के मुनाफे में कमी की वजह?
कमाई में गिरावट के पीछे एक प्रमुख कारक निर्यात फॉर्मूलेशन बिजनेस में गिरावट है। यह कंपनी का सबसे अधिक रेवेन्यू पैदा करने वाला सेगमेंट हैं।दिसंबर तिमाही में निर्यात फॉर्मूलेशन से रेवेन्यू लगभग आधा होकर ₹285.8 करोड़ हो गया। यह एक साल पहले की इसी तिमाही में 605.6 करोड़ रुपये था। हालांकि, कंपनी का घरेलू फॉर्मूलेशन रेवेन्यू पिछले साल की इसी तिमाही में ₹994 करोड़ के मुकाबले ₹961 करोड़ पर काफी हद तक स्थिर था।
19% तक लुढ़का नाटको फार्मा का स्टॉक
दिसंबर तिमाही के नतीजों की घोषणा के बाद बीएसई पर नैटको फार्मा का शेयर 18.95% गिरकर ₹986 प्रति शेयर पर आ गया। स्टॉक में गुरुवार को लगातार पांचवें ट्रेडिंग में गिरावट दर्ज की गई। पिछले एक हफ्ते में स्टॉक 24.79% गिर चुका है। हालांकि, पिछले एक साल में शेयर 16.45% चढ़ा है।
नाटको ने डिविडेंड का किया ऐलान
NATCO फार्मा के बोर्ड ने दिसंबर तिमाही के नतीजों के साथ FY25 के लिए ₹2 प्रत्येक के इक्विटी शेयर पर ₹1.50 के अंतरिम डिविडेंड का ऐलान किया है। NATCO फार्मा ने एक फाइलिंग में कहा, “तीसरे अंतरिम डिविडेंड के भुगतान के उद्देश्य से अपने शेयरधारकों को रिकॉर्ड पर लेने की तारीख, यानी रिकॉर्ड डेट, मंगलवार, 18 फरवरी 2025 तय की गई है। अंतरिम डिविडेंड का भुगतान 28 फरवरी 2025 से शुरू होगा।”
सोने ने बनाया नया रिकॉर्ड, 86 हजार के करीब पहुंचा भाव
13 Feb, 2025 12:24 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
सोने में इनवेस्ट एक शानदार ऑप्शन है, क्योंकि यह आपको रिस्क फ्री रिटर्न देता है। सोने में इनवेस्टमेंट करना फायदेमंद हो सकता है।फरवरी को सोने के दाम में तेजी आई है। 24 कैरेट सोने की 100 ग्राम की कीमत में 2380 रुपये की तेजी आई है।फरवरी को 24 कैरेट सोने की कीमत 85 हजार 903 रुपए प्रति 10 ग्राम हो गई है। 10 फरवरी 2024 की तुलना में सोने के भाव में आज 238 रुपये की तेजी आई है।
चांदी के भाव में कमी देखी गई है। चांदी का भाव 94 हजार 410 रुपये प्रति किलो हो गया है। राष्ट्रीय स्तर पर 999 शुद्धता वाले चांदी के भाव में 10 फरवरी से 1123 रुपये की कमी आई है।
इंडिया बुलियन एंड ज्वेलर्स के अनुसार 10 फरवरी की शाम को 999 शुद्धता वाले 24 कैरेट सोने की कीमत 85665 रुपये थी। 11 फरवरी को 999 वाले 24 कैरेट सोने की कीमत 85903 रुपये हो गई है।
10 फरवरी की शाम को 999 शुद्धता वाली चांदी की कीमत 95533 रुपये थी। 11 फरवरी को 999 शुद्धता वाली चांदी की कीमत 94410 रुपये हो गई है।
10 फरवरी को 995 शुद्धता वाले सोने की कीमत 85559 रुपये हो गई है। 916 शुद्धता वाले सोने की कीमत 78687 रुपये हो गई है। 750 शुद्धता वाले सोने की कीमत 64427 रुपये हो गई है। 585 शुद्धता वाले सोने की कीमत 50253 रुपये हो गई है।
6500 करोड़ रुपये के बिटकॉइन वाले कचरे को खरीदने का ऐतिहासिक कदम उठाने वाला शख्स
12 Feb, 2025 01:22 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
ब्रिटेन: के एक शख्स के करीब 6500 करोड़ रुपये के बिटकॉइन कचरे के ढेर में गुम हैं। ये बिटकॉइन इस ढेर में 12 साल से हैं, लेकिन उसे अभी तक मिले नहीं हैं। ये बिटकॉइन एक हार्ड ड्राइव में हैं। वह कचरे में उस हार्ड ड्राइव को काफी तलाश कर चुका है, लेकिन अभी तक उसे सफलता नहीं मिली है। अब उस शख्स ने उस पूरी जगह को खरीदने का प्लान बनाया है, जहां यह कचरा पड़ा है और उसमें हार्ड ड्राइव दबी है।ब्रिटेन के आईटी एम्प्लॉई जेम्स हॉवेल्स की हार्ड ड्राइव में 6500 करोड़ रुपये के बिटकॉइन थे। साल 2013 में 39 वर्षीय हॉवेल्स ने खुलासा किया था कि उन्होंने गलती से अपने बिटकॉइन वाला हार्ड ड्राइव खो दिया है। उन्होंने बताया कि उन्होंने बिटकॉइन वॉलेट वाला हार्ड ड्राइव एक काले बैग में रखकर अपने घर के हॉल में छोड़ दिया था। उनकी तत्कालीन पार्टनर ने उस बैग को कचरा समझकर कूड़ेदान में फेंक दिया था। तब से यह हार्ड ड्राइव कथित तौर पर कचरे के ढेर में गुम है।
हर प्रयास रहा विफल
हॉवेल्स उस हार्ड ड्राइव को तलाशने की कई कोशिश कर चुके हैं, लेकिन हर बार असफल रहे हैं। अब वह न्यू पोर्ट सिटी काउंसिल से हार्ड ड्राइव को वापस पाने में मदद करने की गुहार लगा रहे हैं। उन्होंने इसके लिए काउंसिल को पैसे देने की पेशकश भी की है।
हालांकि काउंसिल ने उनकी हर कोशिश को अस्वीकार किया है। उनका कहना है कि हार्ड ड्राइव और उसमें मौजूद बिटकॉइन लैंडफिल पहुंचने पर उनकी संपत्ति बन गए थे। पिछले महीने हॉवेल्स से एक केस जीतने के बाद काउंसिल ने लैंडफिल को बंद करने और ढकने की योजना की घोषणा की। काउंसिल लैंडफिल की जमीन के एक हिस्से पर सोलर फार्म बनाने की योजना बना रही है।
लैंडफिल खरीदने की योजना
हॉवेल्स अब उस लैंडफिल को खरीदने की योजना बना रहे हैं। हॉवेल्स ने कहा, 'अगर न्यू पोर्ट सिटी काउंसिल तैयार होती है तो मैं लैंडफिल साइट को जैसी है वैसी ही खरीद सकता हूं। मैंने इस विकल्प पर निवेशकों के साथ चर्चा की है।'
कितनी है बिटकॉइन की कीमत?
अभी बिटकॉइन क्रिप्टोकरेंसी की कीमत करीब 83 लाख रुपये है। पिछले 24 घंटे में इसमें 2 फीसदी से ज्यादा गिरावट आई है। एक महीने में इसका रिटर्न 3 फीसदी से कुछ ऊपर रहा है। हालांकि एक साल में इसने निवेशकों को जबरदस्त रिटर्न दिया है। एक साल में इसका रिटर्न करीब 108 फीसदी रहा है।
L&T चेयरमैन SN Subrahmanyan का विवादित बयान, 'मजदूर काम करने के लिए तैयार नहीं'
12 Feb, 2025 01:18 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
L&T Chairman SN Subrahmanyan Controversial Statement: लार्सन एंड टुब्रो (L&T) के चेयरमैन एसएन सुब्रह्मण्यन (S. N. Subrahmanyan) एक बार फिर अपने बयान को लेकर चर्चा में हैं. इस बार उन्होंने मजदूरों के काम पर जाने की अनिच्छा पर सवाल उठाए हैं. उनका कहना है कि सरकारी कल्याणकारी योजनाओं के कारण मजदूर अपने गांवों से बाहर जाकर काम करने को तैयार नहीं हैं. यह बयान ऐसे समय में आया है जब उनके 90 घंटे के वर्क वीक वाले बयान को लेकर पहले से ही बहस चल रही थी|
एसएन सुब्रह्मण्यन ने क्या कहा
मंगलवार को चेन्नई में CII मिस्टिक साउथ ग्लोबल लिंकएज समिट 2025 में बोलते हुए सुब्रह्मण्यन ने कहा कि निर्माण उद्योग को मजदूर मिलने में कठिनाई हो रही है, क्योंकि लोग काम के लिए घर छोड़ने के इच्छुक नहीं हैं. उन्होंने मनरेगा (MGNREGA), डायरेक्ट बेनिफिट ट्रांसफर (DBT) और जन धन खातों जैसी सरकारी योजनाओं को इसका संभावित कारण बताया.सुब्रह्मण्यन के अनुसार, भारत में प्रवास (माइग्रेशन) की एक अलग तरह की समस्या है. उन्होंने बताया कि L&T को 4 लाख मजदूरों की जरूरत होती है, लेकिन 16 लाख लोगों की भर्ती करनी पड़ती है, क्योंकि भारी संख्या में लोग बीच में ही काम छोड़ देते हैं. उन्होंने मजदूरों की सैलरी को महंगाई के अनुसार बढ़ाने की जरूरत पर जोर दिया. उन्होंने बताया कि भारत के मजदूर गल्फ देशों में काम करने को प्राथमिकता देते हैं, क्योंकि वहां उन्हें भारतीय मजदूरी से 3 से 3.5 गुना अधिक वेतन मिलता है|
रविवार को काम करने की अपील से उठे थे सवाल
पिछले महीने एसएन सुब्रह्मण्यन ने रविवार को भी काम करने की वकालत की थी. उन्होंने कहा था, "घर पर बैठकर आप क्या करेंगे? कितनी देर तक अपनी पत्नी को देख सकते हैं? आओ, ऑफिस आकर काम करो." उन्होंने यह भी कहा था कि वह खुद रविवार को भी काम करते हैं.उनके इस बयान पर कई उद्योगपतियों ने प्रतिक्रिया दी थी. आदर पूनावाला, आनंद महिंद्रा और आईटीसी के संजीव पुरी जैसे उद्योग जगत के दिग्गजों ने वर्क-लाइफ बैलेंस बनाए रखने की जरूरत पर जोर दिया था|
संसद तक पहुंचा था मामला, सरकार का बयान
यह बहस संसद तक पहुंची थी, जहां सरकार ने साफ कर दिया था कि अधिकतम कार्य घंटे बढ़ाने का कोई प्रस्ताव नहीं है. सरकार ने कहा कि 70 से 90 घंटे प्रति सप्ताह का कार्य समय लागू करने की कोई योजना नहीं है.पिछले हफ्ते आए आर्थिक सर्वेक्षण (Economic Survey) में कहा गया कि 60 घंटे से अधिक कार्य करना स्वास्थ्य के लिए नुकसानदायक हो सकता है. सर्वे में बताया गया कि जो लोग 12 घंटे या उससे अधिक लगातार डेस्क पर बैठकर काम करते हैं, उनकी मानसिक स्थिति प्रभावित होती है. सर्वेक्षण में इस बात पर भी जोर दिया गया कि बहुत ज्यादा काम करने से तनाव और मानसिक अस्वस्थता बढ़ सकती है, जिससे लंबी अवधि में प्रोडक्टिविटी प्रभावित हो सकती है|
अडानी के लिए सौभाग्य: ट्रंप ने खत्म किया यह कानून, निवेश में आएगी तेजी
12 Feb, 2025 01:09 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
अमेरिकी: राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप (Donald Trump) के एक बड़े फैसले ने भारत के प्रमुख उद्योगपति गौतम अडानी के लिए राहत का रास्ता खोल दिया है. ट्रंप ने एक कार्यकारी आदेश पर साइन किए, जिसके तहत अमेरिकी न्याय विभाग को उन अमेरिकियों के खिलाफ मुकदमे रोकने का निर्देश दिया गया है, जो विदेशों में व्यापार करने के दौरान विदेशी अधिकारियों को रिश्वत देने के आरोपी थे. इस फैसले ने 1977 में लागू किए गए विदेशी भ्रष्ट आचरण अधिनियम के प्रभाव को निलंबित कर दिया, जो अमेरिकी कंपनियों को विदेशी अधिकारियों को रिश्वत देने से रोकता था.यह कदम खासतौर से भारतीय उद्योगपति गौतम अडानी के लिए महत्वपूर्ण है, क्योंकि उनके खिलाफ पिछली बाइडेन सरकार ने FCPA के तहत कार्रवाई शुरू की थी. अडानी ग्रुप पर आरोप था कि उसके अधिकारियों ने भारत में सोलर पावर प्रोजेक्ट के लिए 250 मिलियन (लगभग 2,000 करोड़ रुपये) की रिश्वत दी थी, हालांकि अडानी ग्रुप ने इन आरोपों को कड़े शब्दों में खारिज कर दिया था|
ट्रंप ने क्या कहा
राष्ट्रपति ट्रंप ने FCPA को "भयानक" और "आपदा" बताते हुए कहा कि यह कानून कागज पर अच्छा लगता है, लेकिन वास्तविकता में यह अमेरिकी कंपनियों के लिए व्यापार को मुश्किल बना देता है. उनका मानना था कि इस कानून के कारण अमेरिकी कंपनियों को अंतरराष्ट्रीय बाजारों में कंपटीशन में भारी नुकसान होता है. ट्रंप ने इसे "जिम्मी कार्टर कॉन्सेप्ट" करार देते हुए कहा कि इससे कोई भी अमेरिकी कंपनी विदेशी बाजारों में व्यापार करने में हिचकिचाती है, क्योंकि उन्हें हमेशा जांच और अभियोग का डर बना रहता है|
व्हाइट हाउस का तर्क और प्रभाव
व्हाइट हाउस का कहना था कि FCPA के अत्यधिक प्रवर्तन से अमेरिकी कंपनियों की वैश्विक कंपटीशन कमजोर हो रही थी. उनका मानना था कि FCPA के कठोर प्रावधान अमेरिकी व्यवसायों को अंतरराष्ट्रीय कंपीटीटर्स के मुकाबले असमान स्थिति में डाल रहे थे. ट्रंप प्रशासन ने इस फैसले से अमेरिकी कंपनियों को अपने प्रतिस्पर्धी देशों के समान व्यापारिक अवसरों का लाभ उठाने का रास्ता खोला है|
अडानी ग्रुप को मिली राहत
ट्रंप के इस फैसले से अडानी ग्रुप के लिए बड़ी राहत मिली है. FCPA के तहत आरोपों से न केवल अडानी ग्रुप को न्याय की संभावना मिली है, बल्कि उनके शेयरों में भी उछाल आया है. मंगलवार को अडानी एंटरप्राइजेज के शेयरों में 4.28 फीसदी की तेजी देखी गई की गई, जबकि अडानी पावर के शेयर 4.17 फीसदी बढ़कर 511.90 रुपये पर पहुंच गए. अडानी ग्रीन एनर्जी के शेयरों में भी बढ़ोतरी हुई है|
अमेरिकी सांसदों का रुख
इस फैसले पर अमेरिकी सांसदों की प्रतिक्रिया भी मिली-जुली रही. कुछ सांसदों ने बाइडेन प्रशासन की कार्रवाई की आलोचना की और इसे अमेरिका-भारत के बीच रणनीतिक साझेदारी के लिए हानिकारक बताया. उन्होंने इसे "गलत निर्णय" करार दिया और कहा कि यह केवल भारत के आंतरिक मामलों से जुड़ा था, जबकि अमेरिका को इससे कोई सीधा नुकसान नहीं था|
आज जारी होंगे जनवरी की महंगाई दर के आंकड़े, गिरावट की संभावना
12 Feb, 2025 12:40 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
12 फरवरी को जनवरी महीने के रिटेल महंगाई दर के आंकडे जारी होंगे। एक्सपर्ट्स के अनुसार इस महीने महंगाई में गिरावट देखने को मिल सकती है। इससे पहले दिसंबर में महंगाई घटकर 5.22% हो गई थी। वहीं नवंबर में महंगाई दर 5.48% पर थी।
कैसे प्रभावित करती है? महंगाई का सीधा संबंध पर्चेजिंग पावर से है। उदाहरण के लिए यदि महंगाई दर 6% है, तो अर्जित किए गए 100 रुपए का मूल्य सिर्फ 94 रुपए होगा। इसलिए महंगाई को देखते हुए ही निवेश करना चाहिए। नहीं तो आपके पैसे की वैल्यू कम हो जाएगी।
महंगाई कैसे बढ़ती-घटती है? महंगाई का बढ़ना और घटना प्रोडक्ट की डिमांड और सप्लाई पर निर्भर करता है। अगर लोगों के पास पैसे ज्यादा होंगे तो वे ज्यादा चीजें खरीदेंगे। ज्यादा चीजें खरीदने से चीजों की डिमांड बढ़ेगी और डिमांड के मुताबिक सप्लाई नहीं होने पर इन चीजों की कीमत बढ़ेगी।इस तरह बाजार महंगाई की चपेट में आ जाता है। सीधे शब्दों में कहें तो बाजार में पैसों का अत्यधिक बहाव या चीजों की शॉर्टेज महंगाई का कारण बनता है। वहीं अगर डिमांड कम होगी और सप्लाई ज्यादा तो महंगाई कम होगी।
CPI से तय होती है महंगाई एक ग्राहक के तौर पर आप और हम रिटेल मार्केट से सामान खरीदते हैं। इससे जुड़ी कीमतों में हुए बदलाव को दिखाने का काम कंज्यूमर प्राइस इंडेक्स यानी CPI करता है। हम सामान और सर्विसेज के लिए जो औसत मूल्य चुकाते हैं, CPI उसी को मापता है।कच्चे तेल, कमोडिटी की कीमतों, मेन्युफैक्चर्ड कॉस्ट के अलावा कई अन्य चीजें भी होती हैं, जिनकी रिटेल महंगाई दर तय करने में अहम भूमिका होती है। करीब 300 सामान ऐसे हैं, जिनकी कीमतों के आधार पर रिटेल महंगाई का रेट तय होता है।
सोने-चांदी की कीमतों में गिरावट, 7 दिन बाद निवेशकों को मिली राहत
12 Feb, 2025 12:16 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
नई दिल्ली। सोने की कीमतों में सात दिन के बाद गिरावट आई है। वैश्विक बाजारों में मंदी और स्टॉकिस्टों की बिकवाली के बाद राष्ट्रीय राजधानी में सोने की कीमत 200 रुपये घटकर 88,300 रुपये प्रति 10 ग्राम पर आ गई। 24 कैरेट गोल्ड भी 200 रुपये घटकर 87,900 रुपये प्रति 10 ग्राम पर आ गया, जबकि पिछले कारोबारी दिन यह 88,100 रुपये प्रति 10 ग्राम पर बंद हुआ था। चांदी की कीमत भी 900 रुपये घटकर 96,600 रुपये प्रति किलोग्राम पर आ गई।अखिल भारतीय सर्राफा संघ के अनुसार, 25 कैरेट गोल्ड सोमवार को 2,430 रुपये बढ़कर 88,500 रुपये प्रति 10 ग्राम के सर्वकालिक उच्च स्तर पर पहुंच गया था। पिछले सात कारोबारी सत्रों में सोना 5,660 रुपये या 6.8 फीसदी चढ़ा था। वहीं, इस साल पीली धातु 8,910 रुपये या 11.22 फीसदी बढ़ी है।
सोने की कीमतों पर एक्सपर्ट की राय
शुरुआती कारोबार में एमसीएक्स में सोने में उछाल आया, क्योंकि टैरिफ संबंधी चिंताओं ने घबराहट में खरीदारी को बढ़ावा दिया। साथ ही केंद्रीय बैंकों ने सोना खरीदना जारी रखा। हालांकि, मजबूत रुपये ने एमसीएक्स में बढ़त को सीमित कर दिया, जिससे शाम के सत्र से पहले यह 85,450 रुपये पर पहुंच गया, जो लगातार अस्थिरता को दर्शाता है।"