मध्य प्रदेश
तालाबों व जल स्त्रोतों के संरक्षण के लिए जनभागीदारी से अभियान चलाया जाएगा - मुख्यमंत्री डॉ. यादव
2 Feb, 2024 10:00 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
भोपाल : मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा है कि तालाबों व जल स्त्रोतो के संरक्षण के लिए प्रदेश में जनभागीदारी से गतिविधियों को अभियान का रूप दिया जाएगा। इंदौर के तालाबों के साथ-साथ प्रदेश के अन्य वेटलैंड क्षेत्रों को रामसर साइट के रूप में घोषित कराने का प्रयास किया जाएगा। विश्व के सभी देशों में केवल भारत में ही देश को माता स्वरूप माना जाता है। वसुधैव कुटुम्बकम का सिद्धांत यह प्रतिपादित करता है कि संपूर्ण वसुधा हमारे लिए कुटुम्ब के समान है। हमारी संस्कृति में सभी प्रकार के जीव-जंतु, नदी-पहाड़-पर्वत में ईश्वर का स्वरूप माना गया है। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा कि पौधों में जीवन होने के तथ्य को प्रमाणित करने वाले नोबल पुरस्कार से सम्मानित वैज्ञानिक हरगोविंद खुराना ने कहा था कि पेड़-पौधों में प्राण होने का विश्वास भारतीय मानस में सांस्कृतिक रूप से रचा-बसा है। उन्होंने विश्व में इस मान्यता को स्थापित करने मात्र के लिए वैज्ञानिक रूप से इसे प्रमाणित किया। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव विश्व वेटलैंड दिवस 2024 पर इंदौर के रामसर साईट सिरपुर में आयोजित कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे।
यशवंत सागर के कमल और सिरपुर की जलकुंभी से बने पुष्पगुच्छों से हुआ अतिथियों का स्वागत
मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने विश्व वेटलैंड दिवस पर देश में वेटलैंड के क्षेत्र में किए गए उल्लेखनीय कार्यों और वेटलैंड से प्राप्त होने वाले विभिन्न प्रकार के पदार्थ तथा उत्पादों पर लगाई गई प्रदर्शनी का फीता काटकर शुभारंभ कर प्रदर्शनी का अवलोकन भी किया। मुख्यमंत्री डॉ. यादव को यशवंत सागर के कमल और सिरपुर की जलकुंभी से बने पुष्पगुच्छ भेंट कर उनका स्वागत किया गया।
मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि काल के प्रवाह में आई विसंगतियों के परिणामस्वरूप हमारे प्राकृतिक संसाधन प्रदूषित हुए। इंदौर में 300 साल पहले निर्मित हुआ सिरपुर तालाब पेयजल की आपूर्ति करता था। बदली जीवनशैली के परिणामस्वरूप घरों से निकलने वाले वेस्ट वॉटर के कारण हमारे कई जल स्त्रोत प्रदूषित हुए हैं। परिणामस्वरूप केवल जल ही नहीं खराब हुआ अपितु सम्पूर्ण पारस्थितिकी तंत्र में असंतुलन आया है, पेड़-पौधे-पक्षी प्रभावित हुए हैं। इस परिस्थिति में इन जल स्त्रोतों को बचाने की बहुत आवश्यकता है। यशवंत सागर, रामसर साइट पहले से ही था और सिरपुर भी रामसर साइट बना है। अब इंदौर को रामसर सिटी बनाने की बात स्वागत और बधाई योग्य है।
राज्य सरकार तालाबों को बचाने लिए रामसर सचिवालय को हरसंभव सहयोग प्रदान करेगी
मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि जल स्त्रोतों में परस्पर संबंध होने के परिणामस्वरूप इंदौर के तालाबों की परिस्थिति में सुधार से क्षिप्रा नदी में भी सुधार आएगा। जल का बढ़ता दुरूपयोग हम सभी के लिए चिंता का विषय है।
इसमें सुधार के लिए संबंधित विभागों के साथ समन्वित रूप से कार्ययोजना बनाकर समाज को साथ लेते हुए इस दिशा में कार्य करने की आवश्यकता है। राज्य सरकार तालाबों को बचाने के पुनीत कार्य में रामसर सचिवालय को हरसंभव सहयोग देने के लिए सदैव तत्पर रहेगी।
मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने देश के रामसर साइट्स के फूलों की डॉक्यूमेंट्री सहित किया अन्य पुस्तकों का विमोचन
मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कार्यक्रम में भारत सरकार द्वारा वेटलैंड के रखरखाव पर विकसित मार्गदर्शिका, जर्नी ऑफ़ वैटलैंड कंजर्वेशन इन इंडिया, भारत की रामसर साइट्स पर केंद्रित पुस्तिका तथा बोटैनिकल सर्वे ऑफ़ इंडियन फ्लोरल डॉक्यूमेंट्री आफ रामसर साइट्स पुस्तकों का विमोचन किया। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने वेटलैंड अमृत धरोहर और वेटलैंड के गाइड्स के लिए प्रशिक्षण सामग्री का डिजिटल विमोचन भी किया। इसके साथ ही वेटलैंड फॉर लाइफ विषय पर होने वाले फिल्म फेस्टिवल का टीजर भी जारी किया गया। कार्यक्रम में बलोदा बाजार छत्तीसगढ़ के बच्चों द्वारा वेटलैंड के प्रति सकारात्मक दृष्टिकोण पर केंद्रित नुक्कड़ नाटक प्रस्तुत किया गया।
कुंओं, तालाबों और जल स्त्रोतों का सम्मान हमारे संस्कार से जुड़ा है - मंत्री कैलाश विजयवर्गीय
नगरीय प्रशासन मंत्री कैलाश विजयवर्गीय ने कहा कि कुंओं, तालाबों और जल स्त्रोतों का सम्मान और उनके प्रति श्रद्धा भाव हमारी संस्कृति का हिस्सा रहे हैं और यह हमारे संस्कार से जुड़े हैं। उनकी बर्बादी केलिए भी हम ही जिम्मेदार हैं, लेकिन अब जल स्त्रोतों के संरक्षण और उन्हें साफ-सुथरा रखने के लिए समाज में जागरूकता आई है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में इस दिशा में हुए कार्यों से लोगों की सोच बदली है। जल स्त्रोतों के संरक्षण में जनभागीदारी को निरंतर प्रोत्साहित करने की आवश्यकता है। इंदौर क्लीन सिटी तो बन गई है, साथ ही इंदौर को वेटलैंड सिटी के रूप में भी पहचान मिले इस दिशा में भी प्रयास करने की जरूरत है।
तालाबों के संरक्षण में भी इंदौर मिसाल प्रस्तुत करेगा - मंत्री सिलावट
जल संसाधन मंत्री तुलसीराम सिलावट ने अतिथियों का देश के सबसे स्वच्छ शहर इंदौर में स्वागत करते हुए कहा कि इंदौर जो भी करता है, वह अद्भुत करता है और उसकी छाप राष्ट्र के पटल पर अंकित होती है। तालाबों व अन्य जल स्त्रोतों के संरक्षण के क्षेत्र में भी इंदौर मिसाल प्रस्तुत करेगा।
प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में भारत में जल संरक्षण और जैव विविधता को बचाने के लिए सराहनीय कार्य हुआ - डॉ. मुम्बाशा
रामसर सचिवालय की महासचिव डॉ. मुसोंदा मुम्बाशा ने कहा कि भारत में 1982 में मात्र दो रामसर साइट्स थीं, जो अब बढ़कर 80 हो गई हैं। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में भारत में जल संरक्षण और जैव विविधता को बचाने के लिए जारी कार्य सराहनीय और प्रेरणास्पद है। शीघ्र ही इंदौर को रामसर सिटी के रूप में जाना जाएगा।
कार्यक्रम में रामसर साइट्स के प्रबंधकों सहित 200 से अधिक विशेषज्ञ हुए सम्मिलित
कार्यक्रम में पर्यावरण एवं वन मंत्री नागर सिंह चौहान, पर्यावरण एवं वन राज्य मंत्री दिलीप अहिरवार, इंदौर के महापौर पुष्यमित्र भार्गव, स्थानीय विधायक मालिनी गौड़ तथा देश के सभी राज्यों वेटलैंड प्राधिकरण के अधिकारी, वैज्ञानिक और देश के रामसर साइट्स के प्रबंधकों सहित 200 से अधिक विशेषज्ञ सम्मिलित हुए।
तालाबों के प्रति जागरूकता लाने के लिए मनाया जाता है विश्व वेटलैण्ड्स दिवस
उल्लेखनीय है कि प्रतिवर्ष 02 फरवरी को विश्व वेटलैण्ड्स दिवस मनाया जाता है। इस दिन 1971 में ईरान के रामसर शहर में तालाबों को बचाने के लिए अंतर्राष्ट्रीय संधि पर हस्ताक्षर किए गए थे। तालाबों के प्रति जागृति लाने के उद्देश्य से ये दिवस मनाया जाता है। इस वर्ष की थीम ‘‘Wetlands and Human Wellbeing’’ है। इसका मुख्य उद्देश्य यह रेखांकित करना है कि तालाबों का संरक्षण और मनुष्यों के कल्याण का अंर्तसंबंध हैं और तालाब और मनुष्य परस्पर एक दूसरे पर निर्भर हैं।
उज्जैन में व्यापार मेला, इन्वेस्टर्स समिट और विक्रमोत्सव एक मार्च को
2 Feb, 2024 09:45 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
भोपाल : मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने गत दिनों भोपाल में आयोजित बैठक में उज्जैन व्यापार मेला, विक्रमोत्सव और इन्वेस्टर्स समिट के आयोजन को लेकर विभिन्न विभागों के अधिकारियों को निर्देश दिये थे। उन्होंने बैठक में निर्देश दिये थे कि इन्वेस्टर्स समिट में अन्य राज्यों के साथ मुख्य रूप से गुजरात, राजस्थान, महाराष्ट्र और मध्यप्रदेश के निवेशकों को आमंत्रित किया जाये। समिट में गारमेंट्स, टेक्सटाइल और फूड प्रोसेसिंग यूनिट के जरिये स्थानीय स्तर पर रोजगार के अवसर बढ़ाने के प्रयास किये जायेंगे। मुख्यमंत्री डॉ. यादव के निर्देशानुसार उज्जैन में एक मार्च को विक्रम व्यापार मेला, इन्वेस्टर्स समिट और विक्रमोत्सव आयोजित किया जा रहा है। इन आयोजनों के लेकर उज्जैन में व्यापक स्तर पर तैयारियाँ चल रही हैं। आयोजन की प्रस्तावित गतिविधियों की सूची बनाई जा रही है। इसके साथ ही इन्वेस्टर्स समिट में आमंत्रित उद्योगपतियों और उनकी उद्योग इकाइयों की जानकारी अपडेट की जा रही है। इन्वेस्टर्स समिट का फोकस विशेष रूप से उज्जैन तय किया गया है।
व्यापार मेला
उज्जैयनी विक्रय व्यापार मेले की तैयारियाँ भी की जा रही है। व्यापार मेले का आयोजन नगर पालिका निगम उज्जैन द्वारा किया जा रहा है। व्यापार मेले में ऑटोमोबाइल, इलेक्ट्रॉनिक सेक्टर की दुकानें प्रमुख रूप से लगाई जायेगी। इनमें उज्जैन के स्थानीय व्यापारियों को वरीयता दी जा रही है। इसके साथ ही व्यापार मेले के अन्य सेक्टरों में विभिन्न वस्तुओं के डीलर्स को भी आमंत्रित किया जा रहा है। मेले में नागरिकों के लिये फूड जोन आकर्षण का केन्द्र रहेगा। इस जोन में विशेष रूप से मालवा के व्यंजनों का लुत्फ नागरिक उठा सकेंगे। व्यापार मेले में पर्यटन, संस्कृति. विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी, कुटीर एवं ग्रामोद्योग विभाग के माध्यम से वस्तुओं का प्रदर्शन और बिक्री की जायेगी।
वाणिज्यिक कर विभाग
इलेक्ट्रॉनिक, घरेलू उपकरण और वाहनों की बिक्री पर एसजीएसटी में छूट संबंधी प्रावधान का परीक्षण करने के निर्देश विभागीय अधिकारियों को दिये गये हैं। व्यापार मेले में विक्रय होने वाले गैर-परिवहन वाहनों तथा छोटे परिवहन वाहनों पर पंजीयन शुल्क और रोड टैक्स में 50 प्रतिशत की छूट का प्रस्ताव मंत्रि-परिषद के समक्ष रखे जाने की कार्यवाही की जा रही है। पर्यटन विभाग महाकाल दर्शन के साथ होटलों में रियायती दर पर रुकने की सुविधा उपलब्ध करायेगा।
वरिष्ठ अधिकारियों ने की समीक्षा
एक मार्च को विक्रम व्यापार मेला, इन्वेस्टर्स समिट और विक्रमोत्सव के भव्य आयोजन की सचिव एमएसएमई पी. नरहरि और एमपीआईडीसी के एमडी नवनीत कोठारी ने स्थानीय स्तर पर प्रशासनिक अधिकारियों के साथ तैयारियों की समीक्षा की।
स्वच्छता पर दिया जायेगा विशेष ध्यान
उज्जैन में एक मार्च से होने वाले आयोजनों में नागरिकों के सुविधाजनक आवागमन के साथ व्यापार मेला स्थल पर नगर निगम द्वारा स्वच्छता पर विशेष ध्यान दिया जायेगा। इन आयोजनों में जन-भागीदारी को भी प्रोत्साहित किया जा रहा है।
राम मंदिर खातीपुरा पहुंचकर मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने पूजन-अर्चन किया
2 Feb, 2024 09:30 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
भोपाल : मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने शुक्रवार को अपने इन्दौर भ्रमण के दौरान खातीपुरा के राम मंदिर पहुँचकर भगवान राम की आरती एवं पूजा-अर्चना की। इस अवसर पर नगरीय प्रशासन मंत्री कैलाश विजयवर्गीय, जल संसाधन मंत्री तुलसीराम सिलावट, स्थानीय विधायक रमेश मेंदोला और गोलू शुक्ला सहितअन्य जनप्रतिनिधि साथ थे। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने मंदिर में उपस्थित मौजूद संत समुदाय का अभिनंदन कर आशीर्वाद भी प्राप्त किया।
इंदौर एयरपोर्ट पर राज्यपाल से मिले मुख्यमंत्री डॉ. यादव
2 Feb, 2024 09:15 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
भोपाल : देवी अहिल्या एयरपोर्ट इंदौर पर राज्यपाल मंगू भाई पटेल से मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने सौजन्य भेंट की। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने गुजरात जा रहे राज्यपाल पटेल से कुशल क्षेम जाना और इंदौर भ्रमण संबंधी जानकारी भी दी।
वैश्विक कृषि-निर्यात बाजार में मध्य प्रदेश का उदय
2 Feb, 2024 09:00 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
भोपाल : मध्यप्रदेश ने तेजी से वैश्विक कृषि निर्यात बाजार में अपना स्थान बना लिया है। प्रदेश के बुरहानपुर जिले से इराक, ईरान, दुबई, बहरीन और तुर्की को सालाना 30 हजार मीट्रिक टन केले का निर्यात हो रहा है। बुरहानपुर केले की प्रसिद्धि दूर-दूर तक पंहुच गई है। केला उत्पादक किसानों की मेहनत और सरकार की मदद ने बुरहानपुर को एक नई पहचान दिलाई है। लगभग 19000 केला उत्पादक किसान 23,650 एकड़ क्षेत्र में केले की फसल ले रहे हैं। इसमें बुरहानपुर से ही सालाना औसत 16.54 लाख मीट्रिक टन का उत्पादन होता है। एक जिला-एक उत्पाद योजना में केले को शामिल करने के बाद केला उत्पादक किसानों ने उत्साहपूर्वक निर्यात अवसरों का भरपूर लाभ उठाया है।
कृषि निर्यात बाजार में किसानों की गहरी रुचि, कृषि व्यापार के मज़बूत बुनियादी ढांचे और निर्यात कंपनियों की अच्छी उपस्थिति के कारण बुरहानपुर केले को अच्छा घरेलू और अंतर्राष्ट्रीय बाजार मिल गया है। यहां मुख्य रूप से जी-9, बसराई, हर्षाली, श्रीमंथी किस्में उगाई जा रही हैं। प्रधानमंत्री सूक्ष्म खाद्य प्रसंस्करण उद्यम योजना में केला उत्पादन और प्रसंस्करण को बढ़ावा मिल रहा है। परिणामस्वरुप बुरहानपुर में 30 केला चिप्स प्रसंस्करण इकाइयाँ स्थापित हैं। कुछ इकाईयाँ केले का पाउडर भी बना रही हैं और मार्केट की तलाश में है।
बुरहानपुर के प्रवीण पाटिल अच्छे मुनाफे से खुश हैं। उनके पास दापोरा गांव में 60 एकड़ जमीन है, जो बुरहानपुर जिला मुख्यालय से 16 किमी दूर है। दापोरा एक ग्राम पंचायत है जिसमें लगभग 700 घर हैं। उन्होंने केले की खेती का गुर अपने पिता और दादा से सीखा।
प्रवीण बताते हैं कि पिछले दो सीजन में बाजार भाव अच्छा रहा। बाजार की मांग के अनुसार 2,000 से 2,500 प्रति क्विंटल तक केला बिका। हर सीजन अच्छा नहीं रहता। कई बार मांग और आपूर्ति में भारी अंतर होता है।
खेती की लागत के बारे में प्रवीण बताते हैं कि यह लगभग प्रति पौधा 140 रु. तक आती है। वे बताते हैं कि 300 से 500 पौधे लगाते हैं। सब कुछ ठीक रहा तो 450 से 500 क्विंटल तक उत्पादन होता है। अत्यधिक वर्षा, मौसम और खेतों में पानी का भराव केले के पौधों को नुकसान पहुंचाता है, जो कक्यूम्बर मोज़ेइक वायरस - सीएमवी का शिकार हो जाते हैं। वे कहते हैं कि वायरस लगे पौधों को नष्ट करने के अलावा कोई विकल्प नहीं बचता।
प्रवीण 15 सदस्यों के संयुक्त परिवार में सबसे बड़े हैं। दो छोटे भाई साथ रहते हैं। बड़ा बेटा रोहल पाटिल इंदौर की एक निजी यूनिवर्सिटी में मैकेनिकल इंजीनियरिंग की पढ़ाई कर रहा है. छोटा बेटा श्वेतल पाटिल इसी यूनिवर्सिटी में कंप्यूटर साइंस की पढ़ाई कर रहा है। दोनों छुट्टी के दौरान कभी-कभी खेती की गतिविधियों में सहयोग कर देते हैं।
प्रवीण आगे बताते हैँ कि बुरहानपुर केले का घरेलू बाजार अच्छा है। हमारा केला नई दिल्ली और हरियाणा तक जाता है। मैं उन लोगों के संपर्क में भी रहता हूं जो कृषि निर्यात करते हैं।
बुरहानपुर से 19 किमी दूर इच्छापुर गांव है जहां केले की खेती करने वाले किसानों की संख्या काफी है। अधिकतर किसान पारंपरिक खेती करते हैं। यहां के 37 वर्षीय किसान राहुल चौहान के पास 25 एकड़ जमीन है। वे बचपन से ही केले की खेती के तौर तरीकों से परिचित हो गये थे। वे 17 सदस्यों के संयुक्त परिवार में रहते हैं। वह चार भाइयों में सबसे बड़े हैं। उनका बेटा विश्वनाथ प्रताप सिंह चौहान दूसरी कक्षा में पढ़ता है जबकि बेटी प्रिया छठी कक्षा में है। उनके पास एक ट्यूबवेल और एक पारंपरिक कुआं है। वे खेती का अर्थशास्त्र अच्छी तरह जानते हैं। लाभ और हानि के बारे में विस्तार से समझाते हुए वे कहते हैं कि यह सब मौसम और बाजार के व्यवहार पर निर्भर करता है।
कई बार बाजार भाव अच्छे होते हैं लेकिन फसल अच्छी नहीं होती। कभी फसल अच्छी होती है लेकिन भाव नहीं मिल पाते। वे वायरस हमले के प्रति भी चिंतित रहते हैं और बताते हैं कि सीएमवी वायरस स्वस्थ केले के पौधे के लिए एकमात्र खतरा है। उनका कहना है कि अगर पूर्ण विकसित पौधों में सीएमवी हो तो हमें उन्हें जड़ से उखाड़ना होता है।
राहुल बताते हैं कि वे दिन गए जब पूर्वजों का मानना था कि ज्यादा पौधे ज्यादा उपज देंगे। हम 8x5 फीट जगह में पौधे लगा रहे हैं। प्रति एकड़ 1,200 पौधे लगाते हैं। पहले 1,800 पौधे प्रति एकड़ लगा रहे थे। प्रति पौधे की लागत लगभग 150 रुपये तक आती है। एक एकड़ में 1.5 लाख का शुद्ध मुनाफा हो जाता है। एक सीजन का लाभ 25 लाख रुपये तक पहुंच जाता है। इसमें खेती की लागत भी शामिल है।
राहुल आगे बताते हैं कि एक एकड़ खेती की लागत लगभग रु. 70 हजार तक आ जाती है। एक विकसित पौधा 15 किलोग्राम से 20 किलोग्राम तक के गुच्छे देता है। यदि अच्छी तरह से देखभाल हो जाए तो प्रति गुच्छा 30 से 35 किलोग्राम तक पहुंच जाता है। उनका मानना है कि केला उत्पादकों के हित में मंडी प्रणाली की कार्यप्रणाली में और सुधार करने की जरूरत है। उपज बेचने में प्रक्रिया में देरी से अच्छे मुनाफे की संभावनाएं प्रभावित होती हैं।
जिला मुख्यालय से 11 किमी दूर शाहपुर गांव के राजेंद्र चौधरी जैसे छोटे किसान भी बहुत संख्या में हैं। उनके पास चार एकड़ जमीन है जिस पर वह 5000 पौधे लगाते हैं। वे औसतन 5 लाख रूपये कमा लेते हैं। उनका कहना है कि पिछले दो-तीन सीजन में बाजार किसानों के लिए बेहद अनुकूल रहा है। उनका बेटा मोहित चौधरी एक स्थानीय प्रबंधन कॉलेज से एमबीए कर रहा है, जबकि छोटे बेटे अनिकेत ने पास के खकनार सरकारी पॉलिटेक्निक से फिटर ट्रेड में डिप्लोमा किया है।
केले के उत्पादन ने केला चिप्स प्रसंस्करण इकाइयों को जन्म दिया है। फिलहाल बुरहानपुर में ऐसी 30 इकाइयां हैं। योगेश महाजन केले के चिप्स बनाने की इकाई मारुति चिप्स चलाते हैं। उनका सालाना टर्नओवर 20 से 25 लाख रुपए है। उनका कहना है कि केले की आसान उपलब्धता और लगातार आपूर्ति ने उन्हें चिप्स बनाने की इकाई खोलने के लिए प्रेरित किया। वे किसानों से सीधी खरीद करते हैं। खरीद दर फसल की आवक के अनुसार बदलती रहती है। खेतों से सीधे खरीद की दर 5 रुपये प्रति किलोग्राम है। प्रोसेसिंग के बाद एक किलो चिप्स के पैक की थोक दर 150 रुपये है जबकि बाजार में खुदरा कीमत 200 रूपये प्रति किलो है। बाजार के बारे में उनका कहना है कि केला चिप्स अपनी गुणवत्ता के कारण पसंद किये जाते हैं। चिप्स की गुणवत्ता स्वच्छता, तलने की तकनीक, गुणवत्तापूर्ण खाद्य तेल का उपयोग, कुरकुरेपन पर निर्भर करती है। उनका कहना है कि चिप्स बनाने के काम में जरूरतमंद स्थानीय महिलाओं को लगाया जाता है।प्रशिक्षण के बाद वे अब कुशल हो गई हैं।राहुल बताते हैं कि उनके पास अच्छा ग्राहक आधार है और भोपाल जैसे महानगरों में कुछ आउटलेट भी हैं। बुरहानपुर केले के चिप्स अब अपनी पहचान बन चुके है। उनका कहना है कि केला उत्पादक किसानों को अच्छा मुनाफा मिलना चाहिए। इससे हमारी चिप्स इकाइयां भी अच्छे से चल चलेंगी। हाल ही में जब बुरहानपुर को राष्ट्रीय स्तर पर एक जिला-एक उत्पाद पुरस्कार-2023 में स्पेशल मेंशन श्रेणी का पुरस्कार मिला तो गोकुल चौधरी, तुषार पाटिल जैसे केला उत्पादक किसान दिल खोलकर खुश हुए।
नाबालिग से दुष्कर्म का मामला, सिंधिया बोले- बेटी को न्याय दिलाने तक उनके साथ अडिग खड़ा रहूंगा
2 Feb, 2024 02:32 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
ग्वालियर । ग्वालियर में आदिवासी नाबालिग स्कूली छात्रा से सामूहिक दुष्कर्म और हत्या के प्रयास के मामले में अब केंद्रीय ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कल देर रात ट्वीट किया। उन्होंने लिखा, 'ग्वालियर में मासूम बच्ची के साथ हुई अमानवीय घटना अत्यंत दुःखद, दुर्भाग्यपूर्ण और निंदनीय है। ग्वालियर के पुलिस अधीक्षक से बात कर मैंने घटना की पूरी जानकारी ली है। तीन में से दो अपरोपियों को गिरफ़्त में ले लिया गया है। तीसरे अपराधी को भी जल्द ही गिरफ़्तार करने की कोशिश की जा रही है। बच्ची और उनके माता-पिता को मैं यह विश्वास दिलाता हूं कि मैं उनके साथ अडिग होकर खड़ा हूं और उन्हें न्याय दिलाकर रहूंगा। माननीय मुख्यमंत्री श्री मोहन यादव जी, @CMMadhyaPradesh से मेरा अनुरोध है कि इस घटना की त्वरित जांच कराई जाए। ऐसा अमानवीय कुकृत्य करने वाले दोषियों को कड़ी से कड़ी सजा दी जाए।' केंद्रीय मंत्री ने इस ट्वीट में लड़की व उसके परिवार को न्याय दिलाने व साथ अडिग खड़े होने की बात की है। मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव से कड़ी से कड़ी कारवाई की गांग की है। जानकारी के मुताबिक़ केंद्रीय मंत्री ने जिला अधिकारियों और प्रशासन से बात कर त्वरित कारवाई की मांग की है एवं लकड़ी को बेहतर इलाज मिले इसके लिए ऑर्डर दिए हैं।
प्रदेश के वरिष्ठ आईएएस अधिकारी का नाम लिखकर अश्लील चैट वायरल
2 Feb, 2024 01:09 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
भोपाल । मध्यप्रदेश कैडर के एक वरिष्ठ आईएएस अधिकारी के नाम से एक महिला के साथ अश्लील बीते दो दिन से सोशल मीडिया में जमकर वायरल की जा रही है। वरिष्ठ आईएएस अधिकारी के नाम से जो चैट वायरल की जा रही है, वह वाट्सएप चैट है। वायरल चैट में की स्क्रीन शॉट में वरिष्ठ आईएएस अधिकारी के नाम से मोबाइल नंबर सेव है और डीपी में उक्त अधिकारी की फोटो भी लगाई हुई है। वहीं जिस महिला के साथ चैट होने की बात कही जा रही है, वह भी उक्त वरिष्ठ आईएएस अधिकारी के विभाग में पदस्थ है। आईएएस अधिकारी ने चैट को पूरी तरह से झूठा और चरित्र हनन करने का षड्यंत्र करार देते हुए भोपाल पुलिस आयुक्त को एफआईआर दर्ज करने आवेदन दिया है। वहीं महिला अधिकारी ने भी अपनी शिकायत में कहा कि यह उनकी प्राइवेशी का उल्लंघन है, लेकिन उन्होंने अपने शिकायती पत्र में यह नहीं लिखा कि उक्त चैट झूठी या कूटरचित है। महिला अधिकारी ने एक व्यक्ति का नाम भी बतौर संदेही पुलिस को दिया है कि उक्त व्यक्ति यह चैट वायरल कर रहा होगा।
वायरल चैट में अश्लील शब्द
वायरल चैट में दोनों तरफ से काफी भावनात्मक और अश्लील शब्दों का भी प्रयोग किया गया है। वरिष्ठ आईएएस अधिकारी ने कहा कि यह उनके चरित्र को हनन करने के लिए किसी ने उनके नाम से कोई मोबाइल नंबर सेव कर सोशल मीडिया से मेरे को निकालकर कूटरचित चैट तैयार की है, जिसमें कोई सच्चई नहीं है। चूंकि पुलिस ने अभी किसी के खिलाफ कोई मामला दर्ज नहीं किया है, इसलिए किसी की निजता का उल्लंघन न हो इसलिए किसी के नाम का उल्लेख नहीं किया जा रहा है।
एक बेनामी समाचार-पत्र की कटिंग भी वायरल
जिस महिला के साथ उक्त वरिष्ठ आईएएस अधिकारी के नाम से चैट वायरल की जा रही है, वह महिला भी आईएएस अधिकारी के विभाग में पदस्थ बताई जा रही है। हालांकि महिला ने अपनी शिकायत में एक समाचार-पत्र में इस संबंध में छपे समाचार की कटिंग 29, 30 जनवरी 2024 को प्रकाशित उक्त समाचार से उनकी प्राइवेशी भंग की जा रही है। हालांकि सोशल मीडिया में समाचार-पत्र की जो कटिंग वायरल हो रही है, वह कहां से प्रकाशित होता है, क्या नाम है इसका कोई पता नहीं चल सका है। पुलिस भी इस संबंध में कोई जानकारी नहीं जुटा सकी है।
दोनों शिकायतों की एक साथ जांच
मामला प्रदेश के वरिष्ठ आईएएस अधिकारी से जुड़ा होने से बेहद संवेदनशील हो गया है। आईएएस अधिकारी और महिला अधिकारी द्वारा वायरल करने वाले के खिलाफ मामला दर्ज कराने के लिए आवेदन दिया है, इसलिए पुलिस दोनों शिकायतों का एक साथ जांच कर रही है। हालांकि दोनों अधिकारियों ने एक-दूसरे के खिलाफ कोई शिकायत नहीं की है।
पी नरहरि के नाम से वायरल हो रही चैट
पुलिस के अनुसार उक्त वायरल चैट आईएएस अधिकारी पी नरहरि के नाम से कोई वायरल कर रहा है। इस संबंध में पी नरहरि से बात करने की कोाशश की गई, लेकिन उन्होंने कॉल रिसीव नहीं किया है।
इनका कहना है
बुधवार 31 जनवरी को एक वरिष्ठ आईएएस अधिकारी ने बदनाम करने और क्रिमिनल इंटेशन से उनके नाम का उपयोग कर झूठी चैट वायरल करने की शिकायत की है। पुलिस मामले की जांच कर रही है। किसी महिला अधिकारी द्वारा भी इस संबंध में कोई शिकायत की गई है, इसकी जानकारी नहीं है।
शैलेंद्र सिंह चौहान, एडीसीपी क्राइम ब्रांच, भोपाल
10 साल की लव स्टोरी के बाद नाकाम होने पर युवक ने लगाई फांसी
2 Feb, 2024 11:45 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
भोपाल। पुराने शहर के छोला मंदिर थाना इलाके में एक युवक ने फांसी लगाकर अपनी जान दे दी। शुरुआती जॉच में सामने आया है कि युवक का एक लड़की के कई सालो से प्रेम-प्रसंग चल रहा था, लेकिन उनकी शादी में रुकावटे आ रही थी, इस तनाव में आकर उसने यह आत्मघाती कदम उठाया है।
मिली जानकारी के अनुसार थाना इलाके में स्थित चांदबाड़ी का रहने वाला 30 वर्षीय धर्मेंद्र वर्मा पिता चंदन कुमार वर्मा पैकर्स एंड मूवर्स का काम करता था। उसके परिवार में बड़ा भाई और तीन बहन हैं। बीते दिन धर्मेद्र सुबह उठने के बाद रोजाना की तरह अपने काम पर चला गया था। दोपहर करीब साढ़े तीन बजे वह घर आया उस सयम उसके पिता घर में सो रहे थे। साथ ही परिवार के अन्य लोग अपने काम में व्यस्त थे। धर्मेंद्र ने किचन के पिछले हिस्से में जाकर वहॉ लगे पाइप पर रस्सी का फंदा बनाकर खुदकुशी कर ली। दोपहर बाद पिता की नींद खुली तो उन्हें बेटे धर्मेंद्र का शरीर फांसी के फंदे पर लटका नजर आया। आसपास के लोगो की मदद से पिता ने उसे तुरंत ही फंदे से उतारकर इलाज के लिए निजी अस्पताल पहुंचाया लेकिन तब तक उसकी मौत हो चुकी थी। सूचना मिलने पर पहुंची पुलिस ने मर्ग कायम कर कारणो की जॉच शुरु कर दी है। परिवार वालो ने शुरुआती बातचीत में पुलिस को बताया है कि मृतक ने सुसाइड नोट छोड़ा है। जिसमें खुदकुशी का कारण प्रेमिका द्वारा शादी से इंकार करना लिखा है। यह सुसाइड धर्मेंद्र ने मोबाइल में टाइप किया था। परिवार वालो का कहना है कि धर्मेंद्र ने इंस्टाग्राम पर एक दुख भरी शायरी के साथ स्टोरी पोस्ट की थी। मोबाइल में लिखे सुसाइड नोट में मृतम ने लड़की का नाम लिखने के साथ ही आगे लिखा है कि कि 10 साल तक तुम साथ रही, मैं शादी करना चाहता हूं। अब तुम शादी से इनकार कर रही हो। नोट में मृतक ने लड़की के परिवार के तीन सदस्यो पर प्रताड़ित करने के भी आरोप लगाये है। मामला दर्ज कर पुलिस ने मृतक का मोबाइल फोन को जब्त कर लिया है। वहीं आगे की जॉच में मृतक के परिवार वालो के बयान दर्ज किये जायेगें। शव को पोस्टमार्टम के बाद परिजनों को सौंपते हुए पुलिस आगे की कार्यवाही में जुट गई है।
मप्र कांग्रेस चुनाव समिति और लोकसभा प्रभारियों की बैठक 3 को
2 Feb, 2024 10:49 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
भोपाल। आगामी लोकसभा चुनाव-2024 को दृष्टिगत रखते हुए प्रदेश कांग्रेस मुख्यालय के तृतीय तल स्थित सभाकक्ष में आगामी 3 फरवरी 2024 को पूर्वान्ह 11 बजे कांग्रेस की प्रदेश स्तरीय चुनाव समिति (मध्यप्रदेश) और दोपहर 2 बजे मप्र कांग्रेस लोकसभा प्रभारियों की आवश्यक बैठक अभा कांग्रेस कमेटी द्वारा नियुक्त मध्यप्रदेश के लिए लोकसभा चुनाव स्क्रीनिंग कमेटी की अध्यक्षा श्रीमती रजनी पाटिल के मुख्य आतिथ्य और प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष जीतू पटवारी बैठक की अध्यक्षता में आहूत की गई है।
उक्त आशय की जानकारी देते हुए प्रदेश कांग्रेस के उपाध्यक्ष संगठन प्रभारी राजीव सिंह ने बताया है कि उक्त दोनों बैठकों में दोनों समितियों के सदस्यगण अनिवार्य रूप से उपस्थित रहेंगे।
राजीव सिंह ने बताया कि श्रीमती पाटिल उक्त बैठकों के बाद प्रदेश कांग्रेस मुख्यालय में ही कांग्रेसजनों से मुलाकात करेंगी।
बाटियां सेकते समय आग से झुलसी महिला की 12 दिन बाद मौत
2 Feb, 2024 10:45 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
भोपाल। राजधानी के निशातपुरा इलाके में बाटी सेंकते समय आग की चपेट में आकर झुलसी महिला की 21 दिन बाद अस्पताल में इलाज के दौरान मौत हो गई। घटना में मेरी जानकारी के मुताबिक पलासी शंकर नगर में रहने वाली 38 वर्षीय रामबाई जाटव मुन्नी लाल जाटव पलासी के घर मेहमान आए हुए थे। उनके परिवार में पति सहित चार बेटे बेटियां हैं, जो मेहनत मजदूरी का काम करते हैं। 21 दिसंबर 2023 को वह मेंहमानों के खाने के लिए बाटियां बना रही थीं। बाटी को सेकते समय आग बढ़ाने के लिए उन्होंने अंगारों पर केरोसिन तेल छिड़क दिया। तेल डालने से अचानक आग का भभका उठा जिससे राम बाई जाटव के कपड़ों में आग लग गई। आग की चपेट में आकर राम भाई जाटव बुरी तरह से झुलस गई थीं। परिवार वाले ने उन्हें आग की चपेट से छुड़ाकर इलाज के लिए निजी अस्पताल में भर्ती कराया था। चार दिन बाद उन्हें हमीदिया अस्पताल में भर्ती कराया गया। इलाज के दौरान विवाहिता की हालत लगातार नागरिक होती गई आखिरकार गुरुवार सुबह उनकी मौत हो गई। अस्पताल से मिली सूचना पर पहुंची पुलिस ने मर्ग कायम कर शव को पीएम के बाद परिवार वालों को सौंपते हुए जांच शुरू कर दी है।
नाले में मानव अंग मिलने से फैली सनसनी
2 Feb, 2024 09:48 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
भोपाल। राजधानी के निशातपुरा थाना इलाके में उसे समय सनसनी फैल गई जब यहां लोगों को नाले में मानव का कटा हुआ पैर पड़ा नज़र आया। जानकारी के मुताबिक निशातपुरा इलाके में विश्वकर्मा नगर से बेरसिया मोड पर स्थित नाले के पास बच्चे खेल रहे थे। खेलते समय बच्चों को कटा हुआ पैर नजर आया। बच्चों ने इसकी सूचना बड़े लोगों को द, इसके बाद पुलिस को खबर दी गई। मौके पर पुलिस ने घटनास्थल की छानबीन की लेकिन उसे पैर को छोड़कर कोई अन्य मानव अंग नहीं मिला। बताया जा रहा है, कि पैर का हिस्सा घूटने के नीचे का है, वही पंजे के ऊपर का हिस्सा जानवरो ने खा लिया है। पुलिस ने मानव अंग को जांच के लिए फॉरेंसिक डिपार्टमेंट भेज दिया है। सूत्रों के अनुसार बरामद पैर किसी महिला का हो सकता है, क्योंकि उसमें पायल पहनने के बाद होने वाले निशान नजर आ रहे हैं। इस बात की आशंका भी है, कि किसी की हत्या कर लाश को ठिकाने लगाने के लिए उसके अंगों को काटकर अलग-अलग फेंका गया होगा फिलहाल पुलिस आगे की छानबीन कर रही है।
सीमेंट गोदाम में हुआ हादसा, बोरियों के नीचे 8 मजदूर दबे
2 Feb, 2024 08:45 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
भोपाल। राजधानी भोपाल छोला थाना इलाके में स्थित शंकर नगर में बने एक सीमेंट के गोदाम में बोरियों के नीचे 8 मजदूर दब गए। मिली जानकारी के अनुसार गुरुवार शाम गोदाम से सीमेंट की बोरियों को ट्रक में लोड किया जा रहा था। बोरिया चढ़ाते समय ये हादसा हो गया। मौके पर पहुंची पुलिस ने मजदूरों को निकालकर इलाज के लिए हमीदिया अस्पताल पहुंचाया। घटना में तीन से चार मजदूरों की हालत गंभीर बताई जा रही है। वहीं पुलिस का कहना है, कि किसी की ओर से शिकायत नहीं मिली है। शिकायत के बाद जांच कर कार्रवाई की जाएगी।
प्रदेश में सहकारिता आंदोलन को और अधिक मजबूत बनाया जायेगा
1 Feb, 2024 11:00 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
भोपाल : सहकारिता मंत्री विश्वास कैलाश सारंग ने कहा है कि सहकारिता आंदोलन समाज के हर व्यक्ति से जुड़ा हुआ है। समाज, परिवार, प्रदेश और देश समन्वय और परस्पर सहयोग के बगैर नहीं चल सकते हैं। सहकारिता की समाज में अहम भूमिका है। प्रदेश में सहकारिता आंदोलन को और अधिक मजबूत बनाया जायेगा। सहकारिता के माध्यम से समृद्धि की ओर आगे बढ़ेंगे। रोजगार के नए अवसर सृजित किये जायेंगे। यह बात मंत्री सारंग ने आज इंदौर में सहकारिता और इससे जुड़े विभागों के अधिकारियों की संभागीय समीक्षा बैठक में कही।
मंत्री सारंग ने कहा कि सहकारिता आंदोलन को मजबूत बनाने तथा उसको विस्तारित करने के लिये सहकारिता विभाग अब नए कलेवर और नयी सोच के साथ कार्य करेगा। इसके लिये बहुवर्षीय रोडमैप बनाकर सहकारिता आंदोलन में नयी तकनीक को शामिल करते हुए प्रक्रिया सुधार के कार्य किये जायेंगे। सहकारिता आंदोलन को जन-जन तक पहुंचाने के लिये प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के संकल्पों को साकार किया जायेगा।
मंत्री सारंग ने कहा कि अधिकारी विभाग में नवाचार करते हुए नयी सोच, पारदर्शिता एवं पूर्ण ईमानदारी से निष्ठावान होकर कार्य करें। भ्रष्टाचार में जीरो टॉलरेंस की नीति पर कार्य करें। को-ऑपरेटिव बैंकों को प्रायवेट बैंकों के अनुरूप बनायें। इसे नए कलेवर में कॉर्पोरेट सेक्टर की तरह प्रस्तुत करें। समय की आवश्यकता के अनुसार कार्य एवं व्यवहार में बदलाव लाये। जन-कल्याण के अधिक से अधिक कार्य करें। सहकार से समृद्धि की ओर प्रदेश को आगे बढ़ाये।
मंत्री सारंग ने कहा कि केन्द्रीय सहकारी बैंकों के रिक्त सभी पदों की पूर्ति सुनिश्चित करें। सहकारी समितियों में अधिक से अधिक महिला सदस्यों को जोड़ें। एक जिला-एक उत्पाद कार्यक्रम के तहत सहकारी सोसायटियों का गठन करें। इन्हें आर्थिक मदद देकर आगे बढ़ायें। को-ऑपरेटिव संस्थाओं के माध्यम से मोबाइल साँची पार्लर की स्थापना कराई जाये। स्पोर्ट्स सेक्टर में भी सहकारिता को बढ़ावा दिया जाये। उन्होंने समर्थन मूल्य पर गेहूं खरीदी कार्य की समीक्षा के दौरान निर्देश दिये कि गेहूं खरीदी कार्य में किसी भी तरह की लापरवाही और अनियमितता बर्दाश्त नहीं की जायेगी। उन्होंने कहा कि यह सुनिश्चित हो कि गेहूं खरीदी कार्य पूर्ण पारदर्शी प्रक्रिया के तहत ईमानदारी से हो। उन्होंने कहा कि समय पर पूर्ण ऋण चुकाने वाले कृषकों और सदस्यों को सम्मानित किया जाये।
बैठक में सहकारिता आयुक्त आलोक कुमार सिंह, अध्यक्ष अनुसूचित जाति वित्त विकास निगम सावन सोनकर सहित अन्य अधिकारी उपस्थित थे।
इंडस्ट्री को आकर्षित करते हैं रेलवे और एयरपोर्ट-उप मुख्यमंत्री शुक्ल
1 Feb, 2024 10:15 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
भोपाल : उप मुख्यमंत्री राजेंद्र शुक्ल ने गुरूवार को जबलपुर सर्किट हाउस में पश्चिम मध्य रेलवे के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ बैठक कर विंध्य क्षेत्र में रेलवे विस्तार के कार्यों के संबंध में चर्चा की। उप मुख्यमंत्री शुक्ल ने कहा कि विंध्य क्षेत्र के लिए रीवा- सिंगरौली, सीधी - सिंगरौली रेल लाइन विकास की लाइफलाइन है। इंडस्ट्री रेलवे और एयरपोर्ट को आकर्षित करते हैं, इस दिशा में प्रभावी कदम उठायें।
बैठक में रीवा- सिंगरौली, सीधी- सिंगरौली, गोविंदगढ़-सीधी रेललाइन और कटनी- चोपन रेल डबलिंग कार्यों में आ रहे व्यवधानों, भू-अधिग्रहण की समस्याओं पर चर्चा की गई। बैठक में पश्चिम मध्य रेलवे की महाप्रबंधक शोभना बंदोपाध्याय, डॉ. जितेंद्र जामदार सहित रेलवे के वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में हवाई सेवाओं का लगातार विस्तार हो रहा है - मुख्यमंत्री डॉ. यादव
1 Feb, 2024 10:00 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
भोपाल : मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा है कि यशस्वी प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में हवाई सेवाओं का लगातार विस्तार हो रहा है। अहमदाबाद-ग्वालियर हवाई सेवा से गुजरात से व्यापारिक रिश्ता बनाने में ग्वालियर महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा। केन्द्रीय नागरिक उड्डयन एवं इस्पात मंत्री ज्योतिरादित्यसिंधिया के सहयोग से हम बाबा महाकाल की नगरी उज्जैन में भी एयरपोर्ट की सुविधा उपलब्ध कराने के लिए प्रयासरत हैं। उनके नेतृत्व में उड्डयन के क्षेत्र में देश को नई गति मिली है। मध्यप्रदेश को भी नई उड़ानें मिल रही हैं। बैंगलोर के बाद अहमदाबाद केलिए मिली हवाई सुविधा प्रदेश के पर्यटन और संस्कृति को बढ़ाने में मील का पत्थर साबित होगी। मुख्यमंत्री डॉ. यादव अकासा एयर फ्लाइट की ग्वालियर-अहमदाबाद विमान सेवा के उद्घाटन कार्यक्रम में मुरैना से वर्चुअली शामिल हुए। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने प्रदेश को मिली सौगात के लिए सभी को शुभकामनाएं दीं। कार्यक्रम में केन्द्रीय नागरिक उड्डयन एवं इस्पात मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया और नागरिक उड्डयन राज्य मंत्री जनरल डॉ. वी.के. सिंह (सेवानिवृत्त) नई दिल्ली से वर्चुअली जुड़े। ग्वालियर हवाई अड्डे पर हुए उद्घाटन कार्यक्रम में ऊर्जा मंत्री प्रद्युम्न सिंह तोमर तथा सामाजिक न्याय एवं दिव्यांगजन कल्याण, उद्यानिकी तथा खाद्य प्रसंस्करण मंत्री नारायण सिंह कुशवाह तथा विधायकगण उपस्थित थे।
दूरस्थ अंचलों में टूरिज्म विकसित करने के लिए निजी निवेश से वायुसेवा का विस्तार किया जाएगा
मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि प्रदेश में 26 हवाई पट्टियां हैं, जिनमें से 22 राज्य शासन की तथा 4 निजी क्षेत्र की हैं। हमारा प्रयास है कि संभाग स्तर के बाद सभी जिलों में भी हवाई पट्टियां हों और इस दिशा में हम केन्द्र सरकार के सहयोग से आगे बढ़ेंगे। दतिया और रीवा में हवाई अड्डा विकसित करने की दिशा में राज्य सरकार ने कदम बढ़ाए हैं। इसके साथ ही उज्जैन में केन्द्र शासन के सहयोग से एयरपोर्ट विकसित किया जाएगा, इससे देश विदेश से आने वाले यात्रियों को सुविधा मिलेगी। एयर एम्बुलेंस की सुविधा उपलब्ध कराने एवं प्रदेश के दूरस्थ अंचलों में पर्यटन को विकसित करने में भी हवाई सेवा महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकती है। अत: एविएशन और टूरिज्म को जोड़ते हुए निजी निवेश को आकर्षित करने की दिशा में भी केन्द्र सरकार के सहयोग से कदम बढ़ाए जाएंगे।
ग्वालियर की देश के सात शहरों से एयर कनेक्टिविटी हुई है स्थापित - केन्द्रीय मंत्री सिंधिया
केन्द्रीय नागरिक उड्डयन एवं इस्पात मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कहा कि मुख्यमंत्री डॉ. यादव की सहजता, कर्मठता और प्रगति तथा विकास के प्रति उनकी संकल्पबद्धता से मध्यप्रदेश में नया दौर आरंभ हुआ है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की हवाई चप्पल पहनने वाले को हवाई यात्रा की सुविधा उपलब्ध कराने की मंशा के अनुरूप देश में आम आदमी को हवाई यात्रा सुविधा का लाभ देने के लिए निरंतर कार्य किया जा रहा है। इसी क्रम में ग्वालियर अब देश के सात प्रमुख शहरों क्रमश: बैंगलोर, दिल्ली, हैदराबाद, इंदौर, अहमदाबाद, मुम्बई और अयोध्या से हवाई मार्ग से जुड़ा है। उन्होंने अकासा एयर लाइंस को ग्वालियर-अहमदाबाद सेक्टर में हवाई सेवा आरंभ करने के लिए शुभकामनाएं दीं। ग्वालियर हवाई अड्डे पर मौजूद विमान को वर्चुअली हरी झंडी दिखाकर रवाना किया गया।