मध्य प्रदेश
आज से उज्जैन-अमरकंटक-दतिया में नहीं बिकेगी मदिरा
1 Apr, 2025 10:14 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
भोपाल। मप्र के 17 धार्मिक नगरों में मंगलवार से शराबबंदी लागू। यानी अब प्रदेश के 19 धार्मिक क्षेत्रों में शराब नहीं बिकेगी और दुकानें बंद हो जाएंगी। बंद दुकानों को कहीं और शिफ्ट नहीं किया जाएगा। ये पूर्णत बंद होंगी। मप्र के शहरों के धार्मिक महत्व को देखते हुए ये फैसला लिया गया है। शहरों के अलावा नर्मदा नदी के दोनों किनारों के पांच-पांच किमी दायरे तक शराब दुकान नहीं रहेंगी। उज्जैन की निगम सीमा की 17 दुकानें, 11 होटल-रेस्तरां बंद होंगे। 19 नगरों में 47 शराब दुकानें बंद होंगी। हालांकि खुद के पीने के लिए शराब रखी जा सकेगी। राजस्व की भरपाई जिले की दूसरी दुकानों से होगी।
राज्य के मुख्यमंत्री मोहन यादव ने पिछले दिनों 19 नगरीय और ग्रामीण इलाकों के पवित्र क्षेत्र में पूर्ण शराबबंदी का ऐलान किया था। इस फैसले पर अमल करते हुए राजभवन से अधिसूचना भी जारी कर दी गई है। इसके मुताबिक राज्य के 13 नगरीय और छह ग्रामीण निकायों में संचालित शराब दुकानें एक अप्रैल से बंद की जाएंगी। महाकाल ज्योतिर्लिंग होने के कारण उज्जैन को शराब से मुक्त किया जा रहा है। यहां की सभी दुकानें बंद की जाएंगी। यानी कि उज्जैन नगर निगम का दायरा शराब से मुक्त रहेगा। इसके अलावा अलग-अलग नगर पालिकाएं, नगर पंचायतें भी पूरी तरह से शराब मुक्त की गईं हैं।
दतिया-पन्ना-अमरकंटक में पूरी तरह बैन
मप्र के अन्य बड़े शहर जहां पर धार्मिक कारणों से शराबबंदी लागू की गई है, उनमें दतिया एक मुख्य जगह है। सीएम मोहन यादव ने कहा है कि पीतांबरा पीठ होने की वजह से यहां शराबबंदी की गई है। वहीं अमरकंटक नर्मदा का उद्गम स्थल है। इस वजह से यहां शराब प्रतिबंधित रहेगी। मंदसौर में पशुपतिनाथ का मंदिर है। यहां के लोग लंबे समय से शराब बंदी की मांग भी कर रहे थे। मैहर में माता शारदा विराजित हैं। इसके अलावा पन्ना में भी शराब पर रोक लगाई गई है।
इन 19 पवित्र क्षेत्रों में शराबबंदी
अधिसूचना के अनुसार 19 पवित्र क्षेत्र में शराबबंदी की गई है, जिसमें उज्जैन नगर निगम, ओंकारेश्वर नगर पंचायत, महेश्वर नगर पंचायत, मंडलेश्वर नगर पंचायत, ओरछा नगर पंचायत, मैहर नगर पालिका, चित्रकूट नगर पंचायत, दतिया नगर पालिका, पन्ना नगर पालिका, मंडला नगर पालिका, मुलताई नगर पालिका, मंदसौर नगर पालिका, अमरकंटक नगर पंचायत, सलकनपुर ग्राम पंचायत, बरमान कला ग्राम पंचायत, लिंगा ग्राम पंचायत, बरमान खुर्द ग्राम पंचायत, कुंडलपुर ग्राम पंचायत और बांदकपुर ग्राम पंचायत शामिल हैं।
शिवपुरी के पुरणखेड़ी टोल प्लाजा पर कार यात्रियों को 155 की जगह अब 160 रुपए टोल टैक्स लगेगा. 1 अप्रैल से टोल टैक्स दर बढ़ा
1 Apr, 2025 09:33 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
शिवपुरी: नेशनल हाईवे अथॉरिटी ऑफ इंडिया ( एनएचएआइ) ने अपने टोल प्लाजा (Toll Plaza) पर एक बार फिर राशि बढ़ा दी है. 1 अप्रैल 2025 से बढ़ी हुई राशि के साथ टोल टैक्स वसूले जाएंगे. मध्य प्रदेश से गुजरने वाले हाईवे पर यात्रियों को अब लगभग 1% से 5% तक अधिक टोल चुकाना होगा. वहीं, इसको लेकर यात्रियों में नराजगी है और वे सरकार से लाइफटाइम और वार्षिक टोल प्लान को जल्द लागू करने की मांग कर रहे हैं.
कितना लगेगा टोल टैक्स
शिवपुरी जिले से गुजरने वाले 2 नेशनल हाईवे हैं. नेशनल हाईवे 46 जिसके अंतर्गत 2 टोल प्लाजा आते हैं. अब तक पूरणखेड़ी टोल प्लाजा से गुजरने वाले कार यात्रियों को 155 रुपए टोल टैक्स देने होते थे, जो अब बढ़कर 160 रुपए हो गया है. वहीं, भारी वाहनों को 800 रुपए तक टोल टैक्स चुकाने पड़ सकते हैं. इसी तरह नेशनल हाईवे 46 पर स्थित सुभाषपुरा टोल प्लाजा और नेशनल हाईवे 27 पर स्थित रामनगर टोल प्लाजा पर भी दरें बढ़ाई गई है.
लाइफटाइम और वार्षिक टोल प्लान की मांग
यात्रियों का कहना है कि टोल टैक्स में बढ़ी हुई दरें उनकी जेब के ऊपर असर डालेंगे. यही वजह है कि वे सरकार से नई नीति को जल्द लागू करने की बात कह रहे हैं. जिसमें सरकार ने कहा है कि 3 हजार का वार्षिक प्लान और 30 हजार का लाइफटाइम प्लान लेने के बाद लोगों को टोल टैक्स से निजात मिलेगी.
90 रुपए से हुई थी यहां टोल टैक्स की शुरुआत
नेशनल हाईवे 46 को डबल रोड में कन्वर्ट करके जब टोल टैक्स बनाया गया, तब इसमें टोल टैक्स 90 रुपए था. अब बढ़ते-बढ़ते यह 160 रुपए हो गया है, जो कि दोगुने के करीब है. टोल टैक्स पर बढ़ी हुई दरें 1 अप्रैल 2025 से लागू कर दी गई है.
मध्य प्रदेश में बिजली बिल में भी बढ़ोत्तरी
इसके साथ ही मध्य प्रदेश में बिजली बिल में भी महंगा हुई है, जो 1 अप्रैल से लागू कर दिया गया है. जिसमें एक महीने में 50 यूनिट तक बिजली जलाने वालों को 18 पैसे प्रति यूनिट ज्यादा बिल देने होंगे. वहीं, 150 यूनिट तक खपत करने पर 26 पैसे प्रति यूनिट महंगी बिजली बिल देना होगा.
पशुपालन राज्य मंत्री पटेल द्वारा बुल मदर फार्म का निरीक्षण
31 Mar, 2025 11:15 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
भोपाल : पशुपालन एवं डेयरी राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) लखन पटेल द्वारा सोमवार को बुल मदर फार्म एवं भ्रूण प्रत्यारोपण प्रयोगशाला, भोपाल का निरीक्षण किया गया। उन्होंने विभिन्न नस्लों गिर, थारपारकर एवं राठी नस्ल की गायों को देखा और फार्म पर किये जा रहे विभिन्न कार्यों के बारे में डॉ. राजू रावत, प्रबंध संचालक, मध्य प्रदेश राज्य पशुधन एवं कुक्कुट विकास निगम एवं डॉ. अमिताब बैनर्जी, प्रबंधक, बुल मदर फार्म से चर्चा की।
निरीक्षण के दौरान राज्य मंत्री पटेल ने मदर फार्म एवं भ्रूण प्रत्यारोपण प्रयोगशाला के शेड की छतों पर सोलर पैनल लगवाने के निर्देश दिए, जिससे बिजली उत्पादन कर आय बढ़ाई जा सके। साथ ही आईवीएफ के आवर्ती व्यय के लिए राशि उपलब्ध कराने हेतु परियोजना तैयार कर प्रस्तुत करने के निर्देश दिए।
प्रबंध संचालक डॉ. राजू ने बताया कि विभागीय मंत्री द्वारा पूर्व में भ्रमण के दौरान बुल मदर फॉर्म के सुदृढ़ीकरण एवं नए पशु लाने के निर्देश दिए गए थे। उक्त निर्देशों के अनुपालन में प्रोजेक्ट तैयार कर लिया गया है, जिसे भारत सरकार को भेजे जाने हेतु बैठक में रखा जायेगा। इसी प्रकार अधिक दुग्ध उत्पादन हेतु पशुओं को साइलेज खिलाने के निर्देश भी दिए गए थे। इस संबंध में पशुपालन विभाग द्वारा निविदा की कार्यवाही कर साइलेज के दाम प्राप्त किए गए हैं। उन्हीं दामों पर पशुओं के लिए साइलेज क्रय करने की कार्यवाही की जा रही है।
बैतूल में एम.पी. ट्रांस्को के कार्मिकों ने सीखीं जीवन रक्षक तकनीक
31 Mar, 2025 11:00 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
भोपाल : मध्यप्रदेश पावर ट्रांसमिशन कंपनी (एम.पी. ट्रांसको) स्थानीय जिला चिकित्सालयों और मेडिकल कॉलेजों के सहयोग से मध्यप्रदेश में एम.पी. ट्रांसको के कर्मियों के लिए ‘‘सी.पी.आर. एवं अन्य ऐसे ही जीवन रक्षक तकनीकों‘‘ पर प्रशिक्षण कार्यशाला आयोजित की जा रही हैं। इसी क्रम में एक प्रशिक्षण कार्यशाला बैतूल में आयोजित की गई।
प्रशिक्षण कार्यशाला में कंपनी के बैतूल स्थित सबस्टेशन एवं अति उच्चदाब संधारण बैतूल के समस्त अधिकारी एवं कर्मचारियो को मेडिकल आफिसर डॉ. रानू वर्मा द्वारा व्यवहारिक और उपयोगी प्रशिक्षण दिया गया।
कंपनी के कार्मिकों एवं समाज के लिए बहुउपयोगी एवं जीवनरक्षक इस कार्यशाला के सफल आयोजन में एम.पी. ट्रांसको के करीब 30 मेंटनेन्स, ऑपरेटिंग एवं सुरक्षा कर्मियों ने हिस्सा लिया। सी.पी.आर. प्रशिक्षण के लिए उपयोग किये जाने वाले मानव पुतले एवं कुछ वीडियों की सहायता से सी.पी.आर. तकनीक का विस्तृत प्रशिक्षण दिया गया। प्रशिक्षण के दौरान यह सुनिश्चित किया गया कि प्रत्येक प्रतिभागी विषय विशेषज्ञ की निगरानी में मानव पुतले पर सी.पी.आर. तकनीक का अभ्यास करे।
प्रदेश में परिवहन सेवाओं को और बेहतर बनाया जाएगा : मुख्यमंत्री डॉ. यादव
31 Mar, 2025 10:45 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
भोपाल : मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा है कि प्रदेश के ग्रामीण, शहरी और इंटरसिटी परिवहन व्यवस्था को सुदृढ़ बनाया जाएगा। इसके लिए मुख्यमंत्री सुगम परिवहन सेवा प्रारंभ की जाएगी। योजना का प्रस्ताव तैयार कर लिया गया है। सबके साथ विस्तृत विचार-विमर्श, सुझाव एवं सहमति के बाद शीघ्र ही इस योजना प्रस्ताव को अनुमोदन के लिये मंत्रि-परिषद की बैठक में लाया जायेगा। मुख्यमंत्री डॉ. यादव सोमवार को मुख्यमंत्री निवास स्थित समत्व भवन में नवीन परिवहन सेवा (मुख्यमंत्री सुगम परिवहन सेवा) के संबंध में प्रारंभिक चर्चा के लिए आयोजित एक उच्च स्तरीय बैठक को संबोधित कर रहे थे।
मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि प्रदेश में परिवहन सेवाओं को और बेहतर बनाया जाएगा। ग्रामीण क्षेत्रों में विशेषकर प्रदेश के सभी जनजातीय क्षेत्रों में सुगम यात्री परिवहन के लिए सरकार हर जरूरी प्रयास करेगी। पंचायत एवं ग्रामीण विकास मंत्री प्रहलाद पटेल, नगरीय विकास एवं प्रशासन मंत्री कैलाश विजयवर्गीय, मुख्य सचिव अनुराग जैन ने बैठक में वर्चुअली सहभागिता की। समत्व में हुई बैठक में स्कूल शिक्षा एवं परिवहन मंत्री उदय प्रताप सिंह, अपर मुख्य सचिव मुख्यमंत्री कार्यालय डॉ. राजेश राजौरा, अपर मुख्य सचिव नगरीय विकास एवं प्रशासन संजय कुमार शुक्ल, सचिव परिवहन मनीष सिंह, सचिव मुख्यमंत्री सिबी चक्रवर्ती एवं संचालक जनसम्पर्क अंशुल गुप्ता सहित अन्य अधिकारी उपस्थित थे।
मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि प्रदेश की यात्री परिवहन संबंधी भावी आवश्यकताओं को ध्यान में रखकर इस नवीन योजना के सभी पक्षों पर गहनता से अध्ययन करें, जिससे यात्रियों को इसका अधिकतम लाभ मिल सके।
सचिव परिवहन मनीष सिंह ने नवीन परिवहन सेवा योजना की विस्तार से जानकारी दी। उन्होंने बताया कि नई परिवहन योजना में प्रदेश में यात्री बसों के संचालन की त्रि-स्तरीय मॉनिटरिंग की जाएगी। इसके लिए प्रदेश मुख्यालय स्तर पर एक राज्यस्तरीय होल्डिंग कंपनी गठित की जाएगी। प्रदेश के सात बड़े संभागों (भोपाल, इंदौर, जबलपुर, ग्वालियर, उज्जैन, सागर एवं रीवा) में 7 क्षेत्रीय सहायक कंपनियां भी गठित की जाएगी। इसी उद्देश्य से प्रदेश के सभी जिलों में जिला स्तरीय यात्री परिवहन समिति गठित भी की जायेंगी। यह सभी बॉडीज यात्री परिवहन को बेहतर बनाने, यात्री किराया तय करने, रूट चार्ट तैयार करने में समन्वय और यात्रियों को योजना का अधिकतम लाभ दिलाने के लिए अनुश्रवण एवं मार्गदर्शन करेगी।
बताया गया कि सात क्षेत्रीय सहायक कंपनियों की आय अर्जन के स्रोत निर्माण के लिए भी इस योजना में विशेष इंतजाम किए जाएंगे। नवीन योजना में सरकार अनुबंधित बसों को प्राथमिकता से परमिट देगी। इन बसों पर प्रभावी नियंत्रण सरकार का ही होगा। नवीन योजना में यात्रियों एवं बस ऑपरेटर्स के लिए ऐप और कंपनी की मॉनिटरिंग के लिए एक डैशबोर्ड भी होगा नवीन परिवहन सेवा के संचालन के लिए प्रदेश के सात बड़े संभागों में यात्री बसों की आवश्यकता और जरूरी संख्या के लिए सर्वे कराये जा रहे हैं। सर्वे के परिणाम जल्द ही प्राप्त हो जायेंगे। सर्वे के फीडबैक के आधार पर सरकार इस योजना के क्रियान्वयन की दिशा में आगे बढ़ेगी। बताया गया की नवीन परिवहन योजना का सबसे अधिक लाभ यात्रियों को होगा। बस ऑपरेटर्स को भी बेहतर माहौल और उन्हें कन्टीन्यू बिजनेस देने का प्रावधान भी इस नवीन परिवहन सेवा योजना में की गई है, जिससे आपरेटर्स की बस सेवाएं बाधित न हो और यात्रियों को भी कोई परेशानी न हो।
मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने सदाकाल गुजरात-भोपाल कार्यक्रम में पधारे गुजरात के मुख्यमंत्री श्री पटेल का किया स्वागत
31 Mar, 2025 10:30 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
भोपाल : मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने सोमवार की शाम स्टेट हैंगर भोपाल पर गुजरात के मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल और गुजरात के गृहमंत्री हर्ष संघवी के आगमन पर उनका पुष्प-गुच्छ और अंगवस्त्र से स्वागत किया। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने गुजरात के मुख्यमंत्री पटेल और गृह मंत्री संघवी को राजा भोज की प्रतिमा भेंट की।
मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि नर्मदा मैया ने मध्यप्रदेश और गुजरात को समद्ध बनाने का कार्य किया है। मध्यप्रदेश में अनेक नगरों में बड़ी संख्या में गुजराती बंधु निवास करते हैं। गुजरात के साथ ही मध्यप्रदेश से भी अन्य देशों तक जाकर गुजराती समाज के उद्यमियों और प्रोफेशनल्स ने परिश्रम से स्थान बनाया है। गुजरात के मुख्यमंत्री पटेल ने मुख्यमंत्री डॉ. यादव के स्वागत से भाव-विभोर होकर कहा कि उन्हें यहां आकर आत्मीयता का अहसास हुआ है। गुजरात और मध्यप्रदेश के बीच परस्पर सहयोग की सुदृढ़ परम्परा है। "सदाकाल गुजरात-भोपाल" के माध्यम से इन संबंधों में नया आयाम जुड़ रहा है।
गुजरात के मुख्यमंत्री पटेल "सदाकाल गुजरात-भोपाल" कार्यक्रम में हिस्सा लेने के लिए भोपाल पधारे हैं। गुजरात और मध्यप्रदेश के संबंधों में एक नया आयाम सदाकाल गुजरात कार्यक्रम के माध्यम से जुड़ रहा है। गुजरात से बाहर बसने वाले गुजरातियों के योगदान को सम्मानित करने के लिए सदाकाल गुजरात-भोपाल का कार्यक्रम किया गया। इसमें सांस्कृतिक प्रस्तुतियों के साथ ही गुजराती व्यंजनों का उत्सव भी आयोजित किया गया है। इस अवसर पर गुजरात के अनेक मंदिरों के वर्चुअल दर्शन की व्यवस्था भी रविंद्र भवन भोपाल में की गई। गुजरात सरकार ने गुजरात स्टेट नॉन रेजिडेंट गुजराती फाउंडेशन के सहयोग से यह कार्यक्रम आयोजित किया है।
स्टेट हैंगर परिसर में किया पौधरोपण, गुजराती समाज ने की भेंट
मुख्यमंत्री डॉ. यादव और गुजरात के मुख्यमंत्री पटेल ने स्टेट हैंगर परिसर में संयुक्त रूप से आम का पौधा लगाया। इस अवसर पर गुजराती समाज भोपाल के संजय पटेल, हर्षद, श्रीमती प्रिया पाटीदार, चेतन पटेल, रेनका मेहता और अन्य पदाधिकारियों ने गुजरात के मुख्यमंत्री पटेल से सौजन्य भेंट की। गुजरात के मुख्यमंत्री से राहुल कोठारी एवं अन्य जन-प्रतिनिधियों ने भी भेंट कर उनका स्वागत किया।
लोकमाता अहिल्या बाई के जनकल्याण और सुशासन के कार्य प्रेरणादायक : मुख्यमंत्री डॉ. यादव
31 Mar, 2025 10:15 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
भोपाल : मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा है कि लोकमाता देवी अहिल्या बाई ने 300 वर्ष पहले जनकल्याण के जो काम किये और सभी संकटों को पार कर सुशासन के प्रतिमान स्थापित किए हैं, वे आज हम सब के लिए प्रेरणादायक हैं। मुख्यमंत्री डॉ. यादव सोमवार को लोकमाता देवी अहिल्या की नगरी खरगोन जिले के महेश्वर में विश्व मांगल्य सभा द्वारा ‘राष्ट्रसमर्था देवी अहिल्याबाई की पुण्य गाथा’ नाटक के मंचन अवसर पर उपस्थित जनसमुदाय को संबोधित कर रहे थे। इस अवसर पर मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने आयुषी जैन द्वारा देवी अहिल्या बाई की जीवनगाथा पर लिखी गई पुस्तक का विमोचन भी किया।
मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि देवी अहिल्या बाई ने होल्कर साम्राज्य के साथ ही सम्पूर्ण देश में जन-कल्याण के कार्य किए हैं। मुगल काल में सनातन संस्कृति को नष्ट करने का काम किया गया, लेकिन नर्मदा पुत्री देवी अहिल्याबाई ने सनातन संस्कृति की रक्षा का काम किया। उन्होंने सोमनाथ, काशी विश्वनाथ ज्योतिर्लिंग मंदिरों की पुनर्स्थापना को बनाने का कार्य किया है। देवी अहिल्या ने देश भर में नदी घाटों का निर्माण कराया, गरीबों की दिल खोलकर मदद की, रोजगार के लिए महेश्वरी साड़ियों का निर्माण कराया, व्यापार को प्रोत्साहन दिया, किसानों की मदद की और न्याय एवं सुशासन के अनेकों कीर्तिमान स्थापित किए हैं। इतिहास माता अहिल्या के विविध प्रसंगों से भरा हुआ है।
मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि माता अहिल्या बाई के कार्यों से प्रेरणा लेकर हमारी सरकार ने पहला दशहरा महेश्वर में मनाया और केबिनेट की बैठक भी महेश्वर में आयोजित की है। प्रदेश की सशस्त्र वाहिनी क्रमांक 01 को अहिल्या माता का नाम दिया गया है। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने महेश्वर में देवी अहिल्या की जीवनगाथा पर नाटक मंचन के लिए विश्व मांगल्य सभा की सराहना की। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने अतिथियों के साथ सम्पूर्ण नाटक का मंचन देखा।
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सरकार्यवाह दत्तात्रेय होसबोले ने कहा कि लोकमाता देवी अहिल्याबाई की 300 जन्म जयंती के अवसर पर महेश्वर में नाटक का मंचन किया जा रहा है। यह नाटक अहिल्याबाई के कार्यों से आमजन को राष्ट्र निर्माण की प्रेरणा देगा। देवी अहिल्या ने मंदिरों का जीर्णोद्धार कराया है। हमारे देश में देवी अहिल्या, रानी लक्ष्मीबाई, रानी दुर्गावती, रानी चैनम्मा जैसी नारी शक्ति ने शासक के रूप में इस धरती का संचालन किया है। यह हमारे लिए गर्व और प्रेरणा का आदर्श है।
इस अवसर पर केन्द्रीय महिला एवं बाल विकास राज्यमंत्री सावित्री ठाकुर, मध्यप्रदेश के संस्कृति, पर्यटन, धार्मिक न्यास एवं धर्मस्व राज्यमंत्री धर्मेन्द्र सिंह लोधी, होल्कर स्टेट के युवराज यशवंत राव होल्कर, विश्व मांगल्य सभा की अध्यक्ष रेखा खंडेलवाल, राष्ट्रीय संगठन मंत्री डॉ. वृषाली जोशी, विश्व मांगल्य सभा मध्यप्रदेश की अध्यक्ष सूरज डामोर, सांसद ज्ञानेश्वर पाटिल, डॉ. सुमेर सिंह सोलंकी, विधायक राजकुमार मेव, बालकृष्ण पाटीदार, सचिन बिरला सहित अधिकारी एवं बड़ी संख्या में आमजन उपस्थित थे।
जल संवर्धन के साथ उसका संरक्षण आज की महती आवश्यकता : मुख्यमंत्री डॉ. यादव
31 Mar, 2025 10:00 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
भोपाल : मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा है कि लोकतंत्र में जनता ही सरकार की सबसे बड़ी ताकत है। जनता को साथ लेकर प्रदेश के चहुँमुखी विकास की ओर हम आगे बढ़ रहे हैं। वित्तीय वर्ष 2025-26 के बजट निर्माण में भी प्रदेश की जनता को जोड़ते हुए उनसे सुझाव आमंत्रित किये गये। प्रदेश में सभी प्रमुख त्यौहार भी प्रदेशवासियों को साथ लेकर मनाने की शुरूआत की गई है। अब 30 मार्च से प्रारंभ हुए राज्य स्तरीय जल गंगा संवर्धन अभियान में भी जन-भागीदारी को प्राथमिकता के साथ जोड़ा गया है। जल संकट को दूर करने बारिश के जल को अधिक से अधिक संग्रहण करने 30 मार्च से प्रांत व्यापी “जल गंगा संवर्धन’’ अभियान की शुरूआत की गई है। यह अभियान 30 जून तक निरंतर जारी रहेगा।
मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि “जल गंगा संवर्धन’’ अभियान का राज्य स्तरीय शुभारंभ महाकाल की नगरी उज्जैन में क्षिप्रा नदी के तट से किया गया। इसमें राज्यपाल मंगुभाई पटेल और केन्द्रीय विधि एवं न्याय राज्य मंत्री डॉ. अर्जुनराम मेघवाल भी शामिल हुए। मुख्यमंत्री यादव ने कहा कि प्रदेश में वर्षा जल की बूंद-बूंद बचाने का "जल गंगा संवर्धन" महा अभियान ग्रीष्म ऋतु में 30 जून तक 90 दिन से अधिक समय तक लगातार चलेगा। इस दौरान प्रति दिन छोटी-बड़ी जल संरचनाएं निर्मित कर लोकार्पित की जाएंगी। जल संरक्षण के इस अभियान से प्रदेश के भू-जल स्तर में सुधार आएगा। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने नागरिकों से मानवता ही नहीं समूची प्रकृति का जीवन अस्तित्व बचाए रखने के लिए पानी की बूंद-बूंद बचाने का आह्वान किया है। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार जन, जल, जंगल, जमीन और वन्य प्राणियों के संरक्षण के लिए संकल्पित है।
मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा है कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का जल संरक्षण अभियान देशभर में एक व्यापक जन-आंदोलन बन चुका है। राज्य सरकार भी 'खेत का पानी खेत में-गांव का पानी गांव में' के सिद्धांत पर जल संरक्षण की दिशा में अभियान चला रही है। उन्होंने कहा कि "जल गंगा संवर्धन अभियान" में जल संरक्षण को प्रोत्साहित करने के लिए वर्षा जल संचयन, जल स्रोतों का पुनर्जीवन और जल संरक्षण तकनीकों को अपनाने पर विशेष जोर दिया जा रहा है। प्रदेश सरकार का यह अभियान जल संरक्षण के प्रति जागरूकता बढ़ाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा। उन्होंने सभी संबंधित विभागों को निर्देश दिए हैं कि वे जल संरक्षण से जुड़ी योजनाओं को प्राथमिकता देकर अधिक से अधिक लोगों को अभियान से जोड़ें। उन्होंने कहा कि "जल गंगा संवर्धन अभियान", प्रदेश में जल की प्रचुर उपलब्धता और भावी पीढ़ियों के लिए जल सुरक्षा सुनिश्चित करने में मील का पत्थर सिद्ध होगा।
भोपाल: ईद की नमाज के बाद कुछ मुस्लिम युवाओं ने फिलिस्तीन के समर्थन में लहराए पोस्टर, वक्फ बोर्ड बिल का भी किया विरोध
31 Mar, 2025 10:00 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
भोपाल: सोमवार को भोपाल में ईदगाह और मोती मस्जिद में ईद की नमाज के बाद युवाओं ने फिलिस्तीन के समर्थन में पोस्टर लहराए। युवाओं ने हाथों में 'आई स्टैंड विद फिलिस्तीन' जैसे संदेश लिखे पोस्टर दिखाए। इस पर मंत्री विश्वास सारंग ने प्रतिक्रिया दी। मंत्री ने कहा कि सांप्रदायिक विचारधारा और उन्माद फैलाने की कोशिश बर्दाश्त नहीं की जाएगी। उन्होंने फिलिस्तीन बैग को लेकर संसद में प्रियंका गांधी के बयान पर कटाक्ष करते हुए कहा कि कांग्रेस और विपक्षी नेता तुष्टिकरण की राजनीति की हद तक जा रहे हैं।
इसके अलावा वक्फ बोर्ड बिल के विरोध में मुसलमानों ने काली पट्टी बांधकर नमाज अदा की। इस पर मंत्री विश्वास सारंग ने भी प्रतिक्रिया दी। मंत्री ने कहा कि जब पाकिस्तान में आतंकी हमला होता है, बांग्लादेश में अल्पसंख्यक हिंदुओं पर अत्याचार होता है और मुंबई में आतंकी हमला होता है, तब कोई काली पट्टी नहीं बांधता। यहां तक कि कश्मीर में पंडितों पर अत्याचार के दौरान भी पट्टी नहीं बांधी गई। सारंग ने कहा कि वक्फ बोर्ड बिल को बिना पढ़े उसका विरोध करना गलत है। उन्होंने यह भी कहा कि वक्फ से किसी गरीब मुसलमान को फायदा नहीं हुआ है, बल्कि इसका फायदा सिर्फ अमीर मुस्लिम नेताओं को हुआ है, जिन्होंने अवैध रूप से जमीन पर कब्जा कर रखा है।
सारंग ने यह भी कहा कि बांग्लादेश में हिंदुओं पर अत्याचार हो रहे हैं, लेकिन प्रियंका गांधी को उन हिंदुओं के समर्थन में कोई पहल करने का समय नहीं मिलता। उन्होंने चेतावनी दी कि ईद के मौके पर इस तरह के बैनर लगाकर अराजकता फैलाने की कोशिश बर्दाश्त नहीं की जाएगी। सारंग ने देशवासियों से कहा कि भारत में रहकर सांप्रदायिक मानसिकता रखने वालों को यह समझ लेना चाहिए कि अगर वे भारत की धरती पर हैं, तो उन्हें भारत की सोच को समझना होगा।
राज्यपाल ने आचार्य बालकृष्ण से सिकल सेल के संबंध में की चर्चा
31 Mar, 2025 09:45 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
भोपाल : राज्यपाल मंगुभाई पटेल ने आयुर्वेद में सिकल सेल उपचार अनुसंधान प्रयासों में पतंजलि योगपीठ ट्रस्ट से सहयोग की अपेक्षा की है।
राज्यपाल पटेल द्वारा पतंजलि योगपीठ ट्रस्ट के संस्थापक सचिव आचार्य बालकृष्ण से महर्षि पाणिनि संस्कृत एवं वैदिक विश्वविद्यालय, उज्जैन के दीक्षांत समारोह में चर्चा के दौरान इस विषय पर विचार विमर्श किया गया। राज्यपाल पटेल ने आचार्य बालकृष्ण को राष्ट्रीय सिकल सेल मिशन के तहत किए जा रहे उपचार और पुनर्वास प्रयासों के बारे में भी बताया।
उल्लेखनीय है कि पतंजलि योगपीठ ट्रस्ट के संस्थापक सचिव बालकृष्ण को महर्षि पाणिनि संस्कृत एवं वैदिक विश्वविद्यालय उज्जैन द्वारा मानद उपाधि से सम्मानित किया गया है।
विश्व के प्राचीन ज्ञान का बोध संस्कृत भाषा से ही संभव - राज्यपाल पटेल
31 Mar, 2025 09:30 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
भोपाल : राज्यपाल मंगुभाई पटेल ने कहा है कि संस्कृत भाषा विश्व की सबसे प्राचीन भाषाओं में से एक है। विश्व के प्राचीन ज्ञान का बोध संस्कृत भाषा के माध्यम से ही संभव हो सकता है। हमारी भारतीय संस्कृति के खजाने में छुपे ज्ञान और विज्ञान को अपनी प्रतिभा से जन-जन तक पहुंचाने का संकल्प समस्त उपाधी प्राप्तकर्ता विद्यार्थी लें। विद्यार्थी प्रयास करें कि वे अपने ज्ञान से वंचित लोगों का उद्धार करें। राज्यपाल पटेल ने कहा कि समाज और राष्ट्र की शिक्षा जगत पर बहुत सारी आशाएं टिकी हैं। आने वाले समय में भारत को विकसित बनाने में सभी विद्यार्थी अपना योगदान दें। राज्यपाल एवं कुलाधिपति मंगुभाई पटेल ने कालिदास संस्कृत अकादमी उज्जैन के पंडित सूर्य नारायण व्यास संकुल सभागृह में महर्षि पाणिनि संस्कृत वैदिक विश्वविद्यालय के पांचवें दीक्षांत समारोह में विद्यार्थियों को उपाधि प्रदान की।
वैदिक ज्ञान के महत्व को विस्तारित करने के करें प्रयास
राज्यपाल पटेल ने आह्वान किया कि वैदिक ज्ञान के उपयोग, महत्व और संभावनाओं विस्तारित करने के प्रयास करें। उन्होंने कहा कि कभी यह न सोचें कि आप अकेले हैं, आप सभी संसार में ज्ञान के बल पर परिवर्तन ला सकते हैं। आज की पीढ़ी को संस्कृत और परंपराओं के ज्ञान की आवश्यकता है। अच्छे संस्कारों के अंकुरण से ही संस्कृति का रक्षण संभव है। संस्कृत शास्त्रों में करुणा संवेदना और संस्कृति का समावेश है।
समय और शिक्षा का सही उपयोग व्यक्ति को जीवन में बनाता है सफल
राज्यपाल पटेल ने कहा कि कहा कि समय और शिक्षा का सही उपयोग ही व्यक्ति को जीवन में सफल बनाता है। राज्यपाल पटेल ने सभी विद्यार्थियों को उज्जवल भविष्य की शुभकामनाएं दी। उन्होंने कहा कि जीवन में सफल होने पर अपने माता-पिता, शिक्षकों, समाज को न भूलें। राज्यपाल पटेल ने विश्वविद्यालय से प्रकाशित पुस्तकों का विमोचन किया। उन्होंने योग, आयुर्वेद, संस्कृत एवं भारतीय ज्ञान परंपरा के क्षेत्र में विगत 35 वर्षों से अनवरत सेवारत तथा अविस्मरणीय योगदान देने के लिये महर्षि पतंजलि विश्वविद्यालय हरिद्वार के कुलपति आचार्य बालकृष्ण और नृत्य, नाट्यशास्त्र, संस्कृत एवं भारतीय जान परंपरा के क्षेत्र में अनवरत साधनारत, अध्यक्ष केंद्रीय संगीत नाटक अकादमी नई दिल्ली डॉ. संध्या पुरेचा को महामहोपाध्याय (डी.लिट.) की मानद उपाधि से विभूषित किया। राज्यपाल पटेल ने महर्षि पाणिनि संस्कृत वैदिक विश्वविद्यालय को ए-प्लस ग्रेड मिलने की शुभकामनाएं दीं।
भारतीय ज्ञान परंपरा को आगे बढ़ाने में दें योगदान- मंत्री परमार
उच्च शिक्षा मंत्री इंदर सिंह परमार ने कहा कि विद्यार्थी भारतीय ज्ञान परंपरा को आगे बढ़ाने में अपना योगदान दें। भारतीय संस्कृति और मान्यताओं को पूरे विश्व-पटल पर लाने में अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभाएं। भारतीय संस्कृति को आगे बढ़ाने की संकल्पना को ध्यान में रखते हुए निरंतर परिश्रम करें। मंत्री परमार ने कहा कि संस्कृत विश्वविद्यालय परिसर में वार्तालाप में अधिक से अधिक संस्कृत भाषा का उपयोग किया जाए। भारतीय संस्कृति की सभी भाषाओं का सम्मान करें और उन पर गर्व करें। शीघ्र ही प्रदेश के विश्वविद्यालयों में भारत के अन्य राज्यों की भाषाओं का भी अध्यापन करने का कार्य किया जाएगा। उन्होंने सभी विद्यार्थियों को शुभकामनाएं दी।
कुलपति को कुलगुरु नाम से संबोधित करने वाला मध्य प्रदेश देश का पहला राज्य
आचार्य बालकृष्ण ने कहा कि विश्वविद्यालय के कुलपति को कुलगुरु नाम से संबोधित करने वाला मध्य प्रदेश देश का पहला राज्य है। उन्होंने कहा कि विद्यार्थी कभी भी विद्या अर्जन के कार्य से मुक्त न हों। राष्ट्र निर्माण के लिए विद्या अर्जन करना,अध्ययन और अध्यापन करना अत्यंत जरूरी है। डॉ. संध्या पुरेचा ने कहा कि संस्कृत भाषा हमारी संस्कृति की आत्मा है। यह एक सोच है, विचार है, भाव है। इसमें हमारी भारतीय संस्कृति का मूल तत्व निहित है। हमेशा इस पर गर्व करें।
कुलगुरु आचार्य विजय कुमार सीजी नेबताया कि पाणिनि संस्कृत विश्वविद्यालय को हाल ही में नेक से ए ग्रेड मिला है। यहां विद्यार्थियों के लिए ई लाइब्रेरी का निर्माण किया गया है। साथ ही कंप्यूटर प्रयोगशाला भी शुरू की गई है। विश्वविद्यालय में तीन नए पाठ्यक्रम शुरू किए गए हैं। साथ ही एक करोड रुपए की लागत से अलग-अलग प्रोजेक्ट विश्वविद्यालय में चल रहे हैं। विश्वविद्यालय में एनसीसी भी शुरू किया गया है और राष्ट्रीय स्तर पर विश्वविद्यालय को दो पुरस्कार प्राप्त हो चुके हैं। सांसद अनिल फिरोजिया, राज्यसभा सांसद बालयोगी उमेशनाथ जी महाराज, विधायक अनिल जैन कालूहेड़ा, कुल सचिव दिलीप सोनी उपस्थित रहे।
गुजराती संस्कृति में समरसता का अद्भुत भाव : राज्यपाल पटेल
31 Mar, 2025 09:15 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
भोपाल : राज्यपाल मंगुभाई पटेल ने गुजराती में कहा कि गुजराती संस्कृति में समरसता का अद्भुत भाव है। गुजरातियों में मेलजोल और आपसी भाईचारे का व्यवहार होता है। राज्यपाल पटेल रवीन्द्र भवन में अखिल भारतीय गुजराती समाज के कार्यक्रम ‘सदाकाल गुजरात’ को संबोधित कर रहे थे। इस अवसर पर गुजरात के मुख्यमंत्री भूपेन्द्र भाई पटेल और गृह राज्य मंत्री हर्ष संघवी भी मौजूद थे।
राज्यपाल मंगुभाई पटेल ने कहा कि “जहां बसे गुजराती, वहां बसे सदाकाल गुजरात” कहावत को गुजरातियों ने हमेशा चरितार्थ किया है। मध्यप्रदेश की संस्कृति में भी गुजराती समाज रच, बस गया है। गुजराती समाज का मध्यप्रदेश के विकास में विशेष योगदान है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में विकसित भारत को बनाने में मध्यप्रदेश की जनता के साथ गुजराती समाज लगातार सहयोग और सहभागिता कर रहा है। राज्यपाल पटेल ने केंद्र और राज्य सरकार के सामाजिक सहभागिता पर आधारित कार्यक्रमों को सफल बनाने में अखिल भारतीय गुजराती समाज संस्था के सहयोग और सक्रियता की सराहना की।
गुजरात देश का ग्रोथ इंजन : मुख्यमंत्री भूपेन्द्र भाई पटेल
गुजरात के मुख्यमंत्री भूपेन्द्र भाई पटेल ने गुजराती में कहा कि गुजराती संस्कृति गर्व का प्रतीक है। आजादी के आन्दोलन में देश को गुजरात ने ही महात्मा गांधी और सरदार वल्लभ भाई पटेल के रूप में मजबूत नेतृत्व दिया है। अब प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में भारत विकसित और विश्व गुरु बनने की ओर अग्रसर है। उन्होंने गुजरात राज्य की भौगोलिक चुनौतियों को अवसरों में बदल कर गुजरात को देश का ग्रोथ इंजन बनाने वाले प्रधानमंत्री मोदी की कार्यकुशलता, नेतृत्व, दृढ़ संकल्प और इच्छाशक्ति की सराहना की। मुख्यमंत्री पटेल ने मध्यप्रदेश के गुजराती समाज को प्रदेश के विकास में हमेशा योगदान देने और “एक भारत-श्रेष्ठ भारत” निर्माण में बढ़-चढकर भाग लेने का आव्हान किया।
गुजरात पर ईश्वर की विशेष कृपा : उप मुख्यमंत्री शुक्ल
उप मुख्यमंत्री राजेन्द्र शुक्ल ने कहा कि गुजरात राज्य पर ईश्वर की विशेष कृपा और आशीर्वाद है। आजादी से लेकर देश के विकास और अर्थव्यवस्था में आज गुजरात का अहम योगदान है। प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में भारत अब आर्थिक महाशक्ति बनने की ओर अग्रसर है।
गुजरात-मध्यप्रदेश की रीति-नीति-संस्कृति एक जैसी: गृह राज्य मंत्री संघवी
गुजरात राज्य के गृह राज्य मंत्री हर्ष संघवी ने गुजराती में कहा कि गुजरात और मध्यप्रदेश का इतिहास, भूगोल और संस्कृति एक समान है। दोनों राज्य के लोगों का व्यवहार, रीति-नीति और संस्कृति एक जैसी है। उन्होंने कहा कि मध्यप्रदेश में रहने वाला प्रत्येक गुजराती, गुजरात की संस्कृति का ब्रांड एम्बेसडर है। संघवी ने कहा कि वर्तमान और भावी पीढ़ी को गुजरात दर्शन जरूर कराए।
कोरोना काल में गुजराती समाज ने की मानवता की सराहनीय सेवा : सांसद शर्मा
खजुराहो सांसद वी. डी. शर्मा ने कहा कि कोरोना काल में प्रदेश के गुजराती समाज ने पीड़ित मानवता की सराहनीय सेवा की है। अनेक अवसरों पर भी गुजराती समाज द्वारा मानव सेवा के उत्कृष्ट और अनुकरणीय उदाहरण मिलते हैं। उन्होंने कहा कि मध्यप्रदेश की अर्थव्यवस्था की मजबूती में गुजराती समाज की सक्रिय भागीदारी कर रहा है।
राज्यपाल मंगुभाई पटेल ने दीप प्रज्ज्वलन कर, कार्यक्रम का शुभारम्भ किया। उनका गुजरात के मुख्यमंत्री भूपेन्द्र भाई पटेल और अखिल भारतीय गुजराती समाज के अध्यक्ष संजय पटेल ने स्मृति चिन्ह भेंट कर अभिनंदन किया। कार्यक्रम में गुजरात के विकास पर आधारित लघु फिल्म का प्रदर्शन किया गया। अध्यक्ष संजय पटेल ने आभार व्यक्त किया। कार्यक्रम में एन.आर.जी. विभाग गुजरात के चेयरमेन हरीश शुक्ला, प्रदेश और अन्य राज्यों के गुजराती समाज के प्रतिनिधि उपस्थित रहे।
अब कटरा से श्रीनगर की यात्रा होगी मात्र 3 घंटे में, जम्मू से श्रीनगर के बीच जल्द शुरू होगी वंदे भारत
31 Mar, 2025 08:30 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
भोपाल: USBRL परियोजना के पश्चात अब कई सालों का इंतजार खत्म हो जाएगा। जम्मू से श्रीनगर के बीच वंदे भारत चलने से कई घंटों की समय बचत होगी। कटरा से श्रीनगर कि यात्रा अब केवल 3 घण्टे में होगी। अभी सड़क से यात्रा में 6 से 7 घंटे लगते है। फिलहाल वंदेभारत को कटरा से श्रीनगर के बीच चलाने की योजना बनायी गयी है। अभी वैली में श्रीनगर से लेकर संगलदान तक ट्रेनों का आवागमन होता है। अब , संगलदान से कटरा तक रेललाइन चालू होने के बाद इन ट्रेनों को कटरा तक चलाया जा सकता है।
USBRL परियोजना: वर्ष 2009 में काजीगुंड-बारामूला सेक्शन शुरू हो गया था। वर्ष 2013 में 18 किलोमीटर बनिहाल-काजीगुंड सेक्शन, वर्ष 2014 में 25 किलोमीटर ऊधमपुर-कटरा, वर्ष 2023 में बनिहाल से संगलदान और अब संगलदान से कटरा के बीच शुरू होने वाली है। दुनिया का सबसे ऊंचा रेल आर्च ब्रिज- चिनाब ब्रिज इस परियोजना का हिस्सा है। टनल, पुल और वैली से अब रेल सफर और आनंदमय होगा।
1 अप्रैल 2025 से महंगी होगी बिजली:MP में 3.46% दर वृद्धि को मिली मंजूरी; कंपनी ने 7.52% बढ़ाने की मांग की थी
31 Mar, 2025 06:46 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
जबलपुर. मध्य प्रदेश में बिजली की नई दर तय हो गई है। मप्र विद्युत नियामक आयोग ने मौजूदा बिजली की दर में 3.46 प्रतिशत की औसत बढ़ोतरी को मंजूरी दे दी है। यह दर अप्रैल 2025 से लागू होगी। शनिवार की देर शाम आयोग ने नई दर को लागू करने का आदेश जारी किया है। बिजली कंपनी ने अपनी याचिका में औसत 7.52 प्रतिशत बिजली की दर बढ़ाने की मांग की थी।
स्मार्ट मीटर वाले उपभोक्ता को छूट
आयोग ने निम्न दाब उपभोक्ताओं व मौसमी उच्च दाब उपभोक्ताओं को बड़ी राहत देते हुए न्यूनतम प्रभार खत्म कर दिया है। इसके अलावा उपभोक्ताओं को मीटरिंग प्रभार भी नहीं देना होगा। जिन उपभोक्ताओं ने स्मार्ट मीटर लगवाया है, उन्हें सोलर अवधि के दौरान ऊर्जा प्रभार में 20 प्रतिशत की छूट दी जाएगी।
10 किलोवाट से अधिक भार वाले निम्न श्रेणी के घरेलू व सामान्य जल प्रदाय व सड़क बस्ती व एचवी-6 श्रेणी के उपभोक्ता को टाइम ऑफ डे टैरिफ में लाया गया है। प्रीपेड उपभोक्ता की छूट को आयोग ने बरकरार रखा हुआ है। बिजली कंपनी ने वित्तीय वर्ष 2025-26 के लिए 58,744 करोड़ रुपये की मांग की थी, जिसके विरुद्ध आयोग ने 57,732.6 करोड़ रुपये मंजूर किए हैं।
100 रुपये पर 24 रुपये बढ़ेंगे दाम
घरेलू उपभोक्ताओं को 100 यूनिट तक के बिल पर 24 रुपये तक बढ़ाये गये हैं, परंतु इन उपभोक्ताओं को अटल ग्रह ज्योति योजना के तहत पहले की तरह मात्र 100 रुपये का ही भुगतान करना है। बढ़ी हुई राशि राज्य सरकार द्वारा सब्सिडी के रूप में भुगतान की जाएगी।
गैरघरेलू उपभोक्ताओं को छोड़कर अन्य सभी निम्न-दाब उपभोक्ता श्रेणी की न्यूनतम दर बिलिंग (टैरिफ मिनिमम बिलिंग) पहले ही समाप्त की जा चुकी है।
नवरात्रि पर MP में मांस बिक्री पर बैन, भोपाल-इंदौर समेत दूसरे शहरों में भी लागू नियम
31 Mar, 2025 05:45 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
भोपाल: मध्य प्रदेश के मैहर में नवरात्रि के दौरान मांसाहारी खाद्य पदार्थों पर प्रतिबंध लगा दिया गया है. मैहर में शक्तिपीठ मां शारदा का मंदिर है. 'मां शारदा चैत्र नवरात्रि मेले' के दौरान हजारों श्रद्धालु मैहर आते हैं. अधिकारियों के मुताबिक इसके अलावा, राज्य के भोपाल और इंदौर शहरों में मीट की दुकानें चैती चांद (30 मार्च), रामनवमी (6 अप्रैल), महावीर जयंती (10 अप्रैल) और बुद्ध पूर्णिमा (12 मई) के मौकों पर बंद रहेंगी. नगर निगम के अधिकारियों ने चेतावनी दी है कि अगर दुकानें प्रशासन के आदेश का उल्लंघन करती हैं तो उनके लाइसेंस भी रद्द किए जा सकते हैं।
नगर निगम के अधिकारियों ने चेतावनी दी
दोनों शहरों में प्रतिबंध को लागू करने के लिए नगर निगम के अधिकारियों ने चेतावनी दी है कि अगर वे आदेश का उल्लंघन करते हैं तो दुकानों के लाइसेंस भी रद्द किए जा सकते हैं. इससे पहले, लोकसभा में पार्टी के पूर्व सचेतक और मध्य प्रदेश के लोक निर्माण विभाग के मंत्री राकेश सिंह सहित कई भाजपा सांसदों ने मांग की थी कि नवरात्रि के दौरान राज्य में मीट की दुकानें बंद रखने का आदेश जारी किया जाए. वहीं, राज्य सरकार ने घोषणा की है कि एक अप्रैल से मैहर समेत प्रदेश के 17 शहरों में शराब की दुकानें स्थाई रूप से बंद कर दी जाएंगी। वहीं, एमपी के सीएम मोहन यादव और केंद्रीय मंत्री अर्जुन राम मेघवाल ने रविवार को यहां 'वीर भारत संग्रहालय' की आधारशिला रखी। हेरिटेज बिल्डिंग कोठी महल में 20 करोड़ रुपये की लागत से यह संग्रहालय 2028 तक बनकर तैयार हो जाएगा। मुख्यमंत्री मोहन यादव ने कहा कि संग्रहालय भारत की महान हस्तियों की वीरता और प्रतिभा को प्रदर्शित करेगा और देश की परंपराओं, दर्शन और मूल्यों को दर्शाएगा। साथ ही मुख्यमंत्री ने कहा कि हमारा लक्ष्य संग्रहालय को राष्ट्र के सभी सकारात्मक पहलुओं का प्रतिनिधित्व करने वाला बनाना है।
भोपाल और इंदौर में भी नहीं बिकेगा मीट
राजधानी भोपाल और इंदौर में मीट की दुकानें चैती चांद (30 मार्च), रामनवमी (6 अप्रैल), महावीर जयंती (10 अप्रैल) और बुद्ध पूर्णिमा (12 मई) के त्योहारों पर बंद रखने का आदेश दिया गया है। दोनों शहरों में प्रतिबंध को लागू करने के लिए नगर निगम अधिकारियों ने चेतावनी दी है कि आदेशों का उल्लंघन करने पर दुकानों का लाइसेंस भी रद्द कर दिया जाएगा। लोकसभा में पार्टी के पूर्व सचेतक और मध्य प्रदेश के लोक निर्माण विभाग मंत्री राकेश सिंह सहित कई भाजपा विधायकों ने मांग की थी कि नवरात्रि के दौरान राज्य में मांस की दुकानें बंद रखने के आदेश दिए जाएं। सरकार पहले ही घोषणा कर चुकी है कि 1 अप्रैल से मैहर सहित राज्य भर के 17 पवित्र शहरों में शराब की दुकानें स्थायी रूप से बंद हो जाएंगी।
लोकसभा में पार्टी के पूर्व सचेतक और मध्य प्रदेश के लोक निर्माण विभाग मंत्री राकेश सिंह सहित कई भाजपा विधायकों ने मांग की थी कि नवरात्रि के दौरान राज्य में मांस की दुकानें बंद रखने के आदेश दिए जाएं। सरकार पहले ही घोषणा कर चुकी है कि 1 अप्रैल से मैहर सहित राज्य भर के 17 पवित्र शहरों में शराब की दुकानें स्थायी रूप से बंद हो जाएंगी।
भोपाल में हर दिन 80 टन मीट बिकता है
गौरतलब है कि मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में हर दिन 80 टन मीट बिकता है। इसमें 40 टन मटन, 20 टन भैंस का मीट और 20 टन चिकन शामिल है। भोपाल शहर में करीब 500 दुकानों पर मीट बेचा जाता है। इनमें से 70 से ज्यादा दुकानें ऐसी हैं जिनके पास कोई लाइसेंस नहीं है। किसी तरह का कोई रजिस्ट्रेशन या गुमास्ता नहीं है। इन दुकानों पर नगर निगम के स्थानीय अधिकारियों के संरक्षण में अवैध मीट का कारोबार चलता है।