मध्य प्रदेश (ऑर्काइव)
मध्य प्रदेश सरकार भी अपना रही है 'MY' का नया सूत्र
25 Sep, 2023 09:01 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
भोपाल। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का ‘MY’ से मतलब है महिला योजना। जंबूरी मैदान में महिलाओं को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि मध्य प्रदेश की बहनों को याद दिलाने आया हूँ कि मोदी ने आपको जो गारंटी दी थी वो पूरी हो गई है। कुछ समय पहले संसद में 'नारी शक्ति वंदन अधिनियम' लागू कर महिलाओं को 35 प्रतिशत आरक्षण दिया है। मोदी है तो हर गारंटी पूरी होने की गारंटी है।
भारत का विकास कांग्रेस को पसंद नहीं : पीएम मोदी
सरकारी योजनाओं और उसके सफल क्रियान्वयन की बात करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि भाजपा आज आधुनिक सड़कें, चौड़े हाई-वे और एक्सप्रेस-वे बना रही है, लेकिन कांग्रेस इसकी आलोचना करती है। भाजपा आज वंदे भारत जैसी आधुनिक ट्रेन, स्टेशनों का कायाकल्प कर रही है, भोपाल के रानी कमलापति स्टेशन की प्रशंसा हर कोई कर रहा है, लेकिन कांग्रेस को ये भी नहीं पच रहा है। भाजपा ने नया भव्य संसद भवन बनाया, जिसकी पूरे देश में प्रशंसा हो रही है लेकिन कांग्रेस इसका भी विरोध कर रही है। भारत कुछ भी नया करे, कोई भी उपलब्धि हासिल करे, कांग्रेस को कुछ भी पसंद नहीं आता।
महिला उत्थान की ओर अग्रसर मध्य प्रदेश
इसी तर्ज पर मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान भी महिला उत्थान की योजनाएं शुरू कर प्रदेश की महिलाओं को सशक्त कर रहे हैं। महिलाओं को सशक्त और आर्थिक रूप से आत्मनिर्भर बनाने के मकसद से मध्य प्रदेश सरकार ने 2013 में मुख्यमंत्री महिला सशक्तिकरण योजना आरंभ की थी। 2023 में मुख्यमंत्री के नेतृत्व में इस योजना का विस्तार किया गया। महिलाओं को सशक्त, आत्मनिर्भर बनाना और कौशल उन्ययन प्रशिक्षण कार्यक्रम के जरिए प्रदेश की महिलाओं को कई क्षेत्रों में प्रशिक्षित करना, प्रदेश में लिंग अनुपात को समान करने, बालिकाओं की शिक्षा, स्वास्थ्य पर जोर देना इस योजना का प्रमुख उद्देश्य है। इसी उद्देश्य को पूरा करने की दिशा में 5 मई 2023 को मुख्यमंत्री लाड़ली बहना योजना शुरू की गई।
इसके अंतर्गत महिलाओं को आर्थिक रूप से पुष्ट किया जाता है। प्रदेश की बहनों को सम्मान देना और उनकी आर्थिक स्थिति को मजूबत करना है नारी सम्मान योजना का मकसद। मुख्यमंत्री कन्या विवाह योजना के अंतगर्त प्रदेश की कन्याओं का विवाह कार्यक्रम सामूहिक रूप से आयोजित करके कन्याओं का विवाह कराया जाता है। इस योजना से प्रदेश के पिता के कंधों पर बेटी की शादी का आर्थिक बोझ नहीं आता। इस योजना के तहत मुख्यमंत्री की तरफ से 49 हजार की अर्थिक सहायता प्रदान की जाती है।
कलियासोत डैम के खुल सकते हैं गेट
25 Sep, 2023 08:35 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
भोपाल । भोपाल के कलियासोत डैम के गेट भी जल्द खुल सकते हैं। अभी डैम 3 फीट खाली है। सोमवार सुबह 10.20 बजे भदभदा डैम का एक गेट खुलने के बाद पानी तेजी से कलियासोत डैम में बढ़ रहा है। उधर, केरवा डैम को भी 2 फीट पानी की जरूरत है। बारिश की एक तेज झड़ी से कलियासोत और केरवा डैम के गेट भी खुल जाएंगे।
कैचमेंट एरिया में तेज बारिश होने के बाद भोपाल की लाइफ लाइन बड़ा तालाब फुल लेवल तक भर गया है। इसके चलते शनिवार तडक़े 3 बजे भदभदा डैम के 2 गेट खोलने पड़े थे। जो शाम को बंद कर दिए गए थे। रविवार रात में बड़ा तालाब में पानी की आवक फिर बढ़ गई। इसके चलते भदभदा डैम का एक गेट सोमवार सुबह खोल दिया गया। बता दें कि 20 साल बाद ऐसा हुआ, जब जुलाई-अगस्त की जगह सितंबर में भदभदा के गेट खोले गए। इससे पहले 2003 में ऐसा हुआ था। पिछले साल जुलाई में ही गेट खुल गए थे।
भदभदा डैम के गेट खुलने के बाद कलियासोत डैम में पानी की आवक बढ़ रही है। दो दिन में ही करीब 4 फीट पानी बढ़ गया। अभी यह 3 फीट खाली है। सोमवार सुबह गेट खुलने के बाद कलियासोत में पानी बढ़ रहा है। इधर, केरवा डैम भी अब 2 फीट खाली है। कोलार डैम में भी पानी बढ़ा है। इसे 5 फीट से ज्यादा पानी की जरूरत है।
मप्र विधानसभा चुनाव के लिए भाजपा की 39 नामों की दूसरी सूची जारी, तीन केंद्रीय मंत्रियों को टिकट; इंदौर-1 से कैलाश विजयवर्गीय प्रत्याशी
25 Sep, 2023 08:03 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
भोपाल । मप्र विधानसभा चुनाव के लिए भाजपा की दूसरी सूची जारी कर दी गई है। भाजपा केंद्रीय मंत्री नरेन्द्र सिंह तोमर, प्रह्लाद पटेल, फग्गन सिंह कुलस्ते सहित सांसदों को विधानसभा चुनाव लड़ाएगी।
महाकौशल में भाजपा शिवराज भरोसे
25 Sep, 2023 07:33 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
भोपाल। पखवाड़ा भर पहले हुए मंत्रिमंडल-विस्तार को दरकिनार कर दें तो मौजूदा सरकार के तीन वर्ष के कार्यकाल में महाकौशल से कोई मंत्री नहीं था। मंत्रिमंडल में प्रतिनिधित्व के नजरिए से कांग्रेस ने महाकोशल को लेकर दरियादिली दिखाई थी। यहां से तीन कैबिनेट मंत्री थे। इसी को अपनी ताकत बताते हुए कांग्रेस, मौजूदा सरकार पर हमलावर है। वो सरकार पर क्षेत्र की उपेक्षा का आरोप लगा रही है।
कांग्रेस के इस हमले की मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान यह कह कर हवा निकालने में जुटे हैं कि महाकौशल को उन्होंने गोद ले रखा है। क्षेत्र का विकास ज्यादा जरूरी है। कांग्रेस के करीब सवा महीने के शासन काल में महाकौशल से तरुण भनोत, लखन घनघोरिया और ओंमकार सिंह मरकाम कैबिनेट मंत्री रहे। तीनों के पास महत्वपूर्ण मंत्रालय थे। जबकि शिवराज सरकार में पखवाड़ा भर पहले कैबिनेट मंत्री बनाए गए गौरीशंकर बिसेन को छोड़ दें तो तीन साल तक महाकौशल से कोई मंत्री नहीं रहा।
महाकौशल में 38 विधानसभा सीटें आती हैं। यहां 2018 में कांग्रेस को बड़ी बढ़त मिली थी। यहां उसके खाते में 24 तो भाजपा के पास महज 13 सीटें रहीं। इतने के बावजूद यहां से किसी को भी मंत्रिमंडल में नहीं लिए जाने को कांग्रेस क्षेत्र की प्रतिष्ठा और उपेक्षा से जोडक़र प्रचारित कर रही है। इसमें कोई दो राय नहीं कि मौजूदा सरकार में महाकौशल से लंबे समय तक कोई मंत्री नहीं रहा। गौरीशंकर बिसेन को भी उस समय मंत्रिमंडल में लिया, जब बहुत कुछ कर पाने का वक्त बचा नहीं है। बावजूद इसके मुख्यमंत्री मंचों पर यह बात कह चुके हैं कि क्षेत्र का विकास उनकी जिम्मेदारी है।
प्रधानमंत्री मोदी भोपाल से रवाना
25 Sep, 2023 07:03 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
भोपाल : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को राजकीय विमानतल से भावभीनी विदाई दी गई। प्रधानमंत्री मोदी को प्रदेश की नारी शक्ति का प्रतिनिधित्व कर रही महिलाओं सहित जन-प्रतिनिधियों ने विदाई दी।
प्रधानमंत्री मोदी वायुसेना के विशेष विमान से जयपुर (राजस्थान) के लिए दोपहर 1.40 बजे रवाना हुए। जनजातीय चित्रकार पद्मश्री भूरीबाई, अन्तराष्ट्रीय कथक नृत्यांगना अनुराधा सिंह, सेवा भारती ओल्ड ऐज आश्रम से माधुरी मिश्रा, प्रजापिता ब्रह्मकुमारी से अवधेश दीदी, सेवानिवृत्त आईपीएस अधिकारी अरुणा मोहन राव, सेवानिवृत्त आईएएस अधिकारी जयश्री कियावत, प्रसिद्ध स्त्री रोग विशेषज्ञ डॉ. श्रद्धा भारती अग्रवाल, अंडर 19 भारतीय टीम की उप कप्तान सौम्या तिवारी,आरजे अनादि, इंफ्ल्यूएंशर रोली वर्मा, साइकिलिस्ट मुस्कान रघुवंशी, पर्वतारोही आशा मालवीय, गायिका फाल्गुनी पुरोहित, सामाजिक कार्यकर्ता संगीता पालोद, साहित्य अकादमी पुरस्कार विजेता साधना बलवटे, शास्त्रीय संगीतज्ञ मधुमिता नकवी, डॉ. नुसरत मेंहदी, मीता वाधवा सहित जन-प्रतिनिधि उपस्थित थे ।
राजधानी में उत्साह पूर्वक मनेगा डोल ग्यारस
25 Sep, 2023 06:58 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
आज निकलेगा चल समारोह, उमड़ेंगे शहरवासी
भोपाल । राजधानी में डोल ग्यारस का पर्व आज धूमधाम से मनाया जाएगा। इस मौके पर अलग-अलग स्थानों पर रथ पर सवार होकर भगवान श्री विष्णु नगर भम्रण करेंगे। भगवान के रथ के साथ ही रथों में विनायक भगवान भी रहेंगे। चल समारोह विभिन्न समाजों व समितियों द्वारा निकाला जाएगा। साथ ही काफी संख्या में श्रीगणेश भगवान की मूर्तियों को तलाबों व घाटों में गणपति बप्पा मोरिया, अगले बरस तू जल्दी आ के जयकारों के साथ विसर्जन किया जाएगा। श्रद्धालुओं द्वारा व्रत-उपवास व विशेष पूजा-अर्चना की जाएगी। साथ ही गाजे-बाजे के साथ भव्य चल समारोह निकाले जाएंगे। जिसमें शहर के कई डोल शामिल होंगे। डोल ग्यारस समारोह समिति द्वारा परंपरागत चल समारोह निकाला जाएगा। चल समारोह चौक बाजार से शुरू होगा, जो लखेरापुरा, सोमवारा, इमामबाड़ा, जवाहर चौक, जुमेराती, इब्राहिमपुरा, सुल्तानिया रोड, बुधवारा, काली मंदिर, होते हुए खटलापुरा घाट पर संपन्न होगा। शहर में विभिन्न स्थानों पर विराजित की गई श्रीगणेश प्रतिमाओं का विसर्जन किया जाएगा। मुख्य रूप से पीपल चौक स्थित भोपाल में पहली बार विराजित होने वाले श्री गणेश का विसर्जन यहां होगा। यहां विराजमान श्री गणेश प्रतिमा को भोपाल के राजा के नाम से जाना जाता है। इसके अलावा 190 से अधिक छोटी व बड़ी प्रतिमाओं का विसर्जन किया जाएगा। गणेशोत्सव के छठवें दिन रविवार को पुराने शहर में पीपल चौक पर विराजे भोपाल के राजा को 351 किलो लड्डूओं का भोग लगाया गया। गणपति बप्पा की आरती की गई। विधि-विधान से पूजन करके लड्डूओं का भोग लगाया। इसके बाद प्रसादी का वितरण किया। इस मौके पर बड़ी संख्या में सराफा व्यापारी व श्रद्धालु मौजूद रहे। मां चामुडां दरबार के पुजारी पंडित रामजीवन दुबे ने बताया कि कृष्ण जन्म के 18वें दिन माता यशोदा ने पूजन किया था। इसी दिन को डोल ग्यारस के रूप में मनाया जाता है। इस दिन भगवान श्रीकृष्ण के बाल स्वरूप को डोल में बैठाकर तरह-तरह की झांकी के साथ शोभा यात्रा निकाली जाती है। इस दिन भगवान कृष्ण के बाल रूप का पूजन होता है। मान्यता है कि डोल ग्यारस के दिन ही माता यशोदा ने बालगोपाल कृष्ण को नए वस्त्र पहना कर सूरज देवता के दर्शन करवाए। उनका नामकरण किया था। डोल ग्यारस के दिन मथुरा-वृंदावन के साथ ही अन्य धार्मिक स्थलों पर मेले आदि लगते हैं व माता यशोदा की गोद भरी जाती हैं। वहीं मंदिरों में भगवान श्रीकृष्ण को झूले में विराजमान कराकर विशेष पूजा अर्चना व रात्रि जागरण का आयोजन किया जाता है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का भोपाल पहुँचने पर आत्मीय स्वागत
25 Sep, 2023 06:30 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
भोपाल : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का आज भोपाल आगमन पर विमानतल पर जन-प्रतिनिधियों ने अगवानी कर आत्मीय स्वागत किया।
प्रधानमंत्री मोदी राजकीय विमानतल पर सुबह 10.55 बजे वायु सेना के विशेष विमान द्वारा आये। प्रधानमंत्री जी यहां से सेना के हेलीकाप्टर द्वारा भोपाल स्थित जंबूरी मैदान के लिये रवाना हुए।
प्रधानमंत्री मोदी के विमानतल आगमन पर स्वागत के अवसर पर सांसद संध्या राय, सांसद रीति पाठक, सांसद गणेश सिंह, सांसद ढाल सिंह बिसेन, सांसद उदय प्रताप सिंह, सांसद महेंद्र सिंह सोलंकी, सांसद सुधीर गुप्ता, सांसद जीएस डामोर, सांसद छत्तर सिंह, सांसद शंकर लालवानी, सांसद गजेन्द्र सिंह पटेल, सांसद ज्ञानेश्वर पाटिल, सांसद कैलाश सोनी, सांसद सुमेर सिंह सोलंकी सहित अन्य जन-प्रतिनिधि उपस्थित थे।
11 साल के मासूम के साथ सुलभ कॉम्पलेक्स का 55 वर्षीय कर्मचारी एक माह से कर रहा था कुकर्म
25 Sep, 2023 04:56 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
भोपाल। राजधानी की टीटी नगर थाना पुलिस ने 11 साल के मासूम के साथ अप्राकृतिक कृत्य करने वाले आरोपी सुलभ कॉम्पलेक्स के कर्मचारी के खिलाफ मामला कायम किया है। आरोपी अधेड़ बीते करीब एक माह से डरा-धमकाकर किशोर के साथ गंदा काम कर रहा था। उसके डर के कारण मासूम ने उसकी करतूत के बारे में परिवार वालो को नहीं बताया था। बीते दिन मासूम के पिता ने आरोपी के कमरे से बेटे को निकलते देख लिया, जिसके बाद घटना का खुलासा हुआ और मामला पुलिस तक पहुंच गया। थाना पुलिस के अनुसार दुर्गा नगर झुग्गी बस्ती में रहने वाला 11 साल का मासूम स्कूली छात्र है। झुग्गी बस्ती में टायलेट न होने के कारण यहॉ के निवासी लघूशंका के लिये नगर निगम द्वारा बनाए गए सार्वजनिक शौचालय का उपयोग करते है। 55 वर्षीय सुरेश सिंह उर्फ पंडित शौचालय में केयर टेकर का काम करता है। मासूम नाबालिग भी इसी शौचालय में शौच के लिए जाता था। बीती सुबह मासूम सुलभ शौचायल गया था, उसके थोड़ी देर बाद ही उसके पिता भी शौचालय के लिये वहॉ आ पहुंचे। पिता को नाबालिग बेटा सुलभ कॉम्पलेक्स के कर्मचारी सुरेश सिंह उर्फ पंडित के कमरे से बाहर निकलते हुए नजर आया, मासूम के पिता को देख सुरेश घबरा गया। पिता ने जब अपने बेटे से पूछताछ की तब उसने बताया की आरोपी सुरेश ने करीब एक माह पहले उसके साथ कुकर्म किया था। उसकी धमकी के कारण उसने घटना के बारे में परिवार वालो को नहीं बताया था। मासूम ने पिता को आगे बताया की इसके बाद आरोपी एक महीने से लगातार उसे डरा धमकाकर कुकर्म कर रहा था। खुलासा होने पर पिता अपने किशोर बेटे को लेकर थाने पहुंचां जहॉ पुलिस ने अप्राकृतिक कुकृत्य, पॉक्सो एक्ट सहित अन्य धाराओ में मामला कायम कर आरोपी सुरेश को गिरफ्तार कर लिया है।
शहर के चप्पे-चप्पे पर कड़ी सुरक्षा के बीच जैन मदिंर से लाखो की मुर्तियॉ चोरी
25 Sep, 2023 03:56 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
भोपाल। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के आगमन को लेकर राजधानी भोपाल पुलिस द्वारा किये जा रहे चप्पे-चप्पे पर कड़ी सुरक्षा के दावो की बैखौफ बदमाशो ने पीएम के आगमन से चंद घंटे पहले ही हवा निकालते हुए एयरपोर्ट रोड स्थित जैन मदिंर से लाखो रुपये की सभी प्रतीमाऐं चोरी कर हवा निकाल दी। घटना की शिकायत दर्ज कराने मंदिर समिति के अध्यक्ष सुभाष जैन काला और भोपाल दिगम्बर जैन पंचायत कमेटी के अध्यक्ष मनोज जैन बांगा शिकायत दर्ज कराने थाने पहुंचे थे। मिली जानकारी के अनुसार एयरपोर्ट रोड स्थित दाता कॉलोनी के वर्धमान नगर में स्थित जैन मंदिर में साल 2015 में भगवान महावीर भगवान आदिनाथ तथा भगवान पार्श्वनाथ की अष्टधातु की मूर्तियां स्थापित की गई थी। इन दिनों पयूषण पर्व होने के कारण समाज के लोगो के आने से मंदिर में दिन भर ही चहल पहल का माहौल रहता है। बीते दिन धूप दशमी होने के कारण भी बड़ी संख्या में श्रद्धालुओ के मंदिर में आवागमन को लेकर देर रात दस मंदिर में काफी भीड़ रही। बाद में देर रात मंदिर को ताला लगाकर बंद कर दिया गया। सोमवार अल-सुबह मंदिर समिति के अध्यक्ष सुभाष जैन काला पूजा-पाठ के लिये मंदिर पहुंचे तो उन्हें मंदिर के ताले टूटे नजर आये। अदंर जाकर देखने पर मंदिर की वेदी पर स्थापित की गई तीनों बेशकीमती प्रतिमाओ सहित मंदिर का चांदी का सामान आदि भी गायब था। मदिंर समिति के सदस्यो ने बताया कि पर्युषण पर्व के दौरान जैन समाज सुबह पूजन अभिषेक के बाद ही जल ग्रहण करते हैं। सुबह के समय बड़ी संख्या में समान के लो मंदिर पहुंचे लेकिर भगवान की मूर्तियां चोरी होने से लोगों में आक्रोश फैल गया। सुरक्षा के बीच मदिंर में चोरी की सूचना मिलते ही डीसीपी जोन क्रमांक तीन रिजाज इकबाल समेत कई अफसर मौके पर पहुंचे। अधिकारियो ने समाज के आक्रोशित लोगो को जल्द ही आरोपी की गिरफ्तारी का आश्वासन देते हुए उन्हें शांत कराया। मौके पर पुलिस और एफएसएल टीम ने पड़ताल कर अज्ञात आरोपियो के संबध में सुराग जुटाये। सूत्रो के अनुसार चोरो की करतूत मंदिर के सामने के एक मकान में लगे सीसीटीवी कैमरों में कैद हुई है। कैमरे चैक करने पर रात करीब साढ़े बारह बजे दो अज्ञात बदमाश नकाबपोश बदमाश मंदिर में घुसते नजर आ रहे हैं। मंदिर परिसर में घुसने पर उन्होंने गेट के ताले के साथ ही मंदिर के अंदर लगे दो ताले तोड़े और फिर तीनों मूर्तियां लेकर पीछे के रास्ते से फरार हो गये। पुलिस को आंशका है कि वारदात को इलाके के ही बदमाशो ने अंजाम दिया होगा। पुलिस इलाके के निगरानीशुदा बदमाशो हाल ही में जेल से जमानत पर आये चोरी के आरोपियो सहित ऐसे सदिंग्धो की कुडंली खंगाल रही है, जो धार्मिक स्थलो पर चोरी के मामले में पूर्व मे पकड़े जा चुके है।
एक को मनाऊं तो दूजा रूठ जाता है
25 Sep, 2023 02:15 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
भोपाल । इस बार के विधानसभा चुनावों में ग्वालियर-चंबल अंचल पर सब की नजर है। 2018 में हुए विधानसभा चुनावों में महाराज की वजह से कांग्रेस जीती हुई बाजी हार गई थी। इस बार दोनों ही पार्टी मैदान फतह करने की चाहत में इस क्षेत्र में डटी हुई हैं। लेकिन दोनों पार्टियां एक ही समस्या गुटबाजी और भितरघात से जुझ रही हैं। अंचल में दोनों पार्टियों के सामने स्थिति यह है कि एक को मनाते हैं तो दूसरा रूठ जाता है। ऐसे में दोनों पार्टियां का चुनावी गणित गड़बड़ा रहा है। ग्वालियर-चंबल में भाजपा के दो बड़े नेता नरेंद्र सिंह तोमर और सिंधिया हैं। दोनों केंद्र में मंत्री हैं। इनके बीच जितना एका नजर आता है उतना है नहीं। प्रदेश कार्यसमिति की बैठक में केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह को इनके बीच सामंजस्य बैठाने हिदायतें देनी पड़ीं। शाह तक जिस तरह शिकवा- शिकायतें की जा रही हैं उससे दिग्गजों को अपने समर्थकों को हद में रखने की नसीहत दी गई। भाजपा जानती है कि कार्यकर्ताओं की नाराजगी के बीच बड़े नेताओं और समर्थकों की गुटबाजी जीत की उम्मीदों पर पानी फेर सकती है। यही वजह है कि पार्टी नेतृत्व प्रदेश पर जितना ध्यान दे रहा है, उससे कहीं ज्यादा नजर ग्वालियर- चंबल पर नजर रखी जा रही है।
गौरतलब है कि ग्वालियर-चंबल में 8 जिलों की कुल 34 सीटें आती हैं, जिनमें से 2018 में 26 कांग्रेस के खाते में गई थीं। भाजपा यहां सिर्फ 7 सीटें ही जीत पाई। एक सीट बसपा को भी मिली थी। अकेले चंबल क्षेत्र में कांग्रेस ने 13 में से 10 सीटें जीती थीं, लेकिन कांग्रेस ने ये कमाल तब किया था, जब सिंधिया ने पार्टी छोड़ी नहीं थी। अब सिंधिया भाजपा में हैं। ऐसे में कांग्रेस के सामने पिछला रिकॉर्ड दोहराने की चुनौती है। वहीं ग्वालियर-चंबल क्षेत्र में भाजपा तब भी बिखरी हुई थी और आज भी हालात में ज्यादा अंतर नहीं आया है। फर्क ये है कि उस समय चुनाव के बाद दलबदल का खेल हुआ था। 2023 चुनावों में पहले ही ये खेल शुरु हो गया है। सत्ताधारी भाजपा के कई नेता-विधायक पार्टी छोडक़र कांग्रेस में जा रहे हैं। ताजा मामला शिवपुरी के कोलारस का है। जहां भाजपा विधायक वीरेंद्र रघुवंशी ने पार्टी से इस्तीफा दे दिया है। उन्होंने पार्टी के ऊपर नजरअंदाज करने का आरोप लगाया। ये तो एक बानगी भर है। हालांकि अभी वो मार्च 2020 जैसी अफरातफरी नहीं है, जब सिंधिया के समर्थन में रोज कोई न कोई नेता भाजपा में शामिल हो रहा था, लेकिन ये अफरातफरी उससे कम भी नहीं है।
मप्र की राजनीति में माना जाता है कि ग्वालियर-चंबल की 34 सीटें सत्ता के लिए निर्णायक होती हैं। इसलिए भाजपा-कांग्रेस का सबसे अधिक फोकस इस अंचल पर है। प्रदेश के राजनीतिक इतिहास का बड़ा बदलाव लाने वाले ग्वालियर-चंबल से विधानसभा चुनाव में जितनी उम्मीद भाजपा लगाए बैठी है, उतनी ही अपेक्षाएं कांग्रेस को हैं। उम्मीदों के सामने कई चुनौतियां भी हैं, जो जीत में बाधा बन सकती हैं। बाधाओं ने भाजपा-कांग्रेस को चिंता में डाल रखा है। भाजपा निचले स्तर पर कार्यकर्ताओं की नाराजगी से जूझ रही है तो ऊपरी स्तर पर दिग्गजों के बीच अंदरूनी मतभेद उभरकर सामने आने लगे हैं। कांग्रेस की मुश्किल दावेदारों के बीच जिताऊ उम्मीदवार को तलाशने की है। सिंधिया के समर्थन में कांग्रेस छोड़ एकसाथ भाजपा का दामन थामने वाले 19 विधायकों सहित 22 विधायकों ने कांग्रेस सरकार को कुर्सी से उतरने को मजबूर कर दिया था। उपचुनाव में क्षेत्र की 16 सीटों में से सात पर कांग्रेस जीती। मंत्री पद छोडऩे वाले प्रद्युम्न सिंह जीते तो इमरती देवी, गिर्राज दंडोतिया को हार का सामना करना पड़ा। भाजपा कांग्रेस दिग्गजों के गढ़ ढहाने की रणनीति बना रही है। पिछोर में केपी सिंह छह बार से विधायक हैं। भाजपा ने यहां प्रीतम लोधी को उतारा है। जीतने पर पिछोर को जिला बनाने की घोषणा की है। लहार में नेता प्रतिपक्ष डॉ. गोविंद सिंह का प्रभाव है। हाल ही में जन आशीर्वाद यात्रा के जरिए भाजपा ने चुनावी आगाज किया है।
ग्वालियर-चंबल अंचल में जीत का सीधा समीकरण जातिगत आधार पर निकाला जाता है। यही कारण है। कि इस क्षेत्र की कुछ विधानसभा में बसपा भी अपनी धमक दिखा चुकी है। ठाकुरों के साथ लोधी, कुशवाह, जाटव, रावत मतदाता जीत तय करते हैं, इसी को ध्यान में रख कांग्रेस अपना उम्मीदवार मैदान में उतारती थी। अब उसके सामने सबसे बड़ी परेशानी यह है कि भाजपा भी इसी समीकरण से अपना लक्ष्य साधने में जुटी है। हाल में घोषित 39 सीटों के उम्मीदवारों में अंचल के चार सबलगढ़, सुमावली, पिछोर और गोहद सीट पर जातिगत आधार पर ही नाम तय किए हैं। ग्वालियर-चंबल अंचल में एससी वर्ग के मतदाता दोनों पार्टी का खेल बनाने और बिगाडऩे की स्थिति में हैं। 2018 से पहले वे भाजपा से नाराज थे। कांग्रेस सरकार बनने के बाद कमलनाथ से भी नाराज हो गए। कमलनाथ ने उस समय कहा था कि एट्रोसिटी एक्ट के दौरान हुए आंदोलन जिन लोगों पर आपराधिक केस लगे हैं, सबको वापस लिया जाएगा। सरकार बनने के बाद भी उन्हें वापस नहीं लिया गया। इस एक्ट और उस दौरान हुए आंदोलन की वजह से भाजपा की सीटें इस क्षेत्र में इतनी कम हुई थीं। एससी वर्ग की अधिकता की वजह से ही मायावती की बसपा पार्टी यहां चुनाव जीतती आ रही थी। पहले ये वर्ग बसपा का हुआ करता था। 2018 में ये कांग्रेस के साथ चला गया। एससी वर्ग को अपने पाले में करने के प्रयास के चलते ही प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने सागर में संत रविदास मंदिर की आधारशिला रखी। संत रविदास के सबसे ज्यादा अनुयायी इसी क्षेत्र में हैं। भाजपा को एससी वर्ग का साथ मिलने की आस है।
क्षेत्र में भाजपा के पुराने नेता-विधायक अपनी उपेक्षा से नाराज चल रहे हैं। उनका कहना है कि ज्योतिरादित्य सिंधिया और उनके समर्थकों की वजह से उन्हें नजरअंदाज किया जा रहा है। पुराने नेताओं के समर्थक भी पार्टी से संतुष्ट नहीं है। हालांकि भाजपा मामले को संभालने के लिए बड़े नेताओं के साथ तेजी से क्षेत्र में सक्रिय हुई है। दूसरी तरफ, कांग्रेस, भाजपा और महाराज की छाया से बचकर पार्टी में आ रहे छोटे-बड़े नेताओं के साथ सावधानी से क्षेत्र में काम कर रही है। भाजपा इस क्षेत्र में धर्म के माध्यम से भी अपने वोटबैंक को साध रही है। दतिया जिले में पीतांबरा माई का लोक, तो वही भिंड के दंदरौआ धाम में हनुमान लोक बनाने का ऐलान सीएम शिवराज सिंह चौहान पहले ही कर चुके हैं। दंदरौआ धाम को 250 बीघा में विकसित किया जा रहा है। जल्द ही यहां हनुमान लोक बनाया जाएगा। न्यास की ओर से इसका प्रस्ताव भेजा जा चुका है। कांग्रेस इसका विरोध करते हुए कहती है कि उनकी पार्टी का भी भगवान पर विश्वास है, लेकिन धर्म को राजनीति में नहीं लाना चाहिए।
यह क्षेत्र भाजपा के लिए इसलिए भी चुनौती है, क्योंकि उसके नेताओं के दूसरी पार्टी में जाने से उसका गणित बिगड़ा हुआ है। पार्टी में गुटबाजी है। पुराने और नए कार्यकर्ताओं के बीच समन्वय नहीं है। इसी के चलते ग्वालियर के नगर निगम चुनाव में भाजपा 50 साल बाद महापौर का चुनाव हार गई थी। कमलनाथ सरकार गिरने के बाद यहां 28 सीटों पर उप चुनाव हुए थे, जिसमें से भाजपा को 19 और कांग्रेस को 9 सीटें मिली थीं।
इस अंचल में कांग्रेस जीत के लिए आश्वस्त नजर आ रही है। ग्वालियर चंबल में कांग्रेस के पास अभी 34 में से 17 सीटें हैं। कांग्रेस के प्रदेश उपाध्यक्ष अशोक सिंह कहते हैं कि इस बार यह आंकड़ा 27 के पार पहुंचेगा। उन्होंने कहा कि भाजपा के कमजोर होने की वजह से ही अमित शाह को क्षेत्र में आना पड़ रहा है।
चित्रकूट विधानसभा सीट पर त्रिकोणीय मुकाबला
25 Sep, 2023 01:15 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
भोपाल । मप्र में चुनाव से पहले दल-बदल का खेल जारी है। विंध्य अंचल में एक और भाजपा नेता ने पार्टी से इस्तीफा देकर बसपा का दामन थाम लिया है। माना जा रहा है कि वह चित्रकूट विधानसभा सीट पर बसपा की तरफ से विधानसभा चुनाव लड़ेंगे। इससे इस सीट पर त्रिकोणीय मुकाबले के आसार बन गए हैं। जानकारों का कहना है की डोली शर्मा की युवाओं में अच्छी पकड़ है और वे क्षेत्र में लगातार सक्रिय रहने वाले एक मात्र नेता हैं। इसलिए उनके चुनाव लडऩे की घोषणा से जहां लोगों में उत्साह है वहीं भाजपा और कांग्रेस को बड़ी चुनौती मिलने की संभावना है।
दरअसल, सतना जिले की चित्रकूट विधानसभा सीट से भाजपा के दावेदार सुभाष शर्मा उर्फ डोली ने भाजपा की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दे दिया है। डोली ने अपना त्याग पत्र भाजपा प्रदेशाध्यक्ष वीडी शर्मा और जिला अध्यक्ष को भेज दिया है। हालांकि, उन्होंने इस्तीफा देने के बाद चित्रकूट से चुनाव लडऩे का भी एलान कर दिया है। भाजपा ने पहली सूची में चित्रकूट विधानसभा से पूर्व विधायक सुरेंद्र सिंह गहरवार को टिकट दिया है। ऐसे में टिकट के दावेदार सुभाष शर्मा नाराज थे। लिस्ट आने के बाद एक माह तक चित्रकूट में भ्रमण किया और अब पार्टी छोडक़र अन्य दल से चुनाव में उतरने का ऐलान किया।
बता दें कि सुभाष शर्मा 2014 में हुए लोकसभा चुनाव के मतदान के दो दिन पूर्व कांग्रेस छोड़ कर भाजपा का दामन थामा था। कांग्रेस छोडऩे की वजह उन्होंने सीनियर कांग्रेस नेता अजय सिंह से नाराजगी बताई थी। बताया जा रहा है कि सुभाष शर्मा की हाल ही में बसपा से नजदीकियां बढ़ी है और वह जल्द ही बसपा में शामिल होंगे। सुभाष शर्मा का कहना है कि बसपा में अब अहम आ चुका। ऐसे व्यक्ति को टिकट दी है जो पांच में चार चुनाव हार चुके हैं, उन्हे फिर चित्रकूट में थोपा गया। जबकि चित्रकूट विकास से काफी पीछे है। ऐसे में चित्रकूट के जनता की मांग पर वो अन्य दल से चुनाव लड़ेगे और जीतेगे भी, बीजेपी की जमानत तक जब्त होने की बात कही है।
चुनाव से पहले एमपी में फिर पोस्टर वॉर
25 Sep, 2023 01:15 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
कांग्रेस के खिलाफ लगे पोस्टर में बताया पाकिस्तानी प्रेमी
भोपाल । मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव से पहले प्रदेश में पोस्टर वार जारी है। राजनीतिक पार्टियां एक दूसरे नीचा दिखाने के लिए पूरा प्रयास कर रही है। इस कड़ी में कांग्रेस के खिलाफ शहर भर में पोस्टर लगे है। इसमें कांग्रेस की जन आक्रोश यात्रा के अभियान सांग चलो चलो...का लेकर पोस्टर में कांग्रेस का पाकिस्तानी प्रेम बताया गया है।
भोपाल के एमपी नगर मेट्रो पिलर, रानी कमलापति स्टेशन के पास, 10 नंबर चौराहा, न्यू मार्केट, बिट्टन मार्केट, बस स्टैंड, कांग्रेस कार्यालय, मनीषा मार्केट, आईएसबीटी और एमपी नगर जोन-1 क्षेत्र में पोस्टर लगाए गए हैं। पोस्टर में कांग्रेस का पाक प्रेम शीर्षक लिखा हुआ है। नीचे लिखा है कि इमरान खान के बाने चलो-चलो की कॉपी करके बनाया अपना गाना के साथ इमरान खान के साथ कमलनाथ और दिग्विजय सिंह के फोटो लगाए गए है। नीचे एक क्यूआर कोड भी दिया गया है। जिसके आगे लिख हे कि पाक एजेंट कैसे बनी कांग्रेस जानने के लिए स्कैन करें। इसके अलावा पोस्टर पर लिखा है कि करप्शन नाथ कारगिल विजय का चैप्टर हटवाता है। करप्शन नाथ सर्जिकल स्ट्राइक के सबूत मांगता है। करप्शननाथ वंदे मातरम् पर रोक लगाता है।
कांग्रेस दे चुकी सफाई
बता दें कांग्रेस के नेता चलो चलो सांग को लेकर पहले ही सफाई दे चुके है। कांग्रेस प्रदेश प्रभारी रणदीप सुरजेवाला ने कहा था कि उन्होंने भारतीय फिल्मों से चलो, चलो सांग लिया है। उन्होंने आरोप लगाया था कि भाजपा पाकिस्तानी फिल्म दिखती है इसलिए उनको पाकिस्तानी सांग की कॉपी लग रहा है। इसके अलावा कांग्रेस नेताओं ने चलो, चलो सांग को लेकर भाजपा की राजस्थान सरकार के गाने को शेयर कर उसे इमरान के गाने की कॉपी बता पलटवार किया था। इससे पहले कमलनाथ के करप्शनाथ के पोस्टर शहर में लगे थे। इसके पलटवार में शिवराज के घोटालारा राज और 50 प्रतिशत लाओ, फोन पे काम कराओ पोस्टर लगाए थे। दोनों राजनीति दल एक दूसरे पर पोस्टर लगाने का आरोप लगा रहे है। इसके बाद कमलनाथ के करप्शन का हैवान को लेकर पोस्टर लगाए। इस पर कांग्रेस ने एफआईआर भी दर्ज करवाई।
कांग्रेस ने तय किए टिकट के पैरामीटर
25 Sep, 2023 12:15 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
भोपाल । विधानसभा चुनाव दिसंबर में हैं, ऐसे में सबसे बड़ा सवाल यह है कि मप्र में कांग्रेस अपने उम्मीदवारों की पहली सूची कब जारी करेगी और टिकट का पैरामीटर क्या होगा? उधर कांग्रेस सूत्रों का कहना है की पार्टी ने टिकट का पैरामीटर तय कर दिया है। जिसमें सबसे पहला है जिताऊ उम्मीदवार को ही टिकट दिया जाएगा। वहीं दूसरा है 20 हजार से ज्यादा अंतराल से हारने वालों को टिकट नहीं दिया जाएगा। पार्टी के इस पैरामीटर पर 32 नेता टिकट की दौड़ से बाहर हो गए हैं।
जानकारी के अनसार विधानसभा चुनाव को लेकर कांग्रेस में टिकट चयन की प्रक्रिया आखिरी चरण में है। टिकट तय नहीं होने की वजह से कांग्रेस मुख्यालय से लेकर पार्टी नेताओं के बंगलों पर दावेदारों की भीड़ उमड़ रही है। इस बीच पार्टी टिकट चयन को लेकर कई पहलुओं पर विचार कर रही है। जिसमें पिछला चुनाव भारी मतों से हारने वाले नेताओं को अगले चुनाव में टिकट नहीं देने पर भी सहमति बनी है। पार्टी ने ऐसे करीब 32 नेताओं को चिह्नित किया है। जो पिछला चुनाव 20 हजार से ज्यादा अंतराल से हारे थे। हालांकि इनमें से एक-दो नेताओं को इस बार दूसरी सीटों पर भी उतारा जा सकता है।
2018 का विधानसभा चुनाव बड़े अंतराल से हारने वाले नेताओं की सूची में पूर्व प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अरुण यादव और सुरेश पचौरी का भी नाम है। चूंकि यादव ने केंद्रीय नेतृत्व के निर्देश पर बुधनी विधानसभा सीट से मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के खिलाफ चुनाव लड़ा था। इसलिए उन पर यह दायरा लागू नहीं होता है। पिछले चुनाव अरुण यादव बुधनी से 58999 वोट, भिंड से रमेश दुबे 60810, इंदौर-2 से मोहन सिंह 71011 वोट से हारे थे। चुनाव में सबसे बड़ी हार बुरहानपुर सीट से रविन्द्र सुका महाजन की 83192 वोट से थी। कांग्रेस के तय किए टिकट के पैरामीटर के अनुसार जिन नेताओं को टिकट नहीं मिलेगा उसमें सुरेन्द्र ठाकुर ( सीहोर), शिवराज सिंह भैया राजा (पन्ना), मोहन सिंह चंद्रल (सिवनी), महेन्द्र सिंह चौहान (नरेला), मुकेश नायक (पवई), छाया मोरे ( पंधाना), उमराव सिंह शिवलाल (मनासा), रामशंकर पयासी (रामपुर बघेलान), आलोक मिश्रा (जबलपुर कैट), नीलेश अवस्थी (पाटन), महेन्द्र भैरू सिंह (सुसनेर), कमलेश साहू (रहली), जयसिंह ठाकुर (देवास), सिद्धार्थ लड़ा (शिवपुरी), सुरेश पचौरी (भोजपुर), चंद्रप्रकाश अहिरवार (गुना), सुरेन्द्र सिंह अहीर (निवाड़ी), रामपाल सिंह (ब्यौहारी), सुरजीत सिंह उजागर ( इंदौर- 4), सम्मति सैनी (पनागर), शंकर प्रताप सिंह (बिजावर), विश्वेश्वर भगत (बालाघाट), संजय सिंह मसानी ( वारासिवनी), सरदार सिंह चौहान (महिदपुर), विजय सिंह सोलंकी (भगवानपुरा), रमेश पटेल (बड़वानी), सरस्वती सिंह (चितरंगी) शामिल हैं।
भोपाल पहुंचे कार्यकर्ता महाकुंभ को मोदी करेंगे संबोधित, कमलनाथ ने कहा- शिवराज जी, झूठ मत बुलवा दीजिएगा
25 Sep, 2023 11:43 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
भोपाल । प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सोमवार को भोपाल दौरे पर हैं। वे सुबह 10.55 बजे राजाभोज एयरपोर्ट पहुंचे। पीएम जंबूरी मैदान में होने वाले भाजपा के कार्यकर्ता महाकुंभ को संबोधित करेंगे। 2013 से भाजपा हर 5 साल में जंबूरी मैदान पर कार्यकर्ता महाकुंभ कर रही है। मोदी तीसरी बार इसके मुख्य वक्ता होंगे। BJP का दावा है कि महाकुंभ में प्रदेश भर से 10 लाख कार्यकर्ता शामिल हो रहे हैं। जंबूरी मैदान में कार्यकर्ताओं को संबोधित करने से पहले PM करीब आधा किलोमीटर का रोड शो करेंगे। इसके लिए सभास्थल पर रोड बनाया गया है।
मध्यप्रदेश में PM का 6 महीने में यह 7वां दौरा है। 14 सितंबर को वे सागर के बीना आए थे। यहां उन्होंने BPCL (भारत पेट्रोलियम कॉर्पोरेशन लिमिटेड) रिफाइनरी में 50 हजार करोड़ रुपए की लागत से बनने वाले पेट्रो केमिकल प्लांट की आधारशिला रखी थी। अगले महीने 5 अक्टूबर को भी PM का जबलपुर में दौरा प्रस्तावित है।
PM मोदी का मिनट-टू-मिनट प्रोग्राम
09:30 बजे: दिल्ली से एयरफोर्स के विमान से रवाना।
10.55 बजे: भोपाल एयरपोर्ट आगमन।
11:00 बजे: हेलिकॉप्टर से एयरपोर्ट से जंबूरी मैदान रवाना होंगे।
11:20 बजे: जंबूरी मैदान पर आगमन।
11:30 बजे: कार्यक्रमस्थल पर आगमन।
11:30 बजे से 12.30 बजे तक पब्लिक मीटिंग।
12:35 बजे: कार्यक्रम स्थल से प्रस्थान।
12:40 बजे: जंबूरी मैदान के हेलीपैड पर आगमन।
12:45 बजे: हेलिकॉप्टर से एयरपोर्ट के लिए रवाना होंगे।
13:05 बजे: भोपाल एयरपोर्ट पर आगमन।
13:10 बजे: वायुसेना के विमान से जयपुर रवाना होंगे।
बीते 6 महीने में मोदी 7 बार मध्यप्रदेश आए
1 अप्रैल (भोपाल): पीएम ने भोपाल-दिल्ली वंदे भारत को हरी झंडी दिखाई।
25 अप्रैल (रीवा): पंचायती राज सम्मेलन में शामिल हुए।
27 जून (भोपाल): भोपाल-जबलपुर और भोपाल-इंदौर वंदे भारत को हरी झंडी दिखाई।
1 जुलाई (शहडोल): राष्ट्रीय सिकल सेल एनीमिया उन्मूलन मिशन 2047 लॉन्च किया।
12 अगस्त (सागर): संत रविदास मंदिर और स्मारक की आधारशिला रखी।
14 सितंबर (सागर): बीना रिफाइनरी में पेट्रो केमिकल प्लांट की आधारशिला रखी।
25 सितंबर (भोपाल): भाजपा के कार्यकर्ता महाकुंभ में शामिल।
संसद के विशेष सत्र में महिला आरक्षण बिल पास होने के बाद मोदी की यह पहली भोपाल यात्रा है। महाकुंभ में बड़ी संख्या महिलाओं की भी है।
महाकुंभ के लिए 5 बडे़ डोम बनाए गए
बीजेपी के कार्यकर्ता महाकुंभ के कार्यक्रम स्थल पर पांच बडे़ वाटरप्रूफ डोम बनाए गए हैं। पीएम के मंच के ठीक सामने बने डोम में करीब 60 हजार लोगों के बैठने की व्यवस्था है। स्टेज के सामने बने डोम के दोनों तरफ दो-दो डोम बनाए गए हैं। इनमें भी कार्यकर्ताओं के बैठने के लिए कुर्सियां लगाई गई हैं। पूरे सभास्थल को 42 सेक्टर में बांटा गया है। हर सेक्टर में 1500 लोगों के बैठने की व्यवस्था की गई है।
महाकुंभ के लिए भोपाल जा रहे 39 BJP कार्यकर्ता-समर्थक घायल
भोपाल में कार्यकर्ता महाकुंभ में शामिल होने खरगोन से जा रहे BJP कार्यकर्ता और समर्थकों की बस रोड पर खड़े ट्रक में घुस गई। हादसे में 39 कार्यकर्ता घायल हुए हैं। इनमें 3 की हालत गंभीर बताई जा रही है। कार्यकर्ता रायसागर, खापर, जामली और रूपगढ़ के रहने वाले हैं। हादसा देर रात 12.30 बजे कसरावद के पास शारदा गांव में हुआ।
PM के भोपाल आने से पहले कमलनाथ का ट्वीट...
शिवराज जी, आपके झूठ की वजह से प्रधानमंत्री ने आपको चुनाव अभियान से बाहर किया प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के भोपाल आने से पहले मध्यप्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष कमलनाथ ने ट्वीट किया, 'शिवराज जी, आज आप जरा धीरज से काम लीजिएगा। प्रधानमंत्री जब भी मध्यप्रदेश आते हैं, तो आप उन्हें अपने किसी न किसी झूठ में शामिल करा लेते हैं। आपकी झूठ की मशीन से मध्यप्रदेश की जनता के साथ प्रधानमंत्री भी त्रस्त हैं, इसीलिए उन्होंने पूरे चुनाव अभियान से आपको बाहर कर दिया है। आप देश के पहले ऐसे मुख्यमंत्री बन गए हैं, जो मुख्यमंत्री तो हैं, लेकिन मुख्यमंत्री का चेहरा नहीं हैं।'
कमलनाथ ने आगे लिखा...
रीवा में आपने PM के सामने बोल दिया कि किसानों की आमदनी दोगुनी से अधिक हो गई है, जबकि उनके नीति आयोग की रिपोर्ट में मध्यप्रदेश के किसानों की आमदनी घटी थी। भोपाल में आपने उन्हें गलत परचा पकड़ा दिया और वे मध्यप्रदेश में पेट्रोल की कीमत 100 रुपए लीटर से कम बता गए। इस तरह उन्हें दूसरे झूठ में शामिल कर लिया। गैस सिलेंडर की कीमतों पर भी आपका झूठ प्रधानमंत्री से टकरा रहा है। आप देते किसी को नहीं, लेकिन कहते हैं कि सिलेंडर 450 रुपए का देंगे। वहीं, PM कहते हैं कि सिलेंडर 900 रुपए का देंगे। PM की सागर जिले की यात्रा में आपने उनसे कहला दिया कि कांग्रेस सरकार ने बुंदेलखंड पर ध्यान नहीं दिया, जबकि UPA सरकार ने 7200 करोड़ रुपए का विशेष बुंदेलखंड पैकेज दिया था।
26 को सीएम शिवराज करेंगे अधिकारियों के साथ बैठक
25 Sep, 2023 11:15 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
भोपाल । मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव को लेकर अक्टूबर में आदर्श आचार संहिता लागू हो जाएगी। इसके पहले मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने मंगलवार को अपर मुख्य सचिव, प्रमुख सचिव, सचिव और विभागाध्यक्षों की बैठक बुलाई है। इसमें सरकार द्वारा विभिन्न क्षेत्रों अर्जित की उपलब्धियों और हितग्राही मूलक योजनाओं के क्रियान्वयन को लेकर चर्चा होगी। सभी मंत्रियों को बैठक में अनिवार्य रूप से शामिल होने के लिए कहा गया है।
विधानसभा चुनाव की आचार संहिता लागू होने से पहले इसे अंतिम बैठक माना जा रहा है। इसमें मुख्यमंत्री राज्य द्वारा जो उपलब्धियां अर्जित की गई हैं, उनको लेकर टीम मध्य प्रदेश को धन्यवाद दिया जाएगा। साथ ही हितग्राही मूलक योजनाओं के क्रियान्वयन में आचार संहिता के दौरान किसी प्रकार की परेशानी न आए, इसकी तैयारी करने के निर्देश भी दिए जाएंगे।
मुख्यमंत्री और मुख्य सचिव कार्यालय द्वारा इसकी तैयारी भी की जा रही है कि सभी आवश्यक आदेश और अनुमति आचार संहिता के पहले जारी हो जाएं। मुख्यमंत्री लाड़ली बहना योजना की राशि में वृद्धि के आदेश भी जारी कर दी गए हैं। सूत्रों का कहना है कि 10 अक्टूबर के पहले लाड़ली बहना योजना की राशि एक हजार 250 रुपये से बढ़ाकर डेढ़ हजार रुपये प्रतिमाह भी की जा सकती है। इसके साथ ही सभी विभागों से कहा गया है कि मुख्यमंत्री द्वारा जो घोषणाएं की गई हैं, उनके आदेश समय रहते जारी कर दिए जाएं।