मध्य प्रदेश
रीवा में एसडीएम ने दर-दर की ठोकर खा रहे बुजुर्ग दंपति को न्याय दिलाया
21 Mar, 2025 08:00 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
रीवा: जिले के सिरमौर विधानसभा क्षेत्र से दिल को छू जाने वाला एक मामला सामने आया है. यहां पर पदस्थ एक एसडीएम ने एसी कार्रवाई कर डाली जो काबिले तारीफ तो है ही, लोग अब एसडीएम आरके सिन्हा की इस कार्रवाई की मिशाल भी पेश कर रहे है. यहां पर रहने वाले बुजुर्ग दंपति को उनके बेटों ने खुद से अलग थलग कर दिया गया. दोनों बेटे न तो अपने बूढ़े माता-पिता की सेवा कर रहे थे और न ही उनके भरण के लिए उन्हें कोई सहायता राशि उपलब्ध करवा रहे थे.
इस मामले की भनक सिरमौर एसडीएम को लगी और जब वह बुजुर्ग दंपति से मिले तो उन्हें फटे हुए कपड़ों में देखकर भावुक हो गए. एसडीएम ने तत्काल पुलिस को एक पत्र जारी किया और दंपति के दोनों बेटो को न्यायालय में हाजिर होने के आदेश दे दिए.
बेटों ने नहीं दिया बुजुर्ग दंपति को भरण पोषण
मामले में एसडीएम आरके सिन्हा ने पुलिस को पत्र जारी करते हुए दोनों बेटों को एसडीएम न्यायालय में पेश में होने के साथ ही कार्रवाई करके जेल भेजने का चेतवानी दी. कार्रवाई के भय से बुजुर्ग दंपति के बेटों ने तत्काल 28-28 हजार का चेक सौंपा और बकाया राशि 31 मार्च तक देने के लिए मोहलत मांगी. न्याय पाकर बुजुर्ग दंपति की आंखे नम हो गई. जिसके बाद उन्होंने एसडीएम को धन्यवाद कहा. वहीं एसडीएम ने बुजुर्ग पिता को धोती, कुर्ता, श्रीफल व उनकी पत्नी के किए साड़ी देकर उनका सम्मान किया.
दो साल से बिना भरण पोषण के जीवन यापन कर रहा था दंपति
दरअसल, सिरमौर विधानसभा क्षेत्र के निवासी श्रीनिवास द्विवेदी के तीन पुत्र थे. बड़े पुत्र सीआईएसएफ में सेना के जवान थे और ड्यूटी के दौरान वह शहीद हो गए थे. दो पुत्र विनोद द्विवेदी और विजय द्विवेदी ने अपने बुजुर्ग माता-पिता के बुढ़ापे का सहारा बनने के बजाय उनसे दूरियां बना ली. कुछ समय बीता जिसके बाद वृद्ध माता-पिता को जीवन यापन करने में समस्या होने लगी. बेटों से भरण पोषण के लिए चंद पैसों की आस लगाकर बैठे बुजुर्ग दंपति एक-एक पैसों के लिए मोहताज हो गए. जिसके बाद उन्होंने अक्टूबर 2023 में एसडीएम कार्यालय में बेटों से भरण पोषण दिलाए जाने के लिए न्याय के गुहार लगाई.
एडीएम ने दिया था आदेश बेटो ने की थे अवहेलना
दो वर्ष पूर्व बूढ़े माता पिता की शिकायत मिलते ही एसडीएम सिरमौर ने दोनों बेटों को 2-2 हजार और विधवा पुत्र वधू को 500 रुपए हर महीने भरण पोषण के लिए देने के आदेश पारित किए, लेकिन इसके बावजूद भी बेटों ने एसडीएम के आदेश को अनदेखा किया. इसी तरह से दो वर्ष बीत गए, लेकिन कलयुगी पुत्रों का दिल नहीं पसीजा. उन्होंने अपने बूढ़े माता-पिता को एक फूटी कौड़ी भी नहीं दी. जिसके बाद वह किसी कदर अपना जीवन यापन करते रहे.
बुर्जुग दंपत्ति के फटे हुए कपड़े देखकर एसडीएम हुए भावुक
बीते दिनों एक बार फिर बुजुर्ग दंपति दोनों बेटो की शिकायत सिरमौर एसडीएम के पास पहुंचे. एसडीएम ने तत्काल बुजुर्ग दंपति को एसडीएम कार्यालय बुलवाया. बूढ़े माता पिता को फटे हुए कपड़ों में देखते ही एसडीएम भावुक हो गए. मामले पर एसडीएम ने नाराजगी जताई. एसडीएम ने पुलिस को एक पत्र लिखकर दोनों बेटों को न्यायालय में पेश होने के आदेश जारी किए. बेटों को भरण पोषण देने के लिए कहा गया. ऐसा न करने पर एसडीएम ने उन्हें जेल भेजने की चेतावनी दी. जिसके बाद जेल जाने के डर से दोनों बेटों ने तत्काल बुजुर्ग दंपति को भरण पोषण के लिए 28-28 हजार का चेक दिया और बाकी का बकाया पैसा 31 मार्च तक देने की मोहलत मांगी. साथ ही पुत्र वधू को भी जल्द सारा पैसे देने की बात कही.
पिता को मिला न्याय तो छलक पड़े आंसू, हाथ जोड़कर रोए
वहीं एसडीएम से न्याय पाकर बुजुर्ग पिता भावुक हो गए और उनके आंखों से आंसू छलक पड़े. उन्होंने रोते हुए एसडीएम आरके सिन्हा का अभिवादन किया. वहीं एसडीएम ने दंपति को अंग वस्त्र और श्रीफल देकर उन्हें सम्मानित किया. मामले पर सिरमौर एसडीएम आरके सिन्हा ने कहा की "दो साल पहले शिकायत प्राप्त हुइ थी. जिसके बाद भरण पोषण अधिनियम के तहत बुजुर्ग श्रीनिवास द्विवेदी के दोनों बेटे विनोद द्विवेदी और विजय द्विवेदी को माता-पिता और पुत्र वधु के भरण पोषण के लिए एक राशि निर्धारित करते हुए प्रतिमाह 2-2 हजार और बहु को 500 रुपए देने के आदेश जरी किए गए. मगर उन लोगों ने आदेश की अवहेलना की. इसके बाद जब दोबारा कार्रवाई करते हुए जेल भेजने के बात कहीं गई तो वह पैसे देने के लिए राजी हो गए."
सहारा बनने के बजाय छोड़ देते हैं बेसहारा
माता-पिता बचपन से अपने बच्चों को पाल पोसकर बड़ा करते हैं. उन्हें उस लायक बनाते हैं कि वह बड़े होकर अपने बुजुर्ग माता पिता की सेवा करेंगे. मगर इस घोर कलयुग में कुछ ऐसे भी कलयुगी पुत्र हैं, जो अपने माता पिता की सेवा करना तो दूर उनके भरण पोषण के लिए आवश्यक राशि देने में भी परहेज करते हैं. जिसके चलते या तो उन्हें वृद्धाआश्रम का सहारा लेना पड़ता है या फिर उन्हें दर-दर की ठोकर खानी पड़ती है.
एसडीएम की एक पहल से बूढे मां बाप को मिली जीने की आस
श्रीनिवास और उनकी पत्नि भी उन्हीं माता-पिता में से एक है. पैरो से दिव्यांग श्रीनिवास का एक बड़ा बेटा देश की सेवा करते हुए शहीद हो गया, तो दो छोटे बेटों ने बुढ़ापे में उनका सहारा बनने के बजाय उन्हें खुद से अलग करते हुए एक एक पाई के लिए मोहताज कर दिया.
भीम-यूपीआई लेन-देन (पी2एम) को बढ़ावा देने के लिए केन्द्रीय कैबिनेट द्वारा प्रोत्साहन योजना को स्वीकृति देना ऐतिहासिक : मुख्यमंत्री डॉ. यादव
20 Mar, 2025 10:45 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
भोपाल : मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का कम मूल्य वाले भीम-यूपीआई लेन-देन (पी2एम) को बढ़ावा देने के लिए प्रोत्साहन योजना स्वीकृत करने पर आभार माना है। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा है कि प्रधानमंत्री मोदी के दूरदर्शी नेतृत्व में "डिजिटल्इंडिया" का संकल्प साकार हो रहा है। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि छोटे व्यापारियों के प्रोत्साहन के लिए 2 हजार रुपए के लेनदेन पर 0.15 प्रतिशत प्रति लेन-देन की दर से इन्सेन्टिव प्रदान करने के लिए केन्द्रीय कैबिनेट द्वारा योजना को स्वीकृति देना ऐतिहासिक है। यह न केवल डिजिटल लेनदेन को बढ़ावा देगा अपितु छोटे व्यापारियों को सशक्त भी बनाएगा।
मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने विश्व गौरैया दिवस पर पक्षियों के संरक्षण के लिए किया आह्वान
20 Mar, 2025 10:30 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
भोपाल : मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने विश्व गौरैया दिवस पर प्रदेशवासियों को बधाई देते हुए गौरैया के संरक्षण के लिए प्रयास करने का आह्वान किया है। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा है कि पर्यावरण और आधुनिक तकनीक के दौर में मासूम जीवों का अस्तित्व संकट में न आए, इसके लिए वृक्ष लगाने, घोंसलें बनाने और गौरैया तथा अन्य पक्षियों के संरक्षण और संवर्धन के लिए अपने-अपने स्तर पर सभी को प्रयास करने की आवश्यकता है। घर में गौरैया सहित अन्य पक्षियों के लिए घोंसला और पानी की उपलब्धता सुनिश्चित करना पुण्य का कार्य है, इस दिशा में सभी को पहल करनी चाहिए। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि घर-आंगन चहकाने वाली गौरैया का संरक्षण हम सब का दायित्व है।
मध्य प्रदेश को पन्ना का हीरा नहीं काला सोना दिला रहा अरबों रुपए का रेवन्यू.
20 Mar, 2025 10:00 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
भोपाल: मध्य प्रदेश के पन्ना जिले में हीरा की खदाने हैं. यहां से बड़ी संख्या में हीरा निकलता भी है, लेकिन इससे मध्य प्रदेश सरकार को सकल घरेलू खनिज का 1 प्रतिशत भी कमाई नहीं होती है. यदि बीते सालों की बात करें तो मध्य प्रदेश में करीब 8.50 करोड़ रुपये का हीरा निकला है. वहीं साल 2023-24 में तो केवल 54 लाख रुपये का हीरा ही मध्य प्रदेश की खदानों से निकाला गया, लेकिन हीरे की हर साल घटती मात्रा से मध्य प्रदेश में इसकी चमक फीकी पड़ती जा रही है.
इन खजिन संसाधानों की मध्य प्रदेश में हैं खदानें
बता दें कि मध्य प्रदेश में कोयला, बाक्साइट, ताम्र अयस्क, लौह अयस्क, मैंगनीज, राक फास्फेट, हीरा, लैटेराइट और चूना पत्थर की खदानें हैं. यदि साल 2023-24 की बात करें तो मध्य प्रदेश में सबसे अधिक कोयला निकाला गया. जिसकी मात्रा करीब 1585 मीट्रिक टन थी. वहीं दूसरे नंबर पर प्रदेश में करीब 682 मीट्रिक टन चूने का पत्थर निकाला गया. इसी प्रकार 25.46 मीट्रिक टन ताम्र अयस्क, 63.01 मीट्रिक टन लौह अयस्क, 10.50 मीट्रिक टन मैंगनीज, 6.18 मीट्रिक टन बाक्साइट और 3.92 मीट्रिक टन राक फास्फेट का खनन किया गया. इस दौरान मध्य प्रदेश में 53.33 कैरेट हीरे का खनन भी किया गया.
हीरे के खनन में रिकार्ड 86.25 प्रतिशत की गिरावट
प्रदेश में वित्तीय वर्ष 2023-24 में वर्ष 2022-23 की तुलना में कोयला, ताम्र अयस्क, लौह अयस्क एवं चूना पत्थर के उत्पादन में वृद्धि दर्ज की गई है. गत वर्ष की तुलना में कोयले का उत्पादन 8.6 प्रतिशत, बाक्साइट का उत्पादन 2.63 प्रतिशत, लौह अयस्क के उत्पादन में 44.73 प्रतिशत और चूना पत्थर के उत्पादन में 34.89 प्रतिशत की वृद्धि हुई है. इसी प्रकार ताम्र अयस्क के उत्पादन में 17.59 प्रतिशत की बढ़ोत्तरी हुई है, लेकिन हीरा और राक फास्फेट के उत्पादन में गिरावट हुई है. साल 2023-24 में हीरे के खनन में 86.25 प्रतिशत और राक फास्फेट के खनन में 11.83 प्रतिशत गिरावट दर्ज की गई है.
विश्व उपभोक्ता अधिकार दिवस का राज्य स्तरीय कार्यक्रम 21 मार्च को
20 Mar, 2025 09:45 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
भोपाल : विश्व उपभोक्ता अधिकार दिवस का राज्य स्तरीय कार्यक्रम 21 मार्च को सुबह 11 बजे से कुशाभाऊ ठाकरे इंटरनेशनल कन्वेंशन सेंटर में आयोजित किया गया है। खाद्य, नागरिक आपूर्ति एवं उपभोक्ता संरक्षण मंत्री गोविन्द सिंह राजपूत के मुख्य आतिथ्य में कार्यक्रम होगा। उल्लेखनीय है कि होली के कारण 15 मार्च को यह कार्यक्रम आयोजित नहीं किया जा सका था।
कार्यक्रम में विभिन्न विभागों द्वारा उपभोक्ता-जागरूकता प्रदर्शनी लगायी जायेगी। उपभोक्ता जागरूकता दिवस एवं नुक्कड़ नाटक भी आयोजित किये जायेंगे। सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शनी के स्टॉल को पुरस्कृत किया जायेगा। उपभोक्ताओं को जानकारी प्रदान करने के लिए नाप-तौल विभाग, खाद्य एवं औषधि प्रशासन विभाग (प्रदर्शनी एवं मोबाईल लेब से लाईव टेस्टिंग) भारतीय मानक ब्यूरो, (मानकीकरण एवं बच्चों के लिए स्पाट क्विज) भारतीय खाद्य निगम, म.प्र.स्टेट सिविल सप्लाईज कार्पोरेशन, म. प्र. स्टेट वेयरहाउसिंग एण्ड लॉजिस्टिक्स कार्पोरेशन, इंडियन ऑयल कार्पोरेशन (ई-केवासी का डिस्पले), भारत पेट्रोलियम कार्पोरेशन, हिन्दुस्तान पेट्रोलियम कार्पोरेशन, (आयल कंपनियों के एल.पी.जी एवं पेट्रोलियम सेल्स डिवीज़न के पृथक-पृथक स्टॉल), दुग्ध संघ, स्वास्थ्य विभाग, डाक विभाग, बीमा कंपनी, खाद्य विभाग जिला-भोपाल, न्यूट्रीशनल इंटरनेशनल, प्रमुख स्वैच्छिक उपभोक्ता संगठनों द्वारा प्रदर्शनी लगायी जायेगी।
प्रदेश में हो रहा है हर खेत तक पानी पहुंचाने का भागीरथी कार्य: मुख्यमंत्री डॉ. यादव
20 Mar, 2025 09:15 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
भोपाल : मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा है कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में देश में नदी जोड़ो अभियान के माध्यम से हर खेत तक पानी पहुंचाने का भागीरथी कार्य किया जा रहा है। यह मध्यप्रदेश के लिए गौरव की बात है कि केन-बेतवा और पार्वती-कालीसिंध-चंबल जैसी दो बहुउद्देशीय बड़ी नदी जोड़ो परियोजनाओं का श्रीगणेश हुआ है। आज नर्मदा-क्षिप्रा बहुउद्देशीय माइक्रो उद्वहन सिंचाई परियोजना से नर्मदा का जल तराना में आया है। सूखे खेतों में पानी पहुंचेगा तो सोने जैसी फसलें लहलहाएंगी। मुख्यमंत्री डॉ. यादव 2 हजार 489 करोड़ 65 लाख रूपये की नर्मदा-क्षिप्रा बहुउद्देश्य माइक्रो बहुउद्देशीय परियोजना के लोकार्पण समारोह को संबोधित कर रहे थे। समारोह को उज्जैन जिला प्रभारी एवं कौशल विकास एवं रोजगार राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) गौतम टेटवाल, अखाड़ा परिषद के महामंत्री हरिगिरी महाराज, सांसद अनिल फिरोजिया ने भी संबोधित किया। इसमें शाजापुर विधायक अरूण भीमावद, तराना विधायक महेश परमार सहित क्षेत्रीय जनप्रतिनिधि एवं गणमान्य नागरिक बड़ी संख्या में मौजूद थे।
मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने तराना में जल संसाधन विभाग के 9.64 करोड़ रूपये लागत के इंदौर हाई लेवल ब्रिज, 5 करोड़ 73 की लागत के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र तथा 5 करोड़ 21 लाख रूपये लागत की 11 नल जल परियोजनाओं का लोकार्पण किया। उन्होंने 7 करोड़ 15 लाख रूपये लागत के उप-स्वास्थ्य केंद्र के नवीन भवन तथा समग्र शिक्षा अभियान के अंतर्गत ग्राम कडेरी में हाई स्कूल भवन निर्माण का भूमि-पूजन भी किया।
मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में देश में तेज गति से विकास हो रहा है। भारत आज विश्व में सबसे सशक्त देश बनकर उभरा है। भारत की आज पूरी दुनिया में कीर्ति है, सम्मान है। हर क्षेत्र में हम तरक्की कर रहे हैं। रक्षा क्षेत्र में आज हमारे पास सबसे आधुनिक हथियार और उपकरण हैं।
मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि मध्यप्रदेश नदियों का मायका है, यहां 250 से अधिक नदियां है। प्रधानमंत्री मोदी ने वर्षों से विभिन्न राज्यों के बीच चल रहे नदी विवादों को सुलझा कर नदी जोड़ो परियोजनाओं का कार्य प्रारंभ किया है। पार्वती-कालीसिंध- चंबल (पीकेसी) परियोजना को लेकर मध्यप्रदेश और राजस्थान में 20 वर्षों से विवाद चल रहा था। अब विवाद समाप्त हो गया है और परियोजना मूर्त रूप ले रही है। इसी प्रकार उत्तर प्रदेश और मध्यप्रदेश राज्यों में सहमति के बाद केन-बेतवा लिंक परियोजना पर कार्य प्रारंभ हो गया है। इन सभी परियोजनाओं से प्रदेश में हर खेत तक पानी पहुंचाने के प्रयास किए जा रहे हैं।
मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि सरकार किसानों के कल्याण के लिए निरंतर कार्य कर रही है। प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि और मुख्यमंत्री किसान कल्याण योजना में किसानों को प्रतिवर्ष 12000 रूपए की राशि दी जाती है। हमारी सरकार इस वर्ष से 2600 रूपए प्रति क्विंटल की दर से गेहूं का उपार्जन कर रही है। किसानों की आय बढ़ाने के उद्देश्य से सरकार पशुपालन को भी बढ़ावा दे रही है। सरकार ने 10 गाय पालने वालों को भी अनुदान राशि और दुग्ध उत्पादकों को 5 रूपये प्रति लीटर अनुदान देने का निर्णय लिया है। हमारा उद्देश्य दुग्ध उत्पादन में राज्य को नंबर वन बनाना है।
मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि नारी सशक्तिकरण हमारी प्राथमिकता है। प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में केन्द्र सरकार ने आने वाले समय में लोकसभा एवं विधानसभा में महिलाओं को 33% आरक्षण देने का निर्णय लिया है। इसके लिए वर्ष 2029 तक इतनी अतिरिक्त सीटें बढ़ाई जाएगी। स्थानीय निकाय चुनाव में प्रदेश में महिलाओं को 50% तथा नौकरियों में 35% आरक्षण दिया जा रहा है। मुख्यमंत्री लाड़ली बहना जैसी योजनाएं महिलाओं के लिए अत्यंत उपयोगी सिद्ध हुई हैं। अब सरकार ने निर्णय लिया है कि रेडीमेड गारमेंट्स उद्योग में काम करने वाली महिलाओं को 5000 रूपये प्रति महीना इंसेंटिव दिया जाएगा। महिलाओं को रेडीमेड गारमेंट्स का प्रशिक्षण देने के लिए प्रशिक्षण केंद्र भी खोले जाएंगे। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि सरकार हर हाथ को काम देगी। हर युवा को उसकी योग्यता के अनुसार रोजगार मिलेगा। हम 1 वर्ष में लगभग 01 लाख सरकारी पदों पर भर्ती करने जा रहे हैं। पुलिस एवं स्वास्थ्य विभाग में बड़ी संख्या में भर्ती की जा रही है।
मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि हजारों साल से सत्ता, धर्म सत्ता के अधीन चलती है। यह संस्कृति सनातन संस्कृति के नाम से जानी जाती है। राजा, महाराजा, सम्राट सब धर्म आधारित समाज के अधीन है। हमारी संस्कृति भगवान श्रीराम एवं श्रीकृष्ण के नाम से जानी जाती है। भगवान राम ने हमारे प्रदेश के चित्रकूट धाम में 11 साल व्यतीत किये। चित्रकूट धाम को हम अयोध्या की तरह विकसित करेंगे। इसी तरह भगवान श्रीकृष्ण की प्रदेश के विभिन्न स्थानों, जहां-जहां लीलाएं हुई है, उन्हें हम तीर्थ के रूप में विकसित करेंगे। सिंहस्थ-2028 के लिए सभी व्यवस्थाएं करते हुए सुनिश्चित करेंगे कि साधु-संतों एवं श्रृद्धालुओं को किसी प्रकार का कष्ट न हो।
नर्मदा-क्षिप्रा माइक्रो उद्वहन सिंचाई परियोजना के मुख्य बिंदु
नर्मदा-क्षिप्रा बहुउद्देशीय माइक्रो उद्वहन सिंचाई परियोजना से क्षेत्र के कुल 100 ग्रामों की 30 हजार 218 हेक्टेयर भूमि में सिंचाई सुविधा उपलब्ध होगी। इससे उज्जैन जिले की दो तहसीलों तराना एवं घटिया के कुल 83 ग्रामों की 27 हजार 490 हेक्टेयर तथा शाजापुर जिले की शाजापुर तहसील के कुल 17 ग्रामों की 2728 हेक्टेयर भूमि सिंचित होगी। परियोजना का कुल कमाण्ड क्षेत्र 30 हजार 218 हेक्टेयर है। परियोजना अंतर्गत ओंकारेश्वर जलाशय से (जिला खंडवा के ग्राम बड़ेल के समीप) 03 मीटर व्यास की पाईप लाईन से 15 घन मीटर प्रति सेकण्ड की दर से 435 मीटर की ऊंचाई तक जल उद्वहन किया जायेगा। परियोजना की मुख्य पाईप लाईन की कुल लंबाई 200 किलोमीटर है। जल उद्वहन के लिये 06 पंपिंग स्टेशन में कुल 50 पंप मोटर्स सेट्स की स्थापना की गई है। जल उद्वहन करने में कुल 89 मेगावाट बिजली की आवश्यकता होगी। परियोजना में वितरण प्रणाली के लिए 2.5 हेक्टेयर चक तक कुल 2254 किलोमीटर (03 मीटर व्यास से 63 मिलीमीटर व्यास तक) पाईप लाईन बिछाई गई है। परियोजना में प्रति 20 हेक्टेयर पर एक ओ.एम.एस. बाक्स अर्थात कुल 1539 बाक्स स्थापित किये गये हैं। परियोजना का संपूर्ण संचालन स्काडा के माध्यम से किया जाकर 2.5 हेक्टेयर चक तक 20 मीटर दबाव से जल उपलब्ध कराया जायेगा। प्रधानमंत्री मोदी के 'पर ड्रॉप-मोर-क्रॉप' आव्हान अनुरूप दाबयुक्त जल उपलब्ध होने पर कृषक स्प्रिकंलर एवं ड्रिप के माध्यम से कम जल से अधिक सिंचाई का लाभ ले सकेंगे। इस पद्धति से सिंचाई मिलने पर कृषकों को खेत समतल करने की आवश्यकता नहीं होगी एवं कम पानी में अधिक उपयोगी सिंचाई का लाभ एवं उत्पादन मिलेगा।
मध्य प्रदेश सरकार किसानों से गेहूं खरीदी कर रही है, इस बार गेहूं पर न्यूनतम समर्थन मूल्य के साथ बोनस भी मिल रहा
20 Mar, 2025 09:00 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
भोपाल: मध्य प्रदेश में न्यूनतम समर्थन मूल्य पर गेहूं की खरीदी 15 मार्च से शुरू हो गई है. जो 5 मई 2025 तक चलेगी. जिन किसानों ने गेहूं उपार्जन के लिए अब तक पंजीयन नहीं कराया है. वह 31 मार्च 2025 तक रजिस्ट्रेशन करवा सकते हैं. हालांकि सरकार का कहना है कि यदि तय समय सीमा में भी कुछ किसान पंजीयन करने से वंचित रह जाते हैं, तो उनके लिए तारीख आगे बढ़ाई जा सकती है.
इस बार इतना रहेगा गेहूं का समर्थन मूल्य
मध्य प्रदेश सरकार इस बार प्रदेश के किसानों को गेहूं का 2425 रुपए प्रति क्विंटल न्यूनतम समर्थन मूल्य दे रही है. इसके साथ ही राज्य सरकार किसानों को 175 रुपए प्रति क्विंटल बोनस भी दे रही है. ऐसे में सरकार किसानों से 2600 रुपये प्रति क्विंटल की दर से गेहूं खरीद रही है. किसानों को सरकारी उपार्जन केंद्रों में गेहूं बेचने के लिए ऑनलाइन स्लॉट बुकिंग करनी होगी. साथ ही जिन किसानों ने गेहूं उपार्जन के लिए अभी तक पंजीयन नहीं कराया है, वह 31 मार्च 2025 तक करवा सकते हैं.
रबी की अन्य फसलों में भी मिलेगी MSP
राज्य सरकार गेहूं के साथ रबी की अन्य फसलों चना, मसूर और सरसों को भी न्यूनतम समर्थन मूल्य की दर पर खरीद रही है. प्रदेश के किसान 21 मार्च तक चना, मसूर और सरसों की फसल को समर्थन मूल्य पर बेचने के लिए रजिस्ट्रेशन करवा सकते हैं. बता दें कि इस वर्ष चने का समर्थन मूल्य 5650 रुपए प्रति क्विंटल, मसूर का 6700 प्रति क्विंटल और सरसों का समर्थन मूल्य 5950 प्रति क्विंटल निर्धारित किया गया है.
उपार्जन केंद्रों पर किसानों को मिलेगी मूलभूत सुविधाएं
प्रदेश भर में फसलों के उपार्जन के लिए बनाए गए खरीदी केंद्रों पर सरकार ने सभी बुनियादी सुविधाएं जुटाने के निर्देश अधिकारियों को दिए हैं. इसके तहत खरीदी केंद्रों पर किसानों की सुविधा के लिए टेंट, बैठने की व्यवस्था, पानी, पंखे, टोल मशीन और कंप्यूटर जैसी सभी आवश्यक सुविधाएं उपलब्ध कराई जाएंगी. उपार्जन केंद्रों पर साफ सफाई के लिए क्लीनिंग मशीन भी लगाई जाएगी.
मप्र विधानसभा: गरमाया सौरभ शर्मा मामला, मोहन सरकार के मंत्री से मांगा इस्तीफा, विपक्ष का वॉकआउट
20 Mar, 2025 07:15 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
भोपाल: मध्य प्रदेश विधानसभा के बजट सत्र के 7वें दिन कांग्रेस विधायकों ने परिवहन विभाग के पूर्व आरक्षक सौरभ शर्मा के मामले को लेकर सदन में हंगामा किया। उपनेता प्रतिपक्ष हेमंत कटारे ने सौरभ शर्मा की नियुक्ति को फर्जी बताया और नोटशीट लिखने वाले मंत्री और अधिकारियों पर कार्रवाई की मांग की. इस पर विधानसभा अध्यक्ष ने कहा- 'मामले की जांच चल रही है. जब तक जांच पूरी नहीं हो जाती, तब तक कैसे स्पष्ट होगा कि आरोपी कौन है.' हालांकि अध्यक्ष के जवाब से असंतुष्ट कांग्रेस विधायकों ने मंत्री गोविंद सिंह राजपूत से इस्तीफे की मांग की, जिस पर ठोस जवाब न मिलने पर उन्होंने सदन से वॉकआउट कर दिया. कांग्रेस विधायक हेमंत कटारे ने कहा, '14 सितंबर 2016 को मंत्री ने सौरभ शर्मा की परिवहन विभाग में नियुक्ति के लिए नोटशीट लिखी थी. इसके बाद 23 सितंबर 2016 को परिवहन विभाग में नियुक्ति के लिए दूसरी नोटशीट लिखी गई। कटारे ने कहा कि नियुक्ति के लिए सौरभ शर्मा को दो विकल्प दिए गए थे। सौरभ शर्मा पहले सत्य प्रकाश और फिर राजेंद्र सेंगर की मदद से मंत्री के पास पहुंचे। उनका इतना प्रभाव था कि वे जिलों के परिवहन आयुक्तों का तबादला करवा देते थे।
कांग्रेस ने सदन से किया वॉकआउट
हेमंत कटारे ने कहा कि उनकी नियुक्ति के संबंध में सदन में उपलब्ध रिकॉर्ड के अनुसार सौरभ शर्मा की भर्ती फर्जी तरीके से की गई थी। कटारे ने उनकी नियुक्ति में मदद करने वाले अधिकारियों और जनप्रतिनिधियों के खिलाफ भी कार्रवाई की मांग की है।'
परिवहन मंत्री का जवाब
स्कूल शिक्षा और परिवहन मंत्री राव उदय प्रताप सिंह ने प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि, 'अनुकंपा नियुक्ति के लिए पहले विभाग प्रस्ताव भेजता है। फिर कलेक्टर देखता है कि किस विभाग में पद खाली है, जहां उनकी नियुक्ति की जा सकती है। इसके बाद भी परिवहन विभाग में सौरभ शर्मा को अनुकंपा नियुक्ति दे दी गई। इसमें कुछ भी गलत नहीं है। वहीं, इस मामले में जांच को लेकर परिवहन मंत्री ने कहा कि, अभी आयकर लोकायुक्त और ईडी जैसी एजेंसियां इसकी जांच कर रही हैं। ऐसे में सीबीआई जांच का कोई औचित्य नहीं है।'
सौरभ शर्मा मामले में सीबीआई जांच की मांग
विधानसभा में हेमंत कटारे द्वारा सौरभ शर्मा के बारे में पूछे गए सवाल पर कांग्रेस के सभी विधायक एकजुट होकर विधानसभा अध्यक्ष के सामने पहुंच गए। उन्होंने मामले की जांच सीबीआई से कराने की मांग पर जोर दिया। जब कांग्रेस विधायकों की मांग का कोई जवाब नहीं मिला तो वे सदन से बाहर चले गए। नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार ने कहा कि 'सौरभ शर्मा के पास मिला पैसा जनता का है। मामले की जांच सीबीआई से कराई जानी चाहिए। क्या शर्मा के यहां मिली सोने की ईंट सीधे दुबई से हवा में उड़कर आई थी?' उपनेता प्रतिपक्ष हेमंत कटारे और नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार सहित अन्य कांग्रेस नेताओं ने कैबिनेट मंत्री गोविंद सिंह राजपूत के इस्तीफे की मांग की।
तराना के तिल भांडेश्वर महादेव मन्दिर को प्रदान करेंगे भव्यता : मुख्यमंत्री डॉ. यादव
20 Mar, 2025 05:45 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
भोपाल : मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा कि विश्व में सनातन ही एकमात्र धर्म है, जो प्रकृति को समाहित करता है। मुख्यमंत्री डॉ. यादव तराना स्थित तिलभांडेश्वर महादेव मन्दिर में दशनाम जूना अखाड़ा के मोहन भारती महाराज के महंत बनने पर आयोजित समारोह को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि सनातन को समझने के लिये साधु-संतों के जीवन और उनके अनुभवों को समझना आवश्यक है।
मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने घोषणा की कि तिल भांडेश्वर मंदिर को धार्मिक लोक के रूप में विकसित किया जायेगा। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार उज्जैन को धार्मिक-सांस्कृतिक केंद्र के रूप में स्थापित करने का प्रयास कर रही है। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने बताया कि राज्य सरकार गौ-शालाओं के लिए विशेष प्रावधान कर रही है। सभी गौ-शालाओं में एक गौ-वंश के लिए प्रतिदिन 40 रूपये की अनुदान राशि दी जा रही है।
मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि साधु-संत सनातन की धुरी हैं। सनातन धर्म साधु-संतों के मार्गदर्शन में काम करता रहा है। उन्होंने उज्जैन में आयोजित होने जा रहे सिंहस्थ-2028 के लिये साधु-संतों को आमंत्रित करते हुए कहा कि सिंहस्थ के लिये उज्जैन में साधु-संतों को स्थाई प्रकृति के निर्माण की भी स्वीकृति मिलेगी। इससे साधु-संतों को किसी प्रकार की समस्या नहीं आयेगी।
कार्यक्रम में प्रसिद्ध कथक नृत्यांगना सु पलक पटवर्धन के निर्देशन में बालिकाओं ने नर्मदा क्षिप्रा स्तुति पर आधारित नृत्य नाटिका की आकर्षक प्रस्तुति दी।
आयोजन में अखाड़े के मुख्य संरक्षक महंत हरि गिरि महाराज एवं अन्य संतों ने मुख्यमंत्री डॉ. यादव को चांदी की गौ-माता स्मृति-चिन्ह के रूप में भेंट की। समारोह में सांसद अनिल फिरोजिया, उज्जैन के प्रभारी मंत्री गौतम टेटवाल, स्थानीय पार्षद महेश जोशी, साधु संत उपस्थित रहे।
मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने तिल भांडेश्वर महादेव मंदिर में की पूजा
20 Mar, 2025 04:45 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
भोपाल : मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने तराना स्थित प्राचीन तिल भांडेश्वर महादेव मंदिर में पूजा कर प्रदेश की जनता की सुख समृद्धि की कामना की। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने गुरूवार को तराना स्थित तिल भांडेश्वर मंदिर में पूजा की। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने देव दर्शन के बाद कार्यक्रमों में साधु संतों का सम्मान किया और चरण स्पर्श कर आशीर्वाद भी लिया।
मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने बृह्मलीन महंत श्री प्रकाशनंद जी भारती की समाधि पर पुष्पांजलि और चादर अर्पित की। उन्होंने श्री महारूद्र सहस्त्र चंडी महायज्ञ में आहुति दी और ईश्वर से कामना की कि प्रदेश में सुख समृद्धि बनी रहे। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने मन्दिर परिसर मे पीपल का पौधा रोपा। उन्होंने मंदिर परिसर में सत्संग भवन निर्माण के लिए भूमि-पूजन किया। इस अवसर पर अखाड़ा परिषद के महामंत्री स्वामी श्री हरि गिरि महाराज और महंत श्री मोहन भारती जी महाराज, सांसद श्री अनिल फिरोजिया, प्रभारी मंत्री श्री गौतम टेटवाल, स्थानीय विधायक, साधु संत और जन-प्रतिनिधि उपस्थित रहे।
मार्च में तीसरी बार कर्जेदार बनी मोहन सरकार: रंगपंचमी के त्यौहार पर, सरकार ने लिया और 6 हजार करोड़ का कर्ज
20 Mar, 2025 04:00 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
भोपाल: रंगपंचमी के दिन सरकार ने 6 हजार करोड़ का एक और कर्ज लिया। कर्ज 2000-2000 करोड़ की तीन किस्तों में लिया गया है। सरकार इसे 7 साल, 21 साल और 24 साल में चुकाएगी। 12 मार्च को सरकार ने सदन में बजट पेश किया। इसके सात दिन बाद कर्ज लिया गया। चालू वित्तीय वर्ष में सरकार ने 11वीं बार यह कर्ज लिया है। मार्च में ही तीसरी बार कर्ज लिया गया है।
तीन अलग-अलग किस्तों में लिया गया कर्ज
सरकारी रिकॉर्ड देखें तो मार्च की शुरुआत में यानी 5 तारीख को तीन अलग-अलग किस्तों (14 साल, 20 साल और 23 साल) में 2000-2000 करोड़ का कर्ज लिया गया था। फिर 7 दिन बाद 12 मार्च को दो किस्तों में कर्ज लिया गया। अब 19 मार्च को फिर तीन किस्तों में कर्ज लिया गया। राज्य का कर्ज बजट से ज्यादा हो गया है। 2026 में कर्ज 4.99 लाख करोड़ हो जाएगा, जबकि नए वित्तीय वर्ष के लिए सरकार ने 4.21 लाख करोड़ का बजट पेश किया है।
कांग्रेस ने मनाई कर्ज की होली
बुधवार को कांग्रेस ने विरोध स्वरूप कर्ज पंचमी मनाई। वरिष्ठ नेता मनोज शुक्ला के नेतृत्व में भोपाल में कार्यकर्ताओं ने राहगीरों को गुलाल लगाया और उन्हें कर्ज के बारे में जानकारी दी। आरोप लगाया कि सरकार भ्रष्टाचार करने के लिए कर्ज ले रही है। इस दौरान कार्यकर्ता तख्तियां लिए हुए थे। इन पर कर्ज के खिलाफ नारे लिखे थे। उनका कहना है कि सरकार को जवाब देना होगा कि वह कर्ज की रकम कहां ले जा रही है।
विधानसभा बजट सत्र: बहुचर्चित सौरभ शर्मा मामले और परिवहन घोटाला को लेकर सदन में हंगामा तय
20 Mar, 2025 12:27 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
मप्र विधानसभा: मध्य प्रदेश विधानसभा में आज यानी गुरुवार को बजट सत्र का सातवां दिन है. सुबह 11 बजे से शुरू होने वाली कार्यवाही के दौरान प्रदेश के चर्चित परिवहन घोटाले और सौरभ शर्मा प्रकरण को लेकर हंगामा हो सकता है. नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार, उपनेता प्रतिपक्ष हेमंत कटारे और सदस्य प्रताप ग्रेवाल ने प्रदेश के परिवहन नाकों और चेक पोस्टों पर चल रही अवैध वसूली को लेकर परिवहन मंत्री का ध्यान आकर्षित किया है। वहीं, बृजेंद्र प्रताप सिंह ने केन-बेतवा लिंक परियोजना में पन्ना जिले के पहाड़ीखेड़ा क्षेत्र को शामिल करने की ओर भी ध्यान आकर्षित किया है. सत्र की शुरुआत प्रश्नकाल से होगी। 60 याचिकाएं भी दायर की गई हैं। साथ ही, आज सदन में वर्ष 2025-26 के लिए राज्य सरकार की मांगों पर मतदान होगा। इसके बाद वित्त मंत्री जगदीश देवड़ा मध्य प्रदेश विनियोग विधेयक-2025 पेश करेंगे।
शाम को फाग महोत्सव
मध्य प्रदेश विधानसभा में आज शाम 7:30 बजे मानसरोवर ऑडिटोरियम में फाग महोत्सव का आयोजन किया गया है। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव होंगे। कार्यक्रम की अध्यक्षता विधानसभा अध्यक्ष नरेंद्र सिंह तोमर करेंगे। यह कार्यक्रम रंगारंग संगीतमय प्रस्तुतियों और भावपूर्ण कार्यक्रमों से भरपूर होगा। कार्यक्रम में संसदीय कार्य मंत्री कैलाश विजयवर्गीय, प्रदेश के अन्य वरिष्ठ मंत्री, नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंधर और विधानसभा के माननीय सदस्य विशेष रूप से उपस्थित रहेंगे। कार्यक्रम का आयोजन संस्कृति विभाग, मध्य प्रदेश शासन के सहयोग से किया जा रहा है। कार्यक्रम का मुख्य आकर्षण दिल्ली का लोकप्रिय पॉप ग्रुप साधो बैंड होगा, जो अपनी मधुर संगीतमय प्रस्तुतियों के लिए काफी लोकप्रिय है। यह ग्रुप लोक-पॉप शैली के संयोजन के अपने अभिनव प्रयोग के लिए जाना जाता है।
10 साल की मासूम को भालू ने जबड़े में दबाया
20 Mar, 2025 11:00 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
रीवा : संजय टाइगर रिजर्व वन परिक्षेत्र के एक गांव से दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है. यहां के भानखड़िया गांव में 10 साल की बच्ची पर अचानक एक आदमखोर भालू ने हमला कर दिया. भालू बच्ची को जबड़े में दबाकर जंगल की ओर ले जाने लगा था कि तभी उसके चाचा की नजर पड़ गई. इसके बाद चाचा बिना अपनी जान की परवाह किए भालू से जा भिड़ा.
आंगन में खेल रही थी बच्ची, अचानक आया भालू
घटना सीधी जिले के संजय टाइगर रिजर्व स्थित जंगली इलाके से जुड़े भनखड़िया गांव की है. 10 वर्षीय बच्ची मनीषा के परीजन घर के पीछे कुछ ही दूरी पर महुआ बीनने के लिए गए हुए थे. इस दौरान खेल-खेल में बच्ची थोड़ा दूर चली गई. तभी एक आदमखोर भालू वहां पहुंचा और अचानक उसने बच्ची पर हमला कर दिया. भालू ने बच्ची को जमीन पर गिराकर उसे अपने जबड़े में फंसा लिया, उसके बाद उसे जंगल की ओर ले जानें लगा. तभी बच्ची के चीखने के आवाज उसके परिजनों को सुनाई दी.
चाचा ने दिखाई बहादुरी, भालू को खदेड़ा
घटना के कुछ ही दूरी पर मौजूद बच्ची के चाचा तोता सिंग ने बहादुरी दिखाई और एक डंडा लेकर भालू की तरफ दौड़ पड़ा. चाचा ने जब भालू को खदेड़ा तो वह मासूम को छोड़कर जंगल की तरफ भाग गया. हालांकि, भालू के हमले से बच्ची बुरी तरह जख्मी हो गई, जिसे तत्काल पास के ही अस्पताल में ले जाया गया. इसके बाद डॉक्टरों ने उसे सीधी रेफर कर दिया. बच्ची की गंभीर हालत देखते हुए डॉक्टरों ने उसे रीवा के संजय गांधी अस्पताल के लिए रेफर कर दिया. चाचा के मुताबिक भालू ने बच्ची की एक आंख और चेहरे को काफी नुकसान पहुंचाया है.
जान बची, पर आंख और चेहरे को नुकसान
इस घटना में चाचा की तत्परता से मासूम की जान तो बच गई लेकिन उसकी एक आंख और चेहरे को भालू ने बुरी तरह से नोच लिया है. घटना को लेकर संजय गांधी अस्पताल के सीएमओ डॉ. यत्नेश त्रिपाठी ने बताया, '' सीधी जिले से एक घायल बच्ची को उसके परिजन गंभीर हालत में लेकर अस्पताल पहुंचे थे. बताया गया था कि किसी जंगली जानवर ने उसपर हमला करके उसे काटा है. उसके चेहरे पर गंभीर घाव के निशान थे.''
सीएमओ ने आगे कहा, ''डॉक्टरों की टीम ने तत्काल बच्ची को एडमिट करते हुए उसका उपचार शुरू किया. बच्ची को आईसीयू वार्ड में शिफ्ट किया गया है. उसकी हालत में सुधार है. उसे अंदरूनी चोटें तो ज्यादा नहीं आई है मगर एक आंख और चेहरा बुरी तरह घायल है. प्लास्टिक सर्जन और नेत्र रोग विशेषज्ञ डॉक्टरों की टीम बच्ची के इलाज में जुटी हुई है. परिजनों का कहना था की उस पर भालू ने हमला किया था. ''
पल भर में गम में बदल गईं खुशियां, पिकनिक मनाने गए परिवार के साथ गए थे सोन नदी के खितौली घाट
20 Mar, 2025 10:21 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
शहडोल : जिले के सोहागपुर थाना क्षेत्र में बुधवार को दो लोगों की डूबने से मौत हो गई. यहां सोन नदी पर पिकनिक मनाने आए परिवार के दो लोग खितौली घाट में डूब गई. दोनों के शव नदी से बाहर निकालने के लिए एसडीईआरएफ की टीमें मशक्कत करती रहीं, जिसमें देर रात युवती के शव को बरामद कर लिया गया है, लेकिन खबर लिखे जाने तक दूसरे व्यक्ति की तलाश नहीं हो पाई है.
अचानक गहरे पानी में समाए दो लोग
दरअसल, नरसरहा ग्रीन सिटी के पास रहने वाला गुप्ता परिवार पिकनिक मनाने के लिए सोन नदी के खेतौली घाट पर पहुंचा था. परिवार के कुल 8 लोग यहां हंसी-खुशी पिकनिक मना रहे थे. इस दौरान खाना बनाने के बाद कई लोग पानी में उतर गए और मस्ती कर रहे थे. तभी नदी में नहाते समय सागर गुप्ता और उनकी साली ईशा अचानक गहरे पानी में चले गए और डूबने लगे. वहां मौजूद लोगों ने उन्हें बचाने की भरपूर कोशिश की लेकिन वे नहीं बच सके.
SDERF टीम मौके पर पहुंची, तलाश जारी
घटना के तुरंत बाद ही परिजनों ने डायल 100 पर कॉल किया और पुलिस को घटना की सूचना दी. जानकारी मिलते ही सोहागपुर पुलिस और एसडीईआरएफ की टीमें मौके पर पहुंचीं. देर रात तक चले रेस्क्यू में ईशा नाम की युवती का शव बरामद कर लिया गया है लेकिन अभी भी सागर गुप्ता का कुछ भी पता नहीं चला है.
सुबह फिर होगी सागर की तलाश
सोहागपुर थाना प्रभारी भूपेंद्र मणि पांडे ने कहा, '' रेस्क्यू का कार्य काफी देर रात तक चला, जिसमें लड़की के शव को बरामद कर लिया गया है. पानी गहरा है और काफी रात भी हो चुकी है, जिसके चलते रेस्क्यू में दिक्कत आ रही है. ऐसे में सागर की तलाश कल सुबह से फिर से शुरू की जाएगी.'' पुलिस के मुताबिक मृतक सागर गुप्ता महाराष्ट्र के नागपुर के रहने वाले हैं, और शहडोल में उनकी ससुराल है. वे परिवार के साथ यहां पिकनिक मनाने पहुंचे थे.
रीवा में एक साल के बच्चे के लिए चने का सेवन करना, उसकी जिंदगी पर भारी पड़ गया
20 Mar, 2025 08:00 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
रीवा: जिले के सगरा थाना क्षेत्र से एक अजीब घटना सामने आई है. यहां पर रहने वाले एक दो साल के मासूम की चना खाते ही सांस अटक गई. बच्चे को तड़पता देख परिजन उसे लेकर अस्पताल पहुंचे. जिसके बाद डॉक्टरों ने उसे देखते ही मृत घोषित कर दिया. मासूम की मौत के बाद से उसकी मां का रो-रो कर बुरा हाल है. बेटे की अचानक मौत हो जाने के बाद मां बेसुध है, वह बेटे के शव को गोद में लेकर अस्पताल के गलियारे में बैठी है और लागातार उसे उठाने का प्रयास कर रही है. उससे बातें करने के लिए बार-बार उसकी तरफ निहार रही है.
मां के पास खेल रहा था 2 साल का मासूम, चना खाने से मौत
घटाना रीवा के सगरा थाना क्षेत्र अंतर्गत सेमरा गांव की है. मृतक मासूम के मामा राजा साहू के मुताबिक "उसकी बहन का 2 वर्षीय बेटा बुधवार की दोपहर अपनी मां के साथ घर पर खेल रहा था. इसी दौरान उसने चना खा लिया. चने का सेवन करते ही मासूम की हालत बिगड़ गई. बच्चे की सांसे अटकने लगी. जिसके बाद वह तड़पने लगा. बहन ने आवाज लगाई, तब मैं दूसरे कमरे से दौड़ते हुए आया.हम लोग तत्काल बच्चे को लेकर एक प्राइवेट अस्पताल पहुंचे. वहां पर जब डॉक्टर ने इनकार किया तो 5 मिनट बाद सीधा उसे लेकर रीवा के संजयगांधी अस्पताल पहुंचे. यहां पर डॉक्टरों ने बच्चे को देखते ही मृत घोषित कर दिया."
डॉ. ने कहा पोस्टमार्टम के बाद चलेगा पता
संजय गांधी अस्पताल के सीएमओ डॉ. यत्नेश त्रिपाठी ने बताया की "2 वर्षीय बच्चे को मृत अवस्था में लाया गया था. बच्चे को उसका मामा अस्पताल लेकर पहुंचा था. बच्चे के मामा का कहना था की उसने चना का सेवन किया था. चना गले में फंस गया. बच्चे के शव का पोस्टमार्टम कराने के लिए कहा गया है. अब पोस्टमार्टम होने के बाद ही बच्चे की मौत के सही कारणों का पता चलेगा. डॉक्टर ने बताया की कभी-कभी बच्चे जब चने का सेवन करते हैं, तो वह उनके सांस की नली में चला जाता है. इस तरह की घटनाएं पहले भी आ चुकी हैं. मगर इस घटना में पोस्टमार्टम के बाद ही पता चलेगा, कि मौत किन कारणों से हुई है."