मध्य प्रदेश
बंद हो जाएंगी देश की सभी कोचिंग ! कोर्ट जा रहे कोचिंग मालिक
19 Jan, 2024 04:35 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
भोपाल । केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय ने देश के कोचिंग संस्थानों के लिए नई गाइडलाइन जारी की है। इसमें कहा गया है कि 16 साल से कम उम्र में कोचिंग पढ़ाने पर एक लाख रुपए का जुर्माना होगा और कोचिंग भी बंद की जाएगी। इसके साथ ही इसमें कई और भी नियम जोड़े गए हैं। देशभर के कोचिंग संचालक इन नियमों के विरोध में उतर आए हैं। कोचिंग एसोसिएशन ने कहा है कि वह इन नियमों के खिलाफ कोर्ट में याचिका लगा रहे हैं।
नई गाइडलाइन का हर नियम कोई भी पालन नहीं कर सकता
कोचिंग एसोसिएशन के अध्यक्ष रवि दांगी ने कहा कि कोई भी पालिसी बनाने से पहले उससे संबंधित लोगों से चर्चा करना चाहिए। बिना किसी से बात किए केंद्र ने नई गाइडलाइन जारी कर दी और लागू करने के लिए कह दिया। हमें न तो इसके बनने की कोई जानकारी मिली न ही इससे संबंधित लोगों ने हमसे कोई चर्चा की। इसमें कुछ बातें अच्छी हैं लेकिन अधिकतर बातें व्यवहारिक नहीं हैं। हम इस गाइडलाइन के खिलाफ कोर्ट जा रहे हैं। जो गाइडलाइन जारी की है उसके हिसाब से देश की हर कोचिंग पर जुर्माना लगेगा और हर कोचिंग बंद हो जाएगी। इतने नियम हैं कि हर नियम को कोई भी कोचिंग पूरा नहीं कर पाएगी।
नीट, जेईई, सीए सीएस, सिविल की कोचिंग बंद हो जाएगी
रवि दांगी ने कहा कि यदि 16 साल से पहले बच्चे कोचिंग में नहीं पढ़ पाएंगे तो नीट, जेईई, सीए सीएस, सिविल की कोचिंग बंद हो जाएगी। बच्चे 10वीं या इससे पहले से तैयारी करने लगते हैं। एेसे में यह सभी कोचिंग बंद हो जाएंगी।
एक दिन की फीस के लिए लड़ाई झगड़े होंगे
रवि दांगी ने कहा कि कोचिंग 11 महीने का शेड्यूल बनाकर फीस लेती हैं। उसे भी बच्चे किश्त में जमा करते हैं। यदि कितने भी दिन के बाद फीस वापस लेने की बात आएगी तो पैरेंट्स एक एक दिन की फीस के लिए लड़ेंगे जबकि यह व्यवहारिक नहीं है।
छोटे शहरों की फीस बड़े शहरों में कैसे लागू करेंगे
रवि दांगी ने कहा कि गाइडलाइन में लिखा है कि कोर्स और फीस तय की जाएंगी। इसमें हमारा सवाल यह है कि छोटे शहर में जिस कोर्स की फीस 10 हजार रुपए है बड़े शहर में उसकी वही फीस कैसे रख सकते हैं।
हम शिक्षा दे रहे फिर भी सभी टैक्स देते हैं
रवि दांगी ने कहा कि हम शिक्षा दे रहे हैं फिर भी हर तरह का टैक्स देते हैं। हमें कमर्शियल बिजनेस माना जाता है। जीएसटी, कमर्शिलय टैक्स और निगम का टैक्स लिया जाता है। किराया भी देते हैं। एेसी स्थिति में कोचिंग चलाना संभव नहीं है।
इनका कहना
स्कूल के समय में नहीं लगा पाएंगे कोचिंग
स्कूल के समय में कोचिंग नहीं लगा पाएंगे न ही बच्चों को स्कूल जाने से रोक पाएंगे। 10वीं और इसके नीचे के बच्चों को कोचिंग में नहीं ले पाएंगे।। 11वीं से ही कोचिंग पढ़ा पाएंगे। बच्चों की संख्या के अनुसार शिक्षकों की संख्या भी तय होगी। शिक्षा अधिकारियों द्वारा की जाने वाली रेंडम चेकिंग में यदि नियमों की अवहेलना पाई गई तो कार्रवाई होगी। जो भी कोचिंग का बोर्ड लगाकर पढ़ा रहे हैं उन पर यह नियम लागू होंगे। घर में बैठकर चार बच्चों को पढ़ा रहे हैं तो यह नियम लागू नहीं होंगे। सभी कोचिंग संस्थानों को रजिस्टर्ड करना भी अब अनिवार्य होगा।
- मोहित यादव, उपाध्यक्ष, कोचिंग एसोसिएशन
क्या बोले कोचिंग संचालक
कोचिंग एक बहुत बड़ी फील्ड है। सरकार इसे व्यवस्थित करने का प्रयास कर रही है जो बहुत बेहतर है। इससे छात्रों और पैरेंट्स को भी फायदा होगा और समाज को भी इसका फायदा मिलेगा। गली-मोहल्लों में कोचिंग चल रही हैं जिन पर मानिटरिंग बहुत जरूरी है। अभी शिक्षा मंत्रालय ने यह प्रस्ताव बनाए हैं सभी से चर्चा के बाद संभव है कि इनमें कुछ और भी बदलाव होंगे। मेरी नजर में यह सरकार का बहुत अच्छा प्रयास है।
- श्रीद्धांत जोशी, एमडी, कौटिल्य एकेडमी
ओरछा में रामलला के लिए विशेष तैयारी, एक लाख दीपों से जगमगाएगा रामराजा का मंदिर
19 Jan, 2024 02:19 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
ओरछा । अयोध्या में 22 जनवरी को प्रभु श्री रामलला की प्राण-प्रतिष्ठा नवनिर्मित राम जन्मभूमि मंदिर में होने जा रही है। इस दिन को खास बनाने के लिए पूरी दुनिया में तैयारियां जोरों पर हैं। इसी कड़ी में ओरछा के श्री राम राजा मंदिर में भी खास तैयारियां की गई हैं। ओरछा के श्री राम राजा मंदिर को फूलों और रोशनी से सजाया जाएगा। मंदिर के बाहर अयोध्या से प्रभु श्री राम की प्राण-प्रतिष्ठा का लाइव टेलीकास्ट भी एलईडी लगाकर भक्तों के लिए किया जाएगा। बुंदेलखंड के संगीत कलाकार इस दौरान भजन संध्या की प्रस्तुति भी देंगे। ओरछा में मां बेतवा नदी के कंचना घाट पर एक लाख दीपक जलाए जाएंगे। साथ ही घाट पर मां बेतवा मैया की आरती का प्रबंध भी किया गया है। वहीं प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान भी यहां आएंगे। वह भजन संध्या में शामिल होंगे। इसकी भी तैयारी कर ली गई है। इन सब कार्यक्रमों के बाद श्रद्धालुओं को प्रसाद वितरण किया जाएगा। पूरे नगर में सफाई अभियान चलाया जा रहा है। इस आयोजन को भव्य बनाने की तैयारियां जोरों पर हैं।
नाबालिग से दुष्कर्म के मामले में कोर्ट ने आरोपित को सुनाई 20 साल की सजा
19 Jan, 2024 02:06 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
आष्टा । न्यायालय प्रथम सत्र न्यायाधीश सुरेश कुमार चौबे ने गुरुवार को निर्णय पारित करते हुए अभियुक्त कन्हैया उर्फ कान्हा को धारा पॉक्सो एक्ट में 20 वर्ष का सश्रम कारावास व आठ हजार रुपए अर्थदंड व अन्य धाराओं में पांच वर्ष का सश्रम कारावास व दो हजार रुपए के अर्थदंड से दंडित किया है। विशेष लोक अभियोजक देवेन्द्र सिंह ठाकुर ने बताया कि फरियादी ने थाना पार्वती में रिपोर्ट लिखवाई थी कि 4 मार्च को सुबह 10 बजे वह और उसके पिता खेत पर फसल काटने गए थे, करीब 11.30 बजे घर आकर देख तो बहन घर पर नहीं थी और घर में ताला लगा था। उन्होंने बहन को आस-पास और गांव में तलाश किया, लेकिन कोई जानकारी नहीं मिली। रिश्तेदारों को भी फोन किया गया, लेकिन जानकारी नहीं मिली।
पुलिस ने नाबालिग को पीथमपुर से किया बरामद
फरियादी ने शंका जाहिर की कि कोई अज्ञात व्यक्ति बहला फुसलाकर ले गया है। फरियादी की रिपोर्ट पर से थाना पार्वती द्वारा अपराध दर्ज किया गया। विवेचना के दौरान पीड़िता को 14 मार्च को आयशर चौराहा पीथमपुर से अभियुक्त के कब्जे से पकड़ा गया और नाबालिग के बयान लिए गए। जिसके आधार पर कोर्ट में प्रकरण पेश किया गया।
कोर्ट ने सुनाई सजा
कोर्ट ने अभियोजन साक्ष्य और अंतिम बहस के दौरान अभियोजन के तर्क से सहमत होते हुए अभियुक्त को दोष सिद्ध पाते हुए पॉक्सो एक्ट में 20 वर्ष का सश्रम कारावास और आठ हजार रुपये का अर्थदंड और अन्य धाराओं में पांच वर्ष का सश्रम कारावास व दो हजार रुपए अर्थदंड से दंडित किया है।
सागर में 70 हजार रुपये का इनामी आरोपी गिरफ्तार, हत्या, किडनैपिंग समेत कई मामलों में था वांटेड
19 Jan, 2024 01:49 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
सागर । सागर पुलिस को एक बड़ी सफलता हाथ लगी है। हत्या सहित अन्य गंभीर वारदातों को अंजाम देने वाले 70 हजार के फरार इनामी आरोपी वासु अहिरवार को पुलिस की विशेष टीम ने गिरफ्तार किया। आरोपी वासु करीब डेढ़ वर्ष से फरार था। लगातार अपराध कर रहा था। सागर सहित अन्य जिलों के थानों में भी वारदातों को अंजाम दे रहा था। पुलिस के अनुसार आरोपी वासु अहिरवार पर सागर पुलिस ने 60 हजार रुपये एवं इंदौर पुलिस ने 10 हजार रुपये का इनाम घोषित किया था। वासु ने सागर के मोतीनगर में पांच और दमोह व इंदौर में एक-एक गंभीर वारदातों को अंजाम दिया है। उस पर अवैध हथियार रखने, लूटपाट, हत्या, हत्या का प्रयास, अपहरण कर फिरौती मांगने जैसे कई संगीन अपराध दर्ज है।
डर का माहौल बनाता था वासु
वासु पूर्व से ही आपराधिक प्रवृत्ति का होने के साथ युवाओं में अपना वर्चस्व बनाने के लिए समाज में अपना भय स्थापित करना चाहता था। अन्य आपराधिक व्यक्तियों के साथ मिलाकर वारदातों को अंजाम देता था। इसी क्रम में अवैध हथियार सहित लूटपाट, हत्या, हत्या का प्रयास, अपहरण कर फिरौती मांगने जैसे कई संगीन अपराधों को अंजाम दे रहा था। घटना कर अलग-अलग जिलों व राज्यों में फरार हो जाता था।
पुलिस के पहुंचने से पहले हो जाता था फरार
सागर जोन के पुलिस महानिरीक्षक ने एसपी को विशेष अभियान चलाकर फरार अपराधियों को गिरफ्तार करने के निर्देश दिए थे। इसके लिए विशेष टीम बनाई थी। वासु अहिरवार को पकड़ने के लिए सागर पुलिस ने कई प्रयास किए। हर बार वह पुलिस के पहुंचने से पहले फरार हो जाता था। पुलिस टीम को मुखबिर से सूचना मिली थी कि वासु अहिरवार गढ़पहरा पहाड़ी के पास वारदात को अंजाम देने के उद्देश्य से आया है। इसके बाद आईजी सागर ने विशेष टीम बनाकर त्वरित कार्रवाई करने के निर्देश दिए। पुलिस ने इस अभियान में वासु अहिरवार को गिरफ्तार करने में सफलता हासिल की। आरोपी को गिरफ्तार कर न्यायालय पेश किया गया। उसे पुलिस रिमांड पर भेजा गया है।
शिक्षा मंत्रालय ने कोचिंग संस्थानों के लिए नई गाइडलाइन जारी की, इसे न मानने पर जुर्माना और कोचिंग बंद की जाएगी
19 Jan, 2024 01:29 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
भोपाल । केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय ने कोचिंग संचालकों के लिए नए नियम जारी किए हैं। पढ़ाई के तनाव में छात्रों की आत्महत्या के मामले लगातार बढ़ते जा रहे हैं और पैरेंट्स के द्वारा कोचिंग संचालकों की शिकायतें भी लगातार आ रही हैं। इसी वजह से यह नए नियम जारी किए गए हैं।
नियम नहीं माने तो एक लाख रुपए जुर्माना, बंद होगी कोचिंग
नए नियमों के अनुसार यदि कोचिंग सेंटर यदि आदेश नहीं मानेंगे तो एक लाख रुपए तक का जुर्माना लगेगा। इसके साथ उनका रजिस्ट्रेशन भी रद्द होगा। कोचिंग संस्थानों की उचित निगरानी की जाएगी। इसके लिए सरकार ने दिशानिर्देश के प्रभावी होने के तीन महीने के भीतर नए और मौजूदा कोचिंग संस्थानों का पंजीकरण करने का प्रस्ताव किया है।
यह हैं नए निर्देश
1. शिक्षा मंत्रालय द्वारा घोषित नए दिशा निर्देश के मुताबिक कोचिंग सेंटर 16 साल से कम उम्र के विद्यार्थियों को अपने यहां दाखिल नहीं कर सकेंगे।
2. अच्छे नंबर या रैंक दिलाने की गारंटी जैसे भ्रामक वादे भी नहीं कर सकेंगे।
3. कोई भी कोचिंग संस्थान स्नातक से कम योग्यता वाले शिक्षकों को नियुक्त नहीं करेगा।
4. विद्यार्थियों का कोचिंग संस्थान में नामांकन माध्यमिक विद्यालय परीक्षा के बाद ही होना चाहिए।
5. अगर छात्र बीच में ही पाठ्यक्रम छोड़ता है तो उसकी बची हुई अवधि की फीस लौटाई जानी चाहिए।
6. विभिन्न पाठ्यक्रमों का शुल्क पारदर्शी और तार्किक होना चाहिए और वसूले जाने वाले शुल्क की रसीद दी जानी चाहिए।
7. कोचिंग संस्थान कोचिंग की गुणवत्ता या उसमें दी जाने वाली सुविधाओं या ऐसे कोचिंग संस्थान या उनके संस्थान में पढ़े छात्र द्वारा प्राप्त परिणाम के बारे में प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष रूप से किसी भी दावे को लेकर कोई भ्रामक विज्ञापन प्रकाशित नहीं कर सकते हैं या प्रकाशित नहीं करवा सकते हैं या प्रकाशन में भाग नहीं ले सकते हैं।
8. कोचिंग संस्थान किसी भी शिक्षक या ऐसे व्यक्ति की सेवाएं नहीं ले सकते, जो नैतिक कदाचार से जुड़े किसी भी अपराध के लिए दोषी ठहराया गया हो। कोई भी संस्थान तब तक पंजीकृत नहीं होगा जब तक कि उसके पास इन दिशानिर्देशों की आवश्यकता के अनुसार परामर्श प्रणाली न हो।
9. दिशानिर्देश में कहा गया, कोचिंग संस्थानों की एक वेबसाइट होगी जिसमें पढ़ाने वाले शिक्षकों (ट्यूटर्स) की योग्यता, पाठ्यक्रम/पाठ्य सामग्री, पूरा होने की अवधि, छात्रावास सुविधाएं और लिए जाने वाले शुल्क का अद्यतन विवरण होगा। नए दिशानिर्देशों के अनुसार, विद्यार्थियों पर कड़ी प्रतिस्पर्धा और शैक्षणिक दबाव के कारण कोचिंग संस्थानों को उन्हें तनाव से बचाने के लिए कदम उठाने चाहिए और उन पर अनावश्यक दबाव डाले बिना कक्षाएं संचालित करनी चाहिए।
10. दिशानिर्देश में कहा गया, कोचिंग संस्थानों को संकट और तनावपूर्ण स्थितियों में छात्रों को निरंतर सहायता प्रदान करने के लिए तत्काल हस्तक्षेप के लिए एक तंत्र स्थापित करना चाहिए। सक्षम प्राधिकारी यह सुनिश्चित करने के लिए कदम उठा सकता है कि कोचिंग संस्थान द्वारा एक परामर्श प्रणाली विकसित की जाए जो छात्रों और अभिभावकों के लिए आसानी से उपलब्ध हो।
5 लाख लड्डूओं के रथ रवाना, कांग्रेस पर सीएम डॉ.मोहन यादव का हमला, बोले- ऐसा अभागा पृथ्वी पर कौन होगा
19 Jan, 2024 11:48 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
भोपाल । मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने रामलला की प्राण प्रतिष्ठा के लिए महाकाल मंदिर से पांच लाख लड्डूयों को अयोध्या के लिए रवाना किया। भोपाल में सीएम ने तुलसी मानस प्रतिष्ठान से प्रसाद के पांच रथ रवाना हुए। यह रथ शनिवार तक अयोध्या पहुचेंगें। इन लड्डूयों को महाकाल मंदिर के कर्मचारियों ने तैयार किया है। पांच लाख लड्डू 250 कर्मचारियों ने 6 दिन दिन में बनाएं। पांच रथ को फूलों से सजाया गया है। उनको ढोल नगाड़ों के साथ रवाना किया गया। इससे पहले मुख्यमंत्री ने मानस प्रतिष्ठान स्थित श्री रघुनाथ मंदिर में भगवान श्रीराम की पूजा अर्चना कर प्रदेशवासियों की मंगल कामना की। कार्यक्रम में पांचों वाहनों के चालक और सहायक का भी सम्मान किया गया। अयोध्या नाम की पुस्तक का विमोचन भी किया गया।
सीएम बोले-भगवान के गर्भगृह में प्रवेश पर विवाद बना रहे
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए डॉ. मोहन यादव ने कहा कि पूरा देश राममय हो रहा है। हम सब जानते है कि बाबा महाकाल के दर्शन करने के बाद विष्णु के दर्शन नहीं करो तो उसे अधूरा माना जाता है। इसलिए बाबा महाकाल के दर्शन के बाद भगवान विष्णु का नाम लिया जाता है। 500 साल के संघर्ष करने के बाद रामलला गर्भगृह में पधार रहे हैं। सीएम ने कांग्रेस के रामलला के निमंत्रण को अस्वीकार करने पर जमकर हमला बोलते हुए कहा कि आज कई आत्ममाएं उनको ढूंढती है भगवान उन सब को भी सद्बुद्धि प्रदान करें। आज भी भगवान के गर्भगृह में प्रवेश को क्यों विवाद में बना रहे यह परमात्मा जाने। मंदिर बनाने वाले मंदिर बनाना रहे। प्राण प्रतिष्ठा करने वाले प्राण प्रतिष्ठा करा रहे। प्रेम से निमंत्रण दो तो निमंत्रण पर भी प्रश्न उठाते और उसे ठुकराने का भाव लाते है। ऐसा अभागा तो पृथ्वी पर कौन होगा। यह एक बड़े दल का नेतृत्व करे हैं। हम तो उनकी सद्बुद्धि देने की कामना करते हैं। उन्होंने कहा कि हो सकता है कि 22 तारीख तक उनको समझ में आ जाए।
अपनी तारीख पर दर्शन करने जाएंगे
सीएम ने अयोध्या जाने के कार्यक्रम को लेकर कहा कि प्रधानमंत्री ने सभी को अपनी अपनी तारीख पर आने को कहा है। हम मध्य प्रदेश की तय तारीख पर अयोध्या दर्शन करने जाएंगे। उन्होंने कहा कि हम महानाटक का मंचन कर विक्रमादित्य के जीवन को जीवंत करते हुए अयोध्या जाएंगे। बता दें अयोध्या में 22 जनवरी को रामलला की प्राण प्रतिष्ठा का आयोजन होना है। इसको लेकर देशभर में तैयारी की जा रही है। अलग-अलग राज्यों से जनता की तरफ से कुछ ना कुछ सामग्री अयोध्या भेजी जा रही है। इसी क्रम में मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने पांच लाख लड्डूयों को भेजने की घोषणा की थी।
ठंड से 20 जनवरी के बाद राहत मिलने की उम्मीद
19 Jan, 2024 11:45 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
भोपाल । प्रदेश में सर्दी और कोहरे का प्रकोप जारी है। शुक्रवार को भी लोगों को ठंड से राहत मिलने वाली नहीं थी। पहाड़ी इलाकों से आ रही ठंडी हवा की वजह से ठंड का प्रकोप रहेगा। मौसम विभाग की माने तो 20 जनवरी के बाद अंचल को ठंड से राहत मिल सकती है। पहाड़ी इलाकों से आ रही बर्फीली हवाओं के कारण चुभन भरी सर्दी परेशान कर रही है। कोहरा, बादल और शीतलहर के कारण गुरुवार को ग्वालियर में तीव्र शीतल दिन की हैट्रिक रही। घरों में कैद लोगों को भी ठंडक चुभती हुई महसूस हुई। खुले में लोगों को अलाव और घरों में हीटर, ब्लोअर की गर्माहट से ही राहत मिल सकी। मौसम विभाग के अनुसार शुक्रवार को भी ठंड का प्रकोप जारी रहेगा और शीतल दिन दर्ज किया जा सकता है। 20 जनवरी के बाद ही ठंड से थोड़ी राहत मिल सकेगी। गुरुवार को शहर में सुबह से दोपहर तक कोहरा छाया रहा। साथ ही शीतलहर भी चलती रही। दोपहर साढ़े 12 बजे के आसपास कोहरा बादलों में बदल गया। इसके बाद सूरज तो निकला। धूप में चमक भी दिखी, लेकिन उत्तरी हवाओं ने गर्माहट महसूस नहीं होने दी। बुजुर्ग और बच्चे घरों में दुबके नजर आए, तो वहीं दोपहिया पर बाहर निकलने वाले लोग सिर से लेकर पैरों तक गर्म कपड़ों में ढंके दिखे। इसके बावजूद ठंड से राहत नहीं मिली। शाम होते-होते फिर से उत्तरी हवाओं ने कंपाना शुरू कर दिया। मौसम विभाग के अनुसार वर्तमान में राजस्थान, उत्तर प्रदेश एवं बांग्लादेश में अलग-अलग तीन चक्रवाती घेरे बने हुए हैं। कर्नाटक से विदर्भ तक एक द्रोणिका गुजर रही है। इन मौसम प्रणालियों की वजह से उत्तर व उत्तर-पूर्व से आ रहीं सर्द हवाओं के साथ नमी भी आ रही है। इसी वजह से ग्वालियर सहित आसपास के जिलों में कोहरा, बादल, शीतलहर की स्थिति बनी हुई है।
किडनी देकर पिता ने बचाई बेटे की जान
19 Jan, 2024 10:45 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
भोपाल। 70 वर्षीय पिता ने अपनी किडनी देकर बेटे की जान बचाई। बेटा किडनी की गंभीर बीमारी से जूझ रहा था। सर्जरी के बाद बेटा और पिता दोनों स्वस्थ्य है। इनके किडनी रिट्रीवल और किडनी ट्रांसप्लांट की सफल सर्जरी दमोहनाका स्थित बड़ेरिया मेट्रो प्राइम हास्पिटल में हुई। यह वाकया है प्रदेश के जबलपुर शहर का। अस्पताल प्रबंधन के अनुसार किडनी रिट्रीवल के बाद पिता और किडनी ट्रांसप्लांट के बाद बेटा भी स्वस्थ्य है। दोनों के स्वास्थ्य होने पर डिस्चार्ज कर दिया गया है। जबलपुर शहर के रहने वाले 34 वर्षीय शैलेन्द्र शर्मा ने बताया कि उसके एक भाई और एक बहन की आकस्मिक मृत्यु हो चुकी है। परिवार का वहीं एकमात्र सहारा है। पिछले महीने उल्टियां होने और शरीर में सूजन आने पर परिजन उसे लेकर मेट्रो अस्पताल गए। जहां नैफ्रोलाजिस्ट डा विशाल वडेरा ने जांच के बाद बताया कि उसकी दोनों किडनी खराब है। जीवन रक्षा के लिए सर्जन डा राजेश पटेल ने किडनी ट्रांसप्लांट को ही एकमात्र उपाय बताया। इस पर वृद्ध पिता ने किडनी देने का निर्णय किया। डा. वडेरा और डा. पटेल की टीम ने सफल ऑपरेशन किया।
पुलिस वर्दी में हत्या करने वाले 3 आरोपियों को उम्रकैद
19 Jan, 2024 09:46 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
भोपाल। न्यायालय ने पुलिस की वर्दी पहनकर गोली मारकर हत्या करने वाले तीन आरोपियों को आजीवन कारावास और अर्थदंड सुनाया है। एक दोषी को पांच साल की सजा हुई है। युवक नर्मदा के किनारे नहा रहा था तभी रंजिशन उसे गोली मार दी गई। यह घटना खरगोन जिले की है। यह हत्याकांड छह साल पहले रेत के कारोबार की रंजिश के चलते हुआ था। इसमें आठ आरोपित शामिल थे। अपराध जघन्य सनसनीखेज एवं चिन्हित श्रेणी में रखा गया था। पुलिस अधीक्षक धर्मवीर सिंह ने बताया कि 27 मार्च 2017 को नर्मदा तट के ग्राम पिटामली में रूपसिंह पटेल अपने गांव सेजगांव से नहाने के लिए घाट पर आए थे। इसी दौरान श्रीराम गुर्जर निवासी ग्राम पांडच्या घाटबेड़ी व उसके दो साथी पुलिस की वर्दी पहनकर बाइक से आए। तीनों ने मौका पाकर रूपसिंह पर ताबड़तोड़ गोलियां चलाईं। इसके बाद उसे जान से खत्म करने की नीयत से चाकू से भी वार किए। हमले में रूपसिंह की मौत हो गई। हत्याकांड को रंजिश के चलते अंजाम दिया गया था। घटना के चश्मदीद साक्षी रामकृष्ण पुत्र नंदराम गाथलीत गुर्जर निवासी ग्राम सेजगांव की रिपोर्ट पर आरोपित श्रीराम व अन्य दो के विरुद्ध पुलिस थाना करही में अपराध पंजीबद्ध कर अनुसंधान में लिया गया । प्रकरण में अनुसंधान के दौरान मुख्य आरोपित 42 वर्षीय श्रीराम गुर्जर, जगदीश पुत्र बाबू पटेल निवासी ग्राम सेजगांव, राजेश पुत्र ब्रजेश चाड निवासी चंद्रपुरी कालोनी इंदौर, राजसिंह पुत्र रविसिंह चौहान राजपूत निवासी मयूर नगर इंदौर, दीपक पुत्र कैलाश पंवार निवासी एकता नगर भवानी मंडी जिला झालावाड़ राजस्थान, श्याम पुत्र मोहनलाल पाटील ग्राम दुधिया थाना खुड़ैल जिला इंदौर, गज्जू उर्फ देवेंद्र पुत्र महेन्द्रसिंह शक्तावत प्रताप मोहल्ला जिला देवास व मनोज पुत्र भगतसिंह सिकलीकर ग्राम कालापाठा थाना कांटाफोड़ जिला देवास को गिरफ्तार किया था। पुलिस ने बताया कि नर्मदा तट पर बालू रेत के कारोबार को लेकर रूपसिंह पटेल व श्रीराम गुर्जर के परिवारों में कई सालों से रंजिश थी। बताया जाता है कि पूर्व में रूपसिंह के स्वजन ने श्रीराम के स्वजन की हत्या कराई थी। इसे लेकर श्रीराम ने रूपसिंह से बदला लिया। आरोपितों की निशानदेही से खून लगी खाकी वर्दी, कमर बेल्ट, रस्सी डोरी मध्य प्रदेश पुलिस के बैज, घटना कारित करने में प्रयुक्त दो देशी कट्टे व अन्य सामग्री जब्त की गई थी। आरोपितों के विरुद्ध प्रयाप्त साक्ष्य संकलन कर चालान न्यायालय में पेश किया गया। प्रथम अपर सत्र न्यायाधीश मंडलेश्वर ने प्रस्तुत साक्ष्यों के आधार पर दोष सिद्ध होने पर आरोपित श्रीराम, राजेश, राजसिंह को आजीवन कारावास व आठ हजार रुपये का अर्थदंड सुनाया। जबकि जगदीश पुत्र बाबू पटेल को पांच साल की सजा व दो हजार रुपये अर्थदंड से दंडित किया है।
नई रेल लाइन पर 120 किमी की गति से दौड़ी ट्रेन
19 Jan, 2024 08:45 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
भोपाल। राजधानी के समीप संत हिरदाराम नगर से निशातपुरा डी केबिन के मध्य नई रेल लाइन पर डीजल इंजन से 120 किलोमीटर प्रति घंटे की गति से सफल स्पीड ट्रायल किया गया। कार्य की गुणवत्ता से संतुष्ट होकर 90 किमी प्रति घंटे की गति से ट्रेन चलाने की अनुमति दी है। जानकारी के अनुसार, रामगंज मंडी से आ रही नई रेल लाइन को संत हिरदाराम नगर से निशातपुरा तक जोड़ दिया गया है। रेल संरक्षा आयुक्त (सीआरएस) मनोज अरोरा गुरुवार को इस रेल लाइन की सुरक्षा और स्पीड टेस्ट का जायजा लिया। लोको निरीक्षण ट्रेन से गति सीमा एवं सुरक्षा व्यवस्था का परीक्षण किया गया। निरीक्षण के दौरान रेल संरक्षा आयुक्त ने इस रेल खंड पर संरक्षा एवं सुरक्षा से जुड़े संसाधनों, ओएचई लाइन, संबद्ध उपकरण तथा सिग्नलिंग आदि का निरीक्षण किया एवं उनकी कार्य क्षमता को परखा। नई लाइन के निर्माण होने से संत हिरदाराम नगर तथा निशातपुरा डी केबिन के बाहर मालगाड़ियों एवं यात्री ट्रेनों के विलंबन में कमी आएगी। साथ ही नई लूप लाइन के निर्माण से भोपाल और निशातपुरा में गाड़ियों के समय पालन में सुधार आएगा। अरोरा ने संत हिरदाराम नगर रेलवे स्टेशन पर नई लाइन बिछाने के बाद की गई सुरक्षा व्यवस्था का जायजा लिया। हाल ही में तीसरे प्लेटफार्म का काम पूरा हुआ है। चौथे प्लेटफार्म का काम भी अंतिम चरण में है। अरोरा ने स्टेशन के दूसरे छोर पर बने नए भवन व प्रबंधक कक्ष का भी अवलोकन एवं पूजन किया। यहां से ट्रेन संचालन काम प्रारंभ हो गया है। निरीक्षण के दौरान डीआरएम देवाशीष त्रिपाठी सहित अनेक अधिकारी मौजूद रहे। रेल प्रशासन ने स्टेशन को अमृत भारत योजना के तहत विकसित किया है। हाल ही में दूसरे छोर को भी विकसित किया गया है। सीटीओ छोर पर ही प्रबंधक कक्ष बना है लेकिन यहां नए प्रवेश द्वार को लेकर संशय की स्थिति बनी हुई है।
चित्रकूट को विश्व-स्तरीय पहचान दिलाने के लिये बनायें योजना
18 Jan, 2024 11:00 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
भोपाल : नगरीय विकास एवं आवास मंत्री कैलाश विजयवर्गीय ने आज मंत्रालय पहुँचकर पूजा-अर्चना कर कार्यभार ग्रहण किया। इस मौके पर नगरीय विकास एवं आवास राज्य मंत्री प्रतिमा बागरी भी मौजूद थीं।
चित्रकूट को मिले विश्व-स्तरीय पहचान
नगरीय विकास मंत्री विजयवर्गीय ने विभागीय अधिकारियों को संबोधित करते हुए कहा कि सतना जिले में स्थित चित्रकूट को विश्व-स्तरीय पहचान दिलाई जायेगी। इसके लिये उन्होंने अधिकारियों को योजना बनाने के निर्देश दिये। उन्होंने कहा कि धार्मिक ग्रंथों में चित्रकूट का महत्वपूर्ण स्थान है। वहाँ नागरिकों की सुविधा के लिये घाट सौंदर्यीकरण के साथ सफाई की ओर भी विशेष ध्यान देने की आवश्यकता है। उन्होंने मंदाकिनी नदी की सफाई के लिये विशेष अभियान चलाये जाने के भी निर्देश दिये। मंत्री विजयवर्गीय ने कहा कि नगरीय निकायों के अंतर्गत आने वाले धार्मिक स्थानों का चयन कर वहाँ पर्यटन सुविधा बढ़ाने के लिये ठोस प्रयास करने होंगे। इसके लिये राज्य सरकार से पर्याप्त बजट राशि प्राप्त की जायेगी।
योजनाओं में लंबित राशि प्राप्त करें
नगरीय विकास मंत्री विजयवर्गीय ने अधिकारियों को निर्देश दिये कि केन्द्र से मिलने वाली राशि के लिये पत्र तैयार करें। इसके लिये नई दिल्ली में उच्च स्तर पर प्रयास किये जायेंगे। इसी तरह राज्य स्तर पर योजना पर राशि प्राप्त करने के लिये वित्त विभाग के अधिकारियों के साथ बैठक की जायेगी।
नगरीय निकायों को बनायें आत्म-निर्भर
नगरीय विकास मंत्री विजयवर्गीय ने प्रदेश के स्थानीय निकायों को आर्थिक रूप से आत्म-निर्भर बनाने पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि निकायों में कार्यरत अमले को प्रशिक्षण देने की व्यवस्था करें। निकायों में आमदनी बढ़ाने के स्रोत ढूँढें। किसी भी निकाय में बजट की कमी के कारण नागरिकों को बुनियादी सुविधाओं से वंचित न होना पड़े। यदि किसी नगरीय निकाय में पानी, बिजली और सड़क जैसी आधारभूत सुविधाएँ नहीं मिल पाती हैं, तो इससे राज्य सरकार की छवि खराब होती है। विभाग के अधिकारियों को इस बात की चिंता कर अपनी कार्य-प्रणाली में सुधार लाना होगा। नगरीय विकास आयुक्त भरत यादव ने बैठक में विभिन्न योजनाओं में उपलब्ध बजट राशि से मंत्री विजयवर्गीय को अवगत कराया।
परिवहन कर से तय लक्ष्य से अधिक आय हासिल करें
18 Jan, 2024 10:00 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
भोपाल : परिवहन एवं स्कूल शिक्षा मंत्री उदय प्रताप सिंह ने विभागीय अधिकारियों को निर्देश दिये हैं कि प्रदेश में इस वर्ष परिवहन कर से लक्ष्य से अधिक राजस्व हासिल किया जाये। परिवहन मंत्री सिंह आज मंत्रालय में राज्य स्तरीय बैठक को संबोधित कर रहे थे। इस वर्ष विभाग को 4 हजार 800 करोड़ रूपये का राजस्व प्राप्त करने का लक्ष्य प्राप्त हुआ है। विभाग ने 31 दिसम्बर तक करीब 3200 करोड़ रूपये का राजस्व हासिल कर लिया है।
नागरिकों को मिले ऑनलाइन सुविधा
परिवहन मंत्री सिंह ने विभाग में प्रचलित कम्प्यूटरीकरण सेवा की समीक्षा की। बैठक में बताया गया कि विभाग में लायसेंस, रजिस्ट्रीकरण, परमिट सहित अन्य महत्वपूर्ण अभिलेखों का डिजिटाइजेशन किया जा रहा है। विभाग में जल्द ही ई-रिकॉर्ड संधारित करने की प्रणाली लागू की जा रही है। विभाग में फेसलेस लर्निंग ड्रायविंग लायसेंस प्रणाली को सम्पूर्ण प्रदेश में लागू किया गया है। ड्रायविंग लायसेंस के नवीनीकरण और डुप्लीकेशन के लिये ऑनलाइन प्रणाली विकसित की गई है। बैठक में जानकारी दी गई कि वाहनों में व्हीकल लोकेशन ट्रेकिंग डिवाइस लगाने के लिये 16 कम्पनियों को अधिकृत किया जा चुका है।
ऑटोमेटेड टेस्टिंग स्टेशन
परिवहन विभाग ने सड़क दुर्घटनाएँ रोकने के लिये वाहनों के फिटनेस परीक्षण के लिये 7 ऑटोमेटेड टेस्टिंग स्टेशन स्थापित किये हैं। यह स्टेशन भोपाल, इंदौर, ग्वालियर, बैतूल, रीवा, जबलपुर और सागर में हैं।
सुदृढ़ हो विभागीय अमला
परिवहन विभाग के अमले को सुदृढ़ करने के लिये परिवहन मंत्री ने विभाग में रिक्त पड़े पदों पर भर्ती की प्रक्रिया को तेज करने के लिये कहा। उन्होंने कहा कि देश के अन्य राज्यों में अध्ययन कर श्रेष्ठता के आधार पर विभाग की संरचना तैयार की जाये। बैठक में अपर मुख्य सचिव राजेश राजौरा ने विभाग में पारदर्शिता और नागरिकों को दी जाने वाली सुविधाओं में समय-सीमा निर्धारित करने के लिये कहा। प्रभारी परिवहन आयुक्त अरविंद सक्सेना ने विभागीय गतिविधियों की जानकारी दी।
सभी पात्र हितग्राहियों को योजनाओं का लाभ दिलाना सुनिश्चित करें
18 Jan, 2024 09:30 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
भोपाल : पिछड़ा वर्ग एवं अल्पसंख्यक कल्याण राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) श्रीमती कृष्णा गौर ने कहा है कि कोई भी पात्र व्यक्ति योजना का लाभ लेने से वंचित नही रहे। विभिन्न विभागों के हेल्प डेस्क के माध्यम से विभागीय योजनाओं का लाभ हितग्राहियों को दिया जा रहा है। राज्य मंत्री श्रीमती गौर शिव नगर (वार्ड-73) में आयोजित विकसित भारत संकल्प यात्रा में शामिल हुईं।
राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) श्रीमती गौर ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के सपनों को साकार करने वाली विकसित भारत संकल्प यात्रा में जनकल्याणकारी योजनाओं का लाभ दिया जा रहा है। उन्होंने विभिन्न जनकल्याणकारी योजनाओं का उल्लेख करते हुए कहा कि सरकार हर वर्ग और विशेषकर गरीबों के कल्याण के लिये कार्य कर रही है। महिलाओं के हित में भी अनेक योजनाएँ संचालित हैं। उन्होंने कहा कि शासकीय योजनाओं का लाभ प्रत्येक पात्र व्यक्ति को दिलाया जाना सुनिश्चित किया जाए। राज्य मंत्री श्रीमती गौर ने केन्द्र और राज्य सरकार की अनेक उपलब्धियों का उल्लेख करते हुए कहा कि सरकार विकास के क्षेत्र में कार्य कर रही है। क्षेत्र में विकास कार्यों को करने में कमी नहीं रहेगी।
राज्य मंत्री श्रीमती गौर ने कहा कि विकसित भारत संकल्प यात्रा में विभिन्न योजनाओं के लाभ दिलाने के साथ स्वास्थ्य शिविर का आयोजन भी किया गया है। आधार सहायता केन्द्र, आधार कार्ड अपडेशन के लिये उपलब्ध है। साथ ही आयुष्मान योजना के कार्ड भी बनाये जा रहे हैं। इस अवसर पर प्रधानमंत्री स्वनिधि निर्माण योजना की हितग्राही श्रीमती सविता कुशवाह सहित अन्य हितग्राहियों ने उन्हें योजना में मिले लाभ से उनके जीवन में आए बदलाव की चर्चा की। हितग्राही ने बताया कि वह अब आत्मनिर्भर बन रहे हैं। हितग्राहियों ने योजनाओं और सरकार की सराहना की। कार्यक्रम के प्रारंभ में स्थानीय पार्षद राजू राठौर ने स्वागत उद्बोधन दिया। पार्षद श्रीमती शकुर सिंह लोधी, पूर्व पार्षद गणेश राम नागर सहित बड़ी संख्या में नागरिक उपस्थित थे।
कौशल युक्त-बेरोजगार मुक्त मध्यप्रदेश बनाने का संकल्प
18 Jan, 2024 09:15 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
भोपाल : कौशल युक्त-बेरोजगार मुक्त मध्यप्रदेश बनाने का संकल्प है। इसके लिये सभी बोर्ड के अध्यक्ष, सदस्य और अधिकारी मिलकर कार्य करेंगे तो लक्ष्य को जल्द पूरा किया जा सकेगा। कौशल विकास एवं रोजगार राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) गौतम टेटवाल ने यह बात संभागीय आई.टी.आई. भोपाल में आयोजित कार्यक्रम में कही। मध्यप्रदेश में संकल्प योजनार्न्गत यूएन-वूमेन एवं मध्यप्रदेश कौशल विकास एवं रोजगार निर्माण बोर्ड में बीच आदिवासी बहुल जिलों में बालिकाओ को तकनीकी शिक्षा देने के उद्देश्य से एमओयू हुआ।
टेटवाल ने कहा कि जो एमओयू हुआ है, उसका लक्ष्य बालाघाट, मंडला, डिण्डोरी और छिंदवाड़ा सहति 12 आदिवासी बहुल जिलों में एक हजार बालिकाओं को रोजगारोन्मुखी प्रशिक्षण देना है।
कौशल विकास राज्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री जी द्वारा शुरू की गई पीएम विश्वकर्मा योजना में 18 परंपरागत व्यवसायों में संलग्न कारीगरों को प्रशिक्षण दिया जायेगा। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने केबिनेट की पहली बैठक में ही 22 नये आई.टी.आई. बनाने की मंजूरी दी है। इससे ग्रामीण क्षेत्र में युवाओं को तकनीकी प्रशिक्षण प्राप्त कर रोजगार प्राप्त करने में मदद मिलेगी। संत रविदास ग्लोबल स्किल पार्क में 6 हजार विद्यार्थी प्रशिक्षण ले सकेंगे। उन्होंने बताया कि मुख्यमंत्री सीखो कमाओ योजना में 8 से 10 हजार रूपये तक का स्टायपेंड दिया जा रहा है।
टेटवाल ने रोजगार मेले में चयनित युवाओं में से 5 युवाओं को आफर लेटर प्रदान किये। साथ ही युवा दिवस पर आयोजित प्रतियोगिताओं में विजेता छात्राओं को पुरस्कार राशि के चेक और प्रमाण-पत्र दिये। उन्होंने विभिन्न बोर्डों के अध्यक्षों के साथ बैठक कर कार्यों की जानकार ली।
अध्यक्ष मध्यप्रदेश राज्य कौशल विकास एवं रोजगार निर्माण बोर्ड शैलेन्द्र शर्मा ने कहा कि जिन 12 जिलों के लिये एमओयू हुआ है, वहाँ पर रोजगार मेलों में 50 प्रतिशत रोजगार महिलाओं को मिलना चाहिए। उन्होंने कहा कि इससे आदिवासी वर्ग की बालिकाओं को आगे बढ़ने के अवसर प्राप्त होंगे।
अपर मुख्य सचिव तकनीकी शिक्षा एवं कौशल विकास मनु श्रीवास्तव ने कहा कि यूनाइटेड नेशन्स से जुड़ी संस्था यूएन-वूमेन के सहयोग से आदिवासी बहुल जिलों में बालिकाओं को विज्ञान, तकनीकी, गणित जैसे विषयों की शिक्षा दी जा सकेगी। उन्होंने कहा कि बालिकायें अब हर क्षेत्र में आगे बढ़ रही हैं। जेंडर सेंसेटिवटी पर जोर दिया जा रहा है।
इस दौरान म.प्र. कुश कल्याण बोर्ड के अध्यक्ष नारायण सिंह कुशवाहा, जय मीनेष कल्याण बोर्ड के अध्यक्ष लालाराम मीना, स्वर्णकला बोर्ड के अध्यक्ष दुर्गेश सोनी, माँ पूरी बाई कीर कल्याण बोर्ड के अध्यक्ष गया प्रसाद कीर, विश्वकर्मा कल्याण बोर्ड के अध्यक्ष प्रेमनारायण विश्वकर्मा, वीर तेजाजी बोर्ड के अध्यक्ष लक्ष्मीनारायण गोरा, रजक कल्याण बोर्ड के अध्यक्ष महेश धालिया, यूएन-वूमेन की उपाध्यक्ष सुकांता सिंह, सीईओ राज्य कौशल विकास एवं रोजगार निर्माण बोर्ड सोमेश मिश्रा एवं अन्य जन-प्रतिनिधि उपस्थित थे।
आमजन के जीवन में बदलाव लाने और नई पीढ़ी को संस्कारित करना मध्यप्रदेश सरकार की प्राथमिकता : मुख्यमंत्री डॉ. यादव
18 Jan, 2024 09:00 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
भोपाल : मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा है कि मध्यप्रदेश में मुख्यमंत्री का दायित्व संभालने के बाद उन्होंने आम जनता के जीवन में सकारात्मक बदलाव लाने का संकल्प लिया है। नागरिकों के लिए विभिन्न सुविधाओं का विकास कर उनके जीवन को सहज, सरल बनाने के साथ ही दूसरी महत्वपूर्ण प्राथमिकता उन महापुरूषों के योगदान से नई पीढ़ी को अवगत करवाने का कार्य भी करना है, जिससे भारतीय समाज को संस्कार मिले। भगवान श्रीराम और श्रीकृष्ण के प्रसंगों को पाठ्यक्रम का हिस्सा बनाने की पहल के साथ ही नई शिक्षा नीति में सनातन संस्कृति का पाठ्यक्रमों में समावेश हमारा संकल्प है। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि भगवान श्रीकृष्ण ने सांदीपनी आश्रम उज्जैन में शिक्षा ग्रहण की थी। मध्यप्रदेश में जहाँ-जहाँ भगवान श्रीकृष्ण के चरण पड़े हैं, उन स्थानों को तीर्थ स्थान के रूप में विकसित करने का निर्णय लिया गया है।
मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने पटना में कृष्ण चेतना विचार मंच द्वारा आयोजित अभिनंदन समारोह में भाग लिया। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने गांधी मैदान स्थित कृष्ण मेमोरियल हॉल में शंख ध्वनि के बीच दीप प्रज्वलित कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया। विभिन्न संगठनों द्वारा मुख्यमंत्री डॉ. यादव को पुष्पगुच्छ, शॉल व अभिनंदन पत्र भेंट कर तथा मुकुट पहनाकर स्वागत किया गया। मुख्यमंत्री डॉ. यादव का कृष्ण चेतना विचार मंच के अध्यक्ष न्यायमूर्ति (सेवानिवृत्त) राजेन्द्र प्रसाद, महासचिव (पूर्व आईएएस) डॉ. गोरेलाल यादव, महामंडलेश्वर महंत डॉ. सुखदेव दास, बिहार प्रदेश यादव महासभा, कृष्ण चेतना परिषद, कृष्ण चेतना संघ, कृष्ण विचार मंच, गोपीकृष्ण गो आश्रम, जयपाल सिंह यादव फाउंडेशन के पदाधिकारियों आदि ने स्वागत किया।
भगवान कृष्ण की शिक्षा-दीक्षा हुई उज्जैन में, उनका जीवन धर्म की स्थापना में बीता
मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि माता सीता की जन्मस्थली बिहार आकर मैं स्वयं को सौभाग्यशाली मानता हूं। ऐसी पवित्र धरती को मैं प्रणाम करता हूँ। यह भगवान महावीर स्वामी जी की धरती है, जिससे बिहार की पहचान है। साथ ही सम्राट अशोक की भी धरती है। सम्राट अशोक का मध्यप्रदेश उज्जैन से खासतौर पर अलग तरह का रिश्ता रहा है। हजारों साल से मध्यप्रदेश और बिहार का रिश्ता है। प्राचीन काल से मध्यप्रदेश की भूमिका महत्वपूर्ण रही थी। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि बाबा महाकाल की नगरी में ही भगवान कृष्ण का विवाह हुआ। भगवान कृष्ण की शिक्षा-दीक्षा भी उज्जैन में हुई। शिक्षा के मामले में हमारा समाज कितना जागृत है, इसका उदाहरण पांच हजार साल पहले भगवान कृष्ण के काल से भी जुड़ता है। जब भगवान कृष्ण ने कंस का वध कर दिया तो ऐसा उदाहरण दुनिया में कहीं नहीं था जब कोई सत्ताधीश का वध करे और वो सत्ता की कुर्सी पर न बैठे। भगवान कृष्ण हैं जिन्होंने आगे बढ़कर शिक्षा को महत्ता दी। भगवान कृष्ण की विद्यार्थी के नाते भी पहचान है। उज्जैन में भगवान कृष्ण ने 5 हजार साल पहले 14 विद्या और 64 कलाओं और चारों वेद का ज्ञान अर्जित किया। भगवान कृष्ण ने शिक्षा ग्रहण के पश्चात् पूरी शिक्षा का सार और कर्म का ज्ञान गीता के माध्यम से बताया। गीता जो दुनिया में पवित्रतम ग्रंथों में शामिल है। गीता आज भी सबका मार्ग दर्शन करती है। कोई भी क्रांतिकारी हो, आजादी के सिपाही हो, अगर गीता नहीं पढ़ी, तो उसका जीवन अधूरा है। जीवन के किसी मार्ग पर जिसने भी बड़ा संकल्प लिया गीता सदैव उसका पाथेय बनकर मार्गदर्शन करती रही है।
मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा कि यह हमारा सौभाग्य है कि हम सब भगवान कृष्ण को हमारे वंश का तो मानते ही हैं, लेकिन भगवान कृष्ण की पहचान कैसी है पूरे समाज के अंदर जहां कोई अव्यवस्था दिखे, जहां कोई अधर्म की बात दिखे, अगर किसी ने आगे बढ़कर अधर्म के खिलाफ संघर्ष करने का कदम उठाया तो वह केवल एकमेव भगवान कृष्ण हैं, जिन्होंने अपने पूरे जीवन को धर्म की स्थापना के लिए खपाया।
मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि मैं क्षिप्रा के तट से आकर गंगा के तटवासियों को प्रणाम करके उसका स्पंदन और आनंद महसूस कर रहा हूँ। आज के इस दौर में लोकतंत्र को जिंदा रखने में हमारे समाज की भूमिका बहुत बड़ी है। हमें प्रदेश और देश की सेवा के साथ-साथ भारत का मान दुनिया में बढ़े उस दिशा में हमें आगे बढ़ने की आवश्यकता है। यही तो हम हजारों से साल से करते आए हैं और यही हमारा कर्तव्य भी है। परमात्मा ने हमें जहां जिस जगह जन्म दिया है एक अनूठा संयोग हमारे साथ जुड़ता है।
भारत में गाय के प्रति व्यक्त होता है वास्तविक सम्मान
मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि परमात्मा से, प्रकृति से प्रेम करने का उदाहरण अगर कहीं दिखाई देता है तो निश्चित रूप से वह सर्वाधिक यादव समाज से दिखाई देता है, जो गौपालन के माध्यम से अपना जीवन चलाते हैं। परमात्मा के माध्यम से प्रकृति प्रेम को भी दिखाते हैं। जो प्रकृति से प्रेम करता है, जो जीव मात्र से प्रेम करता है, वो ही तो गोपाल हो सकता है। इसके अलावा कौन गोपाल होता है, गोपाल वो नहीं होते, दुनिया में कई देश है हमारे अलावा, अमेरिका, इंग्लैंड में भी गाय माता बहुत सारे लोग पालते हैं, लेकिन उनके पालने के तरीके और हमारे पालने के तरीके में काफी अंतर है। हम अशक्त और बीमार गायों की देखभाल भी करते हैं। उनके हाल पर नहीं छोड़ देते। हम गाय माता में 33 करोड़ देवी-देवताओं का वास देखते हैं। गायों में माँ का स्वरूप भी देखते हैं। गौ-माता का वास्तविक सम्मान हमारे देश की संस्कृति है।
मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा कि भगवान कृष्ण का जेल में जन्म हुआ है। माँ यशोदा ने उन्हें पाल-पोस कर बड़ा किया। वह बालक न कभी डरता है और न भयभीत होता है। दुनिया की चुनौती का सामना करता है और सच्चाई के मार्ग पर चलता है, जो भी आज भी हमें रोमांचित और गर्व से भर देता है। श्रद्धा, भक्ति, आस्था यह ऐसे ही पैदा नहीं होती, इस आस्था, भक्ति, श्रद्धा पैदा करने के लिए समूचे जीवन को एक तरह से दुनिया के सामने प्रदर्शित करने की जिनकी आध्यात्मिक चेतना जीवन भर काम आती है, ऐसे गोपाल कृष्ण की जय-जय कार महसूस कर सकते हैं।
प्रारंभ में मुख्यमंत्री डॉ. यादव का कृष्ण चेतना विचार मंच द्वारा स्वागत किया गया। कई संस्थाओं के प्रतिनिधियों ने स्नेह, सम्मान और आत्मीयता से डॉ. यादव का स्वागतकिया।