उत्तर प्रदेश
मेरठ हत्याकांड: पत्नी और प्रेमी ने मिलकर की सौरभ राजपूत की हत्या
12 May, 2025 11:30 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
उत्तर प्रदेश के मेरठ में प्रेम प्रसंग के चलते सौरभ राजपूत की हत्या कर कर दी गई थी. सौरभ राजपूत की हत्या उसकी पत्नी मुस्कान और उसके प्रेमी साहिल ने की. इस हत्याकांड की मेरठ ही नहीं देशभर में चर्चा हुई. अब पुलिस इस हत्याकांड के मामले में कोर्ट में चार्जशीट दाखिल करने जा रही है. पुलिस की चार्जशीट में हत्या से जुड़े मजबूत सबूतों की लिस्ट है.
आरोपियों के खिलाफ पुलिस की ये चार्जशीट 1400 पन्नों की है. पुलिस सूत्रों के अनुसार, चार्जशीट में 16 मजबूत गवाह भी शामिल किए गए हैं. पुलिस को चार्टशीट तैयार करने में लगभग 54 दिन का समय लगा. पुलिस मंगलवार यानी कल कोर्ट में आरोपियों के खिलाफ चार्जशीट दाखिल करने जा रही है.
चार्जशीट में हत्याकांड का है हर पहलू
अधिकारियों ने दावा किया है कि इस हत्याकांड के हर पहलू का ध्यान रखा गया है और एक मजबूत चार्जशीट दाखिल की जा रही है. एसपी सिटी आयुष विक्रम सिंह ने कहा कि सौरभ हत्याकांड की चार्जशीट बना ली गई है. सोमवार को छुट्टी है. इस वजह से पुलिस मंगलवार को कोर्ट में इस चार्जशीट को दाखिल करेगी. चार्जशीट इस बात को ध्यान में रखकर बनाई गई है कि दोनों आरोपियों को कड़ी से कड़ी सजा दिलाई जा सके.
गौरतलब है कि सौरभ लंदन से लौटा था. उसको तीन मार्च की रात ब्रहापुरी के इंदिरापुरम में खाने में नशे की दवा दी गई, ताकि वो बेहोस हो जाए. इसके बाद बेहोसी की हालत में उसकी बेरहमी से हत्या कर दी गई. इस मामले ने लोगों को तब और चौंकाया जब पुलिस ने खुलासा किया कि इस हत्याकांड को किसी और ने नहीं, बल्कि सौरभ की पत्नी मुस्कान रस्तोगी ने अपने प्रेमी के साथ मिलकर अंजाम दिया था. आरोपियों ने सौरभ के सीने में चाकू मारा, जिससे उसकी मौत हो गई.
इसके बाद दोनों ने सौरभ के शरीर के चार टुकड़े किए. फिर उसको प्लास्टिक के एक बड़े नीले ड्रम में भरा और ऊपर से ड्रम में सीमेंट और रेत का घोल डाल दिया. पुलिस ने मुस्कान और उसके प्रेमी साहिल को गिरफ्तार किया. ड्रम भी बरामद किया, जिसमें सौरभ के शव टुकड़ों में रखा था. इसके बाद 19 मार्च को पुलिस ने दोनों आरोपियों को कोर्ट पेश किया, जहां से उनको 14 दिन की न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया गया.
फिरोजाबाद की रहस्यमयी घटना: मौत के पीछे तांत्रिक रीतियों का संकेत?
11 May, 2025 03:48 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
उत्तर प्रदेश के फिरोजाबाद से दो मौत का एक ऐसा मामला सामने आया है, जिसे देख पुलिस भी हैरान रह गई. दो लोगों की लाश एक नीम के पेड़ के नीचे पड़ी मिलीं, जिनके पास से एक नींबू, एक पानी से भरा गिलास और एक बूंदी का लड्डू पड़ा मिला. यही नहीं जिस पेड़ के नीचे ये दोनों शव पड़े मिले. उस पर एक गुड़िया लटकी हुई थी और गुड़िया में सुई चुभाई गई थी. पुलिस ने मामले की जांच की शुरू की.
ये मामला फिरोजाबाद के मक्खनपुर का है, जहां दो शव पड़े मिले. जब मामले की जानकारी पुलिस को हुई तो पुलिस मौके पर पहुंची और जांच शुरू की. जांच में पता चला कि मृतक रिश्तेदार हैं, जिनकी पहचान एका के गोकुल गांव के नगला के रहने वाले 55 वर्षीय रामनाथ और इंदिरानगर के रहने वाले 45 वर्षीय पूरन सिंह के रूप में हुई. बताया जा रहा है कि पूरन सिंह तंत्र-मंत्र का काम किया करता था.
पुलिस करा रही फॉरेंसिक जांच
पूरन और रामनाथ के शव के पास से जो पानी से भरा गिलास मिला. पुलिस उसकी फॉरेंसिक जांच करा रही है. इसकी साथ ही लड्डू का सैंपल भी टेस्ट के लिए भेजा गया है. अब कहा जा रहा है कि दोनों मौत का राज एक लड्डू से खुल सकता है. रामनाथ और पूरन की उम्र में काफी अंतर था, लेकिन दोनों की एक-दूसरे के साथ खूब जमती थी. दोनों साथ में घर से निकले थे और रामगढ़ में एक युवक से मिलने के लिए गए थे.
शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेजा
जिस युवक से पूरन और रामनाथ मिलने गए थे. उससे पुलिस पूछताछ कर रही है. रामनाथ पिछले कुछ दिनों से अपने गांव के लोगों से कह रहा था कि उसका 20 लाख का बीमा मैच्योर होने वाला है और फिर उसके पास पैसा ही पैसा होगा. पुलिस ने दोनों के शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है और मामले की गहनता से जांच में जुटी हुई है. पुलिस इस मामले में तंत्र-मंत्र और लड्डू, पानी के गिलास की भूमिका का भी पता लगाने की कोशिश कर रही है.
परिजनों ने कुछ भी कहने से किया इनकार
पूरन तंत्र-मंत्र का काम करता था और उसका गुरु रामगढ़ में रहता था, जहां वह उससे मिलने के लिए रामनाथ के साथ गया था. उसे पुलिस ने हिरासत में ले लिया है और उससे पूछताछ भी जा रही है, लेकिन अभी तक उसने कुछ भी नहीं बताया है. इस मामले में जब पूरन और रामनाथ के घर वालों से पूछताछ की गई तो उन्होंने कुछ भी बताने से साफ तौर पर इनकार कर दिया. रामगढ़ के युवक के अलावा तीन और लोगों को भी मामले में पूछताछ के लिए थाने लाया गया है. पुलिस हत्या की वजह का पता लगाने की पूरी कोशिश कर रही है.
कानपुर क्राइम स्टोरी: नवनीत मर्डर केस में रिटायर्ड जज की पत्नी और बेटों पर सिद्ध हुआ हत्या का आरोप
11 May, 2025 03:48 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
उत्तर प्रदेश के कानपुर के बेहटा बुजुर्ग (साढ़ क्षेत्र) में वर्ष 2007 में हुए चर्चित हत्या के मामले में अदालत ने दिवंगत जज शिववरण सिंह की पत्नी नीलम देवी और उनके दो बेटों, यशोवर्धन और जयवर्धन को दोषी करार दिया है. यह फैसला कानपुर देहात स्थित अपर जिला एवं सत्र न्यायाधीश (एडीजे)-6 गैंगस्टर कोर्ट ने सुनाया. मामले में दोष सिद्ध होने के बाद सजा के निर्धारण के लिए 14 मई की तारीख तय की गई है.
मृतक वीरेंद्र सिंह उर्फ रज्जन सिंह गन्ना विभाग में लिपिक के पद पर सीतापुर में कार्यरत थे. वर्ष 2007 में उनके पारिवारिक चाचा और तत्कालीन जज शिववरण सिंह ने गांव स्थित वीरेंद्र की जमीन पर दीवार बनवाकर कब्जा करने का प्रयास किया. विरोध के बाद वीरेंद्र ने कोर्ट से स्टे प्राप्त कर लिया. आरोप है कि इसी बात से आक्रोशित होकर 29 अप्रैल 2007 की शाम करीब 6:30 बजे शिववरण सिंह ने अपने बेटों व परिजनों के साथ मिलकर वीरेंद्र पर लाठी व कुल्हाड़ी से हमला कर दिया.
इस हमले में वीरेंद्र की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि उनका बेटा नवनीत भी गंभीर रूप से घायल हो गया. नवनीत उस समय सेना में तैनात थे. आरोपियों ने उन्हें मृत समझकर घटनास्थल से फरार हो गए.
2017 में शिववरण सिंह की मौत
घटना के बाद पुलिस ने पीड़ित परिवार की तहरीर पर शिववरण सिंह, उनकी पत्नी नीलम देवी, बेटों यशोवर्धन, जयवर्धन और बहू शीलू के खिलाफ मामला दर्ज कर जांच शुरू की. चार्जशीट दाखिल होने के बाद मुकदमे की सुनवाई चलती रही. इस दौरान वर्ष 2017 में शिववरण सिंह की बीमारी की वजह से मृत्यु हो गई, जिसके बाद उनका नाम मुकदमे से हटा दिया गया. मुकदमे की सुनवाई के दौरान कोर्ट में अंतिम बहस के लिए अभियोजन पक्ष की ओर से एडीजीसी विजय त्रिपाठी ने पक्ष रखा. कोर्ट ने बहू शीलू को साक्ष्य के अभाव में दोषमुक्त कर दिया, जबकि नीलम देवी, यशोवर्धन और जयवर्धन को दोषी माना गया.
विवादों से जुड़ा रहा था जज का अतीत
पूर्व न्यायाधीश शिववरण सिंह की नियुक्ति प्रदेश के कई जिलों में रही, जिनमें फर्रुखाबाद, रामपुर और लखनऊ शामिल हैं. कार्यकाल के दौरान उन्होंने कई राजनीतिक रूप से संवेदनशील मामलों में फैसले सुनाए, जिससे वे अक्सर विवादों में रहे. लखनऊ में जिला जज के पद से सेवानिवृत्त होने के बाद उन्होंने विवादित संपत्तियों की खरीद-फरोख्त शुरू कर दी. स्थानीय ग्रामीणों का आरोप है कि शिववरण सिंह ने कई किसानों की जमीनों पर अवैध कब्जा किया. दबी जबान में ग्रामीण यह भी कहते थे कि भदेवना गांव के एक किसान ने कथित रूप से उनके दबाव में आत्महत्या भी कर ली थी.
18 साल बाद मिला इंसाफ
मृतक वीरेंद्र के भाई जितेंद्र सिंह ने कहा कि 18 वर्षों के लंबे संघर्ष के बाद न्याय मिलना उनके परिवार के लिए राहत की बात है. इस मुकदमे की पैरवी वरिष्ठ अधिवक्ता राजेंद्र सिंह गौतम, सुबोध नारायण त्रिपाठी और राजेश द्विवेदी ने की. वीरेंद्र के तीन बेटे थे. नवनीत वर्तमान में सेना में राजस्थान में तैनात हैं, जबकि सबसे बड़े बेटे अजय की मृत्यु हो चुकी है. सबसे छोटे बेटे विशाल की तैनाती भी गन्ना विभाग में है.
दोषियों को सजा सुनाए जाने के लिए अदालत ने अब 14 मई की तारीख नियत की है. इसी दिन कोर्ट सभी दोषियों को सजा सुनाएगी. पीड़ित पक्ष के अधिवक्ता ने कड़ी से कड़ी सजा की मांग की है.
"जवानों की तपस्या योगियों जैसी" – प्रेमानंद महाराज का भावुक बयान
11 May, 2025 03:45 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव की स्थिति है. इसी बीच प्रेमानंद महाराज ने भारत के जवानों को सैल्यूट किया है. उन्होंने कहा कि वह जो कर रहे हैं और जो कष्ट सह रहे हैं. वह एक तपस्या है, जो की एक योगी ही कर सकता है और जीवन तो एक न एक दिन खत्म होना ही है. प्रेमानंद महाराज के प्रवचन करोड़ों लोग सुनते हैं और उन्हें फॉलो भी करते हैं.
प्रेमानंद महाराज का जवानों को सैल्यूट करने का वीडियो सोशल मीडिया पर सामने आया है, जिसमें प्रेमानंद महाराज जवानों के लिए अपना भाव प्रकट कर रहे हैं. साथ ही उनको सैल्यूट कर रहे हैं. उनका कहना है कि जहां वह अपने परिवार को छोड़कर देश की रक्षा कर रहे हैं. भारत देश उनके परिवार के साथ है. इसके साथ ही उन्होंने जवानों के लिए कहा कि पूरा भारत आपको प्यार की नजरों से देख रहा है. क्योंकि आप सीमा पर खड़े होकर देश की रक्षा कर रहे हैं और कष्ट सह रहे हैं.
“उनकी वजह से हम सुरक्षित”
प्रेमानंद महाराज ने आगे कहा कि आपने जो मार्ग चुना है. वह देश की भक्ति के लिए है और देश की रक्षा के लिए अगर आज हम रात्रि में सो रहे हैं और वह जाग रहे हैं, तो देश सुरक्षित है और वह जो बर्फ में खड़े होकर अपनी तपस्या कर रहे हैं, कष्ट सह रहे हैं. उन्हीं की वजह से हम यहां अपने घरों में सुरक्षित हैं. उनका इस तरह का त्याग और बलिदान भगत प्राप्ति के लिए है.
सोशल मीडिया पर शेयर किया
यही नहीं प्रेमानंद महाराज ने ये भी कहा कि हम यहां वृंदावन में बैठकर सच्चिदानंद भगवान की प्राप्ति के लिए तपस्या कर रहे हैं. वह भी राष्ट्र सेवा के लिए अपनी सेवा कर रहे हैं. वह अपना कर्तव्य पालन कर रहे हैं. उनका जीवन व्यर्थ नहीं जाएगा. ये सभी बातें प्रेमानंद महाराज ने शनिवार को अपने सत्संग के दौरान कहीं, जिसका वीडियो अब सोशल मीडिया पर शेयर किया गया है. अब हर कोई उनके वीडियो को देखकर जवानों के प्रति उनके प्रवचनों की प्रशंसा कर रहे हैं.
ATS की मॉक ड्रिल से पटना के महावीर मंदिर में हड़कंप, श्रद्धालुओं ने समझ लिया कुछ और
11 May, 2025 02:16 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद भारत ने मुंहतोड़ जवाब देते हुए पाकिस्तान में स्थित 9 आतंकी ठिकानों को नेस्तनाबूद कर दिया है. इसी के बाद से ही दोनों देशों के बीच तनाव की स्थिति बनी हुई है. हालांकि, अमेरिका के हस्तक्षेप करने के बाद दोनों ही देश सीजफायर पर सहमत हो गए हैं. देश के कई राज्यों में अलर्ट जारी किया गया था. साथ ही कई जगहों पर मॉक ड्रिल भी की गई थी. ताकि किसी भी तरह की अप्रिय घटना होने पर कैसे लोगों को बचना चाहिए सीख सके. इसी कड़ी में बिहार की राजधानी पटना में भी आतंकवाद निरोधक दस्ता (ATS) की टीम ने मॉक ड्रिल किया है.
राजधानी पटना के महावीर मंदिर में आतंकवाद निरोधक दस्ता (ATS) टीम ने मॉक ड्रिल की. इस दौरान कुछ देर के लिए दर्शन करने आए श्रद्धालुओं को बाहर ही रोक दिया था. जिससे श्रद्धालु डर गए थे. इसके बाद स्थानीय थाने की पुलिस ने श्रद्धालुओं को मॉक ड्रिल के बारे में जानकारी दी, तब कहीं जाकर लोगों ने राहत की सांस ली. हालांकि, कुछ देर बाद मॉक ड्रिल का कार्यक्रम समाप्त हो गया था.
9 आतंकी ठिकानों पर हुआ था एयर स्ट्राइक
आपको बता दें कि आतंकवादियों के 9 ठिकानों पर भारतीय सेना की एयर स्ट्राइक के बाद से ही देशभर के कई राज्य हाई अलर्ट पर है. इसे लेकर भीड़ भाड़ वाले स्थान जैसे रेलवे स्टेशन, बस स्टैंड, एयरपोर्ट समेत अन्य जगहों पर जांच और मॉक ड्रील की जी रही है. ताकि देशवासी अप्रिय घटना से बच सकें. पिछले कुछ दिनों से देश के कई हिस्सों में ड्रोन सहित अन्य तरह के घातक हवाई हमलों से बचने के लिए ब्लैक आउट किया जा रहा है.
महावीर मंदिर में भी हुआ था ब्लैक आउट
बुधवार को पटना में भी ब्लैक आउट मॉक ड्रिल की गई थी, जिसमें 6 बजकर 58 मिनट पर सायरन बजने शुरू हुए. सायरन के बजते ही पूरे शहर की बिजली काट दी गई थी. इस दौरान महावीर मंदिर में भी पूरी तरह से ब्लैक आउट हो गया था.
माता-पिता की उम्मीदों पर फेरा पानी! बेटी ने प्रेमी संग भागकर रचाई शादी, वीडियो किया वायरल
11 May, 2025 02:10 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
बिहार के मुजफ्फरपुर जिले में एक प्रेमी जोड़े ने घर से भागकर शादी कर ली. जबकि घर वाले लड़की को बार-बार समझा रहे थे कि अभी उम्र है, पढ़-लिख लो, फिर बाद में शादी कर लेना. लेकिन लड़की नहीं मानी. लड़की ने अपने प्रेमी के साथ शादी ली. वहीं लड़की ने शादी के बाद एक वीडियो भी जारी किया. जिसमें बताया कि उसने ये कदम अपनी मर्जी से उठाया है और वो अपने पति के साथ ही रहना चाहती है.
जानकारी के मुताबिक, लड़की मुजफ्फरपुर जिले के औराई थाना क्षेत्र के शाही मीनापुर गांव की रहने वाली है. लड़की का अपने ही गांव के एक लड़के से ही प्रेम प्रसंग चल रहा था. फिर उसने घर की बंदिशों को तोड़कर प्रेमी से शादी कर ली. शादी के बाद एक वीडियो भी जारी किया. जिसमें बताया कि उसने ये कदम अपनी मर्जी से उठाया है और वो अपने पति के साथ ही जीवन बिताना चाहती है.
घर से प्रेमी के साथ भागी युवती
परिजनों ने बताया कि कुछ दिनों पहले लड़की घर से लापता हो गई थी. जिसके बाद गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई थी. परिजनों की शिकायत के बाद पुलिस जांच कर रही थी, इसी दौरान युवती की शादी का वीडियो सामने आया. औराई थाना क्षेत्र के शाही मीनापुर गांव की ये घटना अब चर्चा का विषय बनी हुई है. लड़की और लड़के एक ही गांव के हैं, और अलग-अलग जाति के होने से परिवार वाले इस रिश्ते के खिलाफ थे. लेकिन दोनों ने घर से भागकर शादी कर ली.
परिवार वाले कर रहे थे विरोध
सोशल मीडिया पर वायरल वीडियो में लड़की ने कहा है कि उसने किसी दबाव में आकर शादी नहीं की है. उसने अपनी मर्जी से प्रेमी के साथ मंदिर में शादी की. उसने वीडियो में ये भी कहा है कि वो अब अपने पति के साथ ही रहना चाहती है. साथ ही उसने ये भी कहा कि अगर उसके पति या ससुराल वालों के साथ कुछ भी होता है, तो उसके लिए उसके परिवार के लोग जिम्मेदार होंगे.
युवती ने वीडियो शेयर कर कही ये बात
युवती और युवक के बीच कई सालों से प्रेम संबंध चल रहा थां वे दोनों एक ही समुदाय के है, लेकिन जाति अलग होने की वजह से लड़की के परिवार के लोग विरोध कर रहे थे. युवती के परिवार वाले इस रिश्ते के खिलाफ थे. वहीं युवती अपने प्रेमी से किसी भी कीमत पर दूर नहीं होना चाहती थी. परिजनों ने उनके प्यार में रुकावट डालने की कोशिश की, तो घर छोड़कर शादी कर ली.
पटना एयरपोर्ट पर मिला अज्ञात महिला का शव, पाइप काटने के दौरान हुआ खुलासा
11 May, 2025 02:06 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
बिहार के पटना में एयरपोर्ट से एक महिला का शव मिला है. महिला का शव मिलने से क्षेत्र में सनसनी फैल गई है. महिला का शव शनिवार को एयरपोर्ट की नई टर्मिनल बिल्डिंग में रखी (बारिश का पानी जाने वाली) पाइप में मिला. महिला की उम्र 32 साल बताई जा रही है. आशंका जताई जा रही है कि महिला के साथ रेप कर उसकी हत्या कर दी गई.
फिलहाल पुलिस ने महिला के शव को मोर्चरी में भिजवा दिया है और मामले की जांच में जुट गई है. अभी महिला की पहचान नहीं हो पाई है. दरअसल, निर्माणाधीन पटना एयरपोर्ट की नई टर्मिनल बिल्डिंग में पाइप बिछाए गए हैं. ये पाइप छत से बारिश के पानी को जमीन में ले जाने के लिए बिछाए गए हैं. पाइपों को फिट करने के बाद शनिवार शाम उनकी जांच की जा रही थी.
शव मिलने के बाद एययपोर्ट परिसर में अफरा-तफरी
तीन पाइपों से पानी निकल रहा था, जबकि एर पाइप से पानी रिस रहा था. इंजीनियर ने इसका पता लगाने के लिए पाइप को कटर से काटा तो उसमें एक महिला का शव मिला. शव अर्धनग्न अवस्था में पाइप में था. महिला का शव मिलने के बाद एयरपोर्ट परिसर में अफरा-तफरी का माहौल हो गया. महिला का शव मिलने की सूचना एयरपोर्ट थाने को दी गई.
बिल्डिंग में काम करने वालों से पूछताछ कर रही पुलिस
एयरपोर्ट के थानेदार ने बताया कि महिला का शव दो दिन पुराना लग रहा है. वहीं इस मामले में पटना सचिवालय की एएसपी अनु कुमारी ने बताया कि महिला की पहचान करने लिए पुलिस टर्मिनल बिल्डिंग में काम करने वालों से पूछताछ कर रही है. शुरुआती जांच में पुलिस को लग रहा है कि पाइप लाइन बिछाने वाले कर्मी महिला की हत्या में शामिल हो सकते हैं. क्योंकि हत्या के बाद महिला के शव को पाइप में ठूस दिया गया था.
एजेंसियों ने पुलिस को क्या बताया
पुलिस पाइप लाइन बिछाने वाले कर्मचारियों से जानकारी ले रही है. उनसे पूछताछ होगी. घटना को लेकर पुलिस ने उन एजेंसियों से भी संपर्क किया जो इस एयरपोर्ट का काम करवा रही हैं. पुलिस को पता चला है कि तीन एजेंसियों में महिला कर्मचारी काम करती हैं. एजेंसियों ने पुलिस को बताया है कि एक छोड़ कोई भी महिला कर्मचारी गुमशुदा या संदिग्ध हालातों में लापता नहीं है.
महिला की पहचान के बाद ही होगा मामला साफ
हालांकि एक महिलाकर्मी का फोन नहीं लग रहा है. वो रविवार को ड्यूटी पर भी नहीं आई. पुलिस उसके बारे जानकारी जुटा रही है. पुलिस अंदेशा जता रही है कि महिला बाहर से यहां आई मजदूर या यात्री हो सकती है. मामले की जांच चल रही है. महिला की पहचान के बाद ही कुछ साफ होगा.
खौफनाक! बिना ड्राइवर के दौड़ा DJ वाहन, 2 की मौत, 6 घायल
11 May, 2025 02:03 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
बिहार के लखीसराय में हैरान कर देने वाली घटना सामने आई है. यहां बीती देर रात बिना ड्राइवर के ही डीजे वाहन सरपट सड़क पर दौड़ने लगा. इस घटना में डीजे के कुचलने से कई लोग घायल हो गए, जिसमें 2 महिलाओ की मौके पर ही मौत हो गई. वहीं आधा दर्जन घायल लोगों ने स्थानिय अस्पताल में इलाज कराया, जबकि एक गंभीर रूप से घायल युवक को इलाज के लिए मुंगेर रेफर कर दिया गया. इस घटना में दो बाइकें, एक साइकिल और तीन मकानों को भी नुकसान पहुंचा है. जबकि कई लोग बाल-बाल बच गए.
घटना माणिकपुर थाना क्षेत्र के बाकरचक गांव की है. घटना के संबंध में गांववालों ने बताया कि गांव में शादी समारोह था. इसी दौरान लगभग दो घंटे से डीजे बज रहा था. गाड़ी में बैठा ड्राइवर नशे की हालत में था. वह ज्योहीं गाड़ी से उतर कर कही गया, इसी दौरान गाड़ी में बज रहे डीजे की धमक से गाड़ी का गियर छूट गया और डीजे वाहन अनियंत्रित होते हुए सरपट सड़क पर दौड़ने लगा.
दरवाजे पर बैठी 3 महिलाओं को कुचला
डीजे वाहन ने इस दौरान पड़ोस के दरवाजे पर बैठी 3 महिलाओं को कुचल दिया, वहीं अन्य 3 घरों को नुकसान पहुंचाते हुए बिजली के खंभे से टकरा गया. फिर अनियंत्रित होकर वाहन सड़क की ओर मुड़ गया, जिसकी चपेट में एक मोटरसाइकिल और एक साइकिल आ गया. हादसे में डीजे वाहन के अंदर मोटरसाइकिल फंसने से रुक गया, इसके बाद लोगों ने वाहन को बंद किया।
मौके से ड्राइवर फरार
इस घटना में बाकरचक निवासी मालती देवी, पार्वती देवी की मौके पर ही मौत हो गई. वहीं कुसुम देवी गंभीर रूप से घायल हो गईं. घटना के बाद अफरातफरी का माहौल हो गया. सूचना मिलते ही मानिकपुर थाना पुलिस मौके पर पहुंचकर डीजे वाहन को जब्त किया. हालांकि, चालक मौके से फरार हो गया. फिलहाल पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए सदर अस्पताल भेज दिया है. परिजन का आरोप है कि चालक शराब की नशें में था, जिस कारण यह घटना घटी है. वहीं घटना के बाद परिजन में कोहराम मच गया है.
पत्नी का काटा गला...चार माह के मासूम का भी मार डाला, युवक ने सुसाइड नोट में बताई हत्या और खुदकुशी की कहानी
11 May, 2025 02:00 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
उत्तर प्रदेश के बांदा जिले से सनसनीखेज खबर सामने आई है। घरेलू कलह से परेशान एक युवक ने पत्नी की हत्या कर दी। चार माह के मासूम बेटे की भी हत्या की आशंका है। आरोपी युवक ने वारदात को अंजाम देने के बाद खुद भी जान दे दी। दो दिन सभी के शव कमरे के अंदर पड़े रहे। शनिवार दोपहर बदबू आने पर मकान मालिक ने पुलिस को सूचना दी। पुलिस ने मौके पर पहुंचकर दरवाजा तोड़कर तीनों के शव निकाले।
जानकारी के अनुसार, कालिंजर थाना क्षेत्र के रामनगर निवासी जितेंद्र (23) अहमदाबाद में काम करता था। वह अतर्रा के आजाद नगर में पत्नी गौरा (20) और चार माह के बेटे बाबू के साथ किराए के कमरे में रहता था। जितेंद्र ने गुरुवार रात पत्नी गौरा (20) का चाकू से गला रेत दिया। कमरे में चार माह के बेटे बाबू का भी शव मिला। आशंका है कि पिता ने ही उसकी गला दबाकर हत्या कर दी। इसके बाद खुद फंदा लगाकर जान दे दी।
गौरा की मां ममता गांधी नगर में रहती है। ममता ने बताया कि गुरुवार को जितेंद्र ने गौरा को फोन कर कहा कि वह अहमदाबाद से आ रहा है। रात तक घर आ जाएगा। इस पर बेटी रात में मायके से खाना बनाकर ले गई थी। शनिवार की दोपहर उन्हें मकान मालिक रामकुमार प्रजापति ने बताया कि गौरा के कमरे से दुर्गंध आ रही है। उन्होंने पुलिस को इसकी सूचना दी। मृतका की मां ममता ने दामाद पर दहेज के लिए पुत्री को प्रताड़ित कर हत्या करने का आरोप लगाया है। मां का आरोप है कि शादी के बाद से ही जितेंद्र बेटी को मारता पीटता था।एसपी पलाश बंसल, एएसपी शिवराज ने जांच की। फोरेंसिक टीम ने भी साक्ष्य जुटाए। पुलिस को मौके से जितेंद्र का एक सुसाइड नोट भी मिला है, जिसमें उसने सास द्वारा मारपीट करने और फर्जी मुकदमे में फंसाने की धमकी देने की बात लिखी है। पुलिस इसकी भी जांच कर रही है। अतर्रा के आजाद नगर मोहल्ले में जिस कमरे में यह घटना हुई वहां के हालात बयां कर रहे हैं कि गौरा ने बचाव के लिए काफी संघर्ष किया था। कमरे के अंदर जमीन पर 20 लीटर पानी के नीले रंग का ड्रम गिरा पड़ा था। इसके अलावा कपड़े, बाल्टी और खाना बनाने वाला चूल्हा बिखरे पड़े थे। इससे यह प्रतीत होता है कि गौरा ने मरने के पहले पति से हाथापाई की। इसी कारण कमरे का सामान बिखरा हुआ था। इसके बावजूद वह पति से अपनी और मासूम बेटे की जान नहीं बचा सकी है। पुलिस ने मौके पर पड़ा खून से सना चाकू भी बरामद किया है। बताया जाता है कि युवक का सुसाइड नोट मिला है, जिसमें उसने सास और ससुर पर मारपीट करने का आरोप लगाया है।
आजाद नगर मोहल्ले में हुई घटना में मृतक जितेंद्र का लिखा हुआ सुसाइड नोट भी बरामद हुआ है। इसमें उसने सास ममता देवी और ससुर सवालिया पर मारपीट करने आरोप लगाया है। उसने लिखा है कि सास मुकदमे में फंसाने की धमकी देती है। वह बहुत परेशान है। उसके पास मरने के अलावा कोई रास्ता नहीं है। पुलिस सुसाइड नोट की जांच कर रही है। उधर, क्षेत्राधिकारी प्रवीण कुमार यादव ने बताया कि मौके पर कोई सुसाइड नोट नहीं मिला है। जितेंद्र ने मोबाइल पर अपने भाई को लिखकर भेजा था, उसी की कॉपी भाई ने दी है।
छह जिलों की सीमा... रातभर एक्सप्रेसवे और हाईवे पर घूमते रहे दरिंदे; किशोरी से गैंगरेप और मौत की कहानी
11 May, 2025 11:36 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
ग्रेटर नोएडा के सूरजपुर से शाम सात बजे के करीब किशोरियों को कार में बैठाकर आरोपी तीनों युवक रातभर एक्सप्रेसवे और हाईवे पर घूमते रहे। इस दौरान गौतमबुद्धनगर, गाजियाबाद, बागपत, मेरठ, हापुड़ और बुलंदशहर की सीमा से गुजरे। रास्ते में कई टोल प्लाजा और हाईवे के कैमरे भी सामने आए होंगे लेकिन कहीं निगाह में नहीं आ सके।
किशोरी के मुताबिक, इस दौरान युवकों ने हाईवे पर ही चलती कार में उसके साथ सामूहिक दुष्कर्म भी किया। चलती कार से एक किशोरी को फेंकने और दूसरी के साथ सामूहिक दुष्कर्म की इस वारदात ने उत्तर प्रदेश पुलिस की चौकसी पर बड़ा सवाल खड़ा किया है।
आरोपी संदीप और अमित सूरजपुर से किशोरियों को कार में बैठाने के बाद गाजियाबाद पहुंचे। यहां लोनी निवासी अपने साथी गौरव को साथ लिया। फिर पेरीफेरल एक्सप्रेसवे पर पहुंचे। एक्सप्रेसवे से उतरने के बाद बागपत सीमा में घुसे। वहां से मेरठ के जानी में पहुंचकर एक किशोरी को धक्का देकर कार से फेंक दिया।
इसके बाद मेरठ शहर होते हुए बुलंदशहर हाईवे पर पहुंचे। हाईवे पर ही दूसरी किशोरी से कार में सामूहिक दुष्कर्म किया। हापुड़ और बुलंदशहर होते हुए अगले दिन सुबह करीब सात बजे खुर्जा पहुंचे। वहां दुष्कर्म पीड़िता किशोरी को छोड़कर तीनों आरोपी भाग गए। लगभग 12 घंटे तक आरोपी हाईवे और एक्सप्रेसवे पर घूमते रहे। छह जिलों की सीमा में कई थाने, पुलिस चेक पोस्ट, हाईवे पेट्रोलिंग पुलिस के साथ टोल प्लाजा भी आए होंगे। हाईवे पर एक्सप्रेसवे पर कैमरे भी लगे हैं, बावजूद कहीं पुलिस की नजर में नहीं आए। गौतमबुद्धनगर जिले के ग्रेटर नोएडा के सूरजपुर में नौकरी के लिए घर से निकली दो किशोरियों को झांसा देकर तीन युवकों ने अपनी कार में बैठा लिया। कार पेरीफेरल एक्सप्रेसवे पर ले जाकर उन्हें जबरन बीयर पिलाई और छेड़छाड़ की। विरोध करने पर मेरठ के जानी क्षेत्र में ले जाकर एक किशोरी को फेंक दिया, जिससे उसकी मौत हो गई। जबकि मेरठ-बुलंदशहर हाईवे पर तीनों युवकों ने दूसरी किशोरी के साथ चलती कार में दुष्कर्म किया। पुलिस ने मुठभेड़ के बाद तीनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया।
गाजीपुर का गहमर गांव: सैनिकों का गांव, वीरता की गाथाएँ
10 May, 2025 01:45 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
उत्तर प्रदेश के गाजीपुर को ऐसे ही वीर सपूतों का जिला नहीं कहा जाता है. इसे जिले ने प्रथम विश्व युद्ध से लेकर 1965, 1971 और कारगिल युद्ध में बढ़ चढ़कर हिस्सा लिया है. इसी जिले का एक गांव गहमर को युद्ध कौशलता के लिए सैनिकों का गांव भी कहा जाता है. यहां के वीर सपूतों ने 1914 से 1919 के बीच प्रथम विश्व युद्ध में भाग लिया था. गांव के 21 जवानों ने अपने प्राण न्योक्षवार कर वीरता का इतिहास रचा था. इसके बाद तो यहां की युवाओं में सेना में जाने का शौक बन गया और आज इस गांव का प्रत्येक घर भारतीय सेना का गवाह है.
गाजीपुर जिसके नाम का अर्थ वीरों की धरती है और इस बात की पुष्टि चीनी यात्री ह्वेन सांग ने भी किया था. ऐसे में गाजीपुर के एक गांव जो एशिया के सबसे बड़े गांव में शुमार होता है, गहमर की बात करें तो यह गांव अपने आप में काफी अनूठा है. इस गांव में सुबह शाम हर वक्त यहां के युवा भारतीय सेना के लिए तैयारी करते हुए कहीं भी देखे जा सकते हैं. खास कर गंगा किनारे बने मठिया के ग्राउंड पर, जहां पर गहमर के युवा भारतीय सेना का वर्दी अपने सीने पर लगाने के लिए दिन-रात मेहनत करते नजर आते हैं.
पीढ़ी दर पीढ़ी कर रही सरहद की रखवाली
गांव में कम से कम एक जवान या तो सेना में है या रिटायर होकर गांव में है. आंकड़ों की बात करें तो इस गांव से अकेले 12000 से अधिक फौजी सीमाओं की निगहबानी में लगे हुए हैं. गहमर की पहचान वीर सैनिकों के गांव के रूप में भी है. इसका अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि किसी भी परिवार में जाएं तो दादा रिटायर होकर घर पर खेती बाड़ी कर रहे हैं, वहीं उनका बेटा देश की सीमाओं की रक्षा करने में लगा हुआ है. वहीं, उनका पोता भारतीय सेना में जाने के लिए दिन-रात पसीना बहा कर तैयारी करने में लगा हुआ है. इन तीन पीढ़ियों की कहानी से इस गांव की वीरता का अंदाजा लगाया जा सकता है.
झारखंड में मातृ मृत्यु अनुपात में कमी, राष्ट्रीय औसत से बेहतर आंकड़े
10 May, 2025 01:39 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
रांची: झारखंड की आधी आबादी की सेहत को लेकर अच्छी खबर आई है। राज्य में महिलाओं के स्वास्थ्य में सुधार हुआ है। यहां मातृ मृत्यु अनुपात में पांच अंकों की कमी आई है। यह देश में मातृ मृत्यु अनुपात में हुई कमी से अधिक है। देश में इस अनुपात में चार अंकों का ही सुधार हुआ है। अलबत्ता, शिशुओं के स्वास्थ्य में झारखंड तीन वर्ष पहले जहां खड़ा था, आज भी वहीं खड़ा है।
झारखंड में शिशु मृत्यु दर न तो बढ़ी है और न ही कम हुई है। यह दर तीन वर्ष पहले थी, आज भी वही है। रजिस्ट्रार जनरल आफ इंडिया द्वारा सात मई को जारी सैंपल रजिस्ट्रेशन सिस्टम की रिपोर्ट के अनुसार, झारखंड में मातृ मृत्यु अनुपात पहले 56 था जो घटकर अब 51 हो गया है। दूसरी तरफ, पूरे देश में यह अनुपात 97 था, जो घटकर 93 हो गया है।
इसका मतलब यह कि एक लाख शिशुओं के जन्म पर इतनी महिलाओं की मौत प्रसव के दौरान या प्रसव के 45 दिनों के भीतर हो जाती है। मातृ मृत्यु दर की बात करें तो झारखंड में इस दर में आंशिक कमी आई है, जबकि देश में इस दर में कोई सुधार नहीं हुआ है।
झारखंड में यह दर 4.2 थी जो घटकर अब चार हो गई है। झारखंड में महिलाओं के लाइफ टाइम रिस्क में भी सुधार हुआ है। यह 0.15 प्रतिशत से घटकर अब 0.13 प्रतिशत हो गया है। देश में यह दर 0.21 प्रतिशत से घटकर 0.20 प्रतिशत हुई है।
इधर, झारखंड में तीन वर्ष पहले शिशु मृत्यु दर 25 थी, जो अब भी बरकरार है। इसका मतलब यह कि एक हजार शिशुओं के जन्म पर इतने शिशुओं की मौत एक वर्ष के भीतर हो जाती है। यहां लड़कों में यह दर 24 है, जबकि लड़कियों में 26 है। तीन वर्ष पहले भी यही स्थिति थी। हालांकि पूरे देश में इस दर में सुधार हुआ है। देश में शिशु मृत्यु दर 28 थी जो घटकर अब 27 हो गई है।
शिशु लड़कों की बढ़ी मृत्यु दर, लड़कियों की घटी
भले ही तीन वर्षों में झारखंड में शिशु मृत्य दर में कोई अंतर नहीं आया है, लेकिन रिपोर्ट में यह तथ्य भी सामने आया है कि शहरी क्षेत्रों में शिशु लड़कों की मृत्यु दर बढ़ी है। पहले शहरी क्षेत्रों में शिशु लड़कों की मृत्यु दर 19 थी, जो बढ़कर अब 21 हो गई है। राहत की बात यह है कि लड़कियों में यह दर घटी है।
शहरी क्षेत्रों में लड़कियों (एक वर्ष कम आयु) की मृत्यु दर 23 से घटकर 21 हो गई है। ग्रामीण क्षेत्रों में कोई बदलाव नहीं आया है। ग्रामीण क्षेत्रों में शिशु मृत्यु दर 26 है। लड़कों में यह दर 25 तथा लड़कियों में 27 है
मातृ मृत्यु अनुपात और मातृ मृत्यु दर में क्या है अंतर
मातृ मृत्यु अनुपात और मातृ मृत्यु दर में मुख्य अंतर यह है कि मातृ मृत्यु अनुपात प्रति एक लाख जीवित जन्मों पर मातृ मृत्यु की संख्या को प्रदर्शित करता है, जबकि मातृ मृत्यु दर किसी जनसंख्या में मातृ मृत्यु की संख्या को प्रजनन आयु की महिलाओं की संख्या से विभाजित करके प्राप्त किया जाता है, जिसे आमतौर पर प्रति एक हजार महिलाओं पर व्यक्त किया जाता है।
तीन वर्ष बाद जारी हुई एसआरएस की रिपोर्ट
रजिस्ट्रार जनरल आफ इंडिया द्वारा तीन वर्ष बाद एसआरएस की रिपोर्ट जारी हुई है। इससे पहले यह रिपोर्ट वर्ष मई 2022 में जारी हुई थी। उस समय वर्ष 2020 को आधार वर्ष मानकर सर्वे कराकर रिपोर्ट जारी की गई थी। इस बार वर्ष 2021 को आधार वर्ष मानकर रिपोर्ट जारी की गई है।
बिहार में फिल्म शूटिंग को मिली अनुमति, फिल्म प्रेमियों के लिए खुशखबरी
10 May, 2025 01:24 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
बिहार की बयार में बदलाव है। यहां के लोगों, विशेष रूप से फिल्म प्रेमियों के लिए अच्छी खबर है। बिहार में बडी संख्या में फिल्मों की शूटिंग की अनुमति दी गयी है। इनमें हिंदी के साथ ही भोजपुरी, मैथिली तथा एक अंतरराष्ट्रीय फिल्म है, जिसकी भाषा अंग्रेजी है. राज्य की कला संस्कृति विभाग द्वारा दी गयी. जानकारी के अनुसार, राज्य में बिहार फिल्म प्रोत्साहन नीति 2024 के लागू होने के बाद बडी संख्या में फिल्म प्रोडक्शन हाउस और बडे निर्माता निर्देशक बिहार की तरफ आकर्षित हुए हैं.
विभाग द्वारा बताया गया कि इस नीति के लागू होने से पहले बिहार में यदाकदा ही फिल्मों की शूटिंग हुआ करती थी. 19 जुलाई 2024 को इस नीति को राज्य सरकार ने इसके लागू करते हुए इसके कार्यान्वयन की जिम्मेदारी बिहार फिल्म विकास एवं वित्त निगम लिमिटेड को सौंपी. इस नीति के अंतर्गत बिहार में शूट की जाने वाली फिल्मों को चार करोड़ रूपये तक की सब्सिडी दिए जाने का प्रावधान है.
कई फिल्मों को मिली अनुमति
विभाग द्वारा दी गयी जानकारी के अनुसार, बिहार फिल्म प्रोत्साहन नीति 2024 के लागू होने के बाद से बडी संख्या में फिल्म निर्माता बिहार में फिल्म निर्माण के लिए आकर्षित हुए हैं. अब तक 11 फिल्मों को शूटिंग की अनुमति के साथ ही अन्य सुविधाएं तथा पुलिस सुरक्षा प्रदान की गयी है. इनमे एक वेब सिरीज एवं एक डॉक्युमेंटरी फिल्म भी शामिल है. इनमें कई फिल्मों की शूटिंग पूरी भी हो चुकी है और शेष फिल्मों की शूटिंग जारी है. ये फिल्म हिंदी, भोजपुरी, मैथिली तथा एक अंतरराष्ट्रीय फिल्म अंग्रेज़ी में है.
मुरूगदोस फिल्म की चल रही शूटिंग
विभाग द्वारा दी गयी जानकारी के अनुसार, बॉलीवुड के साथ ही दक्षिण भारत की फिल्मों के निर्माता, निर्देशक भी बिहार में फिल्म निर्माण के लिए आकर्षित हुए हैं. आमिर खान की फिल्म गजनी, सलमान खान की सिकंदर, रजनीकांत की दरबार जैसी अन्य कई सुपरहिट फिल्मों के निर्देशक एआर मुरुगदोस की आगामी फिल्म मद्रासी की शूटिंग अभी बिहार में चल रही है.
अक्षय कुमार एवं पंकज त्रिपाठी अभिनीत बॉलीवुड फिल्म ओह माय गॉड-2 के निर्देशक अमित राय की आगामी फिल्म ओह माय डॉग की शूटिंग भी अभी राजधानी समेत बिहार के विभिन्न स्थलों पर चल रही है, जिसमें बिहार के अभिनेता पंकज त्रिपाठी मुख्य भूमिका में हैं. इसके अतिरिक्त फिल्म निर्माता सागर श्रीवास्तव की एक बड़ी फिल्म की शूटिंग के लिए बाल्मीकि नगर में एक विशाल सेट का निर्माण होने जा रहा है.
संघतिया हो सकती है सब्सिडी पाने वाली पहली फिल्म
फिल्म नीति के तहत पुणे फिल्म संस्थान, सत्यजीत रे फिल्म संस्थान तथा राष्ट्रीय नाट्य विद्यालय में अध्ययनरत बिहार के छात्रों के लिए छात्रवृत्ति का भी प्रावधान है. इसके तहत अभी एक छात्र को छात्रवृत्ति की अनुमति दी जा चुकी है, जबकि कई छात्रों के आवेदन अभी प्रक्रिया में हैं. फिल्म प्रोत्साहन नीति के अंतर्गत बिहार में शूट की गयी निर्माता विनीत झा एवं निर्देशक अभिषेक चौहान की भोजपुरी फिल्म संघतिया अब पूरी हो गयी है. यह फिल्म अभी सेंसर की प्रक्रिया में है. विभागीय स्तर पर यह उम्मीद जतायी जा रही है कि राज्य सरकार की फिल्म प्रोत्साहन नीति के तहत यह पहली ऐसी फिल्म हो सकती है, जिसे सब्सिडी मिलेगी.
दरभंगा में महिला डांसर ने किया आत्मरक्षार्थ हमला, तीन युवक चाकू से घायल
10 May, 2025 01:20 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
बिहार के दरभंगा में एक महिला डांसर ने तीन युवकों पर चाकू से हमला कर उन्हें घायल कर दिया. महिला डांसर ने बताया कि उसने अपने बचाव में युवकों पर वार किया, क्योंकि वह महिला के साथ छेड़छाड़ कर रहे थे. ऐसे में अपने बचाव में उसने चाकू मारकर तीन युवकों को घायल कर दिया. ये मामला बिरौल थाना क्षेत्र से सामने आया है , जहां के पोखराम गांव में प्रोग्राम के बाद टेम्पो से लौट रही पांच महिला डांसरों के साथ शिवनगर घाट चौक के पास कुछ युवकों ने छेड़छाड़ की.
इस दौरान तीन युवकों ने एक महिला डांसर खुशी यादव को टेम्पो से बाल खींचकर उतार लिया. इसके बाद खुशी ने भी खुद की रक्षा के लिए चाकू से वार कर दिया. खुशी के वार से तीनों युवक गंभीर रूप से घायल हो गए. वहीं युवकों की पिटाई से डांसर भी बेहोश हो गई. सभी घायलों को इलाज के लिए दरभंगा के डीएमसीएच में भर्ती कराया गया है. इस घटना में महिला डांसर खुशी यादव समेत चार लोग घायल हो गए. चाकूबाजी और मारपीट की घटना के बाद महिला डांसर को बेहोशी की हालत में डीएमसीएच में भर्ती कराया गया है, जहां डांसर की हालत नाजुक बताई जा रही है.
पेट से बाहर आ गईं आंत
खुशी यादव के साथ घायल तीन युवकों में से एक शिवम सिंह की हालत भी नाजुक बताई जा रही है. उसके पेट की आंत तक बाहर आ गई हैं, जिसका डीएमसीएच के डॉक्टरों ने करीब तीन घंटे तक ऑपरेशन किया और बाहर निकली आंत का इलाज किया. हालांकि अभी भी उसकी हालत नाजुक बताई जा रही है, जिसका इलाज अस्पताल में लगातार जारी है.
अपने बचाव के लिए किया वार
बेहोशी की हालत में डांसर खुशी यादव ने बताया कि उसके साथ कुछ युवक छेड़खानी की घटना कर रहे थे. ऐसे में उसने अपने बचाव के लिए चाकू निकाल कर वार कर दिया. वह उन युवकों को नहीं जानती. खुशी की हालत भी नाजुक बताई जा रही है. डांसर के साथी प्रेम कुमार ने बताया कि उसको जब सूचना मिली तब उसने उसके साथ काम करने वाली बाकी डांसरों और ऑर्केस्ट्रा के मालिक को फोन लगाया था, लेकिन सभी का मोबाइल स्विच ऑफ जा रहा था.
बिहार में राहत की पहल, मानसून से पहले होगा खाद्यान्न वितरण
10 May, 2025 01:16 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
बिहार में हर साल मई महीने के बाद मूसलाधार बारिश से हालात बदतर हो जाते है. ऐसे में बारिश और बाढ़ से पहले ही राज्य भर में लाभार्थियों तक राशन पहुंचाने की तैयारी की जा रही है. उप मुख्यमंत्री सम्राट चौधरी ने कहा है कि केंद्र सरकार ने आने वाले मानसून को देखते हुए राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा अधिनियम (NFSA) के तहत दिए जाने वाले खाद्यान्न की अग्रिम उठान और लाभार्थियों में वितरण की अनुमति दी है.
पूरे मामले में खाद्य और सार्वजनिक वितरण मंत्रालय के खाद्य और सार्वजनिक वितरण विभाग की ओर एक आदेश जारी किया गया है.इस आदेश में कहा गया है कि राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को अगस्त 2025 तक के लिए आवंटित किए जाने वाले खाद्यान्न की उठान 30 मई 2025 तक पूरी की जाय.
सार्वजनिक वितरण मंत्रालय ने जारी किया निर्देश
डिप्टी सीएम ने कहा कि उपभोक्ता मामले, खाद्य और सार्वजनिक वितरण मंत्रालय ने यह निर्णय बरसात, बाढ़ जैसे मौसम की वजह से उत्पन्न होने वाले परिवहन और भंडारण की चुनौतियों को देखते हुए लिया है. केंद्र सरकार की कोशिश है लाभार्थियों तक समय पर खाद्यान्न पहुंचाया जा सके.
पर्याप्त खाद्यान्न भंडारण सुनिश्चित किए जाएं
मंत्रालय ने भारतीय खाद्य निगम (FCI) को अपने गोदामों में पर्याप्त खाद्यान्न भंडारण सुनिश्चित करने और राज्यों के साथ मिलकर खाद्यान्न की अग्रिम उठान को सुचारू रूप से पूरा कराने का निर्देश दिया है. इस आदेश के बाद उम्मीद जताई जा रही है कि जरूरतमंद परिवार को बाढ़-बारिश के समय में बड़ी राहत मिलेगी.