मध्य प्रदेश
ग्रामीण क्षेत्रों में ऊर्जा सुविधा: सांची-NDDB की साझेदारी से सहकारी समितियां बांटेंगी गैस और पेट्रोल
13 Apr, 2025 04:40 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
भोपाल: केन्द्रीय गृह और सहकारिता मंत्री अमित शाह की मौजूदगी में नेशनल डेयरी विकास बोर्ड और मध्य प्रदेश डेयरी फेडरेशन के बीच एमओयू साइन हुआ. एमओयू के लिए एनडीडीबी के अध्यक्ष विनेश शाह मौजूद थे. अब प्रदेश में सांची दुग्ध संघ का संचालन नेशनल डेयरी विकास बोर्ड द्वारा किया जाएगा.भोपाल के रवीन्द्र भवन में आयोजित राज्य स्तरीय सहकारिता सम्मेलन को संबोधित करते हुए केन्द्रीय मंत्री अमित शाह ने कहा कि "मध्य प्रदेश में कृषि, डेयरी और सहकारिता के क्षेत्र में काफी संभावनाएं मौजूद हैं. उन्होंने बताया कि प्रदेश में इस एमओयू के बाद 25 लाख लीटर दुग्ध प्रतिदिन उत्पादन का लक्ष्य रखा है, लेकिन प्रदेश के मुख्यमंत्री, सहकारिता मंत्री और एनडीडीबी के अधिकारियों के साथ बैठकर नए सिरे से लक्ष्य बनाने चाहिए."
शाह बोले काम करें, पैसों की व्यवस्था केन्द्र करेगी
अमित शाह ने कहा कि "मध्य प्रदेश में साढ़े 5 करोड़ लीटर दुग्ध उत्पादन होता है. यह देश का 9 फीसदी है, लेकिन इसमें से सहकारी डेयरी में 1 फीसदी से कम है. मध्य प्रदेश दुग्ध संघ को अनुबंध के साथ आगे बढ़ना है. लक्ष्य बताया गया कि 24 लाख लीटर दुग्ध उत्पादन को ले जाएंगे. जब किसान अपना दूध ओपन बाजार में बेचने जाता है, तो उसका शोषण होता है.
हमारा लक्ष्य होना चाहिए कि हर गांव के किसान को दुग्ध संघ से जोड़ा जाए और इससे बनने वाले उत्पादों का फायदा किसानों तक पहुंचे. दुग्ध उत्पादन बढ़ाकर प्रासेसिंग यूनिट भी लगाना है. मध्य प्रदेश में सरप्लस दूध साढ़े तीन करोड़ लीटर में से सिर्फ ढाई फीसदी ही दूध सहकारी समिति तक आता है.
अभी 17 फीसदी गांवों में ही दूध के कलेक्शन की व्यवस्था है. इस अनुबंध से 83 फीसदी गांवों तक पहुंचने का रास्ता खुल गया है. प्रदेश में शहरी दूध की मांग ही 1 करोड़ 20 लाख लीटर प्रतिदिन है. अगले 5 साल में 50 फीसदी गांवों में सहकारी समितियां गठित करने का लक्ष्य रखें, क्योंकि अभी 7 हजार ग्रामीण क्षेत्रों में ही दुग्ध सहकारी समितियां हैं."
मुख्यमंत्री नया और बढ़ा लक्ष्य बनाएं
अमित शाह ने कहा कि "प्रदेश में जरूरत पड़ी तो केन्द्र की दूसरी योजनाओं से भी मध्य प्रदेश के किसानों की मदद की जाएगी. अनुबंध के बाद गुणवत्ता की जांच और किसान को हर सप्ताह भुगतान, इसके लिए नीति निर्माण और ब्रांडिंग का भी काम करना होगा. इसलिए आग्रह है कि 24 लाख लीटर का जो लक्ष्य रखा है, उसे बदलना चाहिए.साथ ही गांवों की सहकारी समितियों का लक्ष्य भी बढ़ाना होगा. प्रदेश में सहकारी आंदोलन को बढ़ाना होगा. सहकारी मंत्री और मुख्यमंत्री एनडीडीबी के साथ बैठकर नए सिरे से लक्ष्य निर्धारित करे. यदि वित्तीय मदद की जरूरत है, तो केन्द्र सरकार के दूसरे वित्तीय संस्थाओं से आर्थिक मदद की जाएगी. उन्होंने कहा कि अनुबंध के बाद अब रास्ता मार्गीय हो गया है, लेकिन आगे अब इसे छह मार्गीय बनाने का काम आपका है."
गैस भी बांटेगी सहकारी समितियां
केन्द्रीय मंत्री ने कहा कि "केन्द्र सरकार ने प्राइमरी सोसायटी और पैक्स के लिए एक मॉडल बायलॉज बनाया. इसे सभी राज्यों की सरकारों ने स्वीकार किया है. पैक्स सोसायटियां निचले स्तर पर कई तरह के काम करते हैं. जल वितरण, पेट्रोल पंप संचालन, दवा दुकान, गैस बांटने से लेकर रेलवे तक के बिल बनाने तक के 300 तरह के काम पैक्स के माध्यम से किए जाएंगे.मध्य प्रदेश सरकार ने पैक्स के कम्प्युटराइजेशन में नंबर एक स्थान हासिल किया है. ऑनलाइन ऑडिट हो इसकी व्यवस्था हो गई है. किसानों के उत्पादन को विदेश बेचने के लिए एक्सपोर्ट कॉपरेटिव बनाया है. अगले 20 साल में अमूल से भी बड़े समूह बनने जा रहे हैं."
मुख्यमंत्री बोले दुग्ध उत्पादन से बढ़ेगी आय
मुख्यमंत्री मोहन यादव ने कहा कि "मध्य प्रदेश का दुग्ध उत्पादन अभी 9 फीसदी है. इसके बढ़ाकर 20 फीसदी करना है. मध्य प्रदेश में कृषि विकास दर के लिए देश में अलग पहचान बनी है. पशुपालन के क्षेत्र में भी मध्य प्रदेश बेहतर काम करेगी. आने वाले समय में मध्य प्रदेश सरकार किसानों से गाय का दूध खरीदेगी.
दुग्ध उत्पादन से प्रदेश में किसानों की आय ही नहीं बढ़ेगी, बल्कि दुग्ध उत्पादन बढ़ने से परिवार में भी पोषकता मिलेगी. मध्य प्रदेश में सहकारिता से पेट्रोल पंप और दवाई की दुकान भी चलेगी. सहकारिता बहुत बड़ा क्षेत्र है. आने वाले समय में दूसरे क्षेत्रों को भी सहकारिता से जोड़ेंगे.
खौफनाक रात: तेंदुए ने शिवपुरी में मचाया तांडव, 4 की मौत, 1 लापता
13 Apr, 2025 03:17 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
शिवपुरी: माधव टाइगर रिजर्व से सटे बरेठ गांव में एक दर्दनाक हादसा सामने आया है. शनिवार की देर रात एक तेंदुआ गांव में घुस गया और उसने झोपड़ी में बंधी 6 बकरियों पर हमला कर दिया. इस हमले में मौके पर ही 4 बकरियों की मौत हो गई, जबकि एक बकरी का बच्चा घायल हो गया. घटना के बाद गांव में दहशत का माहौल है. ग्रामीणों ने सुरक्षा को लेकर पार्क प्रबंधन और जिला प्रशासन से शिकायत दर्ज कराई है.
देर रात तेंदुए ने बकरियों पर किया हमला
बरेठ गांव के किसान वीर सिंह गुर्जर ने बताया कि "वो रोज की तरह अपनी बकरियों को घर के पास बनी झोपड़ी में बांध कर सोने चले गए थे. रात करीब साढ़े 12 बजे तेज आंधी-तूफान के कारण उनकी नींद खुली. उन्होंने जरूरी सामान को सुरक्षित किया और बकरियों को देखा, जो उस समय ठीक थीं. वो सोने चले गए तभी कुछ ही देर बाद बकरियों के चिल्लाने की आवाज आई. बाहर निकलकर देखा तो कुछ बकरियां घायल अवस्था में पड़ी थीं. एक तेंदुआ एक बकरी के बच्चे को अपने मुंह में दबाकर पहाड़ की तरफ भागता नजर आया. घायल बकरियों ने थोड़ी देर में दम तोड़ दिया."
घटना के बाद डरे हुए हैं ग्रामीण
ग्रामीणों का कहना है कि, अब टाइगर रिजर्व में बाघ घूम रहे हैं, जिनके डर से तेंदुए जंगल से बाहर निकलकर गांवों में शिकार करने लगे हैं. टाइगर रिजर्व से सटे गांवों के किसान अपनी जान और माल की सुरक्षा को लेकर डरे हुए हैं. रात के अंधेरे में खेतों की ओर जाने वाले ग्रामीणों को हर समय अनहोनी की आशंका बनी रहती है. बैटरी की टॉर्च और तमाम सावधानियों के बावजूद जंगली जानवरों का खतरा लगातार बना हुआ है.
दमोह का फर्जी डॉक्टर: एसपी की जांच में खुला झूठ का बड़ा खेल!
13 Apr, 2025 12:30 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
दमोह: मिशन अस्पताल में हुई सात मौतों के मामले में लगातार एक के बाद एक राज खुलते जा रहे हैं. जिसे महज एक फर्जी डॉक्टर समझा जा रहा था वह एक शातिर खिलाड़ी और अपराधी व्यक्ति निकला. मामले का खुलासा पुलिस अधीक्षक ने मीडिया के समक्ष किया.नरेंद्र विक्रमादित्य उर्फ डॉक्टर नरेंद्र जॉन केम को पुलिस रिमांड पर लिए जाने के बाद उसकी निशान देही पर पुलिस उसके गृह निवास कानपुर पहुंची थी. जहां से कई चौंकाने वाले सच निकलकर सामने आए हैं.
पुलिस अधीक्षक ने बताया, नरेंद्र जॉन केम के निवास से मिले हैं कई फर्जी दस्तावेज
पुलिस अधीक्षक श्रुत कीर्ति सोमवंशी ने बताया "नरेंद्र जॉन केम के निवास से कई फर्जी दस्तावेज मिले हैं. जिसमें आधार कार्ड, कई तरह की सील और कई तरह के फर्जी डॉक्यूमेंट्स शामिल हैं. हालांकि उसके पिता के मुताबिक आरोपी डॉक्टर का संपर्क ज्यादातर उसके परिवार से नहीं रहा. वह अपने घर बहुत कम आता जाता रहा है."
आरोपी डॉक्टर ने दार्जिलिंग मेडिकल कॉलेज से की है एमबीबीएस की पढ़ाई
"दार्जिलिंग मेडिकल कॉलेज से उसने एमबीबीएस की पढ़ाई की थी और पहले ही अटेंम्प्ट में उसका पीएमटी निकल गया था. इसके बाद उसने पहली बार नोएडा में प्रैक्टिस शुरू की थी. लेकिन 2013 में उसके द्वारा उपचार में कोताही और फर्जीवाड़ा सामने आने के बाद इंडियन मेडिकल एसोसिएशन ने 2014 से 2019 तक उसका रजिस्ट्रेशन कैंसिल कर दिया था. इस अवधि में उसने हैदराबाद तथा कई अन्य जगहों पर भी अलग-अलग नाम से प्रैक्टिस की है."
लंदन की जॉर्जिस यूनिवर्सिटी के डॉक्टर एन जॉन केम से काफी प्रभावित था आरोपी डॉक्टर
पुलिस अधीक्षक ने बताया "जब हमने इसके पिता से पूछताछ की तो उन्होंने बताया कि वह पढ़ने में शुरू से ही बहुत होशियार था और लंदन की जॉर्जिस यूनिवर्सिटी के डॉक्टर एन जॉन केम से काफी प्रभावित था. उन्हें आदर्श मानता था, इसलिए उनके नाम पर इसने अपना नाम नरेंद्र जॉन केम रख लिया. इसके घर से कई रिसर्च पेपर भी बरामद हुए हैं. आरोपी डॉक्टर के घर में एक पूरी की पूरी लैब बनी हुई है. वहां से पुलिस ने कई सारी फर्जी डिग्रियां और दस्तावेज बरामद किए हैं. जो रिसर्च पेपर बरामद किए गए हैं उसमें इसने संपादन भी किया है. घर से जो चीजें बरामद हुई हैं वह फर्जी हैं. उसने पूछताछ में भी यह बात कबूल की है."
2004 से लेकर 2009 तक अमेरिका में रहा है आरोपी डॉक्टर
एसपी ने बताया "2004 से लेकर 2009 तक यूएस में रहा है और वहां से इसने एमडी की डिग्री करने की बात कही है. वह अभी भी इस बात पर कायम है कि उसकी सभी डिग्रियां असली हैं. लेकिन अभी तक हमारी जांच में इस बात की पुष्टि नहीं हो सकी है. इस संबंध में हम संबंधित यूनिवर्सिटीज और मेडिकल कॉलेज से संपर्क कर रहे हैं."
उन्होंने आगे कहा "यहां की मेडिकल काउंसिल से हमें जो पता चला है उसके मुताबिक ऐसे कोई साक्ष्य नहीं मिले हैं कि इसने बाहर के मेडिकल कॉलेज या यूनिवर्सिटी में पढ़ाई की हो. इसने केवल एमबीबीएस किया है. उसके बाद की सभी डिग्रियां फर्जी हैं. यह बात अलग है कि यह अपने वकील के माध्यम से कोर्ट में कोई दस्तावेज पेश करते हैं. बाकी अभी तक की हमारी इन्वेस्टिगेशन में इसकी डिग्री असली होने के प्रमाण नहीं पाए गए हैं."
पुलिस के मुताबिक घर से निकलने के बाद आरोपी ने वहां से ज्यादातर संपर्क नहीं रखा
श्री सोमवंशी ने बताया "उनके पिता का कहना है कि घर से निकलने के बाद इसने ज्यादातर संपर्क नहीं रखा. एक या दो बार ही इसका घर आना-जाना हुआ है. इसके परिवार वालों को भी मीडिया के माध्यम से ही यह बात पता चली कि इसने फर्जीवाड़े किए हैं."पुलिस अधीक्षक ने बताया "आरोपी डॉक्टर का कहना है कि वह डॉक्टर एन जान केम के साथ काम किया है. लेकिन मीडिया से निकली खबरों में पता चला है कि डॉक्टर जॉन केम ने आरोपी डॉक्टर द्वारा कही गई बातों का खंडन किया है. इसने अपना नाम इसलिए बदला कि इसका मेडिकल जगत में प्रभाव जम जाए. इसके पहले भी इसने एक बार नाम बदलने का प्रयास किया था. संगठन द्वारा रजिस्ट्रेशन कैंसिल किए जाने के कारण ही नई जगह प्रेक्टिस करने के लिए ही इसने फर्जीवाड़ा किया है."एसपी का कहना है "हम सीएमएचओ की रिपोर्ट का इंतजार कर रहे हैं. उनकी रिपोर्ट आने के बाद ही तय होगा कि कौन-कौन सी धाराएं बढ़ाई जाएंगी. वही एजेंसी के माध्यम से मिशन अस्पताल में जॉइनिंग किए जाने के संबंध में उन्होंने बताया कि भोपाल की जिस संस्था से इसकी जॉइनिंग की बात सामने आई है उसके डायरेक्टर से हमारी बात हुई है. डायरेक्टर का कहना है कि हमने उसकी जॉइनिंग नहीं कराई है.
पानी लेने गई बच्ची को बचाने उतरीं दो बहनें, तीनों की सतना में डूबकर मौत
13 Apr, 2025 11:30 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
सतना: जिले के नागौद कस्बे के जसो के रिछुल गांव में एक ही परिवार की तीन बहनों की डूबने से मौत हो गई. दरअसल एक बच्ची खदान में पानी लेने के लिए उतरी थी. तभी मिट्टी धसक गई और वह डूबने लगी. उसे बचाने दो और बहने पानी में उतरी और ऐसे में तीनों बहनें पानी में डूब गईं. मौके पर ही उनकी दर्दनाक मौत हो गई, पुलिस मामले की जांच में जुटी हुई है.
आम तोड़ने गई थीं बच्चियां
मामला सतना जिले के नागौद विधानसभा क्षेत्र के जसो थाना क्षेत्र अंतर्गत रीछुल गांव का है. एक ही परिवार की तीन बच्चियां गांव के ही पास में आम तोड़ने गई थीं. इस दौरान पास में बनी खदान पर पानी में आम धोने लगी. जैसे ही एक बच्ची खदान के नीचे उतरकर पानी में पहुंची तो खदान की मिट्टी धंस गई और बच्ची डूबने लगी. जिसे बचाने के लिए साथ में मौजूद दो और बहनों ने प्रयास किया लेकिन वह भी पानी में डूब गईं. ऐसे में तीनों बहनों की एक साथ पानी में डूबने से दर्दनाक मौत हो गई.
परिजन ने ठेकेदार पर लगाए आरोप
स्थानीय लोगों ने जब तक बच्चियों को बाहर निकाल तब तक बहुत देर हो चुकी थी. बच्चियों के नाम गौरी, तनया और जानवी बताए जा रहे हैं. तीनों बच्चियां चौरसिया परिवार की हैं. मामले की सूचना पुलिस को दी गई है. सूचना मिलने ही मौके पर पहुंची पुलिस ने केस दर्ज कर जांच शुरु कर दी है. इधर मृतक बच्चियों के परिजन घटनास्थल पर ही डटे रहे. उनका आरोप है कि, ''जिन ठेकेदारों द्वारा यह खदाने खोदकर छोड़ दी गई हैं, उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई हो और उचित मुआवजा हमें दिया जाए.''
मामले की जांच में जुटी पुलिस
थाना प्रभारी रोहित यादव ने बताया कि, ''तीन बच्चियां पानी में डूबी हैं, जिससे उनकी मौत हो गई. बच्चियां खदान में पानी लेने के लिए उतरी थीं. पानी लेते वक्त मिट्टी धस गई थी, जिसमें एक बच्ची पानी में डूबने लगी और उसकी दोनों बहनों बचाने लगी जिससे तीनों बच्चियों की पानी में डूबने से मौत हुई है. बाकी जांच के आधार पर जो भी तथ्य सामने आएंगे उसके आधार पर कार्यवाही की जाएगी.''
मैहर में मासम पर गिरा सीमेंट का पाइप, मौत
मैहर थाने के वार्ड क्रमांक 08 में पुरानी बस्ती मस्जिद के पास सुखी नदी में सीवर लाइन के ठेकेदार द्वारा पाइप के 40 से 50 बड़े बड़े सीमेंट के पाइप रखे गए हैं. शनिवार की रात 8 बजे 12 वर्षीय जुनैद खान अपने अन्य मित्रों के साथ वहीं खेल रहा था. इसी दौरान जुनैद वहीं शौच करने बैठ गया. तभी उसके पीछे रखा ढोला लुढ़कते हुए जुनैद को कुचलता हुआ निकल गया. घटना के बाद जुनैद को खून लथपथ देख उसके दोस्त वहां से भाग निकले. परिजन जुनैद को लेकर मैहर सिविल अस्पताल पहुंचे जहां कोई भी डॉक्टर उपस्थित नहीं थे. जिसके बाद प्राइवेट क्लीनिक पहुंचे जहां पर डॉक्टर ने उसे मृत घोषित कर दिया.
परिजन ने किया प्रदर्शन, कार्रवाई की मांग
जिसके बाद आक्रोशित परिजन ने ठेकेदार के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग की. जानकारी मिलने के बाद एसडीएम विकास सिंह, तहसीलदार जितेंद्र पटेल एवं थाना प्रभारी अनिमेष द्विवेदी ने मौके पर पहुंचकर परिजन को समझाइश देते हुए घटना स्थल का निरीक्षण किया एवं ठेकेदार के खिलाफ सख्त कार्यवाही का आश्वासन दिया. पार्षद जावेद खान ने बताया कि, ''सीवर ठेकेदार ने मस्जिद के पास असुरक्षित तरीके से पाइप रखवाया था जिसकी वजह से ये हादसा हुआ. समय रहते और बच्चे वहां से हट गए थे नहीं तो अन्य बच्चे भी उसकी चपेट में आ सकते थे.''
लाडली बहना के लाभार्थियों को इंतजार, 1250 रुपये कब होंगे जारी?
13 Apr, 2025 10:30 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
भोपाल : मध्यप्रदेश सरकार 1.27 करोड़ लाडली बहनों को हर महीने 1250 रुपये की सम्मान निधि देती है. यह राशि हर महीने की 10 तारीख या इससे पहले दी जाती थी. लेकिन इस बार 10 अप्रैल बीतने के बाद भी लाडली बहनों के खातों में राशि ट्रांसफर नहीं किया गया है. अधिकारियों का कहना है कि अब लाडली बहनों को हर महीने की 10 तारीख को 1250रु नहीं मिलेंगे. बल्कि सरकार नई तिथि जारी कर सकती है.
पहली बार नहीं आई लडली बहना की किस्त
बता दें कि मध्यप्रदेश सरकार बीते 22 महीनों से लाडली बहनों को 10 अप्रैल से पहले यह राशि देती आ रही है. ऐसा पहली बार है, जब 12 अप्रैल के बाद भी लाडली बहनों के खातों में राशि नहीं भेजी गई. हालांकि, इस मामले में महिला बाल विकास मंत्री निर्मला भूरिया ने कहा, '' लाडली बहना की राशि हस्तांतरित करने के लिए कोई तिथि निर्धारित नहीं है. मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव के समय को देखते हुए योजना के तहत महिलाओं को भेजी जाने वाली राशि की तारीख निर्धारित होती है.''
किस तारीख को मिलेगी लाडली बहना की राशि?
बता दें कि विधानसभा चुनाव 2023 से पहले मध्यप्रदेश में लाडली बहना योजना की शुरुआत की गई थी. तत्कालीन मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने 10 जून 2023 को लाडली बहना योजना के तहत एक हजार रु प्रति महिला के हिसाब से पहली किश्त जारी की थी. इसके बाद अक्टूबर 2023 में इस राशि को बढ़ाकर 1250 रु कर दिया गया. मार्च 2025 में योजना के तहत 22 वीं किश्त महिलाओं को दी गई थी, जो 10 मार्च को हस्तांतरित की गई थी. लेकिन अब सरकार लाडली बहना योजना की राशि ट्रांसफर करने की तिथि में बदलाव करने जा रही है.
हालांकि, अभी इसकी कोई अधिकारिक घोषणा नहीं है. लेकिन अधिकारियों का कहना है कि अब लाडली बहना योजना के तहत मिलने वाली 1250 रुपये की राशि हर महीने की 10 नहीं, बल्कि 13 तारीख को हस्तांतरित की जाएगी.
क्यों बदली लाडली बहना की किस्त की तारीख?
वित्त विभाग के अधिकारियों ने नाम नहीं छापने की शर्त पर बताया कि मध्यप्रदेश को केंद्रीय करों से जो राशि मिलती है. वह हर महीने की 10 तारीख को आती है. हर महीने प्रदेश सरकार को केंद्रीय करों के रुप में करीब 7 हजार करोड़ रु का भुगतान किया जाता है. उसी दिन सरकार लाडली बहनों को भी राशि हस्तांतरित करती थी. ऐसे में वित्त विभाग के अधिकारियों ने कैश लिक्विडिटी बनाए रखने के लिए लाडली बहना योजना की तिथि में बदलाव करने के लिए सीएम सचिवालय से अनुरोध किया था. जिसे सहमति दे दी गई है.
आग से 3 लाख की जले, पंखे से निकली चिंगारी ने मचाया तांडव
13 Apr, 2025 09:30 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
शिवपुरी : कोलारस थाना अंतर्गत ग्राम सेसई में एक आगजनी की घटना में पति-पत्नी झुलस गए. इतना ही नहीं आग में दोनों की जमापूंजी के लगभग 3 लाख रु भी झुलस गए. शनिवार दोपहर गांव के घर में आग लगने से घर का पूरा सामान भी जलकर खाक हो गया.
पंखे से निकली थी चिंगारी, फिर लगी आग
जानकारी के अनुसार पैट्रोल पंप पर नौकरी करने वाला सुनील पुत्र सुरेश जाटव निवासी सेसई दोपहर के समय अपने घर में सो रहा था. इसी दौरान अचानक पंखे में शार्ट सर्किट हो गया और उससे निकली चिंगारी से कमरे में रखे अखबारों में आग लग गई. पंखे व कूलर की हवा से जलते हुए अखबार पूरे कमरे में बिखर गए और पूर घर आग का गोला बन गया.
पति-पत्नी झुलसे, नोट भी जले
भारी मशक्कत के बाद परिजनों ने आग पर काबू पाया लेकिन तबतक घर का ज्यादातर सामान और अलमारी में रखे दो लाख 94 हजार रुपये आग की तपन से जल गए. इस घटना में पति-पत्नी भी झुलसे हैं. कोलारस थाना प्रभारी के मुताबिक, ' घटना सामने आने के बाद मौके का मुआयना किया गया है, विवेचना की जा रही है.
कोलारस हाईवे पर हादसा, सीपीआर देकर बचाई जान
कोलारस थाना क्षेत्र के कोटा-झांसी फोरलेन हाईवे पर शुक्रवार को हादसा हो गया. यहां रामनगर टोल टैक्स पर शुक्रवार की दोपहर एक कार ने सामने से आ रही बाइक को टक्कर मार दी. हादसे में घायल हुए युवक को टाेल टैक्स पर तैनात एनएचएआई की टीम ने सीपीआर देकर उसकी जान बचाई.
अमित शाह: आज के विशेष कार्यक्रम में VVIP गेस्ट के रूप में शामिल
13 Apr, 2025 08:30 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
केंद्रीय सहकारिता मंत्री अमित शाह रविवार को भोपाल में दोपहर करीब 1 से शाम 4 बजे तक रहेंगे। वे रवीन्द्र भवन में होने वाले सहकारी सम्मेलन में शामिल होंगे। इस दौरान 6 सहकारी दुग्ध संघ, 6 हजार सहकारी दुग्ध उत्पादन समितियों, शीत केंद्रों और संयंत्रों को केंद्र का राष्ट्रीय डेयरी विकास बोर्ड (एनडीडीबी) टेकओवर करेगा। इसके बाद राष्ट्रीय योजनाओं की समीक्षा कर सकते हैं। माना जा रहा है कि शाह सम्मेलन से पहले सत्ता और संगठन की टोह लेंगे। क्योंकि शाह दोपहर का भोजन मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव के साथ करेंगे। इसमें मंत्रियों के भी शामिल होने की चर्चा है।
भोजन के लिए आरक्षित समय को मिलाकर शाह करीब पौन घंटे खाली रहेंगे। इसमें सत्ता व संगठन के प्रमुख लोगों से चर्चा कर सकते हैं। इसके अलावा राष्ट्रीय योजनाओं में प्रदेश सरकार द्वारा बनाई गई बढ़त व अन्य योजनाओ के उत्साहजनक परिणामों को लेकर भी चर्चा हो सकती है।
शहर के 4 प्रमुख मार्ग पर यातायात प्रतिबंधित
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह(Amit Shah) रविवार को करीब 6 घंटे से अधिक समय तक भोपाल में रहेंगे। इस दौरान शहर के 4 प्रमुख मार्ग पर यातायात प्रतिबंधित किया है, जबकि 6 मार्गों को वाहनों के लिए डायवर्ट(Route Diversion) किए गए हैं। ट्रैफिक पुलिस ने ए और बी दो प्लान तैयार किए है। ये प्लान सुबह 11 से शाम 5 बजे तक लागू रहेगा।
ए-प्लान: पुराना विमानतल से रविन्द्र भवन तक
इंदौर-उज्जैन की ओर से आने-जाने वाली यात्री बसों का हलालपुर बस स्टैंड से आगे लालघाटी की ओर प्रवेश प्रतिबंधित रहेगा।
रोशनपुरा चौराहा से पॉलिटेक्निक चौराहा, कमलापार्क, रेतघाट, व्हीआईपीराड, लालघाटी, गांधीनगर तिराहा, पॉलिटेक्निक चौराहा से गांधीपार्क तिराहा तक आवागमन प्रतिबंधित(Route Diversion) रहेगा।
ये वैकल्पिक मार्ग
भारतमाता चौराहा, भदभदा चौराहा, साक्षी ढाबा तिराहा, नीलबड़ तिराहे से दाएं मुड़कर, नाथूबरखेडा रोड, मुगालियाछाप, खजूरी सड़क, खजूरी बायपास तिराहा, मुबारकपुर चौराहा होकर आवागमन कर सकेंगे।
रोशनपुरा चौराहे से पॉलिटेक्निक चौराहा, कमलापार्क, रेतघाट, व्हीआइपीरोड, लालघाटी, गांधीनगर तिराहा, पॉलिटेक्निक चौराहा से गांधीपार्क तिराहा तक आवागमन प्रतिबंधित रहेगा।
बी-प्लान: व्यावसायिक, अनुमति प्राप्त वाहन
पॉलिटेक्निक चौराहे से रविंद्र भवन, केएन प्रधान, राजभवन, मछलीघर तिराहा से गांधीपार्क तिराहा तक पूरा प्रतिबंधित रहेगा।
ये वैकल्पिक मार्ग
पॉलिटेक्निक चौराहा से रोशनपुरा, भारत टॉकीज, रेल्वे स्टेशन, बस स्टैंड की ओर जाने वाले दो पहिया, चार पहिया, जीप/कार रोशनपुरा चौराहा, कंट्रोल रूम, लिली चौराहा होकर भारत टॉकीज की ओर आवागमन कर सकेंगे।
– रोशनपुरा चौराहा से भारत टॉकीज, रेल्वे स्टेशन, बस स्टैंड की ओर जाने वाली मिनी बसें, बड़ी बसें अपैक्स बैंक, लिंक रोड नंबर-1 से होकर बोर्ड ऑफिस चाराहा, डीबी मॉल, प्रेस कॉम्प्लेक्स, बीएसएनएल तिराहा, ईओडब्ल्यू ऑफिस के सामने, केंद्रीय स्कूल विद्यालय क्रमांक-1, मैदा मिल तिराहा, सुभाष नगर आरओबी ब्रिज, प्रभात चौराहा, बोगदापुल से होकर भारत टॉकीज होकर आवागमन कर सकेगी।
रविंद्र भवन में ड्रोन प्रतिबंधित
गृहमंत्री अमित शाह रविवार को भोपाल आ रहे हैं। इसके मद्देनजर पुलिस ने सुरक्षा बढ़ा दी है। शाह का भ्रमण कार्यक्रम प्रस्तावित है। ऐसे में पुलिस ने जेड प्लस और सीआरपीएफ सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए कार्यक्रम स्थल रविंद्र भवन से 5 किलोमीटर की परिधि में ड्रोन, पैराग्लाइडर, हॉट बैलून, सहित अन्य फ्लाइंग ऑब्जेक्ट के उडऩे पर प्रतिबंध लगाया गया है, साथ इस इस पूरे क्षेत्र को रेड जोन, नो फ्लाइंग जोन घोषित किया गया है। यह आदेश रविवार सुबह 10 बजे से शाम 6 बजे तक प्रभावशील रहेगा। इस आदेश का उल्लंघन करते पाए जाने पर दोषी व्यक्ति के खिलाफ नियमानुसार भारतीय न्याय संहिता 2023 की धारा 223 के तहत वैधानिक कार्यवाही की जाएगी। कमर्शियल फ्लाइट्स इस प्रतिबंधात्मक आदेश के पालन से मुक्त रहेंगी।
मुख्यमंत्री डॉ. यादव की पहल पर मध्यप्रदेश को मिला 25वां अभयारण्य
12 Apr, 2025 11:45 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
भोपाल : मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव की जैव विविधता संरक्षण के लिए की गई पहल पर मध्यप्रदेश को एक और नया अभयारण्य मिल गया है। सागर जिले के 258.64 वर्ग किलोमीटर वन क्षेत्र में नया अभयारण्य बनाया जा रहा है। इस नये अभयारण्य को 'डॉ. भीमराव अंबेडकर अभयारण्य' के नाम से जाना जायेगा। राज्य सरकार ने इस नये अभयारण्य की अधिसूचना भी जारी कर दी है।
मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने सोशल मीडिया 'एक्स' पर जानकारी देते हुए कहा कि यह अभयारण्य न केवल वन्य जीवों को एक सुरक्षित आश्रय प्रदान करेगा, बल्कि पर्यावरण संरक्षण, पारिस्थितिक संतुलन और स्थानीय रोजगार सृजन की दिशा में भी एक महत्वपूर्ण कदम साबित होगा।
मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि बाबा साहेब के नाम समर्पित यह अभयारण्य संविधान निर्माता के प्रति हमारे सम्मान और प्रकृति के प्रति श्रद्धा का प्रतीक है। यह निर्णय समावेशी विकास एवं हमारे संकल्प की दिशा में एक नया कदम और बाबा साहेब को सच्ची श्रद्धांजलि है।
डॉ. भीमराव अंबेडकर अभयारण्य, सागर जिले के उत्तर सागर वन मंडल अंतर्गत बंडा और शाहगढ़ तहसीलों के आरक्षित वन क्षेत्र में स्थापित किया गया है, जिसकी कुल सीमा 25,864 हेक्टेयर (यानी 258.64 वर्ग किलोमीटर) होगी।
इस अभयारण्य के गठन से क्षेत्रीय पारिस्थितिक तंत्र को सुदृढ़ करने के साथ-साथ खाद्य श्रृंखला को संतुलित बनाए रखने में मदद मिलेगी। इससे पर्यटन को भी बढ़ावा मिलेगा और स्थानीय रोजगार के नए अवसर सृजित होंगे।
“जल की हर बूंद में जीवन, हर स्रोत में भविष्य का आधार” : मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव
12 Apr, 2025 11:30 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
भोपाल : मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा है कि “आपः सुजिरा अमृतः सुवर्चाः शंभू मयोभूः", अर्थात जल न केवल अमृतस्वरूप है, बल्कि शुभ, पवित्र और जीवनदायक भी है। उन्होंने कहा है कि जल जीवन जीने का संसाधन मात्र नहीं, अपितु हमारा सनातन संस्कार है। हमारे ग्रंथ कहते हैं कि जल की हर बूंद में जीवन है और हर स्रोत में आने वाले कल का भविष्य छिपा है। इसलिए इस अमूल्य धरोहर की किसी भी मूल्य पर रक्षा करना हमारा दायित्व है।
इसी दायित्व की पूर्ति के लिए मुख्यमंत्री डॉ. यादव के नेतृत्व में प्रदेश में ‘जल गंगा संवर्धन अभियान’ संचालित किया जा रहा है। इसमें नवीन जल संग्रहण संरचनाओं के साथ-साथ पूर्व से मौजूद जल संग्रहण संरचनाओं का जीर्णोद्धार, जल स्त्रोतों और जल वितरण प्रणालियों की साफ सफाई, जल स्त्रोतों के आस-पास पौध रोपण के कार्यों को प्राथमिकता दी जा रही है। जन-जागरुकता अभियानों के माध्यम से प्रदेश के ग्रामीण एवं शहरी क्षेत्रों में इस अभियान में जन-भागीदारी सुनिश्चित की जा रही है।
छिंदवाड़ा जिले में सक्रिय जनसहयोग
छिंदवाड़ा जिले के ग्रामीण एवं नगरीय क्षेत्रों में 30 मार्च से शुरू हुए कार्यों के अंतर्गत कलेक्टर शीलेंद्र सिंह ने जनपद पंचायत जुन्नारदेव पहुंच कर बुधवारा गांव में तालाब के गहरीकरण हेतु ग्रामवासियों के साथ मिलकर श्रमदान किया। तालाब के जीर्णोद्धार के साथ ही इसमें जमा गाद निकालकर सफाई की जा रही है। इसी के साथ छिंदवाड़ा जिले की जन अभियान परिषद शाखा ने कन्हांन नदी तट की सफाई करते हुए जल संरक्षण की शपथ दिलाई।
बुरहानपुर में जल संरक्षण के साथ पर्यावरण संतुलन का प्रयास
जल गंगा संवर्धन अभियान में वन विभाग द्वारा जिले के वन क्षेत्रों में स्थित जल-स्त्रोतों की सफाई, तालाब, बावड़ियों, स्टॉप डेम का गहरीकरण और पौधारोपण का कार्य किया जा रहा है। सोलाबरडी और गढ़ताल रेंज वन क्षेत्रों समेत जिले के 67 चिन्हित जल-स्त्रोतों की सफाई और गहरीकरण का काम किया जा रहा है। वन विभाग का अमला स्थानीय नागरिकों की भागीदारी से नदी, तालाबों, बावड़ियों में जमा कचरा, सूखे पत्ते, गाद और झाड़ियां को हटा रहा है। अमरावती नदी के तटों पर भी वृहद स्तर पर सफाई अभियान जारी है। इससे मानसून के दौरान इन स्त्रोतों में पानी का भराव आसानी से हो सकेगा। जल संरचनाओं में पानी का भराव होने से वन्य जीवों और पक्षियों को भी राहत मिलेगी और भूजल स्तर बना रहने से पर्यावरण भी संतुलित रहेगा।
देवास जिले में नये एवं पुराने जल संरचनाओं का जीर्णोद्धार
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संकल्पों को साकार करने के उद्देश्य से देवास जिले में भी ‘जल गंगा संवर्धन अभियान’ 30 मार्च से 30 जून तक चल रहा है। कलेक्टर ऋतुराज सिंह एवं जिला पंचायत के सीईओ हिमांशु प्रजापति के मार्गदर्शन में नये तालाबों का निर्माण किया जा रहा है। इसके साथ ही पुराने तालाबों, बावड़ियों, नदियों एवं कुँओं का जीर्णोद्धार व पौधारोपण के कार्य जन-भागीदारी से किये जा रहे हैं। जिले की जनपद पंचायत खातेगांव में ग्राम पंचायत बछखाल के बोरदा गांव में तालाब का गहरीकरण किया गया है। इसी क्रम में जिला प्रशासन एवं ग्रामीणों के जनसहयोग से जिले की जनपद पंचायत देवास की ग्राम पंचायत गदाईशा पीपल्या में तालाब का गहरीकरण किया जा रहा है। इससे बारिश के दिनों में जल-संचय बढ़ेगा जिससे पेयजल एवं कृषि दोनों के लिए पानी उपलब्ध हो सकेगा।
शिवपुरी एवं शहडोल में हनुमान जन्मदिवस पर सामुदायिक श्रमदान
शिवपुरी जिले के विकासखंड शिवपुरी में निवर्तमान नवांकुर संस्था, ग्राम विकास प्रस्फुटन समिति बूढ़ीबरोद, सेक्टर सुरवाया व ग्राम विकास समिति धुवानी के संयुक्त प्रयास से ग्राम धुवानी तालाब में श्रमदान कर मिट्टी हटाई गई और जल संरक्षण हेतु प्रेरणा दी गई। वहीं, शहडोल जिले में हनुमान जयंती के अवसर पर जिला प्रशासन एवं नगरपालिका के संयुक्त तत्वावधान में प्राचीन विराटेश्वर मंदिर परिसर में स्थित बाणगंगा कुण्ड में सफाई अभियान चलाया गया। विधायक मनीषा सिंह, कलेक्टर डॉ. केदार सिंह एवं अन्य जनप्रतिनिधियों ने इस अभियान में भाग लेते हुए जल संरक्षण की शपथ भी ली।
अभियान का समग्र उद्देश्य
इस अभियान के अंतर्गत नई जल संरचनाओं का निर्माण और पुरानी संरचनाओं का जीर्णोद्धार किया जा रहा है। जल स्रोतों और जल वितरण प्रणालियों की सफाई के साथ-साथ उनके आस-पास पौधारोपण को प्राथमिकता दी जा रही है। ग्रामीण एवं शहरी क्षेत्रों में जन-जागरुकता अभियानों के माध्यम से लोगों में जल संरक्षण के प्रति जागरूकता बढ़ाई जा रही है।
‘जल गंगा संवर्धन अभियान’ का उद्देश्य न केवल जल संरचनाओं के संरक्षण एवं जीर्णोद्धार में सहायता प्रदान करना है, बल्कि सांस्कृतिक, ऐतिहासिक और धार्मिक महत्व वाले जल स्रोतों को पुनर्जीवित करते हुए वर्तमान एवं भविष्य की पीढ़ियों में भारत के स्वर्णिम अतीत से परिचय एवं प्रेरणा का संचार करना भी है। अभियान में मशीन, सामग्री व श्रम का समुचित नियोजन कर आमजन, स्थानीय समुदाय, जनप्रतिनिधि एवं सरकार का संयुक्त प्रयास सुनिश्चित किया जा रहा है।
मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने सभी नागरिकों से अपील की है कि वे इस महत्त्वपूर्ण अभियान में एकजुटता के साथ भाग लेकर जल संरक्षण के प्रति अपनी जिम्मेदारी निभाएं, क्योंकि “जल है तो कल है”।
भगवान श्रीराम के रामराज्य की स्थापना में हनुमान जी का योगदान सदैव प्रेरणादायी: मुख्यमंत्री डॉ. यादव
12 Apr, 2025 11:15 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
भोपाल : मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने हनुमान जयंती की सभी श्रद्धालुओं को हार्दिक बधाई और शुभकामनाएं दीं हैं। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा है कि रामदूत हनुमानजी की भक्ति, सेवा और समर्पण भाव से प्रेरित होकर हम विकसित भारत-विकसित मध्यप्रदेश के संकल्प की सिद्धि में योगदान दें , यही प्रार्थना है। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने हनुमान जयंती के पावन पर्व पर राजकीय विमान तल भोपाल स्थित हनुमान मंदिर में दर्शन व पूजा-अर्चना कर जगत के कल्याण की प्रार्थना की। इसके बाद उन्होंने आगामी कार्यक्रमों के लिए प्रस्थान किया।
मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने मीडिया के माध्यम से प्रदेशवासियों के लिए जारी संदेश में कहा कि हनुमान जी अजर-अमर हैं। भगवान श्रीराम के रामराज्य की स्थापना में हनुमान जी का योगदान सदैव प्रेरणादायी रहेगा। माता सीता का प्रेम, स्नेह और वात्सल्य पाकर उनकी आजीवन सेवा तथा असाधारण वीरता का हनुमानजी का संकल्प सभी के लिए प्रेरक है। महाभारत के युद्ध में अर्जुन बाण चला रहे थे, और भगवान श्रीकृष्ण सारथी थे, तब भी धर्म ध्वजा हनुमानजी ने ही धारण की थी। हर कष्ट, हर दु:ख में सबसे पहले हमें हनुमानजी ही याद आते हैं। वे ही हमें बल, बुद्धि, पराक्रम, वीरता, ज्ञान, विनयशीलता जैसे मानवीय गुणों का वरदान प्रदान करते हैं। संकटमोचक हनुमानजी की कृपा सब पर बरसती रहे, यही प्रार्थना है।
दिल्ली के लाल किले पर सम्राट विक्रमादित्य महानाट्य का मंचन ऐतिहासिक होगा: मुख्यमंत्री डॉ. यादव
12 Apr, 2025 10:45 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
भोपाल : मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा है कि दिल्ली के लाल किले पर सम्राट विक्रमादित्य महानाट्य का मंचन ऐतिहासिक होगा। आज दिल्ली और मध्यप्रदेश के संबंधों का नया अध्याय लिखा जाएगा। भारत उत्कर्ष, नवजागरण और भारत विद्या पर केन्द्रित, विक्रमोत्सव के अंतर्गत विक्रम संवत के प्रवर्तक सम्राट विक्रमादित्य पर आधारित महानाट्य की प्रथम प्रस्तुति, उप राष्ट्रपति जगदीप धनखड़, मध्यप्रदेश के राज्यपाल मंगुभाई पटेल, दिल्ली की मुख्यमंत्री श्रीमती रेखा गुप्ता, केंद्रीय संस्कृति एवं पर्यटन मंत्री गजेन्द्र सिंह शेखावत की गरिमामय उपस्थिति में होगी।
मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि सम्राट विक्रमादित्य का सुशासनकाल आज भी भारत के सभी राज्यों में सम्मान के साथ याद किया जाता है। उनके शौर्य, पराक्रम, वीरता, ज्ञानशीलता, दानवीरता और लोकतांत्रिक व्यवस्था की पहल ने शासन संचालन का अद्भुत उदाहरण प्रस्तुत किया। बेताल पच्चीसी, सिंहासन बत्तीसी सहित विक्रमादित्य की वीरता की गाथाएं आज भी याद की जाती हैं। संस्कृति मंत्रालय, दीनदयाल शोध संस्थान और दिल्ली सरकार के सहयोग से कलाकारों ने सम्राट विक्रमादित्य के काल को जीवंत करते हुए उनके सुशासन की झलक दिखाने का प्रयास किया। यह मंचन दिल्ली के लाल किले में 13 और 14 अप्रैल को किया जाएगा। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने सफल आयोजन के लिए शुभकामनाएं दीं।
“मध्यप्रदेश में पोषण पखवाड़ा 2025: कुपोषण से जंग, स्वस्थ भविष्य की ओर कदम”
12 Apr, 2025 10:30 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
भोपाल : मध्यप्रदेश में 8 से 22 अप्रैल 2025 तक सातवां “पोषण पखवाड़ा” पूरे जोश और जागरूकता के साथ मनाया जा रहा है। हर वर्ष की तरह इस बार भी राज्य में विभिन्न जनजागरूकता गतिविधियों के माध्यम से कुपोषण की रोकथाम और संतुलित जीवनशैली को बढ़ावा देने का कार्य किया जा रहा है। केंद्र सरकार के इस महत्वपूर्ण अभियान का उद्देश्य आमजन, महिलाओं और बच्चों को पोषण के महत्व को समझाकर एक स्वस्थ समाज की नींव रखना है। पोषण पखवाड़ा 2025 में प्रमुखता से 4 विषयों जीवन के पहले 1000 स्वर्णिम दिवसों का महत्व, पोषण ट्रैकर ऐप के हितग्राही मॉड्यूल की जानकारी और उपयोगिता, CMAM प्रोटोकॉल से गंभीर कुपोषित बच्चों का प्रबंधन और 6 वर्ष से कम बच्चों को मोटापे से बचाने पर फोकस किया जा रहा है।
स्वर्णिम 1000 दिवस - जीवन की मजबूत नींव
गर्भावस्था से लेकर जन्म के बाद पहले दो वर्षों तक के 1000 स्वर्णिम दिवस बच्चे के मानसिक और शारीरिक विकास के लिए बेहद अहम होते हैं। इस दौरान उनके जीवनकाल का 85 प्रतिशत बौद्धिक विकास हो जाता है। पोषण पखवाड़ा में इस अवधि के दौरान पोषण और देखभाल पर विशेष बल देते हुए माताओं को संतुलित आहार और स्तनपान के लिए प्रेरित किया जा रहा है।
पोषण ट्रैकर ऐप - पोषण की डिजिटल निगरानी
पोषण ट्रेकर ऐप ‘poshantracker.in’ के माध्यम से घर बैठे ही पोषण स्तर की निगरानी करना अब संभव है। यह ऐप आंगनवाड़ी सेवाओं का डिजिटलीकरण करने के साथ हितग्राहियों को भी बच्चों और माताओं के पोषण पर नज़र रखने में सक्षम बनाता है। भारत सरकार द्वारा पोषण ट्रेकर ऐप के अंतर्गत हितग्राही मॉड्यूल विकसित किया गया है। इसमें हितग्राही अपने पंजीकृत मोबाइल नंबर से लॉग-इन बच्चों के पोषण स्तर के विकास की निगरानी के साथ उन्हें केन्द्र से मिलने वाले पोषण आहार की निगरानी घर बैठे कर सकते हैं।
CMAM रणनीति से कुपोषण पर नियंत्रण
प्रदेश में कम्युनिटी मैनेजमेंट ऑफ एक्यूट मॉलन्यूट्रिशन (CMAM) यानी गंभीर कुपोषण का समुदाय स्तर पर प्रबंधन मुख्यमंत्री बाल आरोग्य संवर्धन कार्यक्रम के तहत वर्ष-2020 से प्रारंभ हुआ। पोषण पखवाडा़ में अति गंभीर कुपोषित (SAM), अति कम वजन (SUW) एवं मध्यम गंभीर कुपोषित (MAM) बच्चों का चिन्हांकन कर उनकी स्वास्थ्य जाँच तथा अति गंभीर कुपोषित (SAM) बच्चों की भूख की जाँच कर आवश्यकतानुसार उपचार एवं सामुदायिक स्तर पर परिवार के सहयोग से पोषण प्रबंधन किया जा रहा है।
बचपन में मोटापे से सतर्कता
नेशनल फेमिली हेल्थ सर्वे (NFHS) रिपोर्ट के अनुसार बच्चों में मोटापे की दर में वृद्धि चिंताजनक है। इसे ध्यान में रखते हुए सरकार द्वारा बच्चों को जंक फूड से दूर रखने और पौष्टिक भोजन को बढ़ावा देने की नीति अपनाई गई है। पोषण पखवाड़ा में बच्चों को पौष्टिक खाना खिलाना और स्कूलों में पौष्टिक भोजन के बढ़ावा देने के लिये पोषण ट्रेकर के माध्यम से मोटापे के जोखिम वाले बच्चों की पहचान कर उनके अभिभावकों को पोषण परामर्श दिया जा रहा है।
प्रदेशभर में जागरूकता की लहर
आंगनवाड़ी केंद्रों पर थीम आधारित गतिविधियों, योग सत्र, खेलकूद, पोषण रैली, साइकिल रैली, एनीमिया जागरूकता शिविर, लंच बॉक्स प्रतियोगिता और समूह चर्चाओं का आयोजन हो रहा है। पोषण ट्रैकर में रजिस्ट्रेशन को प्रोत्साहित किया जा रहा है ताकि माताओं और बच्चों के पोषण स्तर की निगरानी और समस्याओं का समय पर निदान सुनिश्चित किया जा सके।
डिजिटल मीडिया के दौर में पारदर्शी और सही समय पर दी गई जानकारी बहुत जरूरी : ज्ञानेश कुमार, सीईओ भारत निर्वाचन आयोग
12 Apr, 2025 10:15 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
भोपाल : भारत निर्वाचन आयोग द्वारा राष्ट्रीय प्रशिक्षण कार्यक्रम अंतर्गत आईआईआईडीईएम में मीडिया नोडल अधिकारियों, सोशल मीडिया नोडल अधिकारियों और जिला जनसंपर्क अधिकारियों के लिए एक दिवसीय ओरिएंटेशन कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम का उद्देश्य बदलते मीडिया के बदलते दौर में चुनाव से जुड़े अधिकारियों को बेहतर तरीके से तैयार करना और उनके बीच बेहतर समन्वय बनाना था।
मुख्य चुनाव आयुक्त, भारत निर्वाचन आयोग ज्ञानेश कुमार ने कहा कि आज के डिजिटल मीडिया के दौर में पारदर्शी, सही और समय पर दी गई जानकारी बहुत जरूरी है, ताकि लोगों का चुनाव प्रक्रिया पर विश्वास बना रहे। उन्होंने कहा कि मीडिया नोडल अधिकारियों को इस बात का ध्यान रखना चाहिए कि जनता तक सही जानकारी पहुंचे और वे किसी भी तरह की अफवाहों या भ्रामक खबरों से प्रभावित न हों।
चुनाव आयोग के दिशा-निर्देशों की जानकारी दी
कार्यक्रम में देश के 28 राज्यों और 8 केंद्र शासित प्रदेशों के अधिकारी शामिल हुए। इस ओरिएंटेशन के दौरान अधिकारियों को जनप्रतिनिधित्व अधिनियम 1950 और 1951, निर्वाचन पंजीकरण नियम 1960, निर्वाचन संचालन नियम 1961 और चुनाव आयोग के दिशा-निर्देशों की जानकारी दी गई। यह भी बताया गया कि मीडिया के विभिन्न प्लेटफॉर्म्स के जरिए सही जानकारी कैसे फैलानी है, गलत सूचनाओं से कैसे निपटना है और मतदाताओं को कैसे जागरूक करना है।
भारत निर्वाचन आयोग द्वारा नई दिल्ली स्थित इंडिया इंटरनेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ डेमोक्रेसी एंड इलेक्शन मैनेजमेंट (आईआईआईडीईएम) में विगत दिनों हुए एक दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम में मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी कार्यालय मध्यप्रदेश के मीडिया नोडल अधिकारी राजेश दाहिमा, सोशल मीडिया नोडल अधिकारी सुनील वर्मा और और जिला जनसंपर्क अधिकारी अरूण शर्मा शामिल हुए।
मेहनत और ईमानदारी के साथ पढ़ाई करने पर सफलता आपके कदम चूमेगी: स्कूल शिक्षा मंत्री सिंह
12 Apr, 2025 09:45 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
भोपाल : स्कूल शिक्षा मंत्री उदय प्रताप सिंह ने कहा है कि मेहनत और ईमानदारी के साथ समर्पित भाव से पढ़ाई करने पर सफलता आपके कदम चूमेगी। उन्होंने कहा कि वर्तमान में जो संसाधन इंटरनेट, मोबाइल उपलब्ध हैं, उनका अधिक से अधिक उपयोग रचनात्मक कामों में किया जाना चाहिये। मंत्री सिंह शुक्रवार को नरसिंहपुर जिले के तेंदूखेड़ा में स्कूल शिक्षा विभाग के तेजस्वी कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे। मंत्री सिंह ने “976 आयडिया’’ पुस्तक का विमोचन किया।
मंत्री सिंह ने कहा कि राज्य सरकार शिक्षा की बेहतरी के लिये लगातार प्रयास कर रही है। उन्होंने बताया कि प्रदेश में सरकारी स्कूल के विद्यार्थी निजी स्कूल के विद्यार्थियों से बेहतर प्रदर्शन कर रहे हैं। कक्षा-5वीं और 8वीं के हाल ही में घोषित रिजल्ट ने यह साबित करके दिखाया है। मंत्री सिंह ने कहा कि प्रदेश में नई शिक्षा नीति-2020 का बेहतर तरीके से क्रियान्वयन किया जा रहा है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में आजादी की 100वीं वर्षगाँठ पर विकसित भारत का सपना साकार होगा और इसमें युवाओं का योगदान सबसे ज्यादा रहेगा। कार्यक्रम को विधायक विश्वनाथ सिंह पटेल ने भी संबोधित किया।
कार्यक्रम में बताया गया कि उद्यम विकास के आयडिया के लिये “सीड मनी स्कीम’’ में प्रदेश की 3764 टीमों ने भाग लिया। इन टीमों में 19 हजार 900 विद्यार्थी शामिल थे। मंत्री सिंह ने सीड मनी के लिये जिले के 5 हजार 176 विद्यार्थियों को 2000 रुपये के मान से एक करोड़ 3 लाख रुपये का चैक प्रदान किया।
मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने इंदौर के पितृ पर्वत पर हनुमान जी के दर्शन कर की पूजा-अर्चना
12 Apr, 2025 09:30 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
भोपाल : मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने हनुमान जयंती पर इंदौर के प्रसिद्ध पितृ पर्वत पर हनुमान जी की विशाल प्रतिमा के दर्शन कर पूजा-अर्चना की। उन्होंने गौ-माता का पूजन भी किया। नगरीय प्रशासन एवं आवास मंत्री कैलाश विजयवर्गीय, महापौर पुष्यमित्र भार्गव,विधायकद्वय रमेश मेंदोला तथा मधु वर्मा सहित अन्य जनप्रतिनिधि मौजूद थे।
मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने मंदिर की परिक्रमा कर हनुमान जी की विशाल मूर्ति के दर्शन किए। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने नर्मदा परिक्रमावासी अवधूत दादा गुरु जी के दर्शन भी किये । मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने पितृ पर्वत परिसर में जी इंटरनेशनल स्कूल के विद्यार्थियों की भजन मंडली द्वारा किये जा रहे हनुमान चालीसा के पाठ में शामिल विद्यार्थियों से चर्चा कर उनकी सराहना की और हौसला बढ़ाया। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने पितृ पर्वत में अशोक का पौधा भी लगाया।