मध्य प्रदेश
बड़े ही हर्ष व उल्लास के साथ संपन्न हुआ लक्ष्मीपति ग्रुप ऑफ इंस्टीट्यूशंस भोपाल का 17 वां स्थापना दिवस "स्तंभ 2025" संपन्न हुआ
25 Feb, 2025 02:05 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
मध्य प्रदेश निर्वाचन आयोग के आयुक्त मनोज श्रीवास्तव, ने युवा पत्रकार संतोष योगी को किया सम्मानित
भोपाल । संस्थान के कल्चरल क्लब के सदस्य छात्रों द्वारा आयोजित लक्ष्मीपति ग्रुप आप इंस्टीट्यूशंस भोपाल ने अपना 17 वा स्थापना दिवस "स्तंभ 2025 " का आयोजन बड़े ही हर्ष और उल्लास के साथ लक्ष्मीपति कॉलेज के प्रांगण में मनाया, इस अवसर पर हेडलाइंस 24 के संपादक एवं समाजसेवी पत्रकार संतोष योगी सहित कई समाजसेवी एवं पत्रकारों का सम्मान किया गया देर रात्रि तक चले इस आयोजन में जहां कई रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रम हुए वहीं समाज के उन सभी वर्ग के चयनित व समर्पित निष्ठावान लोगों को उनके उत्कृष्ठ कार्यों व कर्मठ सेवाओं के लिए कई शिक्षाविदों,प्राचार्य गण, पत्रकार बंधुओ,खिलाड़ियों, सामाजिक कार्यकर्ता एवं चिकित्सकों को सम्मानित भी किया गया। कार्यक्रम में पधारे मुख्य अतिथि मध्य प्रदेश निर्वाचन आयोग के आयुक्त मनोज श्रीवास्तव, स्योर फाउंडेशन एवं लक्ष्मीपति ग्रुप के चेयरमैन ओपी बंसल,मैनेजिंग डायरेक्टर इंजीनियर एस के बंसल आदि की गरिमामई उपस्थिति रही।
धमाके से उड़ी स्कूल बस, घिरी आग की लपटों में, बाल बाल बची नन्ही जाने
25 Feb, 2025 12:44 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
भोपाल: भोपाल के कमला नगर थाना क्षेत्र में कल देर शाम एक स्कूल बस में आग लग गई। पहले बस में धमाका हुआ और फिर पूरी बस में आग लग गई। गनीमत रही कि बस पार्किंग में खड़ी थी और उस वक्त बस के अंदर कोई मौजूद नहीं था। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक बस शारदा विद्या मंदिर स्कूल की है। पुलिस इस घटना की जांच में जुट गई है। पुलिस इस बात की जांच कर रही है कि बस में आग कैसे लगी और धमाका कैसे हुआ। भोपाल के कमला नगर थाना क्षेत्र में कल शाम स्कूल बस में लगी आग के बाद आसपास रहने वाले लोग भी दहशत में हैं।
स्कूल में बम की धमकियां हर दिन लोगों को परेशान कर रही हैं, इसी बीच बस में धमाके के साथ भीषण आग लगने की यह घटना लोगों को डरा रही है। हालांकि बस में आग लगने के पीछे की साजिश का खुलासा नहीं हो पाया है, लेकिन पुलिस हर एंगल से इसकी जांच कर रही है। बस एक निजी स्कूल शारदा विद्या मंदिर की बताई जा रही है। देर शाम स्कूल अपनी पार्किंग में खड़ी थी। उस वक्त आसपास कोई नहीं था। आग की लपटें देखकर वहां भीड़ जमा हो गई। बस ड्राइवर और कंडक्टर ने भी साजिश का शक जताया है। भोपाल पुलिस भी साजिश के एंगल से जांच कर रही है।
ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट (GIS-25) के पहले दिन प्रदेश को बड़ी सौगात मिली
25 Feb, 2025 11:00 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
भोपाल: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की उपस्थिति में भोपाल के राष्ट्रीय मानव संग्रहालय में आयोजित द्विदिवसीय ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट (GIS-25) के पहले दिन प्रदेश को बड़ी सौगात मिली है। पहले ही दिन कुल 22 लाख 50 हजार 657 करोड़ रुपये के निवेश प्रस्ताव प्राप्त हुए हैं, जिससे प्रदेश में 13 लाख 43 हजार 468 रोजगार के अवसर सृजित होने की उम्मीद है। प्रदेश सरकार के अनुसार, यह निवेश प्रस्ताव विभिन्न क्षेत्रों से प्राप्त हुए हैं, जिनमें नवीकरणीय ऊर्जा, खनन, शहरी विकास, तकनीकी शिक्षा, पर्यटन और चिकित्सा शिक्षा सहित अन्य प्रमुख क्षेत्र शामिल हैं।
किन क्षेत्रों में हुआ निवेश?
मुख्य रूप से निम्नलिखित क्षेत्रों में निवेश प्रस्ताव प्राप्त हुए हैं:
नवीकरणीय ऊर्जा में 5,21,279 करोड़, डी.आई.पी.आई.पी. में 4,94,314 करोड़, खनिज एवं संसाधन विभाग में 3,22,536 करोड़, शहरी विकास एवं आवास में 1,97,597 करोड़, ऊर्जा विभाग में 1,47,990 करोड़, लोक निर्माण विभाग में 1,30,000 करोड़, पर्यटन क्षेत्र में 64,850 करोड़, विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी में 64,174 करोड़, और तकनीकी शिक्षा, कौशल विकास एवं रोजगार में 43,326 करोड़ का निवेश प्रस्ताव शामिल है।
इसके अतिरिक्त, अडाणी समूह ने 2,10,000 करोड़ का निवेश प्रस्ताव प्रस्तुत किया है, जो राज्य में बुनियादी ढांचे और उद्योगों के विकास को प्रोत्साहित करेगा।
जापान और मध्यप्रदेश के बीच आर्थिक सहयोग पर विशेष सत्र आयोजित
25 Feb, 2025 10:00 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
जापान और मध्यप्रदेश के बीच आर्थिक सहयोग, तकनीक हस्तांतरण और साझा विकास के अवसरों पर चर्चा हुई
भोपाल। ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट में पार्टनर कंट्री जापान के साथ आर्थिक सहयोग बढ़ाने और मध्यप्रदेश में निवेश के नए द्वार खोलने के लिए एक महत्वपूर्ण क्रॉस कंट्री सेशन का आयोजन किया गया। सेशन में जापान और मध्यप्रदेश के बीच आर्थिक सहयोग, तकनीक हस्तांतरण और साझा विकास के अवसरों पर चर्चा हुई। इसमें जापान और भारत के उद्योग जगत के प्रमुख प्रतिनिधियों ने भाग लिया और निवेश एवं व्यापारिक संबंधों को सशक्त करने के विभिन्न पहलुओं पर अपने विचार रखे।
कौंसुलेट जनरल ऑफ जापान यागी कोज़ी, जापान एक्सटर्नल ट्रेड ऑर्गेनाइजेशन (जेट्रो) के डायरेक्टर जनरल हीरोयुकी कितामारु, जेट्रो के डायरेक्टर संजय भाटिया और ब्रिजस्टोन इंडिया के मैनेजिंग डायरेक्टर हिरोशी योशीजाने ने अपने विचार रखे। इन विशेषज्ञों ने जापान और मध्यप्रदेश के बीच आर्थिक सहयोग को और अधिक सशक्त बनाने के लिए विभिन्न सुझाव दिये।
जापान और मध्यप्रदेश के संबंधों को मिलेगा नया आयाम
सेशन के दौरान जापानी प्रतिनिधियों ने मध्यप्रदेश में निवेश की संभावनाओं, औद्योगिक विकास, तकनीकी और व्यापारिक साझेदारी पर विस्तार से चर्चा की। उन्होंने कहा कि राज्य में ऑटोमोबाइल, मैन्युफैक्चरिंग, आईटी, फार्मा, इलेक्ट्रॉनिक्स और नवकरणीय ऊर्जा जैसे क्षेत्रों में जापानी कंपनियों के लिए असीम संभावनाएं मौजूद हैं।
कौंसुलेट जनरल यागी कोज़ी ने अपने संबोधन में कहा कि जापान और भारत के संबंध ऐतिहासिक रूप से काफी मजबूत रहे हैं और हाल के वर्षों में दोनों देशों के बीच व्यापारिक गतिविधियाँ बढ़ी हैं। उन्होंने मध्यप्रदेश सरकार की निवेश-अनुकूल नीतियों की सराहना करते हुए कहा कि मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव के नेतृत्व में राज्य में उद्योगों के लिए अनुकूल वातावरण है, जो जापानी कंपनियों को आकर्षित करने में है।
जेट्रो के डायरेक्टर जनरल हीरोयुकी कितामारु ने कहा कि जापान की कई प्रमुख कंपनियाँ भारत में पहले से ही कार्यरत हैं और वे अपने व्यवसाय को और विस्तार देने की योजना बना रही हैं। उन्होंने मध्यप्रदेश की औद्योगिक अधोसंरचना की प्रशंसा करते हुए कहा कि राज्य में जापानी निवेशकों के लिए विशेष रूप से अनुकूल अवसर उपलब्ध हैं।
निवेश आकर्षित करने पर जोर
ब्रिजस्टोन इंडिया के मैनेजिंग डायरेक्टर हिरोशी योशीजाने ने कहा कि उनकी कंपनी मध्यप्रदेश में पहले से ही कार्यरत है। उन्होंने यहाँ की सुविधाओं, कुशल श्रमिकों और व्यापार के अनुकूल नीतियों की प्रशंसा की। उन्होंने कहा कि जापान की कंपनियाँ यहाँ मैन्युफैक्चरिंग और टेक्नोलॉजी ट्रांसफर के लिए निवेश करने को इच्छुक हैं।
सेशन के दौरान जापानी और भारतीय प्रतिनिधियों के बीच आर्थिक संबंधों को मजबूत करने, जापानी निवेश को मध्यप्रदेश में आकर्षित करने और औद्योगिक सहयोग बढ़ाने पर भी संवाद हुआ। प्रदेश के निवेशकों ने जापानी प्रतिनिधियों से उनके अनुभव और भविष्य की योजनाओं के बारे में चर्चा की।
ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट के इस विशेष सत्र को दोनों देशों के आर्थिक और औद्योगिक संबंधों को नई ऊंचाई देने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। इससे निवेश को भी बढ़ावा मिलेगा और तकनीकी उन्नति और उद्योगों के विकास को भी नई गति मिलेगी।
केन्द्रीय गृह मंत्री अमित शाह ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट का करेंगे समापन
25 Feb, 2025 09:00 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
भोपाल । केन्द्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री अमित शाह 25 फरवरी को भोपाल प्रवास पर रहेंगे। श्री शाह शाम 4 बजे राष्ट्रीय मानव संग्रहालय में ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट का समापन करेंगे।
जीआईएस के दौरान जाम में फंस गये आने वाले मेहमान
25 Feb, 2025 08:00 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
ट्रैफिक पुलिस की तैयारियो पर उठे सवाल
भोपाल। राजधानी भोपाल के इंदिरा गांधी राष्ट्रीय मानव संग्रहालय में आयोजित दो दिवसीय ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट के पहले सुबह 8 बजे से लेकर करीब डेढ़ घंटे तक डिपो चौराहा पर भारी जाम लग गया। जाम में कार्यक्रम में शामिल होने जा रहे मेहमानों के वाहन भी फंसे रहे। बताया गया है कि एकाएक न्यू मार्केट, जवाहर चौक, स्मार्ट सिटी और पी एंड टी की ओर से आने वाले ट्रैफिक के कारण पहले डिपो चौराहा पर और इसके बाद आगे तक जाम के हालात बन गये। अफसरो का कहना है की 9 बजे तक इन्वेस्टर्स समिट में शामिल होने वाले मेहमानों को कार्यक्रम स्थल के अंदर किये जाने का प्लान बनाया गया था। जिससे पीएम के आगमन से एक घंटे पहले सड़क को क्लियर किया जा सके। लेकिन सुबह 8 से 9 बजे के बीच बड़ी संख्या में मेहमानों ने स्मार्ट सिटी रोड से आना शुरू कर दिया, जबकि इस रोड को समिट में जाने वाले गेस्ट को इस्तेमाल की इजाजत नहीं थी। लोगों ने स्वेच्छा से इस रास्ते को अपना लिया। चारो और से ट्रैफिक का दबाव अधिक होने से डिपो चौराहा पर जाम की स्थिति बन गई थी। यह जाम करीब एक किलोमीटर लंबा हो गया। बाद में कड़ी मशक्कत के बाद ट्रैफिक जवानो ने जाम को क्लियर कराया। हालांकि, कार्यक्रम को लेकर पुलिस एक महीने पहले से तैयारियां कर रही थी, और कई बार रिहर्सल भी की जा चुकी थी। यातायात व्यवस्था बनाये रखने के लिये 1 हजार से अधिक जवानों को मैदान में उतारा गया था
डेलिगेट्स को मिला महाकाल का प्रसाद, वर्चुअल रियलिटी से की ओरछा की सैर
24 Feb, 2025 10:45 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
भोपाल : ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट में मध्यप्रदेश टूरिज्म बोर्ड का पवेलियन आकर्षण का केंद्र बना हुआ है। राज्य के प्रमुख पर्यटन स्थल, प्राचीन मंदिर, राजसी किले और लुभावने प्राकृतिक स्थलों को नवीन तकनीक और इंटरैक्टिव पैनल के माध्यम से प्रदर्शित किया जा गया है। यहां डेलिगेट्स ने होलोग्राम के जरिए महांकाल के सजीव दर्शन कराये जा रहे हैं। उन्हें उज्जैन से विशेष रूप से मंगाया गया बाबा महाकाल का प्रसाद भी दिया जा रहा है। इसके साथ ही साइक्लिंग करते हुए वर्चुअल रियलिटी के ज़रिए ओरछा, खजुराहो और सांची स्तूप के साथ वन्य जीवन का अनुभव कराया जा रहा है।
पवेलियन में वेलनेस टूरिज्म को प्रदर्शित करते हुए साउंड हीलिंग तकनीक का विशेष जोन बनाया गया है। प्रदेश के पारंपरिक हस्तशिल्प बाग प्रिंट का लाइव काउंटर में डेलिगेट्स बाग प्रिंट को करीब से जानने के साथ साड़ी, स्टोल जैसे उत्पाद भी खरीद रहे हैं। जीआईएस के पलो को यादगार बनाने के लिए मोगली सेल्फी पॉइंट स्थापित किया गया हैं। जिसमें डेलीगेट्स जंगल बुक के कैरेक्टर मोगली, बघीरा सहित चीता और बाघ के साथ सेल्फी ले सकते है।
पर्यटन, संस्कृति और धार्मिक न्यास एवं धर्मस्व राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) धर्मेंद्र भाव सिंह लोधी ने कहा "जीआईएस में आने वाले मेहमानों को म.प्र. के ऐतिसाहिक, प्राकृतिक, सांस्कृतिक स्थलों से अवगत कराने के उद्देश्य से आधुनिक तकनीक का उपयोग किया गया है। वर्चुअल अनुभव से न केवल राज्य की विरासत को व्यापक स्तर पर प्रचार मिलेगा, बल्कि डेलिगेट्स में हमारे पर्यटन स्थलों के प्रति आकर्षण भी बढ़ेगा। पवेलियन में होलोग्राम के जरिये महाकाल के दर्शन और ओरछा की वर्चुअल टूर को सराहा जा रहा है। साथ ही पवेलियन में पधारने वाले निवेशकों और डेलिगेट्स को प्रदेश में पर्यटन परियोजनाओं में निवेश के अवसर और नवीन पर्यटन नीति के प्रावधानों से भी अवगत कराया जा रहा है।
डेलिगेट्स के लिए उज्जैन और सांची बने पहली पसंद
ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट में आए देश-विदेश के प्रतिनिधियों के लिए मध्यप्रदेश पर्यटन ने विशेष यात्रा टूर प्लान किया है। डेलिगेट्स ने उज्जैन में महाकालेश्वर मंदिर के साथ ही, सांची के बौद्ध स्तूप, भोजपुर के शिव मंदिर और भीम बेटका की ऐतिहासिक गुफाओं में रुचि व्यक्त की है। साथ ही पर्यटन ग्राम खारी को भी डेलिगेट्स द्वारा खूब पसंद किया जा रहा है, जहां डेलिगेट्स ग्रामीण जीवनशैली और स्थानीय संस्कृति का अनुभव ले रहे है।
मध्यप्रदेश पर्यटन की शानदार मेहमाननवाजी का ले रहे हैं लुत्फ
मध्यप्रदेश पर्यटन GIS में आए मेहमानों को राज्य के ऐतिहासिक, प्राकृतिक, सांस्कृतिक स्थलों से अवगत कराने के लिए आधुनिक तकनीक का उपयोग भी कर रहा है। इससे न केवल राज्य की विरासत को व्यापक स्तर पर प्रचार मिल रहा है, बल्कि डेलीगेट्स में हमारे पर्यटन स्थलों के प्रति आकर्षण भी बढ़ा रहा है। मध्यप्रदेश सरकार और पुरातत्व विभाग के सहयोग से राज्य के सभी पुरातात्विक और एएसआई संरक्षित स्मारकों पर प्रतिनिधियों के लिए नि:शुल्क प्रवेश की सुविधा दी गई है। इसके अलावा, मध्यप्रदेश पर्यटन द्वारा सहायता डेस्क और यात्रा सहायकों की भी विशेष व्यवस्था की गई, जिससे मेहमानों को किसी भी प्रकार की असुविधा न हो।
मध्यप्रदेश की जनजातीय कला और संस्कृति का भव्य प्रदर्शन
प्रदेश की जनजातीय और स्थानीय संस्कृति के साथ जनपदीय संस्कृति को सजीव रूप में प्रस्तुत करने के लिए सांस्कृतिक ग्राम विकसित किया गया है। इसमें प्रदेश की जनजातीय और लोक कलाकारों की अद्भुत प्रतिभा का प्रदर्शन भी किया जा रहा है। सांस्कृतिक परिदृश्य की झलक प्रस्तुत करते जनजातीय नृत्य, पारंपरिक वस्त्र, चित्रकारी, मिट्टी और धातु शिल्प के साथ लोक संगीत सभी डेलीगेट को अपनी ओर अनायास ही आकर्षित कर रहे है। विशेष रूप से जनजातीय नृत्य बोंगा, बैगा, सहरिया, कोल और कोरकू जनजातियों के पारंपरिक नृत्यों की प्रस्तुतियां दी जा रही हैं । चंदेरी और महेश्वरी साड़ियों, बाग प्रिंट, मिट्टी के बर्तन, धातु के आभूषण और लकड़ी के खिलौने मध्यप्रदेश की शिल्प कला का उत्कृष्ट नमूना प्रस्तुत किया जा रहा है। निमाड़ और बुंदेलखंड के लोक गायकों द्वारा प्रस्तुत पारंपरिक गीत संगीत की प्रस्तुति दी जा रही हैं।
मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने उद्योगपतियों से की वन-टू-वन चर्चा
24 Feb, 2025 10:30 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
भोपाल : मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव से ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट के पहले दिन सोमवार को विभिन्न उद्योगपतियों ने मुलाकात की। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने उद्योगपतियों से वन-टू-वन चर्चा की। पतंजलि समूह के आचार्य बालकृष्ण ने भेंट के दौरान मुख्यमंत्री से हेल्थ एवं वेलनेस क्षेत्र में निवेश के संदर्भ में चर्चा की। मुख्यमंत्री डॉ. यादव से भेंट करने वालों में इटली के कान्सूलेट जनरल वॉलटर फेरेरा भी थे। ईजीट्रिप डॉट कॉम के सीईओ एवं कॉ-फाउण्डर रिकांत पिटी ने भी भेंट की और पर्यटन क्षेत्र में निवेश संबंधी चर्चा की। टॉरेंट पॉवर के जिगिश मेहता एवं ओमप्रकाश नेनवाल ने मुख्यमंत्री डॉ. यादव से मुलाकात कर मध्यप्रदेश में निवेश की इच्छा जताई।
आदित्य बिरला ग्रुप के प्रतिनिधि मण्डल ने मुख्यमंत्री डॉ. यादव से मुलाकात कर मध्यप्रदेश में औद्योगिक संभावनाओं को तलाशने के लिये मुख्यमंत्री डॉ. यादव द्वारा किये जा रहे प्रयासों को सराहा। हिन्डालको कम्पनी के एमडी सतीश पई, एमडी ग्रेसिम एच.के. अग्रवाल, एसेल माईनिंग के एमडी थॉमस चेरियन, अरविंद ग्रुप के डॉ. परम शाह एवं एनटीपीसी के चेयरमैन एवं एमडी गुरदीप सिंह ने भी मुख्यमंत्री डॉ. यादव से वन-टू-वन चर्चा की। गोदरेज समूह के ग्रुप प्रेसीडेंट राकेश स्वामी भी मुख्यमंत्री डॉ. यादव से मिले। उन्होंने रियल स्टेट और टाउनशिप क्षेत्र में समूह द्वारा किए जा रहे कार्य की जानकारी दी।
मध्यप्रदेश में निवेश का सुनहरा दौर
24 Feb, 2025 10:15 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
भोपाल : मध्यप्रदेश में निवेश की संभावनाएं लगातार बढ़ रही हैं और देश-विदेश के उद्योगपति इसे एक प्रमुख निवेश गंतव्य के रूप में देख रहे हैं। ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट-2025 को लेकर उद्योग जगत में खासा उत्साह देखा जा रहा है। देश के प्रमुख उद्योगपतियों ने राज्य में निवेश को लेकर अपनी सकारात्मक प्रतिक्रियाएं दी हैं।
निवेश के साथ रोजगार सृजन
ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट-2025 में शामिल होने भोपाल आए उद्योगपति गौतम अडाणी ने मुख्यमंत्री डॉ. यादव के साथ वन-टू-वन चर्चा में कहा है कि इस आयोजन में शामिल होना मेरे लिए सम्मान की बात है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की 'मेक इन इंडिया' और 'डिजिटल इंडिया' जैसी पहल ने देश की अर्थव्यवस्था को नई ऊंचाइयों तक पहुंचाया है। मुख्यमंत्री डॉ. यादव के नेतृत्व में मध्यप्रदेश का विकास हो रहा है। अडानी ने घोषणा की है कि उनका समूह 50 हजार करोड़ रुपये से अधिक के निवेश के साथ इस विकास यात्रा में आपके साथ है।
अडाणी ने कहा कि उनका ग्रुप मध्यप्रदेश में सीमेंट, सीवेज, खनन, स्मार्ट-मीटर और थर्मल-एनर्जी के क्षेत्रों में 1 लाख 10 हजार करोड़ रुपये का नया निवेश कर रहा है। इससे 2030 तक राज्य में 1 लाख 20 हजार रोजगार सृजन होंगे। अडाणी ने बताया कि इसके साथ ही समूह एक ग्रीनफील्ड स्मार्ट-सिटी विकसित करने की योजना पर भी काम कर रही है। इसमें 1 लाख करोड़ रुपये से अधिक का अतिरिक्त निवेश शामिल होगा। आशा है कि ये सभी निवेश मध्यप्रदेश की विकास यात्रा में मील का पत्थर सिद्ध होंगे।
भोपाल में निवेश की संभावनाएं देखने आया हूं, मेरे लिए यह बेहद रोमांचकः मार्टिन यू. माइयर
मध्यप्रदेश की राजधानी भोपाल में आयोजित ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट को लेकर विदेशी निवेशकों में खासा उत्साह देखने को मिला। मुंबई स्थित स्विट्जरलैंड के वाणिज्य दूतावास के महावाणिज्य दूत मार्टिन यू. माइयर ने जीआईएस में शामिल होकर कहा कि "यह मेरे लिए बेहद रोमांचक है। मैं पहली बार मध्यप्रदेश आया हूं और भोपाल में यह देखना चाहता हूं कि यहां क्या संभावनाएं हैं।"
उन्होंने कहा कि स्विट्जरलैंड, आइसलैंड, लिचेंस्टाइन और नॉर्वे सहित यूरोपीय फ्री ट्रेड एसोसिएशन (EFTA) देशों ने भारत के साथ व्यापार और आर्थिक साझेदारी समझौते (TEPA) पर हस्ताक्षर किए हैं। इस समझौते के तहत अगले 15 वर्षों में भारत में 100 बिलियन डॉलर का निवेश किया जाएगा।
"अब हमें यह सुनिश्चित करना है कि स्विस कंपनियां भारत आएं और यहां निवेश करें।" इस समझौते के तहत भारत और स्विट्जरलैंड के आर्थिक संबंधों को और मजबूती मिलने की उम्मीद है।
नादिर गोदरेज, चेयरमैन, गोदरेज इंडस्ट्रीज
"मध्यप्रदेश विकास की ओर तेजी से अग्रसर है और यहां निवेश करना सदैव लाभदायक रहा है। हमें पूर्व में जो भी समर्थन चाहिए था, वह मिला और प्रगति लगातार जारी है। अब राज्य भविष्य के लिए पूरी तरह तैयार है। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव लीड करें और एमपी सक्सीड करें।' उनकी सरकार में बिजनेस रेगुलेशन्स को सरल बनाया गया है, जिससे निवेशकों के लिए राज्य और अधिक आकर्षक बन गया है।"
संजीव पुरी, चेयरमैन एवं एमडी, आईटीसी
"मध्यप्रदेश अपनी रणनीतिक स्थिति और समृद्ध प्राकृतिक संसाधनों से निवेश के लिए उपयुक्त राज्य है। यह एक कृषि प्रधान राज्य है और वर्षों से इस क्षेत्र में जबरदस्त बदलाव देखा गया है। अब हम विभिन्न क्षेत्रों में उद्योगों की बढ़ती उपस्थिति देख रहे हैं। मुख्यमंत्री डॉ. यादव के नेतृत्व में राज्य एक नए विकास युग में प्रवेश कर रहा है। राज्य सरकार की नीतियों से उद्योगों को काफी प्रोत्साहन मिल रहा है।"
विनीत मित्तल, चेयरमैन, अवाडा ग्रुप
"हम 2010 से मध्यप्रदेश में निवेश कर रहे हैं और अब एनटीपीसी, एनएचपीसी और अन्य संस्थानों से कई परियोजनाएं प्राप्त कर चुके हैं। हम इन परियोजनाओं को मालवा, बुंदेलखंड और भिंड क्षेत्रों में स्थापित करने जा रहे हैं। हमारी कंपनी अगले 5 वर्षों में सौर ऊर्जा, पवन ऊर्जा, पंप स्टोरेज और बैटरी स्टोरेज में 50 हजार करोड़ रुपये का निवेश करने का संकल्प ले चुकी है।"
सुधीर कुमार अग्रवाल, फाउंडर एवं चेयरमैन, सागर ग्रुप
"मध्यप्रदेश में संसाधनों की कोई कमी नहीं है और यहां निवेश की असीम संभावनाएं हैं। सागर ग्रुप के रूप में हम राज्य के विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने के लिए प्रतिबद्ध हैं। हमारे निवेश शिक्षा, बुनियादी ढांचे और चिकित्सा सुविधाओं में हो रहे हैं, जिससे राज्य की जनता के जीवन को बेहतर बनाने में मदद मिल रही है। हमारी कंपनी में 50 हजार से अधिक कर्मचारी कार्यरत हैं, जिनमें 60% महिलाएं हैं। हमारा लक्ष्य राज्य की समृद्धि में योगदान देना और सकारात्मक बदलाव लाना है।"
दिनेश पाटीदार, चेयरमैन, शक्ति पंप्स (इंडिया) लिमिटेड
"भारत के केंद्र में स्थित मध्यप्रदेश निवेश के लिए एक बेहतरीन स्थान है। राज्य सरकार व्यापार अनुकूल नीतियों और आकर्षक प्रोत्साहनों के माध्यम से औद्योगिक विकास को बढ़ावा दे रही है। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव के नेतृत्व में मध्यप्रदेश ऊर्जा आत्मनिर्भरता और नए रोजगार अवसरों के लिए पूरी तरह तैयार है।"
मध्यप्रदेश सरकार के प्रयासों और निवेशकों की सकारात्मक सोच से राज्य एक नई ऊंचाई की ओर बढ़ रहा है। जीआईएस-2025 के माध्यम से मध्यप्रदेश निवेशकों के लिए एक आदर्श गंतव्य के रूप में उभर रहा है।
सड़क अधोसंरचना में ऐतिहासिक निवेश, एक लाख करोड़ रूपये के एमओयू पर हस्ताक्षर
24 Feb, 2025 10:00 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
भोपाल : भोपाल मैं आयोजित ग्लोबल इन्वेस्टर समिट-2025 के प्रथम दिवस मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव एवं लोकनिर्माण मंत्री राकेश सिंह की उपस्थिति मैं राज्य सरकार और राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण के बीच 1 लाख करोड़ रूपये के ऐतिहासिक एमओयू पर हस्ताक्षर किए गए। इससे लगभग 4010 किलोमीटर लंबी सड़क परियोजनाओं का निर्माण एवं विकास किया जाएगा।।इस अवसर पर अतिरिक्त मुख्य सचिव नीरज मंडलोई, एमपीआरडीसी के प्रबंध संचालक भरत यादव और एनएचएआई के क्षेत्रीय अधिकारी एस.के. सिंह भी उपस्थित थे।
मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने एनएचएआई की निर्माण परियोजनाओं को निर्धारित समय सीमा में पूर्ण करने के लिए हर संभव सहायता प्रदान करने का आश्वासन दिया। वहीं, लोक निर्माण मंत्री सिंह ने इस एमओयू को मध्यप्रदेश के रोड इंफ्रास्ट्रक्चर विकास के लिए एक ऐतिहासिक कदम बताया और इसके लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के प्रति आभार व्यक्त किया। एमओयू पर एनएचएआई की ओर से क्षेत्रीय अधिकारी एस.के. सिंह और एमपीआरडीसी की ओर से प्रबंध संचालक भरत यादव ने हस्ताक्षर किए।
एमओयू से सड़क बुनियादी ढांचे को मजबूत करने के साथ रोजगार के नए अवसर भी सृजित होंगे। इस समझौते में इंदौर-भोपाल ग्रीनफील्ड हाई स्पीड कॉरिडोर, भोपाल-जबलपुर ग्रीनफील्ड हाई स्पीड कॉरिडोर, प्रयागराज-जबलपुर-नागपुर कॉरिडोर, लखनादौन-रायपुर एक्सप्रेस-वे, आगरा-ग्वालियर राष्ट्रीय राजमार्ग, उज्जैन-झालावाड़ राष्ट्रीय राजमार्ग, इंदौर रिंग रोड (पश्चिमी और पूर्वी बायपास), जबलपुर-दमोह राष्ट्रीय राजमार्ग, सतना-चित्रकूट राष्ट्रीय राजमार्ग, रीवा-सिद्धी राष्ट्रीय राजमार्ग और ग्वालियर शहर के पश्चिमी छोर पर 4-लेन बायपास सहित कई महत्वपूर्ण सड़क परियोजनाओं का विकास किया जाएगा।
प्रधानमंत्री मोदी को भोपाल विमानतल पर दी भावभीनी विदाई
24 Feb, 2025 09:45 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
भोपाल : प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी दो दिवसीय भोपाल यात्रा के बाद सोमवार को 12:15 बजे राजकीय विमानतल भोपाल से भारतीय वायुसेना के विशेष विमान से पटना रवाना हुए।
प्रधानमंत्री मोदी को भोपाल से खजुराहो सांसद विष्णुदत्त शर्मा, मंत्री चैतन्य काश्यप, सांसद भोपाल आलोक शर्मा, विधायक रामेश्वर शर्मा, विधायक भगवान दास सबनानी, विधायक विष्णु खत्री सहित अन्य जनप्रतिनिधियों ने भावभीनी विदाई दी। इस दौरान कलेक्टर कौशलेन्द्र विक्रम सिंह, पुलिस आयुक्त हरिनारायण चारी मिश्रा भी उपस्थित रहे।
मध्यप्रदेश में निवेश का यही समय है और सही समय है : प्रधानमंत्री मोदी
24 Feb, 2025 09:30 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
भोपाल : प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने विकसित मध्यप्रदेश से विकसित भारत के उद्देश्य से ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट के भव्य आयोजन के लिए मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव को बधाई दी। प्रधामनंत्री मोदी ने कहा कि भारत के इतिहास में ऐसा अवसर पहली बार आया है, जब पूरी दुनिया भारत के लिए आशान्वित है। भारत ने विभिन्न क्षेत्रों में अपनी क्षमता को सिद्ध किया है, जिसके परिणाम स्वरूप सम्पूर्ण विश्व भारत पर विश्वास प्रकट कर रहा है। प्रधामनंत्री मोदी ने कहा कि यही विश्वास हम मध्यप्रदेश में अनुभव कर रहे हैं। मध्यप्रदेश जनसंख्या की दृष्टि से देश का पांचवां बड़ा राज्य है, कृषि और खनन में अग्रणी है, इसके साथ ही राज्य को माँ नर्मदा का आशीर्वाद प्राप्त हुआ है। देश में हो रहे अधोसंरचना विकास का लाभ मध्यप्रदेश को मिला है, दिल्ली, मुम्बई नेशनल हाईवे का बड़ा भाग मध्यप्रदेश से निकलता है, प्रदेश में पाँच लाख किलोमीटर का रोड नेटवर्क है और लॉजिस्टिक्स की यहाँ अपार संभावनाएं विद्यमान हैं। मध्यप्रदेश में हर वो क्षमता है, जो इसे देश के शीर्ष पाँच राज्यों में ला सकता है। प्रधानमंत्री मोदी ने मुख्यमंत्री डॉ. यादव को वर्ष 2025 को उद्योग वर्ष के रूप में मनाने के लिए बधाई दी।
औद्योगिक निवेश प्रोत्साहन के लिए 18 नई नीतियां लॉन्च
प्रधानमंत्री मोदी ने रिमोर्ट का बटन दबाकर प्रदेश में औद्योगिक निवेश प्रोत्साहन के लिए लागू 18 नवीन नीतियों का शुभारंभ किया। इसके अंतर्गत मध्यप्रदेश उद्योग नीति 2025, एमएसएमई नीति, एक्सपोर्ट प्रमोशन नीति, लॉजिस्टिक्स नीति, स्टार्टअप नीति, मध्यप्रदेश एनीमेशन, वीआर, गैमिंग कामिक्स और विस्तारित रियलिटि नीति, जीसीसी नीति, सेमी कंडक्टर नीति, ड्रोन संवर्धन और उपयोग नीति, फिल्म पर्यटन नीति, पर्यटन नीति, पम्पड हाइड्रो स्टोरेज नीति, सिटी गैस डिस्टिब्यूशन नीति, विमानन नीति, नवकरणीय ऊर्जा नीति, स्वास्थ निवेश प्रोत्साहन नीति और एकीकृत टाउनशिप नीति शामिल हैं।
देश का कॉटन कैपिटल है मध्यप्रदेश
प्रधानमंत्री मोदी ने समिट में पधारे उद्योगपतियों को मध्यप्रदेश में निवेश के लिए प्रोत्साहित करते हुए कहा कि यहां 300 से अधिक इंडस्ट्री जोन हैं और निवेश की अपार संभावनाएं हैं। प्रदेश में 31 हजार मेगावॉट सरपल्स एनर्जी है, जिसमें 30 फीसदी रिन्यूएबल एनर्जी है। कुछ दिन पहले ही ओंकारेश्वर में फ्लोटिंग सौर ऊर्जा परियोजना का शुभारंभ हुआ है। एनर्जी सेक्टर में आए बूम का मध्यप्रदेश को लाभ मिला है। हाल ही में 45 हजार करोड़ रूपए लागत की केन-बेतवा लिंक परियोजना की आधारशिला रखी गई, जिससे 10 लाख हेक्टेयर भूमि में सिंचाई क्षमता बढ़ेगी, परिणामस्वरूप प्रदेश में कपड़ा उद्योग और फूड प्रोसेसिंग सेक्टर बढ़ेगा। प्रधानमंत्री मोदी ने मध्यप्रदेश को देश का कॉटन कैपिटल बताते हुए कहा कि कपड़ा उद्योग और कॉटन सप्लाय में मध्यप्रदेश, देश का सबसे बड़ा उत्पादक है। यहां का मलबरी सिल्क और चंदेरी साड़ियां भी बहुत पसंद की जाती हैं। देश में बन रहे सात बड़े टेक्सटाइल पार्क में से एक मध्यप्रदेश में है। देश के टूरिज्म सेक्टर में मध्यप्रदेश अजब भी है और गजब भी है। नर्मदा के किनारे पर्यटन का पर्याप्त विकास हुआ है। प्रदेश में मेडिकल टूरिज्म की भी अपार संभावनाएं हैं।
इलेक्ट्रिक व्हीकल के क्षेत्र में तेजी से आगे बढ़ रहा है मध्यप्रदेश
प्रधामनंत्री मोदी ने कहा कि दो दशक पहले लोग मध्यप्रदेश में निवेश करने से डरते थे। जिस प्रदेश में बसें ठीक से नहीं चल पाती थीं, वह राज्य अब इलेक्ट्रिक व्हीकल के मामले में तेज गति से आगे बढ़ रहा है। जनवरी 2025 तक प्रदेश में दो लाख इलेक्ट्रिक वाहन रजिस्टर्ड हुए हैं, जो दर्शाता है कि नए क्षेत्रों में भी मध्यप्रदेश निवेश आकर्षित कर रहा है। लीथियम बैटरी और न्यूक्लीयर एनर्जी में भी निवेश को प्रोत्साहित किया जा रहा है। मध्यप्रदेश में शत-प्रतिशत रेल नेटवर्क का विद्युतीकरण किया जा चुका है। रानी कमलापति स्टेशन के चित्र सभी का मन मोह रहे हैं। इसी तर्ज पर प्रदेश के 80 रेलवे स्टेशनों को विकसित किया जा रहा है। विमानन सेवा के लिए ग्वालियर और जबलपुर के एयरपोर्ट को विस्तार दिया गया है। प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि केन्द्र और राज्य सरकार प्रदेश की विकास दर को नई ऊँचाइयां देने के लिए निरंतर हरसंभव प्रयास कर रही है। मध्यप्रदेश में निवेश का यही समय है और सही समय है।
भारत जो कहता है - वह करके दिखाता है
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि विश्व के सामान्यजन, विशेषज्ञ और संस्थाएं भारत की ओर आशा से देख रही हैं। विश्व बैंक ने कहा है कि भारत आने वाले वर्षों में ऐसे ही गतिशील अर्थव्यवस्था बना रहेगा। इसी प्रकार संयुक्त राष्ट्र संघ की एक संस्था ने भारत को सौर ऊर्जा का श्रेष्ठ केन्द्र कहा है। एक अन्य रिपोर्ट में कहा गया है कि वैश्विक सप्लाय चैन के रूप में उभर रहा है। विश्व में यह मान्यता है कि भारत जो कहता है - वह करके दिखाता है। वैश्विक स्तर पर विद्यमान यह विचार निवेशकों का उत्साह बढ़ाने के पर्याप्त आधार हैं।
टेक्सटाइल, टूरिज्म और टेक्नोलॉजी आगामी वर्षों में देश के विकास को गति देंगे
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि टेक्सटाइल, टूरिज्म और टेक्नोलॉजी आगामी वर्षों में देश के विकास को गति देंगे। मध्यप्रदेश सहित देश में मेडिकल टूरिज्म की अपार संभावनाए हैं। हेल्थ एंड वेलनेस क्षेत्र को प्रोत्साहित किया जा रहा है। सरकार एमएसएमई सेक्टर को गति देने के लिए एमएसएमई केन्द्रित सप्लाई चैन को विकसित करने की दिशा में कार्य कर रही है और इस सेक्टर में कार्यरत उद्यमियों को प्रोत्साहन प्रदान किए जा रहे हैं। "ईज-ऑफ-डूइंग बिजनेस" को प्रोत्साहित करने के लिए कई अप्रासंगिक कानूनों को समाप्त किया गया है। केन्द्रीय बजट में टैक्स स्लैब को रिस्ट्रक्चर किया गया है, रिजर्व बैंक ने भी ब्याज दरें घटाई हैं।
महाकाल महालोक के दर्शन प्रदान करते हैं अलोकिक अनुभूति
प्रधानमंत्री मोदी ने समिट में पधारे डेलीगेट्स से कहा कि वे मध्यप्रदेश आएं है तो उज्जैन के महाकाल महालोक के दर्शन कर भगवान महाकाल का आशीर्वाद अवश्य प्राप्त करें, यह उन्हें आलोकिक अनुभूति प्रदान करेगा।
कार्यक्रम में 15 मिनट विलंब से आना विद्यार्थियों के हित में
प्रधानमंत्री मोदी ने जीआईएस के शुभारंभ कार्यक्रम में 15-20 मिनिट विलंब पहुंचने का कारण बताते हुए कहा कि उन्हें ज्ञात हुआ है कि आज 10वीं और 12वीं के विद्यार्थियों की परीक्षा है। वीआईपी मूवमेंट होने से विद्यार्थियों को कोई परेशानी न हो, इस उद्देश्य से उन्होंने अपना शेड्यूल 15 मिन्ट विलंबित किया।
प्रधानमंत्री मोदी को मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने जरी-जरदोजी से निर्मित महाकाल मंदिर का चित्र भेंट किया
प्रधानमंत्री मोदी का भोपाल में पहली बार हो रही ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट में पधारने पर राज्यपाल मंगुभाई पटेल की उपस्थिति में, मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने अंग वस्त्रम भेंट अभिवादन किया। आयोजन की शोभा बढ़ाने के लिए मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने स्मृति चिन्ह के रूप में भोपाल की प्रसिद्ध जरी-जरदोजी कला से निर्मित महाकाल मंदिर का चित्र भेंट कर उनका आभार व्यक्त किया। राष्ट्रीय मानव संग्रहालय में आयोजित दो दिवसीय समिट में देश-दुनिया के दिग्गज राजनेता, उद्योगपति और राष्ट्रीय एवं अंतर्राष्ट्रीय संगठनों के प्रतिनिधि सहभागिता कर रहे हैं।
"इंडिया ग्रोथ स्टोरी" और "मध्य प्रदेश-अनंत संभावनाएं" लघु फिल्मों का हुआ प्रदर्शन
कार्यक्रम में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व और मार्गदर्शन में विश्व की प्रमुख अर्थव्यवस्था के रूप में उभरते भारत पर केंद्रित लघु फिल्म "इंडिया ग्रोथ स्टोरी" का भी प्रदर्शन किया गया। प्रदेश की औद्योगिक संभावनाओं पर केंद्रित लघु फिल्म "मध्य प्रदेश-अनंत संभावनाएं" का प्रदर्शन किया गया।
इमर्सिव डिजिटल वॉकव्यू से प्रस्तुत की गई प्रदेश की संस्कृति और विरासत की झलक
प्रधानमंत्री मोदी ने कार्यक्रम स्थल पर मध्यप्रदेश की अनोखी शिल्प कला और सांस्कृतिक विरासत को प्रदर्शित करते एमपी एक्सपीरियन्स जोन और एमपी प्वेलियन का अवलोकन किया। एक्सपीरियन्स ज़ोन के अंतर्गत इमर्सिव डिजिटल वॉकव्यू के रूप में प्रदेश की विरासत, प्रगति और आकांक्षाओं का प्रदर्शन किया गया है। इसके साथ ही सांस्कृति क्षेत्र के अंतर्गत इंटरैक्टिव प्रदर्शनियां, डिजिटल स्टोरीटेलिंग और वर्चुअल रीयलिटी द्वारा राज्य के इतिहास, लोककथाएं, वास्तुशिल्प और जनजातीय परम्पराएं प्रदर्शित हैं। गांव के रूप में विकसित जोन में पारंपरिक मिट्टी के बर्तनों, टैराकोटा कलाकृतियों के साथ ही "एक जिला-एक उत्पाद" के अंतर्गत जिलों के उत्पादों का प्रदर्शन भी किया गया। प्रधानमंत्री मोदी ने प्रदेश के प्रसिद्ध जनजातीय चित्रकारों द्वारा बनाई गई गौंड, भीली, और पिथौरा कलाकृतियों का अवलोकन किया। प्रधानमंत्री मोदी ने इस अवसर पर लगाई गई औद्योगिक प्रदर्शनियों क्रमश: आटो शो, टेक्सटाइल एवं फैशन एक्सपो का भी अवलोकन किया।
पीएम मोदी के नेतृत्व में विकसित भारत के लक्ष्य को पूरा करने प्रदेशवासी प्रतिबद्ध : मुख्यमंत्री डॉ. यादव
मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व और मार्गदर्शन में राज्य सरकार द्वारा प्रदेश के सतत विकास और औद्योगिक निवेश की दिशा में नए कदम बढ़ाऐ जा रहे है। ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट की थीम 'अनंत संभावनाएँ है, जो प्रदेश में उद्योग और निवेश की असीमित संभावनाओं को दर्शाती है। 'अनंत संभावनाएँ' केवल एक विचार नहीं, बल्कि मध्यप्रदेश के प्रत्येक क्षेत्र में अवसरों की व्यापकता को दर्शाने वाला दृष्टिकोण है। प्रधानमंत्री मोदी ने "सबका साथ, सबका विकास, सबका प्रयास, सबका विश्वास" का मंत्र दिया, जिसमें यह संदेश समाहित है कि जब संभावनाओं के अनंत आकाश में हम साथ मिलकर आशा की ज्योत जलाते हैं, तो एक नहीं, बल्कि सभी के आंगन रोशन होते हैं और यही हमारी सनातन संस्कृति है। प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में भारत को 2047 तक विकसित भारत बनाने का संकल्प समस्त भारतवासियों ने लिया है, हमारा लक्ष्य देश को 35 ट्रिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था बनाना है। विकसित भारत के इस लक्ष्य को पूरा करने के लिए विकसित मध्यप्रदेश समस्त प्रदेशवासियों के साथ महत्वपूर्ण योगदान प्रदान करने के लिए प्रतिबद्ध है। इसी अनुक्रम में राज्य सरकार अगले 05 वर्षों में राज्य की अर्थव्यवस्था को दोगुना करने का लक्ष्य लेकर आगे बढ़ रही है।
सरलीकृत व्यापार एवं बाधारहित व्यवसाय राज्य सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता
मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि एक वर्ष पहले निवेश तथा औद्योगिक विकास की यात्रा मार्च 2024 में बाबा महाकाल के आशीर्वाद के साथ उज्जैन से शुरू हुई। इस यात्रा में रीजनल इंडस्ट्री कॉन्क्लेव के साथ ही देश के प्रमुख शहरों में इंटरैक्टिव सेशंस आयोजित किए गए। अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर यूके, जर्मनी एवं जापान में मध्यप्रदेश की विकास गाथा को प्रस्तुत किया गया और उद्योगपतियों से संवाद कर उनकी आवश्यकताओं एवं संभावित चुनौतियों को समझा तथा निवेश को प्रोत्साहित करने के लिए एक व्यापक रोडमैप तैयार किया गया। सरल, निवेश अनुकूल एवं प्रासंगिक नीतियों का प्रभावी क्रियान्वयन, सरलीकृत व्यापार एवं बाधारहित व्यवसाय, सिंगल विंडो सिस्टम को बेहतर बनाना और शासन में पारदर्शिता लाना हमारी उच्च प्राथमिकता है। प्रदेश में निवेश के प्रयासों के लिए लगातार कार्य करने के उद्देश्य से सरकार ने वर्ष 2025 को "उद्योग एवं रोजगार वर्ष" के रूप में मनाने का निर्णय लिया है।
प्रदेश में औद्योगिक विकास के लिए अनुकूल इकोसिस्टम हो रहा है तैयार
मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि उद्योग एवं रोज़गार को बढ़ावा देने के लिए पहली बार ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट के अंतर्गत 6 विभाग शहरी विकास विभाग, पर्यटन विभाग, खनिज विभाग, नवीकरणीय ऊर्जा विभाग, सूचना प्रौद्योगिकी विभाग एवं एमएसएमई विभाग के अलग से समिट हो रहे हैं। किसी भी प्रदेश के औद्योगिक विकास के लिए 4 मूलभूत संसाधनों की आवश्यकता होती है, भूमि, जल, बिजली और कुशल कार्यबल। प्रदेश में सरप्लस बिजली है, भरपूर पानी है, विशाल लैंड बैंक है और कुशल मानव संसाधन है। यहां की कानून-व्यवस्था भी निवेश अनुकूल है। इसके साथ ही सरकार की प्रतिबद्धता प्रदेश में उद्योगों के विकास की है, जिससे उद्योग जगत के कार्य सरल, प्रभावी एवं त्वरित गति से चलें, नवीन निवेश के क्षेत्र का विकास हो और औद्योगिक विकास के लिए अनुकूल इकोसिस्टम तैयार हो।
सभी के लिए प्रदेश में अनंत संभावनाएं
मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि सकल राज्य घरेलु उत्पाद (GSDP) में मध्यप्रदेश बड़े राज्यों की श्रेणी में सर्वाधिक वार्षिक विकास दर वाला राज्य है। पिछले 12 वर्षों में मध्यप्रदेश का सकल घरेलु उत्पाद लगभग 4 गुना हुआ है। मेगा फुटवेयर क्लस्टर (मुरैना), नवकरणीय ऊर्जा उपकरण निर्माण (मोहासा-बावई) और पीएम मित्रा (MITRA) पार्क (धार) सहित कई बड़े प्रोजेक्ट प्रगति पर हैं। विक्रम उद्योगपुरी (उज्जैन) में मेडिकल डिवाइसेस पार्क और 6 नए औद्योगिक क्षेत्रों का विकास हो रहा है। प्रदेश में 300 से अधिक औद्योगिक क्षेत्र हैं। आगामी वर्ष में 13 नए औद्योगिक पार्क पूर्ण होंगे, जबकि 20 और औद्योगिक पार्कों की आधारशिला रखी जाएगी। राज्य में प्लग एंड प्ले सेंटर, सेमीकंडक्टर पार्क एवं नवीन आईटी पार्क स्थापित किए जा रहे हैं, इससे प्रदेश में निवेश आकर्षित होगा और रोजगार के नए द्वार खुलेंगे। बड़े से बड़ा और छोटे से छोटा निवेशक भी हमारे लिए अतिथि है। सभी के लिए प्रदेश में अनंत संभावनाएं हैं। इन अनंत संभावनाओं को विकास में फलीभूत करने के लिए राज्य सरकार प्रतिबद्ध है।
मध्यप्रदेश में सशक्त पारिवारिक भावना विद्यमान
मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में मध्यप्रदेश सहित पूरा देश आर्थिक प्रगति के नई युग में प्रवेश कर रहा है। राज्य सरकार ने गरीब, युवा, अन्नदाता एवं महिलाओं को केंद्र में रखते हुए 4 मिशन आरंभ किए हैं। प्रधानमंत्री मोदी ने मध्यप्रदेश को विकास की राह पर अग्रसर करने के लिए केन-बेतवा लिंक राष्ट्रीय परियोजना और पार्वती-कालीसिंध-चंबल लिंक परियोजना की सौगात दी, जिससे मध्यप्रदेश में 41 लाख की आबादी को पेयजल सुविधा एवं लगभग 09 लाख हेक्टेयर क्षेत्र में वार्षिक सिंचाई सुविधा उपलब्ध होगी। मध्यप्रदेश बिजली के क्षेत्र में सरप्लस स्टेट है। प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में प्रदेश को विकसित और औद्योगिक मध्यप्रदेश' बनाने की यात्रा शुरू हो चुकी है, प्रदेश एक बेहतर भविष्य को आकार दे रहा है। मध्यप्रदेश, देश की आर्थिक प्रगति में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने में अग्रणी साबित होगा। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने उद्योग जगत की प्रमुख हस्तियों को प्रदेश में आमंत्रित करते हुए कहा कि मध्यप्रदेश में सशक्त पारिवारिक भावना विद्यमान है। यहां की यह विशेषता है कि जो मध्यप्रदेश एक बार आता है, वह यहीं का होकर रह जाता है।
अडाणी समूह प्रदेश में एक लाख 10 हजार करोड़ रूपए का निवेश
प्रधानमंत्री मोदी की उपस्थिति में विभिन्न उद्योगपतियों और औद्योगिक समूहों के प्रतिनिधियों ने मध्यप्रदेश में औद्योगिक इकाइयों के संचालन और गतिविधियों के विस्तार के संबंध में अपने अनुभव साझा किए। इसके अंतर्गत अडाणी ग्रुप के चेयरमेन गौतम अडाणी ने कहा कि ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट में आना उनके लिए सौभाग्य का विषय है। अडाणी ग्रुप मध्यप्रदेश में 50 हजार करोड़ रूपए का निवेश कर चुका है। भविष्य में उनके समूह की एक लाख 10 हजार करोड़ रूपए की योजना है। यह निवेश सीमेंट, खनन और ऊर्जा क्षेत्र में होगा, इससे वर्ष 2030 तक एक लाख 20 हजार रोजगार के अवसर सृजित होंगे। उन्होंने बताया कि राज्य सरकार के साथ मल्टी स्मार्ट सिटी और एयरपोर्ट सिटी के निर्माण के लिए भी उनका समूह चर्चा कर रहा है।
प्रदेश में जारी विकास से यहां निवेश करना बुद्धिमानी
प्रदेश में निवेश के संबंध में अवाडा ग्रुप के चेयरमेन विनीत मित्तल ने कहा कि उनके समूह की प्रदेश में 50 हजार करोड़ रूपए के निवेश से सोलर-विंड पॉवर प्रोजेक्ट स्थापना की योजना है। आईटीसी ग्रुप के संजीव पुरी ने मध्यप्रदेश को कृषि क्षेत्र का पॉवर हाऊस बताया। गोदरेज समूह के नादिर गोदरेज ने कहा कि प्रदेश में जारी विकास प्रक्रिया से यहां निवेश करना बुद्धिमानी है। सागर ग्रुप के सुधीर अग्रवाल और शक्ति पम्पस के दिनेश पाटीदार ने भी प्रदेश में औद्योगिक गतिविधियों के संचालन संबंधी अपने अनुभव साझा किए। ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट में विदेशी निवेशक, वैश्विक औद्योगिक संगठन, राष्ट्रीय स्तर पर कार्यरत औद्योगिक घरानें, उद्योग संघों के प्रतिनिधि, उद्यमी तथा व्यवसायी बड़ी संख्या में सम्मिलित हुए।
प्रधानमंत्री मोदी द्वारा जीआईएस-2025 का शुभारंभ प्रदेशवासियों के लिये गौरवशाली क्षण
24 Feb, 2025 09:15 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
भोपाल : मध्यप्रदेश की राजधानी और झीलों की नगरी भोपाल में सोमवार को नया इतिहास रचा गया है। हमारे लिए यह गौरव की बात है कि 8 वीं ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट-2025 के इस ऐतिहासिक समागम का शुभारंभ हमारे यशस्वी प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के आशीर्वाद के साथ हुआ है। ये दो दिन मध्यप्रदेश की प्रगति और विकास के नये आयाम स्थापित करेंगे। इस वर्ष की थीम है ‘अनंत संभावनाएँ’, जो मध्यप्रदेश में उद्योग और निवेश की असीमित संभावनाओं को दर्शाती है। इन्वेस्टर्स समिट के रूप में निवेश मनीषियों का यह समागम अनंत संभावनाओं के साथ विकास का नया इतिहास लिखने जा रहा है। हमारे लिये सौभाग्य की बात है कि राजा भोज की नगरी भोपाल अपने गौरवशाली अतीत के साथ भविष्य की स्वप्निल उड़ान के लिये तैयार है।
हमें अति प्रसन्नता है कि दुनिया के सबसे बड़े गणतंत्र के सबसे बड़े नायक, यशस्वी प्रधानमंत्री स्वयं इस समिट के साक्षी बने और उन्होंने मध्यप्रदेश को स्वर्णिम विकास का आशीर्वाद दिया। समिट में अनेक देशों के प्रतिनिधि, उद्योग जगत के प्रमुख उद्योगपति, निवेशक बंधु, मध्यप्रदेश के प्रवासी मित्र आदि शामिल हुए हैं। मैं इस समिट में पधारे सभी निवेशकों का अपने ह्दय की गहराइयों से मध्यप्रदेश की साढ़े आठ करोड़ जनता की ओर से स्वागत करता हूं।
हमारे यशस्वी प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी के नेतृत्व में भारत विकास की नई ऊंचाइयों की ओर बढ़ रहा है। उनके नेतृत्व में भारत विश्व की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनने की ओर अग्रसर है। आज पूरी दुनिया में भारत और भारतवासियों का सम्मान बढ़ा है। प्रधानमंत्री जी का संकल्प है कि वर्ष 2047 तक भारत आर्थिक और सामरिक रूप से विश्व में सर्वश्रेष्ठ शक्ति बने। प्रधानमंत्री जी के इस संकल्प के अनुरूप ही मध्यप्रदेश ने विकास की रूपरेखा तैयार की है। विकास का यह स्वरूप विरासत के साथ वैश्विक भी है।
मुझे यह बताते हुए प्रसन्नता है कि यशस्वी प्रधानमंत्री जी की प्रेरणा से हम एक वर्ष पहले निवेश और औद्योगिक विकास की यात्रा पर निकले। मध्यप्रदेश क्षेत्रफल की दृष्टि से दूसरा सबसे बड़ा राज्य है। यह जल, वन,खनिज,पुरा और कृषि संपदा से समृद्ध है। विविधता से संपन्न प्रदेश के हर क्षेत्र की अपनी विशेषता है, क्षमता है, मेधा है और आवश्यकता है। इसी को केन्द्र में रखकर हमने पहली बार सबसे पहले रीजनल इन्वेस्टर्स समिट का नवाचार किया। इसमें प्रदेश के हर क्षेत्र का कौशल और उद्यम शामिल हुआ। हमने व्यापार में सरलता और निवेशकों के साथ सीधे संवाद को प्राथमिकता दी। मार्च 2024 में उज्जैन से शुरू हुई इस निवेश यात्रा में जबलपुर, ग्वालियर, सागर, रीवा, शहडोल, नर्मदापुरम, मुंबई, कोयंबटूर, बेंगलुरु, कोलकाता, पुणे, दिल्ली, यूके, जर्मनी और जापान आदि शामिल हैं। इन विभिन्न सम्मेलनों, राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय रोड-शोज के माध्यम से मध्यप्रदेश ने 4.8 लाख करोड़ रुपये के निवेश प्रस्ताव प्राप्त किए हैं। इन निवेश प्रस्तावों ने लगभग 2 लाख नए रोज़गार के अवसर सृजित किए हैं, जो प्रदेश के प्रति निवेशकों के विश्वास को दर्शाता है।
हमने वर्ष-2025 को ‘उद्योग एवं रोजगार वर्ष’ के रूप में मनाने का निर्णय लिया और लक्ष्य निर्धारित किया। इसी दिशा में निवेश को प्रोत्साहित करने के लिए विभिन्न कदम उठाये। निवेश को सरल,सहज और व्यवहारिक बनाने के लिए विभिन्न उद्योगों और क्षेत्रों के लिए विशेष नीतियां बनाई गईं। निवेश, उद्योग, ऊर्जा, स्वास्थ्य, पर्यावरण, नवाचार, अनुसंधान, बुनियादी ढांचे के विकास के लिए 19 नई नीतियां लेकर आए हैं। इन नीतियों से ऑटोमोबाइल, टेक्सटाइल एवं गारमेंट, कृषि, दवा उत्पादन, आईटी, डाटा सेंटर एवं जी.सी.सी, एनिमेशन एवं गेमिंग, ड्रोन एवं सेमी-कंडक्टर, खनिज, पेट्रोलियम, पर्यटन, शिक्षा तथा चिकित्सा के क्षेत्र में निवेश कर अच्छा वित्तीय लाभ प्राप्त किया जा सकता है। प्रधानमंत्री ने मध्यप्रदेश को देश का टेक्सटाइल कैपिटल और मैन्युफैक्चरिंग का फेवरिट डेस्टिनेशन कहा है। यह हमारे लिए सौभाग्य की बात है। साथ ही हमें टेक्सटाइल, टूरिज्म और टेक्नोलॉजी का ‘ट्रिपल-टी’ मंत्र दिया है, हम उस मंत्र का अनुसरण करेंगे।
हम भाग्यशाली है कि माननीय प्रधानमंत्री जी के मार्गदर्शन और आशीर्वाद से मध्यप्रदेश को लगातार महत्वपूर्ण सौगातें मिल रही हैं। इससे प्रदेश की अर्थव्यवस्था ने तेजी से विकास करते हुए अन्य प्रदेशों से चार गुना से अधिक प्रगति की है। केन्द्र और प्रदेश की डबल इंजन सरकार, डबल डिजिट की विकास दर के साथ निरंतर आगे बढ़ रही है।
उद्योगों के विकास और विस्तार के लिए भूमि, जल, बिजली और कुशल कार्यबल आवश्यक है। मुझे यह बताते हुए संतोष है कि हमारे प्रदेश में सरप्लस बिजली है, पर्याप्त पानी है, विशाल लैंड बैंक है और स्किल्ड मेन पॉवर है। कुशल कार्यबल निर्मित करने के लिए हमने ग्लोबल स्किल पार्क की स्थापना की, जिसमें कौशल संवर्धन के लिए विभिन्न कार्यक्रम संचालित किए जा रहे हैं।
प्रदेश में विकास, निर्माण और उद्योगों को बढ़ावा देने के लिए ईज ऑफ डूइंग व्यवस्था की गई, देश में सबसे पहले मध्यप्रदेश लोक सेवा गारंटी लागू कर समय पर सेवाएं प्रदान करने का क्रम निर्मित किया। किसानों के लिए लाभकारी लैंड-पूलिंग योजना लागू की और कृषि उपज व्यवस्था कोसीधे उद्योग जगत से जोड़ा। मध्यप्रदेश की जीवन रेखा माँ नर्मदा से यहां जल संपदा की प्रचुरता है। मुझे यह बताते हुए खुशी है कि प्रधानमंत्री जी के नेतृत्व में प्रदेश को केन-बेतवा और पार्वती-काली सिंध-चंबल रिवर लिंक परियोजना की सौगात मिली है।
ऊर्जा संपन्न मध्यप्रदेश ने नवकरणीय ऊर्जा के क्षेत्र में कई नवाचार किए। रीवा सोलर प्लांट से दिल्ली मेट्रो को बिजली की आपूर्ति हो रही है। वर्ष 2030 तक प्रधानमंत्री जी द्वारा नवकरणीय ऊर्जा और हरित हाइड्रोजन उत्पादन का जो लक्ष्य रखा है उसमें मध्यप्रदेश महत्वपूर्ण योगदान देने के लिए तैयार है।
मध्यप्रदेश को देश का मुख्य इंडस्ट्रियल हब बनाने के लिए देशभर के एक्सप्रेस-वे से जोड़ने का प्रयास किया जा रहा है। अधोसंरचना विकास के अंतर्गत मेगा फुटवेयर क्लस्टर (मुरैना), नवकरणीय ऊर्जा उपकरण निर्माण (मोहासा-बाबई) और पीएम मित्रा पार्क (धार) सहित कई बड़े प्रोजेक्ट प्रगति पर हैं। विक्रम उद्योगपुरी (उज्जैन) में मेडिकल डिवाइसेज पार्क और 06 नए औद्योगिक क्षेत्रों का विकास हो रहा है। मुझे यह बताते हुए संतोष है कि आगामी वर्ष में 13 औद्योगिक पार्क पूर्ण होंगे और 20 नए औद्योगिक पार्कों का कार्य प्रारंभ किया जाएगा, जिससे प्रदेश में निवेश और रोज़गार के नए अवसर सृजित होंगे।
हमारा प्रदेश सांस्कृतिक धरोहरों से समृद्ध है। इस समिट में दुनिया भर से पधारे औद्योगिक प्रतिनिधि और निवेशक प्रदेश के पर्यटन और सांस्कृतिक वैभव से परिचित होंगे। हमने विरासत से विकास का संकल्प लिया है। भारत का वैभवशाली और समृद्ध इतिहास है। अपनी वैभवशाली विरासत के साथ इस ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट में इन्फॉर्मेशन टेक्नोलॉजी, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, स्पेस टेक्नोलॉजी, डिफेंस टेक्नोलॉजी तथा अन्य प्रतिस्पर्धी क्षेत्रों में निवेश को केन्द्रित किया गया है।
प्रधानमंत्री जी का संकल्प है आजादी के 100वें वर्ष यानी वर्ष 2047 तक भारत को 35 ट्रिलियन डॉलर की पूर्ण विकसित अर्थव्यवस्था बनाना और विश्व की सर्वोच्च शक्ति के रूप में स्थापित करना है। विकसित भारत निर्माण के इस संकल्प में आर्थिक विकास, सामाजिक प्रगति, पर्यावरणीय स्थिरता और सुशासन सहित विकास के विभिन्न पहलू शामिल हैं। प्रधानमंत्री जी के इस संकल्प की पूर्ति में मध्यप्रदेश सहभागी बनने के लिये प्रतिबद्ध है। यह समिट प्रधानमंत्री जी के सकंल्प,प्रदेश के विकास और जनता के विश्वास को पूरा करेगी।
इस समिट में क्षेत्रीय, राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय उद्योग जगत शामिल हो रहा है। यह पहला अवसर है जब ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट में गांव से लेकर ग्लोबल का समागम हो रहा है। मुझे पूर्ण विश्वास है कि यह समिट मध्यप्रदेश की आधारभूत प्रगति और समृद्धि की नई इबारत लिखेगी। विकसित मध्यप्रदेश निर्माण के साथ विकसित भारत निर्माण में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगी।
मध्यप्रदेश में औद्योगिक विकास के स्वर्ण युग का सुप्रभात : संपत्तिया उइके
24 Feb, 2025 04:36 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
संपत्तिया उइके(लोकस्वास्थ्य यांत्रिकी मंत्री, मध्यप्रदेश सरकार)
मध्यप्रदेश की राजधानी भोपाल में आज यशस्वी प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के मुख्य आतिथ्य में आयोजित ऐतिहासिक ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट : मुख्यमंत्री मोहन यादव
मुख्यमंत्री मोहन यादव के उस शुभ संकल्प का सुखद प्रतिफल है जो आज से सवा साल पहले पहली बार मुख्यमंत्री की कुर्सी पर आसीन होने के तत्काल बाद उन्होंने लिया था। मुझे याद है कि उस मुख्यमंत्री के उस संकल्प को बहुत गंभीरता से नहीं लिया गया परंतु राजधानी भोपाल में आज संपन्न होने जा रही भव्य ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट इस बात की परिचायक है कि मध्यप्रदेश को देश के प्रगतिशील राज्यों की कतार में अग्रणी स्थान का अधिकारी बनाने के लिए कृत संकल्प मुख्यमंत्री के अंदर वह इच्छा शक्ति कूट कूट कर भरी है जो किसी भी " सर्वजन हिताय सर्वजन सुखाय " संकल्प की पूर्ति की पहली शर्त होती है। दरअसल मुख्यमंत्री मोहन यादव ने अपना पदभार संभालते ही राज्य के द्रुतगामी औद्योगिक विकास के अपने सुनहरे स्वप्न को साकार करने की अभिलाषा की पूर्ति हेतु राज्य में क्षेत्रीय निवेशक सम्मेलनों की श्रंखला आयोजित करने की जो पहल की उसके सुखद परिणामों से यह संकेत मिलने लगे थे कि मध्यप्रदेश अब औद्योगिक विकास के स्वर्ण युग की दहलीज पर पहुंच चुका है। मुख्यमंत्री के कुशल मार्गदर्शन में संपन्न होने जा रही इस भव्य ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट ने आज राजधानी को मध्यप्रदेश के औद्योगिक विकास के स्वर्ण युग के सुप्रभात का साक्षी बनने का अवसर प्रदान किया है। यह भी संभवतः प्रथम अवसर है जब प्रधानमंत्री ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट के आयोजन के एक दिन पूर्व भोपाल पहुंचकर राज्य के सांसदों और विधायकों से अनूठा संवाद करेंगे। निश्चित रूप से यह संवाद मध्यप्रदेश के बहुमुखी विकास की नयी संभावनाएं तलाशने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा। मुख्यमंत्री ने कहा है कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में नेतृत्व में मध्यप्रदेश आज आर्थिक क्रांति के एक नए युग में प्रवेश कर रहा है। प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी की उपस्थिति में जब ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट-2025 (GIS-2025) का शुभारंभ हो रहा है, तब यह आयोजन न केवल प्रदेश बल्कि पूरे देश के औद्योगिक विकास को नई ऊंचाइयों तक ले जाने वाला साबित होगा। इस समिट के माध्यम से मध्यप्रदेश वैश्विक निवेश केंद्र के रूप में उभरने के लिए तैयार है। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव जी के नेतृत्व में प्रदेश सरकार ने नई उद्योग नीति, लॉजिस्टिक हब, पर्यटन प्रोत्साहन और शौर्य ऊर्जा नीति के रूप में ऐसे निर्णायक कदम उठाए हैं, जो इस आयोजन को जमीनी धरातल पर सफल बनाएंगे।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की 'मेक इन इंडिया' और 'स्टार्टअप इंडिया' पहल का प्रभाव
प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी की "मेक इन इंडिया", "स्टार्टअप इंडिया", "डिजिटल इंडिया" और "आत्मनिर्भर भारत" जैसी योजनाओं ने देश में औद्योगिक विकास को नया आयाम दिया है। GIS-2025 इन पहलों को प्रदेश में लागू करने के लिए ठोस मंच प्रदान कर रहा है। मेक इन इंडिया: मध्यप्रदेश में मैन्युफैक्चरिंग सेक्टर को बढ़ावा देने के लिए कई औद्योगिक क्षेत्रों में निवेश आकर्षित किया जा रहा है। पीथमपुर (इंदौर), मंडीदीप (भोपाल), मालनपुर (ग्वालियर), मेघनगर (झाबुआ) जैसे औद्योगिक हब इस अभियान को गति दे रहे हैं। स्टार्टअप इंडिया: इंदौर और भोपाल में आईटी और स्टार्टअप हब विकसित किए जा रहे हैं, जिससे प्रदेश में इनोवेशन और नई तकनीक आधारित उद्यमिता को प्रोत्साहन मिलेगा। मध्यप्रदेश सरकार की नई उद्योग नीति: निवेशकों के लिए स्वर्णिम अवसर मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव जी के नेतृत्व में प्रदेश सरकार ने नई उद्योग नीति को लागू किया है, जिससे देश-विदेश के निवेशकों को आकर्षित किया जा सके।
कैबिनेट में लिए गए निर्णयों के तहत
उद्योगों को सिंगल विंडो क्लीयरेंस सिस्टम के तहत त्वरित मंजूरी दी जाएगी।
ईज ऑफ डूइंग बिजनेस रैंकिंग में सुधार के लिए नीतिगत बदलाव किए गए हैं।
निवेशकों को कस्टमाइज़्ड पैकेज दिए जाएंगे, जिससे प्रदेश में एफडीआई (विदेशी प्रत्यक्ष निवेश) का प्रवाह तेज होगा।
मध्यप्रदेश: खनिज संपदा और लॉजिस्टिक हब के रूप में विकसित हो रहा है
प्रदेश की समृद्ध खनिज संपदा के दोहन और लॉजिस्टिक सेक्टर में निवेश को प्रोत्साहित करने के लिए सरकार ने नई नीतियां लागू की हैं: बालाघाट में तांबा और मैंगनीज उद्योग, पन्ना में हीरा उद्योग, सतना-कटनी में सीमेंट उद्योग को वैश्विक स्तर पर प्रतिस्पर्धी बनाने के लिए योजनाएं बनाई गई हैं। इंदौर और भोपाल को लॉजिस्टिक हब के रूप में विकसित किया जा रहा है, जिससे व्यापार और निर्यात को गति मिलेगी।
रेल, सड़क और एयर कनेक्टिविटी को बेहतर बनाने के लिए नई परियोजनाएं लाई गई हैं।
पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए नई पहल
मध्यप्रदेश अपनी ऐतिहासिक और प्राकृतिक धरोहर के लिए प्रसिद्ध है। प्रदेश सरकार ने पर्यटन को औद्योगिक विकास से जोड़ने के लिए नई योजनाएं लागू की हैं:
धार्मिक पर्यटन: उज्जैन (महाकाल लोक), चित्रकूट, ओंकारेश्वर और अमरकंटक जैसे तीर्थस्थलों को विश्व स्तरीय पर्यटन स्थल बनाया जा रहा है।
वाइल्डलाइफ टूरिज्म: कान्हा, बांधवगढ़, सतपुड़ा और पेंच नेशनल पार्क को वैश्विक स्तर पर बढ़ावा दिया जा रहा है।
एडवेंचर और इको-टूरिज्म: पचमढ़ी, भीमबेटका और मांडू जैसे स्थानों में पर्यटन सुविधाओं का विस्तार किया जा रहा है।
फिल्म सिटी: मध्यप्रदेश में फिल्म टूरिज्म को बढ़ावा देने के लिए भोपाल और उज्जैन में फिल्म सिटी निर्माण की योजना बनाई जा रही है।
शौर्य ऊर्जा नीति: अक्षय ऊर्जा में आत्मनिर्भरता की ओर बढ़ता मध्यप्रदेश
मध्यप्रदेश ने शौर्य ऊर्जा नीति के तहत अक्षय ऊर्जा को बढ़ावा देने के लिए कई महत्वपूर्ण निर्णय लिए हैं
रीवा सोलर प्लांट के बाद अब प्रदेश में ओंकारेश्वर फ्लोटिंग सोलर प्लांट स्थापित किया जा रहा है।
पवन और सौर ऊर्जा में निवेश आकर्षित करने के लिए सरकार ने नई नवीकरणीय ऊर्जा नीति लागू की है।
2030 तक मध्यप्रदेश को ग्रीन एनर्जी हब बनाने की योजना पर कार्य किया जा रहा है।
GIS-2025: मध्यप्रदेश के उज्जवल भविष्य की ओर एक निर्णायक कदम
GIS-2025 में जर्मनी, जापान, स्विट्जरलैंड, मलेशिया, यूनाइटेड किंगडम, पोलैंड, नीदरलैंड और कनाडा जैसे देशों के निवेशकों की भागीदारी दर्शाती है कि मध्यप्रदेश अब वैश्विक औद्योगिक केंद्र के रूप में अपनी पहचान बना रहा है। प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी की प्रेरणा और मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव जी के नेतृत्व में यह आयोजन प्रदेश के उद्योग जगत को एक नई दिशा देगा। मध्यप्रदेश अब बीमारू राज्य नहीं, बल्कि आत्मनिर्भर भारत के निर्माण में एक मजबूत औद्योगिक शक्ति के रूप में उभर रहा है। नई उद्योग नीति, लॉजिस्टिक हब, पर्यटन, खनिज संपदा और अक्षय ऊर्जा के क्षेत्र में किए गए प्रयास GIS-2025 को जमीनी धरातल पर सफल बनाएंगे। यह आयोजन न केवल प्रदेश बल्कि पूरे देश के औद्योगिक भविष्य को एक नई दिशा देगा। GIS-2025 के माध्यम से मध्यप्रदेश वैश्विक निवेश से औद्योगिक मानचित्र पर अपनी मजबूत पहचान स्थापित करेगा और आत्मनिर्भर भारत के संकल्प को साकार करने की दिशा में ऐतिहासिक कदम उठाएगा।
ग्लोबल इंवेस्टर्स समिट 2025 को गौतम अदाणी ने किया संबोधित
24 Feb, 2025 04:09 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
भोपाल। अदाणी समूह के चेयरमैन गौतम अदाणी ने सोमवार को भोपाल में आयोजित मध्य प्रदेश ग्लोबल इंवेस्टर्स समिट 2025 को संबोधित किया। इस मौके पर अडानी ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के कुशल नेतृत्व में देश आगे बढ़ रहा है। यह कुशल नेतृत्व का ही कमाल है कि आज भारत ग्लोबल ट्रेंड के अनुसार नहीं चलाता है, बल्कि वह खुद ट्रेंड सेट कर रहा है। उन्होंने कहा कि पीएम मोदी की ओर से शुरू किए गए मेक इन इंडिया, डिजिटल इंडिया और आत्मनिर्भर भारत जैसी पहलों ने अर्थव्यवस्था को बहुत तेज गति दी है। अदाणी समूह के प्रमुख ने मध्य प्रदेश में दो लाख 10 हजार करोड़ रुपये के निवेश की घोषणा की। अदाणी समूह यह भारी भरकम निवेश पंप स्टोरेज, सीमेंट, स्मार्ट मीटर, माइनिंग और थर्मल एनर्जी जैसे क्षेत्रों में होगा। इस निवेश से प्रदेश में 2030 तक करीब सवा लाख रोजगार का सृजन होगा।
ग्लोबल इंवेस्टर्स समिट में अदाणी ने कहा,
प्रधानमंत्री मोदी जी आपके कुशल नेतृत्व में भारत ने हमेशा के लिए अपने आप को बदल लिया है। आपने भारत को एक इसतरह के देश में बदल दिया है, जो पहले ग्लोबल ट्रेंड पर चलता था। लेकिन अब वहां उन्हें परिभाषित कर रहा है। उन्होंने कहा, आपकी ओर से शुरू की गईं मेक इन इंडिया,डिजिटल इंडिया और आत्मनिर्भर भारत जैसी पहलों ने हमारी अर्थव्यवस्था को गति देकर उन्हें आत्मनिर्भरता और नवाचार के युग में बदला है। आज से पहले भारत में इतना आत्मविश्वास कभी नहीं था और न ही अंतरराष्ट्रीय मंचों पर भारत को कभी इतना अधिक महत्व दिया जाता था। उन्होंने कहा कि जब कोई देश खुद पर भरोसा करता है, तभी दुनिया भी उस पर भरोसा करती है।
दिग्गज कारोबारी अदाणी ने मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉक्टर मोहन यादव के नेतृत्व कौशल और विकास को लेकर उनकी सोच का जमकर तारीफ की। उन्होंने कहा, मुख्यमंत्री जी आपके प्रशासन का ध्यान कारोबार लायक माहौल बनाने और बुनियादी सुविधाओं के विकास पर है। इस प्रयास ने मध्य प्रदेश को देश में निवेश के लिए तैयार अग्रणी राज्यों में से एक बना दिया है। उन्होंने कहा कि वित्त वर्ष 2024-2025 के लिए राज्य का 15 लाख करोड़ रुपये से अधिक का सकल राज्य घरेलू उत्पाद आपके कारोबार समर्थक नीति और विकास के प्रति प्रतिबद्धता को दिखाता है। उन्होंने कहा कि नेतृत्व केवल सड़क और पुल बनाना ही नहीं है, बल्कि यह असीम संभावनाओं के लिए रास्ता तैयार करना है। आप मध्य प्रदेश के लिए काम कर रहे हैं। इस काम में अदाणी ग्रुप आपके साथ खड़ा है। उन्होंने बताया दी कि अदाणी ग्रुप ने प्रदेश में अब तक 50 हजार करोड़ रुपये से ज्यादा का निवेश एनर्जी, इंफ्रास्ट्रक्चर, मैन्युफैक्चरिंग, लॉजिस्टिक्स और कृषि व्यापार के क्षेत्र में किया है। उन्होंने बताया कि इससे 25 हजार रोजगार का सृजन हुआ है।
कारोबारी अडानी ने बताया कि इसके अतिरिक्त अदाणी समूह ग्रीन फिल्ड स्मार्ट सिटी के निर्माण, एयरपोर्ट प्रोजेक्ट और कोल गैसीफिकेशन प्रोजेक्ट पर मोहन सरकार से बातचीत कर रहा है। इन परियोजनाओं में अतिरिक्त एक लाख करोड़ रुपये का निवेश होगा।