मध्य प्रदेश (ऑर्काइव)
मध्य प्रदेश के पूर्व मंत्री सरताज सिंह का भोपाल में इलाज के दौरान निधन
12 Oct, 2023 11:30 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
भोपाल । मध्य प्रदेश में वरिष्ठ नेता सरताज सिंह का भोपाल में इलाज के दौरान निधन हो गया, वे 83 वर्ष के थे। सरताज सिंह पांच बार सांसद और दो बार विधायक रहे। इस दौरान उन्होंने केंद्रीय मंत्री और मध्य प्रदेश सरकार में भी मंत्री रहे। सरताज सिंह लंबे समय से बीमार थे और भोपाल में उनका इलाज चल रहा था, सभी उन्हें सरताज बाबू जी के नाम से जानते थे। भाजपा नेता हितानंद शर्मा ने सरताज सिंह के निधन पर दुख प्रकट किया है।
2018 में छोड़ दी थी भाजपा
2018 में हुए विधानसभा चुनाव में भाजपा से टिकट न मिलने पर सरताज सिंह पार्टी छोड़कर कांग्रेस में शामिल हो गए थे। उन्होंने होशंगाबाद (अब नर्मदापुरम) सीट से पूर्व विधानसभा अध्यक्ष सीतासरन शर्मा के खिलाफ चुनाव लड़ा था। हालांकि वह चुनाव हार गए थे। बाद में उन्होंने पुन: भाजपा में वापसी कर ली थी। मध्य प्रदेश के पूर्व मंत्री सरताज सिंह का भोपाल में इलाज के दौरान निधनमध्य प्रदेश के पूर्व मंत्री सरताज सिंह का भोपाल में इलाज के दौरान निधन
अर्जुन सिंह को चुनाव में दी थी पटखनी
सरताज सिंह अपने जमाने में भाजपा के कद्दावर नेता थे। वह पांच बार सांसद, दो बार मंत्री और विधायक रहे। इसके अलावा वह दो बार नगर पालिका अध्यक्ष भी रह चुके थे। उन्होंने मध्यप्रदेश सरकार में वन व पीडब्ल्यूडी जैसे मंत्रालयों का जिम्मा संभाला। वह पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस के दिग्गज नेता रहे अर्जुन सिंह को भी एक बार चुनाव में पटखनी दे चुके थे।
वीडी शर्मा ने जताया शोक
उनके निधन पर भाजपा के प्रदेशाध्यक्ष वीडी शर्मा ने शोक जताया है। उन्होंने कहा कि वरिष्ठ नेता, पूर्व केंद्रीय मंत्री और प्रदेश सरकार के पूर्व मंत्री सरताज सिंह जी के निधन का समाचार अत्यंत दुखद है। ईश्वर से प्रार्थना है कि दिवंगत आत्मा को अपने श्रीचरणों में स्थान दें एवं शोकमय परिजनों को इस कठिन समय में संबल प्रदान करें।
भोपाल का महिला थाना बना भारत का पहला ISO 9001:2015 महिला थाना
12 Oct, 2023 11:00 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
भोपाल। सामुदायिक पुलिसिंग के तहत भोपाल पुलिस कमिश्नरेट द्वारा बनाये गये Victim Friendly महिला थाना को ISO की टीम द्वारा मूल्यांकन एवं गुणवत्ता के आधार पर ISO अवार्ड के लिए चयनित किया गया तथा वरिष्ठ अधिकारियों की मौजूदगी में आज ISO 9001:2015 सर्टिफिकेट प्रदान किया गया, य़ह प्रदेश ही नहीं ब्लकि पूरे भारत का पहला ISO 9001:2015 सर्टिफाइड थाना बन चुका है I
इस अवसर पर पुलिस आयुक्त हरिनारायणाचारी मिश्र, अतिरिक्त पुलिस आयुक्त अनुराग शर्मा, अतिरिक्त पुलिस आयुक्त अवधेश गोस्वामी, पीएसओ टू डीजीपी डॉ. विनीत कपूर, पुलिस उपायुक्त आरएस प्रजापति, पुलिस उपायुक्त रामजी श्रीवास्तव, पुलिस उपायुक्त पद्म विलोचन शुक्ल, पुलिस उपायुक्त संजय अग्रवाल एवं ISO से श्रीमती नम्रता शर्मा एवं उनकी टीम तथा अन्य अधिकारी व महिला थाना/महिला सेल का स्टॉफ मौजूद रहा l
पुलिस आयुक्त हरिनारायणाचारी मिश्र ने संबोधन में कहा कि महिला अपराधों के प्रति भोपाल पुलिस कमिश्नरेट द्वारा सामुदायिक पुलिसिंग के तहत निरंतर प्रयास कर रही है, इसी कड़ी में आज य़ह एक नया प्रयोग हुआ है य़ह एक नीव का पत्थर है l खासतौर महिलाओं से संबंधित अपराधों के मामलों में और कार्यपद्धति के रूप मे पहले भी महिला थाना द्वारा नए आयाम स्थापित किए हैं, लेकिन खास तौर पर इस तरह की व्यवस्था के लगने से एवं संतुष्टता के होने से खासतौर पर हम देख पाते हैं कि जो मूलभूत आवश्यकताये है, उनका बारीकी से सर्वे किया गया है, बारीकी से मूल्यांकन किया गया है और हमारी व्यवस्था के अनुरूप उसे बनाया गया है l उसकी मूलभूत चीजें जो है थाने के जो अधिकारी तथा जवान हैं उनका आम व्यक्ति के साथ, पीड़ित व्यक्ति के साथ किस तरह का व्यवहार, सहानुभूतिपूर्वक कैसा व्यावहार किया जाए, इन मानकों के अनुरूप यहां के स्टॉफ को प्रशिक्षित एवं संवेदनशील बनाया गया है, साथ ही साथ जो आधारभूत संरचना है उसमे भी काफी लम्बे समय से काम हुआ है l
इस कार्य में पूर्व के अधिकारियों तथा वर्तमान में पदस्थ अधिकारियों द्वारा भी लगातार काम किया है, य़ह एक बहुत ही महत्वपूर्ण उपलब्धि है l महिलाओ की समस्याओं हेतु सभी थानों में ऊर्जा हेल्प डेस्क सक्रिय हैं, हालांकि महिला थाना होने के नाते महिला संबंधी अपराधों की संख्या सबसे ज्यादा है, अपितु यह महिला संबंधी अपराधों के निराकरण में प्रमुख केंद्र के रूप में है, इसलिए इस थाने को इसके अनुरूप बनाया गया है l उम्मीद है कि महिला सम्बन्धी अपराधों की रोकथाम में उनके प्रभावी ढंग से निराकरण काफी मददगार साबित होगा I महिला थाना की पूरी टीम को बधाई देते हैं कि खास तौर पर इस थाने को ISO 9001:2015 सर्टिफिकेट मिला है और अपेक्षा करते हैं कि लगातार इसके मापदंड के अनुरूप एवं शासन तथा आमजन की जो अपेक्षायें हैं उस पर खरा उतरेंगे तथा इसी तरह भोपाल के अन्य थानों को भी बनाएंगे l
सोशल मीडिया पर आपतिजनक पोस्ट पड़ेगी भारी
12 Oct, 2023 10:08 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
भोपाल । विधानसभा चुनाव तथा आने वाले त्यौहारों के दौरान इंटरनेट और सोशल मीडिया पर दुर्भावनापूर्ण पोस्ट कर सांप्रदायिक, धार्मिक एवं जातिगत विद्वेष पैदा करने के असामाजिक एवं शरारती तत्वों द्वारा किये जाने वाले प्रयासों पर सख्त कार्रवाई की जाएगी। इसके लिए प्रतिबंधात्मक आदेश जारी किए गए हैं।
दण्ड प्रक्रिया संहिता की धारा 144 के प्रावधानों के तहत पारित प्रतिबंधात्मक आदेश में व्हाट्सएप, फेसबुक, हाईक, एक्स, इंस्टाग्राम, एसएमएस जैसे सोशल मीडिया के प्लेटफार्म का दुरुपयोग कर धार्मिक, सामाजिक, जातिगत भावनाओं एवं विद्वेष को भडक़ाने वाले प्रकार के संदेशों के प्रसारण पर पूर्णत: रोक लगा दी गई है। आदेश में कहा है कि कोई भी व्यक्ति सोशल मीडिया के किसी भी प्लेटफार्म पर ऐसे आपत्तिजनक एवं उन्माद फैलाने वाले संदेश, फोटो, ऑडियो-वीडियो प्रसारित या फारवर्ड नहीं कर सकेगा जिनसे धार्मिक, सामाजिक, जातिगत भावनायें भडक़ सकती हैं या सांप्रदायिक विद्वेष पैदा हो सकता है।
प्रतिबंधात्मक आदेश के मुताबिक कोई भी व्यक्ति सोशल मीडिया पर ऐसी किसी भी पोस्ट को कमेंट, लाइक, शेयर या फॉरवर्ड नहीं कर सकेगा जिनसे धार्मिक, जातिगत एवं सामाजिक विद्वेष की भावनायें भडक़ सकती हों। आदेश में कहा गया है ग्रुप एडमिन की यह व्यक्तिगत जिम्मेदारी होगी कि वह ग्रुप में इस प्रकार के संदेशों को रोके। आदेश के अनुसार कोई भी व्यक्ति सोशल मीडिया के माध्यम से सामुदायिक, धार्मिक, जातिगत विद्वेष फैलाने या समुदाय के मध्य घृणा अथवा वैमनश्यता पैदा करने, दुष्प्रेरित करने, उकसाने या हिंसा फैलाने का प्रयास नहीं करेगा और न ही इसके लिए प्रेरित कर सकेगा।
कोई भी व्यक्ति अफवाह या तथ्यों को तोड़ मरोडक़र भडक़ाने अथवा उन्माद पैदा करने वाले संदेश प्रसारित नहीं कर सकेगा जिनसे लोगों या समुदाय विशेष में हिंसा या गैर कानूनी गतिविधियां उत्पन्न हो सकती हों। ऐसे सन्देश लाइक, शेयर या फॉरवर्ड भी नहीं किये जा सकेंगे तथा न हीं ऐसा करने के लिए किसी को प्रेरित किया जा सकेगा। प्रतिबंधात्मक आदेश में स्पष्ट किया गया है कि कोई भी व्यक्ति या समुदाय ऐसे संदेशों को प्रसारित नहीं कर सकेगा जिसे किसी व्यक्ति संगठन समुदाय आदि को एक स्थान पर एक राय होकर जमा होने या कोई विशेष कार्य गैर कानूनी गतिविधियों को करने के लिए कहा गया हो तथा जिससे कानून एवं शांति व्यवस्था भंग होने की प्रबल संभावना विद्यमान हो।
विधानसभा चुनाव और त्यौहारों के दौरान सोशल मीडिया के दुरुपयोग को रोकने जारी यह प्रतिबंधात्मक आदेश तत्काल प्रभाव से लागू हो गया है तथा यह आगामी आदेश तक प्रभावशील रहेगा। इस आदेश का उल्लंघन करने की दशा में संबंधित के विरुद्ध भारतीय दंड संहिता की धारा 188, साइबर विधि तथा अन्य अधिनियम के अंतर्गत दंडात्मक कार्रवाई की जाएगी।
गरीबों के खाते में सीधा पैसा
12 Oct, 2023 09:07 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
नौ साल के कार्यकाल में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सामाजिक समरसता, आर्थिक विकास और राजनीतिक न्याय के लिए काम किया है। भाजपा समाज के सभी वर्गों को साथ लेकर चलने में विश्वास करती है, इसकी बेहतरीन मिसाल पिछले नौ सालों में कायम की जा चुकी है। यह बात भाजपा के मध्यप्रदेश के चुनाव प्रभारी भूपेंद्र यादव ने मीडिया से चर्चा के दौरान कही। चुनाव प्रभारी ने कहा कि कांग्रेस भाजपा की सफलता से तिलमिलाई हुई है। कांग्रेस पार्टी को भाजपा की सफलता हजम नहीं हो रही है।
भूपेंद्र यादव ने कहा कि कांग्रेस के कार्यकाल में दलालों का बोलबाला था। जनता के लिए सरकार द्वारा दिए गए 100 रुपए में से 85 रुपए दलालों की जेब में चले जाते थे, पार्टी आज यह देखकर हैरान है कि अब जनधन के माध्यम से गरीबों के हिस्से का पैसा सीधे उनके खाते में पहुंच रहा है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की दूरगामी नीति के चलते सभी के आधार कार्ड को मोबाइल से जोड़ दिया गया, इससे जनधन के लाभार्थियों को पैसे मिलने की सूचना तुरंत उनके मोबाइल पर पहुंच जाती है। भूपेंद्र यादव ने कहा कि ओबीसी समाज यह अच्छी तरह जानता है कि प्रधानमंत्री जी सबके हैं और वह सबके साथ न्याय करते हैं। प्रधानमंत्री की बदौलत विश्व भर में भारत बुलंदियों को छू रहा है, इस उपलब्धि पर ओबीसी समाज को गर्व है। भूपेंद्र यादव ने कांग्रेस आला कमान को सचेत करते हुए कहा कि राहुल गांधी जी झूठ की राजनीति बंद कीजिए, झूठे सपने दिखाने से लोगों का विश्वास नहीं जीता जा सकता। भारतीय जनता पार्टी ओबीसी समाज को आगे बढ़ाने के लिए निरंतर प्रयास कर रही है। यादव ने कहा कि पांच राज्यों के चुनावों में जनता और ओबीसी समाज का समर्थन भारतीय जनता पार्टी को और भी मजबूत करेगा। जनता के इस समर्थन से कांग्रेस की झूठ की दुकान और झूठ के पकवान कड़वे ही साबित होंगे।
फायर और कचरे की गाडिय़ों को छोडक़र नगर निगम के बाकी वाहनों से हटेंगे हूटर
12 Oct, 2023 09:06 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
भोपाल । विधानसभा चुनाव के लिए लगी आदर्श आचार संहिता का असर दिखाई देने लगा है। इसको लेकर नगर निगम की केंद्रीय कर्मशाल से एक आदेश जारी हुआ है, जिसमें अधिकारियों की गाडिय़ों पर लगे हूटर हटाने को कहा गया है। केंद्रीय कर्मशाला प्रभारी चंचलेश गिरहारे ने इस संबंध में आदेश जारी किया है, जिसमें निगम अधिकारियों के अलावा जोनल अधिकारियों के वाहनों पर लगे हूटर हटाने को कहा है। इस आदेश में फायर ब्रिगेड एवं कचरा संग्रहण वाहनों के अलावा ऐसी अन्य गाडिय़ां जिन पर हूटर है, उन्हें हटाने को कहा गया है।
बता दें कि कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने नगर निगम की गाडिय़ों में लगे हूटरों को हटाने के लिए अधिकारियों से मांग की थी। साथी ही ऐसा नहीं करने इसकी शिकायत चुनाव आयोग से करने की चेतावनी दी थी। आरटीआइ कार्यकर्ता नितिन सक्सेना ने बताया कि एक तरफ पुलिस वाहनों की चेकिंग कर निजी वाहनों से हूटर, नेताओं की प्रचार सामग्री हटाने की कार्रवाई कर रही है। इधर नगर निगम इधर नगर निगम के अधिकारियों और जनप्रतिनिधियों के वाहनों में आचार संहिता लागू होने के बाद भी हूटर लगे हुए हैं। हालांकि कांग्रेस की आपत्ति के बाद संभवत: बुधवार को सभी गाडिय़ों से हूटर हटा लिए जाएंगे।
इस बार लोकतंत्र उत्सव के साथ मनाए जाएंगे तीज त्योहार
12 Oct, 2023 08:04 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
भोपाल । विधानसभा चुनाव का शंखनाद हो चुका है। आगामी 17 नवंबर को प्रदेश में मतदाता अपने मताधिकार का उपयोग करेंगे। इस बीच तीज-त्योहार की रौनक रहेगी। चुनाव से ठीक पहले जहां दीपोत्सव है तो इससे पहले अक्टूबर में नवरात्र में गरबे की गूंज सुनाई देगी। बाजारों में नवदुर्गा की भक्ति के महापर्व की तैयारियां शुरू हो गई है। पांडालों में माता की स्थापना के साथ गरबा पांडाल तैयार हो रहे हैं। इधर प्रशासन ने भी चुनावी तैयारियां शुरू कर दी है।
त्योहार की शुरुआत 15 अक्टूबर नवरात्र पर माता रानी की घट स्थापना के साथ होगी। 37 दिनों के मध्य नवरात्र, विजयादशमी, शरद पूर्णिमा, करवा चौथ है। पांच दिवसीय दीपोत्सव की शुरुआत 10 नवंबर से होगी। कालिका माता मंदिर सेवा मंडल ट्रस्ट की ओर से परिसर में रात्रि एवं सुबह ब्रह्म मुहूर्त में गरबारास होते हैं। यहां नवरात्र के दौरान नौ दिन हवन के लिए तैयारी शुरू हो चुकी है। दीपोत्सव के दौरान महालक्ष्मी मंदिर में भी भक्तों की भीड़ उमड़़ती है। इसके अलावा कालिका माता मंदिर, सैलाना रोड राम मंदिर, इंद्रलोक नगर, स्टेशन रोड, गीता मंदिर, अम्बे चौक अलकापुरी आदि स्थानों पर गरबा रास के लिए बालिकाओं के पंजीयन के साथ पांडाल भी सजने लगे हैं।
गरबा आयोजन पर रहेगी नजरें
आचार संहिता के कारण नवरात्र में गरबा पांडालों से लेकर आयोजन स्थल पर प्रशासन खास निगाह रखेगा। आयोजनकर्ताओं को माता की स्थापना से लेकर गरबा आयोजन की अनुमति लेनी होगी तो रात्रि में लाउडस्पीकर के उपयोग पर प्रतिबंध के कारण समय का ध्यान रखना होगा। सुबह 6 से रात्रि 10 बजे तक लाउड स्पीकर उपयोग की अनुमति दी जाएगी। रात्रि 10 से सुबह 6 बजे तक इसका उपयोग पूर्णत: प्रतिबंधित रहेगा। प्रतिबंध की अवधि में उपयोग पाए जाने पर लाउड स्पीकर को जब्त कर लिया जाएगा।
आचार संहिता में त्योहार
- 15 अक्टूबर को नवरात्र स्थापना
- 22 अक्टूबर दूर्गा पूजा अष्टमी
- 23 अक्टूबर दूर्गा महानवमी पूजा
- 24 अक्टूबर को विजयादशमी
- 28 अक्टूबर को शरद पूर्णिमा
- 01 नवंबर करवा चौथ
- 10 नवंबर धनतेरस
- 11 नवंबर त्रयोदशी
- 12 नवंबर दीपावली
- 13 नवंबर अमावस्या
- 14 नवंबर गोवर्धन पूजा
- 15 नवंबर भाईदूज, बिरसामुंडा जयंती
- 16 नवंबर से छठ उत्सव
असमंजस में है कांग्रेस
11 Oct, 2023 11:41 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
वसुधैव कुटुम्बकम् की महिमा को जी20 के शिखर सम्मेलन में पूरी दुनिया ने देखा और समझा है। भारतीय जनता पार्टी इसी सोच के तहत काम करती है। अंत्योदय को आत्मसात करते हुए उस नेता को जनता के बीच जिम्मेदारी देती है, जिनका परिवार खास न हो, लेकिन समाज के प्रति वो काम अच्छी तरह से करते हैं। मध्य प्रदेश में विधानसभा चुनाव के लिए अब तक 137 उम्मीदवारों की सूची जारी की गई है। इसमें उन्हीं नेताओं के नाम हैं, जिन्होंने जनता के बीच बेहतर काम किया है। चाहे वो मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान हो, गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा हों, केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर हों, केंद्रीय मंत्री फग्गन सिंह कुलस्ते व प्रह्लाद पटेल हों। एक भी नेता परिवारवाद का उदाहरण बनकर लोगों के सामने नहीं आया है। जिसने जनता के लिए काम किया है, उसे ही भाजपा ने जनता के बीच फिर से जाने का मौका दिया है।
कांग्रेस से आगे है भाजपा
चुनाव आयोग की ओर से की गई चुनाव की तारीखों के ऐलान के साथ विधानसभा चुनाव का बिगुल फूंक गया। मध्य प्रदेश में 17 नवंबर को मतदान और तीन दिसंबर को नतीजों की घोषणा होगी। अगर आरंभ के मौके पर दोनों प्रमुख प्रतिद्वंदी राजनीतिक दलों की दशा, दिशा और हालत की बात करें तो सत्तारूढ़ भाजपा विपक्षी कांग्रेस पार्टी से मीलों आगे नजर आ रही हुआ। कांग्रेस के लिए जहां किसी भी सीट पर अब तक पर ठोस उम्मीदवार की तलाश संभव नहीं हो पा रही, वहीं भाजपा की केंद्रीय समिति ने उम्मीदवारों की चौथी सूची पर अंतिम मुहर लगा दी है। भाजपा की ओर से अब तक 137 सीटों से चुनावी मैदान में उतरने वाले मजबूत प्रत्याशियों के नाम की घोषणा कर दी है।
जिन उम्मीदवारों का नाम तय कर दिया गया है, उनमें मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान और नरोत्तम मिश्रा जैसे दिग्गज नेता शामिल हैं। मुख्यमंत्री अपनी पारंपरिक सीट बुधनी से एक बार फिर भाजपा के उम्मीद्वार हैं, तो केंद्रीय नेता कैलाश विजयवर्गीय को इंदौर से उतारकर बता दिया गया है कि इसबार भारतीय जनता पार्टी 2019 की तरह कोई मरव्वत बरतने में मूड में नहीं है। इसी प्रकार कई सांसदों और केंद्रीय मंत्रियों को जनता के बीच भेजा गया है।
कांग्रेस के बड़े नेताओं को जनता के बीच जाना नहीं चाहते हैं
पार्टी विद डिफरेंस का नारा देने वाली भाजपा ने एक बार फिर इस बात को सच कर दिया है कि उसके नेता चाहे केंद्रीय मंत्री की कुर्सी पर ही क्यों न हो, पार्टी के आदेश की अवहेलना भाजपा की परंपरा नहीं। जैसे ही पार्टी के शीर्ष नेतृत्व ने केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर, फग्गन सिंह कुलस्ते, प्रहलाद पटेल सहित सांसद राकेश सिंह, पार्टी महासचिव कैलाश विजयवर्गीय को विधानसभा चुनाव में जाने का आदेश दिया, तो तुरंत ही ये नेता अपने विधानसभा क्षेत्र में जनता के बीच नजर आए। दूसरी ओर, कांग्रेस की बात करें, तो मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने पहले ही चुनाव लड़ने से मना कर दिया। उसके बाद राज्यसभा सांसद विवेक तन्खा ने भी पार्टी की इच्छा का सम्मान नहीं किया। इसी राह पर चलते हुए प्रदेश कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष अरुण यादव ने भी विधानसभा चुनाव का प्रत्याशी बनने से सरेआम इंकार कर दिया।
असमंजस में है कांग्रेस
भाजपा की ओर से जोशपूर्ण तैयारी के प्रदर्शन के बीच प्रतिद्वंदी कांग्रेस के लिए चुनाव की तारीख के ऐलान के दिन तक एक भी सीट पर तय उम्मीदवार के नाम की घोषणा संभव नहीं हो पाई है। भाजपा के लिए उम्मीदवारों के ऐलान में भारी बढ़त लेने के बाद जनता के बीच चर्चा हो रही है कि गुटबाजी की वजह से ही कांग्रेस अभी तक अपने उम्मीदवारों के नाम तय नहीं कर पाई है। कई मौके पर पूर्व मुख्यमंत्री व प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ से भी उम्मीदवार सूची पर बात की गई, तो हर बार वो चार-पांच दिन कहकर बात टाल जाते हैं।
केवल काम का लेखा-जोखा करती है भाजपा
आम मतदाता से लेकर मध्य प्रदेश के राजनीतिक-सामाजिक विश्लेषकों से बात होने पर यह पता चलता है कि जिस प्रकार से भाजपा में कई दौर का मंथन होता है। विधायक से लेकर संभावित प्रत्याशी और राज्य के मंत्रियों से उनका रिपोर्ट कार्ड मांगा जाता है, उस पर कई कमेटियों में विचार-विमर्श होता है। विमर्श के दौरान केवल उम्मीदवारों के कार्यों और सामाजिक सरोकारों को वरीयता दी जाती है। यह नहीं देखा जाता है कि कौन किस परिवार से आता है। भाजपा नेता यही कहते हैं कि पूरा प्रदेश और समाज ही हमारा परिवार है।
भोपाल में टूटा गर्मी का रिकार्ड, और बढ़ेगा तापमान, कुछ इलाकों में बारिश का आनुमान
11 Oct, 2023 11:00 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
भोपाल । वर्तमान में पश्चिमी विक्षोभ जम्मू और उससे लगे पाकिस्तान के आसपास बना हुआ है। हवा का रुख भी उत्तरी एवं उत्तर-पश्चिमी बना हुआ है। उधर, वातावरण में नमी कम रहने के कारण आसमान साफ है। इस वजह से दिन का तापमान बढ़ा हुआ है। हालांकि, उत्तरी हवाओं के कारण रात के समय हल्की ठंडक बरकरार है।
कहीं-कहीं छा सकते हैं बादल
मौसम विज्ञानियों के अनुसार 13 अक्टूबर को एक अन्य पश्चिमी विक्षोभ उत्तर भारत में प्रवेश करने वाला है। इसके प्रभाव से 15 अक्टूबर से (नवरात्र की शुरुआत में) मध्य प्रदेश में कहीं-कहीं बादल छा सकते हैं। इससे दिन के तापमान में कुछ गिरावट होगी, जबकि रात के तापमान में बढ़ोतरी होगी। इस दौरान कहीं-कहीं वर्षा भी हो सकती है।
छह वर्ष में सबसे अधिक तापमान
बुधवार को प्रदेश में सबसे अधिक 37.5 डिग्री सेल्सियस तापमान दमोह में दर्ज किया गया। भोपाल में अधिकतम तापमान 35.9 डिग्री सेल्सियस रिकार्ड किया गया। जो छह वर्ष में सबसे अधिक रहा। इसके पूर्व वर्ष 2017 में अक्टूबर में सर्वाधिक तापमान 36.4 डिग्री सेल्सियस रिकार्ड हुआ था।
जनता की उम्मीदों पर खरे उतरे नेताओं को भाजपा ने उतारा मैदान में
11 Oct, 2023 09:31 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
वसुधैव कुटुम्बकम् की महिमा को जी20 के शिखर सम्मेलन में पूरी दुनिया ने देखा और समझा है। भारतीय जनता पार्टी इसी सोच के तहत काम करती है। अंत्योदय को आत्मसात करते हुए उस नेता को जनता के बीच जिम्मेदारी देती है, जिनका परिवार खास न हो, लेकिन समाज के प्रति वो काम अच्छी तरह से करते हैं। मध्य प्रदेश में विधानसभा चुनाव के लिए अब तक 137 उम्मीदवारों की सूची जारी की गई है। इसमें उन्हीं नेताओं के नाम हैं, जिन्होंने जनता के बीच बेहतर काम किया है। चाहे वो मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान हो, गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा हों, केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर हों, केंद्रीय मंत्री फग्गन सिंह कुलस्ते व प्रह्लाद पटेल हों। एक भी नेता परिवारवाद का उदाहरण बनकर लोगों के सामने नहीं आया है। जिसने जनता के लिए काम किया है, उसे ही भाजपा ने जनता के बीच फिर से जाने का मौका दिया है।
कांग्रेस से आगे है भाजपा
चुनाव आयोग की ओर से की गई चुनाव की तारीखों के ऐलान के साथ विधानसभा चुनाव का बिगुल फूंक गया। मध्य प्रदेश में 17 नवंबर को मतदान और तीन दिसंबर को नतीजों की घोषणा होगी। अगर आरंभ के मौके पर दोनों प्रमुख प्रतिद्वंदी राजनीतिक दलों की दशा, दिशा और हालत की बात करें तो सत्तारूढ़ भाजपा विपक्षी कांग्रेस पार्टी से मीलों आगे नजर आ रही हुआ। कांग्रेस के लिए जहां किसी भी सीट पर अब तक पर ठोस उम्मीदवार की तलाश संभव नहीं हो पा रही, वहीं भाजपा की केंद्रीय समिति ने उम्मीदवारों की चौथी सूची पर अंतिम मुहर लगा दी है। भाजपा की ओर से अब तक 137 सीटों से चुनावी मैदान में उतरने वाले मजबूत प्रत्याशियों के नाम की घोषणा कर दी है।
जिन उम्मीदवारों का नाम तय कर दिया गया है, उनमें मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान और नरोत्तम मिश्रा जैसे दिग्गज नेता शामिल हैं। मुख्यमंत्री अपनी पारंपरिक सीट बुधनी से एक बार फिर भाजपा के उम्मीद्वार हैं, तो केंद्रीय नेता कैलाश विजयवर्गीय को इंदौर से उतारकर बता दिया गया है कि इसबार भारतीय जनता पार्टी 2019 की तरह कोई मरव्वत बरतने में मूड में नहीं है। इसी प्रकार कई सांसदों और केंद्रीय मंत्रियों को जनता के बीच भेजा गया है।
कांग्रेस के बड़े नेताओं को जनता के बीच जाना नहीं चाहते हैं
पार्टी विद डिफरेंस का नारा देने वाली भाजपा ने एक बार फिर इस बात को सच कर दिया है कि उसके नेता चाहे केंद्रीय मंत्री की कुर्सी पर ही क्यों न हो, पार्टी के आदेश की अवहेलना भाजपा की परंपरा नहीं। जैसे ही पार्टी के शीर्ष नेतृत्व ने केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर, फग्गन सिंह कुलस्ते, प्रहलाद पटेल सहित सांसद राकेश सिंह, पार्टी महासचिव कैलाश विजयवर्गीय को विधानसभा चुनाव में जाने का आदेश दिया, तो तुरंत ही ये नेता अपने विधानसभा क्षेत्र में जनता के बीच नजर आए। दूसरी ओर, कांग्रेस की बात करें, तो मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने पहले ही चुनाव लड़ने से मना कर दिया। उसके बाद राज्यसभा सांसद विवेक तन्खा ने भी पार्टी की इच्छा का सम्मान नहीं किया। इसी राह पर चलते हुए प्रदेश कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष अरुण यादव ने भी विधानसभा चुनाव का प्रत्याशी बनने से सरेआम इंकार कर दिया।
असमंजस में है कांग्रेस
भाजपा की ओर से जोशपूर्ण तैयारी के प्रदर्शन के बीच प्रतिद्वंदी कांग्रेस के लिए चुनाव की तारीख के ऐलान के दिन तक एक भी सीट पर तय उम्मीदवार के नाम की घोषणा संभव नहीं हो पाई है। भाजपा के लिए उम्मीदवारों के ऐलान में भारी बढ़त लेने के बाद जनता के बीच चर्चा हो रही है कि गुटबाजी की वजह से ही कांग्रेस अभी तक अपने उम्मीदवारों के नाम तय नहीं कर पाई है। कई मौके पर पूर्व मुख्यमंत्री व प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ से भी उम्मीदवार सूची पर बात की गई, तो हर बार वो चार-पांच दिन कहकर बात टाल जाते हैं।
केवल काम का लेखा-जोखा करती है भाजपा
आम मतदाता से लेकर मध्य प्रदेश के राजनीतिक-सामाजिक विश्लेषकों से बात होने पर यह पता चलता है कि जिस प्रकार से भाजपा में कई दौर का मंथन होता है। विधायक से लेकर संभावित प्रत्याशी और राज्य के मंत्रियों से उनका रिपोर्ट कार्ड मांगा जाता है, उस पर कई कमेटियों में विचार-विमर्श होता है। विमर्श के दौरान केवल उम्मीदवारों के कार्यों और सामाजिक सरोकारों को वरीयता दी जाती है। यह नहीं देखा जाता है कि कौन किस परिवार से आता है। भाजपा नेता यही कहते हैं कि पूरा प्रदेश और समाज ही हमारा परिवार है।
मिलिट्री स्टेशन के सुदर्शन चक्र कोर भोपाल में हुई अनोखी मिलेट कार्यशाला
11 Oct, 2023 09:00 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
भोपाल : 'अंतर्राष्ट्रीय मिलेट वर्ष-2023' के रूप में मनाया जा रहा है। इसी श्रृंखला में भोपाल मिलिट्री स्टेशन चक्र कोर द्वारा सैन्य परिवारों के लिए एक मिलेट कार्यशाला का आयोजन किया गया।
कार्यशाला में भोपाल के 'फिलफोर रेस्टोरेंट' की मुख्य शेफ आसिफ रशीद और उनकी टीम द्वारा मिलेट के कई व्यंजन बनाए गए और व्यंजनों को बनाना सिखाया गया। कार्यक्रम में सभी ने लुत्फ उठाया और मिलेट को अपनी दैनिक जीवन शैली में शामिल करने का प्रण लिया।
ग्वालियर में 12 अक्टूबर को गुर्जरों का जेल भरो आंदोलन, प्रशासन अलर्ट, कड़ी सुरक्षा में मिहिर भोज प्रतिमा
11 Oct, 2023 08:30 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
ग्वालियर । गुर्जर महापंचायत के दौरान 25 सिंतबर को शहर में उपद्रव के बाद अब 12 अक्टूबर को जेल भरो आंदोलन के आह्वान को लेकर ग्वालियर में भारी फोर्स की तैनाती की गई। आंदोलन को लेकर इंटरनेट मीडिया पर पोस्ट के अलावा प्रशासन को पत्र भेजा है। राष्ट्रीय युवा गुर्जर स्वाभिमान संघर्ष समिति के लेटर हेड पर पत्र में भीम आर्मी चीफ चंद्रशेखर के अलावा राष्ट्रीय अध्यक्ष रविन्द्र भाटी के हस्ताक्षर हैं। दूसरे प्रदेशों से भी ग्वालियर के मेला मैदान में पहुंचकर गिरफ्तारी देने आने की बात कही गई।
मिहिर भोज प्रतिमा को सुरक्षा घेरे में
इससे निपटने के लिए पुलिस और प्रशासन ने शहर में कड़ी व्यवस्था के अलावा चिरवाई नाका स्थित मिहिर भोज प्रतिमा को सुरक्षा घेरे में रखा है। शहर के आउटर प्वाइंट से लेकर अंदर मेला मैदान और अलग-अलग इलाकों में बुधवार को दिनभर फोर्स लगी रहेगी। हालांकि गुर्जर समाज के स्थानीय लोगों ने प्रशासन से कहा है कि वह लोग आंदोलन में साथ नहीं है। कुछ बयान भी इंटरनेट मीडिया पर जारी हुए हैं।
25 सितंबर को गुर्जर महापंचायत में उपद्रव
25 सितंबर को ग्वालियर के फूलबाग मैदान में गुर्जर महापंचायत में देश के अलग-अलग हिस्सों से लोग आए थे। यहां आयोजन होने के बाद पूरे शहर में उपद्रव किया गया। कलेक्ट्रेट के अंदर घुसकर तोड़फोड़ की गई। पुलिस और प्रशासनिक अफसरों की गाड़ियों पर जमकर पथराव किया गया। इस मामले में पुलिस ने 7 एफआइआर दर्ज की थीं, 23 लोगों को गिरफ्तार किया गया। 1 आरोपित पर रासुका लगाई गई है, उस पर पूर्व से आपराधिक प्रकरण दर्ज थे। इसके चलते रासुका की कार्रवाई की गई है।
गिरफ्तारियां देकर विरोध प्रदर्शन करने का आव्हान
इस उपद्रव के बाद हुई कार्रवाई के खिलाफ भीम आर्मी प्रमुख चंद्रशेखर और गुर्जर समाज के नेता रविंद्र भाटी सहित अन्य लोगों ने 12 अक्टूबर को मेला मैदान पहुंचकर गिरफ्तारियां देकर विरोध प्रदर्शन करने का आव्हान किया है। 25 सितंबर को उपद्रव हो चुका है, इससे सबक लेते हुए पहले ही सुरक्षा-व्यवस्था कड़ी कर दी गई। ग्वालियर जोन के एडीजी डी.श्रीनिवास वर्मा, कलेक्टर अक्षय कुमार सिंह, एसएसपी राजेश सिंह चंदेल सहित अन्य पुलिस व प्रशासनिक अधिकारियों ने संयुक्त बैठक कर रणनीति तैयार की।
इनका कहना
12 अक्टूबर को विरोध प्रदर्शन के आव्हान को लेकर शहर में कड़ी सुरक्षा व्यवस्था लगाई गई है। जो माहौल बिगाड़ने की कोशिश करेगा उस पर कार्रवाई की जाएगी। शहर के चारों तरफ फोर्स लगाया गया है।
डी.श्रीनिवास वर्मा, एडीजी, ग्वालियर जोन
मंडी व्यापारी के केबिन से पलक झपकते दो लाख हुए चोरी, घटना सीसीटीवी में कैद
11 Oct, 2023 06:24 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
इछावर । बुधवार की दोपहर नगर स्थित अनाज मंडी से दिनदहाड़े चोरों ने एक मोटी रकम पर हाथ साफ कर रफू चक्कर हो गए। यह घटना सीसीटीवी कैमरे में भी कैद हो गई। जानकारी के अनुसार अनाज व्यापारी मंडी संघ के अध्यक्ष दिलीप सुराणा के प्रतिष्ठान सुराणा ट्रेडर्स से चोरों ने दिनदहाड़े चोरी की घटना को अंजाम दिया, जहां वे 22 सेकंड में 2 लाख से ज्यादा की राशि को चोरी करने में सफल हुए।
देखते-देखते चोरों ने हाथ किया साफ
व्यापारी सुराना केबिन से सटे हुए गोदाम में पड़े अनाज को देखने और हम्मालो से वार्तालाप करने गए हुए थे। इस दौरान पहले से रेकी कर रहे दो चोरों ने बारी-बारी से गल्ले से पांच पांच सौ रुपए की गड्डी पर हाथ साफ कर रफू चक्कर हो गए। जब व्यापारी ने किसानों को पैसे देने के लिए गल्ला देखा तो उन्हें समझ आया कि गल्ले से पैसे चोरी हो चुके हैं। इसके बाद दुकान में लगे सीसीटीवी कैमरे खागाले गए और चोरी की घटना सामने आई। इसके बाद पुलिस को सूचना दी गई जिसके बाद मौके पर पुलिस पहुंची। इसके बाद पुलिस ने मामला कायम कर चोरों की तलाश शुरू कर दी है
कहीं आपके नर्सिंग कॉलेज की संबद्धता तो नहीं हो गई समाप्त
11 Oct, 2023 05:00 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
भोपाल । पयार्प्त फैकल्टी नहीं होने के साथ ही इंफ्रास्ट्रक्चर की कमी के चलते प्रदेश के 19 नर्सिंग कालेजों की संबद्धता समाप्त करने की तैयारी की जा चुकी है। असल में नर्सिंग काउंसिल ने जिन कालेजों की संबद्धता समाप्त कर दी थी, उनकी शिक्षा सत्र 2022-23 की संबद्धता को लेकर मध्य प्रदेश आयुर्विज्ञान विश्वविद्यालय कार्यपरिषद ने भी सख्त रुख अख्तियार किया हुआ है। बताया गया है कि इन नर्सिंग कालेजों की जांच जब की गई थी तो इनमें डुप्लीकेट फैकल्टी के साथ ही इंफ्रास्ट्रक्चर की भारी कमी जैसे बिंदु रेखांकित किये गए थे। इन्हें देखते हुए इनकी संबद्धता समाप्त करने की शिफारिश की गई थी, जिस पर विवि कार्यपरिषद ने भी कड़ा रुख दिखाया है।
जांच के बाद जिन नर्सिंग कालेजों की संबद्धता निरस्त करने का फैसला लिया गया है, उनमें भोपाल का महाराणा प्रताप स्कूल आफ नर्सिंग, एनआरआई इंस्टीट्यूट आफ नर्सिंग, टेक्नोक्रेटस स्कूल आफ नर्सिंग, जबलपुर का सुख सागर कालेज, इंदौर का मधुबन स्कूल आफ नर्सिंग, ग्वालियर के सर्व धर्म स्कूल आफ नर्सिंग, पीजी कालेज आफ नर्सिंग, अभिषेक नर्सिंग कालेज, बीआईपीएस स्कूल आफ नर्सिंग, जेबी इंस्टीट्यूट आफ नर्सिंग, वैष्णवी इंस्टीट्यूट आफ नर्सिंग, दतिया के जीएनएस नर्सिंग कॉलेज, स्वामी जी महाराज कालेज आफ नर्सिंग, रतलाम का सैलाना कालेज आफ नर्सिंग, खंडवा का श्री रविन्द्रनाथ टैगोर इंस्टीट्यूट आफ प्रोफेशनल स्टडीज, रीवा का टीडी इंस्टीट्यूट आफ प्रोफेशनल स्टडीज कालेज, धार का ज्ञान स्कूल आफ नर्सिंग व इंदौर इंटरनेशनल कालेज शामिल हैं।
हजारों इजरायलियों की मौतों के लिए जिम्मेदार हमास पर चुप्पी
11 Oct, 2023 04:02 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
राष्ट्रीय स्तर पर कांग्रेस के विगत 40 वर्षों की बात करें तो कांग्रेस पार्टी की अंतर्राष्ट्रीय कूटनीति एवं रणनीति के इतिहास में कई इस तरह की नीतियां सामने आती है, जिसने हमेशा अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर भारत को कमजोर करने की राजनीति की है। यही वजह है कि 50 वर्षों तक अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर भारत की पहचान एक कमजोर और पिछड़े हुए देश के रूप में दिखाई दी। वहीं दूसरी और अगर पिछले 9 वर्षों का इतिहास देखें तो भारत एक अंतर्राष्ट्रीय एवं आर्थिक शक्ति बनकर उभरा है। भारत ने अपनी राष्ट्रीय रणनीति एवं कूटनीति के साथ-साथ विदेश नीति में बड़ा परिवर्तन किया है ।
कांग्रेस पार्टी सत्ता में नहीं होने के बाद भी आज भी इसी रणनीति एवं राजनीति से कम कर रही है जिस मानसिकता के साथ वह पिछले 50 सालों से काम कर रही थी। इसका जीवंत उदाहरण पिछले चार दिवस के अंतराल में इजराइल एवं हमास आतंकवादियों द्वारा फिलिस्तीन के संबंध में हुए आतंकवादी हमले को लेकर कांग्रेस पार्टी की वर्किंग कमेटी की बैठक में जारी हुए स्टेटमेंट के अंतर्गत सामने आ गया है ।
यह कांग्रेस की मजबूरी हो या मनोवृत्ति, लेकिन इतना तो स्पष्ट है कि कांग्रेस पार्टी का रुख हमेशा आतंकवादी प्रवृत्तियों के साथ समर्पण का रहा है।
हजारों इजरायलियों की मौतों के लिए जिम्मेदार हमास पर चुप्पी
दरअसल सोमवार को कांग्रेस आतंकवादियों के सियासी चेहरे के रूप में नजर आई। जैसे ही इजरायल ने हमास के खिलाफ जवाबी कार्रवाई शुरू की और फिलिस्तीन में जान-माल का नुकसान होने लगा, कांग्रेस भी परेशान हो उठी। कांग्रेस फिलिस्तीन के मुस्लिम कट्टरपंथियों के आतंकवादी संगठन हमास के बचाव में उतर आई। कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे की अध्यक्षता में हुई कांग्रेस कार्यसमिति की बैठक में एक प्रस्ताव पास किया गया, जिसमें फिलिस्तीन पर इजरायल के हमलों का जिक्र था। लेकिन इजरायल में एक हजार से अधिक लोगों के मौत के लिए जिम्मेदार आतंकी संगठन हमास का जिक्र नहीं था। यहां तक कि इजरायल पर हमास के हमले का मौन समर्थन किया गया। फिलिस्तीनी लोगों की जमीन, स्वशासन और आत्मसम्मान एवं गरिमा के साथ जीवन के अधिकारों के लिए दीर्घकालिक समर्थन की बात कही गई। इजरायल के प्रकोप से हमास और फिलिस्तीन को बचाने के लिए कांग्रेस कार्यसमिति तुरंत युद्धविराम और वर्तमान संघर्ष को जन्म देने वाले अपरिहार्य मुद्दों सहित सभी लंबित मुद्दों पर बातचीत का राग अलापने लगी।
आतंकियों के प्रति हमदर्दी कांग्रेस की पुरानी आदत - बीडी शर्मा ।
इस मामले में भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष वी डी शर्मा ने कल प्रेस कॉन्फ्रेंस कर कांग्रेस पार्टी को आतंकवादियों का समर्थक एवं राष्ट्र विरोधी करार देते केवल राजनीति के कारण देश के विरुद्ध रूख अपनाने का आरोप लगाया ।
इजराइल पर आतंकियों के बर्बर हमले से देश की जनता स्तब्ध है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने इस हमले पर दुख व्यक्त किया है और इस संकट की घड़ी में इजराइल के साथ एकजुटता प्रदर्शित की है लेकिन ये दुर्भाग्यपूर्ण है कि सिर्फ तुष्टीकरण की राजनीति के चलते कांग्रेस इस मामले में देश के अधिकृत पक्ष से अलग जा रही है। कांग्रेस वर्किंग कमेटी ने आतंकियों के समर्थन में एक प्रस्ताव पारित किया है। कांग्रेस का यह रवैया नया नहीं है, बल्कि कांग्रेस का हाथ हमेशा से आतंकवादियों और नक्सलवादियों के साथ रहा है।
प्रदेश अध्यक्ष शर्मा ने कहा कि देश विरोधियों, आतंकवादियों के प्रति हमदर्दी कांग्रेस की पुरानी आदत है। जो देश के लिए खतरनाक हैं, देश पर हमला करते हैं, कांग्रेस उनके लिए प्रेम दिखाती रही है। शर्मा ने कहा कि भारतमाता के टुकड़े करने के नारे लगाने वाले टुकड़े-टुकड़े गैंग के सदस्यों को राहुल गांधी गले लगाते हैं और उन्हें कांग्रेस में पद दिए जाते हैं। मिस्टर बंटाधार देश को हिंदू आतंकवाद से खतरा बताते हैं और जाकिर नाइक को शांतिदूत कहते हैं। हिंदुओं का विरोध, हिंदू संस्कृति के मानबिंदुओं का विरोध कांग्रेस की आदत रही है।
लास्ट समय में फास्ट होने के चक्कर में कास्ट का गेम खेल रही है कांग्रेस
11 Oct, 2023 04:00 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
भोपाल। प्रदेश के गृहमंत्री डा. नरोत्तम मिश्रा ने राहुल गांधी के जातिगत जनगणना के मुद्दे को लेकर कहा कि कांग्रेस अपने लास्ट समय में फास्ट होने के चक्कर में कास्ट का गेम खेल रही है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस केवल हिंदुओं की जनगणना की बात कर रही है। कांग्रेस हिंदुओं को बांटने का काम कर रही है। नरोत्तम मिश्रा ने कहा कि देश का विभाजन करने वाले अब हिंदुओं को जातियों में बांट रहे हैं। कांग्रेस ने राजस्थान में हिंदू और हिंदुत्व पर सवाल उठाया और मप्र में आए तो वनवासी और आदिवासी पर सवाल उठा रहे हैं।बुधवार को भाजपा के प्रदेश कार्यालय में प्रेस कॉन्फ्रेंस में गृहमंत्री मिश्रा ने कहा कि कांग्रेस अपने लास्ट समय में फास्ट होने के चक्कर में कास्ट का गेम खेल रही है और यही कांग्रेस की मानसिकता को ब्लास्ट कर देगा। गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा ने कहा कि मप्र कांग्रेस में भारी अंतर्कलह है। इसी वजह से कांग्रेस के प्रत्याशियों की सूची अब तक जारी नहीं हो पाई है। हकीकत यह है कि कांग्रेस समाज को तोड़ने के साथ तुष्टीकरण की राजनीति करती है। राहुल गांधी के मप्र दौरे को लेकर नरोत्तम ने कहा कि उनके आने जाने से भाजपा को कोई फर्क नही पड़ेगा। कांग्रेस के लोग मोहब्बत की दुकान में नफरत का सामान लेकर फिर रहे हैं। कांग्रेस के लोग पिछड़ों की बात कर रहे हैं, लेकिन खुद की जाति नहीं बता रहे हैं। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह को लेकर कांग्रेस की श्राद्ध की विवादित पोस्ट को लेकर भी नरोत्तम ने कांग्रेस पर हमला बोला और कहा कि कांग्रेस को यह मालूम है कि मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान प्रदेश की साढ़े आठ करोड़ जनता के दिल में बसते हैं। वो लाड़ली बहनों के भाई और भांजियों के मामा हैं।