मध्य प्रदेश
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी 31 मई को देंगे इंदौर मेट्रो की सौग़ात
27 May, 2025 09:45 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
भोपाल : भारत का सबसे स्वच्छ शहर इंदौर एक नये युग में प्रवेश करने जा रहा है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी शनिवार 31 मई, 2025 को भोपाल से वर्चुअली इंदौर मेट्रो के सुपर प्रायोरिटी कॉरिडोर पर यात्री सेवा का शुभारंभ करेंगे। यह लगभग 6 किलोमीटर का हिस्सा येलो लाइन का सुपर प्रायोरिटी कॉरिडोर है। इसमें पाँच स्टेशन गांधीनगर स्टेशन, सुपर कॉरिडोर 6 स्टेशन, सुपर कॉरिडोर 5 स्टेशन, सुपर कॉरिडोर 4 स्टेशन और सुपर कॉरिडोर 3 स्टेशन शामिल हैं। यह कॉरिडोर ट्रैफिक और प्रदूषण कम करेगा, साथ ही यात्रियों को आरामदायक सफर प्रदान करेगा। सुपर प्रायोरिटी कॉरिडोर न केवल तकनीकी दृष्टि से महत्त्वपूर्ण है, बल्कि इंदौर की आधुनिकता की ओर बढ़ती दिशा का प्रतीक भी है।
इंदौर में 31.32 किलोमीटर का मेट्रो प्रोजेक्ट
इंदौर में कुल 31.32 किलोमीटर लम्बाई का मेट्रो प्रोजेक्ट है। प्रोजेक्ट में 22.62 किलोमीटर एलेवेटेड एवं 8.7 किलोमीटर भूमिगत मेट्रो है। मेट्रो की येलो लाइन पर 28 स्टेशन होंगे, जो शहरी यात्रा को आसान, तेज़ और पर्यावरण के अनुकूल बनायेंगे। मेट्रो के 31.32 किलोमीटर के सम्पूर्ण प्रोजेक्ट की लागत लगभग 7 हजार 500 करोड़ रूपये है। प्रारंभिक तौर पर 6 किलोमीटर के कॉरिडोर का उद्घाटन किया जा रहा है इसकी लागत लगभग 1520 करोड़ रूपये है। यह परियोजना इंदौर को एक आधुनिक, पर्यावरण-अनुकूल शहर बनाने की दिशा में महत्वपूर्ण कदम है।
इंदौर मेट्रो की खास बातें
• वातानुकूलित, प्रदूषण रहित आधुनिक कोच
• एक ट्रेन की यात्री क्षमता : लगभग 980 यात्री
• सभी स्टेशनों पर लिफ्ट और एस्केलेटर की सुविधा
• दिव्यांगजनों के लिए ब्रेल लिपि और स्पर्शनीय टाइलें
• सभी स्टेशन व डिपो पर CCTV कैमरे और अग्निशमन उपकरण
• यात्रियों की सुरक्षा के लिये आपातकालीन बटन और इंटरकॉम
• दृष्टिहीन यात्रियों के लिए ऑडियो अनाउंसमेंट प्रणाली
• मेट्रो स्टेशनों पर व्हील-चेयर, बैठने की सुविधा, शौचालय और पीने का पानी
प्रधानमंत्री मोदी 31 मई को करेंगे दतिया और सतना एयरपोर्ट का वर्चुअल लोकार्पण
27 May, 2025 09:30 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
भोपाल : प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी 31 मई को प्रदेश के दो प्रमुख तीर्थ स्थलों दतिया और सतना को हवाई उड़ान की ऐतिहासिक सौगात देंगे। प्रधानमंत्री मोदी भोपाल से वर्चुअली दतिया और सतना में नव निर्मित एयरपोर्ट्स का लोकार्पण करेंगे। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव भी लोकार्पण कार्यक्रम में उपस्थित रहेंगे। मुख्यमंत्री डॉ. यादव प्रारंभ से ही प्रदेश के प्रमुख शहरों को हवाई सुविधा से जोड़ने में जुटे हुये हैं। दतिया औऱ सतना शहर धार्मिक , औद्योगिक और सामाजिक दृष्टि से अत्यंत महत्वपूर्ण हैं। यहां एयरपोर्ट्स की सुविधा आ जाने से तीर्थ यात्रियों को दतिया की मां पीतांबरा पीठ, सतना की मैहर वाली मां शारदा और श्रीराम के वनवास के साक्षी चित्रकूट धाम पहुंचने के लिए हवाई यात्रा की सुविधा उपलब्ध हो जाएगी। इस सुविधा से तीर्थ यात्रा सुगम हो जाएगी, साथ ही दोनों क्षेत्रों के सर्वांगीण विकास को गति मिलेगी।
दतिया को मिली हवाई सेवा की सौगात
प्रसिद्ध शक्तिपीठ मां पीतांबरा की नगरी दतिया अब हवाई सेवा से देश से और भी बेहतर रूप से जुड़ सकेगी। प्रधानमंत्री मोदी के एयपरपोर्ट लोकार्पण के बाद 60 करोड़ रुपये की लागत से नव निर्मित 124 एकड़ में फैले एयरपोर्ट पर प्रारंभिक चरण में 19 सीटर एयरक्राफ्ट उतर सकेंगे। नया एयरपोर्ट पर 1.81 किलोमीटर लंबा और 30 मीटर चौड़ा रनवे बनाया गया है। एयरपोर्ट की पार्किंग में लगभग 50 कारों की पार्किंग व्यवस्था है। यात्रियों की सुविधा के लिए एयरपोर्ट पर दो चेक-इन काउंटर बनाए गए हैं।
यह एयरपोर्ट ATR 72 विमानों की क्षमता वाला है। यहां फ्लाई बिग एयरलाइन्स की उड़ानें सप्ताह में चार दिन संचालित होंगी। यह एयरपोर्ट दतिया वासियों के साथ-साथ देशभर से मां पीतांबरा के दर्शन हेतु आने वाले श्रद्धालुओं के लिए यात्रा का एक सुविधाजनक साधन बनेगा, जिससे धार्मिक पर्यटन को नई गति मिलेगी।
सतना एयरपोर्ट से विन्ध्य को मिलेगी नई पहचान
विन्ध्य क्षेत्र की औद्योगिक राजधानी सतना में भी नये एयरपोर्ट का निर्माण कार्य पूर्ण हो गया है। 37 करोड़ रुपये की लागत से निर्मित यह एयरपोर्ट पूर्व निर्मित हवाई पट्टी का पुनर्निर्माण कर आधुनिक स्वरूप में विकसित किया गया है। भारतीय विमान पत्तन प्राधिकरण (AAI) ने निर्माण कार्य को रिकॉर्ड समय में 31 अक्टूबर 2024 को पूर्ण कर लिया था और DGCA द्वारा 20 दिसंबर 2024 को लाइसेंस जारी कर दिया गया। इस एयरपोर्ट पर 12 सौ मीटर लंबा रनवे, 750 वर्गमीटर में निर्मित टर्मिनल बिल्डिंग, और एक समय में दो एयरक्राफ्ट पार्किंग की व्यवस्था है। यह एयरपोर्ट अब 19 सीटर विमानों के संचालन के लिए पूरी तरह तैयार है। एयरपोर्ट में सभी आधुनिक सुविधाएं – एटीसी टावर, फायर स्टेशन, वीआईपी लाउंज, दिव्यांग और बच्चों के लिए विशेष सुविधाएं, ट्रांसफार्मर, डीजी सेट, एम्बुलेंस और सुरक्षा व्यवस्थाएं – छोटे स्वरूप में उपलब्ध कराई गई हैं। यह एयरपोर्ट सतना ही नहीं, बल्कि पूरे विन्ध्य क्षेत्र के उद्योग, पर्यटन, शिक्षा और स्वास्थ्य सेवाओं को नई दिशा देगा और क्षेत्रीय संपर्क को सुदृढ़ बनाएगा। सतना के एयरपोर्ट के प्रारंभ होने से देश और दुनिया में प्रसिद्ध मैहर की शारदा देवी, भगवान राम की वनस्थली चित्रकूट और ज्ञान के तीर्थ के रूप में विकसित नानाजी देशमुख ग्रामोदय विश्वविद्यालय चित्रकूट आने वालों के लिए बड़ी सुविधा मिल जाएगी। सतना और आसपास का क्षेत्र खनिजों के साथ सीमेंट आदि कारखानों के लिए आने वाले उद्योगपतियों के लिए भी सुविधाजनक हवाई सफर सुनिश्चित हो सकेगा।
सतना के एयरपोर्ट्स तीर्थ यात्रियों के आवागमन के लिए नए द्वार खोल रहा है। इससे प्रधानमंत्री मोदी का 'नये भारत' का वह विजन भी साकार हो रहा है, जिसमें छोटे शहरों को भी बड़ी उड़ान सुविधा दिये जाने का सपना संजोया गया है।
प्रधानमंत्री मोदी 31 मई को क्षिप्रा नदी पर 778 करोड़ के घाट निर्माण कार्यों का भोपाल से करेंगे वर्चुअल भूमि-पूजन
27 May, 2025 09:15 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
भोपाल : प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी 31 मई को भोपाल के जम्बूरी मैदान से सिंहस्थ महापर्व की तैयारियों के अंतर्गत 'नमामि क्षिप्रे परियोजना' के तहत घाट निर्माण एवं अन्य कार्यों का वर्चुअल भूमि-पूजन करेंगे। क्षिप्रा नदी पर 778.91 करोड़ रुपए की लागत वाले ये निर्माण कार्य धार, उज्जैन, इंदौर और देवास जिले के हैं। प्रधानमंत्री मोदी 83.39 करोड़ रुपए की लागत से निर्मित होने वाले बैराज/स्टॉप डैम/वेटेड कॉजवे का भी भूमि-पूजन करेंगे। साथ ही कालियादेह स्टॉप डैम के 1.39 करोड़ रूपए लागत के मरम्मत कार्य भी शुरू होंगे।
जल संसाधन मंत्री तुलसीराम सिलावट ने बताया कि क्षिप्रा नदी के दोनों किनारों पर शनि मंदिर से नागदा बाईपास तक कुल 29.21 किलोमीटर लम्बाई में घाट निर्माण कार्य किया जाएगा। घाटों पर श्रद्धालुओं के स्नान के लिये आवश्यक जल स्तर और आवागमन बनाए रखने के लिये वेटेड कॉजवे का निर्माण किया जाएगा। सिंहस्थ-2028 को ध्यान में रखते हुए क्षिप्रा नदी को अविरल एवं प्रवाहमान बनाए रखने के लिये क्षिप्रा नदी पर बैराज का निर्माण एवं स्टॉप डैम का मरम्मत कार्य भी किया जाएगा।
बैराज/स्टॉप डैम/वेटेड कॉजवे निर्माण
मंत्री सिलावट ने बताया कि क्षिप्रा नदी पर जल संसाधन विभाग देवास द्वारा 2.53 करोड़ रुपए की लागत से गाजनोद खेडा बैराज ,3.23 करोड़ रूपए की लागत से दखनाखेड़ी बैराज, 3.15 करोड़ रूपए की लागत से पटाड़ा बैराज कम कॉजवे, 3.79 करोड़ रुपए की लागत से रनायर बैराज, 4.73 करोड रुपए की लागत से टिगरियागोगा बैराज, 6.74 करोड रूपए की लागत से सिरोंज बैराज कम कॉजवे और 2.57 करोड़ रूपए की लागत से बरोदपिपलिया बैराज का निर्माण किया जाएगा।
नमामि क्षिप्रे परियोजना इकाई उज्जैन के द्वारा क्षिप्रा नदी पर 8.71 करोड़ रुपए की लागत से किट्ठोदाराव स्टॉप डैम तथा कान्ह नदी पर 5.74 करोड़ रुपए की लागत से पंथपिपलई स्टॉप डैम, 4.56 करोड़ रुपए की लागत से जमालपुरा स्टॉप डैम, 6.24 करोड़ रूपए की लागत से गोठड़ा स्टॉप डैम, 5.06 करोड़ रूपए की लागत से पिपलियाराघौ क्रमांक 02 बैराज और 6.34 करोड़ रूपए की लागत से रामवासा क्रमांक 02 बैराज का निर्माण किया जाएगा।
जल संसाधन विभाग इंदौर द्वारा 2.69 करोड़ रुपए की लागत से ब्राम्हणपिपलिया स्टॉप डैम, 2.64 करोड़ रुपए की लागत से दर्जीकराड़िया स्टॉप डैम, 1.96 करोड़ रूपए की लागत से कुडाना स्टॉप डैम, 3.43 करोड़ रूपए की लागत से कायस्थ्खेड़ी स्टॉप डैम, 4.32 करोड़ रूपए की लागत से साहदा स्टॉप डैम, 0.53 करोड़ रूपए की लागत से लालखेडी स्टॉप डैम मरम्मत कार्य और 4.43 करोड़ रुपए की लागत से मेलकलमा बैराज सहपुलिया का निर्माण किया जाएगा। इसके अलावा नगर पालिका निगम उज्जैन द्वारा 1.39 करोड़ रुपए की लागत से कालियादेह स्टाप डैम का मरम्मत कार्य किया जाएगा। कान्ह नदी पर उज्जैन जिले में 5 बैराज एवं इंदौर जिले में 6 बैराज, इस प्रकार कुल 11 वैराजों का निर्माण किया जाएगा। इस प्रकार क्षिप्रा एवं कान्ह नदीं पर कुल 21 बैराजों/स्टाप डैम का निर्माण किया जावेगा।
वित्तीय अधिकारों के प्रत्यायोजन को मंजूरी
27 May, 2025 08:00 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
भोपाल : मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव की अध्यक्षता में मंत्रि-परिषद की बैठक मंगलवार को मंत्रालय में सम्पन्न हुई। मंत्रि-परिषद द्वारा वित्तीय अधिकार पुस्तिका 2025, भाग-1 का अनुमोदन किया गया है। वित्त विभाग को लिपिकीय त्रुटियों को सुधारने और भावी आवश्यकताओं के अनुसार संशोधन करने की अनुमति दी गई है। साथ ही, हिन्दी अनुवाद जारी करने की भी अनुमति दी गई है। अनुमोदित वित्तीय अधिकार 1 जुलाई, 2025 से लागू होंगे।
वित्तीय अधिकार पुस्तिका 2012, भाग-1 में संशोधन के प्रमुख कारणों में 13 वर्ष से अधिक की अवधि में विभिन्न मदों के मूल्यों/लागतों में वृद्धि, कार्यालय संचालन से संबंधित कतिपय नवीन स्वरूपों के व्यय भी प्रचलन में आये हैं। अप्रासंगिक हो गई मदों का विलोपन, वर्तमान परिप्रेक्ष्य में नवीन मदों को सम्मिलित किया जाना, अप्रासंगिक हो चुके कार्यालयीन उपकरण / सामग्री का विलोपन, अधिकारों का विकेंद्रीकरण के क्रियान्वयन में गति प्रदान करने के लिए, बजट प्रावधान का समयसीमा में उपयोग शामिल हैं।
वित्तीय अधिकार पुस्तिका 2012, भाग-1 में संशोधन नवीन प्रावधान अंतर्गत्बजट नियंत्रण अधिकारी घोषित किया जाने के लिए प्रशासकीय विभाग को अधिकार, Consultancy Firm/ Agency से कार्य के लिए अधिकार, Interns को संलग्न करने के लिए अधिकार, मूलभूत नियम 46 अंतर्गत मानदेय की स्वीकृति, पेंशन / उपदान के अधिक भुगतान को write off करने का अधिकार है।
विभागीय भवन तोड़ने की अनुमति संबधित विभाग देगा। 80 प्रतिशत मेडिकल एडवांस देने का अधिकार विभाग को, स्वास्थ्य एवं चिकित्सा विभाग की अनुमति/परामर्श की आवश्यकता नहीं होगी।
वित्तीय अधिकार पुस्तिका 2025 भाग-1 का अनुमोदन इज ऑफ डूइंग बिजनेस शासकीय कायों में लाने का प्रयास हैं।
फोरेंसिक डॉक्टर का बयान: 20 साल में नहीं देखा ऐसा मामला
27 May, 2025 06:59 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
मध्य प्रदेश के खंडवा में आदिवासी महिला के साथ हुए गैंगरेप और हत्या ने पूरे देश को झकझोर कर रख दिया है. पोस्टमार्टम रिपोर्ट में सामने आई बर्बरता ने निर्भया कांड की यादें ताजा कर दी हैं. महिला के साथ अत्यधिक क्रूरता की गई, जिससे उसकी मौत हो गई. पुलिस ने दो आरोपियों को गिरफ्तार किया है. MP में आदिवासी महिला के साथ निर्भया जैसा कांड! पोस्टमार्टम करने वाले डॉक्टर तक सिहर गए, बोले-नहीं देखी ऐसी क्रूरता
खंडवा में महिला से दरिंदगी
मध्य प्रदेश के खंडवा में आदिवासी महिला के साथ गैंगरेप एवं मर्डर की घटना ने दिल्ली के निर्भया कांड की यादें ताजा कर दी है. इस महिला के साथ भी निर्भया की तरह ही दरिंदगी को अंजाम दिया गया है. पोस्टमार्टम रिपोर्ट के मुताबिक इस वारदात में महिला की आंतें तक उसके प्राइवेट पार्ट से बाहर आ गईं. यही नहीं, दरिंदों ने वारदात के समय महिला के प्राइवेट पार्ट पर चोट पहुंचाने की भी कोशिश की. स्थिति देखकर पोस्टमार्टम करने वाले फोरेंसिक एक्सपर्ट भी कहने लगे कि पहली बार देखी ऐसी दरिंदगी. पोस्टमार्टम रिपोर्ट के मुताबिक महिला की आंतों का पौने छह फीट से भी अधिक हिस्सा उसके प्राइवेट पार्ट से बाहर आ गया था. उसके प्राइवेट पार्ट पर किसी भारी चीज से चोट मारने के भी निशान और घाव मिले हैं. यह घाव लात मारने के भी हो सकते हैं. पोस्टमार्टम रिपोर्ट में महिला की मौत की वजह प्राइवेट पार्ट से अत्यधिक रक्तश्राव होना और सदमा लगना बताया गया है. इसमें बताया गया है कि महिला की बच्चेदानी और रेक्टम को भी चोट पहुंची है. महिला के शव का पोस्टमार्टम करने वाली फोरेंसिक एक्सपर्ट डॉ. सीमा सूटे के मुताबिक ऐसी दरिंदगी उन्होंने अपने जीवन में नहीं देखी.
बर्बरता के सवाल पर पुलिस की चुप्पी
कहा कि महिला के प्राइवेट पार्ट के बाहर 176 सेमी तक उसकी आंतें निकल आईं थी. उसके प्राइवेट पार्ट पर गंभीर चोट के निशान मिले हैं. उधर, खंडवा पुलिस इस घटना को महज गैंगरेप बता रही है. पुलिस ने अपने प्रेस कांफ्रेंस में महिला के साथ बर्बरता संबंधी सवाल पर चुप्पी साध ली है. खंडवा के एडिशनल एसपी राजेश रघुवंशी ने बताया कि गैंगरेप के दोनों आरोपियों को अरेस्ट कर लिया है. पुलिस मामले की जांच कर रही है.
शुक्रवार-शनिवार रात की है वारदात
जानकारी के मुताबिक यह वारदात शुक्रवार-शनिवार की रात की है. उस रात महिला एक शादी समारोह में गई थी, जहां से वापस लौटने में उसे देर हो गई. घर लौटते समय दरिंदे उसे अपने साथ ले गए और इस जघन्य वारदात को अंजाम दिया. पुलिस सूत्रों के मुताबिक वारदात के वक्त दोनों दरिंदे शराब के नशे में धुत थे. महिला ने अपनी क्षमता भर दरिंदों का मुकाबला भी किया था, लेकिन आखिर में वह पश्त हो गई. इसके बाद बदमाशों ने महिला के ऊपर अपनी पूरी ताकत दिखाई.
ये है मामला
पुलिस के मुताबिक 23 मई को खालवा थाने के रोशनी चौकी क्षेत्र में एक शादी समारोह का आयोजन किया गया था. इसमें महिला भी अपने गांव के हरी नामक युवक के साथ शामिल हुई थी. यहां से वापस लौटते समय महिला एक अन्य महिला को छोड़ने के लिए उसके घर गई और वहां से हरी के साथ उसके घर चली गई. जहां दूसरा आरोपी सुनील भी आ गया. बताया जा रहा है कि हरी के घर पर ही तीनों ने शराब पीया और शराब के नशे में हरी और सुनील ने इस वारदात को अंजाम दिया. अगली सुबह हरी की मां ने महिला को देखा तो उसने उसके घर वालों को सूचित किया
भोपाल मेट्रो प्रोजेक्ट के तहत बोगदा पुल क्षेत्र में रूट डायवर्जन, 28 मई से 27 जून तक यातायात में बदलाव
27 May, 2025 05:51 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
भोपाल: भोपाल मेट्रो रेल परियोजना के तहत पुल बोगदा के पास नया मेट्रो स्टेशन बन रहा है. इस काम के दौरान लोगों की सुरक्षा के लिए इलाके के यातायात का रास्ता बदल दिया गया है. यह बदलाव 28 मई से शुरू होकर 27 जून 2025 तक लगभग एक महीने तक रहेगा. इस दौरान भारी और मध्यम वाहनों के लिए प्रभात चौराहा से पुल बोगदा होकर भारत टॉकीज और प्रभात चौराहा से पुल बोगदा होकर जिंसी, धर्मकांटा और मैदामिल जाने वाला रास्ता पूरी तरह बंद रहेगा. हल्के और दोपहिया वाहनों के लिए पुल बोगदा से शिव मंदिर रोड जिंसी के सामने तक का एक तरफ का रास्ता बंद किया जाएगा.
28 मई से बदला ट्रैफिक रूट
डायवर्सन के समय प्रभात चौराहा से पुल बोगदा होकर भारत टॉकीज या रेलवे स्टेशन और प्लेटफार्म नंबर 6 की तरफ जाने वाले वाहन प्रभात चौराहा से परिहार चौराहा, अशोका गार्डन, अस्सी फीट रोड, स्टेशन बजरिया तिराहा, भारत टॉकीज ओवरब्रिज, संगम टॉकीज तिराहा होकर जा सकते हैं. पुल बोगदा से भारत टॉकीज की तरफ जाने वाले हल्के और दोपहिया वाहन जिंसी के सामने तक एक तरफ के रास्ते से चल सकते हैं.
पीएम मोदी का भव्य सपना आकार ले रहा, 101 करोड़ की परियोजना में राजस्थान की शान शामिल
27 May, 2025 04:30 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
सागर: मध्य प्रदेश के सागर में देश का सबसे बड़ा और भव्य संत रविदास मंदिर और संग्रहालय बनाया जा रहा है. इसका निर्माण कार्य लगभग पूरा होने वाला है. यह मंदिर और संग्रहालय 101 करोड़ की लागत से तैयार हो रहा है. इस मंदिर का लगभग 70 प्रतिशत तक कार्य पूरा हो चुका है. मंदिर का आकार दूर से नजर आने लगा है. इसका भूमिपूजन 2023 में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने किया था और अगस्त 2025 में इसका निर्माण कार्य पूरा करने का लक्ष्य है.
12 एकड़ भूमि में संत रविदास मंदिर
संत रविदास के विचार, दर्शन और आध्यात्म को एक परिसर में स्थान देने के लिए मध्य प्रदेश सरकार इस मंदिर और संग्रहालय का निर्माण कर रही है. ईश्वर की एकरूपता, समानता और सामाजिक भेदभाव को मिटाने के संदेश के साथ मंदिर और संग्रहालय का निर्माण 12 एकड़ भूमि में 101 करोड़ की राशि से किया जा रहा है, जो संत रविदास के देश विदेश के अनुयायी, भक्तों और श्रृद्धालुओं के लिए आकर्षक का केंद्र होगा.
लाल पत्थरों से बन रहा भव्य मंदिर
राजस्थान के धौलपुर के वंशीपहाडपुर के लाल पत्थरों से देश का सबसे बड़ा संत रविदास मंदिर आकार लेने लगा है. इसका करीब 70 फीसदी काम पूरा हो चुका है. मध्य प्रदेश पर्यटन विभाग द्वारा बनाए जा रहे भव्य मंदिर की ऊंचाई 66 फीट होगी. मंदिर के गर्भगृह में बिना लोहे के केवल पत्थर, रेत और गिट्टी का प्रयोग कर भव्य और दिव्य स्वरूप देने की कोशिश की जा रही है.
संत रविदास मन्दिर एवं संग्रहालय
सागर के मकरोनिया नगर पालिका के बड़तूमा के नजदीक इस मंदिर का निर्माण हो रहा है. 12 एकड़ के परिसर के बीचोंबीच 5500 वर्ग फीट में नागर शैली में मुख्य मंदिर बनाया जा रहा है, जिसमें सुंदर और आकर्षक गर्भगृह,अंतराल मंडप और अर्धमंडप का निर्माण हो रहा है. परिसर में संत रविदास के जीवन का वर्णन दीवार पर कलाकृति (म्युरल स्कल्प्चर) के माध्यम से किया जाएगा. दो भव्य प्रवेश द्वार के अलावा विशाल वाहन पार्किंग की व्यवस्था होगी.
इंटरप्रिटेशन म्यूजियम
संत रविदास के दर्शन को प्रदर्शित करने के लिए व्याख्या संग्रहालय (इंटरप्रिटेशन म्यूजियम) का निर्माण किया जा रहा है. म्यूजियम का कुल क्षेत्रफल 14 हजार वर्गफीट होगा, जिसमें संत रविदास के जीवन, दर्शन, पंथ और साहित्य से जुड़ी चार गैलरी बनाई जा रही हैं.
संत रविदास संग्रहालय में होगा विशाल जलकुंड
संत रविदास संग्रहालय में प्रवेश करते ही दर्शनार्थियों को विशाल जलकुंड नजर आएगा. जिसके चारों तरफ शानदार बगीचा होगा, जिसमें विशेष प्रजाति के पेड़ पौधे लगाए जाएंगे. जलकुंड में आकर्षक नक्काशी के साथ संत रविदास के दर्शन और जीवन से जुड़ी मनोहारी मूर्तियां स्थापित होगी. जलकुंड के आसपास दर्शकों के घूमने के लिए काफी बड़ा गलियारा बनाया जा रहा है.
सरकार की बड़ी तैयारी: अवैध कॉलोनियों को लेकर विजयवर्गीय ने बताया ब्लूप्रिंट
27 May, 2025 10:43 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
सतना: मध्य प्रदेश के नगरीय आवास मंत्री कैलाश विजयवर्गीय दो दिवसीय दौरे पर रविवार को सतना पहुंचे. इस दौरान उन्होंने चित्रकूट के समग्र विकास की समीक्षा बैठक की. मंदाकिनी नदी की सफाई को लेकर एमपी-यूपी सरकार के बीच मध्य प्लान तैयार किया. वहीं, उन्होंने कहा कि प्रदेशभर में अब अवैध कॉलोनियां नहीं बनेगी, इसको लेकर कड़े कानून बनाए जाएंगे और जरूरत पड़ी तो अध्यादेश जारी करेंगे.
विकास के लिए करोड़ों रुपए उपलब्ध कराए
मंत्री कैलाश विजयवर्गीय रविवार सुबह रेवांचल एक्सप्रेस से सतना पहुंचे थे. इस दौरान उन्होंने चित्रकूट में भगवान कामतानाथ के दर्शन कर पूजा-अर्चना की. भगवान श्री राम ने वनवास काल में जिन जगहों पर समय बिताए थे, वैसी सभी धार्मिक स्थलों के विकास को लेकर एक प्लान तैयार किया और चित्रकूट विकास प्राधिकरण की बैठक की, जहां चित्रकूट के विकास के लिए पहली बार में 48 करोड़ रुपए की राशि उपलब्ध कराई.
एमपी और यूपी सरकार साथ मिलकर करेगी काम
मन्दाकिनी नदी सफाई अभियान में शामिल होकर श्रमदान किया. उन्होंने कहा, "मंदाकिनी नदी की सफाई जन सहयोग से नहीं हो सकती. इसकी सफाई के लिए मशीन की जरूरत पड़ेगी. इसको लेकर हमने उत्तर प्रदेश के जल शक्ति मंत्री स्वतंत्र देव सिंह से बात की. बातचीत में एमपी-यूपी सरकार साथ मिलकर नदी की सफाई का एक प्लान तैयार करने और उसकी सफाई कराने की बात कही."
मध्य प्रदेश में अवैध कॉलोनी को लेकर नगरीय आवास मंत्री कैलाश विजयवर्गीय ने कहा कहा, "प्रदेश भर में अवैध कॉलोनी बनाए जाने के खिलाफ हम कड़े कानून बना रहे हैं. इसके लिए जरूरत पड़ी तो अध्यादेश जारी करेंगे."
भाजपा का तीन दिवसीय प्रशिक्षण शिविर पचमढ़ी में, नेताओं को मिलेगा बड़बोलेपन से बचने का पाठ
27 May, 2025 08:40 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
राष्ट्रीय महत्व के मुद्दों पर विवादित व बड़बोले बयानों से किरकिरी के बाद भाजपा संगठन ने अपने नेताओं को नसीहत व प्रशिक्षण देने का फैसला किया है। पार्टी अपने सांसदों और विधायकों को पार्टी की रीति-नीति के अनुरूप संवाद शैली और आचरण का प्रशिक्षण देने जा रही है। इसके लिए 14, 15 और 16 जून को पचमढ़ी के हिल स्टेशन पर तीन दिवसीय प्रशिक्षण शिविर प्रस्तावित है। शिविर का उद्घाटन भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा करेंगे, जबकि समापन समारोह में केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह के शामिल होने की संभावना है।
शिविर में लोकसभा, राज्यसभा सांसदों और विधायकों को पार्टी की नीतियों, मर्यादित व्यवहार और तय विषयों पर ही बयान देने की दिशा में प्रशिक्षित किया जाएगा। खास तौर पर यह हिदायत दी जाएगी कि राष्ट्रीय मुद्दों पर दिल्ली से स्पष्ट निर्देश आने तक कोई भी नेता सार्वजनिक मंच पर बयानबाज़ी न करे। सूत्रों के अनुसार, प्रशिक्षण में यह भी स्पष्ट किया जाएगा कि किसी भी संवेदनशील विषय पर अनधिकृत टिप्पणी से पार्टी की छवि को नुकसान हो सकता है। इस संदर्भ में नेताओं को "गाइडलाइन से हटकर बयान न दें" की सख़्त नसीहत दी जाएगी।
बता दें, मंत्री विजय शाह द्वारा सेना में चयनित कर्नल सोफिया कुरैशी को लेकर दिए गए बयान के बाद पार्टी आलाकमान ने नाराजगी जताई थी। इसके बाद डिप्टी सीएम जगदीश देवड़ा ने भी सेना को लेकर विवादित बयान दे दिया था। इसके बाद से ही संगठन स्तर पर प्रशिक्षण शिविर की रूपरेखा तैयार की गई थी। भाजपा सूत्रों का कहना है कि 2023 विधानसभा चुनाव के बाद अब तक कोई व्यापक प्रशिक्षण शिविर नहीं हुआ है, ऐसे में यह आयोजन पार्टी के अनुशासन और एकरूपता को बनाए रखने की दिशा में अहम कदम माना जा रहा है।
सांसद आलोक शर्मा बोले- रात 10 बजे बंद होंगे सभी मार्केट, काजी कैंप पाकिस्तान का हिस्सा नहीं
26 May, 2025 09:18 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
भोपाल। राजधानी भोपाल में हाल ही में सामने आए लव जिहाद के मामले के बाद भाजपा नेता और सांसद आलोक शर्मा ने तीखी प्रतिक्रिया दी है। शर्मा ने कहा कि शहर में अब रात 10 बजे के बाद कोई भी बाजार खुला नहीं रहेगा। शर्मा ने पुलिस कमिश्नर को पत्र लिखकर सभी बाजारों को एक समान समय पर बंद कराने की मांग की। उनका कहना है कि यदि न्यू मार्केट, बरखेड़ा और संत हिरदाराम नगर जैसे क्षेत्रों में दुकानें 10 बजे बंद हो सकती हैं, तो काजी कैंप और शाहजहानाबाद जैसे इलाकों में बाजार रातभर क्यों खुले रहते हैं? शर्मा ने कहा कि काजी कैंप पाकिस्तान का हिस्सा नहीं है, वो भी भोपाल का ही हिस्सा है। एक शहर में दो कानून नहीं चल सकते। उन्होंने यह भी कहा कि वे खुद अधिकारियों के साथ रात में शहर का निरीक्षण करेंगे और नियमों का पालन न करने वालों पर कार्रवाई सुनिश्चित करवाई जाएगी।
युवतियों को भरोसे में लेने गरबा पंडालों में ले जाते थे आरोपी
सांसद शर्मा ने कहा कि लव जिहाद का आरोपी फरहान हिंदू युवतियों को गुमराह करने के लिए सिर पर रोली का टीका, केसरिया गमछा और हाथ में कलावा पहनता था। शर्मा ने कहा कि इस घटना में गंभीर और आपत्तिजनक तथ्य सामने आए हैं, जो सोचने पर मजबूर करते हैं। सांसद शर्मा के अनुसार, आरोपी फरहान हिंदू युवतियों को भरोसे में लेने के लिए गरबा और नवरात्र के पंडालों में ले जाता था, ताकि बहनों को लगे कि उसने भी धर्म परिवर्तन कर लिया है। पीड़ित युवतियों ने बयान में बताया है कि आरोपी की हरकतें योजनाबद्ध थीं और उसका मकसद विश्वास जीतकर धोखा देना था। सांसद शर्मा ने कहा कि यह मामला बेहद गंभीर है और इसमें संलिप्त आरोपियों को कठोर दंड मिलना चाहिए। आने वाला समय नवरात्र का है, इसलिए ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति न हो, इस दिशा में ठोस कदम उठाए जाएंगे।
स्कूल और कॉलेजों में जागरूकता अभियान चलाएं
भाजपा सांसद शर्मा ने कहा कि स्कूलों और कॉलेजों में जागरूकता अभियान चलाया जाए, ताकि युवतियों को सतर्क किया जा सके। उन्होंने आरोप लगाया कि विशेष वर्ग के लोग सुनियोजित षड्यंत्र के तहत हिंदू युवतियों को निशाना बना रहे हैं। उन्होंने स्पष्ट किया कि "मध्यप्रदेश में भाजपा की सरकार है और यहां लव जिहाद किसी कीमत पर नहीं चलने दिया जाएगा।
ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट 2025 के बाद राज्य में 1744 एकड़ भूमि 46 औद्योगिक इकाइयों को भूमि आवंटित : मुख्यमंत्री डॉ. यादव
26 May, 2025 08:00 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा कि हम वर्ष 2025 को उद्योग वर्ष के रूप में मना रहे हैं। यह अद्भुत समय चल रहा है। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि मध्यप्रदेश में निवेश की खुशबू देशभर में फैल रही है। प्रदेश में विकास का क्रम जारी है। इस विकास यात्रा में सभी राज्यों के उद्योगपतियों का स्वागत है। जहां जनप्रतिनिधि, उद्योगपति, अधिकारी साथ में मिलकर प्रदेश के औद्योगिक विकास में अपना योगदान दे रहे हैं। उन्होंने कहा कि मुझे प्रसन्नता है कि ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट 2025 के फरवरी में आयोजन के बाद पूरे देश ही नहीं बल्कि विदेशों से भी मध्यप्रदेश को निवेश प्रस्ताव प्राप्त हो रहे हैं। यह प्रदेश के लिए गौरव की बात है कि जीआईएस में 65 से अधिक देशों के प्रतिनिधि शामिल हुए थे। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने 15 औद्योगिक इकाइयों के प्रतिनिधियों को आवंटन आदेश और आशय पत्र वितरित किये। उन्होंने कहा कि बदलती तकनीक के दौर में हमें टेक्नोलॉजी का उपयोग बढ़ाना होगा। प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में मेड इन इंडिया का दौर चल रहा है। मुख्यमंत्री डॉ. यादव सोमवार को नरसिंहपुर जिले में कृषि उद्योग समागम में "खाद्य प्रसंस्करण उद्यमियों के सम्मेलन" को संबोधित कर रहे थे।
मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि विकसित मध्यप्रदेश की संकल्पनाओं को साकार करने के लिए हमें सभी क्षेत्रों में समान प्रगति करनी होगी। उन्होंने कहा कि प्रदेश में माइनिंग, टेक्सटाइल, कृषि और खाद्य प्रसंस्करण आधारित उद्योगों के विकास की अपार संभावनायें हैं। कृषि आधारित उद्योगों के लिए चार स्थानों पर कृषि उद्योग समागम का आयोजन किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि मध्यप्रदेश की एग्रीकल्चर ग्रोथ रेट वर्तमान में 12 प्रतिशत से अधिक होकर देश में अग्रणी है।
मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट 2025 (जीआईएस) के सफल आयोजन के बाद मध्यप्रदेश में उद्योगों के लिए नए अवसर सृजित हुए हैं। राज्य सरकार द्वारा 1744 एकड़ भूमि 46 औद्योगिक इकाइयों को आवंटित की गई है। इन इकाइयों में लगभग 24,500 करोड़ रुपये का निवेश प्रस्तावित है, जिससे लगभग 35,000 रोजगार के अवसर पैदा होने की संभावना है। भूमि आवंटन प्राप्त प्रमुख औद्योगिक इकाइयों में मेसर्स पतंजलि ग्रुप, रीवा को सर्वाधिक 433 एकड़ भूमि आवंटित की गई है। इसके अलावा मेसर्स अल्ट्राटेक सीमेंट, सीधी को 264 एकड़, मेसर्स बीईएमएल, रायसेन को 148 एकड़, मेसर्स गौतम सोलार को 55 एकड़ एवं मेसर्स ग्लेक्सो स्मीथ एशिया प्रा. को 40 एकड़ भूमि आवंटित की गई है।
मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि आज के कार्यक्रम में कुल 52 इकाईयों से रू. 4376 करोड़ के निवेश प्रस्ताव प्राप्त हुए हैं, जिनसे 6100 से अधिक रोजगार के अवसर प्राप्त होंगे। इन निवेश प्रस्तावों के राज्य में औद्योगिक विकास को गति मिलेगी और युवाओं को रोजगार के नए अवसर प्राप्त होंगे।
मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि नरसिंहपुर जिला गन्ने की फसल के लिए देशभर में प्रसिद्ध है। उन्होंने कहा कि गन्ने की फसल के लिए स्प्रिंक्लर सिंचाई का लक्ष्य बढ़ाया जायेगा। उन्होंने कहा कि यह हमारा संकल्प है कि कृषकों की आय को बढ़ाया जायेगा। हमारी सरकार का प्रयास है कि कृषकों को उनके उत्पादों के सही दाम मिले। खाद्य प्रसंस्करण आधारित उद्योगों की अधिक से अधिक स्थापना होगी। खेती, बागवानी, फल-सब्जी उत्पादन सभी क्षेत्रों में बजट को बढ़ाया गया है। उन्होंने कहा कि किसानों की आय बढ़ाने और युवाओं को रोजगार देने के लिए सरकार प्रतिबद्ध है। राज्य की प्रगतिशील नीतियों से निवेशकों की कठिनाईयों को दूर करने के प्रयास किये जा रहे हैं।
नरसिंहपुर में कृषि आधारित और खाद्य प्रसंस्करण उद्योगों के लिए अपार संभावनाएं: मंत्री श्री पटेल
पंचायत एवं ग्रामीण विकास, श्रम मंत्री श्री प्रहलाद सिंह पटेल ने "कृषि उद्योग समागम-2025" के नरसिंहपुर जिले में आयोजन के लिए मुख्यमंत्री डॉ. यादव का हार्दिक अभिनंदन और आभार माना। उन्होंने देश भर से आए निवेशको/ उद्योपतियों का आयोजन में सम्मिलित होने पर आभार भी व्यक्त किया।
मंत्री श्री पटेल ने कहा कि नरसिंहपुर जिले के कृषकों ने अनुसंधान एवं नवीन तकनीकों को अपनाकर प्रदेश और देश की उन्नति में महत्वपूर्ण योगदान दिया है। उन्होंने बताया कि नरसिंहपुर प्रदेश का सर्वाधिक गन्ना उत्पादक जिला है, जहां सर्वाधिक शुगर फैक्ट्रियां स्थापित हैं। जिले में कृषि के लिए अनुकूल परिस्थितियां हैं और कृषि उत्पादों के प्रसंस्करण की अपार संभावनाएं मौजूद हैं।
मुख्यमंत्री के नेतृत्व में प्रदेश में हो रहा है आशातीत विकास : मंत्री श्री राजपूत
खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति मंत्री श्री गोविन्द सिंह राजपूत ने कहा कि जब से मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने प्रदेश की बागडोर संभाली है, तब से मध्यप्रदेश हर क्षेत्र में आशातीत प्रगति कर रहा है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री के नेतृत्व में औद्योगिक समृद्धि और कृषि नवाचार के बीच समन्वय स्थापित कर राज्य को नई ऊंचाइयों पर अग्रसर किया जा रहा है। श्री राजपूत ने कहा कि रीजनल इंडस्ट्री कॉन्क्लेव (आरआईसी) में स्थानीय उद्योगपतियों को आमंत्रित कर सीधे संवाद की व्यवस्था की गई है, जिससे निवेश और उद्योग स्थापना की प्रक्रियाएं तेज हुई हैं। सिंगल विंडो सिस्टम के माध्यम से आवश्यक स्वीकृतियां अब त्वरित गति से प्राप्त हो रही हैं। परिणामस्वरूप कई स्थानीय उद्यमियों ने अपने उद्योग स्थापित भी कर लिए हैं, जिससे रोजगार के अवसर बढ़े हैं।
अपर मुख्य सचिव उद्यानिकी एवं खाद्य प्रसंस्करण श्री अनुपम राजन ने अपने उद्बोधन में कहा कि प्रदेश में कृषि और उद्यानिकी के क्षेत्र में विकास की अपार संभावनाएं हैं, और इन्हीं संभावनाओं को औद्योगिक विकास से जोड़कर रोजगार के व्यापक अवसर सृजित किए जा सकते हैं। यहां की प्रगतिशील औद्योगिक नीतियां, उद्योग-अनुकूल माहौल और बुनियादी सुविधाएं खाद्य प्रसंस्करण सहित समग्र औद्योगिक विकास के लिए श्रेष्ठ परिस्थितियां उपलब्ध कराती हैं।
प्रमुख सचिव औद्योगिक नीति एवं निवेश प्रोत्साहन श्री राघवेंद्र सिंह ने बताया कि राज्य सरकार द्वारा निवेशकों के हित में बनाई गई नीतियां देशभर में मिसाल बन रही हैं। उन्होंने कहा कि मध्यप्रदेश देश का ऐसा राज्य है, जहां एमएसएमई नीति और स्टार्टअप नीति को सबसे उत्कृष्ट माना जा रहा है। उद्योगों के साथ-साथ कृषि आधारित निवेश को बढ़ावा देने के लिये राज्य सरकार ने ठोस रणनीति तैयार की है। प्रमुख सचिव श्री सिंह ने बताया कि मुख्यमंत्री डॉ. यादव के नेतृत्व में कृषि और उद्योग के बीच समन्वय स्थापित करने की दिशा में राज्य तेजी से आगे बढ़ रहा है।
नरसिंहपुर में पहला ऐतिहासिक समागम: कृषि और उद्योग का अनूठा संगम: श्री माहेश्वरी
नर्मदा शुगर फैक्ट्री के प्रबंध संचालक श्री विवेक माहेश्वरी ने कहा कि इस आयोजन के माध्यम से कृषि और उद्योग के बीच एक मजबूत सेतु स्थापित किया गया है। उन्होंने नरसिंहपुर जिले के किसानों का आभार प्रकट करते कहा कि गन्ने से एथेनॉल का उत्पादन भी हो रहा है, जिससे देश का पेट्रोलियम आयात घट रहा है और भारत आत्मनिर्भरता की दिशा में तेजी से बढ़ रहा है।
सम्मेलन में उद्यानिकी एवं खाद्य प्रसंस्करण मंत्री श्री नारायण सिंह कुशवाहा, स्कूल शिक्षा एवं परिवहन मंत्री श्री राव उदय प्रताप सिंह, सांसद नर्मदापुरम चौधरी दर्शन सिंह, राज्यसभा सांसद श्रीमती माया नारोलिया, सांसद मंडला श्री फग्गन सिंह कुलस्ते, क्षेत्रीय विधायक श्री विश्वनाथ सिंह पटेल व श्री महेन्द्र नागेश, जनप्रतिनिधि, कृषि उद्यमी, कृषि नवाचार कम्पनियां उपस्थित रहे।
नगर पालिका कर्मचारी ने पार्क में ताला बंद कर की अश्लील हरकतें, हिंदू संगठन ने किया हल्ला
26 May, 2025 01:14 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
दमोह। दमोह जिले के हटा में खचना नाका के पास नेहरू पार्क में रविवार शाम एक घटना हुई। यहां नगर पालिका का एक कर्मचारी एक महिला के साथ रंगरलियां मनाने आया। उसने पार्क का बाहर का गेट बंद कर ताला लगा दिया ताकि कोई शक न करे। लेकिन सूचना मिलते ही हिंदू संगठन के लोग पार्क पहुंचे। तब वह कर्मचारी महिला के साथ वहां से भाग गया। यह पूरा घटना पास लगे सीसीटीवी कैमरे में रिकॉर्ड हो गई। जब इस बारे में सीएमओ को बताया गया, तो वह मौके पर पहुंचे, लेकिन बताया गया कि सीसीटीवी कैमरे बंद थे। बाद में नगर पालिका अध्यक्ष शैलेंद्र खटीक भी आए। उन्होंने पास के वाचनालय में लगे सीसीटीवी कैमरे की जांच की और ताला लगाने, महिला के अंदर जाने और बाहर से ताला लगाने की फुटेज मिली।
महिला ताला देख अपनी चप्पल छोड़कर पास के दूसरे गेट से बाहर निकल गई। हिंदू संगठन के लोग भी वहां आ गए। कर्मचारी ने ताला लगाकर भागने से पहले महिला को बाइक से उसके घर छोड़ा। बताया गया कि कर्मचारी की पार्क में ड्यूटी थी। पार्क में काम करने वाले दो कर्मचारी बंदू रैकवार और परसू पटेल भी मौके पर आए। बंदू ने बताया कि दोपहर 12 बजे उन्होंने गेट का ताला लगाकर घर चले गए थे और चाबी गेट के ऊपर रख दी थी। बाद में कौन आया, उन्हें पता नहीं। सीएमओ राजेंद्र खरे ने कहा कि अगर कर्मचारी के खिलाफ कोई शिकायत आती है, तो कड़ी कार्रवाई की जाएगी। लोग इस घटना को मंदसौर में भाजपा नेता के वायरल वीडियो के बाद हुई घटना से जोड़कर देख रहे हैं। समय रहते हिंदू संगठन के लोग पहुंचकर मामला रोका।
कोरोना की वापसी? 15% मरीजों में लक्षण मिले, अस्पतालों में तैयारियां तेज
26 May, 2025 10:00 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
Coronavirus: कोरोना वायरस के जेएन-1 वैरिएंट फैलने के बीच इंदौर में भी दो लोग कोरोना पॉजिटिव पाए गए हैं। इसके साथ ही स्वास्थ्य विभाग हरकत में आ गया और भोपाल के सरकारी और गैर सरकारी अस्पतालों को अलर्ट कर दिया है। हालांकि जिले के सीएमएचओ डॉ. प्रभाकर तिवारी ने बताया कि भोपाल में घबराने की कोई बात नहीं है यहां ऐसा कोई मामला सामने नहीं आया है। इस संबंध में प्रशासन के माध्यम से कोई गाइडलाइन जारी नहीं की गई है।
फिर भी जिले में कोरोना से निपटने के लिए सभी अस्पताल पूरी तरह तैयार हैं। जेपी जिला अस्पताल में कोरोना या संक्रामक रोगों की जांच के लिए बनाए गए लू क्लीनिक को पूरी तरह से खाली कर दिया गया है। अब इसका इस्तेमाल पार्किंग एरिया के तौर पर किया जा रहा है।
फिलहाल, एम्स में आरटीपीसीआर जांच
फिलहाल भोपाल में सिर्फ एस में आरटीपीसीआर जांच हो रही है। वहीं अन्य सरकारी अस्पतालों में जांच के लिए आरटीपीसीआर किट उपलब्ध नहीं हैं। हलांकि सीएमएचओ डॉ. तिवारी ने इसे खारिज कर दिया और बताया कि आरटीपीसीआर जांच अभी भी वहीं हो रही है, जहां पहले हो रही थी।
15 फीसदी मरीजों में कोरोना जैसे लक्षण
जेपी अस्पताल की ओपीडी में आने वाले 15 फीसदी मरीजों में कोरोना जैसे लक्षण दिख रहे हैं। इनमें बुखार, गंध-स्वाद की कमी, बदन दर्द, खांसी और सांस लेने में तकलीफ जैसे लक्षण दिख रहे हैं।
तेज आंधी से थमेगी रफ्तार! मध्य प्रदेश के 36 जिले खतरे में
26 May, 2025 09:04 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
भोपाल: केरल में मानसून की एंट्री के बाद यह तेज रफ्तार से आगे बढ़ रहा है. मध्य प्रदेश में मानसून आने के पहले ही नौतपा में ही इसके मजबूत संकेत मिलने शुरू हो गए हैं. मौसम की आमद के पहले मध्य प्रदेश में प्री मानसून की तूफानी एंट्री होने लगी है. मौसम विभाग ने अगले 4 दिनों के लिए अलर्ट जारी कर दिया है. अगले 4 दिनों तक प्रदेश के अलग-अलग जिलों में मानसूनी तेज हवाएं लोगों के सामने चुनौती पेश करेंगी. 50 से 60 किलोमीटर तेजी से चलने वाली हवाएं वाहनों की रफ्तार को थाम देंगी. मौसम विभाग ने 36 जिलों के लिए अलर्ट जारी किया है.
4 साल पुराने रास्ते पर मानसून
मौसम विभाग की वैज्ञानिक डॉ दिव्या ई. सुरेन्द्रन ने बताया कि "केरल में मानसून की एंट्री के बाद यह धीरे-धीरे आगे बढ़ रहा है. अभी एक ट्रफ लाइन और तीन सिस्टम बने हुए हैं. एक ट्रप पूर्व मध्य अरब सागर से मध्य महाराष्ट्र, उत्तर तेलंगाना, दक्षिण छत्तीसगढ़ होते हुए उत्तरी ओडिशा तक समुद्र तल से 1.5 से 4.6 किलोमीटर ऊपर तक फैला हुआ है. इसी तरह 3 अलग-अलग चक्रवात बने हुए हैं. इसके चलते मध्य प्रदेश में अगले 3 से 4 दिन अलग-अलग क्षेत्रों में प्री मानसून गतिविधियों के कारण बारिश होने की संभावना है. हालांकि इससे तापमान में मामूली राहत मिल सकती है."मौसम वैज्ञानिकों के मुताबिक मानसून 2021 के पुराने रास्ते पर चल रहा है. 2021 में भी मानूसन समय से पहले केरल पहुंच गया था और मध्य प्रदेश में इसकी आमद 11 जून को हो गई थी. यदि मानसून कमजोर भी हुआ तब भी इस साल 16 जून तक मध्य प्रदेश पहुंच जाएगा.
26 मई को 36 जिलों के लिए अलर्ट जारी
छिंदवाड़ा, सिवनी, मंडला, बालाघाट, पांढुर्णा में ऑरेंज अलर्ट. इन जिलों में कहीं-कहीं 50 से 60 किलोमीटर प्रतिघंटे की रफ्तार से आंधी चलेगी.
नर्मदापुरम, बैतूल, हरदा, बुरहानपुर, खंडवा, खरगोन, बड़वानी, अलीराजपुर, झाबुआ, धार, इंदौर, गुना, अशोकनगर, शिवपुरी, ग्वालियर, दतिया, भिंड, मुरैना, श्योपुरकलां, सिंगरौली, सीधी, मऊगंज, सतना, अनूपपुर, शहडोल, उमरिया, डिंडोरी, कटनी, जबलपुर, नरसिंहपुर, मैहर जिले में 40 से 50 किलोमीटर की रफ्तार से आंधी चलने की संभावना.
आगर, पन्ना, सागर, छतरपुर, टीकमगढ़, निवाड़ी जिलों में 40 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से चलेगी हवा.
27 मई को 26 जिलों के लिए अलर्ट
नर्मदापुरम, बैतूल, हरदा, बुरहानपुर, खंडवा, खरगोन, बड़वानी, अलीराजपुर, झाबुआ, धार, इंदौर, रतलाम, उज्जैन, देवास, शाजापुर, आगर मालवा, गुना, अशोकनगर, शिवपुरी, जबलपुर, नरसिंहपुर, छिंदवाड़ा, सिवनी, मंडला, बालाघाट पांढुर्णा जिलों में 50 किलोमीटर तक चलेंगी तेज हवाएं.
भोपाल, विदिशा, रायसेन, सीहोर, राजगढ़, सिंगरौली, सीधी, रीवा, मऊगंज, सतना, अनूपपुर, शहडोल, उमरिया, डिंडोरी, कटनी, पन्ना, दमोह, सागर, छतरपुर, टीकमगढ़, निवाड़ी, मैहर जिलों में 30 से 40 किमी की रफ्तार से हवाएं चलेंगी.
28 मई को 45 जिलों के लिए अलर्ट
भोपाल, विदिशा, रायसेन, सीहोर, राजगढ़, नर्मदापुरम, बैतूल, हरदा, बुरहानपुर, खंडवा, खरगोन, बड़वानी, अलीराजपुर, झाबुआ, धार, इंदौर, रतलाम, उज्जैन, देवास, शाजापुर, आगर, जबलपुर, नरसिंहपुर, छिंदवाड़ा, सिवनी, मंडला, बालाघाट, पन्ना, पांढुर्णा जिलों में 40 से 50 किलोमीटर की रफ्तार से हवाएं चलेंगी.
सिंगरौली, सीधी, रीवा, मऊगंज, सतना, अनूपपुर, शहडोल, उमरिया, डिंडोरी, कटनी, दमोह, सागर, छतरपुर, टीकमगढ़, निवाड़ी, मैहर में 30 से 40 किमी की रफ्तार से हवाएं चलेंगी.
शिवराज सिंह का बड़ा ऐलान: लखपति दीदी बनेंगी करोड़पति
26 May, 2025 08:00 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
सीहोर: केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान रविवार को सीहोर जिले के दौरे पर रहे. विकसित भारत संकल्प पदयात्रा के दौरान ग्राम भादाकुई में आयोजित महिला सशक्तिकरण संवाद कार्यक्रम में शामिल हुए और बहनों एवं स्व सहायता समूह की महिलाओं से चर्चा की. इस अवसर पर उन्होंने कहा कि, ''स्व सहायता समूहों के माध्यम से आज बहनें आत्मनिर्भर बन रही हैं. इसके साथ ही लखपति दीदी की श्रेणी में शामिल हो रही है. सरकार का निरंतर यह प्रयास है कि जो महिलाएं अभी तक लखपति दीदी की श्रेणी में नहीं आई हैं, उन्हें भी जल्द से जल्द लखपति दीदी बनाया जाए. सरकार स्व सहायता समूहों के माध्यम से निरंतर महिला सशक्तिकरण के लिए कार्य कर रही है.
लखपति दीदी को करोड़पति बनाना है
शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि, ''प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और सरकार का लक्ष्य है कि प्रत्येक महिला को लखपति दीदी बनाना है. इसके बाद निरंतर विकास करते हुए करोड़पति दीदी भी बनाना है.'' उन्होंने संबंधित अधिकारियों को निर्देश दिए कि, ''ग्राम भादाकुई की सभी आर्थिक रूप से कमजोर महिलाओं को स्व सहायता समूहों में जोड़ा जाएं, ताकि वे जल्द से जल्द लखपति दीदी की श्रेणी में शामिल हो सकें.''
उत्कृष्ट कार्य करने वाली महिलाओं का सम्मान
उन्होंने कहा कि, ''जब बहनें लखपति बनेंगी और गरीबी से मुक्त होंगी तभी सही अर्थ में विकसित भारत का निर्माण होगा.'' इस अवसर पर कई महिलाओं ने स्व सहायता समूह के माध्यम से अपने लखपति दीदी बनने तक के सफर के बारे केंद्रीय कृषि मंत्री एवं सभी से चर्चा और अपने अनुभव साझा किए. केंद्रीय कृषि मंत्री ने इस अवसर पर सभी बहनों को विकसित भारत के निर्माण में योगदान देने का संकल्प भी दिलाया. कार्यक्रम के दौरान केंद्रीय कृषि मंत्री ने उत्कृष्ट कार्य करने वाली बहनों को पुरस्कार प्रदान सम्मानित भी किया.
क्या है लखपति दीदी योजना
केंद्र सरकार ने 'लखपति दीदी योजना' की शुरुआत 15 अगस्त 2023 को की गई थी. लखपति दीदी योजना महिला सशक्तिकरण की दिशा में महिलाओं के उत्थान के लिए बनाई गई योजना है. इस योजना का मकसद बिजनेस को बढ़ावा देना और राज्य में महिलाओं की फाइनेंशियल स्थिति में सुधार करना है. लखपति दीदी योजना में महिलाओं को सरकार 5 लाख रुपए तक का कर्ज देती है. खास बात यह है कि इस पर कोई ब्याज नहीं होता. यानि ब्याज फ्री योजना है. बस इसके लिए महिलाओं के लिए कुछ शर्तें हैं, जिन्हें पूरी करना होता है. जैसे परिवार की सालाना इनकम 3 लाख रुपये या उससे कम हो. इससे ज्यादा इनकम वाली महिलाएं पात्र नहीं मानी जाएंगी. जिस किसी परिवार में कोई सरकारी नौकरी में है, उन्हें इसका लाभ नहीं मिलेगा.
लखपति दीदी बनने की क्या है प्रक्रिया
इस स्कीम में आवेदन करने के लिए आपको सबसे पहले किसी स्वयं सहायता समूह से जुड़ना होगा. इसके बाद महिलाओं को अपना बिजनेस प्लान बनाना होगा. जिसके बाद उस रिपोर्ट को स्वयं सहायता समूह द्वारा सरकार को भेजा जाएगा. अधिकारी बिजनेस प्लान का रिव्यू करेंगे. सरकारी अधिकारी उस प्लान की जांच परख करने के बाद उसे अप्रूव करेंगे. उसके बाद महिलाओं को लोन दिया जाएगा. लखपति दीदी में आवेदन के लिए आयु सीमा 18 वर्ष से 50 वर्ष के बीच है. इस स्कीम का लाभ लेने के लिए जो जरूरी दस्तावेज चाहिए, उनमें आधार कार्ड, पैन कार्ड, आमदनी का प्रूफ, बैंक की पासबुक, मोबाइल नंबर पासपोर्ट आकार का फोटो शामिल हैं.