मध्य प्रदेश (ऑर्काइव)
शोरुम के सामने खड़ी गैस एजेंसी संचालक की कार से कीमती बैग चोरी
15 Oct, 2023 09:45 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
भोपाल। हनुमानगंज इलाके में बदमाशो ने एक कारोबारी की कार को अपना निशाना बनाकर उसमें रखा कीमती बैग चोरी कर लिया।
पुलिस ने बताया कि हाउसिंग बोर्ड कालोनी कोहेफिजा में रहने वाले 38 वर्षीय फरियादी यासीर अहमद कुरैशी जहांगीराबाद में गैस एजेंसी की संचालन करते हैं। इन दिनो उनकी दवा बाजार हमीदिया रोड स्थित एक बिल्डिंग में निर्माण कार्य चल रहा है। शुक्रवार शाम छह बजे वो काम देखने के लिए कार से यहॉ आये थे। कार हमीदिया रोड स्थित जूतो के शोरूम के सामने खड़ी कर वो बिल्डिंग का काम देखने चले गए। थोड़ी देर बाद वापस लौटे तब तक उनकी कार की पिछली सीट पर रखा बैग चोरी हो चुका था। चोरी गये बैग में कीमती मोबाइल, हार्डडिस्क, दो पेन ड्राइव, चार्जर, महत्वपूर्ण दस्तावेजो और आधार कार्ड की फोटो कॉपी भी रखी थी। शिकायत मिलने पर पुलिस ने रिर्पोट दर्ज कर ली है।
युवती से छेड़छाड़ और धमकाकर रकम लेने वाले आरोपी की तलाश जारी
15 Oct, 2023 09:30 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
भोपाल। निजी स्कूल में नौकरी करने वाले युवती से जान पहचान बढ़ाने के बाद उससे छेड़छाड़ कर डरा धमका कर रकम ऐंठने वाले आरोपी की युवक को फिलहाल ईंटखेड़ी पुलिस गिरफ्तार नहीं कर सकी है। अधिकारियो का कहना है कि आरोपी कें संभावित ठिकानो पर लगातार दबिश दी जा रही है, और जल्द ही उसे दबोच लिया जायेगा।
मामले में पूलिस से मिली जानकारी के अनुसार इलाके में रहने वाली 22 वर्षीय युवती ने लिखित शिकायत करते हुए बताया कि वो एक निजी स्कूल में नौकरी करती है। बीते समय इलाके में ही रहने वाला फरहान खान नामक युवक किसी काम के चलते उसके स्कूल आया था। उस दौरान उनकी पहचान हो गई और दोनो ने अपने मोबाइल नंबर एक्सचैंज कर लिये थे। बाद में उनके बीच फोन पर बातचीत होने लगी और जल्द ही उनमें खासी दोस्ती हो गई। आरोप है कि कुछ समय बाद आरोपी उसे ब्लैकमेल कर पैसो की मांग करने लगा। पीड़ीता ने जब उसे रकम देने से मना करते हुए दुरियां बनाने की कोशिश की तब आरोपी ने उसे धमकी दी कि यदि उसने नहीं दिए तो वह उसके परिजनों को उनके बीच होने वाली बातचीत के बारे में बता देगा। अपनी के डर से युवती ने अलग-अलग समय में उसे करीब एक लाख रुपये दे दिए और उससे दूरी बना ली। लेकिन इसके बाद भी युवक उसका पीछ कर उसके साथ अश्लील छेड़छाड़ कर लगातार तंग करने लगा। युवती ने उसे समझाईश देते हुए पीछा न करने की बात कही। इसके बाद भी जब आरोपी की करतूते बंद नहीं हुई तब युवती थाने जा पहुंची। शिकायत मिलने पर पुलिस युवक के खिलाफ मामला दर्ज कर उसकी धरकपड़ के प्रयास कर रही हैं।
पत्नी से हुआ था मायके जाने की बात को लेकर झगड़ा, गुस्साये पति ने लगा ली फांसी
15 Oct, 2023 09:15 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
भोपाल। शहर के छोला मंदिर थाना इलाके में रहने वाले युवक ने फांसी लगाकर खुदकुशी कर ली। बताया गया है उसका अपनी पत्नि से मायके जाने को लेकर विवाद हुआ था, इसके बाद भी उसकी पत्नि मायके चली गई थी। मर्ग कायम कर पुलिस आगे जॉच कर रही है। पुलिस ने बताया कि पुलिस के कल्याण नगर छोला में रहनें वाला 27 वर्षीय वीरेन्द्र सिंह मीणा मेहनत-मजदूरी का काम करता था। उसका पत्नि के मायके जाने की बात को लेकर विवाद होता रहता था। बीते दिन सुबह के समय भी उसकी पत्नि ने मायके जाने की बात कही, जिस पर पति वीरेन्द्र ने मना किया, इसे लेकर एक बार फिर उनके बीच विवाद हो गया था। बताया गया है कि मना करने के बाद भी उसकी पत्नि लगातार जिद कर रही थी, और मायके चली गई थी। इसके बाद गुस्से में आये पति ने कमरे में फांसी लगा ली। बाद में मृतक का साला सुमित उससे मिलने घर आया। उसने कई बार दरवाजा खटखटाने के साथ ही जीजा वीरेन्द्र को आवाजे लगाई, लेकिन अंदर से न तो कोई जवाब आया और न ही दरवाजा खुला। तब सुमित ने खिड़की से झांककर भीतर देखा तो उसे कमरे में वीरेन्द्र का शरीर फंदे पर लटका नजर आया। इसके बाद पड़ोसियो की मदद से पुलिस को सूचना दी गई। मौके पर पहुंची पुलिस ने मर्ग कायम कर आगे की जॉच शुरु कर दी है।
मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी राजन ने दतिया जिले में विधानसभा निर्वाचन की तैयारियों की ली जानकारी
15 Oct, 2023 09:00 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
भोपाल : मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी अनुपम राजन रविवार को दतिया पहुंचे। यहां पर राजन ने मध्यप्रदेश विधानसभा निर्वाचन 2023 के अंतर्गत की जा रही निर्वाचन संबंधी तैयारियों के बारे में कलेक्टर एवं जिला निर्वाचन अधिकारी संदीप कुमार माकिन एवं पुलिस अधीक्षक प्रदीप शर्मा से जानकारी प्राप्त की और आवश्यक निर्देश दिए।
राजन ने शासकीय पॉलीटेक्निक महाविद्यालय दतिया में सेवढ़ा, भाण्ड़ेर एवं दतिया विधानसभा क्षेत्र के लिए बनाये गए स्ट्रॉग रूम, मतगणना कक्ष, सीलिंग कक्षों का निरीक्षण किया। मतगणना केन्द्र पर की जाने वाली मूलभूत सुविधाओं के साथ मतदान केन्द्रों पर मतगणना अभिकर्ता, मतगणनाकर्मियों आदि के प्रवेश एवं मतगणना कक्षों में बैठक व्यवस्था देखी।
शारदीय नवरात्र प्रारंभ, जगह-जगह विराजी मां दुर्गा
15 Oct, 2023 05:45 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
भोपाल । आज से शारदीय नवरात्र प्रारंभ हो चुका है। राजधानी में जगह-जगह मां दुर्गा की स्थापना हो चुकी है। मूर्तियों और झांकियों की साज-सज्जा का कार्य दिन रात जारी है। इस बार बिट्टन मार्केट में महाराष्ट्र के कोल्हापुर स्थित महालक्ष्मी की झांकी का स्वरूप बनाया गया है। जय मां वैष्णो दुर्गा उत्सव श्रीराम रसोई समिति बिट्टन मार्केट बाजार व्यापारी संघ के संयोजक हरिओम खटीक के अनुसार, 18 वर्ष से लगातार विभिन्न मंदिरों की प्रतिकृति का यहां पर झांकी स्वरूप में निर्माण किया जाता रहा है। इस वर्ष समिति द्वारा महाराष्ट्र के कोल्हापुर में स्थित महालक्ष्मी मंदिर का झांकी स्वरूप निर्माण किया गया है। समिति पिछले पांच वर्षों से स्थापना की मूर्ति का ही विसर्जन करती है, जो तीन फीट की होती है। इसके अतिरिक्त पंडाल में करीब 40 से 50 मूर्तियां भी होती हैं। पर्व के समापन के बाद उन्हें मूर्तिकार को वापस दे दिया जाता है। अयोध्या में श्रीराम मंदिर अगले साल तक तैयार होगा। उसे लेकर पूरे देश में उत्साह का माहौल है, लेकिन अयोध्या में बनने वाले श्रीराम मंदिर की झलक शहर में अयोध्या के पहले न्यू मार्केट में दिखाई देगी। दरअसल इस बार नवरात्र के लिए न्यू मार्केट में इस प्रसिद्ध मंदिर की झांकी तैयार हो चुकी है, जो पूरी तरह अयोध्या के निमार्णाधीन राम मंदिर पर आधारित होगी। राम मंदिर का स्वरूप कैसा होगा, मूर्तियां किस तरह की होंगी सहित मंदिर की हूबहू प्रतिकृति यहां तैयार की गई है। व्यापारी दुर्गा उत्सव समिति न्यू मार्केट की ओर से न्यू मार्केट रोशनपुरा चौराहे के पास यह झांकी सजाई जाएगी। यह झांकी लगभग 45 लाख की लागत से तैयार हुई। इसकी ऊंचाई 70 फीट रहेगी। इस झांकी का निर्माण कार्य अंतिम चरण में है। समिति के संयोजक अजय अग्रवाल ने बताया कि झांकी में मां दुर्गा की प्रतिमा माता सीता के स्वरूप में विराजमान है। इस झांकी में भगवान श्रीराम के राज्याभिषेक को दर्शाया गया है। इसी प्रकार अयोध्या की तर्ज पर गर्भगृह में अष्टकमल है, जिस पर रामलला विराजमान है।
गिरने लगेगा आज से दिन का तापमान, रात का बढेगा
15 Oct, 2023 04:45 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
भोपाल । मध्यप्रदेश में आज से दिन के तापमान में कुछ गिरावट होने लगेगी। जबकि रात का तापमान बढ़ेगा। वर्तमान में अलग-अलग स्थानों पर तीन मौसम प्रणालियां सक्रिय हैं। इस वजह से मध्य प्रदेश में मौसम का मिजाज बदलने जा रहा है। अरब सागर से आ रही नमी के कारण कहीं-कहीं बादल छाने लगे हैं। मौसम विज्ञान केंद्र के विज्ञानी एसएन साहू ने बताया कि वर्तमान में एक पश्चिमी विक्षोभ पाकिस्तान के आसपास द्रोणिका के रूप में बना हुआ है। इसके प्रभाव से पाकिस्तान के मध्य में एक प्रेरित चक्रवात बन गया है। मध्य महाराष्ट्र के आसपास एक प्रति चक्रवात भी बना हुआ है वर्तमान में अरब सागर से लगातार नमी आ रही है। इस वजह से बादल छाने लगे हैं। बादलों के कारण अब दिन के तापमान में गिरावट हो सकती है, लेकिन रात के तापमान में कुछ बढ़ोतरी होगी, साथ ही रविवार को ग्वालियर, चंबल संभाग के जिलों में कहीं-कहीं हल्की वर्षा भी हो सकती है। इससे गर्मी से कुछ राहत मिलने की उम्मीद है। उधर शनिवार को प्रदेश में सबसे अधिक तापमान 37.8 डिग्री सेल्सियस दमोह में दर्ज किया गया। । पूर्व वरिष्ठ मौसम विज्ञानी अजय शुक्ला ने बताया कि पिछले कुछ दिनों से दिन के समय हवा का रुख दक्षिणी एवं रात के समय हवा का रुख उत्तरी एवं उत्तर-पश्चिमी हो रहा है। इस वजह से पूरे प्रदेश में अधिकतम तापमान बढ़ा हुआ है, लेकिन रात का तापमान सामान्य के आसपास बना हुआ है।
दलित और आदिवासी के हाथ में सत्ता की बागडोर
15 Oct, 2023 11:45 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
भोपाल । देश में होने वाले पांच राज्यों के विधानसभा चुनावों में सभी सियासी दलों ने अपनी पूरी ताकत झोंक दी है। वैसे तो यह ताकत सभी विधानसभा क्षेत्रों में लगाई जा रही है, लेकिन सभी सियासी दलों को अंदाजा है कि इन पांच राज्यों में अगर दलित और आदिवासियों को अपने पक्ष में कर लिया गया, तो सत्ता उनके पास ही होगी। दरअसल राजनीतिक दलों के पास ऐसा सोचने और इस समुदाय के लोगों को अपने पक्ष में करने के पीछे सबसे बड़ा कारण बीते चुनावों के नतीजे हैं। आंकड़े बताते हैं कि 2018 में जिस राज्य में दलित और आदिवासी का बंपर वोट जिस राजनीतिक दल को मिला, सत्ता की चाबी उसको ही मिली। 2013 के नतीजे इस बात की पुष्टि करते हैं कि यह ट्रेंड सत्ता पाने के लिए बना रहना बेहद जरूरी है। क्योंकि 2013 में सत्ता पाने वाली भाजपा ने 2018 के चुनाव में मध्यप्रदेश, राजस्थान और छत्तीसगढ़ जैसे राज्यों में इस समुदाय पर अपना अधिकार खो दिया था।
सियासी आंकड़े इस बात की तस्दीक करते हैं कि आने वाले पांच राज्यों के विधानसभा चुनाव में अगर दलित और आदिवासी समुदाय को अपने पक्ष में कर लिया गया, तो राज्य में सत्ता एक तरह से उसी की हो जाती है। 2018 के चुनाव में मध्यप्रदेश, छत्तीसगढ़ और राजस्थान में इन सभी सुरक्षित सीटों पर तकरीबन दो तिहाई कब्जा कर कांग्रेस ने सत्ता की चाबी पाई थी। यही वजह है कि 2022 के विधानसभा चुनावों में सभी राजनीतिक दलों का पूरा फोकस दलित और आदिवासियों पर ही ज्यादा से ज्यादा केंद्रित है। क्योंकि यही सुरक्षित सीटें विधानसभा के चुनाव की दशा और दिशा पूरी तरह से बदल देती हैं।
राजस्थान और छत्तीसगढ़ की तरह मप्र में भी सत्ता की चाबी दलित और आदिवासियों के हाथ में दिख रही है। मध्यप्रदेश में 21 फीसदी आदिवासी और 16 फीसदी दलित की आबादी है। यहां की 230 विधानसभा सीटों में दलित और आदिवासियों के लिए 82 सीटें सुरक्षित हैं। इसमें 47 सीटें आदिवासियों के लिए और 35 सीटें दलितों के लिए सुरक्षित हैं। मप्र के भी आंकड़े बताते हैं कि दलित और आदिवासियों को जिसने अपने हिस्से में कर लिया जीत उसकी ही हुई। 2013 के आंकड़े बताते हैं कि भाजपा में 82 सुरक्षित सीटों में से 53 सीटें अपने खाते में करके मध्यप्रदेश में सत्ता बरकरार रखी थी। लेकिन 2018 आते-आते भारतीय जनता पार्टी के खाते से दलित और आदिवासी समुदाय के लोग खिसकने लगे। उसी साल हुए विधानसभा के चुनाव में भारतीय जनता पार्टी राज्य की 82 सुरक्षित सीटों में से महज 25 सीटों पर ही अपनी जीत सुनिश्चित कर पाए। नतीजा हुआ की 2018 के चुनाव परिणामों में भारतीय जनता पार्टी को राज्य की जनता ने सत्ता से बेदखल कर दिया था। मध्यप्रदेश के आंकड़े बताते हैं 2013 में कांग्रेस 82 में से महज 12 सीटें ही जीत सकी थी। लेकिन 5 साल में कांग्रेस ने 2018 के चुनाव में अपना आंकड़ा 12 से बढ़ाकर 40 कर लिया और सत्ता पर कब्जा जमा लिया।
मध्य प्रदेश कांग्रेस ने जारी की 144 उमीदवारों की लिस्ट
15 Oct, 2023 10:47 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
भोपाल। कांग्रेस ने मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव के लिए अपने प्रत्याशियों को पहली सूची जारी कर दी है। इस लिस्ट में 230 विधानसभा सीटो में से 144 के लिए उम्मीदवारों का एलान किया गया है। कमल नाथ छिंदवाड़ा से चुनाव लडे़ंगे।
बता दे कि भाजपा ने काफी समय पहले की प्रत्याशियों के नामों का ऐलान कर दिया था। जिसके बाद से ही कांग्रेस की सूची का इंतजार किया जा रहा था। वहीं अंतत: कांग्रेस ने अपने प्रत्याशियों की पहली सूची जारी की है।
कांग्रेस उम्मीदवारों की लिस्ट
- श्योपुर से बाबू जंडेल
- विजयपुर से रामनिवास रावत
- सबलगढ़ से बैजनाथ कुशवाह
- जौरा से पंकज उपाध्याय
- अटेर से हेमंत कटारे
- लहार से डा गोविंद सिंह
- मेहगांव से राहुल भछौरिया
- ग्वालियर ग्रामीण से साहब सिंह गुर्जर
- ग्वालियर पूर्व से सतीश सिकरवार
- ग्वालियर दक्षिण से प्रवीण पाछक
- भितरवार से लखन सिंह यादव
- डबरा- एससी सीट से सुरेश राजे
- सेंवढ़ा से घनश्याम सिंह
- भांडेर एससी सीट से फूलसिंह बरैया
- दतिया से अवधेश नायक
- करेरा एससी सीट से परागीलाल जाटव
- पोहरी से कैलाश कुशवाह
- शिवपुरी से केपी सिंह
- पिछोर से शैलेंद्र सिंह
- कोलारस से बैजनाथ यादव
- बमोरी से ऋषी अग्रवाल
- चाचौड़ा से लक्ष्मण सिंह
- राघोगढ़ से जयवर्धन सिंह
- अशोकनगर एससी सीट से हरीबाबू राय
- चंदेरी से गोपाल सिंह चौहान
- मुंगावली से राव यदवेंद्र यादव
- सुरखी से नीरज शर्मा
- देवरी से हर्ष यादव
- नरयावली एससी सीट से सुरेंद्र चौधरी
- बंडा से तरवार सिंह लोधी
- टीकमगढ़ से यदवेंद्र सिंह
- जतारा से किरण अहिरवर
- पृथ्वीपुर से नरेंद्र सिंह राठौर
- खरगापुर से चंदा सिंह गौर
- महाराजपुर से नीरज दीक्षित
- चांदला से हरप्रसाद अनुरागी
- राजनगर से विक्रम सिंह नाती राजा
- छतरपुर से आलोक चतुर्वेदी
- बिजावर से चरण सिंह यादव
- मलहरा से साध्व राम सिया भारती
- पथरिया से राव बृजेंद्र सिंह
- जबेरा से प्रताप सिंह लोधी
- हटा से प्रदीप खटीक
- पवई से मुकेश नायक
- गुन्नौर से जीवन लाल सिद्धार्थ
- चित्रकूट से नीलांशु चतुर्वेदी
- रायगांव से कल्पना वर्मा
- सतना से सिद्धार्थ कुशवाह
- नागौद से डा रश्मि सिंह पटेल
- अमरपाटन से राजेंद्र कुमार सिंह
- त्योंथर से रमाशंकर सिंह पटेल
- मऊगंज से सुखेंद्र सिंह बन्ना
- मनगवां से बबीता साकेत
- गुढ़ से कपिध्वज सिंह
- चुरहट से अजय सिंह राहुल
- सिंहवाल से कमलेश्वर पटेल
- चितरंगी से मनिक सिंह
- सिंगरौली से रेनू शाह
- जैतपुर से उमा धुर्वे
- अनूपपुर से रमेश सिंह
- पुष्पराजगढ़ से फुंदेलाल मार्को
- बड़वारा से निलेश अवस्थी
- बरगी से संजय यादव
- जबलपुर पूर्व से लखन घनघोरिया
- जबलपुर उत्तर से विनय सक्सेना
- जबलपुर पश्चिम से तरुण भनोत
- सिहोरा से एकता ठाकुर
- शाहपुरा से भूपेंद्र मरावी
- डिंडौर से ओंकार सिंह मरकाम
- बिछिया से नारायण सिंह पाटा
- बैहर से संजय उईके
- लांजी से हिना कांवरे
- परसवाड़ा से मधु भगत
- बालाघाट से अनुभा मुंजारे
- कटंगी से बोध सिंह भगत
- बरघाट से अर्जुन सिंह काकोड़िया
- सिवनी से आनंद पंजवानी
- केवलारी से रजनीश सिंह
- लखनादौन से योगेंद्र सिंह बाबा
- गोटेगांव से शेखर चौधरी
- नरसिंहपुर से लखन सिंह पटेल
- तेंदुखेड़ा से संजय शर्मा
- छिंदवाड़ा से कमलनाथ
- मुल्ताई से सुखदेव पांसे
- बैतूल से निलय डागा
- घोड़ाडोंगरी से राहुल उईके
- भैंसदेही से धर्मु सिंह सिरसाम
- टिमरनी से अभिजीत शाह
- हरदा से राम किशोर डोंगे
- उदयपुरा देवेंद्र पटेल गडरवास
- सिलवानी से देवेंद्र पटेल
- विदिशा से शशांक भार्गव
- बासौदा निशंक जैन
- शमशाबाद सिंधु विक्रम सिंह
- बैरसिया से जयश्री हरिकिरण
- नरेला से मनोज शुक्ला
- भोपाल से मध्य आरिफ मसूद
- बुधनी से विक्रम मस्ताल
- आष्टा से कमल चौहान
- सीहोर से शशांक सक्सेना
- राजगढ़ से बापू सिंह तंवर
- खिलचीपुर से प्रियव्रत सिंह
- सुसनैर से भेरू सिंह बापू
- आगर से विपिन वानखेड़े
- शाजापुर से हुकुम सिंह कराड़ा
- कालापीपल से कुणाल चौधरी
- सोनकच्छ से सज्जन सिंह वर्मा
- हाटपिपलिया से राजवीर सिंह बघेल
- मांधाता उत्तम पाल सिंह
- पंधाना से रूपाली बारे
- भीकनगांव से झूमा सोलंकी
- बड़वाह से नरेंद्र पटेल
- महेश्वर से विजयलक्ष्मी साधौ
- कसरावद से सचिन यादव
- खरगोन से रवि जोशी
- भगवानपुरा से केदार डावर
- राजपुर से बाला बच्चन
- बड़वानी से राजन मंडलोई
- अलीराजपुर मुकेश पटेल
- जोबट से सेना पटेल
- झाबुआ से विक्रांत भूरिया
- थांदला से वीर सिंह भूरिया
- पेटलवाद वाल सिंह मेड़ा
- सरदारपुर से प्रताप ग्रेवाल
- गंधवानी से उमंग सिंघार
- कुक्षी से सुरेंद्र सिंह बघेल हनी
- धरमपुरी से पांचीलाल मेड़ा
- देपालपुर विशाल पटेल
- इंदौर 1 संजय शुक्ला
- इंदौर 2 चिंतामणी चौकसे चिंटू
- इंदौर 4 राजा मंधवानी
- राऊ जीतू पटवारी
- सांवेर से रीना बौरासी
- नागदा खाचरोद दिलीप सिंह गुर्जर
- महिदपुर से दिनेश जैन बोस
- तराना से महेश परमार
- घट्टिया से रामलाल मालवीय
- उज्जैन उत्तर से माया राजेश त्रिवेदी
- सैलाना से हर्ष विजय गहलोत
- आलोट से मनोज चावला
- मंदसौर से विपिन जैन
- सुवासरा से राकेश पाटीदार
- मनासा से नरेंद्र नाहटा
भाजपा की ओर से सूची जारी करने के बाद कांग्रेस की ओर से हो रही देरी को लेकर पार्टी पर भी सवाल उठ रहे थे। हालांकि कमलनाथ ने कहा था कि जिसे टिकट मिलना है उन्हें इशारा कर दिया गया है।
पिछले चुनाव में कांग्रेस की सरकार बनी थी, लेकिन ज्योतिरादित्य सिंधिया के अपने समर्थकों के साथ भाजपा में शामिल होने के बाद कमलनाथ सरकार गिर गई थी। वहीं इस बार चर्चा थी कि पिछली बार से सबक लेते हुए कांग्रेस की ओर से प्रत्याशी चयन को लेकर काफी सतर्कता बरती गई है और कमल नाथ द्वारा इसको लेकर सर्वे भी कराया गया है।
जिसके आधार पर ही टिकट दिया गया है। वहीं पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह भी प्रत्याशी चयन में कमलनाथ द्वार सर्वे कराए जाने और इसे ही तहरीज दिए जाने की बात कह चुके थे।
दावेदारों की प्रेशर पॉलिटिक्स तेज
15 Oct, 2023 10:45 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
भोपाल । टिकट के लिए दावेदारों की प्रेशर पॉलिटिक्स शुरू हो गई है। दावेदार अपने समर्थकों के साथ पार्टी कार्यालय में पहुंचकर टिकट के लिए दबाव बना रहे हैं। पार्टी कार्यालय के साथ-साथ दावेदार वरिष्ठ नेताओं के बंगले पर भी भारी भीड़ के साथ दिखाई दे रहे हैं।
ऐसे ही एक दावेदार पंधाना सीट से विधायक राम डोंगरे बड़ी संख्या में अपने समर्थकों के साथ सीएम हाउस पहुंचे। यहां उन्होंने अपना शक्ति प्रदर्शन किया। डोंगरे वर्तमान में पंधाना सीट से विधायक हैं, लेकिन उन्हें डर है कि इस बार उनका टिकट पार्टी काट सकती है। ऐसे में उन्होंने अपने समर्थकों के साथ सीएम हाउस पर पहुंचकर टिकट के लिए अपना दावा ठोका। बड़ी संख्या में उनके साथ आए स्मर्थकों ने राम डोंगरे को टिकट दिए जाने मांग उठाई उनके लिए नारेबाजी भी की। बता दें कि डोंगरे के पास युवा मोर्चा में भी एहम पद है। समर्थकों की ये नारेबाजी खेल बनाती है या बिगाड़ती है, ये तो अब भाजपा की अगली सूची आने पर ही ज्ञात होगा।
भारतीय जनता पार्टी अब तक विधानसभा चुनाव के लिए अपने प्रत्याशियों की चार सूची जारी कर चुकी है। पार्टी ने 136 नाम घोषित कर दिए हैं। बाकी के 94 सीटों पर उम्मीदवारों के नाम फाइनल होना शेष हैं। इन बची हुई 94 सीटों में से 67 सीटें बीजेपी के पास है। सूत्रों का कहना है कि बीजेपी कार्य समिति की बैठक में 25-30 सिटिंग विधायकों के नाम कट सकते हैं। क्योंकि सर्वे में पाया गया है कि उनके निर्वाचन क्षेत्रों के लोग उनके काम से खुश नहीं हैं। पार्टी कई मंत्रियों के टिकट भी काट सकती है।
कांग्रेस शीर्ष नेतृत्व में गुटबाजी को लेकर दिल्ली में बवाल ।
15 Oct, 2023 10:23 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह का कांग्रेस पर पलटवार जारी है। शिवराज सिंह शनिवार को आयोजित चुनावी रैली में कहा कि कांग्रेस ने आदिवासियों के हक को मारा है, प्रदेश में कांग्रेस के कमलनाथ की सरकार के कार्यकाल में आदिवासी बहनों को हर महीने मिलने वाली एक हजार रुपए की आर्थिक सहायता को बंद कर दिया गया। जहां भी कांग्रेस की सरकार रही है वहां उन्होंने सिर्फ एक खानदान विशेष के ही स्मारक बनाएं, जबकि भाजपा ने आदिवासी जननायकों को पूरा सम्मान और हक दिया। सीएम ने कहा कि जबलपुर में रानी दुर्गावती का भव्य स्मारक बनाया जा रहा है। एक और आदिवासी जननायक टंट्या का स्मारक बनकर तैयार है।
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि कांग्रेस को झूठ की राजनीति करना बंद कर देना चाहिए। सीएम ने कांग्रेस को चेतावनी के लहजे में कहा कि सुन लो प्रियंका! हम आदिवासियों को सम्मान भी देंगे और सामान भी। आदिवासी जननायकों के गौरव को वापस लौटाने का काम भाजपा सरकार ने किया है। कांग्रेस के कार्यकाल में राज्य में आदिवासी बहनों को दी जाने वाली एक हजार रुपए की आर्थिक सहायता को बंद कर दिया गया। बहनों का संबल बनने की जगह कांग्रेस ने उनका सहारा ही छीन लिया। इसी तरह तंदुपत्ता तोड़ने वाले आदिवासियों के साथ भी अन्याय किया गया।
कमलनाथ के कार्यकाल में बंद हुईं कई योजनाएं :
सीएम शिवराज ने कहा कि हमारी सरकार में गरीब आदिवासी बहनों को हर महीने एक हजार रुपये दिये जाते थे। राज्य में संचालित संबल योजना से गरीबों को बल मिला था। आदिवासियों को जूते-चप्पल दिए जाते थे, लेकिन कांग्रेस की सरकार बनते ही यह सब बंद हो गया था। कांग्रेस ने सरकार में आते ही मुख्यमंत्री कमल नाथ ने बैगा, सहरिया और भारिया बहनों को पैसे देना बंद कर दिया था। मुख्यमंत्री ने कहा कि भाजपा के कार्यकाल में बहनों को एक हजार रुपये आहार अनुदान दिया जाता था। जिसे भी कमलनाथ के शासन में बंद कर दिया गया। ने बंद करने का महापाप किया था। कमल नाथ ने गरीबों की संबल योजना बंद कर दी थी। आदिवासियों को जूते चप्पल देना बंद कर दिया था। जूते,चप्पल, पानी की कुप्पी, साड़ी देना बंद करी थी। अब हम आदिवासियों के पांव में जूते चप्पल पहना रहे हैं।
आज हो सकती है कहीं-कहीं हल्की वर्षा
15 Oct, 2023 09:45 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
भोपाल । वर्तमान में अलग-अलग स्थानों पर तीन मौसम प्रणालियां सक्रिय हैं। इस वजह से मध्य प्रदेश में मौसम का मिजाज बदलने लगा है। अरब सागर से आ रही नमी के कारण कहीं-कहीं बादल छाने लगे है। मौसम विज्ञानियों के मुताबिक शनिवार से दिन के तापमान में गिरावट होने लगेगी। कहीं-कहीं बूंदाबांदी भी हो सकती है। रविवार से भोपाल, उज्जैन, सागर, ग्वालियर, चंबल संभाग के जिलों में कहीं-कहीं हल्की वर्षा भी हो सकती है। उधर शनिवार को प्रदेश में सबसे कम 18.4 डिग्री सेल्सियस तापमान बैतूल में दर्ज किया गया।
मौसम विज्ञान केंद्र से मिली जानकारी के मुताबिक वर्तमान में एक पश्चिमी विक्षोभ पाकिस्तान के आसपास द्रोणिका के रूप में बना हुआ है। इसके प्रभाव से पाकिस्तान के मध्य में एक प्रेरित चक्रवात बन गया है। मध्य महाराष्ट्र के आसपास एक प्रति चक्रवात भी बना हुआ है। मौसम विज्ञान केंद्र के पूर्व वरिष्ठ मौसम विज्ञानी अजय शुक्ला ने बताया कि पिछले कुछ दिनों से दिन के समय हवा का रुख दक्षिणी एवं रात के समय हवा का रुख उत्तरी एवं उत्तर-पश्चिमी हो रहा था। इस वजह से पूरे प्रदेश में अधिकतम तापमान बढ़ा हुआ था, लेकिन रात का तापमान सामान्य के आसपास बना हुआ था। वर्तमान में अरब सागर से लगातार नमी आ रही है। इस वजह से बादल छाने लगे हैं। बादलों के कारण अब दिन के तापमान में गिरावट हो सकती है, लेकिन रात के तापमान में कुछ बढ़ोतरी होगी। साथ ही रविवार से भोपाल, उज्जैन, सागर, ग्वालियर, चंबल संभाग के जिलों में कहीं-कहीं हल्की वर्षा भी हो सकती है। इससे गर्मी से राहत मिलने की उम्मीद है।
नवरात्र में खड़ा होगा बिजली का बड़ा संकट
15 Oct, 2023 09:45 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
भोपाल । मप्र पावर जनरेटिंग कंपनी की इकाइयों से क्षमता से कम उत्पादन किया जा रहा है और तीन इकाइयां तकनीकी खराबी के कारण बंद चल रही हैं। ऐसे में, नवरात्र के समय जब प्रदेशभर में बिजली की मांग बढ़ेगी, तब बिजली कंपनी को निजी इकाइयों से महंगी दर पर बिजली खरीदनी पड़ेगी, जिसका सीधा असर आम उपभोक्ताओं पर पड़ेगा। उन्हें बिजली के लिए ज्यादा बिल भुगतान करना होगा।
प्रदेश में थर्मल पावर प्लांट की क्षमता 5400 मेगावाट है, जबकि 2645 मेगावाट विद्युत उत्पादन किया जा रहा है। वहीं हाइड्रल पावर प्लांट की क्षमता 2435 मेगावाट है, जिसकी तुलना में महज 1660 मेगावाट बिजली बनाई जा रही है। इसमें सिंगाजी की 660 मेगावाट की एक इकाई को ओवरहालिंग में रखा गया है। इस वजह से बिजली का उत्पादन बंद है। यही स्थिति बिरसिंहपुर पावर प्लांट में एक नंबर इकाई ओवर हालिंग में है, जबकि पांच नंबर की 500 मेगावाट वाली इकाई से बायलर ट्यूब लीकेज की वजह से उत्पादन बंद चल रहा है। वर्तमान में 13 अक्टूबर की सायं सात बजे 12800 मेगावाट बिजली की मांग प्रदेश में बनी हुई थी।
बिजली मामलों के जानकार बताते हैं कि नवरात्र के समय बिजली की मांग अचानक से बढ़ेगी। घरों और सडक़ों पर दुर्गा पंडाल के लिए रोशनी की अतिरिक्त जरूरत होगी। कृषि पंप का संचालन भी शुरू हो जाएगा। इसके बाद मांग 16 हजार मेगावाट के आसपास पहुंचने की उम्मीद है। नतीजतन, पहले से ही कम हो रहे बिजली उत्पादन के कारण मांग की पूर्ति निजी कंपनियों के महंगे रेट पर खरीदारी से करने का ही विकल्प बाकी है। 698 मेगावाट अतिरिक्त मांग प्रदेश में 13 अक्टूबर की शाम को तय उपलब्धता से अधिक बिजली की जरूरत हुई, जिस वजह से ग्रिड से 698 मेगावाट बिजली ओवर ड्रा की गई। प्रदेश में करीब सात बजे के आसपास मांग 12906 मेगावाट बनी हुई थी। इसमें मप्र जेनको के थर्मल से 2645 मेगावाट, हाइड्रल से 1660 मेगावाट और 7207 मेगावाट का शेड्यूल किया गया था।
प्रदेश में कुल बिजली उत्पादन
5400 मेगावाट में से 2846 मेगावाट मांग है
12906 मेगावाट की ली जा रही है अतिरिक्त बिजली- 698 मेगावाट
ताप गृहों में ये स्थिति
सतपुड़ा थर्मल पावर- 1330 मेगावाट क्षमता में 2500-250 मेगावाट की दो इकाई चल रही हैं। इससे 482 मेगावाट उत्पादन हो रहा है। 500 मेगावाट की एक इकाई बंद है।
बिरसिंहपुर- 1340 मेगावाट क्षमता में एक नंबर यूनिट और पांच नंबर यूनिट बंद है। 561 मेगावाट पैदा हो रही है।
अमरकंटक- 210 मेगावाट से 213 मेगावाट बिजली का उत्पादन हो रहा है।
सिंगजी थर्मल खंडवा- 600 मेगावाट की एक नंबर यूनिट से 400 मेगावाट, दूसरी नंबर यूनिट से 600 मेगावाट से 571 मेगावाट, तीसरी नंबर से 660 मेगावाट इकाई से 600 मेगावाट बिजली उत्पादन हो रहा है। चार नंबर की 660 मेगावाट की इकाई बंद है।
कमलनाथ के कार्यकाल में बंद हुईं कई योजनाएं
15 Oct, 2023 09:18 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह का कांग्रेस पर पलटवार जारी है। शिवराज सिंह शनिवार को आयोजित चुनावी रैली में कहा कि कांग्रेस ने आदिवासियों के हक को मारा है, प्रदेश में कांग्रेस के कमलनाथ की सरकार के कार्यकाल में आदिवासी बहनों को हर महीने मिलने वाली एक हजार रुपए की आर्थिक सहायता को बंद कर दिया गया। जहां भी कांग्रेस की सरकार रही है वहां उन्होंने सिर्फ एक खानदान विशेष के ही स्मारक बनाएं, जबकि भाजपा ने आदिवासी जननायकों को पूरा सम्मान और हक दिया। सीएम ने कहा कि जबलपुर में रानी दुर्गावती का भव्य स्मारक बनाया जा रहा है। एक और आदिवासी जननायक टंट्या का स्मारक बनकर तैयार है।
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि कांग्रेस को झूठ की राजनीति करना बंद कर देना चाहिए। सीएम ने कांग्रेस को चेतावनी के लहजे में कहा कि सुन लो प्रियंका! हम आदिवासियों को सम्मान भी देंगे और सामान भी। आदिवासी जननायकों के गौरव को वापस लौटाने का काम भाजपा सरकार ने किया है। कांग्रेस के कार्यकाल में राज्य में आदिवासी बहनों को दी जाने वाली एक हजार रुपए की आर्थिक सहायता को बंद कर दिया गया। बहनों का संबल बनने की जगह कांग्रेस ने उनका सहारा ही छीन लिया। इसी तरह तंदुपत्ता तोड़ने वाले आदिवासियों के साथ भी अन्याय किया गया।
कमलनाथ के कार्यकाल में बंद हुईं कई योजनाएं :
सीएम शिवराज ने कहा कि हमारी सरकार में गरीब आदिवासी बहनों को हर महीने एक हजार रुपये दिये जाते थे। राज्य में संचालित संबल योजना से गरीबों को बल मिला था। आदिवासियों को जूते-चप्पल दिए जाते थे, लेकिन कांग्रेस की सरकार बनते ही यह सब बंद हो गया था। कांग्रेस ने सरकार में आते ही मुख्यमंत्री कमल नाथ ने बैगा, सहरिया और भारिया बहनों को पैसे देना बंद कर दिया था। मुख्यमंत्री ने कहा कि भाजपा के कार्यकाल में बहनों को एक हजार रुपये आहार अनुदान दिया जाता था। जिसे भी कमलनाथ के शासन में बंद कर दिया गया। ने बंद करने का महापाप किया था। कमल नाथ ने गरीबों की संबल योजना बंद कर दी थी। आदिवासियों को जूते चप्पल देना बंद कर दिया था। जूते,चप्पल, पानी की कुप्पी, साड़ी देना बंद करी थी। अब हम आदिवासियों के पांव में जूते चप्पल पहना रहे हैं।
कांग्रेस में टिकटो को लेकर दिल्ली में मचा घमासान , जमकर गदर....
15 Oct, 2023 09:17 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
मध्य प्रदेश में विधानसभा चुनाव के पहले ही कांग्रेस पार्टी के वरिष्ठ नेता, जिसमें पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह शामिल है , एवं नेता प्रतिपक्ष डॉक्टर गोविंद सिंह सहित कई वरिष्ठ नेता आज शनिवार को दिल्ली में हुई चुनाव से संबंधित बैठक को बीच में ही छोड़कर वापस मध्य प्रदेश आ गए। सूत्र बताते हैं कि भारतीय जनता पार्टी की 4 लिस्ट जब जारी हो चुकी है तो इसके विरुद्ध कांग्रेस पार्टी के द्वारा मध्य प्रदेश में एक भी लिस्ट जारी न होने की रणनीति में विफल होने के बाद वरिष्ठ नेताओं मैं आपस में मनमुटाव एवं पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ द्वारा कराए सर्वे के मामले को लेकर दिल्ली में हुई बैठक में विवाद इतना बढ़ गया कि मध्य प्रदेश के वरिष्ठ नेता इस बैठक को छोड़कर आ गए। कुल मिलाकर कांग्रेस पार्टी की कल जारी होने वाली सूची अब अधर में लटकी हुई दिखाई देती है ।
भारतीय जनता पार्टी के प्रवक्ता सलूजा का ट्वीट
इस पूरे मामले में भारतीय जनता पार्टी ने कांग्रेस पार्टी का मजाक उड़ाते हुए कहा कि जो पार्टी पिछले डेढ़ महीने के अंतराल में एक भी उम्मीदवार की सूची जारी नहीं कर सकी , उस कांग्रेस पार्टी का आंतरिक लोकतंत्र क्या है, सर्वे भी खुद करा रहे हैं, प्रियजनों की जीत दिखाकर टिकट भी दिला रहे हैं।
ये है नरेंद्र सलुजा का ट्वीट -
खबर अंदर खाने से -
बड़ी खबर...
कांग्रेस में टिकटो को लेकर दिल्ली में मचा घमासान , जमकर गदर....
बैठक छोड़ राजा साहब वापस भोपाल लौटे , नेता प्रतिपक्ष भी वापस क्षेत्र में लौटे...
सारा झगड़ा कमलनाथ जी द्वारा कराए सर्वे को लेकर....
कांग्रेस नेताओं का आरोप - नाथ जी ने सर्वे अपने हिसाब से कराया। अपने चहेते नेता, जिनको टिकट देना है, उनके नाम लिखकर सर्वे एजेंसी को दिए और सर्वे में भी वही नाम सामने आए और अब टिकट भी उनको ही....
सर्वे के नाम पर किया खेल..
बाकी नेताओं के समर्थको को निपटाया...
इस बवाल के बाद कांग्रेस की पहली सूची पर संकट के बादल छा गये हैं और समन्वय के सारे प्रयास विफल नजर आ रहे हैं।
रविवार को पहली सूची, सोमवार को वचन पत्र ।
कांग्रेस पार्टी के सूत्रों से प्राप्त जानकारी के अनुसार मध्य प्रदेश में भारतीय जनता पार्टी की उम्मीदवार सूची जारी होने के लगभग डेढ़ महीने के पश्चात कांग्रेस पार्टी की पहली सूची रविवार को आना लगभग तय मानी जा रही थी। वहीं दूसरी ओर सोमवार को कांग्रेस पार्टी की ओर से वचन पत्र जारी होना था। जानकारी के अनुसार तीन दिवस के अंतराल में कांग्रेस पार्टी की लगभग सभी लिस्ट आना लगभग तय हो चुका था। परंतु कांग्रेस मुख्यालय में राष्ट्रीय नेतृत्व की हुई बैठक में जिस तरह से शनिवार को आरोप प्रत्यारोप का दौर खड़ा हुआ, उसके चलते संभावित सूची अब जारी न होने की स्थितियों में कांग्रेस पार्टी के समक्ष मध्य प्रदेश में अजीब सा संकट खड़ा हो गया है । कुल मिलाकर कांग्रेस पार्टी में वरिष्ठ नेताओं के बीच अब आपसी मनमुठाव सड़कों पर आता हुआ दिखाई दे रहा है।
15 अक्टूबर को पहली लिस्ट में 60 से 130 नामों की घोषणा किए जाने की संभावना है। पार्टी सूत्र बताते हैं कि दिल्ली बैठक में कांग्रेस ने करीब-करीब सभी सीटों पर उम्मीदवारों के नाम तय कर लिए हैं, लेकिन ऐसी स्थिति में तो इस सूची का जारी होना फिर से अधर में लटका दिखाई दे रहा है।
पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ द्वारा कराए गए सर्वे को लेकर उठे सवाल , मचा बवाल ।
आज शनिवार को कांग्रेस पार्टी के वरिष्ठ नेताओं की बैठक में कल जारी होने वाली सूची के विषय में फाइनल फैसला होना था। जिसमें कांग्रेस पार्टी के वरिष्ठ नेता एवं पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह सहित कमलनाथ एवं नेता प्रतिपक्ष डॉ गोविंद सिंह एवं अन्य राष्ट्रीय पदाधिकारी शामिल थे। जानकारी के अनुसार पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ के द्वारा संभावित उम्मीदवारों का सर्वे पिछले 2 महीने के अंतराल में लगातार तीन क्रम में कराया गया था। उपरोक्त सर्वे की रिपोर्ट के आधार पर उम्मीदवारों के नाम तय होने थे । इस सर्वे की रिपोर्ट के आधार पर जब आखिरी वक्त में सूची को फाइनल करने का समय आया तो सर्वे के मापदंड पर पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह एवं नेता प्रतिपक्ष डॉ गोविंद सिंह ने सवाल उठाए एवं जीतने वाले प्रत्याशी के विषय पर चर्चा करनी चाहिए तो इस पर वरिष्ठ नेताओं एवं पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने चुप कर दिया। मामले में विवाद इतना अधिक बढ़ गया कि सूत्र बताते हैं कि इस राष्ट्रीय स्तर की बैठक में से बहिष्कार करते हुए पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह एवं नेता प्रतिपक्ष गोविंद सिंह बैठक छोड़कर वापस मध्य प्रदेश आ गए। जानकारी के अनुसार पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ के द्वारा कराया गया सर्वे उनकी पसंद के लोगों के विषय में पूरी तरह उचित परंतु वास्तविक रूप से धरातल पर प्रत्याशी के जीत पर सवाल उठा रहा था। जिसको लेकर विरोध प्रारंभ हुआ। सूत्रों के मुताबिक इस सर्वे के बाद से कार्यकर्ताओं का पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ पर विश्वास नहीं है।
भारतीय जनता पार्टी के प्रवक्ता सलूजा का ट्वीट
15 Oct, 2023 07:01 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
मध्य प्रदेश में विधानसभा चुनाव के पहले ही कांग्रेस पार्टी के वरिष्ठ नेता, जिसमें पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह शामिल है , एवं नेता प्रतिपक्ष डॉक्टर गोविंद सिंह सहित कई वरिष्ठ नेता आज शनिवार को दिल्ली में हुई चुनाव से संबंधित बैठक को बीच में ही छोड़कर वापस मध्य प्रदेश आ गए। सूत्र बताते हैं कि भारतीय जनता पार्टी की 4 लिस्ट जब जारी हो चुकी है तो इसके विरुद्ध कांग्रेस पार्टी के द्वारा मध्य प्रदेश में एक भी लिस्ट जारी न होने की रणनीति में विफल होने के बाद वरिष्ठ नेताओं मैं आपस में मनमुटाव एवं पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ द्वारा कराए सर्वे के मामले को लेकर दिल्ली में हुई बैठक में विवाद इतना बढ़ गया कि मध्य प्रदेश के वरिष्ठ नेता इस बैठक को छोड़कर आ गए। कुल मिलाकर कांग्रेस पार्टी की कल जारी होने वाली सूची अब अधर में लटकी हुई दिखाई देती है ।
भारतीय जनता पार्टी के प्रवक्ता सलूजा का ट्वीट
इस पूरे मामले में भारतीय जनता पार्टी ने कांग्रेस पार्टी का मजाक उड़ाते हुए कहा कि जो पार्टी पिछले डेढ़ महीने के अंतराल में एक भी उम्मीदवार की सूची जारी नहीं कर सकी , उस कांग्रेस पार्टी का आंतरिक लोकतंत्र क्या है, सर्वे भी खुद करा रहे हैं, प्रियजनों की जीत दिखाकर टिकट भी दिला रहे हैं।
ये है नरेंद्र सलुजा का ट्वीट -
खबर अंदर खाने से -
बड़ी खबर...
कांग्रेस में टिकटो को लेकर दिल्ली में मचा घमासान , जमकर गदर....
बैठक छोड़ राजा साहब वापस भोपाल लौटे , नेता प्रतिपक्ष भी वापस क्षेत्र में लौटे...
सारा झगड़ा कमलनाथ जी द्वारा कराए सर्वे को लेकर....
कांग्रेस नेताओं का आरोप - नाथ जी ने सर्वे अपने हिसाब से कराया। अपने चहेते नेता, जिनको टिकट देना है, उनके नाम लिखकर सर्वे एजेंसी को दिए और सर्वे में भी वही नाम सामने आए और अब टिकट भी उनको ही....
सर्वे के नाम पर किया खेल..
बाकी नेताओं के समर्थको को निपटाया...
इस बवाल के बाद कांग्रेस की पहली सूची पर संकट के बादल छा गये हैं और समन्वय के सारे प्रयास विफल नजर आ रहे हैं।
रविवार को पहली सूची, सोमवार को वचन पत्र ।
कांग्रेस पार्टी के सूत्रों से प्राप्त जानकारी के अनुसार मध्य प्रदेश में भारतीय जनता पार्टी की उम्मीदवार सूची जारी होने के लगभग डेढ़ महीने के पश्चात कांग्रेस पार्टी की पहली सूची रविवार को आना लगभग तय मानी जा रही थी। वहीं दूसरी ओर सोमवार को कांग्रेस पार्टी की ओर से वचन पत्र जारी होना था। जानकारी के अनुसार तीन दिवस के अंतराल में कांग्रेस पार्टी की लगभग सभी लिस्ट आना लगभग तय हो चुका था। परंतु कांग्रेस मुख्यालय में राष्ट्रीय नेतृत्व की हुई बैठक में जिस तरह से शनिवार को आरोप प्रत्यारोप का दौर खड़ा हुआ, उसके चलते संभावित सूची अब जारी न होने की स्थितियों में कांग्रेस पार्टी के समक्ष मध्य प्रदेश में अजीब सा संकट खड़ा हो गया है । कुल मिलाकर कांग्रेस पार्टी में वरिष्ठ नेताओं के बीच अब आपसी मनमुठाव सड़कों पर आता हुआ दिखाई दे रहा है।
15 अक्टूबर को पहली लिस्ट में 60 से 130 नामों की घोषणा किए जाने की संभावना है। पार्टी सूत्र बताते हैं कि दिल्ली बैठक में कांग्रेस ने करीब-करीब सभी सीटों पर उम्मीदवारों के नाम तय कर लिए हैं, लेकिन ऐसी स्थिति में तो इस सूची का जारी होना फिर से अधर में लटका दिखाई दे रहा है।
पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ द्वारा कराए गए सर्वे को लेकर उठे सवाल , मचा बवाल ।
आज शनिवार को कांग्रेस पार्टी के वरिष्ठ नेताओं की बैठक में कल जारी होने वाली सूची के विषय में फाइनल फैसला होना था। जिसमें कांग्रेस पार्टी के वरिष्ठ नेता एवं पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह सहित कमलनाथ एवं नेता प्रतिपक्ष डॉ गोविंद सिंह एवं अन्य राष्ट्रीय पदाधिकारी शामिल थे। जानकारी के अनुसार पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ के द्वारा संभावित उम्मीदवारों का सर्वे पिछले 2 महीने के अंतराल में लगातार तीन क्रम में कराया गया था। उपरोक्त सर्वे की रिपोर्ट के आधार पर उम्मीदवारों के नाम तय होने थे । इस सर्वे की रिपोर्ट के आधार पर जब आखिरी वक्त में सूची को फाइनल करने का समय आया तो सर्वे के मापदंड पर पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह एवं नेता प्रतिपक्ष डॉ गोविंद सिंह ने सवाल उठाए एवं जीतने वाले प्रत्याशी के विषय पर चर्चा करनी चाहिए तो इस पर वरिष्ठ नेताओं एवं पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने चुप कर दिया। मामले में विवाद इतना अधिक बढ़ गया कि सूत्र बताते हैं कि इस राष्ट्रीय स्तर की बैठक में से बहिष्कार करते हुए पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह एवं नेता प्रतिपक्ष गोविंद सिंह बैठक छोड़कर वापस मध्य प्रदेश आ गए। जानकारी के अनुसार पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ के द्वारा कराया गया सर्वे उनकी पसंद के लोगों के विषय में पूरी तरह उचित परंतु वास्तविक रूप से धरातल पर प्रत्याशी के जीत पर सवाल उठा रहा था। जिसको लेकर विरोध प्रारंभ हुआ। सूत्रों के मुताबिक इस सर्वे के बाद से कार्यकर्ताओं का पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ पर विश्वास नहीं है।