राजनीति
नीतीश सरकार की योजना ने बदली हजारों भिक्षावृत्ति करने वालों की जिंदगी
1 Apr, 2025 05:00 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
पटना। बिहार सरकार की एक प्रोग्राम ने वर्षों से भिक्षा मांगने वाले लोगों को नया दिशा देने में कामयाबी हासिल की है। मुख्यमंत्री भिक्षावृत्ति निवारण योजना के तहत बिहार के 9,226 भिखारियों को सामाजिक सुरक्षा और आत्मनिर्भरता के लिए महत्वपूर्ण सुविधाएं प्रदान की गई हैं। इस योजना के तहत सरकार ने 1,873 भिक्षुओं को रोजगार भी दिया है, जिससे उन्हें स्वतंत्रता से जीविका प्राप्त करने का मोका मिला है। इन भिक्षकों की जीवन कथाएं एक नयी उर्फ लेकर आई हैं, जो अब आर्थिक रूप से स्वायत्त और समृद्ध बन चुके हैं। एक ऐसा उदाहरण है सोनू कुमार का, जो पहले भिक्षावृत्ति के तहत जीविका बिताते थे, लेकिन आज वे अपने मेहनत से खुद को स्वतंत्र और आत्मनिर्भर बनाने की कहानी बना रहे हैं। इसी तरह, रीता देवी की कहानी दिखाती है कि कैसे एक महिला भिक्षु ने अपना भिक्षावृत्ति छोड़कर चाय की दुकान खोलकर समृद्धि की उपासना की। आज वे दूसरे भिक्षुओं को भी उनके प्रेरणास्त्रोत बनकर साथ चल रही हैं। भिक्षावृत्ति निवारण योजना ने मात्र भिक्षावृत्ति को खत्म करने के साथ-साथ समाज में गरिमा और आत्मनिर्भरता के माध्यम से भिक्षुओं को एक नया दिशा दी है। इससे सामाजिक एवं आर्थिक उत्थान होने की दिशा में एक बड़ा कदम उठाया गया है।
संघ ने काशी और मथुरा को लेकर नई घोषणा की, कहा- आंदोलन में शामिल होंगे!
1 Apr, 2025 02:35 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
नई दिल्ली। राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ आने वाले समय में काशी और मथुरा आंदोलन में बड़ी भूमिका निभा सकता है। बताया जा रहा है कि इन दोनों ही मामलों में सरकार्यवाह दत्तात्रेय होसबाले ने कार्यकर्ताओं को सक्रिय भूमिका निभाने की अनुमति दे दी है। एक पत्रिका से बातचीत में उन्होंने तीन भाषा नीति का भी समर्थन किया है। उनका कहना है कि यह नीति 95 फीसदी भाषा विवाद का समाधान कर सकती है।
होसबाले ने भारतीय भाषाओं के संरक्षण की भी बात कही है। उन्होंने कहा, हमारी सभी भाषाओं में बड़े स्तर पर साहित्यिक काम हुआ है। उन्होंने कहा, अगर भविष्य की पीढ़ियां इन भाषाओं को नहीं पढ़ेंगी और लिखेंगी, तो वे कैसे आगे बढ़ेंगी? अंग्रेजी के प्रति लगाव मुख्य रूप से व्यवहारिक कारणों से है। एक और अहम पहलू ऐसा आर्थिक मॉडल बनाना है, जहां भारतीय भाषाओं में पढ़े लोगों को रोजगार मिल सके। उन्होंने कहा, वरिष्ठ बुद्धिजीवियों, न्यायाधीशों, शिक्षकों, लेखकों और राजनीतिक और धार्मिक नेताओं को इस मामले में प्रगतिशील रवैया अपनाना चाहिए। रिपोर्ट के अनुसार, कन्नड़ पत्रिका विक्रम से बातचीत में होसबाले ने कहा, उस समय (1984) में विश्व हिंदू परिषद, संतों और साधुओं ने तीन मंदिरों की बात की थी। अगर स्वयंसेवकों का एक वर्ग इन तीन मंदिरों (अयोध्या में राम जन्मभूमि मिलाकर) के मामले में जुटना चाहता है, तो हम उन्हें नहीं रोकेंगे। हालांकि, उन्होंने बड़े स्तर पर मस्जिदों पर सवाल उठाने के खिलाफ चेताया और सामाजिक मतभेद से बचने की बात कही है।
जातिगत संतुलन साधने के चलते तमिलनाडु में भाजपा बदल सकती है प्रदेशाध्यक्ष
1 Apr, 2025 01:35 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
चेन्नई। तमिलनाडु के भाजपा अध्यक्ष अन्नामलाई को उनकी जिम्मेदारी से मुक्त किया जा सकता है। वजह ये है कि भाजपा यहां जातिगत संतुलन साधने पर जोर दे रही है। सूत्रों पर भरोसा करें तो तमिलनाडु में बीजेपी चीफ के पद पर अन्नामलाई की जगह विधायक नैनर नागेंद्रन को दी जा सकती है। हालांकि, इसे लेकर भाजपा की ओर से आधिकारिक तौर पर कुछ नहीं कहा गया है। पहले एआईएडीएमके में रहे नागेंद्रन तिरुनेलवेली से आते हैं और वह प्रभावी थेवर समुदाय से हैं।
हालांकि तमिलनाडु विधानसभा चुनाव में एक साल का समय बाकी है। इससे पहले ही राज्य की राजनीति में बड़े बदलाव के आसार हैं। खबर है कि भारतीय जनता पार्टी के मौजूदा प्रदेश प्रमुख के अन्नामलाई अध्यक्ष पद छोड़ सकते हैं। हालांकि, कहा जा रहा है कि उन्हें पद से हटाए जाने का फैसला जातिगत समीकरणों के चलते लिया जा सकता है। ये संभावनाएं ऐसे समय पर सामने आ रही हैं, जब हाल ही में भाजपा के पुराने साथी एआईएडीएमके के नेताओं और अन्नामलाई दोनों ने ही केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह से दिल्ली में मुलाकात की थी।
रिपोर्ट के अनुसार, अन्नामलाई तमिलनाडु भाजपा अध्यक्ष पद छोड़ सकते हैं। कभी तमिलनाडु में साथ मिलकर चुनाव लड़ने वाली भाजपा और एआईएडीएमके साल 2023 में अलग हो गए थे। तब अन्नामलाई को इसकी बड़ी वजह माना जा रहा था। एक अखबार से बातचीत में भाजपा सूत्रों का कहना है कि यह फैसला अन्नामलाई के लिए सजा नहीं, बल्कि जातिगत समीकरणों के चलते लिया जा सकता है।
दिल्ली में शाह संग हुई एआईएडीएमके नेताओं की बैठक के बाद से ही आगामी विधानसभा चुनाव के लिए गठबंधन की अटकलें तेज हो गई थीं। अब रिपोर्ट में सूत्रों के हवाले से बताया गया है कि भाजपा के इस फैसले को लेकर अन्नामलाई को शाह के साथ हुई बैठक के दौरान सूचित कर दिया गया है। कहा जा रहा है कि दक्षिण भारतीय राज्य में भाजपा को चर्चा में लाने वाले अन्नामलाई से कहा गया है, दिल्ली को उनके लिए उज्जवल भविष्य नजर आ रहा है।यह माना जा रहा है कि अन्नामलाई ने पार्टी के साथ पूरी वफादारी की बात कही है। भाजपा के एक वरिष्ठ नेता ने बताया, उन्होंने बता दिया है कि पार्टी के प्रति प्रतिबद्धता को लेकर उनके मन में दूसरे कोई विचार नहीं हैं और वह एक कैडर के तौर पर भी काम करने के लिए तैयार हैं। एक अन्य नेता ने कहा, अन्नामलाई प्रदेश अध्यक्ष पद पर रहें या न रहें, लेकिन वह तमिलनाडु में भाजपा के अहम चेहरे रहेंगे। फिलहाल, यह देखा जाना बाकी है कि वह अपने लिए राष्ट्रीय भूमिका चुनते हैं या राज्य में ही उन्हें दूसरी जिम्मेदारी सौंपी जाएगी।
मध्य प्रदेश में ईद के मौके पर वक्फ संशोधन बिल को लेकर विवाद, BJP और कांग्रेस के बीच घमासान
1 Apr, 2025 12:56 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
मध्य प्रदेश में ईद के जश्न के बीच केंद्र सरकार के वक्फ संशोधन बिल के खिलाफ काली पट्टी बांधकर विरोध प्रदर्शन किया गया. इसके अलावा, लोग फिलिस्तीन के साथ एकजुटता व्यक्त करने वाली तख्तियां लगाए दिखे. इसको लेकर सोमवार 31 मार्च को सत्तारूढ़ BJP और विपक्षी कांग्रेस के बीच बहस छिड़ गई. एमपी में ईद का जश्न पारंपरिक उत्साह के साथ मनाया गया. हालांकि समुदाय के कुछ सदस्यों ने वक्फ अधिनियम में संशोधन करने के केंद्र सरकार के कदम के खिलाफ विरोध जताने के लिए काली पट्टी बांधी, जबकि यहां एक जगह कुछ लोगों ने एक समूह को 'मैं फिलिस्तीन के साथ खड़ा हूं' की तख्तियां प्रदर्शित कीं.
BJP ने प्रियंका गांधी पर लगाए आरोप
इसके बाद BJP सरकार में मंत्री विश्वास सारंग ने कहा कि विभाजनकारी बयानबाजी करके हिंसा भड़काने के प्रयासों को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा. उन्होंने कहा, "कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी ने संसद में फिलिस्तीन का बैग लेकर लोगों की भावनाओं को भड़काया. विपक्षी नेताओं को तुष्टीकरण की राजनीति के लिए इतना नीचे गिरने पर शर्म आनी चाहिए." विश्वास सारंग ने कहा, "जब बांग्लादेश में हिंदुओं पर अत्याचार हो रहे थे, तब प्रियंका दीदी के पास उन हिंदुओं का समर्थन करने का समय नहीं था. ईद पर बैनर दिखाकर देश में अराजकता फैलाने की ऐसी कोशिशें बर्दाश्त नहीं की जाएंगी."
इतना ही नहीं, BJP सराकर में मंत्री सारंग ने कहा कि इन तत्वों को समझना चाहिए कि अगर उन्हें भारत से फायदा हो रहा है, तो उन्हें भारतीयों की तरह सोचना भी चाहिए. ऐसी विभाजनकारी सोच को स्वीकार नहीं किया जाएगा. वक्फ (संशोधन) विधेयक को पढ़े बिना उसका विरोध करना गलत है.
'वक्फ से मुसलमान को भी फायदा नहीं'- विश्वास सारंग
खेल मंत्री ने आगे कहा, ''वक्फ से किसी गरीब मुसलमान को फायदा नहीं हुआ है. अवैध रूप से जमीन हड़पने में शामिल केवल अमीर मुस्लिम नेताओं को ही वक्फ बोर्ड से फायदा हुआ है.''
सारंग के बयान पर कांग्रेस का पलटवार
विश्वास सारंग पर पलटवार करते हुए मध्य प्रदेश कांग्रेस के प्रवक्ता अभिनव बरोलिया ने कहा, ''फिलिस्तीन हमारा दुश्मन नहीं है. आज अगर कोई मुस्लिम भाई ईद पर फिलिस्तीन के बारे में अपनी भावनाएं व्यक्त कर रहा है, तो इसमें गलत क्या है? इस मुद्दे को राजनीति नहीं, बल्कि मानवता का मामला माना जाना चाहिए.''
'फिलिस्तीन जाकर देखें हाल'- कांग्रेस नेता
कांग्रेस नेता ने आरोप लगाया कि सारंग विकास की बात नहीं करते हैं. उन्होंने कहा, ''आज जब बिजली के बिल और संपत्ति कर बढ़ रहे हैं, तो वे इस पर चर्चा नहीं कर रहे. इसके बजाय, वे हिंदुओं और मुसलमानों को विभाजित करने पर ध्यान केंद्रित कर रहे हैं. फिलिस्तीन (गाजा) जाकर वहां का माहौल देखें कि वहां किस तरह की बर्बरता हुई है.''
काली पट्टी बांधकर नमाज अदा करते दिखे लोग
इससे पहले, एक प्रत्यक्षदर्शी ने कहा कि यहां कई लोग वक्फ अधिनियम संशोधन के विरोध में काली पट्टी बांधकर नमाज अदा करते देखे गए, जबकि एक मस्जिद में कुछ लोगों ने 'मैं फिलिस्तीन के साथ खड़ा हूं' की तख्ती थामी थी.
फिलिस्तीन-इजरायल विवाद
7 अक्टूबर, 2023 को हमास द्वारा किए गए घातक हमले के बाद इजरायल ने गाजा पट्टी पर हमला किया. इजरायल ने हमास के साथ युद्धविराम समाप्त कर दिया और इस महीने की शुरुआत में आश्चर्यजनक बमबारी के साथ 17 महीने तक चले युद्ध को फिर से शुरू कर दिया, जिसमें सैकड़ों लोग मारे गए. गाजा के स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार, इजरायल के हमले में 50 हजार से अधिक फिलिस्तीनी मारे गए हैं. 28 मार्च को रमज़ान के आखिरी शुक्रवार की नमाज़ के दौरान भी भोपाल, विदिशा और कुछ अन्य जगहों पर केंद्र के वक्फ संशोधन विधेयक 2024 के खिलाफ़ इसी तरह का काली पट्टी बांधकर विरोध प्रदर्शन किया गया था. यह विरोध प्रदर्शन पिछले हफ्ते ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड (एआईएमपीएलबी) द्वारा किए गए आह्वान पर किया गया था.
भाजपा विधायक रामेश्वर शर्मा ने फिर सनातन के बचाव में कड़ा रुख दिखा
1 Apr, 2025 09:05 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
भाजपा विधायक रामेश्वर शर्मा ने फिर सनातन के बचाव में कड़ा रुख दिखा. रामेश्वर शर्मा बोले नवरात्र में मीट की दुकानें बंद होनी चाहिए. जो लोग गंगा जमुना तहजीब को लेकर बहुत भाषण देते हैं, अब उन्हें हिंदुओं की आस्था का सम्मान करना चाहिए. अब देशभर से हिंदुओं ने मांग की है कि नवरात्र में मीट दुकानें बंद करना चाहिए. नवरात्रि हिंदुओं की आस्था का बड़ा त्यौहार है. 9 दिन कड़ा उपवास रखा जाता है. शुद्ध मन से पूजा पाठ की जाती है. अगर हिंदू मुस्लिम एकता चाहते हो तो हिंदुओं की भावनाओं का सम्मान करने का यही समय है. मांस की दुकानें बंद रखो.
मामले पर कांग्रेस ने अपनी दलील दी. फिरोज सिद्दीकी कांग्रेस प्रवक्ता ने कहा मीट बेचने वालों की रोजी-रोटी की चिंता भी करो. पहले ही बेरोजगारी बढ़ी हुई है, दुकानें बंद करने से पहले उन्हें मुआवजा दे देते. जिनकी भी 9 दिन दुकान बंद रहेगी, पहले सरकार उनको मुआवजा दे.
मध्य प्रदेश में कांग्रेस में लगातार संगठन बदलाव की चर्चा
1 Apr, 2025 08:02 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
MP News: मध्य प्रदेश में कांग्रेस संगठन में बड़े बदलाव की तैयारियां चल रही हैं, बताया जा रहा है कि पीसीसी चीफ जीतू पटवारी कुछ दिनों में जल्द ही नए जिलाध्यक्षों की लिस्ट जारी कर सकते हैं. क्योंकि राहुल गांधी जल्द ही दिल्ली में कांग्रेस के जिलाध्यक्षों के साथ मीटिंग करने वाले हैं, एमपी में लगातार चुनावी हार झेल रही कांग्रेस अब जिला लेवल से संगठन को मजबूत करने की तैयारी में है. इसलिए 3 अप्रैल को दिल्ली में राहुल गांधी के साथ मध्य प्रदेश के सभी जिलाध्यक्षों की मीटिंग होने वाली है, जिसमें कुछ अहम फैसले हो सकते हैं. इस बैठक में जिलाध्यक्षों के अलावा पीसीसी चीफ जीतू पटवारी और कांग्रेस के सीनियर नेता भी शामिल होंगे.
दरअसल, कांग्रेस का मानना है कि पार्टी को फिर से मजबूती देने के लिए उसे जिला लेवल से मजबूत करना होगा. इसलिए संगठन में इस बात की चर्चा तेज है कि जिला अध्यक्षों को ज्यादा से ज्यादा अधिकार दिए जाएं, क्योंकि उनका फीडबेक ही पार्टी के सबसे ज्यादा काम आ सकता है. एआईसीसी ने जिला संगठनों को मजबूत बनाने पर जोर देने की बात कही है. बताया जा रहा है कि आने वाले चुनावों में जिलाध्यक्षों के पास पार्षद से लेकर सांसद तक के टिकट बांटने में अहम भूमिका रहेगी. क्योंकि जिले की सबसे सटीक जानकारी जिलाध्यक्ष के पास ही हो सकती है, ऐसे में किसे टिकट दिया जाना चाहिए और किसे नहीं यह भोपाल या दिल्ली से तय न होकर संबंधित जिले से ही तय किया जाएगा. चुनाव समिति की बैठक में जिलाध्यक्षों की राय को महत्व दिया जाएगा. माना जा रहा है कि इस बैठक में इन्हीं मुद्दों पर चर्चा होगी.
बताया जा रहा है कि राहुल गांधी ने जीतू पटवारी को नए जिलाध्यक्षों के चयन के लिए भी हरी झंडी दे दी है. जिसके बाद जीतू पटवारी जल्द ही नए जिलाध्यक्षों की नियुक्तियां कर सकते हैं. जो जिलाध्यक्ष पिछले तीन सालों से जमे हैं, उनकी छुट्टी होना तय मानी जा रही है. इसके अलावा जिला अध्यक्षों की नियुक्ति को लेकर कुछ गाइडलाइन भी बनाई गई हैं, जिसमें जिला अध्यक्ष की उम्र 50 साल से ज्यादा नहीं होनी चाहिए, इसके अलावा उसे पार्टी में काम करने का 10 से 15 साल का अनुभव होना चाहिए. जिलाध्यक्ष तकनीक का जानकार हो और सोशल मीडिया पर लगातार उसकी सक्रियता होनी चाहिए. क्योंकि कार्यकर्ताओं और नेताओं के बीच समन्वय बनाने में सोशल मीडिया की भी अहम भूमिका रहती है.
कांग्रेस के राष्ट्रीय अधिवेशन की बैठक इस बार अहमदाबाद में होने जा रही है, जिसमें जिलाध्यक्षों को पावर देने वाले प्रस्ताव को पास किया जा सकता है, इसके बाद इसे सभी प्रदेशों की कांग्रेस कमेटी में लागू किया जाएगा. कांग्रेस ने 27 मार्च से देशभर में 250 जिला अध्यक्षों के बैच में बैठकों का आयोजन किया है, जिसमें एमपी की बैठक 3 अप्रैल को होनी है.
राज ठाकरे ने औरंगजेब को लेकर बड़ा बयान दिया
31 Mar, 2025 11:15 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
मुंबई। महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (मनसे) प्रमुख राज ठाकरे ने औरंगजेब को लेकर बड़ा बयान दिया है। उन्होंने साफ कहा कि फिल्म देखकर जागने वाला हिंदू किसी काम का नहीं है। उन्होंने औरंगजेब की कब्र को लेकर कथित तौर पर सांप्रदायिक तनाव भड़काने के प्रयासों की रविवार को निंदा की और कहा कि इतिहास को जाति और धर्म के चश्मे से नहीं देखा जाना चाहिए। उन्होंने लोगों से इतिहास से जुड़ी जानकारियों के लिए व्हाट्सऐप पर आने वाले संदेशों पर निर्भर न रहने को कहा।
ठाकरे ने लोगों से उकसावे में नहीं आने और विचलित न होने का आग्रह करते हुए कहा कि शिवाजी से पहले और शिवाजी के बाद के युगों में सामाजिक-राजनीतिक परिस्थितियां अलग थीं। उन्होंने कहा, हम मौजूदा समय के असली मुद्दों को भूल गए हैं। एक फिल्म देखकर जागने वाले हिंदू किसी काम के नहीं हैं। क्या आपको विक्की कौशल को देखकर संभाजी महाराज के बलिदान के बारे में और अक्षय खन्ना को देखकर औरंगजेब के बारे में पता चला? ठाकरे ने यहां शिवाजी पार्क में वार्षिक गुड़ी पड़वा रैली को संबोधित करते हुए कहा कि मुगल शासक एक विचार को मारना चाहते थे और वह है शिवाजी लेकिन असफल रहे। उन्होंने कहा कि बीजापुर के सेनापति अफजल खान को प्रतापगढ़ किले के पास दफनाया गया था और यह छत्रपति शिवाजी महाराज की अनुमति के बिना संभव नहीं था।
औरंगजेब की कब्र हटाने की अपीलों पर उन्होंने कहा कि वहां एक बोर्ड लटका देना चाहिए कि हमने इस राजा को मारा। उन्होंने कहा है कि ऐतिहासिक घटनाओं को उनके उचित संदर्भ में समझा जाना चाहिए, न कि सांप्रदायिक विभाजन को बढ़ावा देकर। उन्होंने धर्म और जाति आधारित राजनीति की भी निंदा की है।उन्होंने कहा, धर्म आपके घरों की चार दीवारों के अंदर होना चाहिए। एक हिंदू की पहचान हिंदू के तौर पर तब होती है, जब मुसलमान दंगों में सड़कों पर आ जाते हैं। नहीं तो हिंदू जातियों में बंटे हुए हैं।
प्रधानमंत्री मोदी 19 अप्रैल को कटरा से जम्मू-श्रीनगर वंदे भारत ट्रेन को हरी झंडी दिखाएंगे
31 Mar, 2025 10:40 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
नई दिल्ली। कश्मीर को रेलमार्ग से देश के बाकी हिस्सों से जोड़ने का सपना जल्द पूरा होगा। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 19 अप्रैल को कटरा से श्रीनगर चलने वाली पहली ट्रेन को हरी झंडी दिखाएंगे। केंद्रीय मंत्री जितेंद्र सिंह ने इसकी पुष्टि कर बताया कि प्रधानमंत्री मोदी 19 अप्रैल को कटरा से जम्मू-श्रीनगर वंदे भारत ट्रेन को हरी झंडी दिखाएंगे। कश्मीर को देश के अन्य भागों से जोड़ने के लिए 272 किलोमीटर लंबी उधमपुर-श्रीनगर-बारामूला रेलवे लिंक परियोजना का काम पूरा होने के बाद कश्मीर को यह सौगात मिलने वाली है। जम्मू-कटरा-श्रीनगर वंदे भारत एक्सप्रेस की शुरुआत कटरा से होगी, क्योंकि फिलहाल जम्मू रेलवे स्टेशन का नवीनीकरण हो रहा है। रेलवे अधिकारियों के अनुसार, इस रेलवे लिंक परियोजना को पिछले महीने पूरा किया गया था। कटरा-बारामूला मार्ग पर ट्रेन के परीक्षण सफलतापूर्वक हो चुके हैं। रेलवे सुरक्षा आयुक्त (सीआरएस) ने इस साल जनवरी में कटरा और कश्मीर के बीच ट्रेन सेवा को मंजूरी दी थी।
रेलवे अधिकारियों का कहना है कि वंदे भारत एक्सप्रेस के शुरू होने से जम्मू और श्रीनगर के बीच यात्रा का समय काफी कम होगा और क्षेत्र के लिए एक आधुनिक और कुशल रेल सेवा प्रदान करेगी। कई दशकों से कश्मीर के लिए सीधी रेल सेवा की मांग हो रही थी, इस मांग को इस ट्रेन के शुरू होने से पूरा किया जाएगा। वर्तमान में, कश्मीर घाटी में केवल संगलदान से बारामूला तक ट्रेन सेवा उपलब्ध है, जबकि कटरा से देश के अन्य हिस्सों के लिए ट्रेन चलती हैं। कश्मीर को रेल मार्ग से जोड़ने की यह महत्वाकांक्षी परियोजना 1997 में शुरू हुई थी, लेकिन भूगोल, जलवायु और भौगोलिक चुनौतियों के कारण इसमें कई बार देरी हुई। इस परियोजना में कुल 38 सुरंगें हैं, जिनकी लंबाई 119 किमी है। इसमें भारत की सबसे लंबी परिवहन सुरंग 12.75 किमी लंबी टनल टी-49 भी शामिल है।
इसके अलावा, 927 पुल बनाए गए हैं, जिनकी कुल लंबाई 13 किमी है। इसमें सबसे खास है चिनाब पुल, जो 1,315 मीटर लंबा है और इसका आर्च स्पैन 467 मीटर का है। यह पुल नदी तल से 359 मीटर ऊंचा है, यानी एफिल टॉवर से भी 35 मीटर ऊंचा। यह दुनिया का सबसे ऊंचा आर्च रेलवे पुल है। रेलवे के अनुसार, कश्मीर में चलने वाली वंदे भारत एक्सप्रेस देश के अन्य हिस्सों में चल रही वंदे भारत ट्रेनों से अलग होगी। इस वंदेभारत को -20 डिग्री सेल्सियस तक के तापमान में सुचारू रूप से चलने के लिए डिजाइन किया गया है। यात्रियों और ड्राइवरों की सुविधा के लिए ट्रेन में एडवांस हीटिंग सिस्टम लगे हैं। रेल मंत्रालय के अनुसार, जम्मू-श्रीनगर वंदे भारत ट्रेन को खासतौर पर अत्यधिक ठंडे इलाकों के लिए डिजाइन किया गया है। मार्ग पर यात्री और मालगाड़ियों से पहले बर्फ हटाने वाली ट्रेन चलेगी, ताकि यह रेल मार्ग सालभर, दिन-रात चालू रह सके। यह ट्रेन हर मौसम में जम्मू-कश्मीर के बीच निर्बाध रेल सेवा सुनिश्चित करेगी।
क्फ बिल पेश करने को लेकर केंद्रीय मंत्री किरेन रिजिजू नवे कही ये बात
31 Mar, 2025 08:15 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
केंद्रीय संसदीय कार्य मंत्री किरेन रिजिजू ने कहा है कि संसद में वक्फ विधेयक पेश करने की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। उन्होंने सोमवार शाम को प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि सरकार विधेयक के प्रावधानों से जुड़े हर सवाल का जवाब देने के लिए तैयार है। इस विधेयक में ऐसा कोई प्रावधान शामिल नहीं किया गया है जो अल्पसंख्यकों के साथ अन्याय हो। रिजिजू के मुताबिक, जो लोग वक्फ विधेयक का विरोध कर रहे हैं, वे ताकतवर लोग हैं। उन्होंने वक्फ संपत्तियों पर कब्जा कर लिया है। वे लोगों को गुमराह कर रहे हैं। वे कह रहे हैं कि विधेयक असंवैधानिक है।
वक्फ संशोधन विधेयक गरीब मुसलमानों, बच्चों और महिलाओं के हित में
उन्होंने साफ किया कि आलोचना करने का अधिकार सभी को है, लेकिन इसका कोई आधार भी होना चाहिए। रिजिजू के मुताबिक, धार्मिक प्रतिबद्धताओं और मान्यताओं से परे जाकर कई संगठन विधेयक का समर्थन कर रहे हैं। विधेयक गरीब मुसलमानों, बच्चों और महिलाओं के हित में है। इससे वक्फ बोर्ड के तहत संपत्तियों के प्रबंधन में जवाबदेही और पारदर्शिता सुनिश्चित होगी।
सरकार का दावा- भारत के इतिहास में अब तक का सबसे व्यापक विचार-विमर्श
प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान रिजिजू ने कहा, सरकार संसद में वक्फ संशोधन विधेयक पेश करने की तैयारी कर रही है, सभी से सदन में बहस और चर्चा में भाग लेने की अपील करती है। उन्होंने कहा कि संसद के बाहर रिकॉर्ड संख्या में विचार-विमर्श और चर्चा हुई है। संयुक्त संसदीय समिति (जेपीसी) ने लोकतांत्रिक भारत के इतिहास में अब तक की सबसे व्यापक परामर्श प्रक्रिया और सर्वोच्च प्रतिनिधित्व का रिकॉर्ड बनाया है। रिजिजू ने कहा कि विधेयक तैयार है, वह सभी राजनीतिक दलों से अनुरोध करना चाहेंगे कि वे चर्चा में भाग लें और संसद के पटल पर अपने विचार रखें। उन्होंने विपक्ष से गुमराह न करने की अपील की।
केरल के सांसदों से समर्थन की अपील, रिजिजू ने किया स्वागत
इससे पहले आज कैथोलिक बिशप काउंसिल ऑफ केरल (केसीबीसी) ने राज्य के सांसदों से केंद्र सरकार के इस विधेयक का समर्थन करने की अपील की। अपने आधिकारिक एक्स हैंडल पर इस पत्र को साझा करते हुए रिजिजू ने कहा, खुद अल्पसंख्यक समुदाय का सदस्य होने के नाते वह इस अपील का स्वागत करते हैं। आपको बता दें कि केंद्रीय अल्पसंख्यक कार्य मंत्री रिजिजू बौद्ध धर्म के अनुयायी हैं। खुद राज्यसभा के सभापति जगदीप धनखड़ ने भी उनकी पहचान को रेखांकित किया था और इसे भारत के लिए गौरव की बात बताया था।
वक्फ संशोधन विधेयक पर गृह मंत्री अमित शाह का बयान
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने शुक्रवार को स्पष्ट किया कि अगस्त 2024 में संयुक्त संसदीय समिति (जेपीसी) को भेजे गए वक्फ संशोधन विधेयक को संसद के मौजूदा बजट सत्र में फिर से पेश किया जाएगा। उन्होंने कहा, 'हम इसी सत्र में वक्फ विधेयक पेश करेंगे।' आपको बता दें कि बजट सत्र 4 अप्रैल को समाप्त होगा। शाह ने कहा कि प्रस्तावित कानून से किसी को डरने की जरूरत नहीं है। नरेंद्र मोदी सरकार संविधान के दायरे में वक्फ अधिनियम में संशोधन कर रही है। उन्होंने कहा, 'विपक्ष मुसलमानों को गुमराह कर रहा है। मुसलमानों के किसी अधिकार पर अंकुश नहीं लगाया जाएगा। वे सिर्फ झूठ बोल रहे हैं।'
यूट्यूबर अनीस अब्राहम को प्रियंका गांधी वाड्रा के काफिले को रोकने के आरोप में गिरफ्तार किया गया
31 Mar, 2025 07:16 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
तिरुवनंतपुरम । केरल पुलिस ने यूट्यूबर अनीस अब्राहम को प्रियंका गांधी वाड्रा के काफिले को रोकने के आरोप में गिरफ्तार किया गया है। पुलिस के मुताबिक यूट्यूबर अब्राहम ने कांग्रेस नेता के पायलट वाहन में बजाए जा रहे हॉर्न से नाराज होकर काफिले के आगे कार खड़ी कर दी थी। पुलिस ने उन्हें हिरासत में ले लिया। हालांकि बाद में अब्राहम को पुलिस स्टेशन से ही जमानत मिल गई। अब पुलिस काफिला रोकने के अन्य कारणों की जांच कर रही है।
सांसद प्रियंका गांधी वाड्रा के काफिले को रोकने की घटना तब हुई जब प्रियंका मलप्पुरम से कोच्चि एयरपोर्ट जा रही थीं। उन्होंने अपने निर्वाचन क्षेत्र और मलप्पुरम जिले में कई कार्यक्रमों में भाग लिया था। जब वे मन्नुथी बायपास जंक्शन पर पहुंची, तभी एक कार सवार ने काफिले के सामने अचानक बीच सड़क पर कार रोक दी। पुलिस के मुताबिक, आरोपी की पहचान यूट्यूबर अनीस अब्राहम के तौर पर हुई। वे एलनाडू के रहने वाले हैं। अनीस सांसद के पायलट वाहन के हॉर्न बजाने से नाराज थे। मन्नुथी सब इंस्पेक्टर के नेतृत्व में पुलिस टीम ने जब रुकावट को हटाने की कोशिश की, तब अब्राहम ने पुलिसवालों से झगड़ा भी किया। पुलिस अधिकारियों ने पुष्टि की है कि अब्राहम के खिलाफ मामला दर्ज किया है। उन पर काफिले को जानबूझकर रोकने, जीवन को खतरे में डालने और पुलिस के आदेशों की अवहेलना करने का आरोप है। अब्राहम को स्टेशन से जमानत पर रिहा किया गया है, मामले की जांच अभी जारी है। पुलिस यह पता लगाने की कोशिश कर रही है कि अब्राहम ने काफिले को क्यों रोका, क्या इसके पीछे कोई और वजह थी? पुलिस सभी पहलुओं से जांच कर रही है। यूट्यूबर की कार भी जब्त कर ली गई है।
'मुद्दो से भटकाने का कार्य कर रही है भाजपा सरकार', सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने लगाया आरोप
31 Mar, 2025 07:15 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
सपा समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष और उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने सोमवार को भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के नेतृत्व वाली सरकार पर लोगों को त्योहारों को खुलकर मनाने से रोकने के लिए बाधाएं खड़ी करने का आरोप लगाया। यादव ने यह भी आरोप लगाया कि भाजपा संविधान के अनुसार देश नहीं चला रही है। इससे पहले कभी इतनी बैरिकेडिंग नहीं की गई। पुलिस ने मुझे यहां आने से रोका, मैं बड़ी मुश्किल से आ पाया। किसी अधिकारी के पास कोई जवाब नहीं था। यह धमकी है, यह तानाशाही है कि दूसरे धर्म के लोगों के त्योहार में शामिल नहीं हो सकते।
आज सबसे बड़ा खतरा देश और संविधान को है। हमारा देश बहुत बड़ा देश है, हम सदियों से मिलजुल कर रह रहे हैं। गाय के सवाल के बारे में मुझसे बेहतर कौन जान सकता है। जिन चैनलों में कंपनियां निवेश कर रही हैं, उनके एंकर और पत्रकार इस पर बोल रहे हैं। भाजपा के लोग बैल और गाय की गिनती नहीं बता पा रहे हैं। भाजपा लोगों को मुद्दों से भटकाने का काम कर रही है। इस सरकार में भ्रष्टाचार है, घोटाला है। इनका एक आईएएस अधिकारी फरार है, मैं तो कहूंगा कि वह अधिकारी सीएम आवास में छिपा है। ममता बनर्जी सही कह रही हैं, बीजेपी बिहार और बंगाल में झूठा प्रचार कर रही है। मैं चाहता हूं कि सीएम बिहार जाएं।
'मोदी और अमित शाह का प्यार सिर्फ चुनाव तक है', प्रशांत किशोर ने विपक्ष पर किया प्रहार
31 Mar, 2025 06:40 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
पटना: जन सुराज के सूत्रधार प्रशांत किशोर 'जन सुराज उद्घोष यात्रा' के तहत एक दिवसीय दौरे पर कटिहार पहुंचे, जहां उन्होंने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के बिहार दौरे पर कटाक्ष करते हुए कहा कि बिहार में चुनाव हैं, इसलिए नवंबर तक अमित शाह और मोदी का बिहार प्रेम ही दिखेगा. अब चुनाव तक हर केंद्रीय योजना का शिलान्यास बिहार से होगा, किसान सम्मान निधि का पैसा भी बिहार से ही भेजा जाएगा. अब चुनाव तक बिहार का गौरवशाली इतिहास ही दिखेगा।
अमित शाह पर प्रशांत किशोर ने कसा तंज
प्रशांत किशोर ने यह भी कहा कि पीएम मोदी और अमित शाह के बीच प्रेम सिर्फ चुनाव तक ही दिखेगा. मोदी और शाह वहीं कैंप करते हैं जहां चुनाव होते हैं. अभी बिहार में चुनाव हैं, इसलिए बिहार के बाद मोदी शाह का बंगाल और तमिलनाडु प्रेम दिखेगा. उन्होंने कहा कि अमित शाह बताएं कि केंद्र सरकार ने बिहार के विकास के लिए क्या किया है. अमित शाह को बताना चाहिए कि एनडीए सरकार ने पिछले 11 सालों में बिहार में कितनी फैक्ट्रियां लगाई हैं।
पीके ने सीएम योगी पर सड़क पर नमाज पढ़ने को लेकर हमला बोला और कहा कि यूपी और बिहार में फर्क है। सीएम योगी की पूरी राजनीति हिंदू-मुस्लिम ध्रुवीकरण पर चलती है, प्रशांत किशोर ने बिहार के पड़ोसी राज्य उत्तर प्रदेश में चल रही ध्रुवीकरण की राजनीति के लिए यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को जिम्मेदार ठहराया और कहा कि योगी की पूरी राजनीति हिंदू-मुस्लिम ध्रुवीकरण पर चलती है। प्रशांत किशोर ने कहा कि यूपी और बिहार में फर्क है। बिहार में हिंदू और मुस्लिम दोनों समुदाय के लोग लंबे समय से मिलजुल कर रह रहे हैं, इसलिए बिहार में हिंदू-मुस्लिम ध्रुवीकरण की राजनीति के लिए कोई जगह नहीं है। यहां कुछ लोग धर्म के नाम पर मुसलमानों को डरा सकते हैं, लेकिन यहां के इतिहास में कभी हिंदू-मुस्लिम ध्रुवीकरण नहीं हुआ और हम चाहते हैं कि भविष्य में इसकी कोई संभावना न हो और बिहार यूपी न बने।
कुणाल कामरा के पक्ष में पीके ने क्या कहा?
कुणाल कामरा के पक्ष में बोलते हुए प्रशांत किशोर ने कहा कि कुणाल मेरे मित्र हैं, वह देश से प्यार करने वाले व्यक्ति हैं, उनके शब्दों का चयन भले ही गलत हो लेकिन उनका इरादा गलत नहीं था। प्रशांत किशोर ने कुणाल कामरा की स्टैंड अप कॉमेडी को लेकर चल रहे विवाद पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि कुणाल मेरे मित्र हैं। उनके बारे में जो जानकारी मेरे पास है, उसके आधार पर मैं कह सकता हूं कि वह देश से प्यार करने वाले व्यक्ति हैं। उनकी कोई राजनीतिक दुश्मनी नहीं है। वह पुडुचेरी में रहते हैं और वहां ऑर्गेनिक खेती के साथ-साथ स्टैंड अप कॉमेडी भी करते हैं।
कांग्रेस सांसद शशि थरूर ने एक बार फिर मोदी सरकार की नीतियों की खूब तारीफ कर रहे
31 Mar, 2025 01:32 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
नई दिल्ली। कांग्रेस सांसद शशि थरूर पिछले कई दिनों से मोदी सरकार की नीतियों की खूब तारीफ कर रहे हैं। पहले थरूर ने रूस-यूक्रेन युद्ध को लेकर केंद्र सरकार की विदेश नीति की तारीफ की थी, अब कांग्रेस सांसद ने 'वैक्सीन कूटनीति' की प्रशंसा की है।
भारत ने शक्तिशाली उदाहरण पेश किया
कोविड महामारी के दौरान केंद्र सरकार की 'वैक्सीन डिप्लोमेसी' की तारीफ करते हुए थरूर ने इसे 'अंतरराष्ट्रीय नेतृत्व का एक शक्तिशाली उदाहरण' बताया। एक अंग्रेजी अखबार में लिखे लेख में थरूर ने कहा, कोविड महामारी के दौरान भारत की वैक्सीन कूटनीति उस समय की भयावहता के बीच जिम्मेदारी और एकजुटता में निहित अंतरराष्ट्रीय नेतृत्व के एक शक्तिशाली उदाहरण के रूप में सामने आई। 100 से अधिक देशों को भारत में निर्मित टीके वितरित करके भारत ने सबसे अधिक जरूरत पड़ने पर मदद का हाथ बढ़ाने की अपनी क्षमता का प्रदर्शन किया।
पार्टी में दरार को दर्शाता लेख
ये लेख केरल नेतृत्व को लेकर कांग्रेस पार्टी और थरूर के बीच दरार की खबरों के बीच आया है। थरूर का लेख कोविड के दौरान एक सॉफ्ट पावर के रूप में भारत की ताकत के इर्द-गिर्द केंद्रित था, जो प्रौद्योगिकी और प्रशिक्षण के क्षेत्र में भारत की क्षमता को दिखाता है।
थरूर ने की तारीफ
थरूर ने अपने लेख में लिखा कि कोविड के दौरान हमारे प्रयास केवल वैक्सीन बनाने तक सीमित नहीं थे, बल्कि नेपाल, मालदीव और कुवैत में भारतीय सैन्य डॉक्टरों को भेजने और दक्षिण एशियाई देशों में स्वास्थ्य देखभाल कार्यकर्ताओं के लिए ऑनलाइन प्रशिक्षण आयोजित करने तक फैले हुए थे।
पीएम मोदी की भी की थी प्रशंसा
थरूर ने हाल ही में रूस-यूक्रेन संघर्ष पर पीएम मोदी के युद्ध-विरोधी रुख की सराहना की थी। उन्होंने कहा था कि "युद्ध के मैदान में शांति नहीं मिल सकती।"
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और आरएसएस का जुड़ाव वर्षों पुराना रहा
31 Mar, 2025 11:16 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और आरएसएस का जुड़ाव वर्षों पुराना रहा है। संघ के 100 साल पूरा होने पर जब प्रधानमंत्री नागपुर स्थित आरएसएस के मुख्यालय में पहुंचे तो उन्होंने स्वयंसेवकों के निस्वार्थ सेवा भाव की जमकर तारीफ की। संघ के संस्थापक डॉ. हेडगेवार और गुरुजी गोलवलकर को पुष्पांजलि अर्पित कर उनके योगदान को याद किया। पीएम ने कहा कि संघ का 100 साल पहले बोया गया पेड़ अब वटवृक्ष बन गया है। यह साधारण वटवृक्ष नहीं है और अब यह भारत का अक्षय वट वृक्ष बन चुका है जो भारतीय संस्कृति और राष्ट्रीय चेतना को ऊर्जावान बना रहा है। राष्ट्र यज्ञ के इस पावन अनुष्ठान में मुझे आज यहां आने का सौभाग्य मिला। आज चैत्र शुक्ल प्रतिपदा का ये दिन बहुत विशेष है। आज से नवरात्र का पवित्र पर्व शुरू हो रहा है। देश के अलग-अलग कोनों में आज गुड़ी पड़वा, उगादी और नवरेह त्योहार भी मनाया जा रहा है।
पीएम मोदी ने कहा कि आज भगवान झूलेलाल जी और गुरु अंगद देव जी का अवतरण दिवस भी है। इसी साल आरएसएस की गौरवशाली यात्रा का 100 वर्ष पूरे हो रहे हैं। आज इस अवसर पर मुझे स्मृति मंदिर जाकर पूज्य डॉ। साहब और पूज्य गुरुजी को श्रद्धांजिल अर्पित करने का सौभाग्य मिला है।
पश्चिम बंगाल के वरिष्ठ पुलिस अधिकारी के अनुसार मोथाबाड़ी में कानून एवं व्यवस्था पूरी तरह नियंत्रण में है. 61 लोगों को गिरफ्तार किया गया
31 Mar, 2025 10:08 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
कोलकाता: मालदा जिले के मोथाबारी हिंसा को लेकर हाल ही में हुए तनाव के बाद, पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने सोमवार को ईद-उल-फितर के अवसर पर कोलकाता में ईदगाह का दौरा किया.इस मौके पर उन्होंने कहा कि उनकी सरकार दंगों को रोकने के लिए प्रतिबद्ध है. उन्होंने राज्य में विपक्षी दलों पर निशाना साधते हुए कहा कि 'लाल' और 'गेरुआ' ने हाथ मिला लिया है. उन्होंने कहा कि पश्चिम बंगाल सरकार का केवल एक ही लक्ष्य है, दंगे रोकना.बनर्जी ने यहां जनसभा को संबोधित करते हुए कहा कि हम सभी धर्मों के लिए अपने प्राणों की आहुति देने के लिए तैयार हैं. बहुमत का कर्तव्य अल्पसंख्यकों की रक्षा करना है और अल्पसंख्यकों का कर्तव्य बहुसंख्यकों के साथ रहना है. हम किसी को दंगा नहीं करने देंगे. हमारी एक ही आवाज है, दंगे रोकना.
बीजेपी और भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (मार्क्सवादी) पर परोक्ष हमला करते हुए बनर्जी ने कहा कि दोनों पार्टियां एक दूसरे से मिली हुई हैं. उन्होंने कहा कि अराजकता आम लोग नहीं बल्कि राजनीतिक पार्टियां पैदा करती हैं.बनर्जी ने कहा, 'हम धर्मनिरपेक्ष हैं. नवरात्रि चल रही है, मैं इसके लिए भी शुभकामनाएं देती हूं, लेकिन हम नहीं चाहते कि कोई अराजकता पैदा करे. आम लोग अराजकता पैदा नहीं करते, लेकिन राजनीतिक दल करते हैं. आज लाल और गेरुआ एक हो गया. इसे रहने दें. यह शर्म की बात है.उनकी यह टिप्पणी पश्चिम बंगाल के मालदा जिले के मोथाबारी क्षेत्र में दो समूहों के बीच हिंसा भड़कने के बाद आई है, जहां 61 लोगों को गिरफ्तार किया गया है. 27 मार्च को हुई झड़पों के बाद तीन क्षेत्रों में इंटरनेट सेवा निलंबित कर दी गई थी.अतिरिक्त महानिदेशक (एडीजी) कानून एवं व्यवस्था जावेद शमीम ने बताया कि स्थिति पूरी तरह नियंत्रण में है और 61 लोगों को गिरफ्तार किया गया है. एएनआई से बात करते हुए एडीजी जावेद शमीम ने कहा कि मोथाबारी में स्थिति पूरी तरह नियंत्रण में है.अब तक 19 मामले दर्ज किए गए हैं और इस मामले में 61 लोगों को गिरफ्तार किया गया है. जल्द ही स्थिति पूरी तरह सामान्य हो जाएगी. आज क्षेत्र में कोई हिंसा की घटना नहीं हुई है. भाजपा ने भी शुक्रवार को मोथाबारी (मालदा) घटना के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया.