व्यापार (ऑर्काइव)
एक महीने में एसबीआई के शेयर ने हासिल की 17 फीसदी की बढ़ोतरी
20 Dec, 2023 01:00 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
नई दिल्ली । स्टेट बैंक ऑफ इंडिया (एसबीआई) के शेयर ने एक माह में 17 फीसदी की बढ़त हासिल की है। एसबीआई के शेयर मंगलवार को इंट्रा डे ट्रेड में बीएसई पर लगभग 2 प्रतिशत की बढ़ोतरी के साथ 659.50 रुपये की नई ऊंचाई पर पहुंच गए। मीडियम टर्म में बेहतर लाभ मिलने की उम्मीदों के बीच फिलहाल इस बैंक के शेयरों में जबरदस्त लिवाली देखने को मिल रही है। पिछले एक महीने में देश के सबसे बड़े सार्वजनिक क्षेत्र के बैंक (पीएसबी) के शेयर ने 17 फीसदी की बढ़ोतरी के साथ बाजार से बेहतर प्रदर्शन किया है। इसकी तुलना में एस एंड पी बीएसई सेंसेक्स और निफ्टी50 लगभग 9 फीसदी ऊपर हैं, जबकि निफ्टी पीएसयू बैंक इंडेक्स इस अवधि के दौरान 14 फीसदी बढ़ा है। शेयरों की कीमतों में तेज उछाल ने एसबीआई के बाजार पूंजीकरण को 6 लाख करोड़ रुपये तक पहुंचा दिया है। दोपहर 12:34 बजे, एसबीआई का बाजार पूंजीकरण 5.86 लाख करोड़ रुपये था और यह ऐतिहासिक आंकड़ा हासिल करने से 2 प्रतिशत दूर है। एनएसई और बीएसई पर अब तक संयुक्त रूप से 1.19 करोड़ इक्विटी शेयरों की अदला-बदली के साथ काउंटर पर भारी ट्रेडिंग वॉल्यूम देखा गया।
एसबीआई प्रबंधन को उम्मीद है कि पूरे साल क्रेडिट ग्रोथ 14-15 फीसदी के आसपास रहेगी। जबकि रिटेल पिछले कुछ वर्षों में ओवरऑल क्रेडिट ग्रोथ का प्रमुख चालक रहा है, हाल की तिमाहियों में कॉर्पोरेट ऋण भी अच्छी गति से बढ़ रहे हैं। इस संबंध में एसबीआई के चेयरमैन दिनेश खारा ने कहा है कि बैंक ने असुरक्षित खुदरा ऋण पर अपनी रफ्तार धीमी कर ली है। क्योंकि बैंक स्वस्थ विकास पर अपना ध्यान केंद्रित करेगा। उन्होंने कहा कि कंपनियों की तरफ से स्थिर मांग के बीच हालांकि ऋण की कुल वृद्धि दर 15 प्रतिशत पर टिके रहने की संभावना है।
पिछले हफ्ते एसबीआई ने एक एक्सचेंज फाइलिंग में कहा था कि वह भारत में सोलर पीवी परियोजनाओं का समर्थन करने के लिए जर्मन डेवलपमेंट बैंक के साथ 7 करोड़ यूरो की क्रेडिट लाइन पर हस्ताक्षर करेगा।
हाई रिकॉर्ड के साथ खुला शेयर बाजार, सेंसेक्स 400 अंक चढ़ा, निफ्टी 21550 के पार
20 Dec, 2023 12:45 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
मजबूत वैश्विक संकेतों के बाद भारतीय शेयर बाजार फिर नए रिकॉर्ड हाई पर पहुंच गए हैं। इस दौरान सेंसेक्स पहली बार 71850 के पार पहुंच गया। वहीं दूसरी ओर, निफ्टी भी पहली बार 21550 के पार पहुंचने में सफल रहा। हफ्ते के तीसरे कारोबारी दिन बाजार में सबसे ज्यादा खरीदारी एफएमसीजी और आईटी सेक्टर के शेयरों में दिखी। निफ्टी में टेक महिंद्रा और विप्रो टॉप गेनर के रूप में कारोबार करते दिखे। जबकि एमएंडएम और मारुति टॉप लूजर्स के रूप में कारोबार करते दिखे। इससे पहले मंगलवार को सेंसेक्स 122 अंक चढ़कर 71,437 के स्तर पर बंद हुआ था।
एशियाई बाजारों में बढ़त से रिकॉर्ड हाई पर पहुंचे भारतीय बाजार
जापान के बाद चीन की ओर से भी ब्याज दरों को अपरिवर्तित रखने के बाद एशियाई बाजारों में बढ़त से भारतीय बेंचमार्क इक्विटी सूचकांक बुधवार को नए रिकॉर्ड उच्च स्तर पर खुले। बंबई स्टॉक एक्सचेंज (बीएसई) का 30 शेयरों पर आधारित संवेदी सूचकांक सेंसेक्स बुधवार को सुबह नौ बजकर 20 मिनट पर 384 अंकों यानी 0.54% की तेजी के साथ 71,821 के स्तर पर कारोबार करता दिखा। वहीं, नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) का 50 शेयरों पर आधारित संवेदी सूचकांक निफ्टी 109 अंकों यानी 0.51% की तेजी के साथ 21,562 के लेवल पर कारोबार करता दिखा।
बाजार में कहां से आ रही तेजी?
मंगलवार को बैंक ऑफ जापान ने दरों को स्थिर रखा और अपने उदार नीति मार्गदर्शन को बनाए रखा। हालांकि, बैंक ने अपनी नकारात्मक ब्याज दर व्यवस्था को समाप्त करने का कोई संकेत नहीं दिया। मजबूत घरेलू वृहद आर्थिक आंकड़ों, तेल की कीमतों में कमी, म्यूचुअल फंड निवेशकों की ओर से सतत निवेश, रिकॉर्ड पाक्षिक विदेशी खरीद और अमेरिकी दर परिदृश्य में सुधार से भी इस तेजी को समर्थन मिला है। सेंसेक्स की कंपनियों में टेक महिंद्रा, विप्रो, टीसीएस, रिलायंस, इंफोसिस और एचसीएल टेक हरे निशान में खुले, जबकि महिंद्रा एंड महिंद्रा, मारुति और सन फार्मा लाल निशान में खुले। व्यक्तिगत शेयरों में, निप्पॉन लाइफ इंडिया एसेट मैनेजमेंट के शेयर 8.2% चढ़ गए क्योंकि 2.9% इक्विटी शेयरों का ब्लॉक सौदा किया गया है।
राष्ट्रीय पेंशन योजना के लिए राज्यों को मिली 60,000 करोड़ रुपये जुटाने की मंजूरी
20 Dec, 2023 12:00 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
नई दिल्ली । केन्द्र सरकार ने राज्यों को राष्ट्रीय पेंशन योजना के लिए 60,000 करोड़ रुपये जुटाने की मंजूरी दे दी है। प्राप्त जानकारी के अनुसार वित्त मंत्रालय के तहत व्यय विभाग ने मंगलवार को राष्ट्रीय पेंशन योजना (एनपीएस) के लिए 22 राज्यों को 60,876.8 करोड़ रुपये की अतिरिक्त उधारी को मंजूरी दे दी है। इस रकम की इजाजत सरकार की तरफ से साल 2023-24 के लिए दी गई है। घोषणा के अनुसार यह 2023-24 के लिए शुद्ध उधार सीमा से ज्यादा होगी। राज्यों के लिए सामान्य शुद्ध उधार सीमा उनके सकल राज्य घरेलू उत्पाद की 3 प्रतिशत तय की गई है। जीएसडीपी वर्तमान में 8.59 लाख करोड़ रुपये है। मंत्रालय ने 2023-24 के दौरान ओपन मार्केट से उधारी (ओएमबी) के लिए 6.99 लाख करोड़ रुपये और आपसी सहमति के बाद तय लोन प्राप्त करने के लिए 69,370.81 करोड़ रुपये जुटाने की मंजूरी भी दी है। सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर आई एक पोस्ट के मुताबिक, वित्त मंत्रालय ने राज्य सरकारों के लिए अतिरिक्त उधारी की लिमिट को भी बढ़ा दिया है। अब राज्य सरकारें एनपीएस के लिए 3 फीसदी जीएसडीपी की लिमिट से ज्यादा उधारी ले सकती हैं।
हालांकि इससे पहले जून में, केंद्र ने बिजली क्षेत्र में सुधार के लिए 12 राज्यों को 66,413 करोड़ रुपये के अतिरिक्त वित्तीय प्रोत्साहन को मंजूरी दी थी। केंद्रीय वित्त मंत्री ने केंद्रीय बजट 2021-22 में इस पहल की घोषणा भी की थी। जिसके तहत, राज्यों को 2021-22 से 2024-25 तक चार साल की अवधि के लिए सालाना जीएसडीपी की 0.5 प्रतिशत तक अतिरिक्त उधार लेने के लिए मंजूरी मिली है। मंगलवार को मंत्रालय ने कहा कि उसने बिजली क्षेत्र में प्रदर्शन से जुड़े 2021-22 में 12 राज्यों को 39,175 करोड़ रुपये और 2022-23 में 6 राज्यों को 27,238 करोड़ रुपये की अतिरिक्त उधार लेने की अनुमति दी है। 2023-24 के लिए, राज्य बिजली मंत्रालय की सिफारिश पर 1.43 लाख करोड़ रुपये उधार लेने के बराबर हैं।
LIC ने टाटा मोटर्स लिमिटेड में अपनी हिस्सेदारी को किया कम, कंपनी ने शेयर बाजार को यह जानकारी
19 Dec, 2023 04:34 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
भारतीय जीवन बीमा निगम ने मंगलवार को घोषणा की है कि टाटा मोटर्स लिमिटेड में उसकी हिस्सेदारी 5.110 प्रतिशत से घटकर उसकी कुल चुकता पूंजी का 3.092 प्रतिशत हो गई है। कंपनी के पास पहले टाटा मोटर्स के 169,802,847 शेयर थे जो घटकर 102,752,081 इक्विटी शेयर हो गई है।
शेयर बाजारों को भेजी सूचना में कंपनी ने कहा, ''सेबी (सूचीबद्धता दायित्व और प्रकटीकरण आवश्यकताएं) नियमन, 2015 के नियम 30 के तहत यह सूचित किया जाता है कि टाटा मोटर्स लिमिटेड में कंपनी की हिस्सेदारी 1,69,802,847 से घटकर 1,02,752,081 इक्विटी शेयर रह गई है।" 28 अगस्त, 2015 से 18 दिसंबर, 2023 की अवधि के दौरान एलआईसी की टाटा मोटर्स की होल्डिंग में 2 प्रतिशत की कमी आई।
एलआईसी ने बताया कि 28 अगस्त, 2015 से 18 दिसंबर, 2023 की अवधि के दौरान 711.65 रुपये की औसत लागत पर होल्डिंग 5.110 प्रतिशत से घटकर 3.092 प्रतिशत हो गई, जो 2.018 प्रतिशत कम है। टाटा मोटर्स एक अग्रणी वैश्विक ऑटोमोबाइल निर्माता है। यह कंपनी बहु-राष्ट्रीय टाटा समूह का हिस्सा और यह दुनिया को कारों, स्पोर्ट्स यूटिलिटी वाहनों, ट्रकों, बसों और रक्षा वाहनों का एक विस्तृत और विविध पोर्टफोलियो प्रदान करता है।
भारतीय जीवन बीमा निगम के शेयर
भारतीय जीवन बीमा निगम का शेयर फिलहाल 0.60 प्रतिशत की गिरावट के साथ 796.55 रुपये पर कारोबार करता दिख रहा है, जो इससे पिछले कारोबारी सेशन में 801.35 रुपये पर बंद हुआ था।
एलआईसी ने डिक्सन टेक्नोलॉजीज में हिस्सेदारी घटाई
इससे पहले एलआईसी ने सूचित किया था कि डिक्सन टेक्नोलॉजीज इंडिया लिमिटेड में उसकी हिस्सेदारी 29,97,913 से घटकर 17,94,395 इक्विटी शेयर रह गई है, जिससे उसकी शेयरधारिता 5.012 प्रतिशत से घटकर उक्त कंपनी की चुकता पूंजी का 3 प्रतिशत रह गई है।
IRCTC के शेयर रॉकेट बन गये, सोमवार को IRCTC के शेयरों में तूफानी तेजी देखने को मिली..
19 Dec, 2023 03:20 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
इंडियन रेलवे कैटरिंग एंड टूरिज्म कॉरपोरेशन (IRCTC) के शेयर रॉकेट बन गए हैं. सोमवार को IRCTC के शेयरों में तूफानी तेजी देखने को मिली थी. कल के कारोबार में कंपनी का स्टॉक 12 फीसदी से ज्यादा बढ़ गया था. वहीं, आज भी कंपनी के शेयरों में अच्छी बढ़त देखने को मिल रही है, जिन भी निवेशकों ने अपने पोर्टफोलियों में IRCTC के शेयरों को शामिल कर रखा होगा उनकी सिर्फ एक दिन में ही चांदी हो गई होगी. आज कंपनी का शेयर 52 हफ्ते के रिकॉर्ड लेवल के करीब ट्रेड कर रहा है.
IRCTC के शेयरों की लिस्टिंग मार्केट में अक्टूबर 2019 में हुई थी. उस समय से लेकर के अभी तक अगर इस कंपनी का स्टॉक 472.23 फीसदी का रिटर्न दे चुका है. अगर किसी निवेशक ने इसमें 4 साल पहले 1 लाख का निवेश किया होता तो उसका ये पैसा 4,72,000 से ज्यादा हो गया होता. यानी आपके पास में करीब 5 लाख रुपये होते.
IRCTC के शेयरों में आज भी है तेजी
IRCTC के शेयर आज 2.67 फीसदी यानी 23.45 रुपये की बढ़त के साथ 902.60 के लेवल पर ट्रेड कर रहे हैं. आज दोपहर को 12 बजे IRCTC के शेयर 914.75 रुपये के लेवल तक बढ़ गए थे. अगर इस शेयर का पिछले 5 दिनों का चार्ट देखें तो 5 कारोबारी दिनों में कंपनी का स्टॉक 16.70 फीसदी यानी 129.10 रुपये बढ़ा है.
कितना है शेयर का RSI?
आईआरसीटीसी का रिलेटिव स्ट्रेंथ इंडेक्स 71.4 पर है, जो दर्शाता है कि यह ओवरबॉट क्षेत्र में कारोबार कर रहा है. IRCTC स्टॉक का एक साल का बीटा 0.2 है. यह संकेत देता है कि स्टॉक में कम अस्थिरता है. लार्ज कैप स्टॉक 5 दिन, 10 दिन, 100 दिन, 150 दिन और 200 दिन के मूविंग एवरेज से अधिक पर कारोबार कर रहा है.
कैसा दिया है पिछले एक साल में रिटर्न?
पिछले एक महीने में IRCTC के शेयर ने निवेशकों को 26.55 फीसदी यानी 186.20 रुपये का रिटर्न दिया है. वहीं, YTD समय में इस कंपनी का स्टॉक 38.16 फीसदी बढ़ा है. इसके अलावा 6 महीने में भी कंपनी का शेयर सिर्फ 32.89 फीसदी ही बढ़ा है.
क्या है IRCTC का कारोबार?
IRCTC के कारोबार की बात की जाए तो यह पब्लिक सेक्टर की कंपनी है. इंडियन रेलवे कैटरिंग एंड टूरिज्म कॉर्पोरेशन रेलवे के लिए टिकटिंग, खानपान और पर्यटन की सेवाएं देती है. इस कंपनी के जरिए आप ऑनलाइन टिकट बुकिंग और ट्रेन में खाने की सुविधाओं का फायदा ले सकते हैं.
मल्टी कमोडिटी एक्सचेंज पर गोल्ड की कीमतों में आज गिरावट और चांदी कीमतों तेजी देखने को मिली...
19 Dec, 2023 03:09 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
सोने-चांदी की कीमतों में लगातार उतार-चढ़ाव जारी है. मल्टी कमोडिटी एक्सचेंज पर गोल्ड की कीमतों में आज गिरावट देखने को मिल रही है. वहीं, चांदी के भाव में तेजी देखने को मिल रही है. 24 कैरेट गोल्ड का भाव आज एमसीएक्स पर 62,000 के करीब है. वहीं, IBJA पर 24 कैरेट गोल्ड का भाव 61,700 के करीब है. अगर आप भी गोल्ड खरीदने का प्लान बना रहे हैं तो उससे पहले 10 ग्राम का भाव चेक कर लें.
MCX पर क्या है गोल्ड का भाव?
मल्टी कमोडिटी एक्सचेंज पर गोल्ड की कीमतों में लगातार गिरावट जारी है. एमसीएक्स मार्केट में सोना आज भी सस्ता हो गया है. आज 0.13 फीसदी की गिरावट के साथ गोल्ड 62211 रुपये प्रति 10 ग्राम के लेवल पर है. इसके अलावा चांदी के भाव में आज भी तेजी देखने को मिल रही है. एमसीएक्स पर आज चांदी का भाव 0.19 फीसदी की बढ़त के साथ 74550 रुपये प्रति किलोग्राम पर है.
IBJA पर कितना है गोल्ड का भाव?
इसके अलावा IBJA पर सोने की कीमतों में तेजी है. ibjarates.com के मुताबिक, यहां पर 995 शुद्धता वाले गोल्ड का भाव 61775 रुपये प्रति 10 ग्राम पर है. इसके अलावा 22 कैरेट वाले गोल्ड का भाव 56813 रुपये प्रति 10 ग्राम है. वहीं, 18 कैरेट वाले गोल्ड का भाव 46517 रुपये प्रति 10 ग्राम है.
सरकार बेच रही है सस्ता सोना
केंद्र सरकार की तरफ से इस समय सस्ता गोल्ड खरीदने का मौका दिया जा रहा है. सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड 2023-24 की तीसरी सीरीज ओपन हो गई है. आप इसमें 22 दिसंबर तक निवेश कर सकते हैं. इस वाली सीरीज में एक ग्राम सोने की कीमत 6199 रुपये तय की गई है. अगर आप 10 ग्राम गोल्ड खरीदते हैं तो आपको 61990 रुपये चुकाने होंगे. यह कीमत आज के बाजार भाव से कम है.
इस तरह चेक कर सकते हैं गोल्ड का भाव
आप सोने की कीमत अपने घर बैठे भी चेक कर सकते हैं. इंडियन बुलियन एंड ज्वैलर्स एसोसिएशन के मुताबिक आप सिर्फ 8955664433 नंबर पर मिस्ड कॉल देकर प्राइस चेक कर सकते हैं. आप जिस नंबर से मैसेज करते हैं उसी नंबर पर आपके मैसेज आ जाएगा.
आखिर किस वजह से आएगी पीएम किसान योजना की 16वीं किस्त के लाभार्थी की संख्या में कमी
19 Dec, 2023 02:06 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
सरकार ने किसानों को आर्थिक सहायता देने के लिए पीएम किसान सम्मान निधि योजना शुरू किया है। इस योजना में सरकार द्वारा सालाना 6,000 रुपये की राशि दी जाती है। यह राशि किस्तों में दी जाती है। हर किस्त में किसानों को 2,000 रुपये की राशि दी जाती है। अभी तक सरकार ने इस स्कीम में 15 किस्त जारी कर दी है। इसी के साथ 16वीं किस्त के लिए रजिस्ट्रेशन भी शुरू हो गया है।
अगर आप भी इस योजना का लाभ पाना चाहते हैं तो आप पीएम किसान योजना की अधिकारिक वेबसाइट (pmkisan.gov.in) पर जाकर पंजीकरण कर सकते हैं। सरकार ने 15वीं किस्त में लगभग 8 करोड़ रुपये किसानों के अकाउंट में जारी किये थे।
आपको बता दें कि माना जा रहा है कि पीएम किसान योजना की अगली किस्त यानी 16वीं किस्त के लाभार्थी की संख्या में काफी कमी आ सकती है। चलिए, जानते हैं कि आखिर किस वजह से इस योजना के लाभार्थी की संख्या में कमी देखने को मिली है।
ई-केवाईसी
सरकार ने पीएम किसान स्कीम का लाभ पाने के लिए जमीन सत्यापन और ई-केवाईसी अनिवार्य कर दिया है। अगर कोई किसान ई-केवाईसी और जमीन का सत्यापन नहीं किया है तो उन्हे योजना का लाभ नहीं मिलेगा। इस वजह से देश के कई किसानों को योजना की 15वीं किस्त का लाभ नहीं मिला है। किसान आसानी से पीएम किसान पोर्टल या फिर सीएससी सेंटर में जाकर केवाईसी करवा सकते हैं।
रजिस्ट्रेशन में गलती
अगर पीएम किसान के लिए रजिस्ट्रेशन करते समय कोई भी गलती होती है तब भी किसानों को योजना का लाभ नहीं मिलता है। इसके अलावा वह लाभार्थी लिस्ट से बाहर हो सकते हैं। इस वजह से किसान को आवेदन करते समय भूल कर भी कोई गलती नहीं करनी चाहिए।
पीएम किसान हेल्पलाइन नंबर
पीएम किसान योजना में रजिस्ट्रेशन या फिर किसी भी तरह कोई परेशानी आती है तो पीएम किसान योजना के हेल्पलाइन नंबर पर संपर्क कर सकते हैं। किसान 155261 या 1800115526 (Toll Free) या फिर 011-23381092 पर संपर्क कर सकते हैं। इसके अलावा वह किसान ईमेल आईडी pmkisan-ict@gov.in पर भी मेल कर सकते हैं।
Spicejet खरीदना चाहती है दिवालिया गो फर्स्ट को...
19 Dec, 2023 01:53 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
स्पाइसजेट अब गो फर्स्ट को खरीदने की योजना बना रहा है। मंगलवार को स्पाइसजेट ने कहा कि वह गो फर्स्ट का अधिग्रहण करने में रुचि व्यक्त की है। गो फर्स्ट को टेकओवर करने के लिए स्पाइसजेट ने प्रस्ताव पेश किया है। आपको बता दें कि 3 मई 2023 से गो फर्स्ट की सबी उड़ानों को रद्द कर दिया गटया है।
इसकी वजह है कि प्रैट एंड व्हिटनी इंजन समस्याओं से गो फर्स्ट को वित्तीय संकट का सामना करना पड़ा। इसके बाद कंपनी को दिवाला समाधान प्रक्रिया से गुजरना पड़ रहा है।
स्पाइसजेट ने अपने नियामत फाइलिंग में कहा कि वह गो फर्स्ट के दिवालिया समाधान पेशेवर के साथ रुचि रखते हैं और वह एयरलाइन के अधिग्रहण के लिए एक प्रस्ताव पेश करना चाहते हैं।
स्पाइसजेट के इस बयान के बाद कंपनी के शेयर पर तेजी देखने को मिली है। आज बीएसई पर कंपनी के शेयर 4 फीसदी की तेजी के साथ 66.83 रुपये प्रति शेयर पर ट्रेड कर रहे हैं।
कंपनी के बोर्ड ने हाल ही में अपनी वित्तीय स्थिति को मजबूत करने और विकास योजनाओं में निवेश करने के लिए लगभग 270 मिलियन अमेरिकी डॉलर की नई पूंजी जुटाने की प्रक्रिया को मंजूरी दी है और शुरू की है।
गो फर्स्ट का मामला
गो फर्स्ट एयरलाइन वर्तमान में वित्तीय संकट से जूझ रही है। इस वजह से कंपनी की सभी उड़ाने 3 मई 2023 को बंद हो गई है। दरअसल, फंड की कमी की वजह से एयरलाइन को अपनी सभी उड़ानों का संचालन बंद करना पड़ा। इसके साथ ही एयरलाइन को एनसीएलटी (NCLT) में दिवालिया प्रक्रिया का आवेदन भी देना पड़ा। फिलहाल, गो फर्स्ट पूरी तरह से दिवालिया हो गई है।
स्पाइसजेट के तिमाही नतीजे
चालू वित्त वर्ष की दूसरी तिमाही में स्पाइसजेट के नेट लॉस में गिरावट दर्ज की गई है। जहां पिछले वित्त वर्ष की दूसरी तिमाही में कंपनी का घाटा 830 करोड़ रुपये था तो वो सितंबर तिमाही में 449 करोड़ रुपये हो गया। इसके अलावा जुलाई तिमाही में कंपनी का मुनाफा 198 करोड़ रुपये दर्ज किया गया था।
कंपनी के वित्तीय प्रदर्शन को मजबूत करने के लिए स्पाइसजेट के बोर्ड ने 2,250 करोड़ रुपये के पूंजी को मंजूरी दी है। इस पूंजी का इस्तेमाल कंपनी अपने ग्रोथ प्लान में करेगी।
एयर इंडिया की नई शुरुआत, सोशल मीडिया पर नए लोगो का इस्तेमाल के साथ ही रंग-रूप में किया बदलाव
19 Dec, 2023 01:07 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
टाटा समूह के स्वामित्व वाली एयर इंडिया ने मंगलवार को अपने सभी सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म और वेबसाइट पर अपने नए ब्रांड लोगो का इस्तेमाल शुरू कर दिया है। इसके साथ ही विमानन कंपनी ने "पुरानी एयर इंडिया" से "नई एयर इंडिया" में इसके पूर्ण परिवर्तन की घोषणा कर दी है। सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स (पहले ट्विटर) और इंस्टाग्राम पर एयर इंडिया अब नए लुक में दिख रहा है।
सोशल मीडिया और वेबसाइट पर नए रंग-रूप में दिखा एयर इंडिया
सोशल और वेबसाइट पर नए लोगों को लाइव किए जाने से एक दिन पहले देश भर के हवाई अड्डों पर यात्रियों ने भी एयर इंडिया के काउंटरों पर बदलाव का अनुभव किया। जहां उन्हें अलग-अलग जगहों पर विमानन कंपनी का नया लोगों देखने को मिला।
एयर इंडिया का वेबसाइट नए लोगो के साथ कुछ ऐसा दिखा
नए लोगों को अपनाने के साथ एयर इंडिया ने एक वीडियो पोस्ट किया और लिखा, "एयर इंडिया के एक साहसिक, गर्म और जीवंत अध्याय में आपका स्वागत है। संभावनाओं की खिड़कियों के माध्यम से, हम भारतीय विमानन के एक नए युग में प्रवेश का स्वागत करते हैं। वीडियो कई प्रकार की खिड़कियों को दिखाता है जो "संभावनाओं की खिड़की" के रूप में उनके ब्रांड की सोच को दर्शाता है।
अगस्त 2023 में नई ब्रांड आईडेंटिटी अपनाने की हुई थी घोषणा
बता दें कि अगस्त 2023 में, एयर इंडिया ने एक नई ब्रांड आईडेंटिटी और एयरक्राफ्ट लाइवरी (विमानों पर चिपकाने वाला स्टिकर) का अनावरण किया था। एयरलाइन ने कहा था कि नई एयरक्राफ्ट लाइवरी और डिजाइन में गहरे लाल, ऑबरगिन और गोल्डन हाइलाइट्स के साथ-साथ चक्र से प्रेरित पैटर्न है।
एयर इंडिया ने कुछ दिन पहले केबिन क्रू की नई वर्दी का कराया था दीदार
इसी महीने, एयर इंडिया ने अपने केबिन और कॉकपिट क्रू के लिए मनीष मल्होत्रा द्वारा डिजाइन की गई वर्दी की भी पहली झलक दिखाई थी। एयर इंडिया के पहले एयरबस ए350 विमान के उड़ान भरने के बाद नई वर्दी अगले कुछ महीनों में चरणबद्ध तरीके से इस्तेमाल में लाई जाएगी। एयर इंडिया ने दावा किया कि नई वर्दी डिजाइन उसके चालक दल के प्रतिनिधियों और एयरलाइन की इन-फ्लाइट सेवा टीम के साथ गहन परामर्श के बाद विकसित किए गए हैं। इन्हें व्यापक परीक्षण अभ्यास के बाद तैयार किया गया है।
गुजरात सरकार ने मत्स्य उत्पादन बढ़ाने आधुनिक प्रौद्योगिकियों के इस्तेमाल पर दिया जोर
18 Dec, 2023 09:45 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
अहमदाबाद । गुजरात सरकार ने अब मछली पकड़ने वाले अपने पारंपरिक समुदाय से गहरे समुद्र में मछली पकड़ने की क्षमता का दोहन करने के लिए आधुनिक प्रौद्योगिकियों को अपनाने का आग्रह किया है, जिससे उसकी मत्स्य पालन क्षेत्र में क्षमता बढ़ाने में वृद्धि की अपार संभावनाएं उत्पन्न होगी। गांधीनगर में 10 से 12 जनवरी 2024 को आयोजित होने वाले वाइब्रेंट गुजरात ग्लोबल समिट के 10वें संस्करण से इस उद्योग को और समर्थन मिलने की उम्मीद है। द्विवार्षिक शिखर सम्मेलन व्यवसायों तथा सरकारों के लिए निवेश के अवसरों की पहचान करने और साझेदारी स्थापित करने के लिए एक मंच प्रदान करता है। मुख्यमंत्री भूपेन्द्र पटेल ने हाल ही में यहां आयोजित एक कार्यक्रम में कहा कि गुजरात की सबसे लंबी करीब 1,600 किलोमीटर की तटरेखा है। यह मछली उत्पादन में सबसे आगे है। आज गुजरात 5,000 करोड़ रुपये से अधिक मूल्य का मछली निर्यात कर रहा है, जिससे भारत के कुल मछली निर्यात में राज्य का योगदान 17 प्रतिशत हो गया है। जब प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी गुजरात के मुख्यमंत्री थे, तो उन्होंने मत्स्य पालन क्षेत्र के समग्र विकास के लिए सागर खेडू सर्वंगी विकास योजना शुरू की जो बेहद सफल रही। आज गुजरात की नीली अर्थव्यवस्था तेजी से बढ़ रही है। अधिकारियों और मछली पकड़ने वाले समुदाय के सदस्यों ने कहा कि उद्योग मछली पकड़ने से लेकर प्रसंस्करण तक, रोजगार सृजन करने और राज्य की अर्थव्यवस्था में योगदान देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। राज्य सरकार के अनुसार, गुजरात में एक मछुआरा परिवार की औसत वार्षिक आय पिछले पांच वर्षों में 6.56 लाख रुपये से बढ़कर 10.89 लाख रुपये हो गई है। राज्य सरकार द्वारा उपलब्ध कराए गए आंकड़ों के अनुसार, मशीनी नाव पारंपरिक नौकाओं से कहीं अधिक हैं। पारंपरिक नौकाओं की संख्या 8,625 और मशीनी नाव की 28,355 हैं।
देश में वर्ष 2024 में 20 फीसदी से ज्यादा बढ़ेगी ऑफिस स्पेस की मांग
18 Dec, 2023 08:45 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
मुंबई । वैश्विक स्तर पर सुस्ती होने के बावजूद देश में अगले साल ऑफिस स्पेस की मांग बढ़ने की उम्मीद है। वर्ष 2024 में ऑफिस मांग में 20 से 22 फीसदी की बढ़ोतरी हो सकती है। इस साल ऑफिस की मांग पिछले साल के बराबर रह सकती है और यह 2017-19 के दौरान औसत मांग को पार कर सकती है। अइस साल ऑफिस की मांग बढ़कर 370 से 390 लाख वर्ग फुट होने का अनुमान है। एक संपत्ति सलाहकार फर्म की रिपोर्ट के अनुसार, इस साल जनवरी-सितंबर अवधि में ऑफिस स्पेस की मांग 260 लाख वर्गफुट दर्ज की गई, जो पिछले साल की कुल मांग का 68 फीसदी है। साल के आखिर तक मांग बढ़कर 370 से 390 लाख वर्गफुट हो सकती है क्योंकि इस साल की आखिरी तिमाही में ऑफिस पट्टे पर लेने की गतिविधियों में बढ़ोतरी हुई है। देश के 7 प्रमुख ऑफिस मार्केट में इस साल के आखिर तक ऑफिस स्पेस बढ़कर 80 करोड़ वर्गफुट तक पहुंच सकता है। अभी यह आंकडा 79.28 करोड़ वर्गफुट है। अगले साल ऑफिस की मांग और जोर पकड़ सकती है क्योंकि देश में ऑफिस मांग के फंडामेंटल काफी मजबूत हैं और वैश्विक तनाव का खास असर देश में नहीं दिख रहा है। रिपोर्ट के मुताबिक, वर्ष 2024 में ऑफिस की मांग 450 से 470 लाख वर्ग फुट रह सकती है। इसमें वर्ष 2023 की तुलना में 20 से 22 फीसदी बढ़ोतरी होने का अनुमान है क्योंकि अब हाइब्रिड मॉडल के साथ ऑफिस आकर काम करने को पहली प्राथमिकता दी जाने लगी है।
फॉक्सवैगन ने केंद्र के साथ किया समझौता
18 Dec, 2023 03:45 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
चेन्नई । वाहन बनाने वाली प्रमुख कंपनी फॉक्सवैगन इंडिया ने केंद्रीय सुरक्षा एजेंसियों के कर्मचारियों और उनके परिवारों को अपने उत्पादों को पेश करने के लिए केंद्र की केंद्रीय पुलिस कल्याण भंडार (केपीकेबी) योजना के साथ साझेदारी की है। इस पहल के तहत फॉक्सवैगन इंडिया देश भर में केपीकेबी योजना के लाभार्थियों के लिए अपनी कारों की पूरी श्रृंखला लांच कर रही है। गृह मंत्रालय ने केपीकेबी योजना 2006 में एक कल्याणकारी पहल के रूप में शुरू की थी। यह केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बलों के सेवारत और सेवानिवृत्त जवानों और उनके परिवारों को विशेष लाभ देती है। कंपनी ने कहा कि इस पहल के जरिए कंपनी को अपनी पहुंच बढ़ाने में मदद मिलेगी। साथ ही लाभार्थियों को अधिक उचित मूल्य पर विश्व स्तरीय उत्पाद मिल सकेंगे।
एफसीआई ने प. बंगाल में 4.29 लाख टन गेहूं, 14,760 टन चावल बेचा
18 Dec, 2023 02:45 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
कोलकाता । भारतीय खाद्य निगम (एफसीआई) ने ई-नीलामी के जरिए पश्चिम बंगाल में 4.29 लाख टन गेहूं और 14,760 टन गैर-फोर्टिफाइड चावल की बिक्री की है। एजेंसी के एक अधिकारी ने कहा कि इस साल जून से दिसंबर तक खुले बाजार की 25 ई-नीलामी में यह खाद्यान्न बेचा गया। एफसीआई के उप महाप्रबंधक (पश्चिम बंगाल) प्रदीप सिंह ने कहा कि खुले बाजार की बिक्री योजना (घरेलू) का संचालन एम-जंक्शन के ई-नीलामी पोर्टल के जरिए किया गया। उन्होंने बताया कि खाद्यान्न की कीमतों को स्थिर करने और आम जनता को राहत देने के लिए एफसीआई ने खुले बाजार में 25 ई-नीलामी के जरिए पश्चिम बंगाल में 4.29 लाख टन गेहूं और 14,760 टन गैर-फोर्टिफाइड चावल बेचा है। सिंह ने कहा कि एफसीआई सार्वजनिक वितरण प्रणाली (पीडीएस) के माध्यम से अनाज की मुफ्त आपूर्ति जारी रखेगा। अपनी दृष्टि 100 फीसदी ठीक करें और चश्मे से जुड़ी समस्याओं को भूल जाएं। ई-नीलामी के जरिए बिक्री में गेहूं का आरक्षित मूल्य 2,150 रुपये प्रति क्विंटल है, वहीं गैर-फोर्टिफाइड चावल के लिए यह राशि 2,900 रुपये प्रति क्विंटल है। सिंह ने कहा कि फोर्टिफाइड चावल की आपूर्ति केवल पीडीएस के माध्यम से की जाती है।
सूचना प्रौद्योगिकी कंपनियों के शेयरों में लगातार बढ़त दर्ज
18 Dec, 2023 01:45 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
नई दिल्ली । सूचना प्रौद्योगिकी कंपनियों के शेयरों में लगातार दूसरे दिन भी उछाल आया। इस बढत को अमेरिकी अर्थव्यवस्था के लिए नरम उधारी को लेकर बढ़ते आशावाद का कारण बताया गया। निफ्टी आईटी इंडेक्स शुक्रवार को 4.6 फीसदी चढ़ा और इस तरह से इंडेक्स ने दो दिन में कुल 8.2 फीसदी की बढ़ोतरी दर्ज की, जो जुलाई 2020 के बाद का सर्वोच्च आंकड़ा है। टीसीएस, इन्फोसिस और एचसीएल टेक के शेयरों में शुक्रवार को 5-5 फीसदी की बढ़ोतरी दर्ज हुई और बाजार में हुई बढ़त में इनका योगदान आधा रहा। विश्लेषकों ने कहा कि ज्यादातर देसी आईटी कंपनियां ज्यादातर राजस्व अमेरिका से अर्जित करती हैं और उसके आर्थिक परिदृश्य में अचानक हुए सकारात्मक बदलाव ने सॉफ्टवेयर निर्यातकों के लिए संभावनाओं में इजाफा किया है। हाल तक यह माना जा रहा था कि दुनिया की सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था मंदी में फिसले बिना अपनी महंगाई नीचे लाने में सक्षम नहीं होगी। हालांकि महंगाई अब नरम होकर 3 फीसदी पर आ गई है, जो साल 2022 में 9 फीसदी के उच्चस्तर पर पहुंच गई थी।
उपभोक्ताओं के खर्च में वृद्धि और नियुक्तियां लगातार उत्साहजनक बनी हुई है। स्वास्तिका इन्वेस्टमार्ट के प्रबंध निदेशक सुनील न्याती ने कहा, अमेरिकी मंदी को लेकर शुरुआती चिंता कम हो गई है, जिसकी वजह उत्साहजनक आर्थिक आंकड़े हैं। ब्याज दरों के चक्र को लेकर अनुमान में बदलाव, अमेरिकी अर्थव्यवस्था के सुधरे परिदृश्य से आईटी शेयरों में तेजी आ रही है। लार्जकैप आईटी कंपनियों को खास तौर से इस सकारात्मक सेंटिमेंट का फायदा मिल रहा है और संस्थागत निवेशकों का खासा ध्यान खींच रही है।
हाल तक आईटी शेयरों का प्रदर्शन कैलेंडर वर्ष 23 के बेंचमार्क निफ्टी से पिछड़ा हुआ था। हालांकि दो दिन की बढ़त के बाद निफ्टी आईटी इंडेक्स में इस साल अब तक की बढ़त 25 फीसदी पर पहुंच गई है जबकि निफ्टी-50 इंडेक्स में 18 फीसदी का इजाफा हुआ है। विशेषज्ञों ने कहा कि आईटी फर्मों के बढ़त परिदृश्य पर संकट के बादल के बीच ज्यादातर निवेशक आईटी पर अंडरवेट हो गए थे। अमेरिकी दरों और उसकी आर्थिक वृद्धि को लेकर सेंममेंट में सुधार से निवेशक अब तकनीकी शेयरों में अपना निवेश बढ़ा रहे हैं। बेंचमार्क सूचकांकों में 3 से 5 फीसदी की और बढ़त हो सकती है और आईटी शेयर इसे आगे ले जाएंगे। टीसीएस का शेयर 5.3 फीसदी चढ़कर 3,860 रुपये पर बंद हुआ, जो करीब दो साल का सर्वोच्च स्तर है।
कंपनी का बाजार पूंजीकरण शुक्रवार को एक बार फिर 14 लाख करोड़ रुपये के पार निकल गया। इस बीच, एचसीएल टेक्नोलॉजिज का एमकैप 4 लाख करोड़ रुपये के पार निकल गया क्योंकि कंपनी के शेयर ने नई ऊंचाई को छुआ। दो दिन में 9 फीसदी चढ़ने के बाद इन्फोसिस का इस साल अब तक का रिटर्न सकारात्मक हो गया।इक्विनॉमिक्स के संस्थापक जी. चोकालिंगम ने कहा, पिछले कुछ दिनों से तेजी का झुकाव लार्जकैप की ओर रहा है। लार्जकैप में आईटी शेयरों का मूल्यांकन आकर्षक है। ज्यादातर अन्य लार्जकैप शेयर अपने मूल्यांकन के उच्चस्तर पर हैं, लेकिन आईटी के साथ ऐसा नहीं है। साथ ही रुपया अब तक के निचले स्तर पर है।
इस साल देश के व्यापार में 2.6 प्रतिशत की गिरावट का अनुमान
18 Dec, 2023 12:45 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
नई दिल्ली । इलेक्ट्रॉनिक सामान और सेवा क्षेत्र के मजबूत निर्यात प्रदर्शन से भारत को इस साल अपने कुल व्यापार की वृद्धि दर में गिरावट को थामने में मदद मिलेगी। इस साल देश के व्यापार में 2.6 प्रतिशत की गिरावट आने का अनुमान है। एक रिपोर्ट में यह बात कही गई है। आर्थिक शोध संस्थान ग्लोबल ट्रेड रिसर्च इनिशिएटिव (जीटीआरआई) ने अपनी रिपोर्ट में कहा कि वैश्विक चुनौतियों के बावजूद भारत का वस्तुओं और सेवाओं का निर्यात और आयात 2022 के 1,651.9 अरब अमेरिकी डॉलर के मुकाबले 2023 में 2.6 प्रतिशत घटकर 1,609 अरब डॉलर रहने का अनुमान है। इसमें कहा गया है कि भारत के वस्तुओं के निर्यात में गिरावट वैश्विक स्तर पर पांच प्रतिशत की गिरावट के अनुमान के अनुरूप है। इसके अलावा यह जनवरी-नवंबर, 2023 के दौरान चीन के व्यापारिक निर्यात में आई 5.2 प्रतिशत की गिरावट के अनुरूप है। विश्व व्यापार संगठन (डब्ल्यूटीओ) का अनुमान है कि 2023 में मात्रा के लिहाज वैश्विक स्तर पर वस्तुओं का व्यापार मात्र 0.8 प्रतिशत बढ़ेगा। वर्ष 2023 में जिन क्षेत्रों के वृद्धि दर्ज करने की उम्मीद है, उनमें विमान ईंधन, मोटर गैसोलीन, स्मार्टफोन, बासमती चावल, मध्यम आकार की कार, टर्बो-जेट और वाहन कलपुर्जे शामिल हैं। चालू वित्त वर्ष के दौरान स्मार्टफोन निर्यात लगभग 93 प्रतिशत बढ़कर 14 अरब डॉलर होने की उम्मीद है, जबकि 2022 में यह 7.2 अरब डॉलर था। इस तरह 2023 में स्मार्टफोन भारत के लिए एक बड़ी सफलता की कहानी के रूप में उभरेगा। यह महत्वपूर्ण वृद्धि भारत के इलेक्ट्रॉनिक्स निर्यात की कुल वृद्धि में योगदान देगी, जो 26.2 प्रतिशत की वृद्धि के साथ 26.8 अरब डॉलर तक पहुंच जाएगी। इसी तरह इलेक्ट्रॉनिक सामान का आयात आठ प्रतिशत से अधिक बढ़कर 81 अरब डॉलर पर पहुंचने का अनुमान है।