राजनीति
जय-बापू, जय-भीम, जय-संविधान अभियान आज से, मध्य प्रदेश के महू में होगा समापन
3 Jan, 2025 05:20 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
नई दिल्ली। कांग्रेस पार्टी का जय बापू, जय भीम, जय संविधान अभियान शुक्रवार से देशभर में शुरू हो रहा है। यह अभियान महात्मा गांधी और डॉ. भीमराव अंबेडकर की विरासत को बचाने के उद्देश्य से चलाया जा रहा है। अभियान का समापन 26 जनवरी को मध्य प्रदेश के महू में स्थित बाबासाहेब अंबेडकर की जन्मस्थली पर होगा।
इस अभियान की शुरुआत 27 दिसंबर को होनी थी, लेकिन पूर्व पीएम डॉ. मनमोहन सिंह के निधन के कारण अधिवेशन रद्द कर दिया था, जिसके बाद अभियान की तारीख को बढ़ा दिया गया था। कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने बताया कि इस अभियान के तहत पार्टी देशभर में रैलियां आयोजित करेगी, जो हर ब्लॉक, जिले और राज्य में आयोजित की जाएंगी। इन रैलियों का मुख्य उद्देश्य महात्मा गांधी, संविधान और बाबासाहेब अंबेडकर की विचारधारा को बचाना है। जयराम ने यह भी कहा कि यदि जरूरत पड़ी, तो अभियान 26 जनवरी के बाद भी जारी रह सकता है।
अभियान के तहत 26 जनवरी से संविधान बचाओ राष्ट्रीय पद यात्रा शुरू करने का फैसला लिया गया है। यह यात्रा एक साल तक चलेगी। कांग्रेस ने इस पद यात्रा को संविधान की रक्षा और देश के लोकतांत्रिक मूल्यों की सुरक्षा के लिए महत्वपूर्ण बताया है। पार्टी नेताओं ने साफ कहा है कि भारत जोड़ो यात्रा ने कांग्रेस को एक नई दिशा दी थी और अब संविधान बचाओ यात्रा उसी जोश के साथ शुरू की जाएगी।
कांग्रेस वर्किंग कमेटी की बैठक में मल्लिकार्जुन खड़गे और राहुल गांधी ने इस अभियान की रणनीति पर चर्चा की। सोनिया गांधी ने इस अधिवेशन में शामिल नहीं होने का फैसला लिया था, लेकिन उन्होंने पत्र के जरिए कार्यकर्ताओं को संबोधित किया। कांग्रेस पार्टी का यह अभियान भारत के संविधान, बाबासाहेब अंबेडकर और महात्मा गांधी की विचारधारा को जन-जन तक पहुंचाने का प्रयास करेगा और पार्टी इसे आगामी विधानसभा चुनावों में भी एक महत्वपूर्ण मुद्दा बनाने की कोशिश करेगी।
भाजपा नेता नकवी का तंज, जेब में कौड़ी नहीं है लेकिन वादे करोड़ों के कर रहे केजरीवाल
3 Jan, 2025 01:00 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
नई दिल्ली । भाजपा नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी ने पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल पर फिजूलखर्ची का आरोप लगाया है। उन्होंने केजरीवाल पर तंज कसा कि जेब में कौड़ी नहीं है लेकिन वादे करोड़ों के कर रहे हैं। नकवी ने कहा, जेब में कौड़ी नहीं और चुनाव आते ही करोड़ों के वादे करते हैं। दिल्ली की सत्ता में काबिज हुए केजरीवाल को 10 साल बीत चुके हैं। 10 सालों में कई वादे किए, वादे करके लोगों के सामने यह हीरो बन गए। हकीकत में यह जीरो निकले 0हैं।
दरअसल, भाजपा नेता केजरीवाल के उस पत्र का जवाब दे रहे थे। इसमें केजरीवाल ने आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत को लिखा था। एक जनवरी को लिखे पत्र में केजरीवाल ने आरएसएस प्रमुख से चार सवाल पूछे। वहीं खबरें चल रहीं हैं कि आरएसएस दिल्ली चुनावों में भाजपा के लिए वोट मांगेगी। क्या ये सही है? इसके पहले लोग आपसे जानना चाहते हैं कि पिछले दिनों भाजपा ने जो गलत हरकतें की हैं, क्या आरएसएस उनका समर्थन करती है? भाजपा के नेता खुलकर पैसे बांटकर वोट खरीद रहे हैं। क्या आरएसएस वोट खरीदने का समर्थन करती है? बड़े स्तर पर गरीब, दलित, पूर्वांचली और झुग्गी में रहने वालों के वोट कटवाने का प्रयास किया जा रहा है, जबकि ये लोग कई कई सालों से यहां रह रहे हैं।
राहुल गांधी का देश के नाम पत्र, संविधान और मनुस्मृति पर भाषण और मनमोहन सिंह का ज्रिक
3 Jan, 2025 12:00 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
नई दिल्ली । कांग्रेस नेता और लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी ने अपना न्यूजलेटर रिलीज किया है, इसमें 11 से 31 दिसंबर तक की घटनाओं का जिक्र किया है। इसके अलावा संसद में संविधान और मनुस्मृति पर राहुल गांधी के भाषण, उससे जुड़े घटनाक्रम के बारे में भी लिखा गया है।
पत्र में राहुल गांधी ने पूर्व पीएम मनमोहन सिंह को अपना गुरु और सलाहकार बातकर कहा, डॉ. सिंह ने भारत का नेतृत्व अत्यंत बुद्धिमत्ता और सत्यनिष्ठा के साथ किया। उनके नेतृत्व में अर्थव्यवस्था आगे बढ़ी और करोड़ों भारतीयों को गरीबी से बाहर निकालते हुए एक समृद्ध मध्यम वर्ग का निर्माण किया। वह हमेशा हमारे दिलों में रहने वाले है। देश ने अपने बड़े नेता के साथ, मैंने भी अपना गुरु और सलाहकार खो दिया है।
राहुल गांधी ने पत्र में संविधान और मनुस्मृति के बीच चल रही लड़ाई पर बात की। पत्र में राहुल के बयान का जिक्र किया गया, जिसमें द्रोणाचार्य ने एकलव्य का अंगूठा लिया, वैसे ही भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) देश के युवाओं का भविष्य छीन रही है। पत्र केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह द्वारा राज्यसभा में बाबासाहेब अंबेडकर के कथित अपमान करने को लेकर उनके इस्तीफे की मांग का भी जिक्र है। इसके अलावा राहुल गांधी के महाराष्ट्र के परभणी दौरे का भी जिक्र कर लिखा है, राहुल ने संविधान की रक्षा करते हुए मारे गए सोमनाथ सूर्यवंशी के परिवार को श्रद्धांजलि और बहादुर बेटे को खोने वाले परिवार से अपनी संवेदनाएं व्यक्त की। पत्र में महंगाई की चर्चा करते हुए इस पर खास फोकस किया है। बात दें कि राहुल गांधी ने दिल्ली में एक सब्जी मंडी के दौरे के दौरान महंगाई पर चर्चा की और लोगों से घर चलाने में आने वाली चुनौतियों पर बातचीत की।
नववर्ष की शुभकामनाओं के साथ बीते वर्ष 2024 पर भी एक नजर डाली गई है। इसमें मणिपुर से मुंबई तक न्याय के लिए लड़ी गई लड़ाई के तौर पर भारत जोड़ो न्याय यात्रा के बारे में बताया गया है। लोकसभा 2024 को संविधान बचाने वाला चुनाव बताया गया है। बताया गया कि इस चुनाव में देश की गरीब और वंचित आबादी संविधान और लोकतंत्र को बचाने के लिए इंडिया गुट के साथ खड़ी हो गई। भारत के लोगों के साथ राहुल गांधी की यादगार मुलाकातों की झलकियां भी शेयर की गई और बताया कि लोकसभा चुनाव के बाद राहुल गांधी ने देश भर के अलग-अलग समुदाय से मिलना जारी रखा ताकि उनके सुख-दुख को समझा जा सके।
पत्र में इस बात का जिक्र किया गया कैसे राहुल गांधी ने साल 2024 में संसद में भारत को लोगों की आवाज को उठाया। राहुल गांधी ने बेरोजगारी, एमएसपी, पेपर लीक, मणिपुर, जाति जनगणना और धार्मिक असहिष्णुता जैसे मुद्दों को उठाया। राहुल गांधी द्वारा बीते साल संसद में दिए गए प्रमुख भाषणों की झलकियां भी दिखाई गई। आंकड़ों के जरिए बताया गया कि राहुल गांधी ने साल 2024 में 25 राज्यों का दौरा किया। 15 भाषण संसद में दिए। 17 प्रेसवार्ता की। 40 आधिकारिक एवं पार्टी कार्यक्रम में हिस्सा लिया। 200 से ज्यादा रैलियां और 260 से ज्यादा जनता से मुलाकातें की। इस बीच उन्होंने 6,600 किलोमीटर से ज्यादा की यात्रा की।
बृजभूषण शरण सिंह का तंज, भगवान करें कि कांग्रेस और राहुल गांधी 2025 में गंभीर हो जाएं
3 Jan, 2025 11:00 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
नई दिल्ली । भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के पूर्व सांसद बृजभूषण शरण सिंह ने पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के दिल्ली में स्मारक बनाने से जुड़े कांग्रेस के आरोपों पर पलटवार किया। वहीं पूर्व सांसद सिंह ने आम आदमी पार्टी (आप) के दिल्ली के एलजी विनय कुमार सक्सेना पर धार्मिक स्थल से जुड़े फैसले लेने के आरोप पर भी तंज कसा।
पूर्व सांसद सिंह ने पूर्व प्रधानमंत्री सिंह की दिल्ली में समाधि बनाने में अड़ंगा डालने के कांग्रेस के आरोपों पर कहा कि ये बड़ा दुर्भाग्यपूर्ण है। भगवान करें कि कांग्रेस और राहुल गांधी 2025 में गंभीर हो जाएं। देश को उनकी जरूरत है। प्रधानमंत्री का वचन ही मंजूरी है, इतना ही नहीं गृह मंत्री ने भी कह दिया और मंजूरी भी प्रदान कर दी। इसके बाद इन लोगों को राजनीति नहीं करनी चाहिए।
कांग्रेस और राहुल गांधी पर जुबानी हमला कर पूर्व सांसद ने कहा कि लगातार, राहुल गांधी और कांग्रेस इसतरह के मुद्दे उठा रही है, जिससे जनता का कोई सरोकार नहीं है। उन्हें जनता से जुड़े मुद्दे उठाने चाहिए। उन्होंने कहा कि कांग्रेस अपमान का आरोप लगा रही है। मेरा सवाल है कि क्या अपमान कर रही है? आपने पूर्व प्रधानमंत्री नरसिम्हा राव का अपमान नहीं किया।
पूर्व पीएम राव की डेथ बॉडी कांग्रेस कार्यालय में नहीं ले जाने दिया। क्या आपको याद नहीं है?
शरण सिंह ने कांग्रेस पर आरोप लगाकर कहा कि आप चाहते थे कि आपके परिवार के अलावा किसी की समाधि दिल्ली में नहीं बने। आपको ये बचकानी हरकत छोड़नी चाहिए। मैं चाहूंगा कि अयोध्या आएं, भगवान राम, भगवान हनुमान का दर्शन करें, सद्बुद्धि प्राप्त करें और देश के लिए जो जरूरी मुद्दे हों, उन मामलों को उठाएं। ऐसा इसीलिए, क्योंकि, विपक्ष और राहुल गांधी का राजनीति में सक्रिय रहना जरूरी है।
वहीं, दिल्ली की मुख्यमंत्री आतिशी और आप के एलजी विनय कुमार सक्सेना पर धार्मिक स्थलों को तोड़ने के आरोपों से जुड़े सवाल पर सिंह ने कहा कि उन्हें उस (आप) पार्टी के बारे में कुछ नहीं बोलना है। आम आदमी पार्टी (आप) ड्रामा पार्टी है।
लालू जी क्या बोलते हैं और क्या नहीं, वो ही जानें
3 Jan, 2025 10:00 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
पटना। बिहार में आरजेडी सुप्रीमो लालू यादव का बयान देशभर में चर्चा बना हुआ है। बता दें नए साल पर लालू यादव ने नीतीश कुमार को महागठबंधन में शामिल करने के सवाल पर कहा था कि अगर वह आना चाहें तो उन्हें साथ ले लेंगे। लालू के इस ऑफर पर अब जेडीयू नेता और केंद्रीय मंत्री ललन सिंह ने पलटवार किया है। ललन सिंह ने कहा कि लालू जी क्या बोलते हैं और क्या नहीं, वो ही जानें।
ललन सिंह ने लालू यादव के नीतीश को दिए गए ऑफर पर कहा कि लालू जी क्या बोलते हैं, नहीं बोलते हैं। वह लालू जी जानें। हम लोग एनडीए में हैं और एनडीए में ही रहेंगे। हालांकि पूर्व डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव ने पहले कहा था कि नीतीश कुमार के लिए दरवाजे बंद हैं। जब लालू यादव का बयान आया तो इस पर भी तेजस्वी ने कहा कि लालू जी ने ऐसी बात मीडिया को शांत करने के लिए कही थी। आप लोग रोज पूछते रहते हैं तो क्या बोलेंगे।
इस बीच कांग्रेस विधायक दल के नेता शकील अहमद खान ने नीतीश कुमार को गांधीवादी बताया है। उन्होंने कहा कि जो भी गांधीवादी हैं, वह हमारे साथ आएंगे। नीतीश कुमार गांधीवादी हैं, वे गांधी के सिद्धांतों पर चलते हैं। बता दें लालू यादव ने कहा था कि नीतीश के लिए हमारा दरवाजा तो खुला है, नीतीश को भी खोलकर रखना चाहिए। नीतीश आते हैं तो साथ काहे नहीं लेंगे? ले लेंगे साथ। नीतीश साथ में आएं, काम करें। राजद सुप्रीमो ने कहा कि नीतीश भाग जाते हैं, हम माफ कर देंगे।
गृहमंत्री शाह बोले- ऋषि कश्यप के नाम से हो सकता है कश्मीर का नाम
3 Jan, 2025 09:06 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
नई दिल्ली। केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने एक कार्यक्रम में कहा कि कश्मीर आज फिर से भारत का अभिन्न अंग बनकर विकास की राह में अग्रसर है। उन्होंने कहा, कि वहां लोकतंत्र पुनः स्थापित हुआ है, और हमें विश्वास है कि जो कुछ हमने गंवाया था, वह जल्द ही वापस प्राप्त कर लेंगे।
वहीं केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने यह भी कहा कि कश्मीर का नाम ऋषि कश्यप के नाम पर हो सकता है। इसके साथ ही उन्होंने बताया कि कश्मीरी, डोगरी, बालटी और झंस्कारी जैसी भाषाओं को शासन की स्वीकृति दी गई है, जो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की दूरदर्शिता को दर्शाती है। शाह ने कहा, कि यूनियन टेरिटरी बनने के बाद कश्मीर की स्थानीय भाषाओं को संरक्षित करना हमारी प्राथमिकता रही है। यह प्रधानमंत्री के कश्मीर के प्रति संवेदनशील दृष्टिकोण को दिखाता है। कश्मीर भारत का हिस्सा था, है और हमेशा रहेगा।
केंद्रीय मंत्री शाह ने इतिहासकारों से आग्रह किया कि वे प्रमाण के आधार पर इतिहास लिखें। उन्होंने कहा, कि इतिहास लुटियन दिल्ली में बैठकर नहीं लिखा जाता। उसे समझने के लिए संबंधित स्थान पर जाना पड़ता है। भारत को समझने का प्रयास तभी सच्चा हो सकता है, जब इसकी सांस्कृतिक परंपरा को गहराई से समझा जाए। गृहमंत्री ने भारत की सांस्कृतिक एकता और विविधता की महत्ता पर जोर दिया और कहा कि कश्मीर से कन्याकुमारी तक भारत की अखंडता हमारी सांस्कृतिक विरासत से परिभाषित होती है।
चुनाव की घोषणा से पहले ही गरमाया राष्ट्रीय राजधानी का राजनीतिक माहौल
3 Jan, 2025 08:00 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
एक दूसरे को मात देने के लिए सियासी पार्टियों की बनने लगी रणनीति
नई दिल्ली । दिल्ली विधानसभा चुनाव की सरगर्मी शुरू हो गई है। राजधानी में इस साल फरवरी में चुनाव होने हैं। अभी चुनाव की घोषणा नहीं हुई है, लेकिन राजनीतिक पार्टियों ने चौसर बिछानी शुरू कर दी है। दिल्ली चुनावों के लिए अभी तक सबसे बड़ा दांव आम आदमी पार्टी के संयोजक अरविंद केजरीवाल ने खेला है। मुख्यमंत्री महिला सम्मान योजना, बुजुर्गों के लिए स्वास्थ्य योजना संजीवनी के बाद अब हिंदुओं और सिखों को साधने के लिए पुजारी-ग्रंथी सम्मान योजना की घोषणा की है। इसके तहत मंदिरों के पुजारियों और गुरुद्वारों के ग्रंथियों को उनकी सरकार 18 हजार रुपये प्रतिमाह सम्मान राशि देगी। केजरीवाल के इस कदम को लेकर कहा जा रहा है कि भाजपा के हिंदुत्व पर केजरीवाल ने कब्जा कर लिया है।
गौरतलब है कि अभी तक भाजपा भगवान राम के सहारे चुनाव लड़ती रही है। ऐसे में भाजपा को उसी की भाषा में जवाब देने के लिए केजरीवाल ने भगवान की सेवा करने वाले पुजारियों को अपना सहारा बनाने की ओर कदम बढ़ा दिया है। अब देखना यह है कि चुनावी मैदान में किसी रणनीति भारी पड़ती है। दिल्ली विधानसभा चुनाव इसलिए बड़ा अहम होने जा रहा है, क्योंकि दिल्ली की सत्ताधारी पार्टी आप के कई बड़े नेता भ्रष्टाचार के आरोपों में जेल में रहे। खुद पार्टी के मुखिया अरविंद केजरीवाल कथित दिल्ली शराब घोटाले में करीब पांच महीने जेल में रहे। इस चुनाव में आप दिल्ली में जीत का चौका लगाने चाहेगी तो भाजपा भी दशकों बाद दिल्ली में वापसी के लिए प्रयास करेगी। पिछले दो बार से खाता न खोलने वाली कांग्रेस ने भी इस बार बड़े चेहरों को चुनाव मैदान में उतारकर कड़ी टक्कर देने की कोशिश करेगी।
हिंदुत्व की पिच पर फ्रंट फुट पर खेल रहे केजरी
दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री और आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल तिहाड़ जेल से बाहर आने के बाद हिंदुत्व की पिच पर फ्रंट फुट पर खेल रहे हैं। दिल्ली की नई मुख्यमंत्री आतिशी के बगल में जो खाली कुर्सी रखी गई है, उसे लेकर यह कहना कि जिस तरह भरत ने 14 साल तक श्री राम की खड़ाऊं रखकर अयोध्या का राजकाज संभाला, इसी तरह आतिशी भी दिल्ली में सरकार चलाएंगी, इसे भी आम आदमी पार्टी ने राम से जोड़ा है। केजरीवाल जब-जब जेल से बाहर आए हैं तब-तब उन्होंने पत्नी सुनीता केजरीवाल के साथ हनुमान मंदिर में हाजिरी लगाई है और वह लगातार अपनी सभाओं में कहते रहे हैं कि उनके ऊपर हनुमान और भगवान राम की कृपा है।
हिंदू नेता की छवि बनाने की कोशिश
पिछले कुछ सालों के घटनाक्रम को देखें तो यह समझ में आता है कि अरविंद केजरीवाल ने हिंदू नेता की छवि बनाने की कोशिश की है। ऐसे बहुत सारे उदाहरण हमारे सामने हैं जब केजरीवाल और उनकी सरकार के मंत्रियों और आम आदमी पार्टी के नेताओं ने राम, हिंदुत्व और राम राज्य की बात की है। आम आदमी पार्टी की ओर से दिल्ली सरकार के बजट को रामराज्य बजट कहा गया। आम आदमी पार्टी के विधायकों ने अयोध्या में राम मंदिर का उद्घाटन होने से पहले हर मंगलवार को अपने विधानसभा क्षेत्र में सुंदरकांड और हनुमान चालीसा का आयोजन कराया था। इस साल मार्च में जब आतिशी ने वित्त मंत्री रहते हुए दिल्ली विधानसभा में अपना बजट पेश किया था तो 90 मिनट के भाषण में कम से कम 40 बार राम और राम राज्य का जिक्र किया था। उस दौरान आम आदमी पार्टी ने सोशल मीडिया पर केजरीवाल का रामराज्य नाम से हैशटैग भी चलाया था। इसी तरह 2021 में दिवाली के मौके पर एमसीडी के चुनाव से पहले आम आदमी पार्टी की सरकार ने त्यागराज स्टेडियम में अयोध्या के राम मंदिर निर्माण की 30 फीट ऊंची प्रतिमा का निर्माण कराया था। इसके अलावा आम आदमी पार्टी की सरकार दिल्ली के बुजुर्गों को पिछले कई सालों से मुफ्त तीर्थ यात्रा भी करा रही है।
राम के वनवास का जिक्र
केजरीवाल ने बीते दिनों जब जंतर-मंतर पर पार्टी के नेताओं और कार्यकर्ताओं को संबोधित किया तो उन्होंने तिहाड़ जेल में रहने के अपने समय को राम के वनवास से जोड़ा। केजरीवाल ने कहा कि जब भगवान राम वनवास से आए थे तो सीता मैया को अग्निपरीक्षा देनी पड़ी आज मैं अग्निपरीक्षा देने जा रहा हूं। केजरीवाल ही नहीं पूर्व उपमुख्यमंत्री और पार्टी के बड़े नेता मनीष सिसोदिया ने भी जंतर-मंतर पर कहा कहा कि वह केजरीवाल के साथ साथ लक्ष्मण की तरह खड़े रहेंगे।
भाजपा पड़ी असमंजस में
भाजपा इस बार दिल्ली में सरकार बनाने के लिए पूरी ताकत लगा रही है और उसने आम आदमी पार्टी के कई नेताओं और विधायकों को तोडक़र अपने साथ मिलाया है। भाजपा ने लगातार इस बात को कहा है कि केजरीवाल ही दिल्ली के कथित आबकारी घोटाले के सरगना हैं। ऐसे में केजरीवाल के सामने मुश्किलें ज्यादा हैं। 2014 में केंद्र में सरकार बनाने के बाद से ही भाजपा ने हिंदुत्व से जुड़े मुद्दों को अपने एजेंडा में सबसे ऊपर रखा है। अयोध्या में श्री राम मंदिर निर्माण का श्रेय भाजपा ने मोदी सरकार को दिया। भाजपा की कोशिश इसके जरिये हिंदू मतदाताओं को अपनी ओर खींचने की है। दिल्ली में भाजपा ने 2015 और 2020 के विधानसभा चुनाव में आम आदमी पार्टी को हराने की पूरी कोशिश की लेकिन केजरीवाल के नेतृत्व में उसे करारी शिकस्त का सामना करना पड़ा।
केजरीवाल को हिंदू विरोधी बताती है भाजपा
भाजपा कई बार केजरीवाल को हिंदू विरोधी बता चुकी है। द कश्मीर फाइल्स को लेकर केजरीवाल के बयान को भाजपा ने मुद्दा बनाया था और कहा था कि केजरीवाल ने सताए गए कश्मीरी हिंदुओं का मजाक बनाया है। भाजपा के इस फिल्म को टैक्स फ्री किए जाने की मांग पर केजरीवाल ने कहा था कि इस फिल्म को यू ट्यूब पर डाल दिया जाना चाहिए। दूसरी ओर इंडिया गठबंधन की प्रमुख पार्टी कांग्रेस भी आम आदमी पार्टी को घेर रही है। केजरीवाल जानते हैं कि इस कथित घोटाले को लेकर भाजपा ने सोशल मीडिया से लेकर सडक़ तक उनके खिलाफ मजबूत किलेबंदी की है और अगर उन्हें दिल्ली में फिर से सरकार बनानी है और आम आदमी पार्टी को मजबूत करना है तो विकास के मुद्दे के साथ आगे बढ़ते हुए सॉफ्ट हिंदुत्व पर भी मोर्चा मजबूत करना होगा, वरना दिल्ली का चुनाव जीतना उनके लिए काफी मुश्किल हो सकता है।
शिवराज के पत्र पर आतिशी ने किया पलटवार और बोलीं- दाऊद का अहिंसा पर प्रवचन जैसा
2 Jan, 2025 10:30 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
नई दिल्ली। दिल्ली के किसानों की स्थिति को लेकर केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान और दिल्ली की मुख्यमंत्री आतिशी के बीच सियासी बयानबाजी तेज हो गई है। केंद्रीय मंत्री शिवराज ने किसानों की समस्याओं को लेकर दिल्ली की सीएम आतिशी को एक पत्र लिखते हुए उनकी सरकार पर किसानों के हितों की अनदेखी का आरोप लगाया था। इसके जवाब में आतिशी ने पलटवार करते हुए बोला है और उनकी सीखभरी आलोचना की तुलना दाऊद का अहिंसा पर प्रवचन देने से कर दिया है।
मध्य प्रदेश के पू्र्व मुख्यमंत्री और वर्तमान में केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने अपने पत्र में कहा था कि दिल्ली सरकार ने किसानों के हित में कोई ठोस कदम नहीं उठाए हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि केंद्र की किसान हितैषी योजनाओं को दिल्ली में लागू करने में बाधाएं डाली गईं। शिवराज ने लिखा, कि दिल्ली के किसान केंद्र की योजनाओं के लाभ से वंचित हैं। मैंने पहले भी इन मुद्दों को लेकर पत्र लिखा, लेकिन आपकी सरकार ने कोई कदम नहीं उठाया।
इस पर आतिशी ने शिवराज के पत्र पर कड़ा जवाब देते हुए कहा कि बीजेपी को किसानों की हालत पर बोलने का कोई नैतिक अधिकार नहीं है। उन्होंने आरोप लगाया कि बीजेपी के शासन में किसानों पर लाठियां बरसाई गईं और उनकी समस्याओं को नजरअंदाज किया गया। आतिशी ने कहा, कि आज पंजाब में किसान आमरण अनशन पर बैठे हैं। केंद्र सरकार को उनसे बात करनी चाहिए, लेकिन बीजेपी किसानों के मुद्दे पर सिर्फ राजनीति कर रही है।
कृषि क्षेत्र से जुड़े मुद्दों को लेकर सियासी टकराव ऐसे समय में तूल पकड़ा है जबकि देश के कई हिस्सों में किसान आंदोलन कर रहे हैं। दिल्ली में किसानों की स्थिति और केंद्र-राज्य के बीच टकराव ने इस बहस को और गरमा दिया है।
आम आदमी पार्टी ने सत्ता में एक दशक रहने के बाद भी कोई वादा पूरा नहीं किया: भाजपा
2 Jan, 2025 09:30 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
नई दिल्ली। भाजपा ने आरोप लगाया है कि आम आदमी पार्टी ने दिल्ली की सत्ता में एक दशक रहने के बाद भी कोई वादा पूरा नहीं किया है। भाजपा ने बुधवार को आम आदमी पार्टी और उसके प्रमुख अरविंद केजरीवाल पर अपना हमला तेज करते हुए उन पर दिल्ली के लोगों से किए गए वादों को पूरा करने में विफल रहने का आरोप लगाया। भाजपा प्रवक्ता तथा सांसद सांसद सुधांशु त्रिवेदी ने बुधवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस कर आरोप लगाया कि आप पार्टी यह विचार लेकर आई कि हम नई राजनीति ला रहे हैं। त्रिवेदी ने कहा कि आप गिरगिट की तरह रंग बदलती है। अरविंद केजरीवाल दिल्ली की जनता से झूठे वादे कर रहे हैं। आप नेता जो कहते हैं वो नहीं करते हैं। मोहल्ला क्लीनिक में भ्रष्टाचार उजागर हुआ। अब केजरीवाल को जनता समझ चुकी है।
उन्होंने कहा कि केजरीवाल ने बिजली दरें कम करने, स्वच्छ पेयजल उपलब्ध कराने, शिक्षा प्रणाली में सुधार करने, स्वास्थ्य सेवा बढ़ाने, स्वच्छ वातावरण सुनिश्चित करने, लैंडफिल को हटाने, महिला सुरक्षा को प्राथमिकता देने, झुग्गीवासियों के लिए आवास की पेशकश करने और यमुना को साफ करने का वादा किया था। हालाँकि, इनमें से कोई भी वादा पूरा नहीं किया गया है। उन्होंने असुरक्षित बिजली तारों से राहत दिलाने का वादा किया। उन्होंने वादा किया था कि वह कूड़े के ढेर साफ करेंगे। हालांकि, बताया जा रहा है कि दिल्ली में कूड़े के ढेरों की ऊंचाई 8 मीटर तक बढ़ गई है।
त्रिवेदी ने केजरीवाल की दस प्रतिबद्धताओं का जिक्र करते हुए आरोप लगाया कि सत्ता में एक दशक रहने के बाद भी उनमें से कोई भी पूरा नहीं हुआ है। उन्होंने आरोप लगाया कि एक विचित्र संवैधानिक उदाहरण भी 2024 में देश ने देखा। जब जेल से रहकर किसी मुख्यमंत्री ने सरकार को चलाया। भाजपा नेता ने कहा कि केजरीवाल पर आरोप लगा और उन्हें जेल जाना पड़ा। हालांकि केजरीवाल जेल जाने वाले पहले मुख्यमंत्री नहीं हैं। इसके पहले भी हेमंत सोरेन, मधुकोड़ा, लालू प्रसाद यादव, जयललिता, करूणानिधि ये सब भी पद पर रहते हुए जेल गए। परंतु लालू प्रसाद यादव ने इतनी मर्यादा रखी थी कि उन्होंने पद छोड़ दिया था। लेकिन 2024 एक ऐसा विस्मयकारी और विचित्र उदाहरण देश को देखने को मिला कि जिन्होंने (केजरीवाल ने) जेल जाने के बाद भी मुख्यमंत्री का पद नहीं छोड़ा।
त्रिवेदी ने कहा कि आप पार्टी यह विचार लेकर आई कि हम नई राजनीति ला रहे हैं। आज की राजनीति में सभी राजनीतिक दलों के बीच सबसे बड़ी चुनौती विश्वसनीयता का संकट था। उन्होंने कहा कि आम जनता के बीच यह धारणा बन गई थी कि राजनेता जो उपदेश देते हैं, उस पर अमल नहीं करते। उन्होंने कहा क पीएम मोदी के नेतृत्व में बीजेपी और एनडीए ने इस धारणा को बदला और राजनीति में विश्वसनीयता स्थापित की। दूसरी ओर, आप विपरीत चरम का प्रतिनिधित्व करती है, जहां वे हमेशा अपने वादों को पूरा करने में विफल रहते हैं।
दिल्ली विधानसभा चुनावः भाजपा जल्द घोषित करेगी उम्मीदवारों के नाम
2 Jan, 2025 08:30 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
नई दिल्ली। दिल्ली में आम आदमी पार्टी की सरकार बीते 10 साल है। भाजपा यहां सत्ता के लिए झटपटा रही है। इसके लिए अभी से पार्टी ने विचार मंथन करना शुरु कर दिया है। माना जा रहा है कि भाजपा बहुत जल्द उम्मीदवार घोषित करेगी ताकि चुनाव के लिए पर्याप्त वक्त मिल सके। दिल्ली भाजपा ने सभी 70 सीटों के लिए उम्मीदवारों को लेकर मंथन कर लिया है। अब केंद्रीय नेतृत्व के साथ अनौपचारिक बैठक में इस पर विचार किया जाएगा। इसके बाद केंद्रीय चुनाव समिति की बैठक में इसे अंतिम रूप दिया जाएगा। दिल्ली विधानसभा चुनाव फरवरी की शुरुआत में होने की संभावना है।
पार्टी के एक प्रमुख नेता ने कहा कि जनता से जुड़ाव का केवल यह अर्थ नहीं है कि हम हर व्यक्ति से प्रत्यक्ष मिलें, बल्कि सबसे महत्वपूर्ण यह है कि उसे यह लगना चाहिए कि भाजपा की सत्ता में ही बेहतरी होगी। अगर अन्य दल आए तो उनकी अपनी दिक्कतें बढ़ेंगी। यह काम मानस परिवर्तन यानी तथ्यों और स्थितियों के आधार पर मानसिकता में बदलाव लाने का है। ऐसे में साफ-सुथरे, सामाजिक और राजनीतिक समीकरणों को साधते हुए उम्मीदवार उतारने से जीतने की संभावना बढ़ जाती है। सूत्रों का कहना है कि पार्टी मध्य प्रदेश की तरह दिल्ली में भी अपने अधिकांश बड़े नेताओं को चुनाव लड़ा सकती है। इनमें लोकसभा चुनाव में टिकट कटने वाले पूर्व सांसद, पूर्व विधायक भी शामिल हैं। एक बड़ी दावेदारी पूर्व और मौजूदा पार्षदों की है, लेकिन उनकी छवि को देखते हुए ही फैसला किया जाएगा। इसके लिए पार्टी ने कुछ एजेंसियों से भी संभावित उम्मीदवारों को लेकर फीडबैक लिया है।
प्रचार अभियान की शुरुआत पीएम करेंगे
पार्टी का प्रचार अभियान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की रैली से शुरू होगा। हरियाणा और महाराष्ट्र की बड़ी जीतों, लेकिन झारखंड के झटके के बाद भाजपा नेतृत्व ने अपनी चुनावी रणनीति को लेकर अंदरूनी तौर पर काफी विचार-विमर्श किया है। सूत्रों के अनुसार, पार्टी का मानना है कि जहां वह सीधे जनता तक अपना जुड़ाव कायम करने में सफल रही है, वहां उसे जीत मिली है और जहां इस मामले में कमजोर पड़ी, उसे हार का सामना करना पड़ा है।
सर्द मौसम में गर्मायी बिहार की सियासत
2 Jan, 2025 03:45 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
पटना। सर्द मौसम में बिहार की सियासत में गर्मी का माहौल बन गया है। दरअसल, सियासी हलकों में इन दिनों यह अटकलें लगाई जा रही हैं कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार बिहार विधानसभा चुनाव 2025 से पहले पलटी मार सकते हैं। वह एक बार फिर एनडीए गठबंधन को छोड़कर वापस राजद के साथ इंडिया ब्लॉक में शामिल हो सकते हैं। इस बीच राजद प्रमुख लालू प्रसाद यादव ने यह कहकर सियासत को और गर्मा दिया है कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के लिए राजद के दरवाजे हमेशा खुले हैं।
अगर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार वापस आते हैं तो वो उनको वापस ले लेंगे। लालू यादव के इस बयान से बिहार में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के फिर से पलटने की अफवाह को हवा मिल गई है। हालांकि, यह अभी महज कयासबाजी करार दिया जा रहा है।
लालू प्रसाद यादव ने खोले नीतीश कुमार के लिए राजद के दरवाजे, कहा- सारी गलतियां माफ कर देंगे
एक निजी चैनल से बातचीत करते हुए लालू यादव ने कहा कि नीतीश कुमार के लिए हमारे दरवाजे तो खुले हैं। लेकिन उन्हें भी अपने दरवाजे खोलकर रखना चाहिए। उन्होंने स्पष्ट कहा कि वे आते हैं तो साथ क्यों नहीं लेंगे? ले लेंगे साथ। सारी गलतियां माफ कर देंगे। माफ करना ही हमारा फर्ज है। लालू यादव ने ये भी कहा कि नीतीश कुमार को यह शोभा नहीं देता है। वो आते हैं फिर चले जाते हैं, भाग जाते हैं। उन्होंने कहा कि हम लोग मिल बैठकर फैसला लेते हैं। हालांकि, इससे पहले नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने कहा था कि नीतीश कुमार के लिए राजद का दरवाजा बंद हैं। वो थके हुए मुख्यमंत्री हैं। लेकिन लालू यादव के बयान के बाद अब तेजस्वी यादव ने भी नरमी दिखा दी है।
नए राज्यपाल के शपथ ग्रहण समारोह में पहुंचे तेजस्वी यादव से जब पत्रकारों ने लालू यादव के बयान को लेकर सवाल किया तो पहले वह सवाल से बचते दिखे। फिर उन्होंने टालमटोल करते हुए कहा कि पत्रकार लोग बार बार पूछते रहते हैं तो उनको ठंडा करने के लिए लालू जी ने बयान दे दिया है। उन्होंने कहा कि हम लोग तो पहले ही बोल चुके हैं। हमारी बात पहले से आ चुकी है। इस दौरान तेजस्वी कुछ भी साफ-साफ कहने से बचते दिखे। वहीं, अब लालू यादव के बयान के बाद सियासी गलियारों में सत्ता समीकरण पर नई बहस शुरू हो गई है। सभी जानते हैं कि लालू यादव ही सर्वेसर्वा हैं। उनका फैसला ही पार्टी में चलता है। लालू यादव राजनीति के मंझे हुए खिलाड़ी हैं। मौके की नजाकत को देखते हुए वो अपने फैसले बदल भी लेते हैं और उस पर अडिग भी रहते हैं। अब जबकि भाजपा और जदयू के बीच सबकुछ ठीक नहीं की बात सामने आ रही है तो उनके लहजे में नीतीश कुमार को लेकर नरमी नजर आने लगी है।
वैसे राजनीति के जानकारों का भी मानना है कि बिहार की राजनीति कब करवट ले ले, कुछ कहा नहीं जा सकता। सियासी गलियारों में चर्चा चल रही है कि भाजपा और जदयू के बीच खींचतान मची है। दोनों दलों के बीच रिश्ते सहज नहीं रह गए हैं। इस बात को और हवा तब मिली जब मुख्यमंत्री नीतीश कुमार अभी हाल ही में दिल्ली के दौरे पर गए थे। वहां, पर नीतीश कुमार की किसी भी भाजपा के बड़े नेताओं के साथ मुलाकात नहीं हुई। ऐसे में लालू यादव का बयान कुछ और ही इशारा कर रहा है।
केजरीवाल ने संघ प्रमुख को लिखा खत, खत में भाजपा की गलतियां गिनाई
2 Jan, 2025 01:45 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
नई दिल्ली । दिल्ली में विधानसभा चुनाव की तारीखों के ऐलान से पहले सियासी पारा चढ़ा हुआ है। जहां दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री और आप प्रमुख अदविंद केजरीवाल ने भाजपा के आचरण और लोकतंत्र पर उसके प्रभाव से संबंधित विभिन्न मुद्दों पर स्पष्टीकरण मांगा है। केजरीवाल ने आरआरएस के प्रमुख मोहन भागवत से पूछा कि क्या आरएसएस अतीत में भाजपा के गलत कामों का समर्थन करता है। उन्होंने भाजपा नेताओं द्वारा खुलेआम पैसे बांटने की प्रथा पर भी सवाल उठाकर पूछा कि क्या आरएसएस वोट खरीदने में भाजपा का समर्थन करता है।
इसके अलावा, केजरीवाल ने दलित और पूर्वांचली वोटों के बड़े पैमाने पर कटने पर चिंता जताकर पूछा कि क्या संघ का मानना है कि यह लोकतंत्र के लिए सही है? उन्होंने कहा, ‘‘बीजेपी ने अतीत में जो भी गलत काम किया है, क्या संघ उसका समर्थन करता है? केजरीवाल ने लिखा, बीजेपी नेता खुलेआम पैसे बांट रहे हैं। क्या आरएसएस वोट खरीदने का समर्थन करता है? दलित और पूर्वांचली वोट बड़े पैमाने पर काटे जा रहे हैं। क्या आरएसएस को लगता है कि यह लोकतंत्र के लिए सही है? क्या आरएसएस को नहीं लगता कि बीजेपी लोकतंत्र को कमजोर कर रही है।
विजयन के बयान पर भड़की बीजेपी, साल बदला लेकिन सनातन का अपमान करना नहीं छोड़ा
2 Jan, 2025 12:45 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
नई दिल्ली । केरल के मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन ने समाज सुधारक और आध्यात्मिक नेता श्री नारायण गुरु को सनातन धर्म के वकील और प्रस्तावक के रूप में चित्रित करने के संगठित प्रयास की आलोचना की है। मुख्यमंत्री विजयन ने दावा किया कि गुरु एक महान ऋषि थे, जिन्होंने सनातन धर्म को पार किया। सीएम विजयन ने वर्कला में 92वें शिवगिरी तीर्थयात्रा का उद्घाटन कर कहा, श्री नारायण गुरु को सनातन धर्म के वकील और प्रस्तावक के रूप में चित्रित करने का एक संगठित प्रयास चल रहा है। हालांकि, गुरु सनातन धर्म के समर्थक नहीं थे।
मुख्यमंत्री ने बताया कि इसके बजाय, नारायण एक महान ऋषि थे जिन्होंने इस पार किया, इसके कठोर ढांचे को खत्म कर आधुनिक समय के लिए उपयुक्त नए युग के धर्म की घोषणा की। मुख्यमंत्री ने कहा कि सनातन धर्म कोई और नहीं बल्कि वर्णाश्रम धर्म है, जिसे गुरु के नए युग के मानवतावादी धर्म द्वारा चुनौती दी गई थी।
वहीं विजयन की टिप्पणी पर बीजेपी प्रवक्ता शहजाद पूनावाला ने कहा कि नया साल शुरू हो गया है लेकिन उनकी मानसिकता सनातन का अपमान करने वाली अभी भी बनी हुई है। उन्होंने कहा कि केरल के मुख्यमंत्री द्वारा दिया गया बयानों की लंबी शृंखला का हिस्सा है। अब वामपंथियों को लग रहा था कि कांग्रेस वोट बैंक की राजनीति में उनसे आगे निकल गई है और उस अतिवादी वोट बैंक को वापस पाने के लिए वे हिंदू आस्था और सनातन पर इसतरह के बयान देने लगे है।
गहलोत पर तंज कसते हुए बीजेपी नेता अग्रवाल, खिसियानी बिल्ली....आगे वाला नहीं बोलूंगा
2 Jan, 2025 11:45 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
जयपुर । राजस्थान में बीजेपी के प्रदेश प्रभारी राधामोहन दास अग्रवाल ने पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के बयान पर पलटवार कर कहा कि गहलोत जी पर मैं बोलूं अच्छा नहीं लगता। राजस्थान की जनता उप्हें पहले ही बता चुकी है कि उन्होंने कितनी मेहनत, निष्ठा और प्रतिबद्धता के साथ पिछली सरकार चलाई थी। उन्होंने कहा कि गहलोत को विचार करना चाहिए कि उनकी सरकार जनता की निगाहों में असफल क्यों हुई। बीजेपी नेता अग्रवाल ने गहलोत पर तंज कसते हुए कहा कि तू इधर-उधर की ना बात कर, तू बता कि कारवां कहां लूटा। राजस्थान की बात करो और बताओ कि तुम क्यों हारें और उस हार से तुमने और तुम्हारी पार्टी ने क्या सबक लिया। मणिपुर बहुत दूर है। दरसअल गहलोत ने मणिपुर हिंसा पर मुख्यमंत्री सिंह द्वारा माफी मांगने पर कहा था कि जनता उनकी माफी को स्वीकार नहीं करेगी।
प्रदेश की भजनलाल सरकार को नकारा व निकम्मी सरकार कहने के गहलोत के बयान पर भी प्रदेश प्रभारी राधामोहन अग्रवाल ने कहा कि वे बैठकर मूल्यांकन करते रहें। हमारा चुनाव चार साल बाद है। हम चुनाव में पहले से अधिक सीटें लेकर आएंगे। हम मुख्यमंत्री के नेतृत्व में इस बार 160-170 सीटें जीतने वाले है। तब आप गहलोत जी से पूछिएगा। गहलोत पराजय बोध में हैं। खिसियानी बिल्ली....आगे वाला नहीं बोलूंगा। पर इस तरह की टिप्पणी करना उचित नहीं है। हमारी सरकार ने एक साल में क्रांतिकारी काम किए हैं। अपराध को नियंत्रित किया है। समाज के सभी वर्गों को एक साथ लेकर हम चले हैं। भ्रष्टाचार पर पूरी तरह से नियंत्रण रखा है। जनता को सुशासन दिया हैं।
बांग्लादेशी हिंदुओं को लेकर सीएम सरमा का बड़ा बयान, पीएम मोदी स्थिति को सुधारने में जुटे
2 Jan, 2025 10:45 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
गुवाहाटी । असम के मुख्यमंत्री हिमंत विश्व शर्मा ने बांग्लादेशी हिंदुओं के भारत में आने को लेकर बड़ा बयान दे दिया है। सीएम सरमा ने कहा कि बांग्लादेशी हिंदुओं की संख्या बहुत कम है और जो आना चाहते थे, वे 40 साल पहले ही आ चुके हैं। मुख्यमंत्री सरमा ने कहा, मुझे लगता है कि हमें उन्हें भारत आने के लिए प्रोत्साहित नहीं करना चाहिए। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी लगातार बांग्लादेश में सुरक्षा सुनिश्चित करने और वहां की स्थिति को स्थिर बनाने के लिए वहां की सरकार से संपर्क में हैं। बांग्लादेश के हिंदू भी परिपक्वता से काम कर रहे हैं।
असम सीएम ने दावा किया कि पिछले पांच महीनों में असम में किसी भी बांग्लादेशी हिंदू के आने की सूचना नहीं मिली है। मुख्यमंत्री का यह बयान अब आया है जब असम में नागरिकता संशोधन अधिनियम (सीएए) और नेशनल रजिस्टर ऑफ सिटिजन (एनआरसी) का मुद्दा गरम है।
पिछले माह असम के मुख्यमंत्री ने कहा था कि असम पुलिस ने दो अलग-अलग अभियानों में अवैध रूप से भारतीय क्षेत्र में प्रवेश करने के आरोप में पांच बच्चों सहित 22 बांग्लादेशी नागरिकों को पकड़ा है। उन्होंने बताया कि बेंगलुरु से गुवाहाटी रेलवे स्टेशन पहुंचने के बाद 16 बांग्लादेशियों को पकड़ा गया, वे दक्षिण सलमार जिले की ओर जा रहे थे। उन्होंने बताया कि जांच के बाद पता चला कि पकड़े गए लोग बांग्लादेशी थे।