उत्तर प्रदेश
राहे में हाथियों के झुंड ने जमकर मचाया उत्पात
1 Jan, 2025 07:52 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
रांची। दुलमी गांव और सोनाहातू प्रखंड की जामुदाग पंचायत के हेसाहातू और मगनडीह गांव में सोमवार की रात हाथियों के झुंड ने जमकर उत्पात मचाया। हाथियों में खेत में लगी सब्जी और धान की फसल को रौंद डाला। हाथियों ने जिन किसानों की फसल को नुकसान पहुंचाया है उनमें फागूराम महतो, बोलाई अहीर, डोमिनी देवी, तिलक महतो, सैनाथ अहीर, देवेंद्रनाथ महतो, पूर्णिमा देवी, धनेश्वर कोइरी, बुद्धेश्वर मेहता, धनु कोइरी, गिरधर महतो आदि शामिल हैं। वहीं 40 हाथियों का झुंड क्षेत्र में प्रवेश करने से ग्रामीणों में दहशत व्याप्त है। हाथियों का झुंड सोमवार की रात उत्पात मचाने के बाद बांस वन जंगल में जमा है। ग्रामीणों ने वन विभाग से हाथियों को भगाने की मांग की है। हाथियों के उत्पात की सूचना पर पंचायत समिति सदस्य रूप कुमार साहू, गांव जाकर किसानों से क्षति की जानकारी ली और वन विभाग से मुआवजा देने की मांग रखी।
माप तौल अधिकारी ने कांटा घरों का किया निरीक्षण, कहा केस होगा
1 Jan, 2025 06:50 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
रांची। सीसीएल एनके एरिया में वजन हेरा-फेरी मामले को लेकर मंगलवार को रांची माप तौल विभाग की महिला इंस्पेक्टर अधिकारी संगीता बाड़ा ने खलारी के सीसीएल इलाके के कांटा घरों की जांच की। उन्होंने कहा कि मामले में सीसीएल अधिकारी, वार्षिक मरम्मत का काम करनेवाली कंपनी और कांटा घरों की सुरक्षा में लगे सीआईएसएफ के जवानों के खिलाफ कार्रवाई जाएगी। इससे पहले केडीएच के तीन नंबर कांटा घर को छोड़कर सभी कांटा घरों के अंदर जाकर जांच की और संबंधित विभाग के कर्मी और अधिकारियों से जानकारी हासिल की। इस दौरान इंस्पेक्टर संगीता बाड़ा ने वजन हेरा-फेरी मामले को लेकर सीसीएल की जांच टीम द्वारा दो कांटा घरों में लगी मशीन को खोलकर जांच करने पर सवाल उठाया। उन्होंने कहा कि सीसीएल की जांच टीम के अधिकारी ने मुझे यह बताया था कि कांटा घर में कुछ गड़बड़ी है। उसकी मशीन को खोलकर चेक करना है। लेकिन यहां दो और कांटा घरों की मशीन को खोलकर उसके पॉर्ट्स को ले जाया गया है। बिना माप तौल विभाग के अधिकारियों की उपस्थिति में मशीन को खोला जाना अपराध की श्रेणी में आता है। इसके लिए जांच टीम, वहां पर काम करनेवाले कर्मी और सुरक्षाकर्मी के खिलाफ मामला बनता है। रिपोर्ट तैयार कर ली गई है अनुमोदन के बाद उसे कोर्ट में भेजा जाएगा।
झारखंड सरकार की मुख्य सचिव ने परिवार के साथ जू का किया भ्रमण
1 Jan, 2025 05:48 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
रांची। मुख्य सचिव अलका तिवारी उनके पति पूर्व मुख्य सचिव रहे डीके तिवारी मंगलवार को परिवार के साथ घूमने के लिए भगवान बिरसा जैविक उद्यान पहुंचे।मुख्य सचिव ने जू में बैट्री वाहन में सवार होकर भ्रमण किया। सांप घर बंद रहने के कारण बाहर से देखने के बाद वहां से निकल गई। वन विभाग का सचिव रहने के समय मुख्य सचिव अलका तिवारी ने सांप घर का उद्घाटन किया था। तितली पार्क के पास मुख्य सचिव ने रुद्राक्ष और डीके तिवारी ने सिंदूर के पौधे लगाए। पांच घंटे जू में भ्रमण के दौरान 11 बजे मुख्य सचिव अलका तिवारी उनके पति और झारखंड के मुख्य सचिव रहे डीके तिवारी पहुंचे थे। जू के डायरेक्टर जब्बर सिंह ने उनका स्वागत किया। वह सबसे पहले बाघ केज और उसके बाद तेंदुआ केज पहुंचकर तेंदुआ देखा। तेंदुआ देखने का बाद लेफ्ट कैट गई। इसके बाद शेर देखने के बाद हाथी और हिप्पो केज पहुंचकर हिप्पो देखा। वहां से जू के दूसरी ओर मछलीघर और तितली पार्क का भ्रमण कर रांची लौट गईं।
नहर में गिरी बाइक, तीन युवकों की मौत
1 Jan, 2025 04:45 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
सासाराम । सासाराम के सूर्यपुरा थाना क्षेत्र में बुधवार सुबह एक दर्दनाक सड़क हादसे में तीन युवकों की जान चली गई। ये युवक जन्मदिन की पार्टी से लौट रहे थे जब उनकी बाइक अनियंत्रित होकर लखुई लख नहर में गिर गई। हादसे में तीनों युवकों की मौत हो गई, जिनकी पहचान एक ही परिवार के सदस्यों के रूप में हुई है।
घटना उस समय हुई जब तीनों युवक अपनी बहन के गांव नटवार से जन्मदिन मना कर देर रात अपने गांव गुंसेज लौट रहे थे। सुबह के समय पुलिस भर्ती की तैयारी कर रहे युवकों ने घटनास्थल पर बाइक और शवों को देखा और तुरंत पुलिस को सूचना दी।
मृतकों की पहचान प्रियांशु कुमार (25 वर्ष), पिता मुंद्रिका सिंह, अंकित कुमार (25 वर्ष), पिता संजय सिंह, शशिरंजन उर्फ मनु कुमार (23 वर्ष), पिता रामेश्वर सिंह के रूप में हुई है। थानाध्यक्ष प्रिया कुमारी ने घटनास्थल पर पहुंचकर शवों को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। ग्रामीणों ने बताया कि हादसा रात में हुआ, लेकिन अंधेरे में इसकी जानकारी नहीं मिल पाई। हादसे के बाद पूरे इलाके में नववर्ष के पहले दिन शोक का माहौल है। तीनों युवकों की मौत से उनके परिवार और गांव में मातम छा गया है। स्थानीय लोग घटना से गहरे सदमे में हैं।हादसे के कारणों की जांच की जा रही है।
महिला ने खेत में उतार दिए पूरे कपड़े, फिर युवक ने किया गंदा काम
1 Jan, 2025 10:40 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
उत्तर प्रदेश से एक बार फिर से मानवता को शर्मसार करने का मामला प्रकाश में आया है, जिसके बारे में जानकार आप भी हैरान रह जाएंगे। अब यहां हाथरस में पड़ोसी युवक द्वारा महिला के साथ दुष्कर्म करने का मामला सामने आया है। खबरों के अनुसार, कोतवाली हाथरस गेट क्षेत्र के एक गांव निवासी महिला ने पड़ोसी युवक पर खेत में ब्लैकमेल कर दुष्कर्म करने का मामला दर्ज करवाया है। मुकदमा दर्ज कर पुलिस ने महिला का मेडिकल परीक्षण करवाया है। वहीं इस संबंध में अपनी जांच शुरू कर दी है।
महिला की शिकायत पर पुलिस ने बताया कि युवक ने पड़ोसी महिला का अश्लील वीडियो बनाया। इसके बाद वीडियो वायरल करने की धमकी देकर महिला को ब्लैकमेल करने लगा। महिला ने युवक से इस वीडियो को डिलीट करने के लिए काफी मिन्नत भी की।
पुलिस ने बताया कि गत सप्ताह युवक ने महिला को खेत में मिलने के लिए बुलाया। इस दौरान महिला ने खेत में पहुंच युवक से वीडियो को डिलीट करने को कहा। युवक ने महिला के सामने शर्त रखी कि वह उसके साथ संबंध बनाएगी तो वीडियो को डिलीट कर देगा। इसके बाद महिला ने दबाव में सारे कपड़े उतार दिए। इसके बाद युवक ने महिला के साथ खेत में दुष्कर्म किया।
महिला ने एसपी दफ्तर में की शिकायत
इसके बाद महिला ने घर जानकर इस घिनौनी वारदात की जानकारी अपने परिवार के लोगों को दी। इसके बाद महिला परिवार के साथ थाने पहुंची। यहां पर सुनवाई नहीं होने पर एसपी दफ्तर में शिकायत की। एसपी के निर्देश पर थाना पुलिस ने मामला दर्ज कर अपनी जांच शुरू की।
संभल, वाराणसी, बुलंदशहर के बाद अब मुरादाबाद में भी 44 साल से बंद गौरी शंकर मंदिर मिला
1 Jan, 2025 09:37 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
मुरादाबाद । संभल, वाराणसी और बुलंदशहर के बाद अब मुरादाबाद में भी 44 साल से बंद गौरी शंकर का मंदिर मिला है. जानकारी के मुताबिक नगर निगम की टीम ने जब गर्भगृह की खुदाई की तो उन्हें वहां मलबे में दबा शिवलिंग मिला और इसके साथ ही कई खंडित प्रतिमाएं भी बरामद की गईं. जानकारी के मुताबिक 44 सालों से बंद इस गौरी शंकर मंदिर में नंदी, गणेश, कार्तिकेय और भगवान हनुमान की खंडित प्रतिमाएं मिली हैं. नगर निगम के अधिकारियों ने मंदिर में साफ-सफाई कराई है. हालांकि, अबतक यह सामने नहीं आया है कि इस पर किस प्रकार कब्जा किया गया था. कई सालों से बंद रहने के कारण इस मंदिर की स्थिति काफी खराब हो गई है. अब मंदिर में साफ-सफाई कराने और रंग करवाने के बाद एक बार फिर प्रतिमाएं स्थापित की जाएंगी और इसे पूजा-अर्चना की स्थिति में लाया जाएगा. मंदिर के निरीक्षण के दौरान सामने आया कि इसके दोनों द्वारों को 1980 में मलबा डालकर चिना दिया गया था. साथ ही यह भी सामने आया है कि 1980 के दंगों में पुजारी की हत्या होने के बाद से ही मंदिर बंद था. रिपोर्ट्स के मुताबिक पुजारी के पोते ने एक हफ्ते पहले ही मुरादाबाद के डीएम को एप्लिकेशन लिखी थी और मंदिर को दोबारा खोले जानी की गुहार लगाई थी. बता दें कि शिव गोरी मंदिर में रंगाई पुताई का काम शुरू हो गया है. इस मंदिर को जिला अधिकारी अनुज कुमार के निर्देश पर प्रशासन लगा कर खुलवाया गया था. वहीं कल नगर आयुक्त ने जीर्णोधरी का लेटर दिया था. इसके बाद प्राचीन गौरी शंकर मंदिर के अंदर रंग पुताई का कार्य चलाया जा रहा है.
दिल्ली विधानसभा चुनाव में अखिलेश यादव क्या अपनी रणनीति बदलेंगे?
31 Dec, 2024 09:00 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
लखनऊ। यूपी में पिछड़ा दलित अल्पसंख्यक यानी पीडीए पॉलिटिक्स से मजबूत बीजेपी को बैकफुट पर धकेलने वाले अखिलेश यादव क्या 2025 में अपनी रणनीति बदलेंगे? सवाल उठने लगा है कि अखिलेश यादव के लिए 2024 अच्छा रहा। उन्होंने समाजवादी पार्टी को माय यानी मुस्लिम-यादव समीकरण से बाहर निकालकर गैर यादव पिछड़ा और दलित समाज के भी स्वीकार्य बनाने में सफलता हासिल की है। हालांकि, लोकसभा चुनाव में 37 सीटें जीतकर देश में तीसरे नंबर की पार्टी बनने के बाद भी अखिलेश को अन्य प्रदेशों में तबज्जो नहीं मिली। ऐसे में दिल्ली विधानसभा चुनाव में पार्टी की रणनीति पर सवाल उठाए जाने लगे हैं।
दिल्ली विधानसभा चुनाव से पहले विपक्षी गठबंधन इंडिया का स्वरूप बदलता दिख रहा है। प्रदेश में मजबूत आम आदमी पार्टी ने अकेले चुनाव लड़ने का ऐलान किया है। लोकसभा चुनाव में आप और कांग्रेस गठबंधन के तहत चुनाव लड़ी थी, लेकिन बीजेपी को मात देने में सफल नहीं रही। ऐसे में आप ने विधानसभा चुनाव में कांग्रेस का साथ छोड़ा है। दरअसल आप को लगने लगा है कि कांग्रेस का वोट बैंक आप की तरफ शिफ्ट होना संभव नहीं है। आपसे गठबंधन कर कांग्रेस ही फायदे में रहेगी। आपके बदले रुख के बाद इंडिया गठबंधन के अन्य सहयोगियों के बीच भी हलचल तेज हो गई है।
दरअसल तृणमूल कांग्रेस अध्यक्ष और पश्चिम बंगाल की सीएम ममता बनर्जी ने इंडिया गठबंधन के नेतृत्व को लेकर सवाल उठाया। यह सवाल राहुल गांधी की रणनीति पर उठाया जाना माना। इसके बाद विवाद में सपा और सहयोगी भी कूद पड़े। महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में करारी हार के बाद शिवसेना उद्धव गुट की ओर से 6 दिसंबर बाबरी मस्जिद विध्वंस के समर्थन में बयान आया। इस पर समाजवादी पार्टी ने आपत्ति जताई। विवाद इस कदर गहराया कि सपा ने इंडिया गठबंधन से बाहर होने के संकेत दे दिए। वहीं, समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय प्रधान महासचिव प्रो. रामगोपाल यादव ने राहुल गांधी को इंडिया गठबंधन का नेता न चुने जाने का दावा किया। उन्होंने राहुल गांधी को नेता ही मानने से इनकार कर दिया। हालांकि बाद में अखिलेश ने सपा-कांग्रेस गठबंधन बरकरार रहने की बात कही थी।
दिल्ली विधानसभा चुनाव से पहले सपा की रणनीति पर सवाल उठने लगे हैं। पार्टी दिल्ली को लेकर क्या फैसला लेती है, यह देखना दिलचस्प होगा। दरअसल, लोकसभा चुनाव के बाद हुए पिछले दो विधानसभा चुनाव में पार्टी का रुख अलग दिख रहा है। हरियाणा में सपा ने कांग्रेस के लिए मैदान खुला छोड़ दिया था। वहीं, महाराष्ट्र के चुनावी मैदान में पार्टी उतरी। पार्टी ने 8 उम्मीदवार उतारे। इंडिया गठबंधन से दो सीटों पर समर्थन मिला और उन पर पार्टी जीती भी। अखिलेश यादव सपा को राष्ट्रीय पार्टी बनाने का दावा करते नजर आते हैं, लेकिन विधानसभा चुनावों में वे सहयोगी दलों के समर्थन की बात करते हैं।
दिल्ली विधानसभा चुनाव में कांग्रेस और आप अलग-अलग मैदान में उतरेंगी। दोनों दलों ने अपने-अपने उम्मीदवार का ऐलान भी कर दिया है। एक-दूसरे पर हमले भी कर रही हैं। पिछले दिनों अखिलेश यादव पूर्व सीएम अरविंद केजरीवाल का समर्थन करते दिखे।
आप दिल्ली की सत्ता पर एक दशक से काबिज है। पार्टी की स्थिति प्रदेश में मजबूत है। ऐसे में प्रदेश की विपक्षी पार्टी बीजेपी पर बढ़त बना सकती है। वहीं समाजवादी पार्टी की स्थिति उस स्तर की नहीं दिखती है। ऐसे में अगर अखिलेश चुनाव से दूर रहने और आप को समर्थन देने का ऐलान करते हैं तो आश्चर्य नहीं होगा। वहीं दिल्ली से कांग्रेस को यूपी चुनाव 2027 का संकेत भी मिल सकता है।
पुलिस वाहन और ट्रैक्टर के बीच जोरदार टक्कर: ट्रैक्टर चालक की मौत, 4 पुलिसकर्मी घायल
31 Dec, 2024 04:06 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
जमुई: बिहार के जमुई जिले में सोमवार शाम एक भीषण सड़क हादसे ने पूरे इलाके को झकझोर कर रख दिया. मुख्य मार्ग पर मोना चिमनी के पास गश्ती के लिए निकले पुलिस वाहन और पाइप लदे ट्रैक्टर के बीच जोरदार टक्कर हो गई. इस हादसे में पुलिस वाहन चालक की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि 4 पुलिसकर्मी गंभीर रूप से घायल हो गए.
गड्ढे में पलटा पुलिस वाहन
मिली जानकारी के अनुसार यह दुर्घटना तब हुई जब जमुई की ओर से आ रहा पुलिस गश्ती वाहन सिकंदरा की ओर से आ रहे ट्रैक्टर से टकरा गया. टक्कर इतनी जोरदार थी कि पुलिस वाहन सड़क किनारे गड्ढे में पलट गया. घटना के तुरंत बाद स्थानीय लोग मौके पर पहुंचे और घायलों को बाहर निकाला. हादसे में घायल पुलिसकर्मियों की पहचान महिला सब इंस्पेक्टर लक्ष्मी कुमारी, सिपाही धर्मेंद्र शर्मा, अमित कुमार सिंह और जनार्दन के रूप में हुई है. घायलों को पहले सिकंदरा के CHC ले जाया गया. उनकी गंभीर स्थिति को देखते हुए उन्हें जमुई सदर अस्पताल रेफर कर दिया गया. महिला सब इंस्पेक्टर लक्ष्मी कुमारी की हालत बेहद नाजुक बताई जा रही है.
पास लेने के दौरान हुआ हादसा
स्थानीय लोगों के अनुसार यह दुर्घटना उस समय हुई जब पुलिस का गश्ती वाहन 3 ट्रकों का पीछा कर रहा था. ट्रकों से पास लेने की कोशिश में सामने से आ रहे ट्रैक्टर से जोरदार टक्कर हो गई. घटना के दौरान पुलिस वाहन असंतुलित होकर गड्ढे में पलट गया. इस हादसे के बाद पुलिस विभाग में हलचल मच गई है. घटनास्थल पर सिकंदरा के SDOP और अन्य वरिष्ठ अधिकारी पहुंचे. उन्होंने मामले की छानबीन शुरू कर दी है. पुलिस वाहन चालक की मौत और घायलों की स्थिति को देखते हुए प्रशासन ने दुर्घटना के कारणों का पता लगाने के लिए विस्तृत जांच के आदेश दिए हैं.
जनता की प्रतिक्रिया
घटना के बाद स्थानीय लोगों ने कहा कि पुलिस की तेज गश्त और ट्रकों का पीछा करने के दौरान लापरवाही से यह हादसा हुआ. लोगों ने प्रशासन से सड़कों पर सुरक्षा के कड़े इंतजाम और तेज गति से चलने वाले वाहनों पर नियंत्रण लगाने की मांग की है.
झारखंड में NIA की छापेमारी, नक्सली समूह से जुड़ा जबरन वसूली और धनशोधन का सामान जब्त
31 Dec, 2024 01:39 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
चतरा: राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) ने सोमवार को झारखंड के चतरा जिले में 3 जगहों पर तलाशी ली। यह तलाशी नक्सली समूह द्वारा जबरन वसूली और धन शोधन की जांच के तहत की गई। NIA के द्वारा दी गई जानकारी के अनुसार तलाशी के दौरान कई मोबाइल फोन, सिम कार्ड और अन्य सामान जब्त किया गया। यह तलाशी प्रतिबंधित नक्सली संगठन CPI (माओवादी) के एक और गुट, TSPC, से जुड़े एक मामले में की गई।
21 आरोपियों के खिलाफ आरोप पत्र
मामले में NIA ने आगे बताया कि यह जांच TSPC के प्रमुख नेताओं और उनके मददगारों से जुड़ी है, जिनके ठिकानों पर तलाशी ली गई। बता दें कि यह मामला पहली बार जनवरी 2016 में टंडवा पुलिस ने दर्ज किया था और बाद में फरवरी 2018 में NIA ने इसे अपने हाथ में लिया। अब तक NIA ने इस मामले में 21 आरोपियों के खिलाफ आरोप पत्र दायर किए हैं और जांच जारी है।
बीते दिनों इन राज्यों में की थी छापेमारी
गौरतलब है कि NIA ने बीते 18 दिसंबर को अंतरराज्यीय हथियार तस्करी मामले में चार राज्यों में कई स्थानों पर तलाशी ली। आधिकारिक बयान के अनुसार, यह तलाशी बिहार (12 स्थान), नागालैंड (3 स्थान), हरियाणा (1 स्थान) और जम्मू-कश्मीर (1 स्थान) में 15 आरोपियों के घरों पर की गई थी।
315 राइफल किए थे जब्त
मामले में NIA के बयान में कहा था कि तलाशी के दौरान .315 राइफल, 11 राउंड, 3 खाली कारतूस, मोबाइल फोन, मेमोरी कार्ड, पेन ड्राइव और अन्य डिजिटल डिवाइस के अलावा, हथियार बनाने में इस्तेमाल होने वाले कच्चे माल और उपकरण बरामद हुए। इसके अलावा एक कार और 13,94,840 रुपये की नकदी, साथ ही कुछ आपत्तिजनक दस्तावेज भी जब्त किए गए।विज्ञापन
प्रतिबंधित हथियारों से जुड़ा मामला
यह मामला AK-47 राइफल और अन्य प्रतिबंधित हथियारों की तस्करी से जुड़ा था, जिन्हें नगालैंड और अन्य पूर्वोत्तर राज्यों से तस्करी करके लाया जा रहा था। जांच में यह भी सामने आया कि बिहार तस्करी के लिए मुख्य गंतव्य था और इसे पारगमन मार्ग के रूप में भी इस्तेमाल किया जाता था। अब तक की जांच में पता चला है कि आरोपी कई सालों से हथियारों की तस्करी में शामिल थे।
पटना पुलिस ने भारी मात्रा में पकड़ी 5 लाख रुपये की नशीला कफ सीरप
31 Dec, 2024 01:29 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
पटना: पटना में पुलिस को बड़ी कामयाबी मिली है। पटना पुलिस ने नए साल से ठीक एक दिन पहले भारी मात्रा में नशीला कफ सीरप पकड़ा है। कुम्हरार थाना क्षेत्र के एक गोदाम से 35 कार्टन सीरप जब्त किया गया। पुलिस का मानना है कि इसे नए साल पर बेचने के लिए रखा गया था। इसकी कीमत लगभग 5 लाख रुपये आंकी गई है। हालांकि, अभी तक किसी की गिरफ्तारी नहीं हुई है।
गुप्त सूचना पर कार्रवाई
दरअसल, सोमवार देर शाम पुलिस को गुप्त सूचना मिली थी। सूचना वृंदावन कॉलोनी के एक गोदाम के बारे में थी। बताया गया कि वहां भारी मात्रा में नशीला कफ सीरप जमा है। इस पर कुम्हरार थानाध्यक्ष के नेतृत्व में पुलिस टीम ने छापा मारा। गोदाम से 35 कार्टन कफ सीरप बरामद हुआ। पुलिस को शक है कि नए साल के जश्न में इस सीरप का इस्तेमाल किया जाना था। कफ सीरप की इतनी बड़ी खेप देखकर पुलिस भी हैरान है। इसकी कीमत लगभग 5 लाख रुपये बताई जा रही है। अभी तक यह साफ नहीं हो पाया है कि यह कफ सीरप किसने मंगवाया था और इसे कहां बेचा जाना था। छापेमारी के दौरान कोई भी मौके पर नहीं मिला। इसलिए किसी की गिरफ्तारी नहीं हो सकी। पुलिस अब गोदाम मालिक और सीरप सप्लायर की तलाश कर रही है।
पुलिस ने गोदाम किया सील
पुलिस ने गोदाम को सील कर दिया है। मामले की जांच जारी है। पुलिस आस-पास के CCTV फुटेज भी खंगाल रही है। जल्द ही इस मामले में कुछ और खुलासे होने की उम्मीद है। छापेमारी करने वाली पुलिस टीम में कुलवंत कुमार, शशि ठाकुर, साहेब गुप्ता, स्मृति रानी और ब्रज किशोर ठाकुर शामिल थे। पुलिस की इस कार्रवाई से नए साल के जश्न में नशे के कारोबार पर लगाम लगने की उम्मीद है। देखना होगा कि पुलिस आगे क्या कार्रवाई करती है।
पटना में भाई-बहन की हत्या का आरोप, फंदे से लटके मिले शव
31 Dec, 2024 01:06 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
पटना: पटना में दिल दहला देने वाली घटना घटी है. इस घटना से पटना में एक परिवार पर गमों का पहाड़ टूट गया है. पटना में भाई-बहन का शव घर में फंदे से लटकता मिला है. इस घटना से परिवार में हाहाकार मच गया है. क्षेत्र में मातम पसर गया है.
दरअसल, पटना सिटी अनुमंडल खुसरुपुर थाना क्षेत्र के मोसिमपुर में दिल दहला देने वाली घटना हुई है. यहां एक ही घर परिवार से भाई-बहन की एक साथ मौत की खबर से पूरे इलाके में सनसनी फैल गई. निर्माणाधीन मकान से भाई की बॉडी फंदे से लटकती हुई मिली है. उसी घर से बहन की बॉडी भी फंदे से लटकी हुई मिली है. इस घटना के बाद पूरे परिवार में कोहराम मचा हुआ है.
पुलिस ने मृतक की पहचान मोसिमपुर के रहने वाले रौशन कुमार और रौशनी कुमारी के रूप में किया है. दोनों भाई-बहन जीविका उपार्जन के लिए अलग अलग काम करते थे. रौशन अपने काम के बाद घर नहीं लौटी थी, बाद में दोनों की बॉडी फांसी के फंदे से अलग अलग मिली. मृतक के परिवार वाले दोनों की हत्या किए जाने की बात कह रहे है. वहीं, पुलिस पारिवारिक कलह में दोनों ने आत्महत्या करने की बात कही रही है.
खुशरुपुर थानाध्यक्ष ने बताया कि दोनों की मौत का मामला स्पष्ट नहीं हो सका है. फिलहाल, पुलिस ने दोनों के शव को अपने कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए नालंदा मेडिकल कालेज भेज दिया है और दोनों बिंदुओं पर जांच शुरू कर दिया है.
BPSC 70वीं प्रारंभिक परीक्षा के खिलाफ शिक्षा सत्याग्रह में सियासी रंग, विपक्षी दलों की भागीदारी
31 Dec, 2024 12:36 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
पटना: बिहार एक बार फिर से चर्चा में है. वजह केवल एक है, BPSC 70वीं प्रारंभिक परीक्षा को लेकर चल रहा शिक्षा सत्याग्रह. पटना के गर्दनीबाग स्थित धरना स्थल पर जिस सत्याग्रह को लेकर BPSC के अभ्यर्थी लगातार अपनी मांगों को बुलंद किए हुए हैं, उसी शिक्षा सत्याग्रह में जन सुराज के सूत्रधार प्रशांत किशोर द्वारा अभ्यर्थियों से कही गई बात ने इसे चर्चा के दूसरे मोड पर ला कर के खडा कर दिया है. इसलिए क्योंकि इस शिक्षा सत्याग्रह में सियासत की एंट्री हो गई है. बात यही नहीं रुकी, एक तरह से इस पूरे आंदोलन को हाईजैक भी कर लिया गया और इसमें कोई एक दल नहीं बल्कि बारी-बारी से बिहार के सभी विपक्षी दल शामिल रहे.
दरअसल इस पूरे शिक्षा सत्याग्रह की नींव जिस छात्र नेता ने रखी, वही इससे अलग हो गया. BPSC में कथित रूप से धांधली, नॉर्मलाइजेशन और अन्य बातों को लेकर सबसे पहले छात्र नेता दिलीप ने अपनी आवाज को उठाया. दिलीप की बातों का असर भी हुआ. छात्रों ने उसका साथ भी दिया, लेकिन दिलीप ने बाद में अपनी राह को जुदा कर लिया. दिलीप से जुड़े लोगों की मानें तो उन्होंने अपनी राह को इसलिए बदला क्योंकि उसे यह लग रहा था कि उनके आंदोलन को हैक करने की कोशिश की जा रही है.
कोचिंग संचालकों का जुड़ाव
इस शिक्षा सत्याग्रह की शुरुआत के बाद शुरू के कुछ दिन तो दिलीप जुड़े रहे लेकिन बाद में कई कोचिंग संचालक इससे जुड़ते चले गए. मूल शुरुआत करने वाले नेपथ्य में चले गए. जबकि एक खास बात यह भी है कि अब तक इस मामले में किसी को जेल हुई तो वह एकमात्र नाम दिलीप को ही हुई है.
राजनीति की रोटी सेंकने की कोशिश
इस शिक्षा सत्याग्रह से जुड़े कई अभ्यर्थियों का कहना था कि में विभिन्न दलों ने अपनी राजनीतिक रोटी को भी सेंकने का काम किया. इन अभ्यर्थियों से मिलने के लिए नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव, सांसद पप्पू यादव, जन सुराज के कार्यकारी अध्यक्ष मनोज भारती और जन सुराज के सूत्रधार प्रशांत किशोर के अलावा राजद के भी कई नेता धरना स्थल पर गए थे. इन अभ्यर्थियों ने ही खुद यहां तक कह दिया था कि अगर यहां कोई राजनीतिक रोटी सेंकने के लिए आ रहा है तो वह इस जगह से चले जाए लेकिन अगर कोई इंसाफ दिलाने की नियत से साथ देना चाहता है तो उसका स्वागत है. BPSC अभ्यर्थियों ने इसी प्रकार की सीधी बात जन सुराज के कार्यकारी अध्यक्ष मनोज भारती से तब कही थी, जब वह धरना स्थल पर गए हुए थे.
फंडिंग की बात से हड़कंप
इस शिक्षा सत्याग्रह को लेकर एक वीडियो भी तेजी से वायरल हुआ, जिसमें जन सुराज के सूत्रधार प्रशांत किशोर रविवार की देर रात धरना स्थल पर जाड़े में ओढ़े जाने वाले कंबल की फंडिंग की बात कह रहे हैं. हालांकि उनकी इस बात का मौके पर उपस्थित अभ्यर्थी पुरजोर तरीके से विरोध भी करते दिखे. प्रशांत किशोर जिस तरह की बातें करते हुए नजर आए हैं उससे ये तो साफ है कि यह आंदोलन अब हाईजैक हो चुका है.
BPSC छात्रों पर लाठीचार्ज के खिलाफ दरभंगा जंक्शन पर प्रदर्शन, बिहार संपर्क क्रांति रोकी गई
31 Dec, 2024 12:29 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
दरभंगा: बिहार लोक सेवा आयोग की 70वीं संयुक्त परीक्षा को अभ्यर्थी रद्द करने की मांग कर रहे हैं. पुलिस ने रविवार को अभ्यर्थियों पर लाठीचार्ज कर दिया था. जिसके विरोध में सोमवार 30 दिसंबर को बिहार बंद का ऐलान किया गया है. छात्र पुनर्परीक्षा से कम पर बात मानने को तैयार नहीं हैं. बिहार बंद का असर दरभंगा में भी दिखा. दरभंगा रेलवे स्टेशन पर सोमवार की सुबह प्रदर्शनकारियों ने पुलिस लाठीचार्ज के विरोध में दरभंगा से दिल्ली जा रही बिहार संपर्क क्रांति सुपरफास्ट ट्रेन को दरभंगा स्टेशन पर ही रोक दिया.
दरभंगा स्टेशन पर प्रदर्शनकारियों ने रेल की पटरी पर उतर कर जमकर विरोध जताया है. कई छात्रों ने ट्रेन के इंजन पर चढ़कर सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की. बिहार लोक सेवा आयोग (BPSC) के खिलाफ राज्य के छात्रों का रोष बढ़ता ही चला जा रहा है. छात्र 13 दिसंबर को हुई परीक्षा को रद्द करने की मांग कर रहे हैं.
चक्का जाम का किया ऐलान
आयोग ने इस मांग को सिरे से खारिज कर दिया है. रविवार को राजधानी पटना में पुलिस ने प्रदर्शनकारियों छात्रों पर वाटर कैनन और हल्के बल का भी इस्तेमाल किया. इस कदम से छात्रों में और ज्यादा आक्रोश है. सोमवार को बिहार बंद और चक्का जाम का ऐलान किया गया है. छात्रयुवाओं की तरफ से आयोजित चक्का जाम को अलग-अलग पार्टियों के छात्र संगठनों ने भी समर्थन दिया है. प्रदर्शनकारियों का कहना है कि BPSC अभ्यर्थियों के चल रहे आंदोलन के प्रति सरकार का दमनात्मक और अड़ियल रवैया निंदनीय है. हमारी मांग है कि सरकार उनकी मांगों पर गंभीरतापूर्वक विचार करें और पीटी परीक्षा अविलंब रद्द करें.
बिहार सरकार और प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी
पटना में BPSC छात्रों के आंदोलन के समर्थन में और छात्रों के ऊपर लाठीचार्ज के खिलाफ दरभंगा जंक्शन पर विरोध प्रदर्शन देखने को मिला. इस दौरान बिहार संपर्क क्रांति सुपरफास्ट ट्रेन को घंटों तक रोक कर रखा गया. यही नहीं, प्रदर्शनकारियों ने बिहार सरकार और प्रशासन के खिलाफ जमकर नारेबाजी की. प्रदर्शनकारियों ने आरोप लगाया कि बिहार की सबसे बड़ी सिविल सर्विसेज की परीक्षा में बड़े पैमाने पर धांधली की गई. इसी धांधली का विरोध कर छात्रों पर बिहार की सरकार अपनी हठधर्मिता दिखाते हुए परीक्षा रद्द नहीं करना चाहती है. परीक्षा रद्द करने की मांग को लेकर पटना रैली कर रहे छात्रों पर बिहार की सरकार लाठी चार्ज करवा कर अपने मंसूबे को दिखा दिया है. सरकार ने छात्र हित की बात करने से इनकार कर दिया है. उन्होंने कहा कि सरकार पूरी तरीके से शिक्षा माफियाओं के चंगुल में पूरी तरीके से फंस चुकी है, जिस कारण सरकार पूरी परीक्षा को रद्द करने से इंकार कर रही है.
रांची में केंद्रीय मंत्री आवास के पास होटल मैनेजर को गोली मारकर बदमाशों ने 13 लाख रुपये लूटे
31 Dec, 2024 12:22 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
रांची: झारखंड की राजधानी रांची में अपराधियों के हौंसले बुलंद हैं. बदमाशों ने केंद्रीय रक्षा राज्यमंत्री संजय सेठ के आवास के पास दिनदहाड़े एक युवक को गोली मार दी और उसके पास से 13 लाख रुपये लूट कर फरार हो गए. गोली लगने से घायल युवक की पहचान स्टार लोटस होटल के मैनेजर सुमित कुमार गुप्ता के रूप में हुई है. इस घटना के बाद आस-पास के इलाके में सनसनी फैल गई. वहीं सूचना मिलते ही पुलिस महकमे में भी हड़कंप मच गया.
पैसे छीनने के दौरान होटल मैनेजर को गोली मारी
ITC कंपनी के कर्मचारी सुमित कुमार अपनी कंपनी से 13 लाख रुपए लेकर पंडरा ओपी थाना क्षेत्र स्थित ICICI बैंक पहुंचे थे. इसी दौरान तीन हथियारबंद बदमाश आए और उनके हाथ से रुपयों से भरा बैग लूटने लगे. इस दौरान वहां होटल स्टार लोटस के मैनेजर सुमित कुमार भी मौजूद थे. उन्होंने छीना झपटी देखा और अपराधियों से भिड़ गए. इस दौरान बदमाश कमजोर पड़ने लगे तो होटल मैनेजर सुमित कुमार गुप्ता को गोली मार दी.
रक्षा मंत्री के घर के पास हुई वारदात
इसके बाद बदमाश ITC कंपनी के कर्मचारी सुमित कुमार के हाथ से रुपयों का बैग छीन कर मौके से फरार हो गए. बता दें कि झारखंड पुलिस की ओर से नए साल पर सुरक्षा के पुख्ता प्रबंध के दावे किए जा रहे है. कहा जा रहा है कि राजधानी रांची समेत राज्य भर में कानून व्यवस्था कायम रखने के लिए अतिरिक्त पुलिस बल की तैनाती की गई है. बावजूद इसके केंद्रीय रक्षा राज्य मंत्री के घर से महज 50 फुट की दूरी पर हुई इस वारदात ने झारखंड पुलिस के दावे की पोल खुल गई है.
बदमाशों के निकलने के बाद नाकाबंदी में जुटी पुलिस
बदमाशों ने ना केवल इस वारदात को दिनदहाड़े अंजाम दिया, बल्कि वारदात के बाद वह सुरक्षित तरीके से भाग भी गए. पुलिस के मुताबिक बदमाशों की धरपकड़ के लिए रांची के विभिन्न एंट्री और एग्जिट प्वाइंट पर नाकाबंदी की गई है. इससे पहले रांची के ही नामकुम थाना क्षेत्र में एक जमीन कारोबारी को बदमाशों ने दिनदहाड़े गोलियों से छलनी कर दिया था. बदमाशों ने कारोबारी को 10 राउंड गोली मारी थी.
पुलिस नें शुरू की साइबर जनजागरूकता अभियान
31 Dec, 2024 11:16 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
वाराणसी । धोखाधड़ी एवं साइबर ठगी की बढ़ती हुई घटनाओं को देखते हुए वाराणसी पुलिस ने जनपद के विभिन्न अंचलों में 10 दिवसीय साइबर जन जागरूकता अभियान का संचालन किया है। कार्यक्रम के पहले दिन वाराणसी के 39 सुसुवाही वार्ड में नुक्कड़ सभा एवं संगोष्ठी का आयोजन किया गया।नुक्कड़ नाटक में साइबर ठगी का संदेश आम जनता को दिया गया। इस अभियान का उद्देश्य लोगों को आम साइबर खतरों के बारे में सूचित करना, संभावित जोखिमों की पहचान करने में जनता की मदद करना, निवारक उपाय करना और किसी भी धोखाधड़ी वाली गतिविधियों की रिपोर्ट प्रशासन को देना है । इस अभियान का उद्देश्य नागरिकों को खुद को और अपने परिवार को वित्तीय नुकसान से बचाने के लिए जानकारी के साथ सशक्त बनाना है।
चितईपुर(वाराणसी ) थाना के प्रभारी नें इस सन्दर्भ में जानकारी देते हुए कहा कि जागरूकता अभियान वाराणसी जिले के विभिन्न स्थानों पर 10 दिनों तक चलेगा, जिसमें नुक्कड़ नाटक, सोशल मीडिया अभियान, वीडियो, बैनर, पोस्टर, गोष्ठी और अन्य आकर्षक गतिविधियां शामिल होंगी।उन्होंने ने कहा कि साइबर सुरक्षा जागरूकता वैकल्पिक नहीं है।
सुसुवाही वार्ड 39 के पार्षद सुरेश कुमार पटेल ने बताया कि साइबर धोखाधड़ी के भावनात्मक और वित्तीय प्रभावों से लोगों को बचाना हमारी जिम्मेदारी है। उन्होंने कहा कि साइबर अपराध की गतिविधि गतिशील प्रकृति, ओटीपी शेयरिंग, सेक्सटार्सन, निवेश,धोखाधड़ी और डिजिटल गिरफ्तारी जैसे नए तरीकों से इसकी जटिलता और बढ़ जाती है। सुरेश पटेल नें बताया कि किस तरह साइबर अपराधी साइबर धोखाधड़ी करने के लिए विभिन्न प्रलोभन और धमकियों के जरिए लोगों पर दबाव डालते हैं। उन्होंने कहा कि डिजिटल गिरफ्तारी और डिजिटल पुलिस स्टेशन सिस्टम दुनिया में कहीं भी मौजूद नहीं है, ऐसे में फर्जी कॉल पर भरोसा न करें। उन्होंने लोगों से कहा कि साइबर ठग फर्जी पुलिस, सीबीआई, ईडी, आरबीआई, ट्राई इत्यादि बनकर कॉल करते हैं, उनकी धमकियों में कभी न आए।
कार्यक्रम में विद्यार्थी, किसान, व्यापारी एवं भारी संख्या में आसपास के लोग उपस्थित थे।