राजनीति
लोजपा (रामविलास) ने मनाया होली मिलन समारोह, चिराग भी हुए शामिल
12 Mar, 2025 05:00 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
पटना। लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) के कार्यालय में बुधवार को होली मिलन समारोह हुआ, जिसमें केंद्रीय मंत्री और पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष चिराग पासवान भी शामिल हुए। उन्होंने कहा कि इस बार होली के रंग बिहार में नया इतिहास लिखने जा रहे हैं। यह तो खुशियों के रंगों की बस शुरुआत है, असली होली तो नवंबर के महीने में होगी, जब बिहार में एक बार फिर से राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) की सरकार बनेगी।
चिराग ने कहा कि जब बिहार में पीएम नरेंद्र मोदी की सोच वाली सरकार बनेगी, तब हम असली होली मनाएंगे। बिहार की जनता बदलाव के लिए तैयार है। आगामी चुनाव में एनडीए को भारी जनसमर्थन मिलेगा। जनता इस बार स्पष्ट रूप से विकास, सुशासन और पीएम मोदी के नेतृत्व को समर्थन देने का मन बना चुकी है। इस मौके पर पार्टी के वरिष्ठ नेता, कार्यकर्ता और समर्थक भी मौजूद थे। कार्यक्रम में पारंपरिक अंदाज में रंग-गुलाल उड़ाए गए और एक-दूसरे को होली की बधाइयां दी गईं। होली मिलन समारोह में पार्टी कार्यकर्ताओं और नेताओं का भारी उत्साह देखने को मिला। हर कोई एक-दूसरे को अबीर-गुलाल लगाकर शुभकामनाएं दे रहा था। मंच पर चिराग पासवान के आते ही कार्यकर्ताओं ने जमकर नारेबाजी की और पूरे माहौल को जोशीला बना दिया। चिराग ने सभी बिहारवासियों को होली की शुभकामनाएं दीं। उन्होंने कहा कि यह त्योहार आपसी भाईचारे और प्रेम का प्रतीक है। उन्होंने बिहार की जनता से अपील की कि वे मिल-जुलकर इस पर्व को मनाएं और प्रदेश की तरक्की के लिए एकजुट रहें।
भाजपा की हल्दिया विधायक तापसी मंडल सत्तारूढ़ टीएमसी में शामिल
12 Mar, 2025 11:51 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
कोलकाता । बंगाल में विपक्ष के नेता शुभेंदु अधिकारी की करीबी सहयोगी भाजपा की हल्दिया विधायक तापसी मंडल सत्तारूढ़ टीएमसी में शामिल हो गईं। मंडल के टीएमसी में शामिल होने के फैसले से पूर्व मेदिनीपुर में भाजपा के संगठन को बड़ा झटका लगा है, जहां अधिकारी का गढ़ हल्दिया बंदरगाह शहर स्थित है। वे राज्य के बिजली मंत्री अरूप बिस्वास की मौजूदगी में कोलकाता में टीएमसी मुख्यालय में पार्टी में शामिल हुईं। उन्होंने कहा कि “मैंने मुख्यमंत्री की विकास पहल का हिस्सा बनने का फैसला किया।
मंडल ने 2016 में कांग्रेस समर्थित सीपीआई (एम) उम्मीदवार के रूप में हल्दिया सीट जीती थी। 2021 के विधानसभा चुनावों से पहले अधिकारी के टीएमसी से बीजेपी में शामिल होने के बाद वे भाजपा में चली गईं। तपसी मंडल का ऐसी नेता हैं जो बंगाल में अपने लगातार पाला बदलने वाले राजनीतिक सफर के लिए जानी जाती हैं। वह पूर्व मेदिनीपुर जिले के दुर्गाचक शहर से आती हैं और उन्होंने अपनी माध्यमिक शिक्षा सुताहता लबन्यप्रवा बालिका विद्यालय से पूरी की। तापसी का राजनीतिक करियर भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (मार्क्सवादी) (सीपीआई-एम) से शुरू हुआ। 2016 के पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनावों में, उन्होंने हल्दिया निर्वाचन क्षेत्र से (सीपीआई-एम) उम्मीदवार के रूप में चुनाव लड़ा और 50 फीसदी से अधिक वोट हासिल कर निर्णायक जीत हासिल की, जिसमें उन्होंने ऑल इंडिया तृणमूल कांग्रेस (एआईटीसी) के प्रमुख प्रतिद्वंद्वी को हराया।
तमिलनाडु के लोगों और किसानों की सेवा को तैयार : शिवराज सिंह चौहान
12 Mar, 2025 10:48 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
नई दिल्ली । द्रविड़ मुन्नेत्र कषगम (द्रमुक) और भाजपा के बीच वार-पलटवार के बीच केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने बड़ा दावा किया है। केंद्रीय मंत्री शिवराज ने कहा कि मैं खुद दो बार तमिलनाडु जाकर आया हूं, एक बार कृषि विभाग के काम से और एक बार ग्रामीण विकास के काम से गया हूं। लेकिन दुखद यह हैं कि दोनों ही मौकों पर न ग्रामीण विकास मंत्री और न ही कृषि मंत्री मेरी बैठक में पहुंचे। मैं अनुरोध करना चाहूंगा कि केंद्र लाभ प्रदान करने के लिए प्रतिबद्ध है।
केंद्रीय मंत्री ने संसद को संबोधित करते हुए कहा कि केंद्र किसी भी राज्य के साथ भेदभाव नहीं करती है। संसद में मंत्री शिवराज ने इतना तक कहा कि कोई नाम शेष है, तब हमें बताए, मैं खुद वहां चला जाउंगा। उन्होंने कहा कि हम सब भारत मां के लाल, भेदभाव का कहां सवाल। उन्होंने कहा कि हम तमिलनाडु के महान लोगों को सलाम करते हैं, तमिल संस्कृति को सलाम करते हैं, तमिल भाषा को सलाम करते हैं, हम सभी भारत माता के बेटे हैं, भेदभाव का कोई सवाल ही नहीं है। हम विनम्रता के साथ तमिलनाडु के लोगों और किसानों की सेवा करने को तैयार है।
पीएम किसान एक केंद्रीय क्षेत्र की योजना है, जिसका 100 प्रतिशत वित्तपोषण भारत सरकार द्वारा किया जाता है। 1 दिसंबर, 2018 से लागू इस योजना के तहत सभी भूमिधारक किसान परिवारों को तीन समान किस्तों में 6,000 रुपये की वार्षिक आय सहायता प्रदान की जाती है। राज्य सरकारें और केंद्र शासित प्रदेश प्रशासन योजना के दिशा-निर्देशों के अनुसार सहायता के लिए पात्र किसान परिवारों की पहचान करते हैं।
प्रधानमंत्री मोदी को देश का सर्वोच्च सम्मान द ग्रैंड कमांडर ऑफ द ऑर्डर ऑफ द स्टार एंड की ऑफ द इंडियन ओशन देने की घोषणा
12 Mar, 2025 09:43 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
नई दिल्ली । मॉरीशस ने प्रधानमंत्री मोदी को ग्रैंड कमांडर ऑफ द ऑर्डर ऑफ द स्टार और की ऑफ द इंडियन ओशन से सम्मानित करने की घोषणा की है। इसके साथ ही ये किसी देश द्वारा पीएम मोदी को दिया जाने वाला 21वां अंतरराष्ट्रीय पुरस्कार है।
मॉरीशस के प्रधानमंत्री नवीनचंद्र रामगुलाम ने मंगलवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को देश का सर्वोच्च सम्मान द ग्रैंड कमांडर ऑफ द ऑर्डर ऑफ द स्टार एंड की ऑफ द इंडियन ओशन देने की घोषणा की। पीएम मोदी मॉरीशस का सर्वोच्च सम्मान पाने वाले पहले भारतीय बन गए हैं। रामगुलाम ने पोर्ट लुईस में भारतीय समुदाय के एक कार्यक्रम में ये घोषणा की।
प्रधानमंत्री श्री मोदी आज दो दिवसीय राजकीय यात्रा पर मॉरीशस पहुंचे, जहां उनका स्वागत रामगुलाम ने किया। दोनों नेताओं ने हवाई अड्डे पर गर्मजोशी से गले मिलकर अभिवादन किया। पीएम श्री मोदी कल मॉरीशस के 57वें राष्ट्रीय दिवस समारोह के मुख्य अतिथि रुप में शामिल होंगे। भारतीय नौसेना के एक युद्धपोत के साथ भारतीय रक्षा बलों की एक टुकड़ी समारोह में भाग लेगी। इसके अलावा वह द्वीप राष्ट्र में लोकतंत्र को मजबूत करने के उद्देश्य से नई प्रमुख बुनियादी ढांचा परियोजनाओं की घोषणा भी करेंगे।
पीएम श्री मोदी ने मॉरीशस के राष्ट्रपति धरमबीर गोखुल से मुलाकात की। इस दौरान उन्होंने मॉरीशस के राष्ट्रपति को कई चीजें भेंट की है, जिसमें महाकुंभ से संगम का जल और सुपर फूड मखाना भी शामिल है। इसके अलावा पीएम श्री मोदी ने गोखुल की पत्नी वृंदा गोखुल को बनारसी सिल्क की साड़ी भी भेंट की है।
मॉरीशस के राष्ट्रपति से मुलाकात के बाद प्रधानमंत्री श्री मोदी ने एक्स पर लिखा, राष्ट्रपति धर्मबीर गोखूल के साथ बहुत अच्छी मुलाकात हुई। वे भारत और भारतीय संस्कृति से अच्छी तरह परिचित हैं। मॉरीशस के राष्ट्रीय दिवस समारोह में शामिल होने के लिए मुझे आमंत्रित करने के लिए आभार व्यक्त किया। हमने विभिन्न क्षेत्रों में द्विपक्षीय संबंधों को और बढ़ावा देने के तरीकों पर चर्चा की.
एक अन्य ट्वीट में पीएम श्री मोदी ने कहा, ये सराहनीय है कि मॉरीशस के स्टेट हाउस में आयुर्वेदिक गार्डन बनाया गया है। मुझे इस बात की भी खुशी है कि मॉरीशस में आयुर्वेद की लोकप्रियता बढ़ रही है। राष्ट्रपति धर्मबीर गोखूल और मैं आयुर्वेदिक गार्डन गए, जिससे मुझे इसे प्रत्यक्ष रूप से देखने का अवसर मिला।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी 10 साल बाद मॉरीशस के दौरे पर पहुंचे हैं। इससे पहले प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी साल 2015 मार्च में मॉरीशस गए थे। उस वक्त भी प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी मुख्य अतिथि के तौर पर राष्ट्रीय दिवस समारोह में शामिल हुए थे। मॉरीशस और भारत का पुराना रिश्ता रहा है। यहां की कुल आबादी का लगभग 70 फीसदी लोग भारतीय मूल के हैं।
आने वाले समय में यहाँ के युवाओं को रोजगार के लिए कहीं और नहीं जाना होगा:अमित शाह
12 Mar, 2025 08:38 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
नई दिल्ली । केन्द्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री अमित शाह ने नई दिल्ली में Student Experience in Inter-State Living (SEIL) द्वारा आयोजित North-East Students’ & Youth Parliament को मुख्य अतिथि के रूप में संबोधित किया।
केन्द्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री अमित शाह ने कहा कि नॉर्थईस्ट, भारतीय संस्कृति का एक अमूल्य गहना है और यह क्षेत्र भारत की संस्कृति को समृद्ध करने वाली विरासत से लैस है। उन्होंने कहा कि नॉर्थईस्ट में पूरी दुनिया को पर्यटन की दृष्टि से आकर्षित करने की क्षमता है। साथ ही नॉर्थईस्ट में भारत के सबसे ज़्यादा IQ वाले युवा हैं और सबसे मेहनती जनजातियां यहीं हैं। सहरे शाह ने कहा कि पूर्वोत्तर में 220 से अधिक जनजातीय समूह, 160 से अधिक जनजातियां, 200 से अधिक बोलियां और भाषाएं, 50 यूनिक प्रकार के त्यौहार और पूरी दुनिया में प्रसिद्ध 30 से अधिक नृत्य शैलियां हैं।
श्री शाह ने कहा कि इतनी सारी विशेषताएं होने के बावजूद हमारा नॉर्थईस्ट विकास में पिछड़ गया क्योंकि एक समय था जब अलग-अलग प्रकार के मतिभ्रम और विवाद पैदा कर आतंकवाद और अलगाववाद को खड़ा किया गया। हिंसा, बंद, ड्रग्स, ब्लाकेड और प्रांतवाद ने हमारे नॉर्थईस्ट को टुकड़ों में बांट दिया। उन्होंने कहा कि इसने हमारे उत्तरपूर्व को मानसिक रूप से न सिर्फ देश से बल्कि पूर्वोत्तर के राज्यों को भी एक दूसरे से अलग करने का काम किया। उन्होंने कहा कि इसके परिणामस्वरूप हमारा नॉर्थईस्ट विकास की दृष्टि से 40 साल तक पिछड़ता चला गया और इसमे सबसे बड़े बाधक आतंकवादी और अलगाववादी समूह बने।
केन्द्रीय गृह मंत्री ने कहा कि जब भी उनकी पार्टी की सरकार आई तो उसने पूर्वोत्तर को प्राथमिकता दी। उन्होंने कहा कि पहले इतने बड़े और पिछड़े भूभाग के लिए कोई अलग मंत्रालय नहीं था लेकिन अटल जी की सरकार में इसकी स्थापना की गई। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने केंद्र सरकार के हर कार्यक्रम में नॉर्थईस्ट को केंद्र बिंदु बनाया। उन्होंने कहा कि मोदी सरकार की सबसे बड़ी उपलब्धि है कि उसने नॉर्थईस्ट और भारत के बाकी भागों के बीच की दूरी को कम कर दिया। श्री शाह ने कहा कि उत्तरपूर्व के हर राज्य की राजधानी 2027 तक रेल, हवाई मार्ग और सड़क नेटवर्क से जुड़ जाएगी। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी जी ने न सिर्फ कनेक्टिविटी बढ़ाकर उत्तरपूर्व को भारत के अन्य हिस्सों से जोड़ा, बल्कि फिज़िकल दूरी के साथ-साथ दिलों की दूरियां मिटाने का काम भी किया। उन्होंने कहा कि मोदी सरकार ने हर योजना के केन्द्र में पूर्वोत्तर को रखकर और एक के बाद एक वहां के हर उग्रवादी समूह से चर्चा कर उनकी समस्याओं को सुन, समझ और उनके साथ समझौते कर उन्हें मेनस्ट्रीम में लाने का काम किया।
श्री शाह ने कहा कि उत्तरपूर्व आज शांति का अनुभव कर रहा है। वर्ष 2004 से 2014 के बीच नॉर्थईस्ट में 11 हज़ार हिंसा की घटनाएं हुईं जबकि 2014 से 2024 के बीच सगभग 70 प्रतिशत की कमी के साथ ये संख्या 3428 रह गई। सुरक्षाबलों की मृत्यु में 70 प्रतिशत और नागरिकों की मृत्यु में 89 प्रतिशत की कमी दर्ज की गई है। उन्होंने कहा कि सभी उग्रवादी समूहों के साथ मोदी सरकार ने समझौते किए और लगभग 10,500 से ज़्यादा विद्रोही हथियार डालकर मेनस्ट्रीम में आए हैं। श्री शाह ने कहा कि 10 साल में हमने विद्रोही समूहों के साथ 12 महत्वपूर्ण समझौते किए हैं। सरकार ने एक भारत, श्रेष्ठ भारत के तहत पूर्वोत्तर की भाषाओं, बोलियों, संस्कृति, वेशभूषा, परंपरागत नृत्य और कलाओं को सम्मानित और संरक्षित किया तथा 10 हज़ार से ज्यादा लोगों से हथियार डलवाकर पूरे उत्तरपूर्व में शांति का माहौल खड़ा किया।
श्री शाह ने कहा कि किसी भी क्षेत्र का विकास शांति के बिना नहीं हो सकता क्योंकि शांति विकास की पूर्व शर्त है। उन्होंने कहा कि मोदी सरकार ने पूर्वोत्तर में शांति स्थापित करने का काम किया है। उन्होंने कहा कि मोदी सरकार ने उत्तरपूर्व को अंतरिक्ष प्रौद्योगिकी के माध्यम से बहुत फायदा पहुंचाया है। North Eastern Space Applications Centre (NESAC) के माध्यम से लगभग 110 योजनाएं चलाईं गई हैं। उन्होंने कहा कि नॉर्थईस्ट के बाढ़ प्रबंधन के लिए सैटेलाइट से मैपिंग और टोपोग्राफी का अभ्यास कर आने वाले दिनों में नॉर्थईस्ट में 300 से अधिक झीलें बनेंगी जो इस क्षेत्र में स्थाई बाढ़ प्रबंधन कर देंगी।
केन्द्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री ने कहा कि मोदी सरकार के कार्यकाल में पिछले 10 साल में पूर्वोत्तर के विकास के लिए कई प्रयास किए गए और बजट प्रावधान को भी बढ़ाया। वर्ष 2014-15 की तुलना में 2024-25 के बजट में 153 प्रतिशत की वृद्धि करने का काम श्री नरेन्द्र मोदी जी ने किया। उन्होंने कहा कि बेहतर कनेक्टिविटी के लिए सड़कों पर 41 हज़ार करोड़ रूपए और ग्रामीण सड़कों पर 47 हज़ार करोड़ रूपए खर्च किए गए। उन्होंने कहा कि एक प्रकार से 90 हज़ार करोड़ रूपए नॉर्थईस्ट में सिर्फ सड़कों के लिए मोदी सरकार ने खर्च किए। हवाई कनेक्टिविटी बढ़ाने के लिए 64 नए रूट शुरू किए, वायब्रेंट विलेज कार्यक्रम में 4800 करोड़ रूपए खर्च किए और रेलवे के विकास लिए 18 हज़ार करोड़ रूपए दिए।
श्री शाह ने कहा कि आज भारत का सबसे बड़ा रेल-कम-रोड ब्रिज ब्रह्मपुत्र नदी पर बना है। उन्होंने कहा कि मोदी जी ने भूपेन हज़ारिका सेतु बनाया, अरूणाचल को ग्रीनफील्ड एयरपोर्ट दिया, रेलवे का 100 प्रतिशत इलेक्ट्रिफिकेशन किया, असम से भूटान तक रेल लाइन बन रही है। उन्होंने यह भी कहा कि 2027 तक नॉर्थईस्ट के सभी राज्यों की राजधानी ट्रेन, विमान व सड़क से जुड़ जाएगी। मोदी सरकार में पूर्वोत्तर की physical दूरी के साथ-साथ दिलों की दूरी भी कम की है। उन्होंने कहा कि सिक्किम में 100 प्रतिशत ऑर्गेनिक खेती का लक्ष्य भी हमारी सरकार के कार्यकाल में सिद्ध हुआ। उन्होंने कहा कि आज असम में 27 हज़ार करोड़ रूपए का सेमीकंडक्टर का प्लांट आ रहा है जो युवाओं को नौकरी के मौके देगा। श्री शाह ने यह भी कहा कि नॉर्थईस्ट में ढाई लाख करोड़ रूपए का निवेश और आ रहा है। उन्होंने कहा कि मोदी सरकार के इन 10 साल में नींव डालने का काम हुआ है। अगले 10 साल में नॉर्थईस्ट के किसी बच्चे को देश के किसी और हिस्से में काम करने नहीं जाना पड़ेगा और यहीं उसे रोजगार मिलेगा।
केन्द्रीय गृह मंत्री ने कहा कि आज़ादी के अमृत महोत्सव के दौरान हमने संकल्प किया है कि 2047 तक भारत एक पूर्ण विकसित राष्ट्र होगा और पूरी दुनिया में हर क्षेत्र में सर्वप्रथम होगा। भारत माता 2047 में अपने संपूर्ण तेज और ओज के साथ विश्व के सामने खड़ी होगी। उन्होंने यह भी कहा कि हर क्षेत्र में भारत विश्व में अग्रणी हो, महर्षि अरबिंदो और स्वामी विवेकानंद जी का यह सपना अब साकार होता दिख रहा है। श्री शाह ने कहा कि इस प्रक्रिया में युवाओं को जोड़ने के लिए हमारी सरकार ने कई प्रयास किये हैं। उन्होंने कहा कि मोदी जी सबसे पहले नई शिक्षा नीति लाए जिसमें हमने अपनी भाषाओं को संजोकर रखने का आग्रह किया है और मातृभाषा को महत्व दिया है। उन्होंने कहा कि नई शिक्षा नीति के माध्यम से हमारी शिक्षा लोकल और ग्लोबल होगी और युवाओं के लिए कई मौकों का सृजन भी करेगी।
केन्द्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री ने कहा कि नॉर्थईस्ट, प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और भारत सरकार के दिल के बहुत नज़दीक है। उन्होंने कहा कि सिर्फ बजट आवंटन नहीं बल्कि नॉर्थईस्ट का विकास, एकता और शांति के लिए प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में भारत सरकार पूर्ण रूप से कटिबद्ध है।
श्री शाह ने कहा कि छात्र संसद बहुत अच्छा आयोजन है लेकिन इसे यहां समाप्त नहीं करना चाहिए बल्कि इसे और संगठनों और विद्यार्थी परिषद के बीच सेतु बनाने के लिए एक ऐसी व्यवस्था बनानया चाहिए जिससे सारे युवा संगठन देश की ताकत का एक हिस्सा बन जाएं। उन्होंने कहा कि विद्यार्थी परिषद युवाओं को सही दिशा दिखाने के साथ-साथ उनके चरित्र का निर्माण भी करती है। श्री शाह ने कहा कि विश्व के सबसे बड़े छात्र संगठन ने हर प्रकल्प में, चाहे आपदा में सहयोग हो या राष्ट्रीय संकट में मदद, हमेशा राष्ट्र को सर्वोपरि रखा है।
दत्तात्रेय होसबाले ने देश के नाम को लेकर बड़ा बयान दिया
11 Mar, 2025 05:53 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
नोएडा। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सरकार्यवाह दत्तात्रेय होसबाले ने देश के नाम को लेकर बड़ा बयान दिया है। उन्होंने कहा कि देश को इंडिया नहीं बल्कि केवल भारत कहना चाहिए। नोएडा में आयोजित विमर्श भारत का पुस्तक विमोचन कार्यक्रम में उन्होंने इस विषय पर विचार रखते हुए सवाल किया कि देश को दो नामों से क्यों पुकारा जाता है। यहां पर दत्तात्रेय होसबाले ने कहा, पिछले दिनों सरकार ने जी20 सम्मेलन में राष्ट्रपति भवन के निमंत्रण में रिपब्लिक ऑफ भारत लिखा था। हमें भी केवल भारत कहना चाहिए, न कि इंडिया। देश का संविधान कॉन्स्टिट्यूशन ऑफ इंडिया और रिजर्व बैंक रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया क्यों कहलाए? यह प्रश्न उठना चाहिए और इसे ठीक करना ही पड़ेगा। अगर भारत है, तो भारत ही कहो। आरएसएस सरकार्यवाह ने भारत की राष्ट्रीयता, इतिहास और संस्कृति पर भी चर्चा की। उन्होंने कहा कि भारत केवल एक भू-भाग या संवैधानिक संरचना नहीं, बल्कि एक जीवन दर्शन और आध्यात्मिक चेतना है। उन्होंने यह भी कहा कि भारत को सिर्फ एक कृषि प्रधान देश बताना गलत धारणा है। 1600 ईस्वी में भारत की वैश्विक व्यापार हिस्सेदारी 23प्रतिशत थी, क्या यह केवल कृषि से संभव था? उन्होंने कहा कि प्राचीन भारत विज्ञान, गणित और उद्योग में भी आगे था, लेकिन बाहरी आक्रमणकारियों ने शिक्षा पद्धति को नष्ट कर दिया और हमें हमारी समृद्धि का एहसास नहीं होने दिया।
भारत की संस्कृति अमर है
उन्होंने कहा कि भारतीय संस्कृति काल के प्रवाह में भी कभी नष्ट नहीं हुई। हमारे पूर्वजों ने अपनी संस्कृति की रक्षा के लिए संकल्प लिया था और यही हमारी असली पहचान है।
'10,500 से ज्यादा उग्रवादी हथियार डालकर मुख्यधारा में शामिल हुए'- केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह
11 Mar, 2025 04:11 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
नई दिल्ली: अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद द्वारा आयोजित पूर्वोत्तर छात्र एवं युवा संसद को संबोधित करते हुए केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कई मुद्दों पर चर्चा की। उन्होंने कहा कि मात्र 10 वर्षों में मणिपुर में हिंसा को छोड़कर पूर्वोत्तर आज पूर्ण शांति का अनुभव कर रहा है। उन्होंने कहा, '2004 से 2014 तक हिंसा की कुल 11,000 घटनाएं हुईं और 2014 से 2024 तक 3,428 घटनाएं हुईं, यानी 70 प्रतिशत की कमी आई है। सुरक्षा बलों की मौतों की संख्या में भी 70 प्रतिशत की कमी आई है। पिछले 10 वर्षों में नागरिकों की मौतों की संख्या में 89 प्रतिशत की कमी आई है।'
हमारा पूर्वोत्तर आज शांति का अनुभव कर रहा है: शाह
उन्होंने कहा, 'हमारा पूर्वोत्तर आज शांति का अनुभव कर रहा है। चाहे वह मेघालय हो, अरुणाचल हो, असम हो, नागालैंड हो या मिजोरम हो, हमने सभी सशस्त्र समूहों के साथ समझौते किए हैं और 10,500 से अधिक उग्रवादी हथियार डालकर मुख्यधारा में शामिल हुए हैं। हमारी सरकार ने 10 साल में 12 महत्वपूर्ण समझौते किए हैं।' उन्होंने कहा, 'भाजपा सरकार की सबसे बड़ी उपलब्धि यह है कि उसने पूर्वोत्तर और शेष भारत के बीच की दूरी को कम कर दिया है। 2027 तक पूर्वोत्तर की हर राजधानी ट्रेन, विमान और सड़क से जुड़ जाएगी।'
मोदी सरकार ने पूर्वोत्तर में शांति लाने का काम किया: शाह
उन्होंने कहा, 'जिस राज्य में शांति नहीं है, वहां विकास नहीं हो सकता और नरेंद्र मोदी की सरकार ने पूर्वोत्तर में शांति लाने का काम किया है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पूर्वोत्तर के विकास के लिए बहुत बड़ा बजट दिया है। दस साल में प्रधानमंत्री ने पूर्वोत्तर के विकास का इतना ध्यान रखा है, इसे अपना मानते हुए कि उन्होंने तय किया है कि हर महीने कोई न कोई मंत्री पूर्वोत्तर के किसी न किसी राज्य में रात्रि विश्राम करेगा। मैं आपको बताना चाहता हूं कि आजादी के बाद से अब तक असम को छोड़कर सभी प्रधानमंत्रियों की पूर्वोत्तर की कुल यात्राओं की संख्या 21 है और अकेले नरेन्द्र मोदी की पूर्वोत्तर की यात्राओं की संख्या 78 है, जो दर्शाता है कि पूर्वोत्तर को कितना महत्व दिया गया है।'
ओडिशा विधानसभा में बीजेपी और कांग्रेस विधायकों के बीच मचा संग्राम, कार्यवाही स्थगित
11 Mar, 2025 03:34 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
भुवनेश्वर: ओडिशा विधानसभा में मंगलवार को उस समय हंगामा हो गया, जब सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी और विपक्षी कांग्रेस के विधायक सदन में आपस में भिड़ गए। दोनों पक्षों के बीच झड़प इस हद तक बेकाबू हो गई कि स्पीकर सुरमा पाढ़ी को दोपहर तक के लिए कार्यवाही स्थगित करनी पड़ी। विधानसभा में उस समय तनाव बढ़ गया, जब वरिष्ठ भाजपा विधायक जय नारायण मिश्रा कांग्रेस विधायक ताराप्रसाद बहिनीपति की ओर बढ़े। ताराप्रसाद शहरी विकास मंत्री केसी महापात्र के सामने खड़े थे और मंत्री एक सवाल का जवाब दे रहे थे।
'अचानक मिश्रा आए और मेरा कॉलर पकड़ लिया'
कांग्रेस विधायक बहिनीपति ने सदन के बाहर कहा, 'मिश्रा ने मेरी शर्ट का कॉलर पकड़ा और मुझे धक्का दिया। मैं मंत्री महापात्र से हाथ जोड़कर विनती कर रहा था कि जब सदन में व्यवस्था न हो तो वे जवाब न दें। लेकिन अचानक मिश्रा आए और मेरा कॉलर पकड़ लिया।' बाद में सत्तारूढ़ पार्टी और कांग्रेस के अन्य सदस्यों के बीच भी धक्का-मुक्की शुरू हो गई, जिसके बाद स्पीकर पाढ़ी ने सदन की कार्यवाही स्थगित कर दी। सदन में जमकर हंगामा हुआ और भाजपा तथा कांग्रेस के विधायक एक-दूसरे को धक्का देते नजर आए।
बीजद विधायकों ने सीएम मांझी से बयान की मांग की
बीजू जनता दल के सदस्य भी उसी स्थान पर मौजूद थे, लेकिन वे इससे दूर रहे। विपक्षी बीजद तथा कांग्रेस के विधायकों ने अलग-अलग मुद्दे उठाए। बीजद विधायकों ने मिश्रा की उस टिप्पणी पर मुख्यमंत्री मोहन चरण माझी से बयान की मांग की, जिसमें मित्रा ने 1936 में तत्कालीन कोसल के ओडिशा में विलय को 'ऐतिहासिक भूल' बताया था, जबकि कांग्रेस के विधायक राज्य में महिलाओं के खिलाफ बढ़ते अपराधों के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे थे। यह लगातार दूसरा दिन था, जब विधानसभा में हंगामा देखने को मिला।
लालटेन लेकर सदन में पहुंचे बीजद विधायक
बता दें कि विपक्ष के विरोध के बीच स्पीकर पाढ़ी ने करीब 30 मिनट तक प्रश्नकाल चलने दिया। बीजद विधायकों ने लगातार 2 दिनों तक मुख्यमंत्री के सदन में अनुपस्थित रहने को लेकर विधानसभा परिसर में लालटेन लेकर सांकेतिक विरोध दर्ज कराया। बीजू जनता दल के विधायकों ने भी मुख्यमंत्री के कक्ष के बाहर धरना दिया। राजनीतिक पंडितों का कहना है कि आने वाले दिनों में सत्ता पक्ष और विपक्ष के बीच गतिरोध और बढ़ सकता है।
अब गुजरात कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं को दिल्ली बुलाया
11 Mar, 2025 09:41 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
अहमदाबाद | लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी ने गुजरात दौरे से लौटने के बाद अब गुजरात कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं को दिल्ली बुलाया है| गुजरात कांग्रेस के नेताओं के साथ बैठक में राहुल गांधी गुजरात कांग्रेस की मौजूदा स्थिति पर वरिष्ठ नेताओं की राय लेंगे| बता दें कि हाल ही में राहुल गांधी ने गुजरात का दौरा किया था| इस दौरान वह पहले से भी ज्यादा आक्रामक नजर आए| उनकी आक्रामकता सत्ता पक्ष के लोगों के खिलाफ नहीं बल्कि अपनी ही पार्टी के लोगों के खिलाफ थी| उन्होंने एक सार्वजनिक बैठक में कहा कि गुजरात कांग्रेस में दो समूह हैं, जिनमें से आधे लोग भाजपा के साथ जुड़े हुए हैं| राहुल गांधी से मुलाकात के दौरान कार्यकर्ताओं ने उनसे शिकायत की थी कि पार्टी में वरिष्ठ नेता मनमानी कर रहे हैं और कोई उनकी सुनने वाला नहीं है| भरत सिंह सोलंकी, अमित चावड़ा, सिद्धार्थ पटेल, जगदीश ठाकोर और मधुसूदन मिस्त्री समेत प्रमुख नेता अपना अपना गुट बनाकर अलग बैठे हैं| गुजरात से लौटने के बाद अब राहुल गांधी ने गुजरात कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं को दिल्ली बुलाया है| माना जा रहा है कि यह गुजरात कांग्रेस के आगामी कार्यक्रमों और संगठनात्मक कार्यक्रमों के लिए बुलाया गया है|
पीएम मोदी की दो दिवसीय मॉरीशस यात्रा शुरू
11 Mar, 2025 08:37 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
नई दिल्ली । पीएम मोदी की दो दिवसीय मॉरीशस यात्रा मंगलवार से शुरू हो रही है। वह मॉरीशस के पीएम नवीनचंद्र रामगुलाम के निमंत्रण पर मंगलवार की सुबह मॉरीशस की राजधानी पहुंचेंगे। पीएम मोदी बुधवार को देश के राष्ट्रीय दिवस समारोह में मुख्य अतिथि के रूप में शामिल होंगे। भारतीय नौसेना के एक जहाज के साथ भारतीय रक्षा बलों की एक टुकड़ी भी समारोह में भाग लेगी।
इस दौरान पीएम मोदी ने मॉरीशस दौरे से पहले लिखा, “मेरे मित्र प्रधानमंत्री डॉ. नवीनचंद्र रामगुलाम निमंत्रण पर, मैं मॉरीशस के 57वें राष्ट्रीय दिवस के समारोह में भाग लेने के लिए मॉरीशस की दो दिवसीय राजकीय यात्रा पर जा रहा हूं।
मॉरीशस एक करीबी समुद्री पड़ोसी, हिंद महासागर में एक प्रमुख साझेदार और अफ्रीकी महाद्वीप का प्रवेश द्वार है। हम इतिहास, भूगोल और संस्कृति से जुड़े हुए हैं। गहरा आपसी विश्वास, लोकतंत्र के मूल्यों में साझा विश्वास और हमारी विविधता का उत्सव हमारी ताकत हैं। लोगों के बीच घनिष्ठ एवं ऐतिहासिक संबंध साझा गौरव का स्रोत है। हमने पिछले दशक में जन-केन्द्रित पहलों के साथ महत्वपूर्ण प्रगति की है।
मैं मॉरीशस के नेतृत्व के साथ मिलकर अपनी साझेदारी को सभी पहलुओं में बढ़ाने तथा हमारे लोगों की प्रगति और समृद्धि के लिए, साथ ही हिंद महासागर क्षेत्र में सुरक्षा और विकास के लिए हमारी स्थायी मैत्री को मजबूत करने के अवसर की प्रतीक्षा कर रहा हूं।
मुझे विश्वास है कि यह यात्रा अतीत की नींव पर आधारित होगी तथा भारत-मॉरीशस संबंधों में एक नया और उज्ज्वल अध्याय जोड़ेगी।
बता दें कि यह पीएम मोदी की 2015 के बाद पहली मॉरीशस यात्रा है। पीएम मोदी की वर्तमान यात्रा से विभिन्न क्षेत्रों में सहयोग को और मजबूती मिलने की उम्मीद है। पिछले महीने मॉरीशस के प्रधानमंत्री नवीनचंद्र रामगुलाम ने देश की संसद को पीएम मोदी की आगामी यात्रा के बारे में जानकारी दी थी। उन्होंने संसद को संबोधित करते हुए कहा, “मुझे सदन को यह बताते हुए बहुत खुशी हो रही है कि मेरे निमंत्रण पर भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हमारे राष्ट्रीय दिवस समारोह के लिए मुख्य अतिथि बनने पर सहमति व्यक्त की है।”
मॉरीशस के प्रधानमंत्री ने आगे कहा, “यह वास्तव में हमारे देश के लिए एक विशेष सम्मान की बात है कि हम ऐसे प्रतिष्ठित व्यक्तित्व की मेजबानी कर रहे हैं, जो अपने व्यस्त कार्यक्रम और हाल ही में पेरिस और अमेरिका की यात्रा के बावजूद हमें यह सम्मान दे रहे हैं। वह हमारे विशेष अतिथि के रूप में यहां आने के लिए सहमत हुए हैं। पीएम मोदी की यात्रा हमारे दोनों देशों के बीच घनिष्ठ संबंधों का प्रमाण है।”
मिथिलांचल प्राचीन काल से ही लोकतंत्र और दर्शन को सशक्त बनाने का इतिहास रहा : शाह
10 Mar, 2025 09:00 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
पटना। केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने गुजरात के विकास में योगदान देने के लिए मिथिलांचल और बिहार के लोगों की तारीफ की और कहा कि इस क्षेत्र का प्राचीन काल से ही लोकतंत्र और दर्शन को सशक्त बनाने का इतिहास रहा है।
अमित शाह ‘शाश्वत मिथिला महोत्सव 2025’ कार्यक्रम को संबोधित करते हुए वादा किया कि यहां सीता माता का भव्य मंदिर बनाया जाएगा। उन्होंने कहा कि जब मैं लोकसभा चुनाव के दौरान बिहार गया था, तो मैंने कहा था कि राम मंदिर बन गया है, अब सीता माता का भव्य मंदिर बनाने की बारी है। मंदिर पूरी दुनिया को नारी शक्ति का संदेश देगा और यह बताएगा कि जीवन कैसे हर तरह से आदर्श होना चाहिए।
शाह ने कहा कि गुजरात में बसे मिथिलांचल और बिहार के लोगों ने इसके विकास में महत्वपूर्ण योगदान दिया है। उन्होंने कहा कि मिथिला की भूमि रामायण और महाभारत के समय से ही बुद्धिजीवियों की भूमि रही है, जहां का प्राचीन विदेह साम्राज्य लोकतंत्र की जननी है। उन्होंने कहा कि महात्मा बुद्ध ने कहा था कि जब तक विदेह के लोग मिल-जुलकर रहेंगे, उन्हें कोई नहीं हरा सकता। मिथिलांचल लोकतंत्र की एक मजबूत ताकत साबित हुआ, जो सालों तक पूरे देश को अपना संदेश देता रहा। मिथिलांचल शास्त्रार्थ की भी भूमि रही है।
त्रिभाषा नीति को लेकर DMK सरकार पर हमला करते शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान, बोले-' छात्रों का भविष्य बर्बाद कर रही'
10 Mar, 2025 06:15 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
नई दिल्ली: नई शिक्षा नीति और तीन भाषाओं को लेकर तमिलनाडु की राजनीति में काफी बवाल मचा हुआ है। डीएमके पार्टी प्रमुख और तमिलनाडु के सीएम ने केंद्र सरकार पर राज्य पर हिंदी भाषा थोपने का आरोप लगाया है और भाषा युद्ध की चेतावनी तक दे दी है। वहीं, अब केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने लोकसभा में डीएमके पर बड़ा हमला बोला है। शिक्षा मंत्री प्रधान ने डीएमके को बेईमान बताया है और तमिलनाडु के छात्रों का भविष्य बर्बाद करने का भी आरोप लगाया है। उन्होंने कहा कि नई शिक्षा नीति में किसी पर हिंदी भाषा नहीं थोपी जा रही है।
छात्रों का भविष्य बर्बाद कर रहे हैं- धर्मेंद्र प्रधान
नई शिक्षा नीति और तीन भाषा विवाद पर केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने कहा- "वे (डीएमके) बेईमान हैं। वे तमिलनाडु के छात्रों के प्रति प्रतिबद्ध नहीं हैं। वे तमिलनाडु के छात्रों का भविष्य बर्बाद कर रहे हैं। उनका एकमात्र काम भाषा की बाधाएं पैदा करना है। वे राजनीति कर रहे हैं। वे शरारत कर रहे हैं। वे अलोकतांत्रिक और असभ्य हैं।"
कोई किसी पर कोई भाषा नहीं थोप रहा- प्रधान
संसद परिसर के बाहर मीडिया से बात करते हुए केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने कहा- "हाल ही में भारत सरकार ने तमिलनाडु सरकार से चर्चा की थी। इसमें समझौते का रास्ता भी निकाला गया। अगर तमिलनाडु सरकार उस रास्ते पर सहमत होती है तो हमें उन्हें पीएम श्री आवंटन देने में कोई आपत्ति नहीं है। तमिलनाडु में पीएम श्री स्कूलों में केवल तमिल भाषा ही पढ़ाई का माध्यम होगी। आपका (तमिलनाडु सरकार का) विरोध क्या है? मुझे यह समझ में नहीं आता। पंजाब, कर्नाटक, महाराष्ट्र सभी पीएम श्री और एनईपी को लागू कर रहे हैं। कोई किसी पर कोई भाषा नहीं थोप रहा है। वे सिर्फ राजनीति कर रहे हैं।" एनईपी 2020 का विजन: एनईपी 2020 का विजन 5 स्तंभों पर टिका है। ये 5 स्तंभ हैं- पहुंच, समानता, गुणवत्ता, सामर्थ्य और जवाबदेही। इसका उद्देश्य सभी के लिए प्रगतिशील शिक्षा सुनिश्चित करना है। एनईपी 2020 का उद्देश्य छात्रों को भाषाई स्तर पर सही मायने में सशक्त बनाना, तमिल को क्षेत्रीय भाषा के रूप में मजबूत करना और युवाओं के लिए वैश्विक अवसर सुनिश्चित करना है। ऐसे में मुख्यमंत्री का ध्यान लोगों को गुमराह करने के बजाय छात्रों को भविष्य के लिए तैयार करने वाले सुधारों को अपनाने पर होना चाहिए।
हमें एनईपी से दिक्कत है- डीएमके
केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान के बयान पर डीएमके सांसद कनिमोझी ने कहा- "मुझे बहुत दुख और पीड़ा है कि मंत्री ने सांसदों और तमिलनाडु के लोगों को असभ्य कहा है। बैठक में हमने साफ तौर पर कहा था कि हमें एनईपी से दिक्कत है। हम इसे पूरी तरह स्वीकार नहीं कर सकते। तीन भाषा नीति तमिलनाडु के लोगों को स्वीकार्य नहीं है।"
मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने वसंत विहार की झुग्गियों का दौरा कर लोगों से मुलाकात की
10 Mar, 2025 05:08 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
नई दिल्ली । दिल्ली की मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने वसंत विहार की झुग्गियों का दौरा कर लोगों से मुलाकात की और आवास, पानी, शिक्षा, और रोजगार जैसे मुद्दों पर चर्चा की। उन्होंने 15 दिनों में दो बड़ी योजनाएं लागू करने की बात कही, जिसमें 2500 रुपये की महिला समृद्धि योजना और आयुष्मान भारत योजना शामिल हैं। उन्होंने जोर देकर कहा कि होली पर उनकी सरकार मुफ्त सिलेंडर भी देगी। दिल्ली की मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता रविवार को वसंत विहार इलाके की भंवर सिंह कैंप और नेपाली झुग्गी के लोगों से मिलने पहुंचीं। रेखा गुप्ता ने झुग्गी वालों से सीधा संवाद किया। मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने बांसुरी स्वराज के साथ खाट पर बैठकर झुग्गी वालों से संवाद किया। इस अवसर पर उन्होंने कहा कि 15 दिनों में दो बड़ी योजना लागू की है। होली का सिलेंडर भी मिलेगा। झाड़ू वाले सारा खाजना खाली कर दिए, लेकिन चिंता मत करें। मैं और मोदी जी हैं। इस अवसर पर सीएम रेखा गुप्ता ने कहा कि झुग्गी के सभी भाई बहनों से मिलने आई हूं। पिछली सरकार डराती थी कि बीजेपी आयी तो झुग्गी हटा देंगे, लेकिन झुग्गी नहीं हटेगा। उन्होंने इस अवसर पर जनता से पूछा कि क्या उम्मीदें हैं? उन्होंने कहा कि सारी उम्मीदें पूरी करेंगे। सीएम रेखा गुप्ता को महिला समृद्धि योजना को लेकर कहा कि 2500 रुपये वाली समृद्धि योजना पास कर दी है। जल्दी रजिस्ट्रशन होंगे। उन्होंने साफ कहा कि एक भी झुग्गी नहीं हटाएंगे। इस दौरान लोगों ने पीने का पानी, पेंशन की समस्या और विधवा पेंशन नहीं मिलने की शिकायत की।
'कानून के दायरे में रहकर औरंगजेब की कब्र हटाया जाना चाहिए'- महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने कहा
10 Mar, 2025 04:00 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने कहा है कि सभी को लगता है कि छत्रपति संभाजीनगर में मुगल बादशाह औरंगजेब की कब्र को हटाया जाना चाहिए, लेकिन यह कानून के दायरे में किया जाना चाहिए। पिछली कांग्रेस सरकार ने इस स्थल को एएसआई के संरक्षण में दिया था। फडणवीस शनिवार रात यहां एक कार्यक्रम में बोल रहे थे। मराठा राजा छत्रपति शिवाजी महाराज के वंशज और भाजपा के सतारा सांसद उदयनराजे भोसले ने छत्रपति संभाजीनगर जिले में स्थित औरंगजेब की कब्र को हटाने की मांग की थी। भोसले की मांग के बारे में पूछे जाने पर फडणवीस ने कहा, "हम सभी यही चाहते हैं, लेकिन आपको इसे कानून के दायरे में करने की जरूरत है, क्योंकि यह एक संरक्षित स्थल है। कुछ साल पहले, कांग्रेस के शासन के दौरान, इस स्थल को एएसआई (भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण) के संरक्षण में रखा गया था।"
सपा विधायक के बयान पर विवाद
गौरतलब है कि समाजवादी पार्टी के महाराष्ट्र विधायक अबू आसिम आजमी के मुगल बादशाह औरंगजेब की तारीफ वाले बयान ने हाल ही में विवाद खड़ा कर दिया था। औरंगजेब की तारीफ वाले बयान के कारण आजमी को पिछले सप्ताह महाराष्ट्र विधानसभा से 26 मार्च को बजट सत्र के अंत तक निलंबित कर दिया गया था।
हालांकि, बाद में आजमी ने माफी मांगी और कहा कि अगर उनकी टिप्पणी से किसी को ठेस पहुंची है तो उन्हें इसका खेद है। आजमी ने अपनी टिप्पणी के लिए माफी मांगी। उन्होंने कहा, "मैं छत्रपति शिवाजी महाराज, छत्रपति संभाजी महाराज, डॉ. बीआर अंबेडकर, महात्मा ज्योतिबा फुले, राजश्री शाहूजी महाराज के खिलाफ अपमानजनक शब्दों का इस्तेमाल करने की कल्पना भी नहीं कर सकता, लेकिन प्रशांत कोरटकर, राहुल सोलापुरकर ने उनके खिलाफ बोला है, उनके पास सुरक्षा है, मेरे बयान पर इतना हंगामा क्यों?"
बी-टीम वाले बयान पर शिवसेना नेता संजय राउत ने प्रतिक्रिया दी
10 Mar, 2025 10:40 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
मुंबई। कांग्रेस सांसद राहुल गांधी द्वारा गुजरात में दिए गए बी-टीम वाले बयान पर शिवसेना नेता संजय राउत ने प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने कहा कि ए टीम और बी टीम सिर्फ कांग्रेस में ही नहीं, बल्कि बाकी पार्टियों में भी होती हैं।
संजय राउत ने कहा, कि जो लोग पार्टी में बैठकर अंदरखाने बीजेपी से मिले रहते हैं, वे सिर्फ कांग्रेस में ही नहीं, बल्कि अन्य पार्टियों में भी मौजूद हैं। अगर राहुल गांधी ने ऐसे लोगों को बाहर करने का फैसला लिया है, तो मैं इसका स्वागत करता हूं। उन्होंने आगे कहा कि कई लोग पार्टी में रहते हुए चुपचाप गद्दारी करते हैं, जिन्हें नमक हराम कहा जाता है। उन्होंने शिवसेना का उदाहरण देते हुए कहा, हमारे यहां एकनाथ शिंदे और उनके 40 लोग दो साल तक बीजेपी का एजेंडा चलाते रहे और फिर खुलेआम चले गए। उन्होंने कहा कि यह तो अच्छा ही हुआ, क्योंकि अब हम अपने ही घर में आजाद हो गए हैं। संजय राउत ने कहा कि पार्टी के भीतर रहकर धोखा देना उसी तरह है जैसे कोई देश में रहते हुए किसी विदेशी ताकत के लिए काम करता है। उन्होंने आरएसएस के प्रदीप कुरुलकर का उदाहरण दिया और कहा, कि जो डीआरडीओ में रहकर पाकिस्तान के लिए काम कर रहा था, ऐसे लोग हर जगह होते हैं।
आखिर क्या कहा था राहुल गांधी ने
दरअसल शनिवार को गुजरात के अहमदाबाद में राहुल गांधी ने बड़ा बयान देते हुए कहा, मैं कांग्रेस पार्टी का सदस्य हूं और मैं स्टेज से कहना चाहता हूं कि गुजरात को कांग्रेस पार्टी सही दिशा नहीं दिखा पा रही है। उन्होंने कांग्रेस के भीतर दो तरह के लोगों का जिक्र करते हुए कहा, पहले वो जो जनता के साथ खड़े हैं और जिनके दिल में कांग्रेस की विचारधारा है। दूसरे वो जो जनता से कटे हुए हैं और जिनमें से आधे बीजेपी से मिले हुए हैं। राहुल गांधी ने कहा, जब तक इन दोनों समूहों को अलग नहीं किया जाता, तब तक गुजरात की जनता कांग्रेस पर विश्वास नहीं कर सकती। गुजरात की जनता विकल्प चाहती है, बी-टीम नहीं चाहती। हमारी जिम्मेदारी इन दो ग्रुप्स को छांटने की है। हमारे पास बब्बर शेर हैं, लेकिन उनके पीछे से चेन लगी हुई है। सब पीछे से बंधे हुए हैं।
राहुल गांधी के इस बयान पर कांग्रेस ही नहीं अन्य पार्टियों में भी राजनीतिक चर्चा आम हो गई है। संजय राउत ने उनके बयान और फैसले को सही बताया है और कहा कि यह कदम कांग्रेस और अन्य पार्टियों में स्वच्छ राजनीति को बढ़ावा देने वाला साबित हो सकता है।