मध्य प्रदेश (ऑर्काइव)
ब्यूरोक्रेट्स को ओपीएस कर्मचारियों को एनपीएस का लाभ दे रही सरकार
28 Oct, 2023 09:00 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
भोपाल । राज्य सरकार ने अखिल भारतीय सेवा के आईपीएस एवं आईएएस अफसर नई पेंशन योजना (एनपीएस) के स्थान पर पुरानी पेंशन योजना (ओपीएस) का लाभ देने का रास्ता निकाल लिया है लेकिन मप्र शासन ने राज्य सेवा के अधिकारियों एवं कर्मचारियों को एनपीएस के स्थान पर ओपीएस का लाभ देने की पहल तक शुरू नहीं की है। मध्य प्रदेश कर्मचारी मंच ने प्रदेश के मुख्य सचिव को पत्र लिखकर मांग की है कि 2005 के बाद नियुक्त मध्य प्रदेश राज्य के अधिकारी कर्मचारियों को भी आईपीएस एवं आईएएस की तर्ज पर एनपीएस के स्थान पर ओपीएस का लाभ देने की प्रक्रिया तत्काल शुरू की जाए। मध्य प्रदेश कर्मचारी मंच के प्रांत अध्यक्ष अशोक पांडे ने बताया कि राज्य सरकार ने 5 अक्टूबर को पांच आईएएस संजीव सिंह, राहुल जैन, जीबी रश्मि, एआर रघुराज एवं जान किंग्सली को एनपीएस के स्थान पर ओपीएस का लाभ देने का आदेश सामान्य प्रशासन विभाग से जारी कर था। अब सरकार ने पांच आईपीएस इरशाद वली, संजय कुमार, गौरव राजपूत, सुशांत सक्सेना, डॉ. आशीष को नई पेंशन योजना के स्थान पर पुरानी पेंशन योजना का लाभ देने का आदेश गृह विभाग मध्य प्रदेश शासन ने जारी किया है। लेकिन मध्य प्रदेश शासन मध्य प्रदेश राज्य सेवा के अधिकारियों-कर्मचारियों को एनपीएस के स्थान पर ओपीएस का लाभ नहीं दे रही है।
5 लाख एनपीएस के दायरे
मप्र के 5 लाख अधिकारी-कर्मचारी एनपीएस के दायरे में आते हैं और बरसों से अधिकारी-कर्मचारी नई पेंशन योजना के स्थान पर पुरानी पेंशन योजना लागू करनी की मांग कर रहे हैं। जबकि ऐसे लाखों अधिकारी एवं कर्मचारी मध्य प्रदेश राज्य में नियुक्त हैं जो वर्ष 2005 की पूर्व शासन की विभिन्न विभागों में किसी न किसी रूप में सेवा में आ गए थे एवं शासकीय विभाग से वेतन प्राप्त कर रहे थे उनके पद भी वर्ष 2005 के पूर्व से स्वीकृत थे। लेकिन मध्य प्रदेश शासन ने ऐसे अधिकारियों एवं कर्मचारियों की जानकारी तक नहीं मंगा रहा है जिससे ओपीएस के लाभ से वंचित मध्य प्रदेश राज्य के एनपीएस धारक कर्मचारियों-अधिकारियों को भी अखिल भारतीय सेवा के आईपीएस एवं आईएएस अफसर के समान ही ओपीएस पुरानी पेंशन योजना का लाभ मिल सके।
प्रदेश में सिंचाई जोरों पर, बिजली खपत 15 हजार मेगावाट
28 Oct, 2023 09:00 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
भोपाल । रबी सीजन में बिजली की खपत सर्वाधिक रहती है। अक्टूबर की शुरुआत में प्रदेश की बिजली खपत 9000 मेगावाट के करीब बमुश्किल पहुंच रही थी। वहीं महीना खत्म होने में करीब 6500 मेगावाट बिजली खपत की बढ़ोतरी दर्ज हो रही है। वर्तमान में मध्यप्रदेश की बिजली खपत 15000 मेगावाट के करीब पहुंच गई है। इसमें भी बिजली की सबसे ज्यादा डिमांड दिन के समय में बनी हुई है।
रबी सीजन में गेहूं, आलू, प्याज, लहसुन, मटर एवं अन्य सब्जियों में पानी देने के लिए मोटर पंप का सहारा लिया जाता है और यह बिजली से संचालित होते हैं, जिसके कारण अक्टूबर से जनवरी तक रबी सीजन में बिजली की सर्वाधिक मांग बनी रहती है। पिछले वर्ष भी 16000 मेगावाट के करीब सर्वाधिक बिजली खपत दर्ज की गई थी। इस बार अक्टूबर खत्म हो रहा है और बिजली की खपत 15000 मेगावाट को पार कर रही है। इंदौर बिजली कंपनी में अक्टूबर के शुरुआती दिनों में बिजली की खपत 4000 मेगावाट के करीब चल रही थी, जो अब 2150 मेगावाट बढक़र 6150 मेगावाट के करीब चल रही है। जानकारों की मानें तो इस बार बिजली की खपत नए रिकॉर्ड दर्ज करेगी। तकरीबन 17000 मेगावाट प्रदेश में बिजली खपत का आंकड़ा आगामी एक से डेढ़ महीने में दर्ज होने की पूरी संभावना है।
15 दिन पहले आई डिमांड
रबी सीजन में बिजली की मांग 15 अक्टूबर के बाद शुरू होती है, लेकिन इस बार अक्टूबर की शुरुआत में ही बिजली की डिमांड सिंचाई के लिए शुरू हो गई थी, जिसका आकलन अधिकारी नहीं कर पाए थे और सिंचाई के लिए 10 घंटे बिजली देने में मशक्कत करना पड़ी थी।
अब लोड का असर उपकरणों पर आएगा
अब जैसे-जैसे बिजली की डिमांड और ज्यादा बढ़ेगी तो ट्रांसफार्मर, तार और डियो जैसे उपकरण चटकने लगेंगे। ग्रामीण क्षेत्र के मैदानी अमले को ज्यादा मशक्कत करना पड़ेगी। बिजली कंपनी के अधिकारियों की ओर से दावा किया गया है कि मेंटेनेंस का काम पूरी तरह कर लिया गया है। किसी प्रकार की कोई दिक्कत सिंचाई के समय किसानों को नहीं आने दी जाएगी।
प्रदेश में वर्तमान बिजली खपत
-भोपाल बिजली कंपनी 5000 मेगावाट
-इंदौर बिजली कंपनी 6150 मेगावाट
-जबलपुर बिजली कंपनी 4200 मेगावाट
एमपी में भाजपा राज में गांवों के लोग जी रहे हैं बदतर जिंदगी: रानी अग्रवाल, प्रदेश अध्यक्ष, आप
28 Oct, 2023 08:09 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
एमपी में भाजपा राज में गांवों के लोग जी रहे हैं बदतर जिंदगी: रानी अग्रवाल, प्रदेश अध्यक्ष, आप
अनूपपुर के बीजापुरी में एक ही गड्ढे का पानी पी रहे हैं जानवर और गांव के लोग, भाजपा सरकार को तस्वीरें देखकर शर्म भी नहीं आती: रानी अग्रवाल
मध्य प्रदेश में भाजपा सरकार के विकास के फर्जी हैं और आंकड़े किताबी हैं: आप प्रदेश अध्यक्ष रानी अग्रवाल
भोपाल । मध्य प्रदेश में लोगों को बुनियादी सुविधाएं मुहैया न होने को लेकर आम आदमी पार्टी की प्रदेश अध्यक्ष रानी अग्रवाल ने भाजपा सरकार पर जमकर हमला बोला। उन्होंने कहा कि मध्य प्रदेश में भाजपा सरकार ने 20 सालों में कुछ भी नहीं किया। भाजपा के विकास के सारे दावे खोखले हैं। भाजपा सरकार जुमलों की सरकार है। उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार ने विकास के नाम पर प्रदेश की भोली भाली जनता को ठगने का काम किया है। उन्होंने कहा कि 20 सालों से मध्य प्रदेश में भाजपा सरकार है लेकिन सरकार लोगों को मूलभूत सुविधाएं मुहैया नहीं करा पाई।
आप की प्रदेश अध्यक्ष और सिंगरौली महापौर रानी अग्रवाल ने कहा कि प्रदेश के कई जिलों में गांव के लोग उसी गड्ढे का पानी पीने को मजबूर हैं जिस गड्ढे से मवेशी पानी पीते हैं। उन्होंने कहा कि अनूपपुर के बीजापुरी गांव में 350 के लगभग आबादी है लेकिन किसी जनप्रतिनिधि ने इन लोगों के लिए हैंडपंप लगवाने की व्यवस्था नहीं की। आज भी ये लोग गड्ढे से पानी निकालकर पी रहे हैं और उसी गड्ढे से जानवर भी पानी पीते हैं। गांव में दिखावे के लिए नल तो लगा है पर उस नल से पानी कभी आया ही नहीं। उन्होंने कहा कि गांव तक पहुंचने के लिए सड़क भी नहीं हैं। गांव के लोग नारकीय जीवन गुजारने के लिए मजबूर हैं।
रानी अग्रवाल ने कहा कि भाजपा सरकार बताए कि क्या इसी राज की उम्मीदें लोगों ने उससे की थीं। क्या भाजपा की नजर में यही रामराज है। उन्होंने कहा कि भाजपा के लोगों को लोगों की परेशानी और समस्याओं से कोई लेना-देना नहीं हैं। भाजपा के लोग, विधायक सिर्फ अपनी राजनीति चमकाते हैं। वोट लेने के लिए सिर्फ जनता के बीच जाते हैं और चुनाव जीतने के बाद 5 साल तक वापस नहीं जाते हैं।
आप की प्रदेश अध्यक्ष रानी अग्रवाल ने कहा कि भाजपा के लोग और सरकार विकास को लेकर बड़ी बड़ी बातें और दावे करते हैं लेकिन हकीकत कुछ और है। उन्होंने कहा भाजपा के झूठे विकास और खोखले दावों के खिलाफ अब जनता उड़ खड़ी हुई है। उन्होंने कहा कि जो लोगों को साफ पीने का पानी भी मुहैया न करा सके ऐसी झूठी और जुमलों की सरकार को जनता अबकी बार जवाब देने के लिए तैयार बैठी है। अबकी बार एमपी में बदलाव तय है।
सीहोर में गृहमंत्री डॉ. नरोत्तम मिश्रा ने किया जनसभा को संबोधित
28 Oct, 2023 07:53 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
कांग्रेस को राम जन्म भूमि और राम से परहेज
भाजपा राष्ट्रवादी, कांग्रेस तुष्टिकरण की राजनीति करती है
सीहोर विधानसभा हुई भाजपामय, रैली में उमड़ा जनसैलाब
सीहोर । भारतीय जनता पार्टी राष्ट्रवाद के लिए काम करती है। जब भी नारे लगाते हैं तो भारत माता की जय कहते हैं। देश में एकमात्र दल भाजपा है जो सत्ता को जनसेवा का माध्यम मानती है। दूसरी तरफ अन्य पार्टियों के नेता सोनिया की जय, ममता की जय के नारे लगाते हैं। यह बात प्रदेश के गृह मंत्री डॉ. नरोत्तम मिश्रा ने शनिवार को सीहोर में प्रत्याशी श्री सुदेश राय के समर्थन में जनसभा को संबोधित करते हुए कही। डॉ. मिश्रा ने कहा कि कांग्रेस को राम जन्म भूमि और राम से परहेज है।
भाजपा की लहर आंधी में बदलेगी
श्री मिश्रा ने कहा कि इस समय पूरे प्रदेश में भाजपा की लहर है और बयार बह रही है। मतदान की तारीख 17 नवंबर को ये आंधी में बदल जाएगी। कांग्रेसी भारत के टुकड़े होने की कामना करते हैं और भाजपा भारत माता की वैभवशाली स्वरूप की कामना करती है। कांग्रेसी भगवान श्रीराम के मंदिर के निर्माण का विरोध करते हैं, उनके पोस्टर का विरोध करते हैं। वो हमेशा से तुष्टीकरण के हिमायती है पर भाजपा देश को और अपनी संस्कृति को महत्व देती है। ये अंतर है दोनों पार्टियों में है।
कांग्रेस हमेशा तुष्टीकरण की राजनती करती है
श्री मिश्रा ने कहा कि कांग्रेस ने हमेशा तुष्टीकरण की राजनीति को बढ़ावा दिया है। कांग्रेस जेएनयू में आतंकियों के समर्थन में नारे लगाते हैं कि तुम कितने अफज़़ल मारोगे हर घर से अफज़़ल निकलेगा। हम छाती ठोंककर कहते हैं हम घर में घुसकर मारेंगे जिस घर से अफज़़ल जैसा अगर कोई निकलेगा। भाजपा प्रत्याशी श्री सुदेश राय ने जनसभा को संबोधित करते हुए कहा कि प्रदेश में हर क्षेत्र में विकास हुआ है। विधानसभा इलाके में भी तेज गति से विकास किया गया है। केन्द्र और प्रदेश में डबल इंजन की सरकार की योजनाओं का लाभ घर-घर तक पहुंचा है।
जनसभा से पहले रैली शहर के लीसा टॉकीज चौराहे से निकाली। रैली में बड़ी संख्या में कार्यकर्ताओं ने हिस्सा लिया। रैली शहर के प्रमुख मार्गों से होते हुए लीसा टॉकीज चौराहे से मैदान पर पहुंची और जहां भाजपा के जिलाध्यक्ष श्री रवि मालवीय और भाजपा के युवा नेता श्री सन्नी महाजन सहित अन्य ने यहां पर मौजूद क्षेत्रवासियों से भाजपा को विजय बनाने का संकल्प दिलाया।
मप्र विधानसभा चुनाव : कांग्रेस ने क्यों सपा-आप और जदयू से किया किनारा
28 Oct, 2023 06:45 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
भोपाल । देश में मोदी और भाजपा से मुकाबले के लिए बना विपक्षी 26 दलों का गठबंधन ‘इंडिया’ मप्र विधानसभा चुनाव में बिखर गया है। क्योंकि, कांग्रेस ने गठबंधन इंडिया के सहयोगी दलों समाजवादी पार्टी (सपा) और जनता दल यूनाईटेड (जदयू) और आम आदमी पार्टी (आप) को मध्यप्रदेश विधानसभा चुनाव में नजरंदाज कर दिया। इसके बाद सपा, जदयू और आप ने कांग्रेस से अलग राग अलापते हुए अपने उम्मीदवार खड़े कर दिए हैं। आखिर क्यों कांग्रेस ने विधानसभा चुनाव में सपा, आप और जदयू से किनारा किया? क्यों शादी के पहले इंडिया के गठबंधन के दलों में शादी के पहले तलाक की नौबत आ रही है? इसको लेकर मध्यप्रदेश सहित देशभर में सियासत गर्माने लगी है।
दरअसल, विपक्ष के 26 दलों का जब गठबंधन हुआ तब कहा गया वे सारे देश में भाजपा के खिलाफ मिलकर लड़ेंगे। लेकिन गठबंधन के सबसे बड़े दल कांग्रेस ने साफ कहा है कि इंडिया का गठन 2024 लोकसभा चुनावों के लिए हुआ न कि विधानसभा चुनाव के लिए। कांग्रेस ने इसी रणनीति के तहत पांच राज्यों मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, राजस्थान, मिजोरम और तेलंगाना में अपने किसी सहयोगी दल को तवज्जो नहीं दी। मिजोरम को छोडक़र राजस्थान, छत्तीसगढ़ और मध्य प्रदेश में कांग्रेस की भाजपा से सीधी लड़ाई है। वहीं, तेलंगाना में उसका मुकाबला के. चंद्रशेखर राव की भारत राष्ट्र समिति से है। इधर, कांग्रेस द्वारा मप्र में तवज्जो नहीं दिए जाने से सपा भी नाखुश है। सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव कहते हैं कि यदि उन्हें पता होता कि इंडिया गठबंधन विधानसभा स्तर पर नहीं है, तो वह कांग्रेस के कभी बात ही नहीं करते। इसके आगे वे कहते हैं कि उप्र में कांग्रेस के साथ वैसा ही सलूक किया जा सकता है जैसा मध्य प्रदेश में उनके साथ किया गया।
कांग्रेस खुद को कमजोर नहीं करना चाहती
राजनीतिक विज्ञानियों का कहना है कि कांग्रेस अब देश मेें खोए जनाधार को पुन: हासिल करना चाहती है। यही वजह है कि वह सपा, आप, जदयू और वामदल सहित अन्य दलों के लिए सीट छोडऩे को तैयार नहीं हुई। कांग्रेस की रणनीति है कि पांच राज्यों के विधानसभा चुनावों में वह मजबूत बनकर उभरेगी तो वह लोकसभा चुनाव में सीटों के बंटवारे में इंडिया गठबंधन केसहयोगी दलों के दबाव में आने की बजाय उन्हें दबाव में लेकर ज्यादा सीटें हासिल कर सकेगी।
इसलिए भी गठबंधन दलों को भाव नहीं
कांग्रेस के सूत्रों का कहना है कि मध्यप्रदेश सहित विधानसभा चुनाव वाले पांचों राज्यों में कांग्रेस ने इंडिया के सहयोगी दलों को इसलिए भी तवज्जों नहीं दी, क्योंकि उसे डर था कि यदि वह इन राज्यों में तवज्जो देती, तो उसे आगे उप्र और बिहार सरीखे बड़े हिन्दी भाषी राज्यों में भी गठबंधन इंडिया के सहयोगी दलों को तवज्जो देना पड़ती। लोकसभा चुनाव में सीटों को लेकर बड़े समझौते करने पड़ सकते हैं। इन राज्यों में कांग्रेस का अपना बड़ा वोट बैंक और जनाधार है। फिर कांग्रेस के उप्र और बिहार में सपा और जदयू से गठबंधन के पिछले अनुभव बेहद खराब रहे हैं।
कांग्रेस ने जारी की 40 स्टार प्रचारकों की सूची
28 Oct, 2023 05:45 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
कमलनाथ के बेटे नकुल नाथ को शामिल किया, दिग्विजय के बेटे जयवर्धन सिंह को नहीं मिली जगह
भोपाल । मध्य प्रदेश में 17 नवंबर को होने वाले विधानसभा चुनाव के लिए भाजपा-कांग्रेस में आर-पार की लड़ाई शुरू की गई है। भाजपा के स्टार प्रचारकों के जवाब में शनिवार को कांग्रेस ने 40 स्टार प्रचारकों की सूची जारी कर दी है। कांग्रेस ने राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे, सोनिया गांधी, राहुल गांधी, प्रियंका गांधी, कमलनाथ और दिग्विजय समेत 40 नेताओं को स्टार प्रचारक बनाया है। स्टार प्रचारकों की सूची में क्षेत्रीय और जातिगत समीकरणों के अनुसार नेताओं को स्थान दिया गया है। मजेदार बात यह कि, स्टार प्रचारकों की सूची में पीसीसी चीफ कमलनाथ के बेटे नकुलनाथ को तो शामिल किया गया हैं, लेकिन दिग्विजय के बेटे जयवर्धन सिंह का नाम शामिल नहीं किया गया है।
कांग्रेस स्टार प्रचारकों की सूची में जिन नेताओं को शामिल किया गया है, उनमें कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे के अलावा सोनिया गांधी, राहुल गांधी, प्रियंका गांधी, केसी वेनुगोपाल, रणदीप सुरजेवाला, मुकुल वासनिक, जितेंद्र सिंह, कमलनाथ, डॉ. गोविंद सिंह, दिग्विजय सिंह, भूपेश बघेल, अशोक गहलोत, सुखविंदर सिंह, दीपक बाबरिया, कांतिलाल भूरिया, सुरेश पचौरी, अरुण यादव, कमलेश्वर पटेल, ओमकार मरकाम, अजय सिंह, विवेक तंखा, राजमणि पटेल, सचिन पायलट, नकुल नाथ, मीनाक्षी नटराजन, जीतू पटवारी, राज बब्बर, कन्हैया कुमार, आरिफ मसूद, शेख अलीम, संजय मसानी, सुनील केदार, अशोक सिंह, राधेलाल बघेल, महेंद्र पटेल, जीवन पटेल, प्रदीप अहिरवार , गुड्डु राजा बुंदेला और अभय दुबे शामिल हैं।
सुरजेवाला का शिवराज सरकार पर हमला, बोले- दमनकारी किसान विरोधी के रूप में याद किए जाएंगे इसके 18 साल
28 Oct, 2023 02:42 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
भोपाल । कांग्रेस के प्रदेश चुनाव प्रभारी रणदीप सिंह सुरजेवाला ने शनिवार को पार्टी कार्यालय में प्रेस कांफ्रेंस आयोजित कर शिवराज सरकार पर जमकर हमले किए। उन्होंने भारतीय जनता पार्टी और शिवराज सरकार को किसान विरोधी बताया और कहा कि इनके राज में सबसे ज्यादा घोटाले हुए। उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार ने समर्थन मूल्य छुपाकर किसानों की योजनाओं पर ताला लगा दिया। शिवराज सरकार के 18 साल को दमनकारी किसान विरोधी के रूप में प्रदेश के इतिहास में याद रखा जाएगा।
कम एमएसपी पर शिवराज बजाते हैं तालियां
सुरजेवाला ने कहा कि हकीकत यह है कि भाजपा और शिवराज सरकार ने किसानों के साथ हमेशा छल किया। शिवराज सरकार ने पिछले 6 महीने में सितंबर 2023 तक 23 योजनाओं में से 19 योजनाओं में अप्रैल से सितंबर तक एक भी पैसा नहीं दिया। किसान की लागत से कम समर्थन मूल्य होने पर शिवराज तालियां बजाते हैं। इन्होंने किसानों के साथ धोखा किया है।
किसान कल्याण विभाग को किसान दुर्दशा विभाग बना दिया
सुरजेवाला ने केंद्र व प्रदेश सरकार पर बरसते हुए कहा कि केंद्र सरकार न्यूनतम समर्थन मूल्य पर फसल खरीदने की घोषणा करती है। इधर राज्य सरकार फसलों को आधे दाम में खरीद रही। भाजपा सरकार ने किसान कल्याण विभाग को किसान दुर्दशा विभाग बना दिया।
किसान सम्मान निधि, अपमान निधि बनकर रह गई
सुरजेवाला बोले कि एमपी के किसानों की आय कम होकर पूरे परिवार के लिए 270 प्रतिदिन या 55 रुपए प्रति व्यक्ति हो गई। इतने पैसों में किसान परिवार कैसे चल पाएंगे। किसान सम्मान निधि किसान अपमान निधि बनकर रह गई है। भाजपा सरकार ने कई किसानों के नाम सम्मान निधि से हटा दिए। इससे प्रदेश में 8 लाख 57 हजार 203 किसान को नहीं मिलेगा सम्मान निधि का पैसा। प्रधानमंत्री मोदी और सीएम शिवराज किसानों को जवाब दें।
प्रियंका के दमोह दौरे पर सीएम शिवराज का तंज, बोले- फिर सज रही झूठ की दुकान
28 Oct, 2023 01:23 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
भोपाल । कांग्रेस की राष्ट्रीय महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा शनिवार को एक बार फिर मप्र के दौरे पर पहुंची हैं। वह दमोह में कांग्रेस प्रत्याशी के पक्ष में चुनावी सभा कर रही हैं। उनके आगमन से पूर्व प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कांग्रेस और प्रियंका गांधी वाड्रा पर हमला बोला और उनसे कुछ तीखे सवाल भी पूछे।
राम मंदिर से इनको तकलीफ क्यों?
सीएम शिवराज ने कहा कि आज फिर मध्य प्रदेश में कांग्रेस की झूठ की दुकान सज रही है। आज फिर प्रियंका जी आ रही हैं! मैं सबसे पहले तो प्रियंका जी से यही सवाल पूछना चाहता हूं कि भगवान राम और भगवान राम के मंदिर से आपको तकलीफ क्या है? कांग्रेस ने निर्वाचन आयोग को शिकायत की है कि भगवान राम के मंदिर के फोटो होडिंग लगाए जा रहे हैं, वह निकाले जाएं। महाकाल के चित्र लगे हैं, वह निकालो। राम तो रोम-रोम में बसे हैं, कभी आप (कांग्रेस) राम को काल्पनिक बताते थे। भगवान श्री राम करोड़ों करोड़ लोगों के आराध्य हैं। भगवान राम के बिना इस देश का काम नहीं हो सकता। कभी कहते थे कि मंदिर वहीं बनाएंगे, तारीख नहीं बताएंगे। अब तो तारीख पता है 22 जनवरी अब भव्य और दिव्य राम मंदिर बनकर तैयार है। प्रधानमंत्री जी के हाथों मंदिर को प्राण प्रतिष्ठा होनी है। महाकाल महालोक बना, आपने झूठे आरोप लगा दिए। आखिर महाकाल से चिढ़ क्या है आपको?
राम, महाकाल कहीं से हटाए नहीं जा सकते
सीएम शिवराज ने कहा कि अब कांग्रेस के लोग होर्डिंग उतरवाने की बात करते हैं। राम हों, भगवान महाकाल हो, यह कहीं से नहीं हटाए जा सकते। लेकिन कांग्रेस बताए कि उसका दृष्टिकोण क्या है?
पहले किए वादे पूरे नहीं किए, फिर ले आए झूठ का महा वचन पत्र
शिवराज ने कहा कि मैडम प्रियंका जी नई-नई बातें करने आ गईं। झूठ का महा वचन पत्र फिर दे दिया कांग्रेस ने। मैं आज फिर पूछ रहा हूं। साहस है तो जवाब दें।
- गरीब बैगा, भारिया, सहरिया बहनों को जो ₹1000 देते थे, कमलनाथ जी ने उसे क्यों बंद किया?
- संबल योजना क्यों बंद की? गरीब बहन के पैसे देना बंद कर दिए?
- बेटा बेटा-बेटी के जन्म के 12000, बच्चों के लैपटॉप क्यों बंद कर दिए?
- बेटियों की शादी के क्यों पैसे नहीं दिए?
- तीर्थ दर्शन योजना क्यों बंद की?
- किसान सम्मान निधि की राशि के लिए किसानों की लिस्ट क्यों नहीं भेजी?
- गरीबों के मकान जो प्रधानमंत्री जी ने भेजे थे, वापस क्यों कर दिए? प्रियंका जी जवाब देना पड़ेगा, कमलनाथ जी ने 2 लाख से ज्यादा मकान वापस कर दिए।
- एक और बड़ा अपराध किया 2019 में जल जीवन मिशन लागू हुआ। हर गांव में हर घर में टोटी वाला नल लगाकर जल देने के लिए आपने महिलाओं के साथ अन्याय किया।जल जीवन मिशन शुरू ही नहीं किया और फिर कह रहे हैं।
- आपने कहा था बेरोजगारी भत्ता देंगे , 4000 का एक पैसा भी दिया युवाओं को, फिर ठगने आ रहे हो।
- सबका कर्ज माफ करने का वादा किया था लेकिन वो भी नहीं किया।
पहले कांग्रेस को यह स्वीकार करना चाहिए कि उसने जो वचन पत्र दिया था, वह झूठा था।
भाजपा के पूर्व विधायक मुकेश चौधरी ने कहा, आप लोगों के प्रेम ने मुझे आंसू बहाने पर मजबूर कर दिया है
28 Oct, 2023 01:16 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
मेहगांव । भाजपा के पूर्व विधायक मुकेश चौधरी ने ने कहा आप लोगों के प्रेम ने मुझे आंसू बहाने पर मजबूर कर दिया है। मैंने, जिनके लिए अपने समाज को छोड़ा, वरिष्ठ नेताओं से लड़ा। डा गोविंद सिंह से विरोध लिया, लेकिन समय आने पर उन्होंने मेरा विरोध किया। मुझे ऐसे लोगों से शिकायत है। यह पार्टी का कार्यक्रम नहीं है। आज हम दशहरा मिलन समारोह के लिए यहां एकत्रित हुए हैं। दशहरे के दिन अत्याचारी रावण का श्रीराम भगवान ने वध किया था। कल से मैं, पार्टी का काम करने के लिए निकल जाऊंगा। पार्टी भी देखेगी कि मैं, पहले जहां दोगुना काम करता था, वहीं अब चार गुना काम करूंगा। लेकिन आप से मैं, कहना चाहता हूं कि संकल्प लें कि हमें बुराई रूपी रावण का नष्ट कर देना है। वह शुक्रवार को मेहगांव के ग्वालियर रोड पर स्थित जनक गार्डन में आयोजित दशहरा मिलन समारोह को संबोधित कर रहे थे।
मेहंगाव से भाजपा से टिकट मांग रहे थे चौधरी
पूर्व विधायक द्वारा मेहगांव विस से टिकट की मांग की जा रही थी। मुकेश चौधरी ने कहा कि मेरी प्राथमिकता विधायक बनना नहीं है। आपका जो ये प्रेम है, यही मेरी प्राथमिकता है। विधायक तो किस्म-किस्म के लोग बन जाते हैं। शासन ने ऐसी कोई नियमावली नहीं बनाई है कि योग्य व्यक्ति ही विधायक बने। इस कार्यक्रम की अनुमति मैंने पार्टी के वरिष्ठजनों से ले ली है। मैं आपसे दो बातें करना चाहता था। आज इन दो लोगों ने मेरे साथ जो किया वह नहीं करना चाहिए था। आप अपने लिए कुछ भी मांग लेते, लेकिन आपने यह कह दिया कि मुकेश चौधरी को छोड़कर क्षेत्र के लिए निर्णय लिया जाए।
प्रियंका गांधी वाड्रा की जनसभा में दमोह विधायक बोले- भाजपा भष्टाचार साबित करे तो मैं संन्यास ले लूंगा
28 Oct, 2023 12:36 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
दमोह । कांग्रेस की राष्ट्रीय महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा आज दमोह जिले में जनसभा को संबोधित करेंगी। बुंदेलखंड अंचल में यह प्रियंका का पहला चुनावी दौरा है। इसके पहले कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने सागर में सभा कर चुके हैं। दमोह विधायक बोले- भाजपा ने धोखा दिया। भाजपा भष्टाचार साबित कर दे तो मैं संन्यास ले लूंगा। कांग्रेस की राष्ट्रीय महासचिव प्रियंका गांधी एवं प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमल नाथ की मौजूदगी में हाकम सिंह ने कांग्रेस की सदस्यता ली है।
सोनिया भक्त कांग्रेसी जो चुनावी राम भक्त बन रहे थे उनकी बाबर भक्ति सामने आ गयी है
28 Oct, 2023 11:59 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
भोपाल । 22 जनवरी 2024 ये वे तारीख है जब प्रभु श्री राम अपने मंदिर में विधि विधान से विराजित होंगे। 5 शताब्दियों से प्रतिक्षा वाली यह घड़ी प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी ने देश के साथ जब से साझा की है तब से सनातन विरोधी कांग्रेसियों मेंं खलबली मची है। जो सोनिया भक्त कांग्रेसी चुनावी राम भक्त बन रहे थे उनका बाबर के प्रति प्रेम बाहर निकलने लगा है। कभी कांग्रेसी प्रभु श्री राम के होर्डिग की शिकायत करते है तो कभी बाबरी मस्जिद की शाहदत पर अपने मन की पीडा को बाहर लाते है। कांग्रेस का यह चरित्र मुंह में राम बगल में छुरी को चरितार्थ कर रहा है। सोनिया गांधी के इशारे पर कांग्रेस मीडिया विभाग के अध्यक्ष का बयान कांग्रेस का मुगलों के प्रति प्रेम और सनातन के प्रति घृणा को प्रदर्शित करता है। प्रियंका गांधी आज दमोह के दौर पर है उन्हें देश के हिन्दुओं से सार्वजनिक माफी मांगनी चाहिए। यह बात भारतीय जनता पार्टी के प्रदेष अध्यक्ष व सांसद श्री विष्णुदत्त शर्मा ने भाजपा मीडिया सेंटर में पत्रकारों से चर्चा करते हुए कही।
श्री शर्मा ने कहा कि चुनाव आएंगे, जाएंगे राजनीति होती रहेगी पर आस्थाओं के साथ खिलवाड़ और मजाक देश स्वीकर नहीं करेगा। जिन कांग्रेसियों के मन में और जुबान पर आज भी ‘बाबरी मस्जिद शहीदी’ की पीड़ा है, उनका चुनावी राम भक्त बनना केवल और केवल पाखंड है। कांग्रेस की असली दिक्कत प्रभु श्रीराम जन्मभूमि मंदिर में प्राण प्रतिष्ठा से और श्री राम से है। कांग्रेस को घृणा सनातन से तो थी ही, अब नफरत का स्तर इतना बढ़ गया है कि कांग्रेस को राम मंदिर के चित्र वाले होर्डिंगों से भी पीड़ा होने लगी है। ऐसा क्यों है जब भी राम मंदिर निर्माण से जुड़ा कोई सुखद कार्य होने लगता है कांग्रेस का दर्द बढ़ जाता है। याद रहे कि बाबरी विध्वंस के बाद भाजपा की चार राज्य सरकारों को तत्कालीन कांग्रेस सरकार ने बरखास्त किया था, जिसमें मध्य प्रदेश की भाजपा सरकार भी शामिल थी, जिसे बाद में सुप्रीमकोर्ट ने असंवैधानिक बताया था। तत्कालीन कांग्रेस सरकार ने अयोध्या में रामजन्मभूमि पर बाबरी मस्जिद को फिर से बनाने का संकल्प लिया था, यह निर्णय लेने वाली सरकार में सनातन विरोधी कमलनाथ प्रमुखता से शामिल थे। यह तो प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी के कार्यकाल का असर है और हमारी हिंदुत्व के विचारों की विजय कि बाबरी के पैरोकार कमलनाथ आज राम मंदिर को सनातन का मंदिर बता रहे हैं। कांग्रेस कहती है भगवान राम देश के है, बिल्कुल सही है फिर कांग्रेस को भी भगवान राम को होर्डिंग लगाने चाहिए लेकिन अगर उनका राम प्रेम छद्म है और बाबर प्रेम सर्वापरी है, तो वह जाकर बाबर के होर्डिंग लगाये।
चुनावी साल में वेष बदलकर घूम रहे सनातनी विरोधी
श्री विष्णुदत्त शर्मा ने कहा कि इतिहास साक्षी है, जब जब राक्षसी प्रवृत्तियां, सनातन विरोधी ताकतें अपने पापाचार को बढ़ाने की कोशिश करती हैं, तो वह छलपूर्वक वेष बदलकर सामने आती हैं, रावण जब माता सीता का हरण करने आया तो साधु बनकर आया था और जब कसाब भी मुंबई हमले के लिये आया तो हाथ पर कलावा बांधकर आया था। यह सब सनातनी विरोधी थे, जो सनातन को मिटाने की धारणा से आये थे। यही वर्तमान में हो रहा है। अब चुनावी साल में सनातन को मिटाने की धारणा रखने वाले, हिन्दुओं से नफरत करने वाले कांग्रेसी, छद्म सनातनी वेष धारण कर के घूम रहे हैं।
64 हजार 523 पर कार्यकर्ता पहुंचाएंगे प्रधानमंत्री श्री मोदी जी का पत्र
शर्मा ने कहा कि 29 अक्टूबर को प्रदेश के 64 हजार 523 बूथों पर भाजपा के 41 लाख कार्यकर्ता प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी के मन की बात कार्यक्रम को सुनकर प्रदेश को लिखी गई उनकी स्नेहिल चिट्ठी को घर-घर तक पहुंचाने का काम करेंगे। मध्यप्रदेश की जनता के मन में पीएम श्री मोदी हैं और पीएम मोदी जी के मन में मध्यप्रदेश की साढ़े नौ करोड़ जनता है।
यही कांग्रेस का मूल चरित्र
भाजपा के प्रदेश कार्यालय में आयोजित प्रेस कांफ्रेंस में वीडी शर्मा ने कहा कि भगवान श्रीराम के खिलाफ, हिंदुत्व के खिलाफ, सनातन के खिलाफ कांग्रेस का मूल चरित्र मप्र के इस विधानसभा चुनाव में एक बार फिर सामने आया है। प्रभु श्रीराम, जो इस भारत ही नहीं दुनिया की आस्था के केंद्र हैं, उनके मंदिर के होर्डिंग लगे तो कांग्रेस निर्वाचन आयोग में जाकर आपत्ति जता रही है। राम मंदिर के होर्डिंग हटाने की मांग कर रही है। ये कांग्रेस का मूल चरित्र है कि उसने किस तरह से राम मंदिर पर आक्रमण करने का प्रयास किया है।
फिर किन्नर उतर रहे चुनाव मैदान में, चंदा आप प्रत्याशी घोषित
28 Oct, 2023 11:45 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
भोपाल। एक बार फिर विधानसभा चुनाव में किन्नर किस्मत आजमाने उतर रहे हैं। दरअसल छतरपुर जिले की बड़ा मलहरा विधनसभा सीट से आम आदमी पार्टी ने चंदा दीदी किन्नर को अपना अधिकृत प्रत्याशी घोषित किया है। इसके बाद से लगातार कयास लगाए जा रहे हैं कि भोपाल से भी किन्नर प्रत्याशी हो सकते हैं। चूंकि पूर्व में शबनम मौसी विधायक रह चुकी हैं इसलिए किसी किन्नर के चुनाव मैदान में उतरने को लेकर किसी को कोई हैरानी नहीं है।
मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव 2023 अब अपने शबाब में आ चुका है। अभ्यर्थियों की नामांकन प्रक्रिया भी शुरू हो चुकी है। ऐसे में खबर आ रही है कि छतरपुर जिले की बड़ा मलहरा सीट से आप ने चंदा दीदी किन्नर को अपना प्रत्याशी घोषित कर सभी को चौंका दिया है। इसके बाद से अटकलें लगाई जा रही हैं कि राजधानी भोपाल से भी किन्नर प्रत्याशी चुनाव मैदान में उतर सकते हैं। भोपाल के साथ-साथ अन्य सीटों से भी किन्नर के चुनाव लड़ने की बात राजनीतिक गलियारे में चल पड़ी है। गौरतलब है कि मध्य प्रदेश में विधानसभा सदस्य के तौर पर शबनम मौसी किन्नर अपना नाम दर्ज करा चुकी हैं। इसके बाद नगर पालिका और नगर निगम चुनाव में भी किन्नर समुदाय के लोगों ने किस्मत आजमाया और जीते भी हैं। इसे देखते हुए अब एक बार फिर विधानसभा चुनाव में किन्नर समुदाय के नागरिक जनता से समर्थन मांगने के लिए चुनाव मैदान में उतर रहे हैं। लोगों का कहना है कि पिछले विधानसभा चुनाव की ही तरह मध्य प्रदेश में इस बार भी अनेक सीटों पर किन्नर समुदाय के लोग नामांकन दाखिल कर सकते हैं। आम आदमी पार्टी ने बड़ा मलहरा से चंदा दीदी को अधिकृत प्रत्याशी घोषित कर संदेश दे दिया है कि यदि आवश्यकता पड़ी तो और भी प्रत्याशी इस समुदाय से लिए जा सकते हैं।
सिंधिया ने कार्यकर्ताओं से वन-टू-वन बात की, कहा- बूथ जीतने की ब्यूह रचना बनायें
28 Oct, 2023 11:01 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
ग्वालियर । भारतीय जनता पार्टी की डबल इंजन की सरकार ने प्रदेश में चहुंमुखी विकास कार्य कराए हैं। आज कांग्रेस झूठ का वचन पत्र लेकर आई है। 2018 में भी इसी तरह का झूठा पत्र लेकर आई थी और सत्ता में आने के बाद कांग्रेस जनता से किए गए सभी वादे भूल गई थी। आज यह सनातन को समाप्त करने की बात कह रहे हैं। जनता वोट की ताकत से इन्हें सबक सिखएगी। भारतीय जनता पार्टी की यह लड़ाई किसी पार्टी के नहीं हैं,एक विचारधारा के खिलाफ है। देश विरोधी इस विचारधारा को उखाड़ फेंकना है। यह बात केन्द्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने शुक्रवार को बालाजी गार्डन में आयोजित कार्यकर्ता सम्मेलन को संबोधित करते हुए कही।
सिंधिया ने एक एक कार्यकर्ता से की वन टू वन बात
सिंधिया ने एक-एक कार्यकर्ता से वन-टू-वन बात की। उन्होंने कहा कि भारतीय जनता पार्टी का बूथ का अध्यक्ष मजबूत किला और वही इसका सेनापति है। बूथ अध्यक्ष व कार्यकर्ता को ही यह लड़ाई लड़नी है। इसके लिए जमीनी स्तर पर जाकर सरकार की उपलब्धियों को बताना होगा और बूथ जीतने की ब्यूह रचना बनानी होगी। केन्द्रीय मंत्री श्री सिंधिया ने एक-एक कार्यकर्ता से व्यक्तिगत मुलाकात कर उन्हें चुनाव जीतने के तरीके बताए और कहा कि आपकी मेहनत से ही पार्टी प्रचंड जीत होगी। उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने मध्य प्रदेश पर दशकों तक राज किया पर विकास के एक भी काम नहीं किए। सडकों के हाल बेहाल थे और बिजली तो सिर्फ दो से तीन घंटे के लिए ही आती थी, कांग्रेस के काल को जनता कभी नहीं भूल सकती। प्रधानमंत्री श नरेंद्र मोदी की मेहनत है कि आज प्रदेश में हर सुविधा उपलब्ध है। सड़क, पानी, बिजली - हर सुविधा अब लोगों के घर तक पहुंची है। पोहरी में कार्यकर्ता सम्मेलन: शिवपुरी जिले की सभी विधानसभाओं पर प्रमुख दलों के प्रत्याशियों ने अपना नामांकन भर दिया है और अब चुनावी सरगर्मी बढ़ने लगी है। केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया भी लगातार विधानसभाओं के दौरे कर रहे हैं। शुक्रवार को सिंधिया पोहरी विधानसभा पहुंचे और कार्यकर्ताओं के सम्मलेन में हिस्सा लिया। इस दौरान सिंधिया ने कांग्रेस पर हमला बोलने के बजाए कार्यकर्ताओं को जीत का रास्ता दिखाया। उन्होंने बूथ प्रभारियों और पन्ना प्रभारियों को जीत के 14 बिंदु नोट कराए।
नारायण की विंध्य जनता पार्टी ने 25 उम्मीदवारों के नामों का ऐलान किया
28 Oct, 2023 10:45 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
भोपाल। मध्यप्रदेश में 17 नवंबर को होने वाले विधानसभा चुनावों के लिए भाजपा-कांग्रेस के साथ तमाम राजनीतिक दल अपनी अपनी उपस्थिति दर्ज करा रहे हैं। इस भाजपा से इस्तीफा दे चुके विधायक नारायण त्रिपाठी की ‘विंध्य जनता पार्टी’ जनता पार्टी ने भी अपने उम्मीदवारों के नामों का ऐलान कर दिया है। नारायण की पार्टी की पहली सूची में 25 उम्मीदवारों के नामों का ऐलान किया गया है। खुद नारायण त्रिपाठी मैहर विधानसभा से चुनाव लड़ेंगे। जबकि भोपाल की दक्षिण-पश्चिम से मनीष पांडेय को टिकट दिया गया है। नारायण त्रिपाठी ने भोपाल में शुक्रवार को प्रेस कान्फे्रंस में विंध्य जनता पार्टी के उम्मीदवारों के नामों का ऐलान किया। उन्होंने कहा कि आने वाले दिनों में और उम्मीदवारों नामों की घोषणा की जाएगी।
विंध्य जनता पार्टी की पहली सूची में रैगांव से आरती वर्मा, सतना से हरिओम गुप्ता, मैहर से नारायण त्रिपाठी, अमरपाटन से शशि सत्येंद्र शर्मा, सेमरिया से हासिफ मोहम्मद अली, त्यौंथर से कमांडो अरुण गौतम, देवतालाब से कुंज बिहारी तिवारी, गु? से शिवमोहन शर्मा, चुरहट से अरुण द्विवेदी, सीधी से वाल्मीकि तिवारी, सिंहावल से आशीष मिश्रा, चितरंगी से रामकृष्ण कोल और सिंगरौली से कुंदर पांडेय को टिकट दिया गया है। इसी तरह से ब्योहारी(अजजा) से लेखन सिंह, जयसिंह नगर (अजजा) से फूममती सिंह, जैतपुर (अजजा) से हीराला पनिका, अनूपपुर(अजजा) से प्यारेलाल पनिका, पुष्पराजगढ़ (अजजा) से अमृतलाल सोनवारी, बांधवगढ़ (अजजा) से धूप सिंह, मानपुर (अजजा) से राजकुमार बैगा, शाहपुरा (अजजा) से मदन सिंह परस्ते, डिंडोरी (अजजा) से सितार मरकाम, भोपाल दक्षिण-पश्चिम से मनीष पांडेय, अंबेडकर नगर (महू) से बैद्यनाथ मिश्रा और बड़ा मलहरा से दिनेश यादव को को मैदान में उतारा है।
कांग्रेस के वार रूम पर छिड़ा शीत युद्ध
28 Oct, 2023 09:53 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
पांच राज्यों के विधानसभा चुनावों में कांग्रेस किसी भी सूरत में जीत हासिल करना चाहती है। अब क्योंकि जमाना डिजिटल का है, इसलिए इस प्लेटफार्म पर कांग्रेस अनर्गल आरोप और एआई तकनीक से तस्वीरों में छेड़छाड़ कर भाजपा को नुकसान पहुंचाने की रणनीति पर काम कर रही है। हालांकि कांग्रेस के वार रूम का खुलासा होते पार्टी के वरिष्ठ नेता कई तरह की बयानबाजी कर रहे हैं, लेकिन सूत्रों की मानें तो इस वार रूम से कांग्रेस ने सबसे पहले फेक कैंपेन चलाने का अभियान शुरू किया, जिसकी पोल खुलते ही कांग्रेस की विश्वसनीयता पर प्रश्न चिन्ह लग गया है।
कांग्रेस पार्टी की आईटी सेल की टीम चुनाव पर दिन रात काम कर रही है, लेकिन इसमें भाजपा को क्षति पहुंचाने के लिए एआई का पूरा इस्तेमाल किया जा रहा है। एआई तकनीक से तस्वीरों और बयानों को इस तरह बदला जा सकता है, जिससे वह सच लगते हैं। कांग्रेस के इस वॉर रूम में कांग्रेस के वोट बैंक को बढ़ाने की जगह भाजपा की छवि को नुकसान पहुंचाने के लिए अधिक काम किया जा रहा है। हाल ही में कांग्रेस के ऐसे ही एक फेक कैंपेन का खुलासा हुआ। भाजपा की फैक्ट चेक टीम भी सोशल मीडिया की हर पोस्ट पर कड़ी नजर बनाए हुए है, भाजपा की आईटी सेल के मुकाबले कांग्रेस ने वार रूम तो बनाया लेकिन दिशाहीन वॉर रूम का वार अब कांग्रेस पर ही उल्टा पड़ गया है। पार्टी सूत्रों की मानें तो कांग्रेस ने वार रूम में अप्रशिक्षित सोशल मीडिया प्रबंधन को रखा है जो सकारात्मक की जगह नकारात्मक पब्लिसिटी पर अधिक ध्यान दे रहे हैं। कुल मिलाकर कांग्रेस के वार रूम का खुलासा होते ही पार्टी के अंदर ही शीत युद्ध शुरू हो गया है।
कुछ दिन पहले ही एक गलत सर्वे को लेकर कांग्रेस ने अपना बढ़त बताया था। दरअसल, मप्र कांग्रेस के नेताओं ने जिस ओपिनियन पोल को ट्वीट कर इस वर्ष का चुनावी सर्वे बताकर प्रदेश में कांग्रेस की सरकार बनने की बात कह रहे हैं, वह सर्वे बहुत पुराना बताया जा रहा है। समाचार चैनल के प्रबंधन ने भी ट्वीटकर स्पष्ट कर दिया कि उनके पुराने ओपिनियन पोल से छेड़छाड़ कर इसे सोशल मडिया में ट्वीट किया । वर्ष 2023 में मध्यप्रदेश में होने वाले विधानसभा चुनाव को लेकर इस तरह का न तो कोई चुनावी सर्वे किया है और न ही ओपिनियन पोल जारी किया है। इसके बाद मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान सहित तमाम भाजपा नेताओं ने कांग्रेस पर हमला बोल दिया ।