राजनीति
मणिपुर राज्य में भाजपा सरकार पूरी तरह से फेल साबित हुई : कुणाल घोष
20 Nov, 2024 11:00 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
कोलकाता । तृणमूल कांग्रेस पार्टी के नेता कुणाल घोष ने मणिपुर में फिर भड़की हिंसा को लेकर कहा कि यह बहुत बुरा हो रहा है और प्रधानमंत्री को मणिपुर जाना पंसद नहीं है। मणिपुर राज्य में भाजपा सरकार पूरी तरह से फेल रही है। वहां पर बेकसूर लोगों की हत्या हो रही है। भाजपा को मणिपुर में शासन करने का कोई अधिकार नहीं है। केंद्र की मोदी सरकार भी मणिपुर में पूरी तरह फेल रही। वहीं आरजी कर मेडिकल कॉलेज में ट्रेनी नर्स के साथ बलात्कार और निर्मम हत्या के सवाल पर टीएमसी नेता घोष ने कहा कि इस मामले का अब ट्रायल चल रहा है। रेप और मर्डर में जिसका हाथ था, उस 24 घंटे के अंदर कोलकाता पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया था। अब यह केस सीबीआई (केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो) के हाथ में है। सीबीआई ने कोर्ट में चार्जशीट दाखिल कर दी, कोर्ट में ट्रायल चल रहा है।
बंगाल को परेशान करने के लिए कुछ अशुभ शक्तियों का प्रयास
उन्होंने जोर दिया कि कोर्ट में केस की रोजाना सुनवाई हो रही है। 24 घंटे के अंदर जिस आरोपी को कोलकाता पुलिस ने पकड़ा था, 58 दिन के बाद सीबीआई ने उसी आरोपी के खिलाफ चार्जशीट दिया। इसके बाद कोलकाता पुलिस की गिरफ्तारी ठीक थी। मुर्शिदाबाद के बेलडांगा में सांप्रदायिक घटना पर घोष ने कहा कि बेलडांगा में दो समूह के बीच मतभेद हुआ था, लेकिन अब माहौल शांत है। बंगाल को परेशान करने के लिए कुछ अशुभ शक्तियों का प्रयास था। लोगों में भ्रम पैदा करने की कोशिश की गई थी।
P Chidambaram ने अब पीएम मोदी को लेकर दिया बड़ा बयान
20 Nov, 2024 10:00 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
मणिपुर में फैली जातीय हिंसा केन्द्र की नरेन्द्र मोदी सरकार के लिए बड़ी परेशानी कारण बनी हुई है। इस पर केन्द्रीय गृह मंत्री अमित शाह की नजर बनी हुई है। वह लगातार स्थिति का जाजया ले रहे हैं। इसी बीच कांग्रेस के वरिष्ठ नेता एवं पूर्व केंद्रीय मंत्री पी चिदंबरम ने इस संबंध में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को निशाने पर लिया है। पी चिदंबरम ने आज इस संबंध में बोल दिया कि पीएम नरेन्द्र मोदी को अपना हठ छोडक़र मणिपुर का दौरा करना चाहिए और राज्य के लोगों से विनम्रता से बात करने के साथ ही उनकी शिकायतों और आकांक्षाओं को सीधे जानना चाहिए।
जातीय हिंसा में अभी तक बड़ी संख्या में लोगा अपनी जान गंवा चुके
पूर्व केन्द्रीय मंत्री पी चिदंबरम ने सोशल मीडिया के माध्यम से कहा कि मणिपुर संकट का समाधान पांच हजार और केंद्रीय सशस्त्र पुलिस जवानों को भेजना नहीं है। यह स्वीकार करना अधिक समझदारी है कि मणिपुर के सीएम बीरेन सिंह इस संकट के कारण हैं और उन्हें तत्काल हटा देना चाहिए। आपको बता दें कि इस जातीय हिंसा में अभी तक बड़ी संख्या में लोगा अपनी जान गंवा चुके हैं। अब केन्द्र सरकार की ओर से इस संबंध में आवश्यक कदम उठाए जा रहे हैं।
महाराष्ट्र और झारखंड विधानसभा सीटों पर आज मतदान
20 Nov, 2024 09:04 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
मुंबई। महाराष्ट्र विधानसभा की सभी 288 और झारखंड में दूसरे फेज की 38 सीटों के साथ ही 4 राज्यों की 15 विधानसभा और महाराष्ट्र की नांदेड़ लोकसभा सीट पर बुधवार को उपचुनाव होंगे। इन 15 में से 13 सीटों पर विधायकों के सांसद बनने, 1 के निधन और 1 के जेल जाने से ये सीटें खाली हुई हैं। इनमें 2 सीटें स्ष्ट के लिए आरक्षित हैं। उत्तर प्रदेश की सबसे ज्यादा 9 सीटों पर वोटिंग होनी है। महाराष्ट्र शिवसेना और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी में टूट के बाद कुल 158 दल चुनाव मैदान में हैं। इनमें 6 बड़ी पार्टियां दो गठबंधनों का हिस्सा बनकर चुनाव लड़ रही हैं। भाजपा की अगुआई में शिंदे गुट की शिवसेना और अजित पवार की भाजपा महायुति का हिस्सा हैं। जबकि कांग्रेस, उद्धव ठाकरे की शिवसेना (यूबीटी) और शरद पवार की एनसीपी(एसपी) महाविकास अघाड़ी का हिस्सा हैं।
4 राज्यों की 15 विधानसभा और नांदेड़ लोकसभा सीट पर उपचुनाव
झारखंड विधानसभा चुनाव के आखिरी और सेकेंड फेज में 12 जिलों की 38 सीटों पर वोटिंग होगी। इसमें 1.23 करोड़ वोटर्स शामिल होंगे। सेकेंड फेज की 38 में से 18 सीटें संथाल, 18 सीटें उत्तरी छोटानागपुर और दो सीटें रांची जिले की है। चुनाव आयोग के मुताबिक, दूसरे फेज में 528 कैंडिटेट्स मैदान में हैं। इनमें से 55 महिला उम्मीदवार हैं। 127 करोड़पति हैं, जबकि 148 उम्मीदवारों पर क्रिमिनल केस दर्ज हैं। इसी फेज में सीएम हेमंत सोरेन, उनकी पत्नी कल्पना सोरेन, पूर्व सीएम बाबूलाल मरांडी और विपक्ष के नेता अमर बाउरी चुनाव लड़ रहे हैं। नतीजे 23 नवंबर को आएंगे।
लोकसभा चुनाव में शरद पवार और उद्धव ठाकरे की पार्टियों को बढ़त मिली थी
पिछले विधानसभा चुनाव में भाजपा-शिवसेना का गठबंधन था। तब भाजपा ने 105 और शिवसेना ने 56 सीटें जीती थीं। जबकि कांग्रेस को 44 और एनसीपी को 54 सीटें मिलीं थीं। भाजपा-शिवसेना आसानी से सत्ता में आ जातीं, लेकिन गठबंधन टूट गया। तमाम सियासी उठापटक के बाद 23 नवंबर, 2019 को देवेंद्र फडणवीस ने मुख्यमंत्री और अजित पवार ने उपमुख्यमंत्री पद की शपथ ली, लेकिन बहुमत परीक्षण से पहले ही 26 नवंबर को दोनों को इस्तीफा देना पड़ा। इसके बाद 28 नवंबर को शिवसेना, एनसीपी और कांग्रेस की महाविकास अघाड़ी सरकार सत्ता में आई। उद्धव ठाकरे महाराष्ट्र के सीएम बने। करीब ढाई साल बाद शिवसेना और उसके एक साल बाद एनसीपी में बगावत हुई और 2 पार्टियां 4 दलों में बंट गईं। इसी राजनीतिक पृष्ठभूमि पर हुए लोकसभा चुनाव में शरद पवार और उद्धव ठाकरे की पार्टियों को बढ़त मिली थी।
भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव पर चुनाव आयोग का एक्शन
20 Nov, 2024 08:00 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
मुंबई। महाराष्ट्र चुनाव से पहले भाजपा के दिग्गज नेता और राष्ट्रीय महासचिव विनोद तावड़े पर नालासोपारा में पैसे बांटने के आरोप लगे हैं। इस संबंध में अब चुनाव आयोग ने लोक प्रतिनिधित्व अधिनियम के तहत एफआईआर दर्ज कराई है। तावड़े के साथ-साथ भाजपा उम्मीदवार राजन नाइक के खिलाफ भी एफआईआर दर्ज की गई है।
विनोद तावड़े ने पैसे बांटने के आरोपों पर सफाई दी है। उनका कहना है कि ये उनके खिलाफ साजिश है और चुनाव आयोग को इसकी निष्पक्ष जांच करनी चाहिए। तावड़े ने कहा कि मैं कार्यकर्ताओं से मिलने गया था। मैंने कुछ गलत नहीं किया। ये महाविकास अघाड़ी के कार्यकर्ताओं की साजिश है। पुलिस और चुनाव आयोग को इसकी जांच करनी चाहिए।
तावड़े पर लगे पैसे बांटने के आरोप
बता दें कि भाजपा के महासचिव विनोद तावड़े पर पैसे बांटने के संगीन आरोप लगे हैं। बहुजन विकास अघाड़ी के कार्यकर्ताओं का आरोप है कि तावड़े पांच करोड़ रुपये लेकर मुंबई के एक होटल में बांटने आए थे। विनोद तावड़े ने कहा कि ये मुझे और मेरी पार्टी को बदनाम करने की साजिश है। सीसीटीवी फुटेज निकालकर जांच करनी चाहिए।
तावड़े ने दी आरोपों पर सफाई
तावड़े ने कहा कि मैं बूथ मैनेजमेंट के काम से वहां गया था। अपने कार्यकर्ताओं को मीटिंग में यह बताने आया था कि वोटिंग के बाद ईवीएम मशीन सील कैसे होती हैं। इस बीच हमारे विरोधी पक्ष के कार्यकर्ताओं को लगा कि पैसे बंट रहे हैं। उन्होंने कहा कि मैं तो 40 साल से पार्टी में हूं। जो सच्चाई है वो सबको पता है, लेकिन फिर भी चुनाव आयोग और पुलिस को इस मामले की जांच करनी चाहिए। होटल में सीसीटीवी फुटेज हैं। जांच हो, उसमें सब क्लियर हो जाएगा।
महाराष्ट्र में बीजेपी की जीत-हार से तय होगा योगी आदित्यनाथ का भविष्य?
19 Nov, 2024 07:25 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
नई दिल्ली । उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को लेकर समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने भविष्यवाणी की है। कुंदरकी में पिछले हफ्ते चुनावी रैली संबोधित करते हुए अखिलेश ने कहा था कि महाराष्ट्र चुनाव के बाद सीएम योगी की कुर्सी छीन ली जाएगी। उन्होंने कहा कि आजकल सरकार को अपनी कुर्सी बचाने का गुस्सा है, क्योंकि दिल्लीवालों ने तय कर लिया है कि महाराष्ट्र के चुनाव के बाद इनकी कुर्सी बचेगी नहीं। अगर आप ध्यान दें तो दिल्ली के तत्कालीन मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने भी लोकसभा चुनावों के पहले कुछ ऐसा ही कहा था। अब वहीं बात महाराष्ट्र और झारखंड विधानसभा चुनावों के पहले अखिलेश यादव कह रहे हैं। शायद योगी आदित्यनाथ अब सीएम की कुर्सी से ऊपर उठ चुके हैं। विपक्ष शायद इस बात को समझ नहीं पा रहा है या जानबूझकर अवॉयड कर रहा है। अखिलेश यादव की इस बात से इनकार नहीं किया जा सकता कि महाराष्ट्र विधानसभा चुनावों में बीजेपी की जीत और हार योगी आदित्यनाथ के भविष्य से बहुत मजबूती के साथ गुंथा हुआ है। आम तौर पर विधानसभा चुनावों और लोकसभा चुनावों में खराब परफार्मेंस को किसी भी मुख्यमंत्री को हटाए जाने का वैलिड रिजन माना जाता है। इस आधार पर देखा जाए तो उत्तर प्रदेश में 2022 में भारतीय जनता पार्टी की सीटें कम हो कर 255 ही रह गईं थीं जबकि 2019 में 312 सीटें जीतकर तीन-चौथाई बहुमत पार्टी ने हासिल किया था। इसी तरह लोकसभा चुनावों में भी रहा। 2019 के लोकसभा चुनावों में जहां पार्टी 78 सीटों पर चुनाव लड़ा था जिसमें से 62 सीटों पर जीत मिली थी वही 2024 में घटकर यह 33 रह गई। मगर जब इन दोनों झंझावतों को योगी आदित्यनाथ झेल चुके हैं तो फिर महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव और उत्तर प्रदेश के 9 विधानसभा क्षेत्रों में होने वाले उपचुनाव में मिली हार भी उनका कुछ बिगाड़ लेगी इसमें संदेह ही है। इसके ठीक उलट इस बार महाराष्ट्र में आरएसएस ने मोर्चा संभाला हुआ है। संघ का एक-एक कार्यकर्ता महाराष्ट्र में बीजेपी की जीत को लेकर कार्य कर रहा है।
लोकसभा चुनावों में हुई गड़बड़ को दुरुस्त करने में लगा संघ
लोकसभा चुनावों में हुई गड़बड़ को दुरुस्त करने के प्रयास में भाजपा ने संघ के साथ समन्वय बढ़ाया है। जिसमें डिप्टी सीएम देवेंद्र फडणवीस ने संघ नेतृत्व के साथ कम से कम आधा दर्जन बैठकें कीं और विधानसभा चुनावों के लिए एक रोडमैप तैयार किया। संघ ने उन सीटों पर अपने काडर को तैनात किया, जहां पार्टी कमजोर स्थिति में थी। एक मीडिया समाचार पत्र कहता है कि एक आरएसएस नेता ने कहा, भाजपा और आरएसएस के काम करने के तरीके में स्पष्ट अंतर है। हमारे स्वयंसेवक कोई जनसभाएं नहीं कर रहे हैं या जनता से किसी विशेष उम्मीदवार के लिए वोट देने की अपील नहीं कर रहे हैं। आरएसएस ने अपने नेटवर्क को सक्रिय कर दिया है ताकि लोगों में उन महत्वपूर्ण मुद्दों के प्रति जागरूकता पैदा की जा सके, जो हिंदुओं की एकता को खतरा पैदा कर रहे हैं। हमारा लक्ष्य एक मजबूत हिंदू राष्ट्र बनाना है, जो जाति, समुदाय और धर्म से ऊपर उठकर हर व्यक्ति के कल्याण के लिए काम करे। स्वयंसेवक छोटे समूहों में लोगों तक पहुंच रहे हैं और न केवल 100 फीसदी मतदान सुनिश्चित करने की अपील कर रहे हैं, बल्कि यह भी बता रहे हैं कि कैसे और किसे वोट देना है।
आरएसएस का जितना प्रभाव बढ़ेगा, योगी उतना ही मजबूत होंगे
आरएसएस का प्रभाव जितना पार्टी पर बढ़ेगा वर्तमान परिस्थितियों में योगी आदित्यनाथ और मजबूत होकर उभरेंगे। योगी आदित्यनाथ के नारे बंटेंगे तो कटेंगे को लेकर बीजेपी बंटी हुई नजर आ रही है। यह जानते हुए भी इसी नारे का आसान वर्जन पीएम मोदी ने एक हैं तो सेफ हैं दिया है। दूसरे राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ भी बंटेंगे तो कटेंगे पर पॉजिटिव रुख दिखा चुका है। इसके बाद भी लगातार इस तरह की आवाजें उठ रहीं हैं जैसे यह लगता है योगी आदित्यनाथ ने यह नारा देकर कुछ गलत कर दिया है। महाराष्ट्र में चुनाव लड़ रही सत्ताधारी महायुति गठबंधन में इस नारे को लेकर विवाद की स्थिति है। एनसीपी नेता अजित पवार ने पहले ही इस नारे से खुद को अलग कर लिया था। बाद में महाराष्ट्र बीजेपी के भी 2 नेताओं ने इस नारे पर सवाल उठा दिया। पंकजा मुंडे और अशोक चह्वाण का मानना था कि बंटेंगे तो कटेंगे का नारा यूपी के लिए सही हो सकता है पर महाराष्ट्र के लिए नहीं।
योगी आदित्यनाथ का नारा बंटेंगे तो कटेंगे महाराष्ट्र में हिट
पर जिस तरह इस नारे पर राज्य के डिप्टी सीएम देवेंद्र फडणवीस भरोसा कर रहे हैं उससे ऐसा लगता है कि भाजपा की रणनीति हो सकती है कि कुछ लोग विरोध करें और कुछ लोग समर्थन करते रहें। पर कुल मिलाकर महाराष्ट्र के चुनावों के केंद्रबिंदु में योगी आदित्यनाथ का नारा बंटेंगे तो कटेंगे ही है। जाहिर है कि अगर महायुति को चुनावों में सफलता मिलती है तो उसमें बंटेंगे तो कटेंगे नारे को और इस नारे के देने वाले को श्रेय जाएगा। दरअसल सीएम योगी द्वारा दिए गए नारा बंटोगे तो कटोगे को लेकर केवल महाराष्ट्र में ही माहौल नहीं गरम है! यूपी बीजेपी में भी इसे लेकर ऊहापोह की स्थित है! इस नारे को लेकर पहले तो डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य ने बचने की कोशिश की पर बाद में सरेंडर नजर आए। वहीं अब इस मामले में प्रदेश के दूसरे डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक का भी बयान आया है। वाराणसी पहुंचे डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक ने बचते हुए कहा कि भारतीय जनता पार्टी सबको इकट्ठा करके सनातन संस्कृति को आगे बढ़ने का कार्य कर रही है। जाहिर है कि यूपी सीएम का विरोध उनके डिप्टी सीएम की ओर से अभी भी कम नहीं हुआ है। उत्तर प्रदेश में इन नेताओं की आपसी खींचतान का ही नतीजा है कि उत्तर प्रदेश में प्रशासन ठीक ढंग से काम नहीं कर रहा है।
संसद के शीतकालीन सत्र से पहले सर्वदलीय बैठक 24 नवंबर को
19 Nov, 2024 06:23 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
नई दिल्ली। सरकार ने संसद के आगामी शीतकालीन सत्र से पहले 24 नवंबर को पारंपरिक सर्वदलीय बैठक बुलाने का निर्णय लिया है। संसदीय कार्य मंत्री किरेन रिजिजू ने इस बैठक के बारे में जानकारी दी है, जिसे शीतकालीन सत्र के संदर्भ में आयोजित किया जाएगा।
संसदीय कार्य मंत्री के मुताबिक, शीतकालीन सत्र 25 नवंबर से शुरू होगा और 20 दिसंबर तक चलेगा। बैठक का मुख्य उद्देश्य विपक्षी दलों को विधायी एजेंडे के बारे में जानकारी देना और बहस के लिए संभावित विषयों पर चर्चा करना है। इसके अलावा, संविधान की 75वीं वर्षगांठ के अवसर पर पुराने संसद भवन में संविधान सदन में एक कार्यक्रम भी आयोजित किया जाएगा। यह कार्यक्रम भारतीय संविधान की ऐतिहासिक महत्वता और योगदान को मान्यता देने के लिए आयोजित किया जाएगा। यह सर्वदलीय बैठक महत्वपूर्ण है क्योंकि इससे सरकार और विपक्ष के बीच संवाद और समन्वय बढ़ेगा, जो शीतकालीन सत्र में प्रभावी चर्चा और निर्णय लेने के लिए आवश्यक है।
मोदी ने महारानी लक्ष्मीबाई की जयंती पर दी श्रद्धांजलि
19 Nov, 2024 05:17 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को वीरांगना महारानी लक्ष्मीबाई की जयंती के अवसर पर उन्हें भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित की। उन्होंने सोशल मीडिया पर पोस्ट कर श्रद्धांजलि अर्पित की है प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को सोशल मीडिया प्लेटफार्म पर एक संदेश जारी कर कहा, कि साहस और देशभक्ति की सच्ची प्रतिमूर्ति, निडर झाँसी की रानी लक्ष्मीबाई को उनकी जयंती पर श्रद्धांजलि। आज़ादी की लड़ाई में उनकी बहादुरी और प्रयास पीढ़ियों को प्रेरित करते रहेंगे। विपरीत परिस्थितियों में उनके नेतृत्व ने दिखाया कि सच्चा दृढ़ संकल्प क्या होता है।
प्रधानमंत्री मोदी इस समय ब्राजील यात्रा पर
प्रधानमंत्री मोदी इस समय जी-20 शिखर सम्मेलन में भाग लेने के लिए ब्राजील यात्रा पर हैं। रानी लक्ष्मीबाई ने अंग्रेजों के खिलाफ 1857 की क्रांति के दौरान शहादत दी थी, जब वह केवल 29 वर्ष की थीं। उनकी वीरता और साहस ने भारतीय स्वतंत्रता संग्राम में महत्वपूर्ण स्थान बनाया और वे आज भी भारतवासियों के लिए प्रेरणा का स्रोत हैं।
रेड्डी ने इंदिरा गांधी को श्रद्धांजलि अर्पित की
19 Nov, 2024 04:11 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
हैदराबाद। तेलंगाना के मुख्यमंत्री ए रेवंत रेड्डी ने मंगलवार को देश की पहली महिला प्रधानमंत्री और भारत रत्न इंदिरा गांधी को उनकी जयंती के अवसर पर श्रद्धांजलि अर्पित की। मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर राष्ट्रीय एकीकरण दिवस के मौके पर सभी लोगों को शुभकामनाएं दीं।
इंदिरा गांधी ने विशेष रूप से गरीबों और महिलाओं के उत्थान के लिए काम किया था
सीएम रेड्डी ने इंदिरा गांधी की प्रशंसा करते हुए कहा कि उन्होंने नेहरू की मजबूत नेतृत्व वाली विरासत को जारी रखते हुए देश में कई क्रांतिकारी सुधारों की शुरुआत की, जिनसे देश के लोगों को लाभ हुआ। मुख्यमंत्री ने कहा, इंदिरा गांधी ने विशेष रूप से गरीबों और महिलाओं के उत्थान के लिए काम किया था। वे अपने इस दृष्टिकोण से प्रेरित होकर तेलंगाना सरकार महिला सशक्तीकरण को अपनी सर्वोच्च प्राथमिकता दे रही है।
केजरीवाल ने कहा- कोई कहां जाए न जाए ये उसकी मर्जी पर निर्भर
19 Nov, 2024 02:25 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
नई दिल्ली। दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री और आप के संयोजक अरविंद केजरीवाल ने नेताओं के जाने आने को ज्यादा महत्व नहीं दिया है। उन्होंने एक ही बात कही है कि जिसे जहां जाना या आना है ये उसकी मर्जी है,इसमें कौन क्या कर सकता है। कैलाश के बीजेपी जॉइन करने के सवाल पर दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री और आम आदमी पार्टी के संयोजक अरविंद केजरीवाल ने कहा है कि उनकी मर्जी है, वे जहां भी जाएं। गौरतलब है कि एक दिन पहले ही कैलाश गहलोत ने आतिशी सरकार में मंत्री पद से इस्तीफा दिया था। उन्होंने अरविंद केजरीवाल को पत्र लिखकर आम आदमी पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से भी इस्तीफा दे दिया था। केजरीवाल को लिखे पत्र में कैलाश गहलोत ने सीएम बंगला विवाद से लेकर केंद्र के साथ खींचतान तक, आम आदमी पार्टी पर सवाल उठाए थे।
यह कोई एक दिन में लिया गया फैसला नहीं
दिल्ली सरकार के ताकतवर मंत्रियों में शामिल रहे कैलाश गहलोत ने एक दिन पहले ही मंत्री पद और आम आदमी पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दे दिया था। आम आदमी पार्टी छोड़ने के 24 घंटे के भीतर ही कैलाश गहलोत भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के मुख्यालय पहुंचे और पार्टी की सदस्यता ग्रहण कर ली।कैलाश गहलोत ने केजरीवाल को लिखे पत्र में लिखा था कि नया बंगला जैसे कई शर्मनाक विवाद हैं जो इस संदेह में डाल रहे हैं कि क्या हम अभी भी आम आदमी होने में विश्वास करते हैं। कैलाश गहलोत के इस्तीफे को आम आदमी पार्टी के नेता ईडी और अन्य केंद्रीय एजेंसियों के दबाव में उठाया गया कदम बता रहे थे। बीजेपी में शामिल होने के बाद कैलाश गहलोत ने इस तरह की चर्चा को सिरे से खारिज करते हुए कहा कि यह सब गलत है। कभी किसी के दबाव में काम नहीं किया। यह कोई एक दिन में लिया गया फैसला नहीं है।
जाति-धर्म नहीं देखती जहरीली हवा, रॉबर्ट वाड्रा ने किया दिल्ली के प्रदूषण पर पोस्ट
19 Nov, 2024 01:15 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
नई दिल्ली । दिल्ली इन दिनों भारी प्रदूषण के दौर से गुजर रही है। यहां लोगों को सांस लेने में परेशानी हो रही है। वायु प्रदूषण को लेकर रॉबर्ट वाड्रा ने फेसबुक पोस्ट की है। रॉबर्ट वाड्रा ने पोस्ट में कहा है कि ये देखना भयावह है कि बीजेपी और आम आदमी पार्टी ने दिल्ली के नागरिकों की सुरक्षा और भलाई को अपने राजनीतिक स्वार्थ का विषय बना दिया है। यहां जीतने के लिए विचारधाराओं की लड़ाई नहीं है। यह केवल अस्तित्व का प्रश्न है। जहरीली हवा को इस बात से कोई फर्क नहीं पड़ता कि आप किस जाति या धर्म से हैं। ये एक अंधाधुंध हत्यारा है। अब रोडमैप बनाने का समय आ गया है। समाधान की राह हमसे शुरू होती है। वाड्रा ने कहा कि मैं सोचता हूं कि अगर कभी कोई ऐसा अवसर आया हो जिसमें हमें अपने राजनीतिक मतभेदों को एक तरफ रखने की मांग हुई हो, तो वह यही है। दुनिया के किसी भी अन्य शहर की तुलना में छोटे बच्चे और हमारे वरिष्ठ नागरिक प्रदूषण के इस स्तर से सबसे अधिक प्रभावित होते हैं। समय आ गया है कि हम एक उत्पादक चर्चा में एक साथ आएं। मुझे लगता है, अगर हम वास्तव में अपने पास उपलब्ध पर्याप्त संसाधनों को एक साथ रखें तो समाधान निकाल लेंगे। उन्होंने कहा कि चीन बड़े पैमाने पर पवनचक्की शैली के पंखे (स्मॉग कवर को खत्म करने के लिए) जैसी तकनीकों का उपयोग करके अपने स्मॉग के स्तर को काफी हद तक कम करने में सक्षम है।
कांग्रेस को झटका, आप के हुए शौकीन, केजरीवाल ने किया स्वागत
19 Nov, 2024 12:22 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
नई दिल्ली। कांग्रेस के पूर्व विधायक सुमेश शौकीन अरविंद केजरीवाल की मौजूदगी में आम आदमी पार्टी में शामिल हो गए। पार्टी में शामिल होने के बाद शौकीन ने दिल्ली के ग्रामीण इलाकों (दिल्ली देहात) की बेहतरी के लिए आप के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल के नेतृत्व में काम करने की प्रतिबद्धता व्यक्त की। सुमेश शौकीन मटियाला से पूर्व विधायक हैं। पहले, वह राष्ट्रीय युवा कांग्रेस में थे और बाद में 2008 से 2013 तक दिल्ली में शीला दीक्षित के नेतृत्व वाली कांग्रेस सरकार में रहे। वह ग्रामीण आबादी के अधिकारों और कल्याण के समर्थक रहे हैं, उन्होंने दिल्ली के शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों के एकीकरण पर जोर दिया।
शौकीन ने कहा कि दिल्ली देहात के लिए, इसे दिल्ली से जोड़ने के लिए जो भी काम किया जा रहा है, वह अरविंद केजरीवाल के नेतृत्व में किया जा रहा है। मैं दिल्ली देहात और अपने निर्वाचन क्षेत्र के लोगों के लिए अरविंद केजरीवाल के साथ मिलकर काम करूंगा। केजरीवाल ने शौकीन का पार्टी में स्वागत किया और उन्हें दिल्ली देहात का प्रमुख नेता करार दिया। नए सदस्य का स्वागत करते हुए केजरीवाल ने दिल्ली देहात में अपनी सरकार के विकास कार्यों पर प्रकाश डाला। केजरीवाल ने कहा कि हमारी सरकार से पहले, दिल्ली देहात में कोई महत्वपूर्ण काम नहीं हुआ था। शीला दीक्षित को पता ही नहीं था कि इन इलाकों में खेती भी होती है। हमने दिल्ली देहात में स्कूल, सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट (एसटीपी) और सड़कें बनाई हैं, जिससे शहरी दिल्ली जैसा ही विकास सुनिश्चित हुआ है।
राहुल गांधी पर भाजपा का तीखा हमला
19 Nov, 2024 11:11 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
नई दिल्ली । नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी के आरोपों पर भारतीय जनता पार्टी ने जोरदार पलटवार किया है। भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता संबित पात्रा ने दिल्ली भाजपा मुख्यालय में प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित करते हुए कांग्रेस पार्टी और गांधी परिवार पर घपले-घोटालों में शामिल रहने का आरोप लगाया है। संबित पात्रा ने राहुल गांधी के मुंबई में किए गए प्रेस कॉन्फ्रेंस को निचले स्तर का बताया। उन्होंने कहा, कांग्रेस जैसी तथाकथित राष्ट्रीय पार्टी के नेता द्वारा एक तिजोरी के इर्द-गिर्द ड्रामेबाजी करना शोभा नहीं देता। हम एक हैं तो सुरक्षित हैं, राहुल गांधी फेक हैं। भाजपा प्रवक्ता ने शिवसेना के संस्थापक दिवंगत बालासाहेब ठाकरे का जिक्र करते हुए कहा, बालासाहेब ठाकरे से जब एक इंटरव्यू में राहुल गांधी के बारे में पूछा गया तो वह झुंझला गए। उन्होंने कहा अरे उस छोटा पोपट के बारे में मुझसे मत पूछो। संबित पात्रा ने राहुल गांधी पर निशाना साधते हुए कहा, जिसकी जैसी भावना होती है, उसे सेफ का अर्थ भी वैसा ही समझ आएगा। हमारे नेता पीएम मोदी के नारे एक हैं तो सेफ हैं में, सेफ का अर्थ सुरक्षा से है। पीएम मोदी इस बात की चिंता करते हैं कि भारत के लोगों को कैसे घुसपैठियों से सुरक्षित रखा जाए। वहीं, सेफ का अर्थ तिजोरी से भी होता है, जो राहुल गांधी समझते हैं। कांग्रेस तिजोरी में सेंध मारती है। वर्षों से दादा, परदादा, दादी, पापा-मम्मी सबने मिलकर सेंध मारने का काम किया है। बता दें कि कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने सोमवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के एक हैं सेफ हैं नारे पर तीखा कटाक्ष किया और उन पर महाराष्ट्र के लोगों के ऊपर बिजनेस टाइकून गौतम अडानी के हितों को प्राथमिकता देने का आरोप लगाया।
नेशनल हेराल्ड केस में राहुल की मां आरोपी नंबर वन
संबित पात्रा ने कहा कि नेशनल हेराल्ड केस में मां आरोपी नंबर वन हैं और बेटा आरोपी नंबर दो। दोनों बेल पर बाहर हैं। भाजपा प्रवक्ता ने कहा कि महाराष्ट्र और झारखंड की चुनावी तिजोरी में कांग्रेस के पल्ले कुछ पड़ने वाला नहीं है। 23 को जब नतीजे आएंगे तो यही सच्चाई दिखेगी। बीजेपी के राष्ट्रीय महासचिव विनोद तावड़े ने राहुल गांधी के आरोपों पर पलटवार करते हुए कहा, हमने धारावी की जमीन किसी को नहीं दी है। राहुल गांधी जान लें, धारावी की जमीन महाराष्ट्र सरकार की ही रहेगी। क्या राहुल गांधी रॉबर्ट वाड्रा, अशोक गहलोत, रेवंत रेड्डी, शशि थरूर और अन्य कांग्रेस नेताओं के बारे में भूल गए हैं, जिन्होंने गौतम अडानी के साथ तस्वीरें खिंचवाई थीं? क्या अपने लॉकर में रखने के लिए उनके पास अपने नेताओं की तस्वीरें नहीं थीं।
इंदिरा गांधी को भी लगता था वह हमेशा सत्ता में रहेंगी, मोेदी-योगी भी नहीं रहेंग: ओवैसी
19 Nov, 2024 10:09 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
मुजफ्फरनगर। उत्तर प्रदेश में उपचुनाव के लिए चुनाव प्रचार के अंतिम दिन एआईएमआईएम के मुखिया असदुद्दीन ओवैसी ने मुजफ्फरनगर के मीरापुर विधानसभा सीट पर हो रहे उपचुनाव के लिए प्रचार किया। इस दौरान उन्होंने सीएम योगी आदित्यनाथ के नारे पर पलटवार किया। वहीं मंच से मुख्यमंत्री को खुली चुनौती भी दे डाली। उन्होंने कहा, ‘झांसी में 10 बच्चे जले, जांच में दो जुड़वा बेटी की जलकर मौत हो गई। याकूब मंसूरी ने उन्हें जलने से बचाया था। उन्होंने कहा कि मैं योगी को चैलेंज करता हूं, क्या याकूब मंसूरी के सामने बोलोगो कि क्या कटोगे बंटोगे। ये सब जगह फैलाया जा रहा है। बटेंगे और कटेंगे से क्या होगा। बांग्लादेश में क्या हुआ है।
चुनाव प्रचार के अंतिम दिन तमाम राजनीतिक दलों के दिग्गज नेताओं ने जनसभा और रोड शो किया
एमआईएम सांसद ने कहा, ‘इंदिरा गांधी भी यही समझती थीं। योगी और मोदी भी यही समझते हैं कि सत्ता हमेशा इनके पास रहेगी। क्या बुढ़ाना कांड में कोई लाल टोपी वाला वहां गया। जब हमारे लोग जेल में जाते हैं तो हम सोचते हैं कि ससुराल गए। शेर के सामने आने का अखिलेश यादव आपने गलत टाइम लिया है। बीजेपी मेरी वजह से नहीं आई है इनकी वजह से आई है।’ उन्होंने कहा कि भारत में बैठकर ट्रंप को जीता दिया, बताओ मेरा लड़ना जरूरी है क्या? आप नहीं चाहते हैं हजारों लोग सांसद और विधायक बनें। कुंदरकी के बीजेपी उम्मीदवार हैं क्या-क्या बोलें जा रहे हैं। चुनाव प्रचार के अंतिम दिन तमाम राजनीतिक दलों के दिग्गज नेताओं ने जनसभा और रोड शो किया। अब सभी 9 विधानसभा सीटों पर 20 नवंबर को वोटिंग होगी।
थम गया चुनाव प्रचार का शोर, अब 36 घंटे प्रचार के लिहाज से अहम
19 Nov, 2024 10:00 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
मुंबई। महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव को लेकर सोमवार शाम 5 बजे से चुनाव प्रचार का शोर थम गया, लेकिन सोमवार की रात और मंगलवार का दिन-रात प्रचार के लिहाज से अहम रहेगा। इन 36 घंटों में कई स्थानों पर दिन-रात लक्ष्मीदर्शन प्रयोग भी होने की संभावना है। यानि अब पैसों और प्रलोभन का भी खूब खेला होगा। मालूम हो कि रोड शो, पदयात्राओं, सभाओं, नुक्कड़ सभाओं और सार्वजनिक सभाओं के माध्यम से किए गए वादों को पूरा करने, आरोप-प्रत्यारोप के मौखिक तीर और आलोचना के जवाब के कारण समूचे महाराष्ट्र में प्रचार अभियान अपने चरम पर रहा। चुनाव के बीच आखिरी रविवार की छुट्टी का फायदा उठाते हुए विभिन्न दलों के प्रत्याशियों और पदाधिकारियों की भीड़ उमड़ पड़ी। इसलिए रविवार प्रचार का सुपर संडे बन गया। विधानसभा चुनाव के लिए प्रचार सोमवार शाम पांच बजे थम गया। अब गुप्त बैठकें और राजनीतिक दांवपेंच चलने की खबर है। हालांकि चुनाव टीमें राजनीतिक दलों के नेताओं, कार्यकर्ताओं और नागरिकों की गतिविधियों पर कड़ी नजर रखे हुए है क्योंकि मतदान से पहले के 36 घंटे महत्वपूर्ण हैं। आपको बता दें कि चुनावी मैदान में उतरे उम्मीदवारों ने 5 नवंबर से चुनाव प्रचार शुरू किया था। नेताओं की बैठकें, सभाएं, प्रचार दौर ने चुनाव प्रचार को अच्छा रंग दिया। आरोप-प्रत्यारोप के चलते सियासी माहौल भी खूब गरमा गया। करीब 13 दिनों के प्रचार के बाद सोमवार दिनांक 18 नवंबर को शाम 5 बजे चुनाव प्रचार अभियान का शोर थम गया। हालांकि सार्वजनिक प्रचार बंद रहेगा लेकिन मतदाताओं के घर जाकर प्रचार किया जाएगा। इसी दौरान गुप्त बैठकों के सत्र प्रारम्भ होते हैं। कल 20 नवंबर को मतदान होने वाला है। मतदान से पहले के दो दिन महत्वपूर्ण होते हैं। निर्वाचन विभाग, पुलिस बल एवं मोबाइल टीमें दो दिन अधिक सक्रिय रहती हैं। वह उम्मीदवारों, राजनीतिक दलों, नेताओं, कार्यकर्ताओं और नागरिकों की गतिविधियों पर भी नजर रखती है।
कैलाश गहलोत भाजपा में शामिल हुए
19 Nov, 2024 09:00 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
नई दिल्ली। आम आदमी पार्टी और दिल्ली सरकार के कैबिनेट मंत्री पद से इस्तीफा देने के 24 घंटे बाद कैलाश गहलोत सोमवार को भाजपा में शामिल हो गए। दिल्ली भाजपा अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा ने उन्हें पार्टी की सदस्यता दिलाई। इस दौरान केंद्रीय मंत्री मनोहर लाल खट्टर मौजूद थे। भाजपा में शामिल होने के बाद कैलाश गहलोत ने कहा कि लोग सोचते होंगे कि रातों-रात ये फैसला ले लिया। किसी के दबाव में आकर फैसला लिया, लेकिन मैं बता दूं कि मैंने जीवन में कभी दबाव में कोई काम नहीं किया है। सुनने में आ रहा है कि ईडी, सीबीआई के दबाव में मैंने ऐसा कर दिया, लेकिन ऐसा नहीं है।