मध्य प्रदेश
पंडित खुशीलाल शर्मा आयुर्वेदिक अस्पताल बनेगी प्रदेश की पहली आधुनिक आयुर्वेदिक फार्मेसी, साल के अंत तक होगी शुरू
29 Mar, 2025 12:18 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
भोपाल: कलियासोत पहाड़ी स्थित पंडित खुशीलाल शर्मा आयुर्वेदिक अस्पताल अपनी जरूरत की दवाइयां बनाने की दिशा में तेजी से आगे बढ़ रहा है। यहां प्रदेश की पहली आधुनिक आयुर्वेदिक फार्मेसी का निर्माण कार्य चल रहा है, जिसे इस साल के अंत तक शुरू करने की योजना है।यह फार्मेसी अत्याधुनिक सुविधाओं से लैस होगी और इसमें जड़ी-बूटियों के प्रसंस्करण, दवाओं की गुणवत्ता जांच, स्वच्छ भंडारण और सीधे वितरण की सुविधा होगी। इस तरह आम लोगों तक पहुंचेगी दवा यह आयुर्वेदिक फार्मेसी अस्पताल में इलाज करा रहे मरीजों को सीधे दवा उपलब्ध कराएगी। इसके अलावा अस्पताल के जरिए प्रदेश भर के सरकारी आयुर्वेदिक स्वास्थ्य केंद्रों और दवा वितरण केंद्रों पर भी दवाएं भेजी जाएंगी, ताकि ज्यादा से ज्यादा मरीजों को इसका लाभ मिल सके।
प्रचार-प्रसार की रणनीति
अस्पताल प्रशासन आयुर्वेदिक दवाओं के लाभ और उपयोगिता को लेकर जनजागरूकता अभियान चलाएगा। इसमें निशुल्क स्वास्थ्य शिविर, सामाजिक संगठनों की मदद से जनसभाएं और इंटरनेट मीडिया और डिजिटल प्लेटफॉर्म के जरिए प्रचार-प्रसार किया जाएगा। इसके अलावा आयुर्वेद को बढ़ावा देने के लिए शैक्षणिक कार्यशालाएं और सेमिनार भी आयोजित किए जाएंगे।
दवाओं की कीमत और सुलभता
अस्पताल प्रशासन के अनुसार यहां बनने वाली आयुर्वेदिक दवाएं बाजार दर से काफी सस्ती होंगी। चूंकि दवाएं अस्पताल में ही बनेंगी, इसलिए बिचौलियों का शुल्क बचेगा, जिससे मरीजों को कम कीमत पर गुणवत्तापूर्ण दवाएं मिलेंगी। दवा निर्माण में पारदर्शिता और गुणवत्ता सुनिश्चित करने के लिए विशेषज्ञों की देखरेख में उत्पादन किया जाएगा। इसके लिए विदेशी उपकरण खरीदे जाएंगे।
इनका कहना है
फार्मेसी भवन का निर्माण कार्य प्रगति पर है। इसके बाद उपकरणों की स्थापना और अन्य जरूरी प्रक्रियाएं पूरी की जाएंगी। हमारा लक्ष्य इस साल के अंत तक फार्मेसी शुरू करना है। इस पहल से प्रदेश में आयुर्वेदिक चिकित्सा को नई ताकत मिलेगी, जिससे मरीजों को न सिर्फ शुद्ध और कारगर दवाएं मिलेंगी, बल्कि आयुर्वेदिक चिकित्सा के शोध और विकास में भी तेजी आएगी। डॉ. उमेश शुक्ला, डीन, शासकीय पंडित खुशीलाल शर्मा आयुर्वेदिक कॉलेज।
महिला कॉन्स्टेबल का आरोप: कर्नल ने शादी का झांसा देकर बनाए शारीरिक संबंध, FIR कराई दर्ज
29 Mar, 2025 11:02 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
भोपाल: भोपाल में शादी का झांसा देकर महिला पुलिस कांस्टेबल के साथ संबध बनाने के आरोप में एक लेफ्टिनेंट कर्नल के खिलाफ FIR दर्ज की गई है. पुलिस ने शुक्रवार को मामले की जानकारी दी. पुलिस ने बताया कि उत्तराखंड के हल्द्वानी में तैनात लेफ्टिनेंट कर्नल वरुण प्रताप सिंह के खिलाफ 42 वर्षीय पीड़िता की शिकायत पर मामला दर्ज किया गया. FIR के मुताबिक आरोपी ने पीड़िता को धमकी दी थी कि अगर उसने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई तो वह उसे नुकसान पहुंचाएगा. भोपाल पुलिस की महिला सुरक्षा सहायक आयुक्त निधि सक्सेना ने संपर्क करने पर कहा कि आरोपी भारतीय सेना में लेफ्टिनेंट कर्नल है और हमने उसकी यूनिट को मामले के बारे में जानकारी दे दी है.
2012 में पहली बार मुलाकात हुई
निधि सक्सेना ने कहा कि अगर वह पूछताछ के लिए आते हैं तो ठीक है. वरना गिरफ्तारी करनी होगी. पुलिस अधिकारी ने बताया कि शादी का झांसा देकर महिला से शारीरिक संबंध बनाने और फिर अपने वादे से मुकर जाना रेप की कैटेगरी में आता है. भोपाल में मध्य प्रदेश पुलिस के कांस्टेबल पद पर तैनात शिकायतकर्ता के मुताबिक उसकी पहली मुलाकात लेफ्टिनेंट कर्नल वरुण प्रताप सिंह से 2012 में हुई थी. तब उसने दावा किया था कि वह कुंवारा है और सेना की कैंटीन में तैनात है.
शादी टालनी शुरू कर दी
महिला ने दावा किया कि सैन्य अधिकारी ने 25 दिसंबर 2012 को उसे भोपाल में मौजूद अपने घर बुलाया और शादी का वादा कर उसके साथ सहमति से शारीरिक संबंध बनाए. पीड़िता ने बताया कि 2013 में उसे पता चला कि सैन्य अधिकारी पहले से ही शादीशुदा है. जब उसने वरुण प्रताप सिंह से उसकी शादी के बारे पूछा तो उसने कहा कि वह अपनी पत्नी को तलाक देने वाला है. इसके बाद उसने किसी न किसी बहाने से पीड़िता के साथ शादी टालनी शुरू कर दी और अपने माता-पिता के बीमार होने जैसी कहानियां गढ़ने लगा.
मारने की देता था धमकी
तहरीर के मुताबिक पिछले महीने उसे पता चला कि वरुण प्रताप सिंह और महिलाओं के साथ भी संबंध में है और उनसे भी उसने शादी का वादा किया था. जब महिला पुलिस कांस्टेबल ने वर्तमान में आर्मी सर्विस कोर (मैकेनाइज्ड ट्रांसपोर्ट) बटालियन में तैनात वरुण प्रताप सिंह से कॉन्टेक्ट किया और उसके संबंधों के बारे में पूछा, तो उसने बहस करनी शुरू कर दी और कहा कि वह अभी उससे शादी नहीं करेगा. महिला ने बताया कि वरुण ने मुझसे कहा कि अगर मैंने शिकायत दर्ज कराई तो वह मुझे मार देगा.
छात्रों ने विश्वविद्यालय से मांगी न्याय की मांग, परीक्षा परिणाम में गड़बड़ी का आरोप
29 Mar, 2025 09:35 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
बरकतउल्ला विश्वविद्यालय हमेशा ही चर्चाओं में बना रहता है। ताजा मामला भैरुंदा शासकीय महाविद्यालय के 48 में से 42 विद्यार्थियों को एक ही पेपर में फेल किए जाने को लेकर सामने आया है। हैरानी की बात तो यह है कि विश्वविद्यालय के प्रोफेसर ने एक ऐसी छात्रा को इस विषय में पास कर दिया है, जो पेपर देने के लिए महाविद्यालय पहुंची ही नहीं थी। महाविद्यालय के रिकॉर्ड में भी छात्रा उस दिन गैरहाजिर है।
विद्यार्थियों को इसकी जानकारी परीक्षा परिणाम आने के बाद लगी तो उन्होंने तत्काल इस मामले में बरकतउल्ला विश्वविद्यालय के कुलसचिव के नाम एक ज्ञापन एसडीएम मदन सिंह रघुवंशी और महाविद्यालय के प्राचार्य भारत सिंह हरियाले को सौंपा। एक सप्ताह का समय बीतने के बावजूद इस मामले में अभी तक कोई भी कार्रवाई नहीं हो सकी है। इस संबंध में एमएससी जूलॉजी तृतीय सेमेस्टर के विद्यार्थी क्षमा राजपूत, स्वाति पंवार, नेहा कुशवाह, सत्यम ठाकुर, ललित यादव, विपुल कुशवाह ने बताया कि एमएससी जूलॉजी तृतीय सेमेस्टर के एक विषय कशेरुकी प्राणियों की तुलनात्मक शरीर रचना विज्ञान की परीक्षा बीते 10 दिसंबर 2024 को प्रथम पाली में संपन्न हुई थी। परीक्षा में 48 में से 47 छात्र-छात्राएं उपस्थित हुए थे। एक छात्रा निरिशा पंवार महाविद्यालय पेपर देने नहीं आई थी। बीते 13 मार्च को आए परीक्षा परिणाम में 42 विद्यार्थियों को बरकतउल्लाह विश्वाविद्यालय के द्वारा कशेरुकी प्राणियों की तुलनात्मक शरीर रचना विज्ञान विषय में फेल कर दिया गया, लेकिन अनुपस्थित छात्रा इस विषय में पास हो गई। इस मामले में सभी विद्यार्थियों ने एकत्रित होकर परीक्षा परिणाम फिर से चेक करने की गुहार लगाई है। इसके साथ ही विद्यार्थियों ने ज्ञापन के माध्यम से बताया कि विश्वविद्यालय के प्रोफेसर के द्वारा की गई गलती का खामियाजा हमें भुगतना पड़ेगा। उन्होंने विश्वविद्यालय के कुल सचिव से पेपर की कॉपी जांच कराने की मांग की है।
एक ही विषय में 48 में से 42 फेल, अनुपस्थित छात्रा कैसे हुई पास
महाविद्यालय के विद्यार्थियों के द्वारा सौंपे गए ज्ञापन के बाद मामला उभरकर सामने आया है। बीती 20 मार्च को ज्ञापन दिए जाने के बावजूद अभी तक इस समस्या का कोई समाधान नहीं निकल सका है। बरकतउल्ला विश्वविद्यालय के प्रोफेसर के द्वारा दिए गए रिजल्ट के बाद शक और अधिक गहरा गया है। विद्यार्थियों की माने तो 48 में सें 42 विद्यार्थी फेल हुए हैं। मात्र 6 विद्यार्थियों को पास किया गया है। फेल हुए सभी विद्यार्थियों के अंक लगभग समान हैं, जबकि पेपर में अनुपस्थित रहने वाली छात्रा को उक्त विषय में पास कर दिया गया है। सवाल यह उठता है कि जब महाविद्यालय के रिकॉर्ड में छात्रा अनुपस्थित है और उसकी संबंधित विषय की कॉपी भी मौजूद नहीं है तो फिर छात्रा को प्रोफेसर के द्वारा किस आधार पर पास किया गया। बरकतउल्ला विश्वविद्यालय के द्वारा किए गए इस कारनामे के बाद स्वयं विश्वविद्यालय घिरता हुआ नजर आ रहा है।
विश्वविद्यालय ने निर्णय नहीं लिया तो खराब होगा हमारा भविष्य
विद्यार्थियों का कहना है कि विश्वविद्यालय के द्वारा इस मामले में अभी तक कोई निर्णय नहीं लिया है। यदि एक बार मार्कशीट की प्रति विद्यार्थियों तक पहुंच गई तो उसके बाद इस मामले में कोई भी हल नहीं निकल पाएगा। इसलिए विद्यार्थी महाविद्यालय जाकर लगातार इस मामले में प्राचार्य से तर्क वितर्क कर रहे हैं। विद्यार्थियों के द्वारा सभी वरिष्ठ अधिकारियों तक अपनी बात पहुंचा दी गई है। विद्यार्थियों का कहना है कि यदि आज या कल में इस मामले का समाधान नहीं होता है तो विद्यार्थियों का दल बरकतउल्ला विश्वविद्यालय पहुंचकर धरना देगा।
विद्यार्थियों की बातों को विश्वविद्यालय पहुंचा दिया गया है
इस संबंध में महाविद्यालय के प्राचार्य भारत सिंह हरियाले ने बताया कि विद्यार्थियों को पास या फेल किया जाने का मामला विश्वाविद्यालय से संबंधित है। विद्यार्थियों के द्वारा दिए गए आवेदन को विश्वविद्यालय के वरिष्ठ अधिकारियों तक पहुंचा दिया गया है। अनुपस्थित छात्र को पास किए जाने का मामला भी सामने आया है। यह सही है कि कशेरुकी प्राणियों की तुलनात्मक शरीर रचना विज्ञान विषय में पास की गई छात्रा अनुपस्थित थी। इसकी सूचना भी विश्वाविद्यालय पहुंचा दी गई है। इस मामले में निर्णय विश्वविद्यालय को करना है।
सहज़ योग न्यूज चैनल एमपी छत्तीसगढ द्वारा होली मिलन समारोह एमपी नगर में सम्पन हुआ
29 Mar, 2025 09:28 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
सहज़ योग न्यूज चैनल एमपी छत्तीसगढ द्वारा होली मिलन समारोह एमपी नगर में सम्पन हुआ। हिस्मे मध्य प्रदेश के वरिष्ठ पत्रकार राजेंद्र कानूनगो, राकेश ठाकुर, आशीष गोस्वामी,परमेश्वर राव, रामेन्द्र तिवारी, गौरव तिवारी,[ महेंद्र तिवारी, रामकृष्ण गौर एवं सलमान खान आदि वरिष्ठ पत्रकार उपस्तिथ थे। सहज़ योग न्यूज चैनल पिछले 2 वर्षो से निरंतर आपनी सेवा दे रहा है एमपी छत्तीसगढ़ और न्यू दिल्ली मे सहज़ योग न्यूज के रिपोर्टर अपनी पत्रकारिता मे गहरी छप छोड़ी है। सहज़ योग न्यूज द्वारा धर्म अध्यातम मैडिटेशन और जनता से जुड़े मुद्दे उठाए जाते हैं।
वेस्टर्न डिस्टरबेंस का असर: मध्य प्रदेश में ठंडी हवाओं ने बढ़ाया सर्दी का एहसास
29 Mar, 2025 09:15 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
मध्य प्रदेश में वेस्टर्न डिस्टरबेंस की वजह से आ रही तेज हवाओं से प्रदेश के तापमान में गिरावट हुई है। मौसम विभाग का अनुमान है कि शनिवार को भी तापमान में कुछ गिरावट हो सकती है। इससे पहले शुक्रवार की शाम को थोड़ी ठंडक देखने को मिली। इससे पारा लुढ़क गया। मौसम विभाग ने एक अप्रैल को भोपाल, इंदौर, नर्मदापुरम और जबलपुर संभाग के 13 जिलों में मौसम के बदलने का अनुमान जताया है। इस दौरान हल्की बारिश हो सकती है। मौसम विभाग के अनुसार अभी अफगानिस्तान के ऊपर सिस्टम एक्टिव है, जो आगे बढ़ रहा है। पश्चिमी भारत में सिस्टम असर दिखा सकता है। हालांकि, इससे पहले प्रदेश में गर्मी का असर देखने को मिलेगा।
साढ़े चार डिग्री तक तापमान में गिरावट
प्रदेश के कई शहरों में साढ़े चार डिग्री तक तापमान में गिरावट आई है। सबसे ज्यादा गिरावट ग्वालियर में देखी गई यहां का अधिकतम तापमान 35 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया जबकि एक दिन पहले यहां 39. 5 डिग्री सेल्सियस तापमान दर्ज किया गया था। इसी प्रकार गुना में अधिकतम तापमान 35.5 डिग्री दर्ज किया गया जबकि एक दिन पहले यहां का अधिकतम तापमान 40.2 डिग्री दर्ज किया गया था। राजधानी भोपाल में भी 3.8 डिग्री तापमान में गिरावट आई है, यहां का अधिकतम तापमान 34.9 डिग्री दर्ज किया गया। प्रदेश में सबसे गर्म नर्मदा पुरम रहा यहां का अधिकतम तापमान 40.7 डिग्री दर्ज किया गया। इंदौर में भी 3.9 डिग्री की गिरावट आई है, यहां का अधिकतम तापमान 33.7 डिग्री दर्ज किया गया। जबलपुर में 1.2 डिग्री की गिरावट हुई, यहां का अधिकतम तापमान 38.3 डिग्री दर्ज किया गया।
इन शहरों में सबसे ज्यादा तापमान
शुक्रवार को नर्मदापुरम में 40.7 डिग्री, टीकमगढ़ में 40 डिग्री, सिवनी में 39.4 डिग्री, मंडला में 39 डिग्री, खरगोन में 38.6 डिग्री, दमोह में 38.5 डिग्री, खंडवा में 38.5 डिग्री, मलाजखंड (बालाघाट) में 38.5 डिग्री, खजुराहो (छतरपुर) में 38.4 डिग्री, नरसिंहपुर-उमरिया में तापमान 38.2 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। जबलपुर में 38.3 डिग्री दर्ज किया गया। पूरे प्रदेश में पारा लुढ़का। मौसम विभाग के मुताबिक, हवा की रफ्तार बढ़ने की वजह से पारे में गिरावट दर्ज की गई है।
अप्रैल में चलेगी लू
अप्रैल में लू का असर रह सकता है। मालवा-निमाड़ यानी, इंदौर और उज्जैन संभाग के जिलों में लू का असर रहने की संभावना ज्यादा है। जिनमें रतलाम, उज्जैन, खरगोन, खंडवा, धार आदि शामिल हैं। मौसम विभाग के अनुसार, सामान्यतः दिन का तापमान 40 डिग्री से अधिक या सामान्य से 4.6 डिग्री तक अधिक हो तो हीट वेव यानी लू की स्थिति मानी जाती है।
2 दिन ऐसा रहेगा मौसम
29 मार्च: दिन-रात के तापमान में 2 से 3 डिग्री की गिरावट हो सकती है।
30 मार्च: इस दिन भी पारे में गिरावट रहेगी। भोपाल, इंदौर, उज्जैन, ग्वालियर में पारा 38 डिग्री के आसपास रह सकता है।
राष्ट्रगीत एवं राष्ट्रगान 1 अप्रैल को मंत्रालय स्थित पटेल पार्क में होगा
28 Mar, 2025 10:45 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
भोपाल : मंत्रालय स्थित वल्लभ भाई पटेल पार्क में राष्ट्र -गीत "वन्देमातरम" एवं राष्ट्र -गान "जन-गण-मन" का गायन 1 अप्रैल को प्रात: 10 बजे किया जाएगा। इसमें मंत्रालय सहित सतपुड़ा एवं विंध्याचल भवन के अधिकारी कर्मचारी उपस्थित रहेंगे। उल्लेखनीय है कि प्रत्येक माह के प्रथम कार्य दिवस पर राष्ट्र गीत एवं राष्ट्र गान का आयोजन पटेल पार्क में किया जाता है।
1230 मेगावॉट विद्युत पारेषण के लिये मध्यप्रदेश में बनेंगे दो 400 के.व्ही. के सबस्टेशन
28 Mar, 2025 10:30 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
भोपाल : मध्यप्रदेश को आगामी दो से तीन वर्षों में दो चरणों में 1230 मेगावॉट विद्युत की अतिरिक्त उपलब्धता रहेगी, इस हेतु बिजली कंपनी के मुख्यालय जबलपुर में आर.ई.सी. ने अदानी एनर्जी सॉल्यूशंस लिमिटेड को ट्रांसमिशन एस.पी.व्ही. सौंपा। इस परियोजना के तहत मेसर्स महान एनर्जेन लिमिटेड के बंधौरा (सिंगरौली) पावर जनरेटिंग प्लांट से मध्यप्रदेश के हिस्से की 1230 मेगावॉट विद्युत निकासी के लिये ट्रांसमिशन नेटवर्क तैयार किया जाना है।
पारेषण अद्योसंरचना होगी विस्तारित
एम.पी. ट्रांसको के मुख्य अभियंता देवाशीष चक्रवर्ती ने बताया कि मध्यप्रदेश पावर मैनेजमेंट कंपनी ने 1230 मेगावॉट विद्युत प्रदाय हेतु मेसर्स महान एनर्जेन लिमिटेड से पॉवर परचेस अनुबंध किया था, उक्त हेतु मेसर्स महान एनर्जेन लिमिटेड द्वारा 2X800 मेगावॉट क्षमता के पावर जनरेटिंग प्लांट की स्थापना प्रस्तावित है। उक्त पावर प्लांट से मध्यप्रदेश के हिस्से की 1230 मेगावॉट विद्युत निकासी के लिये नियामक आयोग के विनियमानुसार टैरिफ आधारित प्रतिस्पर्धा बोली प्रक्रिया के अंतर्गत पारेषण अद्योसंरचना के विस्तार हेतु मध्यप्रदेश पावर मैनेजमेंट कंपनी द्वारा मध्यप्रदेश पावर ट्रांसमिशन कंपनी/एस.टी.यू. से अनुरोध किया गया था। इसके तहत शासन ने निविदा प्रक्रिया समन्वयक (बी.पी.सी.) के लिये आर.ई.सी.पी.डी.सी.एल. (आरईसी पावर डेवलपमेंट एंड कंसलटेंसी लिमिटेड) को नियुक्त किया।
टैरिफ आधारित प्रतिस्पर्धा बोली (टी.बी.सी.बी) में मेसर्स अदानी एनर्जी सॉल्यूशंस लिमिटेड ने 2000 करोड़ रूपये की इस परियोजना को अन्य बिडर्स के मध्य न्यूनतम दर के आधार पर हासिल करने में सफलता प्राप्त की।
पारेषण सेवा अनुबंध हस्ताक्षरित
चक्रवर्ती ने जानकारी दी कि तमाम वैधानिक औपचारिकताओं को पूर्ण करने के बाद मध्यप्रदेश पावर मैनेजमेंट कंपनी एवं मेसर्स अदानी एनर्जी सॉल्यूशंस लिमिटेड के मध्य पारेषण सेवा अनुबंध (ट्रांसमिशन सर्विस एग्रीमेंट) हस्ताक्षरित हुये। इसके तहत टी.बी.सी.बी. में 400 के.व्ही., 220 के.व्ही. एवं 132 के.व्ही. की विभिन्न ट्रांसमिशन लाइनों सहित दो 400 के.व्ही. के सबस्टेशन रीवा (सगरा) एवं अमरपाटन में स्थापित किये जाने हैं।
लोक निर्माण मंत्री सिंह के नेतृत्व में अध्ययन दल ने किया अयोध्या में सरयू नदी पर घाटों का भ्रमण
28 Mar, 2025 10:15 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
भोपाल : लोक निर्माण मंत्री राकेश सिंह ने आज अयोध्या में सरयू नदी पर बने घाटों का भ्रमण किया। इस दौरान सड़क विकास निगम के प्रबंध संचालक भरत यादव, विभागीय सलाहकार समिति के सदस्य प्रशांत पोल, विशेष सहायक राहुल सिंह राजपूत, मुख्य अभियंता गोपाल सिंह, स्थानीय प्रशासन के अधिकारी एवं डीपीआर तैयार करने वाली एजेंसी के प्रतिनिधि उपस्थित रहे।
मंत्री सिंह के नेतृत्व में अध्ययन दल ने सरयू नदी पर नवनिर्मित घाटों की स्थापत्य कला, रामपथ, राम की पैड़ी, पार्किंग व्यवस्था, सौंदर्यीकरण, म्यूरल वर्क और पर्यटकों व श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए की गई व्यवस्थाओं का सूक्ष्म निरीक्षण किया।
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर अयोध्या में UPPCL से मुख्य अभियंता राजेश कुमार, सरयू नहर डिवीजन के कार्यपालन यांत्रिक पारस नाथ एवं लोक निर्माण विभाग के कार्यपालन यंत्री एसपी भारती ने मंत्री राकेश सिंह को सरयू नदी के तट पर नवनिर्मित घाटों के बारे में विस्तार से जानकारी दी। भ्रमण के दौरान इन अधिकारियों ने सरयू तट पर पर्यटकों के लिए विकसित सुविधाओं, श्रद्धालुओं के लिए निर्मित व्यवस्थाओं, भगवान राम के जीवन से जुड़ी घटनाओं को सचित्र रूप से दिखाने के लिए निर्मित म्यूरल वाल्स पर विस्तार से जानकारी दी।
मंत्री सिंह ने भ्रमण के दौरान सड़क विकास निगम के अधिकारियों एवं डीपीआर बनाने वाली एजेंसी से कहा कि जबलपुर में नर्मदा नदी किनारे बनने वाले घाट धार्मिक, सांस्कृतिक और पर्यटक सुविधाओं के आदर्श मॉडल के रूप में विकसित किए जाएं। उन्होंने यह भी कहा कि घाटों के निर्माण में माँ नर्मदा की गरिमा, श्रद्धालुओं की आस्था और पर्यावरणीय संतुलन का विशेष ध्यान रखा जाए।
उल्लेखनीय है कि मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने जबलपुर में नर्मदा नदी किनारे सरयू की तर्ज पर घाटों के निर्माण की घोषणा की थी। मंत्री राकेश सिंह ने इस महत्वाकांक्षी परियोजना की डीपीआर तैयार करने मध्यप्रदेश सड़क विकास निगम को दायित्व सौंपा है।
अब तक तैयार योजना एवं विभिन्न स्तर पर हुए विचार विमर्शों के आधार पर मंत्री सिंह ने बताया कि नर्मदा नदी के किनारे जबलपुर के प्रमुख घाटों के सौंदर्यीकरण और विकास को लेकर एक व्यापक योजना तैयार की जा रही है। इस योजना के तहत घाटों के बुनियादी ढांचे को सुदृढ़ करने के साथ-साथ पर्यावरण संरक्षण और पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए कई सुविधाएं विकसित की जाएंगी।
प्रस्तावित योजना के तहत तिलवारा घाट और कालीधाम घाट पर नाव टर्मिनल स्थापित करने की योजना है, जिससे जलपर्यटन को बढ़ावा मिलेगा, साथ ही साईं तीर्थम, खारीघाट, ग्वारीघाट और जिल्हेरीघाट पर फ्लोटिंग डेक बनाए जाएंगे। सभी प्रमुख घाटों के पास संगठित पार्किंग क्षेत्र बनाए जाएंगे, जिससे यातायात व्यवस्था सुगम होगी।
मुश्किल वक्त में जरूरतमंद के आंसू पोंछती है और उनका सहारा बनती है संबल योजना: मुख्यमंत्री डॉ. यादव
28 Mar, 2025 10:00 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
भोपाल : मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा है कि रोटी, कपड़ा और मकान जैसी मूलभूत आवश्यकताओं के अलावा भी ऐसी जरूरतें होती हैं, जिनके लिए पैसा जरूरी होता है। प्रसूति, बीमारी, दिव्यांगता और किसी अपने को खो देने जैसे मुश्किल समय में कई बार हम स्वयं को असहाय महसूस करते हैं। संबल योजना ऐसे ही मुश्किल वक्त में जरूरतमंद के आंसू पोछती है और उनको सहारा प्रदान करती है। राज्य सरकार प्रदेश के गरीब और श्रमिक वर्ग के कल्याण तथा उनका भाग्य बदलने के लिए दृढ़ संकल्पों के साथ कार्य कर रही है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के संकल्प की भावना के अनुरूप अंत्योदय के कल्याण के संकल्प को प्रदेश में क्रियान्वित किया जा रहा है। मुख्यमंत्री डॉ. यादव मुख्यमंत्री जनकल्याण (संबल) योजना के अंतर्गत प्रदेश के 23 हजार से अधिक श्रमिक परिवारों के खातों में 550 करोड़ रूपए की राशि सिंगल क्लिक से अंतरित करने के बाद परिवारों को मंत्रालय से वर्चुअली संबोधित कर रहे थे। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने पांच हितग्राहियों से वर्चुअली बातचीत कर उनके परिजन के अवसान पर संवेदनाएं प्रकट की। कार्यक्रम में पंचायत एवं ग्रामीण विकास मंत्री प्रहलाद सिंह पटेल वर्चुअली शामिल हुए। कार्यक्रम में प्रदेश के सभी जिलों, नगर निगमों, नगर परिषद और ग्राम पंचायतों के हितग्राही और जनप्रतिनिधि भी वर्चुअली जुड़े। मुख्यमंत्री डॉ. यादव का पौधा भेंटकर स्वागत किया गया।
मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने प्रदेश के श्रमिक परिवारों का अभिवादन करते हुए कहा कि परिश्रम से अपने और अपने परिवार का जीवन चलाने वाले श्रमिक ही प्रदेश के विकास की नींव हैं। परिश्रम से ही हमारी प्रतिभा निखरती है और आने वाली पीढ़ी के सुखद भविष्य का मार्ग भी बनता है। राज्य सरकार ने जरूरतमंद बच्चों की पढ़ाई के लिए पर्याप्त व्यवस्था की है। पढ़ाई में अच्छा कर रहे विद्यार्थियों को स्कूटी और लेपटॉप देकर प्रोत्साहित भी किया जा रहा है। राज्य सरकार का प्रयास है कि सभी प्रदेशवासियों का जीवन बेहतर हो। हर परिवार में सुख के सूरज का उदय हो और आनंद और वैभव के साथ सभी जीवन व्यतीत करें। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि राज्य सरकार शुचिता- पारदर्शिता और दक्षता के साथ जनकल्याण और विकास के लिए कार्य कर रही है। इसी क्रम में संबल योजना का बैकलॉग भी समाप्त किया जा रहा है।
मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने बताया कि संबल योजना में अब तक 6 लाख 58 हजार से अधिक परिवारों को 5 हजार 927 करोड़ रूपए से अधिक के हितलाभ दिए जा चुके हैं। राज्य सरकार ने गिग और प्लेटफार्म वर्कर्स को असंगठित श्रमिक मानते हुए 01 मार्च 2024 से उन्हें संबल योजना में उन्हें शामिल करने का निर्णय लिया है। प्रधानमंत्री मोदी की पहल पर सभी संबल हितग्राहियों को आयुष्मान भारत निरामय: योजना में शामिल किया गया है। गरीब बहनों को गर्भावस्था के समय काम पर न जाना पड़े और उन्हें पोषण भी मिलता रहे, यह सुनिश्चित करने के लिए राज्य सरकार ने ऐसी बहनों को 16 हजार रूपए देने की व्यवस्था की है।
मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कार्यक्रम में विभिन्न जिलों से जुड़े संबल योजना के हितग्राहियों से वर्चुअली चर्चा की। इस क्रम में उन्होंने मंदसौर की श्रीमती अंजली रैकवार, खरगोन की श्रीमती प्रेमलता कर्मा, शहडोल की श्रीमती मन्नू ढीमर, दतिया की श्रीमती कल्लन वाल्मीक, सीहोर की श्रीमती शिव कुमारी से बातचीत की। श्रीमती अंजली रैकवार के पति के निधन पर 4 लाख रूपए तथा शेष चार हितग्राहियों को 2-2 रूपए की आर्थिक सहायता उपलब्ध कराई गई। मुख्यमंत्री डॉ. यादव से चर्चा में मंदसौर की श्रीमती अंजली रैकवार ने बताया कि इस सहायता से उन्हें पर्याप्त सहारा मिला और वे अब ब्यूटी पार्लर का कार्य सीख रही हैं। शहडोल की श्रीमती मन्नू ढीमर ने बताया कि वे छोटी किराना दुकान संचालित कर रही हैं। दतिया की श्रीमती कल्लन वाल्मीक, सीहोर की श्रीमती शिव कुमारी और खरगोन की श्रीमती प्रेमलता कर्मा ने बताया कि संबल योजना में मिली सहायता से परिवार के लालन-पालन और बच्चों की पढ़ाई में मदद मिली है। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कार्यक्रम में जुड़े सभी हितग्राहियों से लाड़ली बहना योजना, आयुष्मान योजना, खाद्यान्न पर्ची, उज्जवला योजना जैसी सभी कल्याणकारी योजनाओं से जुड़ने का आहवान किया।
जरूरतमंदों की जरूरत के समय मदद करती है संबल योजना : मंत्री पटेल
श्रम, पंचायत एवं ग्रामीण विकास मंत्री प्रहलाद सिंह पटेल ने मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव का योजना के क्रियान्वयन में पूर्ण सहयोग के लिए आभार व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री जनकल्याण संबल योजना वर्ष 2018 में प्रारंभ हुई थी। सरकार की यह योजना जरूरतमंदों की मदद करने वाली योजना है। योजना के प्रारंभ से अब तक 5 हजार 927 करोड़ रुपए का लाभ हितग्राहियों को मिल चुका है। उन्होंने कहा कि योजना में अनुग्रह सहायता योजना अंतर्गत श्रमिक की दुर्घटना में मृत्यु होने पर 4 लाख रुपए की राशि, सामान्य मृत्यु पर 2 लाख रुपए की राशि दी जाती है। स्थाई अपंगता पर 2 लाख रुपए एवं आंशिक स्थाई अपंगता पर 1 लाख रुपए की राशि श्रमिक परिवारों को दी जाती है। मंत्री पटेल ने कहा कि आज 23 हजार 162 प्रकरणों में श्रमिक परिवारों को 505 करोड़ रुपए की राशि अंतरित की जा रही है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री डॉ. यादव के मार्गदर्शन में योजना का बैकलॉग खत्म किया जा रहा है। आज के कार्यक्रम में कई जिले ऐसे हैं जहां हितग्राहियों को 10 करोड़ रुपए से अधिक की राशि दी जा रही है। उन्होंने कहा कि औसतन प्रति माह 3.5 हजार प्रकरणों का निराकरण संबल योजना के तहत किया जाता है।
74,697 किसानों से 5 लाख 80 हजार मीट्रिक टन से अधिक हुई गेहूँ खरीदी : खाद्य मंत्री राजपूत
28 Mar, 2025 09:45 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
भोपाल : खाद्य, नागरिक आपूर्ति एवं उपभोक्ता संरक्षण मंत्री गोविन्द सिंह राजपूत ने बताया है कि न्यूनतम समर्थन मूल्य पर प्रदेश में अभी तक 74697 किसानों से 5 लाख 80 हजार 711 मीट्रिक टन गेहूँ का उपार्जन किया जा चुका है। किसानों को उपार्जित गेहूँ का भुगतान भी लगातार किया जा रहा है। अभी तक 757 करोड़ 36 लाख रूपये का भुगतान किसानों को किया जा चुका है। गेहूँ का न्यूनतम समर्थन मूल्य 2425 रूपये है और राज्य सरकार द्वारा 175 रूपये प्रति क्विंटल बोनस दिया जा रहा है। इस तरह से गेहूँ की खरीदी 2600 रूपये प्रति क्विंटल की दर से की जा रही है।
जिला उज्जैन में एक लाख 19 हजार 535, सीहोर में 83735, देवास में 60456, शाजापुर में 60282, इंदौर में 42765, भोपाल में 38640, राजगढ़ में 36457, मंदसौर 25292, आगर मालवा में 23604, धार में 20564, विदिशा में 19593, हरदा में 13451, खण्डवा में 11082, रतलाम में 10857, नीमच में 3351, नर्मदापुरम में 3307, झाबुआ में 2965, रायसेन में 2708, बैतूल में 1000, दमोह में 460, खरगौन में 329, गुना में 252, सागर में 22 और अलीराजपुर में 4 मीट्रिक टन गेहूँ का उपार्जन किया जा चुका है।
इस वर्ष अभी तक न्यूनतम समर्थन मूल्य पर गेहूँ की बिक्री के लिये 13 लाख 98 हजार किसानों ने पंजीयन करवाया है। पंजीयन की अंतिम तारीख 31 मार्च है।
इंदौर शहर में 5 लाख से अधिक स्मार्ट मीटर स्थापना कार्य पूर्ण
28 Mar, 2025 09:30 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
भोपाल : मध्यप्रदेश पश्चिम क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी केंद्र एवं राज्य शासन की प्राथमिकता वाली स्मार्ट मीटर परियोजना का अत्यंत तेजी से प्रभावी रूप से संचालन कर रही हैं। शुक्रवार को इंदौर शहर में स्मार्ट मीटर स्थापना का आंकड़ा 5 लाख पार कर गया। इस उपलब्धि पर प्रदेश के ऊर्जा मंत्री प्रद्युम्न सिंह तोमर ने पश्चिम क्षेत्र कंपनी के कार्मिकों को बधाई दी है।
मप्र पश्चिम क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी इंदौर के प्रबंध निदेशक अनूप कुमार सिंह ने बताया कि स्मार्ट मीटर सेल के साथ ही जिलों की टीम स्मार्ट मीटर परियोजना का बहुत ही गंभीरता से संचालन कर गुणवत्ता से मीटर स्थापना, सटीक रीडिंग, डाटा कलेक्शन, त्रुटिरहित बिलिंग इत्यादि कार्य कर रही हैं। एमडी सिंह ने बताया कि उपभोक्ता सेवाओं में वृद्धि करते हुए स्मार्ट मीटरीकरण तेजी से जारी हैं। इसी के तहत इंदौर शहर में 5 लाख 500 स्मार्ट मीटर लग चुके हैं। यह संख्या मप्र के किसी भी शहर में सर्वाधिक हैं। इंदौर के बाद कंपनी क्षेत्र के उज्जैन जिले में 1.12 लाख, रतलाम जिले में 1.10 लाख स्मार्ट मीटर लग चुके हैं। अन्य जिलों में 10 हजार से 55 हजार स्मार्ट मीटर स्थापित कर दिए गए हैं। कंपनी क्षेत्र में 11.46 लाख स्मार्ट मीटर स्थापना कार्य पूर्ण कर लिया गया है। वर्तमान में करीब ढाई से 3000 स्मार्ट मीटर प्रतिदिन लगाए गए हैं। स्मार्ट मीटर रूफ टॉप सोलर नेट मीटर एवं टाइम ऑफ द डे बिल प्रणाली में भी कारगार साबित होकर उपभोक्ताओं को रियायत दिला रहे हैं।
मुख्यमंत्री डॉ. यादव से विश्व विख्यात बिजनेस कंसलटेंट डॉ. रामचरण ने भेंट की
28 Mar, 2025 09:15 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
भोपाल : मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव से विश्व विख्यात बिजनेस कंसलटेंट, लेखक तथा वक्ता डॉ. रामचरण ने समत्व भवन (मुख्यमंत्री निवास) में सौजन्य भेंट की। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने डॉ. रामचरण को प्रदेश में व्यवसाय अनुकूल पारिस्थितिकी तंत्र विकसित करने, प्रदेश को वैश्विक व्यापार मंचों पर आकर्षक निवेश गंतव्य के रूप में स्थापित करने और वैश्विक स्तर पर प्रदेश की निवेश क्षमता के प्रदर्शन के लिए जारी गतिविधियों से अवगत कराया। प्रदेश में लॉजिस्टिक हब, स्मार्ट औद्योगिक पार्क, स्टार्ट-अप इको सिस्टम, ए.आई., ऑटोमेशन, हरित ऊर्जा को प्रोत्साहित करने के संबंध में भी विचार विमर्श हुआ।
डॉ. रामचरण, कॉरपोरेट गवर्नेंस, व्यावसायिक प्रबंधन और तेजी से बदलते वर्तमान परिवेश में व्यावसायिक समस्याओं के समाधान के विशेषज्ञ हैं। उन्हें फॉर्च्यून पत्रिका ने सबसे प्रभावशाली सलाहकार और इकोनामिक टाइम्स ने वर्ष 2010 के लिए ग्लोबल इंडियन ऑफ द ईयर नामित किया है।
कर्मयोगी भाव, भावनाओं के साथ प्रतिबद्ध प्रयास समय की जरूरत : राज्यपाल पटेल
28 Mar, 2025 09:00 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
भोपाल : राज्यपाल मंगुभाई पटेल ने कहा है कि हमारे प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में देश इतिहास के ऐसे पड़ाव पर पहुंच गया है, जहां से साफ दिख रहा है कि 21वीं सदी भारत की सदी होगी। कर्मयोगी भाव, भावनाओं के साथ विकसित भारत के लिए प्रतिबद्ध प्रयास समय की जरूरत है। कर्मयोग दैनिक जीवन में उच्चतर उद्देश्य के लिए आगे बढ़ने का वह रास्ता है जो व्यक्तिगत उन्नति के साथ समाज सुधार और सेवा का प्रभावी साधन है।
मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा है कि मध्यप्रदेश राष्ट्र नीति के संकल्प पथ पर प्रतिबद्धता के साथ आगे बढ़ रहा है। हमारी विभिन्न भाषाए, बोलियां, मनोभाव और मूकभाव सभी संस्कृति के वह आभूषण है, जिन पर हमें गर्व है। प्रदेश में अन्य भाषाओं तमिल, तेलुगू आदि पढ़ने वाले विद्यार्थियों को प्रदेश में प्रोत्साहित किया जाएगा। उन्होंने कहा कि प्रदेश में मिशन कर्मयोगी के लिए राष्ट्रीय विशेषज्ञों को शामिल करते हुए कमेटी बनाई जाएगी।
यह बातें राज्यपाल पटेल और मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने आज राजभवन के सांदीपनि सभागार में आयोजित कार्यशाला के शुभारंभ कार्यक्रम में कही। कार्यशाला का आयोजन राजभवन मध्यप्रदेश द्वारा उच्च शिक्षा विभाग, निजी विश्वविद्यालय नियामक आयोग और यूनाइटेड कॉन्शियसनेस के सहयोग से किया गया था।
मुख्यमंत्री डॉ. यादव का राज्यपाल के अपर मुख्य सचिव के.सी. गुप्ता और अपर मुख्य सचिव अनुपम राजन ने छिंदवाड़ा के पारंपरिक बुनकरों द्वारा तैयार उत्तरीय परिधान और पुष्प-गुच्छ से स्वागत किया। कार्यशाला में उप कुलपति जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय प्रोफेसर शांतिधुलीपुड़ी पंडित, मध्यप्रदेश निजी विश्वविद्यालय नियामक आयोग के अध्यक्ष भरत शरण सिंह, मध्यप्रदेश हिन्दी ग्रंथ अकादमी के संचालक अशोक कड़ेल, आयुक्त उच्च शिक्षा निशांत बरबड़े भी मंचासीन थे।
कर्मयोगी कार्य संस्कृति को बनायें सशक्त
राज्यपाल पटेल ने कहा कि आज हमारे देश ने ज्ञान, विज्ञान, अर्थव्यवस्था सभी क्षेत्रों में अभूतपूर्व प्रगति की है। दुनिया में भारत की नई पहचान और साख बनी है। हमारा देश ऐसे मोड़ पर है, जहां से एकजुट और एकमत प्रयासों से राष्ट्र विकास की नई इबारत लिखी जा सकती है। उन्होंने कहा कि 4-5 दशक पूर्व आज के विकसित राष्ट्रों में भी ऐसे ही मोड़ आए थे। नागरिकों के कर्तव्यनिष्ठ और समर्पित प्रयासों से राष्ट्र का स्वरूप बदल दिया। राज्यपाल पटेल ने कहा कि विकसित भारत निर्माण के लिए कर्मयोगी, भावी पीढ़ी का निर्माण शिक्षकों का दायित्व है। उन्होंने कहा कि आज की दुनिया में कर्मयोगी बनने के लिए काम की प्रकृति चाहें जो भी हो, व्यक्तिगत लाभ की इच्छा, परिणाम, सफलता और असफलता किसी की भी चिंता किए बिना लगातार कार्य करना होगा। राज्यपाल पटेल ने कहा कि कर्मयोग पथ के अभ्यासी को शुरु-शुरु में परिणामों की चिंता, समाज की अपेक्षाएं, मान्यताएं और दैनिक जीवन की व्यस्तताओं में समय की कमी आदि की चुनौतियों का सामना करना पड़ सकता है। ये सभी चुनौतियां सकारात्मक दृष्टिकोण के साथ समय प्रबंधन और कर्तव्य पालन, ध्यान, साधना तथा चिंतन के नियमित आध्यात्मिक अभ्यास से दूर हो जाती है। राज्यपाल पटेल ने शिक्षा के तीर्थ स्थलों के प्रमुखों अपेक्षा की है कि वे कर्मयोग के सिद्धांतों पर शिक्षण, शोध कार्य के साथ ही विश्वविद्यालय के भीतर और बाहर स्वैच्छिक सेवा गतिविधियों को और अधिक प्रोत्साहित करें। व्यक्तिगत-व्यावसायिक जीवन में स्थिर भाव से कार्य की संस्कृति के द्वारा शैक्षणिक समुदाय के भीतर करुणा, सहानुभूति और पारस्परिक सहयोग को मजबूत बनायें। कर्मयोग के अभ्यास के लिए प्रेरक वातावरण निर्माण के कार्य करे। उन्होंने आशा व्यक्त की है कि कार्य शाला का चिंतन कर्मयोग के वैचारिक, व्यवहारिक आयामों को प्रकाशित करेंगे। निःस्वार्थ कर्तव्य पालक कर्म योगियों के निर्माण का मंच बनेगा।
कार्य शाला कर्मवाद के पुर्नजागरण की पहल: डॉ. मोहन यादव
मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि कर्मयोगी कार्य शाला का आयोजन अद्भुत है। कार्यक्रम का भाव और भावना अभूतपूर्व है। सौभाग्य की बात है कि 5 हजार वर्ष पूर्व प्रदेश की धरती से शिक्षित कर्मयोगी के कर्मवाद का पुनर्जागरण प्रदेश से ही हो रहा है। उन्होंने कहा कि हमारे प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी कर्मयोगी ऋषि परंपरा का अक्षरक्ष: प्रतिरूप है। प्रधानमंत्री जी के मनोभावों के आधार पर सुशासन के दृष्टिगत होने वाले सभी सुशासन के प्रयोगों को अंतिम कड़ी तक पहुँचाने का प्रयास मिशन कर्मयोगी है। निष्काम भाव, अहंकार से मुक्त बहुजन हिताय, बहुजन सुखाय के लिए निरंतर कार्य करना ही कर्मयोग है। उन्होंने कहा कि भारतीय संस्कृति की विशालता अद्भुत है, जो अतिरंजित बातों को भी सुन लेती है। सही, अच्छी बातों को सद्भावना के साथ लेकर आगे चलती है। इसी लिए आज दुनिया भारतीय दर्शन से प्रेरणा प्राप्त कर रही है। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि भारतीय संस्कृति का दायरा असीमित है, जिसमें सारे ब्रह्मांड के कल्याण का चिंतन है। भारत के तक्षशिला, नालंदा और विक्रमशिला विश्वविद्यालय जैसे ज्ञान के केंद्र सम्पूर्ण मानवता के लिए कार्य करते थे। भारत ने कभी दूसरे देशों पर आक्रमण नहीं किया।
कर्मयोग का चिंतन लक्ष्य पूर्ति के लिए निरंतर कार्य करना : मंत्री परमार
उच्च शिक्षा मंत्री इंदर सिंह परमार ने कहा कि कर्मयोगी बने कार्य शाला दूरगामी पहल है। कार्य शाला का चिंतन शिक्षा जगत में आमूल चूल परिवर्तन का माध्यम बनेगा। उन्होंने कहा कि कर्मयोग का चिंतन लक्ष्य पूर्ति के लिए निरंतर कार्य करते रहना है। समय और परंपराओं का अनुपालन मात्र राष्ट्र जीवन के लिए पर्याप्त नहीं है। राष्ट्र की आवश्यकता लक्ष्य पूर्ति के लिए निरंतर कार्य करते रहना है। कर्मयोग का चिंतन इसी अवधारणा पर आधारित है। उन्होंने कहा कि विकसित भारत के लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए कर्तव्यों का सर्वश्रेष्ठ पालन आवश्यक है।
नियमों के चिंतन से भूमिका की चिंता की ओर जाए : बाला सुब्रह्मण्यम
मानव संसाधन क्षमता निर्माण आयोग, मिशन कर्मयोगी के सदस्य प्रोफेसर बाला सुब्रह्मण्यम ने कहा कि न्यू इंडिया के लिए टीम इंडिया जरूरी है। टीम इंडिया के लिए कर्मचारियों को कर्मयोगी बनाना होगा। जरूरी है कि कर्मचारी विकसित भारत के भविष्य के लिए तैयार रहे। इसके लिए जीवन की सीख के द्वारा उनकी क्षमता को बढ़ाना होगा। क्षमता वृद्धि के लिए नियमों के चिंतन से भूमिका की चिंता की ओर जाना होगा। इसके लिए विकास का संकल्प, हमारी परंपराओं के प्रति गर्व का एहसास, अधिकारों की अपेक्षा, कर्तव्यों पर बल के चार संकल्प आवश्यक है। स्वाध्याय, समर्पण और स्वधर्म का प्रतिबद्ध पालन जरूरी है। उन्होंने मध्यप्रदेश में इस दिशा में हो रहे प्रयासों की सराहना करते हुए बताया कि राष्ट्रीय स्तर पर मिशन कर्मयोगी 2021 में शुरू हुआ। वर्ष 2022 में प्रदेश देश का पहला राज्य था जिसने इसकी पहल की । मध्यप्रदेश राष्ट्रीय स्तर से पहले प्रशिक्षण नीति बनाने वाला देश का पहला राज्य है। उच्च शिक्षा के क्षेत्र में इस दिशा में भी कार्यशाला के रूप में पहला प्रयोग भी मध्यप्रदेश ने ही किया है। उन्होंने आयोग के द्वारा राज्य सरकार के प्रयासों में सहयोग की बात कही है।
शिक्षकों को गुरु बनना होगा : प्रोफेसर के. राधाकृष्णन
बोर्ड ऑफ गवर्नर्स आई.आई.टी. कानपुर के अध्यक्ष पद्मके. राधाकृष्णन ने कहा कि विकसित भारत के लिए शिक्षकों को गुरु बनना होगा। श्रीमद् भगवत गीता के 700 श्लोक धर्म से प्रारंभ होकर मम पर समाप्त होते हैं श्रीमद् भगवत गीता सामूहिक और व्यक्तिगत रूप से धर्म पथ को प्रदर्शित कर बताती है कि समय का कर्म ही व्यक्ति का धर्म है। इसी लिए वह शाश्वत और प्रासांगिक है। उन्होंने कहा कि सभी परिस्थितियों में सम भाव से समान प्रयास और आसक्तियों को त्यागना ही कर्मयोग है। उन्होंने कहा कि भगवत गीता के अध्याय 16 में उत्तम व्यक्तियों के नैतिक मूल्यों का वर्णन किया गया है। युवाओं में सुप्त अवस्था वाले इन नैतिक मूल्यों को जाग्रत कर शिक्षकों को गुरु बनना होगा।
कर्मयोगी शिक्षा की चुनौतियों और समाधान की पहल: विक्रांत सिंह तोमर
यूनाइटेड कॉन्शियसनेस के ग्लोबल संयोजक विक्रांत सिंह तोमर ने कार्यशाला के संबंध में जानकारी देते हुए बताया कि कार्यशाला में 78 विश्वविद्यालयों के शिक्षा जगत के ख्यात नाम शामिल हुए है। उन्होंने बताया कि मध्यप्रदेश में कर्मयोगी शिक्षा का वातावरण बनाने की चुनौतियों और समाधान पर 11 हजार 7 सौ से अधिक शिक्षक और विद्यार्थियों ने चिंतन किया। उन्होंने 450 चुनौतियों और समाधान का चिन्हांकन किया है। प्रमुख 11 चुनौतियों और समाधान पर शिक्षाविदों के द्वारा कार्य शाला में विचार विमर्श किया जाएगा।
कार्यशाला प्रतिभागियों में प्रदेश के सरकारी और निजी विश्वविद्यालयों के कुलगुरु, कुलपति, कुल सचिव, प्राचार्य पी.एम एक्सीलेंस और स्वशासी महाविद्यालय शामिल थे।
चुनावी रणनीतिकारों को बिहार विधानसभा के मोर्चे पर तैनात करेगी पार्टी
28 Mar, 2025 09:00 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
भोपाल । आगामी महीनों में बिहार में होने वाले विधानसभा चुनाव में भाजपा प्रत्याशियों को जीताने के लिए मप्र के चुनावी रणनीतिकार मोर्चा संभालेंगे। पार्टी सूत्रों का कहना है कि पिछले कुछ सालों के दौरान अन्य राज्यों में संपन्न हुए विधानसभा चुनाव में मप्र के जिन नेताओं ने भाजपा को जीताने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है उनकी सूची बनाई जा रही है। गौरतलब है कि किसी भी राज्य में चुनाव होते हैं तो भाजपा और उसके प्रत्याशियों के लिए काम करने मप्र से भी अनुभवी कार्यकर्ता चुनावी तैयारी के लिए भेजे जाते हैं। इसी कड़ी में बिहार विधानसभा चुनाव की तैयारी के लिए मप्र के अनुभवी कार्यकर्ताओं को भी वहां भेजा जाएगा। पूर्व जिलाध्यक्ष, पूर्व पदाधिकारी, पूर्व संगठन मंत्री और महिला कार्यकर्ताओं सहित लगभग 250 नेताओं की टीम बिहार भेजी जाएगी। कुछ मंत्रियों और वरिष्ठ नेताओं को भी जिलों की कमान दी जाएगी। ये लोग वहां चुनाव से पहले बूथ प्रबंधन का काम देखेंगे। प्रदेश के संगठन क्षमता वाले कार्यकर्ताओं का पार्टी कई राज्यों में उपयोग करती रही है।
अनुभवी कार्यकर्ताओं को भेजती है पार्टी
भाजपा विधानसभा चुनाव में विभिन्न राज्यों से उन कार्यकर्ताओं को पहले ही बुला लेती है, जिन्हें कई राज्यों में चुनाव के दौरान सांगठनिक कार्यों का लंबा अनुभव हो। इन जमीनी कार्यकर्ताओं को विधानसभा क्षेत्र की सामाजिक, आर्थिक और भौगोलिक स्थिति के अनुसार रणनीति बनाने में महारत होती है। राजनीतिक विशेषज्ञों का कहना है कि बिहार में इस बार राष्ट्रीय जनता दल सहित बिखरे हुए कुछ विपक्षी दलों के भाजपा के विरुद्ध अंदरूनी तौर पर एकजुट होने की संभावना से इनकार नहीं किया सकता है इसलिए पार्टी मजबूत रणनीति और तैयारी के साथ चुनाव में उतरना चाहती है। ऐसे में भाजपा संगठन की तैयारी में कोई कमी नहीं छोडऩा चाहेगी। हाल ही में बिहार दिवस पर वहां के नेताओं ने मप्र आकर एक भारत-श्रेष्ठ भारत का कार्यक्रम कर लोगों को जोडऩे का काम आरंभ कर दिया है ताकि ये लोग बिहार के अपने रिश्तेदारों को भाजपा के साथ जोड़ सकें। अलग-अलग क्षेत्र में भी दोनों राज्यों में रोटी-बेटी के संबंध वाले लोगों की संख्या बहुत है। यही वजह है कि प्रदेश के नेताओं को बिहार में अलग-अलग विधानसभा क्षेत्रों में तैनात किया जाएगा।
बूथ से लेकर जिलों में होगी तैनाती
मप्र से भेजे जाने वाले नेता-कार्यकर्ता बूथ से लेकर शक्ति केंद्र, मंडल और जिलों में तैनात किए जाएंगे। यहां संगठन को चुनावी तैयारियों के लिहाज से ये नेता-कार्यकर्ता प्रशिक्षित करेंगे। मेरा बूथ-सबसे मजबूत के लक्ष्य को बिहार भाजपा संगठन ने कितना प्राप्त किया है और उसमें यदि कुछ कमी रह गई है, तो इसका आकलन कर वहां के कार्यकर्ताओं को प्रशिक्षण भी देंगे। परोक्ष रूप से केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह बिहार चुनाव पर अभी से नजर रख रहे हैं। बता दें, मध्य प्रदेश से कुछ समय पहले हुए दिल्ली और उससे पहले गुजरात व झारखंड के विधानसभा चुनाव में भी कार्यकर्ताओं को भेजा गया था। मध्य प्रदेश के साथ इन राज्यों में भी रोटी-बेटी के संबंध वाले लोगों की संख्या बहुत है। गुजरात विधानसभा चुनाव की तैयारी के लिए 92 अनुभवी कार्यकर्ताओं को भेजा गया था। तब प्रदेश भाजपा उपाध्यक्ष जीतू जिराती और पूर्व संगठन मंत्री श्याम महाजन को जिम्मेदारी सौंपी गई थी।
गैर राजनीतिक पृष्ठभूमि वाले 100 प्रोफेशनल्स का दी जाएगी दो दिन ट्रेनिंग
28 Mar, 2025 07:00 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
भोपाल । हमेशा मिशन मोड में रहने वाली भाजपा अब गैर राजनीति पृष्ठभूमि के लोगों को ट्रेनिंग देकर पार्टी की ‘फ्यूचर फोर्स’ तैयार करेगी। इसके लिए 100 प्रोफेशनल्स का चयन किया गया है, जिनको भोपाल में 29 और 30 मार्च को वर्कशॉप में ट्रेनिंग दी जाएगी। इस वर्र्कशॉप को आई एम बीजेपी फ्यूचर फोर्स नाम दिया गया है। इस फ्यूचर फोर्स के लिए चयनित विभिन्न क्षेत्रों के प्रोफेशनल्स को भाजपा की रीति, नीति, काम करने की पद्धति का प्रशिक्षण दिया जाएगा। गौरतलब है कि भाजपा सालभर संगठन विस्तार और मजबूती पर का करती है। 15 अगस्त 2024 को प्रधानमंत्री ने लाल किले की प्राचीर से कहा था कि राजनीति में ऐसे नए लोगों को अवसर मिलना चाहिए जिनके परिवारों का पहले से कोई राजनीतिक बैकग्राउंड न हो। पीएम मोदी के इस प्लान पर सबसे पहले मप्र ने अमल करना शुरू किया है। भोपाल में 29 और 30 मार्च को देश की पहली फ्यूचर लीडर्स वर्कशॉप होगी, जिसमें विभिन्न क्षेत्रों के सौ प्रोफेशनल्स को कुल 9 सत्रों में प्रशिक्षण दिया जाएगा।
750 में से 100 का चयन
बीजेपी फ्यूचर फोर्स के लिए जिन 750 लोगों को शॉर्टलिस्ट किया गया। उनके चयन के लिए भाजपा ने एक एसओपी बनाई। इसमें प्रोफेशनल क्वालिफिकेशन, आइडियोलॉजी, एक्सपीरियंस जैसे प्वाइंट्स पर नंबर दिए गए। इस एसओपी में इस बात को लेकर सख्त हिदायत थी कि जिन परिवारों के लोग राजनीति में हैं उन युवाओं को सिलेक्ट न किया जाए। इस प्रक्रिया से 100 प्रोफेशनल्स का चयन किया गया है। इसमें इंजीनियर, डॉक्टर, वकील, चार्टर्ड अकाउंटेंट, सोशल वर्कर, स्टार्टअप, युवा उद्यमी, पत्रकार, एक्स आर्मी मैन, आईआईटीयन, महिला उद्यमी सहित अलग-अलग फील्ड के प्रोफेशनल्स को राजनीति में लाने के लिए भाजपा ट्रेनिंग प्रोग्राम शुरू कर रही है।
सीएम सहित बड़े नेता सिखाएंगे बारीकियां
भोपाल में 29 और 30 मार्च को दो दिन तक वर्कशॉप में सीएम यादव, केन्द्रीय रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव, सांसद बांसुरी स्वराज, डॉ. विनय सहस्त्रबुद्धे, डॉ. अनिर्वान गांगुली, बीजेपी के राष्ट्रीय सह संगठन महामंत्री शिवप्रकाश, प्रदेश संगठन महामंत्री हितानंद शर्मा, भाजपा प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा, संसदीय कार्यमंत्री कैलाश विजयवर्गीय, विधानसभा अध्यक्ष नरेन्द्र सिंह तोमर सहित राज्य सरकार के चुनिंदा मंत्री सत्रों को संबोधित करेंगे। दो दिनों की इस वर्कशॉप में कुल 9 सत्र होंगे। पहले दिन 29 मार्च को तीन सत्र होंगे। जबकि 30 मार्च को 6 सत्र होंगे। इन सत्रों को सीएम डॉ. मोहन यादव, रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव, बीजेपी के राष्ट्रीय सह संगठन महामंत्री शिवप्रकाश, लोकसभा सांसद बांसुरी स्वराज, राज्यसभा सांसद डॉ. विनय सहस्त्रबुद्धे, मप्र के संसदीय कार्य मंत्री कैलाश विजयवर्गीय, भाजपा प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा, सहित तमाम विशेषज्ञ संबोधित करेंगे।