उत्तर प्रदेश
राष्ट्रीय पक्षी मोर ने बगहा में सुपरफास्ट ट्रेन को रोका, राजकीय सम्मान के साथ होगा अंतिम संस्कार
8 Feb, 2024 01:57 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
बिहार के बगहा में अचानक ट्रेन की इंजन में उड़ते हुए एक मोर घुस गया. घटना के बाद रेल यात्रियों में अफरा तफरी मच गईं. दिल्ली की ओर से आ रही एक्सप्रेस ट्रेन के ऊपर उड़ रहे मोर के टकराने से बिजली का तार टूट गया और गाड़ी वही रुक गईं. जिसके बाद मोर निचे गिरकर इंजन में फंस गया.
दरअसल, वीटीआर से बाहर निकलकर सप्तक्रांति ट्रेन में अचानक राष्ट्रीय पक्षी मोर घुसकर फंस गया. लिहाजा करीब 3 घंटे से ट्रेनों का परिचालन ठप हो गया था.
घटना वाल्मीकिनगर रोड स्टेशन की
बताया जा रहा है कि आनंद विहार से मुजफ्फरपुर जा रही सुपरफास्ट ट्रेन स्टेशन पर खड़ी रही है. घटना वाल्मीकिनगर रोड स्टेशन की है. इधर, ट्रेन की इंजन को दुरुस्त करने में मौके पर पहुंचे रेलकर्मियों की टीम जुटी. गोरखपुर-मुजफ्फरपुर रेलखंड के बगहा में वाल्मीकिनगर रोड स्टेशन रुट का मामला.
अचानक ट्रेन का इंजन ने काम करना बंद कर दिया
बताया जा रहा है कि वाल्मीकि टाइगर रिजर्व के जंगल से उड़ता हुआ यह मोर रेल ट्रैक पर खड़ी सप्तक्रांति एक्सप्रेस के इंजन पर लगे बिजली के बार से टकरा गया. इसके बाद वह इंजन में फंस गया, जिसकी वजह से ट्रेन इंजन में खराबी आ गई. इसके बाद ट्रेन का इंजन ने काम करना बंद कर दिया.
राजकीय सम्मान के साथ होगा मोर का अंतिम संस्कार
बता दें कि सूचना के बाद रेलकर्मियों की टीम और वन विभाग की भी टीम पहुंची है. जहां जलकर मरे मोर का रेस्क्यू किया जा रहा है. उसके बाद राजकीय सम्मान के साथ मृत मोर का अंतिम संस्कार किया जायेगा. बिहार के इकलौते वीटीआर VTR में राष्ट्रीय पक्षी मोर बहुतायत संख्या में पाए जाते हैं.
लिपिक निलंबित और डीएसई को भेजा गया नोटिस, रिश्वत मांगने और अनियमितता जैसे गंभीर आरोप
8 Feb, 2024 01:41 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
पूर्व सीएम हेमंत सोरेन की गिरफ्तारी के बाद झारखंड में एक और घटाले को लेकर बड़ी कार्रवाई हुई है। पोशाक घोटाले में चर्चा में आए जिला शिक्षा अधीक्षक संतोष गुप्ता पर अब आरोप लगा है कि उन्होंने अपने चहेते लिपिक से बिना कार्य लिए 41 दिनों का वेतन भुगतान कर दिया है। कार्य नहीं लिए जाने की बात उन्होंने अपने पत्र में भी स्वीकार की है।
लिपिक सतीश कुमार सिंह ने दिए गए स्पष्टीकरण में इस बात का जिक्र किया है कि उक्त अवधि में उसने कोई काम नहीं किया है। पूरे प्रकरण को क्षेत्रीय शिक्षा उप निदेशक सुमनलता टोप्पो बलिहार ने घोर लापरवाही बताते हुए नोटिस जारी की है। तीन दिनों के अंदर जवाब मांगा है।
पूरे प्रकरण में घोर लापरवाही और विभागीय आदेश के अवहेलना के आरोप में लिपिक को आरडीडी ने निलंबित कर दिया है। निलंबन के दौरान सतीश कुमार सिंह को चतरा जिला शिक्षा पदाधिकारी कार्यालय में योगदान देने का निदेश जारी किया गया है।
रिश्वत मांगने और अनियमितता जैसे गंभीर आरोप लगे थे
दरअसल, जिला शिक्षा अधीक्षक कार्यालय में कार्यरत लिपिक सतीश कुमार सिंह पर रिश्वत मांगने और अनियमितता जैसे गंभीर आरोप लगे थे। आरोपों की जांच में यह सिद्ध हुआ और उन्हें पहली गलती का हवाला देते हुए चेतावनी देकर मामले को निष्पादित कर दिया था।
सतीश कुमार सिंह का आचरण में बदलाव नहीं हुआ और उन पर फिर आरोप लगे। आरोपों की जांच के बाद उनकी प्रतिनियुक्ति रामगढ़ कर दी गई थी। निर्धारित समय के बावजूद सतीश कुमार सिंह प्रतिनियुक्त स्थल पर नहीं गए।
जांच में पुष्टि होने के बाद आरडीडीई ने पत्राचार कर पूछा था कि प्रभार सौंपने हेतु एक समय-सीमा निर्धारित थी, फिर भी किस कारण लिपिक को रोके रखा गया। यह भी पूछा कि अगर इस दौरान इससे काम नहीं लिया गया तो फिर वेतन कैसे भुगतान हो गया है।
श्रीकृष्ण ने मांगे थे 5 गांव, हमने सिर्फ 3-योगी
8 Feb, 2024 01:30 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
लखनऊ । मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बुधवार को विधानसभा में राज्यपाल के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव पर बोलते हुए अयोध्या में श्रीराम लला की प्राण प्रतिष्ठा को अद्भुत, अलौकिक और अविस्मरणीय क्षण बताया तो राम मंदिर के विरोध के लिए विपक्षी दल समाजवादी पार्टी और नेता प्रतिपक्ष अखिलेश यादव पर जमकर प्रहार किया। उन्होंने कहा कि 22 जनवरी को पूरी दुनिया के लिए अद्भुत क्षण था। भारत के गौरव की प्राण प्रतिष्ठा का कार्य संपन्न हुआ। प्रसन्नता है कि हमने वचन निभाया और मंदिर वहीं बनाया। जो कहा सो किया, जो संकल्प लिया उसकी सिद्धि भी हुई। यही नहीं, सीएम योगी ने अयोध्या के साथ-साथ काशी और मथुरा विवाद को लेकर भी महत्वपूर्ण टिप्पणी की। उन्होंने कहा कि जिस तरह भगवान श्रीकृष्ण ने दुर्याेधन से पांच गांव मांगे थे, उसी तरह यहां सिर्फ तीन स्थलों (अयोध्या, काशी, मथुरा) की बात की गई थी। ये तीनों ईश्वर के अवतरण की धरती हैं। लेकिन एक जिद थी और उसमें राजनीतिक तड़के और वोट बैंक की प्रवृत्ति ने विवाद खड़ा कर दिया। सीएम योगी ने विपक्ष पर तंज कसते हुए कहा कि तब भी दुर्याेधन ने कहा था कि सुई की नोक के बराबर जगह नहीं दूंगा तो महाभारत युद्ध तो होना ही होना था। यहां भी वोट बैंक के लिए हमारी संस्कृति और आस्था को रौंदने वाले आक्रांताओं का महिमामंडन किया गया, जिसे अब देश स्वीकार नहीं करेगा।
सीएम योगी ने अयोध्या और महाभारत के बीच समानता का जिक्र करते हुए कहा कि पिछली सरकारों ने अयोध्या नगरी को प्रतिबंधों और कर्फ्यू के दायरे में रखा। अयोध्या सुनियोंजित तिरस्कार भी झेलती रही। लोकआस्था के साथ ऐसा खिलवाड़ कभी देखने को नहीं मिला। अयोध्या के साथ अन्याय हुआ। 5000 साल पुरानी बात को याद करें तो कृष्ण ने केवल पांच ग्राम मांगे थे। उन्होंने कहा था कि दे दो केवल पांच ग्राम, रखो अपनी धरती तमाम। दुर्याेधन ने श्रीकृष्ण को बंधक बनाने की कोशिश, उलटे हरि को बांधने चला जो था असाध्य उसे साधने चला... यही तो हुआ था अयोध्या, मथुरा और काशी के साथ। ये तीनों विशिष्ट स्थल हैं। पहली बार देखने को मिला कि लोक आस्था के लिए भी गिड़गिड़ाना पड़ा। लेकिन अब जब लोगों ने अयोध्या का उत्सव देखा तो नंदी बाबा ने कहा कि हम क्यों इंतजार करें। उन्होंने रात्रि में बैरिकेड तुड़वा डाले। हमारे कृष्ण कन्हैया कहां मानने वाले हैं। विदेशी आक्रांताओं ने केवल धन दौलत ही नहीं लूटा, इस देश की आस्था को रोंदने का काम किया। आजादी के बाद विपक्षी दलों ने उन्हें केवल वोट बैंक के लिए महिमामंडित करने का कुत्सित प्रयास किया। अब ये देश इसे स्वीकार नहीं करेगा।
सीएम योगी ने कहा कि यूपी ने 22 जनवरी 2024 की घटना को देखा है। पूरा देश अभिभूत था। पूरी दुनिया में हर वह व्यक्ति जो सत्य और न्याय का पक्षधर है वह गौरवान्वित था। हर सनातनी की आंख में आंसू थे। वह अपनी कई पीढ़ियों को कृतज्ञता ज्ञापित कर रहा था। सौभाग्य है कि वहां प्रत्यक्ष रूप से मौजूद था, वहां अद्भुत और ऊर्जा से भरा हुआ वातावरण था। हर सदस्य के चेहरे पर संतोष था कि अयोध्या में जो हुआ है वो अच्छा हुआ है। हर व्यक्ति के मन में ये भाव है कि हम सबको अयोध्या चलना चाहिए। 500 साल के लंबे संघर्ष को सर्वानुमति के साथ उसके समाधान का रास्ता निकला। पूरे देश की जनभावना के अनुरूप रामलला वहां प्रत्यक्ष रूप से विराजमान हो चुके हैं। सीएम योगी ने कहा कि यह दुनिया में पहली घटना थी जहां प्रभु को स्वयं के अस्तित्व के लिए स्वयं प्रमाण जुटाने पड़े थे। राम की मर्यादा हमें धैर्य की प्रेरणा देती है। आज नव्य, भव्य और दिव्य अयोध्या को देख हर कोई अभिभूत है।
सीएम योगी ने पूर्व की सरकारों को कठघरे में खड़ा करते हुए कहा कि ये काम पहले ही हो जाना चाहिए था। हम मानते हैं कि मंदिर का विवाद न्यायालय में था, लेकिन वहां की सड़कों को चौड़ा किया जा सकता था। घाटों का पुनरोद्धार हो सकता था। बिजली की व्यवस्था, स्वच्छता और स्वास्थ्य की व्यवस्था की जा सकती थी। एयरपोर्ट का कार्य किया जा सकता था। विकास के इन कार्यों को किस मंशा के साथ रोका गया था। काशी, मथुरा का विकास अवरुद्ध करने के पीछे कौन सी मंशा थी। विवाद एक स्थल विशेष का था, मगर वहां के लोगों को वहां आने वालों को मूलभूत सुविधाओं से वंचित क्यों किया गया। ये मुद्दा नीयत का है। हमारी आस्था थी और नीति भी साफ थी, नीयत भी स्पष्ट थी। हम बिना रुके, बिना डिगे, बिना झुके अयोध्या भी गए, काशी गए तो नोएडा और बिजनौर भी गए। उन्होंने कहा कि जब व्यक्ति स्वयं शास्वत नहीं है तो कुर्सी कैसे शास्वत रहेगी। सीएम योगी ने कहा कि हम अयोध्या इसलिए जाएंगे कि हमारी आस्था का प्रश्न है। अयोध्या का भव्य दीपोत्सव हमारी सरकार का सौभाग्य है। आज वह नित नए प्रतिमान स्थापित कर रहा है। अयोध्या में सदियों की प्रतीक्षा खत्म हुई। वहां इंटरनेशनल एयरपोर्ट है। 14-15 फ्लाइट देशभर से संचालित है।
सीएम योगी ने नेता प्रतिपक्ष अखिलेश यादव पर करारा प्रहार करते हुए कहा कि नेता प्रतिपक्ष के पूरे भाषण के दौरान सदन में मौजूद था। मुझे आश्चर्य हुआ कि अब बोलेंगे तब बोलेंगे और इस सदी की सबसे बड़ी घटना की ओर भी ध्यान आकर्षित करेंगे, लेकिन वो ध्यान भटकाते रहे। अब तक की उनकी परिपाटी रही है कि तथ्यों और तर्कों से नहीं अपनी जबरन बातों को थोपने का प्रयास करते हैं। 2017 से पहले जिन लोग चार-चार बार सत्ता के सिंहासन पर विराजमान थे उन्होंने यूपी के सामने पहचान का संकट खड़ा कर दिया था। यहां का नौजवान बाहर नहीं जा सकता था। यूपी से बाहर निकलता था तो हेय दृष्टि से देखा जाता था। यहां तो अवसर थे नहीं, बाहर भी नौकरी नहीं मिलती थी। किराए पर कमरे की बात तो दूर होटल और धर्मशालाओं में कमरे भी नहीं मिलते थे। कौन जिम्मेदार है इस स्थिति के लिए? उन्होंने करारा तंज कसते हुए कहा कि अयोध्या में माता शबरी के नाम पर रसोईघर शुरू हो चुका है। माता शबरी के अनुयायी पीडीए के पार्ट हैं या नहीं। निषाद राज के नाम पर रैनबसेरे शुरू हुए हैं, निषादराज के अनुयायी पीडीए का हिस्सा हैं या नहीं। इनका पीडीए यानी ‘परिवार डेवलपमेंट अथॉरिटी’ है। इसमें और कोई है या नहीं, मगर चच्चू नहीं है। एक बार पढ़िए महाभारत। परिवार के तीन सदस्यों के नाम थे, चच्चू का नाम क्यों नहीं था। अगर प्रभु राम को मानते, रामायण से सीखते या महाभारत से ही सीखते तो चच्चू का अपमान नहीं करते।
सीएम योगी ने कहा कि आज अयोध्या की पौराणिकता के साथ साथ भौतिक विकास की भव्य, दिव्य अयोध्या हम सबको दिख रही है। 31 हजार करोड़ की योजनाएं चल रही हैं। इसमें धर्म पथ, श्रीरामपथ, भक्तिपथ, जन्मभूमि पथ का निर्माण हो चुका है। सिंगल लेन की सड़कें फोर लेन हो गई है। गुप्तार घाट, रामघाट, नया घाट, ये दिव्य स्थल बन चुके हैं। राम की पैड़ी में 2017 से पहले पानी सड़ता था। आज यह हरिद्वार की तरह निर्मल बन चुका है। भरत कुंड, सूरज कुंड, ब्रह्म कुंड, मल्टीलेवल पार्किंग जैसे काम हो रहे हैं। नई टाउनशिप का विकास किया जा रहा है। हर राज्य के लिए स्टेट हाउस, हर पंथ के लिए अपनी धर्मशाला बनाने का कार्य हो रहा है। भारत का जनविश्वास और सुदृढ़ हुआ है। लोकआस्था गौरवान्वित हुई है। उन्होंने कहा कि हम सौभाग्यशाली हैं जो अवधपुरी में प्रभु के भव्य मंदिर के साक्षी बने हैं। 16 दिन में 36 लाख से अधिक श्रद्धालुओं ने दर्शन किया है। मंगलवार को अरुणाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री और पूरी कैबिनेट ने दर्शन किया। मंगलवार को ही नेपाल के सांसद और बुधवार को फिजी और सूरीनाम के लोग वहां आ रहे हैं।
सीएम ने कहा कि एक दौर था, जब अयोध्या की गलियों में गोलियों की तड़तड़ाहट थी, परिक्रमाएं प्रतिबंधित थीं। रामनामी गमछा ओढ़ने वालों को गिरफ्तार कर लिया जाता था। यही देश ने देखा है। 1990 से लेकर एक लंबी लड़ाई लड़ी गई। हम आश्वस्त कर सकते हैं कि भव्य-नव्य दिव्य अयोध्या हर भारतवासी को आकर्षित करेगी। अयोध्या को दुनिया का बेस्ट टूरिस्ट डेस्टिनेशन बनाने की कार्यवाही सरकार द्वारा प्रारंभ कर दी गई है। अब अयोध्या में कोई परिक्रमा पर प्रतिबंध नहीं लगा सकता। पंच कोसी, चौदह कोसी और 84 कोसी को भव्य स्वरूप प्रदान किया जा रहा है। अब वहां कर्फ्यू नहीं लगा सकता। वहां मंगल भवन अमंगल हारी का कीर्तन सुनाई दे रहा है। अयोध्या सचमुच की अयोध्या बन रही है। कुछ लोगों ने उसे युद्ध भूमि बना रखा था।
सीएम योगी ने समाजवादी पार्टी के रवैये पर कड़ा प्रहार करते हुए कहा कि हमारे संसदीय कार्यमंत्री ने अयोध्या से संबंधित संकल्पों को सदन में रखा था, उसका भी कुछ सदस्यों ने विरोध किया था। पूरा देश जब आह्लादित है तब सदस्यों का ये भाव जनभावनाओं के साथ खिलवाड़ है। आज हमसे पूरा भारत नई अपेक्षा रखता है। आज अयोध्या आप सबको प्रभु के दर्शन के लिए आमंत्रित करती है। प्रभु सबके हैं, भक्त वत्सल हैं। पूरी दुनिया अयोध्या आना चाहती है। राज्यपाल ने अपने अभिभाषण की शुरुआत यहीं से की थी, मगर नेता प्रतिपक्ष को वोट की चिंता है। उन्हें प्रदेश के गौरव की नहीं वोट बैंक की चिंता है। ये बड़ी खतरनाक व्यथा है। वोट बैंक के लिए हम किस स्तर पर जाकर लोकआस्था से खिलवाड़ कर रहे हैं। राज्यपाल के शब्दों का समर्थन नहीं कर पाए।
कोर्ट का आया बड़ा फैसला; पूर्वी सिंहभूम समेत सात जिलों के वाणिज्य शिक्षकों के प्रोन्नति का आदेश
8 Feb, 2024 01:24 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
राज्य के प्रारंभिक विद्यालयों के वाणिज्य स्नातक योग्यताधारी शिक्षकों को सामाजिक विज्ञान कोटि में ग्रेड-4 में प्रोन्नति प्रदान करने का आदेश दिया गया है। मालूम हो कि कामर्स के शिक्षकों को प्रोन्नति नहीं देने की बात शिक्षा विभाग की ओर से की गई थी।
इसके खिलाफ उच्च न्यायालय में मामला दायर किया गया था। अदालत ने इन सभी शिक्षकों को प्रमोशन देने का आदेश अगस्त 2023 में दिया था, लेकिन विभिन्न जिला में सूची के बनने के बावजूद अब तक इन शिक्षकों को प्रमोशन नहीं दिया है।
इसे अदालत में अवमानना बताते हुए शिक्षकों ने फिर से उच्च न्यायालय का दरवाजा खटखटाया है। इसके बाद स्कूली शिक्षा एवं साक्षरता विभाग की नींद खुली है।
अंतिम सप्ताह तक हर हाल में प्रोन्नति देने का आदेश
बुधवार को ही प्राथमिक शिक्षा के अवर सचिव जागो चौधरी की ओर से सभी जिलों के उपायुक्त एवं जिला शिक्षा अधीक्षक को पत्र जारी करते हुए निर्देश दिया गया है कि जिन जिलों में सूची नहीं बनी है, वे बुधवार की शाम तक प्रोन्नति की सूची मांगी गई है।
जिन जिलों में प्रोन्नति की सूची बनी हुई है, वहां फरवरी के अंतिम सप्ताह तक हर हाल में प्रोन्नति देने का आदेश दिया गया है। साथ ही प्रोन्नति देने से संबंधित शपथ पत्र भी संबंधित जिला शिक्षा अधीक्षकों से मांगी गई है।
पूर्वी सिंहभूम में यह सूची दो माह पूर्व ही बन चुकी है। कुल सात जिलों के प्रारंभिक विद्यालयों में कार्यरत वाणिज्य स्नातक योग्यताधारी शिक्षकों को प्रोन्नति दिया जाना है।
सरायकेला-खरसावां, रांची भी शामिल
पूर्वी सिंहभूम के अलावा लातेहार, पलामू, सरायकेला-खरसावां, लोहरदगा, रांची एवं कोडरमा जिले में प्रारंभिक विद्यालयों में कार्यरत वाणिज्य स्नातक योग्यताधारी शिक्षकों की सूची बन चुकी है। पूर्वी सिंहभूम की सूची में 93 शिक्षक ग्रेड फोर के प्रमोशन के दायरे में आते हैं।
सीएम बनने के बाद पहली बार अपने पैतृक गांव जिलिंगगोड़ा पहुंचे चंपई सोरेन
8 Feb, 2024 01:12 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
मुख्यमंत्री बनने के बाद चंपई सोरेन पहली बार बुधवार को सरायकेला-खरसावां जिले के गम्हरिया में स्थित अपने पैतृक गांव जिलिंगगोड़ा पहुंचे। यहां उन्होंने माझी थान में पूजा-अर्चना कर पत्रकारों से कहा कि हेमंत बाबू ने राज्य के विकास के लिए काफी सुंदर योजनाएं बनाई हैं।
आज किसी गांव में एक आदमी नहीं मिलेगा, जिसे पेंशन नहीं मिल रही हो। गांव-गांव में पूछ-पूछकर योजना बनाई गई हैं। यही बात विरोधी को नहीं पची। उनके पेट में दर्द होने लगा। यहां जब भी कोई आदिवासी नेतृत्व उभरता है, उसे किसी न किसी तरह बदनाम कर दिया जाता है।
उन्होंने शिक्षा, स्वास्थ्य, कृषि समेत हर क्षेत्र-हर वर्ग के लिए बिना भेदभाव के योजना बनाई है, जिसका लाभ सभी को मिल रहा है। गांव में आर्थिक समृद्धि लाने के लिए हेमंत बाबू ने ग्राम गाड़ी योजना शुरू की।
मूलवासियों का धार्मिक स्थान भी सुरक्षित किया जाएगा
इसी क्रम में सीएम ने कहा कि जिस तरह से आदिवासियों के सरना स्थल, जाहेरथान-माझी थान का सुंदरीकरण किया गया है, उसी तरह मूलवासियों का धार्मिक स्थान भी सुरक्षित किया जाएगा। आदिवासी-मूलवासी ने इस राज्य के लिए बहुत संघर्ष किया है। इन सबके बावजूद हमने अपनी परंपरा नहीं छोड़ी।
माझी थान या गोसेड़ थान हमारे लिए बहुत पवित्र स्थल है। गांव में आने पर सबसे पहले वहां प्रणाम करके घर में प्रवेश करते हैं और बाहर जाने पर भी उनसे आज्ञा लेकर ही निकलते हैं। इस दौरान मुख्यमंत्री ने जिलिंगगोड़ा में वीर शहीद डिब्बा-किशुन की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर श्रद्धांजलि भी दी।
करीब डेढ़ बजे अपने गांव पहुंचे थे सीएम
एक सवाल के जवाब में सीएम ने कहा कि मंत्रिमंडल का विस्तार बहुत जल्द किया जाएगा। मुख्यमंत्री हेलिकाप्टर से दोपहर करीब डेढ़ बजे अपने गांव पहुंचने के बाद पास में ही अपने निजी सचिव गुरुप्रसाद महतो के गांव तिरिलडीह गए। उनके पिता राधागोविंद महतो का मंगलवार सुबह निधन हो गया था।
मुख्यमंत्री ने शोक संतप्त परिवार को सांत्वना दी। शाम करीब तीन बजकर 45 मिनट पर मुख्यमंत्री हेलिकाप्टर से रांची रवाना हो गए।
इस अवसर पर कोल्हान के डीआइजी अजय लिंडा, उपायुक्त रविशंकर शुक्ला, एसपी डॉ. विमल कुमार सहित सरायकेला-खरसावां जिले के लगभग सभी प्रशासनिक पदाधिकारी उपस्थित रहे। अपराह्न करीब तीन बजकर 45 मिनट पर मुख्यमंत्री हेलिकाप्टर से रांची के लिए रवाना हो गए।
भव्य और दिव्य रूप से संपन्न कराएंगे 2025 महाकुंभ-योगी
8 Feb, 2024 12:30 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
लखनऊ । मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने ऐलान किया है कि 2025 के महाकुंभ को 2019 से भी अधिक भव्य और दिव्य रूप से संपन्न कराया जाएगा। बुधवार को राज्यपाल के अभिभाषण पर धन्यवाद ज्ञापित करते हुए सीएम योगी ने कहा कि हम 2025 के महाकुंभ को भव्य दिव्य रूप में संपन्न कराएंगे। 2019 में जब प्रयागराज कुंभ था, तब काशी, अयोध्या, चित्रकूट, नैमिषारण्य और विंध्यवासिनी का धाम इस रूप में नहीं था। हमारा अनुमान है कि 19 के कुंभ की तुलना में दोगुना श्रद्धालु यहां आएंगे। उनके लिए अवस्थापना की सुविधाएं विकसित करने के लिए अभी से कार्य शुरू हो चुका है। 9 आरओबी बनाए गए हैं, नया सिविल टर्मिनल बनाने का कार्य किया गया, 250 से अधिक सड़कों का चौड़ीकरण और सुदृढ़िकरण का कार्य हुआ। 114500 शौचालयों का निर्माण हुआ। इस साल भी माघ मेला में अब तक 40 लाख श्रद्धालु संगम में स्नान कर चुके हैं।
सीएम योगी ने कहा कि माघ मेले को 2025 के प्रयागराज महाकुंभ के पूर्व के रिहर्सल के रूप में सरकार लेकर चल रही है। हमारे सामने 2019 के प्रयागराज को आयोजित करने का उदाहरण है। पहली बार 24 करोड़ से अधिक श्रद्धालुओं ने पहुंचकर नया कीर्तिमान स्थापित किया। सुरक्षा, स्वच्छता और सुव्यवस्था का क्या मॉडल हो सकता है, ये प्रयागराज कुंभ में देखने को मिला। दुनिया के 100 से अधिक देशों के राजनयिक वहां आए थे। इतने बड़े जनसमुदाय को देखकर सबने व्यवस्था की सराहना की थी। आजादी के बाद पहली बार मौनी अमावस्या पर 5 करोड़ श्रद्धालुओं ने डुबकी लगाई थी। पहली बार आजादी के बाद अक्षय वट, सरस्वती कूप के दर्शन श्रद्धालुओं ने किए थे। उन्होंने कहा कि आज भारत जिस सांस्कृतिक पुनर्जागरण में प्रवेश कर चुका है, उसमें अयोध्या का दीपोत्सव, ब्रज का रंगोत्सव, काशी की देव दीपावली पूरे देश में अपनी पहचान बना रही है।
आज से असर दिखाएगी ठंड कल नौ डिग्री तक गिरेगा पारा, बारिश भी ढाएगी सितम
8 Feb, 2024 11:30 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
धूप-छांव की आवाजाही के बीच बुधवार को शहर का मौसम सामान्य रहा। सुबह देर तक कोहरा छाने के बाद दिन में धूप खिली पर सर्द हवा भी चली। गुरुवार से एक बार फिर ठंड असर दिखा सकती है। 13-14 डिग्री पर पहुंचे न्यूनतम तापमान में तीन से चार डिग्री तक गिरावट आएगी।
आज कुछ ऐसा रहेगा मौसम का हाल
शुक्रवार को शहर न्यूनतम तापमान नौ डिग्री पर रहने की संभावना है। तापमान गिरने से ठंड लौटेगी। मौसम विभाग ने इसके संकेत दिए हैं। मौसम केंद्र रांची से जारी अपडेट में बताया गया है कि राज्य में अगले तीन दिनों में तीन से चार डिग्री तक की गिरावट आएगी। उसके बाद दो से चार डिग्री की बढ़ोतरी होगी।
फिर शुरू होगा बादल छाने का दौर
रविवार तक मौसम साफ रहने के बाद अगले सप्ताह से फिर बादल छाने का दौर शुरू होगा। 11 से 13 फरवरी के दौरान अलग-अलग भागों में हल्की बूंदाबांदी की संभावना है। बुधवार को धनबाद का अधिकतम तापमान 24.9 व न्यूनतम तापमान 13.8 डिग्री रहा। पिछले चार-पांच दिनों में पांच-छह डिग्री तक बढ़ोतरी हुई है।
यूपी पुलिस में सिपाही भर्ती परीक्षा के एडमिट कार्ड
7 Feb, 2024 07:30 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
लखनऊ । यूपी पुलिस में 60,244 सिपाहियों की भर्ती के लिए होने वाली लिखित परीक्षा के लिए अभ्यर्थी 10 फरवरी से एडमिट कार्ड डाउनलोड कर सकते हैं। बोर्ड ने बताया कि राज्य के सभी 75 जिलों में पुलिस भर्ती परीक्षा होगी। गौरतलब है कि 60 हजार 244 पदों के लिए यूपी पुलिस भर्ती बोर्ड की तरफ से ऑनलाइन आवेदन मांगे गए थे।
जिसके बाद करीब 48 लाख से ज्यादा अभ्यर्थियों ने इसके लिए आवेदन किया है। पुलिस सिपाही भर्ती के लिए 17, 18 फरवरी को 2 हजार 377 केंद्रों पर प्रवेश परीक्षा होगी। यह परीक्षा एक दिन में दो पालियों में होगी। नकलविहीन परीक्षा करवाने के लिए पुलिस भर्ती बोर्ड मुख्यालय में दो कंट्रोल रूम भी बनाए गए हैं। परीक्षा केंद्रों की मुख्यालय से रियल टाइम मॉनिटरिंग की जाएगी।
यूपी में 10 लाख करोड़ के निवेश का भूमिपूजन 19 फरवरी को होगा
7 Feb, 2024 06:30 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
लखनऊ । यूपी सरकार ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट में हुए समझौतों के लिए भूमिपूजन समारोह का आयोजन 19 फरवरी को होने जा रहा है। इसमें करीब 10 लाख करोड़ रुपयों के सनझौतों को शामिल किया जाएगा। ग्लोबल इंवेस्टर्स समिट 2023 में यूपी के लिए 38 लाख करोड़ रुपए के समझौते हुए थे। इन्हें अब धरातल पर उतारने की तैयारी है। इसके लिए आगामी 19 फरवरी को योगी सरकार लखनऊ के इंदिरा गांधी प्रतिष्ठान में भूमिपूजन कार्यक्रम का आयोजन करने जा रही है।
इस समारोह में 10 लाख करोड़ रुपए के लगभग 14 हजार एमओयू को शामिल किया जाएगा। बीते साल 2023 के फरवरी महीने में ग्लोबल इंवेस्टर्स समिट में 33 लाख करोड़ रुपए के एमओयू साइन किए गए थे। अब यह बढ़कर 38 लाख करोड़ रुपए से अधिक के हो गए हैं। इनके लिए भूमि पूजन कार्यक्रम की तैयारियां की जा रही थीं लेकिन अब तक तारीख तय नहीं हुई थी। अब 19 फरवरी को आईजीपी में भूमिपूजन का कार्यक्रम किया जा रहा है। लखनऊ में होने वाले इस कार्यक्रम के लिए तैयारियां की जा रही हैं। इस कार्यक्रम में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शामिल हो सकते हैं। इस दौरान देश-विदेश के निवेशकों को भी आमंत्रित किया जाएगा।
बढ़ती जा रही हैं हेमंत सोरेन की मुश्किलें, पांच और दिन के लिए बढ़ी हिरासत
7 Feb, 2024 03:50 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन की मुश्किलें बढ़ती जा रही हैं। रांची की विशेष पीएमएलए कोर्ट ने बुधवार को हेमंत सोरेन की हिरासत पांच और दिन के लिए बढ़ा दी। सोरेन की पिछली पेशी के दौरान कोर्ट ने उन्हें पांच दिन की प्रवर्तन निदेशालय की हिरासत में भेज दिया था।
सात घंटे की पूछताछ के बाद गिरफ्तार किया गया था
इससे पहले ईडी ने पिछले बुधवार यानी 31 जनवरी को मनी लॉन्ड्रिंग मामले में सात घंटे की पूछताछ के बाद झारखंड के सीएम हेमंत सोरेन को गिरफ्तार कर लिया था। इससे पहले सोरेन को ईडी की हिरासत में राज्यपाल से मिलकर सीएम पद से इस्तीफा देना पड़ा था।
अपने अफसरों के खिलाफ दर्ज FIR रद्द कराने हाईकोर्ट पहुंची ईडी
इससे पहले हेमंत सोरेन की तरफ से प्रवर्तन निदेशालय के अफसरों के खिलाफ एससी-एसटी एक्ट में दर्ज एफआईआर को लेकर एजेंसी ने हाईकोर्ट का दरवाजा खटखटाया था। ईडी ने सोरेन के केस दर्ज कराने के फैसले को चुनौती दी है। बताया गया है कि एजेंसी ने इस मामले में झारखंड हाईकोर्ट में तीन फरवरी को याचिका दायर की थी।
क्या है मामला?
गौरतलब है कि हाल ही में ईडी की टीमों ने हेमंत सोरेन के दिल्ली स्थित आवास पर छापेमारी की थी। इसी के बाद सोरेन ने रांची पुलिस से ईडी अधिकारियों के खिलाफ शिकायत की और एफआईआर दर्ज कराई गई। बता दें कि सोरेन के दिल्ली आवास में छापेमारी के बाद ईडी ने भारी मात्रा में बंगले से नकदी बरामद की थी। ईडी के अधिकारियों ने बताया था कि हेमंत सोरेन के बंगले से 36 लाख रुपये नकद बरामद किए गए, साथ ही दो लग्जरी कार भी जब्त की गईं।
ईडी का दावा- रांची में सोरेन के पास 8.5 एकड़ भूखंड
इस बीच ईडी ने विशेष अदालत को बताया कि सोरेन के पास रांची में एक दूसरे से सटे 12 भूखंड हैं जिनका माप कुल 8.5 एकड़ है। इन पर सोरेन का अवैध कब्जा है और वह उनका उपयोग करते हैं और उन्होंने यह जानकारी छिपा कर भी रखी थी। एजेंसी ने कहा कि ये भूखंड मनी लॉन्ड्रिंग निवारण अधिनियम (पीएमएलए) के तहत अपराध की आय है।
राज्य सरकार के कर्मचारी और राजस्व विभाग में सब इंस्पेक्टर भानू प्रताप प्रसाद के खिलाफ राज्य के विभिन्न ठिकानों पर छापेमारी में संपत्तियों के दस्तावेज मिले थे। इससे पता चला कि प्रसाद अन्य लोगों के साथ मिलकर संपत्तियों को अवैध रूप से हासिल करने की साजिश में शामिल था, इसमें हेमंत सोरेन द्वारा हासिल की गई संपत्तियां भी शामिल हैं। प्रसाद के मोबाइल फोन में भी इसके विवरण मिले थे।
चंडीगढ़ मेयर चुनाव को लेकर अखिलेश यादव ने भाजपा को घेरा
7 Feb, 2024 03:15 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
लखनऊ । समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष और उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने चंडीगढ़ मेयर चुनाव की धांधली का जिक्र करते हुए कहा कि भाजपा की धांधली अब उनके समर्थकों के लिए भी घोर शर्मिंदगी का विषय है। सपा प्रमुख ने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर अपने एक पोस्ट में कहा, ‘‘चंडीगढ़ मेयर चुनाव में कैमरे में दर्ज भाजपा (भारतीय जनता पार्टी) की धांधली न केवल माननीय सर्वाेच्च न्यायालय के लिए सबूत बनी है, बल्कि आज तक उनके समर्थक रहे लोगों के लिए घोर शर्मिंदगी का विषय भी है।’’
पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने कहा, ‘‘भाजपा ने 2022 के उप्र के विधानसभा चुनावों में वोटर लिस्ट की हेराफेरी से लेकर मतदान, मतगणना व परिणाम घोषित करने तक की प्रक्रिया में यही धांधली शासन-प्रशासन, चुनाव आयोग के कुछ अधिकारियों के साथ मिलकर समाजवादी पार्टी को ज़बरदस्ती हराने के लिए की थी।’’ सपा प्रमुख ने कहा, ‘‘आज सबूत सामने है और भाजपा समर्थक चुल्लू भर पानी ढूँढ रहे हैं जबकि सपा समर्थक आगामी लोकसभा चुनावों में 90 प्रतिशत पीडीए (पिछड़ा, दलित व अल्पसंख्यक) के साथ अपने वोट की रक्षा करने व भाजपा की हर धांधली को रोकने के लिए एकजुट हो गये हैं।’’ यादव ने इसी पोस्ट में दावा किया, ‘‘इस बार भाजपा की कोई भी घपलेबाजी और चालबाज़ी नहीं चलने दी जाएगी।’’
राहुल गांधी असफल हो चुके हैं -ब्रजेश पाठक
7 Feb, 2024 02:15 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
लखनऊ । उत्तर प्रदेश के उप मुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक ने कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी पर तंज करते हुए मंगलवार को कहा कि राहुल असफल हो चुके हैं और उन्हें कोई भी स्वीकार नहीं कर रहा है।यहां संवाददाताओं से बातचीत में राहुल गांधी की भारत जोड़ो न्याय यात्रा के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा, वह न्याय यात्रा नहीं है। वह किनारे-किनारे ही निकल लेंगे। पिछली बार भी किनारे-किनारे ही निकल गए थे। इसे हमारे गांव में कहते हैं... पतली गली से निकल लेना।’’ उन्होंने कहा कि राहुल गांधी पूरी तरह से असफल हो चुके हैं। ‘री-लॉन्च’ करने का कारण सभी लोग समझते हैं कि वह असफल हो चुके हैं और उन्हें कोई स्वीकार नहीं कर रहा है। गौरतलब है कि कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी की अगुवाई में 14 जनवरी से मणिपुर से शुरू हुई ‘भारत जोड़ो न्याय यात्रा’ 14 फरवरी को उत्तर प्रदेश में प्रवेश करेगी।
उप मुख्यमंत्री ने इंडियन नेशनल डेवलपमेंटल इंक्लूसिव अलायंस (इंडिया) के बारे में तंज करते हुए कहा कि जब यह गठबंधन बना था तभी मैंने कहा था कि यह नयी ‘पैकिंग’ में पुराना माल है। यह संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन (संप्रग)- एक और संप्रग-दो में भ्रष्टाचार और कदाचार में आकंठ डूबे रहे लोगों का एक समूह है। यह सत्ता लोभी और कुर्सी के भूखे लोगों का समूह है। देश और प्रदेश की जनता से इनका कोई सरोकार नहीं है। उन्होंने दावा किया कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में उत्तर प्रदेश में गरीब कल्याण योजनाओं के माध्यम से हम बड़ी संख्या में लोगों को गरीबी रेखा से ऊपर लाने में सफल हुए हैं और सबसे बड़ी बात यह है कि गरीब कल्याण योजनाओं ने जन-जन का भरोसा जीता है और उनके जीवन स्तर को ऊपर उठाने में भारतीय जनता पार्टी कामयाब हुई है।
तेज गति से वाहन चलाने से रोका तो मारी गोली.. मौत, आरोपी फरार
7 Feb, 2024 01:39 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
बिहार के रोहतास जिला के मुफस्सिल थाना क्षेत्र में तेज गति से वाहन चलाने से मना करने की कीमत एक युवक को अपनी जान देकर चुकानी पड़ी. मामला इंद्रहिया गांव में मंगलवार की रात करीब नौ बजे का बताया जा रहा है. जानकारी के मुताबिक, गांव में एक शादी थी और बारात द्वार लगने का कार्यक्रम चल रहा था.
इसी बीच, गांव के एक-दो युवक सड़क पर तेज गति से कार चलाने लगे. गांव के ही युवक धर्मराज राम ने दुर्घटना की आशंका को लेकर कार चला रहे युवकों से कार धीरे चलाने की गुजारिश की. कार चलाने वाले युवकों को यह नसीहत नागवार गुजरी और विवाद शुरू हो गया.
आरोप है कि कार चला रहे युवक ने धर्मराज को गोली मार दी. आनन-फानन में उसे स्थानीय अस्पताल ले जाया गया, जहां चिकित्सकों ने मृत घोषित कर दिया. सासाराम सदर के पुलिस उपाधीक्षक दिलीप कुमार ने बुधवार को बताया कि घटना की सूचना मिलने के बाद पुलिस ने घटनास्थल पर पहुंचकर मामले की छानबीन की है. घटना के बाद से आरोपी फरार है. आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी की जा रही है.
शादी की 18वीं सालगिरह पर कल्पना ने पति को याद कर लिखा भावुक पोस्ट
7 Feb, 2024 01:23 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन और उनकी पत्नी कल्पना सोरेन की शादी की आज 18वीं सालगिरह है। दोनों की शादी साल 2006 में हुई थी। गौरतलब है कि हेमंत सोरेन इन दिनों रांची जमीन घोटाला मामले में ईडी की हिरासत में हैं और उनकी अनुपस्थिति में उनका आधिकारिक एक्स अकाउंट उनकी पत्नी कल्पना चला रही हैं।
पति को याद कर भावुक हुईं कल्पना
आज शादी की सालगिरह के मौके पर कल्पना अपने पति को याद कर भावुक हुईं और उनकी जल्द वापसी की उम्मीद भी जताई। कल्पना ने एक पोस्ट कर लिखा, मैं एक वीर झारखण्डी योद्धा की जीवन साथी हूं। आज के दिन मैं भावुक नहीं होऊंगी। हेमंत जी की तरह ही विषम परिस्थितियों में भी मुस्कुराते हुए उनके साहस और संघर्ष की शक्ति बनूंगी।
पत्नी का हमेशा मिला साथ: हेमंत सोरेन
हेमंत सोरेन के व्यक्तिगत जीवन में उनकी पत्नी की बड़ी भूमिका है। दोनों की शादी 7 फरवरी 2006 को हुई और इसी दिन से वेलेंटाइन वीक की भी शुरुआत होती है। इनके दो बच्चे भी हैं।
हेमंत सोरेन खुद एक बार कह चुके हैं कि उनके जीवन के उतार-चढ़ाव भरे संघर्षपूर्ण सफर में उनकी पत्नी हमेशा उनके साथ रही हैं। उनकी सफलता में भी कल्पना का काफी योगदान है।
सालगिरह पर कभी गए बनारस, तो कभी गुवाहाटी
पूर्व सीएम हेमंत सोरेन शादी की सालगिरह को हर बार कुछ स्पेशल तरीके से मनाने में यकीन रखते हैं। शादी की 14वीं वर्षगांठ पर वह अपने परिवार संग बनारस गए थे और 16वीं वर्षगांठ पर गुवाहाटी में मां कामख्या का दर्शन किया था। इस बार दोनों एक-दूसरे से अलग होकर एक-दूजे को याद कर इस दिन को मना रहे हैं।
श्ईवी उपयोग पोर्टलश् को कई खूबियों से लैस करने पर योगी सरकार का फोकस
7 Feb, 2024 01:15 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
लखनऊ । उत्तर प्रदेश को उत्तम प्रदेश बनाने के विजन से कार्य कर रही योगी सरकार प्रदेश को प्रगति की नई गति प्रदान कर रही है। इस क्रम में, उत्तर प्रदेश में स्वच्छ ऊर्चा को बढ़ावा देने के लिए प्रदेश में इलेक्ट्रिक व्हीकल्स (ईवी) के प्रयोग व विनिर्माण को प्रश्रय दे रही योगी सरकार ने अब ईवी उपयोग पोर्टल को कई खूबियों से लैस करने पर फोकस कर रही है। सीएम योगी की मंशा के अनुसार, ईवी उपयोग पोर्टल को क्लाउड सर्वर पर होस्ट करने और इनवेस्ट यूपी की ऑफिशियल वेबसाइट से इंटीग्रेट करने की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। उत्तर प्रदेश डेवलपमेंट सिस्टम्स कॉरपोरेशन लिमिटेड ने इस प्रक्रिया को प्रारंभ करते हुए एक वर्ष के लिए सॉफ्टवेयर डेवलपमेंट एजेंसी को कार्यभार सौंपे जाने की कार्रवाई शुरू कर दी है। उल्लेखनीय है कि क्लाउड सर्वर एक पूल बेस्ड सेंट्रलाइज्ड सर्वर प्रोवाइडर है जिसे एक नेटवर्क (आमतौर पर इंटरनेट) पर होस्ट और वितरित किया जाता है। इसकी कई विशेषताओं में से एक खास विशेषता यह भी है कि इस प्रक्रिया को लागू करने के बाद इस सर्वर नेटवर्क को कई उपयोगकर्ताओं द्वारा मांग के अनुसार एक्सेस किया जा सकेगा।
क्लाउड सर्वर दुनिया में कहीं भी स्थित हो सकते हैं और क्लाउड कंप्यूटिंग के जरिए रिमोट एक्सेस से उपयोग में लाया जा सकता है। वहीं, इसके विपरीत, पारंपरिक डेडिकेटेड सर्वर हार्डवेयर आम तौर पर एक संगठन द्वारा विशेष उपयोग के लिए परिसर में स्थापित किया जाता है। हालांकि, कुछ मामलों में, क्लाउड सर्वर को क्लाउड प्रदाता द्वारा समर्पित सर्वर के रूप में भी कॉन्फिगर किया जा सकता है। यह क्लाउड स्टोरेज, डेटाबेस, नेटवर्किंग व डेडिकेटेड सॉफ्टवेयर समेत तमाम खूबियों से लैस होगा। कॉस्ट एफेक्टिवनेस, स्केलेबिलिटी, इंटीग्रेशन, एपीआई कन्वीनिएंस और रिलाइबेलिटी समेत साइबर सिक्योरिटी के प्वॉइंट ऑफ व्यू से क्लाउड सर्वर बेहतर साबित होता है। यही कारण है कि ईवी उपयोग पोर्टल को भी इस सुविधा से लैस करने के लिए सीएम योगी के विजन अनुसार यूपीडेस्को ने प्रक्रिया शुरू कर दी है।
इनवेस्ट यूपी की वेबसाइट के साथ इंटीग्रेट होने के साथ ही यूपीडेस्को द्वारा ईवी उपयोग पोर्टल को क्लाउड सर्वर पर होस्ट करने की विस्तृत कार्ययोजना तैयार की गई है। इसके अनुसार, एक वर्ष के लिए सॉफ्टवेयर डेवलपमेंट एजेंसी को ऐसा करने के लिए कार्यभार सौंपा जाएगा। इस क्लाउड सर्वर व इंटीग्रेशन प्रक्रिया को मेइटी इंपैनेल्ड सर्विस प्रोवाइडर द्वारा अंजाम दिया जाएगा। यह क्लाउड 4 कोर, 32 जीबी रैम युक्त, 50 जीबी एसएसडी, विंडो सर्वर 2019, 1 स्टैटिक आईपी व एक टीबी बैंडविड्थ तथा टेक्निकल सपोर्ट युक्त 12 यूनिट्स के जरिए किया जाएगा। कार्य प्राप्त करने वाली सॉफ्टवेयर डेवलपमेंट एजेंसी इस इंफ्रास्ट्रक्चर को विकसित व संचालित करने के साथ ही एक वर्ष की अवधि में मेंटिनेंस समेत तमाम तकनीकी प्रक्रियाओं को भी पूर्ण करेगी।