राजनीति
"ओवैसी बोले: यह आम आतंकवाद नहीं, सुनियोजित सांप्रदायिक हमला"
25 Apr, 2025 02:15 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
हैदराबाद। ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिममीन प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने पहलगाम आतंकी हमले पर केंद्र सरकार की प्रतिक्रिया का समर्थन करते हुए कहा है कि अब वक्त आया गया है कि पाकिस्तान को सख्त और निर्णायक जवाब दिया जाए। उन्होंने सिंधु जल संधि को निलंबित करने के फैसले का स्वागत करते हुए इसे साहसिक कदम बताया। साथ ही उन्होंने सरकार से सवाल पूछा कि अगर हम पाकिस्तान को पानी नहीं देंगे तो उसे कहां स्टोर करेंगे।
ओवैसी ने कहा कि हमलों के दौरान लोगों से उनका धर्म पूछकर गोली मारी गई। ये सामान्य आतंकवाद नहीं, सांप्रदायिक हिंसा है। उन्होंने कश्मीरियों और घाटी के छात्रों के खिलाफ झूठा प्रचार बंद करने की अपील की। साथ ही जोर देकर कहा कि आतंकवादियों की कड़ी निंदा जरूरी है, लेकिन निर्दोष लोगों को निशाना बनाना सही नहीं है।
ओवैसी ने कहा कि पाकिस्तान आतंकवादी संगठनों को शरण देता है, सरकार को अब बिना किसी संकोच के कार्रवाई करनी चाहिए। ओवैसी ने कहा कि अंतरराष्ट्रीय कानून भारत को आत्मरक्षा में वायु और समुद्री नाकेबंदी करने का अधिकार देता है और भारत को हथियारों की बिक्री पर प्रतिबंध जैसे कठोर कदम भी उठाने चाहिए। हालांकि ओवैसी ने बेसरान घास के मैदान में सीआरपीएफ की अनुपस्थिति और क्यूआरटी के एक घंटे की देरी से पहुंचने पर सवाल उठाए। उन्होंने इस हमले को टारगेटेड और सांप्रदायिक करार दिया। बैठक में शामिल रहे नेता जेपी नड्डा, एस जयशंकर, किरण रिजिजू, मल्लिकार्जुन खड़गे और राहुल गांधी ने भी आतंकवाद के खिलाफ एकजुट रहने का संकल्प लिया।
बता दें कि 22 अप्रैल को पहलगाम में हुए आतंकी हमले में 28 लोगों की मौत हो गई थी। हमले की जिम्मेदारी टीआरएफ ने ली है, जिसे पाकिस्तान स्थित लश्कर-ए-तैयबा से जुड़ा माना जाता है।
सिंधु जल संधि निलंबन पर मंथन, शाह और जलशक्ति मंत्री करेंगे विशेष बैठक
25 Apr, 2025 01:24 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
नई दिल्ली। भारत-पाकिस्तान संबंधों में बढ़ते तनाव के बीच केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह शुक्रवार शाम अपने आवास पर सिंधु जल संधि को लेकर एक महत्वपूर्ण बैठक करेंगे। इस बैठक में जल शक्ति मंत्री सीआर पाटिल, जल शक्ति मंत्रालय की सचिव देवेश्री मुखर्जी और अन्य वरिष्ठ अधिकारी भी मौजूद रहेंगे।
सूत्रों के हवाले से बताया गया है, कि भारत सरकार ने सिंधु जल संधि के निलंबन की दिशा में कदम बढ़ाते हुए पाकिस्तान को औपचारिक रूप से सूचित किया है। जल शक्ति मंत्रालय की सचिव द्वारा पाकिस्तान के जल संसाधन सचिव सैयद अली मुर्तजा को भेजे गए पत्र में इस फैसले की जानकारी दी गई है।
पत्र में भारत सरकार की ओर से साफ़ कहा गया है कि सिंधु जल संधि के कई मूलभूत पहलू वर्तमान परिदृश्य में अप्रासंगिक हो गए हैं और इन पर पुनर्विचार की आवश्यकता है। इसमें जनसंख्या में भारी बदलाव, स्वच्छ ऊर्जा की मांग और जल वितरण से संबंधित नए संदर्भों का हवाला दिया गया है।
भारत का तर्क है कि कोई भी अंतरराष्ट्रीय संधि आपसी विश्वास और सद्भाव के आधार पर चलनी चाहिए, जबकि पाकिस्तान लगातार सीमा पार आतंकवाद को बढ़ावा दे रहा है, विशेष रूप से जम्मू-कश्मीर में।
गौरतलब है कि सिंधु जल संधि वर्ष 1960 में भारत और पाकिस्तान के बीच विश्व बैंक की मध्यस्थता से हुई थी। इसके तहत भारत तीन पूर्वी नदियों (रावी, ब्यास, सतलुज) का पूर्ण उपयोग करता है, जबकि तीन पश्चिमी नदियाँ (सिंधु, झेलम, चिनाब) पाकिस्तान को दी गई हैं। संधि अब तक तमाम संघर्षों के बावजूद प्रभावी रही हैं, जिसे विश्व की सबसे सफल जल संधियों में गिना जाता है।
यदि भारत इस संधि को स्थगित करता है या उसमें संशोधन करता है, तो यह भविष्य में द्विपक्षीय संबंधों पर बड़ा असर डाल सकता है। आज की बैठक से इस दिशा में किसी बड़े निर्णय की उम्मीद की जा रही है।
पहलगाम हमले पर RSS चीफ की तीखी प्रतिक्रिया: 'ये असुर हैं, इनका अंत होना चाहिए'
25 Apr, 2025 09:20 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
Mohan Bhagwat on Pahalgam Terror Attack : जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले ने पूरे देश को झकझोर कर रख दिया है। इस हमले की कड़ी निंदा करते हुए राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) प्रमुख मोहन भागवत ने कहा कि ऐसे दुष्टों (आतंकियों) का सफाया किया जाना जरुरी है। यह लड़ाई दो धर्मों के बीच की नहीं, बल्कि धर्म और अधर्म के बीच की लड़ाई है। मुंबई में एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत ने कहा, “अभी जो लड़ाई चल रही है, वह संप्रदायों और धर्मों के बीच नहीं है। इसका आधार संप्रदाय और धर्म हो सकता है, लेकिन यह लड़ाई ‘धर्म’ और ‘अधर्म’ के बीच है। हमारे सैनिकों या हमारे लोगों ने कभी किसी को उसका धर्म पूछकर नहीं मारा। कट्टरपंथी लोगों ने निर्दोष पर्यटकों को उनका धर्म पूछकर मारा, हिंदू ऐसा कभी नहीं कर सकते। इसलिए देश को मजबूत होना चाहिए।“
उन्होंने आगे कहा, “हर कोई दुखी है, हमारे दिलों में गुस्सा है, जो कि होना भी चाहिए, क्योंकि राक्षसों का नाश करने के लिए अपार शक्ति की आवश्यकता होती है। कुछ लोग यह समझने के लिए तैयार नहीं हैं, और उनमें अब किसी भी तरह का बदलाव नहीं हो सकता है।“
‘रावण का वध जैसे जरुरी था, वैसे इन असुरों का नाश…’
आतंकवाद के खात्मे पर जोर देते हुए भागवत ने कहा, “रावण भगवान शिव का भक्त था, वेदों को जानता था, उसके पास वह सब कुछ था जो एक अच्छा इंसान बनने के लिए चाहिए, लेकिन उसने जो मन और बुद्धि अपनाई थी, वह बदलने को तैयार नहीं थी। रावण तब तक नहीं बदल सकता था जब तक वह मर नहीं जाता और उसका पुनर्जन्म नहीं होता। इसलिए राम ने रावण को बदलने के लिए उसका वध किया। असुरों का सफाया होना चाहिए। यही अपेक्षा होती है और यह अपेक्षा पूरी होगी…”
बता दें कि जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में मंगलवार को हुए आतंकी हमले में 26 लोगों की जान चली गई, जिनमें से 6 लोग महाराष्ट्र के थे। चश्मदीदों का दावा है कि आतंकवादियों ने बैसरन घाटी में पर्यटकों से उनका धर्म पूछा और फिर हिंदू होने पर उन्हें गोली मार दी। आतंकियों ने धर्म जानने के लिए पीड़ितों से अजान पढ़ने को भी कहा था। पाकिस्तान स्थित आतंकी संगठन लश्कर-ए-तैयबा की शाखा द रेजिस्टेंस फ्रंट (टीआरएफ) ने पहलगाम आतंकी हमले की जिम्मेदारी ली है।
मृतकों के घर पहुंची NIA
इस बीच, पहलगाम आतंकी हमले में मारे गए ठाणे के डोंबिवली के रहने वाले तीन लोगों के घर एनआईए (NIA) की एक टीम गई और परिजनों से पूछताछ की। एनआईए की चार सदस्यीय टीम गुरुवार को शाम पांच से सात बजे के बीच डोंबिवली (पश्चिम) में अतुल श्रीकांत मोने (43), हेमंत सुहास जोशी (45) और संजय लक्ष्मण लेले (50) के घर गई। एनआईए इस नृशंस आतंकवादी हमले की जांच कर रही है।
कपिल सिब्बल का पाकिस्तान पर बड़ा बयान, PM मोदी को दी संसद सत्र बुलाने की सलाह
25 Apr, 2025 08:04 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
नई दिल्ली। जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकवादी घटना को लेकर राज्यसभा सांसद और वरिष्ठ वकील कपिल सिब्बल ने केंद्र सरकार को कुछ जरूरी सुझाव दिए हैं। यह हमला पहलगाम के बैसारन घाटी में हुआ था, जिसमें 26 लोगों की जान चली गई थी।
पहलगाम में हुए आतंकी हमले को मुंबई के 26/11 हमले के बाद सबसे घातक आतंकी हमला माना जा रहा है। कपिल सिब्बल ने इस गंभीर घटना पर चर्चा के लिए संसद का एक विशेष सत्र बुलाने की मांग केंद्र सरकार से की है।
राज्यसभा सांसद कपिल सिब्बल ने कहा, "मेरे पास प्रधानमंत्री के लिए कुछ सुझाव हैं। इस मुद्दे पर चर्चा करने के लिए सभी से सुझाव लेने के लिए संसद का एक विशेष सत्र बुलाया जाना चाहिए। देश इस समय उनके साथ खड़ा है।"उन्होंने स्थिति के बारे में जागरूकता बढ़ाने के लिए अफ्रीका, अमेरिका, यूरोप और अन्य देशों में सत्तारूढ़ और विपक्षी सांसदों का एक प्रतिनिधिमंडल भेजने का सुझाव दिया।
सिब्बल ने कहा, "हमें अफ्रीका, अमेरिका, यूरोप, चीन, जापान, ऑस्ट्रेलिया, न्यूजीलैंड, रूस और दक्षिण अमेरिका जैसे देशों में सत्तारूढ़ और विपक्षी सांसदों का एक प्रतिनिधिमंडल भेजना चाहिए, ताकि हम उन्हें वैश्विक स्तर पर स्थिति के बारे में बता सकें। अगर हम यह कदम नहीं उठाते हैं तो हम कूटनीतिक दबाव नहीं बना पाएंगे।"
कपिल सिब्बल ने कहा, "हमें पाकिस्तान के साथ व्यापार करने वाले सभी प्रमुख देशों को बताना चाहिए कि अगर वे पाकिस्तान के साथ व्यापार करते हैं तो वे हमारे बाजार में नहीं आ सकते। हमें हर कूटनीतिक पहल में इस बिंदु को रखना चाहिए। संयुक्त राष्ट्र को दबाव बनाना चाहिए।"उन्होंने कहा, "सुरक्षा परिषद में एक प्रस्ताव पारित किया जाना चाहिए और हमें देखना चाहिए कि चीन इसका समर्थन करता है या इसके खिलाफ जाता है। हमें ये कूटनीतिक पहल करनी होंगी।"
सिब्बल ने पाकिस्तान को 'आतंकी देश' घोषित करने की मांग की
वरिष्ठ वकिल सिब्बल ने इससे पहले कहा था कि पाकिस्तान को सिर्फ एक पड़ोसी देश नहीं बल्कि एक ऐसा संगठन मानना चाहिए जो आतंकवाद फैला रहा है।उन्होंने कहा कि भारत सरकार को चाहिए कि वह पाकिस्तान के खिलाफ अंतरराष्ट्रीय अदालत में केस दर्ज करे ताकि दुनिया को यह साफ संदेश जाए की भारत अब ऐसे आतंकी हमलों को नजरअंदाज नहीं करेगा।कपिल सिब्बल ने गृह मंत्री अमित शाह से अपील करते हुए कहा था कि पाकिस्तान को आतंकी देश घोषित किया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि जैसे युद्ध अपराध करने वालों पर इंटरनेशनल कोर्ट में केस चलता है, वैसे ही पाकिस्तान पर भी कड़ी कार्रवाई होनी चाहिए।
शत्रुघ्न सिन्हा का सवाल – क्यों हो रहा है धर्म के नाम पर बंटवारा?
24 Apr, 2025 11:00 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
मुंबई। पहलगाम आतंकी हमले पर बॉलीवुड लगातार से लगातार तीखी टिप्पणी सामने आ रही हैं। स्टार्स जहां इस हमले की कड़ी निंदा कर रहे हैं। वहीं, देशभर में इस हमले को लेकर गुस्सा है। इस बीच बॉलीवुड के अभिनेता शत्रुघ्न सिन्हा का एक वीडियो वायरल हो रहा है, जिसको लेकर उन्हें ट्रोल किया जा रहा है। शत्रुघ्न सिन्हा से जब इस आतंकी हमले को लेकर सवाल किया गया तो उन्होंने इसे प्रोपेगैंडा वॉर बताया।
अमिताभ बच्चन, सलमान खान, शाहरुख समेत कई स्टार्स तक ने इस घटना की कड़ी निंदा कर रहे हैं। इस मामले पर शत्रुघ्न सिन्हा से पूछा तो उन्होंने जो कहा वह सुनने के बाद सोशल मीडिया यूजर्स उन्हें खूब खरी खोटी सुना रहे हैं। आतंकी हमले पर बातें करते हुए शत्रुघ्न सिन्हा का ये वीडियो वायरल हो गया है, जिसमें पहलगाम पर उनसे पूछे गए सवाल पर पहले उन्होंने ही सवाल का जवाब देते हुए पूछा- क्या घटना घट गई है? इसपर सवाल पूछने वाले ने कहा- वहां पर हिंदुओं के साथ जो हुआ…इतना सुनते ही शत्रुघ्न सिन्हा भड़क उठे। उन्होंने पलट कर सवाल पूछा- ये हिंदुओं हिंदुओं क्यों कह रहे हो? हिंदू मुसलमान सब भारतीय हैं और सब अपने हैं।
उन्होंने कहा कि ये गोदी मीडिया को जरूरत से ज्यादा चला रही है, ये प्रोपेगैंडा वॉर ज्यादा ही चल रहा है। हमारे मित्र पीएम मोदी की तरफ से, उनके ग्रुप के तरफ से… ये ज्यादा चल रहा है। मैं समझता हूं ये बहुत संवेदनशील मुद्दा है, इसको बहुत ही गहराई के साथ देखना चाहिए, हमें ऐसी कोई बात नहीं कहनी चाहिए या ऐसा कुछ नहीं करना या कहना चाहिए जिससे तनाव बढ़े। अभी जख्मों पर मरहम की जरूरत है। शत्रुघ्न का वीडियो देखने के बाद सोशल मीडिया पर लोग उन्हें ट्रोल कर रहे हैं। उनके इस बयान को लेकर लोग नाराज है। एक यूजर ने लिखाल- ये कैसे बोलेंगे इनका दामाद भी तो मुस्लिम है। एक अन्य यूजर ने गाली देते हुए कहा- तो ये बताओ न…कि धर्म पूछकर क्यों मारा। एक अन्य ने लिखा- ये पाकिस्तानी एजेंट हैं, इसकी बेटी भी पाकिस्तानी एजेंट है। एक अन्य ने लिखा- सबसे पहले तो हमें ऐसों को सबक सिखाना चाहिए जो अपना होकर भी गद्दार है।
पूर्व सीएम उमा भारती का आरोप: आतंकवाद पर राहुल गांधी की चुप्पी खतरनाक
24 Apr, 2025 10:00 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
भोपाल। जम्मू कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले को लेकर देश में आक्रोश है। पूर्व मुख्यमंत्री उमा भारती कहा कि आतंकवादियों के हौसले बढ़ाने के लिए राहुल गांधी जैसे वह सभी नेता जिम्मेदार हैं, जो धारा 370 को हटाए जाने का विरोध करते रहे।
पहलगाम की घटना पर पूर्व सीएम उमा भारती ने एक्स पर लिखा कि कश्मीर के पहलगाम में हुआ हमला राष्ट्रीय एकात्मकता के लिए बहुत बड़ी चुनौती है। आतंकवादी कश्मीर प्रांत को भारत से अलग दिखाना चाहते हैं। कश्मीर भारत का अभिन्न राज्य है। शहीद हुए पर्यटकों की शहादत को नमन।
सर्वदलीय बैठक में शामिल होंगे AIMIM पार्टी प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी
24 Apr, 2025 08:30 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
पहलगाम में मंगलवार को हुए आतंकी हमले को लेकर केंद्र सरकार ने गुरुवार को सर्वदलीय बैठक बुलाई है। आपको बता दें कि पर्यटकों को निशाना बनाकर किए गए इस आतंकी हमले में 26 लोगों की मौत हो गई थी, जिसके बारे में सरकार सर्वदलीय बैठक में जानकारी देगी। इस बैठक में कांग्रेस, सपा समेत कई दलों के नेता शामिल होने वाले हैं। हालांकि, गुरुवार को एआईएमआईएम पार्टी प्रमुख और सांसद असदुद्दीन ओवैसी ने आरोप लगाया था कि केंद्र सरकार ने बैठक में छोटे दलों को नहीं बुलाया है। लेकिन अब ओवैसी ने दावा किया है कि गृह मंत्री अमित शाह ने खुद उन्हें फोन करके इस बैठक में बुलाया है और वह इसमें शामिल होंगे।
गृह मंत्री ने मुझे बुलाया- ओवैसी
एआईएमआईएम पार्टी प्रमुख और हैदराबाद सीट से सांसद असदुद्दीन ओवैसी ने पहलगाम आतंकी हमले को लेकर बुलाई गई सर्वदलीय बैठक पर कहा कि यह बैठक राष्ट्रीय महत्व के कारणों से बुलाई गई है। ओवैसी ने कहा- "गृह मंत्री ने मुझे फोन करके पूछा कि मैं कहां हूं। उन्होंने मुझे आने के लिए कहा है। मैं जल्द से जल्द टिकट बुक करूंगा और सर्वदलीय बैठक (दिल्ली में) में पहुंचूंगा।" आपको बता दें कि इससे पहले ओवैसी ने पीएम मोदी से संसद में सदस्यों की संख्या की परवाह किए बिना सभी राजनीतिक दलों को पहलगाम सर्वदलीय बैठक में आमंत्रित करने का आग्रह किया था।
आतंकवादियों ने जानवरों से भी बदतर काम किया- ओवैसी
पहलगाम आतंकी हमले को लेकर एआईएमआईएम सांसद असदुद्दीन ओवैसी ने कहा- "इस घटना की जितनी भी निंदा की जाए कम होगी, क्योंकि उन्होंने (आतंकवादियों ने) जानवरों से भी बदतर काम किया है... हमें उम्मीद है कि अल्लाह उन्हें कड़ी सजा देगा और जो लोग उन पर बैठे हैं, उनका भी खात्मा होगा... वहां कोई सुरक्षा नहीं थी, जिस जगह इतने सारे पर्यटक थे, वहां कोई पुलिस नहीं थी... सबसे बड़ी बात यह है कि ये (आतंकवादी) सीमा पार कैसे कर गए, इसके लिए कौन जिम्मेदार है? अगर वे पहलगाम पहुंचे, तो वे श्रीनगर भी पहुंच सकते हैं... जवाबदेही निश्चित रूप से तय होनी चाहिए... हमें उम्मीद है कि हमारी सरकार हत्यारों को न्याय दिलाएगी।"
बैठक की अध्यक्षता राजनाथ सिंह करेंगे
पहलगाम आतंकी हमले के मुद्दे पर केंद्र सरकार द्वारा गुरुवार को होने वाली सर्वदलीय बैठक में विभिन्न राजनीतिक दलों के नेता हिस्सा लेंगे। जानकारी के मुताबिक, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह बैठक की अध्यक्षता करेंगे। राजनाथ सिंह और गृह मंत्री अमित शाह बैठक में नेताओं को पहलगाम आतंकी हमले के बारे में जानकारी देंगे।
जल संधि पर निशिकांत दुबे का बयान: "नेहरू की नीतियों से देश को नुकसान"
24 Apr, 2025 08:15 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
नई दिल्ली। भाजपा सांसद निशिकांत दुबे ने जल संधि रोकने पर अपनी प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने कहा कि पूर्व प्रधानमंत्री पंडित जवाहर लाल नेहरु आतंकी देश पाकिस्तान को लगातार पानी पिलाते रहे, जबकि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी हैं जिन्होंने 56 इंच का सीना तानकर दाना पानी बंद कर दिया है।
सांसद दुबे ने इस फैसले का जोरदार स्वागत करते हुए कहा, पाकिस्तानी अब पानी के बिना मरेंगे, यही है 56 इंच का सीना। उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व को निर्णायक बताते हुए इसे देश की आत्मरक्षा की दिशा में एक ऐतिहासिक कदम बताया। निशिकांत दुबे ने एक्स पर लिखा, सांप को पानी पिलाने वाले समझौते के नायक नेहरु जी ने 1960 में नोबेल पुरस्कार प्राप्त करने के चक्कर में सिंधु, रावी, ब्यास, चिनाब, सतलुज का हमारा पानी पिलाकर हिंदुस्तानी का खून बहाया। आज मोदी जी ने दाना-पानी बंद कर दिया है। बिना पानी के पाकिस्तानी मरेंगे। यह है 56 इंच का सीना। हुक्का-पानी, दाना-पानी बंद। हम सनातनी भाजपा के कार्यकर्ता हैं। तड़पा-तड़पा के मारेंगे।
उनका यह बयान पीएम मोदी की 56 इंच के सीने वाली राजनीतिक उपमा पर आधारित था, जो भाजपा नेताओं द्वारा निर्णायक नेतृत्व और सख्त फैसलों के प्रतीक के तौर पर इस्तेमाल होती है।
1960 में भारत के तत्कालीन प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू और पाकिस्तान के तत्कालीन राष्ट्रपति अयूब खान के बीच विश्व बैंक की मध्यस्थता में यह संधि हुई थी। इसके तहत भारत को पूर्वी नदियों (रावी, ब्यास, सतलुज) पर पूर्ण अधिकार मिला। पाकिस्तान को पश्चिमी नदियों (सिंधु, झेलम, चेनाब) का उपयोग करने की अनुमति दी गई। हालांकि भारत को पश्चिमी नदियों पर सीमित सिंचाई और जलविद्युत परियोजनाओं की अनुमति भी दी गई थी, जिससे पाकिस्तान को आशंका रहती रही है कि भारत जल प्रवाह को प्रभावित कर सकता है।
राज्यपाल की शोक संवेदना — राज्यपाल ने नीरज के घर पहुंचकर पुष्पांजलि अर्पित की, शोक संतप्त परिजनों को ढाढस बंधाया
24 Apr, 2025 07:34 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
जयपुर। राज्यपाल हरिभाऊ बागडे ने गुरुवार को कश्मीर में आतंकी हमले के शिकार हुए स्व. नीरज उदवानी के घर पहुंचकर उनकी पार्थिव देह पर पुष्पांजलि अर्पित की। राज्यपाल ने इस दौरान नीरज के शोक संतप्त परिजनों को ढाढस भी बंधाया। उन्होंने ईश्वर से पुण्यात्मा की शांति और उन्हें यह भारी दुख सहन करने की शक्ति प्रदान करने की कामना की।
पहलगाम में सुरक्षा चूक को लेकर कांग्रेस पार्टी ने करी निष्पक्ष जांच कार्रवाई की मांग, कहा- प्रभावित परिवारों को मिले स्पष्ट न्याय
24 Apr, 2025 07:30 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
कांग्रेस पार्टी ने जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में पर्यटकों पर हुए आतंकवादी हमले पर गहरी संवेदना व्यक्त की है और इसकी कड़ी निंदा की है। इस हमले में 26 निर्दोष पर्यटकों की जान चली गई और 20 से अधिक गंभीर रूप से घायल हो गए। कांग्रेस पार्टी ने शोक संतप्त परिवारों के प्रति अपनी गहरी संवेदना व्यक्त की और कहा कि वह पूरी एकजुटता के साथ उनके साथ खड़ी है। कांग्रेस ने कहा, "पाकिस्तान द्वारा रची गई यह कायरतापूर्ण और सुनियोजित आतंकवादी हमला हमारे गणतंत्र के मूल्यों पर सीधा हमला है। हिंदू नागरिकों को जानबूझकर निशाना बनाना पूरे देश में भावनाओं को भड़काने की एक सुनियोजित साजिश थी। हम इस गंभीर उकसावे के बावजूद शांति बनाए रखने की अपील करते हैं और संकट की इस घड़ी में अपनी सामूहिक ताकत को दोहराते हैं।" कांग्रेस की ओर से कहा गया कि कांग्रेस कार्यसमिति शांति की अपील करती है और सीमा पार आतंकवाद से दृढ़ता और एकता के साथ लड़ने की भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस की दीर्घकालिक प्रतिबद्धता को दोहराती है। कांग्रेस कार्यसमिति स्थानीय पोनीवाल और पर्यटक गाइड को भी श्रद्धांजलि देती है, जिनमें से एक पर्यटकों की सुरक्षा करते हुए शहीद हो गया। उनका वीर बलिदान भारत की मूल भावना को जीवंत करता है, जहां निस्वार्थ सेवा, मानवता और एकता सर्वोपरि है।
हमले की जांच की मांग
कांग्रेस ने कहा है कि राष्ट्र की सामूहिक इच्छा को व्यक्त करने के लिए भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस ने 22 अप्रैल की रात को ही माननीय प्रधानमंत्री की अध्यक्षता में सर्वदलीय बैठक का आग्रह किया था। यह बैठक आज के लिए निर्धारित की गई है। गौरतलब है कि पहलगाम एक बेहद सुरक्षित क्षेत्र माना जाता है, जहां तीन स्तरीय सुरक्षा व्यवस्था लागू है। ऐसे में यह जरूरी है कि सीधे केंद्रीय गृह मंत्रालय के अधीन आने वाले इस केंद्र शासित प्रदेश में इस हमले की पृष्ठभूमि में सुरक्षा व्यवस्था में कमियों और व्यवस्थागत खामियों की विस्तृत और निष्पक्ष जांच की जाए। जनहित में इन सवालों को उठाना जरूरी है, ताकि प्रभावित परिवारों को न्याय होते हुए साफ तौर पर दिख सके।
अमरनाथ यात्रा पर चिंता
कांग्रेस कार्यसमिति ने कहा कि अमरनाथ यात्रा जल्द ही शुरू होने वाली है। इस वार्षिक तीर्थयात्रा में देश भर से लाखों श्रद्धालु भाग लेते हैं और उनकी सुरक्षा को राष्ट्रीय प्राथमिकता के तौर पर देखा जाना चाहिए। इसके लिए ठोस, पारदर्शी और सक्रिय सुरक्षा उपायों को तत्काल लागू किया जाना चाहिए। श्रद्धालुओं की सुरक्षा के साथ-साथ जम्मू-कश्मीर के लोगों की आजीविका की भी रक्षा की जानी चाहिए, जिनका जीवन पर्यटन पर निर्भर है। यह काम पूरी ईमानदारी और गंभीरता से किया जाना चाहिए। कांग्रेस ने कहा कि इस हत्याकांड की जम्मू-कश्मीर के सभी राजनीतिक दलों और समाज के विभिन्न वर्गों ने एक स्वर में निंदा की है।
'इन लोगो के कहने पर छूटा NDA का साथ', कार्यक्रम के दौरान मंच से बोले बिहार CM नितीश
24 Apr, 2025 06:30 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
बिहार के मधुबनी जिले में पंचायती राज दिवस के मौके पर पीएम मोदी का खास कार्यक्रम आयोजित किया गया. कार्यक्रम के दौरान मंच पर केंद्रीय मंत्री जीतन राम मांझी, चिराग पासवान, जेडीयू नेता ललन सिंह समेत बीजेपी के तमाम मंत्री मौजूद रहे. इस दौरान सीएम नीतीश कुमार ने मंच से बड़ी बात कही. सीएम नीतीश कुमार ने मंच से बताया कि किसके कहने पर उन्होंने एनडीए छोड़ा. सीएम नीतीश कुमार ने क्या कहा: मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि हम शुरू से साथ थे, लेकिन बीच में एनडीए से अलग हो गए. पार्टी नेता ललन सिंह की ओर इशारा करते हुए सीएम नीतीश कुमार ने कहा कि बीच में इन लोगों के कहने पर हम गड़बड़ कर वहां (महागठबंधन) चले गए.
अब मैं कभी महागठबंधन में नहीं जाऊंगा- सीएम
सीएम नीतीश कुमार ने आगे कहा कि बाद में इन लोगों को लगा कि गड़बड़ हो गई है, तो छोड़ दीजिए (महागठबंधन). अब हम कभी महागठबंधन में नहीं जाएंगे. सब गड़बड़ हो गई है. पहली बार 2005 में हम ही थे जिन्होंने उनके खिलाफ लड़ाई लड़ी थी।
केंद्र सरकार ने बिहार में बहुत काम किया
सीएम नीतीश कुमार ने कहा कि यह बहुत खुशी की बात है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी यहां आए हैं। उनके नेतृत्व में केंद्र सरकार ने बिहार के लिए बहुत काम किया है। जुलाई 2024 में बिहार को विशेष आर्थिक सहायता पैकेज दिया गया और फिर बजट 2025 में बिहार के लिए कई बड़ी परियोजनाओं की घोषणा की गई। केंद्र ने यह भी घोषणा की है कि खेलो इंडिया यूथ गेम्स 2025 बिहार में आयोजित किया जाएगा। मैं उनसे अनुरोध करता हूं कि वे 4 मई 2025 को पटना में खेलों का उद्घाटन करें।
राजद पर निशाना साधा
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने राजद पर भी निशाना साधा। उन्होंने कहा कि महागठबंधन की सरकार में कोई काम नहीं हुआ है। पहले बिहार में महिलाओं के लिए कोई काम नहीं होता था, लेकिन एनडीए की सरकार आने के बाद राज्य में कई काम हुए हैं।
नेता की सलाह पर नीतीश ने बदला रास्ता, अब हुए खुलकर
24 Apr, 2025 06:12 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
मधुबनी। पंचायती राज दिवस के अवसर पर बिहार के मधुबनी जिले में पीएम नरेंद्र मोदी का विशेष कार्यक्रम आयोजित किया गया। इस दौरान सीएम नीतीश कुमार ने बड़ी बात कह दी। सीएम नीतीश ने कहा कि हम लोग शुरू से साथ में थे बीच में एनडीए से अलग हो गए थे। नीतीश कुमार ने अपनी पार्टी नेता की ओर इशारा करते हुए कहा कि बीच में इन लोगों के कहने पर गड़बड़ कर दिए थे और उधर चले गए थे, लेकिन फिर वही बोले चलिये यहां सब गड़बड़ इसलिए फिर एनडीए में वापस आ गए।
वहीं इस मौके पर सीएम नीतीश ने कहा कि आज पीएम नरेंद्र मोदी बिहार के मधुबनी के झंझारपुर पहुंचे। इसके लिए मैं उनको धन्यवाद देता हूं। आज पीएम मोदी बिहार में गैस, बिजली, रेल समेत अन्य क्षेत्रों की कई योजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास करेंगे। नीतीश ने कहा कि 2 दिन पहले जम्मू कश्मीर के पहलगाम में आतंकी घटना हुई है। हम लोग इसकी निंदा करते हैं और पीड़ित परिवार के प्रति संवेदना प्रकट करते हैं। उन्होंने कहा कि हमको पूरा यकीन है कि पीएम मोदी आतंकियों के खिलाफ बड़ा एक्शन लेंगे। आतंकियों के खिलाफ लड़ाई में पूरा देश उनके साथ है।
वहीं नीतीश कुमार ने लालू यादव की आरजेडी सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि उनकी सरकार में कोई काम नहीं हुआ। बिहार में पहले महिलाओं के लिए कोई काम नहीं होता था। जब बिहार में एनडीए की सरकार आई तो कई काम किए गए। एनडीए सरकार ने बिहार में महिलाओं के साथ-साथ युवाओं के लिए कई काम किए हैं। नीतीश ने कहा कि पीएम मोदी के नेतृत्व में बिहार को काफी कुछ मिला। मैं पीएम मोदी का नमन करता हूं। आप सभी लोग पीएम मोदी के लिए ताली बजाएं। इस अवसर पर केंद्रीय पंचायती राज मंत्री ललन सिंह ने सबसे पहले पहलगाम के आतंकी हमले का जिक्र किया। उन्होंने कहा कि 2 दिन पहले जम्मू कश्मीर के पहलगाम में हुआ आतंकी हम काफी निंदनीय है। पीएम मोदी आतंकियों को करारा जवाब देंगे।
अमेरिका के उपराष्ट्रपति वेंस को भावभीनी विदाई
24 Apr, 2025 05:40 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
जयपुर। संयुक्त राज्य अमेरिका के उपराष्ट्रपति जेम्स डेविड वेंस गुरुवार प्रातः अपनी जयपुर यात्रा पूर्ण कर स्वदेश रवाना हुए। इस अवसर पर जयपुर एयरपोर्ट पर उद्योग एवं वाणिज्य मंत्री कर्नल राज्यवर्धन राठौड़ एवं मुख्य सचिव सुधांश पंत ने उन्हें भावभीनी विदाई दी। उल्लेखनीय है कि वेंस 21 अप्रैल को अपनी पत्नी उषा वेंस और बच्चों के साथ जयपुर पहुंचे थे।
धार्मिक तनाव की बातें कर टेरर अटैक को न्योता दिया गया – वाड्रा का बयान
24 Apr, 2025 09:46 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
नई दिल्ली। प्रियंका गांधी के पति रॉबर्ट वाड्रा ने पहलगाम हमले को भारत के मुसलमानों से जोड़ दिया है। साथ ही भारत में अल्पसंख्यकों को भी लेकर कई बातें कहीं हैं।
रॉबर्ट वाड्रा ने कहा कि कि हम देखते हैं कि हमारे देश की सरकार हिंदुत्व के बारे में बात करती है। इससे अल्पसंख्यक अनकंफर्टेबल फील करते हैं, जब आप मस्जिद के बारे में बात करते हैं या जब आप कहते हैं आप ऐसे या वैसे प्रे नहीं कर सकते। इस तरह की चीजें अराजकता, सांप्रदायिकता को बढ़ाते हैं। अगर आप इस आतंकवादी घटना को देखें तो वे लोगों आईडी चेक कर रहे थे। वे ऐसा क्यों कर रहे थे, क्योंकि एक विभाजन हमारे देश में हो गया है हिंदू, मुस्लिम और ईसाइयों के बीच। मैंने वीडियो फुटेज देखें हैं कि चर्च जलाए जा रहे हैं, क्या हो रहा है ये? क्यों हमारे देश में सांप्रदायिक भावनाएं आहत की जा रही हैं? ये विभाजन पैदा कर रहा है। ऐसे संगठनों को लग रहा है कि मुसलमानों के लिए हिंदू खतरा हैं। हमें ये नहीं चाहिए। आप ज्यादातर हिंदू-मुसलमानों से पूछिए, वो एक दूसरे की मदद करते हैं। कोविड के समय उन्होंने ऐसा किया। वो राजनीति नहीं समझते। चुनाव जीतने वाली राजनीति वो नहीं समझते। आईडी देखकर मारना एक मैसेज है। ये मैसेज प्रधानमंत्री के लिए है। मुस्लिम और अल्पसंख्यक कमजोर महसूस कर रहे हैं। दो सप्ताह पहले मुझे ईडी ने बुलाया, क्योंकि मैंने मुसलमानों के लिए बात की थी।
झारखंड निवेश के लिए तैयार है: मुख्यमंत्री सोरेन
24 Apr, 2025 09:39 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
बार्सिलोना/रांची। झारखंड को वैश्विक निवेश के लिए आकर्षक गंतव्य बनाने की दिशा में राज्य सरकार ने एक और बड़ा कदम उठाया है। मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन इन दिनों स्पेन और स्वीडन की आधिकारिक यात्रा पर हैं, जहां उन्होंने झारखंड में निवेश, उद्योग और खेल विकास से जुड़े कई महत्वपूर्ण प्रस्तावों पर चर्चा की।
फुटबॉल कोच प्रशिक्षण के लिए एमओयू
मुख्यमंत्री की उपस्थिति में बार्सिलोना स्थित प्रसिद्ध आरसीडी एस्पेनयॉल फुटबॉल क्लब ने झारखंड में खेल विशेषकर फुटबॉल के क्षेत्र में सहयोग के लिए एमओयू पर हस्ताक्षर का प्रस्ताव दिया है। इस सहयोग से राज्य के फुटबॉल कोचों को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर प्रशिक्षण मिल सकेगा, जिससे झारखंड के फुटबॉल खिलाड़ियों को भी लाभ होगा।
झारखंड में गीगा फैक्ट्री लगाने का प्रस्ताव
मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन ने चेकोस्लोवाकिया स्थित टेस्ला ग्रुप के सीईओ डुशान लिचार्डस से मुलाकात की। उन्होंने झारखंड में गीगा फैक्ट्री स्थापित करने का प्रस्ताव दिया, जो कि वाणिज्यिक और औद्योगिक बैटरियों के भंडारण और असेंबली पर केंद्रित होगी। यह संयंत्र नवीकरणीय ऊर्जा को बढ़ावा देने की दिशा में एक बड़ी पहल माना जा रहा है।
प्रवासी भारतीयों से स्टार्टअप और निवेश को लेकर चर्चा
मुख्यमंत्री के नेतृत्व में गए प्रतिनिधिमंडल ने बार्सिलोना में प्रवासी भारतीय व्यवसायियों और विशेषज्ञों से मुलाकात की। चर्चा के दौरान स्टार्टअप मेंटरशिप, क्लीन एनर्जी, पर्यावरणीय स्थिरता, सप्लाई चेन, बायो-फार्मास्यूटिकल, मेडटेक, लीगल सेक्टर, डेंटिस्ट्री और खेल विपणन जैसे क्षेत्रों में संभावनाओं पर विचार हुआ।
प्रतिनिधियों ने सुझाव दिया कि झारखंड में स्टार्टअप्स और उनके मेंटर्स की मैपिंग की जाए और उन्हें वैश्विक इनक्यूबेटर्स से जोड़ा जाए। इसके अलावा, कटहल और टमाटर जैसे स्थानीय उत्पादों के मूल्यवर्धित प्रसंस्करण, पारंपरिक चिकित्सा (होड़ोपैथी), अनुसंधान एवं बायोटेक जैसे क्षेत्रों में निवेश की संभावनाएं तलाशी जाएं। मुख्यमंत्री ने सभी निवेशकों और विशेषज्ञों को झारखंड आने और राज्य में निवेश करने का आमंत्रण दिया। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार नीतिगत सुधार, निवेश सुविधा और पारदर्शिता के साथ कार्य कर रही है। उन्होंने आश्वस्त किया कि झारखंड में निवेश को शीघ्र और सहज रूप से जमीन पर उतारने की प्रतिबद्धता है। मुख्यमंत्री ने कहा कि स्पेनिश कंपनियों के साथ लगातार संवाद, बैठकें और कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे ताकि सहयोग के प्रयासों को ठोस रूप दिया जा सके। मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन की यह यात्रा झारखंड के लिए वैश्विक निवेश, स्टार्टअप विकास और खेल के क्षेत्र में अंतरराष्ट्रीय सहयोग के नए द्वार खोल सकती है। राज्य सरकार का उद्देश्य है कि झारखंड को एक निवेश-हितैषी, तकनीकी रूप से सक्षम और आर्थिक रूप से सशक्त राज्य के रूप में स्थापित किया जाए।