राजनीति
गृह मंत्री अमित शाह अगले सप्ताह जम्मू-कश्मीर के दौरे पर
31 Mar, 2025 08:24 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह अगले सप्ताह जम्मू कश्मीर के दौरे पर आ रहे हैं। इस दौरान वह शरद कालीन राजधानी जम्मू में एकीकृत मुख्यालय की बैठक में प्रदेश के आंतरिक और बाहरी सुरक्षा परिदृश्य का जायजा लेंगे।जम्मू कश्मीर में आतंकियों की बढ़ती घुसपैठ और घाटी में धार्मिक जुलूसों की आड़ में अलगाववादी तत्वों द्वारा अपने एजेंडे को आगे बढ़ाए जाने की घटनाओं से उपजे हालात के बीच उनका यह दौर अहम माना जा रहा है। मौजूदा वर्ष में केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह का यह जम्मू कश्मीर का पहला दौरा होगा।
जम्मू में आतंकी गतिविधियों में आई तेजी
उल्लेखनीय है कि जम्मू प्रांत मे विगत कुछ वर्षों के दौरान आतंकी गतिविधियों में तेजी आयी है। आतंकियों ने अब जम्मू प्रांत में अंतरराष्ट्रीय सीमा पर घुसपैठ की रणनीति अपनाई है। गत 23 अप्रैल को जिला कठुआ के हीरानगर में आतंकियों के एक दल ने घुसपैठ की थी।इसके बाद इन आतंकियों के साथ 27 मार्च को मुठभेड़ (Kathua Encounter) में चार पुलिसकर्मी वीरगति को प्राप्त हो गए। दो आतंकी भी मारे गए,लेकिन अन्य आतंकी भागने में कामयाब रहे। उन्हें पकड़ने के लिए सुरक्षाबलों का अभियान जारी है।इसी दौरान, कश्मीर में एक धार्मिक जुलूस के दौरान हिजबुल्ला आतंकी संगठन के ध्वज लहराए गए और जुलूस में शामिल कई तत्वों ने भड़काऊ नारेबाजी की है। इसके अलावा हमास और कश्मीरी आतंकियों के बीच गठजोड़ की भी खबरें आ रही हैं।
सुरक्षा परिदृश्यों का लेगें जायजा
हालांकि गृहमंत्री के दौरे के कार्यक्रमों को अंतिम रूप नहीं दिया गया है, लेकिन संबधित सूत्रों ने बताया कि उनका दौरा सात अप्रैल को जम्मू आगमन के साथ शुरू होगा। वह दोपहर एक बजे के करीब जम्मू पहुंचेंगे।गृहमंत्री जम्मू में एकीकृत मुख्यालय की बैठक में सुरक्षा परिदृश्य का जायजा लेंगे और जिला कठुआ में हीरानगर के अंतर्गत अंतरराष्ट्रीय सीमा पर कुछ अग्रिम चौकियों पर भी जा सकते हैं।वह कठुआ मुठभेड़ में बलिदानी पुलिसकर्मियों के परिजनों से भी मुलाकात कर सकते हैं। इसके बाद वह श्रीनगर जाएंगे और आठ अप्रैल को श्रीनगर में एक बैठक में भाग लेने के बाद दिल्ली लौट जाएंगे।
पूर्व राज्यसभा उपाध्यक्ष नजमा ने सोनिया गांधी को लेकर किया खुलासा
30 Mar, 2025 11:15 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
किसी पर भी भरोसा नहीं करती सोनिया
नई दिल्ली । देश की राजनीति में फिर उबाल आने वाला है। क्योंकि पूर्व राज्यसभा उपाध्यक्ष नजमा हेपतुल्ला ने अपनी आत्मकथा “इन पर्सूट ऑफ डेमोक्रेसी: बियॉन्ड पार्टी लाइन्स” में एक विवादास्पद खुलासा किया है, इसमें उन्होंने बताया कि 1999 में सोनिया गांधी को अपने आईपीयू अध्यक्ष चुने जाने की खबर देने के लिए फोन किया था, लेकिन उन्हें एक घंटे तक होल्ड पर रखा गया था। घटना के बाद हेपतुल्ला ने कांग्रेस छोड़ दी और 2004 में बीजेपी में शामिल हो गईं।
रिपोर्ट के अनुसार हेपतुल्ला ने आईपीयू अध्यक्ष बनने के तुरंत बाद तत्कालीन प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी को फोन किया। वाजपेयी ने तुरंत फोन उठाकर खबर पर खुशी जाहिर की, खासकर इसलिए क्योंकि यह सम्मान एक भारतीय मुस्लिम महिला को मिला था। उन्होंने हेपतुल्ला से कहा, ‘आप वापस आइए, हम जश्न मनाएंगे। इसके बाद हेपतुल्ला ने उपराष्ट्रपति कार्यालय से भी संपर्क किया। हालांकि, जब उन्होंने कांग्रेस पार्टी अध्यक्ष सोनिया गांधी को फोन किया, तब उनके स्टाफ ने बताया कि ‘मैडम अभी व्यस्त हैं। इस पर हेपतुल्ला ने बताया कि वे बर्लिन से अंतरराष्ट्रीय कॉल कर रही हैं, लेकिन स्टाफ ने कहा, ‘कृपया लाइन पर बने रहें। एक घंटे के इंतजार के बाद भी सोनिया ने बात नहीं की। इस घटना ने हेपतुल्ला को बहुत निराश किया।
हेपतुल्ला ने किताब में खुलासा किया कि आईपीयू अध्यक्ष पद के लिए नामांकन से पहले उन्होंने सोनिया गांधी से अनुमति ली थी और तब सोनिया ने शुभकामनाएं दी थीं। परंतु इस महत्वपूर्ण क्षण पर नजरअंदाज करने पर हेपतुल्ला के मन में अस्वीकृति की भावना भर दी। यह घटना कांग्रेस पार्टी में एक महत्वपूर्ण संक्रमण और संकट की भविष्यवाणी साबित हुई, जहां पुराने और अनुभवी सदस्यों को दरकिनार किया गया और पार्टी का संचालन अनुभवहीन चापलूसों को सौंप दिया गया।
वाजपेयी सरकार ने हेपतुल्ला के आईपीयू अध्यक्ष बनने के बाद उनके कार्यालय की रैंकिंग को राज्य मंत्री से कैबिनेट मंत्री तक आगे बढ़ाया। अटलजी ने आईपीयू अध्यक्ष के यात्रा खर्च के लिए बजट में 1 करोड़ आवंटित किए। वसुंधरा राजे ने हेपतुल्ला और अन्य सांसदों को संसद एनेक्स में उनके आईपीयू अध्यक्ष चुने जाने का जश्न मनाने के लिए आमंत्रित किया।
नजमा ने किताब में लिखा सोनिया गांधी बहुत कम लोगों पर भरोसा करती थीं और उन्हें ऐसा लगा कि सोनिया उन पर भी भरोसा नहीं करती थीं। विडंबना यह है कि जब सोनिया ने नजमा को पवार के साथ जुड़ने का सुझाव दिया, इस उन्होंने नहीं माना, इसके बाद खुद सोनिया ने पवार के साथ गठबंधन किया। हेपतुल्ला को यह पाखंड जैसा लगा, क्योंकि जो काम उनके लिए गलत माना गया, वहीं सोनिया के लिए सही था।
नजमा के अनुसार पूरे प्रकरण ने कांग्रेस पार्टी में विभाजन और आदर्शों के बीच संघर्ष को उजागर किया। जहां एक ओर सोनिया गांधी का नेतृत्व और उनके निर्णयों पर सवाल उठे, वहीं दूसरी ओर नजमा जैसे नेताओं का पार्टी से मोहभंग हुआ। इस घटना ने कांग्रेस पार्टी के भीतर गहरे मतभेदों और विश्वासघात की कहानियों को प्रमुखता दी, जो भारतीय राजनीति के लिए एक महत्वपूर्ण मोड़ साबित हुई।
अमित शाह के बिहार दौरे पर राजनेताओं ने कहा, ‘भाजपा का हर कार्यकर्ता उत्साहित’
30 Mar, 2025 10:15 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
पटना। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह शनिवार को दो दिवसीय दौरे पर बिहार पहुंचे। केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह और वरिष्ठ भाजपा नेता रविशंकर प्रसाद ने समाचार एजेंसी आईएएनएस से बात करते हुए अमित शाह के बिहार आने का स्वागत किया। उन्होंने बताया कि आज देश का हर कार्यकर्ता उत्साहित है।
लोकसभा सांसद रविशंकर प्रसाद ने कहा, “केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के बिहार दौरे पर एक संगठन की बैठक का आयोजन हुआ है। चुनाव के दृष्टिगत अमित शाह पार्टी के सांसदों, विधायकों और कोर कमेटी के सदस्यों से बातचीत करेंगे। आगामी विधानसभा चुनाव में जीत दर्ज करने के लिए हमें जरूरी दिशा-निर्देश देंगे।”
गिरिराज सिंह ने कहा, “गृह मंत्री अमित शाह बिहार आए हैं। इससे पूरे बिहार के पार्टी कार्यकर्ताओं में खुशी का माहौल है। वे संगठन के चाणक्य कहे जाते हैं। यह स्वाभाविक है कि उनके बिहार दौरे से हर कार्यकर्ता खुश है। अमित शाह एक ऐसे व्यक्ति हैं, जिनकी कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटाने में पीएम मोदी के साथ भूमिका अहम रही थी। देशहित में जब कोई जरूरी कार्य होता है, तो पीएम मोदी के साथ अमित शाह का नाम जरूर आता है। वह सरदार पटेल की तरह भारत के लौह पुरुष हैं।”
उल्लेखनीय है कि अमित शाह दो दिवसीय बिहार दौरे पर शनिवार देर शाम पटना पहुंचे। पटना हवाई अड्डे पर भाजपा के कार्यकर्ताओं ने ढोल-नगाड़े के साथ उनका स्वागत किया। भाजपा के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह के आगमन के पहले ही बड़ी संख्या में कार्यकर्ताओं का हुजूम पटना हवाई अड्डा पहुंच चुका था। उनके हवाई अड्डे पर उतरने के बाद प्रदेश भाजपा के कई बड़े नेताओं ने उनका स्वागत किया। भाजपा कार्यालय से लेकर पूरे शहर को पोस्टर, बैनर और झंडों से सजाया गया है। उनके स्वागत को लेकर कई जगह तोरण द्वार लगाए गए हैं।
पहले दिन पार्टी पदाधिकारियों, विधायकों, सांसदों, विधान पार्षदों, राज्य और केंद्र सरकार में शामिल मंत्रियों के साथ बैठक और पार्टी के प्रमुख नेताओं के साथ कोर कमेटी की भी बैठक के बाद दूसरे दिन रविवार को अमित शाह का राजद प्रमुख लालू यादव के गढ़ और गृह जिला गोपालगंज में चुनावी सभा को संबोधित करने का कार्यक्रम है। वह सहकारिता विभाग के एक कार्यक्रम में भी शामिल होंगे और बिहार को करोड़ों रुपये की सौगात देंगे।
संघम शरणम् गच्छामि… PM बनने के बाद पहली बार RSS मुख्यालय जा रहे हैं मोदी, बात क्या है?
30 Mar, 2025 09:00 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
नागपुर. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इस महीने के अंत में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ का मुख्यालय जाएंगे. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 11 साल के अपने कार्यकाल मे पहली बार राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के मुख्यालय जाएंगे। नागपुर में संघ का मुख्यालय रेशमबाग में स्थित है। पीएम मोदी वैसे तो इन सालों में कई बार नागपुर के दौरे पर पहुंचे हैं लेकिन वह पहली बार रेशमबाग स्थित संघ मुख्यालय जाएंगे। पीएम मोदी के दौरे को लेकर नागपुर में चाकचौबंद तैयारियां की गई है। इस महीने 17 मार्च को नागपुर के महल इलाके में हिंसा और दंगों को देखते हुए पीएम मोदी की सुरक्षा की अभेद्य इंतजाम किए गए हैं। बतौर प्रधानमंत्री पहली बार संघ मुख्यालय जाने को लेकर राजनीतिक हलकों में तरह-तरह की चर्चाएं छिड़ी हुई हैं। पीएम मोदी आज 30 मार्च को नागपुर पहुंचेंगे। पीएम मोदी अक्टूबर, 2001 में सीएम बने थे, लेकिन वह इसके बाद से कभी संघ मुख्यालय नहीं गए हैं। वह 1972 में प्रचारक बने थे। 1987 में वह भाजपा में शामिल हुए। बाद में वरिष्ठ नेताओं की ओर से मोदी को पार्टी में बड़ी जिम्मेदारी मिली थी। अभी तक जो जानकारी सामने आई है उसके अनुसार पीएम मोदी ने संघ मुख्यालय का आखिरी दौरा बतौर प्रचारक ही किया था।
प्रधानमंत्री मोदी के दौरे को लेकर सुरक्षा एजेंसियों ने व्यापक तैयारियां की हैं। सुरक्षा व्यवस्था में 5 हजार से ज्यादा पुलिसकर्मी और अन्य एजेंसियों के जवान तैनात रहेंगे।
ऐतिहासिक है PM मोदी का दौरा
गुड़ी पड़वा के मौके पर नागपुर आ रहे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के स्वागत की बीजेपी ने जोरदार तैयारी की है। जिस 30 किमी के मार्ग और 47 चौराहों से वह गुजरेंगे, उन्हें सजाया जा रहा है। पीएम मोदी का यह दौरा बेहद खास है, क्योंकि 12 साल बाद वह आरएसएस मुख्यालय का दौरा करने वाले हैं।
इससे पहले 16 सितंबर 2012 को नरेंद्र मोदी ‘स्मृति मंदिर’ आए थे। तब वह गुजरात के मुख्यमंत्री थे। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के पूर्व सरसंघचालक केएस सुदर्शन के अंतिम दर्शन के लिए आए थे।
जानें क्या है पूरा कार्यक्रम
आधिकारिक कार्यक्रम के हिंदू नववर्ष के शुभारम्भ में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के प्रतिपदा कार्यक्रम के साथ प्रधानमंत्री स्मृति मंदिर में दर्शन करेंगे और आरएसएस के संस्थापकों को श्रद्धांजलि देंगे। वह सुबह करीब 9 बजे स्मृति मंदिर में दर्शन करेंगे, फिर दीक्षाभूमि जाएंगे। सुबह करीब 10 बजे वे नागपुर में माधव नेत्रालय प्रीमियम सेंटर की आधारशिला रखेंगे और एक जनसभा को संबोधित करेंगे। माधव नेत्रालय आई इंस्टीट्यूट एंड रिसर्च सेंटर का नया विस्तार भवन है। 2014 में स्थापित यह संस्थान नागपुर में स्थित एक प्रमुख सुपर-स्पेशलिटी नेत्र चिकित्सा केंद्र है। संस्थान की स्थापना गुरुजी श्री माधवराव सदाशिवराव गोलवलकर की स्मृति में की गई थी। आगामी परियोजना में 250 बिस्तरों वाला अस्पताल, 14 बाह्य रोगी विभाग (ओपीडी) और 14 मॉड्यूलर ऑपरेशन थिएटर होंगे, जिसका उद्देश्य लोगों को सस्ती और विश्व स्तरीय नेत्र उपचार सेवाएं प्रदान करना है। प्रधानमंत्री दोपहर करीब 12:30 बजे नागपुर में सोलर डिफेंस एंड एयरोस्पेस लिमिटेड में यूएवी के लिए लोइटरिंग म्यूनिशन टेस्टिंग रेंज और रनवे सुविधा का उद्घाटन करेंगे। पीएम मोदी इसके बाद छत्तीसगढ़ के लिए रवाना होंगे।
2007 में आए थे बाजपेयी
गुढ़ीपाड़वा के मौके पर प्रधानमंत्री के नागपुर आगमन को लेकर काफी ज्यादा अलर्ट है। बीजेपी की तरफ से उनके स्वागत की अभूतपूर्व तैयारियां की गई हैं। पीएम मोदी के एयरपोर्ट पर आगमन से लेकर स्मृति मंदिर रेशिमबाग, दीक्षाभूमि, माधव नेत्रालय कार्यक्रम को लेकर तैयारियां पूरी कर ली गई हैं। गुढ़ीपाड़वा को महाराष्ट्र में नए साल के तौर पर मनाया जाता है। 2007 में अटल बिहारी बाजपेयी ने डॉ. हेडगेवार स्मारक स्मृति मंदिर का दौरा किया था। तब वे प्रधानमंत्री नहीं थे। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी प्रचारक के तौर पर रेशिमबाग आ चुके हैं लेकिन बतौर प्रधानमंत्री पहली बार वह संघ मुख्यालय जाएंगे। इसको लेकर राजनीतिक तौर पर अटकलों का बाजार गर्म और कौतूहल है। उनके इस दौरे को काफी ज्यादा अहम माना जा रहा है, क्योंकि वह पहली बार बतौर पीएम रेशिमबाग में प्रवेश करेंगे। इस कार्यक्रम में महाराष्ट्र के सीएम देवेंद्र फडणवीस, केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी के साथ संघ का शीष नेतृत्व मौजूद रहेगा। प्रधानमंत्री की सुरक्षा संभालने वाली एसपीपी ने तमाम प्रोटोकॉल को ध्यान में रखते हुए तैयारियों को पूरा कर लिया है।
AIMIM प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने केंद्र सरकार पर बोला हमला, बोले- नीतीश और नायडू पर निर्भर हैं मोदी
29 Mar, 2025 06:00 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
AIMIM ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (एआईएमआईएम) के प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने वक्फ संशोधन विधेयक को लेकर केंद्र सरकार को घेरा है। उन्होंने कहा कि बिल पास कराने के लिए भाजपा के पास लोकसभा में बहुमत नहीं है। अगर चंद्रबाबू नायडू और नीतीश कुमार इसका विरोध करते हैं तो बिल पास नहीं हो पाएगा। ओवैसी ने कहा कि पीएम नरेंद्र मोदी चंद्रबाबू नायडू और नीतीश कुमार की बैसाखी पर निर्भर हैं। वहीं, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह वक्फ बिल को लेकर देश में झूठ फैला रहे हैं। अमित शाह भारत सरकार के गृह मंत्री हैं और उनका बयान इस बात का सबूत है कि आप एक असंवैधानिक कानून बनाने की कोशिश कर रहे हैं जिसे कोर्ट में चुनौती दी जा सकती है। यह संविधान के अनुच्छेदों का उल्लंघन है और इससे पूरे देश के वक्फ को नुकसान होगा। उन्होंने कहा कि सरकार वक्फ संपत्ति का क्लॉज हटा रही है, इसका फायदा किसे मिलेगा? आप लाखों रुपये का राजस्व छोड़ रहे हैं। अमित शाह देश से झूठ बोल रहे हैं कि वक्फ ट्रिब्यूनल को कोर्ट में चुनौती दी जा सकती है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी नीतीश कुमार और चंद्रबाबू नायडू की बैसाखी पर निर्भर हैं और अगर वे इस असंवैधानिक विधेयक का समर्थन नहीं करते हैं, तो यह कानून नहीं बन पाएगा। शुक्रवार को जुमा-ए-विदा की नमाज के दौरान ओवैसी ने वक्फ (संशोधन) विधेयक के खिलाफ काली पट्टी बांधकर विरोध जताया था।
यह कहा था अमित शाह ने
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने शुक्रवार को कहा था कि वक्फ संशोधन विधेयक संसद के बजट सत्र में पेश किया जाएगा। शाह ने कहा कि प्रस्तावित कानून से किसी को डरने की जरूरत नहीं है। नरेंद्र मोदी सरकार संविधान के दायरे में वक्फ अधिनियम में संशोधन कर रही है। विपक्ष मुसलमानों को गुमराह कर रहा है। मुसलमानों के किसी भी अधिकार पर अंकुश नहीं लगाया जाएगा। वे सिर्फ झूठ बोल रहे हैं। ओवैसी के विरोध पर अमित शाह ने कहा था कि लोगों को ऐसा करने का अधिकार है। कुछ लोग अपने कपड़ों से ऐसा करते हैं, कुछ लोग अपने शब्दों से। संसद में लोग तर्क के जरिए विरोध करते हैं।
लोकतांत्रिक आवाज को दबाया जाता है, अहम मुद्दों पर चर्चा रोकती है सरकार, विपक्ष पर निशाना साधते हुए प्रियंका
29 Mar, 2025 05:00 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने शनिवार को केंद्र सरकार पर निशाना साधा। उन्होंने आरोप लगाया कि केंद्र संसद में चर्चा को रोक रहा है। विपक्ष की आवाज को दबाकर लोकतांत्रिक प्रक्रिया को कमजोर किया जा रहा है। प्रियंका गांधी ने वायनाड में पत्रकारों से बात की। इस दौरान उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार का दृष्टिकोण किसी भी तरह से चर्चा से बचने का है, इसके लिए तरह-तरह के हथकंडे अपनाए जा रहे हैं।
विपक्ष की आवाज को कथित तौर पर दबाने के सवालों का जवाब देते हुए सांसद ने कहा कि सरकार ने संसद में चर्चा को रोक दिया है। सांसद ने कहा, 'मैंने संसद के पिछले कुछ सत्रों में देखा है कि उनकी (केंद्र सरकार) नीति किसी भी तरह से चर्चा से बचने की है। चाहे वह विपक्ष द्वारा विरोध किए जाने वाले मुद्दे को उठाना हो, या विपक्ष के नेता को बोलने की अनुमति न देना हो।'
सरकार खुद प्रक्रिया को बाधित कर रही
प्रियंका गांधी ने आगे आरोप लगाया कि केंद्र संसद में लोकतांत्रिक प्रक्रिया को प्रभावी ढंग से काम करने से रोक रहा है। उन्होंने कहा कि यह सांसदों के लिए 'बहुत दुखद' है। उन्होंने दावा किया, 'विपक्ष पर अक्सर संसद को बाधित करने का आरोप लगाया जाता है, लेकिन इस सरकार में भी यही प्रक्रिया देखने को मिल रही है। सरकार खुद इस प्रक्रिया को बाधित कर रही है, जो शायद सभी के लिए नई बात है।'
कलपेट्टा में जिला स्तरीय समन्वय एवं निगरानी समिति की बैठक में शामिल हुई
इससे पहले दिन में प्रियंका गांधी वायनाड के कलपेट्टा कलेक्ट्रेट में जिला स्तरीय समन्वय एवं निगरानी समिति (दिशा) की बैठक में शामिल हुईं। इस दौरान उन्होंने विभिन्न मुद्दों पर चर्चा की।
ललन सिंह ने किसे बताया गेस्ट आर्टिस्ट? अमित शाह के बिहार दौरे पर बोले ये
29 Mar, 2025 04:30 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
केंद्रीय मंत्री और जेडीयू के वरिष्ठ नेता राजीव रंजन सिंह उर्फ ललन सिंह ने शनिवार को कांग्रेस नेता राहुल गांधी को सदन में बोलने नहीं दिए जाने के आरोपों का कड़ा जवाब देते हुए कहा कि वे अतिथि कलाकार की तरह सदन में आते-जाते हैं. उन्होंने कहा कि जब वे सदन में होंगे तो बोलेंगे नहीं. कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने हाल ही में कहा था कि जब भी मैं लोकसभा में खड़ा होता हूं तो मुझे बोलने नहीं दिया जाता. मुझे नहीं पता कि यह सदन कैसे चल रहा है. राहुल गांधी ने सरकार पर लोकतंत्र को कमजोर करने का आरोप लगाया और कहा कि विपक्ष के लिए कोई जगह नहीं छोड़ी गई है।
ललन सिंह ने क्या कहा
शनिवार को पटना में पत्रकारों से बात करते हुए केंद्रीय मंत्री ललन सिंह ने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के बिहार दौरे को लेकर कहा कि वे अपने दौरे के दौरान एनडीए नेताओं से मिलेंगे और उनसे चर्चा करेंगे. केंद्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री अमित शाह दो दिवसीय दौरे पर शनिवार की शाम पटना आने वाले हैं. वे इस दौरे के दौरान गोपालगंज में एक रैली को भी संबोधित करेंगे. चारा घोटाले के दोषियों से गबन की गई राशि की वसूली पर उन्होंने कहा कि अगर बिहार सरकार का खजाना निकालकर निगला गया है तो बिहार सरकार को अपना पैसा वसूलने का प्रयास करने का अधिकार है। इस मामले में लोगों को सजा भी हुई है। वक्फ संशोधन विधेयक के विरोध में लालू यादव के धरना पर तंज कसते हुए केंद्रीय मंत्री ललन सिंह ने कहा कि वक्फ विधेयक पर लोकसभा या राज्यसभा में चर्चा होगी। राजद अध्यक्ष लालू यादव किसी सदन के सदस्य भी नहीं हैं, वे वहां बहस नहीं कर सकते।
केंद्र सरकार जिद्दी है, जो भी तय कर लेती है
कांग्रेस सांसद तारिक अनवर ने शनिवार को वक्फ संशोधन विधेयक को लेकर केंद्र सरकार पर जमकर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार जिद्दी है, जो भी तय कर लेती है, उसे हर हाल में पूरा करना होता है। कांग्रेस सांसद ने कहा कि सरकार में संवेदना नाम की कोई चीज नहीं है। खासकर जब मुसलमानों का मामला आता है तो यह सरकार पूरी ताकत लगा देती है। सरकार कह रही है कि वह मुसलमानों के हित में वक्फ संशोधन विधेयक ला रही है, लेकिन मुसलमानों को विश्वास में लिए बिना यह विधेयक कैसे पारित हो सकता है? यह सरकार बहुत जिद्दी है। एक बार जो ठान लेती है, उसे पूरा करके ही रहती है।
इफ्तार पार्टी के जवाब में दिल्ली सरकार ने नवरात्रि के दौरान फल पार्टी आयोजित करने का फैसला किया है। इस पर कांग्रेस सांसद ने कहा कि सबकी अपनी-अपनी सोच होती है, लेकिन इसे किसी पर थोपा नहीं जाना चाहिए। हर व्यक्ति को अपने हिसाब से त्योहार मनाने का अधिकार है, लेकिन इसे दूसरे धर्म के लोगों पर नहीं थोपा जाना चाहिए और यही हमारे देश की परंपरा और संस्कृति है। भाजपा की राष्ट्रीय कार्यसमिति के सदस्य और वरिष्ठ अभिनेता मिथुन चक्रवर्ती ने कोलकाता में कहा कि पश्चिम बंगाल में कानून व्यवस्था की स्थिति दयनीय है और राज्य को बांग्लादेश से सबक सीखने की जरूरत है। उनके बयान पर भी बवाल मचा हुआ है। कांग्रेस सांसद ने मिथुन की टिप्पणी को किसी राजनेता का नहीं बल्कि एक फिल्म स्टार का बयान बताया। उन्होंने कहा कि उनकी बातों में कोई सच्चाई नहीं है।
पश्चिम बंगाल की तृणमूल कांग्रेस कर रही अवैध प्रवासियों को 'वोट बैंक' के रूप में इस्तेमाल, ममता बनर्जी सरकार पर गरजे अमित शाह
29 Mar, 2025 04:15 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
नई दिल्ली: केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने पश्चिम बंगाल की तृणमूल कांग्रेस सरकार पर अवैध प्रवासियों को पार्टी के 'वोट बैंक' के रूप में इस्तेमाल करने का आरोप लगाया और कहा कि केंद्र सरकार इस तरह के कदम को सफल नहीं होने देगी। पश्चिम बंगाल सरकार के भाजपा नीत केंद्र के साथ टकराव के बारे में पूछे जाने पर शाह ने शुक्रवार को 'टाइम्स नाउ समिट 2025' में कहा कि कोई टकराव नहीं हुआ है। उन्होंने कहा, "वे अवैध प्रवासियों को अपने 'वोट बैंक' के रूप में देखते हैं। वे अवैध प्रवासियों को अपना मतदाता बनाना चाहते हैं। लेकिन हम किसी भी पार्टी को अवैध प्रवासियों को 'वोट बैंक' के रूप में इस्तेमाल करने की इजाजत नहीं दे सकते।"
बिहार पहुंचेंगे अमित शाह
बता दें कि बिहार में इसी साल विधानसभा चुनाव होने वाले हैं। अक्टूबर-नवंबर के महीने में विधानसभा चुनाव होने की संभावना है। इस बीच केंद्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री अमित शाह आज पश्चिम बंगाल के दौरे पर जा रहे हैं। इस बीच अमित शाह 29 मार्च और 30 मार्च को अलग-अलग कार्यक्रमों में हिस्सा लेंगे। इस दौरान अमित शाह 30 मार्च को गोपालगंज में एक रैली को भी संबोधित करेंगे।
कई कार्यक्रमों में लेंगे हिस्सा
29 मार्च को अमित शाह का पहला कार्यक्रम पटना स्थित बीजेपी कार्यालय में होगा। यहां अमित शाह बीजेपी के मंत्रियों, सांसदों, विधायकों और पदाधिकारियों के साथ बैठक करेंगे। यह कार्यक्रम शाम 7.30 बजे शुरू होगा। दूसरी कोर ग्रुप मीटिंग रात 9 बजे शुरू होगी, जिसका आयोजन भी पटना स्थित बीजेपी कार्यालय में ही होगा। इसके अलावा 30 मार्च को अमित शाह 800 करोड़ रुपये से अधिक के विभिन्न विकास कार्यों का उद्घाटन और शिलान्यास करेंगे। इसका आयोजन पटना के बापुर ऑडिटोरियम में सुबह 10.30 बजे होगा। इसके अलावा अमित शाह दोपहर 12 बजे गोपालगंज जिले में एक जनसभा को संबोधित करेंगे। इसके अलावा अमित शाह पटना में दोपहर 3 बजे एनडीए की बैठक में भांग का सेवन करेंगे।
करोड़पति सांसद: 2024 में कुल सांसदों में 92.8 फीसदी सांसद करोड़पति,एडीआर की तरफ से जारी रिपोर्ट
29 Mar, 2025 03:55 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
नई दिल्ली: देश में करोड़पति सांसदों की संख्या बढ़ती जा रही है। पिछले बीस सालों में देश की संसद में करोड़पति सांसदों की संख्या में बंपर इजाफा हुआ है। 2004 से जब ADR ने सांसदों की संपत्ति से जुड़े आंकड़ों का विश्लेषण करना शुरू किया, तब से इससे जुड़े आंकड़े सामने आने लगे हैं। ADR की रिपोर्ट के मुताबिक, पिछले 20 सालों में देश में करोड़पति सांसदों की संख्या 153 से बढ़कर साल 2024 में 504 हो गई है।
कुल सांसदों में से करीब 93 फीसदी करोड़पति हैं
ADR द्वारा विश्लेषित आंकड़ों के मुताबिक, साल 2024 में कुल सांसदों में से 92.8 फीसदी करोड़पति होंगे। 2024 में हुए लोकसभा चुनाव में जीतने वाले 504 सांसद करोड़पति थे। यह संख्या पिछले साल के 479 से 29 ज़्यादा थी. 2019 के लोकसभा चुनाव के बाद करोड़पति सांसदों की संख्या कुल सांसदों का 88.4 प्रतिशत थी. अगर आंकड़ों पर नज़र डालें तो संसद में करोड़पति सांसदों की संख्या 2004 से 2024 तक लगातार बढ़ रही है.
2004 में सिर्फ़ 29% सांसद करोड़पति थे
सांसदों की संपत्ति के विश्लेषण के अनुसार साल 2024 में सिर्फ़ 153 सांसद करोड़पति होंगे. वहीं, इसके बाद 2009 में हुए लोकसभा चुनाव में करोड़पति सांसदों की संख्या 153 से बढ़कर 312 हो गई. इस तरह करोड़पति सांसदों में 29.8 प्रतिशत की हिस्सेदारी बढ़कर 57 प्रतिशत हो गई. 2014 के लोकसभा चुनाव के बाद करोड़पति सांसदों की संख्या में तेज़ी से इज़ाफ़ा हुआ. इस चुनाव के बाद करोड़पति सांसदों की हिस्सेदारी 57 से बढ़कर 81.9 प्रतिशत हो गई. खास बात यह है कि 2014 में सांसदों को बाजार मूल्य के आधार पर अपनी संपत्ति घोषित करने को कहा गया था।
नरेश म्हास्के ने शिवसेना यूबीटी प्रमुख और पूर्व सीएम उद्धव ठाकरे को औरंगजेब का आधुनिक संस्करण बताया
28 Mar, 2025 10:00 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
मुंबई। शिवसेना सांसद नरेश म्हास्के ने शिवसेना यूबीटी प्रमुख और पूर्व सीएम उद्धव ठाकरे को औरंगजेब का आधुनिक संस्करण बताया। शिवसेना सांसद म्हास्के ने वीडियो बयान साझा किया, इसमें उन्होंने ठाकरे और मुगल बादशाह के बीच तुलना कर बताया कि कैसे ठाकरे ने उनके पिता स्व. बालासाहेब को चोट पहुंचाई और संपत्ति को लेकर अक्सर अपने भाई-बहनों से झगड़ते रहे। सांसद म्हस्के ने कहा कि वह नए दौर के आधुनिक औरंगजेब हैं। उद्धव ने अपने भाइयों को औरंगजेब की तरह ही कष्ट दिए हैं। राज ठाकरे ने खुद कहा है कि उद्धव ने बालासाहेब ठाकरे को उनके अंतिम दिनों में बहुत कष्ट दिए थे।
उद्धव पर निशाना साधकर शिवसेना नेता म्हास्के ने कहा कि उन्होंने अपने पिता की विचारधारा का पालन नहीं किया। इसलिए उद्धव ठाकरे एक आधुनिक औरंगजेब हैं। उन्होंने उन लोगों से हाथ मिलाया जो ठाकरे और हिंदुत्व विचारधारा के दुश्मन थे। उन्होंने दावा किया कि उद्धव ने संपत्ति के मामले में अपने परिवार को भी अदालत में घसीटा।
इससे पहले शिवसेना (उबाठा) के प्रमुख उद्धव ठाकरे ने कहा किभारतीय जनता पार्टी (भाजपा) को यह स्पष्ट करना चाहिए कि वह मुसलमानों को जहर देना चाहती है या भोजन। ठाकरे ने मुस्लिम परिवारों के लिए ‘सौगात-ए-मोदी’ कार्यक्रम को लेकर भाजपा की आलोचना कर यह बात कही। उन्होंने इस मुहिम को आगामी बिहार चुनाव के मद्देनजर सौगात-ए-सत्ता करार दिया। इस टिप्पणी पर भाजपा की ओर से कड़ी प्रतिक्रिया आई।
राजसभा हंगामे के बीच बसपा प्रमुख मायावती ने अखिलेश यादव पर बड़ा हमला किया, गेस्ट हाउस कांड पर कसा तंज
28 Mar, 2025 08:15 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
समाजवादी पार्टी के सांसद रामजी लाल सुमन के राणा सांगा पर दिए विवादित बयान पर लगातार हंगामा जारी है। इस मुद्दे पर राज्यसभा में बहस देखने को मिली है। रामजी लाल सुमन के घर पर करणी सेना ने हमला किया था। समाजवादी पार्टी ने इस घटना का विरोध किया है। वहीं, अब इस पूरे मामले को लेकर बहुजन समाज पार्टी की मुखिया मायावती ने समाजवादी पार्टी और उसके मुखिया अखिलेश यादव पर निशाना साधा है। मायावती ने अखिलेश को गेस्ट हाउस कांड की याद दिलाई है, जब बसपा प्रमुख पर हमला हुआ था।
गेस्ट हाउस कांड को याद रखना चाहिए- मायावती
मायावती ने कहा- "आगरा की घटना के साथ ही सपा प्रमुख को अपनी सरकार के दौरान 2 जून 1995 को लखनऊ स्टेट गेस्ट हाउस कांड में मुझ पर हुए जानलेवा हमले को भी याद रखना चाहिए और उसका पश्चाताप भी करना चाहिए। इसलिए अब सपा को आगरा की घटना की आड़ में अपनी राजनीतिक रोटियां सेंकनी बंद कर देनी चाहिए और आगरा की घटना की तरह यहां दलितों का उत्पीड़न नहीं करना चाहिए।"
दलितों को अपनी चालों से सावधान रहना चाहिए- मायावती
मायावती ने ट्वीट कर कहा- "सपा अपने राजनीतिक लाभ के लिए अपने दलित नेताओं को आगे करके जो गंदी राजनीति कर रही है, यानी उन्हें नुकसान पहुंचाने में लगी हुई है, वह ठीक नहीं है। दलितों को उनकी सभी चालों से सावधान रहना चाहिए। आगरा की घटना बेहद चिंताजनक है। साथ ही, सपा द्वारा अपने हित में किसी समुदाय का अपमान करना ठीक नहीं है, जिसके कारण अब उन्हें एक समुदाय में बुरी गंध और दूसरे में अच्छी गंध मिल रही है। इससे समाज में शांति और सद्भाव खराब होगा, जो ठीक नहीं है।"
सांसद रामजी लाल सुमन ने क्या कहा?
समाजवादी पार्टी (सपा) के सांसद रामजी लाल सुमन ने 21 मार्च को मेवाड़ के शासक राणा सांगा पर विवादित टिप्पणी की थी। रामजी लाल सुमन ने राणा सांगा को 'देशद्रोही' कहा था। उन्होंने कहा था कि राणा सांगा ने इब्राहिम लोदी को हराने के लिए मुगल बादशाह बाबर को भारत आमंत्रित किया था। इस बयान के बाद से ही रामजी लाल सुमन का विरोध हो रहा है। राजस्थान की उपमुख्यमंत्री दीया कुमारी, केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत समेत कई नेताओं और संगठनों ने रामजी लाल सुमन के बयान पर कड़ी आपत्ति जताई थी।
प्रवेश वर्मा द्वारा विपक्ष की नेता आतिशी पर टिप्पणी करने के बाद भारी हंगामा
28 Mar, 2025 08:00 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
नई दिल्ली। दिल्ली विधानसभा के बजट सत्र के चौथे दिन शुक्रवार को प्रश्नकाल के दौरान पीडब्ल्यूडी मंत्री प्रवेश वर्मा द्वारा विपक्ष की नेता आतिशी पर टिप्पणी करने के बाद भारी हंगामा होग गया। मंत्री वर्मा सरकार की तीर्थयात्रा और धार्मिक यात्राओं के लिए वित्तीय सहायता पर एक सवाल का जवाब दे रहे थे। लेकिन तभी उन्होंने आतिशी ने बीच में ही टोक दिया। जवाब में उन्होंने संभवतः उन्हें एक सामान्य शब्द भाई से संबोधित किया, इससे 13 मिनट तक व्यवधान रहा और भाजपा और आप के बीच तीखी नोकझोंक हुई। इस टिप्पणी ने जल्द ही तनाव बढ़ा दिया।
दिल्ली सरकार में मंत्री वर्मा ने खुद का बचाव कर सवाल किया कि मैंने क्या कहा? भाई कहना गलत कैसे हो सकता है? आप विधायकों के साथ लगातार बहस के बीच उन्होंने साफ किया, आतिशी जी मेरी बहन हैं, भाई नहीं। वर्मा के स्पष्टीकरण के बावजूद, विपक्षी आप सदस्य नाराज रहे और पूर्व मुख्यमंत्री आतिशी ने टिप्पणी का विरोध करने के लिए खड़े हो गए। जैसे ही मंत्री ने अपना भाषण फिर से शुरू करने की कोशिश की, आतिशी और अन्य आप विधायकों ने जोरदार विरोध प्रदर्शन जारी रखा। अन्य आप विधायकों ने भी वर्मा पर अभद्रता का आरोप लगाकर उनका साथ दिया।
स्पीकर विजेंद्र गुप्ता ने हस्तक्षेप कर आप सदस्यों से आपत्तिजनक शब्द की पहचान करने को कहा और कहा कि भाई आपत्तिजनक नहीं है। उन्होंने कहा कि मुझे यह मुद्दा समझ में नहीं आ रहा है। हंगामा जारी रहने पर स्पीकर गुप्ता ने आप के दो विधायकों विशेष रवि और कुलदीप कुमार को सदन से बाहर निकाल दिया। बाद में विधायक मुकेश अहलावत को भी निलंबित कर दिया गया।
रामजी लाल सुमन द्वारा राणा सांगा पर की गई विवादित टिप्पणी के मुद्दे पर राज्यसभा में भारी हंगामा हुआ
28 Mar, 2025 07:15 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
समाजवादी पार्टी (सपा) के सदस्य रामजी लाल सुमन द्वारा राणा सांगा पर की गई विवादित टिप्पणी के मुद्दे पर शुक्रवार को राज्यसभा में भारी हंगामा हुआ, जिसके बाद सदन की कार्यवाही दोपहर 12 बजे तक के लिए स्थगित कर दी गई। सुबह सदन की कार्यवाही शुरू होते ही सत्ता पक्ष के सदस्यों ने इस मुद्दे पर हंगामा करना शुरू कर दिया। सभापति जगदीप धनखड़ ने कहा कि राणा सांगा देशभक्ति के प्रतीक हैं और उनके बारे में की गई अभद्र टिप्पणी स्वीकार नहीं की जा सकती। सभापति ने यह भी कहा कि सुमन द्वारा की गई टिप्पणी को सदन की कार्यवाही से हटा दिया गया है।
रिजिजू और मल्लिकार्जुन खड़गे ने क्या कहा?
संसदीय कार्य मंत्री किरेन रिजिजू ने कहा कि सभापति ने राणा सांगा के बारे में देश की भावना को दर्शाया है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस को भी सुमन द्वारा कही गई बातों का खंडन करना चाहिए। विपक्ष के नेता मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा कि राणा सांगा के बारे में सभापति धनखड़ ने जो कहा है, उससे वह पूरी तरह सहमत हैं। उन्होंने कहा कि उनके आवास पर हमला करना और बुलडोजर चलाना ठीक नहीं है। खड़गे ने यह भी कहा कि सुमन की सुरक्षा सुनिश्चित की जानी चाहिए।
राधामोहन दास अग्रवाल ने मल्लिकार्जुन खड़गे पर लगाया आरोप
भारतीय जनता पार्टी के राधामोहन दास अग्रवाल ने कहा कि सुमन ने अपनी टिप्पणी वापस नहीं ली है, बल्कि कहा है कि वह मरते दम तक अपने बयान पर कायम रहेंगे। उन्होंने आरोप लगाया कि विपक्ष के नेता ने सुमन के दलित होने का मुद्दा उठाकर राणा सांगा का भी अपमान किया है। उन्होंने कहा कि जब तक सुमन और कांग्रेस माफी नहीं मांग लेते, भाजपा इस मुद्दे पर चुप नहीं बैठेगी। केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल ने कहा कि सुमन की टिप्पणी निंदनीय है और देश के वीरों का अपमान है। उन्होंने आसन से आग्रह किया कि सदन में सुमन की टिप्पणी की निंदा की जाए, ताकि सही संदेश जाए। इसके बाद सभापति ने सुमन को बोलने का मौका दिया। सुमन ने बोलना शुरू भी नहीं किया था कि सत्ता पक्ष के सदस्यों ने हंगामा तेज कर दिया।
सदन की कार्यवाही स्थगित
हंगामा बढ़ता देख सभापति ने करीब 11:29 बजे सदन की कार्यवाही दोपहर 12 बजे तक के लिए स्थगित कर दी। मालूम हो कि 21 मार्च को राज्यसभा में गृह मंत्रालय के कामकाज की समीक्षा पर बहस में हिस्सा लेते हुए रामजी लाल सुमन ने राणा सांगा पर विवादित टिप्पणी की थी। इसके विरोध में करणी सेना के कार्यकर्ताओं ने बुधवार को आगरा में सांसद सुमन के आवास पर तोड़फोड़ की थी। सुमन के आवास पर हमले के बाद सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने हिंसा की निंदा की और योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व वाली सरकार के तहत उत्तर प्रदेश में कानून व्यवस्था की स्थिति पर सवाल उठाया। उन्होंने कहा कि सपा राणा सांगा की बहादुरी पर सवाल नहीं उठा रही है। उन्होंने दावा किया कि हमला 'सुमन के दलित होने के कारण' हुआ।
भाजपा पर निशाना साधते हुए कांग्रेस प्रमुख राहुल गांधी बोले, 'यह वह भारत नहीं है जिसे कांग्रेस बनाना चाहती थी'
28 Mar, 2025 06:15 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने गुरुवार को पार्टी की जिला इकाई के प्रमुखों की बैठक में कहा कि मौजूदा समय में कठिन वैचारिक लड़ाई चल रही है, लेकिन उन्हें पता होना चाहिए कि कांग्रेस ने ब्रिटिश साम्राज्य से लड़ाई लड़ी थी, जिसकी तुलना में भाजपा और आरएसएस एक 'मजाक' हैं। उन्होंने जिला कांग्रेस प्रमुखों की तीन निर्धारित बैठकों में से पहली बैठक में इस बात पर जोर दिया कि कांग्रेस की नींव को मजबूत करने में उनकी महत्वपूर्ण भूमिका है। अगली दो बैठकें 3 और 4 अप्रैल को होंगी।
बैठक में क्या बोले राहुल गांधी?
उन्होंने बैठक में कहा, "भारत के दो विजन हैं, भारत की दो अवधारणाएं हैं। एक तरफ आरएसएस की अवधारणा है- तानाशाही, पदानुक्रम, पिछड़ी जातियों का दमन, कमजोर वर्गों का दमन, महिलाओं का दमन, महिलाओं का अपमान और दूसरी तरफ कांग्रेस की विचारधारा है, जिसने हमें आजादी दिलाई, जो सभी के साथ समान व्यवहार करती है।" बैठक के बाद अपने व्हाट्सएप चैनल पर एक पोस्ट में उन्होंने कहा, "उनके बिना, पार्टी आगे नहीं बढ़ सकती, सफल नहीं हो सकती। हमारी लड़ाई सिर्फ आरएसएस-बीजेपी के खिलाफ नहीं है, यह एक ऐसे भारत के लिए है जहां हर नागरिक, हर समुदाय को सपने देखने और हासिल करने का अधिकार है। साथ मिलकर हम एक मजबूत कांग्रेस और एक निष्पक्ष भारत का निर्माण करेंगे।"
कांग्रेस वैचारिक लड़ाई लड़ रही है: राहुल गांधी
अपने व्हाट्सएप चैनल पर साझा की गई बैठक के एक वीडियो में, गांधी को यह कहते हुए सुना जा सकता है कि कांग्रेस एक वैचारिक लड़ाई लड़ रही है। गांधी ने कहा कि कांग्रेस की विचारधारा सभी जातियों, सभी धर्मों के साथ समान व्यवहार करती है और भारत को एक निष्पक्ष और सामंजस्यपूर्ण स्थान बनाने की आकांक्षा रखती है। "आप जानते हैं कि भाजपा कितना विभाजन पैदा कर रही है। आप देख सकते हैं कि दो या तीन व्यवसायी ईस्ट इंडिया कंपनी की तरह काम कर रहे हैं। वे सब कुछ के मालिक हैं, वे मीडिया के मालिक हैं, वे दूरसंचार बुनियादी ढांचे के मालिक हैं। उन्हें जो चाहिए वो मिलता है, उन्हें जमीन मिलती है, अगर उन्हें बंदरगाह चाहिए तो उन्हें बंदरगाह मिलते हैं, अगर उन्हें रक्षा अनुबंध चाहिए तो उन्हें रक्षा अनुबंध मिलते हैं," उन्होंने दावा किया।
राहुल गांधी ने भाजपा पर निशाना साधा
गांधी ने कहा कि यह वह भारत नहीं है जिसे कांग्रेस बनाना चाहती थी। उन्होंने कहा कि पार्टी का इरादा एक ऐसा भारत बनाने का है, जहां हर कोई आगे बढ़ने की आकांक्षा रख सके और हर कोई सपने देख सके। कांग्रेस नेता ने कहा, "यह एक लड़ाई है। यह एक कठिन लड़ाई है, लेकिन हमने पहले भी इससे भी कठिन लड़ाइयां लड़ी हैं। अगर आपको याद हो, तो हमने ब्रिटिश साम्राज्य से लड़ाई लड़ी थी और आरएसएस और भाजपा ब्रिटिश साम्राज्य के सामने एक मजाक हैं।"
मुख्यमंत्री ममता बनर्जी भारत की अर्थव्यवस्था को लेकर अपनी टिप्पणी के बाद भाजपा के निशाने पर
28 Mar, 2025 10:32 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
नई दिल्ली। पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी भारत की अर्थव्यवस्था को लेकर अपनी टिप्पणी के बाद भाजपा के निशाने पर आ गई हैं।
ब्रिटेन की यात्रा के दौरान सीएम ममता बनर्जी से पूछा गया था कि क्या भारत 2060 तक दुनिया की सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन सकता है। उन्होंने इस भविष्यवाणी को खारिज कर दिया, जिसके बाद भाजपा ने उनकी कड़ी आलोचना की।
साक्षात्कारकर्ता ने सवाल किया था, “हम ब्रिटेन में छठी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था हैं, भारत पांचवीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था है। जल्द ही वह तीसरे नंबर पर होगा। मेरा अनुमान है कि भारत 2060 तक पहली सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन जाएगा।”
इस सवाल के जवाब में पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ने कहा, “मैं इससे असहमत हूं।”
भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता प्रदीप भंडारी ने सीएम ममता बनर्जी पर निशाना साधते हुए उन पर भारत की आर्थिक वृद्धि को स्वीकार करने में विफल रहने का आरोप लगाया।
भाजपा प्रवक्ता ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर अपना असंतोष व्यक्त करते हुए लिखा, “ममता बनर्जी को शर्म आनी चाहिए!” उन्होंने कहा, “विश्व मानता है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में भारत आर्थिक उन्नति की ओर अग्रसर है! यहां तक कि विदेशी धरती पर भी छोटे इंडिया गठबंधन के नेता भारत के बारे में अच्छा नहीं बोल सकते।”
वरिष्ठ भाजपा नेता अमित मालवीय ने भी ममता बनर्जी के बयान की निंदा करते हुए इसे अपमानजनक बताया।
अमित मालवीय ने एक्स पर एक पोस्ट में कहा, “पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को भारत के दुनिया की सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनने से परेशानी है। यह वाकई शर्मनाक है। विदेशी धरती पर ऐसा व्यवहार कौन कर सकता है?”
उन्होंने सोशल मीडिया पर लिखा, “पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को भारत के दुनिया की सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनने से परेशानी है… यह वाकई शर्मनाक है। यह उनके संवैधानिक पद के लिए अपमान है। विदेशी धरती पर कौन इस तरह का व्यवहार करता है?”