राजनीति
जातीय जनगणना और आरक्षण पर फोकस, राहुल गांधी फिर जुटे पारंपरिक वोट बैंक को संगठित करने में
16 May, 2025 04:00 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
पटना: बिहार में इसी साल विधानसभा चुनाव होने हैं और इसको लेकर कांग्रेस पूरी तरह सक्रिय नजर आ रही है। पार्टी के पूर्व अध्यक्ष और लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी पिछले चार महीनों में चौथी बार बिहार आए हैं। ताजा दौरे में उन्होंने दरभंगा में अंबेडकर छात्रावास के छात्रों से बातचीत की और पटना में 'फुले' फिल्म देखकर एक स्पष्ट सामाजिक संदेश देने की कोशिश की। इस दौरान उन्होंने तीन प्रमुख मांगें उठाईं- देश में जाति जनगणना, निजी क्षेत्रों में ओबीसी, ईबीसी, एससी और एसटी के लिए आरक्षण और एससी-एसटी सब प्लान के तहत फंडिंग की गारंटी।
कांग्रेस की दलितों के पास लौटने की कोशिश
बिहार में एक समय ऐसा था जब दलित, ब्राह्मण और अल्पसंख्यक कांग्रेस के बड़े वोट बैंक हुआ करते थे। लेकिन 1990 के दशक के बाद, खासकर 1995 के बाद कांग्रेस का यह आधार धीरे-धीरे खिसकता गया। मंडल राजनीति, क्षेत्रीय दलों के उदय और सामाजिक न्याय की नई परिभाषाओं ने कांग्रेस को राज्य की राजनीति में हाशिए पर ला दिया।
दलितों से राहुल का जुड़ाव
अब राहुल गांधी एक बार फिर दलित समुदाय से जुड़ने की रणनीति पर काम कर रहे हैं। अंबेडकर छात्रावास में छात्रों से बातचीत और समाज सुधारक ज्योतिबा फुले पर बनी फिल्म देखना इसी रणनीति का हिस्सा है। कांग्रेस यह दिखाना चाहती है कि वह सामाजिक न्याय के मुद्दों को लेकर गंभीर है और दलित-पिछड़ा समुदाय उसके एजेंडे का केंद्रीय हिस्सा है।
कांग्रेस की संगठनात्मक रणनीति में बदलाव
दलितों से जुड़ने के लिए कांग्रेस ने संगठनात्मक स्तर पर भी बदलाव किए हैं। कुछ महीने पहले पार्टी ने अपने सवर्ण नेता अखिलेश प्रसाद सिंह को हटाकर दलित समुदाय से आने वाले राजेश राम को प्रदेश अध्यक्ष बनाया था। इसके साथ ही सुशील पासी को प्रदेश का सह प्रभारी नियुक्त किया था। इसी साल फरवरी में कांग्रेस ने पहली बार प्रसिद्ध पासी नेता जगलाल चौधरी की जयंती भी मनाई थी, जिसमें खुद राहुल गांधी शामिल हुए थे। इससे साफ संकेत मिलता है कि पार्टी अपने पुराने दलित वोट बैंक को फिर से सक्रिय करने के लिए गंभीर प्रयास कर रही है।
बिहार में दलितों का राजनीतिक महत्व
बिहार में दलितों की आबादी करीब 19% है, जो राज्य की राजनीति में निर्णायक भूमिका निभा सकते हैं। 2005 में नीतीश कुमार की सरकार ने दलितों को 'महादलित' श्रेणी में विभाजित करके इस वोट बैंक को अपने पक्ष में मोड़ने की सफल कोशिश की थी। पासवान जाति को छोड़कर 21 अन्य जातियों को महादलित श्रेणी में शामिल किया गया था, जिसमें बाद में पासवान भी जुड़ गए। इस सोशल इंजीनियरिंग का असर यह हुआ कि दलितों का एक बड़ा वर्ग जेडीयू और एनडीए की ओर झुका। आपको बता दें कि बिहार विधानसभा की 243 सीटों में से 38 सीटें अनुसूचित जाति और 2 सीटें अनुसूचित जनजाति के लिए आरक्षित हैं। कांग्रेस का वोट शेयर: गिरावट की कहानी:
पिछले तीन दशकों में बिहार में कांग्रेस का वोट बेस लगातार कम हुआ है
1990- 24.78%
1995- 16.30%
2000- 11.06%
2005- 6.09%
2010- 8.37%
2015- 6.7%
2020- 9.48%
यह गिरावट साफ तौर पर दिखाती है कि नीतीश कुमार के सत्ता में आने के बाद कांग्रेस के लिए राज्य की राजनीति में बने रहना मुश्किल हो गया। हालांकि 2020 में कुछ सुधार हुआ, लेकिन इसे पर्याप्त नहीं कहा जा सकता।
राहुल की रणनीति का क्या असर होगा?
राहुल गांधी की लगातार यात्राएं, दलित समुदाय से जुड़ाव और सामाजिक मुद्दों पर ध्यान केंद्रित करना यह दर्शाता है कि कांग्रेस अब बिहार में जाति-सामाजिक समीकरणों को फिर से स्थापित करने की कोशिश कर रही है। हालांकि, यह रणनीति कितनी कारगर होगी, यह तो आने वाले चुनाव नतीजों से ही पता चलेगा। लेकिन यह तय है कि इस बार कांग्रेस अपने परंपरागत वोट बैंक को वापस पाने के लिए पूरा जोर लगा रही है। अगर दलित समुदाय का बड़ा हिस्सा कांग्रेस की तरफ लौटता है तो राज्य में सत्ता समीकरण बदल सकते हैं और कांग्रेस एक बार फिर क्षेत्रीय राजनीति में प्रासंगिकता हासिल कर सकती है।
गठबंधन की एकता पर कांग्रेस नेताओं के मतभेद, चुनावी रणनीति पर गहराया संकट
16 May, 2025 01:00 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
पूर्व केंद्रीय मंत्री और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता पी चिदंबरम ने विपक्ष के भारत गठबंधन को लेकर ऐसा बयान दिया है, जिसके बाद सियासी पारा चढ़ने लगा है। कांग्रेस के एक और वरिष्ठ नेता सलमान खुर्शीद ने भी चिदंबरम के बयान से सहमति जताते हुए अपील की है कि इन चिंताओं का समाधान निकालने की जरूरत है। चिदंबरम और सलमान खुर्शीद के बयानों के बाद ऐसा लग रहा है कि गठबंधन में सबकुछ ठीक नहीं चल रहा है और यह लगातार कमजोर हो रहा है। सलमान खुर्शीद ने कहा, 'भारत गठबंधन इसलिए हुआ क्योंकि हमने इस बात को स्वीकार कर लिया था कि इस लड़ाई में हमें गठबंधन की जरूरत है। हमने अपनी जगह छोड़ी और गठबंधन बनाया। गठबंधन की जरूरत है, कई पार्टियों के लिए गठबंधन एक नई चीज थी। हम गठबंधन को कैसे मजबूत कर सकते हैं, यह सोचने का विषय है। हमें इस पर काम करना होगा कि हम कैसे मजबूत बनें।'
पी चिदंबरम ने क्या कहा?
सलमान खुर्शीद और मृत्युंजय सिंह यादव की किताब 'कंटेस्टिंग डेमोक्रेटिक डेफिसिट' के विमोचन के मौके पर बोलते हुए चिदंबरम ने कहा, भारत गठबंधन का भविष्य उतना उज्ज्वल नहीं है, जितना मृत्युंजय सिंह यादव ने कहा है। उन्हें लगता है कि गठबंधन अभी भी बरकरार है, लेकिन मैं इस बारे में निश्चित नहीं हूं। इसका जवाब सिर्फ सलमान (खुर्शीद) ही दे सकते हैं, क्योंकि वे भारत ब्लॉक के लिए बातचीत करने वाली टीम का हिस्सा थे। अगर गठबंधन पूरी तरह से बरकरार रहता है, तो मुझे बहुत खुशी होगी, लेकिन इससे पता चलता है कि यह कमजोर हो गया है। उन्होंने कहा, 'मेरे अनुभव और इतिहास के अध्ययन के अनुसार, भाजपा जितना संगठित कोई राजनीतिक दल नहीं है। यह कोई साधारण राजनीतिक दल नहीं है। यह एक मशीन के पीछे एक मशीन है और ये दो मशीनें भारत की सारी मशीनरी को नियंत्रित करती हैं। चिदंबरम के बयान पर खुर्शीद ने कहा कि चिदंबरम के विचार बताते हैं कि हमें 2029 में बहुत बड़ी लड़ाई के लिए तैयार रहना होगा। हमें यह सोचना होगा कि गठबंधन के सहयोगियों को कैसे एक साथ लाया जाए।
बिहार चुनाव से पहले आया बयान
दोनों नेताओं की इन टिप्पणियों को बिहार विधानसभा चुनाव से जोड़कर देखा जा रहा है। दरअसल, बिहार में कुछ महीनों बाद ही चुनाव होने हैं, जहां मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की जनता दल यूनाइटेड की अगुवाई वाले एनडीए के खिलाफ आरजेडी की अगुवाई वाली इंडिया ब्लॉक पार्टियां मिलकर चुनाव लड़ रही हैं। इंडिया ब्लॉक कई राजनीतिक दलों का गठबंधन है, जिसका नेतृत्व देश की सबसे बड़ी विपक्षी पार्टी कांग्रेस करती रही है। यह गठबंधन 2024 के आम चुनाव से पहले बीजेपी की अगुवाई वाली एनडीए सरकार के विरोध में बना है। इंडिया ब्लॉक ने जब लोकसभा चुनाव साथ लड़ा था, तो उसे फायदा भी हुआ था। उसने 235 सीटों पर विजय पताका फहराई थी, जबकि 293 सीटें एनडीए के खाते में गई थीं।
समिति में पार्टी की आगामी रणनीति पर चर्चा
16 May, 2025 11:54 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
पटना । जनता दल यूनाइटेड (जेडीयू) ने अपनी राजनीतिक सलाहकार समिति की एकदिवसीय बैठक पटना पार्टी कार्यालय में आयोजित की। बैठक में प्रदेश भर से करीब 314 सदस्य शामिल हुए, जो राज्य के विभिन्न जिलों से पटना पहुंचे थे।
बैठक में जदयू के कई वरिष्ठ और प्रमुख नेता मौजूद रहे, जिसमें मंत्री श्रवण कुमार, जदयू प्रदेश अध्यक्ष उमेश कुशवाहा और राज्यसभा सांसद संजय झा शामिल थे। सभी नेताओं ने बैठक के माध्यम से आगामी विधानसभा चुनाव के लिए पार्टी की रणनीति पर चर्चा की और आगामी लक्ष्यों को लेकर कार्ययोजना तय की।
बैठक में नेताओं ने कांग्रेस और खास कर राहुल गांधी पर भी निशाना साधा। जेडीयू नेताओं ने कहा कि राहुल गांधी का बिहार आना और यहां की राजनीति में हस्तक्षेप करना बेअसर है, क्योंकि बिहार की जनता नीतीश कुमार के काम को जानती और समझती है। नेताओं ने दावा किया कि मुख्यमंत्री नीतीश के नेतृत्व में बिहार ने विकास की नई ऊंचाइयों को छुआ है और एनडीए के प्रति जनता का विश्वास अटूट है। जेडीयू नेताओं ने कहा कि 2025 के चुनाव में एनडीए का लक्ष्य ‘नीतीश 225’ है, यानी 225 से अधिक सीटें जीतना।
मायावती की भाजपा से सवाल: कर्नल सोफिया पर अभद्र टिप्पणी करने वाले मंत्री पर कब होगी कार्रवाई?
16 May, 2025 10:51 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
लखनऊ। पाकिस्तान में आतंकियों के खिलाफ ऑपरेशन सिंदूर की अगुवाई करने वाली भारतीय सेना की मुस्लिम महिला अधिकारी कर्नल सोफिया कुरैशी चर्चा में है। वहीं कर्नल सोफिया को लेकर मोहन सरकार में मंत्री विजय शाह की कथित अभद्र टिप्पणी पर सियासत चरम पर है। इस मुद्दे पर बसपा सुप्रीमो और पूर्व सीएम मायावती ने भाजपा को कठघरे में खड़ा कर कड़ी प्रतिक्रिया दी है।
मायावती ने कहा कि देश को मंत्री शाह के खिलाफ भाजपा की कार्रवाई का इंतजार है। हाईकोर्ट की सख्ती के बाद भले ही एफआईआर दर्ज हुई हो, लेकिन भाजपा नेतृत्व अभी तक इस मामले में खामोश है। उन्होंने कहा कि देश में बढ़ते साम्प्रदायिक और जातिवादी द्वेष, नफरत और हिंसा को रोकने के लिए राज्य सरकारों को बिना भेदभाव सख्त कार्रवाई करना चाहिए। अगर सरकारें अपनी संवैधानिक जिम्मेदारी नहीं निभाएंगी, तब व्यवस्था बिगड़ेगी।
मायावती ने कहा कि इसतरह के संवेदनशील मामलों में सरकारों को अदालत के निर्देश का इंतजार नहीं करना चाहिए। उन्होंने कहा कि कर्नल सोफिया जैसी वीर महिला अधिकारी के सम्मान की रक्षा हर भारतीय का कर्तव्य है, चाहे वह किसी भी धर्म या जाति को हो। मध्यप्रदेश सरकार की ओर से अभी तक इस मामले पर कोई आधिकारिक बयान नहीं आया है। बता दें, बीजेपी मंत्री शाह के खिलाफ कार्रवाई की मांग तेज होती जा रही है। सपा मुखिया और पूर्व सीएम अखिलेश यादव के साथ ही बसपा सुप्रीमो मायावती ने भी मंत्री विजय शाह के बयान को लेकर बीजेपी सरकार को आड़े हाथों ले लिया है।
मायावती ने पोस्ट कर लिखा कि आपरेशन सिंदूर की नायिका मुस्लिम महिला कर्नल को लेकर अभद्र टिप्पणी करने वाले मध्यप्रदेश के मंत्री के खिलाफ हाईकोर्ट की सख्ती के बाद दर्ज एफआईआर उचित, किन्तु भाजपा की ओर से एक्शन की देश को प्रतीक्षा।
गृह मंत्री अमित शाह की गुजरात में महत्वपूर्ण बैठकें
16 May, 2025 09:45 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
अहमदाबाद | केन्द्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री अमित शाह कल से गुजरात के तीन दिवसीय दौरे पर आ रहे हैं| अपनी गुजरात यात्रा के दौरान अमित शाह अहमदाबाद और गांधीनगर संसदीय क्षेत्रों में कई विकास कार्यों का लोकार्पण और आधाशिला रखेंगे| 16 मई की शाम अमित शाह अहमदाबाद पहुंचेंगे और 18 मई की शाम दिल्ली के लिए रवाना होंगे| अमित शाह दिल्ली से सीधे अहमदाबाद आएंगे और एयरपोर्ट से अपने निवासस्थान जाएंगे| 17 मई को अमित शाह गांधीनगर जाएंगे, जहां विभिन्न कार्यक्रमों में हिस्सा लेंगे| गांधीनगर में अमित शाह आवास योजना, गांधीनगर नगर निगम के प्रोजेक्ट और पोस्टल डिपार्टमेंट का लोकार्पण करेंगे| गांधीनगर से लौटकर अमित शाह अहमदाबाद के थलतेज में आयोजित बैठक में शामिल होंगे| 18 मई को अमित शाह गुजरात स्टेट सहकारी संघ कार्यक्रम में शिरकत करेंगे| जिसके बाग मेहसाणा के मंगुबा वाडी पार्टी प्लाट में आयोजित कार्यक्रम में शामिल होंगे| इसके बाद मेहसाणा में आयोजित फाल्कन फूड एग्रो प्राइवेट लिमिटेड के कार्यक्रम में शामिल होंगे| उसी दिन शाम को अहमदाबाद में पल्लव ब्रिज का लोकार्पण करेंगे और उसके बाद एक जनसभा को संबोधित करेंगे| दिल्ली रवाना होने से पहले अमित शाह मणीनगर में एक बैठक करेंगे| बता दें कि कल रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह भी गुजरात के दो दिवसीय दौरे पर आ रहे हैं| राजनाथ सिंह 16 मई को कच्छ आएंगे और भुज एयरबेस का दौरा करने के साथ ही सैनिकों से मुलाकात करेंगे| वे कच्छ में अंतर्राष्ट्रीय सीमा और क्रीक क्षेत्र का दौरा करके सुरक्षा की समीक्षा भी कर सकते हैं|
शरद पवार, अजीत पवार और देवेंद्र फडणवीस के बीच पक रही है खिचड़ी
16 May, 2025 08:45 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
मुंबई। एनसीपी (शरद पवार गुट) और एनसीपी (अजीत पवार गुट) के बीच दूरियां अब कम होती नजर आ रही हैं। दोनों नेताओं की हालिया मुलाकातें और मंच साझा करना राजनीतिक गलियारों में हलचल पैदा कर चुका है। चर्चा है कि दोनों गुट एक बार फिर एकजुट हो सकते हैं। राउत ने हाल ही में कहा कि अगर वे हमारे साथ आते हैं तो अच्छा है। नहीं आते तो भी हम रुकेंगे नहीं। तानाशाही के खिलाफ संघर्ष जारी रहेगा। यह कमजोर दिल वालों का काम नहीं है। उन्होंने संकेत दिया कि शरद पवार, अजीत पवार और देवेंद्र फडणवीस के बीच कोई त्रिपक्षीय समझौता हो सकता है।
शशि थरूर का स्पष्टीकरण: ऑपरेशन सिंदूर पर दिए बयान मेरे निजी विचार, पार्टी की आधिकारिक राय नहीं
15 May, 2025 08:15 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
कांग्रेस सांसद शशि थरूर ने ऑपरेशन सिंदूर, भारत-पाकिस्तान तनाव या युद्ध विराम पर अपने बयान पर सफाई दी है। उन्होंने कहा कि यह उनकी निजी राय है, पार्टी की आधिकारिक राय नहीं है। थरूर ने कहा कि मैंने जो भी कहा, एक भारतीय के तौर पर कहा। मैं न तो पार्टी का प्रवक्ता हूं और न ही सरकार का। मैंने जो भी कहा है, उसकी जिम्मेदारी मेरी है, आप सहमत हों या असहमत, यह मेरा निजी विचार है।
राष्ट्रीय ध्वज के पीछे एकता की जरूरत:
थरूर ने आगे सफाई देते हुए कहा कि उन्होंने अपने बयान में यह स्पष्ट कर दिया था कि यह राष्ट्रीय विमर्श में उनका निजी योगदान है, खासकर ऐसे समय में जब हमें अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी राष्ट्रीय ध्वज के पीछे एकजुट होने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि अमेरिका, यूरोप और मध्य पूर्व में हमारा पक्ष कम सुना जा रहा है। इसके साथ ही थरूर ने बताया कि उन्हें अभी तक पार्टी की तरफ से कोई औपचारिक आपत्ति या संदेश नहीं मिला है, उन्होंने सिर्फ मीडिया में खबरें देखी हैं। थरूर के बयान से कांग्रेस खफा:
बता दें कि ऑपरेशन सिंदूर हो, भारत-पाकिस्तान के बीच तनाव हो या फिर युद्ध विराम, कांग्रेस सांसद शशि थरूर ने पार्टी से अलग होकर इन सभी मुद्दों पर बेबाक तरीके से अपनी बात रखी। इस मामले पर कांग्रेस पार्टी में थोड़ी नाराजगी भी देखने को मिली। कांग्रेस सूत्रों का कहना है कि भारत-पाकिस्तान के बीच तनाव से जुड़े मुद्दे पर अपने बयानों से शशि थरूर ने लक्ष्मण रेखा लांघ दी है। हालांकि पार्टी का कहना है कि कांग्रेस में सभी को अपनी राय रखने की आजादी है। माना जा रहा है कि आने वाले समय में कांग्रेस शशि थरूर के खिलाफ कार्रवाई कर सकती है।
कांग्रेस की बैठक में चर्चा:
गौरतलब है कि बुधवार को कांग्रेस द्वारा बुलाई गई बैठक में भी इस मामले पर चर्चा हुई। बैठक के बाद थरूर के बयानों के बारे में पूछे जाने पर कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने कहा कि थरूर की टिप्पणियां पार्टी की राय नहीं हैं। थरूर भारत-पाकिस्तान संघर्ष पर ऐसी टिप्पणियां कर रहे हैं जो कांग्रेस के रुख से अलग हैं। एक तरफ जहां कांग्रेस अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के दोनों देशों के बीच युद्धविराम की मध्यस्थता के दावों पर सरकार पर सवाल उठा रही है, वहीं थरूर लगातार पार्टी लाइन से अलग बयान दे रहे हैं।
दरभंगा में राहुल गांधी का संदेश: अंबेडकर छात्रावास में दलित और पिछड़े वर्ग के छात्रों से संवाद
15 May, 2025 07:15 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
दरभंगा: कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने आज बिहार के दरभंगा में अपनी बेबाक शैली का परिचय देते हुए प्रशासनिक बाधाओं को दरकिनार करते हुए दलित और पिछड़े वर्ग के छात्रों से मिलने अंबेडकर छात्रावास पहुंचे। प्रशासन ने उनके 'छात्र संवाद' कार्यक्रम की अनुमति नहीं दी थी और पुलिस ने ललित नारायण मिथिला विश्वविद्यालय परिसर से तीन किलोमीटर पहले ही उन्हें रोकने की कोशिश की। इसके बावजूद राहुल गांधी पैदल ही छात्रावास की ओर बढ़े, जिसे उन्होंने 'कोई ताकत नहीं रोक सकती' की भावना के रूप में व्यक्त किया।
एनडीए सरकार पर निशाना साधा:
राहुल गांधी ने अपने आधिकारिक एक्स अकाउंट पर बिहार की एनडीए सरकार पर निशाना साधते हुए कहा, "बिहार में एनडीए की 'डबल इंजन वाली बदमाश सरकार' मुझे अंबेडकर छात्रावास में दलित और पिछड़े छात्रों से बातचीत करने से रोक रही है। संवाद कब से अपराध बन गया है? नीतीश जी, आपको किस बात का डर है?" उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि सरकार शिक्षा और सामाजिक न्याय की स्थिति को छिपाने की कोशिश कर रही है।
उत्साह में भरे छात्र:
स्थानीय पुलिस ने सुरक्षा और अनुमति न होने का हवाला देते हुए कार्यक्रम स्थल से कुर्सियां तक हटा दीं। फिर भी राहुल गांधी के दृढ़ संकल्प ने छात्रों और समर्थकों में जोश भर दिया। भारतीय युवा कांग्रेस (आईवाईसी) ने एक्स पर लिखा, "नीतीश-मोदी के इशारे पर बिहार पुलिस ने राहुल गांधी को रोकने की कोशिश की, लेकिन जन नेता अंबेडकर छात्रावास की ओर चल पड़े।"
"कांग्रेस ने ट्रंप के दावे पर पीएम मोदी को घेरा, पूछा- क्या वॉर रुका अमेरिकी दखल से?"
15 May, 2025 09:49 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
नई दिल्ली । भारत और पाकिस्तान के बीच हुए सीजफायर के बाद से अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप कई बार कह चुके हैं कि अमेरिका ने दोनों देशों के बीच परमाणु जंग रुकवा दी है। भारत ने राष्ट्रपति ट्रंप के इन दावों का कई बार खंडन किया है। अब विपक्षी पार्टी कांग्रेस ने ट्रंप के इन बयानों को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर तंज कसा है। कांग्रेस ने पीएम मोदी को लेकर बीजेपी के विज्ञापन की प्रमुख टैगलाइन का इस्तेमाल कर सवाल उठाए हैं कि क्या ट्रंप ने सचमुच जंग रुकवा दी है।
कांग्रेस राज्यसभा सांसद जयराम रमेश ने अमेरिका के दावों को लेकर प्रधानमंत्री मोदी और विदेश मंत्री एस जयशंकर पर निशाना साधा। कांग्रेस नेता रमेश ने पोस्ट किया, कुछ दिन पहले हमें ट्रंप से पाकिस्तान के साथ युद्धविराम के बारे में पता चला। मंगलवार को सऊदी अरब में सार्वजनिक कार्यक्रम में राष्ट्रपति ने खुलासा किया कि उन्होंने प्रतिबंधों और व्यापार सौदों का लालच देकर भारत को युद्धविराम के लिए मजबूर किया। उन्होंने लिखा, आम तौर पर बातूनी प्रधानमंत्री और विदेश मंत्री का खुलासे के बारे में क्या कहना है? क्या उन्होंने अमेरिकी दबाव के सामने भारत के सुरक्षा हितों को गिरवी रख दिया? उन्होंने लिखा, अमेरिकी पापा ने वॉर रुकवा दी क्या?”
दरअसल ट्रंप ने फिर भारत-पाकिस्तान के बीच हुए सीजफायर पर बेतुका बयान दिया हैं। ट्रंप ने सऊदी-अमेरिका निवेश फोरम 2025 में कहा, कुछ ही दिन पहले हमने भारत और पाकिस्तान के बीच बढ़ती हिंसा को रोकने के लिए ऐतिहासिक युद्धविराम करवाया था और मैंने इसके लिए काफी हद तक व्यापार का इस्तेमाल किया था। ट्रंप ने कहा, हम एक सौदा करते हैं। हमें परमाणु मिसाइलों का व्यापार नहीं करना चाहिए। हमें उन चीजों का व्यापार करना चाहिए जो आप इतनी खूबसूरती से बनाते हैं। दोनों के पास शक्तिशाली, चतुर नेता हैं। यह सब रुक गया। मुझे उम्मीद है कि यह इसी तरह बना रहेगा।
हालांकि भारत ने बीते दिनों यह स्पष्ट किया है कि सीजफायर को लेकर अमेरिका से व्यापार पर कोई चर्चा नहीं हुई है। भारत की ओर से सीजफायर की पुष्टि करते हुए विदेश सचिव विक्रम मिस्री ने यह जानकारी दी थी कि पाकिस्तान ने इस सीजफायर के लिए भारत से गुहार लगाई थी।
"अश्विनी वैष्णव ने बताया ऑपरेशन सिंदूर का महत्व"
15 May, 2025 08:47 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
नई दिल्ली । केंद्रीय मंत्री अश्विनी वैष्णव ने ऑपरेशन सिंदूर को भारत की अस्मिता (पहचान) का एक महत्वपूर्ण उदाहरण बताया है। उन्होंने कहा कि यह अभियान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में भारत की सशस्त्र सेनाओं की ताकत और सरकार की नई रक्षा नीति को दर्शाता है। वैष्णव ने बताया कि 22 अप्रैल को पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद भारत की सैन्य कार्रवाई ने देश की रणनीतिक क्षमता और सशक्त नेतृत्व को स्पष्ट किया है।
उन्होंने कहा, “ऑपरेशन सिंदूर भारत की अस्मिता, हमारी सेनाओं की निर्णायक भूमिका और सशक्त नेतृत्व का प्रतीक है। यह हमारी नई रक्षा नीति का एक स्पष्ट उदाहरण है और देश के लिए गर्व की बात है।” केंद्रीय मंत्री अश्विनी वैष्णव यह बयान उस समय दे रहे थे जब उन्होंने यह भी घोषणा की कि केंद्र सरकार ने भारत की छठी सेमीकंडक्टर निर्माण इकाई की मंजूरी दे दी है। यह यूनिट HCL और फॉक्सकॉन के बीच एक संयुक्त परियोजना है, जिसे उत्तर प्रदेश के जेवर में स्थापित किया जाएगा। यह यूनिट यमुना एक्सप्रेसवे औद्योगिक विकास प्राधिकरण क्षेत्र में बन रही जेवर एयरपोर्ट के पास स्थित होगी और इसका उत्पादन कार्य 2027 में शुरू होगा।
3,700 करोड़ रुपये की लागत से बनने वाली इस यूनिट की क्षमता हर महीने 20,000 वेफर प्रोसेस करने और 3.6 करोड़ चिप्स बनाने की होगी। ये चिप्स मोबाइल फोन, लैपटॉप, ऑटोमोबाइल और पर्सनल कंप्यूटर जैसे क्षेत्रों में काम आएंगी। भारत में सेमीकंडक्टर इंडस्ट्री अभी शुरुआती चरण में है, लेकिन यह पहल देश को आत्मनिर्भर बनाने और कोविड-19 महामारी के दौरान सामने आई ग्लोबल चिप कमी जैसी समस्याओं से निपटने में मदद करेगी।
"संन्यास के बाद सियासत की ओर बढ़ते कदम? रोहित शर्मा पर अटकलें तेज"
14 May, 2025 11:00 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
मुंबई। टेस्ट क्रिकेट से भी संन्यास ले चुके क्रिकेटर रोहित शर्मा अब सियासी की पारी खेलने की कोशिश में दिखाई दे रहे हैं। इस तरह की अटकलों का दौर उस वक्त शुरु हो गया जब वे महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस से मिलने उनके सरकारी आवास ‘वर्षा’ पहुंचे। इस मुलाकात के बाद अटकलों का बाजार गर्म हो गया। कयास लगाए जाने लगे हैं कि क्या रोहित शर्मा भी बीजेपी में शामिल होने वाले हैं।वैसे संन्यास लेने के बाद क्रिकेटर्स का पॉलिटिक्स जॉइन करना कोई नई बात नहीं है। पूर्व कप्तान मोहम्मद अजहरुद्दीन से लेकर विनोद कांबली और नवजोत सिंह सिद्धू तक ऐशे तमाम खिलाड़ी हैं, जिन्होंने राजनीति को अपनी दूसरी पारी बनाई है।
महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने इस मुलाकात की तस्वीरें अपने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘पर शेयर की। ‘देवा’ साथ में लिखते हैं, ‘भारतीय क्रिकेटर रोहित शर्मा का मेरे सरकारी आवास में स्वागत। उनसे मिलकर और बातचीत करके खुशी हुई। मैंने उन्हें टेस्ट क्रिकेट से संन्यास पर शुभकामनाएं दीं और उनके करियर के अगले अध्याय के लिए भी कामना की!’रोहित शर्मा ने 7 मई को तत्काल प्रभाव से टेस्ट क्रिकेट से संन्यास की घोषणा कर दी थी, जिससे सबसे लंबे प्रारूप में उनके भविष्य को लेकर सभी अटकलें खत्म हो गईं। यह 38 वर्षीय खिलाड़ी अपने करियर के दूसरे भाग में भारत के सबसे सफल टेस्ट बल्लेबाजों में से एक था।
वीडी शर्मा का जवाब: कर्नल सोफिया विवाद पर BJP का नेतृत्व संवेदनशील, करती है समय पर प्रतिक्रिया
14 May, 2025 03:00 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
कर्नल सोफिया कुरैशी को लेकर मध्य प्रदेश सरकार के मंत्री कुंवर विजय शाह के विवादित बयान पर बवाल मच गया है। शाह के बयान पर विपक्ष बीजेपी पर निशाना साध रहा है। इस बीच इस मुद्दे पर मध्य प्रदेश बीजेपी अध्यक्ष वीडी शर्मा का बयान सामने आया है। उन्होंने कहा कि बीजेपी नेतृत्व ऐसे किसी भी मुद्दे पर गंभीर है।
भोपाल में पत्रकारों से बात करते हुए एमपी बीजेपी अध्यक्ष वीडी शर्मा ने कहा, कर्नल सोफिया कुरैशी को लेकर मंत्री कुंवर विजय शाह के बयान पर बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा ने कहा, भारतीय जनता पार्टी का नेतृत्व बहुत संवेदनशील है। जब भी ऐसी घटनाएं होती हैं, तो बीजेपी तुरंत उचित बातचीत करती है जो की जानी चाहिए। हमारे नेतृत्व ने तुरंत इसका संज्ञान लिया और उन्हें (विजय शाह को) चेतावनी दी गई। इसलिए किसी को यह अधिकार नहीं है।
सोफिया कुरैशी को देश सलाम कर रहा है
उन्होंने आगे कहा, वह बहन (कर्नल सोफिया कुरैशी) इस देश की बेटी है और उन्होंने जो वीरता दिखाई है, उसे पूरा देश सलाम करता है। यह गर्व की बात है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में ऐसे साहसिक कार्य हो रहे हैं।'' आपको बता दें कि मध्य प्रदेश की मोहन यादव सरकार में कैबिनेट मंत्री कुंवर विजय शाह के बयान पर बवाल मच गया है। उनका एक वीडियो वायरल हो रहा है, जिसमें शाह कहते नजर आ रहे हैं कि हमने आतंकियों को मारने के लिए अपनी बहन को भेजा और उन्हें मरवा दिया। विजय शाह के इस बयान पर कांग्रेस ने उनके खिलाफ देशद्रोह का मुकदमा दर्ज करने की मांग की है।
केंद्रीय मंत्री शिवराज सिंह चौहान पूर्वोत्तर के तीन दिवसीय दौरे पर
14 May, 2025 01:12 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
29 मई से शुरू होने वाले देशव्यापी ‘विकसित कृषि संकल्प अभियान’ में राज्यों की सहभागिता पर भी शिवराज सिंह करेंगे बातचीत
नई दिल्ली, 14 मई 2025, केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण तथा ग्रामीण विकास मंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान आज तीन दिवसीय पूर्वोत्तर दौरे के लिए रवाना होंगे। 15 मई से 17 मई 2025 तक की इस आधिकारिक यात्रा के दौरान केंद्रीय मंत्री शिवराज सिंह असम, मिज़ोरम एवं नागालैंड जाएंगे और विभिन्न कार्यक्रमों में शामिल होंगे। यात्रा के दौरान श्री चौहान कृषि, बागवानी, पशुपालन एवं ग्रामीण विकास से जुड़े महत्वपूर्ण कार्यक्रमों की समीक्षा करेंगे, परियोजनाओं का उद्घाटन करेंगे। साथ ही, किसानों तथा स्थानीय हितधारकों से सीधा संवाद भी करेंगे। इस दौरान वे 29 मई से शुरू होने वाले देशव्यापी ‘विकसित कृषि संकल्प अभियान’ में राज्यों की सहभागिता पर भी चर्चा करेंगे।
प्रवास के पहले दिन 15 मई को सुबह केंद्रीय मंत्री श्री चौहान मिज़ोरम के थेनज़ॉल स्थित कॉलेज ऑफ हॉर्टिकल्चर (CoH) के प्रशासनिक एवं अकादमिक भवन का उद्घाटन करेंगे एवं वृक्षारोपण करेंगे और किसानों से संवाद करेंगे। इसके उपरांत दोपहर में वे नागालैंड के जलुकी स्थित पशु चिकित्सा विज्ञान एवं पशुपालन महाविद्यालय (CVSC & AH) के प्रशासनिक व शैक्षणिक भवन का उद्घाटन करेंगे और किसानों से बातचीत करेंगे। यात्रा के दूसरे दिन 16 मई को केंद्रीय मंत्री श्री चौहान असम के काजीरंगा में असम के जनप्रतिनिधियों और क्षेत्रीय सांसद के साथ स्थानीय कार्यक्रमों में सम्मिलित होंगे। यात्रा के तीसरे और अंतिम दिन यानी 17 मई को श्री शिवराज सिंह चौहान गुवाहाटी स्थित श्रीमंत शंकरदेव कलाक्षेत्र में प्रधानमंत्री आवास योजना (PMAY) से संबंधित राज्य स्तरीय कार्यक्रम में भाग लेंगे और हितग्राहियों से चर्चा करेंगे। इसके पश्चात वे माँ कामाख्या देवी मंदिर में दर्शन व पूजा करेंगे। केंद्रीय मंत्री श्री शिवराज सिंह की यह यात्रा पूर्वोत्तर भारत के सर्वांगीण विकास के प्रति प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी के नेतृत्व में भारत सरकार की प्रतिबद्धता- विशेषकर कृषि, बागवानी, पशुपालन और ग्रामीण आजीविका के सशक्तिकरण के क्षेत्र में महत्वपूर्ण पायदान है।
कर्नल सोफिया कुरैशी पर विवादित टिप्पणी को लेकर कांग्रेस ने भाजपा मंत्रियों को घेरा
14 May, 2025 12:45 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
ऑपरेशन सिंदूर की जानकारी देने वाली कर्नल सोफिया कुरैशी पर भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के वरिष्ठ नेता और मध्य प्रदेश सरकार के मंत्री विजय शाह की आपत्तिजनक टिप्पणी के बाद बवाल मच गया है। कांग्रेस से उनकी बर्खास्तगी की मांग हो रही है और अब उनके खिलाफ नारेबाजी भी हो रही है। कांग्रेस ने उनके घर के बाहर प्रदर्शन किया और नेमप्लेट पर स्याही पोत दी। कुंवर विजय शाह के विवादित बयान के खिलाफ कांग्रेस नेता मनोज शुक्ला अपने कई समर्थकों के साथ उनके बंगले पर पहुंचे और उनकी नेमप्लेट पर स्याही पोत दी। साथ ही गेट पर स्याही फेंककर उसे गंदा कर दिया। बंगले के बाहर तिरंगा भी लहराया। इस दौरान उन्होंने अपने समर्थकों के साथ नारेबाजी भी की। इतना ही नहीं नारेबाजी के दौरान कांग्रेस नेताओं ने उनके इस्तीफे की भी मांग की।
जीतू पटवारी ने भी किया हमला
एमपी कांग्रेस अध्यक्ष जीतू पटवारी ने भी कर्नल सोफिया कुरैशी पर आपत्तिजनक टिप्पणी पर नाराजगी जताई। पटवारी ने कहा, "भारतीय सेना ने महज 25 मिनट में पाकिस्तान में 9 आतंकी ठिकानों को तबाह कर दिया. सेना ने यह भी कहा कि पाकिस्तानी सेना के 40-45 से ज्यादा लोग मारे गए, और कई आतंकी भी मारे गए, लेकिन आज मंत्री विजय शाह ने उन बेटियों के खिलाफ अपमानजनक तरीके से बात की, जिनके सामने पाकिस्तानी सेना कांपती थी. अब मुख्यमंत्री मोहन यादव को यह स्पष्ट करना होगा कि क्या राज्य सरकार या पूरा मंत्रिमंडल इस बयान से सहमत है और अगर ऐसा नहीं है, तो विजय शाह को अभी बर्खास्त कर देना चाहिए." हालांकि, जब विजय शाह का यह वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ और उनकी कड़ी आलोचना होने लगी, तो उन्होंने सफाई देते हुए कहा कि कर्नल सोफिया उनकी अपनी बहन से ज्यादा सम्मानित हैं. अगर किसी को मेरी किसी टिप्पणी से ठेस पहुंची है, तो वह 10 बार माफी मांगने को तैयार हैं. यह वायरल वीडियो सोमवार का बताया जा रहा है।
विजय शाह ने क्या कहा
वायरल वीडियो में प्रदेश के आदिवासी कल्याण मंत्री विजय शाह कहते सुनाई दे रहे हैं, "जिन्होंने हमारी बेटियों का सिंदूर नष्ट किया, हमने उन्हीं लोगों को पीटने के लिए उनकी बहनों को भेजा। उन्होंने हिंदुओं के कपड़े उतारकर उन्हें पीटा और मोदी जी ने उनकी बहनों को पीटने के लिए हमारे विमान में उनके घर भेजा।" हालांकि, मंत्री शाह ने पूरे वीडियो में किसी का नाम नहीं लिया। उन्होंने यह बयान इंदौर के पास महू के रामकुंडा गांव में दिया। कुंवर विजय शाह के बयान ने जल्द ही राजनीतिक मोड़ ले लिया। कांग्रेस के शीर्ष नेतृत्व ने मंत्री को बर्खास्त करने की मांग की। कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा कि कर्नल सोफिया कुरैशी के बारे में अपमानजनक टिप्पणी करने वाले विजय शाह को तत्काल बर्खास्त किया जाना चाहिए।
कांग्रेस अध्यक्ष खड़गे ने यह भी मांग की
खड़गे ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर कहा, "मध्य प्रदेश की भाजपा सरकार के एक मंत्री ने हमारी बहादुर बेटी कर्नल सोफिया के बारे में बहुत अपमानजनक और घटिया टिप्पणी की है। पहलगाम हमले को अंजाम देने वाले आतंकवादी देश को बांटना चाहते थे, लेकिन ऑपरेशन सिंदूर के दौरान देश एकजुट था और आतंकवादियों को मुंहतोड़ जवाब दिया।" खड़गे ने यह भी कहा कि पीएम नरेंद्र मोदी को ऐसे मंत्री को तुरंत बर्खास्त कर देना चाहिए।
एनडीए शासित राज्यों के मुख्यमंत्री और उपमुख्यमंत्री 25 को पहुंच रहे दिल्ली, पीएम मोदी से करेंगे मुलाकात
14 May, 2025 10:40 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
नई दिल्ली। राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) शासित राज्यों के मुख्यमंत्रियों और उपमुख्यमंत्रियों को अगले सप्ताह ऑपरेशन सिंदूर के बारे में जानकारी साझा की जाएगी। मामले से जुड़े लोगों के अनुसार, चुनावी राज्य बिहार सहित कई राज्यों के मुख्यमंत्री और उपमुख्यमंत्री 25 मई को दिल्ली आ रहे है।
सूत्रों के अनुसार ये नेता शनिवार को घोषित हमलों और उसके बाद संघर्ष विराम पर चर्चा के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मिलने वाले है। सोमवार की शाम प्रधानमंत्री मोदी द्वारा राष्ट्र के नाम संबोधन के बाद, सहयोगी दलों ने सरकार की कार्रवाई के समर्थन में एकजुटता दिखाई, जो पहलगाम में 22 अप्रैल को हुए आतंकवादी हमले के जवाब में की गई थी। तेलुगु देशम पार्टी (टीडीपी) के नेता और आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू ने कहा कि पीएम मोदी के संबोधन ने भारत के नए सिद्धांत को आकार दिया है।
उन्होंने पोस्ट में कहा कि उनका संबोधन पाकिस्तान प्रायोजित आतंकवादियों के लिए एक सख्त चेतावनी और दुनिया के लिए ताकत का एक स्पष्ट संदेश था। आज बुद्ध पूर्णिमा है और हम शांति के मार्ग को याद करते हैं। लेकिन, जैसा कि इतिहास हमें सिखाता है, स्थायी शांति ताकत के माध्यम से सुरक्षित होती है। हम शांति के मार्ग पर चलते हैं, लेकिन हम आतंकवाद के प्रति जीरो टॉलरेंस का भी अभ्यास करते हैं।