मध्य प्रदेश (ऑर्काइव)
कांग्रेस के चुनावी वादे, जो कभी पूरे नहीं हुए
18 Oct, 2023 11:44 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
मध्य प्रदेश कांग्रेस ने अपना चुनावी घोषणा पत्र जारी कर दिया है। घोषणा पत्र में कांग्रेस ने आम बिजली उपभोक्ता को 100 यूनिट तक बिजली बिल माफ करने, 27 फीसदी ओबीसी आरक्षण देने और जातीय जनगणना कराने जैसे वादे किए हैं। कांग्रेस ने राज्य के सभी लोगों को 25 लाख का स्वास्थ्य बीमा देने, राज्य की आईपीएल की टीम बनाने जैसे वादे किए गए हैं।
इस घोषणा पत्र के जारी होने के बाद से ही चर्चा है कि बीते विधानसभा चुनाव में भी मध्य प्रदेश की जनता के साथ कांग्रेस ने ऐसे ही वादे किए थे, जो कभी पूरे नहीं किए गए। वहीं, भाजपा नेताओं का मानना है कि पूर्व से चल रही कई सरकारी योजनाओं को पैसा नहीं होने का बहाना बनाकर बंद कर दिया गया था। मध्य प्रदेश के अलावा और भी कांग्रेस शासित राज्य हैं, जहां जनता से किये गये वादे पूरे नहीं किए गए हैं।
कांग्रेस शासित राज्यों की जनता ठगी गई
हिमाचल प्रदेश कांग्रेस ने सत्ता में आने के बाद पहली कैबिनेट बैठक में एक लाख रोजगार का वादा किया था जो आज तक अधूरा है। यहां कांग्रेस महिलाओं को 1500 रुपए हर महीने देने का वादा कर सत्ता में आई और फिर सरकार बनते ही ‘नियम एवं शर्तें लागू’ जैसे शब्दों के साथ खेलकर केवल कुछ ही महिलाओं को इस योजना का लाभ दिया। जबकि प्रदेश की लाखों महिलाएं आज भी 1500 रुपए की आस लगाए हुए हैं।
न बेरोजगारी भत्ता मिला, न बिजली
राजस्थान में कांग्रेस सरकार युवाओं को बेरोजगारी भत्ता देने का वादा कर मुकर गई। कर्नाटक में फ्री बिजली का वादा करने वाली कांग्रेस ने सत्ता में आते ही बिजली दो रुपए/यूनिट बढ़ा दी थी।
कमलनाथ ने भी की थी वादाखिलाफी
2018 विधानसभा चुनाव के बाद कमलनाथ ने मुख्यमंत्री बनने के बाद घोषणा पत्र के वादों को पूरा नहीं किया। कमलनाथ का ग्रामीण क्षेत्र की महिलाओं को 10-10 सिलाई मशीन देने का वादा कांग्रेस ने कभी पूरा नहीं किया। कांग्रेस ने चुनाव से पहले किसानों से कर्जमाफी का वादा किया और फिर सत्ता में आते ही अन्नदाता को तीन रंगों के फार्म में उलझा दिया। इस झूठे वादे ने प्रदेश के लाखों किसानों को डिफॉल्टर बना दिया था।
900 वचन में से 9 भी पूरे नहीं!
कांग्रेस का चुनावी घोषणा पत्र जारी होने के बाद मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि ये कांग्रेस का वचन पत्र नहीं "झूठ पत्र" है। कांग्रेस ने 500 साल पहले भी जनता को 900 से अधिक वचन दिए थे, जिसमें से 9 वचन भी पूरे नहीं किए। आज फिर उन्होंने महाझूठ पत्र प्रस्तुत किया है। कांग्रेस की सच्चाई जनता जानती है इसलिए वह भ्रम में नहीं आने वाली। हम पूछना चाहते हैं नौजवानों को 4000 बेरोजगारी भत्ता कब मिलेगा? समर्थन मूल्य पर बोनस कब मिलेगा? समूहों का कर्जा कब माफ होगा? इस झूठ पर जनता भरोसा करने वाली नहीं है, क्योंकि जनता जानती है भाजपा जो कहती है वो पूरा करती है और जो नहीं कहती उसे भी पूरा करती है। लाड़ली बहना योजना दृष्टि पत्र में नहीं थी लेकिन हमने इसे लागू किया।
मध्य प्रदेश में डेढ़ वर्ष तक एक भी वादा नहीं हुआ था पूरा ।
18 Oct, 2023 11:38 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
मध्य प्रदेश में आज कांग्रेस पार्टी की ओर से वचन पत्र अर्थात चुनावी घोषणा पत्र जारी कर दिया गया है । इसी तरह का चुनावी घोषणा पत्र वर्ष 2018 में कांग्रेस पार्टी के द्वारा वचन पत्र के रूप में जारी किया गया था । झूठ छल एवं कपट से भरे हुए इन वचनों का अंत परिणाम के रूप में अंततः डेढ़ साल बाद जब एक भी वचन पूरा नहीं हुआ तो कांग्रेस की सरकार गिर गई । ऐसी ही स्थिति अगर राष्ट्रीय परिदृश्य में देखें तो कर्नाटक में लगभग 6 महीने पूर्व किए गए वादे आज भी पूरी तरह से अधूरी दिखाई दे रहे हैं वहीं दूसरी ओर जहां पर सरकार को लगभग 5 वर्ष हो गए हैं और विधानसभा चुनाव संपन्न होने वाले है । वहां चुनाव में किए गए 5 वर्ष पूर्व के दावे प्रति दावे एवं वादे प्रति वादे पूरी तरह से झूठ साबित हुए हैं । आज मध्य प्रदेश में एक बार फिर से लगभग 5 वर्ष पश्चात वही तस्वीर कांग्रेस पार्टी के द्वारा दिखाई गई ।
कर्नाटक, राजस्थान एवं छत्तीसगढ़ में कांग्रेस पार्टी द्वारा किए गए वादों की तस्वीर ।
हिमाचल प्रदेश कांग्रेस ने सत्ता में आने के बाद पहली कैबिनेट बैठक में एक लाख रोजगार का वादा किया था जो आज तक अधूरा है। रोजगार दिलाने के नाम पर हिमाचल प्रदेश में पिछले 5 महीने से कैबिनेट के अंतर्गत इस संबंध में प्रस्ताव लगभग छह बार प्रस्तुत तो हुआ परंतु क्रियान्वयन में नहीं हो सका ।
वादा किया शराब बंद होगी परंतु घर-घर पहुंचने लगी शराब ।
छत्तीसगढ़ में वर्ष 2018 के अंतर्गत चुनावी घोषणा पत्र के क्रम में इस बात का छत्तीसगढ़ में कांग्रेस पार्टी के द्वारा वचन दिया गया था कि शराब नीति पूरी तरह से समाप्त करते हुए वहां पर शराबबंदी लागू कर दी जाएगी परंतु दूसरी और अवैध रूप से शराब माफिया के साथ संलग्न कारोबार एवं बड़े-बड़े घोटाले के क्रम में दिल्ली सरकार की तर्ज पर करोड़ अरबो रुपए का शराब घोटाला छत्तीसगढ़ में सामने आ गया । एवं शराबबंदी की जगह घर-घर में शराब परोशने की योजना छत्तीसगढ़ में लागू कर दी गई ।
छत्तीसगढ़ में शराबबंदी का वादा कर सत्ता में आई कांग्रेस सरकार ने शराब की होम डिलीवरी शुरू कर दी। प्रदेश आज भी शराबबंदी का वादा पूरा होने की राह तक रहा है।
- हिमाचल प्रदेश में महिलाओं को हर महीने ₹1500 देने का वादा ।
आज मध्य प्रदेश में प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के द्वारा लाडली बहन योजना के अंतर्गत दिए जाने वाले 1250 रुपए से लेकर ₹3000 तक की वर्तमान में क्रियान्वित योजना के जवाब में मध्य प्रदेश में आज कांग्रेस पार्टी ने वचन पत्र के अंतर्गत ₹1500 प्रतिमा सम्मान योजना लागू करने की घोषणा की है । दूसरी और हिमाचल प्रदेश के चुनाव से पूर्व घोषणा के अंतर्गत इस योजना के प्रतिरूप के रूप में देख तो वहां पर भी इसी तरह की घोषणा की गई थी जिसका कोई भी अमल आज दिनांक तक हिमाचल प्रदेश में नहीं हो पाया है । कुछ महिलाओं को छोड़कर प्रदेश की लाखों महिलाएं आज भी इन ₹1500 का इंतजार कर रही हैं।
. ‘ महतारी सम्मान’ नहीं, महिलाओं पर अत्याचार ।
कांग्रेस ने अपने घोषणा पत्र में छत्तीसगढ़ की सभी महिलाओं को हर महीनें 500 रुपए ‘महतारी सम्मान’ देने का वादा किया था, लेकिन प्रदेश में उन्हें केवल अत्याचार और अपमान ही मिल रहा है । इस सम्मान की राशि का उपयोग आखिर छत्तीसगढ़ सरकार में किस फंड में कर दिया गया इसकी जानकारी आज तक प्राप्त नहीं हो सकी । कांग्रेस पार्टी ने वर्ष 2018 में अपने बच्चन पत्र में इस वचन को बढ़ चढ़कर उठाया था ।
आदिवासी समाज की रोजी-रोटी तेंदु पत्ता संग्रह के साथ भी किया छल ।
छत्तीसगढ़ जैसे राष्ट्रीय स्तर के आदिवासी समाज से जुड़े हुए राज्य के अंदर तेंदूपत्ता संग्रह करके अपनी आर्थिक व्यवस्थाओं को संद्रन करने की योजना राज्य सरकार के द्वारा संचालित की जा रही है । परंतु इस तेंदूपत्ता संग्रहण के लिए बोनस की राशि का आवंटन एवं वितरण पूरी तरह से छत्तीसगढ़ सरकार ने बंद कर दिया । ऐसी स्थिति में पिछले चार वर्षो के अंतराल में करोड़ों रुपए की राशि तेंदु पट्टा के बोनस के रूप में किसी अन्य विभाग को अंतरण कर दी गई ।
- छत्तीसगढ़ में कांग्रेस सरकार तेंदूपत्ता संग्राहक आदिवासियों को छलते हुए उनका बोनस तक डकार गई। आदिवासी भाई-बहन आज भी कांग्रेस द्वारा बोनस के वादे के पूरा होने की उम्मीद में बैठे हैं।
छत्तीसगढ़ में पक्के आशियाने का सपना अधूरा ।
वर्ष 2018 में जब कांग्रेस पार्टी ने छत्तीसगढ़ के अंदर अपना घोषणा पत्र जारी किया गया था उसमें सबसे प्राथमिक रूप से गरीबों के लिए घर निर्माण में टैक्स को आधा करने का वादा किया गया था । छत्तीसगढ़ में सरकार आने के बाद वर्ष 2021 एवं 22 में नगर निगम टैक्स 7% तक बढ़ाने के पश्चात गरीबों के मकान पर अतिरिक्त बोझ डालकर इस वादे के विरुद्ध 7% टैक्स बढ़ा दिया गया और यह वादा पूरी तरह से हवा हवाई हो गया ।
कहां है माता-बहनों की सिलाई मशीन?
- मध्यप्रदेश में पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ का ग्रामीण क्षेत्र की महिलाओं को 10-10 सिलाई मशीन देने का वादा कांग्रेस ने कभी पूरा नहीं किया। वर्ष 2018 के वचन पत्र में महिलाओं के साथ किए गए इस तरह के वादे को कांग्रेस पार्टी ने न केवल मध्य प्रदेश में मजाक का विषय बनाया वहीं दूसरी ओर हिमाचल प्रदेश में अभी इसी तरह का वादा किया गया था जहां पर यह वादा आज मजाक का विषय बन चुका है ।
बेरोजगारी भत्ते का एक और छलावा ।
मध्य प्रदेश में कांग्रेस पार्टी ने आज अपने जारी किए गए वचन पत्र में बेरोजगारी भत्ते का एक बार फिर से जिक्र किया है । परंतु वर्ष 2018 के वचन पत्र में जिस तरह से सरकार आने के पश्चात युवा एवं बेरोजगारों के साथ मजाक किया गया था उसका उदाहरण भी अपने आप में सामने है ।
मध्य प्रदेश में युवाओं को बेरोजगारी भत्ता देने का वादा करने वाली कांग्रेस सरकार युवाओं को भत्ता देने की बजाय उनसे बैंड बाजा बजवाने और ढोर चरवाने की फिराक में थी ।
*प्रदेश में कर्ज माफी का वादा पूरी तरह से निकला झूठा ।
*
मध्य प्रदेश में वर्ष 2018 से पूर्व जब कांग्रेस पार्टी ने अपना वचन पत्र जारी किया था तो उसमें सबसे बड़ी घोषणा किसने की कर्ज माफी से जुड़ी हुई थी जिसके आधार पर मध्य प्रदेश में संभवत कांग्रेस पार्टी की वापसी हुई
परंतु मध्य प्रदेश में कांग्रेस पार्टी की सरकार आने के बाद यह वायदा पूरी तरह से हवा हवाई हो गया ।
मध्यप्रदेश में कांग्रेस ने पहले किसानों से कर्जमाफी का वादा किया और फिर सत्ता में आते ही अन्नदाता को तीन रंगों के फार्म में उलझा दिया। इस झूठे वादे ने प्रदेश के लाखों किसानों को डिफॉल्टर बना दिया। इसी स्थिति के कारण पूर्व कांग्रेस के नेता ज्योतिरादित्य सिंधिया ने वरिष्ठ कांग्रेस के नेताओं के खिलाफ बयान दिया था और बाद में पार्टी भी छोड़ दी थी ।
कर्नाटक में फ्री बिजली का वादा हवा हवाई , ₹2 बड़े प्रति यूनिट ।
कांग्रेस पार्टी ने कर्नाटक चुनाव प्रचार के दौरान एवं वचन पत्र मैं उपरोक्त वादा किया था कि सत्ता में आने के साथी फ्री बिजली दी जाएगी परंतु यह वादा आज दिनांक तक हवा हवाई दिखाई दे रहा है वहीं दूसरी ओर पिछले 6 महीने के अंतराल में कर्नाटक में बिजली की कीमत ₹2 प्रति यूनिट बढ़ चुकी है ।
कांग्रेस फिर लेकर आई झूठे वचनों का पुलिंदा... शिवराज सिंह चौहान ।
प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने आज कांग्रेस पार्टी के द्वारा घोषित किए गए घोषणा पत्र अर्थात वचन पत्र के संबंध में ट्विटर के माध्यम से कहा कि ---
_लेकिन सच तो यह है कि...
भाजपा के जनकल्याण और विकास के आगे कांग्रेसियों के झूठ वचन और वादे नहीं टिकेंगे।
जनता इन्हें जवाब देगी...
भाजपा फिर जीतेगी और भरपूर बहुमत से जीतेगी।
क्योंकि हम जो कहते हैं, वो करते हैं...
भाजपा सरकार ने विकास किया है, आगे भी विकास करेगी।_
कांग्रेसियों के विरोध का असर, शिवपुरी व दतिया टिकट पर फिर मंथन कर सकता है आलाकमान
18 Oct, 2023 11:33 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
दतिया । लगातार तीसरे दिन मंगलवार को भी दतिया में कांग्रेस के टिकट को लेकर राजनीति गरमाई रही। जिला कांग्रेस कार्यालय के सामने कांग्रेस कार्यकर्ता धरने पर बैठे रहे। वहीं कुछ ग्रामीण क्षेत्र में नाराज कांग्रेसियों ने पुतले भी दहन किए। इधर एक सैकड़ा से भी ज्यादा कांग्रेसियों ने भोपाल और दिल्ली पहुंचकर वहां भी अपना विरोध प्रदर्शन किया। सूत्रों की मानें तो इन विरोध प्रदर्शन का असर आलाकमान पर भी पड़ा है। जिसके चलते खबर है कि कांग्रेस की वर्किंग कमेटी की बैठक में दतिया, पिछोर, शिवपुरी और मेहगांव के टिकट को लेकर दोबारा मंथन हो सकता है।
प्रचार नहीं हुआ शुरू
कांग्रेस के घोषित प्रत्याशी भी, टिकट को लेकर वर्तमान में चल रहे घमासान के कारण अपना प्रचार अभियान भी शुरू नहीं कर पा रहे। नाराज कांग्रेसियों ने तो पहले ही घोषणा कर दी है कि वह टिकट पर फैसला न बदले जाने तक कोई प्रचार नहीं करेंगे।
वहीं इस मामले में पूर्व विधायक राजेंद्र भारती द्वारा कल 19 अक्टूबर को विशेष मीटिंग बुलाए जाने की खबर भी है। जिसमें सभी वरिष्ठ कांग्रेस नेता एवं सभी विंग के अध्यक्षों, ब्लाक अध्यक्ष, मंडलम, सेक्टर के कार्यकर्ताओं के शामिल होने की उम्मीद है। कांग्रेसजन ने भी आने वाले दो तीन दिन में पार्टी के इस अंतर्कलह का कुछ समाधान निकलने की उम्मीद जताई है।
ज्ञापन भेजने का चला दौर
कांग्रेसियों ने पार्टी के टिकट को लेकर नाराजगी जताते हुए ज्ञापन भी प्रदेशाध्यक्ष कमलनाथ के भेजे हैं। जिसमें पार्टी के निर्णय को कार्यकर्ताओं की भावना के अनुरुप नहीं बताया है। कार्यकर्ताओं ने टिकट न बदले जाने पर सामूहिक इस्तीफा देने की बात भी ज्ञापन में की है। इधर कांग्रेस के द्वंद के बीच भाजपा ने अपना चुनावी अभियान छेड़ दिया है।
वादे का क्या है, वादा तो टूट जाता है...
18 Oct, 2023 10:40 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
मध्य प्रदेश कांग्रेस ने अपना चुनावी घोषणा पत्र जारी कर दिया है। घोषणा पत्र में कांग्रेस ने आम बिजली उपभोक्ता को 100 यूनिट तक बिजली बिल माफ करने, 27 फीसदी ओबीसी आरक्षण देने और जातीय जनगणना कराने जैसे वादे किए हैं। कांग्रेस ने राज्य के सभी लोगों को 25 लाख का स्वास्थ्य बीमा देने, राज्य की आईपीएल की टीम बनाने जैसे वादे किए गए हैं।
इस घोषणा पत्र के जारी होने के बाद से ही चर्चा है कि बीते विधानसभा चुनाव में भी मध्य प्रदेश की जनता के साथ कांग्रेस ने ऐसे ही वादे किए थे, जो कभी पूरे नहीं किए गए। वहीं, भाजपा नेताओं का मानना है कि पूर्व से चल रही कई सरकारी योजनाओं को पैसा नहीं होने का बहाना बनाकर बंद कर दिया गया था। मध्य प्रदेश के अलावा और भी कांग्रेस शासित राज्य हैं, जहां जनता से किये गये वादे पूरे नहीं किए गए हैं।
कांग्रेस शासित राज्यों की जनता ठगी गई
हिमाचल प्रदेश कांग्रेस ने सत्ता में आने के बाद पहली कैबिनेट बैठक में एक लाख रोजगार का वादा किया था जो आज तक अधूरा है। यहां कांग्रेस महिलाओं को 1500 रुपए हर महीने देने का वादा कर सत्ता में आई और फिर सरकार बनते ही ‘नियम एवं शर्तें लागू’ जैसे शब्दों के साथ खेलकर केवल कुछ ही महिलाओं को इस योजना का लाभ दिया। जबकि प्रदेश की लाखों महिलाएं आज भी 1500 रुपए की आस लगाए हुए हैं।
न बेरोजगारी भत्ता मिला, न बिजली
राजस्थान में कांग्रेस सरकार युवाओं को बेरोजगारी भत्ता देने का वादा कर मुकर गई। कर्नाटक में फ्री बिजली का वादा करने वाली कांग्रेस ने सत्ता में आते ही बिजली दो रुपए/यूनिट बढ़ा दी थी।
कमलनाथ ने भी की थी वादाखिलाफी
2018 विधानसभा चुनाव के बाद कमलनाथ ने मुख्यमंत्री बनने के बाद घोषणा पत्र के वादों को पूरा नहीं किया। कमलनाथ का ग्रामीण क्षेत्र की महिलाओं को 10-10 सिलाई मशीन देने का वादा कांग्रेस ने कभी पूरा नहीं किया। कांग्रेस ने चुनाव से पहले किसानों से कर्जमाफी का वादा किया और फिर सत्ता में आते ही अन्नदाता को तीन रंगों के फार्म में उलझा दिया। इस झूठे वादे ने प्रदेश के लाखों किसानों को डिफॉल्टर बना दिया था।
900 वचन में से 9 भी पूरे नहीं!
कांग्रेस का चुनावी घोषणा पत्र जारी होने के बाद मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि ये कांग्रेस का वचन पत्र नहीं "झूठ पत्र" है। कांग्रेस ने 500 साल पहले भी जनता को 900 से अधिक वचन दिए थे, जिसमें से 9 वचन भी पूरे नहीं किए। आज फिर उन्होंने महाझूठ पत्र प्रस्तुत किया है। कांग्रेस की सच्चाई जनता जानती है इसलिए वह भ्रम में नहीं आने वाली। हम पूछना चाहते हैं नौजवानों को 4000 बेरोजगारी भत्ता कब मिलेगा? समर्थन मूल्य पर बोनस कब मिलेगा? समूहों का कर्जा कब माफ होगा? इस झूठ पर जनता भरोसा करने वाली नहीं है, क्योंकि जनता जानती है भाजपा जो कहती है वो पूरा करती है और जो नहीं कहती उसे भी पूरा करती है। लाड़ली बहना योजना दृष्टि पत्र में नहीं थी लेकिन हमने इसे लागू किया।
वचन जाए पर झूठ बड़े न जाए...
18 Oct, 2023 10:24 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
मध्यप्रदेश में आगामी विधानसभा चुनाव के लिए कांग्रेस ने घोषणापत्र जारी कर दिया है। चुनावी घोषणा पत्र से पार्टी का एक बार फिर असली चेहरा उजागर हो गया है। दरअसल चुनावी घोषणा पत्र में पार्टी ने उन सभी योजनाओं को लागू करने का आश्वासन दिया है, जिसे पार्टी ने सत्ता में आने के बाद तुरंत बंद कर दिया था। तेंदूपत्ता तोड़ने वाली आदिवासी जनजाति को कांग्रेस ने 4000 हजार रुपए प्रति मानक बोरा देने का वादा किया है, जबकि इससे पहले अपने कार्यकाल में आदिवासियों को मिलने वाली सहायता राशि बंद कर दी गई थीं। सनातन धर्म का मजाक बनाने वाली पार्टी ने श्री राम वन गमन पथ और सीता माता मंदिर बनाने का वादा भी घोषणा पत्र में किया था, निश्चित रूप से कांग्रेस की कथनी और करनी में अंतर समझने वाली जनता घोषणा पत्र का जवाब वोट से देगी।
मंगलवार को कांग्रेस ने विधानसभा चुनाव के लिए घोषणा पत्र जारी कर दिया है। सूत्रों की मानें तो भाजपा दल में कांग्रेसी घोषणा पत्र को लेकर कटाक्ष शुरू हो गया है। कहा जा रहा है कि पार्टी ने नया घोषणा पत्र बनाने की भी जहमत नहीं की है, इसलिए ऐसी योजनाओं को भी शामिल किया गया है जिसे कांग्रेस ने सत्ता संभालने के बाद बंद कर दिया था। किसानों का ऋण माफ करने की घोषणा करने के बाद कांग्रेस के काल में किसानों का किसी तरह का ऋण माफ नहीं किया गया, जबकि वर्ष 2023 के घोषणा पत्र में एक बार किसानों के कृषि ऋण माफ करने की बात कही गई है। मंगलवार को आयोजित पत्रकार वार्ता में कांग्रेस ने अपना चुनावी घोषणा पत्र जारी किया, 101 बिंदुओं को गारंटी देने के साथ ही पार्टी ने कुछ नये वचन का भी दावा किया है। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह के कार्यकाल में शुरू गई लाड़ली लक्ष्मी और लाडली बहना योजना के जवाब में कांग्रेस ने मेरी बिटिया रानी योजना लागू करने की बात कही है, जिसमें जन्म से विवाह होने तक बिटिया को 2 लाख 51 हजार रुपए तक की सहायता राशि दी जाएगी। इसके साथ ही महिलाओं को आर्थिक सहायता देने के उद्देश्य से पार्टी ने नारी सम्मान निधि के रूप में महिलाओं को प्रतिमाह 1500 रुपए तक की सहायता राशि देने का वादा किया है, हालांकि सीएम शिवराज सिंह चौहान के कार्यकाल में इस राशि को पहले ही बढ़ाकर 3000 रुपए करने की घोषणा की जा चुकी है। कांग्रेस सनातन के सहारे ही इस चुनाव में अपनी नैया पार लगाना चाह रही है, इसलिए घोषणा पत्र में श्री राम वन गमन पथ को तन्मयता के साथ पूरा करने और सीता माता मंदिर बनाने का भी वादा किया है। वहीं भाजपा जहां महिलाओं को 450 रुपए में घरेलू सिलेंडर उपलब्ध करा रही है, कांग्रेस 500 रुपए में घरेलू गैस सिलेंडर देने के वादे के साथ चुनाव जीतना चाह रही है। सूत्रों की मानें तो कांग्रेसी चुनावी घोषणा पत्र ने चुनाव जीतने से पहले कांग्रेस को हरा दिया, चुनावी वचन पत्र में कांग्रेस ने सिर्फ पुराने झूठे वादे किए हैं।
जिन योजनाओं को किया बंद, उसी पर फिर झूठा वादा
18 Oct, 2023 09:23 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
मध्यप्रदेश में आगामी विधानसभा चुनाव के लिए कांग्रेस ने घोषणापत्र जारी कर दिया है। चुनावी घोषणा पत्र से पार्टी का एक बार फिर असली चेहरा उजागर हो गया है। दरअसल चुनावी घोषणा पत्र में पार्टी ने उन सभी योजनाओं को लागू करने का आश्वासन दिया है, जिसे पार्टी ने सत्ता में आने के बाद तुरंत बंद कर दिया था। तेंदूपत्ता तोड़ने वाली आदिवासी जनजाति को कांग्रेस ने 4000 हजार रुपए प्रति मानक बोरा देने का वादा किया है, जबकि इससे पहले अपने कार्यकाल में आदिवासियों को मिलने वाली सहायता राशि बंद कर दी गई थीं। सनातन धर्म का मजाक बनाने वाली पार्टी ने श्री राम वन गमन पथ और सीता माता मंदिर बनाने का वादा भी घोषणा पत्र में किया था, निश्चित रूप से कांग्रेस की कथनी और करनी में अंतर समझने वाली जनता घोषणा पत्र का जवाब वोट से देगी।
मंगलवार को कांग्रेस ने विधानसभा चुनाव के लिए घोषणा पत्र जारी कर दिया है। सूत्रों की मानें तो भाजपा दल में कांग्रेसी घोषणा पत्र को लेकर कटाक्ष शुरू हो गया है। कहा जा रहा है कि पार्टी ने नया घोषणा पत्र बनाने की भी जहमत नहीं की है, इसलिए ऐसी योजनाओं को भी शामिल किया गया है जिसे कांग्रेस ने सत्ता संभालने के बाद बंद कर दिया था। किसानों का ऋण माफ करने की घोषणा करने के बाद कांग्रेस के काल में किसानों का किसी तरह का ऋण माफ नहीं किया गया, जबकि वर्ष 2023 के घोषणा पत्र में एक बार किसानों के कृषि ऋण माफ करने की बात कही गई है। मंगलवार को आयोजित पत्रकार वार्ता में कांग्रेस ने अपना चुनावी घोषणा पत्र जारी किया, 101 बिंदुओं को गारंटी देने के साथ ही पार्टी ने कुछ नये वचन का भी दावा किया है। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह के कार्यकाल में शुरू गई लाड़ली लक्ष्मी और लाडली बहना योजना के जवाब में कांग्रेस ने मेरी बिटिया रानी योजना लागू करने की बात कही है, जिसमें जन्म से विवाह होने तक बिटिया को 2 लाख 51 हजार रुपए तक की सहायता राशि दी जाएगी। इसके साथ ही महिलाओं को आर्थिक सहायता देने के उद्देश्य से पार्टी ने नारी सम्मान निधि के रूप में महिलाओं को प्रतिमाह 1500 रुपए तक की सहायता राशि देने का वादा किया है, हालांकि सीएम शिवराज सिंह चौहान के कार्यकाल में इस राशि को पहले ही बढ़ाकर 3000 रुपए करने की घोषणा की जा चुकी है। कांग्रेस सनातन के सहारे ही इस चुनाव में अपनी नैया पार लगाना चाह रही है, इसलिए घोषणा पत्र में श्री राम वन गमन पथ को तन्मयता के साथ पूरा करने और सीता माता मंदिर बनाने का भी वादा किया है। वहीं भाजपा जहां महिलाओं को 450 रुपए में घरेलू सिलेंडर उपलब्ध करा रही है, कांग्रेस 500 रुपए में घरेलू गैस सिलेंडर देने के वादे के साथ चुनाव जीतना चाह रही है। सूत्रों की मानें तो कांग्रेसी चुनावी घोषणा पत्र ने चुनाव जीतने से पहले कांग्रेस को हरा दिया, चुनावी वचन पत्र में कांग्रेस ने सिर्फ पुराने झूठे वादे किए हैं।
कांग्रेस का कपड़ा फाड़ अभियान...
18 Oct, 2023 08:58 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
मध्य प्रदेश के दो पूर्व मुख्यमंत्री इन दिनों आपस में उलझने में व्यस्त है, नौबत एक-दूसरे के कपड़े फाड़ने तक की आ चुकी है। दरअसल, इन दिनों सोशल मीडिया पर एक वीडियो जमकर वायरल हो रहा है जिसमें पूर्व मुख्यमंत्री और वर्तमान प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ, पूर्व मुख्यमंत्री व कांग्रेस पार्टी के केंद्रीय नेता दिग्विजय सिंह के कपड़ा फाड़ देने की बात कर रहे हैं। जनप्रतिनिधियों के इस आचरण को देखकर जनता को लग रहा है कि जिन नेताओं के बीच अभी से नहीं बन रही है, वह सरकार में आ गए तो जनता का जीना दुश्वार कर देंगे। राजनीतिक विश्लेषकों का भी मानना है कि कांग्रेस की अंदरूनी गुटबाजी और कलह के साथ परिवारवाद के कारण मध्य प्रदेश की जनता हर बार ठगी जा रही है। बीते विधानसभा चुनाव के बाद 15 महीने की सरकार को जनता काला अध्याय मानती है।
असल में, सोशल मीडिया में सोमवार को एक वीडियो वायरल हुआ। वीडियो में कमलनाथ शिवपुरी से आए असंतुष्ट नेताओं से कह रहे हैं कृपया आप लोग यहां गदर मत कीजिए। दिग्विजय सिंह और जयवर्धन के पास जाइए और उनके कपड़े फाड़िए। विरोध जता रहे लोग शिवपुरी के कोलारस से विधायक वीरेंद्र रघुवंशी के समर्थक थे। इस बार रघुवंशी का टिकट कट गया है। इसी के चलते उनके समर्थक टिकट बदलने की मांग करने कमल नाथ से मिलने आए थे।
खंड-खंड में बंटी कांग्रेस को केवल अपने परिवार की चिंता
हालांकि, यह पहली बार नहीं है जब कमलनाथ और दिग्विजय सिंह एक-दूसरे के लिए इस प्रकार के शब्दों का प्रयोग करते हैं। इससे पहले भी कई गुटों में बंटी कांग्रेस को जनता के हितों की चिंता नहीं होती है। ये नेता केवल और केवल अपने परिवार का हित देखते हैं। दिग्ग्विजय चाहते हैं कि कांग्रेस की सरकार बनने की स्थिति में उनके बेटे जयवर्धन सिंह मुख्यमंत्री बनें। वहीं कमलनाथ खुद को भावी मुख्यमंत्री बताते हुए अपने बेटे नकुलनाथ को प्रदेश के भविष्य के सबसे बड़े कांग्रेस नेता के तौर पर स्थापित करना चाहते हैं। इसी खींचतान में दिग्विजय अपने सगे छोटे भाई लक्ष्मण सिंह का टिकट भी काटने के पक्षधर थे। दिग्गी राजा का गणित भांप चुके कमलनाथ ने उनकी इच्छा को दरकिनार कर लक्ष्मण सिंह को चाचौड़ा से फिर टिकट दे दिया। भावी सीएम की रेस में दोनों नेताओं के बीच अपने-अपने समर्थकों को ज्यादा से ज्यादा टिकट देने की होड़ चल पड़ी है।
कमल नाथ और नकुलनाथ ही ‘नाथ’ बाकी सब ‘अनाथ’
पिछले एक महीने में बयानों को देखें तो ऐसा लग रहा है जैसे कांग्रेस में कमलनाथ और सांसद बेटे नकुलनाथ की ‘मनमर्जियां’ चल रही हैं और तमाम दावों के बाद राहुल गांधी और प्रियंका गांधी मध्यप्रदेश के फैसलों से गायब हो गए हैं। सबकुछ कमलनाथ की मनमर्जी से हो रहा है। पहले कमलनाथ कहते हैं कि वे विधानसभा चुनाव नहीं लड़ेंगे, फिर कहते हैं केंद्रीय नेतृत्व चुनाव लड़ने का फैसला करेगा, अगले दिन उनके बेटे नकुल बोलते हैं कि कमलनाथ छिंदवाड़ा से लड़ेंगे और हुआ भी वही। सोमवार को कमलनाथ ने कहा कि छिंदवाड़ा की 6 सीटों पर कौन चुनाव मैदान में उतरेगा, इसका फैसला नकुलनाथ करेंगे और घोषणा छिंदवाड़ा में की जाएगी। इसके फौरन बाद नकुल नाथ छिंदवाड़ा में घोषणा करते हैं कि अमरवाड़ा से कमलेश प्रताप और परासिया से सोहनलाल वाल्मिकी चुनाव लड़ेंगे। जबकि दोनों के हारने की बात राहुल गांधी के सर्वे में आ चुकी है। यानी राहुल गांधी और प्रियंका गांधी से भी बढ़कर हो गए हैं कमलनाथ और नकुलनाथ।
जहां बनी सरकार , वचन पत्र हुए हवा हवाई ।
18 Oct, 2023 07:45 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
मध्य प्रदेश में आज कांग्रेस पार्टी की ओर से वचन पत्र अर्थात चुनावी घोषणा पत्र जारी कर दिया गया है । इसी तरह का चुनावी घोषणा पत्र वर्ष 2018 में कांग्रेस पार्टी के द्वारा वचन पत्र के रूप में जारी किया गया था । झूठ छल एवं कपट से भरे हुए इन वचनों का अंत परिणाम के रूप में अंततः डेढ़ साल बाद जब एक भी वचन पूरा नहीं हुआ तो कांग्रेस की सरकार गिर गई । ऐसी ही स्थिति अगर राष्ट्रीय परिदृश्य में देखें तो कर्नाटक में लगभग 6 महीने पूर्व किए गए वादे आज भी पूरी तरह से अधूरी दिखाई दे रहे हैं वहीं दूसरी ओर जहां पर सरकार को लगभग 5 वर्ष हो गए हैं और विधानसभा चुनाव संपन्न होने वाले है । वहां चुनाव में किए गए 5 वर्ष पूर्व के दावे प्रति दावे एवं वादे प्रति वादे पूरी तरह से झूठ साबित हुए हैं । आज मध्य प्रदेश में एक बार फिर से लगभग 5 वर्ष पश्चात वही तस्वीर कांग्रेस पार्टी के द्वारा दिखाई गई ।
कर्नाटक, राजस्थान एवं छत्तीसगढ़ में कांग्रेस पार्टी द्वारा किए गए वादों की तस्वीर ।
हिमाचल प्रदेश कांग्रेस ने सत्ता में आने के बाद पहली कैबिनेट बैठक में एक लाख रोजगार का वादा किया था जो आज तक अधूरा है। रोजगार दिलाने के नाम पर हिमाचल प्रदेश में पिछले 5 महीने से कैबिनेट के अंतर्गत इस संबंध में प्रस्ताव लगभग छह बार प्रस्तुत तो हुआ परंतु क्रियान्वयन में नहीं हो सका ।
वादा किया शराब बंद होगी परंतु घर-घर पहुंचने लगी शराब ।
छत्तीसगढ़ में वर्ष 2018 के अंतर्गत चुनावी घोषणा पत्र के क्रम में इस बात का छत्तीसगढ़ में कांग्रेस पार्टी के द्वारा वचन दिया गया था कि शराब नीति पूरी तरह से समाप्त करते हुए वहां पर शराबबंदी लागू कर दी जाएगी परंतु दूसरी और अवैध रूप से शराब माफिया के साथ संलग्न कारोबार एवं बड़े-बड़े घोटाले के क्रम में दिल्ली सरकार की तर्ज पर करोड़ अरबो रुपए का शराब घोटाला छत्तीसगढ़ में सामने आ गया । एवं शराबबंदी की जगह घर-घर में शराब परोशने की योजना छत्तीसगढ़ में लागू कर दी गई ।
छत्तीसगढ़ में शराबबंदी का वादा कर सत्ता में आई कांग्रेस सरकार ने शराब की होम डिलीवरी शुरू कर दी। प्रदेश आज भी शराबबंदी का वादा पूरा होने की राह तक रहा है।
- हिमाचल प्रदेश में महिलाओं को हर महीने ₹1500 देने का वादा ।
आज मध्य प्रदेश में प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के द्वारा लाडली बहन योजना के अंतर्गत दिए जाने वाले 1250 रुपए से लेकर ₹3000 तक की वर्तमान में क्रियान्वित योजना के जवाब में मध्य प्रदेश में आज कांग्रेस पार्टी ने वचन पत्र के अंतर्गत ₹1500 प्रतिमा सम्मान योजना लागू करने की घोषणा की है । दूसरी और हिमाचल प्रदेश के चुनाव से पूर्व घोषणा के अंतर्गत इस योजना के प्रतिरूप के रूप में देख तो वहां पर भी इसी तरह की घोषणा की गई थी जिसका कोई भी अमल आज दिनांक तक हिमाचल प्रदेश में नहीं हो पाया है । कुछ महिलाओं को छोड़कर प्रदेश की लाखों महिलाएं आज भी इन ₹1500 का इंतजार कर रही हैं।
. ‘ महतारी सम्मान’ नहीं, महिलाओं पर अत्याचार ।
कांग्रेस ने अपने घोषणा पत्र में छत्तीसगढ़ की सभी महिलाओं को हर महीनें 500 रुपए ‘महतारी सम्मान’ देने का वादा किया था, लेकिन प्रदेश में उन्हें केवल अत्याचार और अपमान ही मिल रहा है । इस सम्मान की राशि का उपयोग आखिर छत्तीसगढ़ सरकार में किस फंड में कर दिया गया इसकी जानकारी आज तक प्राप्त नहीं हो सकी । कांग्रेस पार्टी ने वर्ष 2018 में अपने बच्चन पत्र में इस वचन को बढ़ चढ़कर उठाया था ।
आदिवासी समाज की रोजी-रोटी तेंदु पत्ता संग्रह के साथ भी किया छल ।
छत्तीसगढ़ जैसे राष्ट्रीय स्तर के आदिवासी समाज से जुड़े हुए राज्य के अंदर तेंदूपत्ता संग्रह करके अपनी आर्थिक व्यवस्थाओं को संद्रन करने की योजना राज्य सरकार के द्वारा संचालित की जा रही है । परंतु इस तेंदूपत्ता संग्रहण के लिए बोनस की राशि का आवंटन एवं वितरण पूरी तरह से छत्तीसगढ़ सरकार ने बंद कर दिया । ऐसी स्थिति में पिछले चार वर्षो के अंतराल में करोड़ों रुपए की राशि तेंदु पट्टा के बोनस के रूप में किसी अन्य विभाग को अंतरण कर दी गई ।
- छत्तीसगढ़ में कांग्रेस सरकार तेंदूपत्ता संग्राहक आदिवासियों को छलते हुए उनका बोनस तक डकार गई। आदिवासी भाई-बहन आज भी कांग्रेस द्वारा बोनस के वादे के पूरा होने की उम्मीद में बैठे हैं।
छत्तीसगढ़ में पक्के आशियाने का सपना अधूरा ।
वर्ष 2018 में जब कांग्रेस पार्टी ने छत्तीसगढ़ के अंदर अपना घोषणा पत्र जारी किया गया था उसमें सबसे प्राथमिक रूप से गरीबों के लिए घर निर्माण में टैक्स को आधा करने का वादा किया गया था । छत्तीसगढ़ में सरकार आने के बाद वर्ष 2021 एवं 22 में नगर निगम टैक्स 7% तक बढ़ाने के पश्चात गरीबों के मकान पर अतिरिक्त बोझ डालकर इस वादे के विरुद्ध 7% टैक्स बढ़ा दिया गया और यह वादा पूरी तरह से हवा हवाई हो गया ।
कहां है माता-बहनों की सिलाई मशीन?
- मध्यप्रदेश में पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ का ग्रामीण क्षेत्र की महिलाओं को 10-10 सिलाई मशीन देने का वादा कांग्रेस ने कभी पूरा नहीं किया। वर्ष 2018 के वचन पत्र में महिलाओं के साथ किए गए इस तरह के वादे को कांग्रेस पार्टी ने न केवल मध्य प्रदेश में मजाक का विषय बनाया वहीं दूसरी ओर हिमाचल प्रदेश में अभी इसी तरह का वादा किया गया था जहां पर यह वादा आज मजाक का विषय बन चुका है ।
बेरोजगारी भत्ते का एक और छलावा ।
मध्य प्रदेश में कांग्रेस पार्टी ने आज अपने जारी किए गए वचन पत्र में बेरोजगारी भत्ते का एक बार फिर से जिक्र किया है । परंतु वर्ष 2018 के वचन पत्र में जिस तरह से सरकार आने के पश्चात युवा एवं बेरोजगारों के साथ मजाक किया गया था उसका उदाहरण भी अपने आप में सामने है ।
मध्य प्रदेश में युवाओं को बेरोजगारी भत्ता देने का वादा करने वाली कांग्रेस सरकार युवाओं को भत्ता देने की बजाय उनसे बैंड बाजा बजवाने और ढोर चरवाने की फिराक में थी ।
*प्रदेश में कर्ज माफी का वादा पूरी तरह से निकला झूठा ।
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मध्य प्रदेश में वर्ष 2018 से पूर्व जब कांग्रेस पार्टी ने अपना वचन पत्र जारी किया था तो उसमें सबसे बड़ी घोषणा किसने की कर्ज माफी से जुड़ी हुई थी जिसके आधार पर मध्य प्रदेश में संभवत कांग्रेस पार्टी की वापसी हुई
परंतु मध्य प्रदेश में कांग्रेस पार्टी की सरकार आने के बाद यह वायदा पूरी तरह से हवा हवाई हो गया ।
मध्यप्रदेश में कांग्रेस ने पहले किसानों से कर्जमाफी का वादा किया और फिर सत्ता में आते ही अन्नदाता को तीन रंगों के फार्म में उलझा दिया। इस झूठे वादे ने प्रदेश के लाखों किसानों को डिफॉल्टर बना दिया। इसी स्थिति के कारण पूर्व कांग्रेस के नेता ज्योतिरादित्य सिंधिया ने वरिष्ठ कांग्रेस के नेताओं के खिलाफ बयान दिया था और बाद में पार्टी भी छोड़ दी थी ।
कर्नाटक में फ्री बिजली का वादा हवा हवाई , ₹2 बड़े प्रति यूनिट ।
कांग्रेस पार्टी ने कर्नाटक चुनाव प्रचार के दौरान एवं वचन पत्र मैं उपरोक्त वादा किया था कि सत्ता में आने के साथी फ्री बिजली दी जाएगी परंतु यह वादा आज दिनांक तक हवा हवाई दिखाई दे रहा है वहीं दूसरी ओर पिछले 6 महीने के अंतराल में कर्नाटक में बिजली की कीमत ₹2 प्रति यूनिट बढ़ चुकी है ।
कांग्रेस फिर लेकर आई झूठे वचनों का पुलिंदा... शिवराज सिंह चौहान ।
प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने आज कांग्रेस पार्टी के द्वारा घोषित किए गए घोषणा पत्र अर्थात वचन पत्र के संबंध में ट्विटर के माध्यम से कहा कि ---
_लेकिन सच तो यह है कि...
भाजपा के जनकल्याण और विकास के आगे कांग्रेसियों के झूठ वचन और वादे नहीं टिकेंगे।
जनता इन्हें जवाब देगी...
भाजपा फिर जीतेगी और भरपूर बहुमत से जीतेगी।
क्योंकि हम जो कहते हैं, वो करते हैं...
भाजपा सरकार ने विकास किया है, आगे भी विकास करेगी।_
दिग्विजय सिंह और जयवर्धन सिंह के कपड़े फाड़िए : कमलनाथ
18 Oct, 2023 07:01 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
मध्य प्रदेश के दो पूर्व मुख्यमंत्री इन दिनों आपस में उलझने में व्यस्त है, नौबत एक-दूसरे के कपड़े फाड़ने तक की आ चुकी है। दरअसल, इन दिनों सोशल मीडिया पर एक वीडियो जमकर वायरल हो रहा है जिसमें पूर्व मुख्यमंत्री और वर्तमान प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ, पूर्व मुख्यमंत्री व कांग्रेस पार्टी के केंद्रीय नेता दिग्विजय सिंह के कपड़ा फाड़ देने की बात कर रहे हैं। जनप्रतिनिधियों के इस आचरण को देखकर जनता को लग रहा है कि जिन नेताओं के बीच अभी से नहीं बन रही है, वह सरकार में आ गए तो जनता का जीना दुश्वार कर देंगे। राजनीतिक विश्लेषकों का भी मानना है कि कांग्रेस की अंदरूनी गुटबाजी और कलह के साथ परिवारवाद के कारण मध्य प्रदेश की जनता हर बार ठगी जा रही है। बीते विधानसभा चुनाव के बाद 15 महीने की सरकार को जनता काला अध्याय मानती है।
असल में, सोशल मीडिया में सोमवार को एक वीडियो वायरल हुआ। वीडियो में कमलनाथ शिवपुरी से आए असंतुष्ट नेताओं से कह रहे हैं कृपया आप लोग यहां गदर मत कीजिए। दिग्विजय सिंह और जयवर्धन के पास जाइए और उनके कपड़े फाड़िए। विरोध जता रहे लोग शिवपुरी के कोलारस से विधायक वीरेंद्र रघुवंशी के समर्थक थे। इस बार रघुवंशी का टिकट कट गया है। इसी के चलते उनके समर्थक टिकट बदलने की मांग करने कमल नाथ से मिलने आए थे।
खंड-खंड में बंटी कांग्रेस को केवल अपने परिवार की चिंता
हालांकि, यह पहली बार नहीं है जब कमलनाथ और दिग्विजय सिंह एक-दूसरे के लिए इस प्रकार के शब्दों का प्रयोग करते हैं। इससे पहले भी कई गुटों में बंटी कांग्रेस को जनता के हितों की चिंता नहीं होती है। ये नेता केवल और केवल अपने परिवार का हित देखते हैं। दिग्ग्विजय चाहते हैं कि कांग्रेस की सरकार बनने की स्थिति में उनके बेटे जयवर्धन सिंह मुख्यमंत्री बनें। वहीं कमलनाथ खुद को भावी मुख्यमंत्री बताते हुए अपने बेटे नकुलनाथ को प्रदेश के भविष्य के सबसे बड़े कांग्रेस नेता के तौर पर स्थापित करना चाहते हैं। इसी खींचतान में दिग्विजय अपने सगे छोटे भाई लक्ष्मण सिंह का टिकट भी काटने के पक्षधर थे। दिग्गी राजा का गणित भांप चुके कमलनाथ ने उनकी इच्छा को दरकिनार कर लक्ष्मण सिंह को चाचौड़ा से फिर टिकट दे दिया। भावी सीएम की रेस में दोनों नेताओं के बीच अपने-अपने समर्थकों को ज्यादा से ज्यादा टिकट देने की होड़ चल पड़ी है।
कमल नाथ और नकुलनाथ ही ‘नाथ’ बाकी सब ‘अनाथ’
पिछले एक महीने में बयानों को देखें तो ऐसा लग रहा है जैसे कांग्रेस में कमलनाथ और सांसद बेटे नकुलनाथ की ‘मनमर्जियां’ चल रही हैं और तमाम दावों के बाद राहुल गांधी और प्रियंका गांधी मध्यप्रदेश के फैसलों से गायब हो गए हैं। सबकुछ कमलनाथ की मनमर्जी से हो रहा है। पहले कमलनाथ कहते हैं कि वे विधानसभा चुनाव नहीं लड़ेंगे, फिर कहते हैं केंद्रीय नेतृत्व चुनाव लड़ने का फैसला करेगा, अगले दिन उनके बेटे नकुल बोलते हैं कि कमलनाथ छिंदवाड़ा से लड़ेंगे और हुआ भी वही। सोमवार को कमलनाथ ने कहा कि छिंदवाड़ा की 6 सीटों पर कौन चुनाव मैदान में उतरेगा, इसका फैसला नकुलनाथ करेंगे और घोषणा छिंदवाड़ा में की जाएगी। इसके फौरन बाद नकुल नाथ छिंदवाड़ा में घोषणा करते हैं कि अमरवाड़ा से कमलेश प्रताप और परासिया से सोहनलाल वाल्मिकी चुनाव लड़ेंगे। जबकि दोनों के हारने की बात राहुल गांधी के सर्वे में आ चुकी है। यानी राहुल गांधी और प्रियंका गांधी से भी बढ़कर हो गए हैं कमलनाथ और नकुलनाथ।
108 में नौकरी देने के नाम पर ठगी, कंपनी के डॉयरेक्टर जनरल मैनेजर, प्रोजेक्ट हेड और एचआर पर एफआईआर दर्ज
17 Oct, 2023 10:00 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
भोपाल। प्रदेश में संचालित 108 एंबुलेंस सेवा में नौकरी देने के नाम बेरोजगार युवको को नौकरी देने का झांसा देकर रकम ठगने के मामले लगातार सामने आ रहे हैं। इस जालसाजी को लेकर मिसरोद थाना पुलिस सेवाए देने वाली जय अम्बे इमरजेंसी सर्विस प्रालि के डॉयरेक्टर जनरल मैनेजर, प्रोजेक्ट हेड और एचआर के खिलाफ ठगी के तीन प्रकरण दर्ज कर चुकी है। थाना पुलिस ने कोर्ट के आदेश पर इन आरोपियों के खिलाफ चार सौ बीसी का मामला कायम किया है। पुलिस के अनुसार मध्य प्रदेश में संचालित 108 एम्बूलेंस सेवा का टेंडर जय अम्बे इमरजेंसी सर्विस प्रालि को मिला है। टेंडर मिलने के बाद जय अम्बे इमरजेंसी सर्विस के डॉयरेक्टर जोगेन्द्र सिंह, अमरेन्द्र सिंह, धर्मेंद्र सिंह, जनरल मैनेजर अशोक मेहतो, प्रोजेक्ट हेड सुमित बाबू और एचआर देवदत्त शर्मा ने दिसंबर 2021 में कंपनी ने नौकरी के लिए विज्ञापन जारी किया। ऐड देखकर प्रियंका नगर कोलार में रहने वाले 42 वर्षीय निर्पेन्द्र मिश्रा पुत्र भईया लाल साल 2009 से 108 सेवा में टेक्नीशियन के पद पर नौकरी कर रहे थे। बाद में कंपनी ने उन्हें दोबारा ट्रेनिंग लेकर ज्वॉइनिंग देने की बात कही। साथ ही उनसे ट्रेनिंग चार्ज के नाम पर 11 हजार पॉच सौ की रकम का डीडी जमा करा लिया। तय समय बीतने के बाद भी उन्हें अपाइटमेंट लेटर नहीं दिया गया। काफी परेशान होने पर भी जब उन्हें कोई जवाब नहीं मिला तब वह पुलिस के पास पहुंचे बाद में कोर्ट में परिवार दायर कर दिया। कोर्ट के आदेश पर बीते दिन पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ ठगी का तीसरा प्रकरण दर्ज किया है। गौरतलब है कि इससे पहले रामस्वरुप परमार और विजय कुशवाहा की शिकायत पर डॉयरेक्टर जोगेन्द्र सिंह, अमरेन्द्र सिंह, धर्मेंद्र सिंह, जनरल मैनेजर अशोक मेहतो, प्रोजेक्ट हेड सुमित बाबू और एचआर देवदत्त शर्मा खिलाफ धोखाधड़ी का प्रकरण दर्ज किया था।
कोचिंग से लौट रही छात्रा सहित विवाहिता से मनचलो ने की छेड़छाड़
17 Oct, 2023 09:45 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
भोपाल। शहर के जहॉगिराबाद थाना इलाके में जहॉ बाइकसवार दो मनचलों द्वारा कोचिंग से लौट रही छात्रा का पीछा कर छेड़छाड़ किये जाने की घटना प्रकाश में आई है, वहीं गुनगा इलाके में एक युवक ने विवाहिता के साथ अशलील छेड़खानी कर दी। पुलिस के अनुसार इलाके में हरने वाली 15 वर्षीय किशोरी दसवीं कक्षा की छात्रा है। साथ ही वह पढ़ने के लिये क्षेत्र में ही स्थित कोचिंग भी जाती है। उसने पुलिस को बताया कि करीब तीन पहले शाम के समय वो कोचिंग से वापस घर लौट रही थी। रास्ते में एक बाइक पर सवार किशोर और युवक ने उसका पीछा करना शुरू कर दिया। थोड़ी दूर तक पीछा करने के बाद उन्होनें उसपर कमेंटस करने शुरु कर दिये, लेकिन उस दिन किशोरी ने उन पर ध्यान नहीं दिया। इसके बाद बीती शाम को भी कोचिंग से वापस आते समय दोनो मनचले उसका पीछा करते हुए कमेंटस करने लगे। साथ ही दोनो पीछा करते हुए उसके घर तक आ पहुंचे। तब घर के भीतर जाकर किशोरी ने सारी बात परिवार वालो को बताई। जानकारी लगने पर परिजन बाहर आए तो बाइक सवार मनचले वहां से भाग गये। परिजन किशोरी को लेकर थाने पहुंचे जहॉ पुलिस ने किशोर सहित इमरान नामक युवक के खिलाफ छेड़खानी का प्रकरण दर्ज कर लिया है। गुनगा पुलिस ने बताया कि इलाके में स्थित एक गॉव में रहने वाली 23 वर्षीय विवाहित ने अपनी शिकायत में बताया कि गांव में ही रहने वाला आरोपी रिजवान बीते कई दिनो से उस पर बूरी नजर रखते हुए घूरता था। विवाहिता ने न तो उस पर ध्यान दिया और न ही उसका विरोध किया, इससे आरोपी की हिम्म्त बढ़ गई और बीते दिन उसने महिला के साथ छेड़खानी कर दी। थाने पहुंची महिला की शिकायत पर पुलिस ने आरोपी के खिलाफ मामला दर्ज कर आगे की कार्यवाही शुरु कर दी है।
कॉलेज छात्रा ने सुसाइड नोट में लिखा पापा में आपके लिये कुछ नहीं कर पाई
17 Oct, 2023 09:30 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
भोपाल । राजधानी के कमला नगर थाना इलाके में जहॉ एक कॉलेज छात्रा ने अपने घर में फांसी लगाकर खुदकुशी कर ली। वहीं बैरसिया इलाके में अधेड़ ने जहरीला पदार्थ खाकर जान दे दी। पुलिस ने दोनों ही मामलों में मर्ग कायम कर जांच शुरू कर दी है। पुलिस के अनुसार इलाके में स्थित न्यू सबरी नगर में रहने वाली 25 वर्षीय रानी बाकारिया पुत्री रामदयाल बीए फाइनल की छात्रा थी। बीती दोपहर उसने अपने घर में पंखे पर दुपट्टे का फंदा बनाकर आत्महत्या कर ली। परिवार वालो से मिली सूचना पर पहुंची पुलिस ने मर्ग कायम कर शव को पीएम के लिये भेजा जहॉ से बाद में शव परिजनो को सौंप दिया गया।
पुलिस ने बताया कि घटनास्थल की पड़ताल के दौरान एक सुसाइड नोट बरामद हुआ है, जिसमें छात्रा ने लिखा है कि पापा मैं आपके लिए कुछ नहीं कर पाई, आप मेरे लिए काफी परेशान हो रहे हैं। अधिकारियो का कहना है कि सुसाइड नोट से खुदकुशी के कारणो का खुलासा नहीं हो सका है। शुरुआती जॉच के आधार पर पुलिस को आशंका है कि पारिवारिक कारणो के चलते छात्रा ने यह आत्मघाती कदम उठाया होगा। आगे की जॉच में पुलिस परिजनो के बयान दर्ज करेगी, जिसके बाद ही सही कारणो का पता चल सकेगा। उधर बैरसिया पुलिस ने बताया कि ग्राम महुआखेड़ा में रहने वाले 50 वर्षीय लीला किशन पुत्र मिश्रीलाल मेहनत-मजदूरी का काम करता था। उसे के साथ शराब पीने की लत थी। बीती सुबह उसकी तबीयत अचानक बिगड़ गई, उसे उल्टियां करता देख परिवार वाले उसे इलाज के लिये हमीदिया हॉस्पिटल लेकर पहुंचे, जहॉ पता चला कि उसने जहरीला पदार्थ खा लिया है। हॉस्पिटल में इलाज के दौरान लीलाकिशन ने दम तोड़ दिया। सूचना मिलने पर पहुंची पुलिस के अनुसार मतृक ने शराब के नशे में धोखे से जहरीला पदार्थ खाया है, या फिर उसने आत्महत्या की है, इसकी जॉच की जा रही है।
आदर्श आचार संहिता का उल्लंघन करने पर कांग्रेस और AAP प्रत्याशी पर मामला दर्ज
17 Oct, 2023 09:28 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
छतरपुर । बिजावर से कांग्रेस प्रत्याशी चरण सिंह यादव एवं एक अन्य राजकुमार यादव पर आदर्श आचार संहिता उल्लंघन के तहत भादंवि की धारा 188 के तहत प्रकरण दर्ज किया गया है। उनको द्वारा प्रशासन से बिना अनुमति लिए शाहगढ़ में भंडारा और सभा आयोजित की थी। जहां बड़ी संख्या में कांग्रेस कार्यकर्ताओं सहित स्थानीय लोग मौजूद थे। बिजावर अनुभाग के पुलिस थाना शाहगढ़ में मामला दर्ज किया गया है। आम आदमी पार्टी के छतरपुर उम्मीदवार भागीरथ पटेल पर आचार संहिता के उल्लंघन की कार्रवाई की गई है। भागीरथ पटेल ने शहर के तुलसा इन होटल में बिना अनुमति लिए प्रेस कांफ्रेंस आयोजित की थी। जिसमें बड़ी संख्या में लोग एकजुट थे। जिसकी शिकायत हुई थी। शिकायत मिलते ही एफएसटी टीम ने कार्रवाई की।
मीडिया सर्टिफिकेशन एण्ड मॉनिटरिंग कमेटी का निरीक्षण
कलेक्टर एवं जिला निर्वाचन अधिकारी संदीप जीआर ने कलेक्ट्रेट स्थित एमसीएमसी (मीडिया सर्टिफिकेशन एण्ड मॉनिटरिंग कमेटी) कक्ष क्रमांक 14 का मंगलवार को औचक निरीक्षण किया। एमसीएमसी द्वारा प्रिंट, इलेक्ट्रॉनिक एवं सोशल मीडिया की 24 घण्टे निगरानी की जा रही है।
कमेटी द्वारा तीन शिफ्ट में निरंतर कार्य किया जा रहा है। निरीक्षण के दौरान कलेक्टर जी.आर. ने एमसीएमसी टीम के कर्मचारियों को निर्देश दिए कि टीवी चैनलों के अलावा इंटरनेट के माध्यम प्रसारित होने वाली खबरों पर भी विशेष नजर रखें।
12 वैकल्पिक फोटोयुक्त दस्तावेजों में से कोई एक भी दिखाकर मतदाता कर सकेंगे मतदान
17 Oct, 2023 09:15 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
भोपाल : यदि किसी मतदाता का नाम मतदाता सूची में दर्ज है परंतु उसके पास किसी वजह से मतदाता परिचय पत्र उपलब्ध नहीं है तो भी वह मताधिकार का उपयोग कर सकेगा। मतदाता परिचय पत्र के अलावा 12 वैकल्पिक फोटो युक्त दस्तावेज दिखाकर मतदान कर सकेंगे। इसी प्रकार यदि किसी कारण से किसी नागरिक को मतदाता सूचना पर्ची प्राप्त नहीं होती है, लेकिन उसका नाम मतदाता सूची में दर्ज है तो भी वह मतदान कर सकेगा।
मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी नुपम राजन ने बताया कि सभी विधानसभा निर्वाचन क्षेत्रों में सभी मतदाताओं को फोटो पहचान पत्र जारी किया जा रहा है। जो मतदाता वोटर आईडी कार्ड प्रस्तुत करने में सक्षम नहीं हैं, उन्हें अपनी पहचान स्थापित करने के लिए 12 वैकल्पिक फोटोयुक्त पहचान दस्तावेजों में से कोई एक दिखाना होगा।
राजन ने बताया कि 12 वैकल्पिक फोटोयुक्त पहचान दस्तावेजों में आधार कार्ड, मनरेगा जाब कार्ड, ड्राइविंग लाइसेंस, पैन कार्ड, भारतीय पासपोर्ट, फोटो सहित पेंशन दस्तावेज, केंद्र/राज्य सरकार/पीएसयू/सार्वजनिक लिमिटेड कंपनियों द्वारा कर्मचारियों को जारी किए गए फोटोयुक्त सेवा पहचान पत्र, बैंक/डाकघर द्वारा जारी फोटोयुक्त पासबुक, राष्ट्रीय जनसंख्या रजिस्टर के तहत आरजीआई द्वारा जारी स्मार्ट कार्ड, श्रम मंत्रालय की योजना के तहत जारी स्वास्थ्य बीमा स्मार्ट कार्ड, सांसदों/विधायकों/एमएलसी को जारी किए गए आधिकारिक पहचान पत्र और भारत सरकार के सामाजिक न्याय मंत्रालय द्वारा दिव्यांगजनों को जारी यूनिक डिसेबिलिटी आईडी शामिल है ।
अप्रवासी भारतीय मतदाताओं (एनआरआई) को केवल पहचान के लिए अपना मूल पासपोर्ट दिखाना होगा। यदि ईपिक में किसी मतदाता के फोटोग्राफ आदि का मिलान न हो पाने के कारण मतदाता की पहचान करना संभव नहीं है, तो उस मतदाता को उपरोक्त 12 वैकल्पिक फोटोयुक्त दस्तावेजों में से कोई एक दिखाना होगा।
डेंगू नियंत्रण के लिए उच्च स्तरीय समीक्षा बैठक
17 Oct, 2023 09:00 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
भोपाल : डेंगू रोग के बचाव और रोकथाम के लिये मुख्य सचिव इकबाल सिंह बैंस की अध्यक्षता में मंत्रालय में समीक्षा बैठक हुई, जिसमें डेंगू रोग पर नियंत्रण और रोकथाम के लिये संचालित गतिविधियों की समीक्षा की गई। अपर मुख्य सचिव, लोक स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मोहम्मद सुलेमान, आयुक्त-सह-सचिव स्वास्थ्य डॉ. सुदाम खाड़े, मिशन संचालक एन.एच.एम. प्रियंका दास सहित अन्य अधिकारी उपस्थित थे।
बैठक में मुख्य सचिव द्वारा डेंगू बीमारी के नियंत्रण एवं जनसमुदाय की सहभागिता तथा जागरूकता के लिये व्यापक प्रचार-प्रसार करने के निर्देश दिये गए। उन्होंने बताया कि प्रदेश में डेंगू की पर्याप्त जांच एवं उपचार की सुविधा उपलब्ध है। उन्होंने कहा कि डेंगू के लक्षण आने पर जन-समुदाय को नजदीकी स्वास्थ्य केन्द्र में डॉक्टर की सलाह अनुसार जांच एवं उपचार के लिये समझाइश दिया जाना आवश्यक है।
बैठक में जानकारी दी गई कि प्रदेश में अभी तक वर्ष 2023 में 46 हजार से अधिक संभावित रोगियों की जांच में 3 हजार 21 डेंगू प्रकरण पाये गये हैं जिन्हें आवश्यकतानुसार उपचार प्रदान करने की व्यवस्था की गई है। डेंगू बीमारी डेन वायरस के कारण से होती है। संक्रमित मादा एडीज मच्छर द्वारा मनुष्यों को काटने से फैलता है। डेंगू से बचाव के लिए जरूरी है कि मच्छर के काटने से अपना बचाव करें।
जन-समुदाय के लिये सुझाव है कि बुखार एवं डेंगू के लक्षण आने पर स्वयं उपचार न करें, डॉक्टर की सलाह अनुसार ही उपचार लें और पर्याप्त मात्रा में आराम एवं तरल पदार्थ का सेवन करें। घरों के आसपास जल का जमाव नहीं होने दें। मच्छर (एडीज मच्छर) के प्रजनन को नियंत्रित रखें, सप्ताह में एक बार अनिवार्यतः समस्त जल के पात्र/कंटेनर इत्यादि की जांच कर उनकी साफ-सफाई रखना आवश्यक है, जिससे मच्छरजन्य परिस्थिति को समाप्त किया जा सके। सावधानी रखें सुरक्षित रहें।