व्यापार (ऑर्काइव)
भारत दुनिया की सबसे तेजी से बढ़ती प्रमुख अर्थव्यवस्था बना रहेगा
25 Oct, 2023 08:45 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
नई दिल्ली । भारत मजबूत घरेलू बुनियादी और मुद्रास्फीति में नरमी की उम्मीद के बीच चालू वित्त वर्ष (2023-24) में भी दुनिया की सबसे तेजी से बढ़ती प्रमुख अर्थव्यवस्था बना रहेगा। वित्त मंत्रालय ने इसकी जानकारी दी है। वित्त मंत्रालय की सितंबर की मासिक आर्थिक समीक्षा रिपोर्ट में कहा गया है कि फारस की खाड़ी में हालिया घटनाक्रमों से वैश्विक अनिश्चितताएं बढ़ गई हैं। इन घटनाक्रमों से आगे कच्चे तेल के दाम में उछाल आ सकता है। साथ ही अमेरिका में सख्त मौद्रिक नीति (रिपोर्ट में मौद्रिक नीति को और सख्त करने से इंकार नहीं किया गया है) और अमेरिकी प्रतिभूतियों की आपूर्ति बहुत अधिक रहने की वजह से वित्तीय स्थिति ‘तंग हो सकती है।
रिपोर्ट के अनुसार, वर्तमान स्तर पर अमेरिकी शेयर बाजारों में गिरावट का जोखिम अधिक है और अगर ऐसा होता है, तब इसका प्रभाव दुनिया अन्य बाजारों पर भी पड़ेगा। हालांकि, रिपोर्ट में इसका जोर दिया गया है कि चालू वित्त वर्ष के लिए भारत का व्यापक आर्थिक दृष्टिकोण उज्ज्वल है और यह मजबूत घरेलू बुनियादी पर आधारित है। निजी खपत के साथ-साथ निवेश मांग भी मजबूत हो रही है। मंत्रालय की रिपोर्ट कहती है कि भारत में औद्योगिक क्षमता के इस्तेमाल में सुधार हुआ है और साथ ही संपत्ति बाजार भी अच्छी स्थिति में दिख रहा है। रिपोर्ट में कहा गया है कि जलाशय के स्तर में सुधार आगामी रबी सत्र के लिए अच्छा संकेत है।
मुख्य मुद्रास्फीति लगातार घटी है, जबकि खाद्य मुद्रास्फीति कम हुई है। रिपोर्ट में कहा गया, अंतरराष्ट्रीय मुद्राकोष (आईएमएफ) के अनुमान भी इसकी पुष्टि करते हैं कि भारत 2023-24 में दुनिया की सबसे तेजी से बढ़ती प्रमुख अर्थव्यवस्था बना रहेगा।
महिंद्रा लॉजिस्टिक्स के दूसरी तिमाही के निराशाजनक नतीजें
25 Oct, 2023 07:45 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
मुंबई । महिंद्रा लॉजिस्टिक्स के वित्त वर्ष 2024 की दूसरी तिमाही के निराशाजनक नतीजें के बाद कंपनी के शेयर बुधवार को बीएसई पर इंट्रा-डे ट्रेडिंग में 6 प्रतिशत लुढ़ककर अपने एक साल के निचले स्तर 347.15 रुपये पर पहुंच गया। कंपनी ने फ्लैट रेवेन्यू ग्रोथ के कारण दूसरी तिमाही में 16 करोड़ रुपये का घाटा दर्ज किया है।
महिंद्रा लॉजिस्टिक्स ने पिछले साल समान तिमाही में 11 करोड़ रुपये का कर पश्चात समेकित लाभ कमाया था। कंपनी के शेयर 11 अक्टूबर, 2023 को छुए अपने पिछले निचले स्तर 349.20 रुपये से भी नीचे आ गए है। इसके अलावा कंपनी ने 3 नवंबर, 2022 को 558.85 रुपये के अपने 52-सप्ताह के उच्च स्तर से 38 प्रतिशत की गिरावट दर्ज की है। कंपनी का दूसरी तिमाही 24 राजस्व मुश्किल से 3 प्रतिशत बढ़कर 1,365 करोड़ रुपये हो गया, जबकि दूसरी तिमाही 23 में यह 1,326 करोड़ रुपये था। कंपनी का एबिटा सालाना आधार पर 20.5 फीसदी घटकर 54 करोड़ रुपये रह गया, जबकि एबिटा मार्जिन दूसरी तिमाही में 120 आधार अंक घटकर 3.9 फीसदी पर आ गया।
हालांकि महिंद्रा लॉजिस्टिक्स के प्रबंधन को उम्मीद है कि त्यौहारी सीजन में सकारात्मक मांग बढ़ने, अधिग्रहीत बी2बी कारोबार के साथ तालमेल के कारण मार्जिन में तेजी और लागत में कमी के कारण तीसरी तिमाही में बेहतर प्रदर्शन की उम्मीद है। प्रबंधन ने कहा, ऑटोमोटिव और इंजीनियरिंग, उपभोक्ता और टिकाऊ वस्तुओं में वृद्धि के कारण 3पीएल आपूर्ति श्रृंखला सेवाओं में सालाना आधार पर 4 प्रतिशत की वृद्धि हुई। तिमाही के दौरान ईकॉम वॉल्यूम कमजोर रहा और नरमी जारी रही।
केंद्रीय कर्मचारियों के बाद रेलवे कर्मचारियों के महंगाई भत्ते में 4 प्रतिशत की बढ़ोत्तरी
25 Oct, 2023 04:15 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
नई दिल्ली । केंद्र की मोदी सरकार ने हाल में केंद्रीय कर्मचारियों का महंगाई भत्ता 4 प्रतिशत बढ़ाने का ऐलान किया है। अब रेलवे ने अपने लाखों कर्मचारियों का महंगाई भत्ता 4 प्रतिशत बढ़ा दिया है। रेलवे बोर्ड ने महंगाई भत्ते को 42 प्रतिशत से बढ़ाकर अब 46 प्रतिशत कर दिया है। बढ़ा हुआ महंगाई भत्ता 1 जुलाई 2023 से प्रभावी होगा। कर्मचारियों को अगले महीने के वेतन में बढ़े हुए महंगाई भत्ते के साथ जुलाई से अब तक का एरियर मिलेगा। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अगुवाई में केंद्रीय कैबिनेट ने पिछले दिनों रेलवे कर्मचारियों के लिए 78 दिन के बोनस का ऐलान किया था।
रेलवे बोर्ड ने ऑल इंडिया रेलवेज एंड प्रॉडक्शन यूनिट्स के जनरल मैनेजर्स और चीफ एडमिनिस्ट्रेटिव ऑफिसर्स को पत्र लिखा है, जिसमें कहा गया है कि यह निर्णय लेकर बहुत खुशी हो रही है कि रेलवे कर्मचारियों को देय महंगाई भत्ते को मूल वेतन के मौजूदा 42 से बढ़ाकर 46 प्रतिशत कर दिया गया है, जो एक जुलाई 2023 से प्रभावी माना जाएगा। रेलवे बोर्ड की यह घोषणा, केंद्रीय मंत्रिमंडल की ओर से करीब 15000 करोड़ रुपये के बोनस को मंजूरी देने के पांच दिन बाद आई है, जिसमें सरकारी कर्मचारियों के लिए डीए में चार प्रतिशत की बढ़ोतरी भी शामिल है।
रेलवे कर्मचारी संघों ने दिवाली से पहले घोषणा का स्वागत किया है। ऑल इंडिया रेलवे मेंस फेडरेशन के महासचिव शिव गोपाल मिश्रा ने कहा है कि कर्मचारियों को जुलाई से डीए मिलना था, इसलिए इस पाना कर्मचारियों का अधिकार था। मैं दिवाली से पहले इसके भुगतान की घोषणा करने के फैसले का स्वागत करता हूं। नेशनल फेडरेशन ऑफ इंडियन रेलवे मेन के महासचिव एम राघवैया ने कहा कि डीए का भुगतान उपभोक्ता मूल्य सूचकांक के आधार पर किया जाता है और इसका उद्देश्य (कर्मचारियों पर) महंगाई का असर नहीं पड़ने देना है।
इस कंपनी ने निवेशकों को दिया छप्परफाड़ रिटर्न
25 Oct, 2023 04:00 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
मुंबई । अलग-अलग तरह के सोलर ग्लास बनाने वाली कंपनी बोरोसिल रिन्यूएबल्स के शेयरों ने पिछले कुछ साल में छप्परफाड़ रिटर्न दिया है। कंपनी के शेयरों में 300000 प्रतिशत से ज्यादा की तेजी आई है। बोरोसिल रिन्यूएबल्स के शेयर इस अवधि में 13 पैसे से बढ़कर 400 रुपये के पार पहुंच गए हैं। बोरोसिल रिन्यूएबल्स के शेयरों का 52 हफ्ते का हाई लेवल 589.55 रुपये है। वहीं, कंपनी के शेयरों का 52 हफ्ते का लो लेवल 380.05 रुपये है।
बोरोसिल रिन्यूएबल्स के शेयर 31 अक्टूबर 2003 को मुंबई शेयर बाजार में 13 पैसे पर थे। मल्टीबैगर कंपनी के शेयर 23 अक्टूबर 2023 को 405.85 रुपये पर बंद हुए हैं। बोरोसिल रिन्यूएबल्स के शेयरों ने इस अवधि में 312000 प्रतिशत का रिटर्न दिया है। अगर किसी व्यक्ति ने 31 अक्टूबर 2003 को बोरोसिल रिन्यूएबल्स के शेयरों में 1 लाख रुपये लगाए होते और अपने निवेश को बनाए रखा होता, तब मौजूदा समय में इन शेयरों की वैल्यू 31.12 करोड़ रुपये होती।
बोरोसिल रिन्यूएबल्स के शेयरों में पिछले 10 साल में 4600 प्रतिशत का उछाल आया है। कंपनी के शेयर 25 अक्टूबर 2013 को 8.63 रुपये पर थे। बोरोसिल रिन्यूएबल्स के शेयर 23 अक्टूबर 2023 को बीएसई में 405.85 रुपये पर बंद हुए हैं। अगर किसी व्यक्ति ने 25 अक्टूबर 2013 को बोरोसिल रिन्यूएबल्स के शेयरों में 1 लाख रुपये लगाए होते और अपने इनवेस्टमेंट को बनाए रखा होता तब मौजूदा समय में इन शेयरों की वैल्यू 47.02 लाख रुपये होती। पिछले 3 साल में बोरोसिल रिन्यूएबल्स के शेयरों में 340 प्रतिशत का उछाल आया है।
इजरायल-हमास युद्ध के कारण सोने और चांदी की कीमत को लगे पंख
25 Oct, 2023 03:00 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
नई दिल्ली । इजरायल-हमास युद्ध ने सोने-चांदी की गिरती कीमतों को न केवल थाम लिया बल्कि इस बूस्ट भी कर दिया। सात अक्टूबर को इजरायल पर हमास ने हमला किया और इसके पहले छह अक्टूबर को भारतीय सर्राफा बाजारों में 24 कैरेट सोना 56539 रुपये प्रति 10 ग्राम पर बंद हुआ था। चांदी के रेट उस दिन 67095 रुपये प्रति किलो पर था। तब से अबतक सोना 4159 रुपये प्रति 10 ग्राम महंगा होकर 60698 रुपये पर पहुंच गया है। जबकि, चांदी 4999 रुपये प्रति किलो की उड़ान भरकर 72094 रुपये पर पहुंच गया है।
बाजार जानकार ने सोने-चांदी के रेट में उछाल की चार वजह बताते हुए कहते हैं कि मीडिल-ईस्ट में बढ़ते तनाव के बीच इंटरनेशनल मार्केट में सोने का भाव 3 महीने के ऊंचे स्तर 1,978 डॉलर प्रति औंस पर पहुंच गया है। सोने का यह हाजिर भाव 20 जुलाई 2023 के बाद से सबसे ऊंचा स्तर है। ज्यादातर विश्लेषक मान रहे हैं कि अगले साल दूसरी छमाही से अमेरिकी केंद्रीय बैंक फेड ब्याज दरों में कटौती शुरू कर सकता है। ये सोने में उछाल की सबसे बड़ी वजह होगी।
जानकार बताते हैं कि पहले से जारी रूस-यूक्रेन युद्ध के बीच इजराइल और हमास के बीच शुरू हुए ताजा सैन्य संघर्ष पूरी दुनिया में अनिश्चितता बढ़ा दी है। दूसरी तरफ दुनिया भर के केंद्रीय बैंक सोने की खरीदारी कर रहे हैं। खास तौर पर चीन का सेंट्रल बैंक सोने की तगड़ी खरीद कर रहा है। इससे सोने की कीमतों को बड़ा सपोर्ट मिला। अगर हालात इसतरह के रहे बहुत जल्द सोना अपना पिछला ऑल टाइम हाई के स्तर को भी पार कर जाएगा।
उन्होंने कहा, मई की शुरुआत में ग्लोबल बैंकिंग संकट और अमेरिका में डेट-सीलिंग को लेकर गतिरोध ने सोने की कीमतों को तगड़ा सपोर्ट किया। 5 मई को सर्राफा बाजारों में 24 कैरेट सोने का हाजिर भाव ऑल टाइम हाई 61739 रुपये पर पहुंच गया था। वहीं, चांदी इस दिन 77280 रुपये प्रति किलो थी। अब घरेलू बाजार में दिवाली तक सोने की जोरदार मांग रहेगी। फिर शादियों के सीजन में खूब सोना खरीदा जाएगा।
महंगाई की पिच पर ताबड़तोड़ बैटिंग कर रही तुअर दाल
25 Oct, 2023 02:00 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
नई दिल्ली । भारतीय पिचों पर विराट कोहली का बल्ला जिस तरह से आग उगल रहा है, ठीक उसी तरह महंगाई के पिच पर अरहर दाल बैटिंग कर रही है। जबकि, सरसों तेल, सोया ऑयल जैसे खाद्य तेलों का हाल पाकिस्तान जैसा हो गया है। पिछले 10 महीनों में अरहर दाल की कीमतों में करीब 35 फीसद का उछाल आया है, तब सरसों तेल करीब 19 फीसद सस्ता हो गया है।
उपभोक्ता मंत्रालय के आंकड़ों के मुताबिक तुअर दाल की औसत की कीमत 111.50 रुपये से उछल कर 150.48 रुपये प्रति किलो पर पहुंच गई है। पिछले 10 महीनों में यह उछाल आया है। सोमवार को अरहर दाल का अधिकतम मूल्य 188 रुपये प्रति किलो और न्यूनतम 75 रुपये था। मॉडल मूल्य 160 रुपये प्रति किलो रहा। इसी तरह उड़द दाल, मूंग दाल, चना दाल भी महंगाई की पिच पर ताबड़तोड़ बल्लेबाजी करते हुए क्रमश: 10.24 फीसद, 11.51 फीसद और 13.76 फीसद उछल चुके हैं।
चुनावी साल में भले ही प्याज इस बार लोग की पहुंच से बाहर नहीं हुआ है, लेकिन 10 महीने पहले के मुकाबले यह महंगाई की पिच पर रोहित शर्मा की तरह बैटिंग कर रहा है। प्याज इस अवधि में करीब 40 फीसद महंगा हुआ है। 23 दिसंबर 2022 को प्याज की औसत कीमत 26.65 रुपये प्रति किलो थी, जो अब 27.27 रुपये पर पहुंच गई है। हालांकि आलू 3.59 फीसद सस्ता होकर 24.41 रुपये प्रति किलो पर आ गया है। दूसरी ओर चंद महीने पहले जबरदस्त फार्म में चल रहे टमाटर का प्रदर्शन फीका दिख रहा है। हालांकि, 10 महीने पहले के मुकाबले यह भी करीब 10 फीसद चढ़कर 27.19 रुपये से 29.80 रुपये प्रति किलो पर पहुंच गया है।
इस वर्ल्ड कप में पाकिस्तान का जिस तरह से हाल है, वैसा खाद्य तेलों का भी हो चुका है। महंगाई की पिच पर खाद्य तेल औंधेमुंह गिरे हैं। सरसों तेल 10 महीने पहले के मुकाबले 168.84 रुपये प्रति लीटर से गिरकर 126.78 पर आ गया है। सूरजमुखी तेल का प्रदर्शन तब बाबर आजम जैसा हो गया है। यह करीब 25 फीसद गिरकर 166 से 125 पर आ गया है। सोया तेल में 18 फीसद से अधिक की गिरावट है।
इन स्मार्टफोन पर नहीं चलेगा वॉट्सऐप, कहीं इस लिस्ट में आपके फोन का नाम तो नहीं
24 Oct, 2023 06:00 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
Whatsapp: यदि आप मैसेजिंग और चैटिंग के लिए वॉट्सऐप का इस्तेमाल करते हैं तो आपके लिए अच्छी खबर नहीं है। इंमेटा के पॉपुलर ऐप वॉट्सऐप की सर्विस आज से कई लोगों के लिए ठप्प होने जा रही है। व्हाट्सएप का कहना है कि वह उन फोन को सपोर्ट करना बंद कर देगा जो एंड्रॉयड ओएस 5.0 या उससे ऊपर पर नहीं चल रहे हैं। जैसा कि कंपनी पहले ही जानकारी दे चुकी है 24 अक्टूबर यानी आज से कुछ स्मार्टफोन में वॉट्सऐप काम करना बंद कर देगा। आप अपने फोन के ऑपरेटिंग सिस्टम को फोन की सेटिंग्स में जाकर चेक कर सकते हैं।
कंपनी का कहना है कि सबसे पुराने और सबसे कम इस्तेमाल किए जाने वाले फोन में से एक में व्हाट्सएप सपोर्ट खत्म हो जाएगा। यदि आपका स्मार्टफोन उनमें से एक है, तो अपने डिवाइस को अपडेट करना बेहतर है। 24 अक्टूबर यानी आज से कुछ स्मार्टफोन में वॉट्सऐप काम करना बंद कर देगा। दरअसल, वॉट्सऐप की सर्विस केवल उन स्मार्टफोन यूजर्स के लिए बंद होने जा रही है, जो पुराने मोबाइल ऑपरेटिंग सिस्टम का इस्तेमाल कर रहे हैं।
वॉट्सऐप की सर्विस इन यूजर्स के लिए हो रही बंद
वॉट्सऐप की ऑफिशियल जानकारी के मुताबिक कंपनी एंड्रॉइड ऑपरेटिंग सिस्टम 4.1 और इससे नए वर्जन के लिए उपलब्ध था। हालांकि, आज से कंपनी केवल एंड्रॉइड ऑपरेटिंग सिस्टम 5.0 और इससे नए वर्जन के लिए उपलब्ध रहेगा। इसी तरह, कंपनी आईफोन ऑपरेटिंग सिस्टम 12 और इससे नए वर्जन के लिए उपलब्ध था रहेगा।JioPhone और JioPhone 2 में KaiOS 2.5.0 और इससे नए वर्जन के लिए ही वॉट्सऐप की सुविधा उपलब्ध रहेगी।
25 फोन में नहीं चलेगा वॉट्सऐप
Samsung Galaxy S2
Nexus 7
iPhone 5
iPhone 5c
Archos 53 Platinum
Grand S Flex ZTE
Grand X Quad V987 ZTE
HTC Desire 500
Huawei Ascend D
Huawei Ascend D1
HTC One
Sony Xperia Z
LG Optimus G Pro
Samsung Galaxy Nexus
HTC Sensation
Motorola Droid Razr
Sony Xperia S2
Motorola Xoom
Samsung Galaxy Tab 10.1
Asus Eee Pad Transformer
Acer Iconia Tab A5003
Samsung Galaxy S
HTC Desire HD
LG Optimus 2X
Sony Ericsson Xperia Arc3
फोन पर यह चेक किया जा सकता है कि आपका डिवाइस किस एंड्रॉइड ऑपरेटिंग सिस्टम पर रन कर रहा है।
इसके लिए सबसे पहले फोन की Settings में आना होगा।
अब स्क्रॉल डाउन कर About Phone के ऑप्शन पर आना होगा।
यहां एंड्रॉइड ऑपरेटिंग सिस्टम की जानकारी Android Version के साथ नजर आएगी।
अगर Android Version 5.0 से पुराना है तो वॉट्सऐप की सर्विस आपके लिए बंद हो रही है।
अजय गोयल ने बायजू को इस्तीफा देकर अपनी पुरानी फर्म वेदांता को दोबारा किया ज्वाइन
24 Oct, 2023 04:22 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
अनिल अग्रवाल की वेदांता ने आज बताया कि कपंनी ने मुख्य वित्तीय अधिकारी (CFO) के रूप में अजय गोयल (Ajay Goel) की नियुक्ति को मंजूरी दे दी है।
एडटेक मेजर बायजू (Byju's) को ज्वाइंन करने के 6 महीने के बाद ही अजय गोयल ने इस्तीफा देकर अपनी पुरानी फर्म वेदांता को दोबारा ज्वाइन किया है। आपको बता दें कि अजय गोयल बायजू में भी सीएफओ ही थे।
कब से संभालेंगे पदभार?
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक अजय गोयल 30 अक्टूबर से वेदांता के सीएफओ के रूप में पदभार संभालेंगे। अजय गोयल वेदांता के सीएफओ के साथ-साथ कंपनी के प्रमुख प्रबंधकीय कार्मिक (केएमपी) भी होंगे।
वेदांता ने किया था डीमर्ज का एलान
हाल ही में वेदांता ने बड़े पैमाने पर डीमर्जर की घोषणा की थी जहां वेदांता ने अपने कारोबार को छह अलग-अलग संस्थाओं में बांटा था।
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक वेदांता की वर्तमान सीएफओ सोनल श्रीवास्तव जून में वेदांता से जुड़ी थी और उन्होंने अनिव अग्रवाल को पिछले महीने ही अपने पद से इस्तीफे के बारे में सूचित किया था।
वेदांता से कौन से कंपनियां हो रही हैं डीमर्ज
पेरेंट कंपनी वेदांता रिसोर्सेज लिमिटेड से एल्यूमीनियम, तेल और गैस, बिजली, स्टील और लौह सामग्री, और बेस मटेरियल जैसी कंपनी अलग होगी और शेयर बाजार में लिस्ट होगी। वेदांता के बोर्ड सदस्यों ने इस डीमर्ज की मंजूरी भी दे दी है।
बायजू को लगा झटका
अजय गोयल का इस्तीफा बायजू के लिए एक झटका हो सकता है। आपको बता दें कि बायजू ने अभी तक 31 मार्च, 2022 तक वर्ष के लिए वित्तीय परिणामों की घोषणा नहीं की है।
3 प्रतिशत से अधिक गिरा है वेदांता का शेयर
कल यानी सोमवार 23 अक्टूबर को वेदांता लिमिटेड के शेयर में 3.37 प्रतिशत की गिरावट देखने को मिली थी। कंपनी का शेयर कल 7.50 रुपये टूटकर 215.25 रुपये पर बंद हुआ था। आज दशहरा के अवसर पर बाजार बंद है।
त्योहारी सीजन में गोल्ड की कीमतों में जारी रह सकती है तेजी
24 Oct, 2023 04:13 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
वैसे तो लोग सामान्य तौर पर शादी के समय सोना के गहने और अन्य सामान खरीदते हैं लेकिन भारत में त्योहारी सीजन में सोना खरीदना शुभ माना जाता है या यूं कहें की निवेश कों सोने में निवेश करना का यह अच्छा मौका होता है।
देश में त्योहारी सीजन खासकर दिवाली से पहले धनतेरस में गोल्ड की डिमांड सबसे ज्यादा होती है। गोल्ड में निवेश एक ऐसा सुरक्षित निवेश है जिससे नुकसान होना ना के बराबर है।
अब तक सोने ने दिया 20 प्रतिशत से अधिक का रिटर्न
पिछली दिवाली यानी साल 2022 की दिवाली के बाद से अब तक गोल्ड ने 20 प्रतिशत से अधिक का रिटर्न दिया है। घरेलू बाजार में सोने की कीमतें लगभग 10,000 रुपये प्रति 10 ग्राम बढ़कर 60,700 रुपये हो गई हैं।
गुड रिटर्न वेबसाइट के मुताबिक वर्तमान में 24 अक्टूबर को 24 कैरेट 10 ग्राम सोने की कीमत राजधानी दिल्ली में 61,840 रुपये है।
त्योहारी सीजन में कीमतों में जारी रह सकती है तेजी
विशेषज्ञों की माने तो आगामी त्योहारी सीजन में सोने की कीमतें ऊंची बनी रहेंगी। पिछले हफ्ते 20 अक्टूबर को सोने की कीमतें अपने पांच महीने के उच्च स्तर पर पहुंच गई थी। पिछले दो हफ्ते में सोने की कीमतों में 9 प्रतिशत की वृद्धि देखी गई है।
अंतरराष्ट्रीय बाजारों में, हाजिर सोना 0.2 प्रतिशत बढ़कर 1,976.99 डॉलर प्रति औंस पर था, जबकि अमेरिकी सोना वायदा 1,988.10 डॉलर पर स्थिर था।
कल क्या था सोने का भाव?
हालांकि कल सोने की कीमतों में गिरावट देखने को मिली थी। सोमवार 23 अक्टूबर को एचडीएफसी सिक्योरिटीज के अनुसार दिल्ली में सोने की कीमत 250 रुपये घटकर 61,600 रुपये प्रति 10 ग्राम पर थी।
वहीं चांदी भी कल 250 रुपये सस्ती होकर 75,000 रुपये प्रति किलोग्राम पर पहुंच गई थी। आज दशहरा के मौके पर शेयर बाजार बंद है।
मांग बढ़ने से बढ़ सकती है कीमत
व्यापार के सरल नियमों के मुताबिक अगर डिमांड बढ़ती है तो कीमतों में इजाफा होता है। इसी प्रकार इस त्योहारी सीजन भी डिमांड में बढ़तोरी के मद्देनजर सोनो की कीमतें बढ़ सकती है।
तेल कंपनियों ने जारी किये पेट्रोल-डीजल के दाम....
24 Oct, 2023 10:00 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
अंतरराष्ट्रीय स्तर पर कल कच्चे तेल की कीमतें 0.04 प्रतिशत बढ़कर 92.18 रुपये प्रति बैरल पर पहुंच गई थी जिसके बाद आज सुबह 6 बजे देश की तेल कंपनियों ने पेट्रोल और डीजल की कीमतों को अपडेट किया है।
अगर आपके पास वाहन है तो आपके लिए राहत की खबर है कि तेल कंपनियों ने कच्चे तेल की ऊंची कीमतों के दबाव में आए बिना पेट्रोल और डीजल की कीमतों को राष्ट्रीय स्तर पर स्थिर रखा है हालांकि कीमतों को अलग-अलग शहरों में कुछ पैसों में बदलाव देखने को जरूर मिला है। चलिए जानते हैं आपको शहर में क्या है एक लीटर पेट्रोल और डीजल की कीमत।
कच्चे तेल से निकाला जाता है पेट्रोल और डीजल
देश में मौजूद तमाम ऑयल रिफाइनरी में कच्चे तेल से पेट्रोल और डीजल को निकालते हैं। आपको बता दें कि एक बैरल में 158.98 लीटर क्रूड ऑयल होता है।
वैश्विक रुख और कच्चे तेल की कीमतों के उतार-चढ़ाव से तय होगी बाजार की चाल
23 Oct, 2023 07:45 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
नई दिल्ली । इस सप्ताह घरेलू शेयर बाजार की दिशा कंपनियों के तिमाही परिणामों, वैश्विक रुख और कच्चे तेल की कीमतों में उतार-चढ़ाव से तय होगी। विश्लेषकों ने कहा कि निवेशकों की नजरें हमास-इजराइल संघर्ष के बीच पश्चिम एशिया की गतिविधियों तथा विदेशी निवेशकों के रुख पर भी रहेगी। मंगलवार को विजयदशमी पर्व पर बाजार में अवकाश रहेगा। बाजार विशेषज्ञों का कहना है कि अमेरिकी बांड पर बढ़ते प्रतिफल, वैश्विक आर्थिक अनिश्चितता और भू-राजनीतिक तनाव के चलते वैश्विक बाजार में सुस्ती छाई हुई है। इन कारकों पर नजदीक से नजरें रखने की जरूरत है, क्योंकि ये बाजार धारणा को प्रभावित कर सकते हैं। उन्होंने कहा कि तिमाही परिणामों के सत्र में बाजार भागीदारों की नजरें डॉलर के मुकाबले रुपए की चाल और कच्चे तेल की कीमतों के साथ-साथ विदेशी संस्थागत निवेशकों (एफआईआई) और घरेलू संस्थागत निवेशकों (डीआईआई) के निवेश के रुख पर रहेगी। एक अन्य बाजार के जानकार ने कहा कि गुरुवार को मासिक डेरिवेटिव अनुबंधों के निपटान की वजह से भी बाजार में उतार-चढ़ाव रह सकता है। बाजार आगे इजराइल-फलस्तीन संघर्ष से दिशा लेगा। इसके अलावा कुछ बड़ी कंपनियों के तिमाही नतीजों पर भी सभी की नजर रहेगी। उनका कहना है कि इस सप्ताह ब्रिटेन के सेवा पीएमआई, अमेरिका के विनिर्माण और सेवा पीएमआई, अमेरिका के सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी), बेरोजगारी दावे के आंकड़े भी आएंगे जो बाजार के लिए महत्वपूर्ण रहेंगे।
भारत सहित दुनियाभर के बाजार भू-राजनीतिक चुनौतियों, कच्चे तेल की कीमतों और बांड प्रतिफल में उतार-चढ़ाव पर प्रतिक्रिया देंगे। इसके अलावा तिमाही नतीजों की वजह से शेयर विशेष गतिविधियां भी देखने को मिलेंगी। बाजार विशेषज्ञों को उम्मीद है कि कम कारोबारी सत्र वाले इस सप्ताह में तिमाही परिणाम महत्वपूर्ण रहेंगे। वैश्विक मोर्चे पर यूरोपीय केंद्रीय बैंक (यूसीबी) इस सप्ताह ब्याज दर पर निर्णय की घोषणा करेगा। उन्होंने बताया कि इस सप्ताह एक्सिस बैंक, टेक महिंद्रा, मारुति सुजुकी और बजाज फिनसर्व के सितंबर तिमाही के नतीजे आएंगे। इसके अलावा सप्ताह के दौरान केनरा बैंक, एशियन पेंट्स, पीएनबी, बीपीसीएल और रिलायंस इंडस्ट्रीज के नतीजे भी आएंगे।
एलन मस्क की नेटवर्थ में दो दिन में 22 अरब डॉलर की गिरावट
23 Oct, 2023 06:45 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
नई दिल्ली । विश्व के सबसे बड़े अमीर एलन मस्क की नेटवर्थ में गिरावट का सिलसिला हफ्ते का आखिरी कारोबारी दिन शुक्रवार को भी जारी रहा। गुरुवार को उनकी नेटवर्थ में 16.1 अरब डॉलर की गिरावट आई थी जबकि शुक्रवार को उन्हें 5.81 अरब डॉलर की चपत लगी। इस तरह दो दिन में उनकी नेटवर्थ में करीब 22 अरब डॉलर की गिरावट आई है। ब्लूमबर्ग बिलिनेयर इंडैक्स के मुताबिक मस्क की नेटवर्थ अब 204 अरब डॉलर रह गई है। टेस्ला के शेयरों में गिरावट से मस्क की नेटवर्थ गिरी है। इस कंपनी के शेयरों में दो दिन में करीब 13 प्रतिशत गिरावट आई है। इलैक्ट्रिक कार कंपनी टेस्ला के मुनाफे में चालू वित्त वर्ष की तीसरी तिमाही में 44 प्रतिशत गिरावट आई है। परिणामों की घोषणा के बाद से उसके शेयरों में गिरावट आ रही है। पिछले सप्ताह दुनिया के टॉप 10 रईसों में सबकी नेटवर्थ में गिरावट आई। दुनिया के दूसरे नंबर के रईस फ्रांस के बर्नार्ड आरनॉल्ट की नेटवर्थ में 2.07 अरब डॉलर की गिरावट आई। उनकी नेटवर्थ अब 153 अरब डॉलर रह गई है। एमेजॉन के फाऊंडर जैफ बेजोस ने 3.30 अरब डॉलर गंवाए और उनके खाते में अब 149 अरब डॉलर रह गए हैं। इसके साथ ही बिल गेट्स, लैरी पेज, लैरी एलिसन, सर्गेई ब्रिन, स्टीव बाल्मर, वॉरेन बफे और मार्क जकरबर्ग की नेटवर्थ में भी गिरावट देखने को मिली।
लैरी एलिसन ने सबसे ज्यादा 6.01 अरब डॉलर गंवाए। इस गिरावट से अंबानी और अडानी को भी झटका लगा है।इस बीच भारत और एशिया के सबसे बड़े रईस मुकेश अंबानी की नेटवर्थ में भी शुक्रवार को गिरावट आई। ब्लूमबर्ग बिलिनेयर इंडैक्स के मुताबिक अंबानी की नेटवर्थ में 11.9 करोड़ डॉलर की गिरावट आई और यह 85.8 अरब डॉलर रह गई है। रिलायंस इंडस्ट्रीज के चेयरमैन अंबानी दुनिया के अमीरों की लिस्ट में 11वें नंबर पर हैं। इस साल उनकी नेटवर्थ में 1.29 अरब डॉलर की गिरावट आई है। अडानी ग्रुप के चेयरमैन गौतम अडानी की नेटवर्थ 21.1 करोड़ डॉलर की गिरावट के साथ 61 अरब डॉलर रह गई है। इस साल उनकी नेटवर्थ में रिकॉर्ड 59.5 अरब डॉलर की गिरावट आई है। वह दुनिया के अमीरों की लिस्ट में 20वें स्थान पर हैं।
सरकार भारत में बने सौर पैनल ही एएलएमएम के तहत पंजीकृत करेगी: सिंह
23 Oct, 2023 05:45 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
नई दिल्ली । केंद्र सरकार अगले तीन से चार साल में केवल देश में ही निर्मित सेल, वेफर्स और पॉलीसिलिकॉन से बने सौर पैनल को मॉडल और निर्माताओं की अनुमोदित सूची (एएलएमएम) के तहत पंजीकृत करने पर विचार कर रही है। नवीन एवं नवीकरणीय ऊर्जा मंत्री आरके सिंह ने भी अपने मंत्रालय के संबंधित अधिकारियों से इस संबंध में एक नीति बनाने के लिए कहा है। सरकार ने सौर पैनल के घरेलू विनिर्माण को बढ़ावा देने के लिए एएलएमएम की शुरुआत की थी। मंत्री ने कहा कि कम दक्षता वाले मॉड्यूल को एएलएमएम से बाहर कर दिया जाता है। हम अपनी नीतियां विकसित करेंगे। हम केवल उन मॉड्यूल की सुरक्षा करेंगे, जो भारत में बने सेल हैं। एक या दो साल में हम ऐसी नीति लेकर आएंगे। फिर एक से दो साल के बाद हम एक नीति लाएंगे कि वेफर्स और पॉलीसिलिकॉन भी भारत में बनने चाहिए। उन्होंने कहा कि हम केवल उन्हीं कंपनियों को एएलएमएम के तहत पंजीकृत करते हैं जिनके सेल, वेफर्स और पॉलीसिलिकॉन भारत में बनाए गए हैं। इस कदम से ‘मेक-इन-इंडिया’ के लक्ष्य को आगे बढ़ाने में मदद मिलेगी। सरकार अगले कुछ वर्षों में सौर पैनलों कलपुर्जों के आयात को बढ़ावा नहीं देगी।
अपनी एसयूवी श्रृंखला के लिए नया पेट्रोल इंजन बना रही टाटा मोटर्स
23 Oct, 2023 04:45 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
नई दिल्ली । टाटा मोटर्स एक नया पेट्रोल पावरट्रेन विकसित कर रही है जिसका इस्तेमाल उसके प्रीमियम स्पोर्ट्स यूटिलिटी वाहनों (एसयूवी) हैरियर और सफारी में किया जाएगा। कंपनी के एक वरिष्ठ अधिकारी ने यह जानकारी दी। ये मॉडल अभी दो लीटर डीजल इंजन के साथ आते हैं। टाटा मोटर्स पैसेंजर व्हीकल्स के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि इंजन बनाया जा रहा है और आगे चलकर इसे दो मॉडलों में पेश किया जाएगा। उन्होंने कहा कि कंपनी ने केवल डीजल पावरट्रेन पर ध्यान केंद्रित किया है, क्योंकि उस खंड में प्रतिवर्ष करीब दो लाख इकाई का 80 प्रतिशत बाजार डीजल पर निर्भर है। इस खंड में हैरियर और सफारी आती हैं। उन्होंने कहा कि हमारा शुरुआत में डीजल पर ध्यान एक साधारण कारण से गया कि इस एसयूवी खंड के लिए दो लाख इकाई के बाजार का 80 प्रतिशत मूल रूप से डीजल है, जिसका मतलब है कि ग्राहक इसके बेहतर टॉर्क प्रदर्शन के कारण डीजल को पसंद करते हैं। कंपनी 1.5 लीटर जीडीआई इंजन पर काम कर रही है। कार्य प्रगति पर है। इसे उचित तरीके से विकसित किए जाने की आवश्यकता है और इसके अलावा उत्पाद को इंजन के साथ एकीकृत करना होगा। इसके अलावा हम क्षमता निर्माण पर भी काम कर रहे हैं। यह पेट्रोल इंजन थोड़ा दूर है लेकिन यह आने वाला है। टाटा मोटर्स ने पिछले सप्ताह क्रमशः 15.49 लाख रुपये और 16.19 लाख रुपये की शुरुआती कीमत के साथ हैरियर और सफारी के नए मॉडल पेश किए थे। हैरियर और सफारी के इन उन्नत संस्करणों को ग्लोबल एनसीएपी से शीर्ष सुरक्षा रेटिंग मिली है।
लार्सन एंड टुब्रो ने आईआईटी इंदौर के साथ किया समझौता
22 Oct, 2023 03:45 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
मुंबई । इंजीनियरिंग और निर्माण क्षेत्र की कंपनी लार्सन एंड टुब्रो (एलएंडटी) ने कहा कि कंपनी ने रिन्यूएबल एनर्जी मैनेजमेंट और कंट्रोल सॉफ्टवेयर जैसे विभिन्न क्षेत्रों में ज्वाइंट रिसर्च और डेवलपमेंट प्रोजेक्ट्स शुरू करने के लिए आईआईटी इंदौर के साथ एक समझौता किया है। एलएंडटी कंस्ट्रक्शन के पावर ट्रांसमिशन और डिस्ट्रीब्यूशन बिजनेस की डिजिटल एनर्जी सॉल्यूशन ब्रांच द्वारा समझौता ज्ञापन (एमओयू) पर हस्ताक्षर किए गए। कंपनी ने कहा, संबद्धता के विभिन्न मार्गों पर स्थापित ढांचे के माध्यम से गतिविधियों का पता लगाने और उन पर काम करने के लिए समझौते पर हस्ताक्षर किए गए थे। यह पहल रिन्यूएबल एनर्जी इंटीग्रेशन और कंट्रोल टेक्नोलॉजीज में रिसर्च और डेवलपमेंट को आगे बढ़ाने के लिए उद्योग-अकादमिक सहयोग को बढ़ावा देगी। इस भागीदारी के माध्यम से, आईआईटी इंदौर में छात्रों के सीखने और अनुभव कार्यक्रम के साथ सहयोग करने के लिए एलएंडटी का उत्कृष्टता स्मार्ट ग्रिड सॉल्यूशन केंद्र स्थापित किया जाएगा।