मध्य प्रदेश (ऑर्काइव)
चंबल नदी में फंसा स्टीमर, 150 यात्रियों की जान पर बनी आफत, वन विभाग ने किया रेस्क्यू
27 Sep, 2023 03:30 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
अंबाह । चंबल के उसैद घाट से उत्तर प्रदेश के पिनाहट घाट के बीच चलने वाले स्टीमर को लेकर एक बड़ी लापरवाही सामने आई है। दरअसल, चालक ने स्टीमर को यहां निर्माणाधीन पुल के पिलर के पास निकाल दिया, जिससे पिलर से लगे सरियों में स्टीमर फंस गया। करीब 150 के यात्री इस स्टीमर में सवार थे। काफी मशक्कत के बाद भी स्टीमर नहीं निकला तो आनन फानन में उत्तर प्रदेश वन विभाग को सूचना दी गई। जिस पर वन विभाग की टीम ने बोट लगाकर यात्रियों को यहां से बाहर निकाला।
रोजाना हजारों लोग करते हैं सफर
गौरतलब है कि चंबल में पांटून पुल हटने के बाद स्टीमर का संचालन किया जा रहा है, जिसमें हर दिन हजारों लोग इसका सफर तय कर मध्य प्रदेश और उत्तर प्रदेश की सीमा में जाते हैं। मंगलवार की शाम को उत्तरप्रदेश की सीमा से स्टीमर 150 के करीब यात्रियों को भरकर मध्यप्रदेश की सीमा में आ रहा था। इसी बीच चालक ने चंबल पर बन रहे पुल के निर्माणाधीन पिलर के बगल से इसे निकाला तो यह स्टीमर इसके सरियों में उलझ गया। जिससे एक बार तो यह डगमगा गया। जिससे स्टीमर में बैठे यात्रियों में चीख पुकार मच गई।
काफी मशक्कत के बाद भी नहीं निकला स्टीमर
चंबल के बीचो बीच फंसे इस स्टीमर को निकालने का डेढ़ घंटे तक प्रयास किया गया। इस दौरान यात्रियों का डर बैठ गया कि कहीं यह पलट न जाए। मशक्कत के बाद भी यह स्टीमर इन सरियों से नहीं निकल सका। सूचना मिलने पर तत्काल राहत बचाव के लिए स्टीमर कर्मचारियों द्वारा किनारे के लोगों से मदद मांगी गई।
आनन फानन में वन विभाग कर्मी राहत बचाव के लिए अपनी मोटर बोट को लेकर स्टीमर के पास पहुंचे और यात्रियों को सुरक्षित निकालने के लिए रेस्क्यू आपरेशन चलाया। वन विभाग की बोट से ही वनकर्मी एवं स्टीमर कर्मचारियों द्वारा धीरे-धीरे सभी यात्रियों को रेस्क्यू कर सुरक्षित चंबल नदी घाट तक पहुंचाया गया।
वीआइपी रोड पर तेज रफ्तार कार ने किसान को रौंदा, मौके पर मौत
27 Sep, 2023 02:24 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
भोपाल । वीआइपी रोड पर मंगलवार शाम बाइक से जा रहे किसान को एक तेज रफ्तार कार ने रौंद दिया। इस दुर्घटना में किसान की मौके पर ही मौत हो गई। किसान फसल बेचकर बाइक से अपने घर शाहपरा लौट रहा था। पुलिस घटना स्थल के आसपास लगे सीसीटीवी के फुटेज से कार के बारे में जानकारी जुटा रही है।
राजमिस्त्री का काम भी करता था मृतक
कोहेफिजा थाना पुलिस के मुताबिक मंगलवार शाम छह बजे हादसे की सूचना मिली थी। मृतक की पहचान शाहपुरा गांव में मस्जिद के पास रहने वाले 45 वर्षीय प्रीतम सिंह पुत्र प्यारेलाल अहिरवार के रूप में हुई। वह मूलत: सीहोर जिले का रहने वाला था। वहां उसकी जमीन भी है। मंगलवार सुबह वह अपनी बाइक से सीहोर गया था। सीहोर में अपनी फसल बेचने के बाद रुपये लेकर वह वापस घर लौट रहा था। शाम छह बजे वह वीआइपी रोड पर करबला घाट के सामने से गुजर रहा था, तभी किसी चार चालक ने उसे चपेट में ले लिया था। घटना की सूचना मिलने पर स्वजन अस्पताल पहुंच गए थे। पुलिस ने शव की तलाशी के दौरान मिले रुपये उनके सुपुर्द कर दिए। विवाहित प्रीतम के तीन बेटे हैं। वह किसानी करने के साथ ही राजमिस्त्री का भी काम करता था। हादसे के बाद से परिवार में मातम का माहौल है।
मंगलवार को ही तीर्थयात्रा से लौटे थे स्वजन
कुछ दिन पहले ही प्रीतम ने अपने माता-पिता को बड़े बेटे करन के साथ तीर्थ यात्रा करने के लिए भेजा था। सभी लोग मंगलवाल को ही तीर्थ दर्शन कर घर वापस लौटे थे, तभी उन्हें कभी न भूलने वाले गम की सूचना मिली। पुलिस सीसीटीवी के फुटेज खंगालकर प्रीतम को टक्कर मारकर भागी कार के बारे में सुराग जुटा रही है।
यह पार्टी का आदेश है, ना नहीं कहूंगा: विजयवर्गीय
27 Sep, 2023 01:13 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
भोपाल । भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय की 15 वर्ष बाद शहरी सीट पर वापसी हो रही है। मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव में इंदौर-1 सीट से चुनावी मैदान में उतारे जाने पर भाजपा नेता कैलाश विजयवर्गीय ने कहा, यह पार्टी का आदेश है। मुझसे कहा गया कि मुझे काम सौंपा जाएगा और मैं ना नहीं कहूंगा और मुझे यह करना होगा।उन्होंने कहा कि जब टिकट की घोषणा हुई तो मैं भी हैरान रह गया। मैं पार्टी का सिपाही हूं। वे जो कहेंगे, मैं करूंगा...भाजपा दो-तिहाई बहुमत की ओर बढ़ चुकी है। वक्त बताएगा कि हमें उससे कितनी ज्यादा सीटें मिलेंगी...। विजयवर्गीय की 15 वर्ष बाद शहरी सीट पर वापसी हो रही है। मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव में इंदौर-1 सीट से चुनावी मैदान में उतारे जाने पर भाजपा नेता कैलाश विजयवर्गीय ने कहा, यह पार्टी का आदेश है। मुझसे कहा गया कि मुझे काम सौंपा जाएगा और मैं ना नहीं कहूंगा और मुझे यह करना होगा। कैलाश विजयर्गीय भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव होने और केंद्र की राजनीति में सक्रिय होने के बावजूद कैलाश विजयवर्गीय शहर से जुड़े रहे। स्थानीय समस्याओं को लेकर उनका मुखर होना उन्हें अलग बनाता है। विधानसभा चुनाव में टिकट देकर संगठन ने उन्हें फिर प्रदेश में सक्रिय रहने का मौका दिया है। एक नंबर विधानसभा क्षेत्र से विजयवर्गीय को उम्मीदवार बनाए जाने के बाद राजनीतिक समीकरण भी दिलचस्प हो गए हैं।
कचरा ट्रांसफर स्टेशनों में लगेगा रेडिया फ्रिक्वेंसी आइडेंटिफिकेशन सिस्टम
27 Sep, 2023 12:49 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
भोपाल । राजधानी में स्थित कचरा ट्रांसफर स्टेशनों पर गीले और सूखे कचरे की पहचान के लिए रेडिया फ्रिक्वेंसी आइडेंटिफिकेशन सिस्टम लगाया जाएगा। इससे कचरा वाहनों की तुलाई के साथ स्कैनिंग भी हो सकेगी। इससे गीले और सूख कचरे को पकड़ना और उसका पृथक्कीकरण करना भी आसान होगा। अभी वाहन चालक एक साथ गीला और सूखा कचरा लेकर ट्रासफर स्टेशन पहुंचते हैं।
तुलाई के साथ ही होगी स्कैनिंग
दरअसल रोजाना डोर-टू-डोर कचरा कलेक्शन के बाद कचरे को गार्बेज ट्रांसफर स्टेशन लाया जाता है। शहर में अलग-अलग लोकेशन पर 13 ट्रांसफर स्टेशन हैं। हालांकि जरूरत 20 स्टेशनों की है। लेकिन जैसे-जैसे जगह उपलब्ध हो रही है, नगर निगम नए ट्रांसफर स्टेशन बना रहा है। एक नया स्टेशन 12 दफ्तर के पास बन रहा है। अब इन स्टेशनों पर आने वाले गार्वेज व्हीकल की तुलाई के साथ ही स्कैनिंग होगी। ऐसा इसलिए कि वर्तमान में वाहनों की तुलाई तो हो जाती है, लेकिन वाहनों में आया कचरा सेग्रीगेट है या नहीं, इसकी व्यवस्था नहीं है। हालांकि मैन्युअली जरूर चैकिंग होती है, लेकिन इससे समय अधिक लगता है और कई बार बिना पृथक हुए ही कचरा अंदर आ जाता है।
क्या है आरएफआइडी
आरएफआइडी एक रेडियो फ्रीक्वेंसी आइडेंटिफिकेशन है। इससे वाहन आसानी से स्कैन हो जाते हैं। यह एक ऐसी तकनीक है, जिसका उपयोग आरएफआइडी टैग को ट्रैक करने और इन टैग में एन्कोड किए गए डेटा को कैप्चर करने के लिए किया जाता है। यह रेडियो तरंगों का उपयोग करके स्वचालित रूप से वस्तुओं की पहचान करता है और उनके बारे में डेटा एकत्र करता है। साथ ही बिना किसी मानवीय हस्तक्षेप के उस डेटा को कंप्यूटर सिस्टम में दर्ज करता है।
सालाना 1 करोड़ 93 लाख खर्च
नगर निगम अपने सभी गार्बेज ट्रांसफर स्टेशनों पर आरएफआइडी सिस्टम लगाने जा रहा है। इस पर सालाना 1 करोड़ 93 लाख रूपए खर्च होंगे। यह सिस्टम वर्तमान में बने गार्बेज ट्रांसफर स्टेशन के बूम बैरियर में लगाया जाएगा। इसके लिए निगम को कंपनी की तलाश है, जो इस सिस्टम को लगाने के साथ ही इसका मेंटेनेंस कर सके।
अभी यहां हैं निगम के ट्रांसफर स्टेशन
शहर में नगर निगम के बागसेवनिया, राजेन्द्र नगर, बैरागढ़, आरिफ नगर, यादगार-ए-शाहजहांनी पार्क, दानापानी, गोविंदपुरा इंडस्ट्रियल एरिया, भदभदा, कोकता, ईदगाह हिल्स, शाहपुरा और कजलीखेड़ा में यह ट्रांसफर स्टेशन बने हुए हैं। एक नया ट्रांसफर स्टेशन जवाहर चौक पर 12 दफ्तर के पास बन रहा है।
अचलेश्वर मंदिर के द्वार के लिये आये पत्थर पर उल्टा स्वस्तिक चिन्ह
27 Sep, 2023 12:20 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
ग्वालियर । अचलेश्वर मंदिर के गर्भगृह के निर्माण कार्य ने गति पकड़ी है। मुख्य दरवाजों के लिये तराशे गये पत्थर भी आ गये हैं। इन पत्थरों को लगाने की तैयारी की जा रही थी। यह पत्थर राजस्थान से तराशकर मंगवाये गये हैं। पत्थर लगने से पहले ही एक बड़ी चूक को श्रद्धालुओं ने पकड़ा है। एक पत्थर पर स्वस्तिक उल्टा बना हुआ है।
कान्ट्रेक्टर ने मानी चूक
सनातन धर्म में उल्टे स्वस्तिक को शुभ नहीं माना जाता है। कान्ट्रेक्टर जगदीश मित्तल ने बताया कि एक पत्थर स्वस्तिक बनने में चूक हुई है। गलती पकड़ में आने के बाद मुख्य द्वार के लिये दूसरा पत्थर मंगाया जा रहा है।
दो महीने से युद्धस्तर पर कार्य
अचलेश्वर मंदिर के निर्माण के लिये पिछले दो महीने से युद्धस्तर पर कार्य किया जा रहा है। मंदिर के चारों तरफ तीन फीट की जाली लगाने के बाद चारों मुख्य द्वारों के लिये तराशे गये पत्थर राजस्थान से मंगाये गये हैं। यह पत्थर सोमवार की रात को ही मंदिर पहुंचे हैं। इन पत्थरों पर दोनों तरफ शुभ स्वस्तिक चिन्ह के साथ मध्य में फूल हैं।
एक श्रद्धालु की नजर पड़ी
रात में पत्थर उतरते समय एक श्रद्धालु की नजर स्वस्तिक चिन्ह पर पड़ी। जो कि उल्टा बना हुआ था। उल्टे स्वस्तिक का चिन्ह नजर आने पर इसकी सूचना समिति ने कान्ट्रेक्टर को दी। कान्ट्रेक्टर ने स्वीकार किया कि पत्थर तराशने वाले से स्वस्तिक बनाने में चूक हुई है। इस चिन्ह को सीधा कराने का प्रयास करने की बजाये पत्थर ही बदलकर दूसरा मंगाया जा रहा है।
विधानसभा चुनाव के लिए तीन पॉवर सेंटर
27 Sep, 2023 12:11 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
भोपाल । मध्यप्रदेश में विधानसभा चुनाव 2023 के लिए कांग्रेस ने तीन पॉवर सेंटर बनाए हैं। कमलनाथ, रणदीप सुजेवाला और दिग्विजय सिंह ये तीनों ही वरिष्ठ नेता अलग अलग भूमिका में नजर आ रहे हैं। जहां एक नेता के पास सीट मैनेजमेंट है, तो दूसरे नेता के पास ब्रांडिंग और मीडिया को संभालने का जिम्मा है। तीसरे नेता के पास ग्रास रूट पर पार्टी की पकड़ मजबूत करने का काम है। ऐसे में ये तीनों ही नेता अपने अपने रोल को बखूबी निभा रहे हैं।
कमलनाथ
प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष कमलनाथ पार्टी का मुख्य चेहरा है। पार्टी ने पिछला चुनाव भी उनके नेतृत्व में लड़ा और जीता था। एक बार फिर पार्टी ने नाथ के ऊपर ही दांव लगाया है। हालांकि कमलनाथ चेहरा होने के साथ साथ चुनाव के मुख्य सूत्रधार भी हैं। उन्हें सीट मैनेजमेंट बहुत अच्छे से आता है। हर सीट पर वे अपनी पैनी नजर बनाए हुए हैं। इसके साथ ही कांग्रेस में नए नए लोगों को जोडऩे पर नाथ काम कर रहे हैं। उनके भरोसे पर अब तक भाजपा से टूट कर कई सीनियर और नामी नेता कांग्रेस का दामन थाम चुके हैं।
रणदीप सुरजेवाला
मध्यप्रदेश कांग्रेस के प्रभारी सुरजेवाला फिलहाल इस बार के चुनाव में पार्टी की ब्रांडिंग और मीडिया मैनेजमेंट पर फोकस कर रहे हैं। उनका ध्यान पूरी तरह से भाजपा पर अटैक किस तरह से किया जाए इस बात पर टिका हुआ है। सुरजेवाला ने अपने काम से कर्नाटक में कांग्रेस को सत्ता दिलवाई है। ऐसे में पार्टी ने उनका चुनावी मैनेजमेंट देखते हुए उन्हें मध्यप्रदेश में भी मुख्य भूमिका में रखा है। उनकी ट्यूनिंग भी कमलनाथ के साथ अच्छी है।
दिग्विजय सिंह
पूर्व मुख्यमंत्री और सांसद दिग्विजय सिंह ने 2023 के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस के लिए पूरी तरह से पर्दे के पीछे रहकर काम संभाला हुआ है। उनका फोकस कांग्रेस की हारी हुई सीटों पर है। वे लगातार इन सीटों का दौरा कर रहे हैं। इसके साथ ही पार्टी को सेक्टर और मंडपम स्तर पर चुनाव के लिए तैयार करने का काम भी सिंह के हवाले है। इसके साथ ही नाराज और रूठे हुए कार्यकर्ताओ को मनाने और जोडऩे का मुख्य काम भी सिंह के जिम्मे हैं।
गढ़ जीतने और बचाने आमने-सामने होंगे राजा-महाराजा पर
27 Sep, 2023 11:10 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
भोपाल । 2018 तक कांग्रेस के लिए मिलकर लड़ाई लडऩे वाले राजा और महाराजा यानी दिग्विजय सिंह और ज्योतिरादित्य सिंधिया इस बार आपस में भिड़ेंगे। राजा के सामने जहां राजगढ़ जिले में अपनी साख बचाने की चुनौती है, वहीं ग्वालियर-चंबल में अधिक से अधिक सीटें जीतने की जिम्मेदारी। वहीं महाराज के सामने जहां अपना गढ़ यानी ग्वालियर-चंबल को बचाने की चुनौती है, वहीं राजगढ़ जिले में अधिक से अधिक सीटें जीतने की जिम्मेदारी। अब देखना यह है कि दोनों नेताओं में से कौन अपनी पार्टी के लिए कमाल दिखाता है।
गौरतलब है कि सिंधिया कांग्रेस में थे तो वे और दिग्विजय सिंह मिलकर सारे समीकरण साध लेते थे। अब कांग्रेस में यह जिम्मेदारी अकेले दिग्विजय सिंह पर है। उधर सिंधिया के सामने भी बड़ी चुनौती है। उल्लेखनीय है कि सिंधिया के भाजपा में शामिल होने के बाद पार्टी को उम्मीद है की अंचल में इस बार भाजपा की एकतरफा जीत होगी। इसलिए सिंधिया पर बड़ा भार आ पड़ा है।
राजा और महाराजा के बीच सियासी पिच पर शह-मात का खेल कोई नया नहीं है। इस बार स्थितियां थोड़ी उल्ट हैं। अब दोनों नेता एक ही दल में न होकर एक दूसरे के प्रतिद्वंद्वी दलों में हैं। ऐसे में कांग्रेस अगर ग्वालियर-चंबल में कुछ सीटों को साधने में दिग्विजय का सहारा लेने चाहती है तो राजगढ़ जिले की पांच सीटों पर भाजपा ने राजा को चुनौती देने के लिए रणनीतिक जिम्मेदारी महाराजा को सौंपनी की योजना बनाई है। दोनों ही नेता एक दूसरे के गढ़ में पकड़ रखते हैं। राजगढ़ को दिग्विजय का गढ़ माना जाता है तो इस क्षेत्र में सिंधिया घराने की भी गहरी पैठ रही है। राजमाता विजयाराजे सिंधिया व माधव राव सिंधिया तत्कालीन गुना लोकसभा सीट से सांसद रहे हैं। उस समय की गुना सीट में राजगढ़ जिले का व्यावरा विधानसभा क्षेत्र शामिल था। तब संसदीय सीट का दायरा इतना बड़ा था कि चाचौड़ा और राघौगढ़ विधानसभा क्षेत्र भी उसी में था। यानी राजगढ़ की तीन विधानसभा सीटें प्रभावित होती थीं। यह बात किसी से छिपी नहीं है कि एक दल में जब थे तब भी प्रतिद्वंद्विता कम नहीं थी। राजा व महाराजा की राजनीतिक प्रतिद्वंता वर्षों पुरानी है। दोनों घरानों के बीच यह खींचतान माधवराव सिंधिया के जमाने से ही चली आ रही है। राजगढ़ से सिंधिया परिवार का धार्मिक जुड़ाव भी है। इस क्षेत्र में होड़ामाता मंदिर है। यह मंदिर खिलचीपुर विधानसभा व राजस्थान से लगा हुआ है। होड़ामाता को सिंधिया परिवार अपनी कुलदेवी मानता है। इसके आलावा राजगढ़ विधानसभा क्षेत्र में तंवर समाज बहुल है। तंवर समाज की भी यह कुल देवी हैं, इसलिए सिंधिया परिवार का तंवर समाज से भी सीधा जुड़ाव माना जाता है।
केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया कभी कमलनाथ और दिग्विजय सिंह की जोड़ी को छोटे भाई-बड़े भाई बोलकर हमला करते हैं तो कभी वो दिग्विजिय सिंह को मिस्टर बंटाधार बोलकर करारा वार करते हैं बावजूद इसके दिग्विजय सिंह कभी ज्योतिरादित्य सिंधिया को हीरा बताते हैं, तो कभी वो उन्हें महाराज बोलकर मुखातिब होते हैं महाराजा साहब और राजा साहब के नाम से मशहूर मध्य प्रदेश के इन दो सियासी दिग्गजों के बीच की तनातनी खूब राजनीतिक सुर्खियां बटोर रही है। अब सियासी तौर पर पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह और केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया के रास्ते जुदा है बावजूद इसके कोई दिन ऐसा नहीं होता है जब दोनों एक दूसरे को याद नहीं करते बस फर्क इतना है कि पहले एक दूसरे का लिहाज होता था अब सिर्फ तल्खी ही तल्खी होती है। केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया युवा हैं बेबाक हैं और आक्रामक भी हैं जब से वो भाजपा में शामिल हुए तब से उनके निशाने पर सबसे ज़्यादा दिग्विजय सिंह ही हैं जब कांग्रेस या कमलनाथ पर भी वार करना होता है तो सिंधिया दिग्विजय सिंह को भी लपेट लेते हैं।
वैसे ज्योतिरादित्य सिंधिया दिग्विजय सिंह को सीधी चुनौती भी देते रहते हैं अभी हाल ही में उन्होंने दिग्विजय सिंह के मजबूत राजनीतिक गढ़ राघौगढ़ में चुनावी रैली कर दिग्विजय सिंह को मिस्टर बंटाधार कहकर संबोधित किया था। ज़्योतिरादित्य सिंधिया जितने आक्रामक होकर वार कर रहे हैं। राजनीतिक के धुरंधर खिलाड़ी दिग्विजय सिंह उतने ही सधे अंदाज़ में उनपर निशाना लगा रहे हैं दिग्विजय सिंह ज्योतिरादित्य सिंधिया के कांग्रेस से भाजपा में जाने पर कुछ यूं चुटकी ले रहे हैं।
कभी ज्योतिरादतिय सिंधिया भी दिग्विजय सिंह के साथ कांग्रेस में ही थे एक पार्टी में होने के बाद भी दोनों के बीच खूब सियासी खींचतान चलती थी दोनों कभी एक दूसरे के सामने खुलकर नहीं आए, लेकिन पर्दे के पीछे से दोनों के बीच जमकर वार-पलटवार चलता रहा जब तक सिंधिया कांग्रेस में रहे दोनों ही एक दूसरे को पार्टी के अंदरखाने पटखनी देने की भरसक कोशिश करते रहे कभी सिंधिया की चल जाती तो कभी दिग्विजय सिंह बाज़ी मार ले जाते लेकिन अब दोनों की पार्टियां अलग-अलग हैं रास्ते अलग-अलग हैं तो एक दूसरे पर जमकर वार-पलटवार का दौर चल पड़ा है।
आज से एमपी के दो दिवसीय चुनावी दौरे पर रहेंगे अखिलेश यादव
27 Sep, 2023 10:09 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
भोपाल । सपा प्रमुख अखिलेश यादव 27 सितंबर और 28 सितंबर को मध्यप्रदेश के दौरे पर रहेंगे। अखिलेश यादव रीवा के सिरमौर विधानसभा में चुनाव प्रचार करेंगे। जानकारी के अनुसार अखिलेश प्रदेश के राज्य स्तरीय सम्मेलन के लिए भी तैयारी परखने भी आ रहे हैं। माना जा रहा है कि अखिलेश यादव इंडिया गठबंधन में मध्यप्रदेश की सीटों पर दावा पेश करेंगे और सहयोगियों पर दबाव भी बनाएंगे। अखिलेश सपा को राष्ट्रीय स्तर पर पहचान दिलाने के लिए मध्यप्रदेश में प्रत्याशी उतार रहे हैं।
समाजवादी पार्टी ने अगस्त माह के अंत में दो सूचियां जारी की थी, जिसमें कुल छह प्रत्याशियों के नाम घोषित किए थे। निवाड़ी से मीरा यादव और दतिया की भांडेर सीट से सेवानिवृत्त जिला जज आरडी राहुल को उम्मीदवार बनाया है। छतरपुर के राजनगर से बृजगोपाल पटेल उर्फ बबलू पटेल, भिंड की मेहगांव विधानसभा सीट से डॉ. बृजकिशोर सिंह गुर्जर को उम्मीदवार बनाया गया है। वहीं सीधी जिले की धोहनी विधानसभा सीट से विश्वनाथ सिंह मरकाम और चितरंगी विधानसभा सीट से श्रवण कुमार गोंड को प्रत्याशी घोषित किया है।
दिग्गजों को टिकट देने पर कमल नाथ ने कहा-
27 Sep, 2023 09:06 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
भाजपा को नहीं मिल रहे उम्मीदवार, नाम बड़े और दर्शन छोटे
भोपाल। एमपी विधानसभा चुनाव के लिए भाजपा प्रत्याशियों की दूसरी सूची में केंद्रीय मंत्रियों, प्रहलाद पटेल, नरेंद्र सिंह तोमर और कैलाश विजयवर्गीय जैसे बड़े नामों को शामिल किए जाने पकर कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष कमल नाथ ने प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि दूसरी लिस्ट पर एक ही बात फिट है- नाम बड़े और दर्शन छोटे। इससे पहले उन्होंने कहा था कि भाजपा ने उम्मीद का आखिरी झूठा दांव खेला है।
कमल नाथ ने सोशल मीडिया प्लेटफार्म एक्स पर पोस्ट करते हुए लिखा कि, दूसरी लिस्ट पर एक ही बात फिट है- नाम बड़े और दर्शन छोटे। भाजपा ने मप्र में अपने सांसदों को विधानसभा की टिकट देकर साबित कर दिया है कि भाजपा न तो 2023 के विधानसभा चुनाव में जीत रही है, न 2024 के लोकसभा चुनाव में। इसका सीधा अर्थ ये हुआ कि वो ये मान चुकी है कि एक पार्टी के रूप में तो वो इतना बदनाम हो चुकी है कि चुनाव नहीं जीत रही है, तो फिर क्यों न तथाकथित बड़े नामों पर ही दांव लगाकर देखा जाए।
कमल नाथ ने जीत का दावा करते हुए लिखा कि भाजपा आत्मविश्वास की कमी के संकटकाल से जूझ रही है। अबकी बार भाजपा अपने सबसे बड़े गढ़ में, सबसे बड़ी हार देखेगी। कांग्रेस भाजपा से दोगुनी सीट जीतने जा रही है। भाजपा की डबल इंजन की सरकार डबल हार की ओर बढ़ रही है।
दतिया में गणेश विसर्जन करने गए चार बच्चों की गड्ढे में डूबने से मौत
26 Sep, 2023 10:10 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
दतिया । सिविल लाइन थाना क्षेत्र के ग्राम निरावल बिडनियां में मंगलवार शाम गणेश विसर्जन के दौरान चार बच्चों की गड्ढे के गहरे पानी में डूब जाने से जान चली गई। इनमें तीन लड़कियां और एक लड़का है। जिनकी उम्र 15 से 16 साल की है। गए थे। इसी दौरान वहां बने बड़े गड्ढे में विसर्जन करते समय वह हादसे का शिकार हो गए। विसर्जन के दौरान करीब सात बच्चे डूबने लगे, तीन को मंदिर में उस समय पूजा कर रहे प्रेमनारायण कुशवाह नाम के ग्रामीण ने किसी तरह बचा लिया। दो की हालत गंभीर होने पर उन्हें ग्वालियर रेफर किया गया है। एक बच्ची का दतिया जिला अस्पताल में उपचार चल रहा है।
घटना के संबंध में एसपी प्रदीप शर्मा ने बताया कि गांव के बच्चे घर में विराजमान गणेश मूर्ति को विसर्जित करने के लिए सिद्धबाबा मंदिर के पास बने पानी भरे गहरे गड्ढे पर ले गए। जहां विसर्जन के दौरान कुछ बच्चों ने गड्ढे में उतरने का प्रयास किया। इस दौरान हादसा हो गया। मृत बच्चों के नाम अंश पाल पुत्र ब्रजमोहन, प्रतिज्ञा पाल पुत्री जाहर सिंह, कृष्णा पाल पुत्री रामहजूर पाल, आस्था पुत्री श्रीराम शामिल हैं। सपना पुत्री जाहर सिंह, ध्रुव और आशिक पाल का अस्पताल में उपचार चल रहा है। घटना की सूचना मिलते ही मौके पर पुलिस और होमगार्ड की टीम रवाना की गई। कलेक्टर संदीप माकिन ने मृतकों के स्वजन को चार-चार लाख की मदद दिए जाने के संबंध एडीएम रुपेश उपाध्याय को निर्देश दिए हैं।
मुख्यमंत्री सीखो-कमाओ योजना से इस लड़की को मिली जॉब, इस तरीके से जताया 'शिवराज मामा' का आभार
26 Sep, 2023 09:45 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
भोपाल । कैबिनेट बैठक से पहले मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने मुख्यमंत्री सीखो कमाओ योजना की हितग्राही अजीता राठौर और आकांक्षा चौहान को अनुबंध पत्र दिए। राठौर योजना की 10 हजार वीं हितग्राही बनी हैं। अब तक योजना में नौ लाख से अधिक युवाओं ने पोर्टल पर पंजीयन किया है। इसमें आठ से दस हजार रुपये तक प्रतिमाह शिष्यवृत्ति देने का प्रविधान है। मुख्यमंत्री सीखो-कमाओ योजना से इस लड़की को मिली जॉब, इस तरीके से जताया 'शिवराज मामा' का आभार
युवाओं को अनुभव और स्टाइपेंड दोनों एक साथ मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने बताया कि योजना युवाओं को कौशल विकास का प्रशिक्षण दिलाकर स्वयं के पैरों पर खड़ा करने के लिए लागू की गई है। इसमें 12वीं पास को आठ हजार रुपये, आइटीआइ पास को साढ़े आठ हजार, डिप्लोमाधारी को नौ हजार और स्नातक एवं उच्च योग्यता प्राप्त युवा को दस हजार रुपये प्रतिमाह शिष्यवृत्ति देने प्रविधान है।
अजीता को मिली सॉफ्टवेयर डेवलपर की जॉब
योजना से अब तक 19 हजार 598 प्रतिष्ठान जुड़ चुके हैं और 75 हजार से अधिक पद प्रकाशित हुए हैं। अजीता राठौर ने बताया कि उन्हें योजना के अंतर्गत एक्सट्रा नेट टेक्नोलाजी कंपनी में सॉफ्टवेयर डेवलपर के रूप में जुड़ने का अवसर मिला है। इसी तरह आकांक्षा चौहान कैरियर एजुकेशन सोसइटी में कस्टमर केयर सेक्शन में काम सीख रही हैं। अजीता ने बताया कि योजना से उन्हें कार्य अनुभव के साथ-साथ प्रमाण पत्र व मानदेय भी मिलेगा।
दीक्षांत शपथ और उपदेश को अपने जीवन में उतारें विद्यार्थी: राज्यपाल पटेल
26 Sep, 2023 09:15 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
भोपाल : राज्यपाल मंगुभाई पटेल ने कहा है कि शिक्षित वही है, जिसमें ज्ञान के साथ-साथ संस्कार भी होते हैं। विद्यार्थी जीवन में विश्वविद्यालय से प्राप्त होने वाले संस्कार जीवन के हर कदम पर आपके पथ प्रदर्शक होते है। पटेल मंगलवार को कुशाभाऊ ठाकरे अंतर्राष्ट्रीय कन्वेंशन सेंटर में बरकतउल्ला विश्वविद्यालय के दीक्षांत समारोह को संबोधित कर रहे थे। इस अवसर पर उच्च शिक्षा मंत्री डॉ. मोहन यादव भी मौजूद थे।
राज्यपाल पटेल ने कहा कि दीक्षांत समारोह विद्यार्थियों को परिवार, समाज और राष्ट्र के लिए उनके दायित्वों के निर्वहन के लिए प्रतिबद्धतापूर्वक आगे बढ़ने के लिय प्रेरित करता है। जीवन की सफलताओं में कभी भी अपने माता-पिता और गुरुजनों को नहीं भूलें। उनके सम्मान को सर्वोच्च प्राथमिकता दें। पटेल ने कहा कि शिक्षक, युवा वर्ग को दृढ़ संकल्पवान बनाएं। उन्हें समस्याओं से जूझना सिखाएं ताकि विपरीत परिस्थितियों में भी एपका आत्मबल बना रहें। विद्यार्थी वंचित वर्गों के प्रति भी संवेदनशीलता के साथ सहयोग के लिए तत्पर रहें।
स्वच्छता दिवस पर सक्रियता से भाग लें विद्यार्थी
राजपाल मंगुभाई पटेल ने विद्यार्थियों को 2 अक्टूबर को आयोजित होने वाले स्वच्छता दिवस पर होने वाली गतिविधियों में बढ़-चढ़कर और उत्साह पूर्वक हिस्सा लेने को कहा। उन्होंने विद्यार्थियों को अपने परिसर को स्वच्छ रखने के लिए निरंतर प्रेरित करते रहने की समझाइश दी।
कार्यक्रम के प्रारंभ में राज्यपाल पटेल का पुष्पगुच्छ, शॉल श्रीफल भेंटकर स्वागत और अभिनंदन किया गया। राज्यपाल पटेल एवं अतिथियों ने विश्वविद्यालय की उपलब्धि पर आधारित स्मारिका का विमोचन किया। दीक्षांत समारोह में स्मृति-चिन्ह भी भेंट किया गया। इस अवसर पर कुलपति राष्ट्रीय विधि संस्थान विश्वविद्यालय, प्रो. एस. सूर्यप्रकाश भी उपस्थित थे। उन्होंने भारतीय शिक्षा की ऐतिहासिकता और गौरवशाली विरासत की महत्ता पर संक्षिप्त उद्बोधन दिया। बरकतउल्ला विश्वविद्यालय के कुलपति सुरेश कुमार जैन ने बताया कि 165 विद्यार्थियों को उपाधि और स्वर्ण पदक प्रदान किये गए हैं। इस अवसर पर उन्होंने दीक्षित विद्यार्थियों को दीक्षांत उपदेश दिया और दीक्षांत शपथ दिलाई।
मीडिया प्रतिनिधियों के समग्र कल्याण की विभिन्न योजनाओं की स्वीकृति
26 Sep, 2023 09:00 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
भोपाल : मध्यप्रदेश के वरिष्ठ एवं बुजुर्ग पत्रकारों को प्रतिमाह दी जाने वाली सम्मान निधि 10 हज़ार रूपये से बढ़ाकर 20 हज़ार रुपये की जायेगी। सम्मान निधि प्राप्त करने वाले पत्रकार की मृत्यु होने पर उनकी पत्नी / पति को एकमुश्त 8 लाख रूपये की सहायता राशि दी जायेगी। पत्रकारों को स्वयं अथवा आश्रितों के उपचार के लिये सामान्य बीमारियों के लिये आर्थिक सहायता प्रावधान 20 हजार से बढ़ाकर 40 हज़ार रुपये और गंभीर बीमारियों के लिये 50 हज़ार से बढ़ाकर 1 लाख रूपये किया जायेगा। आयकर वाली शर्त को भी हटाया गया है।
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की अध्यक्षता में आज मंत्रालय में हुई मंत्रिपरिषद की बैठक ने मुख्यमंत्री द्वारा इस संबंध में की गई घोषणाओं के क्रियान्वयन को स्वीकृति दी।
उल्लेखनीय है कि लोकतंत्र के चौथे स्तंभ के रूप में कार्य करने वाले प्रिंट मीडिया, इलेक्ट्रॉनिक मीडिया एवं सोशल, डिजिटल मीडिया में काम कर रहे पत्रकारों एवं मीडिया प्रतिनिधियों के समग्र कल्याण एवं हितों को ध्यान में रखते हुए मुख्यमंत्री चौहान ने 7 सितंबर, 2023 को "पत्रकार समागम" के दौरान विभिन्न घोषणाएं की थीं।
मंत्रि-परिषद ने पूर्व में लागू मध्यप्रदेश में अधिमान्य पत्रकारों को आवास ऋण पर ब्याज अनुदान योजना को संशोधित कर नवीन योजना "अधिमान्यता प्राप्त पत्रकारों को आवास ऋण एवं शिक्षा ऋण ब्याज अनुदान योजना 2023" को स्वीकृत किया। नई योजना में अधिकतम ऋण राशि सीमा 25 लाख रूपये से बढ़ाकर 30 लाख रुपये की गयी है। साथ ही योजना में अधिमान्यता प्राप्त पत्रकारों के बेटे / बेटियों की शिक्षा के लिये बैंक से लिये गये ऋण पर देय व्याज पर भी 5% ब्याज अनुदान 5 वर्ष के लिये राज्य शासन द्वारा वहन करने का निर्णय लिया गया है।
मंत्रि-परिषद ने यह निर्णय भी लिया कि "मध्यप्रदेश संचार प्रतिनिधियों के लिये स्वास्थ्य एवं दुर्घटना समूह बीमा योजना" में पत्रकारों से वर्ष 2022-23 के लिये भारित प्रीमियम दर के अनुसार ही इस वर्ष भी प्रीमियम राशि ली जायेगी। बीमा कंपनी द्वारा बढ़ाए गये प्रीमियम की राशि का भुगतान राज्य शासन द्वारा किया जायेगा । इस योजना में नये प्रावधान के अनुसार 65 वर्ष से अधिक उम्र के पत्रकारों और उनकी पत्नी / पति के बीमा का पूरा प्रीमियम राज्य शासन वहन करेगा।
"कायाकल्प द्वितीय चरण योजना" की तीन वर्षों के लिये स्वीकृति
मंत्रि परिषद् द्वारा विशेष केन्द्रीय सहायता (शहरी सुधार कार्यक्रम) से प्रदेश में मास्टर प्लान की सड़कों के लिये नवीन पूंजीगत योजना "कायाकल्प द्वितीय चरण (मास्टर प्लान की सड़कें) योजना" की तीन वर्षों के लिये स्वीकृति दी गई है।
योजना का क्रियान्वयन केन्द्र सरकार से प्राप्त होने वाली विशेष केन्द्रीय सहायता राशि से किया जायेगा। वर्ष 2023-24 के लिए 1200 करोड़ रूपयों का प्रावधान किया गया है। योजना में मास्टर प्लान में अंकित मार्ग, अन्य प्रमुख मार्ग, रिंगरोड तथा बायपास का निर्माण विद्यमान सड़कों का उन्न्यनीकरण और इन मार्गों के लिये अनुषांगिक अधोसंरचना विकास जैसे चौराहे, रोड, फर्नीचर, यूटिलिटी शिफ्टिंग, लोक परिवहन, स्ट्रीट लाईटिंग, पुल-पुलिया के कार्य किये जायेंगे। योजना का क्रियान्वयन नगरीय निकाय, विकास प्राधिकरण, स्मार्ट सिटी एवं एम.पी. यू.डी.सी के द्वारा किया जायेगा।
"जल जीवन मिशन के क्रियान्वयन का अनुमोदन
मंत्रि परिषद् ने "जल जीवन मिशन का क्रियान्वयन लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग द्वारा किये जाने का अनुमोदन किया।
मध्य प्रदेश आईटी, आईटीईएस एवं ईएसडीएम निवेश संवर्धन नीति 2023 का अनुमोदन
मंत्रि परिषद् द्वारा देश में आईटी, आईटीईएस और ईएसडीएम क्षेत्र में निवेश को और आकर्षक बनाये जाने के उद्देश्य से निवेश नीति 2016 के स्थान पर नवीन नीति मध्य प्रदेश आईटी, आईटीईएस एवं ईएसडीएम निवेश संवर्धन 2023" का अनुमोदन किया गया है।
क्रियान्वयन के लिये नियम एवं दिशा निर्देश जारी करने तथा नियमों एवं दिशा निर्देशों में सामान्य संशोधन, विसंगति दूर करने तथा प्रावधानों की व्याख्या करने के लिए विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विभाग को अधिकृत किया किया गया है। नवीन नीति के प्रभावशील होने से राज्य में निवेश की संभावनाओं का विस्तार होगा एवं इच्छुक कम्पनियों निवेश के लिए आकर्षित होंगी।
जबलपुर में दो नवीन तहसील पोंडा और कटंगी के सृजन की स्वीकृति
मंत्रि-परिषद द्वारा जिला जबलपुर में नवीन तहसील पोंडा के सृजन की स्वीकृति दी गई है। नवीन तहसील में तहसील मझौली के राजस्व निरीक्षक मंडल पोंडा के पटवारी हल्का 43 से 85 तक कुल 43 पटवारी हल्के शामिल होंगे। उसके बाद तहसील मझौली में राजस्व निरीक्षक मंडल मझौली के हल्का 1 से 24, 26 से 42 तक कुल 41 पटवारी हल्के शेष रहेंगे। नवीन तहसील पोंडा के कुशल संचालन के लिये कुल 17 पद स्वीकृत किये गये है। जिसमें तहसीलदार का 1, नायब तहसीलदार का 1, सहायक ग्रेड-2 के 02, सहायक ग्रेड-3 के 4, सहायक ग्रेड-3 (प्रवाचक) के 2, जमादार/दफतरी/ बस्तावरदार का 1, वाहन चालक का 1 और भृत्य के 5 पद शामिल है।
इसके साथ ही जिला जबलपुर में नवीन तहसील कटंगी के सृजन की स्वीकृति दी गई है। नवीन तहसील में तहसील पाटन के राजस्व निरीक्षक मंडल कटंगी के पटवारी हल्का 01 से 21 एवं 28 से 37 तक कुल 31 पटवारी हल्के तथा तहसील मझौली का पटवारी हल्का 25, कुल 32 पटवारी हल्के समाविष्ट होंगे। इसके बाद तहसील पाटन में राजस्व निरीक्षक मंडल कटंगी के पटवारी हल्का 22 से 27 एवं 38, तथा राजस्व निरीक्षक मंडल पाटन के पटवारी हल्का 39 से 80 इस प्रकार कुल 49 पटवारी हल्के तथा तहसील मझौली में 84 पटवारी हल्के शेष रहेंगे। नवीन तहसील कटंगी के कुशल संचालन के लिये कुल 17 पद स्वीकृत स्वीकृत किये गये है। जिसमें तहसीलदार का 1, नायब तहसीलदार का 1, सहायक ग्रेड-2 के 2, सहायक ग्रेड-3 के 4, सहायक ग्रेड-3 (प्रवाचक) के 2, जमादार, दफतरी, बस्तावरदार का 1, वाहन चालक का 1 और भृत्य 05 पद शामिल है।
जिला मऊगंज में नवीन तहसील देवतलाब के सृजन की स्वीकृति
मंत्रि-परिषद द्वारा जिला मऊगंज में नवीन तहसील देवतलाब के सृजन की स्वीकृति दी गई है। नवीन तहसील में तहसील मऊगंज के राजस्व निरीक्षक मण्डल देवतालाब के पटवारी हल्का 1 से 15 एवं 47 से 49: राजस्व निरीक्षक मण्डल रतनगवा के पटवारी हल्का 16 से 27, 29 व 56, 57; राजस्व निरीक्षक मण्डल सीतापुर के पटवारी हल्का 40, 42, 43 तहसील नईगढ़ी राजस्व निरीक्षक मण्डल खरी के पटवारी हल्का 21 से 28 व 54 से 58 समाविष्ट होंगे। शेष तहसील नईगढ़ी में तहसील नईगढ़ी राजस्व निरीक्षक मण्डल रामपुर के पटवारी हल्का 1 से 14 व 43 से 53 राजस्व निरीक्षक मण्डल खर्रा के पटवारी हल्का 15 से 20 व 59 से 67: राजस्व निरीक्षक मण्डल मऊगंज के पटवारी हल्का 29 से 42 व 68 से 79 समाविष्ट होंगे तथा शेष तहसील मऊगंज में तहसील मऊगंज के राजस्व निरीक्षक मण्डल देवतालाब के पटवारी हल्का 50 एवं 51 राजस्व निरीक्षक मण्डल रतनगवां के पटवारी हल्का 28, 30 एवं 52 से 55, 58, 59, राजस्व निरीक्षक मण्डल सीतापुर के पटवारी हल्का 31 से 39 व 41, 44 से 46 व 60 से 62; राजस्व निरीक्षक मण्डल मऊगंज के पटवारी हल्का 63 से 85 समाविष्ट होंगे। जिला मऊगंज में नवीन तहसील देवतालाब के कुशल संचालन के लिये कुल 17 पद स्वीकृत किये गये है। इसमें तहसीलदार का 1, नायब तहसीलदार का 1, सहायक ग्रेड-2 के 2, सहायक ग्रेड-3 के 4 सहायक ग्रेड-3 (प्रवाचक) के 2, जमादार / दफतरी/ बस्तावरदार का 1, वाहन चालक का 1 और भृत्य के 5 पद शामिल है।
जिला ग्वालियर में नवीन तहसील पिछोर के सृजन की स्वीकृति
मंत्रि-परिषद द्वारा जिला ग्वालियर में नवीन तहसील पिछोर के सृजन की स्वीकृति दी गई है। नवीन तहसील में तहसील डबरा के कुल 29 पटवारी हल्के समाविष्ट होंगे। नवीन तहसील पिछोर के गठन उपरांत डबरा तहसील में शेष 54 पटवारी हल्के शामिल होगें। नवीन तहसील पिछोर के कुशल संचालन के लिये कुल 20 पद स्वीकृत किये गये है। इसमें तहसीलदार का 1, नायब तहसीलदार के 2, सहायक ग्रेड-2 के 2, सहायक ग्रेड-3 के 4 सहायक ग्रेड-3 (प्रवाचक) के 3, जमादार, दफतरी, बस्तावरदार का 1, वाहन चालक का 1 और भृत्य के 6 पद शामिल है।
जिला मुरैना में नवीन अनुविभाग पोरसा के गठन की स्वीकृति
मंत्रि-परिषद द्वारा जिला मुरैना में नवीन अनुविभाग पोरसा के गठन की स्वीकृति दी गई है। नवीन अनुविभाग में तहसील पोरसा के समस्त पटवारी हल्के समाविष्ट होंगे। तत्पश्चात अनुविभाग अम्बाह में तहसील अम्बाह के समस्त पटवारी हल्के समाविष्ट होंगे। नवीन अनुविभाग पोरसा के कुशल संचालन के लिये कुल 12 पद स्वीकृत किये गये है। अनुविभागीय अधिकारी (राजस्व) का 1, स्टेनो टायपिस्ट का 1, सहायक ग्रेड-2 के 2, सहायक ग्रेड-3 के 3, वाहन चालक का 1 और भृत्य के 4 पद शामिल है।
महिला फुटबॉल के प्रोत्साहन हेतु 'पेट्रॉन स्टेट प्रोग्राम' के संचालन के लिये 97 करोड़ रूपये से अधिक की स्वीकृति
महिला फुटबॉल के प्रोत्साहन के लिये मंत्रि परिषद् द्वारा 'पेट्रॉन स्टेट प्रोग्राम' के संचालन के लिये
97 करोड़ 3 लाख रूपये की स्वीकृति दी है। आगामी 03 वर्षो में अनावर्ती व्यय अंतर्गत 52 करोड़ 83 लाख रूपये और 5 वर्षों के आवर्ती व्यय अन्तर्गत 44 करोड़ 20 लाख रूपये की स्वीकृति दी है। योजना के क्रियान्वयन के लिये फुटबाल प्रशिक्षक एवं प्रबंधन की व्यवस्था राष्ट्रीय फुटबाल महासंघ से करने तथा अन्य सपोर्ट स्टॉफ आदि की व्यवस्था निजी एजेंसी से आउटसोर्स के आधार पर किये जाने की स्वीकृति प्रदान की गई है।
मुख्यमंत्री संबल खिलाड़ी प्रोत्साहन योजना की स्वीकृति
मंत्रि परिषद् द्वारा श्रम विभाग के अंतर्गत मुख्यमंत्री संबल खिलाड़ी प्रोत्साहन योजना को लागू किया गया है। योजना अनुसार राष्ट्रीय स्तर पर संबल परिवार के सदस्यों द्वारा खेल प्रतियोगिताओं में भाग लेने पर 50 हजार रूपये और राज्य स्तर पर खेल प्रतियोगिताओं में भाग लेने पर 25 हजार रूपये प्रदान किये जाएंगे।
मध्यप्रदेश गृह निर्माण एवं अधोसंरचना विकास मंडल को ग्राम सुखलिया में भूमि आवंटन
मंत्रि परिषद् द्वारा मध्यप्रदेश गृह निर्माण एवं अधोसंरचना विकारा मंडल को जिला इंदौर के ग्राम सुखलिया सर्वे नं. 604 रकबा 1.98 एकड, ग्राम भमोरीदुबे सर्वे नं. 01 रकबा 3.65 एकड़, ग्राम कबीटखेडी सर्वे नं. 143 रकबा 3.57 एकड़ कुल 9.20 एकड़ शासकीय नजूल भूमि आवंटित की गई है। वर्ष 1985-86 के बाजार मूल्य के 60 प्रतिशत के बराबर प्रब्याजी इस प्रकार संगणित प्रब्याजी राशि पर प्रथम एक वर्ष तक 12 प्रतिशत वार्षिक एवं उसके पश्चात् शेष अवधि के लिये 15 प्रतिशत वार्षिक दर से साधारण ब्याज अधिरोपित किया जायेगा। वार्षिक भू-भाटक 31 मार्च, 2020 तक प्रब्याजी के 5 प्रतिशत तक तदोपरांत मध्यप्रदेश भू-राजस्व संहिता (भू-राजस्व का निर्धारण एवं पुनर्निधारण) नियम, 2018 के अंतर्गत निर्धारण की विहित दर से दो गुना की दर पर करने पर भुगतान दिनांक तक की अवधि के लिये प्रथम एक वर्ष तक 12 प्रतिशत वार्षिक एवं उसके पश्चात् अदायगी दिनांक तक शेष अवधि के लिये 15 प्रतिशत वार्षिक दर से साधारण ब्याज अधिरोपित किया जाकर शासकीय नजूल भूमि आवंटित की गई है।
टेक्सटाईल पार्क के निर्माण का कार्योत्तर अनुमोदन
मंत्रि परिषद् द्वारा प्रदेश में टेक्सटाईल पार्क के निर्माण के लिये भारत सरकार को प्रेषित प्रस्ताव का कार्योत्तर अनुमोदन दिया गया है। भारत सरकार द्वारा स्वीकृत ग्राम भैंसोला जिला धार में पी. एम. मित्रा पार्क की स्थापना का अनुमोदन दिया गया है। पार्क के लिये चिन्हित 1563 एकड़ भूमि एवं आवश्यक होने पर पार्क के विकास हेतु एवं आवश्यक अनुषांगिक गतिविधियों के विस्तार के लिए पार्क से लगी हुई अर्जित/हस्तांतरित भूमि को भारत सरकार के शर्तों के अनुरूप SPV को उपलब्ध कराने हेतु स्वीकृति प्रदान की गई है। पार्क की स्थापना के लिये भारत सरकार एवं राज्य शासन के मध्य 21 मई 2023 को निष्पादित एम.ओ.यू. का कार्योत्तर अनुमोदन दिया गया है।
पी.एम. मित्रा पार्क भैंसोला तहसील बदनावर जिला धार की स्वीकृति में निहित शर्तों के अनुरूप एस. पी. व्ही. के गठन की स्वीकृति प्रदान की गई है, जिसमें भारत सरकार का अंश 49 प्रतिशत एवं राज्य शासन का अंश 51 प्रतिशत रहेगा। एस.पी.व्ही. में राज्य शासन के अंश की राशि विभागीय बजट से उपलब्ध कराये जाने की स्वीकृति प्रदान की गई है।
प्रस्तावित पार्क तक सड़क, बिजली एवं पानी की सुविधा प्रदान करना तथा एस. पी. व्ही. के माध्यम से मास्टर डेव्हलपर को समतलीकृत, अतिक्रमण मुक्त भूमि उपलब्ध कराने की स्वीकृति एवं उक्त सुविधा निर्माण में होने वाले अनुमानित व्यय 163 करोड़ रूपये का वहन राज्य शासन द्वारा विभागीय बजट के तहत किए जाने की स्वीकृति प्रदान की गई है।
भारत सरकार द्वारा स्वीकृत पीएम मित्रा पार्क के लिये विद्युत वितरण लाईसेंस की स्वीकृति प्रदान की गई है। एस.पी. व्ही. को पी. एम. मित्रा पार्क भैंसोला तहसील बदनावर जिला धार में विद्युत प्रदाय हेतु एमपीपीएमसीएल से एवरेज पॉवर परचेज कॉस्ट (एपीपीसी) पर बिजली खरीदने की अनुमति प्रदान की गई है। पार्क में स्थापित होने वाली इकाईयों को प्रचलित औद्योगिक संवर्धन नीति अनुसार सुविधाएं एवं सहायता दिये जाने का अनुमोदन दिया गया है।
रीवा हवाई पट्टी को हवाई अड्डे के रूप में विकसित करने के लिये 258 करोड़ 83 लाख 59 हजार 356 रूपये की स्वीकृति
मंत्रि-परिषद द्वारा रीवा हवाई पट्टी को हवाई अड्डे के रूप में विकसित करने के लिये अधिग्रहित भूमि के मुआवजा राशि का भुगतान करने के संबंध में 13 दिसम्बर 2022 को लिये गये निर्णय में संशोधन कर कलेक्टर रीवा के प्रस्तावानुसार मुआवजा 206 करोड़ 12 लाख 59 हजार 356 रूपये को पुनरीक्षित कर 258 करोड़ 83 लाख 59 हजार 356 रूपये की प्रशासकीय स्वीकृति जारी करने एवं सम्पूर्ण राशि का आवंटन लोक निर्माण विभाग के मद से करने का निर्णय लिया गया।
लोक परिसम्पत्ति का निर्वर्तन
मंत्रि परिषद् द्वारा जिला ग्वालियर की राजस्व विभाग वार्ड क्र. 60, खसरा क्र. 59, सिरोल तिराहा स्थित परिसम्पत्ति क्षेत्रफल 3350 वर्गमीटर के निर्वर्तन के लिये आमंत्रित निविदा के H-1 निविदाकार की उच्चतम निविदा 15 करोड़ 77 लाख 94 हजार रूपये जो कि रिजर्व मूल्य 5 करोड़ 78 लाख रूपये का 2.73 गुना है, की संस्तुति करते हुए उसे विक्रय करने एवं H-1 निविदाकार द्वारा निविदा राशि का 100% जमा करने के उपरांत अनुबंध / रजिस्ट्री की कार्यवाही जिला कलेक्टर द्वारा किये जाने का निर्णय लिया गया।
मंत्रि परिषद् द्वारा जिला इंदौर की राजस्व विभाग की वार्ड क्र. 9, खसरा क्रमांक 217/1/1, 217/2 एवं 218/1/2 भू-खण्ड प्लॉट क्र. 5. गाडराखेड़ी तहसील मल्हारगंज स्थित परिसम्पत्ति कुल रकबा 9630 वर्गमीटर के निर्वर्तन के लिये H-1 निविदाकार द्वारा उच्चतम निविदा राशि 20 करोड़ 3 लाख 75 हजार रूपये जो कि रिजर्व मूल्य 5 करोड़ 93 लाख रूपये का 3.38 गुना है, की संस्तुति करते हुए H-1 निविदाकार द्वारा निविदा राशि का 100% जमा करने के उपरांत अनुबंध / रजिस्ट्री की कार्यवाही जिला कलेक्टर द्वारा किये जाने का निर्णय लिया गया।
मंत्रि परिषद् द्वारा भोपाल में भोपाल गैस त्रासदी राहत और पुनर्वास विभाग की वार्ड क्र. 8 मुंशी अली खान स्थित भूमि परिसम्पत्ति खसरा क्र. 44/1, 44/2 का भाग कुल रकबा 1010 वर्गमीटर के H-1 निविदाकार की उच्चतम निविदा 2 करोड़ 4 लाख 96 हजार रूपये जो कि रिजर्व मूल्य 1 करोड़ 12 लाख रूपये का 1.83 गुना है की संस्तुति करते हुए उसे विक्रय करने एवं H-1 निविदाकार द्वारा निविदा राशि का 100% जमा करने के उपरांत अनुबंध / रजिस्ट्री की कार्यवाही जिला कलेक्टर द्वारा किये जाने का निर्णय लिया गया।
मंत्रि परिषद् द्वारा मंदसौर की राजस्व विभाग खसरा क्र. 413 / 1 एवं 413/2 ग्राम भून्याखेड़ी स्थित भूमि परिसम्पत्ति के पार्ट-2 क्षेत्रफल 9000 वर्गमीटर के निर्वर्तन के लिये H-1 निविदाकार की 18 करोड़ 89 लाख 72 हजार जो कि रिजर्व मूल्य 6 करोड़ 5 लाख रूपये का 3.12 गुना है, की संस्तुति करते हुए उसे विक्रय करने एवं H-1 निविदाकार द्वारा निविदा राशि का 100% जमा करने के उपरांत अनुबंध / रजिस्ट्री की कार्यवाही जिला कलेक्टर द्वारा किये जाने का निर्णय लिया गया।
अन्य निर्णय
मंत्रि परिषद् द्वारा मध्यप्रदेश राज्य पुलिस सेवा के राजपत्रित अधिकारियों के लिये अधिसमय वेतनमान की स्वीकृति दी गई है।
मंत्रि परिषद् द्वारा निर्णय लिया गया कि म.प्र. के ग्राम कोटवारों के पारिश्रमिक में 25% वृद्धि की गई।
मंत्रि परिषद् द्वारा राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के प्रभावी क्रियान्वयन तथा महाविद्यालयों में बेहतर शैक्षणिक वातावरण के परिप्रेक्ष्य में मुख्यमंत्री द्वारा की गई घोषणाओं के अनुपालन में विभाग में कार्यरत अतिथि विद्वानों के संबंध में प्रस्ताव की स्वीकृति प्रदान की गई है।
विश्व स्तरीय रेलवे स्टेशन कमलापति बना मिसाल
26 Sep, 2023 07:35 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
यात्रियों की संख्या में 20 गुना बढ़ोतरी एवं व्यापार में 800 गुना प्रगति, बदलते भारत की नई तस्वीर के रूप में विश्व स्तरीय सुविधाएं देने के मामले में एवं नवीन कल्पना को साकार करने के प्रतिरूप देश का पहला प्राइवेट रेलवे स्टेशन मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल स्थित रानी कमलापति रेलवे स्टेशन है । इस रेलवे स्टेशन का नाम पहले हबीबगंज रेलवे स्टेशन था जिसे वर्ष 2021 में बदलकर रानी कमलापति रेलवे स्टेशन रख दिया गया । रानी कमलापति रेलवे स्टेशन का नाम आज वर्ल्ड क्लास रेलवे स्टेशन के रूप में एवं देश के प्रथम प्राइवेट स्टेशन के रूप में ही स्थापित नहीं हुआ है वरन सुविधाओं से लेकर यात्रियों की संख्या एवं व्यापार के मामले में इस रेलवे स्टेशन ने कम समय में अपने सारे रिकॉर्ड राष्ट्रीय स्तर पर तोड़ दिए हैं एवं सर्वाधिक आय अर्जित करने वाला रेलवे स्टेशन बन गया है ।
IRDC के अनुसार इस रेलवे स्टेशन को प्राइवेट पार्टनरशिप की मदद से इंटरनेशनल स्तर पर डेवलप किया गया है।
वर्ल्ड क्लास शॉपिंग सेंटर
कमलापति रेलवे स्टेशन के विषय में अगर यह कहा जाए कि यह वर्ल्ड क्लास शॉपिंग सेंटर है जो रेलवे स्टेशन पर स्थापित है , तो निश्चित रूप से इस विषय पर कोई अतिशयोक्ति नहीं होगी । शॉपिंग सेंटर के मामले में पूरी रात्रि यहां पर ऐसा महसूस होता है कि दिन का समय है एवं चहल-पहल से लेकर रौनक लगातार जारी रहती है ।
शॉपिंग सेंटर में आप खरीदारी कर सकते हैं, रेस्तरां जा सकते हैं, पार्किंग आदि में भी शामिल हो सकते हैं। अच्छी बात तो ये है कि यहां महिला यात्रियों के लिए भी अलग से कई सुविधाएं मौजूद हैं। इस स्टेशन पर एनर्जी के लिए सोलर पैनल लगाए हैं, जिससे मिलने वाली ऊर्जा को कई कामों में उपयोग किया जा रहा है। डीआरएम ऑफिस से प्राप्त जानकारी के अनुसार जो सोलर पैनल यहां पर लगाए गए हैं उससे बिजली प्राप्त होने की सुविधा वर्ष 2022 में प्रारंभ हो गई थी और इसे लगातार प्रयोग में लिया जा रहा है । सोलर विद्युत उत्पादन के क्षेत्र में भी इसका नाम राष्ट्रीय स्तर पर प्रथम कहा जा सकता है । वहीं दूसरी और आपातकालीन स्थिति में सावधानी की बात की जाए तो किसी भी तरह की इमरजेंसी में यात्रियों को 4 मिनट में स्टेशन से निकाला जा सके। इससे किसी भी तरह की आपात स्थिति में लोगों की भी जान बचाई जा सकती है।
रेलवे स्टेशन पर व्यापार 800% बड़ा ।
देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के कार्यकाल के अंतर्गत जिस तरह से रेलवे स्टेशनों का विकास अंतरराष्ट्रीय स्तर पर प्रारंभ किया गया है उसका जीवंत उदाहरण तो मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में कमलापति रेलवे स्टेशन के एक मॉडल के रूप में देखा जा सकता है। इस वर्ल्ड क्लास रेलवे स्टेशन के विकास से पूर्व अगर व्यापार की स्थिति को देखा जाए तो जब से इस रेलवे स्टेशन का शुभारंभ हुआ है तब से लेकर आज दिनांक तक व्यापार का प्रतिशत 800 गुना पर पहुंचा है । वहीं दूसरी और यात्रियों की संख्या में बात की जाए तो लगभग 20 गुना यात्रियों की संख्या होने के कारण यहां से रेलवे का आवागमन भी राष्ट्रीय स्तर पर तेजी से प्रगति करते हुए दिखाई देता है। जब से इस रेलवे स्टेशन को प्रारंभ किया गया है तब से लेकर इसके विकास के पश्चात कई और कई ट्रेनें, जिसमें वंदे भारत एक्सप्रेस के अलावा सुपरफास्ट ट्रेनों को वर्ष 2022 के पश्चात यहां पर ब्रेक दिया गया है । जिसके कारण यात्रियों की संख्या में 20 गुना प्रगति हुई है । निश्चित रूप से देश के विकास के लिए आवागमन का विकास एवं सड़कों का विकास जिस तरह से आवश्यक है उसी क्रम में विश्व स्तर पर रेलवे का नाम भारत की प्रगति का प्रतीक दिखाई देता है वहीं दूसरी ओर प्रदेश की राजधानी भोपाल स्थित कमलापति रेलवे स्टेशन देश का पहला ऐसा प्राइवेट रेलवे स्टेशन बनकर सामने आया है जिसने संपूर्ण राष्ट्रीय स्तर पर राजधानी भोपाल का नाम रोशन किया है ।।
मल्टीप्लेक्स नहीं, लोक कल्याण का मंदिर है जनाब
26 Sep, 2023 07:30 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
जाकी रही भावना जैसी, प्रभु मूरत देखी तिन तैसी। - रामचरितमानस के बालकांड की इस चौपाई का अर्थ हैं- जिसकी जैसी भावना होती है, उसे उसी रूप में भगवान दिखते है। कई सदी पहले गोस्वामी तुलसीदास जी की कही बातें आज भी सही है और आगे भी रहेगा। हाल ही में नए संसद भवन में चले विशेष सत्र को लेकर हर भारतीय का सीना गर्व से चौड़ा है। वहीं, कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं को यह मोदी का मल्टीप्लेक्स दिख रहा है।
जबकि, महज चार दिन के कार्यकाल में जिस प्रकार से इस नए संसद में लोक मंगल की कामना से सबके विकास के लिए काम किया गया है, उसके बाद लोग इसे लोक कल्याण का मंदिर मानते हैं। भारतीय लोकतंत्र का सबसे बड़ा मंदिर। तभी तो इस मंदिर में जाते समय सभी सांसदों के हाथों में फूल-प्रसाद के रूप में संविधान की प्रति दी गई। पहली पूजा के रूप में नारी शक्ति वंदन अधिनियम 2023 को दोनों सदनों से सरकार ने पारित कराया।
पूरा देश यह जानता है कि प्रधानमंत्री के आधिकारिक आवास को श्री नरेंद्र मोदी ने प्रधानमंत्री बनने के बाद ही रेसकोर्ड रोड की बजाय लोक कल्याण मार्ग कर दिया था। नए संसद भवन में भी पहली पूजा के रूप में केंद्र सरकार ने वेदोक्त सूत्र को आत्मसात किया है, यत्र नार्यस्ते पूजयन्ते रमंते तत्र देवता। इसी सूत्र के आधार पर पहला बड़ा कदम देश की तमाम महिलाओं को पहले से अधिक सशक्त करना, उन्हें संवैधानिक रूप से और अधिक अधिकार देने के लिए सरकार ने यह कदम उठाया।
ऐसे में यदि जयराम रमेश जैसे कांग्रेस नेता, जो केंद्र सरकार में मंत्री भी रह चुके हैं, को संसद भवन भी मल्टीप्लेक्स लगता है, तो समझा जा सकता है कि कांग्रेस की नजर में सबकुछ बाजार में ही है। बाजार के हिसाब से ही इन कांग्रेसियों का आचार-व्यवहार तय होता है।