मध्य प्रदेश (ऑर्काइव)
शक्ति की आराधना के पर्व में प्रचंड बूथ विजय की प्रतिज्ञा लेंगे कार्यकर्ता
16 Oct, 2023 05:37 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
भोपाल ।शक्ति उपासना के पर्व नवरात्रि की अवधि में शक्ति अधिष्ठात्री के साथ-साथ लोकतंत्र के अमृतकाल के अनुष्ठान के लिए पूरे प्रदेश में आगामी 17, 18 और 19 अक्टूबर को भारतीय जनता पार्टी प्रदेश में शक्ति सम्मेलन आयोजित करेगी। हर बूथ पर पार्टी नेतृत्व की उपस्थिति में कार्यकर्ता प्रचंड बूथ विजय की प्रतिज्ञा लेंगे। भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा ने सोमवार को प्रदेश मीडिया सेंटर में आयोजित पत्रकार-वार्ता में यह ऐलान किया। श्री शर्मा ने यह आरोप लगाया कि कांग्रेस ने जिन 144 प्रत्याशियों की सूची जारी की है, उनमें से 54 नेता दागदार हैं और इस सूची से कांग्रेस ने साबित कर दिया है कि वह भ्रष्टाचार, परिवारवाद और अपराधीकरण की गारंटी है।
प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा ने कहा कि प्रदेश के 1093 मंडलों में 17 अक्टूबर को दोपहर 12 बजे से एक साथ इन समम्मेलनों की शुरुआत होगी। सभी 12 हजार शक्ति केंद्रों पर होने वाले इन सम्मेलनों में पार्टी का पूरा नेतृत्व, मुख्यमंत्री, केंद्रीय मंत्री गण, राष्ट्रीय एवं प्रदेश पदाधिकारी उपस्थित रहेंगे। साथ ही शक्ति केंद्र की टोली, बीएलए, बूथ समिति, पन्ना प्रमुख, पन्ना समिति के सदस्य, अर्ध पन्ना प्रमुख सहित बूथ का हर कार्यकर्ता इन सम्मेलनों में उपस्थित रहेंगे। श्री शर्मा ने बताया कि इन सम्मेलनों में कार्यकर्ताओं को ‘सम्पदा’ (सम्मान, पहचान, दायित्व) कार्ड भी वितरित किए जाएंगे। इन सम्मेलनों के दौरान कार्यकर्ता प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी एवं गृहमंत्री श्री अमित शाह जी की मंशा के अनुरूप प्रत्येक बूथ पर 51 प्रतिशत वोट हासिल करने की रणनीति और माइक्रो मैनेजमेंट प्लान बनाएंगे। इसके साथ ही पार्टी कार्यकर्ता प्रत्येक बूथ पर विजय की प्रतिज्ञा लेंगे।
श्री शर्मा ने कहा कि भाजपा एक केडरबेस संगठन है और कार्यकर्ताओं की मेहनत ने दुनिया का सबसे बड़ा राजनीतिक दल बनाया है। उन्होंने कहा कि बीते दो सालों में मध्यप्रदेश में संगठन के सुदृढ़ीकरण और बूथ सशक्तीकरण के लिए सभी 64523 बूथों पर अभियान चलाए गए। इसके साथ ही संगठन में आधुनिक तकनीक समावेश की दृष्टि से बूथों के डिजिटाइजेशन का काम भी किया गया और कार्यकर्ताओं ने बूथ विजय का संकल्प भी लिया। अब मां दुर्गा का आशीर्वाद लेकर पार्टी कार्यकर्ता एक बार फिर मैदान में उतरने जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि 2023 का चुनाव हर बूथ पर लड़ा जाएगा। पार्टी कार्यकर्ता ’’सबका साथ, सबका विकास और सबका विश्वास’’ के मंत्र को नीचे तक पहुंचाने के संकल्प के साथ मैदान में उतरेंगे। पार्टी कार्यकर्ता मध्यप्रदेश को देश का नं.-1 राज्य बनाने, कांग्रेस के भ्रष्टाचार, परिवारवाद और तुष्टिकरण की राजनीति से देश-प्रदेश को सुरक्षित रखने तथा झूठ, छल, कपट की राजनीति को जवाब देने के लिए इन सम्मेलनों में रणनीति तैयार करेंगे। प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी के प्रति जनता के अटूट विश्वास और केंद्र तथा राज्य सरकारों की जीवन बदलने वाली योजनाएं उनकी ताकत होंगी।
कांग्रेस ने साबित किया वो भ्रष्टाचार, परिवारवाद और अपराधीकरण की गारंटी
श्री शर्मा ने कहा कि कांग्रेस ने 144 उम्मीदवारों की जो सूची जारी की है, उसमें से 54 नेता दागदार हैं। इनमें ऐसे-ऐसे अपराधी शामिल हैं, जिन पर माता-बहनों के उत्पीड़न, छेड़छाड़, दुष्कर्म और भ्रष्टाचार से लेकर कई तरह के गंभीर आरोप हैं। कांग्रेस ने अपने नेताओं के भांजे-भांजी, भाई-भतीजे तथा समधियों को भी टिकट दिये हैं। कांग्रेस ने अपनी इस सूची से प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी के इस कथन को सही साबित कर दिया है कि कांग्रेस भ्रष्टाचार, परिवारवाद और अपराधीकरण की गारंटी हैं। श्री शर्मा ने कहा कि कांग्रेस पार्टी ने छिंदवाड़ा जिले की एक भी सीट डिक्लेयर नहीं की है। इससे लगता है कि या तो जिले के कांग्रेस विधायक नकारा हैं, या जनता कांग्रेस से नाराज है, या फिर कांग्रेस हार के डर से फैसला नहीं कर पा रही है। श्री शर्मा ने कहा कि टिकट वितरण के बाद जिस तरह से दिग्विजय सिंह ने इस्तीफे का नाटक किया और आरोप एक भाजपा कार्यकर्ता पर लगाया है, सुर्खियों में बने रहने के लिए मि. बंटाढार इसी तरह की हथकंडेबाजी पहले भी करते रहे हैं और यही कांग्रेस के नेताओं का मूल चरित्र है, लेकिन इन्हें जवाब देने के लिए पार्टी के कार्यकर्ता मैदान में तैयार हैं।
चार बार के विधायक रहे रसाल सिंह ने भाजपा से दिया इस्तीफा, टिकट कटने से थे नाराज
16 Oct, 2023 05:23 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
भिंड । मप्र विधानसभा चुनाव के लिए कांग्रेस उम्मीदवारों की पहली लिस्ट जारी होते ही बीजेपी से इस्तीफों का दौर भी शुरू हो गया। रविवार को भी भाजपा को चंबल में एक बड़ा झटका लगा है और टिकट न मिलने से नाराज चल रहे चार बार के विधायक ने बीजेपी पार्टी से इस्तीफा दे दिया। वे सोमवार को लहार में आयोजित होने वाले बहुजन समाज पार्टी के सदस्य ग्रहण समारोह में पूर्व विधायक बसपा का दामन थाम सकते हैं। रविवार को पूर्व विधायक रसाल सिंह ने भाजपा की सदस्यता से इस्तीफा दे दिया है। रसाल सिंह टिकट न मिलने से नाराज चल रहे थे और रविवार को उन्होंने अपना इस्तीफा लिख दिया। अपने इस्तीफे में रसाल सिंह ने लिखा है "मैंने भाजपा संगठन के एक कर्मठ कार्यकर्ता के रूप में अपना सारा जीवन समर्पित कर दिया। सदैव संगठन के हित में कार्य किया लेकिन चूंकि संगठन ने पार्टी के साथ गद्दारी करने वाले नेता को बढ़ावा देकर बिना किसी को सुने चुनावी रण में उतारकर पार्टी के लोकतंत्र की हत्या की है। ऐसे में मेरा उनके लिए प्रचार करना मेरे स्वाभिमान के साथ न्याय नहीं होगा। इसलिए मैं तत्काल प्रभाव से भाजपा संगठन की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दे रहा हूं।''
सीएम के दौरे से पहले इस्तीफा
रसाल सिंह भिंड की लहार विधानसभा सीट से टिकट के दावेदार थे, लेकिन पार्टी ने यहां अंबरीष शर्मा गुड्डू को प्रत्याशी घोषित किया है। अंबरीष शर्मा की टिकट घोषित होने के बाद से ही रसाल सिंह नाराज चल रहे थे। बता दें कि सीएम शिवराज सिंह चौहान रविवार को भाजपा कार्यालय का उद्घाटन करने लहार पहुंचे थे। सीएम के दौरे से ठीक पहले पूर्व विधायक रसाल सिंह का इस्तीफा दिया जाना चंबल में भाजपा पार्टी के लिए बड़ा झटका माना जा रहा है।
चार बार के विधायक हैं रसाल सिंह
रसाल सिंह उमा भारती के समर्थक बताए जाते हैं। वर्ष 1972 में रसाल सिंह को पहली बार जनसंघ की तरफ से चुनाव लड़ते हुए भिंड जिले की रौन विधानसभा सीट से विधायक चुने गए थे, इसके बाद साल 1977 में भी जनता पार्टी के टिकट पर चुनाव लड़कर विधायक बने।
वर्ष 1998 में उन्होंने भाजपा के टिकट पर रौन विधानसभा सीट से जीत दर्ज कराई और फिर जीत का यह सिलसिला बीजेपी के टिकट पर ही साल 2003 में भी बरकरार रहा। चार बार रौन विधानसभा सीट से विधायक रह चुके रसाल सिंह भूमि विकास बैंक के अध्यक्ष भी रहे हैं, इसके अलावा वे नगर पालिका भिंड के भी अध्यक्ष रह चुके हैं। साल 2008 में परिसीमन के बाद रौन विधानसभा को खत्म कर दिया गया और रौन विधानसभा के क्षेत्र को लहार और मेहगांव विधानसभा सीट में मिला दिया गया।
कई सामाजिक कार्यक्रमों में पांच वर्षों से सबसे आगे नजर आए कंसाना ।
16 Oct, 2023 04:20 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
मध्य प्रदेश में भारतीय जनता पार्टी की चार लिस्ट लगातार जारी होने के बाद जैसे तैसे नवदुर्गा के पहले दिन सुबह-सुबह कांग्रेस पार्टी की प्रत्याशियों की सूची जारी हुई, लेकिन 3 घंटे के अंतराल में ही ग्वालियर चंबल संभाग में सबसे बड़ी बगावत की स्थिति सामने आ गई । कांग्रेस पार्टी पिछले 4 वर्षों से अधिक समय से पूर्व की तरह इस उम्मीद में थी कि ग्वालियर चंबल संभाग में कांग्रेस पार्टी का प्रदर्शन वर्ष 2023 के विधानसभा चुनाव में सबसे अच्छा रहेगा, वहीं दूसरी ओर पहली सूची आने के बाद ही प्रदर्शन तो दूसरी तरफ कांग्रेस पार्टी के दमदार उम्मीदवारों के द्वारा जिस तरह बगावत एवं आरोप प्रत्यारोप का दौर प्रारंभ हुआ है उसके चलते स्पष्ट हो गया है कि ग्वालियर चंबल संभाग में कांग्रेस पार्टी के लिए भाजपा से मुकाबला करना आसान नहीं होगा ।
सैकड़ो समर्थकों के साथ पार्टी छोड़ी , गद्दारी एवं तानाशाही का लगाया आरोप ।
आज दोपहर को कांग्रेस पार्टी के ग्रामीण क्षेत्र से ग्वालियर से रहे मजबूत उम्मीदवार केदार सिंह कंसाना ने कांग्रेस की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा देते हुए सैकड़ो की संख्या में समर्थकों के साथ कांग्रेस पार्टी मुर्दाबाद के नारे लगाए और कांग्रेस को गद्दार कहते हुए स्पष्ट रूप से आरोप लगाया कि कांग्रेस पार्टी में तानाशाही से लेकर दूसरी पार्टियों से आने वाले उम्मीदवारों को अधिक से अधिक उम्मीदवार बनाया गया है ।
कंसाना यही नहीं रुके, उन्होने आगे कहा कि मैं प्रदेश की 230 विधानसभा में ऐसा व्यक्ति हूं, जिसने घूम घूमकर 25 हजार से ज्यादा लोगों को कांग्रेस से जोड़ा है, तन, धन और मन से पार्टी के लिए लगा था, लेकिन पार्टी ने ये सिला दिया है। टीम केदार सदस्यता वाले 25375 लोग भी कांग्रेस पार्टी के खिलाफ खड़े हो चुके है। पंच वर्षीय योजना जैसे नजर आने वाले लोगों को पार्टी ने टिकट दिया है। बता दें केदार कंसाना ग्वालियर ग्रामीण विधानसभा से कांग्रेस के प्रबल दावेदार माने जा रहे थे, लेकिन कांग्रेस ने उन्हें टिकट ना देकर साहब सिंह गुर्जर को प्रत्याशी बनाया है, साहब सिंह गुर्जर साल 2018 में बीएसपी से चुनाव लड़े थे।
कई सामाजिक कार्यक्रमों में पांच वर्षों से सबसे आगे नजर आए कंसाना ।
कांग्रेस पार्टी से बगावत करने वाले केदार सिंह कंसाना की इमेज ग्वालियर ग्रामीण क्षेत्र में पिछले 5 वर्षों के अंतराल में सामाजिक क्षेत्र में विशेष रूप से रही है । उन्होंने कई ऐसे सामाजिक कार्यक्रम कराए जिसके अंतर्गत महिला सम्मान योजना से लेकर बहनों से राखी बनवाने तक की योजना को मध्य प्रदेश सहित राष्ट्रीय स्तर पर मीडिया में महत्वपूर्ण स्थान मिला है । अपनी सामाजिक एवं साफ स्वच्छ छवि के कारण केदार सिंह कंसाना को पूरा विश्वास था कि कांग्रेस पार्टी से उन्हें उम्मीदवार बनाया जाएगा परंतु कांग्रेस पार्टी की ओर से आज सुबह जो उम्मीदवार घोषित किया गया, उसने कांग्रेस पार्टी में कुछ साल पहले ही प्रवेश किया है एवं पूर्व में बहुजन समाज पार्टी से चुनाव लड़ चुका है । कांग्रेस पार्टी के पूर्व प्रदेश से जुड़े हुए पदाधिकारी बताते हैं कि केदार सिंह कंसाना का टिकट काटना कांग्रेस पार्टी के लिए कतई हित में नहीं है । कुल मिलाकर कांग्रेस पार्टी के अंदर बगावत का सिलसिला आज सुबह ही प्रारंभ हो गया था। सबसे पहले कांग्रेस पार्टी के मीडिया विभाग के उपाध्यक्ष अजय यादव ने कांग्रेस से इस्तीफा दिया, उसके बाद दोपहर होते-होते केदार सिंह कंसाना ने कांग्रेस को अलविदा कह दिया ।
सैकड़ो समर्थकों के साथ पार्टी छोड़ी , गद्दारी एवं तानाशाही का लगाया आरोप ।
16 Oct, 2023 03:17 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
मध्य प्रदेश में भारतीय जनता पार्टी की चार लिस्ट लगातार जारी होने के बाद जैसे तैसे नवदुर्गा के पहले दिन सुबह-सुबह कांग्रेस पार्टी की प्रत्याशियों की सूची जारी हुई, लेकिन 3 घंटे के अंतराल में ही ग्वालियर चंबल संभाग में सबसे बड़ी बगावत की स्थिति सामने आ गई । कांग्रेस पार्टी पिछले 4 वर्षों से अधिक समय से पूर्व की तरह इस उम्मीद में थी कि ग्वालियर चंबल संभाग में कांग्रेस पार्टी का प्रदर्शन वर्ष 2023 के विधानसभा चुनाव में सबसे अच्छा रहेगा, वहीं दूसरी ओर पहली सूची आने के बाद ही प्रदर्शन तो दूसरी तरफ कांग्रेस पार्टी के दमदार उम्मीदवारों के द्वारा जिस तरह बगावत एवं आरोप प्रत्यारोप का दौर प्रारंभ हुआ है उसके चलते स्पष्ट हो गया है कि ग्वालियर चंबल संभाग में कांग्रेस पार्टी के लिए भाजपा से मुकाबला करना आसान नहीं होगा ।
सैकड़ो समर्थकों के साथ पार्टी छोड़ी , गद्दारी एवं तानाशाही का लगाया आरोप ।
आज दोपहर को कांग्रेस पार्टी के ग्रामीण क्षेत्र से ग्वालियर से रहे मजबूत उम्मीदवार केदार सिंह कंसाना ने कांग्रेस की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा देते हुए सैकड़ो की संख्या में समर्थकों के साथ कांग्रेस पार्टी मुर्दाबाद के नारे लगाए और कांग्रेस को गद्दार कहते हुए स्पष्ट रूप से आरोप लगाया कि कांग्रेस पार्टी में तानाशाही से लेकर दूसरी पार्टियों से आने वाले उम्मीदवारों को अधिक से अधिक उम्मीदवार बनाया गया है ।
कंसाना यही नहीं रुके, उन्होने आगे कहा कि मैं प्रदेश की 230 विधानसभा में ऐसा व्यक्ति हूं, जिसने घूम घूमकर 25 हजार से ज्यादा लोगों को कांग्रेस से जोड़ा है, तन, धन और मन से पार्टी के लिए लगा था, लेकिन पार्टी ने ये सिला दिया है। टीम केदार सदस्यता वाले 25375 लोग भी कांग्रेस पार्टी के खिलाफ खड़े हो चुके है। पंच वर्षीय योजना जैसे नजर आने वाले लोगों को पार्टी ने टिकट दिया है। बता दें केदार कंसाना ग्वालियर ग्रामीण विधानसभा से कांग्रेस के प्रबल दावेदार माने जा रहे थे, लेकिन कांग्रेस ने उन्हें टिकट ना देकर साहब सिंह गुर्जर को प्रत्याशी बनाया है, साहब सिंह गुर्जर साल 2018 में बीएसपी से चुनाव लड़े थे।
कई सामाजिक कार्यक्रमों में पांच वर्षों से सबसे आगे नजर आए कंसाना ।
कांग्रेस पार्टी से बगावत करने वाले केदार सिंह कंसाना की इमेज ग्वालियर ग्रामीण क्षेत्र में पिछले 5 वर्षों के अंतराल में सामाजिक क्षेत्र में विशेष रूप से रही है । उन्होंने कई ऐसे सामाजिक कार्यक्रम कराए जिसके अंतर्गत महिला सम्मान योजना से लेकर बहनों से राखी बनवाने तक की योजना को मध्य प्रदेश सहित राष्ट्रीय स्तर पर मीडिया में महत्वपूर्ण स्थान मिला है । अपनी सामाजिक एवं साफ स्वच्छ छवि के कारण केदार सिंह कंसाना को पूरा विश्वास था कि कांग्रेस पार्टी से उन्हें उम्मीदवार बनाया जाएगा परंतु कांग्रेस पार्टी की ओर से आज सुबह जो उम्मीदवार घोषित किया गया, उसने कांग्रेस पार्टी में कुछ साल पहले ही प्रवेश किया है एवं पूर्व में बहुजन समाज पार्टी से चुनाव लड़ चुका है । कांग्रेस पार्टी के पूर्व प्रदेश से जुड़े हुए पदाधिकारी बताते हैं कि केदार सिंह कंसाना का टिकट काटना कांग्रेस पार्टी के लिए कतई हित में नहीं है । कुल मिलाकर कांग्रेस पार्टी के अंदर बगावत का सिलसिला आज सुबह ही प्रारंभ हो गया था। सबसे पहले कांग्रेस पार्टी के मीडिया विभाग के उपाध्यक्ष अजय यादव ने कांग्रेस से इस्तीफा दिया, उसके बाद दोपहर होते-होते केदार सिंह कंसाना ने कांग्रेस को अलविदा कह दिया ।
विधानसभा चुनाव के मद्देनजर मध्य प्रदेश के सभी चेक पोस्ट पर 24 घंटे मुस्तैदी, बड़े लेनदेन पर नजर
16 Oct, 2023 01:36 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
भोपाल । मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव में अवैध धन, हथियार और ड्रग्स जैसे अनुचित साधनों का उपयोग रोकने के लिए पुलिस ने प्रदेश भर में कड़े प्रबंध किए हैं। दूसरे राज्यों से लगी प्रदेश की सीमाओं पर 225 चेक पोस्ट बनाए हैं, जो 24 घंटे काम कर रहे हैं।
सामान्य से हटकर लेनदेन पर नजर
पुलिस ने आयकर, आबकारी, बैंकों और वाणिज्यिक कर विभाग को भी कहा है कि सामान्य से हटकर कोई लेनदेन या प्रक्रिया होती है तो तुरंत सूचित किया जाए। इस तरह बैंकों के माध्यम से बड़े जमा-निकासी और लेनदेन पर नजर रहेगी। निर्वाचन आयोग ने भी बैंकिंग संस्थाओं को बड़े और संदिग्ध लेनदेन पर नजर रखने को कहा है।
वाहनों की गंभीरता से जांच
सभी चेक पोस्ट पर गंभीरता से वाहनों की जांच की जा रही है। निगरानी के लिए अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक योगेश देशमुख को नोडल अधिकारी बनाया गया है। पुलिस मुख्यालय के अधिकारियों ने बताया कि चेक पोस्ट और बढ़ाए जा रहे हैं। आबकारी विभाग को मदिरा दुकानों पर नजर रखने के लिए निर्देश दिए गए हैं।
रेल मार्ग पर भी नजर
पुलिस अधिकारियों ने बताया कि सड़क मार्ग के अलावा रेल मार्ग पर भी नजर है। रेलवे पुलिस विशेष दस्ता बनाकर ट्रेनों में जांच कर रही है। पुलिस की नारकोटिक्स शाखा ने ड्रग के अवैध कारोबार के संवेदनशील क्षेत्र (हाटस्पाट) चिह्नित कर उनकी सूची निर्वाचन आयोग को दी है, साथ ही तस्करों की धरपकड़ करने के लिए सतर्कता भी बढ़ा दी है।
देश की अत्याधुनिक भोजनशाला हो रही तैयार, भाप से बनेगा खाना, इतना बड़ा होगा किचन
16 Oct, 2023 01:13 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
सीहोर । जिला मुख्यालय के समीपस्थ चितावलिया हेमा स्थित निर्माणाधीन मुरली मनोहर और कुबेरेश्वर महादेव मंदिर में आगामी डेढ़ भोजशाला का निर्माण कार्य पूर्ण हो जाएगा। इसको लेकर पंडित प्रदीप मिश्रा ने यहां पर जारी अत्याधुनिक और आटोमेटिक किचन का जायजा लिया। मंदिर परिसर करीब 50 एकड़ से अधिक हिस्से में गोशाला, शिवलिंग का निर्माण सहित अन्य का निर्माण कार्य जारी है, वहीं 21 हजार स्क्वायर फीट से अधिक हिस्से में आधुनिक रसोईघर का निर्माण किया जाएगा।
एक दिन में एक लाख लोग कर सकेंगे भोजन
देश की सबसे अत्याधुनिक और आटोमेटिक किचन में एक वक्त में 50 हजार से अधिक लोग भोजन प्रसादी प्राप्त कर पाएंगे और अगर एक दिन की क्षमता की बात करें तो हम 1 लाख श्रद्धालुओं को भी भोजन प्रसादी उपलब्ध करवा सकते हैं, उसके मुताबिक किचन से लेकर सभी सुविधाएं जुटाई गई है।
विठलेश सेवा समिति के मीडिया प्रभारी प्रियांशु दीक्षित ने बताया कि देश ही नहीं मध्य प्रदेश में प्रसिद्ध कुबेरेश्वरधाम मंदिर को हाईटेक बनाने का काम लगातार चल रहा है। अब मंदिर में देश की सबसे आधुनिक भोजशाला तैयार की जा रही है। बाबा के दरबार में दर्शन के लिए आने वाले भक्तों को भोजनप्रसादी का लाभ मिल सकेगा। यहां अत्याधुनिक और ऑटोमेटिक किचन और डाइनिंग रूम बनाया जाएगा। जिसमें हजारों की संख्या में आने वाले भक्त एक साथ बैठकर खाना खा सकेंगे।
लाखों की संख्या में आते हैं श्रद्धालु
कुबेरेश्वरधाम मंदिर में लाखों की तादाद में श्रद्धालु दर्शन के लिए धाम पर आते हैं। यहां पर रुद्राक्ष महोत्सव और पंडित मिश्रा की प्रेरणाओं से प्रभावित होकर आने वाले श्रद्धालुओं की संख्या बढ़ गई है। धाम अब जल्द ही पूरी तरह हाईटेक हो जाएगा। अब इसमें विशाल रसोई क्षेत्र बनाया जा रहा है। ये शिर्डी और तिरुपति मंदिर से भी ज्यादा आटोमेटिक और विशाल होगा। इसके लिए मशीन बनाने के आर्डर दिए गए हैं और कई मशीन यहां पर लगाई गई है।
एक साथ कर सकेंगे 50 हजार श्रद्धालु भोजन
कुबेरेश्वरधाम के पीछे नए अन्न क्षेत्र में मशीन इंस्टाल कर दी जाएगी। इस क्षेत्र में एक साथ 50 हजार से अधिक श्रद्धालु बैठकर भोजन कर सकेंगे। पंडित मिश्रा के मार्गदर्शन में नई भोजनशाला का निर्माण कार्य पूर्ण हो गया है। डेढ़ माह में इसका शुभारंभ हो जाएगा। कुबेरेश्वरधाम का आधुनिक किचन पूरी तरह भाप से भोजन तैयार होगा। ये आटोमोडेड रहेगा। बड़े-बड़े वैजल्स रहेंगे। दाल, चावल, सब्जियों के लिए टाइमर सेट रहेगा, आटोमेटिक चपाती मशीन होगी, कोल्ड स्टोरेज होगा, इसमें डिश वाशर भी रहेंगे।
शिर्डी, तिरुपति बालाजी और वैष्णो देवी सहित अन्य तीर्थ स्थलों पर जो किचन चलते हैं, वैसा ही कुबेरेश्वरधाम में रसोईघर तैयार किया जाएगा। भरपेट भोजन की व्यवस्था के लिए अत्याधुनिक भोजनशाला का निर्माण किया जा रहा है। पीने के पानी के लिए भी आरओ वाटर सिस्टम रहेगाधाम पर बनाए जा रहे रसोईघर में जो मशीनें हैं वह सब्जी काटने, आटा गूंदने, छानने से लेकर दाल-चावल, सब्जी पकाने का काम आटोमैटिक तरीके से करती हैं, वहीं रोटी मेकर की भी विशाल मशीनें लगाई है, जो एक घंटे में हजारों की संख्या में रोटी बना देती है। सब्जी और अन्य सामग्री धुलकर कोल्ड स्टोरेज में रखने की भी सुविधा है, वहीं भोजन परोसने के लिए स्टील की विशाल ट्रालियां भी बुलवाई गई हैं और आटोमैटिक डिश वाटर प्लांट भी लगाया गया है। जो कि अपने आप बर्तन साफ कर सुखाकर बाहर निकाल देगी।
आरओ वाटर सिस्टम भी लगेगा
करीब 21 हजार स्क्वेयर फीट से अधिक में यह अन्नक्षेत्र बनाया गया है और इसके किचन की क्षमता एक दिन में एक लाख श्रद्धालुओं के भोजन प्रसादी तैयार करने की है। पीने के पानी के लिए भी आरओ वाटर सिस्टम रहेगा। देश में कहीं पर भी इतना हाईटेक अन्न क्षेत्र फिलहाल नहीं है।
वीआईपी सीटों से सीएम ने किया चुनाव प्रचार का आगाज
16 Oct, 2023 12:22 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
ग्वालियर । मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने रविवार को दतिया में मां पीतांबरा की पूजा अर्चना के साथ ग्वालियर चंबल अंचल की वीआईपी सीटों पर चुनाव प्रचार का आगाज किया। दतिया विधानसभा सीट पर भाजपा प्रत्याशी व गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा, मुरैना की दिमनी विधानसभा सीट पर केंद्रीय मंत्री व भाजपा प्रत्याशी नरेंद्र सिंह तोमर के अलावा, भिंड में नेता प्रतिपक्ष गोविंद सिंह की लहार विधानसभा सीट पर भाजपा प्रत्याशी अंबरीष शर्मा के समर्थन में प्रचार किया।
कांग्रेस के झूठे वादों पर जनता को भरोसा नहीं
दतिया में नवरात्र के पहले दिन पहुंची मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान और भाजपा के प्रदेशाध्यक्ष विष्णुदत्त शर्मा ने मां पीतांबरा के दरबार में माथा टेका। मुख्यमंत्रीने हाइवे रोड पर भाजपा के नए जिला कार्यालय के उद्घाटन एवं महिला कार्यकर्ता सम्मान में कहा कि 15 महीने कांग्रेस की सरकार थी तो कमल नाथ कहते फिरते थे कि मामा तो पूरा खजाना खाली करके गया है, लेकिन जब भाजपा की सरकार बनी और मामा दोबारा आया तो फिर पैसा कहां से आ गया, इसका जबाब कमल नाथ के पास नहीं है। भाजपा प्रदेशाध्यक्ष विष्णुदत्त शर्मा ने कहा कि 15 माह प्रदेश का बुरा हाल कर दिया था।
दिमनी से चुनाव लड़ें यह नरेंद्र सिंह ने नहीं, बल्कि नियति ने तय किया है
मुरैना में चुनाव कार्यालय का उद्घाटन और कार्यकर्ता सम्मेलन के दौरान मुख्यमंत्री ने कहा कि कुछ चीजें भगवान के हाथ होती हैं। दिमनी से नरेंद्र सिंह तोमर चुनाव लडें, यह नरेंद्र सिंह ने नहीं, बल्कि नियति ने तय किया है। नरेंद्र सिंह का होना ही अपने आप में घटना है, विधायक बनना भी घटना है। आप ये मानिए विकास सुनिश्चत है। शिवराज सिंह ने कहा कि कांग्रेस बौखलाई हुई है, दिग्विजय सिंह चुनाव आयोग में शिकायत कर रहे हैं, कि मामा चुपके-चुपके पैसे डाल रहा है। हम कह रहे हैं, कि तुम्हारी किस्मत फूटी थी, हमारी किस्मत अच्छी है इसलिए बहनों के खाते में पैसा डाल रहे हैं।
नवरात्र में नलखेड़ा के बगलामुखी मंदिर में उमड़ रही भक्तों की भीड़, पहले दिन 40 हजार ने किए दर्शन
16 Oct, 2023 12:18 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
नलखेड़ा । विश्व प्रसिद्ध मां बगलामुखी मंदिर में शारदीय नवरात्र में बड़ी संख्या में भक्त दर्शन और आशीर्वाद प्राप्त करने पहुंच रहे हैं। पहले ही दिन रविवार को बड़ी संख्या में श्रद्धालु दर्शन करने पहुंचे। भक्तों के महासैलाब को देख प्रशासन को गर्भगृह में भक्तों का प्रवेश बंद करना पड़ा। मां के दरबार में मत्था टेककर सुख समृद्धि की कामना की सुबह से लेकर रात तक दर्शनों का दौर चलता रहा। छप्पन भोग व कन्या पूजन कर भंडारा का शुभारंभ किया गया। मां के दरबार पर आकर्षक साज-सज्जा की गई। रोशनी से कोना-कोना जगमगा उठा। इधर, दूरदराज से आने वाले भक्तों के लिए भंडारे में निशुल्क प्रसादी की व्यवस्था भी रखी गई। इस दिन लगभग चालीस हज़ार से अधिक भक्त मां के दरबार में पहुंचे। माता रानी के दर्शन के लिए भक्तों को घंटों कतार में लगना पड़ा। मंदिर के बाहर लगे बेरिकेट्स सुबह से देर शाम तक भक्तों से भरे रहे।
पहले दिन 40 हजार ने किए दर्शन
रविवार को यज्ञशाला में बड़ी संख्या में हवन अनुष्ठान भी संपन्न हुए। शारदीय नवरात्र पर्व के दिन रविवार को विश्व प्रसिद्ध सिद्धपीठ मां बगलामुखी मंदिर पर प्रात:व संध्याकालीन आरती में सैकड़ों भक्तों ने अपनी उपस्थिति दर्ज कराई।
प्रात:काल से ही भक्तों की लंबी-लंबी कतार लगना शुरू हो गई थी। प्रात:दस बजे बाद से ही मंदिर के बाहर भक्तों की भीड़ को नियंत्रित करने के लिए लगे बेरिकेट्स पूरे भर गए थे। लेकिन मन में श्रद्धा लिए भक्त माता के जयकारों के साथ धीरे-धीरे आगे बढ़ते रहे।
भक्तों की लंबी-लंबी कतार लगना शुरू
एकसाथ एक दिन में इतनी बड़ी संख्या में भक्तों के आगमन से वाहनों के कारण माता मंदिर मार्ग पर बार-बार जाम लगता रहा। तेज धूप व गर्मी के कारण भी लोगों को काफी समस्याओं का सामना भी करना पड़ा। पूरे दिन नगर सहित आसपास के कई स्थानों से श्रद्धालुओं के पहुंचने का सिलसिला अनवरत जारी रहा जो देर रात तक चलता रहा।
पूरे समय माता मंदिर पर मां पीतांबरा के दर्शन, पूजन को भक्तों की आस्था का मेला लगा रहा। मंदिर क्षेत्र में मंत्रोच्चार, जाप, तप, हवन-अनुष्ठान का सिलसिला चलता चल रहा। हर कोई माता के जयकारे लगाते हुए शक्ति की भक्ति में लीन दिखाई दिया। इधर प्रशासन द्वारा वाहनों को खड़ा करने के लिए बनाई गई पार्किंग में जगह कम पड़ने से लोगों ने सड़क के दोनों ओर वाहन खड़े किए। भीड़ को देखते हुए पुलिस को बड़ी मशक्कत करनी पड़ी।
मां बगलामुखी को लगाया छप्पन भोग
मां पीतांबरा सेवा समिति के सदस्यों ने नवरात्र के प्रथम दिन मंगल अवसर पर ढोल-ढमाकों के साथ मां बगलामुखी को 56 प्रकार के व्यंजन का भोग लगाया। इसके पश्चात समिति द्वारा निशुल्क भंडारे महाप्रसादी का शुभारंभ मां बगलामुखी और कन्याओं का पूजन कर किया गया। इस दौरान महिला,पुरुषों ने मैया के जयकारे लगाते हुए मंदिर परिसर में जमकर नृत्य किया और माता को छप्पन भोग लगाकर प्रसादी का वितरण श्रद्धालुओं को किया गया। उक्त निशुल्क भंडारा पूरे नवरात्र पर्व के दौरान चलेगा।सेवा समिति के सदस्यों ने बताया बाहर से आने वाले भक्तों के लिए मंदिर के समीप में समिति के महिला, पुरुष सदस्यों द्वारा श्रद्धालुओं को प्रसादी का वितरण किया।
वीआईपी दर्शन से आम भक्तों में नाराजगी दिखी
विश्व प्रसिद्ध पीतांबरा मां बगलामुखी मंदिर में वीआईपी व्यवस्था को लेकर कई बार अव्यवस्था सामने आई है इस व्यवस्था को वीआईपी कल्चर व उनके रिश्तेदार बताकर दर्शन करते हैं। हाल ये है आम भक्तजन माता की एक झलक पाने के लिए बाहर बेरिकेट्स की लाइनो में कई घंटों तक खड़े रहे पर वहीँ वीआईपी रिश्तेदार पांच मिनट में दर्शन कर लौट रहे थे। इस व्यवस्था से लाइनों में लगे भक्तों ने नाराजगी दिखाई दी।
नायब तहसीलदार वैश्य ने संभाली व्यवस्था
मां के दरबार में भक्तों की भीड़ को देखते हुए एसडीएम मिलन ढोके, तहसीलदार प्रीति भिंसे व नायब तहसीलदार पारस वैश्य, थाना प्रभारी शशि उपाध्याय के द्वारा व्यवस्था संभाली गई। सीसीटीवी कैमरे के माध्यम से भी सुरक्षा की द्ष्टि से निगरानी की जा रही है। साथ ही रविवार को तहसील के पटवारी स्टाफ अन्य अधिकारी-कर्मचारियों द्वारा मां के दरबार में व्यवस्था संभाली गई।
वीआईपी का लगा रहा आना-जाना
मां के दरबार नवरात्र के प्रथम दिन रवि वार को माता मंदिर में भक्तों की भीड़ के साथ कहीं वीआईपी भी माता के दरबार में दर्शन करने पहुंचे। जहां पर कहीं न्यायाधीश कई राजनेता माता मंदिर पहुंचे। जहां उन्होंने मंत्र उच्चारण के साथ पूजा अर्चना की वही कई वीआईपी ने मंदिर परिसर में मां पीतांबरा सेवा समिति द्वारा संचालित भंडारे में पहुंचे और माता का प्रसाद ग्रहण किया।
चुनाव के कई दावेदार पहुंचे मां के दरबार
मां बगलामुखी के दरबार में चुनाव में टिकट के दावेदार से लेकर विधानसभा चुनाव में किस्मत आजमाने उतर रहे तमाम नेता तांत्रिक अनुष्ठान कराने में जुटे हैं। अन्य प्रदेश छत्तीसगढ़ और राजस्थान के विधानसभा चुनाव राज्यों से भी नेता और उनके स्वजन भी यहां आकर गुप्त रूप से हवन-पूजन अनुष्ठान कर रहे। नेताओं के नाम से मंदिर के पंडितों द्वारा भी अनुष्ठान किए जा रहे हैं।
ग़द्दारों , मौकापरस्तो और तानाशाहों की पार्टी है कांग्रेस - कंसाना ।
16 Oct, 2023 11:54 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
मध्य प्रदेश में भारतीय जनता पार्टी की चार लिस्ट लगातार जारी होने के बाद जैसे तैसे नवदुर्गा के पहले दिन सुबह-सुबह कांग्रेस पार्टी की प्रत्याशियों की सूची जारी हुई, लेकिन 3 घंटे के अंतराल में ही ग्वालियर चंबल संभाग में सबसे बड़ी बगावत की स्थिति सामने आ गई । कांग्रेस पार्टी पिछले 4 वर्षों से अधिक समय से पूर्व की तरह इस उम्मीद में थी कि ग्वालियर चंबल संभाग में कांग्रेस पार्टी का प्रदर्शन वर्ष 2023 के विधानसभा चुनाव में सबसे अच्छा रहेगा, वहीं दूसरी ओर पहली सूची आने के बाद ही प्रदर्शन तो दूसरी तरफ कांग्रेस पार्टी के दमदार उम्मीदवारों के द्वारा जिस तरह बगावत एवं आरोप प्रत्यारोप का दौर प्रारंभ हुआ है उसके चलते स्पष्ट हो गया है कि ग्वालियर चंबल संभाग में कांग्रेस पार्टी के लिए भाजपा से मुकाबला करना आसान नहीं होगा ।
सैकड़ो समर्थकों के साथ पार्टी छोड़ी , गद्दारी एवं तानाशाही का लगाया आरोप ।
आज दोपहर को कांग्रेस पार्टी के ग्रामीण क्षेत्र से ग्वालियर से रहे मजबूत उम्मीदवार केदार सिंह कंसाना ने कांग्रेस की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा देते हुए सैकड़ो की संख्या में समर्थकों के साथ कांग्रेस पार्टी मुर्दाबाद के नारे लगाए और कांग्रेस को गद्दार कहते हुए स्पष्ट रूप से आरोप लगाया कि कांग्रेस पार्टी में तानाशाही से लेकर दूसरी पार्टियों से आने वाले उम्मीदवारों को अधिक से अधिक उम्मीदवार बनाया गया है ।
कंसाना यही नहीं रुके, उन्होने आगे कहा कि मैं प्रदेश की 230 विधानसभा में ऐसा व्यक्ति हूं, जिसने घूम घूमकर 25 हजार से ज्यादा लोगों को कांग्रेस से जोड़ा है, तन, धन और मन से पार्टी के लिए लगा था, लेकिन पार्टी ने ये सिला दिया है। टीम केदार सदस्यता वाले 25375 लोग भी कांग्रेस पार्टी के खिलाफ खड़े हो चुके है। पंच वर्षीय योजना जैसे नजर आने वाले लोगों को पार्टी ने टिकट दिया है। बता दें केदार कंसाना ग्वालियर ग्रामीण विधानसभा से कांग्रेस के प्रबल दावेदार माने जा रहे थे, लेकिन कांग्रेस ने उन्हें टिकट ना देकर साहब सिंह गुर्जर को प्रत्याशी बनाया है, साहब सिंह गुर्जर साल 2018 में बीएसपी से चुनाव लड़े थे।
कई सामाजिक कार्यक्रमों में पांच वर्षों से सबसे आगे नजर आए कंसाना ।
कांग्रेस पार्टी से बगावत करने वाले केदार सिंह कंसाना की इमेज ग्वालियर ग्रामीण क्षेत्र में पिछले 5 वर्षों के अंतराल में सामाजिक क्षेत्र में विशेष रूप से रही है । उन्होंने कई ऐसे सामाजिक कार्यक्रम कराए जिसके अंतर्गत महिला सम्मान योजना से लेकर बहनों से राखी बनवाने तक की योजना को मध्य प्रदेश सहित राष्ट्रीय स्तर पर मीडिया में महत्वपूर्ण स्थान मिला है । अपनी सामाजिक एवं साफ स्वच्छ छवि के कारण केदार सिंह कंसाना को पूरा विश्वास था कि कांग्रेस पार्टी से उन्हें उम्मीदवार बनाया जाएगा परंतु कांग्रेस पार्टी की ओर से आज सुबह जो उम्मीदवार घोषित किया गया, उसने कांग्रेस पार्टी में कुछ साल पहले ही प्रवेश किया है एवं पूर्व में बहुजन समाज पार्टी से चुनाव लड़ चुका है । कांग्रेस पार्टी के पूर्व प्रदेश से जुड़े हुए पदाधिकारी बताते हैं कि केदार सिंह कंसाना का टिकट काटना कांग्रेस पार्टी के लिए कतई हित में नहीं है । कुल मिलाकर कांग्रेस पार्टी के अंदर बगावत का सिलसिला आज सुबह ही प्रारंभ हो गया था। सबसे पहले कांग्रेस पार्टी के मीडिया विभाग के उपाध्यक्ष अजय यादव ने कांग्रेस से इस्तीफा दिया, उसके बाद दोपहर होते-होते केदार सिंह कंसाना ने कांग्रेस को अलविदा कह दिया ।
भोपाल मध्य सीट पर होगा कड़ा मुकाबला
16 Oct, 2023 11:00 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
भोपाल । मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव के लिए भारतीय जनता पार्टी के बाद कांग्रेस ने भी अपनी पहली सूची रविवार को नवरात्र के पहले दिन जारी कर दी। इसमें भोपाल जिले की सात में से तीन सीटों मध्य, नरेला और बैरसिया सीट पर प्रत्याशी घोषित किए है। मध्य सीट पर वर्तमान विधायक आरिफ मसूद, नरेला में मनोज शुक्ला और आरक्षित बैरसिया सीट पर पूर्व प्रत्याशी जयश्री हरीकिशन को प्रत्याशी बनाया गया है। वहीं, भाजपा ने दक्षिण-पश्चिम सीट छोडक़र बाकी छह पर प्रत्याशी उतार दिए है।
कांग्रेस ने मध्य सीट से विधायक आरिफ मसूद को प्रत्याशी बनाया है। 51 साल के मसूद ने एमकॉम और एलएलबी की पढ़ाई की। वह एजुकेशन इंस्टीट्यूट के संचालक है। मसूद ने पिछली बार यहां से भाजपा प्रत्याशी सुरेंद्र नाथ सिंह को 14 हजार 757 वोट से चुनाव हराया। 2023 के विधानसभा चुनाव में भाजपा ने इस सीट पर भाजपा ने पूर्व विधायक ध्रुव नारायण सिंह को प्रत्याशी बनाया है। इस सीट पर कड़ा मुकाबला होने की संभावना है। दरअसल इस सीट पर बहुसंख्यक वोट ज्यादा होने के बावजूद आरिफ मसूद ने नए भोपाल में अपनी सक्रियता और काम से मजबूत पकड़ बनाई है। हिंदुओं के त्योहार के आयोजन, कोरोना काल में लोगों की मदद करने मसूद आगे आए है। हालांकि नगरीय निकाय चुनाव में टिकट बांटने को लेकर उनके प्रति नाराजगी है। वहीं, ध्रुव नारायण सिंह को भाजपा ने 10 साल बाद टिकट दिया है। सिंह ने 2008 से 2013 के बीच क्षेत्र में बहुत काम किए। ध्रुव नारायण सिंह का शेहला कांड में नाम आने के बाद उनका पार्टी ने टिकट काट दिया था। हालांकि बाद में उनका केस से बरी कर दिया गया।
भोपाल की नरेला विधानसभा सीट पर कांग्रेस ने मनोज शुक्ला को टिकट दिया है। 49 साल के मनोज शुक्ला ने स्नातक की पढ़ाई की। वह होटल कारोबारी है। शुक्ला नरेला में में लंबे समय से सक्रिय है। इस सीट पर पिछले तीन बार से भाजपा का कब्जा है। यहां से चिकित्सा शिक्षा मंत्री विश्वास सारंग विधायक हैं। 2018 में विश्वास सारंग ने कांग्रेस प्रत्याशी महेंद्र सिंह चौहान को करीब 23 हजार वोटों से हराया था। 2023 विधानसभा चुनाव के लिए भाजपा ने यहां से सारंग को ही प्रत्याशी बनाया है। इस सीट पर सामाजिक समीकरण की बात करें तो ब्राह्मण, मुस्लिम और कायस्थ वोटर्स अच्छी संख्या में है। वहीं, अनुसूचित जनजाति वर्ग के वोटर्स भी निर्णायक भूमिका में है।
अनुसूचित जाति के लिए आरक्षित बैरसिया सीट पर कांग्रेस ने पूर्व प्रत्याशी जयश्री हरीकिरण को उतारा है। 40 वर्षीय जयश्री ने एमए और एलएलबी की पढ़ाई की है। वह पिछला चुनाव हारने के बाद से ही क्षेत्र में काफी सक्रिय है। भाजपा ने यहां से विधायक विष्णु खत्री को टिकट दिया है। यह भोपाल की एकमात्र आरक्षित सीट है। 2018 में विष्णु खत्री ने इस सीट पर कांग्रेस प्रत्याशी जयश्री को करीब 14 हजार वोटों से हराया था। बैरसिया सीट के गठन के बाद से यहां पर 14 बार चुनाव हुए, जिसमें से कांग्रेस को सिर्फ दो बार ही जीत मिली है। इस सीट पर दलित और आदिवासी वोटरों की संख्या करीब 50 हजार के आसपास है। इसके बाद सबसे बड़ी संख्या 35 हजार गुर्जरों की है। वर्तमान विधायक खत्री के खिलाफ क्षेत्र में नाराजगी का भाजपा को नुकसान हो सकता है। वहीं, नेताओं की गुटबाजी कांग्रेस को पीछे कर सकती है।
भोपाल की उत्तर विधानसभा सीट कांग्रेस ने होल्ड कर दी है। इस सीट पर वर्तमान में कांग्रेस से आरिफ अकील विधायक हैं। 2018 में अकील ने भाजपा प्रत्याशी फातिमा रसूल सिद्दीकी को 34 हजार वोटों से हराया था। 6 बार के विधायक अकील ने बीमारी के चलते बड़ा एलान कर अपना उत्तराधिकारी अपने मंझले बेटे आतिफ को बनाया है। वहीं, इस सीट पर भाजपा ने पूर्व महापौर आलोक शर्मा को प्रत्याशी बनाया है। इस सीट पर अधिकतर कांग्रेस नेताओं ने प्रत्याशी के लिए आरिफ अकील का नाम ही आगे बढ़ाया है। यहां से अकील के भाई आमिर ने भी खुद को दावेदार बता दिया है। इस सीट पर गुटबाजी के चलते पार्टी ने सीट होल्ड कर दी है। यहां से आरिफ अकील के नाम ही पार्टी चुनाव लड़ सकती है। दक्षिण पश्चिम विधानसभा सीट पर भी कांग्रेस ने प्रत्याशी का एलान नहीं किया। यहां से कांग्रेस के पीसी शर्मा विधायक है। 2018 में पीसी शर्मा ने भाजपा के दिग्गज नेता उमाशंकर गुप्ता को करीब छह हजार वोटों के अंतर से हराया था। यहां से कांग्रेस पीसी शर्मा को ही प्रत्याशी बना सकती है। हालांकि, कांग्रेस से ही इंजीनियर संजीव सक्सेना भी टिकट की मांग कर रहे हैं। उनके भी क्षेत्र में 20 से 25 हजार वोट हैं। अब पार्टी का शीर्ष नेतृत्व संजीव सक्सेना को मनाने के प्रयास कर रहा है। एक अलावा भी एक दो दावेदार है। यही वजह है कि कांग्रेस ने सीट को होल्ड कर दिया है। यहां से पीसी शर्मा का ही चुनाव लडऩा तय माना जा रहा है। वहीं, भाजपा ने भी इस सीट पर प्रत्याशी नहीं उतारा है। यहां पर भाजपा की तरफ से उमाशंकर गुप्ता, राहुल कोठारी और भगवान दास सबनाणी का नाम चल रहा है। गोविंदपुरा सीट पर भी कांग्रेस ने प्रत्याशी के नाम का एलान नहीं किया है। इस सीट पर दिग्विजय सिंह गुट के रविंद्र साहू झूमरवाला ने प्रचार प्रसार भी छह माह पहले से शुरू कर दिया है। वहीं, पूर्व केंद्रीय मंत्री अरुण यादव भी दीप्ति सिंह को टिकट दिलाने के लिए प्रयास कर रहे है। यहीं वजह है कि इस सीट पर भी कांग्रेस ने प्रत्याशी का नाम रोक दिया है। यह सीट भाजपा का गढ़ मानी जाती है। यहां से 2018 में कृष्णा गौर ने कांग्रेस प्रत्याशी गिरीश शर्मा को 46 हजार वोटों से हराया था। 2023 विधानसभा चुनाव के लिए भाजपा ने यहां से मौजूदा विधायक कृष्णा गौर को प्रत्याशी बनाया है। हुजूर विधानसभा सीट पर भी कांग्रेस ने किसी प्रत्याशी को नहीं उतारा है। इस सीट पर पूर्व विधयक जितेंद्र डागा और पिछली बार के प्रत्याशी नरेश ज्ञानचंदानी का नाम चल रहा है। दोनों ही लंबे समय से क्षेत्र में सक्रिय है। इस सीट पर कॉस्ट मैनेजमेंट को लेकर मामला फंस गया है। इसी वजह से सीट होल्ड कर दी गई। भोपाल की हुजूर विधानसभा सीट से रामेश्वर शर्मा विधायक हैं। यह भोपाल का सबसे बड़ा विधानसभा क्षेत्र है। 2018 के विधानसभा चुनाव में रामेश्वर शर्मा ने कांग्रेस के नरेश ज्ञानचंदानी को करीब 14 हजार वोटों से हराया था। भाजपा ने यहां से रामेश्वर शर्मा को ही अपना प्रत्याशी बनाया है।
पहली लिस्ट के साथ ही ग्वालियर चंबल कांग्रेस में बगावत शुरू ।
16 Oct, 2023 10:52 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
मध्य प्रदेश में भारतीय जनता पार्टी की चार लिस्ट लगातार जारी होने के बाद जैसे तैसे नवदुर्गा के पहले दिन सुबह-सुबह कांग्रेस पार्टी की प्रत्याशियों की सूची जारी हुई, लेकिन 3 घंटे के अंतराल में ही ग्वालियर चंबल संभाग में सबसे बड़ी बगावत की स्थिति सामने आ गई । कांग्रेस पार्टी पिछले 4 वर्षों से अधिक समय से पूर्व की तरह इस उम्मीद में थी कि ग्वालियर चंबल संभाग में कांग्रेस पार्टी का प्रदर्शन वर्ष 2023 के विधानसभा चुनाव में सबसे अच्छा रहेगा, वहीं दूसरी ओर पहली सूची आने के बाद ही प्रदर्शन तो दूसरी तरफ कांग्रेस पार्टी के दमदार उम्मीदवारों के द्वारा जिस तरह बगावत एवं आरोप प्रत्यारोप का दौर प्रारंभ हुआ है उसके चलते स्पष्ट हो गया है कि ग्वालियर चंबल संभाग में कांग्रेस पार्टी के लिए भाजपा से मुकाबला करना आसान नहीं होगा ।
सैकड़ो समर्थकों के साथ पार्टी छोड़ी , गद्दारी एवं तानाशाही का लगाया आरोप ।
आज दोपहर को कांग्रेस पार्टी के ग्रामीण क्षेत्र से ग्वालियर से रहे मजबूत उम्मीदवार केदार सिंह कंसाना ने कांग्रेस की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा देते हुए सैकड़ो की संख्या में समर्थकों के साथ कांग्रेस पार्टी मुर्दाबाद के नारे लगाए और कांग्रेस को गद्दार कहते हुए स्पष्ट रूप से आरोप लगाया कि कांग्रेस पार्टी में तानाशाही से लेकर दूसरी पार्टियों से आने वाले उम्मीदवारों को अधिक से अधिक उम्मीदवार बनाया गया है ।
कंसाना यही नहीं रुके, उन्होने आगे कहा कि मैं प्रदेश की 230 विधानसभा में ऐसा व्यक्ति हूं, जिसने घूम घूमकर 25 हजार से ज्यादा लोगों को कांग्रेस से जोड़ा है, तन, धन और मन से पार्टी के लिए लगा था, लेकिन पार्टी ने ये सिला दिया है। टीम केदार सदस्यता वाले 25375 लोग भी कांग्रेस पार्टी के खिलाफ खड़े हो चुके है। पंच वर्षीय योजना जैसे नजर आने वाले लोगों को पार्टी ने टिकट दिया है। बता दें केदार कंसाना ग्वालियर ग्रामीण विधानसभा से कांग्रेस के प्रबल दावेदार माने जा रहे थे, लेकिन कांग्रेस ने उन्हें टिकट ना देकर साहब सिंह गुर्जर को प्रत्याशी बनाया है, साहब सिंह गुर्जर साल 2018 में बीएसपी से चुनाव लड़े थे।
कई सामाजिक कार्यक्रमों में पांच वर्षों से सबसे आगे नजर आए कंसाना ।
कांग्रेस पार्टी से बगावत करने वाले केदार सिंह कंसाना की इमेज ग्वालियर ग्रामीण क्षेत्र में पिछले 5 वर्षों के अंतराल में सामाजिक क्षेत्र में विशेष रूप से रही है । उन्होंने कई ऐसे सामाजिक कार्यक्रम कराए जिसके अंतर्गत महिला सम्मान योजना से लेकर बहनों से राखी बनवाने तक की योजना को मध्य प्रदेश सहित राष्ट्रीय स्तर पर मीडिया में महत्वपूर्ण स्थान मिला है । अपनी सामाजिक एवं साफ स्वच्छ छवि के कारण केदार सिंह कंसाना को पूरा विश्वास था कि कांग्रेस पार्टी से उन्हें उम्मीदवार बनाया जाएगा परंतु कांग्रेस पार्टी की ओर से आज सुबह जो उम्मीदवार घोषित किया गया, उसने कांग्रेस पार्टी में कुछ साल पहले ही प्रवेश किया है एवं पूर्व में बहुजन समाज पार्टी से चुनाव लड़ चुका है । कांग्रेस पार्टी के पूर्व प्रदेश से जुड़े हुए पदाधिकारी बताते हैं कि केदार सिंह कंसाना का टिकट काटना कांग्रेस पार्टी के लिए कतई हित में नहीं है । कुल मिलाकर कांग्रेस पार्टी के अंदर बगावत का सिलसिला आज सुबह ही प्रारंभ हो गया था। सबसे पहले कांग्रेस पार्टी के मीडिया विभाग के उपाध्यक्ष अजय यादव ने कांग्रेस से इस्तीफा दिया, उसके बाद दोपहर होते-होते केदार सिंह कंसाना ने कांग्रेस को अलविदा कह दिया ।
कांग्रेस ने पहली सूची में साधे सभी समीकरण
16 Oct, 2023 10:00 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
भोपाल । नवरात्रि के पहले दिन कांग्रेस ने 144 प्रत्याशियों की पहली सूची जारी कर दी। इस सूची के माध्यम से कांग्रेस ने सारे समीकरणों का साधने की कोशिश की है। सूची में जहां 69 विधायकों को टिकट देकर जीत की बुनियाद को मजबूत किया है, वहीं वरिष्ठों को भी मौका दिया है। साथ ही सूची में सोशल इंजीनियरिंग का भी ध्यान रखा गया है।
कांग्रेस ने पार्टी के वरिष्ठ और रणनीतिकार नेताओं को भी पहली सूची में महत्व दिया है। प्रदेश अध्यक्ष एवं पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ छिंदवाड़ा से चुनाव लड़ रहे हैं। नेता प्रतिपक्ष डॉ गोविंद सिंह लहार से पूर्व नेता प्रतिपक्ष अजय सिंह राहुल भैया चुरहट से चुनाव मैदान में हैं। पार्टी ने बिना कोई संकोच किए पहले ही सूची में प्रदेश के प्रमुख नेताओं को टिकट दे दिए हैं। इनमें बाला बच्चन जीतू पटवारी, कमलेश्वर पटेल, तरुण भनोट, जयवर्धन सिंह, विक्रांत भूरिया आदि सभी के नाम शामिल हैं। कांग्रेस के 144 घोषित प्रत्याशियों में से ओबीसी वर्ग के 39 प्रत्याशी, अनुसूचित जाति के 22 प्रत्याशी और आदिवासी वर्ग के 30 प्रत्याशी शामिल हैं। अल्पसंख्यक वर्ग के 6 प्रत्याशी शामिल हैं। पार्टी ने 19 महिलाओं को टिकट दिया है। 144 में से 65 प्रत्याशी ऐसे हैं जिनकी उम्र 50 वर्ष से कम है।
कांग्रेस ने पहले ही सूची में नवरात्रि के शुभ दिनों में मुख्यमंत्री फेस कमलनाथ और पिछली सरकार में मंत्री रहे नेताओं के टिकट जारी कर स्पष्ट कर दिया कि पार्टी आक्रामक मुद्रा में है। कमलनाथ छिंदवाड़ा से चुनाव लड़ रहे हैं। लगातार चर्चा थी की कमलनाथ विधानसभा का चुनाव नहीं लड़ेंगे। जबलपुर से पूर्व मंत्री तरुण भनोट भाजपा सांसद और पूर्व भाजपा प्रदेश अध्यक्ष राकेश सिंह के सामने मैदान में उतारे गए हैं। पहली सूची को गौर से देखें तो कांग्रेस पार्टी ने अपने ज्यादातर विधायकों पर भरोसा जताया है और उन्हें फिर से टिकट दिया है। प्रत्याशी सूची से स्पष्ट है कि कांग्रेस पार्टी ने सर्वे आधार पर ही 144 प्रत्याशियों को टिकट दिए हैं। उम्मीद की जा रही है कि अगले तीन-चार दिन में कांग्रेस पार्टी की दूसरी सूची भी आ जाएगी। मध्य प्रदेश में 17 नवंबर को मतदान होना है और 3 दिसंबर को मतगणना होगी।
कांग्रेस की सूची में सबसे ऊपर चार, परिवारवाद, महिला अत्याचार, अपराध और भ्रष्टाचार
16 Oct, 2023 09:00 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
भोपाल । भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष व सांसद विष्णुदत्त शर्मा ने कहा कि कांग्रेस की पहली सूची में सबसे ऊपर चार, परिवारवाद, महिला अत्याचार, अपराध और भ्रष्टाचार है। आज आई कांग्रेस की सूची ने साबित कर दिया है कि जनता के बाद अब कांग्रेस हाईकामान को भी कमलनाथ पर विश्वास नहीं रहा, यही कारण है छिंदवाड़ा जिले में कमलनाथ को छोड़ किसी भी वर्तमान विधायक की टिकट फाइनल नहीं हुई। इस सूची में दिल्ली और दिग्विजय सिंह की छाप स्पष्ट नजर आ रही है। कांग्रेस ने जनजातीय नायकों का अपमान करने वाले, महिलाओं का उत्पीड़न करने वाले और वंदे मातरम का विरोध करने वाले कांग्रेस नेताओं को टिकिट देकर यह सन्देश दिया है की जिन कांग्रेस नेताओं पर संगीन मामले दर्ज हैं, कांग्रेस ऐसे कृत्य करने वालों के साथ है। ऐसे चाल-चरित्र-चेहरों को लेकर चुनावी मैदान में उतरी कांग्रेस की हार सुनिश्चित है।
विष्णुदत्त शर्मा ने कहा कि कांग्रेस की सूची में परिवारवाद, गुटबाजी, महिला विरोधी की तस्वीर देखी जा सकती है। कांग्रेस ने उमंग सिंघार, सुरेश राजे और सिद्धार्थ कुशवाहा को उम्मीदवार बनाया है इन नेताओं पर कई मामले दर्ज हो चुके हैं। उन्होंने कहा कि एक ओर भारतीय जनता पार्टी ने 28 युवाओं को मौका दिया हैं लेकिन कांग्रेस की सूची में 50 से 65 साल तक उम्र के नेता भी चुनावी मैदान में हैं इससे पता चलता है कि युवाओं को लेकर भारतीय जनता पार्टी और कांग्रेस में कितना अंतर है।
श्री शर्मा ने कहा कि कांग्रेस की पहली सूची आते ही पूरे प्रदेश से विरोध के स्वर और इस्तीफों का दौर शुरू हो चुका है। कई जगहों पर कांग्रेस नेता एक.दूसरे का विरोध खुलकर करने लगे हैं। कांग्रेस में किस हद तक गुटबाजी हावी हो चुकी है, इसकी तस्वीरें जगह-जगह से आना शुरू हो गयी हैं। कांग्रेस में जमीनी कार्यकर्ता को छोड़कर उन्हीं नेताओको टिकट दिया गया हैं जो केवल बड़े नेताओं के चक्कर लगाते हैं। कांग्रेस नेता अजय यादव ने कांग्रेस द्वारा पिछड़ा वर्ग की उपेक्षा का आरोप लगाकर इस्तीफा तक दे दिया है, ऐसा ही हाल हर जिले में है।
श्री शर्मा ने कहा कि कांग्रेस जिस परिवारवाद के लिए पहचानी जाती है, उस परिवारवाद की छाया भी इस सूची में साफ दिखाई देती है। कांग्रेस ने दिग्विजय सिंह के बेटे जयवर्धन सिंह को राघौगढ़, उनके भाई लक्ष्मण सिंह को चाचौड़ा, उनके रिश्तेदार प्रियव्रत सिंह को खिलचीपुर से, समधी घनश्याम सिंह को सेवड़ा, भांजे सिंधु विक्रम सिंह को शमशाबाद और भांजा-दामाद अजय सिंह को चुरहट से टिकट दिया गया है। इसी तरह प्रेमचंद गुड्डू की बेटी, अरूण यादव के भाई, अजय सिंह के मामा राजेन्द्र कुमार सिंह को टिकट दिया है, इससे यह स्पष्ट है कि कांग्रेस प्रत्याशियों की सूची वंशवाद की भेंट चढ़ गई है।
प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि छह माह पहले सूची जारी करने वाली कांग्रेस ने गंभीर चिंतन और मंथन कर दागी, आरोपियों और महिलाओं का उत्पीड़न करने वालों को टिकिट दिया है। कांग्रेस की पहली सूची ऐसे कांग्रेसियों से भरी है जो जनजातीय नायकों का अपमान करते हैं, महिलाओं का उत्पीड़न करते हैं, महिलाओं पर अपमानजनक और अशोभनीय टिप्पणी करते हैं, सवर्ण समाज के खिलाफ अमर्यादित भाषा शैली का प्रयोग करने वाले फूलसिंह बरैया और जो वंदे मातरम का विरोध करते हैं, कथावाचकों का अपमान कर गीता श्लोकों की पैरोडी बनाते हैं और जिनके अनैतिक कृत्यों के वीडियो वायरल होते हैं। ऐसे प्रत्याशियों के चाल-चरित्र-चेहरों को लेकर उतरी कांग्रेस की हार सुनिश्चित है।
शिवराज, वीडी, एवं नरोत्तम ने दतिया में माँ पीताम्बरा का आशिर्वाद लेकर किया चुनाव अभियान का श्रीगणेश
16 Oct, 2023 08:00 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
मुख्यमंत्री और प्रदेश अध्यक्ष ने जिला कार्यालय का उद्घाटन किया एवं भाजपा प्रत्याशी डॉ. नरोत्तम मिश्रा के समर्थन में जनसभा व लाड़ली बहना सम्मलेन को संबोधित किया।
मोदी जी मध्यप्रदेश ही नहीं, देश और दुनिया के दिल में भी हैं - शिवराज सिंह चौहान
भाजपा ने रिकार्ड विकास किया, अब रिकार्ड वोटों से जिताना है
मुख्यमंत्री ने कहा जहां-जहां कांग्रेस जीती, वहाँ बर्बादी और तबाही हुई
कमल नाथ गरीब विरोधी, गरीबों के कल्याण की योजनाएं बंद की - विष्णुदत्त शर्मा
प्रदेश अध्यक्ष ने कहा डबल इंजन सरकार की नीतियों महिला हितैषी
जो 15 महीने सरकार नही चला नहीं पायें, वह नई सरकार क्या बनायेंगे - नरोत्तम मिश्रा
भोपाल। शारदीय नवरात्री के पावन पर्व पर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान, भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष, सांसद विष्णुदत्त शर्मा एवं प्रदेश के गृहमंत्री डॉ. नरोत्तम मिश्रा ने दतिया में प्रसिद्ध पीताम्बरा पीठ मंदिर में माँ पीताम्बरा के दर्शन एवं पूजन कर चुनाव अभियान प्रारंभ किया। मुख्यमंत्री चौहान और प्रदेश अध्यक्ष शर्मा ने रविवार को दतिया से डॉ. नरोत्तम मिश्रा के समर्थन में चुनावी सभा और लाड़ली बहना सम्मलेन को संबोधित करते हुए कहा कि शारदीय नवरात्र के पहले दिन आज पीताम्बरा माई से आशीर्वाद लेकर दतिया विधानसभा में चुनाव अभियान का शुभारंभ किया है। पूर्ण विश्वास है कि पीताम्बरा माई के आशीर्वाद से भाजपा पूरे प्रदेश में विजय का नया इतिहास गढ़ेगी। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी के नेतृत्व में केन्द्र एवं प्रदेश की डबल इंजन सरकार गरीबों का जीवनस्तर बेहतर बनाने के लिए कटिबद्ध है। भाजपा सरकार की नीतियों का परिणाम है कि हमारा प्रदेश विकास पथ पर तेज गति से आगे बढ़ रहा है।
- कांग्रेस के राज में केवल बर्बादी और तबाही हुई
मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान ने दतिया से भाजपा प्रत्याशी एवं गृहमंत्री डॉ. नरोत्तम मिश्रा के समर्थन में जनसभा को संबोधित करते हुए कहा कि कांग्रेस की सरकार जहां-जहां बनी वहां केवल बर्बादी और तबाही ही हुई है। कांग्रेस के राज में सामूहिक हत्याकांड होते थे। बंदूक की गोलियां, अपहरण, खड़े होकर भूंज दो, शाम को बसों से उतार-उतार कर मारते थे। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री बनने के बाद मैं ग्वालियर आया था और एक ही बात कही थी मध्यप्रदेश में या तो डाकू रहेंगे या शिवराज सिंह चौहान रहेगा दोनों एक साथ नहीं रह सकते, और आज डकैतों की समस्या का अता-पता नहीं है।
नरोत्तम मिश्रा ने किया है दतिया में ऐतिहासिक विकास
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने दतिया में आयोजित सभा में कहा कि मैं दतिया के विकास के लिए नरोत्तम मिश्रा को बधाई देता हूं। उन्होंने दतिया के विकास में कोई कसर नहीं छोड़ी। उन्होंने कार्यकर्ताओं में जोश भरते हुए कहा कि ये दिवाली कमल वाली है, इसलिए अपनी पार्टी के लिए भी जीतना है, अपने नेता के लिए भी जीतना है लेकिन असली तो जनता के लिए ही जीतना है, देश के लिए जीतना है। इसलिए मेरे कार्यकर्ता भाइयों कोई कोर-कसर मत छोड़ना, दिन रात एक कर देना। मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि मध्यप्रदेश में रिकॉर्ड विकास को रिकॉर्ड वोटों से जिताना है। जनता के विकास और स्वर्णिम मध्यप्रदेश के निर्माण के लिए जितना है। उन्होंने जनसमूदाय से पूछते हुए कहा कि आपने कांग्रेस राज का दतिया तो देखा ही होगा, लेकिन जब से डॉ. नरोत्तम मिश्रा विधायक बने हैं तब का दतिया भी देखा है, भाजपा सरकार में दतिया का ऐतिहासिक विकास हुआ है। इस विकास गति को बनाए रखने के लिए भाजपा को भारी बहुमत से जिताएं।
लाड़ली बहनों की आंखों में आंसु नहीं रहने देंगे
दतिया में आयोजित महिला सम्मेलन में लाड़ली बहनों को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि पहले कांग्रेस केवल हल्ला कर रही थी कि फॉर्म भरवा रहे हैं, पैसे देंगे, लेकिन हमने महज़ तीन महीनों में योजना बनाकर1 करोड़ 32 लाख बहनों के खातो में पैसा भी डाल दिया। चौहान ने कहा कि 1 हजार रूपए से योजना शुरू की गई थी, लेकिन मन में आया कि लाड़ली बहनों के आंसू पूरे पोछेंगे और फिर इसकी राशि को बढ़ाकर 1250 रूपए किया गया। और आने वाले समय में 1500 रूपए, 1750 रुपए और इसी क्रम में बढ़ते हुए बहनों के खातो में 3000 रूपए हर महीने डाले जाएंगे। उन्होंने कहा कि बहनों के मान सम्मान की रक्षा में आपका भाई कोई कमी नहीं आने देगा।
सनातन को खत्म करने वाले माटी में मिल जाएंगे
मुख्यमंत्री चौहान ने लहार से भाजपा प्रत्याशी अमरीश शर्मा के समर्थन में रोड शो कर जनसभा को संबोधित किया। इस दौरान मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कहा कि सोनिया गांधी, राहुल गांधी सहित अन्य दलों ने एलायंस बना लिया, सनातन का अपमान करते हैं, कहते हैं कि, सनातन धर्म डेंगू है मलेरिया है इसे मिटा दो, लेकिन पूरी दुनियां चली गई सनातन को खत्म नहीं कर पाई। सनातन को खत्म करने वाले खुद माटी में मिल जाएंगे।
कार्यकर्ता जनता के बीच जाकर कांग्रेस की जनविरोधी नीतियों की याद फिर से दिलाएं - शर्मा
भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष, सांसद विष्णुदत्त शर्मा ने कार्यकर्ता सम्मलेन को संबोधित करते हुए कहा कि दतिया की जनता को साल 2003 का मध्यप्रदेश अच्छे से याद है, जब मिस्टर बंटाधार ने मध्यप्रदेश को दुरावस्था में पहुँचा दिया था। हर तरफ अन्याय, अत्याचार और मूलभूत आवश्यकताओं के लिए जनता में हाहाकार मचा हुआ था। वहीं, 15 माह की करप्शननाथ सरकार में भी जनता ने उसी काले काल को फिरसे देखा था। मेरा दतिया जिले के सभी कार्यकर्ताओं से आह्वान है कि जनता के बीच जाकर कांग्रेस के काले कारनामों और जनविरोधी नीतियों की याद फिर से दिलाना है। उन्होंने कहा कि पूर्ण विश्वास है कि आपके परिश्रम से दतिया समेत जिले की सभी विधानसभाओं में भाजपा प्रत्येक बूथ पर प्रचण्ड बहुमत से विजयी होगी।
मातृशक्तियों की विरोधी कांग्रेस को चुनाव में प्रत्येक बूथ पर हराकर जवाब दें बहनें
प्रदेश अध्यक्ष शर्मा ने दतिया में लाड़ली बहना सम्मलेन को संबोधित करते हुए कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी के नेतृत्व में केन्द्र एवं मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के नेतृत्व में प्रदेश भाजपा सरकार ने महिला सशक्तिकरण के लिए कई अनुकरणीय कार्य किये हैं। डबल इंजन सरकार की महिला हितैषी नीतियों का परिणाम है कि हर क्षेत्र में नारी शक्ति अपने कौशल का लोहा मनवा रही है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस की नीति केवल महिला विरोधी है। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के नेतृत्व में शुरु हुई लाड़ली लक्ष्मी योजना को 15 माह की करप्शननाथ सरकार ने द्वेष वश बंद कर दिया था। वहीं, मुख्यमंत्री कन्यादान योजना में राशि बढ़ाने का छलावा कर एक भी कन्या को इस योजना की राशि नहीं दी। शर्मा ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी ने महिलाओं को 33 प्रतिशत आरक्षण दिया तो वहीं मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने लाड़ली बहना योजना शुरु कर प्रदेश की बहनों को आर्थिक रूप से सशक्त करने का काम किया। उन्होंने उपस्थित बहनों से अपील करते हुए कहा कि मातृशक्तियों की विरोधी कांग्रेस को इस विधानसभा चुनाव में प्रत्येक बूथ पर हराकर जवाब दें एवं महिलाओं को सशक्त और समृद्ध बनाने के लिए प्रतिबद्ध भाजपा को प्रचण्ड बहुमत से अपने आशीर्वाद रूपी वोट प्रदान करें।
सरकार लगातार बना रहे, इस बार इतिहास बनाएंगेः नरोत्तम मिश्रा
प्रदेश के गृह मंत्री व दतिया से भाजपा प्रत्याशी डॉ. नरोत्तम मिश्रा ने सभा को संबोधित करते हुए कहा कि 15 वर्ष पहले जब मैं दतिया चुनाव लड़ने आया तो यहां तांगे चलते थे। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने दतिया का इतना विकास किया कि अब यहां से हवाई जहाज उड़ने लगे हैं। भाजपा प्रदेश में सरकार तो लगातार बना रही है, इस चुनाव के बाद सरकार बनाकर इतिहास बनाएंगी । उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने दतिया में मेडिकल कॉलेज, वेटनरी कॉलेज, लॉ कॉलेज दिए, लेकिन विपक्षी नेताओं को विकास नहीं दिखता। विपक्ष के नेता कहते हैं कि यहाँ भय का माहौल है, मैं पूछना चाहता हूं कि मुझसे से पहले भी दतिया से गृह मंत्री रहे हैं, विधायक व सांसद रहे हैं, तब यहां गैंगवार होता था तब इन्हें भय नहीं लगता था। कांग्रेस नेता यहां भय की बात इसलिए कह रहे हैं, क्योंकि उनकी दलाली बंद हो चुकी है। गृह मंत्री डॉ. मिश्रा ने कहा कि मेरी एक बात ध्यान में रखना जयचंदों को औकात में रखना। कांग्रेस प्रत्याशियों की सूची आने के बाद अब कोई कांग्रेसी यह नहीं कहेगा कि सरकार बनाएंगे, लेकिन कोई कांग्रेसी अगर कहे कि मेरी सरकार बनेगी तो आप लोग कह देना कि बनी बनाई तो सरकार चला नहीं पायें, नई सरकार क्या बनाओगे। गृह मंत्री मिश्रा ने बूथ कार्यकर्ताओं से कहा कि आप एक महीना पार्टी के लिए दिनरात कार्य करो, मैं पूरे पांच साल आपके लिए काम करूंगा।
दतिया में इस दौरान सांसद श्रीमती संध्या राय, विधायक श्रीमती रक्षा सिरोलिया, सेवढ़ा भाजपा प्रत्याशी प्रदीप अग्रवाल, जिलाध्यक्ष सुरेन्द्र बुधौलिया समेत भाजपा पदाधिकारी एवं जनप्रतिनिधिगण उपस्थित रहे।
चोरो ने मोबाइल दुकान में लगाई सेंध, लाखों का माल बटोरकर हुए चंपत
15 Oct, 2023 10:00 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
भोपाल। राजधानी के हनुमानगंज थानां इलाके में अज्ञात बदमशो ने मोबाइल दुकान में सेंध लगाकर लाखों रुपये कीमत के मोबाइल फोन समेट लिये।
जानकारी के अनुसार पंचवटी कालोनी, सिंगारचोली एयरपोर्ट रोड कोहेफिजा में रहने वाले 47 वर्षीय ओमप्रकाश देवनानी ने पुलिस को बताया कि वो हमीदिया रोड पर मॉय च्वाइस कलेक्शन नाम से मोबाइल दुकान संचालित करते हैं। 12 अक्टूबर की रात करीब 11 बजे वह दुकान में ताला लगाकर घर चले गए थे। अगली सुबह करीब साढ़े 11 बजे जब वो वापस दुकान पर पहुंचे तो उन्हें दुकान का पीछे का दरवाजा खुला हुआ और सारा सामान बिखरा पड़ा नजर आया। जब उन्होंने दुकान के पीछे जाकर देखा तो पीछे की दीवार में छेद बना हुआ था। अज्ञात बदमाशो ने दीवार में छेद किया और दरवाजे पर लगा ताला तोड़कर दुकान में जा घुसे। बदमाशो यहॉ रखे अलग-अलग कंपनियों के दर्जनों मोबाइल समेटकर चंपत हुए है। चोरी गये मोबाइलो की अनुमानित कीमत लाखो रुपये बताई जा रही है। जॉच के बाद फिलहाल पुलिस ने अज्ञात आरोपियो के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है।