उत्तर प्रदेश
गंगा एक्सप्रेसवे को पूर्वांचल एक्सप्रेसवे से जोड़ने की योजना, मिर्जापुर में मुख्यमंत्री की बड़ी घोषणा
28 Mar, 2025 09:16 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
उत्तर प्रदेश के मिर्जापुर में बुनियादी ढांचे को मजबूत करने के लिए मुख्यमंत्री ने महत्वपूर्ण घोषणाएं की हैं. इस घोषणा में मुख्यमंत्री ने गंगा एक्सप्रेसवे को पूर्वांचल एक्सप्रेसवे से जोड़ने की बात कही है. इस फैसले से राज्य के विभिन्न हिस्सों के बीच आवागमन आसान होगा और आर्थिक विकास को भी गति मिलेगी. इसके साथ ही, मुख्यमंत्री ने मिर्जापुर के पत्थर व्यवसाय को उद्योग का दर्जा देने की बात कही. इससे स्थानीय व्यापारियों और काम करने वालों को लाभ मिलेगा. इस अवसर पर उन्होंने 499 करोड़ रुपये की 138 विकास परियोजनाओं का शिलान्यास और लोकार्पण भी किया.
यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने देश के सबसे बड़े एक्सप्रेस वे मेरठ से प्रयागराज तक बनने वाले गंगा एक्सप्रेसवे को पूर्वांचल से वाराणसी तक जोड़ने का ऐलान किया. ऐसा करने से धार्मिक स्थल विध्यांचल, काशी कर आने की राह आसन हो जाएगी. इस मौके पर मिर्जापुर के पत्थर व्यवसाय को उद्योग का दर्जा देने की भी बात कही. उनके इस कदम से स्थानीय व्यापारियों और श्रमिकों को लाभ मिलेगा और क्षेत्र में औद्योगिक विकास को गति मिलेगी.
मुख्यमंत्री के इस दौरे में स्थानीय सांसद व केन्द्रीय मंत्री अनुप्रिया पटेल ने उनका स्वागत किया. इसके अलावा वहां विधायक और प्रशासनिक अधिकारी भी मौजूद थे. उन्होंने सरकार की विभिन्न कल्याणकारी योजनाओं पर भी प्रकाश डाला और जनता को उनकी उपलब्धियों से अवगत कराया.
मुख्यमंत्री ने किया 499 करोड़ रुपये की परियोजनाओं का किया शिलान्यास
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने 499 करोड़ रुपये की लागत वाली 138 विकास परियोजनाओं का शिलान्यास किया. इन परियोजनाओं में सड़क निर्माण, पेयजल आपूर्ति, स्वास्थ्य सेवाओं का विस्तार और शैक्षिक संस्थानों के विकास से संबंधित कार्य शामिल हैं. इसके अलावा, इंजीनियरिंग और मेडिकल संस्थान भी बनाए जाएंगे. इससे युवाओं को अच्छी शिक्षा और रोजगार के अवसर मिलेंगे.
मां विंध्यवासिनी के नाम पर होगी यूनिवर्सिटी
योगी आदित्यनाथ जी ने घोषणा का ऐलान करते हुए कहा कि अब मिर्जापुर में भी एक बड़ा विश्वविद्यालय बनाया जाएगा. उन्होंने कहा विश्वविद्यालय का नाम “मां विंध्यवासिनी विश्वविद्यालय” रखा जाएगा. यह विश्वविद्यालय अंतराष्ट्रीय मानकों के तहत बनाया जाएगा. अब कोई भी छात्र पढ़ने के लिए मिर्जापुर शहर से बाहर नहीं जाएगा.
बीजेपी मंत्री के नमाज पढ़ने को लेकर दिए बयान पर बवाल, ‘इन्हें इस्तीफा दे देना चाहिए’ बयान से सियासत गरमाई
28 Mar, 2025 06:48 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
बिहार सरकार के मंत्री और बीजेपी के फायरब्रांड नेता नीरज कुमार सिंह के बयान के बाद बिहार में सियासी उफान आ गया है. दरअसल, नीरज कुमार सिंह ने नमाज पढ़ने को लेकर बयान दिया है. इसी के बाद अब उनके बयान को लेकर सियासत छिड़ गई है और हर तरफ से पलटवार किए जाने लगे हैं.
नीरज कुमार सिंह के नमाज पढ़ने को लेकर दिए गए बयान पर विकासशील इंसान पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता देव ज्योति ने पलटवार किया है. उन्होंने कहा कि यह बीजेपी है. यहां राम नाम अपना है. नीरज कुमार सिंह बिहार सरकार के मंत्री हैं. मंत्री पद पर रहते हुए इस तरह की भावना? आप जहर उगल रहे हैं. आने वाले वक्त में जनता माफ नहीं करेगी. सरकार के मंत्री को इस तरह की भाषा का इस्तेमाल नहीं करना चाहिए.
बीजेपी मंत्री ने क्या कहा?
बिहार विधानसभा में मीडिया से बातें करते हुए गुरुवार को नीरज कुमार सिंह ने कहा कि सड़क चलने के लिए हैं, नमाज पढ़ने के लिए नहीं है. यह काफी दुखद है. नमाज पढ़ने के लिए उनके पास मस्जिद है, मदरसे हैं. कहीं जगह नहीं मिले तो बड़े कब्रिस्तान है, वहां जाकर के भी नमाज पढ़ सकते हैं. कहां दिक्कत है? वक्फ का कानून आप जानते हैं. जहां चार दिन नमाज पढ़ लेंगे, वहां कहेंगे कि यह वक्फ बोर्ड की जमीन है. यह नियम गलत है, तरीका गलत है. जगह के अलावा कहीं भी नमाज नहीं होना चाहिए.
इस्तीफा देने की मांग
विकासशील इंसान पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता देव ज्योति ने आगे कहा, इनको इस्तीफा दे देना चाहिए. इस्तीफा देने के बाद उनको यह बात कहनी चाहिए. इनको महंगाई के बारे में बोलना चाहिए. कमर तोड़ महंगाई है. शिक्षा व्यवस्था, स्वास्थ्य व्यवस्था के बारे में बोलना चाहिए. साथ ही उन्होंने मंत्री से सवाल पूछते हुए कहा, विधानसभा में आप किसी चीज पर नहीं बोले, किसी बात का जवाब नहीं दिया. जनता को क्या लाभ मिलेगा उसके लिए आपने कुछ नहीं कहा. इस तरीके से हिंदू और मुसलमान करके आप राजनीति करेंगे.
नीरज कुमार सिंह ने कहा कि मेरा मानना है कि बिहार में सड़क पर नमाज कहीं भी नहीं होनी चाहिए. मुख्यमंत्री देखेंगे, विचार करेंगे. जनता आवाज उठा रही है. उन्होंने यह भी कहा कि बिहार में अपना मॉडल है. यहां सुशासन है. यहां सीएम नीतीश कुमार हैं. यहां किसी भी तरह की गड़बड़ी नहीं होने दी जाएगी. जहां तक जगराता की बात है, वह जगह पर होता है, खेत में होता है, सड़क पर कहीं नहीं होता है.
नॉन वेज को लेकर क्या कहा?
नीरज कुमार सिंह ने यह भी कहा कि अगर हिंदू समाज नॉन वेज से परहेज करता है अगर उनकी डिमांड है कि यह बंद हो, तो बंद होना चाहिए. क्योंकि लोगों को देखकर भी परेशानी होती है. पूजा पाठ में दिक्कत होती है. लोग डिमांड करते हैं तो निश्चित रूप से बंद होना चाहिए. हम इसके समर्थन में है. जहां संभव होगा वहां पर बैन लगेगा. लोगों की भावनाओं को रोका नहीं जा सकता है. करोड़ों सनातनी अगर चाहते हैं कि मांस मछली पर बैन हो तो हम भी समर्थन में हैं.
अप्रैल से दिल्ली से पटना के बीच वंदे भारत ट्रेन शुरू होने की संभावना, यात्रा को मिलेगा नया अनुभव
28 Mar, 2025 06:40 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
बिहार की राजधानी पटना और दिल्ली के बीच सफर करने वाले यात्रियों के लिए खुशखबरी है. अप्रैल से इस रूट पर वंदे भारत ट्रेन चलने की उम्मीद है. इससे यात्रियों का सफर तेज़, आरामदायक और सुविधाजनक हो जाएगा. लग्जरी सुविधाएं पसंद करने वाले यात्रियों को अब राजधानी या तेजस जैसी ट्रेनों पर निर्भर नहीं रहना पड़ेगा.
पूर्व मध्य रेलवे ने वंदे भारत ट्रेन की रैक के लिए नॉर्दर्न रेलवे और रेलवे बोर्ड को प्रस्ताव भेजा है. उम्मीद की जा रही है कि अगले सप्ताह तक इस प्रस्ताव को मंजूरी मिल जाएगी. वंदे भारत ट्रेन में एसी चेयर कार और एक्जीक्यूटिव चेयर कार कोच की सुविधा होती है. यात्रियों को टिकट के साथ ही ट्रेन के अंदर ही भोजन और नाश्ते की सुविधा भी मिल जाती है.
ट्रेन में ही मिलेगी खास सुविधा
यात्रियों को ट्रेन में ही पानी, चाय और चिप्स मिलता है. इसके लिए यात्रियों को सीट के अलावा खाने के लिए भी पैसे देने पड़ते हैं. हालांकि, जिन यात्रियों को ये खाने की सुविधा नहीं चाहिए, वो इसे नहीं ले सकते हैं. अभी इस वंदे भारत ट्रेन के टाइमिंग और स्टेशनों के ठहराव को लेकर कोई रेलवे की ओर से आधिकारिक बयान सामने नहीं आया है. लेकिन माना जा रहा है कि ये ट्रेन दिल्ली से चलकर कानपुर होते हुए पंडित दिनदयाल, बक्सर, आरा होते हुए पटना जाएगी. इस ट्रेन का किराया कितना होगा, इसकी अभी जानकारी सामने नहीं आई है.
यात्रियों को मिलेंगी अधिक सेवाएं
वंदे भारत ट्रेन में आरामदायक सीटें, आधुनिक इंटीरियर, बेहतर साफ-सफाई, और ऑन-बोर्ड इंफोटेनमेंट जैसी सुविधाएं होंगी. साथ ही, यात्रियों को तेज़ गति से सफर पूरा करने का लाभ मिलेगा. इससे दिल्ली और पटना के बीच यात्रा का समय भी कम हो जाएगा. रेलवे का उद्देश्य यात्रियों को अधिक सुविधाजनक और कुशल रेलवे सेवा प्रदान करना है. इन सबसे उनकी यात्रा न केवल तेज़ बल्कि अधिक आरामदायक और अचछी हो जाएगी.
अररिया में दिल दहला देने वाली घटना,जमीन विवाद में भाभी को चाकू से गोदकर मारा
28 Mar, 2025 06:36 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
बिहार के अररिया में दिल दहलाने वाली घटना सामने आई है. यहां भूमि विवाद में देवर ने अपनी चचेरी भाभी की बेरहमी से हत्या कर दी. पहले आरोपी युवक ने महिला की जीभ को चाकू से काट दिया. इसके बाद चाकू से गोदकर भाभी की जान ले ली. घटना के बाद से पूरे इलाके में सनसनी फैल गई है. एक अधिकारी ने कहा कि महिला के शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया है. पुलिस मामले की जांच में जुटी हुई है.
पुलिस के मुताबिक, रानीगंज थाना क्षेत्र के गीतवास वार्ड नंबर 11 में चंदेश्वर मंडल का मृतक महिला के साथ जमीन का कुछ विवाद चल रहा था. गुरुवार की शाम चंदेश्वर महिला के घर आया और गाली-गलौज करनी शुरू कर दी. जब विवाद बढ़ गया तो चंदेश्वर ने निर्ममता से महिला की जीभ काट दी. फिर चाकू से गोद कर बेरहमी से उसकी हत्या कर दी. मृतका के पति गिरानंद मंडल की पहले ही मृत्यु हो चुकी है.
जमीन विवाद में महिला की हत्या
मृतका के पुत्र रविशंकर ने बताया कि जमीन विवाद के चलते हत्या की गई है. परिजन का आरोप है कि विवादित जमीन को लेकर लंबे समय से तनाव बना हुआ था. इधर घटना की जानकारी मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची और शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए सदर अस्पताल में भेजा. पुलिस ने इस मामले में पांच लोगों को गिरफ्तार भी किया है.
क्या बोले थाना अध्यक्ष?
रानीगंज थाना अध्यक्ष रवि रंजन सिंह ने कहा है कि सभी पहलुओं की जांच की जा रही है और दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी. फिलहाल पुलिस मामले की जांच में जुटी है. महिला की हत्या से घरवालों का रो-रोकर बुरा हाल है. गांव में सन्नाटा पसर गया है. सूचना मिलते ही पुलिस की एक टीम घटनास्थल पर पहुंची थी. घरवालों ने पुलिस से मांग की आरोपी के खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई की जाए.
बिहार में कांग्रेस की नई रणनीति: M-Y समीकरण और RJD से सौदेबाजी कर पाएगी स्थिति मजबूत
28 Mar, 2025 06:22 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
बिहार में कांग्रेस ने पहले खुद को मजबूत करने की प्रक्रिया शुरू की और उसके बाद फिर विधानसभा चुनाव में गठबंधन की राह पर चलने का ऐलान किया. कांग्रेस ने आरजेडी के साथ मिलकर चुनाव लड़ने की घोषणा भी कर दी है, लेकिन सीट शेयरिंग को लेकर तस्वीर साफ नहीं है. कांग्रेस के रणनीतिकारों ने तय किया है कि इस बार सम्मानजनक सीटों के साथ चुनाव लड़ेंगे और नंबर गेम में फंसने के बजाय जीत की गारंटी वाली सीटों पर चुनाव लड़ेंगे. कांग्रेस की नजर एम-वाई समीकरण वाली सीटों पर है, जिसकी सौदेबाजी आरजेडी के साथ मजबूत से करेगी? कांग्रेस के नए प्रदेश अध्यक्ष राजेश कुमार ने कहा कि बिहार कांग्रेस आगामी चुनाव में इंडिया गठबंधन के अपने साथियों के साथ मिलकर ही चुनाव लड़ेगी. इस तरह कांग्रेस ने साफ कर दिया है कि बिहार में आरजेडी, वामपंथी दल और मुकेश साहनी की वीआईपी पार्टी के साथ किस्मत आजमाएगी. सीट बंटवारे पर कहा कि सीट बंटवारे की प्रक्रिया गठबंधन का एक हिस्सा है, जो समय के साथ तय होगी. कांग्रेस ने ये नहीं बताया कि वो कितनी सीटों पर चुनाव लड़ेगी जबकि आरजेडी की तरफ से सीट शेयरिंग के फार्मूले का संकेत कांग्रेस नेतृत्व को दे दिया है.
नंबर के फेर में नहीं फसेंगी कांग्रेस
बिहार में आरजेडी के साथ मिलकर कांग्रेस ने चुनाव लड़ना तय कर लिया है, लेकिन सीट शेयरिंग को लेकर फॉर्मूला सामने नहीं है. 2020 में कांग्रेस ने 70 सीटों पर चुनाव लड़ा था, जिसमें से 19 सीटें ही जीतने में कामयाब रही है. माले 19 सीट पर लड़कर 12 जीती तो आरजेडी ने 144 सीटों पर चुनाव लड़कर 75 सीटों पर जीत हासिल की थी. तेजस्वी कई कार्यक्रमों में खुलकर कह चुके हैं कि महागठबंधन में सीट शेयरिंग को लेकर किसी के कहने से कुछ नहीं होगा, जिसका जैसा जनाधार होगा उसको वैसे सीट दी जाएंगी. तेजस्वी यादव ने साफ तौर पर कहा था कि हम सीटों को लेकर फीडबैक लेंगे उसके बाद ही इस पर सभी के साथ मिलकर कुछ भी तय किया जाएगा. आरजेडी ने पिछली बार 70 सीटें कांग्रेस को दी थी, लेकिन इस बार 40 से 50 सीट ही देना चाहती है. कांग्रेस सीट शेयरिंग पर सम्मानजनक सीट और उसके लिए लोकसभा चुनाव के प्रदर्शन को आधार बनाने की बात कर रही है. कांग्रेस के सूत्रों की मानें तो पार्ट इस बार नंबर गेम में नहीं फंसना चाहती है, कांग्रेस वे सीटें चाहती है, जिस पर जीत उसकी आसान हो सके. कांग्रेस का उद्देश्य अपनी पसंद की सीटें हासिल करना है, जो पिछली बार के चुनाव में नहीं हो पाया था. इस बार कांग्रेस ने प्लान बनाया है कि आरजेडी के मर्जी की सीटों के बजाय अपनी पसंद की सीटें लेगी. पसंद की सीटें मिलती हैं तो वह कुछ सीटों पर समझौता करने को तैयार है.
2020 वाली गलती नहीं दोहराएगी कांग्रेस
2020 के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस को जो 70 सीटें आरजेडी ने दी थी, उसमें 45 सीटें एनडीए के मजबूत गढ़ की सीटें थीं, जिन्हें कांग्रेस पिछले चार चुनावों में नहीं जीत सकी थी. इन सीटों पर बीजेपी जीत रही थी या फिर उसके सहयोगी दल जेडीयू. कांग्रेस की सहयोगी आरजेडी भी इन सीटों पर लंबे समय से जीत नहीं सकी थी. इसके अलावा 23 सीटें ऐसी थी, जिस पर कांग्रेस के विधायक थे. इस तरह से कांग्रेस को काफी मुश्किल भरी सीटें मिली थी. वहीं, आरजेडी ने उन सीटों पर चुनाव लड़ी थी, जिस पर एम-वाई समीकरण मजबूत स्थिति में था. कांग्रेस ने इस बार 2020 के चुनाव वाली गलती नहीं दोहराना चाह रही है. ऐसे में कांग्रेस की नजर उन सीटों पर है, जहां पर उसके जीत की संभावना ज्यादा हो.
M-Y फार्मूले वाली सीट पर कांग्रेस की नजर
बिहार में नंबर के फेर में कांग्रेस इस बार नहीं फसेंगी. कांग्रेस पद यात्रा के जरिए उन सीटों को चिह्नित करेगी जो एमवाई समीकरण और कांग्रेस के विरासत वाली रही है. इस तरह कांग्रेस ने बिहार में मुस्लिम-यादव वाली सीटों के सेलक्शन करने में जुट गई है. 2024 के चुनाव में भी कांग्रेस को उन्हीं सीट पर जीत मिली है, जहां यादव और मुस्लिम वोटर अहम रहे हैं. बिहार में कांग्रेस और आरजेडी का कोर वोटबैंक यही दोनों है. इस बार कांग्रेस ने अपना फोकस दलित वोटों पर भी किया है, जिसके लिए दलित, मुस्लिम और यादव बहुल वाली सीटों की तलाश में है. 2010 में कांग्रेस ने आरजेडी से अलग लड़कर देख लिया है. उस समय उसका स्वर्ण काल था. 2009 के लोकसभा में वह 200 से ऊपर सीटें लेकर 2004 के मुकाबले बहुत कंफर्टेबल पोजीशन में आई थी, लेकिन अकेले लड़कर वह 2010 विधानसभा में अपनी सबसे कम सीटों केवल चार पर आ गई थी. फिर 2015 विधानसभा में साथ लड़ी और 27 ले आई जबकि 2020 में उसे 19 सीटें मिलीं. कांग्रेस ने दिल्ली में अपने खोए हुए जनाधार को पाने के लिए जो फार्मूला अपनाया था. उसी रणनीति पर बिहार में चुनाव लड़ने की स्ट्रैटेजी पर काम कर रही है. कांग्रेस का फोकस दलित, मुस्लिम और यादव बहुल वाली सीटों पर है, जिनको कांग्रेस हर हाल में आरजेडी से लेना चाहती है.
पत्नी बनी हैवान:पति के खून से खेली होली,झारखंड में अवैध संबंध के शक में खौफनाक वारदात
28 Mar, 2025 06:08 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
पत्नी का रिश्ता दुनिया की सबसे पवित्र रिश्ते में से एक होता है. यह रिश्ता दोस्ती, आपसी सामंजस्य, प्यार, विश्वास पर आधारित होता है. ऐसे भी कहा जाता है कि पति-पत्नी का रिश्ता तो सात जन्मों का होता है, लेकिन झरखंड की राजधानी रांची के लगभग 50 किलोमीटर की दूरी पर स्थित खुटी जिला अंर्तगत अड़की जिला में पति-पत्नी के बीच ‘वो’ की इंट्री का एक ऐसा भयावह परिणाम हुआ है. सौतन को अपने घर में देख पत्नी इस कदर आक्रोशित हुई कि उसने अपना आपा खो दिया और घर में सो रहे अपने ही पति की हत्या कर दी.
पति हनुख टोपनो की बर्बरतापूर्ण हत्या करने के बाद उसकी पत्नी चंदु सोय फरार हो गई. इधर गांव में हनुख टोपनो की हत्या की सूचना से हड़कंप मच गया. हत्याकांड की सूचना मिलते ही मौके पर पहुंच अड़की थाना की पुलिस ने मृतक के शव को कब्जे में लेकर पोस्टमाटम के लिए भेज दिया. हत्या के आरोप में फरार चल रही पत्नी चंदु सोय के खिलाफ अड़की थाना में हत्या का केस दर्ज कर उसकी धर पकड़ के लिए ताबड़तोड़ छापेमारी की जा रही है.
पति का दूसरी महिला से था अवैध संबंध
दरअसल, पडासु गांव के रहने वाले हनुख टोपनो ने खुटी जिला के ही मुरहू थाना क्षेत्र की रहने वाली चंदु सोय के साथ करीब 7 साल पहले शादी की थी, दोनों का एक पांच साल का बेटा भी है, इसी बीच पति हनुख टोपनो को पास के गांव की रहने वाली एक महिला से प्यार हो गया. धीरे-धीरे दोनों का अवैध प्यार इस कदर परवान चढ़ा की दोनों ने सामाजिक रिस्तों की मर्यादा को ताक पर रख दिया. वहीं टोपनो ने शादीशुदा होते हुए भी दूसरी महिला को अपनी पत्नी बना कर घर ले आया.
पत्नी ने पीट-पीटकर मार डाला
घर में पति हनुख टोपनो अपनी प्रेमिका के साथ प्यार की आगोश में मदहोश था. इसी बीच पत्नी चंदु सोय घर में पहुंच गई. पति को दूसरी महिला के साथ आपत्तिजनक हालत में देख बवाल करने लगी. पति- पत्नी का विवाद इतना बढ़ गया कि आवेश में आकर पत्नी चंदु सोय ने अपने ही पति को लकड़ी के डंडे से मार-मार कर मौत के घाट उतार दिया. हत्याकांड को अंजाम देने के बाद पत्नी चंदु फरार हो गई. जिसको अरेस्ट करने के लिए पुलिस ताबड़तोड़ छापेमारी कर रही है. फिलहाल हत्या की आरोपी पत्नी पुलिस की गिरफ्त से दूर है.
आरोपी पत्नी की तलाश में जुटी पुलिस
झारखंड में पति-पत्नी के विवाद के बाद हुए हत्याकांड की यह कोई पहली घटना नहीं है. खुटी जिले के अड़की थाना क्षेत्र की घटना से पहले के ही पाकुड़ जिले के हिरणपुर थाना क्षेत्र के अन्तर्गत धरनीपहाड़ गांव में पत्नी कमली पहाड़िन ने अपने ही पति लोफड़ा पहाड़िया की बेरहमी से हत्या करदी थी. वहीं हत्या करने के बाद पति के प्राइवेट पार्ट को ईट से कूच दिया था.
रांची में BJP नेता के बाद आजसू नेता की हत्या, हत्या के बाद इलाके में बढ़ा तनाव, सुरक्षा बलों की तैनाती
28 Mar, 2025 04:43 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
झारखंड की राजधानी रांची को लगता है किसी की नजर लग गई है. प्रशासन को खुली चुनौती देते हुए अपराधियों ने तांडव मचाते हुए एक के बाद एक दो दिनों में दो प्रमुख राजनीतिक दलों के नेताओं की बेरहमी से राजधानी रांची में सरेआम हत्या कर दी है. रांची में भाजपा नेता अनिल टाइगर की कांके थाना क्षेत्र अंतर्गत कांके चौक पर दिनदहाड़े गोली मारकर हत्या की गुत्थी अभी सुलझी भी नहीं थी, कि प्रमुख विपक्षी दल आजसू पार्टी के रातू प्रखंड के उपाध्यक्ष भूपल साव की बेरहमी से गला रेत कर हत्या कर दी गई.
रांची के पंडरा ओपी क्षेत्र के रवि स्टील के समीप भूपल साव को अज्ञात अपराधी मौत के घाट उतारा गया. आजसू पार्टी के नेता विशाल फुटवियर नामक अपने जूते की दुकान के बाहर खड़े थे, जिस वक्त उनपर हमला हुआ. आनन फानन में गंभीर हालत में आजसू नेता को बेहतर इलाज के लिए रातू थाना अंतर्गत रिंग रोड सिमलिया स्थित एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया था जहां इलाज के क्रम में उनकी मौत हो गई है.
कथा का फायदा उठाकर भाग गया आरोपी
घटना को लेकर मिली जानकारी के मुताबिक, रांची थाना क्षेत्र के चटकपुर के रहने वाले आजसु पार्टी के नेता सह प्रखंड उपाध्यक्ष कल देर शाम पंडरा ओपी क्षेत्र के रवि स्टील झिरी रोड स्थित मामा काम्प्लेक्स परिसर में मौजूद अपने विशाल फुटवियर नामक दुकान के बाहर खड़े थे. इसी दौरान एक अज्ञात शख्स उनकी दुकान में खरीदार बनाकर पहुंचा था. पहले दुकान में पहुंचकर वह जूते देख रहा था. इसी बीच उसने एकाएक तेजधार चाकू से आजसू पार्टी के नेता सह दुकान के संचालक की गला रेत दिया और वहां से फरार हो गया.
घटनास्थल के निकट में ही श्री राम कथा का आयोजन हो रहा था, जहां जहां कल महा भंडारे का भी आयोजन किया गया था, जिस कारण वहां अत्यधिक भीड़ थी. इसी का फायदा उठाकर अपराधी भागने में फरार हुआ.
5 मिनट तक अपराधी दुकान में था मौजूद
देर रात मौके पर पहुंचे डीआईजी सह रांची के एसएसपी , ग्रामीण एसपी के साथ-साथ पंडरा और रातू थाना की पुलिस घटनास्थल के आसपास से लगी सीसीटीवी कैमरा की फुटेज की गहनता से जांच की जा रही है. सीसीटीवी में में पता चला है कि अपराधी आजसू नेता की दुकान में करीब 5 मिनट तक मौजूद था. इसके बाद वह बाहर निकला और कॉम्प्लेक्स की सीढ़ियों पर खड़े पर खड़े आजसू नेता भुपल का उसने गला रेत दिया और फरार हो गया. हालांकि हत्या किन कर्म से हुई है अब तक के स्पष्ट नहीं हो पा रहा है.
पुलिस विभिन्न हत्या के बिंदुओं पर जांच कर रही है. वहीं दूसरी तरफ सड़क से लेकर सदन तक लॉ इन ऑर्डर को लेकर हो रहे हंगामा पर झारखंड के संसदीय कार्य मंत्री राधा कृष्ण किशोर ने सरकार का पक्ष रखते हुए कहा कि यह कहना कि राज्य में कानून व्यवस्था खत्म हो गई है यह सही नहीं है.
कानपुर में इंस्टाग्राम पर दोस्ती के बाद प्रेमी ने युवती को फोटो-वीडियो के जरिए धमकाया
28 Mar, 2025 10:54 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
सोशल मीडिया पर लड़के-लडकियों के बीच दोस्ती, प्यार और धोखे के मामले लगातार आ रहे हैं. अब नया मामला उत्तर प्रदेश के कानपुर से आया है. यहां एक लड़के और लड़की ने पहले इंस्टाग्राम पर दोस्ती की और फिर दोनों करीब आ गए. जब युवती को पता चला कि प्रेमी के दूसरी युवतियों से भी संबंध है तो उससे दूरियां बनाने शुरू कर दी. यह बात युवक को नागवार गुजरी और उसने फोटो वीडियो होने की धमकी देकर दोस्तों से संबंध बनाने का दबाव बनाने लगा. पीड़ित लड़की ने पुलिस से शिकायत की है.
कानपुर के बर्रा थाना क्षेत्र अंतर्गत रहने वाली युवती की दोस्ती कुछ समय पहले कानपुर के हिंसकेट नगर निवासी हर्ष शर्मा से हुई थी. कुछ समय बाद दोनों करीब आ गए और साथ में घूमने, खाने, पीने लगे. इस दौरान हर्ष ने युवती के साथ कुछ फोटो और वीडियो भी बना लिए. कुछ समय बाद युवती को पता चला कि हर्ष के संबंध एक और लड़की के साथ भी है, जिसके साथ वो लिव इन में रहता है. जब उसने हर्ष से इस बारे में पूछा तो वो टाल मटोल करने लगा.
फोन पर कहा- तुम हर्ष की जिंदगी से चली जाओ
पीड़िता के मुताबिक, एक दिन लिव इन में रहने वाली उस लड़की ने पीड़िता को फोन करके कहा कि तुम हर्ष की जिंदगी से चली जाओ.जब यह सब पीड़िता को पता चला तो उसने हर्ष से दूरियां बनाना शुरू कर दी. यह बात हर्ष को नागवार गुजरी. आरोप है कि उसने युवती को धमकाना शुरू कर दिया. उसने पीड़िता से कहा कि तुमको आना पड़ेगा और मेरे दोस्तों के साथ संबंध बनाने होंगे वरना मैं सोशल मीडिया पर तुम्हारी फोटो और वीडियो वायरल कर दूंगा.
पुलिस ने दर्ज किया मुकदमा
पीड़िता के अनुसार, उसने इस संबंध में हर्ष के परिजनों से भी शिकायत की थी, लेकिन वो कहते है कि वैसा ही करो जैसा हर्ष कहता है. इस मामले में परेशान होकर युवती ने बर्रा थाने में तहरीर देकर आरोपी युवक के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया है. पुलिस ने मुकदमा दर्ज करके जांच शुरू कर दी है. पुलिस के कहना है कि जांच के बाद जो तथ्य सामने आएंगे उसके हिसाब से कार्रवाई की जाएगी.
बरेली में नाले की निकासी बंद, चार लाख लोग जलभराव से परेशान
28 Mar, 2025 10:43 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
उत्तर प्रदेश के बरेली जिले के बीसलपुर चौराहे पर नाले की निकासी बंद होने से करीब चार लाख लोगों की मुश्किलें बढ़ गई हैं. इस समस्या का असर आकाश पुरम, गार्डन सिटी जैसी पॉश कॉलोनियों तक में देखने को मिल रहा है. जलभराव की वजह से लोगों का घरों से निकलना मुश्किल हो गया है. खासकर रमजान के महीने में मुस्लिम समुदाय के लोग घरों में ही नमाज अदा करने को मजबूर हैं, क्योंकि सड़कों पर भरे पानी के कारण उनका बाहर निकलना मुश्किल हो गया है।
बीसलपुर चौराहे से गुजरने वाले नाले की सफाई न होने से नौ वार्डों में पानी भर गया है. नगर निगम और पीडब्ल्यूडी के अधिकारी एक साल से पुलिया बनाने और नाले की निकासी चौड़ी करने की बात कर रहे हैं. हालांकि अभी तक कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया. ऐसे में हर बार बारिश या कूड़ा जमा होने पर जलभराव की समस्या दोबारा खड़ी हो जाती है.
लोगों ने किया विरोध प्रदर्शन
आकाश पुरम वार्ड के जगतपुर मोहल्ले में जब गलियों में पानी भर गया तो लोगों ने विरोध प्रदर्शन किया. इसके बाद नगर निगम के स्वास्थ्य विभाग ने नालों की सफाई कराई. हालांकि इससे कुछ दिन के लिए राहत मिली थी, लेकिन अब फिर से नाले में कूड़ा जमा हो गया है और पानी निकलना बंद हो गया है. आकाश पुरम वार्ड के पार्षद पति चंद्रपाल राठौर ने बताया कि जगतपुर का मुख्य नाला बीसलपुर चौराहे की पुलिया से गुजरता है. पुलिया से लेकर बीसलपुर रोड तक सिर्फ दो मीटर चौड़ा पाइप डाला गया है, जिसकी वजह से पानी की निकासी ठीक से नहीं हो पाती और कूड़ा वहीं अटक जाता है.
चार दिन की सफाई गई बेकार
महापौर और नगर आयुक्त ने एक साल पहले पीडब्ल्यूडी को पुलिया निर्माण और नाले के पाइप को चौड़ा करने का आदेश दिया था, लेकिन अभी तक केवल एस्टीमेट लागत का अनुमान तैयार किया गया है और काम अब तक शुरू नहीं हुआ. नगर निगम ने चार दिन तक अभियान चलाकर नाले की सफाई और अतिक्रमण हटाने का काम किया था. सफाई के बाद कुछ समय के लिए पानी निकलने लगा था, लेकिन अब फिर से कूड़ा जमा हो गया है और हर गली में जलभराव की स्थिति बन गई है.
ये वार्ड सबसे ज्यादा प्रभावित
जगतपुर नाले में पीछे से कई वार्डों का पानी आकर मिलता है। जिससे जलभराव की समस्या और भी बढ़ गई है.ऐसे में जिन वार्डों में सबसे ज्यादा परेशानी हो रही है वो यह हैं.
1. वार्ड 40 सहसवानी टोला 2. वार्ड 43 आकाश पुरम 3. वार्ड 53 रोहली टोला 4. वार्ड 62 चक महमूद 5. वार्ड 71 नई बस्ती 6. वार्ड 75 एजाज नगर 7. वार्ड 79 चक महमूद नगर
आखिर कब समस्या का समाधान कब मिलेगा
लोगों की परेशानी को देखते हुए नगर निगम और पीडब्ल्यूडी को जल्द से जल्द ठोस कदम उठाने होंगे. नाले की सफाई नियमित रूप से हो और पुलिया निर्माण जल्द पूरा हो. तभी इस समस्या का स्थायी समाधान संभव है. फिलहाल, लोग नगर निगम और प्रशासन से उम्मीद लगाए बैठे हैं कि वे जल्द से जल्द कोई ठोस कदम उठाएंगे, ताकि हर साल जलभराव की समस्या का सामना न करना पड़े.
उत्तर प्रदेश के मथुरा में आंगनबाड़ी सहायिका और टीचर के बीच 'दंगल', लात-घूंसे चले
28 Mar, 2025 10:26 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
उत्तर प्रदेश के मथुका स्थित एक आंगनबाड़ी केंद्र में सहायिका और शिक्षिका के बीच ‘दंगल’ देखने को मिला. मामला छाता तहसील का है. आंगनबाड़ी सहायिका और टीचर के बीच जमकर लात घूंसे चले. एक-दूसरे को पीटते हुए दोनों जमीन पर गिर पड़ीं लेकिन मारपीट जारी रही. मारपीट का वीडियो सोशल मीडिया पर भी वायरल हुआ है.
बीएसए ने खंड शिक्षाधिकारी को इसकी जांच सौंपी गई है. छाता के गांव बहरावली स्थित प्राथमिक विद्यालय परिसर में ही आंगनबाड़ी केंद्र संचालित हैं. बुधवार को यहां किसी बात को लेकर प्रभारी प्रधान अध्यापिका और आंगनबाड़ी की महिला कार्यकर्ता के मध्य मारपीट हो गई. बताया गया है कि आंगनबाड़ी कार्यकर्ता ने लघुशंका के बाद प्रधानाध्यापिका की पानी की बोतल से हाथ धो लिए. यह देख प्रथानाध्यापिका गुस्सा हो गईं.
बच्चे घबरा गए, रोने लगे
दोनों में कहासुनी होने लगी, उसके बाद मारपीट शुरू हो गई. स्कूल के बच्चे यह देख घबरा उठे. दोनों के बीच गाली गलौज भी हुआ. यह देख कई बच्चे रोने भी लग पड़े. मामला यहीं नहीं निपटा. गाली-गलौज के बीच शिक्षिका ने आंगनबाड़ी कार्यकर्ता में थप्पड़ जड़ दिया. देखते ही देखते दोनों एक दूसरे के बाल पकड़ जमीन पर गुत्थमगुत्था हो गईं. लात-घूंसे चलने लगे. अपनी मां को पिटता देख आंगनबाड़ी कार्यकर्ता का एक बच्चा भी आ गया, जो शिक्षिका से भिड़ गया.
लोगों मे लड़ाई करवाई शांत
लड़ाई देख बच्चों में चीख-पुकार मच गई. बच्चे रोने लगे. बड़ी मुश्किल से वहां मौजूद लोगों ने दोनों को अलग किया. लड़ाई बंद होते ही आंगनबाड़ी कार्यकर्ता बेहोश हो गईं, जिन्हें इलाज के लिए प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती कराया गया है. यहां उनका इलाज चल रहा है. विद्यालय परिसर में आंगनबाड़ी केंद्र भी संचालित होता है. खंड शिक्षाधिकारी छाता को मामले की जांच सौंपी है. जांच रिपोर्ट आने के बाद कार्रवाई की जाएगी. प्रथम दृष्टया प्रधानाध्यापिका की गलती प्रतीक हो रही है. देखना होगा कि आगे मामले में क्या एक्शन लिया जाता है.
गाजियाबाद में फैक्ट्री में बायलर फटने से तीन मजदूरों की मौत, कई घायल
28 Mar, 2025 10:17 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
गाजियाबाद के भोजपुर थाना क्षेत्र के दतेड़ी गांव में एक कपड़ा फैक्ट्री में बायलर फटने से तीन मजदूरों की मौत होने की खबर है. हादसे में कई अन्य लोग भी घायल हुए हैं. घटना की सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंच गई. पुलिस जांच कर रही है कि बायलर कैसे फटा. जानकारी मिलते ही सैकड़ों लोग घटनास्थल पर जमा हो गए. मौके पर मृतक मजदूरों के परिजन भी पहुंच गए. उन्होंने शवों को उठने नहीं दिया. वह फैक्ट्री संचालक पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए कार्रवाई की मांग कर रहे हैं.
मौके पर फायर ब्रिगेड की टीम भी पहुंच गई. पुलिस के अधिकारी गुस्साए लोगों को शांत कराने में लगे हैं. हादसे में घायल हुए मजदूरों को इलाज के लिए अस्पताल भेजा गया है. हादसा सुबह करीब 5 बजे होना बताया जा रहा है. यह एक दुखद घटना है, जिससे फैक्ट्री सुरक्षा पर सवाल उठ रहे हैं.बताया जा रहा है कि जिस वक्त हादसा हुआ उस दौरान मजदूर फैक्ट्री में काम कर रहे थे. अचानक बायलर फट गया, जिससे उसकी चपेट में फैक्ट्री में काम कर रहे मजदूर आ गए.
हादसे में तीन मजदूरों की मौत
जानकारी के मुताबिक, फैक्ट्री में दो शिफ्टों में काम होता है. रात की शिफ्ट वाले कर्मचारी काम कर रहे थे, तभी अचानक धमाके के साथ बायलर फटने से फैक्ट्री में हड़कंप मच गया. वहां मौजूद लोग इधर-उधर भागने लगे. कई मजदूरों के गंभीर चोटें आईं. इनमें तीन मजदूरों की मौत हो गई. जानकारी मिलते ही पुलिस घटनास्थल पर पहुंची. घायल मजदूरों को एंबुलेंस की मदद से अस्पताल पहुंचाया गया. उनका इलाज चल रहा है.जिस फैक्ट्री में हादसा हुआ, वहां गत्ते के रोल बनाए जाते हैं.
परिजनों ने किया हंगामा
पुलिस मृतक मजदूरों के शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेजने की तैयारी करने लगी. जैसे शवों को उठाया गया तभी मृतकों के परिजनों ने हंगामा करना शुरू कर दिया. उनका आरोप है कि कंपनी की ओर से उन्हें सेफ्टी उपकरण नहीं दिए गए थे. अगर सावधानी बरती गई होती तो उनके अपने बच जाते. बताया जा रहा है कि धमाका इतना जोरदार था कि उसकी आवाज कई किलोमीटर दूर तक सुनाई दी.
UP पुलिस : दरोगा खुफिया जानकारी लीक कर रहा था,SP ने कार्रवाई करते हुए सस्पेंड किया
27 Mar, 2025 10:12 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
एक कहावत है कि घर का भेदी लंका ढाए. ऐसे ही कुछ गाजीपुर पुलिस का एक अधिकारी कर रहा था. वह ठगी के मामले में फरार चल रही एक आरोपी महिला को पुलिस विभाग की गोपनीय सूचनाएं उपलब्ध करवा रहा था. जिसके चलते वह अब तक पुलिस से बचती चली आ रही है. इस बात की जानकारी होने पर पुलिस अधीक्षक ने दरोगा को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया है.
गाजीपुर ही नहीं पूरे देश में अपराधियों को गुप्त सूचना पहुंचना एक फैशन सा बन गया है. पुलिस विभाग की गुप्त सूचना सूचना मिलने के कारण ही कई बड़े-बड़े बदमाश पुलिस की गिरफ्त से बाहर है.इस तरह के एक नहीं सैकड़ों मामले उत्तर प्रदेश के कई जिलों में देखने को मिल रहे हैं और ऐसा ही एक मामला गाजीपुर से सामने आया है, जहां रेवतीपुर थाने में तैनात एसआई भोलानाथ सरोज पर गुप्त सूचनाओं लीक करने के आरोप में विभागीय जांच के आदेश देते हुए उसे पुलिस लाइन से संबंध कर दिया गया है.
फरार चल रही महिला
रेवतीपुर थाना क्षेत्र के नगदिलपुर गांव में बकसू बाबा एकेडमी में बेरोजगारों से 10 से 15 लाख रुपए लेकर फर्जी जॉइनिंग लेटर और आई कार्ड देने का मामला आया था. इस मामले में पुलिस कोचिंग संचालक विनोद गुप्ता और मास्टरमाइंड नीतू श्रीवास्तव सहित 20 लोगों के खिलाफ करीब एक दर्जन मुकदमे अब तक दर्ज कर चुकी हैं. पुलिस ने मामले में चार लोगों को गिरफ्तार किया था, जिसमें से दो आरोपी जमानत पर जेल से बाहर भी आ चुके हैं. हालांकि, इस पूरे खेल की मास्टरमाइंड रही नीतू श्रीवास्तव अब तक पुलिस की गिरफ्त में नहीं आई.
दरोगा ही पुलिस की गुप्त सूचना कर रहा था लीक
इस मामले में नीतू श्रीवास्तव सहित कुल 16 आरोपी अभी तक फरार चल रहे हैं. पुलिस लगातार उनकी गिरफ्तारी के लिए जाल बिछा रही है, लेकिन ऐन वक्त पर आरोपी मुखबिरों के द्वारा बताए गए लोकेशन से गायब हो जा रहे हैं. इस मामले में जब गाजीपुर पुलिस अधीक्षक के निर्देश पर पुलिस ने जांच की तो उन्हें पता चला कि रेवतीपुर थाने में तैनात एसआई भोलानाथ सरोज ही नीतू को मामले से संबंधित सूचनाएं दे रहा है. जिसके चलते आरोपियों की गिरफ्तारी नहीं हो पा रही है.
पुलिस अधीक्षक ने दरोगा को किया निलंबित
पुलिस अधीक्षक की ओर से कराई गई जांच में जमानिया सीओ ने अपनी जांच रिपोर्ट पुलिस अधीक्षक को सौंपी तब जाकर पूरे मामले में खुलासा हुआ. जांच में सामने आया है कि दरोगा भोलानाथ सरोज घर के भेदी की तरह काम कर रहा है. पुलिस अधीक्षक ने दरोगा को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया. पुलिस अधीक्षक ने वहीं एक अन्य मामले में नंदगंज के थाना अध्यक्ष, चौकी इंचार्ज और एक सिपाही को भी निलंबित किया है.
एक अन्य मामले में तीन पुलिसकर्मी सस्पेंड
इस मामले में एक महिला ने अपने पति पर प्रताड़ित करने का आरोप लगाया गया था. थाना अध्यक्ष ने इस मामले में कोई कार्रवाई नहीं की थी. तब पीड़ित महिला पुलिस अधीक्षक के पास आई थी. पुलिस अधीक्षक ने भी इस पर कार्रवाई करने की बात कही बावजूद उसके एसओ ने इस पर कोई कार्रवाई नहीं किया. तब महिला ने आईजीआरएस पर अपना शिकायत की थी. तब पुलिस अधीक्षक ने इस मामले में लापरवाही बरतने के आरोप में नंदगंज के थाना अध्यक्ष, सिरगिथा चौकी प्रभारी और एक कांस्टेबल को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया है.
मेरठ में फ्लाइट से आए बदमाशों ने 3 महिलाओं को लूटा, पुलिसकर्मी की मां भी शिकार
27 Mar, 2025 06:12 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
उत्तर प्रदेश के मेरठ जिले से हैरतअंगेज मामला सामने आया है. यहां दो युवक कई घंटे तक चेन स्नेचिंग कर लूटपाट की घटना को अंजाम देते रहे. आरोपियों ने तीन महिलाओं के साथ लूटपाट की थी. इनमें से एक एसएसपी ऑफिस में तैनात पुलिस कॉन्स्टेबल की मां और दूसरी मुरादाबाद में तैनात सिपाही की भाभी है. इन चेन स्नेचिंग के मामलों से इलाके की महिलाओं में डर का माहौल है. मामले में कार्रवाई करते हुए पुलिस ने एक आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है. वहीं, दूसरे की तलाश में पुलिस जुटी हुई है.
आरोपियों तीन वारदातों को सफलतापूर्वक अंजाम देने के बाद, चौथी लूट के लिए मेरठ के रुड़की रोड पर मुड़ गए. हालांकि, वह इस बार अपने काम को अंजाम देने में सफल नहीं रहे. पुलिस पहले से ही वहां निगरानी किए हुए थी. पुलिस ने करीब 2 बजे के समय दोनों आरोपियों को चारों तरफ से घेर लिया. इस बीच पुलिस को देखते ही दोनों बदमाशों ने पुलिस पर फायरिंग शुरू कर दी थी. पुलिस ने जवाबी कार्रवाई करते हुए आरोपियों का पीछा किया, जिसके चलते बाइक शील कुंज के पास फिसल गई.
ईद की तैयारी के लिए कर रहे थे लूट
बाइक के फिसलने से एक आरोपी आरिफ गंभीर रूप से घायल हो गया और पुलिस ने मौके पर ही उसको गिरफ्तार कर लिया. वहीं दूसरा आरोपी पुलिस की गिरफ्त से फरार हो गया. पुलिस आरोपी की तलाश में जुट गई है. पुलिस की पूछताछ में आरोपी आरिफ ने बताया कि वह लूट ईद की तैयारी के लिए कर रहा था. आरोपी ने यह भी बताया वह इस लूट के बाद घर के लिए अहमदाबाद लौट जाते.
आरोपी इमरान की तलाश में जुटी पुलिस
पुलिस ने आरोपी आरिफ के पास से अहमदाबाद वापसी का टिकट, एक पिस्टल, कारतूस और कुछ लूट का सामान बरामद किया है. बाकी का लूट का सामान दूसरे आरोपी इमरान के पास बताया है, जिसकी पुलिस तलाश कर रही है.
36 साल की महिला का 19 साल के प्रेमी संग फरार होने का मामला, पति ने पढ़ा-लिखाकर टीचर बनाया था
27 Mar, 2025 05:58 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
बिहार के पूर्णिया से एक हैरान करने वाला मामला सामने आया है. यहां एक पति ने अपनी पत्नी को कड़ी मेहनत करके पढ़ाया-लिखाया और टीचर बनाया. हालांकि, टीचर बनने के बाद पत्नी अपने पति को छोड़कर फरार हो गई है. इस पूरे मामले में हैरत की बात यह है कि टीचर की उम्र 36 है, जबकि प्रेमी की उम्र 19 साल है. पति ने पुलिस थाने पहुंचकर पत्नी के अपहरण होने की शिकायत दर्ज कराई है. पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है.
पूर्णिया के रहने वाले रंजन कुमार राणा की शादी 13 साल पहले लक्ष्मी कुमारी से हुई थी. इसके बाद दोनों के दो बेटों हुए थे, जिनकी उम्र 7 और 10 साल है. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने जब से महिलाओं को टीचर बनने के लिए रिजर्वेशन दे की घोषणा की थी, तभी से पति रंजन कुमार ने अपनी पत्नी को पढ़ाना शुरू कर दिया था. उसने पत्नी को बेहतर कोचिंग में दाखिला दिलाया था, वहां की फीस हजारों में थी.
टीचर को पड़ोसी से हुआ प्यार
जिसके बाद पति की मेहनत रंग लाई और पत्नी लक्ष्मी कुमारी की टीचर के पद पर अररिया जिले के प्राथमिक विद्यालय कूड़ा टोल तमघट्टी में बहाली हो गई. वहीं, दूसरे जिले में पोस्टिंग होने की वजह से पत्नी अररिया तमघट्टी वार्ड संख्या 16 में ही किराए के मकान में रहने लगी थी. पति अपने दोनों बच्चें के साथ पूर्णियां में रहकर उनका भविष्य बनाने में जुटा हुआ था. पति से दूर रहने के दौरान लक्ष्मी को पड़ोसी के रहने वाले सुनील राम(19) से प्यार हो गया.
आग की तरह फैली भागने की खबर
सुनील पहले लक्ष्मी की छोटे-मोटे कामों में मदद किया करता था. इसी बीच दोनों को एक-दूसरे से प्यार हो गया. इस बात की जानकारी होते ही सुनील राम के पिता ने उसे बाहर भेज दिया. ऐसा कहा जा रहा है कि इस दौरान भी लक्ष्मी और सुनील की फोन पर बातें होती रहती थी. चार दिन पहले ही सुनील अपने घर लौटा था और इस दौरान वह टीचर को लेकर फरार हो गया. टीचर के प्रेमी के साथ भागने की खबर पूरे इलाके में आग की तरह फैल गई.
मकान मालिक ने दी टीचर के पति को सूचना
इसके बाद मकान मालिक ने इसकी सूचना लक्ष्मी के पति रंजन को दी. घटना की जानकारी मिलते ही पति के पैरों के नीचे जमीन खिसक गई. पति ने तुरंत इस संबंध में स्कूल के प्रधानाध्यापक राकेश कुमार से संपर्क किया, तो प्रधानाध्यापक ने बताया कि उसकी पत्नी बिना सूचना के स्कूल से गायब हैं. जिसके बाद पति ने तमघट्टी पहुंच कर प्रेमी के घरवालों से जानकारी ली. इस दौरान लड़के के घरवालों ने टीचर पर ही उसके बेटे को लेकर भागने का आरोप लगाया है.
पति ने दर्ज कराया अपहरण का केस
परिजन का कहना है कि उसका बेटा अभी नाबालिग है, जबकि शिक्षिका 35-40 साल की है. परिजन का आरोप है कि टीचर ही उनके बेटे को लेकर कहीं भाग गई है. घटना के बाद लक्ष्मी के पति ने पत्नी ने प्रेमी सुनील राम, उसके पिता भरत राम और भाई अनिल राम पर बौसी थाना में अपहरण का मामला दर्ज करवाया हैं.
वक्फ संशोधन बिल में देरी, सरकार ने नीतीश कुमार की मांग को किया स्वीकार
27 Mar, 2025 02:34 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
ईद के बाद लोकसभा में वक्फ संशोधन विधेयक 2025 लाया जा सकता है. सूत्रों के मुताबिक, केंद्र सरकार एनडीए घटकदल जेडीयू और बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के पहल पर ईद तक वक्फ संशोधन विधेयक नहीं लाएगी. नीतीश कुमार को इस बिल का असर इस अक्टूबर में होने वाले बिहार विधानसभा चुनाव पर पड़ने का डर है. वैसे जेडीयू वक्फ संशोधन बिल के पक्ष में है और नीतीश कुमार द्वारा दिए गए सभी सुझावों को संशोधित बिल में जगह भी दी गई है. हालांकि, केंद्र सरकार वक्फ संशोधन बिल में देरी के पीछे पार्लियामेंट में अन्य विधाई कामों का हवाला दे रही है.
बिहार में वक्फ बिल के खिलाफ विरोध प्रदर्शन
बिहार में बुधवार को वक्फ विधेयक के खिलाफ जबरदस्त प्रदर्शन हुआ. ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड ने पटना में महाधरना का आयोजन किया था. विधानसभा से लेकर सड़कों तक पर प्रदर्शन हुए. विभिन्न राजनीतिक दलों ने ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड एआईएमपीएलबी के इस विरोध का समर्थन किया था. एआईएमपीएलबी ने संसद में पेश वक्फ विधेयक को वापस लेने की मांग की और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार जैसे धर्मनिरपेक्ष नेताओं से विवादास्पद विधेयक के लिए उनके समर्थन पर पुनर्विचार करने का अनुरोध किया गया.
तेजस्वी यादव ने कहा कि उनकी पार्टी इस विधेयक का पुरजोर विरोध करेगी, क्योंकि यह असंवैधानिक और तानाशाही प्रवृत्ति का है. राजद नेता ने कहा कि यह नागपुरिया विचारधारा से प्रेरित है. तेजस्वी का इशारा RSS की तरफ था, जिसका मुख्यालय महाराष्ट्र के नागपुर में है. तेजस्वी ने सीएम नीतीश पर निशाना साधते हुए कहा कि कुछ लोग सत्ता के लालच के कारण विधेयक का समर्थन कर रहे हैं.
वक्फ बिल के खिलाफ किसने क्या कहा?
इस विरोध प्रदर्शन में भीम आर्मी के संस्थापक चंद्रशेखर आजाद उर्फ रावण और इंडियन यूनियन मुस्लिम लीग (आईयूएमएल) के सांसद ईटी मोहम्मद बशीर जैसे राज्य के बाहर के नेता भी शामिल हुए. यूपी के नगीना से सांसद चंद्रशेखर ने संवाददाताओं से कहा कि वक्फ पर हमला करने के बाद मोदी सरकार अब मुसलमानों के बीच ईद किट बांट रही है. यह किसी की आंखें निकालने के बाद उसे चश्मा देने के समान है.
बिहार में माले विधायक दल के नेता महबूब आलम ने इस विधेयक की तुलना हिटलर द्वारा अन्य धर्मों के लोगों के बीच लोकप्रियता हासिल करने के लिए यहूदियों को निशाना बनाए जाने से की. एआईएमआईएम की बिहार इकाई के अध्यक्ष और विधायक अख्तरुल ईमान ने आरोप लगाया कि हमें दाढ़ी रखने और टोपी पहनने जैसी प्रथाओं के लिए पहले से ही निशाना बनाया जा रहा है. वक्फ विधेयक इसलिए लाया गया है, ताकि मृतकों को भी न बख्शा जाए और हमारे कब्रिस्तानों पर बुलडोजर चलाए जाएं.
इससे पहले विधानसभा में तिरंगा लेकर पहुंचे राजद और वामपंथी विधायकों ने वक्फ विधेयक को लेकर सदन में जमकर हंगामा किया, जिसके चलते कार्यवाही शुरू होने के कुछ ही मिनटों के भीतर इसे स्थगित करना पड़ा. विपक्षी विधायकों ने विवादास्पद विधेयक की निंदा करने वाले नारे लिखी तख्तियां भी थाम रखी थीं.