मध्य प्रदेश (ऑर्काइव)
गाली खाने की पॉवर ऑफ अटार्नी किसके पास?
18 Oct, 2023 11:36 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
मध्यप्रदेश के विधानसभा चुनाव के लिए टिकटों के बंटवारे को लेकर कांग्रेस में जुबानी जंग तेज हो गई है। कांग्रेस नेता कमल नाथ ने पहले नाराज कांग्रेस जनों को दिग्विजय सिंह और उनके बेटे जयवर्धन सिंह के कपड़े फाड़ने की सलाह दी। उसके बाद उन्होंने गाली खाने की पॉवर ऑफ अटॉर्नी दिग्विजय सिंह को देने की बात कही है। कांग्रेस में मची इस जूतमपैजार पर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कांग्रेस को करारा झटकेदार जवाब दिया है। सीएम शिवराज ने कटाक्ष करते हुए कहा कि दिग्विजय सिंह के पास सिर्फ गाली खाने की पॉवर ऑफ अटॉर्नी नहीं है, कमल नाथ ने तो वर्ष 2018 में सरकार चलाने की पॉवर ऑफ अटॉर्नी भी दिग्विजय सिंह को ही दे रखी थी। शिवराज ने 15 महीने की कमलनाथ सरकार के कामकाज की हकीकत उजागर करते हुए कहा कि पहले भी बंटाधार हुआ और आज भी बंटाधार ही हो रहा है। जब दिग्विजय सिंह ने सरकार चलाई उस समय मध्यप्रदेश की जो दुर्गति हुई है वो सबको पता है। मुख्यमंत्री ने कहा कि अद्भुत है कांग्रेस और धन्य हैं इसके नेता, जो गालियां खाने की पॉवर ऑफ अटॉर्नी भी देते हैं। शिवराज ने तंज कसते हुए कहा कि कमलनाथ ऐसा काम ही क्यों करते हो कि गाली खाना पड़े। अगर गाली खाना पड़े तो खुद न खाएं, दूसरे को पॉवर अटॉर्नी दे दें।
कपड़े फाड़ने को लेकर भिड़े कमलनाथ - दिग्गी
आपको बता दें कि सोमवार को सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हुआ था जिसमें पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ कुछ कांग्रेसी नेताओं से कह रहे हैं कि यहां गदर मत मचाइए, जाकर दिग्विजय सिंह और जयवर्धन सिंह के कपड़े फाड़िए। इसके बाद मंगलवार को भोपाल में कांग्रेस के वचन पत्र जारी करने के अवसर पर कमल नाथ ने सफाई देते हुए कहा था कि गाली खाने की पॉवर ऑफ अटॉर्नी उन्होंने दिग्विजय सिंह को दे रखी है, जो अभी तक वैलिड है। इस दौरान दिग्विजय सिंह ने भी कमल नाथ को खरी-खरी सुनाई थी।
कांग्रेस लाती है महाझूठपत्र, भाजपा जो कहती है, वह करती है : शिवराज
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि यह कांग्रेस का वचनपत्र नहीं, झूठपत्र है। 5 साल पहले भी उन्होंने 900 से ज्यादा वचन दिए थे लेकिन 9 भी पूरे नहीं किए। फिर इन्होंने महाझूठपत्र प्रस्तुत कर दिया, लेकिन जनता इस पर भरोसा नहीं करेगी क्योंकि जनता जानती है कि भाजपा जो कहती है वह करती है।
सीएम शिवराज का तंज – गालियां खाने की पॉवर ऑफ अटॉर्नी भी देती है कांग्रेस
18 Oct, 2023 10:34 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
मध्यप्रदेश के विधानसभा चुनाव के लिए टिकटों के बंटवारे को लेकर कांग्रेस में जुबानी जंग तेज हो गई है। कांग्रेस नेता कमल नाथ ने पहले नाराज कांग्रेस जनों को दिग्विजय सिंह और उनके बेटे जयवर्धन सिंह के कपड़े फाड़ने की सलाह दी। उसके बाद उन्होंने गाली खाने की पॉवर ऑफ अटॉर्नी दिग्विजय सिंह को देने की बात कही है। कांग्रेस में मची इस जूतमपैजार पर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कांग्रेस को करारा झटकेदार जवाब दिया है। सीएम शिवराज ने कटाक्ष करते हुए कहा कि दिग्विजय सिंह के पास सिर्फ गाली खाने की पॉवर ऑफ अटॉर्नी नहीं है, कमल नाथ ने तो वर्ष 2018 में सरकार चलाने की पॉवर ऑफ अटॉर्नी भी दिग्विजय सिंह को ही दे रखी थी। शिवराज ने 15 महीने की कमलनाथ सरकार के कामकाज की हकीकत उजागर करते हुए कहा कि पहले भी बंटाधार हुआ और आज भी बंटाधार ही हो रहा है। जब दिग्विजय सिंह ने सरकार चलाई उस समय मध्यप्रदेश की जो दुर्गति हुई है वो सबको पता है। मुख्यमंत्री ने कहा कि अद्भुत है कांग्रेस और धन्य हैं इसके नेता, जो गालियां खाने की पॉवर ऑफ अटॉर्नी भी देते हैं। शिवराज ने तंज कसते हुए कहा कि कमलनाथ ऐसा काम ही क्यों करते हो कि गाली खाना पड़े। अगर गाली खाना पड़े तो खुद न खाएं, दूसरे को पॉवर अटॉर्नी दे दें।
कपड़े फाड़ने को लेकर भिड़े कमलनाथ - दिग्गी
आपको बता दें कि सोमवार को सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हुआ था जिसमें पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ कुछ कांग्रेसी नेताओं से कह रहे हैं कि यहां गदर मत मचाइए, जाकर दिग्विजय सिंह और जयवर्धन सिंह के कपड़े फाड़िए। इसके बाद मंगलवार को भोपाल में कांग्रेस के वचन पत्र जारी करने के अवसर पर कमल नाथ ने सफाई देते हुए कहा था कि गाली खाने की पॉवर ऑफ अटॉर्नी उन्होंने दिग्विजय सिंह को दे रखी है, जो अभी तक वैलिड है। इस दौरान दिग्विजय सिंह ने भी कमल नाथ को खरी-खरी सुनाई थी।
कांग्रेस लाती है महाझूठपत्र, भाजपा जो कहती है, वह करती है : शिवराज
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि यह कांग्रेस का वचनपत्र नहीं, झूठपत्र है। 5 साल पहले भी उन्होंने 900 से ज्यादा वचन दिए थे लेकिन 9 भी पूरे नहीं किए। फिर इन्होंने महाझूठपत्र प्रस्तुत कर दिया, लेकिन जनता इस पर भरोसा नहीं करेगी क्योंकि जनता जानती है कि भाजपा जो कहती है वह करती है।
छिंदवाड़ा के सैयद जाफर प्रदेश कांग्रेस कमेटी के महामंत्री मनोनीत
18 Oct, 2023 10:15 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
भोपाल। अभा कांग्रेस कमेटी की राष्ट्रीय प्रवक्ता डॉ. रागिनी नायक पत्रकार वार्ता को संबोधित करते हुए कहा कि पिछले 18 साल में शिवराज सरकार के कुशासन और जंगलराज ने किस तरह लोगों का जीवन नारकीय बना दिया है। इसकी शुरूआत उन्होंने इन पंक्तियों से की : -
मेहनत की लूट सबसे खतरनाक नहीं होती।
पुलिस की मार सबसे खतरनाक नहीं होती।।
गद्दारी और लोभ की मुठ्ठी सबसे खतरनाक नहीं होती।
सबसे खतरनाक होता है, मुर्दा शांति का भर जाना।
तड़प का न होना, सब सहन कर जाना।
सबसे खतरनाक होता है, हमारे सपनों का मर जाना।।
शिवराज सिंह सरकार ने नौजवानों के सपनों की हत्या की है।
अब मैं चाहती हूं कि आप सब लोग सोचें, पत्रकार की तरह भी और सिर्फ एक इंसान की तरह भी, दिमाग से भी और दिल पर हाथ रखकर भी.....।
सोचें कि मध्यप्रदेश के एक दूर-दराज कस्बे-गांव में, एक झोपड़ी या मिट्टी के मकान में रहने वाले, रोज कठिनाईयों के दलदल से अपने जीवन को खींचकर निकालने वाले, मां-बाप अपने बच्चों के लिए क्या-क्या सपना देखते होंगे ?
वो सपना देखते होंगे कि उनके बच्चे किसी बड़े स्कूल या कॉलेज में पढ़ेंगे, किसी बड़ी परीक्षा को पास कर बड़े अफसर बनेंगे। वो मां-बाप अपना पेट काटकर, अपनी ख्वाहिशों, अपनी कामनाओं का गला घोंटकर बड़े शहर पढ़ने भेजते हैं, अपने बच्चों को, महंगी कोचिंग कराते हैं-खुद सूखा निवाला खाते हैं, परीक्षाओं की फीस भरते हैं, खुद फटे कपड़े पहनते हैं और अंत में होता क्या है..........।
कोचिंग लेते हैं, बच्चे पर परीक्षा नहीं होती, परीक्षा होती है तो रिजल्ट नहीं आता, रिजल्ट आता है तो भर्ती नहीं होती, भर्ती शुरू होती है तो घोटाले हो जाते हैं। उनके बच्चे इस चक्की में पिसते जाते हैं। उन मां-बाप के, उन छात्रों-नौजवानों के सपने कैसे चकनाचूर होते हैं, कैसे टूटते हैं ये जानने के लिए 56 इंच का सीना नहीं, एक धड़कता हुआ दिल चाहिए। ये जानने के लिए ‘मामा’ की उपाधि नहीं, संवेदना के स्तर पर अपने लोगों से जुड़ाव चाहिए.... जो 18 साल में 18 मिनिट के लिए भी शिवराज सिंह नहीं कर पाए। यही कारण है कि शिवराज सिंह सरकार की नाक के नीच:-
1. 3000 करोड़ का व्यापमं घोटाला होता है। गवाह बच्चों और पत्रकारों समेत 56 मौतें और आत्महत्याएं होती हैं।
2. पटवारी भर्ती घोटाले में नौकरियों के लिए 15-15 लाख की बोली लगती है।
- भिंड से भाजपा विधायक संजीव कुशवाहा के कॉलेज सेंटर से ही 10 में से 7 टॉपर्स निकल आते हैं।
- टॉपर्स ये भी नहीं बता पाते कि मध्यप्रदेश में कितने जिले हैं, उल्टा कहते है कि 15 लाख देकर नौकरी मिलती तो क्या आप नहीं लेते?
- जिन्हें पूर्ण दिव्यांग माना जाता है पटवारी भर्ती के लिए वो 3 महीने बाद वन रक्षक भर्ती में 100 प्रतिशत फिट पाए जाते हैं।
3. नर्सिंग घोटाले का सूरत-ए-हाल ये हैं कि 800 नर्सिंग कॉलेज में 800 टीचिंग फेकल्टी फेक है - फर्जी हैं। तीन सालों से नर्सिंग की परीक्षा नहीं हुई। कई जगह 2015 की विक्षप्ति का आधार बनाकर, चयन प्रक्रिया का नाटक कर भर्ती की गयी। सीबीआई जांच बिठानी पड़ी जिसमें 19 कॉलेज रद्द किये गए।
4. पेसा कानून जिला समन्वयक की भर्ती के लिए पहले विज्ञापन जारी किया। 890 अभ्यर्थियों की सूची निकाली फिर उसे निरस्त कर संघ और भाजपा के कार्यकर्ताओं की भर्ती की।
5. कांस्टेबल भर्ती में 8-8 लाख की बोली लगी तो शिक्षक भर्ती में नकली दिव्यांग सर्टिफिकेट बनवा कर नौकरी ले ली।
6. 2012 की आरक्षक भर्ती परीक्षा की धांधली में 3 लोगों को 4 साल की सजा भी हुई।
7. मध्यप्रदेश लोक सेवा आयोग ने स्टेट सर्विस एक्जाम में 5 सालों में एक भी नियुक्ति नहीं की, जिससे 1.32 हजार परीक्षार्थी कम हो गए।
8. मध्यप्रदेश कर्मचारी चयन मंडल ने 2023 में अब तक 15 परीक्षाएं ली- 37817 पदों के लिए एक भी रिजल्ट नहीं आया।
9. मध्यप्रदेश के प्रायवेट सेक्टर में नौकरियों में 60 प्रतिशत की गिरावट आयी है, 2021 में करीब 83000 नौकरियां थी जो 2022 में 49759 रह गयीं।
- शिवराज सिंह ने 18 लाख करोड़ के निवेश की घोषणा की, लाखों करोड़ रूपया इन्वेस्टर्स समिट के नाम पर स्वाहा कर दिए-पर हाथ लगा निल बटा सन्नाटा, क्योंकि 50 प्रतिशत कमीशनखोर की सरकार के साथ कौन निवेश करेगा? और जब निवेश नहीं होगा तो प्रायवेट जॉब कहां से आयेगी?
- आज मध्यप्रदेश में 39 लाख बेरोजगार नौजवान हैं, जिनमें से मात्र 21 युवाओं को सरकारी या अर्द्धसरकारी नौकरी मिली है। केवल 21 लोगों को, ये आंकड़ा यशोधरा जी ने विधानसभा में दिया है।
- पटवारी परीक्षा में 6000 पदों के लिए 12 लाख आवेदक थे, जिनमें से 4 लाख से ज्यादा बीए, बीटेक और एमबीए किए हुए थे।
- कुछ साल पहले चपरासी भर्ती के लिए 1 हजार 333 पदों के लिए करीब 4 लाख आवेदन आये थे। न्यूनतम शैक्षणिक योग्यता आठवीं पास थी और अभ्यार्थियों के पास एमबीए, एमए, एमकॉम और एनएससी की डिग्री थी।
घोटाले पर घोटाला और सबसे भयानक आंकड़ा ये है कि मायूस, हताश, निराश 17,298 छात्रों और बेरोजगारों ने पिछले 17 साल में आत्म हत्या की है।
मामा जी के राज में दुपहिया, तिपहिया वाहन है पर तेल गायब, सिलेण्डर है पर गैस गायब, शौचालय हैं पर पानी गायब, डिग्री है पर रोजगार गायब, जीवन है पर सुख और खुशी गायब।
नौजवानों को छात्रों को राष्ट्रशक्ति इसलिए कहा जाता है, क्योंकि देश के नवनिर्माण की नींव का पहला पत्थर नौजवान अपने कंधों पर ढोते हैं, देश का नाम स्वर्णिम अक्षरों में विश्वपटल पर लिखा जाता है, तो कलम नौजवानों के हाथ में होती है।
नौजवानों को रोजगार का अधिकार, सम्मान देने के लिए कांग्रेस पार्टी और कमलनाथ जी ने ‘वचन पत्र’ में कुछ वादे किए हैं:-
- 2 लाख से अधिक सरकार के रिक्त पदों की भर्तियों के लिए वार्षिक कैलेण्डर जारी कर भर्ती करेंगे।
-युवाओं को आर्थिक सहयोग-युवा स्वाभिमान को बनाये रखने के लिए पात्र शिक्षित बरोजगार युवाओं को अधिकतम 2 वर्ष तक 1500 से 3000 रूपये का आर्थिक सहयोग प्रदान करेंगे।
-5 लाख करोड़ के निवेश, 1 हजार नई औद्योगिक इकाईयाँ और 1 लाख डैडम् इकाईयाँ प्रारंभ कराने के लक्ष्य के साथ बढ़ेगें।
-1 हजार करोड़ रूपये का स्टार्टअप कार्पस फंड स्थापित करेंगे।
-युवाओं को 25 लाख से 5 करोड़ रूपये तक के ऋण सरल प्रक्रिया से उपलब्ध करायेंगे, अन्य सुविधायें देंगे।
-युवाओं को छोटे-छोटे व्यवसाय के लिए 50 हजार रूपये तक का ऋण बिना ब्याज पर देंगे।
-प्रतियोगी परीक्षाओं के शुल्क में 100 प्रतिशत की छूट देंगे।
-समग्र युवा जॉब पोर्टल व रोजगार ब्यूरो बनायेंगे।
-मध्यप्रदेश सरकारी भर्ती कानून बनायेंगे।
-मध्यप्रदेश भर्ती आयोग का गठन करेंगे। भर्ती संबंधी समस्याओं को समाप्त करेंगे।
-ग्राम पंचायत स्तर के 1 लाख नवीन पद सृजित कर भर्ती करेंगे।
-पदल लाओ-पद पाओ, पदक लाओ-करोड़पति बन जाओ, पदक जीतो-कार जीतो व पदक जीतो-छात्रवृति पाओ योयजनाएं खिलाड़ियों को प्रोत्साहन देने के लिए प्रारंभ करेंगे।
-मध्यप्रदेश की भर्तियों में नियम विरूद्व अपात्रों की भर्ती, पेपर लीक, भाई भतीजावाद एवं भ्रष्टाचार हुआ है, इसकी जांच करायेंगे।
थानों में शस्त्र जमा करने का गुरुवार आखिरी दिन, भिंड में 23 हजार 400 लायसेंसी हथियार
18 Oct, 2023 10:05 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
भिंड । विधानसभा चुनाव की आचार संहिता 10 अक्टूबर से लागू हो गई थी। पुलिस और प्रशासन ने जिलेभर शस्त्र धारियों को अपने हथियार 19 अक्टूबर तक जमा करने के आदेश दिए हैं। 18 अक्टूबर तक जिलेभर के 26 थानों और आर्म्स दुकानों पर करीब 18 हजार हथियार जमा हो चुके हैं। पांच हजार के लगभग अभी शस्त्र लायसेंस जमा होने के लिए रह गए हैं। जबकि अंतिम तारीख गुरुवार यानी 19 अक्टूबर है।
एसपी असित यादव का कहना है, कि जो लोग समय-सीमा में अपने शस्त्र जमा नहीं करते हैं, उनके खिलाफ एफआइआर के साथ ही शस्त्र लायसेंस निलंबित करने के लिए कलेक्टर को प्रस्ताव भेजा जाएगा। एसपी असित यादव के मुताबिक जिलेभर में करीब 23 हजार 400 हथियार हैं। 18 अक्टूबर तक जिलेभर के थानों में 18 हजार 100 हथियार जमा हो चुके हैं। करीब 5300 हथियार जमा होने बांकी हैं।
इनको शस्त्र जमा करने की छूट
हालांकि इसमें बैंक, पेट्रोल पंप, टोला नाका, जनप्रतिनिधि व अन्य लोगों को शस्त्र जमा करने की छूट दी जाएगी। अंतिम तारीख के बाद ऐसे शस्त्र धारियों की जांच की जाएगी। जिन्होंने अपने हथियार जमा नहीं किए हैं। लाइसेंस निरस्त करवाएंगे।
एसपी यादव के मुताबिक जो लोग थानों में अपने हथियार जमा नहीं कराएंगे। उन्हें चिह्नित किया जाएगा। साथ ही ऐसे लोग जिन्होंने पिछले चुनाव में आचार संहिता के दौरान अपने हथियार जमा नहीं कराए थे। साथ ही इस बार भी विधानसभा चुनाव की आचार संहिता लगने के बाद भी हथियार जमा करए तो कलेक्टर को पत्र लिखेंगे।
शस्त्र रहे तो चुनाव में हिंसा की आशंका
एसपी के मुताबिक चुनाव में लाइसेंसी हथियार बाहर रहे तो गड़बड़ी और हिंसा होने की पूरी-पूरी आशंका रहेगी। यह लोग मतदाताओं को भी हथियार दिखाकर डराएंगे। यही वजह है कि लाइसेंस निरस्त करने की कार्रवाई की जा रही है। पुलिस करवा रही है गांव-गांव मुनादी - भिंड जिले की पांचों विधानसभा सीटों पर चुनाव शांति पूर्वक कराए जाने के लिए मशक्कत शुरू कर दी।
जिला निर्वाचन के अफसर व पुलिस विभाग के अफसर इन दिनों हर पोलिंग बूथ मतदान को कराए जाने की तैयारी बारीकी से कर रहे है। इसी क्रम में कोई अप्रिय घटना न हो। इस पर पूरा फोकस किया जा रहा है। आचार संहिता लगते ही भिंड जिले की 26 थानों की पुलिस लाइसेंसी हथियारों को जमा कराने के लिए गांव-गांव मुनादी करने के लिए पहुंच रही है। सरकारी वाहन से पुलिस जवान मुनादी कर रहे है।
इन्होने कहा
विधानसभा चुनाव की आचार संहिता लागू है। लायसेंसी हथियार जमा कराने की अंतिम तारीख 19 अक्टूबर है। ऐसे लायसेंसी धारी जो समय-सीमा में अपने हथियार जमा नहीं कराते हैं, उनके लायसेंस निरस्त करने के साथ ही एफआइआर तक की जाएगी।
असित यादव, एसपी भिंड
मध्यप्रदेश हो गया बेरोजगार, छात्र-युवा आत्महत्या को लाचार,
18 Oct, 2023 10:00 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
भोपाल। अभा कांग्रेस कमेटी की राष्ट्रीय प्रवक्ता डॉ. रागिनी नायक पत्रकार वार्ता को संबोधित करते हुए कहा कि पिछले 18 साल में शिवराज सरकार के कुशासन और जंगलराज ने किस तरह लोगों का जीवन नारकीय बना दिया है। इसकी शुरूआत उन्होंने इन पंक्तियों से की : -
मेहनत की लूट सबसे खतरनाक नहीं होती।
पुलिस की मार सबसे खतरनाक नहीं होती।।
गद्दारी और लोभ की मुठ्ठी सबसे खतरनाक नहीं होती।
सबसे खतरनाक होता है, मुर्दा शांति का भर जाना।
तड़प का न होना, सब सहन कर जाना।
सबसे खतरनाक होता है, हमारे सपनों का मर जाना।।
शिवराज सिंह सरकार ने नौजवानों के सपनों की हत्या की है।
अब मैं चाहती हूं कि आप सब लोग सोचें, पत्रकार की तरह भी और सिर्फ एक इंसान की तरह भी, दिमाग से भी और दिल पर हाथ रखकर भी.....।
सोचें कि मध्यप्रदेश के एक दूर-दराज कस्बे-गांव में, एक झोपड़ी या मिट्टी के मकान में रहने वाले, रोज कठिनाईयों के दलदल से अपने जीवन को खींचकर निकालने वाले, मां-बाप अपने बच्चों के लिए क्या-क्या सपना देखते होंगे ?
वो सपना देखते होंगे कि उनके बच्चे किसी बड़े स्कूल या कॉलेज में पढ़ेंगे, किसी बड़ी परीक्षा को पास कर बड़े अफसर बनेंगे। वो मां-बाप अपना पेट काटकर, अपनी ख्वाहिशों, अपनी कामनाओं का गला घोंटकर बड़े शहर पढ़ने भेजते हैं, अपने बच्चों को, महंगी कोचिंग कराते हैं-खुद सूखा निवाला खाते हैं, परीक्षाओं की फीस भरते हैं, खुद फटे कपड़े पहनते हैं और अंत में होता क्या है..........।
कोचिंग लेते हैं, बच्चे पर परीक्षा नहीं होती, परीक्षा होती है तो रिजल्ट नहीं आता, रिजल्ट आता है तो भर्ती नहीं होती, भर्ती शुरू होती है तो घोटाले हो जाते हैं। उनके बच्चे इस चक्की में पिसते जाते हैं। उन मां-बाप के, उन छात्रों-नौजवानों के सपने कैसे चकनाचूर होते हैं, कैसे टूटते हैं ये जानने के लिए 56 इंच का सीना नहीं, एक धड़कता हुआ दिल चाहिए। ये जानने के लिए ‘मामा’ की उपाधि नहीं, संवेदना के स्तर पर अपने लोगों से जुड़ाव चाहिए.... जो 18 साल में 18 मिनिट के लिए भी शिवराज सिंह नहीं कर पाए। यही कारण है कि शिवराज सिंह सरकार की नाक के नीच:-
1. 3000 करोड़ का व्यापमं घोटाला होता है। गवाह बच्चों और पत्रकारों समेत 56 मौतें और आत्महत्याएं होती हैं।
2. पटवारी भर्ती घोटाले में नौकरियों के लिए 15-15 लाख की बोली लगती है।
- भिंड से भाजपा विधायक संजीव कुशवाहा के कॉलेज सेंटर से ही 10 में से 7 टॉपर्स निकल आते हैं।
- टॉपर्स ये भी नहीं बता पाते कि मध्यप्रदेश में कितने जिले हैं, उल्टा कहते है कि 15 लाख देकर नौकरी मिलती तो क्या आप नहीं लेते?
- जिन्हें पूर्ण दिव्यांग माना जाता है पटवारी भर्ती के लिए वो 3 महीने बाद वन रक्षक भर्ती में 100 प्रतिशत फिट पाए जाते हैं।
3. नर्सिंग घोटाले का सूरत-ए-हाल ये हैं कि 800 नर्सिंग कॉलेज में 800 टीचिंग फेकल्टी फेक है - फर्जी हैं। तीन सालों से नर्सिंग की परीक्षा नहीं हुई। कई जगह 2015 की विक्षप्ति का आधार बनाकर, चयन प्रक्रिया का नाटक कर भर्ती की गयी। सीबीआई जांच बिठानी पड़ी जिसमें 19 कॉलेज रद्द किये गए।
4. पेसा कानून जिला समन्वयक की भर्ती के लिए पहले विज्ञापन जारी किया। 890 अभ्यर्थियों की सूची निकाली फिर उसे निरस्त कर संघ और भाजपा के कार्यकर्ताओं की भर्ती की।
5. कांस्टेबल भर्ती में 8-8 लाख की बोली लगी तो शिक्षक भर्ती में नकली दिव्यांग सर्टिफिकेट बनवा कर नौकरी ले ली।
6. 2012 की आरक्षक भर्ती परीक्षा की धांधली में 3 लोगों को 4 साल की सजा भी हुई।
7. मध्यप्रदेश लोक सेवा आयोग ने स्टेट सर्विस एक्जाम में 5 सालों में एक भी नियुक्ति नहीं की, जिससे 1.32 हजार परीक्षार्थी कम हो गए।
8. मध्यप्रदेश कर्मचारी चयन मंडल ने 2023 में अब तक 15 परीक्षाएं ली- 37817 पदों के लिए एक भी रिजल्ट नहीं आया।
9. मध्यप्रदेश के प्रायवेट सेक्टर में नौकरियों में 60 प्रतिशत की गिरावट आयी है, 2021 में करीब 83000 नौकरियां थी जो 2022 में 49759 रह गयीं।
- शिवराज सिंह ने 18 लाख करोड़ के निवेश की घोषणा की, लाखों करोड़ रूपया इन्वेस्टर्स समिट के नाम पर स्वाहा कर दिए-पर हाथ लगा निल बटा सन्नाटा, क्योंकि 50 प्रतिशत कमीशनखोर की सरकार के साथ कौन निवेश करेगा? और जब निवेश नहीं होगा तो प्रायवेट जॉब कहां से आयेगी?
- आज मध्यप्रदेश में 39 लाख बेरोजगार नौजवान हैं, जिनमें से मात्र 21 युवाओं को सरकारी या अर्द्धसरकारी नौकरी मिली है। केवल 21 लोगों को, ये आंकड़ा यशोधरा जी ने विधानसभा में दिया है।
- पटवारी परीक्षा में 6000 पदों के लिए 12 लाख आवेदक थे, जिनमें से 4 लाख से ज्यादा बीए, बीटेक और एमबीए किए हुए थे।
- कुछ साल पहले चपरासी भर्ती के लिए 1 हजार 333 पदों के लिए करीब 4 लाख आवेदन आये थे। न्यूनतम शैक्षणिक योग्यता आठवीं पास थी और अभ्यार्थियों के पास एमबीए, एमए, एमकॉम और एनएससी की डिग्री थी।
घोटाले पर घोटाला और सबसे भयानक आंकड़ा ये है कि मायूस, हताश, निराश 17,298 छात्रों और बेरोजगारों ने पिछले 17 साल में आत्म हत्या की है।
मामा जी के राज में दुपहिया, तिपहिया वाहन है पर तेल गायब, सिलेण्डर है पर गैस गायब, शौचालय हैं पर पानी गायब, डिग्री है पर रोजगार गायब, जीवन है पर सुख और खुशी गायब।
नौजवानों को छात्रों को राष्ट्रशक्ति इसलिए कहा जाता है, क्योंकि देश के नवनिर्माण की नींव का पहला पत्थर नौजवान अपने कंधों पर ढोते हैं, देश का नाम स्वर्णिम अक्षरों में विश्वपटल पर लिखा जाता है, तो कलम नौजवानों के हाथ में होती है।
नौजवानों को रोजगार का अधिकार, सम्मान देने के लिए कांग्रेस पार्टी और कमलनाथ जी ने ‘वचन पत्र’ में कुछ वादे किए हैं:-
- 2 लाख से अधिक सरकार के रिक्त पदों की भर्तियों के लिए वार्षिक कैलेण्डर जारी कर भर्ती करेंगे।
-युवाओं को आर्थिक सहयोग-युवा स्वाभिमान को बनाये रखने के लिए पात्र शिक्षित बरोजगार युवाओं को अधिकतम 2 वर्ष तक 1500 से 3000 रूपये का आर्थिक सहयोग प्रदान करेंगे।
-5 लाख करोड़ के निवेश, 1 हजार नई औद्योगिक इकाईयाँ और 1 लाख डैडम् इकाईयाँ प्रारंभ कराने के लक्ष्य के साथ बढ़ेगें।
-1 हजार करोड़ रूपये का स्टार्टअप कार्पस फंड स्थापित करेंगे।
-युवाओं को 25 लाख से 5 करोड़ रूपये तक के ऋण सरल प्रक्रिया से उपलब्ध करायेंगे, अन्य सुविधायें देंगे।
-युवाओं को छोटे-छोटे व्यवसाय के लिए 50 हजार रूपये तक का ऋण बिना ब्याज पर देंगे।
-प्रतियोगी परीक्षाओं के शुल्क में 100 प्रतिशत की छूट देंगे।
-समग्र युवा जॉब पोर्टल व रोजगार ब्यूरो बनायेंगे।
-मध्यप्रदेश सरकारी भर्ती कानून बनायेंगे।
-मध्यप्रदेश भर्ती आयोग का गठन करेंगे। भर्ती संबंधी समस्याओं को समाप्त करेंगे।
-ग्राम पंचायत स्तर के 1 लाख नवीन पद सृजित कर भर्ती करेंगे।
-पदल लाओ-पद पाओ, पदक लाओ-करोड़पति बन जाओ, पदक जीतो-कार जीतो व पदक जीतो-छात्रवृति पाओ योयजनाएं खिलाड़ियों को प्रोत्साहन देने के लिए प्रारंभ करेंगे।
-मध्यप्रदेश की भर्तियों में नियम विरूद्व अपात्रों की भर्ती, पेपर लीक, भाई भतीजावाद एवं भ्रष्टाचार हुआ है, इसकी जांच करायेंगे।
ट्राइडेंट कंपनी के ठिकानों पर इनकम टैक्स की छापेमारी जारी
18 Oct, 2023 09:45 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
भोपाल । टैक्सटाइल कंपनी ट्राइडेंट ग्रुप के भोपाल स्थित ठिकानों पर इनकम टैक्स की छापामार कार्रवाई दूसरे दिन भी जारी है। इससे पहले प्रदेश के बुधनी सहित देश भर के ट्राइडेंट ग्रुप पर छापामार कार्यवाही हुई थी। देश भर में ट्राइडेंट कई ठिकानों पर आईटी की रेड हुई है। जानकारी के अनुसार चंडीगढ़ और दिल्ली से पहुंची आयकर विभाग की यह टीम ट्राइडेंट ग्रुप के श्यामला हिल्स स्थित कॉरपोरेट दफ्तर पहुंची हैं। बताया जाता है कि मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्य सचिव एंटोनी डिसा का नाम भी ट्राइडेंट ग्रुप के स्वतंत्र निदेशक में शामिल है। इनकम टैक्स चोरी की शिकायत पर चल रही विभागीय कार्रवाई में इनकम टैक्स से संबंधित तथ्यों की पड़ताल की जा रही है। कल देर रात से विभाग की कार्रवाई जारी है। श्यामला हिल्स ऑफिस पर आईटी की सर्चिंग जारी है। राकेश/ईएमएस/18 अक्टूबर
नौकरी का झांसा देकर 97 बेरोजगारो से करोड़ो की ठगी करने वाले नेपाली नागिरक सहित दो जालसाज दिल्ली से गिरफ्तार
18 Oct, 2023 09:30 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
भोपाल। राजधानी की भोपाल सायबर क्राईम टीम ने राजधानी निवासी फरियादी के साथ नौकरी के नाम पर 1 करोड़ 35 लाख की ठगी करने वाले नेपाली नागरिक सहित दो शातिर जालाजसा को दिल्ली से गिरफ्तार करने में सफलता हासिल की है। एड. डीसीपी क्राइम ब्रांच शैलेंद्र सिंह चौहान के अनुसार कोलार इलाके में रहने वाले फरियादी रंजीत सिंह ने लिखित शिकायती आवेदन देते हुए बताया था, कि वो पूर्व में एक मल्टी नेशनल कंपनी में नौकरी करते थे। काम के साथ ही पार्ट टाइम जॉब का ऑफर दिलाने को झासां देकर उनसे अज्ञात आरोपियो ने 1 करोड़ 35 लाख की रकम ठग ली। जॉच के बाद धोखाधड़ी सहित अन्य धाराओ में मामला कायम कर थाना क्राइम ब्रांच ने आगे की पड़ताल शुरु की। सायबर क्राईम भोपाल टीम ने तकनीकी एनालिसिस के आधार पर हाथ लगे सुरागो के आधार पर नौकरी दिलाने के नाम पर धोखाधडी करने वाले कॉल सेंटर से नेपाल नागरिक सहित दो आरोपियों को दिल्ली से गिरफ्तार कर लिया। आरोपियो में शामिल पहचान देवजीत दत्ता पिता सातकरी दत्ता (26) निवासी, वर्धनाम पश्चिम बंगाल हाल पता, पालम दिल्ली का काम लोगो को कॉलिग कर रजिस्ट्रेशन की जानकारी देकर अपने जाल में फंसाने का था। वहीं दूसरे जालसाज दिवाकर मिश्रा पिता कृष्ण चंद्र (34) निवासी, जनकपूरी नेपाल हाल पता, दशरथ पुरी दिल्ली जिसने बीए किया है, वो इस कॉल सेंटर का संचालक है। टीम ने उनके पास से 4 मोबाईल, 2 लेपटॉप जप्त किये है।
अधिकारियो के अनुसार दोनो जालसाजो से पूछताछ में सामने आया कि पहले वो अलग-अलग नाम से जॉब देने वाली कम्पनी के नाम की वेबसाइट बनाते थे। इसके बाद उस वैबसाइट को विजिट करने वाले लोगों को डाटा निकाल कर उन्हें कॉल कर उनकी जरूरत के हिसाब की अच्छी सैलरी पर नौकरी दिलवाने का लालच देते। जालसाजो ने अपनी वैबसाइट को इस तरह डिजाइन किया था, जिसमे उस वेबसाइट मे ही पेमेंट गेटवे उपलब्ध होता जिसके कारण विजिट करने वाले युजर उस वेबसाइट पर भरोसा करने लगते थे, और रकम की ठगी उसी पेमेंट गेटवे के व्दारा की जाती थी। नौकरी पाने के जाल मे फंसने वाले लोगो से ठगो द्वारा कई तरह की प्रोसेसिंग फीस सहित अलग-अलग चार्ज के नाम पर रकम की मांग कर जमा करा लेते थे। जालसाज पुलिस से बचने और अपनी पहचान छुपाने के लिये लोगो को फर्जी नबरों से कॉल करते, इतना ही नहीं एक नम्बर से 5 या 10 कॉल करने के बाद उसे बंद कर देते थे। ठगो द्वारा वैबसाइट के पैमैट गेटवे मे भी फर्जी दस्तावेज लगा कर गेटवे प्राप्त किया जाता था। अधिकारियो ने बताया कि आरोपीयो व्दारा फरियादी से बात करने के लिये मेल आईडी का उपयोग किया जाता था। मेल आईडी का उपयोग वीपीएन लगा कर किया जा रहा था, साथ ही गेटवे मे लिंक बैंक एकाउंट से रकम एटीएम के जरिये देश के अलग-अलग राज्यों से निकाली जा रही थी। जालसाज अभी तक 97 लोगो के साथ करोड़ो की धोखाधडी कर चुके है, नकली पहचान बताकर लोगो से बात करने वाले ठग समय-समय पर अपने कॉल सेंटर की लोकेशन बदलते रहते थे। पुलिस जप्त माल के आधार पर आगे की पड़ताल कर रही है।
सुविधा एप से उम्मीदवार भर सकेंगे ऑनलाइन नामांकन
18 Oct, 2023 09:15 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
भोपाल : मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी अनुपम राजन ने प्रदेश के सभी जिला निर्वाचन अधिकारियों और 230 विधानसभा निर्वाचन क्षेत्रों के रिटर्निंग अधिकारियों के साथ वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए बैठक की। राजन ने जिला निर्वाचन अधिकारियों और रिटर्निग अधिकारियों को 21 अक्टूबर से प्रारंभ होने वाली नामांकन प्रक्रिया के बारे विस्तार से चर्चा की और आवश्यक दिशा निर्देश दिए।
राजन ने कहा कि कोई भी अभ्यर्थी ऑफलाइन रिटर्निग अधिकारी के समक्ष स्वयं उपस्थित होकर या सुविधा एप के माध्यम से ऑनलाइन नामांकन भी दाखिल कर सकता है। निक्षेप (जमानत) राशि का भुगतान ऑनलाइन माध्यम से कर सकता है। राजन ने बताया कि नामांकन फॉर्म के साथ अभ्यर्थी को फॉर्म 2 बी नामांकन फार्म, फॉर्म 26, शपथ पत्र व बैंक खाते की जानकारी सहित अन्य सभी जरूरी दस्तावेज अनिवार्य रूप से प्रस्तुत करने होंगे। नामांकन भरने की अंतिम तिथि आगामी 30 अक्टूबर है। राजन ने बताया की किसी भी अभ्यर्थी को उसके आपराधिक रिकॉर्ड के प्रकाशन के लिये प्रारूप सी 1 एवं सी 4 देना होगा।
राजन ने सभी जिला निर्वाचन अधिकारियों से कहा कि उनके जिले के किसी भी विधानसभा क्षेत्र के किसी भी मतदान केंद्र में 1 हजार 550 से अधिक मतदाता दर्ज है तो वहाँ उसी परिसर में या उसके समीप ही सहायक मतदान केंद्र की स्थापना के प्रस्ताव शीघ्र उपलब्ध कराएं। साथ ही मतगणना केंद्र के प्रस्ताव भी शीघ्रता से दे। अभियान चलाकर शस्त्र जमा कराए। आदर्श चुनाव आचरण संहिता का सख्ती से पालन कराए। अवैध धन, जेवरात, अवैध शराब का परिवहन, आपराधिक तत्वों पर प्रतिबंधात्मक कार्रवाई करें।
राजन ने कहा कि सीमावर्ती जिलों के जिला निर्वाचन अधिकारी विशेष ध्यान दे और अवैध धन सम्पत्ति, जेवरात, मादक पदार्थ की जब्ती की कार्रवाई करें। इसका व्यापक प्रचार प्रसार भी कराए। राजन ने कहा की सभी जिला निर्वाचन अधिकारी उनके जिले में चिन्हित नाकों और चौकियों पर सीसीटीवी कैमरे लगवाकर निगरानी रखें। मतदान प्रतिशत बढ़ाने जागरूकता कार्यक्रमों में गति लाएं। आगामी 21 अक्टूबर से प्रेक्षक जिलों में पहुंचेंगे।
बैठक में राष्ट्रीय स्तर के मास्टर ट्रेनर डॉक्टर राजेश पाटीदार और डॉक्टर वाईपी सिंह ने सभी जिला निर्वाचन अधिकारियों और रिटर्निंग अधिकारियों को नामांकन पत्र दाखिल करने की संपूर्ण प्रक्रिया और इस संबंध में रिटर्निग अधिकारी के कार्यालय में की जाने वाली समस्त व्यवस्थाओं सहित भारत निर्वाचन आयोग द्वारा दिए समस्त दिशा निर्देशों एवं विशेष प्रावधानों के बारे में पीपीटी के जरिए विस्तार से जानकारी दी।
बैठक में अतिरिक्त मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी राजेश कुमार कोल, संयुक्त मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी राकेश सिंह, रुचिका चौहान, बसंत कुर्रे, उप मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी प्रमोद शुक्ला सहित अन्य अधिकारी उपस्थित थे।
ऐसा काम ही क्यों करते हो कि गालियां खानी पड़ें, शिवराज सिंह ने कमल नाथ पर साधा निशाना
18 Oct, 2023 08:53 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
भोपाल । मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कांग्रेस पर तंज कसते हुए कहा कि यह गजब पार्टी है। इसमें नेता गालियां खाने की पावर आफ अटार्नी देते हैं। प्रदेश भाजपा कार्यालय में मीडिया से चर्चा में बुधवार को शिवराज सिंह ने प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमल नाथ और पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह पर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि कमल नाथ ने ही कहा है कि गाली खाने की पावर आफ अटार्नी उन्होंने दिग्विजय सिंह को दी थी। मैं कमल नाथ से पूछना चाहता हूं कि ऐसा काम क्यों करते हो कि गालियां खानी पड़ें।
यह भी अजीब है कि अगर गाली खाना पड़े तो तो खुद न खाएं, दूसरे को पावर आफ अटार्नी दे दें। ऐसे ही सरकार चलाने की पावर आफ अटार्नी इन्होंने दिग्विजय सिंह को दे रखी थी। पहले बंटाधार हुआ और आज भी बंटाधार ही हो रहा है। जब दिग्विजय सिंह ने सरकार चलाई उस समय मध्य प्रदेश की जो दुर्गति हुई वह जनता को पता है। अद्भुत है कांग्रेस और धन्य है इसके नेता, जो गालियां खाने की पावर आफ अटार्नी भी देते हैं। बता दें कि पावर आफ अटार्नी की बात कमल नाथ ने मंगलवार को वचन पत्र के विमोचन के दौरान सफाई देते हुए कही थी। दरअसल, कमल नाथ का दावेदार वीरेंद्र रघुवंशी के समर्थकों से चर्चा करते हुए वीडियो बहुप्रसारित हुआ था जिसमें वे टिकट न दिए जाने के लिए दिग्विजय सिंह और जयवर्धन सिंह के कपड़े फाड़ने के लिए कह रहे हैं।
सागर में पेट्रोल पंप के पास बिल्डिंग में लगी आग, दमकल की 10 गाड़ियां बुझाने में जुटी
18 Oct, 2023 05:51 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
सागर । भगवान गंज चौराहे के पास स्थित पेट्रोल पंप से लगी दुकान की चौथी मंजिल पर बुधवार दोपहर आग लग गई। आग इतनी भीषण थी कि देखते ही देखते इमारत के चौथे माले को आग ने अपनी चपेट में ले लिया। इमारत से आग की लपटे उठती दिख रही थी। सूचना के बाद दमकल की करीब 10 गाड़ियां मौके पर पहुंची, जिन्होंने आग बुझाने का प्रयास किया। आगजनी से किसी भी प्रकार की जनहानि तो नहीं हुई, लेकिन ऊपर रखा सारा सामान जलकर खाक हो गया।
पेट्रोल पंप को बंद कराया गया
सूचना के बाद मौके पर केंट पुलिस के साथ ही अपर कलेक्टर, एसपी, एसडीएम भी पहुंच गए। पेट्रोल पंप से लगी हुई बिल्डिंग में आगजनी के बाद पंप को बंद करा दिया गया। अग्रवाल पेट्रोल पंप से लगी राजू आटो मोबाइल दुकान के चौथे माले से दोपहर करीब ढाई बजे लोगाें ने धुआं उठते देखा, जिसकी सूचना पुलिस को दी गई, जिसके बाद फायर बिग्रेड की गाड़ी मौके पर रवाना हुई, पहले कटरा, मोतीनगर की गाड़ी मौके पर पहुंची, तब तक की ऊंची-ऊंची लपटे उठने लगी थी।
आग बुझाने में मशक्कत
आगजनी को देखने के लिए वहां मौके पर तमाशबीनों की काफी भीड़ इकठ्ठी हो गई। सबसे पहले पेट्रोल पंप को बंद कराया गया। आनन-फानन में दमकल कर्मियों ने गाड़ी खड़ी करने की व्यवस्था बनाकर चौथे माले पर पानी की बौछारें डालने का प्रयास किया, लेकिन ऊंचाई के कारण पानी इमारत के अंदर तक नहीं पहुंच पा रहा था। बताया जा रहा है कि दुकान के ऊपरी हिस्से में आटो मोबाइल का सामान रखा हुआ था। वहीं गाड़ियों की बैटरी भी आग की चपेट में आने से रुक-रुक कर ब्लास्ट हो रही हैं। चौथे माले एक हजार वर्गफीट से अधिक एरिया पर फैली आग को बुझाने में दमकल कर्मियों के पसीने छूट गए। चौराहे पर आगजनी की इस घटना के बाद मोतीनगर, शनि मंदिर, अप्सरा टाकीज रोड से आने-जाने वाले वाहनों को रोक दिया गया। आसपास की सारी दुकानें बंद करा दी गईं। चौथे माले में आग होने के कारण वहां तक पानी पहुंचाने के लिए दमकल की गाड़ियों को काफी दूर खड़ा कर वहां पानी का फोर्स दिया गया।
रायसेन में मायके जाने से रोकने पर दो बच्चों के साथ कुएं में कूदी महिला
18 Oct, 2023 04:37 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
रायसेन । जिले के बेगमगंज क्षेत्र में एक 32 वर्षीय महिला ने मायके नहीं जाने देने पर दो बच्चों के साथ कुएं में कूदकर जान दे दी। मायके जाने को लेकर महिला का पति से खूब विवाद भी हुआ था उसके बाद गुस्से में अपने दोनों बच्चों को साथ में ले जाकर गांव के पास एक खेत में स्थित कुएं में बच्चों सहित कूद कर आत्महत्या कर ली। घटना मंगलवार रात करीब 8 बजे की है। बुधवार सुबह तीनों का पीएम कराया गया है। ये खबर फैलते ही क्षेत्र में सनसनी फैल गई। सुल्तानगंज थाना प्रभारी श्यामराज सिंह राजपूत ने बताया कि मंगलवार की दोपहर में ग्राम सुनवाहा निवासी रघुराज सिंह अहिरवार की पत्नी मनीषा अहिरवार ने अपने मायके जाने की जिद की, तब पति ने यह कहकर मना कर दिया कि 3 दिन पहले ही मां के श्राद्ध में मायके होकर आई हो तो अब क्यों जा रही हो। इसी बात को लेकर दोनों के बीच में विवाद हुआ। पति के खेत पर चले जाने के बाद पत्नी मनीषा अपने पुत्र अरुण 9 वर्ष एवं पुत्री मुस्कान 7 वर्ष को साथ लेकर घर से बिना कुछ बताए निकल गई।
जब देर शाम तक वह नहीं लौटी तो घर वालों ने उसकी तलाश शुरू की, गांव के बाहर नरेंद्र सिंह दागी के खेत में बने कुएं के ऊपर उसकी चप्पलें रखी दिखाई दी तो परिजनों द्वारा गांव वालों की मदद से कुएं के अंदर उसकी तलाश शुरू की गई। रात करीब 8 बजे मनीषा एवं दोनों बच्चों के शव कुएं के अंदर मिले। घटना की सूचना मृतक के पति रघुराज सिंह अहिरवार ने सुल्तानगंज पुलिस को दी। मौके पर पहुंचकर पुलिस ने पंचनामा बनाया, मर्ग कायम कर मामले को विवेचना में लिया है। रात्रि अधिक होने के कारण तीनों के शवों का पोस्टमार्टम बुधवार सुबह कराया गया। दोपहर में परिजनों ने अंतिम संस्कार किया।
पति ने कहा तीन दिन पहले ही मायके से आई थी
मृतका के पति रघुराज अहिरवार ने बताया कि 11 वर्ष पूर्व उनकी शादी हुई थी। मंगलवार को वह मायके जाने के लिए जिद पर अड़ी हुई थी। जबकि 3 दिन पहले ही मायके से लौट कर आई थी। उसने सिर्फ यह कहा कि अभी आई हो फिर क्यों जाना चाहती हो इस बात पर उसने विवाद किया, और घर से दोनो बच्चों को लेकर निकल गई। पुलिस मामले की जांच कर रही है।
35 किलो चांदी से दमकेगा रतनगढ़ माता का गर्भगृह, सोने के आभूषण भी बनवाए
18 Oct, 2023 12:40 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
दतिया । नवरात्र में सोने के नए आभूषणों से रतनगढ़ माता का श्रृंगार शुरू हो गया है। इससे माता रानी का श्रृंगार और भी आकर्षक लगने लगा है। मंदिर पर श्रद्धालुओं द्वारा चढ़ाए गए सोने के आभूषणों को गलाकर प्रशासन ने यह नए आभूषण तैयार कराए हैं। जिनमें मातारानी का मुकुट, हार, कर्णफूल, माला आदि करीब 400 ग्राम से अधिक वजन के स्वर्ण आभूषण बनवाए गए हैं। इन नए आभूषणों से रतनगढ़ माता के श्रृंगार में चार चांद लग गए हैं। वहीं अब मंदिर का गर्भगृह भी जल्दी ही चांदी से चमक उठेगा। इसके लिए करीब 35 किलो चांदी का इस्तेमाल होगा।
श्रद्धालुओं ने चढ़ाए थे आभूषण
बता दें कि माता रानी के दरबार में आने वाले श्रद्धालुओं द्वारा सोने-चांदी के आभूषण दान पेटी में चढ़ाए गए थे। लंबे समय से सोने-चांदी के इन आभूषणों का ना तो कोई दस्तावेजीकरण था और ना ही इनका उपयोग हो पा रहा था। रतनगढ़ वाली माता पर चढ़ने वाले आभूषण और कुंवर बाबा मंदिर पर चढ़ाए गए धातु के घोड़े और घंटे उपकोषालय सेवढ़ा में वर्षों से बंद पड़े थे। जिसे लेकर प्रयास शुरू हुए और पहली बार डिप्टी कलेक्टर की अध्यक्षता में समिति गठित कर इन आभूषणों का दस्तावेजीकरण कराया गया।
22 सितंबर को दतिया कलेक्टर संदीप माकिन की अध्यक्षता में इन आभूषणों को तुलवाया गया। इस दौरान एसपी प्रदीप शर्मा औरअपर जिला मजिस्ट्रेट रूपेश उपाध्याय, मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत कमलेश भार्गव भी मौजूद रहे। जिसके बाद साेने के आभूषणों को गलाकर मातारानी के श्रृंगार के लिए नए आभूषण बनाए जाने की पहल शुरू हुई।
देश के विभिन्न राज्यों से आते हैं श्रद्धालु
विषबंध काटने के लिए मां रतनगढ़ का दरबार काफी प्रसिद्ध है। नवरात्र में यहां श्रद्धालुओं का तांता लगा रहता है। इस पवित्र स्थान पर माता के दर्शन करने के लिए श्रद्वालु मध्य प्रदेश के अलावा उत्तर प्रदेश, राजस्थान सहित देश के विभिन्न भागों से बड़ी संख्या में प्रत्येक वर्ष आते हैं। यहां माता मंदिर पर घंटे और कुंवर महाराज मंदिर पर धातु के घोड़े चढ़ाए जाने की परंपरा है। ऐसे में श्रद्वालु अपनी मन्नत पूरी होने पर घंटे और धातु के घोड़े यहां चढ़ाते हैं।
दीपावली के दूज पर यहां लक्खी मेला लगता है। जिसमें सर्पदंश से पीड़ित लोगों के बंध काटे जाते हैं। इस मेले में देश के कोने-कोने से लोग आते हैं। नवरात्र पर भी यहां श्रद्धालुओं का सैलाब उमड़ता है।
सांस्कृतिक गरबे में कृष्ण लीला के भी दिखेंगे रंग, सीरियल राधा-कृष्ण के कान्हा पहुंचे भोपाल
18 Oct, 2023 12:36 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
भोपाल । लालघाटी स्थित सुंदरवन गार्डन में प्रदेश के भव्य सांस्कृतिक गरबा महोत्सव का बुधवार 18 अक्टूबर से आगाज होने जा रहा है। इसमें 50 हज़ार वाट के साउंड सिस्टम पर प्रतिभागी सहित हजारों लोग गरबा करते हुए माता रानी की आराधना करेंगे। महोत्सव में शामिल होने के लिए टीवी सीरियल 'राधा-कृष्ण' में कृष्ण का किरदार निभाने वाले सुमेध मुदगलकर आज सुबह भोपाल पहुंचे। राजा भोज एयरपोर्ट पर सिंधी मेला समिति के अध्यक्ष मनीष दरयानी एवं महासचिव नरेश तालरेजा की अगुआई में उनका आत्मीय स्वागत किया गया। सुमेध संस्कृतिक गरबा महोत्सव में कृष्ण की लीलाओं एवं कृष्ण के किरदार के बारे में बताएंगे।
चार दिन छाएगा गरबे का उल्लास
सांस्कृतिक सिंधी गरबा की शुरुआत आज शाम सात बजे होने जा रही है। इसे लेकर लोगों में जबर्दस्त उत्साह है। यह गरबा महोत्सव 21 अक्टूबर तक चलेगा। सिंधी मेला समिति के अध्यक्ष मनीष दरयानी ने बताया कि गरबा महोत्सव की सभी तैयारियां पूर्ण की जा चुकी है, इस बार सांस्कृतिक गरबा कुछ अलग ही रंग में दिखेगा, जहां एक ओर गरबा ग्राउंड में प्रतिभागी मां की आराधना करते गरबा खेलेंगे, वहीं दूसरी ओर भगवान श्रीकृष्ण की लीलाओं के दर्शन भी श्रद्धालुओं को होंगे। इस वर्ष सिंधी मेला समिति द्वारा गरबे के लिए तीन सर्कल बनाए गए हैं। एक फ्री राउंड भी होगा।
ग्राउंड प्रैक्टिस में उत्साह दिखाया
गरबा महोत्सव के शुभारंभ की पूर्वसंध्या पर मंगलवार को फाइनल रिहर्सल हुई। सुंदरवन मैदान पर बड़ी संख्या में प्रतिभागियों ने ग्राउंड प्रैक्टिस की। गायक कलाकार गिदवानी के साथ युवा झूम उठे। सोनू ठाकुर के निर्देशन में युवाओं ने मां अंबे की भक्ति से भरपूर गीतों पर गरबा किया। लालघाटी के सुंदरवन नर्सरी में गरबा स्थल पर फूड जोन भी बनाया गया है जहां परंपरागत व्यंजनों के साथ सिंधी व्यंजनों का स्वाद लिया जा सकेगा। गरबा महोत्सव स्थल पर बच्चों के लिए विशेष व्यवस्था की गई है। सेल्फी प्वाइंट भी बनाया गया है।
विंध्य में कांग्रेस को बड़ा झटका, पूर्व विस अध्यक्ष श्रीनिवास तिवारी के पोते सिद्धार्थ भाजपा में शामिल
18 Oct, 2023 12:30 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
भोपाल । विधानसभा चुनाव की तारीखें नजदीक के आने के साथ प्रदेश की सियासत में 'आयाराम-गयाराम' का सिलसिला भी तेज होता जा रहा है। इसी क्रम में बुधवार को विंध्य क्षेत्र में कांग्रेस को एक बड़ा झटका लगा। पूर्व विधानसभा अध्यक्ष श्रीनिवास तिवारी के पोते सिद्धार्थ तिवारी ने कांग्रेस को छोड़कर भाजपा का दामन थाम लिया। सिद्धार्थ तिवारी ने बुधवार सुबह राजधानी में भाजपा के प्रदेश दफ्तर पहुचे और मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान एवं भाजपा प्रदेशाध्यक्ष वीडी शर्मा की मौजूदगी में पार्टी की सदस्यता ली। बता दें कि सिद्धार्थ पूर्व सांसद सुंदरलाल तिवारी के बेटे हैं। इसके साथ-साथ पन्ना के गुन्रौर से पूर्व विधायक फुंदरलाल चौधरी भी बुधवार को भाजपा में शामिल हो गए।
मप्र की कुछ सीटों पर भाजपा और कांग्रेस के परंपरागत चेहरे फिर आमने-सामने
18 Oct, 2023 12:12 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
भोपाल । वर्ष 2013 और 2018 के आम चुनाव की तुलना में भले ही इस बार मुद्दे बदल गए हों, पर कुछ सीटों पर भाजपा और कांग्रेस के परंपरागत चेहरे फिर आमने-सामने हैं। क्षेत्र में मजबूत पकड़, जातिगत समीकरण, सर्वे और अन्य पहलुओं के आधार पर कहीं भाजपा तो कहीं कांग्रेस ने दूसरी या तीसरी बार उन्हें मैदान में उतारा है।
बड़े अंतर से हार के बाद भी भरोसा
यहां तक कि कुछ को बड़े अंतर से हारने के बाद भी पार्टियों ने उन पर ही भरोसा जताया है। भाजपा और कांग्रेस के प्रत्याशियों के अब तक घोषित नामों में 90 विधानसभा सीटों पर भाजपा और कांग्रेस के प्रत्याशियों की तस्वीर साफ हो गई है।
28 सीटों पर दोनों पार्टियों ने किया ऐसा
इनमें 28 सीटों पर दोनों पार्टियों ने उन पर ही विश्वास जताया है जो पिछले विधानसभा चुनाव में भी मैदान में थे। इन 28 में से आठ विधानसभा क्षेत्र ऐसे हैं जहां वर्ष 2013 में भी यही उम्मीदवार मैदान में उतरे थे। इनमें श्योपुर, जबलपुर पूर्व, भैंसदेही, हरदा, खिलचीपुर, कसरावद, पेटलावाद और गंधवानी शामिल हैं। यह तो 90 सीटों की तस्वीर है। 140 और सीटों पर भाजपा और कांग्रेस के प्रत्याशियों की तस्वीर स्पष्ट होने के बाद लगभग 40 और सीटों पर परंपरागत प्रतिद्वंद्वियों में ही आमना-सामना होने की उम्मीद है।
कांग्रेस ने पहले ऐसा कहा था
बता दें कि कांग्रेस ने पहले कहा था कि लगातार हारने वाले प्रत्याशियों को चुनाव नहीं लड़ाया जाएगा, लेकिन बाद में पार्टी द्वारा कराए गए अलग-अलग सर्वेक्षणों में सामने आया कि उस क्षेत्र के लिए वही उम्मीदवार जीतने योग्य हैं तो पार्टी ने उन्हें मैदान में उतार दिया। इन परंपरागत प्रतिद्वंद्वियों में कुछ तो ऐसे हैं जिनके बीच कांटे की टक्कर रही है। उन्हें ही चुनाव लड़ाने की दूसरी वजह जातिगत समीकरण भी हैं।
भाजपा ने ऐसा किया
इसी तरह से भाजपा ने भी सर्वे और स्थानीय कार्यकर्ताओं से मिले फीडबैक के आधार पर इस बार और पिछले चुनावों में उम्मीदवारों का चयन किया है। पिछले चुनाव में कुछ सीटों पर प्रत्याशी की बड़े अंतर से हार के बाद भी पार्टी ने फिर उन नेताओं को मौका दिया है जो लगातार क्षेत्र में सक्रिय हैं और विवादित नहीं हैं। हालांकि, दोनों पार्टियों ने 2013 और 2018 के चुनाव में आमने-सामने रहे कुछ प्रत्याशियों को जीत-हार के गणित के आधार पर बदल दिया है। अब देखना होगा दोनों पार्टियों की रणनीति आगामी चुनाव में कितनी सफल होती है।